\id ACT Haryanvi Bible \ide UTF-8 \rem Copyright।nformation: Creative Commons Attribution-ShareAlike 4-0 License \h प्रेरितों के काम \toc1 प्रेरितां के काम का वर्णन \toc2 प्रेरितों के काम \toc3 प्रेरि \mt1 प्रेरितां के काम का वर्णन \is जानकारी \ip प्रेरितां के काम का वर्णन लूका के जरिये लिखे गये सुसमाचार के आग्गै का जिक्र सै। इसका खास मकसद यो बताणा सै, के यीशु के शरुआती चेल्यां नै पवित्र आत्मा के अगुवाई म्ह, यीशु के बारे म्ह सुसमाचार ताहीं यरुशलेम नगर अर सारे यहूदिया अर सामरिया परदेस म्ह, अर धरती के छोर ताहीं (1:8) किस तरियां फैलाया। यो मसीह आन्दोलन का ब्यौरा सै, जो यहूदी माणसां के बीच म्ह शुरु होया, अर बढ़ के सारे जगत के माणसां का बिश्वास बणग्या। लेखक इस बात का ध्यान राक्खै सै, के उसकै पाठकां नै यो पक्का यकीन हो जावै के मसीह माणस रोमी साम्राज्य के खात्तर एक बिद्रोही राजनैतिक शक्ति न्ही थे, अर मसीह बिश्वास यहूदी धरम की पूर्ति था। प्रेरितां के काम की किताब ताहीं तीन भागां म्ह बाट्या जा सकै सै, जो लगातार बढ़ते क्षेत्र नै दिखावै सै, जिस म्ह यीशु मसीह का सुसमाचार प्रचार करया ग्या अर कलीसियां बणाई गई (: 1) यीशु कै सुर्ग जाण के बाद यरुशलेम म्ह मसीह आन्दोलन की सरूआत; 2) पलस्तीन के दुसरे हिस्सां म्ह इसका बढ़णा, अर 3) भूमध्य सागर के देशां म्ह रोम ताहीं इसका विस्तार। प्रेरितां के काम की एक भोत बड़ी खासियत सै, पवित्र आत्मा का काम करणा। पवित्र आत्मा पिन्तेकुस्त के दिन यरुशलेम म्ह कठ्ठे होए बिश्वासियाँ पै बड़ी शक्ति कै गैल उतरै सै, अर इस किताब म्ह बित्ती घटनाओं के दौराण कलीसिया अर उसके अगुवां ताहीं राह दिखाणा अर उननै शक्ति देणा सै। प्रेरितां के काम म्ह दिए गये कई उपदेशां म्ह शरुआती मसीह सन्देस का सार पेश करया ग्या सै, अर इस म्ह लिखी घटनाऐं बिश्वासियाँ के जिन्दगी म्ह अर कलीसिया की संगति म्ह इस सन्देस की शक्ति नै दिखावै सै। \iot रूप-रेखा \io1 गवाही खात्तर तैयारी 1:1-26 \io1 क-यीशु का आखरी हुकम अर करार 1:1-14 \io1 ख-यहूदा का उत्तराधिकारी 1: 15-26 \io1 यरुशलेम नगर म्ह गवाही 2:1-8:3 \io1 यहूदिया अर सामरिया परदेस म्ह गवाही 8:4-12:25 \io1 पौलुस की सेवकाई 13:1-28:31 \io1 क-पैहली प्रचार-यात्रा 13:1-14:28 \io1 ख-यरुशलेम म्ह सम्मेलन 15:1-35 \io1 ग-दुसरी प्रचार-यात्रा 15:36-18:22 \io1 घ-तीसरी प्रचार-यात्रा 18:23-21:16 \io1 च-यरुशलेम, कैसरिया नगर अर रोम देश म्ह बन्दी पौलुस 21:17-28:31 \c 1 \s परिचय \p \v 1 हे थियुफिलुस, मन्नै पैहल्ड़ी किताब उन सारी बात्तां कै बारें म्ह लिक्खी जो यीशु शुरू तै करदा अर सिखान्दा रहया, \v 2 उस दिन तक जिब ताहीं यीशु, परमेसवर के जरिये सुर्ग म्ह न्ही ठा लिया गया, यो उन प्रेरितां नै जिन ताहीं उसनै छाट्या था पवित्र आत्मा कै सामर्थ तै उप्पर ठाया न्ही गया। \v 3 यीशु नै दुख ठाण कै पाच्छै अपणी मौत कै बाद घणे पक्के सबुतां तै अपणे आपनै उन ताहीं जिन्दा दिखाया, अर चाळीस दिन ताहीं वो उननै दिखदा रहया, अर परमेसवर के राज्य की बात करदा रहया। \v 4 अर एक दिन मसीह यीशु नै उनतै कठ्ठे करकै उन ताहीं हुकम दिया, “यरुशलेम नगर नै ना छोड्डो, पर पिता की उस प्रतिज्ञा की पूरे होण की बाट देखदे रहो, जिसका जिक्रा थम मेरै तै सुण चुके सो। \v 5 क्यूँके यूहन्ना नै तो पाणी तै बपतिस्मा दिया सै पर थोड़े दिनां पाच्छै थम पवित्र आत्मा तै बपतिस्मा पाओगे।” \s यीशु का सुर्ग म्ह जाणा \p \v 6 चेल्लें जिब यीशु तै दुबारा मिले तो उननै उसतै बुझ्झया, “हे प्रभु, के वो बखत आ ग्या सै, के तू इस्राएल ताहीं छुड़वा कै उसनै दुबारा बसाकै राजा के रूप म्ह सब पै शासन करैगा।” \p \v 7 उसनै उनतै कह्या, “उस बखत या युगा ताहीं जाणणा, जिन ताहीं पिता नै अपणे अधिकार म्ह कर राख्या सै, उननै जाणणा थारा काम कोनी। \v 8 पर जिब पवित्र आत्मा थारै पै आवैगा फेर थम सामर्थ पाओगे, अर यरुशलेम नगर अर सारे यहूदा और सामरिया परदेसां म्ह, अर धरती कै सिरे ताहीं मेरे बारें म्ह गवाही द्योगे।” \p \v 9 न्यू कहकै यीशु उनकै देखदे-देखदे परमेसवर के जरिये उप्पर ठा लिया गया, अर बाद्दळ नै उस ताहीं उनकी आँखां तै लको लिया। \p \v 10 उसकै जान्दे बखत जिब वे अकास की ओड़ देखै थे, तो देक्खो, चाणचक दो माणस धोळे लत्ते पहरे ओड़ उनकै लोवै आण खड़े होए, \v 11 अर उनतै कह्या, “हे गलील परदेस के माणसों, थम खड़े अकास कान्ही क्यांतै लखाओ सो? योए यीशु, जो परमेसवर के जरिये थारै धोरै तै सुर्ग पै ठा लिया गया सै, जिस तरियां तै थमनै उस ताहीं सुर्ग नै जांदे देख्या उस्से तरियां तै वो दुबारा आवैगा।” \s मत्तियाह ताहीं यहूदा का ओद्दा मिलणा \p \v 12 जिब सुर्गदूत चले गये, तो चेल्लें जैतून नाम के पहाड़ तै जो यरुशलेम नगर तै करीब आधै कोस\f + \fr 1:12 \ft एक किलो. मी.\f* की दूरी पै सै, यरुशलेम नगर नै बोह्ड़े। \v 13 जिब वे नगर पोहोचे तो उस चुबारे पै गये, जित पतरस अर यूहन्ना अर याकूब अर अन्द्रियास अर फिलिप्पुस अर थोमा अर बरतुल्मै अर मत्ती अर हलफई का बेट्टा याकूब अर शमौन, जेलोतेस\f + \fr 1:13 \ft एक कट्टर पंथी राजनैतिक दल का नाम था जिसका वो सदस्य होया करता था\f* अर याकूब का बेट्टा यहूदा ये सारे माणस ओड़ै थे। \p \v 14 ये सारे कई बिरबानियाँ अर यीशु की माँ मरियम अर उसके भाईयाँ कै गेल्या कठ्ठे होकै एक मन तै प्रार्थना म्ह लाग्गे रहे। \p \v 15 उन्ने दिनां म्ह पतरस बिश्वासियाँ कै बिचाळै म्ह जो एक सौ बीस आदमियाँ कै करीबन थे, खड्या होकै कहण लाग्या, \v 16 हे भाईयो, जरूरी था के पवित्र ग्रन्थ का वो लेख पूरा हो जो पवित्र आत्मा नै दाऊद के मुँह तै यहूदा कै बाबत, जो यीशु कै पकड़वाण आळा का अगुवां था, पैहल्याए तै कह्या था। \v 17 क्यूँके वो तो म्हारै म्ह गिण्या गया, अर इस सेविकाई म्ह साझ्झी होया। \p \v 18 “जिसा थम जाणो सों (उसनै पाप की कमाई तै एक खेत मोल लिया, अर सिर के बळ गिरया अर उसका पेट पाटग्या अर उसकी सारी आन्दड़ी लिकड़गी। \v 19 इस बात ताहीं यरुशलेम नगर के सारे रहणीये जाणगे, उरै ताहीं के उस खेत का नाम उनकी भाषा म्ह ‘हक्कलदमा’ यानिके ‘लहू का खेत’ पड़ग्या।)” \p \v 20 “दाऊद नै भजन संहिता म्ह लिख्या सै, ‘उसका घर उजड़ जावै, अर यो भी लिख्या सै, के उस म्ह कोए न्ही बसै,’ अर ‘उसका ओद्दा कोए और ले लेवै।’” \p \v 21 “इस करकै यो जरूरी सै के एक इसा माणस छाट्या जावै, जो प्रभु यीशु के सारे काम्मां के हरेक बखत का गवाह हो, प्रभु यीशु ताहीं यूहन्ना के जरिये बपतिस्मा दिये जाण तै लेकै, सुर्ग म्ह स्वीकार किये जाण तक, \v 22 वो माणस म्हारे गेल प्रभु यीशु के जिन्दा होण का गवाह बणै।” \p \v 23 फेर उननै दो नाम सुझाए, एक यूसुफ जो बरसब्बा कुह्वावै था, जिसका उपनाम यूसतुम सै, दुसरा मत्तियाह ताहीं, \v 24 अर या प्रार्थना करी, “हे प्रभु, तू जो सारया के मनां नै जाणै सै, न्यू बता के इन दोनुआ म्ह तै किसनै छाट्टा, \v 25 के वो इस सेवा के काम अर प्रेरितों की वा खाल्ली जगहां ले, जिसनै यहूदा छोड़कै अपणी जगहां चल्या गया, जित्त उसनै जाणा चाहिए था।” \v 26 फेर उननै उनकै बाबत पर्ची गेरी, अर पर्ची मत्तियाह कै नाम लिकड़ी। आखर वो उन ग्यारहां प्रेरितां कै गेल्या गिण्या गया। \c 2 \s पवित्र आत्मा का उतरणा \p \v 1 यहूदियाँ के पिन्तेकुस्त त्यौहार के दिन, वे सारे एक जगहां कट्ठे थे। \v 2 चाणचक अकास तै घणी आँधी जिसा हल्का-सा शब्द होया, अर उसतै सारा घर जित वे बैट्ठे थे, गूँजग्या। \v 3 अर उननै एक आग की लपट दिक्खी, जो जीभां म्ह बट कै उन म्ह तै हरेक कै उप्पर आ उतरी। \v 4 वे सारे पवित्र आत्मा तै भरगे, अर जो वरदान पवित्र आत्मा नै उन ताहीं दिया, उसके मुताबिक वो अन्य-अन्य भाषा बोल्लण लाग्गे। \p \v 5 उस बखत पूरी दुनिया की हरेक जात म्ह तै यहूदी-भगत यरुशलेम नगर म्ह रै रे थे। \v 6 जिब आँधी जिसा शब्द गरजा, तो भीड़ लाग्गी अर आदमी घबरागे, क्यूँके हर एक अपणी-अपणी भाषा म्ह चेल्यां ताहीं बोलदे सुणण लागरे थे। \v 7 वे सारे हैरान अर अचम्भा करकै कहण लाग्गे, “देक्खो, जो वे बोल्लण लागरे सै के सारे गलीलवासी कोनी? \v 8 तो यो के होण लागरया सै, के जो म्हारे म्ह तै हर एक इन ताहीं अपणी-अपणी जन्म-भूमि की भाषा म्ह बात करते सुणै सै! \v 9 हम जो पारथी अर मेदी अर एलामी अर मेसोपोटामिया अर यहूदिया अर कप्‍पदूकिया अर पुन्तुस अर आसिया परदेस, \v 10 कुछ फ्रुगिया, पंफूलिया परदेस अर कुछ मिस्र देश अर लीबिया देश जो कुरेने नगर कै लोवै-धोरै सै, इन सारे देशां के रहण आळे अर रोमी प्रवासी, \v 11 यानिके यहूदी माणस अर यहूदी पंथ धारण करण आळे, क्रेतो दीप अर अरब देश के माणस भी सै, पर अपणी-अपणी भाषा म्ह उनतै परमेसवर के बड्डे-बड्डे काम्मां का जिक्रा सुणै सै।” \v 12 अर वे सारे हैरान होए अर घबराकै एक-दुसरै तै कहण लाग्गे, “यो के होण लागरया सै?” \p \v 13 पर औरां नै मखौल करकै कह्या, “वे तो नई मदिरा कै नशै म्ह चूर सै।” \s पतरस का भाषण \p \v 14 जिब पतरस उन ग्यारहां प्रेरितां कै गेल्या खड्या होया, अर ठाड्डू आवाज म्ह बोल्या, “हे यहूदियावासियों अर हे यरुशलेमवासियों, न्यू जाण ल्यो, अर कान लाकै मेरी बात सुणो।” \v 15 जिसा थम समझरे सो, ये आदमी नशै म्ह कोनी, क्यूँके इब्बे दिन के नौ बजे सै। \v 16 जो म्हारै होया सै, या वा बात सै वा योएल नबी कै जरिये कही गई भविष्यवाणी सै। \p \v 17 “‘परमेसवर कहवै सै, के अन्त के दिनां म्ह इसा होवैगा के मै अपणा आत्मा सारे माणसां ताहीं दियुँगा,’ अर थारे बेट्टे अर थारी बेट्टी भविष्यवाणी करैगी, अर थारे जवान दर्शन देखैगें, अर थारे बुजुर्ग सपना देक्खैगें।” \p \v 18 उन दिनां म्ह, मै अपणे दास्सां, अर दासियाँ ताहीं अपणी आत्मा दियुँगा, अर वे भविष्यवाणी करैगें। \p \v 19 अर मै उप्पर अकास म्ह अनोक्खे काम अर तळै धरती पै निशान, यानिके लहू अर आग अर धुम्मै का बाद्दळ दिखाऊँगा। \p \v 20 प्रभु के महान् अर तेजस्वी दिन कै आण तै पैहल्या सूरज अँधेरा अर चाँद लहू-सा हो जावैगा। \p \v 21 अर जो कोए प्रभु का नाम लेवैगा, उसका उद्धार होवैगा। \p \v 22 “हे इस्राएलियों, इन बात्तां नै सुणो यीशु नासरी एक माणस था जिसका परमेसवर की ओड़ होण का सबूत उन सामर्थ के काम्मां अर हैरानी के काम्मां अर चमत्कारां तै जाहिर सै, जो परमेसवर नै थारै बिचाळै उसकै जरिये कर दिखाए जिसकै बारै म्ह थमनै खुदे बेरा सै। \v 23 उस्से यीशु ताहीं, जो परमेसवर की ठहराई होई योजना अर पूर्व ज्ञान कै मुताबिक पकड़वाया गया, थमनै अधर्मियाँ के हाथ्थां तै क्रूस पै चढ़ाकै मार दिया। \v 24 पर उस्से ताहीं परमेसवर नै मौत के बन्धनां तै छुड़ाकै जिन्दा करया, क्यूँके यो अनहोणा था के वो उसकै बस म्ह रहन्दा।” \v 25 क्यूँके राजा दाऊद यीशु कै बारै म्ह कहवै सै, “मै प्रभु नै सारी हाण अपणे धोरै देख्दा रहया क्यूँके वो मेरी सोळी ओड़ सै, मै उनतै न्ही डरूँगा जो मेरा नुकसान चाहवै सै।” \p \v 26 इस्से कारण मेरा मन आनन्दित होया, अर मै खुशी तै गाऊँगा, बल्के मेरी देह भी आस म्ह बणी रहवैगी। \p \v 27 क्यूँके तू मेरै प्राणां नै अधोलोक म्ह कोनी छोड्डैगा, अर ना अपणे पवित्र माणस नै सड़न देवैगा। \v 28 “तन्नै मेरै ताहीं जीण का राह बताया सै, तू मन्नै दर्शन कै जरिये आनन्द तै भर देवैगा।” \p \v 29 “हे भाईयो, मै कुलपति राजा दाऊद कै बारै म्ह थारै तै हिम्मत करकै कहूँ सूं के वो तो मरग्या अर गाड्या भी गया अर उसकी कब्र आज ताहीं म्हारै उरै न्यू-की-न्यू सै। \v 30 वो नबी था अर उसनै बेरा था के परमेसवर नै मेरै तै वादा करया सै के मै तेरी पीढ़ी म्ह तै एक माणस नै तेरै सिंहासन पै बिठाऊँगा, \v 31 उसनै होण आळी बात ताहीं पैहल्याए तै देखकै मसीह के जिन्दा उठण कै बारै म्ह भविष्यवाणी करी के ना तो उसका प्राण अधोलोक म्ह छोड्या गया अर ना उसकी देह सड़न पाई। \v 32 इस्से यीशु ताहीं परमेसवर नै जिन्दा करया, जिसके हम सारे गवाह सां। \v 33 इस तरियां परमेसवर के सोळे हाथ पै सबतै ऊँच्चा ओद्दा पाकै, अर पिता तै वो पवित्र आत्मा पाकै जिसका वादा लिया गया था, उसनै यो उण्डेल दिया सै जो थम देक्खो अर सुणो सो। \v 34 क्यूँके दाऊद तो सुर्ग पै कोनी चढ्या, पर वो खुद कहवै सै, ‘प्रभु परमेसवर नै मेरे प्रभु तै कह्या,’ मेरै सोळी ओड़ नै बैठ, \p \v 35 “जिब ताहीं के मै तेरे बैरियाँ नै तेरे कदमां तळै ना झुका दियुँ।” \p \v 36 “आखर इस्राएल का सारा खानदान पक्की तरियां तै जाण लेवै के परमेसवर नै उस्से यीशु ताहीं जिस ताहीं थमनै क्रूस पै चढ़ाया, प्रभु भी ठहराया अर मसीह भी।” \p \v 37 जिब माणसां नै यो सुण्या, तो बिश्वास होग्या था के उननै गलत काम करया सै, अर वे पतरस अर बाकी प्रेरितां तै बुझ्झण लाग्गे, “हे भाईयो, हम के करा?” \p \v 38 पतरस नै उनतै कह्या, “पाप करणा छोड़ द्यो, अर थारै म्ह तै हरेक अपणे-अपणे पापां की माफी कै खात्तर यीशु मसीह कै नाम तै बपतिस्मा लेवै, जिब थम पवित्र आत्मा का दान पाओगे। \v 39 क्यूँके या प्रतिज्ञा थम, अर थारी ऊलादां, अर उन सारे दूर-दूर के आदमियाँ खात्तर भी सै जिन ताहीं प्रभु म्हारा परमेसवर अपणे धोरै बुलावैगा।” \p \v 40 पतरस नै कई और बात्तां तै, भी गवाही दे-देकै समझाया के अपणे आपनै इस टेढ़ी जात तै बचाओ। \v 41 आखर जिननै उसके वचन पै बिश्वास करकै बपतिस्मा लिया, अर उस्से दिन तीन हजार माणसां कै करीबन उन म्ह मिलगे। \p \v 42 जिननै पतरस के वचन पै बिश्वास करया, वे प्रेरितां तै शिक्षा लेन्दे, अर संगति राखदे, अर रोट्टी तोड़ण, अर प्रार्थना करण म्ह मग्न रहे। \s बिश्वासियाँ की संगति \p \v 43 अर सारे के यरुशलेम माणस डरगे, अर घणे अनोक्खे काम अर चमत्कार प्रेरितां कै जरिये जाहिर होवै थे। \v 44 अर सारे बिश्वास करणीये कट्ठे रहवै थे, अर उनकी सारी चीज साझे म्ह थी। \v 45 वे अपणी-अपणी जायदाद अर सामान बेच-बेचकै जिसकी जरूरत होवै थी बांड दिया करै थे। \v 46 वे हरेक दिन एक मन होकै मन्दर म्ह कट्ठे होवै थे, घर-घर रोट्टी तोड़दे होए खुशी अर मन की सीधाई तै खाणा खावै थे, \v 47 अर परमेसवर की जय-जयकार करै थे, अर सारे माणस उनतै राज्जी थे जो उद्धार पावैं थे, उन ताहीं प्रभु हरेक दिन उन म्ह मिला देवै था। \c 3 \s लंगड़ै भिखारी का ठीक होणा \p \v 1 पतरस अर यूहन्ना दोफाहरै के तीन बजे पाच्छै प्रार्थना कै बखत मन्दर म्ह जाण लागरे थे। \v 2 अर माणस एक जन्म तै लंगड़े नै ल्यावै थे, जिस ताहीं वे हरेक दिन मन्दर कै बाहरणै पै जो सुन्दर नामक फाटक कुह्वावै सै, बिठा देवै थे, के वो मन्दर म्ह जाण आळा तै भीख माँगै। \v 3 जिब उसनै पतरस अर यूहन्ना ताहीं मन्दर म्ह जान्दे देख्या, तो उनतै भीख माँगी। \v 4 पतरस नै यूहन्ना कै गेल्या उसकी ओड़ गौर तै देखकै कह्या, “म्हारी ओड़ लखा!” \v 5 आखर वो उनतै कुछ पाण की आस राखते होए उनकी ओड़ लखाण लाग्या। \p \v 6 फेर पतरस नै कह्या, “चाँदी अर सोन्ना तो मेरै धोरै सै न्ही, पर जो मेरै धोरै सै वो तन्नै दियुँ सूं, यीशु मसीह नासरी कै नाम तै उठ अर चाल-फिर।” \v 7 पतरस नै उसका सोळा हाथ पकड़कै उस ताहीं ठाया, अर जिब्बे उसके पायां अर टाखणयां म्ह ताकत आग्यी। \v 8 वो उछळते-कूदते खड्या होग्या अर चाल्लण-फिरण लाग्या, अर चाल्दा, अर कुद्दा, अर परमेसवर की जय-जयकार करदा होया उनकै गेल्या मन्दर म्ह गया। \v 9 सारे आदमियाँ नै उस ताहीं चाल्दे-फिरदे अर परमेसवर की जय-जयकार करदे होए देखकै, \v 10 उस ताहीं पिच्छाण लिया के यो वोए सै जो मन्दर कै “सुन्दर” नामक फाटक पै बैठकै भीख माँग्या करै था, अर उस घटना तै जो उसकै गेल्या होई थी वे घणे अचम्भित अर हैरान होए। \s मन्दर म्ह पतरस का उपदेश \p \v 11 जिब वो पतरस अर यूहन्ना ताहीं पकड़े होए था, तो सारे माणस घणे हैरान होंदे होए उस बराम्दा म्ह जो सुलैमान का कुह्वावै सै, उनकै धोरै भाज्जे आये। \v 12 न्यू देखकै पतरस नै माणसां तै कह्या, “हे इस्राएलियों, थम इस माणस पै क्यांतै हैरान होवो सो, म्हारी ओड़ क्यांतै इस ढाळ लखाओ सों, के मान्नो हमनै-ए अपणी सामर्थ या भगति तै इस ताहीं चाल्लण-फिरण जोग्गा बणा दिया। \v 13 अब्राहम अर इसहाक अर याकूब के परमेसवर, म्हारे पूर्वजां के परमेसवर नै अपणे सेवक यीशु मसीह की महिमा करी, जिस ताहीं थमनै पकड़वा दिया, अर जिब राज्यपाल पिलातुस नै उस ताहीं छोड़ देण का बिचार करया, फेर थमनै उसकै स्याम्ही उसका इन्कार करया। \v 14 थमनै उस धर्मी अर पवित्र का इन्कार करया, अर बिनती करी के एक खून्नी ताहीं थारै खात्तर छोड़ दिया जावै, \v 15 अर थमनै अनन्त जीवन के कर्ता ताहीं मार दिया, जिस ताहीं परमेसवर नै मरे होया म्ह तै जिन्दा करया, अर इस बात के हम गवाह सां। \v 16 मसीह यीशु कै नाम म्ह बिश्वास कै कारण इस माणस नै जिसनै थम जाणो सों, जिसनै थम इस बखत देक्खण लागरे सों, उस ताहीं ताकत दी सै, यो माणस यीशु के नाम म्ह अर मसीह यीशु म्ह बिश्वास के जरिये कती भला चंगा होया सै, जिसा के थम खुद देख सको सों।” \p \v 17 “इब हे भाईयो, मन्नै बेरा सै के थमनै अर थारे अगुवां नै यो काम अज्ञानता म्ह करया, क्यूँके थम न्ही जाणो थे के वो मसीह सै। \v 18 पर जिन बात्तां ताहीं परमेसवर नै सारे नबियाँ के मुँह तै पैहल्याए तै बता दिया था, के उसका मसीह दुख ठावैगा, उन ताहीं उसनै इस्से ढाळ पूरा करया। \v 19 इस करकै, पाप करणा छोड़ द्यो अर बोहड़ आओ के थारे पाप मिटाए जावै, जिसतै प्रभु के स्याम्ही तै सुख-चैन के दिन आवै, \v 20 अर वो यीशु ताहीं भेज्जै, जो थारै खात्तर पैहल्या तै ए मसीह ठहराया गया सै। \v 21 जरूरी सै के वो सुर्ग म्ह उस बखत ताहीं रहवै जिब ताहीं के वो सारी बात्तां का सुधार ना कर लेवै जिसका जिक्रा पुराणे बखत तै परमेसवर नै अपणे पवित्र नबियाँ के मुँह तै करया सै। \v 22 जिस ढाळ के मूसा नबी नै कह्या, ‘परमेसवर थारे भाईयाँ म्ह तै थारै खात्तर मेरै जिसा एक नबी भेज्जैगा, जो कीमे वो थारै तै कहवै उसकी सुणीयो।’ \v 23 पर हरेक माणस जो उस नबी की न्ही सुणै, आदमियाँ म्ह तै नाश करया जावैगा।” \p \v 24 “अर शमूएल तै लेकै उसकै पाच्छै आळा ताहीं जितने नबी बोल्ले उन सारया नै इन दिनां का सन्देशा दिया सै। \v 25 थम सारे नबियाँ की ऊलाद अर उस करार के हिस्सेदार सो, जो परमेसवर नै थारै बाप-दाद्यां तै करया, जिब उसनै अब्राहम तै कह्या, ‘तेरी पीढ़ी के जरिये धरती के सारे खानदान आशीष पावैगें।’ \v 26 परमेसवर नै अपणे सेवक ताहीं मरे होया म्ह तै ठाकै सब तै पैहल्या थारै धोरै भेज्या, के थारै म्ह तै हरेक ताहीं उसकी बुराइयाँ तै पलटा कै आशीष देवै।” \c 4 \s महासभा कै स्याम्ही पतरस अर यूहन्ना \p \v 1 जिब वे आदमियाँ तै न्यू कहण लागरे थे, तो याजक अर मन्दर के सरदार अर सदूकी दल के लोग उनपै चढ़ आये। \v 2 क्यूँके वे घणे खुन्दक म्ह थे के वे आदमियाँ ताहीं सिखावै थे, अर यीशु का उदाहरण दे-देकै प्रचार करै थे, के परमेसवर मुर्दां नै एक दिन जिन्दा करैगा जिसा उसनै यीशु ताहीं करया। \v 3 उननै उन ताहीं बन्दी बणाकै दुसरे दिन तक हवालात म्ह राख्या क्यूँके साँझ होग्यी थी। \v 4 पर वचन के सुणन आळा म्ह तै घणाए नै बिश्वास करया, अर उनकी गिणती पाँच हजार माणसां कै करीबन होग्यी थी। \p \v 5 दुसरे दिन इसा होया के उनके सरदार, यहूदी अगुवें अर शास्त्री \v 6 अर महायाजक हन्ना अर कैफा अर यूहन्ना अर सिकन्दर अर जितने महायाजक के कुण्बै के थे, सारे यरुशलेम नगर म्ह एक जगहां कट्ठे होए। \v 7 वे उन ताहीं बिचाळै खड्या करकै बुझ्झण लाग्गे के थमनै यो काम किसकै सामर्थ तै अर किसकै नाम तै करया सै। \p \v 8 फेर पतरस नै पवित्र आत्मा तै भरकै उनतै कह्या, \v 9 “हे माणसां के सरदारो अर यहूदी अगुवों, इस कमजोर माणस गेल्या जो भलाई करी गयी सै, जै आज म्हारै तै उसकै बारै म्ह पूछताछ करी जावै सै, के वो किस ढाळ ठीक होया।” \v 10 तो थम सारे अर सारे इस्राएली आदमी जाण लेवै के यीशु मसीह नासरी कै नाम तै जिस ताहीं थमनै क्रूस पै चढ़ाया, अर परमेसवर नै मरे होया म्ह तै जिन्दा करया, यो माणस थारै स्याम्ही भला ठीक खड्या सै। \p \v 11 यीशु मसीह ए वो पत्थर सै जिस ताहीं थम राजमिस्त्रियाँ नै नकार दिया, अर वो सिरै का पत्थर होग्या। \p \v 12 “यीशु के अलावा किसे दुसरे नाम म्ह उद्धार कोनी, क्यूँके सुर्ग कै तळै माणसां म्ह और कोए दुसरा नाम कोनी दिया गया, सिर्फ यीशु के जरिये हम उद्धार पा सकां।” \p \v 13 जिब उननै पतरस अर यूहन्ना की हिम्मत देक्खी, अर न्यू बेरा लाग्या के ये अनपढ़ अर साधारण सा माणस सै, तो अचम्भा करया, फेर उन ताहीं पिच्छाण्या के ये यीशु कै गेल्या रहे सै। \v 14 उस माणस ताहीं जो ठीक होया था, पतरस अर यूहन्ना कै गेल्या खड़े देखकै, वे बिरोध म्ह कीमे न्ही कह सके। \v 15 पर उन ताहीं सभा तै बाहर जाण का हुकम देकै, वे आप्पस म्ह बिचार करण लाग्गे, \v 16 “हम इन माणसां कै गेल्या के करा? क्यूँके यरुशलेम नगर के सारे रहणीया नै बेरा पाटरया सै, के इनकै जरिये एक मसूर चमत्कार दिखाया गया सै, अर हम उसकै बारै म्ह नाट न्ही सकदे। \v 17 पर माणसां म्ह इस सुसमाचार का और घणा प्रसार ना हो।” \p \v 18 फेर उन ताहीं बुलाया अर चेतावनी देकै न्यू कह्या, “यीशु कै नाम पै ना तो वे चर्चा करै अर ना सिखाइयो।” \v 19 पर पतरस अर यूहन्ना नै उन ताहीं जबाब दिया, “थमे न्याय करो, के यो परमेसवर कै धोरै भला सै के हम परमेसवर की बात तै बढ़कै थारी बात मान्नां। \v 20 क्यूँके यो तो म्हारै तै न्ही हो सकदा के जो हमनै देख्या अर सुण्या सै, वो न्ही कह्वां।” \p \v 21 फेर उननै उन ताहीं और धमकाकै छोड़ दिया, क्यूँके आदमियाँ कै कारण उन ताहीं सजा देण का कोए मौक्का न्ही मिल्या, इस करकै के जो घटना होई थी उसकै कारण सारे आदमी परमेसवर की बड़ाई करै थे। \p \v 22 वो माणस जो अचम्भै के काम तै ठीक होया था, चाळीस बरस तै घणी उम्र का था। \s बिश्वासियाँ की प्रार्थना \p \v 23 वे छुट कै अपणे साथियाँ कै धोरै आए, अर जो कीमे प्रधान याजकां अर यहूदी अगुवां नै उनतै कह्या था, उन ताहीं सुण्या दिया। \v 24 न्यू सुणकै उननै एक मन होकै ठाड्डू आवाज तै परमेसवर तै कह्या, “हे माल्लिक,” तू वोए सै जिसनै सुर्ग अर धरती अर समुन्दर अर जो कीमे उन म्ह सै बणाया सै। \v 25 तन्नै पवित्र आत्मा के जरिये अपणे सेवक म्हारे पूर्वज दाऊद के मुँह तै कह्या, “दुसरी जात्तां नै रोळा क्यांतै मचाया? अर देश-देश के माणसां नै क्यांतै बेकार म्ह बात सोच्ची?” \p \v 26 प्रभु अर उसके अभिषिक्‍त के बिरोध म्ह धरती के राजा खड़े होए, अर हाकिम एक-सेत्ती कट्ठे होए। \p \v 27 “क्यूँके साच्चए तेरै सेवक यीशु कै बिरोध म्ह, जिसका तन्नै अभिषेक करया, हेरोदेस अर पुन्तियुस पिलातुस भी दुसरी जात्तां अर इस्राएलियाँ कै गेल्या इस नगर म्ह कट्ठे होए, \v 28 के जो कीमे पैहल्या तै तेरी सामर्थ अर बुद्धि तै ठहरा था वोए करै। \v 29 इब हे प्रभु, उनकी धमकियाँ नै सुण, अर अपणे दास्सां ताहीं यो वरदान दे के तेरा वचन बड़ी हिम्मत तै सुणावै। \v 30 ठीक करण कै खात्तर तू अपणा हाथ बढ़ा के चमत्कार अर अनोक्खे काम तेरे पवित्र सेवक यीशु कै नाम तै करे जावैं।” \p \v 31 जिब उननै प्रार्थना कर ली, तो वा जगहां जित वे कट्ठे थे काम्बगी, अर वे सारे पवित्र आत्मा तै भरगे, अर परमेसवर का वचन हिम्मत तै सुणान्दे रए। \s बिश्वासियाँ का सामूहिक जीवन \p \v 32 बिश्वास करण आळा का टोळ एक चित्त अर एक मन का था, उरै ताहीं के कोए भी अपणी सम्पत्ति अपणी न्ही कहवै था, पर सारा कीमे साझ्झै म्ह था। \v 33 प्रेरित बड़ी सामर्थ तै प्रभु यीशु के जिन्दा होण की गवाही देन्दे रहे, अर उन सारया पै घणा अनुग्रह था। \v 34 अर उन बिश्वासियाँ म्ह कोए भी गरीब कोनी था, क्यूँके जिनकै धोरै धरती या घर थे, वे उननै बेच-बेचकै, बिकी होई चिज्जां का दाम ल्यावै थे, अर उस ताहीं प्रेरितां के पायां म्ह धरै थे। \v 35 अर जिसी जिसकी जरूरत होवै थी, उसकै मुताबिक हरेक ताहीं बांड दिया करै थे। \p \v 36 यूसुफ नाम का साइप्रस टापू का एक लेवी था जिसका नाम प्रेरितां नै बरनबास (यानिके उत्साहित करण आळा) धरया था। \v 37 उसकी कीमे धरती थी, जिस ताहीं उसनै बेच्या, अर दाम के रपिये प्रेरितां के पायां म्ह धर दिए। \c 5 \s हनन्याह अर सफीरा \p \v 1 हनन्याह नाम का एक माणस अर उसकी घरआळी सफीरा नै अपणी कुछ जमीन बेच्ची \v 2 अर उसकै दाम म्ह तै कुछ अपणे खात्तर राख लिया, अर या बात उसकी घरआळी भी जाणै थी, उसका एक हिस्सा ल्याकै प्रेरितां के पायां कै आग्गै धर दिया। \v 3 पतरस बोल्या, “हे हनन्याह! शैतान नै तेरै मन म्ह या बात क्यांतै घाल्ली के तू पवित्र आत्मा तै झूठ बोल्लै, अर जमीन के दाम म्ह तै कीमे राख लेवै? \v 4 के बेचण तै पैहल्या वा जमीन के तेरी कोनी थी? अर जिब बिकगी तो उस धन पै तेरा हक कोनी था? तन्नै या बात अपणे मन म्ह क्यांतै सोच्ची? तन्नै माणसां तै न्ही, पर परमेसवर तै झूठ बोल्या सै।” \p \v 5 या बात सुणदए हनन्याह जमीन पै गिर पड्या अर जी लिकड़ग्या, सारे सुणन आळे घणे डरगे। \v 6 फेर जवानां नै उठकै उसकी अर्थी बणाई अर बाहरणै ले जाकै गाड़ दिया। \p \v 7 करीबन तीन घंटा कै पाच्छै उसकी घरआळी, जिसनै बेराए कोनी था जो कीमे होया था, भीत्त्तर आई। \v 8 फेर पतरस नै उसतै कह्या, “मन्नै बता के थम दोनुआं नै वा जमीन इतनै ए म्ह बेच्ची थी?” वा बोल्ली, “हाँ, इतनै ए म्ह।” \p \v 9 पतरस नै उसतै कह्या, “या के बात सै के थम दोनुआं नै प्रभु की आत्मा ताहीं परखण खात्तर एक्का करया? लखा, तेरै धणी नै गाड्डण आळे बाहरणै ए खड़े सै, अर तन्नै भी बाहरणै ले जावैंगे।” \p \v 10 फेर वा जिब्बे उसकै पायां म्ह गिर पड़ी, अर जी लिकड़ग्या, अर जवानां नै भीत्त्तर आकै उस ताहीं मरया पाया, अर बाहरणै ले जाकै उसकै धणी गेल्या उस ताहीं गाड़ दिया। \v 11 सारी यरुशलेम की कलीसिया अर इन बात्तां के सारे सुणनियें घणे डरगे। \s चमत्कार अर अनोक्खे काम \p \v 12 प्रेरितां के जरिये घणे चमत्कार अर अनोक्खे काम आदमियाँ कै बिचाळै दिखाए जावैं थे, अर वे सारे एक चित्त होकै सुलैमान के बरामदे म्ह कट्ठे होया करै थे। \v 13 पर औरां म्ह तै किसे और की या हिम्मत कोनी होवै थी के उन म्ह जा मिलै, फेर भी आदमी उनकी बड़ाई करै थे। \v 14 प्रभु म्ह बिश्वास करण आळी की गिणती बढ़ती गई भोत घणे बिश्वासी प्रभु म्ह आ मिले, लोग-लुगाईयाँ का एक भोत बड़ा टोळ बणग्या। \v 15 जो प्रेरित करै थे, उसकी बजह तै माणस, बीमारां ताहीं सड़कां पै ल्या-ल्याकै, खाट-खटोल्यां पै लिटा देवैं थे, के जिब पतरस आवै, तो उसकी छाया-ए उन म्ह तै किसे पै पड़ जावै। \v 16 यरुशलेम नगर कै लोवै-धोवै के नगरां तै भी घणे माणस बीमारां अर भुंडी ओपरी आत्मायाँ के सताए होया ताहीं चेल्यां कै धोरै ल्या-ल्याकै, कट्ठे होवै थे, अर सारे ठीक कर दिए जावैं थे। \s प्रेरितां की गिरफ्तारी \p \v 17 फेर महायाजक अर उसके सारे मित्तर जो सदूकियाँ के पंथ के थे, प्रेरितां तै जळण लाग्गे। \v 18 अर प्रेरितां ताहीं पकड़कै जेळ म्ह बन्द कर दिया। \v 19 पर रात नै प्रभु के एक सुर्गदूत नै जेळ के किवाड़ खोल कै उन ताहीं बाहरणै ल्याकै कह्या, \v 20 “जाओ, मन्दर म्ह खड़े होकै अनन्त जीवन की सारी बात आदमियाँ ताहीं सुणाओ।” \p \v 21 वे न्यू सुणकै सबेरा होंदए मन्दर म्ह जाकै उपदेश देण लाग्गे। फेर महायाजक अर उसके मित्तरां नै आकै बड्डी सभा ताहीं इस्राएलियाँ के सारे बुजुर्गां ताहीं कट्ठे करया, अर जेळ म्ह कुह्वा भेज्या के उन ताहीं ल्याओ। \v 22 पर मन्दर के पैहरेदारां नै उड़ै पोहचकै उन ताहीं जेळ म्ह कोन्या पाया, अर बोहड़कै संदेशां दिया, \v 23 “हमनै जेळ ताहीं घणी चौकसी तै भेड़ राख्या था, अर पैहरेदारां ताहीं बाहरणै दरवाज्यां पै खड़े पायां, पर जिब खोल्या, तो भीत्त्तर कोए ना मिल्या।” \v 24 जिब मन्दर के सरदार अर प्रधान याजकां नै या खबर सुणी, तो वे घबरागे थे, अर वे यो बिचार करण लाग्गे के इन बात्तां का नतिज्जा के होगा! \p \v 25 इतनै म्ह किसे नै आकै उन ताहीं बताया, “देक्खो, जिन ताहीं थमनै जेळ म्ह बन्द कर राख्या था, वे माणस मन्दर म्ह खड़े होकै आदमियाँ नै उपदेश देण लागरे सै।” \v 26 फेर सरदार, पैहरेदारां कै गेल्या ओड़ै जाकै, प्रेरितां ताहीं बड़ी सभा कै स्याम्ही लीआया, पर हंगे तै न्ही, क्यूँके वे आदमियाँ तै डरै थे के कदे म्हारै पै पत्थर ना बरसा देवैं। \p \v 27 फेर महायाजक नै उनतै बुझ्झया, \v 28 “के हमनै थारै ताहीं चिताकै हुकम न्ही दिया था के थम इस नाम तै उपदेश ना करियो? फेरभी, थमनै सारे यरुशलेम नगर ताहीं अपणे उपदेश तै भर दिया सै अर उस माणस की हत्या का कसूर थम म्हारै पै लगाणा चाहो सो।” \p \v 29 फेर पतरस अर दुसरे प्रेरितां नै जबाब दिया, “माणसां के हुकम तै बढ़कै परमेसवर के हुकम का पालन करणा ए म्हारा फर्ज सै। \v 30 म्हारै पूर्वजां कै परमेसवर नै यीशु ताहीं मुर्दां म्ह तै जिन्दा करया, जिस ताहीं थमनै क्रूस पै लटकाकै मार दिया था। \v 31 उस्से ताहीं परमेसवर नै प्रभु अर उद्धारकर्ता ठैहराया अर परमेसवर नै मसीह यीशु ताहीं अपणे सोळे हाथ कान्ही बैठाया, ताके इस्राएल के माणस पाप करणा छोड़ दे, अर अपणे पापां खात्तर उन ताहीं माफी मिल सकै। \v 32 हम इन बात्तां के गवाह सां अर उस्से तरियां पवित्र आत्मा भी, जिस ताहीं परमेसवर नै उन ताहीं दिया सै जो उनका हुकम मान्नै सै।” \p \v 33 मन्दर के सरदार अर प्रधान याजकां या बात सुणकै जळगे, अर प्रेरितां ताहीं मारणा चाह्या। \v 34 पर गमलीएल नामक एक फरीसी नै जो शास्त्री अर सारे आदमियाँ म्ह आद्दर-मान राक्खै था, अदालत म्ह खड़े होकै प्रेरितां ताहीं माड़ी वार कै खात्तर बाहरणै करण का हुकम दिया। \v 35 फेर वो बोल्या, “हे इस्राएलियों, थम जो कीमे इन माणसां तै करणा चाहवो सो, सोच-समझकै करणा। \v 36 इन दिनां तै पैहल्या थियूदास भी दावा करै था के मै भी कीमे सूं, अर तकरीबन चार सौ माणस उसकै चेल्लें बणगे, पर वो मारया गया, अर उस ताहीं मानण आळे सब लोग बिखरगे अर उनका नामो निशान भी कोनी रह्या। \v 37 उसकै पाच्छै नाम लिखाई के दिनां म्ह गलीलवासी यहूदा आया, अर कई आदमी अपणी ओड़ कर लिये, वो भी मर ग्या, अर जितने आदमी उसनै मान्नै थे, सारे तित्तर-बित्तर होग्ये। \v 38 ज्यांतै मै थारै तै कहूँ सूं, इन माणसां तै दूर ए रहो अर इनतै कीमे काम ना राक्खो, क्यूँके जै यो धरम या काम माणसां की ओड़ तै हो फेर तो मिट जावैगा। \v 39 पर जै परमेसवर की ओड़ तै सै, तो थम उन ताहीं कदे भी न्ही मिटा सकदे। कदे इसा ना हो के थम परमेसवर तै भी लड़णआळे ठहरो।” फेर उननै उसकी बात मान ली। \p \v 40 अर प्रेरितां ताहीं बुलाकै छितवाया, अर यो हुकम देकै छोड़ दिया के यीशु कै नाम तै दुबारा कोए बात ना करणा। \p \v 41 वे इस बात तै राज्जी होकै बड्डी सभा कै स्याम्ही तै चले गये, के हम यीशु कै नाम कै खात्तर बेईज्जत होण कै जोग्गे तो ठहरे। \v 42 वे हरेक दिन मन्दर म्ह अर घर-घर म्ह उपदेश करण तै, अर इस बात का सुसमाचार सुणान तै के यीशु ए मसीह सै न्ही रुके। \c 6 \s सात सेवकां का छाट्या जाणा \p \v 1 उन दिनां म्ह जिब चेल्यां की गिणती घणी बधण लाग्गी, फेर यूनानी भाषा बोल्लण आळे यहूदी चेल्यां नै इब्रानी भाषा बोल्लण आळे यहूदी चेल्यां पै बिरड़ाण लाग्गे, के हरेक दिन पईसा अर खाणे के मामले म्ह म्हारी बिधवायाँ की सुध कोनी ली जान्दी। \v 2 फेर उन बारहां चेल्यां नै उन बिश्वासियाँ ताहीं जो यरुशलेम म्ह थे, अपणे धोरै बुलाकै कह्या, “न्यू ठीक कोनी के हम परमेसवर का वचन छोड़कै खिलाण-पिलाण की सेवा म्ह रह्वां। \v 3 इस करकै, हे बिश्वासी भाईयो, अपणे म्ह तै सात बढ़िया नाम्मी माणसां ताहीं जो पवित्र आत्मा अर बुद्धि तै भरे हो, जिनके बारें म्ह सब नै बेरा हो, छाँट ल्यो, के हम उननै इस काम पै ला देवां। \v 4 पर हम तो प्रार्थना म्ह अर वचन के प्रचार अर शिक्षा देण की सेवा म्ह लाग्गे रहवांगें।” \p \v 5 या बात सारे टोळ नै आच्छी लाग्गी, अर उननै स्तिफनुस नामक एक माणस ताहीं जो बिश्वास अर पवित्र आत्मा तै भरया था, अर फिलिप्पुस, अर प्रुखुरुस, अर नीकानोर, अर तीमोन, अर परमिनास, अर अन्ताकियावासी नीकुलाउस ताहीं जो यहूदी पंथ म्ह आ ग्या था, छाँट लिया। \v 6 इन ताहीं प्रेरितां कै स्याम्ही ल्याए अर उननै प्रार्थना करकै उनपै हाथ धरे, ताके वे उस काम नै करै। \p \v 7 परमेसवर का वचन फैलदा गया अर यरुशलेम नगर म्ह चेल्यां की गिणती घणी बढ़दी गई, अर भोत सारे यहूदी याजक भी प्रभु यीशु के सुसमाचार पै बिश्वास करकै मानणआळे होगे। \s स्तिफनुस की गिरफ्तारी \p \v 8 स्तिफनुस अनुग्रह अर सामर्थ तै भरया-पूरा होकै आदमियाँ म्ह बड्डे-बड्डे अनोक्खे काम अर चमत्कार दिखाया करै था। \v 9 फेर वो आराधनालय म्ह तै जो लिबिरतिनों की कुह्वावै थी, अर कुरेनी अर सिकन्दरिया अर किलिकिया अर आसिया परदेस के आदमियाँ म्ह तै कई माणस उठकै स्तिफनुस तै बहसण लाग्गे। \v 10 पर उस ज्ञान अर उस पवित्र आत्मा का जिसतै वो बात करै था, वे सामणा न्ही कर सके। \p \v 11 इसपै उननै कई आदमियाँ ताहीं उकसाया जो कहण लाग्गे, “हमनै इस ताहीं मूसा नबी अर परमेसवर कै बिरोध म्ह बुराई की बात कहन्दे होए सुण्या सै।” \p \v 12 उननै नै स्तिफनुस के बिरुध्द माणसां, यहूदी अगुवां अर शास्त्रियाँ ताहीं उकसाया अर आकै उस ताहीं पकड़कै बड्डी सभा कै स्याम्ही ले गये। \v 13 अर उननै झूठ्ठे गवाह खड़े करे, जिननै स्तिफनुस पै यो इलजाम लगाकै, कह्या, “यो माणस इस पवित्र जगहां अर मूसा के नियम-कायदे कै बिरोध म्ह बुराई करणा न्ही छोड़दा। \v 14 क्यूँके हमनै उस ताहीं न्यू कहन्दे सुण्या सै के योए यीशु नासरी\f + \fr 6:14 \ft नासरत का यीशु \f* इस मन्दर नै गेर देवैगा, अर उन रिवाज्जां नै बदल देवैगा जो मूसा नबी नै म्हारै ताहीं सौंपी सै।” \p \v 15 फेर सारे आदमियाँ नै बड्डी सभा म्ह बैट्ठे थे, उसपै निगांह गड़ाई तो उसका मुँह सुर्गदूत जिसा दिख्या। \c 7 \s स्तिफनुस का भाषण \p \v 1 फेर महायाजक नै बुझ्झया, “के यो इलजाम साच सै?” \p \v 2 स्तिफनुस बोल्या, “हे भाईयो, अर बुजुर्गों सुणो। म्हारा पूर्वज अब्राहम हारान नगर म्ह बसण तै पैहल्या जिब वो मेसोपोटामिया परदेस म्ह था, तो तेजोमय परमेसवर नै उस ताहीं दर्शन दिया, \v 3 अर उसतै बोल्या, ‘तू अपणे देश अर अपणे कुण्बे म्ह तै लिकड़कै उस देश म्ह जा, जिस ताहीं मै तन्नै दिखाऊँगा।’” \p \v 4 फेर वो कसदियो\f + \fr 7:4 \ft यह वो जगहां है जहाँ चाल्दे लोग रहते थे और यो मेसोपोटामिया का दुसरा नाम भी है।\f* के देश तै लिकड़कै हारान नगर म्ह जा बस्या। उसकै पिता की मौत कै पाच्छै परमेसवर नै उस ताहीं ओड़ै तै इस देश म्ह ल्याकै बसाया जिसम्ह इब हम बसां सां, \v 5 अर उस ताहीं कुछ भी विरासत न्ही दी, बल्के पैर धरण भर की भी उस म्ह जगहां कोनी देई, पर परमेसवर नै वादा करया, के मै यो देश तेरै अर तेरै बाद तेरै वंश कै हाथ कर द्यूँगा, हालाकि उस बखत उसकै कोए बेट्टा कोनी था। \v 6 अर परमेसवर नै यो भी कह्या, “वे लोग उननै गुलाम बणा लेंगे, अर चार सौ साल ताहीं उनकै गेल भुंडा बरताव करैगें।” \v 7 फेर परमेसवर नै यो भी कह्या, “के जिस जात के वे गुलाम होवैंगें, उस ताहीं म्ह सजा देऊँगा, अर इसकै बाद वे लिकड़कै इस्से देश म्ह मेरी भगति करैंगें।” \v 8 अर परमेसवर नै अब्राहम कै गेल खतनै का करार करया, जिब अब्राहम के बेट्टे इसहाक का जन्म होया, तो आंठ्वै दिन उसका खतना करया गया, अर इसहाक तै याकूब अर याकूब तै बारहां कुलपति पैदा होए। \p \v 9 “कुलपतियाँ नै अपणे भाई यूसुफ तै जळण करकै उस ताहीं मिस्र देश जाण आळा ताहीं बेच्या। पर परमेसवर उसकै गेल्या था, \v 10 अर परमेसवर नै यूसुफ ताहीं उसके सारे क्लेशां तै छुड़ाकै मिस्र देश कै राजा फिरौन की निगांह म्ह अनुग्रह अर बुद्धि प्रदान करी, अर फिरौन नै उस ताहीं मिस्र देश पै अर अपणे सारे घर पै हाकिम बणा दिया। \p \v 11 “जिब यूसुफ मिस्र देश का हाकिम था, तो सारे मिस्र देश अर कनान देश म्ह अकाळ पड़ ग्या, जिसतै हरेक जगहां हाहाकार माचग्या, अर म्हारे पूर्वजां ताहीं नाज कोनी मिलै था। \v 12 पर याकूब नै न्यू सुणकै के मिस्र देश म्ह नाज सै, म्हारे पूर्वजां नाज मोल लेण खात्तर पैहली बार भेज्या। \v 13 जिब वे दुसरी बार नाज मोल लेण खात्तर गये, तो यूसुफ नै खुद ताहीं अपणे भाईयाँ पै जाहिर करया, अर यूसुफ के परिवार के बारें म्ह फिरौन नै बेरा पाटग्या। \v 14 फेर यूसुफ नै अपणे बाप याकूब अर अपणे साबतै कुण्बे ताहीं, जो पचत्तर माणस थे, बुलवा भेज्या। \v 15 फेर याकूब मिस्र देश गया, अर कुछ साल्लां बाद ओड़ै वो अर म्हारे पूर्वज मरग्ये। \v 16 उनकी लाश शकेम नगर म्ह पहुँचाकै उस कब्र म्ह धरे गये, जिस ताहीं अब्राहम नै चाँदी देकै शकेम नगर म्ह हमोर की ऊलाद तै मोल लिया था।” \p \v 17 “पर जिब उस वादा के पूरे होण का बखत लोवै आया जो परमेसवर नै अब्राहम तै करी थी, तो मिस्र देश म्ह वे आदमी बढ़ग्ये अर घणे होग्ये। \v 18 फेर मिस्र देश म्ह दुसरा राजा होया जो यूसुफ ताहीं कोनी जाणै था। \v 19 उसनै म्हारे जात्ति भाईयाँ तै हेरा-फेरी करकै म्हारे पूर्वजां कै गेल्या उरै ताहीं भुंडा बीवार करया, के अपणे माँ-बाप नै अपणे बाळकां ताहीं बगाणे पड़गे, के एक भी बाळक जिन्दा ना रहवैं। \p \v 20 “उस बखत मूसा नबी पैदा होया। वो परमेसवर की निगांह घणा म्ह सुथरा था। वो तीन महिन्ने ताहीं अपणे बाप कै घरां लुह्क कै पाळया गया। \v 21 जिब उसके परिवारां आळे उस ताहीं और न्ही लह्को सके, तो उननै मूसा ताहीं अनाथ छोड़ दिया, तो फिरौन की बेट्टी नै उस ताहीं ठा लिया, अर अपणा बेट्टा करकै पाळया। \v 22 मूसा नबी नै मिस्र देश की सारी विद्या पढ़ाई गई, अर वो बोलण म्ह अर काम करण म्ह, दोनुआ म्ह सामर्थी था।” \p \v 23 “जिब मूसा नबी चाळीस साल का होया, तो उसकै मन म्ह आया के मै अपणे इस्राएली भाईयाँ तै मिलूं। \v 24 उसनै एक इस्राएली माणस पै जुल्म होंदे देखकै उस ताहीं बचाया, अर उस मिस्री आदमी ताहीं मारकै सताए होए का बदला लिया। \v 25 मूसा नै सोच्या के उसके भाई-बन्धु जाण जावैंगे के उन ताहीं गुलामी तै छुटकारा दुआण खात्तर परमेसवर उसका इस्तमाल करण लाग रह्या सै, पर वे इस ताहीं समझ कोनी पाये। \v 26 दुसरे दिन जिब वे आप्पस म्ह लड़ै थे, तो वो उड़ै तै आण लिकड़या, अर न्यू कहकै उननै मेल करण कै खात्तर समझाया, ‘हे भले माणसों, थम तो भाई-भाई सो, एक दुसरे पै क्यांतै जुल्म करो सो?’” \p \v 27 “पर जो अपणे पड़ोसी पै जुल्म करै था, उसनै उस ताहीं न्यू कहकै धक्का दिया, ‘तेरै ताहीं किसनै म्हारै पै हाकिम अर न्यायाधीश ठहराया सै? \v 28 के जिस ढाळ तै तन्नै काल उस मिस्री आदमी ताहीं मार दिया मन्नै भी मार देणा चाहवै सै?’ \v 29 या बात सुणकै मूसा नबी डरकै भाज्या अर मिधान देश म्ह परदेशी होकै रहण लाग्या, अर ओड़ै उसके दो बेट्टे पैदा होए।” \p \v 30 “जिब मूसा ताहीं ओड़ै रहन्दे पूरे चाळीस साल बीतगे, तो परमेसवर नै एक सुर्गदूत के रूप म्ह सिनै पहाड़ के बण म्ह उस ताहीं बळदी होई झाड़ी की ज्वाला म्ह दर्शन दिया। \v 31 मूसा नबी नै यो बळदी होई झाड़ी का दर्शन देखकै हैरानी होई, अर जिब देखण खात्तर लोवै गया, तो प्रभु का शब्द होया, \v 32 ‘मै तेरै पूर्वज, अब्राहम, इसहाक, याकूब का परमेसवर सूं,’ फेर मूसा नबी डर के मारे काम्बग्या, उरै ताहीं के उसनै देखण की हिम्मत भी कोनी होई।” \p \v 33 “फेर प्रभु नै मूसा नबी तै कह्या, ‘अपणे पायां तै जुत्ती उत्तार ले, क्यूँके जिस जगहां तू खड्या सै, वा पवित्र धरती सै। \v 34 मन्नै साच्ये अपणे आदमियाँ की जो मिस्र देश म्ह सै, भुन्ड़ी हालत देक्खी सै, अर उनकी आह अर उनका रोणा सुण्या सै, ज्यांतै उन ताहीं छुड़ाण कै खात्तर उतरया सूं। इब आ, मै तन्नै मिस्र देश भेज्जूंगा।’” \p \v 35 “जिस मूसा नबी ताहीं उननै न्यू कहकै नकारा दिया था, ‘तेरै ताहीं किसनै म्हारै पै हाकिम अर न्यायाधीश ठहराया सै?’ उस्से ताहीं परमेसवर नै हाकिम अर छुड़ाण आळा ठहराकै उस सुर्गदूत के जरिये जिसनै उस ताहीं झाड़ी म्ह दर्शन दिया था, भेज्या। \v 36 योए माणस मिस्र देश अर लाल समुन्दर अर जंगळ म्ह चाळीस साल ताहीं अनोक्खे काम अर चमत्कार दिखा-दिखाकै उन ताहीं लिकाड़ ल्याया।” \p \v 37 यो वोए मूसा नबी सै, जिसनै इस्राएल के माणसां तै कह्या, “परमेसवर थारे भाईयाँ म्ह तै थारै खात्तर मेरै जिसा एक नबी ठावैगा। \v 38 यो वोए सै, जो जंगळ म्ह इस्राएली मण्डळी कै बिचाळै उस सुर्गदूत के साथ सिनै पहाड़ पै उसतै बात करी, अर म्हारे पूर्वजां कै गेल्या था, उस्से ताहीं जिन्दा वचन मिल्या के म्हारै ताहीं पोहोचाए।” \p \v 39 पर म्हारे पूर्वजां नै उसकी मानणी कोनी चाह्यी, बल्के उस ताहीं हटाकै अपणे मन मिस्र देश की ओड़ पलटे, \v 40 अर मूसा नबी कै भाई हारुन तै, कह्या, म्हारै खात्तर इसे देवते बणा, जो म्हारै आग्गै-आग्गै चाल्लै, क्यूँके यो मूसा नबी जो हमनै मिस्र देश तै लिकाड़ ल्याया, हमनै न्ही बेरा के उसकै के होया? \v 41 उन दिनां म्ह उननै एक बाछड़ै की मूर्ति बणाकै उसकै आग्गै बलि चढ़ाई, अर अपणे हाथ्थां तै बणाई होई मूर्ति तै मग्न होण लाग्गे। \v 42 इस खात्तर परमेसवर नै मुँह मोड़कै उन ताहीं छोड़ दिया, के अकास के सूरज चाँद सितारां ताहीं परमेसवर मानकै पुजै, जिसा नबियाँ की किताब म्ह लिख्या सै, “हे इस्राएल के घराने, के थम जंगळ म्ह चाळीस साल ताहीं पशुबलि अर अन्नबलि मेरै ताहीं ए चढ़ान्दे रहे?” \p \v 43 “थम उस तम्बू ताहीं जिस म्ह मोलेक देवता की मूर्ति अर अपणे रिफान देवता, के तारे नै लिये फिरे, यानिके उन मूरतां ताहीं जिन ताहीं थमनै आराधना करण कै खात्तर बणाया था। इस करकै मै थारै ताहीं बेबीलोन देश तै परली ओड़ ले जाकै बसाऊँगा।” \p \v 44 “मिलाप आळे तम्बू की जंगळ-बियाबान म्ह म्हारै पूर्वजां कै बिचाळै था, जिसा उसनै ठहराया जिसनै मूसा नबी तै कह्या, ‘जो रूप तन्नै देख्या सै, उसकै मुताबिक इसनै बणा।’ \v 45 उस्से तम्बू नै म्हारे पूर्वज पाच्छले बखत तै पाकै यहोशू कै गेल्या उरै लियाये, जिस बखत के उननै उन दुसरी जात्तां पै हक पाया, जिन ताहीं परमेसवर नै म्हारै पूर्वजां कै स्याम्ही तै लिकाड़ दिया, अर वो तम्बू राजा दाऊद के बखत ताहीं रहया। \v 46 दाऊद पै परमेसवर नै अनुग्रह करया, राजा दाऊद नै याकूब के परमेसवर कै खात्तर रहण की जगहां बणाण की बिनती करी। \v 47 पर उसके बेट्टे राजा सुलैमान नै उसकै खात्तर घर बणाया।” \p \v 48 पर परमप्रधान हाथ के बणाए होए घरां म्ह कोनी रहन्दा, जिसा के यशायाह नबी की किताब म्ह कह्या, \p \v 49 “परमेसवर कहवै सै, सुर्ग मेरा सिंहासन अर धरती मेरी पायां तळै की पीढ़ी सै, मेरै खात्तर थम किस ढाळ का घर बणाओगे? अर मेरै आराम का कौण-सी जगहां होवैगी?” \p \v 50 के ये सारी चीज मेरे जरिये न्ही बणाई गई सै? \p \v 51 “हे जिद्दी, अर मन अर कान के खतनारहित आदमियो, थम सारी हाण पवित्र आत्मा का बिरोध करो सो। जिसा थारे पूर्वज करै थे, उस्से तरियां ए थम भी करो सो। \v 52 के कोए इसा भी नबी था, जिस ताहीं थारे पूर्वजां नै न्ही सताया हो? उननै तो उस ताहीं भी मार दिया, जिननै भोत पैहले ए तै उस मसीहा के आण की मुनाद्दी कर दी थी, जिस ताहीं इब थमनै धोक्खे तै पकड़वा दिया अर मार दिया। \v 53 थमनै सुर्गदूत्तां कै जरिये ठहराये होए नियम-कायदे तो पाए, पर उसका पालन कोनी करया।” \s स्तिफनुस पै पथराव \p \v 54 ये बात सुणकै यहूदी अगुवें छो म्ह भरगे अर स्तिफनुस पै दाँत पिस्सण लाग्गे। \v 55 पर उसनै पवित्र आत्मा तै पूरी तरियां भरकै सुर्ग की ओड़ देख्या अर परमेसवर की महिमा ताहीं अर यीशु नै परमेसवर के सोळी ओड़ खड्या देखकै \v 56 कह्या, “देक्खो, मै सुर्ग नै खुल्या होया, अर माणस के बेट्टे ताहीं परमेसवर कै सोळी ओड़ खड्या देखु सूं।” \p \v 57 फेर ये बात सुणते ए सुणन आळा नै चीखते होए अपणे कान्ना पै हाथ रख लिये, अर वे छो म्ह एक साथ उसपै टूट पड़े, \v 58 अर स्तिफनुस ताहीं यरुशलेम नगर कै बाहरणै लिकाड़कै उसपै पत्थर बरसाण लाग्गे। गवाहां नै अपणे लत्ते शाऊल नामक एक जवान कै पायां कै धोरै उतारकै धर दिए। \p \v 59 वे स्तिफनुस पै पत्थर बरसान्दे रहे, अर वो न्यू कहकै प्रार्थना करदा रह्या, “हे प्रभु यीशु, मेरी आत्मा ताहीं अपणा ले।” \v 60 फेर गोड्डे टेककै ठाड्डू आवाज म्ह रूक्का मारया, “हे प्रभु, यो पाप उनपै मतना ला।” अर न्यू उसनै अपणे प्राण दे दिए। \c 8 \s कलीसिया पै अत्याचार \p \v 1 शाऊल उसकै मारण म्ह सहमत था। उस्से दिन यरुशलेम नगर की कलीसिया म्ह घणा दंगा सरू होग्या अर प्रेरितां नै छोड़कै सारे के सारे यहूदा अर सामरिया परदेस म्ह खिंड-मिंड होग्ये। \v 2 कुछ परमेसवर भगतां नै स्तिफनुस ताहीं कब्र म्ह धरया अर उसकै खात्तर घणा बिलाप करया। \v 3 शाऊल कलीसिया नै सताण लागरया था, अर घर-घर म्ह बड़कै माणसां अर लुगाईयां ताहीं घिसड़ा-घिसड़ा कै जेळ म्ह गेरै था। \s सामरिया म्ह फिलिप्पुस का प्रचार \p \v 4 जो बिश्वासी खिंड-मिन्ड होए थे, वे सुसमाचार सुणान्दे होए हान्डे, \v 5 अर फिलिप्पुस सामरिया परदेस के एक नगर म्ह जाकै माणसां म्ह मसीह का प्रचार करण लाग्या। \v 6 जो बात फिलिप्पुस नै कही उन ताहीं आदमियाँ नै सुणकै अर जो चमत्कार वो दिखावै था उन ताहीं देख देखकै, एक चित्त होकै मन ल्याया। \v 7 क्यूँके घण-खरयां म्ह तै भुंडी ओपरी आत्मा ठाड्डू आवाज म्ह किल्की मारदी होई लिकड़ग्यी, अर घण-खरे लकवे के बीमार अर लंगड़े भी ठीक करे गये, \v 8 अर उस नगर म्ह घणी खुशी मनाई गई। \s जादूगर शमौन \p \v 9 उस नगर म्ह शमौन नाम का एक माणस था, जो जादू-टोणा करकै सामरिया परदेस के आदमियाँ नै हैरान करदा अर खुद ताहीं एक बड्ड़ा माणस बतावै था। \v 10 छोट्या तै लेकै बड्डयाँ ताहीं सारे उसका आद्दर करकै कहवै थे, “यो माणस परमेसवर की वा शक्ति सै, जो महान् कुह्वावै सै।” \v 11 उसनै घणे दिनां तै उन ताहीं अपणे जादू के काम्मां तै हैरान कर राख्या था, ज्यांतै वे उसकी घणी मान्नै थे। \v 12 पर जिब माणसां नै परमेसवर के राज्य अर यीशु मसीह के नाम का सुसमाचार, फिलिप्पुस के संदेस म्ह सुण्या, तो सारे माणसां अर लुगाईयाँ नै बिश्वास करया अर सब नै बपतिस्मा ले लिया। \v 13 फेर शमौन नै खुद भी फिलिप्पुस के संदेश का बिश्वास करया अर बपतिस्मा लेकै उसकै गेल्या रहण लाग्या। वो चमत्कार अर बड्डे-बड्डे सामर्थ के काम होंदे देखकै हैरान होवै था। \s सामरिया परदेस म्ह पतरस अर यूहन्ना \p \v 14 जिब प्रेरितां नै जो यरुशलेम नगर म्ह थे, सुण्या के सामरिया परदेस के माणसां नै परमेसवर का वचन मान लिया सै तो पतरस अर यूहन्ना ताहीं उनकै धोरै भेज्या। \v 15 उननै ओड़ै जाकै उनकै खात्तर प्रार्थना करी के पवित्र आत्मा पावै। \v 16 क्यूँके वो इब ताहीं इन म्ह तै किसे पै भी कोनी उतरया था, उननै तो सिर्फ प्रभु यीशु कै नाम तै बपतिस्मा लिया था। \v 17 फेर प्रेरितां नै उनपै हाथ धरे अर उननै पवित्र आत्मा पाया। \p \v 18 जिब शमौन नै देख्या के प्रेरितां कै हाथ धरण तै पवित्र आत्मा दिया जावै सै, तो उनकै धोरै रपिये ल्याकै कह्या, \v 19 “या शक्ति मन्नै भी द्यो, के जिस किसे पै हाथ धरुँ वो पवित्र आत्मा पावै।” \p \v 20 पतरस नै उसतै कह्या, “तेरे रपिये तेरै गेल्या नाश होज्या, क्यूँके तन्नै परमेसवर का दान रपियाँ तै मोल लेण का बिचार करया। \v 21 इस बात म्ह ना तेरा बान्डा सै, ना भाग, क्यूँके तेरा मन परमेसवर कै आग्गै सच्चा कोनी। \v 22 इस करकै अपणी इस बुरी सोच नै छोड़कै प्रभु तै प्रार्थना कर, हो सकै सै वो तेरे मन का यो बुरा बिचार माफ करदे। \v 23 क्यूँके मै देक्खूँ सूं के तू कड़वाहट तै भरया सै अर पाप के चुंगल म्ह फँसा सै।” \p \v 24 शमौन नै जबाब दिया, “थम मेरै खात्तर प्रभु तै प्रार्थना करो के जो बात थमनै कही, उन म्ह तै कोए भी मेरै पै न्ही आवै।” \p \v 25 आखर म्ह वे गवाही देकै प्रभु यीशु का वचन सुणाकै यरुशलेम नगर नै बोहड़गे, अर सामरिया के घण-खरे गाम्मां म्ह सुसमाचार सुणान्दे गये। \s फिलिप्पुस अर कूश देश का अधिकार \p \v 26 फेर प्रभु कै एक सुर्गदूत नै फिलिप्पुस तै कह्या, “उठ अर दक्षिण की ओड़ उस राह पै जा, जो यरुशलेम नगर तै गाज़ा नगर म्ह जावै सै।” यो बियाबान राह सै। \v 27 वो उठकै चल दिया, अर देक्खो, कूश देश का एक माणस आण लागरया था जो खोजा (किन्नर) अर कूशियों की राणी कन्दाके का मंत्री अर खजांची था। वो आराधना करण खात्तर यरुशलेम नगर म्ह आया था। \v 28 वो अपणे रथ पै बैठ्या होया था, अर यशायाह नबी की किताब पढ़दा होया बोहड़ण लागरया था। \v 29 फेर पवित्र आत्मा नै फिलिप्पुस ताहीं कह्या, “लोवै जाकै इस रथ कै गेल्या हो ले।” \p \v 30 फिलिप्पुस दौड़ कै रथ कै धोरै पोहचा अर उस ताहीं यशायाह नबी की किताब पढ़दे होए सुण्या, अर बुझ्झया, “तू जो पढ़ै सै, के उसनै समझै भी सै?” \p \v 31 वो बोल्या, “जिब ताहीं कोए मेरै ताहीं न्ही समझावै तो मै किस ढाळ समझूँ।” अर फिलिप्पुस तै बिनती करी के वो रथ पै चढ़कै उसकै धोरै बैट्ठै। \p \v 32 पवित्र ग्रन्थ का जो पाठ वो पढ़ै था, वो यो था: “वो भेड़ की ढाळ मारण खात्तर पोहचाया गया, अर जिस तरियां मेम्‍ना अपणे ऊन काट्टण आळा कै स्याम्ही बोल-बाल्ला रहवै सै, उस्से तरियां ए उसनै भी अपणा मुँह कोनी खोल्या।” \p \v 33 “उस ताहीं अपमानित करया गया अर उस ताहीं कोए न्याय न्ही मिल्या। उसकै बखत के माणसां का ब्यौरा कौण देवैगा? क्यूँके धरती तै उसका प्राण ठा लिया जावै सै।” \p \v 34 इसपै खोजे (किन्नर) नै फिलिप्पुस तै बुझ्झया, “मै तेरै तै बिनती करूँ सूं, न्यू बता के नबी यो किसकै बारै म्ह कहवै सै, अपणे या किसे दुसरे कै बारै म्ह?” \v 35 फेर फिलिप्पुस नै बताणा शुरू करया, अर इस्से पवित्र ग्रन्थ तै शुरू करकै उस ताहीं यीशु का सुसमाचार सुणाया। \p \v 36 राह म्ह चाल्दे-चाल्दे वे किसे तालाब कै धोरै पोहोचे। फेर खोजे नै कह्या, “लखा उरै पाणी सै, इब मन्नै बपतिस्मा लेण म्ह के रोक सै।” \v 37 फिलिप्पुस बोल्या, “जै तू साब्ते मन तै बिश्वास करै सै तो ले सकै सै।” उसनै जबाब दिया, “मै बिश्वास करूँ सूं के यीशु मसीह परमेसवर का बेट्टा सै।” \v 38 फेर उसनै रथ खड्या करण का हुकम दिया, अर फिलिप्पुस अर खोजा (किन्नर) दोन्नु तालाब म्ह बड़गे, अर उसनै खोजा (किन्नर) ताहीं बपतिस्मा दिया। \v 39 जिब वे पाणी म्ह तै लिकड़कै ऊपरान आये, तो प्रभु का आत्मा फिलिप्पुस ताहीं ठा लेग्या, अर खोजे नै उस ताहीं दुबारा न्ही देख्या, अर वो खुश था क्यूँके परमेसवर नै उस ताहीं बचा लिया सै। \v 40 फिलिप्पुस अशदोद नगर म्ह आ लिकड़या, अर जिब ताहीं कैसरिया नगर म्ह न्ही पोहुच्या, जिद ताहीं नगर-नगर सुसमाचार सुणान्दा गया। \c 9 \s शाऊल का हृदय-परिवर्तन \p \v 1 शाऊल जो इब ताहीं प्रभु यीशु के चेल्यां ताहीं धमकाण अर मारण की धुन म्ह था, महायाजक कै धोरै गया \v 2 अर उसतै दमिश्क नगर के आराधनालयाँ कै नाम पै इस बाबत म्ह चिट्ठियाँ माँगी के, के माणस, के लुगाई, जिन नै वो इस पंथ पै पावै उन ताहीं बाँधकै यरुशलेम नगर लियावै। \v 3 पर चाल्दे-चाल्दे जिब शाऊल अर उसके साथी दमिश्क नगर कै लोवै पोहुच्ये, तो चाणचक अकास तै उसकै चौगरदे नै चाँदणा चमक्या, \v 4 अर वो धरती पै पड़ग्या अर परमेसवर का यो शब्द सुण्या, “हे शाऊल, हे शाऊल, तू मन्नै क्यांतै सतावै सै?” \p \v 5 उसनै बुझ्झया, “हे प्रभु, तू कौण सै?” उसनै कह्या, “मै यीशु सूं, जिस ताहीं तू सतावै सै। \v 6 पर इब उठकै नगर म्ह जा, अर जो तन्नै करणा सै वो तेरै तै कह्या जावैगा।” \p \v 7 जो माणस उसकै गेल्या थे, वे हैरान रहग्ये, क्यूँके बोल तो सुणै थे पर किसे ताहीं देखै कोनी थे। \v 8 फेर शाऊल धरती पै तै उठ्या, पर जिब आँख खोल्ली तो उस ताहीं किमे कोनी दिख्या, अर वे उसका हाथ पकड़कै दमिश्क नगर म्ह ले गये। \v 9 वो तीन दिन ताहीं कोनी देख सक्या, अर ना खाया अर ना पीया। \p \v 10 दमिश्क नगर म्ह हनन्याह नामक एक चेल्ला था, उसतै प्रभु यीशु नै दर्शन म्ह कह्या, “हे हनन्याह!” वो बोल्या, “हाँ, प्रभु!” \p \v 11 फेर प्रभु नै उसतै कह्या, “उठकै उस गळी म्ह चल्या जा जो ‘सीध्धी’ कुह्वावै सै, अर यहूदा कै घर म्ह शाऊल नामक एक तरसुसवासी नै बुझ, क्यूँके देख, वो प्रार्थना करण लागरया सै, \v 12 अर उसनै दर्शन म्ह हनन्याह नामक एक माणस ताहीं भीत्त्तर आंदे अर अपणे उप्पर हाथ धरदे देख्या सै, ताके दुबारा आँखां की रोशनी पावै।” \p \v 13 हनन्याह नै जबाब दिया, “हे प्रभु, मन्नै इस माणस कै बारै म्ह घणाए तै सुण्या सै के इसनै यरुशलेम नगर म्ह तेरै आदमियाँ गेल्या बड्डी-बड्डी बुराई करी सै, \v 14 अर उरै भी इस ताहीं प्रधान याजकां की ओड़ तै हक मिल्या सै के जो माणस तेरे म्ह बिश्वास राक्खै सै, उन सारया नै बाँधकै यरुशलेम ले जा।” \p \v 15 पर प्रभु नै उसतै कह्या, “तू चल्या जा, क्यूँके वो तो दुसरी जात्तां अर राजाओं अर इस्राएलियों कै स्याम्ही मेरा नाम का प्रचार करण कै खात्तर छाट्या होया पात्र सै। \v 16 अर मै उसनै बताऊँगा, के मेरै बारें बताण कै खात्तर उसनै किसा-किसा दुख ठाणा पड़ैगा।” \p \v 17 फेर हनन्याह उठकै उस घर म्ह गया जड़ै शाऊल रुक्या था, अर उसपै अपणा हाथ धरकै कह्या, “हे भाई शाऊल, प्रभु, यानिके यीशु, जो उस राह म्ह, जिसतै तू आया तेरै ताहीं दिखया था, उस्से नै मेरै ताहीं भेज्या सै के तू दुबारा आँखां की रोशनी पावै अर पवित्र आत्मा तै भरया-पूरा हो जावै।” \v 18 अर जिब्बे उसकी आँखां तै छिल्के-से पड़े अर वो देखण लाग्या, अर उठकै बपतिस्मा लिया, \s दमिश्क नगर म्ह शाऊल का प्रचार \p \v 19 फेर खाणा खाकै हिम्मत पाई। शाऊल कई दिन उन चेल्यां कै गेल्या रहया जो दमिश्क नगर म्ह थे। \v 20 अर वो जिब्बे दमिश्क नगर के आराधनालयाँ म्ह यीशु का प्रचार करण लाग्या, के वो परमेसवर का बेट्टा सै। \v 21 सारे सुणण आळे हैरान होकै कहण लाग्गे, “के यो वोए माणस न्ही सै जो यरुशलेम नगर म्ह उन ताहीं जो यीशु मसीह के बिश्वासी थे, उनका नाश करया करै था, अर उरै भी इस्से खात्तर आया था, के उननै बाँधकै प्रधान याजकां कै धोरै ले जावै?” \v 22 पर शाऊल और भी सामर्थी होंदा गया, अर इस बात का सबूत दे-देकै, के मसीह यीशु-ए सै, दमिश्क नगर के रहणीये यहूदिया का मुँह बन्द करदा रहया। \p \v 23 जिब शाऊल नै ओड़ै रहन्दे होए भोत दिन बीतगे, तो यहूदियाँ नै मिलकै उस ताहीं मारण की साजस रची। \v 24 पर उनकी साजिस का शाऊल नै बेरा पाटग्या। वे तो उसनै मारण खात्तर रात-दिन फाटकां पै दाव म्ह लाग्गे रहवैं थे। \v 25 पर रात नै उसके चेल्यां नै उस ताहीं टोकरै म्ह बिठाया, अर दमिश्क नगर की चारदीवारी पै तै लटकाकै उतार दिया। \s यरुशलेम नगर म्ह शाऊल \p \v 26 यरुशलेम नगर म्ह पोहचकै शाऊल नै चेल्यां कै गेल्या मिल जाण की कोशिश करी, पर सारे उसतै डरै थे, क्यूँके उननै बिश्वास कोनी होवै था, के वो भी चेल्ला सै। \v 27 पर बरनबास नै उस ताहीं अपणे गेल्या प्रेरितां कै धोरै ले जाकै उन ताहीं बताया के इसनै किस ढाळ तै राह म्ह प्रभु यीशु ताहीं देख्या, अर यीशु नै इसतै बात करी, फेर दमिश्क नगर म्ह इसनै किस तरियां ढेठ तै यीशु कै नाम का प्रचार करया। \v 28 वो उनकै गेल्या यरुशलेम नगर म्ह आन्दा-जान्दा रहया \v 29 अर बेधड़क होकै प्रभु का नाम तै प्रचार करै था, अर यूनानी भाषा बोल्लणआळे यहूदियाँ कै गेल्या बोलचाल अर बहस करै था, पर वे उसनै मारण की कोशिश करण लाग्गे। \v 30 न्यू जाणकै भाई उस ताहीं कैसरिया नगर लिआये, अर तरसुस नै भेज दिया। \p \v 31 इस तरियां सारे यहूदा परदेस, अर गलील परदेस, अर सामरिया परदेस की कलीसिया नै चैन मिल्या, अर उसकी बढ़ोतरी होन्दी गई, अर वा प्रभु कै भय अर पवित्र आत्मा की शान्ति म्ह चाल्दी अर बढ़दी गई। \s लुद्दा नगर अर याफा नगर म्ह पतरस \p \v 32 फेर इसा होया के पतरस हरेक जगहां हांडदा होया, उन पवित्र आदमियाँ कै धोरै भी पोहुच्या जो लुद्दा नगर म्ह रहवैं थे। \v 33 ओड़ै उसनै एनियास नामक लकवे का रोग्गी एक माणस मिल्या, जो आठ साल तै खाट पै पड्या था। \v 34 पतरस नै उसतै कह्या, “हे एनियास! यीशु मसीह तन्नै ठीक करै सै। उठ, अपणा बिछाणा ठा।” फेर वो जिब्बे उठ खड्या होया। \v 35 फेर लुद्दा नगर अर शारोन के सारे रहणीये उस ताहीं देखकै प्रभु की ओड़ फिरे। \p \v 36 याफा नगर म्ह तबीता यानिके दोरकास नाम की एक बिश्वासण रहवै थी। वा घणे भले-भले काम अर दान करया करै थी। \v 37 उन्ने दिनां म्ह जिब पतरस लुद्दा नगर म्ह था, तो वा बीमार होकै मरग्यी, अर उननै उस ताहीं नुह्वाकै चुबारै पै धर लिया। \v 38 लुद्दा नगर याफा नगर कै धोरै था, चेल्यां नै न्यू सुणकै पतरस ओड़ै सै, दो माणस खन्दाकै उसतै बिनती करी, “म्हारै धोरै आण म्ह वार ना लावै।” \p \v 39 फेर पतरस उठकै उसकै गेल्या हो लिया, अर जिब वो पोहुच्या तो वे उसनै उस चौबारे म्ह ले गये। सारी बिधवां रोंदी होई उसकै धोरै आण खड़ी होई, अर जो कुड़ते अर लत्ते दोरकास नै उनकै गेल्या रहंदे होए बणाए थे, दिखाण लाग्गी। \p \v 40 फेर पतरस नै सारया ताहीं बाहरणै कर दिया, अर गोड्डे टेक कै प्रार्थना करी अर लाश की ओड़ लखाकै कह्या, “हे तबीता, उठ!” फेर उसनै अपणी आँख खोल दी, अर पतरस ताहीं देखकै उठ बैट्ठी। \v 41 उसनै हाथ देकै उस ताहीं ठाया, अर पवित्र आदमी अर बिधवायां ताहीं बुलाकै उस ताहीं जिन्दा दिखा दिया। \v 42 या बात साब्बत याफा नगर म्ह फैलग्यी, अर घण-खरयां नै प्रभु यीशु पै बिश्वास करया। \v 43 अर पतरस याफा नगर म्ह शमौन नामक किसे चमड़े का धन्धा करणीये कै उरै घणे दिनां ताहीं रहया। \c 10 \s कुरनेलियुस का पतरस ताहीं बुलवाणा \p \v 1 कैसरिया नगर म्ह कुरनेलियुस नाम का एक माणस था, जो इतालियानी नामक पलटन का सूबेदार था। \v 2 वो भगत था, अर अपणे साब्ते कुण्बे सुदा परमेसवर तै डरै था, अर गरीब यहूदी आदमियाँ ताहीं घणा दान देवै था, अर बराबर परमेसवर की प्रार्थना करै था। \v 3 उसनै दिन कै बजे कै लोवै दर्शन म्ह साफ तौर तै देख्या के परमेसवर का एक सुर्गदूत उसकै धोरै भीत्त्तर आकै कहवै सै, “हे कुरनेलियुस!” \p \v 4 कुरनेलियुस नै उस ताहीं गौर तै देख्या अर डरकै कह्या, “हे प्रभु, के हुकम सै?” उसनै उसतै कह्या, “तेरी प्रार्थनाएँ अर तेरे दान याद कै खात्तर परमेसवर कै स्याम्ही पोहोचे सै, \v 5 अर याफा नगर म्ह माणस खन्दाकै शमौन नै, जो पतरस कुह्वावै सै, बुलवा ले। \v 6 वो शमौन, चमड़े का धन्धा करण आळे कै उरै मेहमान सै, जिसका घर समुन्दर कै किनारै सै।” \p \v 7 जिब वो सुर्गदूत जिसनै उसतै बात करी थी चल्या गया, तो कुरनेलियुस नै दो नौक्कर, अर जो उसकै लोवै हाजिर रहया करै थे उन म्ह तै एक भगत सिपाही ताहीं बुलाया, \v 8 अर उन ताहीं सारी बात बताकै याफा नगर की ओड़ भेज्या, ताके पतरस ताहीं ले आवै। \s पतरस का दर्शन \p \v 9 दुसरै दिन जिब वे तीन आदमी जो कुरनेलियुस जरिये भेजे गये थे, चाल्दे-चाल्दे नगर कै धोरै पोहोचे, तो दोफारी कै लोवै पतरस छात पै प्रार्थना करण चढ़या। \v 10 उसनै भूख लाग्गी अर कुछे खाणा चाहवै था, पर जिब वे खाणा त्यार करै थे तो वो बेसुध होग्या, \v 11 अर उसनै देख्या, के अकास खुलग्या, अर एक बड्डी चाद्दर च्यारू कुणयां तै लटकदी होई, धरती की ओड़ उतरै सै। \v 12 जिस म्ह धरती के सारे ढाळ के चार पैरां आळे अर रेंगणेआळे जिनोर अर अकास के पंछी थे। \v 13 उसनै एक इसा बोल सुण्या, “हे पतरस उठ, मार अर खा।” \p \v 14 पर पतरस नै कह्या, “ना प्रभु, कती भी न्ही, क्यूँके मन्नै कदे कोए अशुध्द चीज न्ही खाई सै।” \p \v 15 फिर दुसरी बर उस ताहीं बोल सुणाई दिया “जो किमे परमेसवर नै शुद्ध कर दिया सै, उस ताहीं अशुध्द मतना कहवै।” \p \v 16 तीन बर इस तरियां ए होया, फेर जिब्बे वा चाद्दर अकास म्ह ठा ली गई। \p \v 17 जिब पतरस अपणे मन म्ह दुबिध्या म्ह था, के यो दर्शन जो मन्नै देख्या इसका के मतलब हो सकै सै, तो देक्खो, वे माणस जिन ताहीं कुरनेलियुस नै भेज्या था, शमौन कै घर का पता लगाकै दरबाजे पै आण खड़े होए, \v 18 अर रुक्का मारकै बुझ्झण लाग्गे, “के शमौन जो पतरस कुह्वावै सै, याड़ैए सै के?” \p \v 19 पतरस तो उस दर्शन पै सोचण ए लागरया था, के पवित्र आत्मा नै उसतै कह्या, “देख, तीन माणस तेरी टोह् म्ह सै। \v 20 आखर उठकै तळै जा, अर बेझिझक उनकै गेल्या हो ले, क्यूँके मन्नै ए उन ताहीं भेज्या सै।” \p \v 21 फेर पतरस नै उतरकै उन माणसां ताहीं कह्या, “देक्खो, जिसकी टोह् म्ह थम सो, वो मै सूं। थारै आण का के कारण सै?” \p \v 22 वे बोल्ले, “कुरनेलियुस सूबेदार जो धर्मी अर परमेसवर तै डरणआळा अर सारी यहूदी जात म्ह नाम्मी माणस सै, उसनै एक पवित्र सुर्गदूत तै यो निर्देश पाया सै के तेरै ताहीं अपणे घरां बुलाकै तेरै तै वचन सुणै।” \v 23 फेर उसनै उन ताहीं भीत्त्तर बुलाकै उनकी मेहमान-नवाजी करी। \s कुरनेलियुस कै घर म्ह पतरस \p दुसरे दिन वो उनकै गेल्या गया, अर याफा नगर के बिश्वासी भाईयाँ म्ह तै कुछ उसकै गेल्या हो लिए। \p \v 24 आगले दिन वे कैसरिया नगर पोहोचे, अर कुरनेलियुस अपणे कुण्बे आळा अर प्यारे साथियाँ ताहीं कट्ठा करकै उनकी बाट देखै था। \v 25 जिब पतरस भीत्त्तर आवै था, तो कुरनेलियुस उसतै फेट्या, अर उसकै पायां म्ह पड़कै उस ताहीं प्रणाम करया, \v 26 पर पतरस नै उस ताहीं ठा कै कह्या, “खड्या हो, मै भी तो माणस सूं।” \p \v 27 अर उसकै गेल्या बतळान्दा भीत्त्तर गया, अर घणे आदमियाँ ताहीं कट्ठे देखकै \v 28 पतरस नै उनतै कह्या, “थमनै बेरा सै के हम यहूदियाँ कै खात्तर गैर यहूदियाँ तै संगति करणा या उसकै उरै जाणा कानून के खिलाफ सै, पर परमेसवर नै मेरै तै बताया सै के किसे माणस ताहीं अपवित्र या अशुध्द ना कहूँ। \v 29 ज्यांतै मै जिब बुलाया गया तो बिना कुछ कहे चल्या आया। इब मै बुझ्झु सूं के मेरै ताहीं किस काम कै खात्तर बुलाया गया?” \p \v 30 कुरनेलियुस बोल्या, “इस्से घड़ी, पूरे चार दिन होए, मै अपणे घर म्ह दोफाहरै पाच्छै तीन बजे प्रार्थना करण लागरया था, तो एक माणस चमकीला बाणा पहरे होए, मेरै स्याम्ही आण खड्या होया \v 31 अर कहण लाग्या, ‘हे कुरनेलियुस, तेरी प्रार्थनाएँ अर तेरे दान याद कै खात्तर परमेसवर कै स्याम्ही पोहोचे सै। \v 32 इस करकै किसे नै याफा नगर खन्दाकै शमौन जो पतरस कुह्वावै सै, बुलवा ले। वो शमौन, चमड़े का धन्धा करण आळे कै उरै मेहमान सै, जिसका घर समुन्दर कै किनारै सै।’ \v 33 फेर मन्नै जिब्बे तेरै धोरै आदमी खन्दाए, अर तन्नै भला करया जो आ ग्या। इब हम सारे उरै परमेसवर कै स्याम्ही सां, ताके जो कीमे परमेसवर नै तेरै तै कह्या उस ताहीं सुणां।” \s पतरस का उपदेश \p \v 34 फेर पतरस बोल्या, “इब मेरै पक्का यकीन होग्या के परमेसवर किसे की मेर कोनी करदा, \v 35 बल्के हरेक जात म्ह जो परमेसवर तै डरै अर धरम के काम करै सै, वो उसनै भावै सै। \v 36 योए सै वो संदेश जिस ताहीं उसनै यीशु मसीह के जरिये शान्ति के सुसमाचार का उपदेश देते होए इस्राएल के माणसां ताहीं दिया था, वो सारया का प्रभु सै। \v 37 वो वचन थमनै बेरा सै, जो यूहन्ना के बपतिस्मा के प्रचार कै पाच्छै गलील परदेस तै सरू होकै साब्ते यहूदा परदेस म्ह फैलग्या। \v 38 परमेसवर नै किस तरियां तै यीशु नासरी ताहीं पवित्र आत्मा अर सामर्थ तै अभिषेक करया, वो भलाई करदा अर सारया ताहीं जो शैतान के सताए होड़ थे, आच्छा करदा फिरया, क्यूँके परमेसवर उसकै गेल्या था।” \p \v 39 “हम उन सारे काम्मां के गवाह सां, जो उसनै यहूदिया परदेस अर यरुशलेम नगर म्ह भी करे, अर उननै उस ताहीं क्रूस पै लटकाकै मार दिया। \v 40 उस ताहीं परमेसवर नै तीसरे दिन जिन्दा करया, अर जाहिर भी कर दिया सै, \v 41 सारे आदमियाँ पै न्ही बल्के उन गवाह पै जिन ताहीं परमेसवर नै पैहल्या तै छाँट लिया था, यानिके म्हारै पै जिन नै उसकै मरे होया म्ह तै जिन्दा उठण कै पाच्छै उसकै गेल्या खाया-पिया, \v 42 अर उसनै म्हारै ताहीं हुकम दिया के आदमियाँ म्ह प्रचार करो अर गवाही द्यो, के यो वोए सै जिस ताहीं परमेसवर नै जिन्दा अर मरया होया का न्यायी ठहराया सै। \v 43 उसकी सारे नबी गवाही देवैं सै के जो कोए उसपै बिश्वास करैगा, उस ताहीं उसकै नाम तै पापां की माफी मिलैगी।” \s दुसरी जात्तां पै पवित्र आत्मा उतरणा \p \v 44 पतरस ये बात कहण ए लागरया था के पवित्र आत्मा वचन के सारे सुणण आळा पै उतर आया। \v 45 अर जितने खतना करे होए बिश्वासी पतरस कै गेल्या आये थे, वे सारे हैरान होए के दुसरी जात्तां पै भी पवित्र आत्मा का दान ढाळा गया सै। \p \v 46 क्यूँके उननै उन ताहीं कई ढाळ की भाषा बोल्दे अर परमेसवर की बड़ाई करदे सुण्या। इसपै पतरस नै कह्या, \v 47 “के कोए पाणी नै डाट सकै सै के ये बपतिस्मा ना पावै, जिननै म्हारै की ढाळ पवित्र आत्मा पाया सै?” \v 48 अर उसनै हुकम दिया के उननै यीशु मसीह कै नाम म्ह बपतिस्मा दिया जावै। फेर उननै उसतै बिनती करी के वो कुछ दिन और उनकै गेल्या रहवै। \c 11 \s पतरस कै जरिये अपणे काम का खुलास्सा करणा \p \v 1 फेर प्रेरितां अर बिश्वासी भाईयाँ नै जो यहूदिया परदेस म्ह थे सुण्या के दुसरी जात्तां नै भी परमेसवर का वचन मान लिया सै। \v 2 आखर म्ह जिब पतरस यरुशलेम नगर म्ह आया, तो खतना किये होए आदमी उसतै बहस करण लाग्गे, \v 3 “तन्नै खतनारहित आदमियाँ कै उरै जाकै उनकै गेल्या खाया।” \p \v 4 फेर पतरस नै उन ताहीं सरू तै आखर ताहीं सारा कीमे कह सुणाया \v 5 “मै याफा नगर म्ह प्रार्थना करण लागरया था, अर बेसुध होकै एक दर्शन देख्या के एक बड्डी चाद्दर च्यारू कुणयां तै लटकदी होई, अकास तै उतरकै मेरै धोरै आई।” \v 6 जिब मन्नै उसपै गौर करया, तो उस म्ह धरती के चार पैरां आळे अर बणपशु अर रेंगण आळे जिनोर अर अकास के पंछी देक्खे, \v 7 अर यो बोल भी सुण्या, “हे पतरस उठ, मार अर खा।” \p \v 8 मन्नै कह्या, “ना प्रभु, ना, क्यूँके कोई अशुध्द चीज मेरै मुँह म्ह कदे न्ही गई।” \p \v 9 इसकै जबाब म्ह अकास तै दुसरी बर अवाज होई, “जो कीमे परमेसवर नै शुद्ध कर दिया सै, उस ताहीं अशुध्द मतना कहवै।” \v 10 तीन बर इसा होया, फेर सारा कीमे दुबारा अकास पै खींच लिया गया। \p \v 11 जिब्बे तीन माणस जो कुरनेलियुस नै कैसरिया परदेस तै मेरै धोरै खन्दाए गये थे, उस घर पै जिसम्ह हम थे, आण खड़े होए। \v 12 फेर पवित्र आत्मा नै मेरै तै बेझिझक होकै उनकै गेल्या जाण खात्तर कह्या, अर छ: भाई भी मेरै गेल्या हो लिये, अर हम उस माणस कै घरां गये। \v 13 उसनै म्हारै ताहीं बताया, के उसनै एक सुर्गदूत ताहीं अपणे घर म्ह खड्या देख्या, जिसनै उसतै कह्या, “याफा नगर म्ह माणस खन्दाकै शमौन ताहीं जो पतरस कुह्वावै सै, बुलवा ले। \v 14 वो थारै तै इसी बात कहवैगा, जिनकै द्वारा तू अर तेरा सारा घराना उद्धार पावैगा।” \p \v 15 जिब म्ह बात करण लाग्या, तो पवित्र आत्मा उनपै उस्से तरियां तै उतरया जिस तरियां तै सरू म्ह म्हारै पै उतरया था। \v 16 फेर मन्नै प्रभु का यो वचन याद आया, जो उसनै कह्या था, “यूहन्ना नै तो पाणी तै बपतिस्मा दिया, पर थम पवित्र आत्मा तै बपतिस्मा पाओगे। \v 17 इस खात्तर जिब परमेसवर नै उन ताहीं भी वोए दान दिया, जो म्हारै ताहीं प्रभु यीशु मसीह पै बिश्वास करण तै मिल्या था, तो मै कौण था जो परमेसवर नै रोक सकदा?” \p \v 18 यो सुणण कै बाद उसके जवाब म्ह वे कुछ भी न्ही बोल पाए, अर परमेसवर की बड़ाई करकै कहण लाग्गे, “फेर तो परमेसवर नै दुसरी जात्तां ताहीं भी अनन्त जीवन कै खात्तर पापां की माफी का दान दिया सै।” \s अन्ताकिया नगर की कलीसिया \p \v 19 जो आदमी उस क्ळेश के मारे जो स्तिफनुस कै कारण पड्या था, खिंड-मींड हो गये थे, वे हांडदे-हांडदे फीनीके परदेस अर साइप्रस टापू अर अन्ताकिया नगर म्ह पोहोचे, पर यहूदियाँ नै छोड़ किसे और ताहीं वचन कोनी सुणावै थे। \v 20 पर उन म्ह तै कीमे साइप्रस टापू अर कुरेनवासी थे, जो अन्ताकिया नगर म्ह आकै यूनानियाँ ताहीं भी प्रभु यीशु का सुसमाचार सुणाण लाग्गे। \v 21 प्रभु का हाथ उनपै था, अर घणे आदमी बिश्वास करकै प्रभु की ओड़ फिरे। \p \v 22 जिब उनका जिक्रा यरुशलेम नगर की कलीसिया के लोग्गां कै सुणण म्ह आया, तो उननै बरनबास ताहीं अन्ताकिया नगर भेज्या। \v 23 वो उड़ै पोहचकै अर परमेसवर के अनुग्रह नै देखकै राज्जी होया, अर सारया ताहीं उपदेश दिया के तन-मन लगाकै प्रभु तै लिपटे रहो। \v 24 वो एक भला माणस था, अर पवित्र आत्मा अर बिश्वास तै पूरा भरया था, अर दुसरे घण-खरे आदमी प्रभु म्ह आ मिले। \p \v 25 फेर वो शाऊल नै टोह्ण कै खात्तर तरसुस नगर म्ह चल्या गया। \v 26 जिब वो उसतै फेट्या तो उस ताहीं अन्ताकिया नगर ल्याया, अर इसा होया के वे एक साल ताहीं कलीसिया कै गेल्या मिलदे अर प्रभु यीशु मसीह घणे आदमियाँ ताहीं उपदेश देन्दे रहे, अर चेल्लें सारया तै पैहल्या अन्ताकिया नगर ए म्ह मसीह कुहाए। \p \v 27 उननै दिनां म्ह कई नबी यरुशलेम नगर तै अन्ताकिया नगर आए। \v 28 उन म्ह तै अगबुस नामक एक नबी नै खड़े होकै आत्मा की प्रेरणा तै न्यू बताया के सारी दुनिया म्ह बड्ड़ा अकाळ पड़ैगा, वो अकाळ (रोम के सम्राट) क्लौदियुस के बखत म्ह पड्या। \v 29 फेर चेल्यां नै फैसला लिया के हरेक अपणी-अपणी पूंजी कै मुताबिक यहूदा परदेस म्ह रहण आळे भाईयाँ की मदद कै खात्तर कीमे भेजै। \v 30 उननै इस तरियां ए करया, अर बरनबास अर शाऊल कै हाथ कलीसिया के अगुवां कै धोरै कीमे भेज दिया। \c 12 \s पतरस की जेळ तै मुक्ति \p \v 1 उस बखत हेरोदेस राजै नै कलीसिया के कई माणसां ताहीं सताण कै मकसद तै बन्दी बणा लिया। \v 2 उसनै प्रेरित यूहन्ना के भाई याकूब ताहीं तलवार तै मरवा दिया। \v 3 जिब उसनै देख्या के यहूदी माणस इसतै राज्जी होवै सै, तो उसनै पतरस ताहीं भी पकड़ लिया। वे अखमीरी रोट्टी के त्यौहार के दिन थे। \v 4 हेरोदेस नै उस ताहीं पकड़कै जेळ म्ह गेरया, अर चार-चार सिपाहियाँ के चार पहरया म्ह राख्या, इस बिचार तै के फसह कै बाद उसनै आदमियाँ कै स्याम्ही ल्यावै। \p \v 5 जेळ म्ह पतरस बन्द था, पर कलीसिया उसकै खात्तर लौ लाकै परमेसवर तै प्रार्थना करण लागरी थी। \p \v 6 जिब हेरोदेस राजा उसनै आदमियाँ कै स्याम्ही ल्याण आळा था, उस्से रात पतरस दो जंजीरां तै बंध्या होड़ दो सिपाहियाँ कै बिचाळै सोण लागरया था, अर पहरेदार दरबाजे पै जेळ की रुखाळी कररे थे। \v 7 तो देक्खो, प्रभु का एक सुर्गदूत आण खड्या होया अर उस कोठड़ी म्ह चाँदणा चमक्या, अर उसनै पतरस की पासळी पै हाथ मारकै उस ताहीं जगाया अर बोल्या, “उठ, तावळ कर।” अर उसकै हाथ्थां तै बेड़ी खुलकै गिरगी। \p \v 8 फेर सुर्गदूत नै उसतै कह्या, “कमर बाँध, अर अपणे जुत्ते पहर ले।” उसनै उस्से ढाळ करया। फेर उसनै उसतै कह्या, “अपणे लत्ते पहरकै मेरै पाच्छै हो ले।” \v 9 वो लिकड़कै उसकै पाच्छै हो लिया, पर उसनै न्यू न्ही बेरा था के जो कीमे सुर्गदूत कर रह्या सै वो साच्ची सै, बल्के न्यू समझै था के जणु मै दर्शन देखण लागरया सूं। \v 10 फेर वे पैहल्या अर दुसरे पहरे तै लिकड़कै उस लोहे के फाटक पै पोहोचे, जो नगर की ओड़ सै। वो उनकै खात्तर अपणे-आप्पे खुलग्या, अर वे लिकड़कै एक गळी म्ह गए, अर जिब्बे ए सुर्गदूत उसनै छोड़कै चल्या गया। \p \v 11 फेर पतरस नै चेत म्ह होकै कह्या, “इब मन्नै सच का बेरा पटया सै के प्रभु नै अपणा सुर्गदूत खन्दाकै मेरै ताहीं हेरोदेस राजा के हाथ्थां तै छुड़ा लिया, अर यहूदी अगुवां की सारी मनसा पै पाणी फेर दिया सै।” \p \v 12 न्यू जाणकै वो उस यूहन्ना की माँ मरियम कै घरां आया, जो मरकुस कुह्वावै सै। ओड़ै घणे आदमी कट्ठे होकै प्रार्थना करण लागरे थे। \v 13 जिब उननै दरबाजा खटखटाया, तो रूदे नामक एक नौकराणी देखण नै आई। \v 14 पतरस का बोल पिच्छाणकै उसनै खुशी के मारे दरबाजा न्ही खोल्या, पर भाजकै भीत्त्तर गई अर बताया के पतरस दरबाजे पै खड्या सै। \p \v 15 उननै उसतै कह्या, “तू बावळी सै।” पर वा पक्के तौर तै बोल्ली के पतरस ए सै। फेर उननै कह्या, “उसका सुर्गदूत होगा।” \p \v 16 पर पतरस खटखटान्दा ए रहया आखर म्ह उननै दरबाजा खोल्या, अर उस ताहीं देखकै हैरान होग्ये। \v 17 फेर उसनै उन ताहीं हाथ तै इशारा करया के बोल-बाल्ले रहवैं, अर उन ताहीं बताया के प्रभु किस ढाळ उस ताहीं जेळ तै लिकाड़ ल्याया सै। फेर बोल्या, “याकूब अर दुसरे भाईयाँ नै या बात बता दियो।” फेर लिकड़कै दुसरी जगहां चल्या गया। \p \v 18 तड़कए जेळ के सिपाहियाँ म्ह घणी भगदड़ माचगी के पतरस कित्त गया। \v 19 जिब हेरोदेस राजा नै उसकी टोहया-टाही करवाई अर न्ही मिल्या, तो पैहरेदारां की जाँच करकै हुकम दिया के वे मार दिये जावैं, अर वो यहूदा परदेस नै छोड़कै कैसरिया नगर म्ह जाकै रहण लाग्या। \s हेरोदेस राजा की मौत \p \v 20 हेरोदेस राजा सूर अर सैदा नगर के लोग्गां तै घणा नाराज था। वे एक टोळ बणाकै उसतै मिलण आये, राजा का एक खास कर्मचारी बलास्तुस ताहीं मनाकै राजा तै मेल करणा चाह्या, क्यूँके राजै कै देश म्ह उनकै देश का पालन-पोषण होवै था। \p \v 21 खास दिन पै हेरोदेस राजा राजसी-बाणा पहरकै सिंहासन पै बैठ्या, अर उन ताहीं खुलास्सा करण लाग्या। \v 22 फेर आदमियाँ नै रूक्का मारया, “यो तो माणस का न्ही ईश्‍वर का बोल सै।” \v 23 उस्से घड़ी प्रभु कै एक सुर्गदूत नै जिब्बे आकै हेरोदेस राजा ताहीं झिड़का, अर वो कीड़े पड़कै मरग्या। क्यूँके उसनै परमेसवर की महिमा कोनी करी, \p \v 24 पर परमेसवर का वचन बढ़दा अर फैलदा गया। \p \v 25 जिब बरनबास अर शाऊल नै अपणी सेवा पूरी कर ली तो यूहन्ना जो मरकुस कुह्वावै था, गेल्या लेकै यरुशलेम नगर तै बोह्ड़े। \c 13 \s बरनबास अर शाऊल का भेज्या जाणा \p \v 1 अन्ताकिया नगर की कलीसिया म्ह कई नबी अर उपदेशक थे, यानी बरनबास, शमौन जो नीगर (काळा आदमी) कुह्वावै सै, अर शाऊल अर कुरेनी लूकियुस, मनाहेम जिसका पालन-पोषण चौथाई देश के राजा हेरोदेस कै गेल होया था। \v 2 जिब ये लोग प्रभु की आराधना अर ब्रत करण लागरे थे, तो पवित्र आत्मा नै उनतै कह्या, “मेरै खात्तर बरनबास अर शाऊल नै उस काम कै खात्तर न्यारा करो जिसकै खात्तर मन्नै उन ताहीं बुलाया सै।” \v 3 फेर उननै ब्रत अर प्रार्थना करकै अर उनपै हाथ धरकै उन ताहीं परमेसवर के काम खात्तर बिदा करया। \s पौलुस की पैहल्ड़ी प्रचार-यात्रा \p \v 4 शाऊल अर बरनबास पवित्र आत्मा के खन्दाए होए सिलूकिया बन्‍दरगाह गये, अर ओड़ै तै जहाज पै चढ़कै साइप्रस टापू कान्ही चाल्ले, \v 5 अर सलमीस नगर म्ह पोहचकै, परमेसवर का वचन यहूदियाँ के आराधनालयाँ म्ह सुणाया। यूहन्ना उनका सेवक था। \p \v 6 वे उस सारे टापू म्ह होंदे होए पाफुस परदेस ताहीं पोहोचे। ओड़ै उननै बारयीशु नामक एक यहूदी जादूगर अर झूठा नबी फेट्या। \v 7 वो राज्यपाल सिरगियुस पौलुस कै गेल्या था, जो अकलमंद माणस था। उसनै बरनबास अर शाऊल ताहीं अपणे धोरै बुलाकै परमेसवर का वचन सुणणा चाह्या। \v 8 पर इलीमास जादूगर नै (क्यूँके योए उसकै नाम का मतलब सै) उनका बिरोध करकै हाकिम ताहीं यीशु पै बिश्वास करण तै रोकणा चाह्या। \v 9 फेर शाऊल नै जिसका नाम पौलुस भी सै, पवित्र आत्मा तै पूरी तरियां भरकै उसकी ओड़ टकटकी लाकै देख्या अर बोल्या, \v 10 “हे साबतै कपट अर साब्ती चतुराई तै भरे होड़ शैतान की ऊलाद, सारे धर्मां के बैरी, के तू प्रभु के सीध्धी राही नै टेढ़ी करणा न्ही छोड्डैगा?” \p \v 11 इब लखा, “प्रभु का हाथ तेरै बिरोध म्ह उठ्या सै, अर तू कुछ बखत ताहीं आंधा रहवैगा अर सूरज नै कोनी देखैगा।” फेर जिब्बे धुँधळापण अर अन्धेरा उसपै छा गया, वो इन्नै-उन्नै टटोळण लाग्या ताके कोए उसका हाथ पकड़कै ले चाल्लै। \v 12 फेर हाकिम नै जो होया था उस ताहीं देखकै अर प्रभु के उपदेश तै हैरान होकै यीशु पै बिश्वास करया। \s पिसिदिया परदेस के अन्ताकिया नगर म्ह \p \v 13 पौलुस अर उसके मित्तर पाफुस परदेस तै पाणी का जहाज खोल कै पंफूलिया परदेस के पिरगा नगर म्ह आये, अर यूहन्ना उननै छोड़कै यरुशलेम नगर बोहड़ गया। \v 14 पिरगा नगर तै आग्गै बढ़कै वे पिसिदिया परदेस के अन्ताकिया नगर म्ह पोहोचे, अर आराम कै दिन आराधनालय म्ह जाकै बैठग्ये। \v 15 मूसा के नियम-कायदे अर नबियाँ की किताब नै पढ़ण कै पाच्छै आराधनालय के सरदारां नै उनकै धोरै कुह्वा भेज्या, “हे भाईयो, जै आदमियाँ के उपदेश कै खात्तर थारै मन म्ह कोए बात हो तो कहो।” \p \v 16 फेर पौलुस नै खड़े होकै अर हाथ तै इशारा करकै कह्या, “हे इस्राएलियों, अर परमेसवर तै डरण आळो, सुणो!” \p \v 17 इस्राएल के परमेसवर नै म्हारै पूर्वजां ताहीं छाँट लिया, अर जिब वे मिस्र देश म्ह परदेशी होकै रहवै थे, तो उनकी बढ़ोतरी करी, अर अपणी शक्ति के दम पै उननै लिकाड़ ल्याया। \p \v 18 वो कोए चाळीस साल ताहीं जंगळ-बियाबान म्ह उनकी सहण करदा रहया, \v 19 अर कनान देश की सात जात्तां का नाश करकै उनका देश कोए साढ़े चार सौ साल म्ह इनकी बसियत म्ह कर दिया। \p \v 20 “इस सारी प्रक्रिया म्ह करीबन चार सौ पचास साल लाग्गे, परमेसवर नै शमूएल नबी ताहीं उन म्ह न्यायाधीश ठहराया। \v 21 इसकै पाच्छै उननै शमूएल तै उनपै एक राजा ठैहराण की माँग करी, फेर परमेसवर नै चाळीस साल कै खात्तर बिन्यामीन के गोत्र म्ह तै एक माणस, यानिके कीश के बेट्टे शाऊल ताहीं उनपै राजा ठहराया। \v 22 फेर परमेसवर नै शाऊल ताहीं पद तै हटाकै दाऊद ताहीं उनका राजा बणाया, जिसकै बारै म्ह उसनै गवाही दी, ‘मन्नै एक माणस यिशै का बेट्टा दाऊद, जो मेरी इच्छा कै मुताबिक मिलग्या सै, वोए मेरी सारी मर्जी पूरी करैगा।’” \p \v 23 इस्से पीढ़ी म्ह तै परमेसवर नै अपणे वादा कै मुताबिक इस्राएल कै धोरै एक उद्धारकर्ता, यानिके यीशु भेज्या। \v 24 यीशु कै आण तै पैहल्या यूहन्ना नै सारे इस्राएलियाँ नै अपणे पाप मान के परमेसवर की ओड़ मुड़ण का अर बपतिस्मा का प्रचार करया। \v 25 जिब यूहन्ना अपणी सेवा पूरी करण पै था, तो उसनै कह्या, “थम मन्नै के समझो सो? मै मसीह कोनी! बल्के देक्खो, मेरै पाच्छै एक आण आळा सै, जो भोत महान् सै, जिसके जुत्या के फित्ते भी मै खोल्लण जोग्गा कोनी।” \p \v 26 “हे भाईयो, थम जो अब्राहम की ऊलाद सो, अर थम जो परमेसवर तै डरो सो, थारै धोरै इस उद्धार का वचन भेज्या गया सै। \v 27 यरुशलेम नगर के रहणआळो अर उनकै सरदारां नै, ना मसीह यीशु ताहीं पिच्छाणा अर ना नबियाँ की बात समझी, जो हरेक आराम कै दिन पढ़ी जावैं सै, ज्यांतै उस ताहीं कसूरवार ठहराकै उन बात्तां नै पूरा करया। \v 28 उननै मारण कै जोग्गा कोए कसूर उस म्ह कोनी पाया, फेरभी राज्यपाल पिलातुस तै बिनती करी, के वो मार दिया जावै। \v 29 जिब उननै उसकै बारै म्ह पवित्र ग्रन्थ लिक्खी होई सारी बात पूरी करी, तो उस ताहीं क्रूस पै तै उतारकै कब्र म्ह धरया। \v 30 पर परमेसवर उस ताहीं मरे होया म्ह तै जिन्दा करया, \v 31 अर वो उन ताहीं जो उसकै गेल्या गलील परदेस तै यरुशलेम नगर आये थे, घणे दिनां ताहीं अपणे चेल्यां नै दिख्दा रहया, आदमियाँ कै स्याम्ही इब वैए उसके गवाह सै।” \p \v 32 हम थमनै उस वादा कै बारै म्ह जो बाप-दाद्या तै करया गया था, यो सुसमाचार सुणावां सां, \v 33 के परमेसवर नै यीशु ताहीं जिन्दा करकै, वोए वादा म्हारी ऊलाद कै खात्तर पूरा करया, जिसा के भजन संहिता दो म्ह लिख्या सै, “तू मेरा बेट्टा सै, आज मन्नै ए तेरै ताहीं पैदा करया सै।” \p \v 34 अर उसकै इस तरियां तै मरे होया म्ह तै जिन्दा होण कै बारै म्ह भी के वो कदे न्ही सड़ै, परमेसवर नै यो कह्या सै, “मै दाऊद पै की पवित्र अर अटल दया तेरै पै करूँगा।” \p \v 35 दाऊद नै और जगहां भी भजन संहिता म्ह भी लिख्या सै, “तू अपणे पवित्र माणस नै सड़न न्ही देवैगा।” \p \v 36 दाऊद तो परमेसवर की मर्जी कै मुताबिक अपणे बखत म्ह सेवा करकै मर गया, अर अपणे बाप-दाद्या म्ह जा मिल्या, अर सड़ भी गया। \v 37 पर जिस ताहीं परमेसवर जिन्दा करया, वो सड़न कोनी पाया। \p \v 38 ज्यांतै, हे भाईयो, थम जाण ल्यो के इस्से के जरिये पापां की माफी का सुसमाचार थारै ताहीं दिया जावै सै, \v 39 अर जिन बात्तां म्ह थम मूसा नबी के नियम-कायदे के जरिये बेकसूर कोनी ठैहर सको थे, जो बिश्वास करै सै, वो सारे पापां तै मुक्त करया जावै सै। \p \v 40 ज्यांतै चौकन्ने रहो, इसा ना हो के जो नबियाँ की किताब म्ह आया सै, थारै पै भी आण पड़ै \v 41 “हे बुराई करण आळो, देक्खो, अर हैरान होवो, अर मिट जाओ, क्यूँके मै थारै दिनां म्ह एक काम करूँ सूं, ‘इसा काम के जै कोए थारै तै उसका जिक्रा करै, तो थम भी बिश्वास कोनी करोगे।’” \p \v 42 जिब पौलुस अर बरनबास यहूदी सभाघर तै बाहरणै लिकड़ण लागरे थे, तो माणस उनतै बिनती करण लाग्गे के आगलै आराम कै दिन म्हारै ताहीं ये बात फेर सुणाई जावै। \v 43 जिब सभा उठ ली फेर भोत से यहूदी अर यहूदी पंथ म्ह आये होए भगतां म्ह तै घण-खरे पौलुस अर बरनबास कै पाच्छै हो लिये, अर उननै उनतै बात करकै समझाया के परमेसवर कै अनुग्रह म्ह बणे रहो। \s पौलुस कै जरिये गैर यहूदियाँ म्ह प्रचार की सरूआत \p \v 44 आगलै आराम कै दिन नगर के तकरीबन सारे लोग परमेसवर का वचन सुणण नै कट्ठे हो गये। \p \v 45 पर यहूदी भीड़ नै देखकै मन ए मन म्ह जळण लाग्गे, अर बुराई करदे होए पौलुस की बात्तां कै बिरोध म्ह बोल्लण लाग्गे। \p \v 46 फेर पौलुस अर बरनबास हिम्मत करकै कहण लाग्गे, “जरूरी था के परमेसवर का वचन पैहल्या थारै तै सुणाया जान्दा, इब जिब के थमनै इस ताहीं नकार दिया सै, अर यो करते होए अपणे आप ताहीं अनन्त जीवन कै खात्तर अयोग्य घोषित कर दिया सै, तो देक्खो, हम दुसरी जात्तां कै कान्ही फिरां सां। \v 47 क्यूँके प्रभु नै म्हारै ताहीं यो हुकम दिया सै, ‘मन्नै तेरै ताहीं दुसरी जात्तां कै खात्तर चाँदणा ठहराया, ताके तू धरती कै छोर ताहीं उद्धार का दरबाजा हो।’” \p \v 48 न्यू सुणकै दुसरी जात्तां आळे राज्जी होए, अर परमेसवर कै वचन की बड़ाई करण लाग्गे, अर जितने अनन्त जीवन कै खात्तर ठहराए गये थे, उननै बिश्वास करया। \p \v 49 फेर प्रभु का वचन उस सारे देश म्ह फैलाण लाग्या। \v 50 पर यहूदी अगुवां नै भगत अर आच्छे खानदान की लुगाईयां ताहीं अर नगर के खास आदमियाँ ताहीं उकसाया, अर पौलुस अर बरनबास कै खिलाफ दंगा करा कै उन ताहीं अपणी सीम तै लिकाड़ दिया। \v 51 फेर पौलुस अर बरनबास उनकै स्याम्ही पायां की धूळ झाड़कै इकुनियुम नगर म्ह चले गये। \v 52 अर चेल्लें आनन्द अर पवित्र आत्मा तै भरदे चले गये। \c 14 \s इन्कुनियुम म्ह पौलुस अर बरनबास \p \v 1 इकुनियुम नगर म्ह इसा होया के वे यहूदियाँ के आराधनालय म्ह गेल-गेल गये, अर इस ढाळ बात करी के यहूदियाँ अर यूनानियाँ म्ह घण-खरयां नै बिश्वास करया। \v 2 पर बिश्वास ना करण आळे यहूदियाँ नै दुसरी जात्तां के मन बिश्वासी भाईयाँ कै बिरोध म्ह उकसाये अर कडुवापण पैदा करया। \v 3 पौलुस अर बरनबास घणे दिन ताहीं उड़ै रहे, अर प्रभु कै भरोसै पै हिम्मत तै बात करै थे, अर वो उनकै हाथ्थां तै चमत्कार अर अनोक्खे काम करवा कै अपणे अनुग्रह के वचन ताहीं साबित करता रह्या। \v 4 पर नगर के लोग्गां म्ह फूट पड़गी थी, इसतै घणेए तो यहूदियाँ कान्ही अर घणेए प्रेरितां कान्ही होग्ये। \v 5 जिब दुसरी जात्तां आळे अर यहूदी उनकी बेइज्जती करण नै अर उनकै पत्थर मारण कै खात्तर अपणे सरदारां सुदा उन कान्ही भाज्जे, \v 6 फेर वे इस बात नै जाणगे अर लुकाउनिया परदेस के लुस्त्रा अर दिरबे नगरां म्ह, अर लोवै-धोरै के परदेसां म्ह भाजगे \v 7 अर ओड़ै सुसमाचार सुणाण लाग्गे। \s लुस्त्रा अर दिरबे म्ह \p \v 8 लुस्त्रा नगर म्ह एक माणस बैठ्या था, जो पायां तै लाचार था। वो जन्म तै ए लंगड़ा था, अर कदे न्ही चाल्या था। \v 9 वो पौलुस नै बात करदे सुणै था। पौलुस नै उसकी ओड़ टकटकी लाकै देख्या के उसनै ठीक होण का बिश्वास सै, \v 10 अर ठाड्डू आवाज म्ह बोल्या, “अपणे पायां कै बळ सीध्धा खड्या हो।” फेर वो उछळकै चाल्लण-फिरण लाग्या। \p \v 11 लोग्गां नै पौलुस का यो काम देखकै लुकाउनिया की भाषा म्ह ठाड्डू आवाज म्ह कह्या, “देवता माणस कै रूप म्ह होकै म्हारै धोरै उतर आये सै।” \v 12 उननै बरनबास ताहीं ज्यूस देवता, अर पौलुस ताहीं हिरमेस कह्या क्यूँके वो बात करण म्ह खास था। \v 13 ज्यूस देवता के उस मन्दर का पुजारी जो उनकै नगर कै स्याम्ही था, बळध अर फुल्लां के हार फाटकां पै ल्याकै लोग्गां कै गेल्या बलिदान करणा चाहवै था। \p \v 14 पर बरनबास अर पौलुस प्रेरितां नै जिब यो सुण्या, तो अपणे लत्ते पाड़े अर भीड़ म्ह लपके, अर रूक्का मारकै कहण लाग्गे, \v 15 “हे भले माणसों, थम के करो सो? हम भी तो थारे तरियां दुख-सुख भोग्गण आळे माणस सां, अर थमनै सुसमाचार सुणावां सां के थम इन बेकार चिज्जां तै न्यारे होकै जिन्दे परमेसवर कै कान्ही फिरो, जिसनै सुर्ग अर धरती अर समुन्दर अर जो कीमे उन म्ह सै बणाया सै। \v 16 उसनै बीत्ते होए टेम म्ह सारी जात्तां ताहीं अपणे-अपणे रास्तयां पै चाल्लण दिया। \v 17 फेर भी वो अपणे भले काम्मां के जरिये अपणे बारें म्ह गवाही देंदा रहया, अर अकास तै मिह अर फळआळी ऋतु देकै थारै मन नै खाणे अर खुशी तै भरदा रहया।” \v 18 न्यू कहकै भी उननै लोग्गां ताहीं बड्डी मुश्किलां तै रोक्या के उनकै खात्तर बलिदान ना करै। \p \v 19 पर कुछ यहूदियाँ नै अन्ताकिया नगर अर इकुनियुम नगर तै आकै लोग्गां ताहीं अपणी ओड़ कर लिया, अर पौलुस पै पत्थर बरसाए, अर मरया होड़ सोचकै उस ताहीं नगर कै बाहरणै घसीट लेगे। \v 20 पर चेल्लें जिब उसकै चौगरदेकै आण खड़े होए, तो वो उठकै नगर म्ह गया अर दुसरे दिन बरनबास कै गेल्या दिरबे नगर कान्ही चल्या गया। \s सीरिया परदेस के अन्ताकिया नगर नै बोहड़ना \p \v 21 वे उस नगर के लोग्गां ताहीं सुसमाचार सुणाकै अर घणे चेल्लें बणाकै, लुस्त्रा अर इकुनियुम अर अन्ताकिया नगर नै बोहड़ आये, \v 22 अर चेल्यां के मनां नै स्थिर करदे अर उत्साहित करते होए या शिक्षा देते रह्ये के बिश्वास म्ह बणे रहो, अर न्यू कहवै थे, “हमनै घणे दुख ठाकै परमेसवर के राज्य म्ह बड़ना होगा।” \v 23 अर उननै हरेक कलीसिया म्ह उनकै खात्तर अगुवें ठहराए, अर ब्रत सुदा प्रार्थना करकै उन ताहीं प्रभु कै हाथ्थां म्ह सौप्या जिसपै उननै बिश्वास करया था। \v 24 फेर पिसिदिया परदेस तै होंदे होए वे पंफूलिया परदेस पोहोचे, \v 25 फेर पिरगा नगर म्ह वचन सुणाकै अत्तलिया नगर म्ह आये, \p \v 26 अर ओड़ै तै वे पाणी के जहाज तै अन्ताकिया नगर गये, जित वे उस काम कै खात्तर जो उननै पूरा करया था परमेसवर के अनुग्रह म्ह सौपे गये थे। \v 27 अन्ताकिया नगर पोहचकै उननै कलीसिया कट्ठी करी अर बताया के परमेसवर नै उनकै गेल्या होकै किसे बड्डे-बड्डे काम करे, अर दुसरी जात्तां कै खात्तर बिश्वास का बारणा खोल दिया। \v 28 अर वे चेल्यां कै गेल्या घणे दिन ताहीं रए। \c 15 \s यरुशलेम नगर की सभा \p \v 1 फेर कुछ यहूदी बिश्वासी यहूदा परदेस तै आकै भाईयाँ नै सिखाण लाग्गे “जै मूसा नबी की रीत पै थारा खतना न्ही हो तो थम उद्धार कोनी पा सकदे।” \v 2 जिब पौलुस अर बरनबास का उनतै घणा वाद-विवाद अर बहस होई तो यो फैसला लिया गया के पौलुस अर बरनबास अर उन म्ह तै कुछ माणस इस बात कै बारै म्ह प्रेरितां अर कलीसिया के अगुवां कै धोरै यरुशलेम नगर म्ह जावै। \v 3 कलीसिया नै उन ताहीं विदा करया, अर वे फीनीके अर सामरिया परदेसां तै होंदे होए दुसरी जात्तां जरिये यीशु मसीह पै बिश्वास करण का बखान करते गये, जिसतै सारे बिश्वासी भाई घणे राज्जी होए। \v 4 जिब वे यरुशलेम नगर पोहोचे, तो कलीसिया अर प्रेरित अर कलीसिया के अगुवें उनतै खुशी कै गेल फेट्टे, अर पौलुस अर बरनबास नै बताया के परमेसवर नै उनकै गेल्या होकै किसे-किसे काम करे थे। \p \v 5 पर फरिसियाँ के पंथ म्ह तै जिन नै बिश्वास करया था, उन म्ह तै कितन्याँ नै उठकै कह्या, “दुसरी जात्तां ताहीं खतना कराण अर मूसा नबी के नियम-कायदे नै मानण का हुकम देणा चाहिए।” \p \v 6 फेर प्रेरित अर कलीसिया के अगुवें इस बात कै बारै म्ह बिचार करण कै खात्तर कट्ठे होए। \v 7 फेर पतरस नै घणी बहस हो जाणकै पाच्छै खड़े होकै उनतै कह्या, “हे भाईयो, थमनै बेरा सै के घणे दिन होए परमेसवर नै थारै म्ह तै मेरै ताहीं छाँट लिया के मेरै मुँह तै दुसरी जात्तां आळे सुसमाचार का वचन सुणकै बिश्वास करै। \v 8 मन कै जाँचण आळे परमेसवर नै उन ताहीं भी म्हारै की तरियां पवित्र आत्मा देकै यो बताया सै के वे सब भी उसके माणस सै, \v 9 अर बिश्वास कै जरिये उनके मन शुद्ध करकै म्हारै म्ह अर उन म्ह कीमे फर्क कोनी राख्या। \v 10 तो इब थम क्यांतै परमेसवर नै परखो सों, के चेल्यां की कंध्या पै इसा जूआ धरो, जिसनै ना म्हारे बाप-दाद्दे ठा सकै थे अर ना हम ठा सकां सां? \v 11 हाँ, म्हारा यो यकीन सै के जिस तरियां तै वे प्रभु यीशु कै अनुग्रह तै उद्धार पावैंगें, उस्से तरियां तै हम भी पावागें।” \p \v 12 फेर सारी सभा बोल-बाल्ली बरनबास अर पौलुस की सुणन लाग्गी, के परमेसवर नै उनकै जरिये दुसरी जात्तां म्ह किसे बड्डे-बड्डे चमत्कार, अर अनोक्खे काम दिखाए। \v 13 उनके भाषण के खतम होण पै याकूब सभा ताहीं कहण लाग्या, “हे भाईयो, मेरी सुणो।” \v 14 शमौन पतरस नै बताया के परमेसवर नै पैहले-पहल दुसरी जात्तां पै किसी दया की निगांह करी के उन म्ह तै अपणे नाम कै खात्तर एक प्रजा बणा ले। \v 15 नबियाँ लेख भी इस बात का समर्थन करै सै, जिसा के पवित्र ग्रन्थ म्ह लिख्या सै \p \v 16 “इसकै पाच्छै मै फेर आकै दाऊद का पड्या होड़ डेरा उठाऊँगा, अर उसके खण्डरां नै दुबारा बणाऊँगा, अर उस ताहीं खड्या करुँगा,” \p \v 17 जिसके कारण बाकी की बची होड़ मानवजात्ति परमेसवर नै पा सकै, अर वे सारी गैर यहूदी भी, जिनपै मेरै नाम की छाप लाग्गी सै, प्रभु नै टोहवैं, \p \v 18 यो वोए प्रभु कहवै सै जो दुनिया की सरूआत तै इन बात्तां की खबर देंदा आया सै। \p \v 19 “ज्यांतै मेरा बिचार यो सै के हम उन दुसरी जात्तां खात्तर कोए मुसीबत पैदा ना करा, जो परमेसवर कै कान्ही फिरैं सै, हम उन ताहीं दुख ना देवां, \v 20 पर आच्छा तो यो होगा के हम उन ताहीं यो हुकम लिख भेजा, के वे मूर्तियाँ नै चढ़ाण आळी चिज्जां अर जारी अर गला घोट्टे होया के मांस तै अर लहू तै दूर रहवै। \v 21 क्यूँके गुजरे बखत तै नगर-नगर मूसा नबी के नियम-कायदे का प्रचार करण आळे होंदे चले आये सै, अर वा हरेक आराम कै दिन आराधनालय म्ह पढ़ी जावै सै।” \s गैर यहूदी बिश्वासियाँ ताहीं चिट्ठी \p \v 22 फेर सारी कलीसिया सुदा प्रेरितां अर कलीसिया के अगुवां नै आच्छा लाग्या के अपणे म्ह तै कीमे माणसां नै छाँटै, यानिके यहूदा जो बरसब्बा कुह्वावै सै, अर सीलास ताहीं जो भाईयाँ म्ह मुखिया थे, अर उन ताहीं पौलुस अर बरनबास कै गेल्या अन्ताकिया नगर खन्दावै। \v 23 उननै उनकै हाथ या चिठ्ठी लिख भेजी अन्ताकिया नगर अर सीरिया अर किलिकिया परदेस के रहणीये भाईयाँ नै जो दुसरी जात्तां म्ह तै सै, प्रेरितां अर कलीसिया के अगुवें भाईयाँ का नमस्कार। \p \v 24 हमनै सुण्या सै के म्हारै म्ह तै कुछां नै ओड़ै जाकै, थारै ताहीं अपणी बात्तां तै डरा दिया, अर थारै मन उल्ट दिये सै पर हमनै उन ताहीं हुकम कोनी दिया था। \v 25 इस करकै हमनै एक चित्त होकै ठीक जाण्या के छांटे होड़ माणसां ताहीं अपणे प्यारे बरनबास अर पौलुस कै गेल्या थारै धोरै भेज्जा। \v 26 ये इसे माणस सै जिन नै अपणी ज्यांन म्हारै प्रभु यीशु मसीह कै नाम कै खात्तर जोख्खम म्ह गेरी सै। \v 27 ज्यांतै हमनै यहूदा अर सीलास ताहीं भेज्या सै, के थम खुद उनकै ए मुँह तै इस बारें म्ह सुण सको। \v 28 पवित्र आत्मा नै अर हमनै ठीक जाण पाट्टी के इन जरूरी बात्तां नै छोड़, थारै पै और बोझ ना गेरै, \v 29 के थम मूर्तियाँ पै बलि करे होया तै अर लहू तै, अर गळा घोट्टे होए पशुआं के मांस तै, अर जारी तै दूर रहो। इनतै दूर रहो तो थारा भला होगा। बाकी सब ठीक-ठाक सै। \p \v 30 फेर वे बिदा होकै अन्ताकिया नगर पोहोचे, अर सभा नै कट्ठी करकै वा चिट्ठी उन ताहीं दे दी। \v 31 वे चिट्ठी पढ़कै उस उपदेश की बात तै घणे राज्जी होए। \v 32 यहूदा अर सीलास नै जो आप भी नबी थे, घणी बात्तां तै बिश्वासी भाईयाँ ताहीं उपदेश देकै पक्का करया। \v 33 वे कुछे दिन रहकै, बिश्वासी भाईयाँ तै शान्ति कै गेल्या बिदा होए के अपणे खन्दाण आळा कै धोरै जावै। \v 34 (पर सीलास नै ओड़ै रहणा आच्छा लाग्या।) \v 35 पर पौलुस अर बरनबास अन्ताकिया नगर म्ह रह गये अर और घण-खरे आदमियाँ कै गेल्या प्रभु यीशु कै वचन का उपदेश करदे अर सुसमाचार सुणान्दे रहे। \s पौलुस की दुसरी प्रचार-यात्रा, पौलुस अर बरनबास म्ह मतभेद \p \v 36 कुछे दिनां पाच्छै पौलुस नै बरनबास तै कह्या, “जिन-जिन नगरां म्ह हमनै प्रभु का वचन सुणाया था, आओ, फेर उन म्ह चालकै अपणे बिश्वासी भाईयाँ ताहीं देखै के वे किस तरियां सै।” \v 37 फेर बरनबास नै यूहन्ना ताहीं जो मरकुस कुह्वावै सै, गेल्या लेण का बिचार करया। \v 38 पर पौलुस नै उस ताहीं जो पंफूलिया परदेस म्ह उनतै न्यारा होग्या था, अर काम पै उनकै गेल्या कोनी गया, गेल्या ले जाणा ठीक कोनी समझया। \v 39 आखर म्ह इसा बाद-विवाद होया के वे एक-दुसरे तै न्यारे पाटगे, अर बरनबास, मरकुस नै लेकै जहाज पै साइप्रस टापू चल्या गया। \v 40 पर पौलुस नै सीलास ताहीं छाँट लिया, अर बिश्वासी भाईयाँ तै परमेसवर कै अनुग्रह म्ह सौंप्या जाकै ओड़ै तै चल्या गया, \v 41 अर वो कलीसियाओं ताहीं स्थिर करदा होया सीरिया अर किलिकिया परदेस तै होंदे होए लिकड़या। \c 16 \s पौलुस का तीमुथियुस ताहीं गेल लेणा \p \v 1 फेर वो दिरबे अर लुस्त्रा नगर म्ह भी गया। ओड़ै तीमुथियुस नाम का एक चेल्ला था, उसकी माँ एक यहूदी बिश्वासी थी, पर उसका बाप यूनानी था। \v 2 वो लुस्त्रा अर इकुनियुम नगर के भाईयाँ म्ह उसका आच्छा नाम था। \v 3 पौलुस की मर्जी या थी के वो उसके गेल्या जावै, अर जो यहूदी माणस उन जगहां म्ह थे उनकै कारण उननै उनका खतना करया, क्यूँके वे सारे जाणै थे, के उनका बाप यूनानी था। \v 4 पौलुस अर उसका साथी नगर-नगर जांदे होड़ चेल्यां ताहीं वे सारे हुकम सौपते जावै थे, जो यरुशलेम नगर के प्रेरितां अर कलीसिया के अगुवां नै तय करी थी। \v 5 इस तरियां कलीसिया बिश्वास म्ह पक्की होंदी गई अर गिणती दिन-ब-दिन बधती गई। \s त्रोआस म्ह पौलुस का दर्शन \p \v 6 वे फ्रुगिया अर गलातिया परदेसां म्ह तै होकै गये, क्यूँके पवित्र आत्मा नै उननै आसिया परदेस म्ह वचन सुणाण तै मना करया। \v 7 उननै मूसिया परदेस कै लोवै पोहचकै, बिथुनिया परदेस म्ह जाणा चाह्या, पर पवित्र आत्मा नै उन ताहीं जाण कोनी दिया। \v 8 आखर म्ह वे मूसिया परदेस तै होकै त्रोआस म्ह आये। \v 9 ओड़ै पौलुस नै रात नै दर्शन देख्या के एक मकिदूनी माणस खड्या होया उनतै बिनती करकै कहण लागरया सै, “पार उतरकै मकिदुनिया परदेस म्ह आ, अर म्हारी मदद कर।” \v 10 उसकै यो दर्शन देखदए हमनै जिब्बे मकिदुनिया परदेस जाणा चाह्या, न्यू सोचकै के परमेसवर नै म्हारै ताहीं उनतै सुसमाचार सुणाण कै खात्तर बुलाया सै। \s फिलिप्पी म्ह लुदिया का हृदय-परिवर्तन \p \v 11 इस करकै त्रोआस नगर तै जहाज खोल कै हम सीध्धे सुमात्राके टापू अर दुसरे दिन नियापुलिस नगर म्ह आये। \v 12 ओड़ै तै हम फिलिप्पी नगर पोहोचे, जो मकिदुनिया परदेस का खास नगर अर रोमियों का मोहल्ला सै, अर हम उस नगर कुछे दिन रहे। \p \v 13 आराम कै दिन हम नगर कै फाटक कै बाहरणै नदी कै किनारै न्यू सोचकै गये के ओड़ै प्रार्थना करण की जगहां होगी, अर बैठकै उन लुगाईयाँ तै जो कट्ठी होई थी, बतळाण लाग्गे। \v 14 थुआथिरा नगर की बैंजनी लत्ते बेचण आळी एक लुदिया नाम की परमेसवर की भगतणी उनकी बात सुणण लागरी थी। प्रभु नै उसका मन खोल्या ताके वा पौलुस की बात्तां पै मन लगावै। \v 15 जिब उसनै अपणे कुण्बै सुदा बपतिस्मा लिया, तो उसनै म्हारै तै बिनती करी, “जै थम मन्नै प्रभु की बिश्वासिणी समझो सो, तो चालकै मेरै घर म्ह रहो,” अर वा हमनै मनाकै ले गई। \s पौलुस अर सीलास जेळ म्ह \p \v 16 जिब हम प्रार्थना करण की जगहां पै जाण लागरे थे, तो हमनै एक कम उम्र की दास्सी फेट्टी जिसम्ह भविष्य बताण आळी आत्मा थी, अर वा भविष्य बताकै अपणे मालिकां कै खात्तर घणाए कमा लेवै थी। \v 17 वा पौलुस कै अर म्हारै पाच्छै आकै नै किल्की मारण लाग्गी, “ये माणस परमप्रधान परमेसवर के दास सै, जो म्हारै ताहीं उद्धार के राह की कथा सुणावै सै।” \v 18 वा घणे दिनां ताहीं न्यूए कर दी रही, पर पौलुस परेशान होग्या, अर बोहड़कै उस ओपरी आत्मा तै बोल्या, “मै तन्नै यीशु मसीह कै नाम तै हुकम दियुँ सूं के उस म्ह तै बाहरणै लिकड़ जा।” अर वा उस्से बखत लिकड़गी। \p \v 19 जिब उसके मालिकां नै देख्या के म्हारी कमाई की आस खतम होग्यी, तो पौलुस अर सीलास नै पकड़कै चौक म्ह प्रधानां कै धोरै खींच ल्याए, \v 20 अर उन ताहीं न्यायाधीश कै धोरै ल्याए अर बोल्ले, “ये माणस जो यहूदी सै, म्हारे नगर म्ह दंगा मचाण लागरे सै, \v 21 अर इसे रीत-रिवाज बतावै सै, जिन ताहीं हम रोमियाँ कै खात्तर अपणाना सही कोनी।” \p \v 22 फेर भीड़ के माणस उनकै बिरोध म्ह कट्ठे होकै उनपै चढ़ याए, अर हाकिमां नै उनके लत्ते पाड़कै उतार दिये, अर उनकै बैत मारण का हुकम दिया। \p \v 23 घणी बैत मारे पाच्छै उननै उन ताहीं जेळ म्ह गेर दिया अर दरोग्गा ताहीं हुकम दिया के उननै चौक्कस राखिये। \p \v 24 उसनै इसा हुकम पाकै उन ताहीं भीत्तरली कोठड़ी म्ह राख्या अर उनके पाँ काठ की बेड़ियाँ तै जकड़ दिये। \s पौलुस अर सीलास की जेळ तै मुक्ति \p \v 25 आध्धी रात कै बखत पौलुस अर सीलास प्रार्थना करदे होए परमेसवर के भजन गाण लागरे थे, अर कैदी उनकी सुणन लागरे थे। \p \v 26 इतनै म्ह चाणचक बड्ड़ा हाल्लण आ ग्या, उरै ताहीं के जेळ की नीम भी हालगी, अर जिब्बे सारे दरबाजे खुलगे, अर सारया के बन्धन खुलकै पड़गे। \v 27 दरोग्गा जागग्या, अर जेळ के दरबाजे खुल्ले देखकै समझ गया के कैदी भाजगे सै, इस करकै उसनै तलवार खिंचकै खुद ताहीं मारणा चाह्या। \v 28 पर पौलुस नै ठाड्डू आवाज म्ह रूक्का मारया, “अपणे आपनै कीमे नुकसान ना पोहोचाइये, क्यूँके हम सारे उरैए सां।” \p \v 29 फेर दरोग्गा दिवां मँगाकै भित्तर आया, अर काम्बदा होया पौलुस अर सीलास कै आग्गै पड्या, \p \v 30 अर उन ताहीं बाहरणै ल्याकै बोल्या, “हे भले माणसों, उद्धार पाण कै खात्तर मै के करूँ?” \p \v 31 उननै कह्या, “प्रभु यीशु मसीह पै बिश्वास कर, तो तू अर तेरा कुण्बा उद्धार पावैगा।” \v 32 अर उननै उस ताहीं अर उसके सारे घर के माणसां ताहीं प्रभु का वचन सुणाया। \v 33 रात नै उस्से बखत उसनै उन ताहीं ले जाकै उनके घाव धोये, अर उसनै अपणे सारे माणसां सुदा जिब्बे बपतिस्मा लिया। \v 34 फेर दरोग्गै नै उन ताहीं अपणे घरां ले जाकै उनकै आग्गै खाणा धरया, अर साब्ते कुण्बे सुदा परमेसवर पै बिश्वास करकै आनन्द करया। \p \v 35 आगले दिन फेर हाकिमां नै सिपाहियाँ के हाथ्थां कुह्वा भेज्या के उन माणसां नै छोड़ द्यो। \v 36 दरोग्गै नै ये बात पौलुस तै कही, “हाकिमां नै थारे ताहीं छोड़ देण का हुकम दिया सै। ज्यांतै इब खुश होकै जाओ।” \p \v 37 पर पौलुस नै उनतै कह्या, “उननै म्हारै ताहीं जो रोमी माणस सै, कसूरवार ठहराए बिना माणसां कै स्याम्ही मारया अर जेळ म्ह गेरया। इब के हमनै बोल-बाल्ले लिकाड़ण लागरे सै? इसा कोनी, पर वे खुद आकै हमनै बाहरणै लिकाड़ै।” \p \v 38 सिपाहियाँ नै ये बात हाकिमां तै कही, अर वे न्यू सुणकै के वे रोम के बासिन्दे सै, डरगे, \v 39 अर आकै उन ताहीं मनाया, अर बाहरणै ले जाकै बिनती करी के नगर चले जाओ। \v 40 वे जेळ तै लिकड़कै लुदिया कै उरै गये, अर बिश्वासी भाईयाँ तै भेँट करकै उन ताहीं शान्ति देई, अर चले गये। \c 17 \s थिस्सलुनीके नगर म्ह \p \v 1 पौलुस अर सीलास अम्फिपुलिस अर अपुल्लोनिया नगरां तै होकै थिस्सलुनीके नगर म्ह आये, जित यहूदिया का एक आराधनालय था। \v 2 पौलुस अपणी रीत कै मुताबिक उनकै धोरै गया, अर तीन्नु आराम कै दिनां म्ह पवित्र ग्रन्थ म्ह तै उनकै गेल्या बहस करी, \v 3 अर वो उनका मतलब खोल-खोल कै समझावै था के मसीह नै दुख ठाणा, अर मरे होया म्ह तै जिन्दा उठणा, जरूरी था, अर “योए यीशु जिसकी मै थमनै कथा सुणाऊँ सूं, मसीह सै।” \v 4 कितने यहूदी अर परमेसवर के भगत यूनानियाँ म्ह तै घण-खरयां नै, अर घणी आच्छे खानदान की लुगाईयां नै मान लिया, अर पौलुस अर सीलास कै गेल्या मिलगे। \p \v 5 पर यहूदियाँ नै जळण तै भरकै बाजारू माणसां म्ह तै कुछ दुष्ट माणसां ताहीं अपणे गेल्या लिया, अर भीड़ कट्ठी करकै नगर म्ह दंगा मचाण लाग्गे, अर यासोन कै घर पै चढ़ाई करकै उन ताहीं आदमियाँ कै स्याम्ही ल्याणा चाह्या। \v 6 उननै जिब वे ओड़ै न्ही मिले तो वे किल्की मारदे होए यासोन अर कुछ बिश्वासी भाईयाँ ताहीं नगर के हाकिमां कै स्याम्ही खींच ल्याए, “ये माणस जिन नै दुनिया ताहीं उल्टा-पुल्टा कर दिया सै, उरै भी आ लिए सै। \v 7 यासोन नै उन ताहीं अपणे घरां रहण की इजाजत दी सै। ये सारे के सारे न्यू कहवै सै के यीशु राजा सै, अर कैसर के हुकमां का बिरोध करै सै।” \v 8 उननै आदमियाँ ताहीं अर नगर के हाकिमां ताहीं न्यू सुणाकै डरा दिया। \v 9 ज्यांतै उननै यासोन अर बाकी माणसां तै मुचलका या फिरोत्ती लेकै उन ताहीं छोड़ दिया। \s बिरीया नगर म्ह \p \v 10 बिश्वासी भाईयाँ नै जिब्बे राते-रात पौलुस अर सीलास ताहीं बिरीया नगर भेज दिया, अर वे ओड़ै पोहचकै यहूदियाँ के आराधनालय म्ह गये। \v 11 ये माणस तो थिस्सलुनीके नगर के यहूदियाँ तै आच्छे थे, अर उननै घणे चाह् तै वचन अपणाया, अर हर-रोज पवित्र ग्रन्थां म्ह टोह्न्दे रहे के ये बात न्यू सै के न्ही। \v 12 ज्यांतै उन म्ह तै घण-खरयां नै, अर यूनानी आच्छे खानदान की बिरबानियाँ म्ह तै अर माणसां म्ह तै भी घण-खरयां नै बिश्वास करया। \p \v 13 पर जिब थिस्सलुनीके नगर के यहूदी जाणगे के पौलुस बिरीया नगर म्ह भी परमेसवर का वचन सुणावै सै, तो ओड़ै भी माणसां ताहीं उकसाण अर गड़बड़ मचाण लाग्गे। \v 14 फेर बिश्वासी भाईयाँ नै जिब्बे पौलुस ताहीं बिदा करया के समुन्दर कै किनारै चल्या जावै, पर सीलास अर तीमुथियुस बिरीया रहगे। \v 15 पौलुस के मददगारां नै उस ताहीं एथेंस नगर ताहीं लेगे, अर सीलास अर तीमुथियुस कै खात्तर या आज्ञा पाकै बिदा होए के उसकै धोरै घणी तगाजै तै आये। \s एथेंस नगर म्ह \p \v 16 जिब पौलुस एथेंस नगर म्ह उसकी बाट देखै था, तो नगर नै मूर्तियाँ तै भरया होड़ देखकै भोत परेशान होग्या। \v 17 इस करकै म्ह वो आराधनालय म्ह यहूदियाँ तै अर भगतां तै, अर चौक म्ह जो माणस उसतै फेटै थे उनतै हरेक दिन बहस करया करै था। \v 18 फेर इपिकूरी अर स्तोईकी उपदेशकां म्ह तै कुछे उसतै तर्क करण लाग्गे, अर कुछां नै कह्या, “यो बकवादी के कहणा चाहवै सै?” पर दुसरयां नै कह्या, “वो दुसरे देवतायां का प्रचारक दिक्खै सै” क्यूँके वो यीशु का अर पुनरुत्थान का सुसमाचार सुणावै था। \v 19 फेर वे उसनै अपणे गेल्या अरियुपगुस नामक आराधनालय म्ह लेगे अर बुझ्झया, “के हम जाण सकां सां के यो नया पंथ जो तू सुणावै सै, के सै? \v 20 क्यूँके तू अनोक्खी बात म्हारै ताहीं सुणावै सै, ज्यांतै हम जाणणा चाहवां सां के इनका के मतलब सै।” \v 21 (ज्यांतै के सारे एथेंसवासी अर परदेशी जो ओड़ै रहवै थे, नयी-नयी बात कहण अर सुणन कै सिवाए और किसे काम म्ह बखत कोनी बितावैं थे।) \s अरियुपगुस की सभा म्ह पौलुस का भाषण \p \v 22 फेर पौलुस नै अरियुपगुस कै बिचाळै खड़े होकै कह्या, “हे एथेंस के माणसों, मै देक्खूँ सूं के थम हर बात म्ह देवतायां के घणे मानण आळे सो। \v 23 क्यूँके मै हांडदे होए जिब थारी पुज्जण की चिज्जां नै देखण लागरया था, तो एक इसी मंढही\f + \fr 17:23 \ft मंढही-वेदी\f* भी मिली, जिसपै लिख्या था, ‘अनजाणे ईश्‍वर कै खात्तर।’ इस करकै जिसनै थम बिना बेरे पूज्जो सो, मै थमनै उस्से परमेसवर का सुसमाचार सुणाऊँ सूं।” \p \v 24 जिस परमेसवर नै धरती अर उसकी सारी चिज्जां ताहीं बणाया, वो सुर्ग अर धरती का माल्लिक होकै, हाथ के बणाए होड़ मन्दरां म्ह कोनी रहन्दा, \v 25 उसनै माणसां की जरूरत कोनी, क्यूँके वो तो खुदे सारया ताहीं जिन्दगी अर सांस अर सारा कीमे देवै सै। \v 26 उसनै एक ए मूल तै माणसां की सारी जात सारी धरती पै रहण कै खात्तर बणाई सै, अर उनकै ठहराए होड़ बखत अर रहण या निवास की हदां ताहीं ज्यांतै बाँधया सै, \v 27 के वे परमेसवर नै टोहवै, कदाचित उस ताहीं टटोळकै पावै, फेरभी वो म्हारै म्ह तै किसे तै दूर कोनी। \v 28 क्यूँके उस्से म्ह म्हारा जीवन, चलणा-फिरना अर म्हारा पहचान बण्या सां, जिस ढाळ थारे कितने कवियाँ नै भी कह्या सै, “हम तो उस्से के वंशज सां।” \p \v 29 “इस करकै म्ह परमेसवर का वंश होकै म्हारा यो समझणा सही कोनी के ईश्वरत्व सोन्ने-चाँदी, पत्थर के जिसा सै, जो माणसां की कारीगरी अर कल्पना तै गढ़े गये हों। \v 30 ज्यांतै परमेसवर नै अज्ञानता के बखत पै खियास कोनी करी, पर इब हरेक जगहां सारे माणसां ताहीं पाप छोड़ण का हुकम देवै सै। \v 31 क्यूँके उसनै एक दिन तय करया सै, जिसम्ह वो धार्मिकता म्ह खुद के जरिये ठहराया गये उस माणस के जरिये दुनिया का न्याय करैगा, जिन ताहीं उसनै मरे होया म्ह तै दुबारा जिन्दा करकै या बात सारे माणसां के स्याम्ही साबित कर दी सै।” \p \v 32 मरे होया के पुनरुत्थान की बात सुणकै कुछ तो मखौल करण लाग्गे, अर कुछां नै कह्या, “या बात हम तेरै तै फेर कदे सुणांगें।” \v 33 इसपै पौलुस उनकै बिचाळै तै लिकड़ग्या। \v 34 पर कई माणस प्रभु यीशु कै गेल्या मिलगे, अर बिश्वास करया, जिन म्ह दियुनुसियुस जो अरियुपगुस का सदस्य था, अर दमरिस नामकी एक लुगाई थी, अर उनकै गेल्या कुछ और भी माणस थे। \c 18 \s कुरिन्थुस नगर म्ह \p \v 1 इसकै पाच्छै पौलुस एथेंस नगर नै छोड़कै कुरिन्थुस नगर म्ह आया। \v 2 ओड़ै उसनै अक्विला नामक एक यहूदी फेट्या, जिसका जन्म पुन्तुस परदेस म्ह होया था। वो अपणी घरआळी प्रिसकिल्ला कै गेल्या इटली देश तै इब्बै ए आया था, क्यूँके सम्राट क्लौदियुस नै सारे यहूदियाँ ताहीं रोम तै लिकड़ जाण का हुकम दिया था। ज्यांतै वो उनकै उरै गया। \v 3 पौलुस अर अक्विला का एक ए काम-धन्धा था, इस करकै वो उनकै गेल्या रहया अर वे काम करण लाग्गे, अर उनका काम-धन्धा तम्बू बनाण का था। \v 4 पौलुस हरेक आराम कै दिन आराधनालय म्ह बहस करकै यहूदियाँ अर यूनानियाँ ताहीं भी समझावै था, के यीशु ए मसीह सै। \p \v 5 जिब सीलास अर तीमुथियुस मकिदुनिया परदेस तै आये, तो पौलुस वचन सुणाण की धुन म्ह यहूदियाँ ताहीं गवाही देण लाग्या के यीशु ए मसीह सै। \v 6 पर जिब यहूदी बिरोध अर बुराई करण लाग्गे, तो उसनै अपणे लत्यां तै धूळ झाड़कै उनतै कह्या, “इब जै परमेसवर थमनै इस पाप की सजा देवै तो उसकी मौत के जिम्मेदार थम खुदे हो! मै बेकसूर सूं। इब तै मै दुसरी जात्तां कै धोरै जाऊँगा।” \p \v 7 पौलुस यहूदी आराधनालय तै लिकड़कै वो तितुस यूस्तुस नामक परमेसवर के एक भगत कै घरां आया, जिसका घर आराधनालय तै लाग्या होड़ था। \v 8 फेर आराधनालय के सरदार क्रिस्पुस नै अपणे सारे कुण्बे सुदा प्रभु पै बिश्वास करया, अर घण-खरे कुरिन्थवासी सुणकै बिश्वास लाये, अर बपतिस्मा लिया। \p \v 9 प्रभु नै एक रात दर्शन कै जरिये पौलुस तै कह्या, “मतना डरै, बल्के कहे जा अर बोल-बाल्ला मतना रहवै, \v 10 क्यूँके मै तेरै गेल सूं, अर कोए तेरै पै चढ़ाई करकै तेरा नुकसान कोनी करैगा, क्यूँके इस नगर म्ह मेरे घणे माणस सै।” \v 11 ज्यांतै पौलुस उन म्ह परमेसवर का वचन सिखान्दे होए डेढ़ साल ताहीं रहया। \p \v 12 जिब गल्लियो अखाया परदेस का राज्यपाल था, तो यहूदी माणस एक्का करकै पौलुस पै चढ़ आये, अर उस ताहीं न्याय गद्दी कै स्याम्ही ल्याकै कहण लाग्गे, \v 13 “यो माणसां नै समझावै सै, के परमेसवर की आराधना इस ढाळ तै करो, जो नियम-कायदे कै उल्ट सै।” \p \v 14 जिब पौलुस बोल्लण पैए था, तो गल्लियो नै यहूदियाँ ताहीं कह्या, “हे यहूदियों, जै या कीमे अन्याय या दुष्टता की बात होन्दी, तो सही था के मै थारी सुणदा। \v 15 पर जै या बहस शब्दां, अर नाम्मां, अर थारे उरै के नियम-कायदे कै बारै म्ह सै, तो थमे जाणो, क्यूँके मै इन बात्तां का न्यायाधीश कोनी बणना चाहन्दा।” \v 16 अर उसनै उन ताहीं न्याय गद्दी कै स्याम्ही तै लिकाड़ दिया। \v 17 जद सारे माणसां नै आराधनालय के सरदार सोस्थिनेस ताहीं पकड़कै न्याय गद्दी कै स्याम्ही मारया। पर गल्लियो नै इन बात्तां की भी कीमे चिन्ता कोनी करी। \s अन्ताकिया नगर नै बोहड़ना \p \v 18 पौलुस घणे दिन ताहीं कुरिन्थुस नगर रहया। फेर बिश्वासी भाईयाँ तै बिदा होकै किंख्रिया बन्‍दरगाह म्ह ज्यांतै सिर मुण्डाया, क्यूँके उसनै मन्नत मान्नी थी, अर जहाज पै सीरिया परदेस नै चल्या गया अर उसकै गेल्या प्रिसकिल्ला अर अक्विला थे। \v 19 उसनै इफिसुस नगर पोहचकै उन ताहीं ओड़ै छोड्या, अर खुद आराधनालय म्ह जाकै यहूदियाँ तै बहस करण लाग्या। \v 20 जिब माणसां नै उसतै बिनती करी, “म्हारै गेल्या कुछ और दिन रह।” तो उसनै कोनी मान्नी, \v 21 पर न्यू कहकै उसतै बिदा होया, “जै परमेसवर नै चाह्या तो मै थारै धोरै फेर आऊँगा।” फेर वो इफिसुस नगर तै जहाज खोल कै चाल दिया, \v 22 अर कैसरिया नगर म्ह उतरकै (यरुशलेम नगर नै) गया अर कलीसिया ताहीं नमस्कार करकै अन्ताकिया नगर म्ह आया। \s पौलुस की तीसरी प्रचार-यात्रा \p \v 23 फेर कीमे दिन रहकै वो ओड़ै तै लिकड़या, अर एक और तै गलातिया अर फ्रुगिया परदेसां म्ह सारे चेल्यां ताहीं स्थिर करदा हांडया। \s इफिसुस नगर म्ह अपौलुस \p \v 24 अपुल्लोस नामक एक यहूदी, जिसका जन्म सिकन्दरिया नगर म्ह होया था, जो ज्ञान्नी माणस था अर पवित्र ग्रन्थ ताहीं आच्छी तरियां तै जाणै था, इफिसुस नगर म्ह आया। \v 25 उसनै प्रभु कै राह की शिक्षा पाई थी, अर मन लाकै यीशु कै बारै म्ह सही-सही सुणावै अर सिखावै था, पर वो सिर्फ यूहन्ना कै बपतिस्मा की बात जाणै था। \v 26 वो आराधनालय म्ह बिना डरे बोल्लण लाग्या, पर प्रिसकिल्ला अर अक्विला उसकी बात सुणकै उस ताहीं अपणे उरै लेगे अर परमेसवर की राह उस ताहीं और भी सही-सही बताई। \p \v 27 जिब उसनै फैसला करया के पार उतरकै अखाया परदेस म्ह जावै तो बिश्वासी भाईयाँ नै उस ताहीं धीरज बन्धाकै चेल्यां ताहीं लिख्या के वे उसतै आच्छी ढाळ फेटै, अर उसनै ओड़ै पोहचकै उन माणसां की घणी मदद करी जिन नै अनुग्रह कै कारण बिश्वास करया था। \v 28 क्यूँके वो पवित्र ग्रन्थ तै सबूत दे-देकै के यीशु ए मसीह सै, घणे ताव्ळे पण तै यहूदियाँ ताहीं सारया कै स्याम्ही निरुतर (बोलती बन्द) करदा रहया। \c 19 \s इफिसुस नगर म्ह पौलुस \p \v 1 जिब अपुल्लोस कुरिन्थस नगर म्ह था, तो पौलुस उप्पर के सारे परदेस तै होकै इफिसुस नगर म्ह आया। ओड़ै कई चेल्यां ताहीं मिल्या। \v 2 उनतै बोल्या, “के थमनै बिश्वास करदे बखत पवित्र आत्मा पाया था?” उननै उसतै कह्या, “हमनै तो पवित्र आत्मा का जिक्रा भी कोनी सुण्या।” \p \v 3 पौलुस नै उनतै कह्या, “तो फेर थमनै किसका बपतिस्मा लिया?” वे बोल्ले, “यूहन्ना का बपतिस्मा।” \p \v 4 पौलुस बोल्या, “यूहन्ना नै न्यू कह्या, के पाप करणा छोड़ दो, अर बपतिस्मा ल्यो, परमेसवर थारे पाप माफ कर देगा, अर जो मेरै पाच्छै आण आळा सै, उसपै बिश्वास करयो, यानिके यीशु पै।” \v 5 न्यू सुणकै उननै प्रभु यीशु कै नाम म्ह बपतिस्मा लिया। \v 6 जिब पौलुस नै उनपै हाथ धरे, तो पवित्र आत्मा उनपै उतरया, अर वे अन्य-अन्य भाषा बोल्लण अर भविष्यवाणी करण लाग्गे। \v 7 ये सारे करीबन बारहा माणस थे। \p \v 8 पौलुस आराधनालय म्ह जाकै तीन महिन्ने ताहीं बिना डरे होकै बोल्दा रहया, अर परमेसवर के राज्य कै बारै म्ह बहस करदा अर समझान्दा रहया। \v 9 पर जो माणसां कठोर थे उननै उसका बिश्वास कोनी करया, बल्के माणसां कै स्याम्ही इस पंथ नै बुरा कहण लाग्गे, तो उसनै उन ताहीं छोड़ दिया अर चेल्यां ताहीं साथ लेकै तुरन्नुस की पाठशाला म्ह गये, जित्त वे रोज भीड़ तै परमेसवर के बारें म्ह बहस करया करै थे। \v 10 दो साल ताहीं न्यूए होन्दा रहया, उरै ताहीं के आसिया परदेस के रहणीये के यहूदी के यूनानी सारया नै प्रभु का वचन सुण लिया। \p \v 11 परमेसवर नै पौलुस ताहीं अदभुत चमत्कार करण की सामर्थ दी। \v 12 उरै ताहीं के रूमाल अर अन्गोंछे उसकै गात तै छुआ कै बिमारां पै गेरै थे, अर उनकी बीमारी जान्दी रहवैं थी, अर भुंडी ओपरी आत्मा उन म्ह तै लिकड़ जाया करै थी। \p \v 13 पर कुछ यहूदी लोग जो झाड़ा-फूँकी करदे हान्डै थे, न्यू करण लाग्गे के जिन म्ह भुंडी ओपरी आत्मा हो उनपै प्रभु यीशु का नाम न्यू कहकै फूँके, “जिस यीशु का प्रचार पौलुस करै सै, मै थारै ताहीं उस्से आदमी की कसम दियुँ सूं।” \v 14 अर स्क्किवा नाम का एक यहूदी प्रधान याजक के सात बेट्टे थे, जो इस्से तरियां ए करै थे। \v 15 पर भुंडी ओपरी आत्मा नै उन ताहीं जबाब दिया, “यीशु ताहीं मै जांणु सूं, अर पौलुस ताहीं भी पिच्छाणु सूं, पर थम कौण सो?” \v 16 अर उस माणस नै जिसम्ह भुंडी ओपरी आत्मा थी उनपै लपककै अर उन ताहीं बस म्ह ल्याकै, उनपै इसा दुर्गति मचाया के वे उघाड़े अर घायल होकै उस घर तै लिकड़ भाज्जे। \p \v 17 या बात इफिसुस नगर के रहण आळे सारे यहूदी अर यूनानी भी जाणगे, अर वे सारे डरगे, अर प्रभु यीशु कै नाम की बड़ाई होई। \v 18 जिन नै बिश्वास करया था, उन म्ह तै घण-खरयां नै आकै अपणे-अपणे काम्मां ताहीं मान लिया अर दिखा दिया। \v 19 जादू करण आळा म्ह तै घणाए नै अपणी-अपणी पोथियाँ कट्ठी करकै सारया कै स्याम्ही जळा दी, अर जिब उसका दाम जोड़या गया, तो पचास हजार चाँदी के सिक्के कै बराबर लिकड़या। \v 20 इस तरियां प्रभु का वचन सामर्थी तरिक्के तै फैलदा अर हावी होंदा गया। \p \v 21 जिब ये बात हो ली तो पौलुस नै आत्मा म्ह ठाणा के मकिदुनिया अर अखाया परदेस तै होकै यरुशलेम नगर नै जाऊँ, अर बोल्या, “यरुशलेम जाणकै बाद मन्नै रोम ताहीं भी देखणा जरूरी सै।” \v 22 इस करकै अपणी सेवा करणीया म्ह तै तीमुथियुस अर इरास्तुस ताहीं मकिदुनिया परदेस खन्दाकै खुद कीमे दिन आसिया परदेस म्ह रहग्या। \s इफिसुस नगर म्ह उपद्रव \p \v 23 उस बखत उस पन्थ कै बारै म्ह घणा दंगा माच्या। \v 24 क्यूँके देमेत्रियुस नाम का एक सुनार अरतिमिस के चाँदी के मन्दर बणवाकै कारिगरां ताहीं घणा काम दुवाया करै था। \v 25 उसनै उन ताहीं अर इस्से तरियां की चिज्जां के कारिगरां ताहीं कट्ठा करकै कह्या, “हे भाईयो, थमनै बेरा सै के इस काम तै हमनै कितना धन मिलै सै। \v 26 थम देक्खो अर सुणो सो के सिर्फ इफिसुस नगर म्ह ए कोनी, बल्के कई बर सारे आसिया परदेस म्ह न्यू कह-कहकै इस पौलुस नै घणे माणसां ताहीं समझाया अर भकाया भी सै, के जो हाथ की कारीगरी सै, वे ईश्‍वर कोनी। \v 27 इसतै इब सिर्फ इस्से बात का ए भय न्ही सै के म्हारै इस धन्धे की इज्जत-मान जान्दी रहवैगी, बल्के न्यू भी के महान् देबी अरतिमिस का मन्दर तुच्छ समझया जावैगा, अर जिस ताहीं सारा आसिया परदेस अर दुनिया पूज्जै सै उसका महत्व भी जान्दा रहवैगा।” \p \v 28 कारीगर न्यू सुणकै खुन्दक तै भरगे अर किल्की मार-मारकै कहण लाग्गे, “इफिसियाँ की अरतिमिस देबी, महान् सै!” \v 29 अर सारे नगर म्ह घणा दंगा माचग्या, अर माणसां नै मकिदुनियावासी गयुस अर अरिस्तर्खुस ताहीं जो पौलुस के संगी मुसाफर थे, पकड़ लिया, अर एक सेत्ती रंगशाला म्ह भाजगे। \v 30 जिब पौलुस नै माणसां कै धोरै भीत्त्तर जाणा चाह्या तो चेल्यां नै उस ताहीं जाण न्ही दिया। \v 31 आसिया परदेस के हाकिमां म्ह तै भी उसके कई साथियाँ नै उसकै धोरै कुह्वा भेज्या अर बिनती करी के रंगशाला म्ह जाकै जोख्खम न्ही ठाणा। \p \v 32 भीड़ म्ह तै कोए कुछ चिल्लावै था अर कोए कुछ, सारी भीड़ पूरी तरियां घबराई होई थी, अर घणखरे माणसां नै तो न्यूए कोनी जाणै थे के वे क्यां खात्तर कट्ठे होए सै। \v 33 फेर उननै सिकन्दर ताहीं, जिस ताहीं यहूदियाँ नै खड्या करया था, भीड़ म्ह आग्गै बढ़ाया। सिकन्दर हाथ तै इशारा करकै माणसां कै स्याम्ही जबाब देणा चाहवै था। \v 34 पर जिब उननै बेरा लागग्या के वो यहूदी सै, तो सारे के सारे एक बोल म्ह कोए दो घंटे ताहीं चिल्लान्दे रहे, “इफिसियाँ की अरतिमिस देबी, महान् सै।” \p \v 35 फेर नगर के मन्त्री नै माणसां ताहीं शान्त करकै कह्या, “हे इफिसुस नगर के माणसों, किसनै न्ही बेरा के इफिसियाँ का नगर महान् अरतिमिस देबी के मन्दर, अर ज्यूस की ओड़ तै गिरी होड़ मूर्ति का टहलुआ सै।” \p \v 36 आखर म्ह जिब के इन बात्तां का खण्डन ए कोनी हो सकदा, तो सही सै के थम शान्त रहो अर बिना सोच्चे-समझे कीमे ना करो। \v 37 क्यूँके थम इन माणसां नै ल्याए सो जो ना मन्दर के लुट्टण आळे सै अर ना म्हारी देबी के बुराई करणीये सै। \v 38 इस करकै देमेत्रियुस अर उसके मित्तर-कारिगरां ताहीं किसे तै एतराज हो तो कच्हेड़ी जा सकै सै अर हाकिम भी सै, वे एक-दुसरे पै दोष लावै। \v 39 पर जै थम किसे और बात कै बारै म्ह कीमे बुझणा चाहो सो, तो बखत पै सभा म्ह फैसला करया जावैगा। \p \v 40 आज की इस घटना कै कारण म्हारै पै उपद्रव का इल्जाम लाग्गण का खतरा सै, क्यूँके इसकै खात्तर कोए भी ठोस कारण दिखाई कोनी देंदा, “हम इस भीड़ के कट्ठा होण का कोए जबाब कोनी दे सकांगें।” \v 41 न्यू कहकै उसनै सभा ताहीं बिदा करया। \c 20 \s मकिदुनिया, यूनान अर त्रोआस म्ह पौलुस \p \v 1 जिब दंगा थमग्या तो पौलुस नै चेल्यां ताहीं बुलाकै उत्साहित करया, अर उनतै बिदा होकै मकिदुनिया परदेस की ओड़ चाल दिया। \v 2 उस सारे परदेस म्ह तै होकै अर चेल्यां ताहीं घणा समझाकै वो यूनान देश म्ह आया। \v 3 जिब तीन महीन्ने रहकै वो ओड़ै तै जहाज पै सीरिया परदेस की ओड़ जाण पै था, तो यहूदी अगुवें उसकी टाह म्ह लाग्गे, ज्यांतै उसनै निश्चय करया के मकिदुनिया परदेस होकै बोहड़ जावै। \v 4 बिरीयावासी पुर्रुस का बेट्टा सोपत्रुस अर थिस्सलुनीकियों नगर म्ह तै अरिस्तर्खुस अर सिकुन्दुस, अर दिरबे नगर का गयुस, अर तीमुथियुस, अर आसिया परदेस का तुखिकुस अर त्रुफिमुस आसिया परदेस ताहीं उसकै गेल हो लिये। \v 5 ये म्हारे मुसाफिर साथी म्हारे तै चले गये। \v 6 अर हम अखमीरी रोट्टी त्यौहार के दिनां कै पाच्छै फिलिप्पी तै जहाज पै चढ़कै पाँच दिन म्ह त्रोआस म्ह उसकै धोरै पोहोचे, अर सात दिन ताहीं रए। \s त्रोआस म्ह युतुखुस का जिन्दा करणा \p \v 7 हफ्ते के पैहल्ड़े दिन जिब हम प्रभुभोज कै खात्तर कट्ठे होए, तो पौलुस जो दुसरै दिन चले जाण पै था, उनतै बात करी, आध्धी रात ताहीं बात करदा रहया। \v 8 जिस चौबारे पै हम कट्ठे थे, उस म्ह घणे दीवे जळण लागरे थे। \v 9 अर यूतुखुस नाम का एक जवान खिड़की पै बैठ्या होया नींद की झपकियाँ लेण लागरया था। जिब पौलुस वारी ताहीं बात करदा रहया तो यूतुखुस नींद कै झोक्के म्ह तीसरी अटारी पै तै पड़ग्या, अर उसकी मौत होगी। \v 10 पौलुस नीच्चै गया, उसकै धोरै जाकै उसतै लिपटग्या, अर गलै लाकै कह्या, “घबराओ ना, वो जीवै सै।” \v 11 अर उसनै दुबारा उप्पर जाकै रोट्टी तोड़ी\f + \fr 20:11 \ft रोट्टी तोड़णा-प्रभु भोज \f* अर खाकै दिन लिकड़ण ताहीं उनतै बात करदा रहया, सबेरा होग्या। फेर वो चल्या गया। \v 12 अर वे उस जवान ताहीं जिन्दा लियाए अर माणस भोत खुश होए। \s त्रोआस तै मिलेतुस की यात्रा \p \v 13 हम पाणी के जहाज पै सवार होकै अस्सुस नगर की ओड़ बढ़े, जड़ै हमनै पौलुस ताहीं साथ लेकै आग्गै बढ़णा था, पर पौलुस ओड़ै पैदल राह तै पोहोचा था, क्यूँके या उसकी पैहले तै बणाई तरकीब थी। \v 14 अस्सुस नगर उन ताहीं फेट्या तो हमनै उस ताहीं पाणी के जहाज म्ह अपणे साथ लिया अर मितुलेने नगर म्ह जा पोहोचे। \v 15 ओड़ै तै जहाज खोल कै हम दुसरे दिन खियुस टापू कै स्याम्ही पोहोचे, अर आगलै दिन सामुस टापू म्ह जाण लाग्गे, पर उसके अगले एक दिन कै बाद मिलेतुस बन्‍दरगाह म्ह आये। \v 16 पौलुस नै इफिसुस नगर म्ह ना उतरकै आग्गै बढ़ जाण का इरादा करया क्यूँके वो चाहवै था के आसिया परदेस म्ह ठैहरण की बजाए जै हो सक्या तो तगाजै तै पिन्तेकुस्त कै त्यौहार के मौक्के पै यरुशलेम नगर म्ह पोहच जावै। \s इफिसुस नगर के बुजुर्गां का उपदेश \p \v 17 मिलेतुस नगर तै पौलुस नै इफिसुस नगर म्ह समाचार भेजकै कलीसिया के कलीसिया के अगुवां ताहीं बुलवाया। \v 18 जिब वे उसकै लोवै आये, तो उनतै कह्या “थमनै बेरा सै के पैहल्ड़े ए दिन तै जिब मै आसिया परदेस म्ह पोहुच्या, मै हर-बखत थारे गेल्या किस ढाळ रहया, \v 19 यानिके घणी दीनता तै, अर आँसू बहा-बहाकै, अर उन मुसीबतां म्ह जो यहूदियाँ की साजिस कै कारण मेरै पै आण पड़ी, मै प्रभु की सेवा करदा ए रहया। \v 20 अर जो-जो बात थारे फायदे की थी, उन ताहीं बताण अर माणसां कै स्याम्ही अर घर-घर सिखाण तै कदे न्ही झिझक्या, \v 21 बल्के यहूदियाँ अर यूनानियाँ कै स्याम्ही गवाही देंदा रहया के परमेसवर की ओड़ मन फिराणा अर म्हारै प्रभु यीशु पै बिश्वास करणा चाहिये।” \p \v 22 इब देक्खो, मै पवित्र आत्मा म्ह बन्धया होया यरुशलेम नगर नै जाऊँ सूं, अर मन्नै न्ही बेरा के ओड़ै मेरै पै के-के बीतैगी। \v 23 सिर्फ यो के पवित्र आत्मा हरेक नगर म्ह गवाही दे-देकै मेरै तै कहवै सै के बन्धन अर क्ळेश तेरै खात्तर त्यार सै। \p \v 24 पर मै अपणी जान नै किमे न्ही समझदा के उसतै प्यार राक्खूँ, बल्के यो के मै अपणी दौड़ ताहीं अर उस सेवा नै पूरी करूँ, जो मन्नै परमेसवर कै अनुग्रह के सुसमाचार पै गवाही देण कै खात्तर प्रभु यीशु तै पाई सै। \p \v 25 इब देक्खो, मन्नै बेरा सै के थम सारे जिन म्ह मै परमेसवर के राज्य का प्रचार करया सै, मेरा मुँह दुबारा कोनी देक्खोगे। \p \v 26 ज्यांतै मै आज कै दिन थारै तै गवाही देकै कहूँ सूं, के मै किसे की भी मौत का कसूरवार न्ही सूं। \p \v 27 क्यूँके मै परमेसवर की सारी इच्छा नै थारै ताहीं बताण म्ह कदे कोनी हिचकिचाया। \v 28 इस करकै थम अपणा ध्यान राक्खो अर उस टोळ का भी, जिसका रुखाळा थारे ताहीं पवित्र आत्मा ठहराया सै, के थम परमेसवर की कलीसिया की रूखाळी करो, जिस ताहीं उसनै खुद अपणे लहू तै मोल लिया सै। \v 29 मन्नै बेरा सै के मेरै जाणकै बाद पाड़ण आळे भेड़िये थारे म्ह आवैगें जो टोळ नै कोनी छोड्डैगें। \p \v 30 थारै ए बिचाळै तै भी इसे-इसे माणस उठैंगें, जो चेल्यां ताहीं अपणे पाच्छै खिंच लेण ताहीं टेढ़ी-मेढ़ी बात कहवैगें। \v 31 इस करकै जागदे रहो, अर याद राक्खो के मन्नै तीन साल्लां ताहीं रात-दिन आँसू बहा-बहाकै हरेक ताहीं चेतावनी देणा न्ही छोड्या। \p \v 32 “अर इब मै थमनै परमेसवर अर उनके अनुग्रह के वचन की देखभाळ म्ह सौपण लागरया सूं, जिस म्ह थारी बढ़ोतरी करण अर उन सब साथ मीरास देण की ताकत सै, जो प्रभु खात्तर न्यारे करे गये सै। \v 33 मन्नै किसे के चाँदी, सोन्ने या लत्ते का लोभ कोनी करया। \v 34 थमनै खुदे बेरा सै के इन्ने हाथ्थां नै मेरी अर मेरे साथियाँ की जरूरत पूरी करी सै। \v 35 मन्नै थारै ताहीं सारया कीमे करकै दिखाया के इस तरियां तै मेहनत करदे होए कमजोरां ताहीं सम्भालणा अर प्रभु यीशु के वचन याद राखणा जरूरी सै, जो उसनै खुदे कह्या सै: ‘लेण तै देणा धन्य सै।’” \p \v 36 न्यू कहकै उसनै गोड्डे टेक्के अर उन सारया कै गेल्या प्रार्थना करी। \v 37 फेर वे सारे घणे रोये अर पौलुस कै गलै लिपटकै उस ताहीं चुम्ण लाग्गे। \p \v 38 वे खासकर इस बात तै दुखी थे जो उसनै कही थी के थम मेरा मुँह दुबारा कोनी देक्खोगे। इसके बाद वे पौलुस के साथ पाणी के जहाज तक गये। \c 21 \s पौलुस का यरुशलेम नगर नै जाणा \p \v 1 जिब हमनै उनतै न्यारे होकै जहाज खोल्या, तो सीध्धी राही तै कोस टापू म्ह आये, अर दुसरे दिन रुदुस टापू म्ह अर ओड़ै तै पतरा टापू म्ह। \v 2 ओड़ै एक जहाज फीनीके परदेस नै जान्दा होया फेट्या, अर हमनै उसपै चढ़कै अपणा सफर शुरू करया। \v 3 हमनै ओळै हाथ कान्ही साइप्रस टापू दिखया, तो हम उसनै छोड़कै सीरिया परदेस की ओड़ बढ़ते गये अर सूर नगर म्ह जा पोहचे, क्यूँके ओड़ै जहाज तै समान उतारया जाणा था। \v 4 चेल्यां नै पाकै हम ओड़ै सात दिन ताहीं रहे। उननै पवित्र आत्मा के सिखाए पौलुस तै कह्या के ओड़ै (यरुशलेम नगर म्ह) पाँ ना धरिये। \v 5 सात दिन के बाद जिब ओड़ै तै म्हारे जाण का बखत आया, तो वे पूरे परिवार कै साथ म्हारै ताहीं विदा करण खात्तर नगर की सीम तक आये, अर समन्दर कै किनारै हमनै घुटने टेककै प्रार्थना करी, \v 6 फेर एक दुसरे तै बिदा होकै, हम तै जहाज पै चढ़गे अर वे अपणे-अपणे घरां बोहड़गे। \p \v 7 जिब हम सूर नगर तै जहाज पै सफर करकै पतुलिमयिस नगर म्ह पोहोचे, अर बिश्वासी भाईयाँ नै नमस्कार करकै उनकै गेल्या एक दिन रहे। \v 8 दुसरे दिन हम ओड़ै तै चालकै कैसरिया नगर म्ह आये, अर फिलिप्पुस सुसमाचार प्रचारक कै घर म्ह जो उन सात आदमियाँ म्ह तै एक था, जिन ताहीं प्रेरितां नै बिधवा जनानियाँ की सेवा करण खात्तर यरुशलेम म्ह छाट्या था, हम उस्से कै घर म्ह ठैहरे। \v 9 उसकी चार कुँवारी बेट्टी थी, जो भविष्यवाणी करया करै थी। \p \v 10 जिब हम ओड़ै घणे दिन ताहीं रह लिये, तो अगबुस नाम का एक नबी यहूदी परदेस म्ह आया। \v 11 उसनै म्हारै धोरै आकै पौलुस का कमरबन्ध लिया, अर अपणे हाथ-पाँ बाँधकै कह्या, “पवित्र आत्मा न्यू कहवै सै के जिस माणस का यो कमरबन्ध सै, उस ताहीं यरुशलेम नगर म्ह यहूदी इस्से तरियां तै बाँधैगें, अर दुसरी जात्तां कै हाथ्थां म्ह सौंपैगें।” \p \v 12 जिब हमनै ये बात सुणी, तो हमनै अर ओड़ै के माणसां नै पौलुस तै बिनती करी के यरुशलेम नगर नै ना जाइए। \v 13 पर उसनै जबाब दिया, “थम के करो सो के रो-रोकै मेरा मन तोड़ो सो? मै तो प्रभु यीशु कै नाम कै खात्तर यरुशलेम नगर म्ह ना सिर्फ बाँध्धे जाण ए कै खात्तर बल्के मरण कै खात्तर भी त्यार सूं।” \v 14 जिब उसनै न्ही मान्नी तो हम न्यू कहकै बोल-बाल्ले रहगे, “प्रभु की मर्जी पूरी हो।” \p \v 15 कई दिनां पाच्छै हमनै त्यारी करी अर यरुशलेम नगर नै चाल दिए। \v 16 कैसरिया नगर तै भी कुछ चेल्लें म्हारै गेल्या हो लिए, अर म्हारै ताहीं ठैहराण खात्तर कुप्रोसवासी मनासोन के घर ले गये, वो सब तै पैहले के चेल्यां म्ह तै एक था। \s पौलुस की याकूब तै भेंट \p \v 17 जिब हम यरुशलेम नगर म्ह पोहोचे, तो बिश्वासी भाई घणी खुशी कै गेल्या हम तै फेट्टे। \p \v 18 दुसरे दिन पौलुस म्हारै ताहीं लेकै याकूब कै धोरै गया, जित्त सारे कलीसिया के अगुवें कट्ठे थे। \p \v 19 जद उसनै उन ताहीं नमस्कार करकै, जो-जो काम परमेसवर नै उसकी सेवा के जरिये दुसरी जात्तां म्ह करे थे, एक-एक करकै सारे बताए। \p \v 20 उननै न्यू सुणकै परमेसवर की महिमा करी, फेर उसतै बोल्या, “हे भाई, तू देखै सै के यहूदियाँ म्ह तै कई हजारां नै बिश्वास करया सै, अर सारे नियम-कायदे कै खात्तर मानण म्ह पक्के सै। \v 21 उननै यो सुण राख्या सै के तू गैर यहूदी माणसां के बीच म्ह रहन्दे होए यहूदियाँ ताहीं या शिक्षा देण लागरया सै के मूसा नबी के नियम-कायदा नै छोड़ द्यो, ना तो अपणे बाळकां का खतना करो अर ना रित-रिवाज्जां पै चाल्लों। \v 22 तो फेर के करया जावै? माणस जरुर सुणैगें के तू आया सै। \v 23 इस करकै जो हम तेरै तै कह्वां सां, वो कर। म्हारा सुझाव मान उरै इसे चार माणस सै, जिन नै कसम खाई सै।” \p \v 24 तू उनकै गेल जा, शुद्ध होण की विधि पूरी कर, अर उसकै मुण्डन का खर्चा ठा, फेर सारया नै यो बेरा लाग ज्यागा के जो कुछ भी बात तेरै बारै म्ह कह्या गया सै, उस म्ह कोए सच्चाई न्ही सै पर तू खुद भी नियम-कायदे का पालन करै सै। \v 25 पर उन दुसरी जात्तां कै बारै म्ह जिन नै बिश्वास करया सै, हमनै यो फैसला करकै लिख भेज्या सै “के वे मूर्तियाँ कै स्याम्ही बलि करे हाड़ मांस तै, अर लहू तै अर घेट्टी घोट्टे होयां के मांस तै अर जारी तै बचे रहवैं।” \p \v 26 फेर पौलुस उन माणसां नै लेकै, अर दुसरे दिन उनकै गेल्या शुद्ध होकै मन्दर म्ह गया, अर ओड़ै बता दिया के शुद्ध होण कै दिन, यानिके उन म्ह तै हरेक कै खात्तर चढ़ावा चढ़ाए जाण तक के दिन कद पूरे होवैगें। \s मन्दर म्ह पौलुस का पकड़या जाणा \p \v 27 जिब वे सात दिन पूरे होण पै थे, तो आसिया परदेस के यहूदियाँ नै पौलुस ताहीं मन्दर म्ह देखकै सारे माणसां ताहीं उकसाया, अर न्यू रुक्का मारकै उस ताहीं पकड़ लिया, \v 28 “हे इस्राएलियों, मदद करो, यो वोए माणस सै, जो माणसां के, अर नियम-कायदे के, अर इस जगहां कै बिरोध म्ह हरेक जगहां सारे माणसां नै सिखावै सै, उरै ताहीं के यूनानियाँ ताहीं भी मन्दर म्ह ल्याकै उसनै इस पवित्र जगहां ताहीं अपवित्र करया सै।” \v 29 उननै इसतै पैहल्या इफिसुसवासी त्रुफिमुस ताहीं पौलुस कै गेल्या नगर म्ह देख्या था, अर सोचै थे के पौलुस उसनै मन्दर म्ह लीयाया सै। \p \v 30 फेर सारे नगर म्ह दंगा माचग्या, अर माणस भाजकै कट्ठे होए, अर पौलुस नै पकड़कै मन्दर कै बाहरणै घसीट ल्याए, अर जिब्बे किवाड़ बन्द करे गये। \v 31 जिब वे उसनै मार देणा चाहवै थे, तो पलटन के सरदार नै सन्देशा पोहुच्या के सारे यरुशलेम नगर म्ह दंगा माचरया सै। \v 32 फेर वो जिब्बे सिपाहियाँ अर सूबेदारां नै लेकै उनकै धोरै तळै भाज आया, अर उननै पलटन के सरदार अर सिपाहियाँ ताहीं देखकै पौलुस ताहीं मारणा-छेतणा छोड़ दिया। \p \v 33 फेर पलटन के सरदार नै धोरै आकै पौलुस ताहीं पकड़ लिया, अर दो साँकळां तै बाँधण का हुकम देकै बुझ्झण लाग्या, “यो कौण सै अर इसनै के करया सै?” \v 34 पर भीड़ म्ह तै कोए कीमे अर कोए कीमे चिल्लान्दा रहया। जिब रोळै कै मारै वो सही सच्चाई न्ही जाण सक्या, तो उस ताहीं गढ़ म्ह ले जाण का हुकम दिया। \v 35 जिब वो सीढ़ी पै पोहुच्या, तो इसा होया के भीड़ की दाब कै मारे सिपाहियाँ नै उस ताहीं ठाकै ले जाणा पड्या। \v 36 क्यूँके माणसां की भीड़ न्यू चिल्लान्दी होई उसकै पाच्छै पड़री थी, “उसनै खतम कर द्यो।” \p \v 37 जिब वे पौलुस नै गढ़ म्ह ले जावण आळे थे, तो उसनै पलटन के सरदार तै कह्या, “जै मन्नै इजाजत हो तो मै थारे तै कीमे कहूँ?” वो बोल्या, “के तू यूनानी भाषा जाणै सै? \p \v 38 “के तू मिस्र देश का कोनी, जो इन दिनां तै पैहल्या बिद्रोही बणकै, चार हजार हथियार सुदा माणसां नै जंगळ म्ह लेग्या?” \p \v 39 “मै तो तरसुस का यहूदी माणस सूं! मै किलिकिया परदेस के तरसुस नगर का बासिन्दा सूं। मै तेरै तै बिनती करूँ सूं के मन्नै माणसां तै बात करण दे।” \p \v 40 जिब उसनै हुकम दिया, तो पौलुस नै सीढ़ी पै खड़े होकै माणसां ताहीं हाथ तै इशारा करया। जिब वे चुप होए तो वो इब्रानी भाषा म्ह बोल्लण लाग्या: \c 22 \s भीड़ कै स्याम्ही पौलुस का भाषण \p \v 1 “हे भाईयो अर बुजुर्गों, मेरा बदले म्ह जबाब सुणो, जो मै इब थारै स्याम्ही ल्याऊँ सूं।” \p \v 2 वे न्यू सुणकै के वो हम तै इब्रानी भाषा म्ह बोल्लै सै, और भी बोल-बाल्ले होगे। फेर उसनै कह्या \v 3 “मै तो यहूदी माणस सूं, जो किलिकिया के तरसुस नगर म्ह जन्मा, पर इस नगर म्ह गमलीएल के पाँयां कै धोरै बैठकै पढ़ाया गया, अर पूर्वजां के नियम-कायदा नै ठीक रीती तै सिखाया गया अर परमेसवर कै खात्तर इसी धुन लारया था, जिस तरियां थम सारे आज लारे सो। \v 4 मन्नै माणस अर लुगाई दोनुआ ताहीं जुड़-जुड़कै अर जेळ म्ह गेर-गेर कै, इस पंथ नै उरै ताहीं सताया के उन ताहीं मरवा भी दिया। \v 5 इस बात कै खात्तर महायाजक अर सारे यहूदी अगुवें गवाह सै, के उनतै मै भाईयाँ कै नाम पै चिट्ठियाँ लेकै दमिश्क नगर नै चल्या जावै था, के जो ओड़ै हों उन ताहीं भी सजा दुवाण कै खात्तर बाँधकै यरुशलेम नगर लाऊँ। \s अपणे हृदय-परिवर्तन का जिक्रा \p \v 6 “जिब मै चाल्दे-चाल्दे दमिश्क नगर कै लोवै पोहुच्या, तो इसा होया के दोपहर कै करीबन चाणचक एक घणा चाँदणा अकास तै मेरै चौगरदे नै चमक्या। \v 7 अर मै धरती पै गिर ग्या अर यो शब्द सुण्या, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मन्नै क्यांतै सतावै सै?’” \p \v 8 मन्नै जबाब दिया, “हे प्रभु, तू कौण सै?” उसनै मेरै तै कह्या, “मै यीशु नासरी सूं,” जिस ताहीं तू सतावै सै। \v 9 मेरे साथियाँ नै चाँदणा तो देख्या, पर मेरै तै जो बोल्लै था उसनै समझ कोनी पाए। \p \v 10 फेर मन्नै कह्या, “हे प्रभु, मै के करूँ?” प्रभु नै मेरै तै कह्या, “उठकै दमिश्क नगर म्ह जा, अर जो कीमे तेरै तै करण कै खात्तर ठहराया गया सै ओड़ै तेरै तै सब बता दिया जावैगा।” \v 11 जिब उस चाँदणे के तेज के मारे मन्नै कीमे कोनी दिख्या, तो मै अपणे साथियाँ का हाथ पकड़े होए दमिश्क नगर म्ह आया। \p \v 12 “फेर हनन्याह नामक नियम-कायदे कै मुताबिक एक भगत माणस, जो ओड़ै के रहणीये सारे यहूदियाँ म्ह सुनाम्मी था, मेरै धोरै आया,” \v 13 अर खड़े होकै मेरै तै कह्या, “हे भाई शाऊल, फेर देखण लाग।” उस्से बखत मेरी आँख खुलगी अर मन्नै उस ताहीं देख्या। \p \v 14 फेर उसनै कह्या, “म्हारै बाप-दाद्या के परमेसवर नै तेरै ताहीं ज्यांतै ठहराया के तू उसकी मर्जी नै जाणै, अर उस धर्मी नै देखै अर उसकै मुँह की बात सुणै। \v 15 क्यूँके तू उसकी ओड़ तै सारे माणसां कै स्याम्ही उन बात्तां का गवाह होगा जो तन्नै देक्खी अर सुणी सै। \v 16 इब क्यांतै वार करै सै? उठ, बपतिस्मा ले, अर उसका नाम लेकै अपणे पापां की माफी पा ले।” \s दुसरी जात्तां म्ह प्रचार का आह्वान \p \v 17 “जिब मै दुबारा यरुशलेम नगर म्ह आकै मन्दर म्ह प्रार्थना करण लागरया था, तो बेसुध होग्या, \v 18 अर उस ताहीं देख्या के वो मेरै तै कहवै सै, ‘तावळ करकै यरुशलेम नगर तै झट दे-सी लिकड़ज्या,’ क्यूँके वे मेरै बारै म्ह तेरी गवाही कोनी मान्नैगें।” \p \v 19 मन्नै कह्या, “हे प्रभु, उननै तो खुदे बेरा सै के मै तेरै पै बिश्वास करण आळा नै जेळ म्ह गेरू अर जगहां-जगहां आराधनालय म्ह छित्वाऊँ था। \v 20 जिब तेरे गवाह स्तिफनुस का लहू बहाया जाण लागरया था जद मै भी ओड़ैए खड्या था अर इस बात म्ह सहमत था, अर उसकै मारणीयां के लत्यां की रूखाळी करुँ था।” \p \v 21 अर प्रभु नै मेरै तै कह्या, “चल्या जा क्यूँके मै तेरै ताहीं दुसरी जात्तां कै धोरै दूर-दूर भेज्जूंगा।” \p \v 22 माणस इस बात तक उसकी सुणदे रहे, फेर जोर तै चिल्लाए, “इसै माणस का नाश करो, उसका जिन्दा रहणा सही कोनी!” \p \v 23 जिब वे चिल्लान्दे अर लत्ते बगान्दे अर अकास म्ह धूळ उड़ावै थे, \v 24 तो पलटन के सरदार नै कह्या, “इस ताहीं गढ़ म्ह ले जाओ, अर कोड़े मारकै जाँच्चो, के मन्नै बेरा लाग्गै के माणस किस कारण उसकै बिरोध म्ह इस ढाळ चिल्लावै सै।” \v 25 जिब उननै उस ताहीं फित्त्यां तै बाँधया तो पौलुस नै उस सूबेदार तै जो धोरै खड्या था, कह्या, “के यो सही सै के थम एक रोमी माणस ताहीं, अर वो भी बिना कसूरवार ठहराए होए, कोड़े मारो?” \p \v 26 सूबेदार नै न्यू सुणकै पलटन के सरदार कै धोरै जाकै कह्या, “तू यो के करै सै? यो तो रोमी माणस सै।” \p \v 27 फेर पलटन के सरदार नै उसकै धोरै आकै कह्या, “मन्नै बता, के तू रोमी सै?” उसनै कह्या, “हाँ।” \p \v 28 न्यू सुणकै पलटन के सरदार नै कह्या, “मन्नै रोमी होण का ओद्दा घणे रपिये देकै मिल्या सै।” पौलुस नै कह्या, “मै तो जन्म तै रोमी सूं?” \p \v 29 फेर जो माणस उस ताहीं जांच्चण पै थे, वे जिब्बे उसकै धोरै तै हटगे, अर पलटन का सरदार भी न्यू जाणकै के यो रोमी सै अर मन्नै उस ताहीं बाँधया सै, डरग्या। \s महासभा कै स्याम्ही पौलुस \p \v 30 दुसरे दिन उसनै सही-सही जाणण की मर्जी तै के यहूदी उसपै क्यांतै दोष लावै सै, उसके बन्धन खोल दिए, अर प्रधान याजकां अर सारी बड्डी सभा ताहीं कट्ठा होण का हुकम दिया, अर पौलुस नै तळै ले जाकै उनकै स्याम्ही खड्या कर दिया। \c 23 \p \v 1 पौलुस नै बड्डी सभा की ओड़ गौर तै देख्या अर कह्या, “हे भाईयो, मन्नै आज ताहीं परमेसवर कै खात्तर जमा-कती साच्चे मन तै जीवन बिताया सै।” \v 2 इसपै हनन्याह महायाजक नै उन ताहीं जो उसकै धोरै खड़े थे, उसकै मुँह पै थप्पड़ मारण का हुकम दिया। \v 3 फेर पौलुस नै उसतै कह्या, “हे चुन्ना फिरी होड़ भीत, परमेसवर तेरै ताहीं मारैगा। तू नियम-कायदे कै मुताबिक मेरा न्याय करण नै बैठ्या सै, अर फेर के नियम-कायदे कै खिलाफ मेरै ताहीं मारण का हुकम देवै सै?” \p \v 4 जो धोरै खड़े थे उननै कह्या, “के तू परमेसवर कै महायाजक नै आच्छा-भुंडा बोल्लै सै?” \p \v 5 पौलुस नै कह्या, “हे भाईयो, मन्नै न्ही बेरा था के यो महायाजक सै, क्यूँके वचन म्ह लिख्या सै: ‘अपणे माणसां के प्रधान नै भुंडा ना बोलिए।’” \p \v 6 फेर पौलुस नै न्यू जाणकै के एक टोळ सदूकी अर दुसरा फरीसी लोग्गां का सै, सभा म्ह रुक्का मारकै कह्या, “हे भाईयो, मै फरीसी अर फरीसी लोग्गां के वंश का सूं, मरे होया की आस अर पुनरुत्थान कै बारै म्ह मेरा मुकद्दमा होरया सै।” \v 7 जिब उसनै या बात कही तो फरिसियाँ अर सदूकियाँ म्ह दंगा होण लाग्या, अर सभा म्ह फूट पड़गी। \v 8 क्यूँके सदूकियाँ का बिश्वास तो न्यू कहवै सै, के ना पुनरुत्थान सै, ना सुर्गदूत अर ना आत्मा सै, पर फरीसी इन सारया नै मान्नैं सै। \p \v 9 फेर घणा दंगा माच्या अर कुछ शास्त्री जो फरिसियाँ के टोळ के थे, उठ लिए अर न्यू कहकै दंगा करण लाग्गे, “हम इस माणस म्ह कोए बुराई कोनी पांदे, अर जै कोए आत्मा या सुर्गदूत उसतै बोल्या सै तो फेर के होग्या?” \v 10 जिब घणा दंगा होया, तो पलटन के सरदार नै इस भय तै के वे पौलुस के टुकड़े-टुकड़े ना कर देवै, पलटन ताहीं हुकम दिया के उतरकै उस ताहीं उनकै बिचाळै तै हाँगै तै लिकाड़ै, अर गढ़ म्ह ले जावै। \p \v 11 उस्से रात प्रभु यीशु नै उसकै धोरै खड़े होकै कह्या, “हे पौलुस, धीरज राख, क्यूँके जिसी तन्नै यरुशलेम नगर म्ह मेरी गवाही देई, उसीए तन्नै रोम म्ह भी गवाही देणी होगी।” \s पौलुस की हत्या की साजिस \p \v 12 जिब दिन लिकड़या तो यहूदियाँ नै साजिस रची अर कसम खाई के जिब ताहीं हम पौलुस नै मार न्ही देवा, जद ताहीं खावां या पिवां म्हारै पै धिक्कार। \v 13 जिन नै आप्पस म्ह या कसम खाई थी, वे चाळीस जण्यां तै घणे थे। \v 14 उननै प्रधान याजकां अर यहूदी अगुवां कै धोरै जाकै कह्या, “हमनै न्यू ठाण लिया सै के जिब ताहीं हम पौलुस नै मार न्ही देंदे, जद ताहीं जै कीमे चाक्खां तो म्हारै पै धिक्कार सै। \v 15 इस करकै इब बड्डी सभा सुदा पलटन के सरदार नै समझाओ के उसनै थारै धोरै लियावै, मान ल्यो के थम उसकै बारै म्ह और भी सही तै जाँच करणा चाहवो सो, अर हम उसकै पोहोचण तै पैहल्याए उस ताहीं मार देण कै खात्तर त्यार रहवांगें।” \p \v 16 पौलुस कै भाण्जै नै सुण्या के वे उसकी टाह म्ह सै, तो गढ़ म्ह जाकै पौलुस ताहीं संदेशां दिया। \p \v 17 पौलुस नै सूबेदारां म्ह तै एक ताहीं अपणे धोरै बुलाकै कह्या, “इस जवान नै पलटन के सरदार कै धोरै ले जाओ, यो उसतै कीमे कहणा चाहवै सै।” \p \v 18 इस करकै उसनै उस ताहीं पलटन के सरदार कै धोरै ले जाकै कह्या, “कैदी पौलुस नै मेरै ताहीं बुलाकै बिनती करी के यो जवान पलटन के सरदार तै कीमे कहणा चाहवै सै, उस ताहीं उसकै धोरै ले जा।” \p \v 19 पलटन के सरदार नै उसका हाथ पकड़कै अर न्यारा जाकै बुझ्झया, “तू मेरै तै के कहणा चाहवै सै?” \p \v 20 वो बोल्या, “यहूदियाँ नै साजिस रची सै के तेरै तै बिनती करै के काल पौलुस नै बड्डी सभा म्ह लाये, मान्नो वे और सही ढाळ तै उसकी जाँच करणा चाहवै सै। \v 21 पर उनकी मानियो मतना, क्यूँके उन म्ह तै चाळीस कै उप्पर माणस उसनै मारण की टाह म्ह सै, जिन नै न्यू ठाण लिया सै के जिब ताहीं वे पौलुस नै मार न्ही देवै, जद ताहीं ना खावैगें अर ना पीवैगें, अर इब वे त्यार सै अर तेरै वचन की बाट देखण लागरे सै।” \p \v 22 फेर पलटन के सरदार नै जवान ताहीं यो हुकम देकै बीदा करया, “किसे तै ना कहिये के तन्नै मेरै तै ये बात बताई सै।” \s पौलुस ताहीं फेलिक्स कै धोरै भेज्या जाणा \p \v 23 फेर उसनै दो सूबेदारां ताहीं बुलाकै कह्या, “दो सौ सिपाही, सत्तर सवार, अर दो सौ भालैत, रात के नौ बजे कैसरिया नगर नै जाणकै खात्तर त्यार कर करो। \v 24 अर पौलुस की सवारी कै खात्तर घोड़े त्यार राक्खो, के उस ताहीं फेलिक्स राज्यपाल कै धोरै राज्जी-खुशी तै पोहोचा दे।” \p \v 25 उसनै इस तरियां की चिट्ठी भी लिक्खी \p \v 26 महामहिम फेलिक्स राज्यपाल ताहीं क्लौकियुस लुसियास का नमस्कार। \p \v 27 इस माणस ताहीं यहूदियाँ नै पकड़कै मार देणा चाह्या, पर जिब मन्नै जाण्या के रोमी सै, तो पलटन लेकै छुड़ा ल्याया। \v 28 मै जाणणा चाऊँ था के वे उसपै किस कारण दोष लावै सै, ज्यांतै उस ताहीं उनकी बड्डी सभा म्ह ले गया। \v 29 फेर मन्नै जाण लिया के वे अपणे नियम-कायदे कै रोळै कै बारै म्ह उसपै इल्जाम लगावै सै, पर मार देण जोग्गा या बाँध्धे जाणकै जोग्गा उस म्ह कोए कसूर कोनी। \v 30 जिब मेरै ताहीं बताया गया के वे इस माणस की टाह म्ह लागरे सै तो मन्नै जिब्बे उस ताहीं तेरै धोरै भेज दिया, अर बैरियाँ ताहीं भी हुकम दिया के तेरै स्याम्ही उसपै नालिश करै। \p \v 31 आखर म्ह जिसा सिपाहियाँ नै हुकम मिल्या था, उस्से तरियां ए वे पौलुस नै लेकै रातो-रात अन्तिपत्रिस म्ह आये। \p \v 32 दुसरे दिन वे सवारा नै उसकै गेल्या जाणकै खात्तर छोड़कै खुद यरुशलेम म्ह बोहड़ै। \v 33 उननै कैसरिया पोहचकै राज्यपाल ताहीं चिट्ठी दी, अर पौलुस ताहीं भी उसकै स्याम्ही खड्या करया। \v 34 राज्यपाल नै चिट्ठी पढ़कै बुझ्झया, “यो किस प्रान्त का सै?” \v 35 अर जिब जाण लिया के किलिकिया परदेस का सै तो उसतै कह्या, “जिब तेरै बैरी भी आवैगें, तो मै तेरा मुकद्दमा करूँगा।” अर उसनै उस ताहीं हेरोदेस कै किलै म्ह पहरे म्ह राक्खण का हुकम दिया। \c 24 \s राज्यपाल फेलिक्स कै स्याम्ही पौलुस \p \v 1 पाँच दिन कै पाच्छै हनन्याह महायाजक कई यहूदी अगुवें अर तिरतुल्लुस नामक किसे वकील नै गेल्या लेकै कैसरिया नगर आ पोहचे। उननै राज्यपाल कै स्याम्ही पौलुस पै बुराई करी। \v 2 जिब पौलुस बुलाया गया तो तिरतुल्लुस उसपै इल्जाम लाकै कहण लाग्या: “हे महामहिम फेलिक्स, तेरै जरिये म्हारै म्ह राज्जी-खुशी तै सै, अर तेरै इन्तजाम तै इस जात कै खात्तर घणीए बुराइयाँ सुधरदी जावै सै। \v 3 इस ताहीं हम हरेक जगहां अर हरेक तरियां तै धन्यवाद कै गेल मान्नां सां। \v 4 मै तेरा और ज्यादा बखत कोनी लेऊँ, मै तेरै तै बिनती करूँ सूं के दया करकै दो-एक बात सुण ले।” \p \v 5 “बात या सै के इस माणस ताहीं हमनै एक उत्पाती के रूप म्ह पाया सै, सारी दुनिया के यहूदिया परदेस म्ह इसनै दंगे भड़काए सै, यो नासरियाँ के पंथ का नेता सै। \v 6 उसनै मन्दर ताहीं अशुध्द करणा चाह्या, पर हमनै उस ताहीं पकड़ लिया। (हमनै उस ताहीं अपणे नियम-कायदे कै मुताबिक सजा दे दी होन्दी, \v 7 पर पलटन की सरदार लूसियास नै उस ताहीं हाँगै तै म्हारै हाथ तै खोस लिया, \v 8 अर बैरियाँ ताहीं तेरै स्याम्ही आण का हुकम दिया।) इन सारी बात्तां नै जिनकै बारै म्ह हम उसपै इल्जाम लावां सां, तू खुदे ए उसनै जाँच करकै जाण लेवैगा।” \p \v 9 यहूदियाँ नै भी उसका साथ देकै कह्या, ये बात इस्से ढाळ तै करी सै। \s पौलुस का बदलै म्ह जबाब \p \v 10 जिब राज्यपाल नै पौलुस ताहीं बोल्लण का इशारा करया, तो उसनै जबाब दिया: “मै न्यू जाणकै के तू घणे साल्लां तै इस जात का न्याय करण लागरया सै, खुशी तै अपणा बदले का जबाब देऊँ सूं। \v 11 तू आप्पे ए जाण सकै सै जिब तै मै यरुशलेम नगर के मन्दर म्ह आराधना करण नै आया, मन्नै बारहा दिनां तै बाध कोनी होए, \v 12 उननै मेरै ताहीं ना मन्दर म्ह, ना आराधनालयाँ म्ह, ना किसे नगर म्ह किसे तै बहस करदे या भीड़ लगांदे पाया, \v 13 अर ना तो वे उन बात्तां ताहीं, जिनका वे इब मेरै पै दोष लावै सै, तेरै स्याम्ही साच्ची साबित कर सकै सै। \v 14 पर मै तेरै स्याम्ही यो मान ल्यु सूं के जिस पन्थ नै वे भुंडा-पन्थ कहवै सै, उस्से की रीत पै मै अपणे बाप-दाद्या के परमेसवर की सेवा करूँ सूं, अर जो बात नियम-कायदे अर नबियाँ की किताबां म्ह लिक्खी सै, उन सारया पै बिश्वास करूँ सूं। \v 15 अर परमेसवर तै आस राक्खूँ सूं जो वे खुद भी राक्खै सै, के धर्मी अर अधर्मी दोनुआ का जिन्दा उठणा होवैगा। \v 16 इसतै म्ह खुद भी कोशिश करूँ सूं के परमेसवर की, अर माणसां की ओड़ तै मेरा मन सारी-हाण बेकसूर रहवै।” \p \v 17 “घणे साल्लां पाच्छै मै गरीबां नै दान पोहोचाण, अर भेंट चढ़ाण आया था। \v 18 उस्से बखत इननै मेरै ताहीं मन्दर म्ह, शुद्ध होण की रीति पूरी करते देख्या, ओड़ै ना कोए भीड़ थी, अर ना ए किसे ढाळ का शोर, पर ओड़ै आसिया परदेस के कई यहूदी थे \v 19 जै मेरै बिरोध म्ह उनकै धोरै कोए बात कहण की हो तो उरै तेरै स्याम्ही आकै मेरै पै इल्जाम लांदे। \v 20 या ये खुद ए बतावै के जिब मै बड्डी सभा कै स्याम्ही खड्या था, तो उननै मेरै म्ह कौण-सा कसूर पाया? \v 21 इस एक बात नै छोड़ जो मन्नै उनकै बिचाळै खड्या होकै कही थी: ‘मरे होया के जिन्दा उठण कै बारै म्ह आज मेरा थारै स्याम्ही मुकद्दमा होण लागरया सै।’” \p \v 22 फेलिक्स नै, जो इस पन्थ की बात सही-सही जाणै था, उन ताहीं न्यू कहकै टाळ दिया, “जिब पलटन का सरदार लूसियास आवैगा, तो थारी बात का फैसला करूँगा।” \v 23 उसनै सूबेदार ताहीं हुकम दिया के पौलुस ताहीं जेळ म्ह तो राख्या जावै पर उस ताहीं इतनी छुट जरुर दि जावै के उसके खास साथी आकै उसकी सेवा कर सकै। \s फेलिक्स अर द्रुसिल्ला कै स्याम्ही पौलुस \p \v 24 कीमे दिनां पाच्छै फेलिक्स हाकिम अपणी घरआळी दुसिल्ला ताहीं, जो यहूदी थी, गेल्या लेकै आया अर पौलुस ताहीं बुलवाकै उस बिश्वास कै बारै म्ह जो मसीह यीशु पै सै, उसतै सुण्या। \v 25 जिब पौलुस धरम, अर संयम, अर आण आळे न्याय का जिक्र करण लागरया था, तो फेलिक्स नै भयभीत होकै जबाब दिया, “इब्बे तो जा, मौक्का मिल दए मै तन्नै दुबारा बुलवाऊँगा।” \v 26 फेलिक्स ताहीं पौलुस तै कीमे रपिये मिलण की भी आस थी, ज्यांतै और भी बुला-बुलाकै उसतै बात करया करै था। \p \v 27 पर जिब दो साल बीतगे तो पुरकियुस फेस्तुस, फेलिक्स की जगहां पै आया, अर फेलिक्स यहूदियाँ ताहीं राज्जी करण की मर्जी तै पौलुस ताहीं कैदी ए छोड़ग्या। \c 25 \s पौलुस का सम्राट की दोहाई देणा \p \v 1 राज्यपाल पद का काम सम्भाळण के तीन दिन बाद फेस्तुस कैसरिया नगर तै यरुशलेम नगर म्ह गया। \v 2 फेर प्रधान याजकां अर यहूदियाँ के खास माणसां नै उसकै स्याम्ही पौलुस की बुराई करी, \v 3 के वो खियास करकै पौलुस ताहीं यरुशलेम नगर भेज दे, असल म्ह उसकी तरकीब राह म्ह मौक्का देखकै पौलुस ताहीं मारण की थी। \v 4 फेस्तुस नै जबाब दिया, “पौलुस कैसरिया म्ह पहरे म्ह सै, अर मै आप्पे ए तावळ तै ओड़ै जाऊँगा।” \v 5 फेर बोल्या, “थारै म्ह जो अधिकार राक्खै सै वे गेल चाल्लै, अर जै इस माणस नै कीमे गलत काम करया सै तो उसपै इल्जाम लावै।” \p \v 6 उनकै बिचाळै कोए आठ-दस दिन रहकै फेस्तुस कैसरिया चल्या गया, अर दुसरे दिन न्याय-गद्दी पै बैठकै पौलुस ताहीं ल्याण का हुकम दिया। \v 7 जिब वो आया तो जो यहूदी अगुवें यरुशलेम नगर तै आये थे, उननै लोवै-धोवै खड़े होकै उसपै घणे भारया दोष लगाये, जिनका सबूत वे कोनी दे सकै थे। \p \v 8 पर पौलुस नै जबाब दिया, “मन्नै ना तो यहूदियाँ के नियम-कायदे कै अर ना मन्दर कै, अर ना ए कैसर कै बिरुद्ध कोए अपराध करया सै।” \p \v 9 फेर फेस्तुस नै यहूदी अगुवां ताहीं राज्जी करण के मकसद तै पौलुस तै कह्या, “के तू चाहवै सै के यरुशलेम नगर नै जावै, अर ओड़ै मेरै स्याम्ही तेरा यो मुकद्दमा तय करया जावै?” \p \v 10 पौलुस नै कह्या, “मै कैसर कै न्याय-गद्दी कै स्याम्ही खड्या सूं, मेरै मुकद्दमे फैसला उरैए होणा चाहिये। जिसा तन्नै आच्छी ढाळ बेरा सै, यहूदियाँ का मन्नै कीमे अपराध कोनी करया। \v 11 जै मै अपराधी सूं अर मारण कै जोग्गा कोए काम करया सै, तो मरण तै कोनी नाटदा, पर जिन बात्तां की ये मेरै पै इल्जाम लावै सै, जै उन म्ह तै कोए भी बात साच्ची न्ही लिकड़ी, तो कोए मेरै ताहीं उनकै हाथ्थां न्ही सौंप सकदा। मै कैसर की दुहाई द्यु सूं।” \p \v 12 फेर फेस्तुस नै मन्त्रियाँ की सभा कै गेल्या बात करकै जबाब दिया, “तन्नै कैसर की दुहाई दी सै, तू कैसर कै ए धोरै जावैगा।” \s राजा अग्रिप्पा कै स्याम्ही पौलुस \p \v 13 कुछे दिन बीतण कै पाच्छै अग्रिप्पा राजा अर बिरनीके नै कैसरिया म्ह आकै फेस्तुस तै भेंट करी। \v 14 उनकै घणे दिन ओड़ै रहण कै पाच्छै फेस्तुस नै पौलुस कै बारै म्ह राजा ताहीं बताया “एक माणस सै, जिस ताहीं फेलिक्स कैदी छोड़ग्या सै।” \v 15 जिब मै यरुशलेम नगर म्ह था, तो प्रधान याजक अर यहूदिया परदेस के यहूदी अगुवां नै उसकी बुराई करी अर चाह्या के उसपै दण्ड का हुकम होवै। \p \v 16 पर मन्नै उन ताहीं जबाब दिया के रोमियों की या रीत कोनी के किसे माणस ताहीं सजा कै खात्तर सौंप देवै, जिब ताहीं मुजरिम ताहीं अपणे बैरियाँ कै स्याम्ही खड़े होकै दोष का जबाब देण का मौक्का ना मिलै। \v 17 आखर जिब वे कट्ठे होए, तो मन्नै कीमे वार कोनी करी, पर दुसरै ए दिन न्याय-गद्दी पै बैठकै उस माणस ताहीं ल्याण का हुकम दिया। \v 18 जिब उसके बैरी खड़े होए, तो उननै इसी गलत बात्तां की इल्जाम कोनी लाई, जिसा मै समझूँ था। \v 19 पर वे अपणे पंथ कै अर यीशु नाम किसे माणस कै बारै म्ह, जो मरग्या था अर पौलुस उस ताहीं जिन्दा बतावै था, बहस करै थे। \v 20 मै उळझन म्ह था के इन बात्तां का बेरा किस ढाळ लाऊँ? ज्यांतै मन्नै उसतै बुझ्झया, के तू यरुशलेम नगर जावैगा के ओड़ै इन बात्तां का फैसला होवै? \v 21 पर जिब पौलुस नै दुहाई देई के “उसकै मुकद्दमे का फैसला सम्राट कै उरै हो, तो मन्नै हुकम दिया के जिब तक उस ताहीं कैसर कै धोरै न्ही भेज्जू, उस ताहीं हिरासत म्ह राख्या जावै।” \p \v 22 फेर अग्रिप्पा नै फेस्तुस तै कह्या, “मै भी उस माणस की सुणना चाऊँ सूं।” उसनै कह्या, “तू काल सुण लेवैगा।” \p \v 23 आखर म्ह दुसरे दिन जिब अग्रिप्पा अर बिरनीके बड्डी धूम-धड़ाकै तै आये अर पलटन के सरदारां अर नगर के खास आदमियाँ कै गेल्या दरबार म्ह पोहोचे। फेर फेस्तुस नै हुकम दिया के वे पौलुस ताहीं ली यावै। \v 24 फेस्तुस नै कह्या, “हे राजा अग्रिप्पा, अर हे सारे माणसों जो उरै म्हारै गेल्या सो, थम इस माणस नै देक्खो सो, जिसकै बारै म्ह सारे यहूदियाँ नै यरुशलेम नगर म्ह अर उरै भी रूक्के मार-मारकै मेरै तै बिनती करी के इसका जिन्दा रहणा सही कोनी। \v 25 पर मन्नै बेरा पाट लिया के उसनै इसा कीमे कोनी करया के मार दिया जा, अर जिब के उसनै आप्पे ए सम्राट की दुहाई दी, तो मन्नै उस ताहीं खन्दाण का फैसला करया। \v 26 मन्नै उसकै बारै म्ह कोए पक्की बात कोनी पाई के अपणे माल्लिक कै धोरै लिखूँ। ज्यांतै मै उस ताहीं थारै स्याम्ही अर खासकर हे राजा अग्रिप्पा तेरे स्याम्ही ल्याया सूं के जाँचे पाच्छै मन्नै कीमे लिखण का मौक्का मिल्लै। \v 27 क्यूँके कैदी ताहीं खन्दाणा अर जो दोष उसपै लगाये सै, उन ताहीं न्ही बताणा, मन्नै खामखां लाग्या सै।” \c 26 \s अग्रिप्पा कै स्याम्ही पौलुस का स्पष्टीकरण \p \v 1 अग्रिप्पा नै पौलुस तै कह्या, “तेरै ताहीं अपणे बाबत बोल्लण की आज्ञा सै।” फेर पौलुस हाथ तै इशारा करकै जबाब देण लाग्या, \v 2 “हे राजा अग्रिप्पा, जितनी बात्तां की यहूदी अगुवें मेरै पै इल्जाम लावै सै, आज तेरै स्याम्ही उनका जबाब देण म्ह अपणे ताहीं धन्य समझूँ सूं, \v 3 खास करकै ज्यांतै के तू यहूदी प्रथाओं अर परेशानियाँ नै भली-भाँति जाणै सै। इस करकै म्ह मै बिनती करूँ सै, धीरज तै मेरी सुण।” \p \v 4 “मेरा चाल-चलण सरूआत तै अपणी जात कै बिचाळै अर यरुशलेम नगर म्ह जिसा था, उसका सारे यहूदियाँ नै बेरा सै। \v 5 जै वे गवाही देणा चाहवैं, तो तू मेरै ताहीं तब तै पिच्छाणै सै जिब मै जवान था, के मै फरीसी होकै अपणे धरम कै सबतै खरे पन्थ कै मुताबिक चाल्या। \v 6 अर आज मै परमेसवर के जरिये म्हारे पूर्वजां नै दिए गये उस वादै की आस के कारण उरै दोषी के रूप म्ह खड्या सूं। \v 7 यो वोए वादा सै, जिसके पूरे होण की आस म्हारे बारहां कुल दिन-रात सच्चाई म्ह परमेसवर की भगति-आराधना करदे होए आये सै। हे राजा, आज मेरे पै यहूदियाँ के जरिये मुकद्दमा इस्से आस कै कारण चलाया जाण लागरया सै। \v 8 जिब के परमेसवर मरे होया नै जिन्दा करै सै, तो थारै उरै या बात क्यांतै बिश्वास कै जोग्गी कोनी समझी जान्दी?” \p \v 9 “मन्नै भी समझया था के यीशु नासरी कै नाम कै बिरोध म्ह मेरै ताहीं घणाए कीमे करणा चाहिये। \v 10 अर मन्नै यरुशलेम नगर म्ह न्यूए करया, अर प्रधान याजकां तै हक पाकै घण-खरे पवित्र माणसां ताहीं जेळ म्ह गेरया, अर जिब वे मार दिये जावै थे तो मै भी उनकै बिरोध म्ह अपणी राय द्यु था। \v 11 हरेक आराधनालय म्ह मै उन ताहीं कांल कर-करकै यीशु की बुराई करवाऊँ था, उरै ताहीं के छो के मारे इसा बावळा होग्या के दुसरे नगरां म्ह भी जाकै उन ताहीं कांल करूँ था।” \s अपणे हृदय-परिवर्तन का जिक्रा \r (प्रेरि 9:1-19; 22:6-16) \p \v 12 “इस्से धुन म्ह जिब मै प्रधान याजकां तै अधिकार अर हुकम-चिट्ठी लेकै दमिश्क नगर नै जाण लागरया था, \v 13 तो हे राजा, राह म्ह दोफारी कै बखत मन्नै अकास तै सूरज कै तेज तै भी बढ़कै एक चाँदणा, अपणे अर अपणे गेल्या चाल्लण आळा कै चौगरदे नै चमकदा होड़ देख्या। \v 14 जिब हम सारे धरती पै पड़गे, तो मन्नै इब्रानी भाषा म्ह, मेरै तै न्यू कहन्दे होए एक बोल सुण्या, ‘हे शाऊल, हे शाऊल, तू मन्नै क्यांतै सतावै सै? पैने पै लात मारणा तेरै खात्तर ओक्खा सै। (जै तू मन्नै सतावैगा तो तू खुद नै सतावैगा)’” \p \v 15 फेर मै बोल्या, “हे प्रभु, तू कौण सै?” प्रभु नै कह्या, “‘मै यीशु सूं, जिस ताहीं तू सतावै सै। \v 16 पर तू उठ, अपणे पायां पै खड्या हो, क्यूँके मन्नै तेरै ताहीं ज्यांतै दर्शन दिया सै के तन्नै उन बात्तां का भी सेवक अर गवाह ठहराऊँ, जो तन्नै देक्खी सै, अर उनका भी जिनकै खात्तर मै तन्नै दर्शन द्यूँगा। \v 17 अर मै तन्नै तेरै माणसां तै अर दुसरी जात्तां तै बचान्दा रहूँगा, जिनकै धोरै मै इब तन्नै इस करकै भेज्जू सूं \v 18 के तू उनकी आँख खोल्लै के वे अन्धेरै तै चाँदणै कै कान्ही, अर शैतान कै अधिकार तै परमेसवर कै कान्ही पलटै, इस करकै के पापां की माफी अर उन माणसां कै गेल्या जो मेरै पै बिश्वास करण तै पवित्र करे गये सै, बसियत पावैं।’” \s अपणे काम्मां का जिक्रा \p \v 19 “इस करकै हे राजा अग्रिप्पा, मन्नै उस सुर्गीय दर्शन की बात कोनी टाळी, \v 20 मन्नै सबतै पैहल्या दमिश्क नगर कै, फेर यरुशलेम नगर कै, अर फेर यहूदिया परदेस के बासिन्दा ताहीं, अर दुसरी जात्तां म्ह भी यो प्रचार करता रहया के पाप करणा छोड़कै परमेसवर कान्ही बोहड़ आओ, अर अपणे सुभाव के जरिये यो साबित करो के थमनै पाप करणा छोड़ दिया सै। \v 21 इन बात्तां कै कारण यहूदी मन्नै मन्दर म्ह पकड़कै मार देण की कोशिश करै थे। \v 22 पर परमेसवर की मदद तै मै आज ताहीं बण्या सूं छोट्या-बड़या सारया कै स्याम्ही गवाही द्यूँ सूं, अर उन बात्तां नै छोड़ कीमे कोनी कहन्दा जो नबियाँ अर मूसा नबी नै भी कह्या के होणआळी सै, \v 23 के मसीह नै दुख ठाणा होगा, अर वोए सब तै पैहल्या मरे होया म्ह तै जी उठकै, म्हारै माणसां म्ह दुसरी जात्तां म्ह चाँदणै का प्रचार करैगा।” \p \v 24 जिब वो इस तरियां तै जबाब देण लागरया था, तो फेस्तुस नै ठाड्डू बोलकै कह्या, “हे पौलुस, तू बावळा सै। घणै ज्ञान नै तेरै ताहीं बावळा कर दिया सै।” \p \v 25 पर पौलुस नै कह्या, “हे महामहिम फेस्तुस, मै बावळा कोनी, पर सच्चाई अर बुद्धि की बात कहूँ सूं। \v 26 राजा भी जिसकै स्याम्ही मै बिना डरे बोल्लण लागरया सूं, इन बात्तां का बेरा सै, अर मन्नै बिश्वास सै के इन बात्तां म्ह तै कोए उसतै लुक्ही कोनी, क्यूँके यो वाक्या गुप्त म्ह कोनी होया। \v 27 हे राजा अग्रिप्पा, के तू नबियाँ का बिश्वास करै सै? हाँ, मन्नै बेरा सै के तू बिश्वास करै सै।” \p \v 28 फेर अग्रिप्पा नै पौलुस तै कह्या, “तू माड़े-से समझाण तै मन्नै मसीह बनाणा चाहवै सै?” \p \v 29 पौलुस बोल्या, “परमेसवर तै मेरी प्रार्थना सै के, देर या सबेर तै, पर ये सारे सुणण आळे, जो आज मेरी बात सुणै सै, वे मेरै समान हो जावैं।” \p \v 30 फेर राजा अर अधिकारी अर बिरनीके अर उनकै गेल्या बैठणीये उठ खड़े होए, \v 31 न्यायालय तै बाहर लिकाड़कै आप्पस म्ह कहण लाग्गे, “यो माणस इसा तो कीमे कोनी करदा, जो मौत की सजा या जेळ, म्ह गेरण जोग्गा हो।” \p \v 32 अग्रिप्पा नै फेस्तुस तै कह्या, “जै यो माणस कैसर की दुहाई न्ही देंदा, तो छूट सकै था।” \c 27 \s पौलुस की रोम-यात्रा क्रेते तक \p \v 1 जिब फेस्तुस राज्यपाल के जरिये यो पक्का होग्या के हम जहाज कै जरिये इटली देश जावां, तो उननै पौलुस अर कीमे दुसरे कैदियाँ ताहीं भी यूलियुस नामक औगुस्तुस सम्राट की पलटन कै एक सूबेदार कै हाथ्थां सौंप दिया। \v 2 अद्र्मुत्तियुम नगर के एक जहाज पै जो आसिया परदेस कै किनारे की जगहां पै जाण पै था, पाणी रास्ते हमनै अपणा सफर शुरू करया, अर अरिस्तर्खुस नामक जो मकिदूनी परदेस के थिस्सलुनीके नगर का एक बसिन्दा था। \p \v 3 दुसरे दिन हम सैदा नगर पोह्चाये गये, अर यूलियुस नै पौलुस पै दया करकै उस ताहीं साथियाँ कै उरै जाण दिया के उनतै जरूरी चीज ले आवां। \v 4 ओड़ै तै हमनै सफर दुबारा शुरू करया, हवा कै पलट होण कै कारण हम साइप्रस टापू की ओट म्ह होकै चाल्ले, \v 5 अर किलिकिया परदेस अर पंफूलिया किनारै कै लोवै कै समुन्दर म्ह होकै लूसिया के मूरा नगर म्ह उतरे। \v 6 ओड़ै सूबेदार नै सिकन्दरिया नगर का एक जहाज इटली देश जान्दा होड़ फेट्या, अर उसनै म्हारै ताहीं उस जहाज पै चढ़ा दिया। \v 7 जिब हम घणे दिनां ताहीं होळे-होळे चालकै मुश्किल तै कनिदुस कस्बे कै स्याम्ही पोहोचे, तो इस करकै के हवा म्हारै ताहीं आग्गै बढ़ण कोनी देवै थी, हम सलमोने कै स्याम्ही तै होकै क्रेते टापू की आड़ म्ह चाल्ले, \v 8 अर उसकै किनारै -किनारै मुश्किल तै चालकै “शुभलंगरबारी” नामक एक जगहां पोहोचे, जित तै लसया नगर लोवै था। \p \v 9 जिब घणे दिन बीतग्ये अर पाणी कै सफर म्ह जोख्खम ज्यांतै होवै थी ब्रत के दिन इब बीत लिये थे। आखर म्ह पौलुस नै उन सारया ताहीं कहकै चेतावनी दी, \v 10 “हे सज्जनों, मन्नै इसा लाग्गै सै के इस सफर म्ह मुश्किल अर घणा नुकसान, ना सिर्फ माळ अर जहाज की बल्के म्हारी जान का भी, होणआळा सै।” \v 11 पर सूबेदार नै पौलुस की बात्तां तै कप्तान अर जहाज कै माल्लिक की बात्तां तै बाध मान्या। \v 12 शुभ लंगरबारी नाम का बंदरगाह जाड्डा काटण कै खात्तर सही कोनी था, ज्यांतै घणाए का बिचार होया के ओड़ै तै आग्गै बढ़ जावां जै किसे तरियां तै हो सकै तो फीनिक्स पोहचकै जाड्डा काटै। यो तो क्रेते टापू का एक बंदरगाह सै जो दक्षिण-पश्चिम अर उत्तर-पश्चिम कै कान्ही नै खुलै सै। \s समुंदर म्ह तूफान \p \v 13 जिब दक्षिणी हवा होळे-होळे चाल्लण लाग्गी, तो न्यू सोच्या के उनकी तरकीब पूरी करण खात्तर बढ़िया बखत था, लंगर उठाया अर कंठारा धरे होए क्रेते टापू कै कंठारे जाण लाग्गे। \v 14 पर माड़ी वार म्ह धरती कै कान्ही तै बड्डी ए आँधी उठी, जो “यूरकुलिन” कुह्वावै सै। \v 15 जिब आँधी जहाज पै लाग्गी तो जहाज उसकै स्याम्ही ठैहर कोनी सक्या, इस करकै हमनै जहाज ताहीं हवा के बाहाव छोड़ दिया, अर इस्से तरियां बहन्दे होए चाल्ले गये। \v 16 फेर कौदा नामक एक छोट्टे-से टापू की आड़ म्ह बहन्दे-बहन्दे हम मुश्किल तै डोंगी नै बस कर सके। \v 17 फेर जहाज के मल्लाहां नै उस ताहीं ठाकै सही उपाय करकै जहाज ताहीं तळै तै रस्‍यां तै कसकै बाँधया, अर सुरतिस खाड़ी के चोरबालू पै फँस जाणकै डर तै उननै लंगर ताहीं थोड़े नीच्चै उतारकै जहाज ताहीं हवा के बाहाव के गेल-गेल बहण कै खात्तर छोड़ दिया। \v 18 जिब हमनै आँधी तै घणे हिचकोले अर धक्के खाए, तो दुसरे दिन वे जहाज का माळ बगाण लाग्गे, \v 19 अर तीसरे दिन उननै अपणे हाथ्थां तै जहाज का साज-सामान भी बगा दिया। \v 20 जिब घणे दिन ताहीं ना सूरज, ना तारे दिक्खे अर बड्डी आँधी चाल्दी रही, तो आखर म्ह म्हारै बचण की सारी उम्मीद जान्दी रही। \p \v 21 जिब वे घणे दिन ताहीं भूखे रह लिये, तो पौलुस नै उनकै बिचाळै खड़े होकै कह्या, “हे भाईयो, चाहिये था के थम मेरी बात मानकै क्रेते टापू तै आग्गै ए ना बढ़ते तो या मुसीबत न्ही आन्दी अर ना यो नुकसान ठान्दे। \v 22 पर इब मै थमनै समझाऊँ सूं के धीरज राक्खो, क्यूँके थम म्ह तै किसे की जान का नुकसान कोनी होवैगा, पर सिर्फ जहाज की। \v 23 क्यूँके परमेसवर जिसका मै सूं, अर जिसकी भगति करूँ सूं, उसके सुर्गदूत नै आखरी रात मेरै धोरै आकै कह्या, \v 24 ‘हे पौलुस, डरै मतना! तन्नै कैसर कै स्याम्ही खड्या होणा जरूरी सै। परमेसवर नै सारया ताहीं जो तेरै गेल्या सफर करै सै, जीवन दान दिया सै।’ \v 25 ज्यांतै, हे भले माणसों, सब्र करो, क्यूँके मै परमेसवर का बिश्वास करूँ सूं, के जिसा मेरै तै कह्या गया सै, उसाए होगा। \v 26 पर म्हारै ताहीं किसे टापू पै जा टिकणा होगा।” \s जहाज का टूटणा \p \v 27 जिब चौदहवीं रात आई, अर हम अद्रिया समुन्दर म्ह भटकदे होए हाँडरे थे, तो आध्धी रात कै लोवै मल्लाहां नै अंदाजे तै जाण्या के हम किसे देश कै लोवै पोहच रहे सां। \v 28 पाणी की गहराई नाप्पण पै उननै एक सौ बीस फुट डून्घा पाया, अर थोड़ा आग्गै बढ़कै दुबारा थाह लेई तो नब्बै फुट पाया। \v 29 फेर पथरीली जगहां तै टकराण कै डर तै उननै जहाज की पिछली ओड़ चार लंगर गेरे, अर सबेरे होण की चाह करदे रहे। \v 30 पर जिब मल्लाह जहाज पै तै भाजणा चाहवैं थे, अर गलही तै लंगर गेरण कै बहाणै डोंगी समुन्दर म्ह उतार दी, \v 31 तो पौलुस नै सूबेदार अर सिपाहियाँ तै कह्या, “जै ये जहाज पै न्ही रहें, तो थम भी कोनी बच सकदे।” \v 32 फेर सिपाहियाँ नै जोड़े काटकै डोंगी गेर दी। \p \v 33 जिब सबेरे होण पै था, फेर पौलुस नै न्यू कहकै, सारया ताहीं खाणा खाण कै खात्तर विनती करी, “आज चौदहा दिन होगे सै के थम चिन्ता करते-करते भूखे रहे, अर कीमे न्ही खाया। \v 34 ज्यांतै थारै तै समझाऊँ सूं के कीमे खा ल्यो, जिसतै थारा बचाव होवै, क्यूँके थारै म्ह तै किसे का सिर का एक बाल भी कोनी गिरैगा।” \v 35 न्यू कहकै उसनै रोट्टी लेकै सारया कै स्याम्ही परमेसवर का धन्यवाद करया अर तोड़कै खाण लाग्या। \v 36 इस बात तै वे सारे उत्साहित होकै खाणा खुवाण लाग्गे। \v 37 हम सारे मिलकै जहाज पै दो सौ छिहत्तर जणे थे। \v 38 जिब वे खाणा खाकै छिक लिये, तो गेहूँ ताहीं समुन्दर म्ह बगाकै जहाज हल्का करण लाग्गे। \p \v 39 जिब दिन लिकड़या तो उननै उस देश ताहीं कोनी पिच्छाणा, पर एक खाड़ी देक्खी जिसका किनारा चौरस था, अर बिचार करया के जै हो सकै तो इस्से पै जहाज नै टिकावै। \v 40 फेर उननै लंगरा ताहीं खोल कै समुन्दर म्ह छोड़ दिया अर उस्से बखत पाल के रस्से ढील्ले कर दिये, अर हवा कै स्याम्ही आगला पाल चढ़ाकै किनारै कै कान्ही चाल्ले। \v 41 पर दो समुन्दर के संगम की जगहां पड़कै उननै जहाज ताहीं टिकाया, अर अगला भाग तो टिक ग्या, पर पिछली ओड़ लहरा तै टूटण लाग्गी। \p \v 42 फेर सिपाहियाँ का यो बिचार होया के कैदीयां ताहीं मार देवैं, इसा ना हो के कोए तैर कै लिकड़ भाज्जै। \v 43 पर सूबेदार नै पौलुस ताहीं बचाण की मर्जी तै उन ताहीं इस बिचार तै रोक्या अर न्यू कह्या, के जो तैर सकै सै, पैहल्या छलाँग मारकै किनारै पै लिकड़ जावैं। \v 44 अर बाकी कोए फट्टा पै, अर कोए जहाज की दुसरी चीज कै सहारै लिकड़ जावैं। इस तरियां तै सारे धरती पै बच लिकड़े। \c 28 \s माल्टा टापू म्ह पौलुस \p \v 1 जिब हम बच लिकड़े, तो बेरा लाग्या के यो माल्टा टापू कुह्वावै सै। \v 2 ओड़ै के बासिन्दयां नै म्हारै पै अनोक्खी दया करी, क्यूँके मीह बरसण कै कारण ठण्ड थी, ज्यांतै आग सुलगाकै हम सारया ताहीं ठहराया। \v 3 जिब पौलुस नै लाकड़ीयाँ का भरोटा कट्ठा करकै आग पै धरया, तो एक साँप आँच पाकै लिकड़या अर उसकै हाथ तै लिपट गया। \v 4 जिब उन बासिन्दयां नै साँप ताहीं उसकै हाथ तै लिपटे होड़ देख्या, तो आप्पस म्ह कह्या, “साच्चए यो माणस खून्नी सै के फेर भी समुन्दर तै बच ग्या, तौभी न्याय नै जिन्दा कोनी रहण दिया।” \v 5 फेर उसनै साँप ताहीं आग म्ह झटक दिया, अर उस ताहीं कीमे नुकसान कोनी होया। \v 6 पर वे लोग बाट देखै थे के वो सूज जावैगा या चाणचक पड़कै मर जावैगा, पर जिब वे घणी वार ताहीं देखदे रहे अर देख्या के उसका कीमे भी कोनी बिगड़या, तो अपणा बिचार बदलकै कह्या, “यो तो कोए देवता सै।” \p \v 7 उस जगहां कै लोवै-धोवै उस टापू कै प्रधान पुबलियुस की धरती थी। उसनै म्हारै ताहीं अपणे घरां ले जाकै तीन दिन मित्तर की ढाळ सेवा-पाणी करी। \v 8 पुबलियुस का बाप बुखार अर बवासीर तै बीमार पड्या था। आखर म्ह पौलुस नै उसकै धोरै कमरे म्ह जाकै प्रार्थना करी अर उसपै हाथ धरकै उस ताहीं ठीक करया। \v 9 जिब इसा होया तो उस टापू के बाकी बीमार पौलुस कै धोरै आये अर वे चंगे करे गये। \v 10 उननै म्हारा घणा आद्दर-मान करया, अर जिब हम चाल्लण लाग्गे तो जो कीमे म्हारै खात्तर जरूरी था, उननै जहाज पै धर दिया। \s माल्टा टापू तै रोम कै कान्ही \p \v 11 तीन महिन्ने कै पाच्छै हमनै सिकन्दरिया जावण आळे जहाज पै सफर शुरू करया, यो जहाज ठण्ड़ के कारण इस टापू म्ह ठैहरा होया था, इस जहाज के आगले भाग पै एक जोड़ी देवतायां का एक निशान था। (दियुसकूरी गढ़ी होई थी-) \v 12 सुरकूसा नगर म्ह लंगर गेर कै हम तीन दिन टिके रहे। \v 13 ओड़ै तै आग्गै बढ़कै हम रेगियुम नगर म्ह आये, अर एक दिन कै पाच्छै दक्षिणी हवा चाल्ली, फेर हम दुसरे दिन पुतियुली नगर म्ह आये। \v 14 ओड़ै हमनै बिश्वासी भाई फेट्टे, उनकै कहणे तै हम उनकै उरै सात दिन ताहीं रहे, अर इस तरियां तै हम रोम देश कान्ही चाल्ले। \v 15 कुछ बिश्वासी भाई रोम देश तै म्हारी खबर सुणकै अप्पियुस कै चौक अर तीन-सराए ताहीं म्हारै तै फेटण नै लिकड़ आये, जिन नै देखकै पौलुस नै परमेसवर का धन्यवाद करया अर बड़ा उत्साहित होया। \v 16 जिब हम नगर म्ह पोहोचे, तो पौलुस ताहीं एक सिपाही कै गेल्या जो उसकी रूखाळी करै था, एक्ले रहण का हुकम मिलग्या। \s रोम म्ह पौलुस \p \v 17 तीन दिन कै पाच्छै उसनै यहूदियाँ कै खास माणसां ताहीं बुलाया, अर जिब वे कट्ठे होए तो उनतै कह्या, “हे भाईयो, मन्नै अपणे माणसां कै या बाप-दाद्या कै बीवारां कै बिरोध म्ह कीमे भी कोनी करया, तौभी कैदी बणाकै यरुशलेम नगर तै रोमी सरकार कै हाथ्थां सौंप्या गया। \v 18 उननै मेरै ताहीं जाँचकै छोड़ देणा चाह्या, क्यूँके मेरै म्ह मौत कै जोग्गा कोए कसूर कोनी था। \v 19 पर जिब यहूदी अगुवें इसकै बिरोध म्ह बोल्लण लाग्गे, तो मन्नै कैसर की दुहाई देणी पड़ी यो न्ही के मन्नै अपणे माणसां पै कोई दोष लाणा था। \v 20 ज्यांतै मन्नै थारै ताहीं बुलाया सै के थारै तै मिलूं अर बतळाऊँ, क्यूँके इस्राएल की आस कै खात्तर वो मसीह इस बेल तै जकड़े होये सै।” \p \v 21 उननै उसतै कह्या, “ना हमनै तेरै बारै म्ह यहूदिया परदेस तै चिट्ठी पाई, अर ना बिश्वासी भाईयाँ म्ह तै किसे नै आकै तेरै बारै म्ह कीमे बताया अर ना भूंडा कह्या। \v 22 पर तेरा बिचार के सै? वोए हम तेरै तै सुणना चाहवां सां, क्यूँके हमनै बेरा सै के हरेक जगहां इस पंथ कै बिरोध म्ह माणस बात करै सै।” \p \v 23 फेर जो यहूदी पौलुस कै गेल थे, उननै उसकै खात्तर एक दिन ठहराया, अर घणे माणस उसकै उरै कट्ठे होए, अर वो परमेसवर कै राज्य की गवाही देंदा होया, अर मूसा नबी के नियम-कायदे अर नबियाँ की किताबां तै यीशु कै बारै म्ह समझा-समझाकै सबेरे तै साँझ ताहीं वर्णन करदा रहया। \v 24 फेर कुछां नै उन बात्तां ताहीं मान लिया, अर कुछां नै बिश्वास कोनी करया। \v 25 जिब वे आप्पस म्ह एक पंथ कोनी होए, तो पौलुस की इस बात कै कहण पै चाल्ले गये “पवित्र आत्मा नै यशायाह नबी कै जरिये थारै बाप-दाद्या तै सही ए कह्या था,” \p \v 26 “जाकै इन माणसां तै कह, \q के सुणदे तो रहोगे, पर ना समझोगे, \q देखदे तो रहोगे, पर ना बूझ्झोगे! \q \v 27 क्यूँके ‘इन माणसां का मन मोट्टा \q अर उनके कान भारया हो गये सै, \q अर उननै अपणी आँख मूंद ली सै, \q इसा ना हो के वे कदे आँखां तै देखै \q अर कान्ना तै सुणै अर मन तै समझै \q अर पलटै, अर मै उन ताहीं ठीक करूँ।’ \p \v 28 “इस करकै थम जाणो सो के परमेसवर कै इस उद्धार की कथा दुसरी जात्तां कै धोरै खन्दाई गयी सै, अर वे स्वीकार करेंगे।” \v 29 जिब उसनै न्यू कह्या तो यहूदी आप्पस म्ह घणे बहस करण लाग्गे अर ओड़ै तै चले गये। \p \v 30 वो पूरे दो साल अपणे भाड़ै कै घर म्ह रहया, \v 31 अर जो उसकै धोरै आवै थे, उन सारया तै फेटदा रहया अर बे रोक-टोक घणा निडर होकै परमेसवर कै राज्य का प्रचार करदा अर प्रभु यीशु मसीह की बात सिखान्दा रहया।