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https://www.indiatv.in/india/national-rss-ideologue-mg-vaidya-passes-away-in-nagpur-maharashtra-760684
RSS के वरिष्ठ विचारक और पहले प्रवक्ता रहे एमजी वैद्य का निधन, रविवार को होगा अंतिम संस्कार
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ विचारक और संगठन के पहले प्रवक्ता रहे माधव गोविंद वैद्य का शनिवार को दोपहर 3:30 बजे नागपुर में निधन हो गया।
नागपुर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के वरिष्ठ विचारक और संगठन के पहले प्रवक्ता रहे माधव गोविंद वैद्य का शनिवार को दोपहर 3:30 बजे नागपुर में निधन हो गया। एमजी वैद्य का 97 साल की उम्र में नागपुर के स्पंदन अस्पताल में निधन हो गया। वे पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। तबीयत बिगड़ने पर एमजी वैद्य को कुछ दिन पहले ही नागपुर के स्पंदन अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। उनके निधन पर आरएसएस के सदस्यों ने शोक व्यक्त किया है। जानकारी के मुताबिक, एमजी वैद्य का अंतिम संस्कार 20 दिसंबर (रविवार) को अंबाझरी घाट पर किया जाएगा।जानकारी के मुताबिक, उनके पोते विष्णु वैद्य ने बताया कि एमजी वैद्य का निधन शनिवार दोपहर 3.35 बजे नागपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में हुआ। विष्णु वैद्य ने बताया कि उनको कोरोना वायरस का संक्रमण हुआ था, लेकिन वो संक्रमण से उबर गए थे। शनिवार दोपहर 3:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बता दें कि, माधव गोविंद वैद्य एकमात्र ऐसे स्वयं सेवक थे जिन्होंने आरएसएस के संस्थापक डॉक्टर हेडगेवार सहित मोहन भागवत के साथ काम किया था। इनका जन्म वर्धा जिले के तीरोड़ा में1923 में हुआ था, 1983 से यह स्वयंसेवक में जुड़े थे। एमजी वैद्य आरएसएस के सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य के पिता हैं।गौरतलब है कि एमजी वैद्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रवक्ता भी रह चुके हैं। एमजी वैद्य संघ के ऐसे स्वयंसेवक थे, जिसे अब तक के हर सरसंघचालक के साथ काम करने का अनुभव था। एमजी वैद्य राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पहले प्रवक्ता भी थे, वे 'तरुण भारत' के संपादक भी रहे। एमजी वैद्य ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को लेकर कई पुस्तकों का लेखन भी किया है। वैद्य का संघ के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में भी काफी सम्मान था। मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती, एमजी वैद्य को पिता तुल्य मानती थीं। वैद्य आरएसएस के प्रमुख पदाधिकारियों में से एक थे, जिन्होंने राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के विचारों के साथ संगठन को आगे बढ़ाया।
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https://www.indiatv.in/india/national/tej-pratap-yadav-targets-mama-sadhu-yadav-on-tejashwi-yadav-marriage-wife-religion-826743
'मां का दूध पिया है तो आके करले दो-दो हाथ', तेज प्रताप ने मामा साधु यादव को ललकारा
तेज प्रताप यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर अपने मामा साधु यादव यानी राबड़ी देवी के भाई पर जमकर निशाना साधा है। विधायक और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने मामा साधु यादव को ललकारा है। तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में साधु यादव का नाम नहीं लिया है, लेकिन बिहार आकर 'गरदा उड़ाने' की धमकी दे दी है।
नई दिल्ली। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के अंतर धार्मिक विवाह को लेकर नाराज मामा साधु यादव को तेज प्रताप ने खुली चुनौती दी है। तेज प्रताप यादव ने एक के बाद एक दो ट्वीट कर अपने मामा साधु यादव यानी राबड़ी देवी के भाई पर जमकर निशाना साधा है। विधायक और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव ने मामा साधु यादव को ललकारा है। तेजस्वी के बड़े भाई तेजप्रताप ने अपने ट्वीट में साधु यादव का नाम नहीं लिया है, लेकिन बिहार आकर 'गरदा उड़ाने' की धमकी दे दी है। तेज प्रताप यादव ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि 'रुकऽअ हम आऽवतानी बिहार तऽ गर्दा उड़ाऽव तानी तोहार..! बुढ़-बुजुर्ग बाड़ऽअ, तनिक औक़ात में रहल सिखऽ। पाजामा से बाहर आऽवल के कौनो ज़रूरत नईखे..!' वहीं दूसरे ट्वीट में तेज प्रताप ने लिखा- 'हत्यारे साधु यादव का पुतला दहन छात्र जनशक्ति परिषद द्वारा किया गया। हमारी माँ-बहनों की इज़्ज़त को सरेआम बेइज़्ज़त करने वाले उस “कंस” को मेरा खुला निमंत्रण है कि अगर अपनी माँ का दूध पिया है तो मैदान में आके करले दो-दो हाथ। या अगर औकात है तो सामने में सीधा खड़ा होकर हीं दिखा दें!'मामा साधु यादव पर भड़कीं तेजस्वी की बहन रोहिणी, कहा- दुष्ट कंस के जैसा...मामा साधु यादव पर तेज प्रताप के बाद उनकी बहन रोहिणी आचार्य ने भी मोर्चा खोल दिया है। लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा- "रोहिणी आचार्य ने कहा कि कंस आज भी समाज में मौजूद हैं, ये बात इन्होंने साबित कर दी है. अगर रिश्ता निभाना है तो कृष्ण बनो, दुष्ट कंस के जैसा अन्यायी ना बनो।"सबकी पोल खोलूंगा, फिर चाहे वो तेजस्वी हों या तेज प्रताप: साधु यादवजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की शादी से नाराज मामा साधु यादव ने शनिवार को कहा कि ये लोग 10-12 साल से मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। आप (तेजस्वी) अपनी मर्जी से शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं, मुझे कोई आपत्ति नहीं है। लालू जी या बहन (राबड़ी) जी अपने बच्चों को नियंत्रित नहीं करते हैं तो गंभीर परिणाम होंगे। मैं सबकी पोल खोलूंगा, चाहे फिर वो तेज प्रताप यादव हों या तेजस्वी यादव।पूरा यादव समाज कलंकित हुआ- साधु यादवबता दें कि, तेजस्वी यादव ने गुरुवार (9 दिसंबर) को अपनी दोस्त रेचेल से दिल्ली के सैनिक फार्म में शादी की है, जिसके बाद से बवाल मचा हुआ है। पूर्व सांसद व तेजस्वी यादव के मामा साधु यादव ने उनकी शादी पर अंगुली उठाते हुए शुक्रवार को कहा था कि समाज के बाहर की लड़की से शादी करना ठीक नहीं है। साधु यादव ने कहा कि तेजस्वी की इस शादी से न केवल परिवार बल्कि पूरा यादव समाज कलंकित हुआ है। साधु यादव ने कहा था कि लालू यादव ने अपनी बेटियों की शादी में कुल खानदान सब देखा तो फिर तेजस्वी यादव की शादी में इतनी बड़ी गलती कैसे की। साधु यादव ने अपनी भांजियों पर भी सवाल खड़ा कर दिया और कहा कि मीसा भारती, चंदा यादव ने क्या क्या किया. इन सबने समाज को धोखा दिया है। बता दें कि, लालू यादव के 7 बेटी और 2 बेटे हैं। तेजस्वी यादव (32 साल) सबसे छोटे हैं। लालू यादव ने अपनी 8 संतानों की शादी स्वजातीय की है। लेकिन, लालू परिवार में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी व्यक्ति का विवाह अंतर धार्मिक हुआ हो।
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https://www.indiatv.in/india/national-bangladeshi-minor-girl-pushed-into-prostitution-bsf-handed-over-to-bgb-as-humanitarian-gesture-797886
नाबालिग बेटी को वेश्यावृत्ति के दलदल से बचाने के लिए मां ने लांघी सरहद, BSF ने उठाया यह कदम
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिला के सीमावर्ती इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक मां-बेटी को उस वक्त धर दबोचा जब वो दोनों सीमा पार कर बांग्लादेश में घुसने की कोशिश कर रहीं थीं।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिला के सीमावर्ती इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों ने एक मां-बेटी को उस वक्त धर दबोचा जब वो दोनों सीमा पार कर बांग्लादेश में घुसने की कोशिश कर रहीं थीं लेकिन उनकी आपबीती सुनने के बाद दोनों मां-बेटी को साउथ बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ ने पड़ोसी देश में सीमा की सुरक्षा करने वाले बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) को सौंप दिया।दरअसल यह मां अपनी नाबालिग बेटी को वेश्यावृत्ति के दलदल से बचाने के लिए सरहद पार कर गयी थी। बांग्लादेश की यह मां अवैध तरीके से भारत में घुस आयी और बेटी को मानव तस्करों के चंगुल से बचा भी लिया, लेकिन वापस जाते वक्त बीएसएफ के जवानों ने मां-बेटी को धर दबोचा। बीएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को दोपहर में खुफिया शाखा ने बीएसएफ की 99वीं वाहिनी को सीमा चौकी जीतपुर के इलाके से कुछ लोगों के गैर-कानूनी तरीके से सीमा पार करने की कोशिश की सूचना दी थी। पूछताछ के दौरान बेटी अलीमा (काल्पनिक नाम) जिसकी उम्र 17 वर्ष है, ने बताया की वह बांग्लादेश की निवासी है। उसकी मर्जी के खिलाफ उसके माता-पिता ने उसकी शादी तय कर दी थी। इसी दौरान उसके गांव के दो लोग कालू और सुहाग ने उसको भारत में ब्यूटी पार्लर में काम दिलाने का वायदा किया। वह शादी से बचने के लिए घर से भागकर कालू के साथ भारत आ गयी।Image Source : INDIA TVबीएसएफ के जवानों ने एक मां-बेटी को उस वक्त धर दबोचा जब वो बांग्लादेश में घुसने की कोशिश कर रहीं थीं।उसने बताया कि यहां कालू ने उसे मोहम्मद अली नाम के एक भारतीय दलाल को करीब डेढ़ लाख रुपये में बेच दिया। दलाल उसे उत्तर दिनाजपुर के पंजीपाड़ा इलाके में ले आया। इस इलाके में उससे जबरन वेश्यावृत्ति करवाया गया। अलीमा ने बताया कि मिथुन नाम का एक युवक उसके पास आता था। उसने अलीमा की आपबीती सुनी, तो बांग्लादेश में रहने वाली उसकी मां को फोन किया और उसकी दर्द भरी दास्तां बता दी।पीड़िता की मां समीरा (काल्पनिक नाम) ने बताया की उसकी बेटी 16 जनवरी से लापता थी और इसकी गुमशुदगी की शिकायत बांग्लादेश के पल्लवी मीरपुर थाने में दर्ज करवायी गयी थी। कुछ दिन पहले भारत से मिथुन नाम के एक युवक का फोन आया, जिसने बताया की उसकी बेटी पंजीपाड़ा में है। इसके बाद उसने तुरंत भारत जाकर किसी भी कीमत पर अपनी बेटी को वापस लाने की ठान ली।समीरा ने कहा कि वह अपनी बेटी को इस दलदल से जल्द से जल्द बाहर निकालना चाहती थी इसलिए कागजी कार्रवाई के पचड़े में पड़ने की बजाय उसे इसी तरह से भारत की सीमा में दाखिल होना सही लगा। उसने पंजीपाड़ा जाकर वहां के गांव प्रधान की मदद से अपनी बेटी को दलालों के चंगुल से मुक्त तो करा लिया, लेकिन वापसी के दौरान बीएसएफ ने उन्हें पकड़ लिया।ये भी पढ़ें
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https://www.indiatv.in/india/national-labor-bureau-will-conduct-three-surveys-to-know-employment-status-746403
रोजगार की स्थिति जानने के लिये श्रम ब्यूरो करेगा तीन सर्वेक्षण
कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश में रोजगार की स्थिति जानने के लिये श्रम ब्यूरो प्रवास, घरेलू सहायक और पेशेवर इकाइयों को लेकर तीन सर्वेक्षण करेगा। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में शुक्रवार को यह जानकारी दी।
नयी दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश में रोजगार की स्थिति जानने के लिए श्रम ब्यूरो प्रवास, घरेलू सहायक और पेशेवर इकाइयों को लेकर तीन सर्वेक्षण करेगा। श्रम और रोजगार मंत्रालय ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में शुक्रवार को यह जानकारी दी। श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने कहा कि विशेषज्ञों के समूह की बृहस्पतिवार को पहली बैठक हुई। बैठक में श्रम ब्यूरो के तीन सर्वेक्षण किए जाने की जानकारी दी गयी। सरकार ने तीन वर्ष के लिए इस विशेषज्ञ समूह का गठन किया है। यह समूह प्रवासन, पेशेवर इकाइयों और घरेलू सहायकों के साथ अन्य सर्वेक्षणों के लिए श्रम ब्यूरो को तकनीकी सलाह उपलब्ध कराएगा। विशेषज्ञ समूह के अध्यक्ष कलकत्ता विश्वविद्यालय के मानद प्राध्यापक एस.पी.मुखर्जी हैं। साथ ही कई जाने-माने अर्थशास्त्री, सांख्यिकीविद और सरकारी अधिकारी इस समूह के सदस्य हैं। गंगवार ने कहा कि सरकार विशेष श्रेणियों के श्रमिकों से जुड़ी चिंताओं को समझना चाहती है। इसलिए उसने श्रम ब्यूरो को इन तीन महत्वकांक्षी क्षेत्रों में सर्वेक्षण की जिम्मेदारी दी है।
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https://www.indiatv.in/india/politics/uttarakhand-election-result-2022-congress-alleged-harish-rawat-to-sell-the-ticket-2022-03-15-839812
हार के बाद उत्तराखंड कांग्रेस मे घमासान, हरीश रावत पर पार्टी नेताओं ने लगाए टिकट बेचने के आरोप
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने हरीश रावत पर टिकट बेचने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। रंजीत रावत ने कहा है कि हरीश रावत ने पैसे लेकर टिकट बेचे और एक बड़ी धनराशि जमा की है। उनके मैनेजरों ने कुछ लोगों के पैसे वापस कर दिए हैं, कुछ के वापस देने बाकी हैं।
उत्तराखंड में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस के अंदर ही घमासान मचा हुआ है। उत्तराखंड कांग्रेस में आपस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। पैसे बेचकर टिकट देने से लेकर भितरघात कर एक-दूसरे को हराने के आरोप लगाने में नेता लगे हुए हैं। इन सभी आरोपों के केंद्र में उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत आ गए हैं।कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रंजीत रावत ने हरीश रावत पर टिकट बेचने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। रंजीत रावत ने कहा है कि हरीश रावत ने पैसे लेकर टिकट बेचे और एक बड़ी धनराशि जमा की है। उनके मैनेजरों ने कुछ लोगों के पैसे वापस कर दिए हैं, कुछ के वापस देने बाकी हैं। हरीश रावत युवा नेताओं को अफीम चटा देते हैं और अपने आगोश में ले लेते हैं मैं भी 35 साल तक नशे में रहा उसके बाद मेरा नशा उतरा। एक जमाने में रंजीत रावत पूर्व सीएम हरीश रावत के बेहद करीबी माने जाते थे, जब हरीश रावत मुख्यमंत्री थे तब रंजीत रावत को लोग यहां तक मानते थे कि पर्दे के पीछे के सीएम रंजीत रावत ही हैं। लेकिन उत्तराखंड कांग्रेस की हुई हार की वजह से आज रंजीत रावत हरीश रावत के ऊपर खुलेआम टिकट बेचने का आरोप लगा रहे हैं।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और एनडी तिवारी सरकार में मंत्री रहे और उत्तराखंड के रायपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी हीरा सिंह बिष्ट भितरघात का आरोप लगा रहे हैं कि हीरा सिंह बिष्ट के घर पर एक समीक्षा बैठक बुलाई गई थी जिसमें हरीश रावत पहुंचे तो वहां काफी ज्यादा तनातनी की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। हीरा सिंह बिष्ट उत्तराखंड की डोईवाला विधानसभा सीट से काफी लंबे अरसे से तैयारी कर रहे थे। इनके समर्थकों का आरोप है कि इनको डोईवाला सीट की वजह रायपुर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भेज दिया गया जिससे कि वह वहां तैयारी नहीं कर पाए और चुनाव हार गए। इंडिया टीवी से बातचीत में हीरा सिंह बिष्ट ने बताया कि हम अपने घर पर समीक्षा बैठके कर रहे थे। बीच में हरीश रावत आ गए और वहां समर्थकों के बीच कुछ हॉट डिस्कशन हो गया। समर्थकों ने हरीश रावत से कहा कि बिष्ट जी का टिकट आखिरी टाइम पर डोईवाला से काटकर रायपुर दे दिया गया। 1 महीने का भी समय नहीं दिया गया। हराने की साजिश की गई, टिकट वितरण समिति में आपको देखना चाहिए था। समर्थकों के आरोप पर हीरा सिंह बिष्ट कहते हैं कि सिर्फ हरीश रावत को दोष देना ठीक नहीं है। हरीश रावत ने सारे टिकट तो नहीं बांटे और भी जिम्मेदार लोग थे। मैंने केवल डोईवाला से अप्लाई किया था। मैं डोईवाला से ही लड़ना चाह रहा था। क्योंकि रायपुर विधानसभा सीट से जो बीजेपी के मौजूदा विधायक हैं, वह खुद कांग्रेस का दरवाजा खटखटा रहे थे। मुझे देहरादून में कहीं से भी लगवा देते, लेकिन मुझे दो-तीन महीने का टाइम तो देते। इससे मुझे कहीं न कहीं लगा कि मेरे साथ खिलवाड़ जैसा किया गया एक साजिश का हिस्सा मुझे बनाया गया। यह मुझे तकलीफ है और कोई बात नहीं है। यह किसने किया, क्या किया, किसी एक व्यक्ति को दोष देना ठीक नहीं है। पूरी कमेटी जिम्मेदार है, जब कोई निर्णय होता है।पैसे लेकर टिकट बेचने के आरोप पर हरीश रावत कहते हैं कि इस बुढ़ापे में मेरे भाग्य में शायद यही लिखा था कि मुझ पर कहा जा रहा है कि मैंने टिकट बेच दिए। अगर मैंने टिकट बेचे हैं तो ऐसा व्यक्ति तो नहीं चाहिए कांग्रेस के अंदर इसलिए मैंने कांग्रेस को ऑफर किया और भगवान से प्रार्थना की भगवान कांग्रेस मेरे खिलाफ कार्रवाई करें। हरीश रावत कहते हैं, 'एक व्यक्ति जो इतने पदों से नवाजा गया हो यदि को टिकट बेचता है पद बेचता है ऐसे व्यक्ति की कांग्रेस में ही क्यों सार्वजनिक जीवन में भी जरूरत नहीं होनी चाहिए ऐसे हरीश रावत को उत्तराखंड वालों को चाहिए कि पकड़कर खड्डे में दबा दें देखते हैं क्या भगवान सुनता है कि नहीं सुनता पार्टी हमारे भगवान जैसी है भगवान सुनते हैं कि नहीं सुनते। मैं तो चाहता हूं जिस समय मैं होली दहन हो रहा है उस समय हरीश रावत का भी दहन हो जाना चाहिए राजनीतिक दहन तो कम से कम हो जाना चाहिए।'
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https://www.indiatv.in/india/national-breaking-news-hindi-samachar-pm-modi-aligarh-amu-coronavirus-cases-politics-india-world-latest-updates-14-september-live-813407
अलीगढ़ पीएम मोदी LIVE: 'उत्तर प्रदेश डबल इंजन सरकार के डबल लाभ का एक बहुत बड़ा उदाहरण'
Breaking News in Hindi: इंटरनेट, ट्विटर, फेसबुक पर हम देश और दुनिया की तमाम ब्रेकिंग न्यूज देखते हैं। आप यहां सिर्फ एक पेज पर सभी तरह की ताजा खबरों और ब्रेकिंग न्यूज की लाइव कवरेज देख और पढ़ सकते हैं।
हमारे दैनिक जीवन में खबरों की बेहद महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कुछ लोगों की सुबह यह जाने बगैर अधूरी ही रहती है कि दुनिया में क्या हो रहा है। जो लोग डिजिटल तकनीक को समझते हैं, वे अपने खाली समय में या यात्रा करते हुए भी देश-दुनिया की खबरों की जानकारी लेते रहते हैं। आज के दौर में, जबकि लोग खबरें पाने के लिए न्यूज वेबसाइट्स पर निर्भर हैं, इंडिया टीवी न्यूज आपको हर तरह की ब्रेकिंग न्यूज, ब्रेकिंग स्टोरी वीडियो, लाइव टीवी और अन्य बेहतरीन शो एक मंच पर उपलब्ध कराता है ताकि आप किसी भी जरूरी जानकारी से अनभिज्ञ न रह जाएं। इंटरनेट, ट्विटर, फेसबुक पर हम देश और दुनिया की तमाम ब्रेकिंग न्यूज देखते हैं।आप यहां सिर्फ एक पेज पर सभी तरह की ताजा खबरों और ब्रेकिंग न्यूज की लाइव कवरेज देख और पढ़ सकते हैं। इंडिया टीवी डिजिटल हर जरूरी खबर को कवर करता है और यह सुनिश्चित करता है कि उसके पाठकों से कोई भी जरूरी जानकारी छूट न जाए।लाइव टीवी
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https://www.indiatv.in/india/national-rain-warning-over-isolated-places-near-delhi-during-the-next-2-hours-imd-734368
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 2 घंटों में दिल्ली सहित इन इलाकों में बारिश होने का अलर्ट जारी किया
भारतीय मौसम विभाग ने अगले 2 घंटों में दिल्ली, फारुखनगर, झज्जर, मातनहेल, पलवल, होडल औरंगाबाद, भिवाड़ी, खेरखोडा, मेहेमी, हांसी, गोहाना, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, खुर्जा में हल्की से मध्यम तीव्रता बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।
नई दिल्ली: भारतीय मौसम विभाग ने अगले 2 घंटों में दिल्ली, फारुखनगर, झज्जर, मातनहेल, पलवल, होडल औरंगाबाद, भिवाड़ी, खेरखोडा, मेहेमी, हांसी, गोहाना, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, खुर्जा में हल्की से मध्यम तीव्रता बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने साथ ही अगले 2 घंटे के दौरान हापुड़, नूंह, भिवानी, हिसार, लोहारू, महेंद्रगढ़, नारनौल, सादुलपुर, रेवाड़ी, मानेसर, सोहाना के अलग-अलग स्थानों पर भी हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होने की बात कही है। भारत मौसम विभाग (IMD) ने इसकी जानकारी दी। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे के दौरान कई जगहों पर कही तेज और कही हल्की बारिश हुई। पश्चिमी उप्र में कई स्थानों पर तथा पूर्वी स्थानों पर कई स्थानों पर गरज चमक के साथ बारिश हुई। मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि प्रदेश में कई जगहों पर चमक गरज के साथ तेज बारिश हुई। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि बुधवार 19 अगस्त को राज्य में कहीं कहीं मूसलाधार बारिश होने का अनुमान है जबकि अधिकांश जगहों पर चमक-गरज के साथ पानी बरसने की संभावना है। विभाग के अनुसार बृहस्पतिवार को भी अनेक स्थानों पर बारिश होने की संभावना है। राजस्थान के कई हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान हल्के से मध्यम दर्जे और कुछ इलाकों में भारी बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान सिरोही के रेवदर में अधिकतम 15 सेंटीमीटर बारिश, राजसमंद के देवगढ़ में 10 सेंटीमीटर, अजमेर के टोडगढ़ में 9 सेंटीमीटर, भीलवाडा के ग्यानगढ में आठ सेंटीमीटर, राजसमंद के भीम में सात सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई। वहीं सोमवार सुबह से शाम तक जयपुर में 11.2 मिलीमीटर (मिमी), जैसलमेर में 2.8 मिमी, उदयपुर के डबोक में 0.8 मिमी बारिश दर्ज की गई। विभाग ने पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में आगामी 24 घंटों के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। वहीं शुक्रवार को जयपुर और उसके आसपास हुई भारी बारिश के कारण जयपुर-दिल्ली राजमार्ग स्थित तीन आवासीय कॉलोनी में जमा हुए मलबे और मिट्टी को हटाने का काम सोमवार को भी जारी रहा। जयपुर के जिलाधिकारी अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि मलबे और मिट्टी को साफ करने का काम सोमवार को भी जारी रहा। रहीमन कॉलोनी, लाल डूंगरी और सुंदर नगर में कई जेसीबी मशीनों और ट्रैक्टरों को मलबे और मिट्टी हटाने के लिये लगाया गया है। शुक्रवार की बारिश के दौरान पानी के तेज बहाव में कई वाहन मिट्टी में दब गये। उन्होंने बताया कि प्राथमिक मूल्याकंन के अनुसार 29 मकानों को नुकसान हुआ है। मूल्यांकन का कार्य अभी भी जारी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में प्रदेश में मानसून को देखते हुए अत्यधिक वर्षा एवं बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने की पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए।
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https://www.indiatv.in/india/national-delhi-lucknow-prayagraj-rishikesh-chennai-varanasi-special-new-trains-indian-railways-latets-news-764238
दिल्ली-लखनऊ-देहरादून-वाराणसी समेत इन रूटों पर चलने जा रही हैं स्पेशल ट्रेनें, फटाफट चेक करें पूरी लिस्ट
रेलयात्रियों की सुविधाओं के लिए भारतीय रेलवे 10 जनवरी (रविवार) से दिल्ली-लखनऊ-देहरादून-वाराणसी-चेन्नई समेत हज़रत निजामुद्दीन और त्रिवेन्द्रम के बीच कुछ और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है।
नई दिल्ली। रेल यात्रियों के बड़ी खुशखबरी है। रेलयात्रियों की सुविधाओं के लिए भारतीय रेलवे 10 जनवरी (रविवार) से दिल्ली-लखनऊ-देहरादून-वाराणसी-चेन्नई समेत हज़रत निजामुद्दीन और त्रिवेन्द्रम के बीच कुछ और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। रेलवे वाराणसी-देहरादून, प्रयागराज-योगनगरी-ऋषिकेश, जम्मूतवी-योगनगरी ऋषिकेश, त्रिवेन्द्रम-हज़रत निजामुद्दीन तथा चैन्नई सेन्ट्रल-लखनऊ के बीच स्पेशल रेलगाड़ियों का संचालन शुरू करने जा रहा है। आप यहां स्पेशल ट्रेनों की पूरी लिस्ट और टाइम टेबल के साथ-साथ ट्रेनें कौन-कौन से स्टेशनों पर रूकेंगी इसकी पूरी डिटेल देख सकते हैं। रोज चलेगी ट्रेन संख्या 04265/04266 वाराणसी-देहरादून-वाराणसी स्पेशल ट्रेननई दिल्ली। रेल यात्रियों के बड़ी खुशखबरी है। रेलयात्रियों की सुविधाओं के लिए भारतीय रेलवे 10 जनवरी (रविवार) से दिल्ली-लखनऊ-देहरादून-वाराणसी-चेन्नई समेत हज़रत निजामुद्दीन और त्रिवेन्द्रम के बीच कुछ और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। रेलवे वाराणसी-देहरादून, प्रयागराज-योगनगरी-ऋषिकेश, जम्मूतवी-योगनगरी ऋषिकेश, त्रिवेन्द्रम-हज़रत निजामुद्दीन तथा चैन्नई सेन्ट्रल-लखनऊ के बीच स्पेशल रेलगाड़ियों का संचालन शुरू करने जा रहा है। आप यहां स्पेशल ट्रेनों की पूरी लिस्ट और टाइम टेबल के साथ-साथ ट्रेनें कौन-कौन से स्टेशनों पर रूकेंगी इसकी पूरी डिटेल देख सकते हैं। 04265 वाराणसी-देहरादून दैनिक स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 10.01.2021 से वाराणसी से सुबह 08.25 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन सुबह 06.30 बजे देहरादून पहुँचेगी । वापसी दिशा में 04266 देहरादून-वाराणसी दैनिक स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 11.01.2021 से देहरादून से सांय 06.15 प्रस्थान कर दूसरे दिन दोपहर 03.40 बजे वाराणसी पहुँचेगी। रास्ते में यह रेलगाड़ी सेवापुरी, परसीपुर, भदोही, मोंध (04265 का एक तरफा ठहराव), सुरियावान, सराय कंसराय (04266 का एक तरफा ठहराव), जंघई, बादशाहपुर, गोरा (04265 का एक तरफा ठहराव), दांडुपुर, प्रतापगढ, चिलबिला, अंतू, मिसरौली (04265 का एक तरफा ठहराव), अमेठी, गौरीगंज, जैस, फुरसतगंज, रायबरेली, हरचंदपुर, बछरावा, लखनऊ, लखनऊ वैस्ट (04266 का एक तरफा ठहराव), आलमनगर, काकोरी, मलिहाबाद, दिलावरनगर, (04266 का एक तरफा ठहराव), रहिमाबाद (04266 का एक तरफा ठहराव), संडिला, बालामऊ, हरदोही, अंजीशाहबाद, (04265 का एक तरफा ठहराव), शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, कांठ, सियोहारा,धामपुर, नगीना, नज़ीबाबाद, चंडोक,लक्सर, ज्वारलापुर, हरिद्वार, रायवाला, डोइवाला तथा हर्रावाला (04266 का एक तरफा ठहराव) स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी । ये भी पढ़ें: SSC क्वालीफाई करने के बाद उम्मीदवार कर सकते हैं नौकरी के लिए अप्लाई, जानिए सच्चाईस्पेशल ट्रेन संख्या 04229/04230 सप्ताह में 3 दिन चलेगी 04229 प्रयागराज संगम-योगनगरी ऋषिकेश सप्ताह में 3 दिन स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 10.01.2021 से प्रत्येक मंगलवार, वीरवार और रविवार को प्रयागराज संगम से रात्रि 11.35 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन दोपहर 02.35 बजे योगनगरी ऋषिकेश पहुँचेगी । वापसी दिशा में 04230 योगनगरी ऋषिकेश- प्रयागराज संगम सप्ताह में 3 दिन स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 11.01.2021 से प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार और सोमवार को योगनगरी ऋषिकेश से सांय 03.20 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन सुबह 07.25 बजे प्रयागराज संगम पहुँचेगी। मार्ग में यह रेलगाड़ी प्रयाग, प्रतापगढ, अमेठी, गौरीगंज, रायबरेली, लखनऊ, हरदोही, शाहजहांपुर, बरेली, रामपुर, मुरादाबाद, नज़ीबाबाद, लक्सर, हरिद्वार, मोतीचूर तथा रायवाला स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।ट्रेन संख्या 04606/04605 जम्मूतवी-योगनगरी ऋषिकेश-जम्मूतवी साप्ताहिक स्पेशल रेलगाड़ी 04606 जम्मूतवी-योगनगरी ऋषिकेश साप्ताहिक स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 10.01.2021 से प्रत्येक रविवार को जम्मूतवी से रात्रि 10.05 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन पूर्वाह्न 10.25 बजे योगनगरी ऋषिकेश पहुँचेगी । वापसी दिशा में 04605 योगनगरी ऋषिकेश- जम्मूतवी साप्ताहिक स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 11.01.2021 से प्रत्येक सोमवार को योगनगरी ऋषिकेश से सांय 03.40 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन तड़के 03.20 बजे जम्मूतवी पहुँचेगी । मार्ग में यह रेलगाड़ी पठानकोट छावनी, जलंधर छावनी, लुधियाना, खन्ना, सरहिंद, राजपुरा, अम्बाला सिटी, अम्बाला छावनी, यमुनानगर जगाधरी, सहारनपुर, हरिद्वार, मोतीचूर, रायवाला तथा वीरभद्र स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी ।06083/06084 त्रिवेन्द्रम-हज़रत निजामुद्दीन-त्रिवेन्द्रम साप्ताहिक सुपर फास्ट स्पेशल रेलगाड़ी 06083 त्रिवेन्द्रम-हज़रत निजामुद्दीन साप्ताहिक सुपर फास्ट स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 09.01.2021 से प्रत्येक शनिवार त्रिवेन्द्रम से मध्यरात्रि 00.30 बजे प्रस्थान कर अगले दिन रात्रि 10.40 बजे हज़रत निजामुद्दीन पहुँचेगी। वापसी दिशा में 06084 हज़रत निजामुद्दीन-त्रिवेन्द्रम साप्ताहिक सुपर फास्ट स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 11.01.2021 से प्रत्येक सोमवार को हज़रत निजामुद्दीन से सुबह 05.00 बजे प्रस्थान कर तीसरे दिन तड़के 04.55 त्रिवेन्द्रम पहुँचेगी। मार्ग में यह विशेष रेलगाड़ी कोल्लम, कायनाकुलम, कोट्टयम, एर्नाकुलम टाउन, त्रिशूर, शोरानूर, कोझीकोड, कन्नूर, मंगलौर, उडूपी, कारवार, मडगाँव, करमाली, रत्नागिरी, वसई रोड, दहानूरोड, वापी, सूरत, भरूच, बडोदरा, रतलाम, कोटा, सवाईमाधोपुर, भरतपुर तथा मथुरा जं0 स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी । ट्रेन संख्या 06093/06094 चैन्नई सेन्ट्रल-लखनऊ-चैन्नई सेन्ट्रल सप्ताह में 2 दिन चलेगी06093 एमजीआर चैन्नई-लखनऊ सप्ताह में 2 दिन स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 12.01.2021 से 30.01.2021 तक प्रत्येक मंगलवार और शनिवार को एमजीआर चैन्नई सेन्ट्रल से सुबह 05.15 बजे प्रस्थान करके दूसरे दिन रात्रि 08.20 बजे लखनऊ पहुँचेगी । वापसी दिशा में 06094 लखनऊ-एमजीआर चैन्नई सेन्ट्रल सप्ताह में 2 दिन स्पेशल रेलगाड़ी दिनांक 14.01.2021 से 01.02.2021 तक प्रत्येक वीरवार और सोमवार को लखनऊ से सांय 04.20 बजे प्रस्थान करके तीसरे दिन सुबह 06.50 बजे एमजीआर चैन्नई सेन्ट्रल पहुँचेगी।मार्ग में यह विशेष रेलगाड़ी सुलुरपेटा, नियाडूपेटा, गुडूर, नैल्लौर, कवाली, सिंगारयाकोंडा, ओंगल, चिराला, बपातला, नीदूब्रोलु, तेनाली, न्यूगुंटूर, विजयवाडा, ईरूपलम, खम्म, द्रोणाकल, महबूबाबाद, कसमूदरम, वारंगल, जमीकुंटा, पेडापल्ली, रामागुंडम, मनछेरल, बेलमपल्ली, सिरपुरकागजनगर, बल्लारशाह, चन्द्रपुर, सेवाग्राम, नागपुर, मुलताई, आमला, बेतूल, घोडाडोंगरी, ईटारसी,भोपाल, बीना, ललितपुर, झाँसी, उरई तथा कानपुर सेन्ट्रल स्टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।ये भी पढ़ें: दिल्ली में स्कूल खोलने और बोर्ड परीक्षाओं को लेकर मनीष सिसोदिया ने दिया बड़ा अपडेट रेल यातायात प्रभावित रहेगासाथ ही रेलवे द्वारा नागपुर मंडल के राजनांद गांव-कालमना सेक्शन में 06 जनवरी से 11 जनवरी 2021 तक तीसरी लाइन के संबंध में इनैक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कार्य किया जाएगा। जिसके कारण रेल यातायात प्रभावित रहेगा। उत्तर रेलवे ने ये जानकारी दी है।रेलगाड़ियों का निरस्तकीरणगाड़ी संख्या एवं गाड़ी का नामतिथि (आरम्भिक स्टेशन से)08237 कोरबा-अमृतसर जंक्शन त्यौहार एक्सप्रेस विशेष06.01.21 एवं 08.01.202108238 अमृतसर जं0-बिलासपुर त्यौहार एक्सप्रेस विशेष08.01.21 एवं 10.01.202102887 विशाखापट्णम-हज़रत निजामुद्दीन समता एक्सप्रेस 05,06,07, एवं 09.01.202102888 हज़रत निजामुद्दीन विशाखापट्णम समता एक्सप्रेस 07,08,09, एवं 11.01.2021
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https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-testing-cross-7-crore-743429
देश में शुक्रवार को हुई रिकॉर्ड कोरोना टेस्टिंग, कुल संख्या 7 करोड़ के पार
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए बड़े पैमाने पर जांच की जा रही है। शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस की रिकॉर्ड टेस्टिंग हुई, इसके साथ ही देश में कुल हुए कोरोना टेस्ट की संख्या सात करोड़ के पार पहुंच गई है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए बड़े पैमाने पर जांच की जा रही है। शुक्रवार को देश में कोरोना वायरस की रिकॉर्ड टेस्टिंग हुई, इसके साथ ही देश में कुल हुए कोरोना टेस्ट की संख्या सात करोड़ के पार पहुंच गई है। शुक्रवार को देश में कुल 13 लाख 41 हजार 535 टेस्ट किए गए। यह जानकारी भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने दी। ICMR ने बताया कि देश में 25 सितंबर तक कुल 7 करोड़ 2 लाख 69 हजार 975 टेस्ट हो चुके हैं।इतनी बड़ी संख्या में कोरोना टेस्टिंग हो रही है तो जाहिर है कि पॉजिटिव केस भी ज्यादा ही मिलेंगे। लेकिन, दुनियाभर में कोरोना वायरस के एक बार फिर बढ़ते मामलों के बीच भारत में कुछ राहत है, देश में कोरोना वायरस के नए मामले जिस रफ्तार से आ रहे हैं उससे ज्यादा तेजी से लोग ठीक हो रहे हैं और यही वजह है कि देश के कुल कोरोना एक्टिव मामलों की संख्या लगातार कम हो रही है। हालांकि, अभी भी देश में बहुत बड़ी संख्या में कोरोना के एक्टिव मामले हैं और रोजाना कोरोना की वजह से 1000 से ज्यादा लोग जान गंवा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से शनिवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक शुक्रवार सुबह 8 बजे से लेकर शनिवार सुबह 8 बजे तक देशभर में कोरोना वायरस के 85326 नए मामले सामने आए हैं और कुल कोरोना वायरस मामलों का आंकड़ा बढ़कर 59,03,896 तक पहुंच गया है।कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की बात करें तो पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कुल 93379 लोग ठीक हुए हैं और अबतक देशभर में कुल 48,49,548 लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। देश में कोरोना वायरस का रिकवरी रेट 82.14 प्रतिशत तक पहुंच गया है। क्योंकि कोरोना से ठीक होने वाले लोग ज्यादा है और नए मामले कम ऐसे में कोरोना के एक्टिव मामलों की संख्या घटकर 960969 रह गई है। पिछले 8 दिनों में सिर्फ 1 दिन एक्टिव केस बढ़े हैं और बाकी 7 दिन इनमें कमी आई है।लेकिन, सबसे ज्यादा चिंता की बात ये है कि कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 24 घंटों में 1089 लोगों ने देशभर में कोरोना की वजह से जान गंवाई है। कोरोना वायरस अबतक देश में 93379 लोगों की मौत का कारण बन चुका है।
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https://www.indiatv.in/india/national-jim-corbett-park-may-be-renamed-as-ramganga-national-park-817541
उत्तराखंड: जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलना चाहते हैं वन राज्य मंत्री अश्विनी चौबे
उत्तराखंड में बाघों के संरक्षण के लिए बने जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलकर रामगंगा राष्ट्रीय पार्क किया जा सकता है। करीब 521 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले भारत के पहले राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलने का संकेत केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दिया।
देहरादून: उत्तराखंड में बाघों के संरक्षण के लिए बने जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलकर रामगंगा राष्ट्रीय पार्क किया जा सकता है। करीब 521 किलोमीटर क्षेत्रफल में फैले भारत के पहले राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलने का संकेत केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दिया। उन्होंने हाल ही में अपने जिम कॉर्बेट दौरे पर एक संग्रहालय की अतिथि पुस्तिका में इसका उल्लेख किया। उन्होंने लिखा कि जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय पार्क का नाम बदलकर रामगंगा राष्ट्रीय पार्क कर देना चाहिए। जिम कॉर्बेट निदेशक राहुल ने इस बात की पुष्टि तो की लेकिन इस पर आगे कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया। बता दें कि जिम कॉर्बेट का नाम अगर बदला जाता है तो ऐसा पहली बार नहीं होगा। इससे पहले 1936 में स्थापना के समय पार्क का नाम हेली राष्ट्रीय पार्क रखा गया था जिसे दो दशक बाद शिकारी से संरक्षणवादी बने जिम कॉर्बेट के नाम पर कर दिया गया। हालांकि, बीच में कुछ समय के लिए इसका नाम रामगंगा राष्ट्रीय पार्क भी रहा क्योंकि इसके बीच से गंगा की सहायक नदी रामगंगा गुजरती है। वहीं, अब एक बार फिर से इसका नाम रामगंगा राष्ट्रीय पार्क जा सकता है। पार्क का ज्यादातर हिस्सा नैनीताल जिले में पड़ता है और यह बाघों के स्वस्थ घनत्व के लिए दुनिया भर में विख्यात है।कॉर्बेट एक लंबे समय के लिए पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए अड्डा रहा है। कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के चयनित क्षेत्रों में ही पर्यटन गतिविधि को अनुमति दी जाती है ताकि लोगों को इसके शानदार परिदृश्य और विविध वन्यजीव देखने का मौका मिले। बता दें कि दिल्ली से मुरादाबाद-काशीपुर-रामनगर होते हुए जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की दूरी 290 km है।
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https://www.indiatv.in/india/politics-cwc-meeting-rahul-gandhi-may-be-new-president-election-completed-by-september-2022-819135
राहुल गांधी फिर बनेंगे कांग्रेस अध्यक्ष? CWC बैठक में प्रस्ताव रखे जाने पर कहा- विचार करूंगा
कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान एक बार फिर राहुल गांधी को मिल सकती है। पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे।
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद की कमान एक बार फिर राहुल गांधी को मिल सकती है। पार्टी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अगले साल सितंबर में चुनाव होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए अशोक गहलोत ने राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा जिस पर G-23 नेताओं समेत सभी सदस्यों ने अपनी सहमति जताई। राहुल गांधी ने अध्यक्ष बनाए जाने के प्रस्ताव पर विचार करने को कहा है। इससे पहले आज सोनिया गांधी की अध्यक्षता में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक शुरू हुई।कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि एक नवंबर 2021 से 31 मार्च तक कांग्रेस का सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद 1अप्रैल से 15 अप्रैल 2022 के बीच कांग्रेस के सांगठनिक चुनावों में हिस्सा लेने वाले वैध उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की जाएगी। 16 अप्रैल से 31 मई तक कांग्रेस में प्राथमिक समितियों, ब्लॉक समितियों एवं अन्य स्तरों पर सांगठनिक चुनाव होंगे। 01 जून से 20 जुलाई 2022 के बीच जिला कांग्रेस के अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं कोषाध्यक्षों के चुनाव होंगे। 21 जुलाई से 20 अगस्त के बीच प्रदेश स्तर के सांगठनिक चुनाव होंगे और 21 अगस्त से 20 सितंबर के बीच कांग्रेस के अध्यक्ष का चुनाव होगा।सूत्रों के मुताबिक, CWC की बैठक में ज्यादातर नेता राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने के पक्ष में हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कपिल सिब्बल समेत ‘जी 23’ समूह के कुछ नेताओं की ओर से पिछले दिनों सार्वजनिक रूप दिए जाने की पृष्ठभूमि में शनिवार को उन्होंने उन्हें निशाने पर लिया और नसीहत देते हुए कहा कि वह ही पार्टी की स्थायी अध्यक्ष हैं तथा उनसे बात करने के लिए मीडिया का सहारा लेने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह भी बताया कि अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 30 जून तक पूरी की जानी थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण ही इसे टालना पड़ा। सोनिया गांधी ने किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा, महंगाई, विदेश नीति और चीन की आक्रामकता के मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने आगामी विधानसभा चुनावों का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘हमारे सामने कई चुनौतियां आएंगी, लेकिन अगर हम एकजुट रहते हैं एवं अनुशासित रहते हैं और सिर्फ पार्टी के हित पर ध्यान केंद्रित करते हैं तो मुझे पूरा विश्वास है कि हम अच्छा करेंगे। सोनिया गांधी ने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए तैयारियां आरंभ हो चुकी हैं। उन्होंने संगठानात्मक चुनाव का हवाला देते हुए कहा, ‘‘पूरा संगठन चाहता है कि कांग्रेस फिर से मजबूत हो। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि एकजुटता हो और पार्टी के हित को सर्वोच्च रखा जाए। इन सबसे ऊपर आत्मनियंत्रण और अनुशासन की जरूरत है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष ने जोर देकर कहा, ‘‘अगर आप मुझे बोलने की इजाजत दें तो मैं पूर्णकालिक और सक्रिय अध्यक्ष हूं। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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प्रबुद्ध सम्मेलन: BSP प्रमुख के पहुंचते ही समर्थक ब्राम्हणों ने बजाया शंख, मायावती बोलीं- दलित वर्ग पर शुरू से गर्व रहा है...
मायावती ने कार्यक्रम में कहा कि अगर सरकार बनती है तो वो अब सिर्फ यूपी के विकास पर ध्यान देंगी न कि पार्क और स्मारक बनाने पर। उन्होंने कार्यक्रम में आए लोगों से कहा कि वो 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर कांशीराम स्मारक स्थल पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दे।
लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले लगातार ब्राह्मण मतदाताओं को रिझाने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में आज लखनऊ में आयोजित किए गए प्रबुद्ध सम्मेलन में खुद बसपा प्रमुख मायावती ने शिरकत की। कार्यक्रम में मायावती के पहुंचते ही बसपा समर्थक ब्राह्मणों ने शंख बजाकर उनका स्वागत किया। बसपा के सीनियर नेता और ब्राह्मण फेस सतीश चंद्र मिश्र ने भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की।कार्यक्रम में बोलते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे।उन्होंने आगे कहा कि अब ब्राम्हण समाज के लोग भी कहने लगे हैं कि, हमने BJP के प्रलोभन भरे वादों के बहकावे में आकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर बहुत बड़ी गलती की है। BSP की रही सरकार ने ब्राम्हण समाज के लोगों के सुरक्षा, सम्मान, तरक्की के मामले में हर स्तर पर अनेको ऐतिहासिक कार्य किए हैं। बसपा द्वारा आयोजित किए गए इस प्रबुद्ध सम्मेलन में यूपी के सभी जिलों से बड़ी संख्या में ब्राह्मण समुदाय के लोग पहुंचे थे।'अब पार्क नहीं विकास पर रहेगा ध्यान'मायावती ने कार्यक्रम में कहा कि अगर सरकार बनती है तो वो अब सिर्फ यूपी के विकास पर ध्यान देंगी न कि पार्क और स्मारक बनाने पर। उन्होंने कार्यक्रम में आए लोगों से कहा कि वो 9 अक्टूबर को कांशीराम की पुण्यतिथि पर कांशीराम स्मारक स्थल पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दे। इस दौरान उन्होंने RSS प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा, "मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि अगर भारत में हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक जैसे हैं तो आरएसएस और उनकी बीजेपी मुसलमानों से साथ सौतेला व्यवहार क्यों करते हैं?"लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले लगातार ब्राह्मण मतदाताओं को रिझाने का प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में आज लखनऊ में आयोजित किए गए प्रबुद्ध सम्मेलन में खुद बसपा प्रमुख मायावती ने शिरकत की। कार्यक्रम में मायावती के पहुंचते ही बसपा समर्थक ब्राह्मणों ने शंख बजाकर उनका स्वागत किया। बसपा के सीनियर नेता और ब्राह्मण फेस सतीश चंद्र मिश्र ने भगवान गणेश की प्रतिमा भेंट की।कार्यक्रम में बोलते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि दलित वर्ग के लोगों पर शुरू से गर्व रहा है कि उन्होंने बिना गुमराह और बहकावे में आए कठिन से कठिन दौर में भी पार्टी का साथ नहीं छोड़ा। ये लोग मज़बूत चट्टान की तरह पार्टी के साथ खड़े रहे हैं। उम्मीद है कि BSP से जुड़े अन्य सभी वर्गों के लोग इनकी तरह आगे कभी गुमराह नहीं होंगे।उन्होंने आगे कहा कि अब ब्राम्हण समाज के लोग भी कहने लगे हैं कि, हमने BJP के प्रलोभन भरे वादों के बहकावे में आकर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाकर बहुत बड़ी गलती की है। BSP की रही सरकार ने ब्राम्हण समाज के लोगों के सुरक्षा, सम्मान, तरक्की के मामले में हर स्तर पर अनेको ऐतिहासिक कार्य किए हैं। बसपा द्वारा आयोजित किए गए इस प्रबुद्ध सम्मेलन में यूपी के सभी जिलों से बड़ी संख्या में ब्राह्मण समुदाय के लोग पहुंचे थे।'अब पार्क नहीं विकास पर रहेगा ध्यान'
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https://www.indiatv.in/india/national-birthday-gift-arvind-kejriwal-gets-30-thousand-oximeters-734010
बर्थडे गिफ्ट: अरविंद केजरीवाल को दान में मिले 30 हजार ऑक्सीमीटर
आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रविवार को उनके जन्मदिन पर 30 हजार ऑक्सीमीटर दान में मिले।
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को रविवार को उनके जन्मदिन पर 30 हजार ऑक्सीमीटर दान में मिले। इन ऑक्सीमीटरों का इस्तेमाल अब देशभर के विभिन्न गांवों में लोगों के ऑक्सीजन स्तर की जांच के लिए किया जाएगा। शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर कोरोना के संक्रमण का खतरा रहता है। मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, "हमें दान में 30,000 ऑक्सीमीटर देकर लोगों ने अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। मैं इससे अभिभूत हो गया हूं। अब 30,000 गांवों में ऑक्सीजन जांच केंद्र स्थापित किए जा सकेंगे।"केजरीवाल और उनकी पार्टी के मुताबिक, इन ऑक्सीमीटरों का इस्तेमाल किए जाने से पहले गांव में रहने वाले युवाओं को इनके इस्तेमाल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद गांव के युवा गांव के अंदर ही ऑक्सी केंद्र स्थापित करेंगे। सेनिटाइज करके एक ऑक्सीमीटर का उपयोग कई लोग कर सकेंगे।16 अगस्त केजरीवाल का जन्मदिन है। हालांकि इस बार उन्होंने जन्मदिन न मनाने का फैसला किया है। बावजूद इसके, मुख्यमंत्री अपने समर्थकों से गिफ्ट लेने को राजी हैं। यह गिफ्ट कुछ और नहीं, बल्कि कोरोना रोगियों के उपचार में काम आने वाला ऑक्सीमीटर है। मुख्यमंत्री ने लोगों से ऑक्सीमीटर दान देने की अपील की है।मुख्यमंत्री ने कहा, "मैं जन्मदिन नहीं मना रहा हूं। इसलिए आप लोगों को केक नहीं खिलाऊंगा, लेकिन आप लोगों से मुझे गिफ्ट चाहिए और वह गिफ्ट यही है कि जो लोग जितने ऑक्सीमीटर आम आदमी पार्टी को दान कर सकते हैं, दान कीजिए।"मुख्यमंत्री को ऑक्सीमीटर दान करने के लिए कई व्यक्ति आगे आए हैं। इसमें अमृतसर से डॉ. निज्झर 500 ऑक्सीमीटर दान कर रहे हैं। इसी तरह मीना और अजय मित्तल 500, बेंगलुरू से मोहन दसारी 250 और लखनऊ के वैभव महेश्वरी 300 ऑक्सीमीटर दान दे रहे हैं। इसके अलावा भी बहुत से लोग ऑक्सीमीटर दान करने के लिए आगे आए हैं।
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https://www.indiatv.in/india/national/corona-virus-india-news-update-8-603-new-cases-reported-in-last-24-hours-825733
Covid19: देशभर में 8,603 नए मामले सामने आए, एक्टिव मरीजों की संख्या एक लाख से कम
पिछले 160 दिन से कोविड-19 के 50,000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं। देश में अब 99,974 मरीजों का उपचार चल रहा है, यह कुल मामलों का 0.29 फीसदी है
नयी दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के 8,603 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,24,360 हो गई। वहीं एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 99,974 रह गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सुबह आठ बजे जारी अपडेटेड आंकड़ों के अनुसार शनिवार को 415 लोगों की कोरोना वायरस से मौत की पुष्टि हुई, जिसके बाद मृतकों की संख्या बढ़कर 4,70,530 हो गई। पिछले 160 दिन से कोविड-19 के 50,000 से कम दैनिक मामले आ रहे हैं। देश में अब 99,974 मरीजों का उपचार चल रहा है, यह कुल मामलों का 0.29 फीसदी है, जो कि मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। देश में स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.35 फीसदी है। मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में दो मामलों की कमी हुई है। दैनिक संक्रमण दर 0.69 फीसदी है। पिछले 61 दिनों से यह दो फीसदी से कम है। मंत्रालय ने बताया कि साप्ताहिक संक्रमण दर 0.81 फीसदी दर्ज की गई। पिछले 20 दिनों से यह एक फीसदी से कम है। देश में अब तक 3,40,53,856 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मृत्यु दर 1.36 फीसदी है। वहीं, देशव्यापी टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद अब तक टीके की 126.53 करोड़ खुराक दी गई है। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे। इनपुट-भाषा
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https://www.indiatv.in/india/national-father-ties-daughter-body-to-car-seat-drives-80-km-to-home-from-kota-792437
दर्दनाक! गाड़ी की सीट पर बेटी की लाश बांधकर 80km दूर घर तक ले गया पिता, एंबुलेंस ने मांगे थे 35 हजार रुपये
राजस्थान के कोटा में एक अभागा पिता अपनी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए उसे न्यू मेडीकल हॉस्पिटल लाया था लेकिन बेटी नहीं बच पाई। हद तो यह है कि बेटी के शव को घर तक ले जाने के लिए पिता को एंबुलेंश भी नहीं मिली।
जयपुर: राजस्थान के कोटा में एक अभागा पिता अपनी बेटी की जिंदगी बचाने के लिए उसे न्यू मेडीकल हॉस्पिटल लाया था लेकिन बेटी नहीं बच पाई। हद तो यह है कि बेटी के शव को घर तक ले जाने के लिए पिता को एंबुलेंश भी नहीं मिली। हॉस्पिटल के बाहर खड़ी प्राइवेट एंबुलेंश वालों ने इतना पैसा मांगा, जो पिता के लिए दे पाना संभव नहीं था। मजबूर पिता ने गाड़ी की सीट पर बेटी की लाश को बांधा और इसी हालत में 80 किलोमीटर दूर झालावाड में अपने घर तक ले गया। सोचिए, उस पिता का अस्सी किलोमीटर का यह सफर कैसे कटा होगा? ये दिल दहलाने वाली घटना सोमवार की है।दरअसल, कुछ दिन पहले 34 साल की सीमा को इलाज के लिए परिवार वाले झालावाड़ से कोटा लाए थे। न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था लेकिन इलाज के दौरान सीमा की मौत हो गई। अब परिवार वालों को सीमा की डेड बॉडी को वापस झालावाड़ ले जाना था लेकिन मुश्किल यह थी कि परिवार को मॉर्चरी से सीमा की डेड बॉडी को हॉस्पिटल के बाहर खड़ी गाड़ी तक लाने के लिए वॉर्ड ब्वॉय भी नहीं मिले। परिवार के लोग ही सीमा के शव को मॉर्चरी से खुद बाहर लेकर आए। सीमा के परिवार वालों ने हॉस्पिटल के बाहर खड़ी एंबुलेंश से बात की तो प्राइवेट एंबुलेंस वालों ने 20 हजार से लेकर 35 हजार रुपये तक मांगे। परिवार की हैसियत इतने पैसे देने की नहीं थी। इसलिए सीमा के पिता ने बेटी की लाश को अपनी कार की अगली सीट पर बांधा और इसी तरह झालावाड तक ले गया। मजबूरी, दर्द और आंसूओं की यह सिर्फ एक घटना नहीं है। कोटा की ही एक और दिल दहलाने वाली घटना है। इसमें भी पीड़ित परिवारवाले अपने मरीज की डेड बॉडी कार से लेकर जा रहे हैं। इस परिवार को कार में शव इसलिए लेकर जाना पड़ा क्योंकि उन्हें एंबुलेंस नहीं मिल पाई। यह घटना भी कोटा के न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल की ही है।डेड बॉडी को इस तरह ले जाना कोविड प्रोटोकॉल के ख़िलाफ़ है। लेकिन, क्या किया जाए? हॉस्पिटल के पास डेड बॉडी को घर तक पहुंचाने के लिए अलग से एंबुलेंस नहीं हैं और प्राइवेट एंबुलेंस वाले आपदा में कमाई का अवसर खोज रहे हैं। वह मजबूर लोगों से, दुखी परिवारों से मनमुताबिक कीमत मांग रहे हैं और क्योंकि लोग इतना पैसा नहीं दे पाते तो इस तरह के इंतजाम करने पड़ते हैं।ऐसे में प्रशासन तब जागता है, खबरें मीडिया में आती हैं और सवाल पूछे जाते हैं। एंबुलेंस वालों द्वारा ज्यादा पैसे मांगने के कारण कार की सीट पर बेटी का शव बांधकर घर ले जाने के मामले में अब कोटा के DM ने कहा कि 'जांच करवा रहे हैं, प्राइवेट एंबुलेंस वालों पर सख्ती करेंगे।' उन्होंने कहा कि 'शिकायतकर्ता साफ तौर पर नहीं बता रहा है कि उससे कितने पैसे, किस आदमी ने और किस गाड़ी नंबर ने मांगे। ऐसी स्थिति में आरोपी को पकड़ना मुश्किल है लेकिन फिर भी हम जांच करेंगे।'फिलहाल, नगर निगम AEN कपिल और RTO सब इंस्पेक्टर सतवीर सिंह को निलंबित कर दिया गया है। वहीं, दो संविदा कर्मिोयं की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। इसके साथ ही ज्यादा राशि मांगने वाले अज्ञात एम्बुलेंसकर्मी के खिलाफ FIR दर्ज की गई। यह FIR महावीर नगर थाने में दर्ज हुई है और दो एम्बुलेंस सीज की गई हैं।
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https://www.indiatv.in/india/politics-goa-zilla-panchayat-poll-results-bjp-wins-32-seats-congress-4-759719
हैदराबाद-राजस्थान के बाद यहां भी BJP ने लहराया परचम, 49 में से 32 सीटें जीतीं
अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में ज्यादातर सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है। प्रदेश में विधानसभा की 40 सीटें हैं।
पणजी: हैदराबाद और राजस्थान में शानदार प्रदर्शन के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने गोवा में भी अपना परचम लहरा दिया है। गोवा में सत्ताधारी बीजेपी ने जिला पंचायत चुनावों में 49 में से 32 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के खाते में सिर्फ चार सीटें आईं। राज्य में 48 जिला पंचायत क्षेत्रों में 50 सीटें हैं लेकिन एक सीट पर उम्मीदवार की मौत हो जाने के कारण चुनाव नहीं हुआ था। इन सीटों के लिये 12 दिसंबर को मतदान हुआ था। सोमवार को घोषित नतीजों में बीजेपी ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि सात सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे। कांग्रेस के खाते में चार, एमजीपी के हिस्से में तीन सीटें आईं जबकि राकांपा और आम आदमी पार्टी (आप) को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा। इस तटीय राज्य में यह पहला मौका है जब आप ने चुनावों में कोई सीट जीती हो। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में ज्यादातर सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है। प्रदेश में विधानसभा की 40 सीटें हैं। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी के चुनावी प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी और उनके नेतृत्व में काम कर रही गोवा सरकार के प्रति भरोसा जताने के लिये गोवा की जनता के समक्ष नतमस्तक हैं। सावंत ने ट्वीट किया, “इसी विश्वास और भरोसे को आगे बढ़ाते हुए आइए एक श्रेष्ठ और स्वयंपूर्ण गोवा को आकार दें।” बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण मतदाताओं ने बीजेपी के नेतृत्व और प्रदेश सरकार में अपना भरोसा दिखाया है। उन्होंने कहा कि कई जिला पंचायत क्षेत्रों में पार्टी बड़े अंतर से जीती है। गोवा बीजेपी के अध्यक्ष सदानंद शेट तानावड़े ने कहा कि यह नतीजे मतदाताओं की बीच पार्टी को मिले समर्थन की तरफ संकेत करते हैं। उन्होंने कहा कि यह नतीजे इस बात का भी खुलासा करते हैं कि 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों का नतीजा क्या होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।
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https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-active-cases-in-total-testing-and-recovery-rate-in-india-till-august-27th-736518
कोरोना संक्रमण के टूटे सारे रिकॉर्ड, एक ही दिन में 75 हजार से ज्यादा नए मामले
कोरोना के मामलों की पहचान के लिए देश में टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार अबतक देश में कुल 3.85 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं। बुधवार को देशभर में 924998 कोरोना टेस्ट किए गए हैं।
नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट चुके हैं, पिछले 24 घंटों यानि बुधवार सुबह 8 बजे से लेकर गुरुवार सुबह 8 बजे के दौरान देशभर में कोरोना वायरस के 75760 नए मामले सामने आए हैं। एक दिन में संक्रमण के इतने ज्यादा मामले पहले कभी भी देखने को नहीं मिले थे। इन नए मामलों के साथ अब देश में कोरोना वायरस के कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 33.10 लाख को पार कर गया है।सिर्फ कोरोना वायरस के संक्रमण में ही बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि कोरोना वायरस की वजह से अब रोजाना देश में 1000 से ज्यादा लोगों की जाने जाने लगी है जो बड़ी चिंता का कारण है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में कोरोना वायरस की वजह से 1023 लोगों की जान गई है और अबतक यह जानलेवा वायरस देश में 60472 लोगों की मौत का कारण बन चुका है।हालांकि कोरोना वायरस से कुछ राहत की बात ये है कि ठीक होने वाले लोगों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है और पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोरोना वायरस 56013 लोग ठीक हुए हैं। देशभर में अबतक 25.23 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं, फिलहाल देश में कोरोना वायरस के एक्टिव मामलों की बात करें तो लगभग 7.25 लाख एक्टिव मामले हैं। कोरोना वायरस के रिकवरी रेट की बात करें तो देश में 76.24 प्रतिशत लोग ठीक हो चुके हैं।कोरोना के मामलों की पहचान के लिए देश में टेस्टिंग को लगातार बढ़ाया जा रहा है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के अनुसार अबतक देश में कुल 3.85 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं। बुधवार को देशभर में 924998 कोरोना टेस्ट किए गए हैं।वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के मामलों की बात करें तो दुनियाभर में कुल मामलों का आंकड़ा बढ़कर 2.43 करोड़ के पार पहुंच गया है, अबतक दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 8.29 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि पूरी दुनिया में 1.68 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हो चुके हैं। दुनियाभर में कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले अमेरिका में हैं जहां पर 60 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 1.83 लाख से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है, इसके बाद ब्राजील में 37 लाख से ज्यादा केस सामने आए हैं और 1.17 लाख से ज्यादा की जान गई है। रूस में भी 9.70 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं और 16 हजार से ज्यादा लोगों की जान गई है।
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https://www.indiatv.in/india/national-no-bharat-bandh-in-tripura-police-on-farmers-protest-758389
त्रिपुरा में नहीं होगा "भारत बंद", जबर्दस्ती करने वालों पर होगी कार्रवाई
भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर को "भारत बंद" का ऐलान किया है लेकिन त्रिपुरा सरकार ने साफ कर दिया है कि राज्य में "भारत बंद" नहीं होगा।
अगरतला (त्रिपुरा): भारतीय किसान यूनियन ने कृषि कानूनों के विरोध में 8 दिसंबर को "भारत बंद" का ऐलान किया है लेकिन त्रिपुरा सरकार ने साफ कर दिया है कि राज्य में "भारत बंद" नहीं होगा। त्रिपुरा सरकार ने इस संबंध में आदेश भी जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि राज्य में 8 दिसंबर को भी सभी व्यवस्थाएं पहले की तरह ही सामान्य रूप से चलेंगी।त्रिपुरा सरकार ने आदेश में लिखा, "सभी दफ्तर, PSUs, बोर्ड्स, ऑटोनोमस बॉडीज और राज्य सरकार के अधीन आने वाले संस्थान "भारत बंद" वाले दिन सामान्य रूप से काम करेंगे और सभी सरकार कर्मचारी और PSUs, बोर्ड्स, ऑटोनोमस बॉडीज तथा संस्थानों के कर्मचारी अपनी कार्य सामान्य दिनों की तरह ही जारी रखेंगे।"त्रिपुरा सरकार ने कहा कि इन आदेशों का उल्लंघन होने को गंभीरता से लिया जाएगा। सरकार ने सभी प्रधान सचिवों, सचिवों, विशेष सचिवों से अनुरोध किया कि वह इससे संबंधित निर्देश अपने कर्मचारियों को दें और "भारत बंद" वाले दिन उनकी उपस्थिति की एक रिपोर्ट 8 दिसंबर को 12 बजे तक जनरल एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट को सौंपें।राज्य सरकार ने पुलिस को लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने के भी आदेश दिए हैं। आदेश में कहा गया कि DGP से अनुरोध है कि लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बनाए रखने के लिए जरूरी कदम उठाएं। इसके अलावा 8 दिसंबर के दिन ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था को बनाए रखने के लिए विभाग के प्रधान सचिव को आदेश दिया गया है।
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https://www.indiatv.in/india/national/genome-sequencing-is-very-expensive-15-thousand-rupees-spent-on-one-sample-826350
बहुत ज्यादा महंगी होती है जीनोम सिक्वेंसिंग, एक सैंपल पर खर्च होते हैं इतने हजार रुपये
जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन भी काफी महंगी है। जीनोम सिक्वेंसिंग करने वाली मशीन की कीमत डेढ़ करोड़ के आसपास है।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन की पहचान के लिए जिस जीनोम सिक्वेंसिंग की आजकल काफी चर्चा हो रही है, वो बहुत खर्चीली है। पटना के IGIMS अस्पताल में माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की जीनोम लैब में जाकर हमारे संवाददाता ने जीनोम सिक्वेंसिंग तकनीक से होने वाले टेस्ट की पूरी प्रक्रिया और उसके खर्च को समझने की कोशिश की। माइक्रोबायोलॉजी डिपार्टमेंट की HOD डॉ नम्रता कुमारी ने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग करने वाली मशीन में एक बार में 96 सैंपल को प्रोसेस किया जा सकता है और इस पर करीब 12 से 15 लाख का खर्च आता है यानी एक सैंपल पर करीब 12 से 15 हजार का खर्च आता है। हालांकि, उन्होंने बताया कि 'मशीन में एक बार मे 96 से कम सैंपल भी प्रोसेस किए जा सकते हैं लेकिन खर्च उतना ही आता है, जितना पूरे 96 सैंपल के लिए आता है। इसलिए अधिक खर्च को देखते हुए आम तौर पर 96 सैंपल जमा होने के बाद ही जीनोम सिक्वेंसिंग की जाती है। कभी-कभी किसी वजह से टेस्ट रिपीट भी करना पड़ता है। ऐसे में कॉस्ट और बढ़ जाती है।' अब तक अस्पताल अपने खर्च पर सैंपल की सिक्वेंसिंग के जरिये सैंपल के वेरिएंट की पहचान का काम कर रहा था लेकिन काफी अधिक खर्च के कारण बजट की समस्या आ गयी। इसलिये, IGIMS अस्पताल ने अब राज्य सरकार को पत्र लिखकर इसके लिये अलग से बजट उपलब्ध कराने की मांग की है। जीनोम सिक्वेंसिंग की मशीन भी काफी महंगी है। जीनोम सिक्वेंसिंग करने वाली मशीन की कीमत डेढ़ करोड़ के आसपास है। इसके साथ ही कुछ अन्य मशीनें भी होती हैं, जिनका इस्तेमाल वायरस के वेरिएंट को पहचानने की प्रक्रिया में होता है। सीक्वेंसिंग के पहले और भी स्टेप्स किए जाते हैं, जैसे- DNA को निकालना, आरएनए से डीएनए में कन्वर्ट करना, जीनोम के फ्रेक्शन करके लाइब्रेरी प्रिपरेशन करना। इस सभी प्रोसेस के लिये अलग-अलग मशीनें है। फिर सबको इकठ्ठा करके डीप फ्रीज में डाल दिया जाता है और फिर एक साथ रन किया जाता है। रिपोर्ट आने में करीब 10 दिन का समय लग जाता है। इसके बाद डाटा एनालिसिस किया जाता है, जो मशीन से जुड़े एक सर्वर में कलेक्ट होता है।सीनियर साइंटिस्ट डॉ अभय कुमार ने बताया कि जीनोम सिक्वेंसिंग से ये पता चला है कि डेल्टा वेरिएंट से अलग ओमिक्रॉन वेरिएंट में इसके स्पाइक प्रोटींस में बहुत ज्यादा म्युटेशन दिखाई दे रहा है, इसलिए साइंटिस्ट थोड़े चिंतित है कि इतने सारे म्यूटेशन से पता नहीं क्या असर होगा। दूसरी बात ये है कि जो क्लासिकल कोविड वायरस है यानी जो वुहान वायरस था, उससे म्यूटेशन होकर ही अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा जैसे सारे वायरस आए हैं। अब यह आया है। इसके स्पाइक प्रोटीन पर सबसे ज्यादा वेरिएशंस हैं और चूंकि इस स्पाइक प्रोटीन के अगेंस्ट में ही हमारी अधिकतर वैक्सीन बनी हुई हैं इसलिए यह हमारे लिए चिंता की बात है कि हमारी वैक्सीन कितनी कारगर होंगी।
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https://www.indiatv.in/india/national-gatisheel-express-accident-train-derailed-in-maharashtra-777160
बड़ा हादसा: एक्सप्रेस ट्रेन पटरी से उतरी
हावड़ा से मुंबई जा रही गीतांजलि एक्सप्रेस महाराष्ट्र के अकोला जिले में मंगलवार को पटरी से उतर गयी। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
अकोला (महाराष्ट्र): हावड़ा से मुंबई जा रही गीतांजलि एक्सप्रेस महाराष्ट्र के अकोला जिले में मंगलवार को पटरी से उतर गयी। घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि रेलगाड़ी के पटरी से उतरने के कारण कुछ देर तक मार्ग पर यातायात बाधित रहा। रेलवे पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई जा रही रेलगाड़ी का अंतिम एसएलआर डिब्बा सुबह करीब सवा ग्यारह बोरगांव मंजू और काटेपूर्ण स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गयी। उन्होंने बताया कि रेलगाड़ी तुरंत रोक दी गई। इसके कारण अप और डाउन दोनों लाइनों पर यातायात बाधित हो गया। रेलवे और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि पटरी से उतरे डिब्बे को तुरंत वहां से हटा लिया गया और करीब दो घंटे के बाद रेलगाड़ी अपने गंतव्य को रवाना हो गई।हाल ही में 2 मार्च को तेलंगाना के सिकंदराबाद से चलकर पटना जा रही सिकंदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन भी हादसे का शिकार हो गई थी। हालांकि, हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। यह हादसा नागपुर-सिकंदराबाद रूट पर घनपुर रेलवे स्टेशन के पास हुआ था। यहां तेज ट्रेन अचानक दो भागों में बंट गई थी।जानकारी के अनुसार, सिकंदराबाद-दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन तेलंगाना के सिकंदराबाद से 2 मार्च को सुबह करीब 9:30 बजे बिहार के लिए रवाना हुई थी। करीब 100 किलोमीटर का सफर तय करने के बाद घनपुर रेलवे स्टेशन के पास अचानक ट्रेन का कपलिंग टूटा, जिससे ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई और ट्रेन का इंजन दो किलोमीटर आगे चला गया जबकि बोगी पीछे छूट गई।ट्रेन के दो हिस्सों में बंट जाने से यात्रियों में खलबली मच गई। हादसे की जानकारी गार्ड ने कंट्रोल रूम को दी और फिर इंजन को वापस लाकर बोगी से जोड़ा गया। यह हादसा सुबह करीब 11 बजे के हुआ। गनीमत रही है ट्रेन दो हिस्‍सों में बंटने के बावजूद भी पटरी से नहीं उतरी। बोगियों ने संतुलन नहीं खोया। हालांकि, कपलिंग टूटने पर यात्रियों को झटका महसूस हुआ, जिससे वह सहम गए। हादसे के बाद करीब 40 मिनट तक रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा। बाद में इंजन को दोबारे से बोगियों से जोड़ा गया, जिसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
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https://www.indiatv.in/india/national/tajinder-pal-singh-bagga-mohali-court-issues-arrest-warrant-against-bjp-leader-2022-05-07-849393
Tajinder Pal Singh Bagga: "बग्गा को गिरफ्तार कर पेश करो," मोहाली कोर्ट का पंजाब पुलिस को आदेश
शनिवार को एक बार फिर तजिंदर बग्गा के खिलाफ एक और अरेस्ट वारंट जारी हुआ। ये वारंट मोहाली कोर्ट ने जारी किया है। मोहाली कोर्ट ने पंजाब पुलिस को आदेश दिया कि बग्गा को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जाए।
Tajinder Pal Singh Bagga: तीन राज्यों की पुलिस की खींचतान से निकल कर शुक्रवार को दिनभर के हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद रात होते-होते बीजेपी नेता तेजिंदर सिंह बग्गा अपने घर पहुंच गए। लेकिन शनिवार को एक बार फिर तजिंदर बग्गा के खिलाफ एक और अरेस्ट वारंट जारी हुआ। ये वारंट मोहाली कोर्ट ने जारी किया है। मोहाली कोर्ट ने पंजाब पुलिस को आदेश दिया कि बग्गा को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया जाए। तेजिंदर सिंह बग्गा के मामले में मोहाली कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। दिल्ली और हरियाणा पुलिस को झटकामोहाली कोर्ट से दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस को भी बड़ा झटका लगा है। कोर्ट ने कहा- बग्गा को गैर कानूनी तरीके से छोड़ा गया और हरियाणा पुलिस ने जबरन पंजाब पुलिस से लेकर दिल्ली पुलिस के सुपुर्द कर दिया। मोहाली कोर्ट ने कहा कि दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस का एक्शन गैर-कानूनी है। कोर्ट ने कहा कि बग्गा को पंजाब पुलिस के सामने पेश होने के लिए 5 नोटिस पंजाब पुलिस द्वारा भेजे गए थे, ऐसे में पंजाब पुलिस की बग्गा को गिरफ्तार करने की कार्यवाही सही है।कल हुआ था हाईवोल्टेज ड्रामापंजाब पुलिस ने शुक्रवार को बग्गा को दिल्ली के जनकपुरी में उनके आवास से गिरफ्तार किया था लेकिन शहर की पुलिस उन्हें हरियाणा से यह कहते हुए वापस राष्ट्रीय राजधानी लेकर आयी कि पंजाब पुलिस ने उसे गिरफ्तारी के बारे में सूचना नहीं दी। दिल्ली पुलिस ने बग्गा के पिता प्रीतपाल सिंह बग्गा की शिकायत पर शुक्रवार को अपहरण का एक मामला दर्ज किया था। उनके पिता ने आरोप लगाया कि ‘‘कुछ लोग’’ सुबह करीब आठ बजे उनके घर आए और उनके बेटे को अगवा करके ले गए।दिल्ली पुलिस के अधिकारियों के अनुसार, भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव बग्गा को पिछले महीने मोहाली में उनके खिलाफ दर्ज एक मामले में संबंध में गिरफ्तार किया गया। उन्हें शुक्रवार देर रात एक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। प्रीतपाल बग्गा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उनका बेटा अपने मित्रों और समर्थकों के साथ देर रात करीब एक बजे घर वापस लौटा। बग्गा की गिरफ्तारी का कारणआम आदमी पार्टी (आप) ने शुक्रवार को दावा किया कि तेजिंदर पाल सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस ने राज्य में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा भड़काने की कोशिश करने के आरोप में दिल्ली से गिरफ्तार किया है। पार्टी ने भाजपा के प्रतिशोध के आरोप को खारिज कर दिया। एक ओर, आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर 29 अप्रैल को पटियाला में हुई झड़पों का जिक्र किया, तो दूसरी ओर पंजाब पुलिस ने कहा कि उसने दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता बग्गा को एक अप्रैल को मोहाली में दर्ज एक मामले के संबंध में राष्ट्रीय राजधानी में उनके आवास से गिरफ्तार किया है। एक अप्रैल की प्राथमिकी में 30 मार्च की बग्गा की उस टिप्पणी का जिक्र है, जो उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर भाजपा की युवा शाखा के विरोध प्रदर्शन के दौरान की थी।
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https://www.indiatv.in/india/national/spicejet-news-737-max-aircraft-returns-to-chennai-after-engine-snag-plane-grounded-2022-05-04-848809
SpiceJet News: स्पाइसजेट का 737 मैक्स विमान फिर बीच आकाश में हुआ खराब, चेन्नई वापस आना पड़ा
इसके पहले 13 मार्च, 2019 को डीजीसीए द्वारा सभी मैक्स विमानों को जमीन पर खड़ा कर दिया गया था। डीजीसीए ने यह कदम अदिस अबाब के पास इथोपियन एयरलाइन के एक 737 मैक्स विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उठाया था। इस दुर्घटना में 157 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें चार भारतीय थे।
SpiceJet News: चेन्नई से दुर्गापुर के लिए रवाना स्पाइसजेट के बोइंग 737 विमान को इंजन में खराबी के कारण मंगलवार को चेन्नई वापस आना पड़ा। यह घटना पांच महीने के अंदर ऐसी दूसरी घटना है जिसमें स्पाइसजेट के मैक्स विमान को बीच आकाश में खराब होने के कारण वापस लौटना पड़ा। उड्डयन क्षेत्र के नियामक निकाय नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) के एक अधिकारी ने बुधवार को कहा कि आकाश में ही विमान के इंजन में खराबी आ गई।2019 सभी मैक्स विमानों पर लगाया गया था प्रतिबंधस्पाइसजेट का एक अन्य 737 विमान जो पिछले साल नौ दिसंबर को मुंबई से कोलकाता जा रहा था, उसे तकनीकी खराबी के कारण मुंबई लौटना पड़ा था। इसके पहले 13 मार्च, 2019 को डीजीसीए द्वारा सभी मैक्स विमानों को जमीन पर खड़ा कर दिया गया था। डीजीसीए ने यह कदम अदिस अबाब के पास इथोपियन एयरलाइन के एक 737 मैक्स विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उठाया था। इस दुर्घटना में 157 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें चार भारतीय थे। लेकिन बोइंग की ओर से सॉफ्टवेयर में जरूरी सुधार करने के बाद डीजीसीए ने पिछले साल 26 अगस्त को मैक्स विमानों के वाणिज्यिक उड़ान पर से प्रतिबंध हटा दिया था। स्पाइसजेट पिछले साल नवंबर से मैक्स विमान का इस्तेमाल वाणिज्यिक उड़ानों में कर रहा है।मंगलवार की घटना के बारे में बताते हुए डीजीसीए के अधिकारियों ने कहा कि विमान की वापसी का कारण दूसरे नंबर के इंजन का तेल छानने से संबंधित लाइट का प्रकाशित होना था। इस लाइट के जलने के कारण पायलट ने दूसरे नंबर के इंजन को बंद कर दिया और विमान (उड़ान एसजी 331) को वापस चेन्नई लाया। इस मामले में अमेरिका स्थित कंपनी बोइंग से बयान देने का अनुरोध किया गया तो कंपनी ने इसे मानने से इनकार कर दिया।(इनपुट- भाषा)
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LIVE: कोरोना से जंग, योग गुरु स्वामी रामदेव के संग
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किसान आंदोलन: सिंघु बॉर्डर पर शनिवार को क्या-क्या हुआ? ये रही पूरी जानकारी
राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर शनिवार को हालात सामान्य रहे। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तीन घंटे का चक्का जाम किया गया।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर शनिवार को हालात सामान्य रहे। वहीं, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को छोड़कर राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर तीन घंटे का चक्का जाम किया गया। दिल्ली हरियाणा सीमा पर प्रदर्शन स्थल पर नियमित गतिविधियां हुई जैसे, लंगर बांटना, किसानों द्वारा मंच से प्रेरक भाषण देना, ट्रैक्टरों से गाने बजाना आदि। सिंघू बॉर्डर पर बीते 20 दिन से डेरा डाले 34 वर्षीय मनमीत बाजवा ने कहा, ''हम खुशी है कि लोगों का ध्यान अन्य राजमार्गों पर भी गया है। हम दो महीनों से किला संभाले हुए और आगे भी संभाले रहेंगे। यह अच्छा है कि आज देश भर के किसान तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं।'' संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शुक्रवार को कहा था कि चक्का जाम शनिवार को दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक किया जाएगा और यह दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में नहीं होगा। सिंघू बॉर्डर पर पहले से ज्यादा भीड़ थी और अधिक ट्रैक्टर तथा किसान वहां पहुंचे। ऐसे में बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रही। बॉर्डर पर ड्रोन कैमरों से नजर रखी, बहुस्तरीय अवरोधक लगाए गए, सड़कों पर कीलें गाढ़ी गई तथा कंटीले तार लगाए गए। पुलिस ने यह बंदोबस्त एहतियातन किया ताकि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड जैसी हिंसा फिर न हो। प्रदर्शनस्थल पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए जिसमें प्रादेशिक आर्म्डं कांस्टेबुलरी (पीएसी) तथा त्वारित कार्रवाई बल (आरएएफ) के कर्मी हैं। पंजाब के पटियाला जिले के नवजोत हीर ने कहा, ''मुझे नहीं पता कि उन्होंने इस स्तर के सुरक्षा बंदोबस्त यहां क्यों किया जबकि हमने कहा है कि हम यहां चक्का जाम नहीं करेंगे। यह केवल प्रशासन और किसानों के बीच विश्वास की कमी के बारे में बताता है। '' 25 वर्षीय हीर ने कहा, ''अगर वे हमे डराने के लिए यह कर रहे हैं तो वे जितनी चाहें उतनी कोशिश कर लें, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलेगी।'' आंदोलन स्थलों के आसपास इंटरनेट बंद करने, प्राधिकारियों द्वारा कथित रूप से तंग करने और अन्य मुद्दों को लेकर चक्का जाम किया गया था। सिंघू, गाज़ीपुर, टीकरी तथा आसपास के इलाकों में इंटरनेट बंद किया गया है। इन्हीं स्थानों पर केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है।
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https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-vaccine-to-be-available-in-india-by-start-of-next-year-says-health-minister-harsh-vardhan-741584
अगले साल की शुरूआत से उपलब्ध होगी कोविड वैक्सीन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने दी जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने गुरुवार को सदन में कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन अगले साल की शुरूआत तक देश में उपलब्ध हो जाएगी।
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने गुरुवार (17 सितंबर) को सदन में कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन अगले साल की शुरूआत तक देश में उपलब्ध हो जाएगी। यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब भारत में मामलों की संख्या 50 लाख के पार हो चुकी है और देशवासी बेसब्री से वैक्सीन का इंतजार कर रहे हैं। हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा, 'अन्य देशों की तरह भारत भी वैक्सीन के लिए प्रयास कर रहा है। 3 वैक्सीन कैंडिडेट का परीक्षण अलग-अलग चरणों में है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में विशेषज्ञों का एक समूह इसे देख रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरूआत तक भारत में वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगी।' साथ ही डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना महामारी के प्रकोप से निपटने के लिए सरकार ने प्रभावी कदम उठाए हैं जिसके कारण संक्रमण से मृत्यु दर अन्य देशों की तुलना में बहुत कम है।2 टीके पहला चरण कर चुके हैं पूराजायडस केडिला और भारत बायोटेक द्वारा विकसित किए जा रहे दो टीके परीक्षण का पहला चरण पूरा कर चुके हैं। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिलने के बाद फिर से परीक्षण शुरू कर दिया है। कोविशिल्ड वैक्सीन उम्मीदवार की मैन्यूफेक्चरिंग में भारत भागीदार है, जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के जेनर इंस्टीट्यूट और एस्ट्राजेनेका द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। पुणे की फर्म एसआईआई देश में 17 परीक्षण स्थलों पर परीक्षण कर रही है।इसके अलावा रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) और डॉ. रेड्डीज लेबोरेटरीज लिमिटेड ने भारत में स्पुतनिक-5 वैक्सीन के वितरण पर सहयोग करने पर सहमति जताई है। स्पुतनिक को रूस के गेमेल्या साइंटिफिक रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी और आरडीआईएफ द्वारा विकसित किया गया था, जिसका 11 अगस्त को रजिस्ट्रेशन किया गया था। आरडीआईएफ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, 'आरडीआईएफ डॉ. रेड्डीज को वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक की आपूर्ति करेगा।''देश में प्रति 3 किलोमीटर पर कोविड-19 के संक्रमण से निपटने का कोई ना कोई केंद्र है'स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने राज्यसभा में कहा कि कोरोना महामारी से निपटने के पुख्ता इंतजाम है और देश में प्रति तीन किलोमीटर पर कोविड-19 के संक्रमण से निपटने का कोई ना कोई केंद्र है। डॉ. हर्षवर्धन ने सदन में दो दिन में लगभग चार घंटे तक कोरोना महामारी की स्थिति और निपटने के उठाये गये कदमों पर चली चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कोरोना महामारी से निपटने में देश में बुनियादी ढांचे का निर्माण कर लिया गया है।लगभग आठ महीने पहले देश में कोरोना वायरस से निपटने का कोई इंतजाम नहीं था लेकिन सरकार के समन्वित प्रयासों से महामारी से निपटने के लिए एक बुनियादी ढांचा तैयार कर लिया गया है।उन्होंने कहा कि मास्क, वेंटिलेटर और पीपीई बनाने के संयंत्र देश में हैं और इनमें खपत से ज्यादा माल का उत्पादन किया जा रहा है। 13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले- स्वास्थ्य मंत्रीस्वास्थ्य मंत्री ने सदन को कोरोना संक्रमण के मामलों में देश की स्थिति और इससे लड़ने के लिए सरकार की रणनीति की जानकारी देते हुए बताया कि देश महामारी से मरने वालों की संख्या कम है और इसके प्रसार को रोकने के लिए उठाए गये कदम सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि देश में 13 राज्यों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले हैं लेकिन दुनिया के अन्य देशों की तुलना में यहां स्थिति ज्यादा बेहतर है। कोरोना के कारण ज्यादातर मामले और मौतें महाराष्ट्र, आंध, प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, असम, केरल,पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, ओडिशा और गुजरात से हैं।सरकार के प्रयास से कोरोना संक्रमण पर रोक लगी है। कोरोना संक्रमितों के मामले भारत दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
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https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-to-talk-to-three-teams-involved-in-developing-corona-vaccine-756892
Corona Vaccine विकसित करने में शामिल तीन टीमों से बातचीत करेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे की यात्रा की थी। उन्होंने इन शहरों में कोरोना वायरस टीके के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की थी। पीएम मोदी के इस दौरे के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता आनंद शर्मा ने उनकी तारीफ की है।
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Coronavirus Vaccine विकसित करने में शामिल तीन टीमों से सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने रविवार को एक ट्वीट कर कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Coronavirus Vaccineविकसित करने में शामिल तीन टीमों से 30 नवंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बातचीत करेंगे। जिन टीमों से वह बात करेंगे उनमें जेनोवा बायोफार्मा, बायोलॉजिकल ई और डॉ रेड्डीज शामिल हैं।"पीएम मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद, हैदराबाद और पुणे की यात्रा की थी। उन्होंने इन शहरों में कोरोना वायरस टीके के विकास और विनिर्माण प्रक्रिया की समीक्षा की थी। पीएम मोदी के इस दौरे के लिए कांग्रेस पार्टी के नेता आनंद शर्मा ने उनकी तारीफ की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कोविड-19 का टीका विकसित कर रही कंपनियों की इकाइयों का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दौरा किए जाने को लेकर रविवार को कहा कि इससे भारतीय वैज्ञानिकों का सम्मान हुआ है और इन संस्थानों की स्वीकार्यता को दर्शाता है, जिन्हें भारत ने कई दशकों में स्थापित किया है।शर्मा ने अपने संशोधित ट्वीट में कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला की यात्रा भारतीय वैज्ञानिकों और कोविड-19 के लिए टीका तैयार करने के उनके काम का सम्मान है। यह उन संस्थाओं का भी सम्मान एवं स्वीकार्यता है, जिन्हें भारत ने कई दशकों में तैयार किया है, जिनमें भारत को दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता बनाने की विशेषज्ञता और क्षमता है। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि टीका उपलब्ध होने पर कुशल और न्यायसंगत व्यवस्था सुनिश्चित करें।''इससे पहले किए गए ट्वीट में शर्मा ने कहा था, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सीरम इंस्टीट्यूट, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला की यात्रा भारतीय वैज्ञानिकों और कोविड-19 के लिए टीका तैयार करने के उनके काम का सम्मान है। यह अग्रिम पंक्ति के कोविड योद्धाओं का मनोबल बढ़ाएगा और राष्ट्र को पुन: आश्वस्त करेगा।''
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https://www.indiatv.in/india/national-anil-vij-statement-on-rohingya-refugees-india-779383
'भारत एक धर्मशाला नहीं कि जिसका दिल करे वे यहां आकर रुक जाएं और ठहरने लग जाएं'
वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दावा किया कि हरियाणा के अनेक इलाकों में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसके बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बड़ा बयान सामने आया है।
नई दिल्ली: वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दावा किया कि हरियाणा के अनेक इलाकों में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसके बाद हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज का बड़ा बयान सामने आया है। अनिल विज ने ट्वीट कर कहा कि कि भारत देश कोई धर्मशाला नहीं, जहां कोई भी आकर बस जाए। विज ने कहा कि प्रदेश में रोहंगिया की जानकारी एकत्रित की जा रही है। ऐसे में इसका इंतजाम जरूर किया जायेगा।अनिल विज ने ट्वीट किया, "उनके बारे में जानकारी इकठ्ठा की जा रही है। आगे कार्रवाई की जाएगी। निश्चित तौर पर भारत एक धर्मशाला तो है नहीं कि जिसका दिल करे वे यहां आकर रुक जाएं और ठहरने लग जाएं। उसका हम इंतजाम करेंगे।" बता दें कि वीएचपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा कि इनकी संख्या देश के अलग-अलग राज्यों में लाखों में होगी और यह देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।बंसल के मुताबिक रोहिंग्या मुसलमान लगातार भारत में फर्जी तरीके से आधार कार्ड और बाकी के दस्तावेज बनवा रहे हैं। विनोद बंसल ने इंडिया टीवी को बताया कि यह रोहिंग्या मुसलमान हरियाणा के तमाम डिस्ट्रिक्ट जैसे कि मेवात और गुड़गांव में बसे हुए हैं और इन्हें स्थानीय मुसलमानों के द्वारा लगातार शरण दी जा रही है।वीएचपी ने पीछले साल मई में में सिविक सोसायटी के साथ मिलकर इसको लेकर एक रिपोर्ट भी सरकार को सबमिट की थी। बंसल ने कहा कि यह रिपोर्ट रोहिंग्या मुसलमान को लेकर दी गई थी, हालंकि रिपोर्ट में कहीं भी रोहिंग्या मुसलमान शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है, सिर्फ मुस्लिम समुदाय का ज़िक्र किया गया है।वीएचपी ने सिविक सोसायट के आहवान पर इसकी जांच के लिए एक कमेटी भी बनाई थी जिनसे मई 2020 में अपनी रिपोर्ट सबमिट की थी। इस कमेटी की अध्यक्षता मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जीडी बख्शी द्वारा की गई और दूसरी पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार के नेतृत्व में तैयार की गई। इन रिपोर्टों में हिन्दू समाज पर प्रताड़ना के तमाम घटनाओं का जिक्र किया गया है।ये भी पढ़ें
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https://www.indiatv.in/india/national-kawardha-curfew-relaxation-case-filed-against-bjp-mp-and-many-leaders-violence-chhattisgarh-news-817961
कवर्धा: कर्फ्यू में आज 4 घंटे की ढील, बीजेपी एमपी समेत कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह समेत पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। वहीं आज कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील दी जाएगी।
कवर्धा: छत्तीसगढ़ के कवर्धा में आज कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील दी जाएगी। प्रशासन ने सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू में ढील देने का फैसला किया है। शहर में मंगलवार को हुई हिंसा के बाद पूरे शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया थ। हिंसा के मामले में पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं सांसद संतोष पांडेय और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह समेत पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कवर्धा जिले के पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि मंगलवार को शहर में दक्षिणपंथी संगठनों की रैली के दौरान हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के बेटे अभिषेक सिंह, राज्य में भाजपा के सचिव विजय शर्मा और कुछ अन्य पार्टी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इन भाजपा नेताओं ने कथित रूप से रैली में हिस्सा​ लिया था। सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक कर्फ्यू में ढीलजिला प्रशासन ने मंगलवार को रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया था। अधिकारियों के मुताबिक शनिवार को पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न दो बजे तक कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि रविवार को कवर्धा शहर में धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर दो समुदायों के बीच हुई झड़प के दो दिन बाद मंगलवार को हुई हिंसा के संबंध में कुछ भाजपा नेताओं सहित कम से कम एक हजार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। गर्ग ने बताया कि हिंसा और झड़प की दोनों घटनाओं के सिलसिले में अब तक 93 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 24 जिले से बाहर के हैं। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा हैउन्होंने बताया कि प्राथमिक जांच के आधार पर सांसद संतोष पांडेय, अभिषेक सिंह और विजय शर्मा के खिलाफ दंगा भड़काने और अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। घटना की सीसीटीवी फुटेज को देखा जा रहा है, जिसके आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। संवाददाता सम्मेलन में जिलाधिकारी रमेश शर्मा भी मौजूद थे। इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगीदोनों अधिकारियों ने कहा कि शहर में अब स्थिति शांतिपूर्ण है और शनिवार को पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न दो बजे के बीच कर्फ्यू में ढील दी जाएगी, लेकिन शहर में इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी। शहर के लोहारा चौक में लगे धार्मिक झंडे को हटाने को लेकर दो समुदायों के लोग तीन अक्टूबर को आपस में भिड़ गए थे। घटना के विरोध में दक्षिणपंथी संगठनों ने मंगलवार को रैली निकाली थी। रैली के दौरान भीड़ उग्र हो गई थी। बीजेपी ने न्यायिक जांच की मांग कीइस बीच, भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर कवर्धा घटना की न्यायिक जांच की मांग की है। राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में भाजपा ने कहा, ‘‘कवर्धा (कबीरधाम) जिला शुरू से राजनीतिक और सामाजिक सौहार्द्र का केंद्र रहा है। विगत दो-तीन वर्षों से एक स्थान विशेष (लोहारा चौक) में जान-बूझकर सामाजिक सौहार्द्र और समरसता बिगाड़ने की कोशिश हो रही है।’’ ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘हाल में जो अप्रिय घटना घटित हुई है, उसके समाधान के लिए प्रशासन ने शांति पूर्वक चर्चा कर हल नहीं निकाला, बल्कि एक वर्ग विशेष के लोग हथियार लेकर घूमते रहे और पथराव करते रहे। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई।’’ ज्ञापन में कहा गया कि जबकि दूसरे वर्ग के लोगों के साथ ‘‘बर्बरतापूर्वक मारपीट की गई और बिना किसी जांच के मुकदमा बनाकर उन्हें जेल में डाल दिया’’ गया। (भाषा)
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https://www.indiatv.in/india/national-covid-19-third-wave-guidelines-on-how-to-protect-children-from-coronavirus-infection-796536
वयस्क कोविड रोगियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं, सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
श में कोरोना की दूसरी लहर धीरे-धीरे शांत हो रही है लेकिन एक्सपर्ट अभी से तीसरी लहर की आशंका और उसे लेकर जरूरी तैयारियों पर जोर दे रहे हैं। बच्चों को तीसरी लहर से बचाने की तैयारियों पर खास जोर दिया जा रहा है।
नई दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर धीरे-धीरे शांत हो रही है लेकिन एक्सपर्ट अभी से तीसरी लहर की आशंका और उसे लेकर जरूरी तैयारियों पर जोर दे रहे हैं। बच्चों को तीसरी लहर से बचाने की तैयारियों पर खास जोर दिया जा रहा है। इस बीच सरकार ने बच्चों के कोरोना इलाज को लेकर अहम गाइडलाइंस जारी की है। इसमें साफ तौर पर कहा गया है कि कोविड-19 के वयस्क रोगियों के उपचार में काम आने वाली आइवरमेक्टिन, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, फैविपिराविर जैसी दवाएं और डॉक्सीसाइक्लिन तथा एजिथ्रोमाइसिन जैसी एंटीबायोटिक औषधियां बच्चों के उपचार के लिए अनुशंसित नहीं हैं। इन आशंकाओं के बीच कि कोरोना महामारी के मामलों में एक अंतराल के बाद फिर से वृद्धि हो सकती है, सरकार ने बच्चों के लिए कोविड देखरेख केंद्रों के संचालन के वास्ते दिशा-निर्देश तैयार किए हैं। दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि गंभीर कोरोना वायरस संक्रमण से पीड़ित बच्चों को चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराने के लिए मौजूदा कोविड देखरेख प्रतिष्ठानों की क्षमता में वृद्धि की जानी चाहिए। इनमें कहा गया है कि बच्चों के लिए कोविड रोधी टीके को स्वीकृति मिलने की स्थिति में टीकाकरण में ऐसे बच्चों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए जो अन्य रोगों से पीड़ित हैं और जिन्हें कोविड-19 का गंभीर जोखिम हो। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बच्चों के उपचार के बारे में जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि वयस्क कोविड रोगियों के उपचार में काम आने वाली अधिकतर दवाएं जैसे कि आइवरमेक्टिन, हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, फैविपिराविर जैसी औषधियां और डॉक्सीसाइक्लिन तथा एजिथ्रोमाइसिन जैसी एंटीबायोटिक दवाओं का कोविड-19 से पीड़ित बच्चों पर परीक्षण नहीं किया गया है तथा इसलिए ये बच्चों के उपचार के लिए अनुशंसित नहीं हैं। दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि बच्चों की देखरेख के लिए अतिरिक्त बिस्तरों का अनुमान महामारी की दूसरी लहर के दौरान विभिन्न जिलों में संक्रमण के दैनिक मामलों के चरम के आधार पर लगाया जा सकता है। मंत्रालय ने कहा कि इससे, बच्चों में संक्रमण के मामलों के बारे में और साथ में यह भी अनुमान लगाया जा सकता है कि उनमें से कितने मरीजों को भर्ती करने की आवश्यकता पड़ेगी।दिशा-निर्देशों में कहा गया कि वांछनीय है कि बच्चों की देखरेख के लिए कोविड उपचार प्रतिष्ठानों में विशिष्ट क्षेत्र निर्धारित किए जाएं और वहां बच्चों के साथ माता-पिता को ठहरने की अनुमति दी जानी चाहिए। मंत्रालय ने कहा, ‘‘मल्टीसिस्टम इनफ्लेमेटरी सिंड्रोम से पीड़ित बच्चों, जिनकी जांच रिपोर्ट गंभीर कोविड के संदर्भ में निगेटिव हो, को मौजूदा बाल रोग उपचार प्रतिष्ठानों द्वारा देखरेख उपलब्ध कराई जानी चाहिए। इन प्रतिष्ठानों को भी अपनी क्षमता में, खासकर उच्च निर्भरता इकाई (एचडीयू) गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) सेवाओं संबंधी क्षमता को मजबूत करना चाहिए।’’ दस्तावेज अवसंरचना, उपकरण और श्रमशक्ति की अतिरिक्त आवश्यकता के बारे में मार्गदर्शन उपलब्ध कराता है। यह उल्लेख करते हुए कि कोविड-19 से पीड़ित बच्चों में से ज्यादातर को कोई लक्षण नहीं होते या फिर लक्षण हल्के होते हैं, और उनकी देखभाल माता-पिता द्वारा घर पर ही की जा सकती है, मंत्रालय ने कहा कि लक्षणयुक्त बाल रोगियों के उपचार में बुखार की स्थिति में पैरासीटामोल दवा दी जा सकती है और उनकी श्वसन दर, मुंह से खाना खाने, सांस लेने में कठिनाई और ऑक्सीजन सांद्रता जैसी स्थितियों पर नजर रखी जानी चाहिए। ये भी पढ़ें
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Rajat Sharma’s Blog: नंदीग्राम की जंग ये तय करेगी, कौन करेगा बंगाल पर राज
ममता ने अपने समर्थकों से कहा, 'ये बीजेपी के लोग बाहरी हैं और चुनाव के बाद चले जाएंगे। सेंट्रल फोर्सेज भी चली जाएंगी। बंगाल में तो हम ही रहेंगे। बंगाल की पुलिस ही रहेगी। इसलिए चिंता मत करो।'
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे दौर में 1 अप्रैल को नंदीग्राम में वोटिंग होगी। इसके लिए ममता बनर्जी और भारतीय जनता पार्टी ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन ममता बनर्जी ने एक रोड शो किया। उन्होंने व्हील चेयर पर बैठकर पदयात्रा का नेतृत्व किया। ममता ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव में केंद्रीय बलों का दुरुपयोग कर रही है और तृणमूल समर्थकों को धमकाया जा रहा है। इस दिलचस्प मुकाबले की तस्वीर तो गुरुवार को साफ होगी जब लोग वोट डालने के लिए पोलिंग बूथ के बाहर जमा होंगे।ममता बनर्जी की छवि एक तुनकमिजाज और गतिशील राजनेता की है। चुनाव के वक्त वो कभी भी एक जगह पर ज्यादा समय नहीं बितातीं लेकिन पिछले तीन दिनों से ममता नंदीग्राम में घिरी हुई हैं। ममता ने कहा है कि वह वोटिंग वाले दिन खुद नंदीग्राम में मौजूद रहेंगी ताकि देख सकें कि कहीं शुभेंदु अधिकारी उनके सियासी पासे को पलट न दें। शुभेंदु अधिकारी एक समय ममता के बेहद करीबी थे और अब घोर विरोधी हो गए हैं। वे इस चुनाव में नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी के लिए बड़ी चुनौती बने हुए हैं।गृह मंत्री अमित शाह मंगलवार को बेहद आश्वस्त दिखे। नंदीग्राम में शुभेंदु अधिकारी के साथ रोड शो के बाद अमित शाह ने कहा कि ममता इस बार बड़े अंतर से चुनाव हारेंगी और उनकी हार के साथ ही बंगाल में तृणमूल शासन का पतन निश्चित है। अमित शाह जब नंदीग्राम के हेलीपैड पर पहुंचे तो उन्होंने शुभेंदु अधिकारी को गले लगा लिया और आशीर्वाद दिया।ममता बनर्जी ने प्रचार के दौरान शुभेंदु अधिकारी को गद्दार कहा। उन्होंने लोगों को बताया कि कैसे उन्होंने शुभेंदु अधिकारी और उनके परिवार पर आंख मूंद कर भरोसा किया, उसे मंत्री बनाया लेकिन वह गद्दार निकला। मंगलवार को नंदीग्राम में मंगलवार को अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती ने भी बीजेपी के पक्ष में प्रचार किया। मिथुन चक्रवर्ती पहले ही खुद को 'कोबरा' कह चुके हैं। उन्होंने ममता की पार्टी को इस बार हराने का संकल्प लिया है।नंदीग्राम में मंगलवार को शुभेंदु अधिकारी के समर्थकों ने ममता की कारों के काफिले के सामने 'जय श्री राम' के नारे लगाए। इससे ममता चिढ़ गईं और उन्होंने वहां मौजूद मीडिया वालों से कहा- 'पुलिस कहां है? चुनाव आयोग कहां है? गांववालों को कोई सुरक्षा नहीं मिल रही है और आप देख रहे हो। ये कैसा व्यवहार कर रहे हैं? शाम के 6 बज चुके हैं, चुनाव प्रचार का वक्त खत्म हो चुका है और ये लोग यहां पर राजनीतिक नाटकबाजी कर रहे हैं। उन्होंने इन्हें ये सब करने की इजाजत क्यों दी? जबकि कैंपेन का वक्त खत्म हो चुका है। मैं अपने घर जा रही हूं, क्या मैं अपने घर भी नहीं जा सकती? ये लोग कैसे अपमानित कर रहे हैं, गालीगलौच कर रहे हैं? ये सब बाहर के लोग हैं। ये सब गुंडे हैं, यूपी-बिहार से आए हैं और ये सब बदमाश हैं। वो (बीजेपी वाले) डरे हुए हैं और वो मैच हार चुके हैं। उन्हें अपने कार्यकर्ताओं को कंट्रोल करना चाहिए।'नंदीग्राम जैसे तृणमूल के गढ़ में ममता बनर्जी के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन कल्पना से परे है। नंदीग्राम वह जगह है जहां से ममता ने 10 साल पहले वामपंथियों के खिलाफ अपने विजय अभियान की शुरुआत की थी।जाहिर है, पश्चिम बंगाल में हालात बदल रहे हैं। तीन-चार महीने पहले जब ममता बनर्जी का काफिला सड़क से गुजर रहा था तो कुछ लोगों ने 'जय श्री राम' का नारा लगा दिया था। उस समय ममता गाड़ियों को रुकवा कर उतरीं और नारे लगाने वालों को जेल भेजने की धमकी दी। बीजेपी ने उसे इतना बड़ा मुद्दा बना दिया कि अब लोग ममता बनर्जी के सामने 'जय श्री राम' के नारे खुल कर लगा रहे हैं।पिछले विधानसभा चुनावों में नंदीग्राम में हार-जीत का फासला काफी बड़ा रहा है। 2011 में यहां जीत-हार का अंतर 26 प्रतिशत था। 2016 के विधानसभा चुनाव में शुभेंदु अधिकारी ने इस सीट पर CPI के अब्दुल कबीर शेख को 81 हजार से ज्यादा वोटों से मात दी थी। उस समय शुभेंदु अधिकारी को यहां 1 लाख 34 हजार 623 वोट मिले थे। लेकिन इस बार हालात बिल्कुल अलग हैं। शुभेंदु अधिकारी टीएमसी छोड़कर बीजेपी से चुनाव लड़ रहे हैं और उनका मुकाबला टीएमसी की सर्वेसर्वा ममता बनर्जी से है। ममता बनर्जी अपनी सभाओं में लोगों से बार-बार कह रही हैं कि वे बीजेपी को हराएं। मंगलवार को ममता बनर्जी ने अपनी एक रैली में लोगों से कहा कि एक अप्रैल को बीजेपी को अप्रैल फूल बना दो। उन्होंने कहा, '1 अप्रैल को हम वैसे भी अप्रैल फूल, बेवकूफ बनाते हैं। सब वोट तृणमूल को देकर बीजेपी को अच्छे से बेवकूफ बनाइए। ईवीएम में हमारा चिन्ह दूसरे नंबर पर होगा। आने वाले दिनों में नंदीग्राम से ही बंगाल की सरकार बनेगी।'नंदीग्राम में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता जिस तरह से मेहनत कर रहे हैं, उससे माहौल तो बदला है। नंदीग्राम सीट का इंचार्ज केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नंदीग्राम में 2 रैलियां कर चुके हैं। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, योगी आदित्यनाथ की चुनाव सभाएं हो चुकी है। गृह मंत्री अमित शाह के दो दौरे हो चुके हैं। अमित शाह ने यहां 3 रोड शो किए और एक जनसभा को संबोधित भी किया। रोड शो में शामिल भीड़ से उत्साहित अमित शाह ने दावा किया कि ‘2 मई, दीदी गई।’ गृह मंत्री ने नंदीग्राम में सोमवार को हुए गैंगरेप की घटना का जिक्र किया, जिसमें 4 लोगों ने एक बीजेपी समर्थक की पत्नी के साथ दुष्कर्म के बाद उसे तालाब में फेंक दिया था।ममता बनर्जी ने अपने प्रतिद्वंदी शुभेंदु पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया। ममता ने कहा कि शुभेंदु चुनाव प्रचार के दौरान 30 से 40 वाहनों के साथ घूम रहे थे जबकि चुनाव आयोग की आचार संहिता में साफ कहा गया है कि कोई भी उम्मीदवार 5 गाड़ियों से ज्यादा के काफिले में प्रचार नहीं कर सकता। ममता ने चुनाव आयोग से सवाल किया कि वह बिहार और यूपी के गुंडों को नंदीग्राम में क्यों आने दे रहा है? ममता ने यह भी आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह के काफिले में करीब 100 गाड़ियां थीं। ममता ने कहा, ‘हालात ये हैं कि आम लोगों के आने-जाने पर रोकटोक है, लेकिन बीजेपी के नेता गाड़ियों में घूम रहे हैं। मैं लोगों से अपील करती हूं कि 1 अप्रैल को वोट देकर बीजेपी को सबक सिखाएं। बीजेपी को नंदीग्राम से, बंगाल से, बोल्ड आउट कर दीजिए, ग्राउंड से एकदम बाहर कर दीजिए।'उधर, अमित शाह ने ममता बनर्जी की इस टिप्पणी को बंगाल में 'आशोल पोरिबोर्तन' (असली परिवर्तन) की हवा बताया। उन्होंने मीडिया से कहा कि जिस तरह से लोगों का समर्थन मिल रहा है उसके बाद उन्हें पूरा यकीन है कि बंगाल में बदलाव होने जा रहा है। अमित शाह ने कहा-' पूरे बंगाल में परिवर्तन करने का सबसे सरल रास्ता है कि नंदीग्राम से ममता को हराया जाए।'ममता अनुभवी नेता हैं। वह जानती है कि बंगाल में सिर्फ अपील से काम नहीं चलता, इसलिए वह अपने कार्यकर्ताओं में जोश भर रही हैं। बीजेपी और शुभेंदु के समर्थकों से बिल्कुल ना डरने की बात कह रही हैं और अगले ही वाक्य में विरोधियों को डराने की बात भी कह रही हैं। ममता ने अपने समर्थकों से कहा, 'ये बीजेपी के लोग बाहरी हैं और चुनाव के बाद चले जाएंगे। सेंट्रल फोर्सेज भी चली जाएंगी। बंगाल में तो हम ही रहेंगे। बंगाल की पुलिस ही रहेगी। इसलिए चिंता मत करो।'ममता के इस कथन का मतलब क्या है इसे नंदीग्राम के लोग खूब समझ रहे हैं। इसके बाद ममता कहती हैं कि अभी तो चुनाव हैं इसलिए 'दिमाग को रखना है ठंडा-ठंडा कूल-कूल, लेकिन चुनाव के बाद पंडा (छोटे नेताओं) का क्या करना है, ये बंगाल को पता है।'यहां 'पंडा' का मतलब है शुभेंदु अधिकारी और उनका परिवार। ममता कह रही हैं कि चुनाव के बाद अधिकारी का क्या करना है ये बंगाल को पता है। नंदीग्राम में मतदाताओं की संख्या करीब 2 लाख 20 हजार है। इनमें से करीब 62 हजार मतदाता मुस्लिम हैं। ममता बनर्जी को लगता है कि मुस्लिम मतदाता एकमुश्त उनके पाले में आएंगे लेकिन जीत के लिए हिंदुओं के वोट भी चाहिए। यही वजह है कि ममता अब हर सभा में मंत्रों का पाठ भी करती हैं और कलमा भी सुनाती हैं।अब आप सोच रहे होगे कि बीजेपी पश्चिम बंगाल में इतनी ताकत क्यों लगा रही है? इसका जबाव साफ है, इस बार बंगाल में बीजेपी को एक सुनहरा अवसर दिखाई दे रहा है। यह ऐसा राज्य है जहां आजादी के बाद शायद ही कभी जनसंघ या बीजेपी का जनाधार रहा। करीब तीन-चार साल पहले बीजेपी को लगा कि बंगाल की जनता तोलाबाजी और कटमनी से परेशान है। जनता तृणमूल कांग्रेस के लोकल नेताओं से नाराज है। उनकी बड़ी गाड़ियां और बड़े मकान देखकर हैरान है। बंगाल की जनता ऐसे नेताओं से पीछा छुड़ाना चाहती है और उन्हें सबक सिखाने के लिए विकल्प ढूंढ़ रही है। जब बीजेपी को लगा कि विकल्प न सीपीएम हो सकती है न कांग्रेस, ऐसे में बीजेपी का चांस है। इसके बाद जिस विधानसभा चुनाव में बीजेपी पिछली बार 3 सीटें जीती थीं, उस पूरे चुनाव को जीतने की तैयारी शुरू हो गई। हालांकि बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं और समर्थकों को सत्तारूढ़ दल की तरफ से धमकियों और हमलों का सामना करना पड़ा। पंचायत चुनावों के दौरान बीजेपी के कई उम्मीदवारों को पड़ोसी राज्य झारखंड में शरण लेनी पड़ी।पिछले लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी को 18 सीटें मिलीं तो हौसला और बढ़ गया। पिछले 10 साल से ममता एक बात को लेकर हमेशा आश्वस्त थी कि बंगाल के 30 प्रतिशत मुसलमान वोटर पूरी तरह उनके साथ है। लेकिन यहां ममता ने पहली बार तब गलती की जब 'जय श्रीराम' के नारे लगे तो अपनी नाराजगी दिखाई। बीजेपी ने ममता बनर्जी को मुस्लिम तुष्टीकरण के नाम पर किनारे कर दिया लेकिन ममता बनर्जी ने इसको 'चंडी पाठ' और 'जय सिया राम' से काउंटर भी किया। ममता अपनी सभाओं में चंडीपाठ के साथ साथ कलमा भी पढ़ रही है।इस समय सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या अमित शाह और उनकी टीम बंगाल के मतदाताओं को इस बात के लिए आश्वस्त कर पाएगी कि वो निडर होकर वोट दें? इसीलिए अमित शाह बार-बार कह रहे हैं कि ममता बनर्जी बुरी तरह हारेंगी और बीजेपी 200 से ज्यादा सीटेंगी जीतेगी। ये अमित शाह का दावा है। ममता बनर्जी भी लोगों को ये कहकर डरा रही हैं कि वही वापस आएंगी और 'गद्दारों' को सबक सिखाएंगी।कुल मिलाकर पश्चिम बंगाल का चुनाव अब इस पर आकर अटक गया है कि कौन किसको कितना डरा सकता है और कौन किससे कितना डरता है? (रजत शर्मा)देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 30 मार्च, 2021 का पूरा एपिसोड
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https://www.indiatv.in/india/national-how-to-check-names-in-pmay-gramin-751096
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में कैसे करें आवेदन? यहां पढ़े पूरी डिटेल
प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण योजना उन ग्रामीणों को घर मुहैया कराने में मदद करने के लिए है, जिनके पास अपना पक्का मकान नहीं है।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण योजना उन ग्रामीणों को घर मुहैया कराने में मदद करने के लिए है, जिनके पास अपना पक्का मकान नहीं है। ग्रामीणों को आवेदन करने के लिए सरकार द्वारा मोबाइल आधारित आवास ऐप बनाई गई है। संबंधित मोबाइल ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। ऐप में मोबाइल नंबर से लॉग इन होगा। इसके लिए एक वन टाइम पासवर्ड आएगा, जिसकी मदद से लॉगिन कर ऐप में आवश्यक जानकारियां भरें। यहां आवेदन करने के बाद केंद्र सरकार लाभार्थियों का चुनाव करती है और फिर लाभार्थियों की फाइनल लिस्ट पीएमएवाई-जी की वेबसाइट पर अपलोड की जाती है। पीएमएवाई-जी योजना से आप छह लाख रुपये का लोन सालाना छह फीसदी तक की ब्याज दर पर ले सकते हैं। लेकिन, अगर आपको घर बनाने के लिए इससे ज्यादा का लोन चाहिए तो फिर आपको 6 लाख से ऊपर की अतिरिक्त राशि पर आम ब्याज दर चुकाना होगा। पीएमएवाई-जी की वेबसाइट पर इसे कैलकुलेट करने के लिए कैलकुलेटर भी उपलब्ध है।अगर आप ऑनलाइन कैलकुलेटर इस्तेमाल करना चाहते हैं तो उसकी सुविधा भी वेबसाइट पर उपलब्ध है। यहां आपको लोन की रकम, लोन की अवधि, ब्याज दर आदि डालने पर सब्सिडी की रकम के बारे में पता चल जायेगा।
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https://www.indiatv.in/india/national/tajinder-pal-singh-bagga-arrested-bjp-leader-tejinder-pal-singh-bagga-was-arrested-by-punjab-police-made-controversial-remarks-against-kejriwal-2022-05-06-849117
Tajinder Pal Singh Bagga Arrested : BJP नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को पंजाब पुलिस ने किया गिरफ्तार, केजरीवाल के खिलाफ की थी विवादित टिप्पणी
मोहाली की साइबर सेल में बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। इसी सिलसिले में आज पंजाब पुलिस बग्गा को उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार करके ले गई।
Tajinder Pal Singh Bagga Arrested : बीजेपी नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा (Tajinder Pal Singh Bagga) को पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के मुताबिक दिल्ली के सीएम केजरीवाल के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले में बग्गा के खिलाफ कार्रवाई की गई है। मोहाली की साइबर सेल में बग्गा के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। इसी सिलसिले में आज पंजाब पुलिस बग्गा को उनके दिल्ली स्थित घर से गिरफ्तार करके ले गई। आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ट्वीट कर बताया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दी धमकी से संबंधित मामले में पंजाब पुलिस ने भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा को गिरफ़्तार कर लिया है।बग्गा के खिलाफ दर्ज एफआईआर के अनुसार, बग्गा के खिलाफ धारा153-ए (धर्म, जाति, स्थान आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 505 (बयान, अफवाह या रिपोर्ट प्रकाशित या प्रसारित करना) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया है।तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी को लेकर उनके पिता प्रीतपाल सिंह बग्गा ने बताया कि सुबह घर पर पहले 2 पुलिसकर्मी आए जो पहले भी 2-3 बार नोटिस लेकर आए हैं। फिर अचानक 10-15 पुलिसकर्मी घर में घुसे और उसे(तजिंदर पाल सिंह बग्गा) खींचकर ले जाने लगे। वीडियो बनाने के लिए मैंने फोन उठाया तो मुझे कमरे में ले गए। मेरा फोन भी छीन लिया, तजिंदर का फोन भी ले गए हैं। मेरे मुंह पर पंच किया। प्रीतपाल ने बताया कि मामले के बारे पूछने पर कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल को हत्या की धमकी दी है।वहीं बग्गा की गिरफ्तारी पर कपिल मिश्रा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने कहा- तजिंदर बग्गा को पंजाब पुलिस के 50 जवान घर से गिरफ्तार करके ले गए। बग्गा एक सच्चा सरदार है उसे ऐसी हरकतों से ना डराया जा सकता है, ना कमजोर किया जा सकता एक सच्चे सरदार से इतना डर क्यों ?
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https://www.indiatv.in/india/national-kargil-vijay-diwas-tiger-hill-president-to-visit-dras-memorial-804244
Kargil Vijay Diwas: करगिल के शहीदों को याद कर रहा है पूरा देश, पीएम मोदी ने दी श्रद्धांजलि
भारतीय सेना ने करगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को 'ऑपरेशन विजय' सफलतापूर्वक पूरा होने और जीत की घोषणा की थी।
नई दिल्ली. पूरा देश आज करगिल विजय दिवस मना रहा है। करगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को देशवासी याद कर रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मौके पर कश्मीर में हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने बारामुला युद्ध स्मारक पहुंचे है।पहले उनका कार्यक्रम द्रास जाने का था लेकिन खराब मौसम के चलते उनका कार्यक्रम बदला गया। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आज ट्वीट कर करगिल विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना के जवानों को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना के जवानों की वीरता हमें हर दिन प्रेरणा देती है।आपको बता दें कि करगिल विजय दिवस (26 जुलाई) के दिन करगिल, द्रास और बटालिक सेक्टरों में 1999 में पाकिस्तानी सैन्य घुसपैठियों के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार जीत को याद किया जाता है। भारतीय सेना ने करगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को 'ऑपरेशन विजय' सफलतापूर्वक पूरा होने और जीत की घोषणा की थी। इस युद्ध में देश के 500 से अधिक जवान शहीद हो गए थे।उपराष्ट्रपति ने भी दी श्रद्धांजलिउपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने सोमवार को करगिल विजय दिवस पर 1999 में हुए युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने ट्वीट किया, "आज करगिल विजय दिवस पर उस विजय अभियान में वीरगति प्राप्त करने वाले अमर शहीद सैनिकों के प्रति कृतज्ञ श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। विजय अभियान में भाग लेने वाले वीर सैनिकों और उनके परिवारों के अदम्य शौर्य और धैर्य को देश के इतिहास में सदैव गर्व से याद किया जाएगा।" नई दिल्ली. पूरा देश आज करगिल विजय दिवस मना रहा है। करगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को देशवासी याद कर रहे हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद इस मौके पर कश्मीर में हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विजय दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने बारामुला युद्ध स्मारक पहुंचे है।पहले उनका कार्यक्रम द्रास जाने का था लेकिन खराब मौसम के चलते उनका कार्यक्रम बदला गया। इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने भी आज ट्वीट कर करगिल विजय दिवस के मौके पर भारतीय सेना के जवानों को ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी है। पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय सेना के जवानों की वीरता हमें हर दिन प्रेरणा देती है।आपको बता दें कि करगिल विजय दिवस (26 जुलाई) के दिन करगिल, द्रास और बटालिक सेक्टरों में 1999 में पाकिस्तानी सैन्य घुसपैठियों के खिलाफ भारतीय सशस्त्र बलों की शानदार जीत को याद किया जाता है। भारतीय सेना ने करगिल की बर्फीली पहाड़ियों पर करीब तीन महीने चले युद्ध के बाद 26 जुलाई, 1999 को 'ऑपरेशन विजय' सफलतापूर्वक पूरा होने और जीत की घोषणा की थी। इस युद्ध में देश के 500 से अधिक जवान शहीद हो गए थे।उपराष्ट्रपति ने भी दी श्रद्धांजलि
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-prisoner-found-hanging-in-jail-in-uttar-pradesh-820300
UP: जेल में फांसी से लटका मिला अंडरट्रायल कैदी
कैदी पर ड्रग्स रखने और तस्करी करने का आरोप था। वह जेल में शौचालय के पास एक नाली के पाइप से लटका पाया गया।
कासगंज (यूपी): कासगंज जिला जेल में एक 25 वर्षीय अंडरट्रायल कैदी, शौचालय के पास एक नाली के पाइप से लटका पाया गया। कैदी पर ड्रग्स रखने और तस्करी करने का आरोप था। मृतक की पहचान अलीगढ़ जिले के इगलास थाना अंतर्गत नगला जार गांव निवासी राम स्नेही सिंह के रूप में हुई है।उसके पिता ने आरोप लगाया कि जेल के कर्मचारियों ने उसकी हत्या कर दी जो उस पर 15,000 रुपये की व्यवस्था करने का दबाव बना रहे थे।कासगंज जिला जेल के डिप्टी जेलर केके मौर्य को हालांकि संदेह है कि सिंह ने खुद से अपनी जान ली है, लेकिन अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है।जिला मजिस्ट्रेट चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि हालांकि उनके परिवार द्वारा कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है, लेकिन मामले की न्यायिक जांच की जाएगी।
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https://www.indiatv.in/india/national-rajat-sharma-blog-revealed-why-icu-ventilators-sent-from-pm-cares-fund-were-lying-unused-in-hospitals-791069
Rajat Sharma’s Blog|खुलासा: पीएम केयर्स फंड से भेजे गए वेंटिलेटर्स अस्पतालों में क्यों फांक रहे हैं धूल?
कुछ अस्पतालों में वेंटिलेटर्स के पैक को भी नहीं खोला गया। यहां तक कि जब कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचा रही थी उस समय भी ये वेंटिलेटर्स अस्पताल के स्टोर रूम में धूल फांक रहे थे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोमवार को देशभर के अस्पतालों में पड़े 50 हजार से ज्यादा वेंटिलेटर के इस्तेमाल और उनकी उपयोगिता पर लेकर संदेह जताया। उन्होंने पहले हिंदी और फिर अंग्रेजी में ट्वीट किया, ‘पीएम केयर्स के वेंटिलेटर और स्वयं पीएम में कई समानताएं हैं- दोनों का हद से ज़्यादा झूठा प्रचार,- दोनों ही अपना काम करने में फ़ेल, - ज़रूरत के समय, दोनों को ढूंढना मुश्किल।’ जिस समय देश के अस्पतालों में कोरोना के हजारों मरीज वेंटिलेटर पर जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं, ऐसे समय में राहुल की इस टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं का तूफान मच गया। स्वाभाविक रूप से हर किसी के मन में यह सवाल उठा कि क्या ये वेंटिलेटर काम करते हैं? हो सकता है कि आपको किसी नेता की सोशल मीडिया टाइमलाइन से इसके सही जवाब नहीं मिले हों, लेकिन इंडिया टीवी ने केंद्र सरकार द्वारा विभिन्न राज्य सरकारों को पिछले साल सप्लाई किए गए 50,000 वेंटिलेटर्स को लेकर एक तहकीकात की। पिछले साल जब महामारी फैली थी तब देश में केवल 16 हजार वेंटिलेटर थे। लेकिन बाद में युद्धस्तर पर इनका निर्माण हुआ और इनकी खरीद के बाद राज्य सरकारों को 50 हजार वेंटिलेटर दिए गए थे। पिछले हफ्ते अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में मैंने दिखाया था कि कैसे केंद्र द्वारा भेजे गए वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल नहीं हुआ और ये पूरी तरह पैक ही रह गए थे। राजस्थान, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के जिला अस्पतालों के स्टोररूम में ये वेंटिलेटर्स धूल फांक रहे थे। कुछ अस्पतालों के अधिकारियों ने ट्रेंड टेक्नीशियंस और एनेस्थेटिक स्टाफ की कमी का हवाला दिया जबकि कुछ राज्य सरकारों की शिकायत थी कि अधिकांश वेंटिलेटर्स की क्वॉलिटी खराब थी और वे किसी काम के नहीं थे। इंडिया टीवी के रिपोर्टर्स ने इस बात की पूरी पड़ताल की कि ये वेंटिलेटर किन कंपनियों से खरीदे गए, इनमें क्या खामियां थीं और ये कंपनियां वेंटिलेटर्स के उचित रखरखाव के लिए सर्विस क्यों नहीं दे रही थीं। मुझे लगता है कि इंडिया टीवी के रिपोर्टर्स द्वारा की गई पड़ताल से सामने आई सच्चाई राहुल गांधी की आंखें खोलने के लिए पर्याप्त है। सबसे पहले पंजाब की बात करते हैं जहां कांग्रेस पार्टी सत्ता में है। मोदी सरकार ने पीएम केयर्स फंड से 119 वेंटिलेटर गुरु नानक देव अस्पताल, अमृतसर भेजे थे। यहां के स्वास्थ्य अधिकारी ने शिकायत की कि 47 वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनका ये बयान गुमराह करनेवाला था। वेंटिलेटर बनाने वाली AgVu कंपनी के एक इंजीनियर ने कैमरे पर इंडिया टीवी के रिपोर्टर को दिखाया कि कैसे कुछ वेंटिलेटर से टयूबिंग गायब थे और कितने ऐसे वेंटिलेटर धूल फांक रहे थे जो कि इस्तेमाल के लिए बिल्कुल फिट हैं, लेकिन इनका उपयोग नहीं किया जा रहा है। वेंटिलेटर को उचित आईसीयू के वातावरण की जरूरत होती है जहां चौबीसों घंटे बिजली हो और नियमित रूप से कम प्रेशर वाली ऑक्सीजन सप्लाई हो। इन सबके अलावा वेंटिलेटर को ऑपरेट करने के लिए ट्रेन्ड स्टाफ को होना सबसे जरूरी है। इंडिया टीवी के रिपोर्टर फरीदकोट के गुरु गोविंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल गए, जहां उन्हें पीएम केयर्स फंड से भेजे गए 62 वेंटिलेटर स्टोर रूम के अंदर कबाड़ की तरह पड़े मिले। अस्पताल प्रशासन का कहना था कि ये वेंटिलेटर काम नहीं कर रहे हैं। इन वेंटिलेटर का निर्माण पीएसयू कंपनी भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (BEL) द्वारा किया गया था। शिकायत मिलने पर इसके इंजीनियरों ने अस्पताल का दौरा किया। इन इंजीनियरों ने जब जांच की तो पता चला कि इस्तेमाल किए जा रहे अधिकांश वेंटिलेटर के पार्ट्स बदले ही नहीं गए थे, जबकि कुछ अन्य वेंटिलेटर में ऑक्सीजन सेंसर या फ्लो सेंसर या बैक्टीरिया सेंसर काम नहीं कर रहा था। दरअसल इन पार्ट्स को नियमित रूप से बदलने की जरूरत होती है। सेंसर बदलते ही 5 वेंटिलेटर काम करने लगे। बीईएल ने केंद्र को लिखी चिट्ठी में उन परिस्थितियों के बारे में बताया है जिसके चलते इन वेंटिलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था। अस्पताल को न केवल AgVa हेल्थकेयर के वेंटिलेटर की आपूर्ति की गई, बल्कि ज्योति सीएनसी ऑटोमेशन द्वारा निर्मित 50 वेंटिलेटर भी मिले। उनके वेंटिलेटर भी काम नहीं कर रहे थे। हमारे रिपोर्टर ने ज्योति सीएनसी के अधिकारियों से बात की। उन्होंने अपने इंजीनियरों को अस्पताल भेजा। इंजीनियर्स ने इसकी जांच की और बताया कि ऑक्सीजन की सप्लाई को वेंटिलेटर से जोड़ने के लिए कोई ऑक्सीजन कनेक्टर नहीं था। ऑक्सीजन कनेक्टर ही गायब थे। अब ऐसे में वेंटिलेटर के काम करने की उम्मीद कैसे की जा सकती है? पीएम केयर्स फंड से 809 वेंटिलेटर पंजाब भेजे गए, जिनमें से केवल 532 को इंस्टॉल किया गया और 277 वेंटिलेटर को पैकिंग से निकाला तक नहीं गया। पिछले साल, आंध्र प्रदेश में पांच हजार वेंटिलेटर भेजे गए, महाराष्ट्र और यूपी को 4,000 से ज्यादा जबकि राजस्थान में 1,900 वेंटिलेटर भेजे गए। कर्नाटक को 2,000 से अधिक और 3,400 वेंटिलेटर गुजरात भेजे गए। इनमें से दो राज्यों राजस्थान और पंजाब, जहां कांग्रस का शासन है, को छोड़कर बाकी किसी राज्य ने वेंटिलेटर की गुणवत्ता पर सवाल नहीं उठाया। राजस्थान और पंजाब को वेंटिलेटर की सप्लाई करने वाली कंपनियां वही थीं जिन्होंने अन्य राज्यों को वेंटिलेटर्स की सप्लाई की थी। इन वेंटिलेटर्स को सप्लाई करने वाली कंपनियों के जवाब पढ़ने के बाद कुछ तथ्य साफ तौर पर सामने आते हैं। पहला, कुछ अस्पतालों में वेंटिलेटर्स को खोला भी नहीं गया, वे अनपैक्ड ही रह गए। यहां तक कि जब कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचा रही थी उस समय भी ये वेंटिलेटर्स अस्पताल के स्टोर रूम में धूल फांक रहे थे। कुछ अस्पताल वेंटिलेटर ऑपरेट करने के लिए ऑक्सीजन प्वाइंट सेट करने में विफल रहे। कुछ अस्पतालों में वेंटिलेटर को ऑपरेट करने के लिए कोई ट्रेंड टेक्नीशियन या एनेस्थेटिक स्टाफ नहीं था। राजस्थान के एक सरकारी अस्पताल ने तो अपने वेंटिलेटर को कोरोना मरीजों से पैसे वसूलने के लिए एक प्राइवेट अस्पताल को किराए पर दे दिया था। कुछ अस्पतालों में सर्विसिंग और मेंटेनेंस की कमी थी तो कुछ अस्पतालों में कुछ छोटे स्पेयर पार्ट्स या सेंसर को बदलने की जरूरत थी। इन सबको अस्पताल प्रशासन अपने स्तर पर ठीक करा सकता था। ऊपर बताई गई कमियों के कारण कोई यह नहीं कह सकता कि पीएम केयर्स फंड से भेजे गए सभी वेंटिलेटर खराब थे और इस्तेमाल के लायक नहीं थे। राज्यों को दिए गए 50 हजार वेंटिलेटर्स में से 49 हजार से ज्यादा वेंटिलेटर पहले से ही काम कर रहे हैं, और इनसे लोगों की जान बच रही है। राहुल गांधी को इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए था कि सभी वेंटिलेटर 'अपना काम करने में फेल'। इस तरह की टिप्पणी करके वह उन परिवारों के मन में शंका के बीज बो रहे हैं, जिनके परिवार के लोग, रिश्तेदार या अन्य करीबी लोग वेंटिलेटर पर हैं। 85 प्रतिशत वेंटिलेटर जो काम कर रहे हैं, उन्हें कोरोना की दूसरी लहर से बहुत पहले पहले ही खरीद लिया गया था और राज्यों को भेज दिया गया था। इस तरह के एक्शन की तारीफ की जानी चाहिए और जहां कहीं भी कमियां हैं, उन्हें उचित ऑडिट के जरिए दूर करने की जरूरत है। यही वजह है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्र द्वारा विभिन्न राज्यों को दिए गए वेंटिलेटर के इन्स्टॉलेशन और ऑपरेशन का 'तत्काल ऑडिट' करने का आदेश दिया है। पीएम केयर्स फंड ने पिछले साल राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में सरकार द्वारा संचालित कोविड अस्पतालों में 50 हजार वेंटिलेटर्स की आपूर्ति के लिए 2,000 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। इन वेंटिलेटर्स का इस्तेमाल नहीं कर पाने के लिए जवाबदेही तय की जानी चाहिए। पीएम ने जरूरत पड़ने पर हेल्थ वर्कर्स को वेंटिलेटर ऑपरेट करने की ट्रेनिंग देने का भी आह्वान किया है। अभी महामारी के ऐसे समय में राजनीतिक दलों को स्वास्थ्य के मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। (रजत शर्मा)देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 17 मई, 2021 का पूरा एपिसोड /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = 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पीएम मोदी ने संबलपुर IIM कैंपस की आधारशिला रखी, जानिए भाषण की बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को राज्य के संबलपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को राज्य के संबलपुर स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) के स्थायी परिसर की आधारशिला रखी। वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस समारोह में ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक, केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान और केंद्रीय पशुपालन राज्य मंत्री प्रतापचंद्र सारंगी भी शामिल हुए। इसमें उद्योग जगत के अग्रणी नेताओं, शिक्षाविदों, छात्रों, पूर्व छात्रों और आईआईएम संबलपुर के शिक्षकों सहित 5000 से अधिक लोग भी डिजिटल माध्यम से जुड़े। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि संबलपुर के परिसर के शिलान्यास के साथ ही ओडिशा के युवा सामर्थ्य को मजबूती देने वाली एक नवीन शिला भी रखी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह ओडिशा को प्रबंधन की दुनिया में नई पहचान दिलाएगा और कहा कि देश के नए क्षेत्रों में नए अनुभव लेकर निकल रहे प्रबंध मामलों के विशेषज्ञ भारत को नई ऊंचाई पर ले जाने में बड़ी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने यहां के छात्रों से ‘‘लोकल को ग्लोबल’’ बनाने के लिए नए और नवोन्मेषी समाधान सुझाने का आग्रह किया। आईआईएम संबलपुर फ्लिप्ड क्लासरूम के आइडिया को लागू करने वाला पहला आईआईएम है, जहां मूलभूत अवधारणाओं को डिजिटिल तरीके से सिखाया जाता है और उद्योग से लाइव प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कक्षा में प्रायोगिक शिक्षा दी जाती है। पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातें
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https://www.indiatv.in/india/national-bjp-central-election-committee-finalize-candidates-for-tamil-nadu-west-bengal-assam-assembly-elections-2021-778132
बंगाल विधानसभा चुनाव 2021: भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति ने तकरीबन 70 उम्मीदवारों के नाम पर लगाई मुहर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शनिवार की देर शाम भाजपा मुख्यालय पर हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में रात 10 बजे तक पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु के विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शनिवार की देर शाम भाजपा मुख्यालय पर हुई केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में रात 10 बजे तक पश्चिम बंगाल, असम और तमिलनाडु के विधानसभा सीटों के उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगी। देर रात बैठक खत्म हुई। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति ने बंगाल में तीसरे और चौथे चरण के तकरीबन 70 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगा दी है।दोनों राज्यों के उम्मीदवारों की सूची किसी भी समय जारी हो सकती है। भाजपा इससे पहले असम के लिए दो लिस्ट जारी कर चुकी है। तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष एल. मरुगन ने मीडिया को बताया, "राज्य में हम गठबंधन में हैं। हमें 20 सीटें मिली हैं, हम 20 सीट जीत रहे हैं। सभी सीटों पर आज चर्चा हो चुकी है। आज या कल में लिस्ट जारी हो जाएगी।" बैठक में गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित केंद्रीय चुनाव समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे।तमिलनाडु चुनाव के लिए 18 उम्मीदवारों के नाम पर लगी मुहरबीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में तमिलनाडु चुनाव के लिए 18 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन 18 उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाई गई है, उनमें फिल्म अभिनेत्री खुशबू सुंदर का भी नाम है। खुशबू सुंदर को तमिलनाडु की थाउजेंड लाइट्स विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया गया है। बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति ने मेट्रोमैन के नाम से मशहूर ई श्रीधरन केरल के पलक्कड़ (पालाघाट ) विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार बनाया है।उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने के लिए हुई भाजपा सीईसी की बैठक असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के लिए शेष बचे उम्मीदवारों की सूची अंतिम रूप देने के लिए शनिवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए। विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के बारे फैसला करने के लिए पार्टी की सीईसी की यह दूसरी बैठक हुई। पार्टी की ओर से घोषित उम्मीदवारों की पहली सूची में असम और पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों से संबंधित सीटों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी शामिल थे। असम में तीन चरणों और पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान होगा। केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी में छह अप्रैल को एक ही चरण में मतदान होना है। भाजपा की सीईसी की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हुए।
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https://www.indiatv.in/india/national-30-people-lost-their-eyesight-due-to-black-fungus-tamil-nadu-799950
तमिलनाडु: ब्लैक फंगस के कारण 30 लोगों की एक आंख की रोशनी गई
कोयंबटूर में एक सरकारी अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित 264 मरीजों में से 30 लोगों की एक आंख की रोशनी चली गई। अस्पताल के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
कोयंबटूर: कोयंबटूर में एक सरकारी अस्पताल में ब्लैक फंगस से पीड़ित 264 मरीजों में से 30 लोगों की एक आंख की रोशनी चली गई। अस्पताल के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अस्पताल की डीन डॉक्टर एन निर्मला ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यहां भर्ती सभी लोगों की एंडोस्कोपी हुई थी, जिनमें से 110 की आंख की सर्जरी हुई। लेकिन बेहद संक्रमित 30 मरीजों की एक आंख की रोशनी चली गई। उन्होंने बताया कि वैसे मरीज जो बीमारी के शुरुआती चरण में ही इलाज के लिए आ गए थे, उनका इलाज हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को जागरूक करते हुए कहा है कि वह आंख या चेहरे में सूजन, आंखों में लाली या दांतों में दर्द को नजरअंदाज न करें। डीन डॉक्टर एन निर्मला ने कहा कि इन परेशानियों का सामना कर रहे लोगों को डॉक्टर से मिलने या अस्पताल जाने से परहेज नहीं करना चाहिए।तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने रविवार को लोगों से अपील की कि वे कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले कम होने और पांच जुलाई से प्रतिबंधों में ढील के बावजूद कोविड मानदंडों का पालन करना जारी रखें। रविवार को जारी चार मिनट के वीडियो में, स्टालिन ने कहा कि अगर लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हैं, जैसे मास्क लगाना और एक दूसरे से दूरी बनाना आदि, तो वायरस को दूर रखा जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महामारी के प्रसार को नियंत्रण में लाया गया है। उन्होंने कहा कि एक समय था जब एक दिन में 36,000 से अधिक मामले आ रहे थे और अब उनकी संख्या चार हजार से कम है। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक संस्थान, सिनेमा हॉल, पार्क अभी नहीं खुले हैं, क्योंकि इन जगहों पर लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा होते हैं। स्टालिन ने कहा कि लॉकडाउन लगाने से लोगों की जीविका पर असर पड़ता है और उन्हें जरूरी चीजें खरीदने में दिक्कत आती है। टीकाकरण पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वायरस से बचाव के लिए टीकाकरण एक प्रमुख औजार है और सरकार केंद्र द्वारा भेजी गई खुराकों के आधार पर लोगों का टीकाकरण कर रही है।
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https://www.indiatv.in/india/national/rajat-sharma-blog-how-up-police-foiled-a-diabolical-plot-to-lit-a-communal-fire-in-ayodhya-2022-04-29-847875
Rajat Sharma’s Blog : यूपी पुलिस ने अयोध्या को दंगे की आग में झोंकने की साज़िश को कैसे नाकाम किया ?
इस वक्त जो माहौल है उसमें पुलिस को सावधान, प्रशासन को सचेत और जनता को संयमित रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है। क्योंकि माहौल खराब करने की साजिश कई तरह से हो रही है।
अयोध्या को सांप्रदायिक आग में झोंकने की एक बड़ी साजिश को उत्तर प्रदेश पुलिस ने नाकाम कर दिया । पुलिस ने इस मामले में 48 घंटे के भीतर सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया । गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी हिंदू हैं। यह पूरी साजिश बहुत खतरनाक थी और इसे बेहद सावधानी के साथ अंजाम दिया गया था। दरअसल 26-27 अप्रैल की दरमियानी रात 11 युवक चार मोटरबाइक से अयोध्या की सड़कों पर निकले। इन लोगों ने मस्जिदों, ईदगाह और दरगाह के बाहर मांस के टुकड़े, भड़काऊ नारे वाले पर्चे-पोस्टर और पवित्र ग्रंथ को फाड़कर उनके टुकड़े वहां फेंके। अपनी पहचान को छिपाने के लिए सभी आरोपियों ने ऐसी टोपी पहन रखी थी जैसी आम तौर पर मुस्लिम समाज के लोग पहनते हैं। इनका मकसद था कि सुबह सूरज निकलने के बाद जब मुसलमान अपने घरों से निकलेंगे तो यह सब देखकर भड़क जाएंगे। वे सड़कों पर निकल पड़ेंगे और अयोध्या में दंगे भड़क उठेंगे। लेकिन अयोध्या पुलिस और जिला प्रशासन ने समय रहते इस पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए एक खतरनाक साजिश को नाकाम कर दिया। आरोपियों की पहचान कर ली गई और 11 में से 7 आरोपियों को सलाखों के पीछे डाल दिया गया। इस साजिश के पीछे जो चेहरे सामने आए हैं वो हैरान और परेशान करने वाले हैं। जाली टोपी लगा कर, मुसलमान जैसे दिखने वाले ये सारे साजिशकर्ता हिन्दू थे। यह गिरोह हिंदू धर्म के सबसे पवित्र शहर और भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या को कलंकित करना चाहता था।अयोध्या पुलिस के मुताबिक इस संगठन का नाम हिंदू योद्धा संगठन है और इसका मास्टरमाइंड महेश मिश्रा नाम का शख्स है जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। यूपी पुलिस के आईजी के.पी. सिंह और अयोध्या के एसएसपी शैलेष कुमार पांडेय ने पूरी साजिश के बारे में विस्तार से बताया जिसे पुलिस द्वारा नाकाम कर दिया गया। महेश मिश्रा के अलावा प्रत्यूष श्रीवास्तव, नितिन कुमार, दीपक गौड़, बृजेश पांडे, शत्रुघ्न प्रजापति और विमल पांडे को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि सुशील यादव, अनिल चौहान और बाबू मिश्रा पुलिस की पकड़ से बाहर हैं। ये सभी अयोध्या के रहनेवाले हैं। गिरफ्तार लोगों ने यह कबूल किया कि इस पूरी साजिश का मास्टरमाइंड महेश मिश्रा था और वह दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती जुलूस पर पथराव का बदला लेना चाहता था। इनलोगों ने धार्मिक ग्रंथ की दो प्रतियां खरीदी, फ्लैक्स पोस्टर, जालीदार मुस्लिम टोपी खरीदने के बाद मांस का इंतजाम किया, इन्हें मस्जिद के बाहर फेंका जाना था। सभी आरोपी एक ढाबे पर इकट्ठा हुए और भोजन के बाद दंगे का सामान बिखेरने के लिए अयोध्या की सड़कों पर निकल पड़े। पुलिस के मुताबिक सबसे पहले ये लोग कश्मीरी मोहल्ले की मस्जिद पर गए फिर इन लोगों ने टाटशाह मस्जिद , गुलाबशाह दरगाह, सिविल लाइंस ईदगाह और घोसियाना रामनगर मस्जिद के बाहर मांस, भड़काऊ पर्चे-पोस्टर और धार्मिक ग्रंथ के फटे पन्ने फेंके। बुधवार सुबह जब मस्जिद की देखरेख करनेवाले मौलवियों ने इन आपत्तिजनक चीजों को देखा तो इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी। पुलिस भी सूचना पाकर तुरंत हरकत में आ गई। लोग पहुंचते इससे पहले फायर ब्रिगेड और वाटर टैंक की मदद से मस्जिदों की सफाई करवाई गई और आपत्तिजनक चीजों को वहां से हटाया। लोगों के जगने से पहले पूरी ईदगाह को धोकर साफ किया गया और किसी को कानों-कानों खबर नहीं होने दी गई।पुलिस ने कहा कि मुस्लिमों के बीच इस बात की खबर न पहुंचे इसके लिए ईदगाह और मस्जिद की देखरेख करनेवाले मौलवियों ने भरपूर सहयोग किया। पूरे मामले को दबाकर रखा। इस तरह से अयोध्या को दंगों की आग में झोंकने की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया और शान्ति से आग लगाने के लिए डा़ली गई चिंगारी को बुझा दिया गया। आरोपियों ने साजिश को अंजाम देने के लिए उन मस्जिदों को चुना जहां दूर-दूर तक सीसीटीवी नहीं थे लेकिन एक जगह वे चूक गए। एक मस्जिद के पास सीसीटीवी लगा था और उसी कैमरे की वजह से पुलिस को साजिश करने वालों का अहम सुराग मिला। आरोपियों की साजिश तो पुख्ता थी लेकिन पुलिस ने समझदारी से काम लिया और मस्जिद के मौलवियों ने संयम का परिचय दिया। मरकजी जामा मस्जिद टाटशाह के मुतवल्ली जमाल अहमद खान ने बताया कि जैसे ही उन्हें मस्जिद के बाहर आपत्तिजनक पोस्टर लगे होने की खबर मिली उन्होंने अपने लोगों से कहा कि यह बात और किसी को मत बताना और जो लिखा है उसे मिटा दिया जाए। इसके बाद ये लोग सीधे पुलिस के पास पहुंचे। जमाल खान ने कहा कि जैसे ही उन्हें मस्जिद के बाहर मांस फेंके जाने का पता चला तब वो समझ गए कि यह एक गहरी साजिश है। क्योंकि ईद मनाने का मौका दो साल के बाद आया था। इस बार तैयारी जोरदार हो रही थी। वे पिछले दो साल से कोरोना महामारी के कारण पूरे उत्साह के साथ ईद नहीं मना पाए थे। अगर इस बार ईद के त्योहार में खलल पड़ता तो लोगों को गुस्सा भी बहुत ज्यादा होता। शायद इसीलिए इस तरह की हरकत की गई। वहीं पुलिस के लिए इन आरोपियों को पकड़ना आसान नहीं था क्योंकि उसके पास कोई ठोस सुराग नहीं था। और आरोपियों की पहचान करना मुश्किल था। लेकिन पुलिस ने 40 घंटे के अंदर पूरी साजिश का पर्दाफाश कर दिया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया । इन आरोपियों ने अपनी हरकत कबूल कर ली। सात आरोपियों में से तीन का आपराधिक इतिहास रहा है। इस साजिश के मास्टरमाइंड महेश मिश्रा के खिलाफ पहले से ही तीन एफआईआर दर्ज हैं। गुरुवार की रात अपने प्राइम टाइम शो 'आज की बात' में हमने मास्टरमाइंड महेश मिश्रा को कैमरे पर यह कहते हुए दिखाया कि उसे अपने किए पर कोई पछतावा नहीं है। वह योगी आदित्यनाथ की तारीफ भी करता है और खुद को हिन्दुओं का बहुत बड़ा हितैषी बताता है। मिश्रा ने कहा कि उसने जो किया वो मतिभ्रम था यानि उसका दिमाग खराब हो गया था, साथ ही यह भी कहता है कि हिन्दुओं को जगाना जरूरी है। जो खुद को हिन्दुओं का हितैषी बता रहा है असल में वो हिन्दुओं और हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा दुश्मन है। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी ही चाहिए। अयोध्या पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ एनएसए जैसा सख्त कानून लगाकर अच्छा काम किया। अब ना इन्हें आसानी से जमानत मिलेगी और आजीवन कैद की सजा भी हो सकती है.। इन लोगों ने बहुत बड़ा गुनाह किया है। मुसलमानों जैसे भेष रखकर दंगा कराने की कोशिश की। लेकिन अयोध्या की पुलिस ने इन्हें पकड़ लिया। न इनके साथ हमदर्दी दिखाई, न इनकी पहचान छुपाई। इन आरोपियों को सबके सामने पेश किया और जेल भेज दिया गया। यह खबर उमर अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और असद्दुदीन ओवैसी जैसे नेताओं को जरूर देखनी चाहिए जो यह कहते हैं कि भारत में मुसलमानों पर जुल्म हो रहे हैं। सरकारी सिस्टम के जरिए मुसलमानों को परेशान किया जा रहा है। अयोध्या में गुनाह मुसलमान बनकर किया गया लेकिन पुलिस ने उन्हीं को पकड़ा जो गुनहगार हैं और वो सारे के सारे हिन्दू हैं। यह केस इस बात का सबसे सटीक उदाहरण है कि अपराधी अपराधी होता है। अपराधी का कोई मजहब नहीं होता, उसकी कोई जाति नहीं होती। आम लोग तो इस बात को समझते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि नेताओं को यह समझने की जरूरत है। वैसे इस वक्त जो माहौल है उसमें पुलिस को सावधान, प्रशासन को सचेत और जनता को संयमित रहने की बहुत ज्यादा जरूरत है। क्योंकि माहौल खराब करने की साजिश कई तरह से हो रही है। विदेशी ताकतें भारत की शांति भंग करने की कोशिश कर रही हैं। हिंदुओं के सबसे पवित्र शहर अयोध्या को निशाना बनाने की साजिश रची गई और अगर सांप्रदायिक दंगे भड़कते तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बदनामी हो सकती थी। (रजत शर्मा)देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 28 अप्रैल, 2022 का पूरा एपिसोड
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https://www.indiatv.in/india/national-pakistani-terrorist-was-hiding-in-delhi-peer-maulana-818530
पीर मौलाना बनकर दिल्ली में छिपा था पाकिस्तानी आतंकी, पूछताछ में बड़ा खुलासा
देश की राजधानी में एक पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों की पूछताछ में पता चला कि आतंकी दिल्ली और दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में पीर मौलाना का काम करता था। कुरान की आयतें पढ़कर लोगों की बीमारी ठीक करने का दावा करता था।
नई दिल्ली: देश की राजधानी में एक पाकिस्तानी आतंकी को गिरफ्तार किया गया है। जांच एजेंसियों की पूछताछ में पता चला कि आतंकी दिल्ली और दिल्ली के आसपास के क्षेत्र में पीर मौलाना का काम करता था। कुरान की आयतें पढ़कर लोगों की बीमारी ठीक करने का दावा करता था। पूछताछ में पता चला कि इसने दिल्ली से हथियार हासिल किए थे, इसे बताया गया था कि एक पर्टिकुलर जगह पर हथियार रखे हुए हैं।दिल्ली से गिरफ्तार किया गया पाकिस्तानी आतंकी अजमेर रहा है, दिल्ली रहा है, गाजियाबाद रहा है, जम्मू रहा है और उधमपुर भी रहा है। दिल्ली में हाल में इसके 2 ठिकाने मिले हैं, एक लक्ष्मीनगर इलाके में और एक ठिकाना वर्ल्ड सिटी में मिला है। यह पाकिस्तान के पंजाब में नोरोवाल जिले का रहने वाला है। मां- बाप मर गए हैं, 2 भाई और 3 बहने हैं, 2004-05 के आसपास यह पाकिस्तान से निकला था।पीर मौलाना के तहत इसके बहुत सारे फॉलोअर्स थे, जो इससे इलाज कराते थे। यह पाकिस्तान के किसी नासिर नाम के आईएसआई हैंडलर के संपर्क में था। 2014 में इसने भारतीय पासपोर्ट बनवाया था, पासपोर्ट में बिहार का पता है। जांच एजेंसियों ने आतंकवादी को दिल्ली के लक्ष्मीनगर इलाके में स्थित रमेश पार्क की गली नंबर 10 से गिरफ्तार किया है।सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आतंकवादी दिल्ली में 'लोन वुल्फ अटैक' की साजिश रच रहा था और इसके लिए उसने कालिंदी कुंज के पास यमुना किनारे रेत में हथियार छिपाकर रखे हुए थे। पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी का नाम मोहम्मद अशरफ है, जो 15 साल से दिल्ली में रह रहा था। यह दिल्ली के स्लीपर सेल का मुखिया था।सूत्रों से यह भी पता चला है कि पाकिस्तानी आतंकवादी भारत आने वाले आतंकवादियों को हथियार तथा आने-जाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था करता था। सूत्रों से यह भी पता चला है कि पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी ने भारत में रहकर एक लड़की से शादी भी कर ली थी। बता दें कि इससे पहले 2012 में भी एक पाकिस्तानी आतंकवादी को पकड़ा गया था।
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https://www.indiatv.in/india/national-govt-farmers-talks-deadlocked-tomar-says-hopeful-of-reaching-resolution-in-saturday-meeting-757667
कृषि कानून: सरकार-किसानों के बीच गतिरोध बरकरार, अगली बैठक 5 दिसंबर को, जानिए किसान नेताओं ने क्या कहा
3 केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक गुरुवार को बेनतीजा रही। लगभग आठ घंटे चली इस बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने पर जोर देते रहे। अगली बैठक 5 दिसंबर (शनिवार) को होगी।
नयी दिल्ली। तीन केंद्रीय मंत्रियों के साथ आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक गुरुवार को बेनतीजा रही। लगभग आठ घंटे चली इस बैठक में किसान नेता नए कृषि कानूनों को रद्द करने पर जोर देते रहे। इस दौरान उन्होंने सरकार की तरफ से उपलब्ध कराये गये दोपहर का भोजन, चाय और पानी की पेशकश को भी ठुकरा दिया। सरकार ने अपनी ओर से लगभग 40 किसान नेताओं के समूह को आश्वासन दिया कि उनकी सभी वैध चिंताओं पर ध्यान दिया जाएगा, लेकिन दूसरे पक्ष ने कानूनों में कई खामियों और गड़बड़ियों को सामने रखा। इन कानूनों के बारे में किसान नेताओं का कहना था कि इन्हें जल्दबाजी में सितंबर में पारित किया गया। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद बताया कि आज बैठक का चौथा चरण समाप्त हुआ है। परसों (5 दिसंबर) दोपहर में 2 बजे यूनियन के साथ सरकार की मुलाकात फिर होगी और हम किसी अंतिम निर्णय पर पहुंचेंगे। किसानों ने बहुत सही से अपने विषयों को रखा है। जो बिंदु निकले हैं उन पर हम सब लोगों की लगभग सहमति बनी है, परसों बैठेंगे तो इस बात को और आगे बढ़ाएंगे।कृषि मंत्रालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि किसानों की शंकाओं को कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दूर किया। तोमर किसानों के साथ बातचीत में सरकार की अगुवाई कर रहे हैं। तोमर ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि अगली बैठक शनिवार (5 दिसंबर) को दोपहर 2 बजे होगी। एक सरकारी सूत्र ने कहा कि बैठक शनिवार को फिर से शुरू होगी क्योंकि समय की कमी के कारण आज की बैठक में किसी अंतिम निर्णय पर नहीं पहुंचा जा सका। आगे की रणनीति के लिए किसान नेताओं की बैठक कल नए कृषि कानूनों को लेकर गुरुवार की बैठक में किसान नेताओं ने कृषि कानूनों की सभी खामियों को गिनवाया। केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों में 8 मुद्दों पर संशोधन के लिए विचार करने का प्रस्ताव रखा, जिसे किसान नेताओं ने ठुकरा दिया और किसान नेता कृषि कानूनों को रद्द करवाने और MSP गारंटी कानून बनवाने की मांगों पर अडिग रहे। कल यानि शुक्रवार सुबह 11 बजे सभी किसान नेताओं की बैठक सिंधु बॉर्डर पर होगी जिसमें आगे की रणनीति बनाई जाएगी। 5 दिसंबर को किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच विज्ञान भवन में 2 बजे पांचवें दौर की बातचीत होगी।किसानों ने नहीं लिया भोजननारेबाजी करते हुए सभा स्थल से बाहर आए किसान नेताओं ने कहा कि वार्ता में गतिरोध बना हुआ है। सरकार के 3 मंत्रियों के साथ बैठक में उपस्थित 40 किसान नेताओं ने सरकार की तरफ से पेश दोपहर के भोजन को लेने से इनकार कर दिया और सिंधु बार्डर से एक वैन में लाये गये भोजन को खाना पसंद किया, जहां उनके हजारों सहयोगी नए कृषि कानूनों के विरोध में बैठे हैं। उन्होंने बैठक के दौरान चाय और पानी की पेशकश को भी स्वीकार नहीं किया। नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार के साथ बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने MSP पर संकेत दिए हैं। सरकार बिलों में संशोधन चाहती है। आज बात कुछ आगे बढ़ी है, आंदोलन जारी रहेगा। 5 दिसंबर को बैठक फिर से होगी। वहीं आज़ाद किसान संघर्ष समिति के हरजिंदर सिंह टाडा ने कहा कि सरकार मानती है कि MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) रहेगी। बात आगे बढ़ी है, हम लोगों ने कहा कि तीनों कानून वापिस लो। उसके बाद MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर गारंटी दी जाए।किसान नेता बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि हमने सरकार के समक्ष सभी कमियां सूचीबद्ध कीं। उन्हें स्वीकार करना पड़ा कि कमियां हैं और वे संशोधन करेंगे। हमने कहा कि हम संशोधन नहीं चाहते हैं, हम चाहते हैं कि कानून वापस हो। बलदेव सिंह सिरसा ने कहा कि हमने यह भी मांग की कि MSP के लिए कानून बनाया जाना चाहिए।किसानों के साथ बैठक के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार एसडीएम स्तर से आगे विवाद समाधान के दायरे और क्षेत्राधिकार बढ़ाने को लेकर तैयार है। नये कानूनों के तहत एपीएमसी मंडियों के बाहर काम कर रहे कारोबारियों के पंजीकरण के लिये भी प्रावधान करने को तैयार है। सरकार एपीएमसी (कृषि उपज बाजार समिति) मंडियों और नये कानूनों के तहत बनने वाली निजी मंडियों के लिये समान अवसर सुनिश्चित करने पर विचार करेगी। सरकार नये कानूनों के कारण मंडियों को कमजोर करने के संदर्भ में किसानों की चिंता पर गौर करने को तैयार है। एपीएमसी को और सशक्त करेगी सरकारकेंद्रीय कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि किसान यूनियन की पराली के संबंध में एक अध्यादेश पर शंका है, विद्युत एक्ट पर भी उन्हें समस्या है, इस पर भी सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि आज की चर्चा अच्छे माहौल में हुई, किसानों ने सही तरीके से अपने विषयों को रखा, जो बिंदु निकले, उन पर सबकी लगभग सहमति बनी है। तोमर ने कहा कि किसान यूनियन और किसानों की एक चिंता यह है कि नए कानून से एपीएमसी खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार इस पर विचार करेगी एपीएमसी सशक्त हो और एपीएमसी का उपयोग और बढ़े। किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपीलतोमर ने कहा कि सरकार वार्ता कर रही है और चर्चा के दौरान उठने वाले मुद्दों का हर स्थिति में समाधान किया जाएगा। इसीलिए मैं किसानों से अपील करता हूं कि वह अपना आंदोलन समाप्त करें, जिससे दिल्ली के लोगों को उन समस्याओं का और सामना न करना पड़े, जिनका सामना वह आंदोलन की वजह से कर रहे हैं। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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https://www.indiatv.in/india/national-delhi-to-lucknow-high-speed-train-stations-749059
Delhi to Lucknow का सफर सिर्फ ढाई घंटे में होगा पूरा! नोएडा में भी होंगे दो स्टेशन
देश की राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सफर बहुत जल्द ही सिर्फ ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। यह हाई स्पीड ट्रेन के जरिए संभव होगा।
Delhi-Varanasi High Speed Train: देश की राजधानी दिल्ली से उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का सफर बहुत जल्द ही सिर्फ ढाई घंटे में पूरा किया जा सकेगा। यह हाई स्पीड ट्रेन के जरिए संभव होगा। दोनों शहरों के बीच (दिल्ली और लखनऊ) करीब 500 किलोमीटर की दूरी है, जो आने वाले कुछ सालों में दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड ट्रेन (Delhi-Varanasi High Speed Train) के माध्यम से सिमटने जा रही है।दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड ट्रेन के लिए लखनऊ तक का सफर सिर्फ ढाई घंटे में किया जा सकेगा। इस ट्रेन के लिए ट्रैक का निर्माण तीन चरणों में होगा। इसका रूट यमुना एक्सप्रेस वे, लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे और गंगा एक्सप्रेस वे के साथ होगा। गौतमबुद्धनगर में इस ट्रेन के दो स्टेशन होंगे। एक नोएडा सेक्टर-148 में और दूसरा जेवर एयरपोर्ट के पास होगा। परियोजना को पूरा करने के लिए 2026 तक की समय सीमा तय की गई है।दिल्ली-वाराणसी हाई स्पीड ट्रेन दिल्ली के सराय काले खां स्टेशन से बनकर चलेगी। यहां से यह ट्रेन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक सिर्फ 21 मिनट में पहुंचेगी। वहीं, दिल्ली से आगरा पहुंचने में ट्रेन को 54 मिनट लगेंगे और लखनऊ ढाई घंटे में पहुंच जाएगी। यह ट्रेन अपने आखिरी स्टेशन वाराणसी तक पहुंचने में कुल चार घंटे लेगी यानि दिल्ली से चलने के चार घंटे बाद यह ट्रेन वाराणसी में होगी।गौरतलब है कि दिल्ली से आगरा का रूट 195 किमी, आगरा से लखनऊ का रूट 316 किमी, लखनऊ से प्रयागराज का रूट 185 किमी और प्रयागराज से वाराणसी तक का रूट 122 किमी का होगा। दिल्ली से वाराणसी तक के इस रूट की कुल लंबाई 816 किमी होगी। तीन चरणों में बनने वाले इस ट्रैक के पहले चरण में दिल्ली से आगरा, दूसरे चरण में आगरा से लखनऊ और तीसरे चरण में लखनऊ से वाराणसी तक का काम होगा।इस रूट में नोएडा, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, मथुरा, आगरा, कन्नौज, लखनऊ, राय बरेली, इटावा, प्रयागराज, भदोही स्टेशन होंगे। इस ट्रैक पर काम करने के लिए नेशनल हाई स्पीड रेल कारपोरेशन लिमिटेड परियोजना की विस्तृत रिपोर्ट तैयार करा रहा है। इसके लिए यमुना प्राधिकरण से भी एक मास्टर प्लान मांगा गया है क्योंकि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में एयरपोर्ट स्टेशन आ रहा है।
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https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-to-attend-18th-asean-india-summit-on-thursday-820539
PM मोदी गुरुवार को 18वें आसियान-भारत सम्मेलन में हिस्सा लेंगे
पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रुनेई के सुल्तान के आमंत्रण पर डिजिटल माध्यम से होने वाले 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में 28 अक्टूबर को हिस्सा लेंगे।’’
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को ब्रुनेई के सुल्तान हसनल बोलकिया के आमंत्रण पर 18वें आसियान-भारत सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में आसियान-भारत रणनीतिक साझेदारी, कोविड-19 और स्वास्थ्य, व्यापार, शिक्षा व संपर्क सहित अन्य प्रमुख क्षेत्रों में हुई प्रगति की समीक्षा की जाएगी। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में सोमवार को यह जानकारी दी गई। पीएमओ ने कहा कि डिजिटल माध्यम से होने वाले इस सम्मेलन में आसियान देशों के राष्ट्राध्यक्ष और सरकारों के मुखिया भाग लेंगे। यह सम्मेलन प्रति वर्ष आयोजित किया जाता है, जो आसियान और भारत को शीर्ष स्तर पर संवाद का मौका देता करता है। बता दें कि आसियान 10 दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों का समूह है, जिसमें ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम हैं।पीएमओ ने कहा कि इस आयोजन से एक दिन पहले बुधवार को प्रधानमंत्री 16वें पूर्वी-एशिया शिखर सम्मेलन में भी डिजिटल माध्यम से हिस्सा लेंगे। इस सम्मेलन में समुद्री सुरक्षा और आतंकवाद सहित क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय हित के मुद्दों एवं चिंताओं पर चर्चा की जाएगी। पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन भारत-प्रशांत क्षेत्र में महत्वपूर्ण रणनीतिक मुद्दों और क्षेत्र में एक प्रमुख विश्वास-निर्माण तंत्र पर चर्चा करने के लिए एक प्रमुख नेतृत्व-प्रधान मंच है। पूर्वी एशिया के रणनीतिक और भौगोलिक अभ्युदय में इस मंच ने अहम भमिका निभाई है। इसमें 10 आसियान देशों के सदस्यों के अलावा भारत, चीन, जापान, कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमेरिका और रूस शामिल हैं। पीएमओ ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रुनेई के सुल्तान के आमंत्रण पर डिजिटल माध्यम से होने वाले 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में 28 अक्टूबर को हिस्सा लेंगे।’’ पिछले कुछ वर्षों में भारत और आसियान देशों के बीच संबंधों में प्रगति देखी गई है। इस दौरान व्यापार और निवेश के साथ ही सुरक्षा और रक्षा क्षेत्र में सहयोग को आगे ले जाने को केंद्र में रखा गया। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल नवंबर में 17वें आसियान सम्मेलन में भी हिस्सा लिया था। इस बार वह 18वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। पीएमओ ने कहा कि आसियान-भारत साझेदारी साझा भौगोलिक, ऐतिहासिक और सभ्यता के मजबूत आधारों पर आधारित है। आसियान समूह शुरू से भारत की ‘एक्ट ईस्ट नीति' और हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर व्यापक दृष्टिकोण का मूल केंद्र रहा है। वर्ष 2022 आसियान-भारत संबंधों के 30 वर्षों का गवाह बनेगा। गौरतलब है कि आसियान का उद्देश्य साझे हित और चिंता के राजनीतिक तथा सुरक्षा मुद्दों पर रचनात्मक संवाद को बढ़ावा देना और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में विश्वास बहाली तथा निरोधात्मक राजनय की दिशा में किए जाने वाले प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान देना है।
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https://www.indiatv.in/india/national-kisan-andolan-tractor-rally-break-police-barricades-clash-latest-pictures-768269
प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर लाल किला पहुंचे, देखिए तस्‍वीरों में पूरा हाल
किसानों द्वारा ट्रैक्टर रैली के लिए पूर्व निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर लाल किला पहुंच गए हैं।
नई दिल्‍ली। किसानों द्वारा ट्रैक्‍टर रैली के लिए पूर्व निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसान ट्रैक्टर पर सवार होकर लाल किला पहुंच गए हैं। कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के राष्ट्रीय राजधानी के आईटीओ पहुंचने के बाद लुटियन दिल्ली की ओर बढ़ने की कोशिश पर पुलिस के साथ जमकर भिड़ंत हुई। Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesपुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesकिसानों ने तय समय से पहले विभिन्न सीमा बिंदुओं से अपनी ट्रैक्टर परेड शुरू की। किसान अनुमति नहीं मिलने के बावजूद मध्य दिल्ली के आईटीओ पहुंच गए। Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesप्रदर्शनकारी हाथ में डंडे लेकर पुलिस कर्मियों को दौड़ाते हुए दिखे। पुलिस ने भी लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने का प्रयास किया। Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesदिल्ली पुलिस ने किसानों से कानून हाथ में नहीं लेने और शांति बनाए रखने की अपील की।Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesसभी प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं, हम किसानों के खिलाफ हिंसा की निंदा करते हैं : किसान नेता बलबीर सिंह राजेवालImage Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesगाजीपुर बॉर्डर के पास शाहदरा में चिंतामणि चौक पर दिल्ली पुलिस ने किया लाठीचार्ज, किसानों ने ट्रैक्टरों से अवरोधकों को हटाया।Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesImage Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesदिल्ली-नोएडा सीमा पर मंगलवार की सुबह कलाबाजी दिखाने के दौरान एक ट्रैक्टर पलट गया। इस ट्रैक्टर पर दो किसान सवार थे। कृषि कानूनों के विरोध में हजारों प्रदर्शनकारी यहां एकत्रित हुए हैं। चिल्ला बॉर्डर के पास सुबह एक तेज रफ्तार ट्रैक्टर को गोल घुमाते हुए चालक उस पर से अपना निंयत्रण खो बैठा और वाहन पलट गया। ट्रैक्टर पर सवार दो व्यक्तियों को हल्की चोट लगी। भारतीय किसान यूनियन और तिरंगा झंडा लगे ट्रैक्टर के पलटते ही कई प्रदर्शनकारियों ने उसे उठाकर खड़ा कर दिया।Image Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesImage Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest picturesImage Source : PTIKisan andolan tractor rally break police barricades clash latest pictures
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https://www.indiatv.in/india/national-indian-railways-launches-second-kisan-special-train-between-barauni-to-tatanagar-733537
भारतीय रेल ने बरौनी से टाटानगर के बीच दूसरी किसान स्पेशल ट्रेन शुरू की
आधिकारिक बयान के मुताबिक बृहस्पतिवार से शुरू हुई यह विशेष ट्रेन बोकारो स्टील सिटी, हटिया एवं टाटानगर के बीच दूध की आपूर्ति करेगी। इस स्पेशल ट्रेन में दूध लेजाने में सक्षम चार टैंकर होंगे।
नई दिल्ली. वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेल ने किसानों के लिए दूसरी विशेष रेलसेवा बरौनी से टाटानगर के बीच शुरू की है। रेलवे की इस योजना का मकसद किसानों की उपज को जल्दी से महत्वपूर्ण बाजारों तक पहुंचाना है।आधिकारिक बयान के मुताबिक बृहस्पतिवार से शुरू हुई यह विशेष ट्रेन बोकारो स्टील सिटी, हटिया एवं टाटानगर के बीच दूध की आपूर्ति करेगी। इस स्पेशल ट्रेन में दूध लेजाने में सक्षम चार टैंकर होंगे। इनमें से एक-एक टैंकर बोकारो स्टील सिटी एवं हटिया के लिए होगा जबकि दो टैंकर दूध टाटानगर के लिए होगा।इस किसान स्पेशल ट्रेन का परिचालन बरौनी से टाटानगर के बीच एक दिन छोड़कर किया जायेगा। भारतीय रेल ने किसानों के लिए ऐसी पहली ट्रेन महाराष्ट्र में देवलाली (नासिक रोड) से दानापुर के बीच शुरू की थी। इसमें किसान अपनी सब्जियों, फलों और अन्य खाद्य सामग्रियों की बुकिंग करा सकते हैं।
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https://www.indiatv.in/india/politics-aim-of-covid-white-paper-to-help-india-tackle-third-wave-says-congress-leader-rahul-gandhi-797668
कांग्रेस ने सरकार के कोविड मैनेजमेंट पर जारी किया ‘श्वेत पत्र’, कहा- युद्धस्तर पर हो वैक्सीनेशन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के कोविड प्रबंधन को लेकर मंगलवार को पार्टी की ओर से एक ‘श्वेत पत्र’ जारी किया और केंद्र से आग्रह किया कि इस महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अभी से पूरी तैयारी की जाए।
नयी दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सरकार के कोविड प्रबंधन को लेकर मंगलवार को पार्टी की ओर से एक ‘श्वेत पत्र’ जारी किया और केंद्र से आग्रह किया कि इस महामारी की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए अभी से पूरी तैयारी की जाए तथा युद्धस्तर पर टीकाकरण किया जाए। उन्होंने केंद्र सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आंसू उन परिवारों के आंसू नहीं पोंछ सकते जिन्होंने दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण अपनों को खोया है। राहुल ने कुछ हफ्ते पहले डॉक्टरों के साथ डिजिटल संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के भावुक होने से संबंधित सवाल के जवाब में यह टिप्पणी की।क्या है कांग्रेस के श्वेत पत्र में?कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की ओर से गरीबों को आर्थिक मदद दी जानी चाहिए और कोविड प्रभावित परिवारों को मदद देने के लिए कोविड मुआवजा कोष स्थापित करना चाहिए। कांग्रेस ने जो ‘श्वेत पत्र’ जारी किया है उसमें पहली और दूसरी लहर के दौरान केंद्र सरकार की कथित ‘गलतियों और कुप्रबंधन’ का उल्लेख किया गया है। इसमें कोरोना महामारी के नियंत्रण से जुड़े कदमों की समीक्षा के लिए सर्वदलीय समिति बनाने, गरीबों की आर्थिक मदद करने, कोविड प्रभावित परिवारों को 4-4 लाख रुपये की मदद देने और राज्यों को न्यायसंगत एवं उचित मात्रा में टीके उपलब्ध कराने की सिफारिश की गई है।‘सरकार पर अंगुली उठाना मकसद नहीं’राहुल गांधी ने कहा, ‘इस श्वेत पत्र का लक्ष्य सरकार पर अंगुली उठाना नहीं है। हम सरकार की गलतियों का उल्लेख इसलिए कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में गलतियों को ठीक किया जा सके।’ उन्होंने दावा किया कि कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार का प्रबंधन त्रासदीपूर्ण रहा जिसके कारण लाखों लोगों की जान चली गई, जबकि समय रहते कदम उठाकर इसे रोका जा सकता था। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘पूरा देश जानता है कि दूसरी लहर से पहले ही, हमारे वैज्ञानिकों और चिकित्सकों ने दूसरी लहर की बात की थी। उस समय सरकार को जो कदम उठाना चाहिए था, जो व्यवहार होना चाहिए था, वह देखने को नहीं मिला। इसके बाद दूसरी लहर का हम सब पर असर हुआ।’‘देश में तीसरी लहर आने वाली है’राहुल ने सरकार को आगाह करते हुए यह भी कहा, ‘पूरा देश जानता है कि तीसरी लहर आने वाली है। वायरस अपना स्वरूप बदल रहा है। इसीलिए हम सरकार से आग्रह कर रहे हैं कि वह अभी से पूरी तैयारी करे।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि यह जरूरी है कि तीव्र गति से टीकाकरण किया जाए, टीकाकरण युद्धस्तर पर होना चाहिए। पिछले दिनों डॉक्टरों से संवाद के दौरान प्रधानमंत्री के भावुक हो जाने से जुड़े सवाल पर राहुल गांधी ने कहा, ‘ प्रधानमंत्री के आंसू इन परिवारों के आंसू नहीं पोंछ सकते। वे परिवार जानते हैं कि जब लोगों की मौत हो रही थी तो प्रधानमंत्री उनके साथ नहीं खड़े थे। उनके आंसू लोगों को नहीं बचा सके। लोगों की जान ऑक्सीजन से बच सकती थी जो उन्हें समय पर नहीं मिली। प्रधानमंत्री तो पश्चिम बंगाल में चुनाव लड़ रहे थे।’‘कई लोगों की ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई’राहुल गांधी ने दावा किया, ‘इस देश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है, लेकिन बहुत सारे लोगों की, ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। ऐसे कई परिवारों को मैं जानता हूं।’ उन्होंने कहा कि अगर टीकों को लेकर कहीं भ्रम की स्थिति है तो वहां सही जानकारी पहुंचा कर इस भ्रम को दूर किया जाना चाहिए। कांग्रेस ने सरकार के कोविड प्रबंधन को लेकर जो ‘श्वेत पत्र’ जारी किया है उसमें सिफारिश की गई है कि कम से कम समय में सभी नागरिकों का मुफ्त टीकाकरण किया जाए और सरकार को दिसंबर, 2021 तक सभी वयस्क नागरिकों का टीकाकरण करने के अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने को लेकर नियमित रूप से साप्ताहिक रूपरेखा साझा करनी चाहिए।श्वेत पत्र में टीकों को लेकर सिफारिशमुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि भारत के लिए टीकों और उनके उत्पादन के लिए जरूरी सामग्री की आपूर्ति के वास्ते टीका निर्माता इकाइयों और दूसरे देशों की सरकारों के साथ समन्वय स्थापित किया जाए तथा घरेलू स्तर पर टीकों का उत्पादन तेज करने के लिए 1970 के पेटेंट कानून के तहत लाइसेंस प्रावधानों को अनिवार्य किया जाए। कांग्रेस ने इस ‘श्वेत पत्र’ में यह सिफारिश भी की है, ‘राज्यों को पारदर्शी और उस न्यायसंगत फार्मूले के मुताबिक टीकों का आवंटन किया जाए जो साक्ष्य, हिस्सेदारी और स्थानीय जरूरत पर आधारित हो। टीका और कोविड संबंधी सही आंकड़ों को पारदर्शी ढंग से सार्वजनिक पटल पर रखा जाए।’‘ग्रामीण इलाकों में जोर-शोर से तैयारी की जाए’पार्टी ने सरकार से यह आग्रह भी किया कि महामारी को नियंत्रित करने और राज्यों एवं सिविल सोसायटी से समन्वय स्थापित करने के मकसद से उठाए गए कदमों की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक सर्वदलीय समिति गठित करने के साथ ही दूसरे जरूरी राजनीतिक और प्रशासनिक कदम उठाए जाएं। कांग्रेस ने कहा कि निर्णय की प्रक्रिया का विकेंद्रीकरण किया जाए और तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए पूरे देश और खासकर ग्रामीण इलाकों में जोर-शोर से तैयारी की जाए। कांग्रेस ने यह सुझाव भी दिया कि कोविड से मौतों के मामलों में संबंधित परिवारों को आपदा प्रबंधन कानून के प्रावधानों के तहत चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान की जाए।
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https://www.indiatv.in/india/national/after-the-end-of-farmers-protest-18-trains-were-restored-250-trains-cancelled-829206
किसान आंदोलन खत्म होने के बाद 18 ट्रेनें बहाल, रेलवे ने की 250 ट्रेनें रद्द, 5 का रूट बदला
किसान आंदोलन के कारण जिन ट्रेनों को रद्द किया गया था, आंदोलन खत्म होने के बाद रद्द की गई सभी ट्रेनों को बहाल किया जा रहा है। ऐसी 18 से अधिक ट्रेनें हैं। बता दें कि किसान आंदोलन की वजह से उत्तर रेलवे का यातायात कई दिनों तक बुरी तरह प्रभावित रहा था।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने बुधवार को 228 ट्रेनों को पूरी तरीके से कैंसिल कर दिया है। जबकि 29 ट्रेनें आंशिक तौर पर रद्द की गई हैं, इनमें से पांच ट्रेनें ऐसी हैं जिनके रूट में बदलाव किया गया है। वहीं दूसरी ओर उत्तर पश्चिम रेलवे किसान आंदोलन के कारण स्थगित ट्रेनों को दोबारा बहाल कर दिया है। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार किसान आंदोलन के कारण जिन ट्रेनों को रद्द किया गया था, आंदोलन खत्म होने के बाद रद्द की गई सभी ट्रेनों को बहाल किया जा रहा है। ऐसी 18 से अधिक ट्रेनें हैं।जिन ट्रेनों को बहाल किया गया है उनमें गाड़ी संख्या 19223, अहमदाबाद-जम्मू तवी, गाड़ी संख्या 19224, जम्मू तवी-अहमदाबाद, गाड़ी संख्या 19222, गाड़ी संख्या 19226, जम्मू तवी-जोधपुर, गाड़ी संख्या 12414, जम्मू तवी, गाड़ी संख्या 12413, अजमेर-जम्मू तवी, गाड़ी संख्या 14662, जम्मूतवी-बाड़मेर, गाड़ी संख्या 14601, फिरोजपुर-हनुमानगढ़, गाड़ी संख्या 14602, हनुमानगढ़-फिरोजपुर, गाड़ी संख्या 04729, रेवाड़ी-फाजिल्का, गाड़ी संख्या 04730, फाजिल्का-रेवाड़ी, गाड़ी संख्या 04572, धुरी-सिरसा, गाड़ी संख्या 04573, सिरसा-लुधियाना, गाड़ी संख्या 04575, हिसार-लुधियाना, गाड़ी संख्या 04576, लुधियाना-हिसार, गाड़ी संख्या 14661, बाड़मेर-जम्मूतवी और गाड़ी संख्या 19225, जोधपुर-जम्मू तवी शामिल हैं।गौरतलब है कि किसान आंदोलन की वजह से उत्तर रेलवे का यातायात कई दिनों तक बुरी तरह प्रभावित रहा था। किसान आंदोलन को देखते हुए रेलवे ने 100 से भी ज्यादा ट्रेनों को रद्द किया था। इसके साथ ही कई ट्रेनों के रूट में भी बदलाव किया गया था। जहां रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान तो हुआ ही रेल यात्रियों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।वहीं जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें किसान एक्सप्रेस गाड़ी संख्या नंबर 00979 आदर्श नगर से दिल्ली, गाड़ी संख्या नंबर 03086 अजीमगंज, गाड़ी संख्या नंबर 03087 अजीमगंज से रामपुरहाट, गाड़ी संख्या नंबर 03094 रामपुरहाट से अजीमगंज, गाड़ी संख्या नंबर 03095- कटवाल से अजीमगंज, संख्या नंबर 03194 लालगोला से कोलकाता, गाड़ी संख्या नंबर 03367- कटिहार से सोनपुर, 03412- बरहरवा से रामपुर, 04154 कानपुर सेंट्रल - रायबरेली, 04399- जालंधर सिटी, 04479 जालंधर - पठानकोट, 04480 पठानकोट - जालंधर, 04491 फिरोजपुर कैंट -फाजिल्का और 04492 फाजिल्का - फिरोजपुर कैंट, 03085 अजीमगंज- नलहाटी इनमें शामिल हैं।(इनपुट- एजेंसी)
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https://www.indiatv.in/india/politics-zero-vaccine-policy-acting-like-dagger-in-mother-indias-heart-alleges-rahul-gandhi-793476
भारत माता के सीने में खंजर का काम कर रही सरकार की यह पॉलिसी: राहुल गांधी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ‘शून्य टीका नीति’ भारत माता के सीने में खंजर का काम कर रही है। उन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में बेरोजगारी बढ़ने संबंधी खबर को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार की ‘शून्य टीका नीति’ भारत माता के सीने में खंजर का काम कर रही है। उन्होंने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर में बेरोजगारी बढ़ने संबंधी खबर को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर दावा किया, ‘‘मोदी सरकार की शून्य टीका नीति (ज़ीरो वैक्सीन पॉलिसी) भारत माता के सीने में ख़ंजर का काम कर रही है। दु:खद सच।’’ बेरोजगारी दर के दहाई के आंकड़े में पहुंचने संबंधी एक खबर को लेकर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर परोक्ष रूप से कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘एक व्यक्ति और उसका अहंकार है, एक वायरस और उसके कई स्वरूप हैं।’’ राहुल गांधी हाल के दिनों में सरकार की टीकाकरण नीति को लेकर उस पर लगातार हमले कर रहे हैं। दूसरी तरफ, भाजपा ने उन पर भ्रामक जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है।इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी की झूठी छवि के लिए उनकी सरकार के किसी विभाग के मंत्री किसी भी विषय पर बोलने को मजबूर हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रधानमंत्री की झूठी छवि के लिए किसी भी विभाग का मंत्री किसी भी विषय पर कुछ भी बोलने के लिए मजबूर है।’’ कोरोना संकट को लेकर राहुल गांधी ने दावा किया था कि टीकाकरण की जो गति अभी चल रही है वह यदि इसी प्रकार चलती रही तो उसके पूरा होने में तीन साल लग जाएंगे। उन्होंने यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री की नौटंकी के कारण कोरोना की दूसरी लहर आई। राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि प्रधानमंत्री देश की जनता के साथ मिलकर कोरोना महामारी का सामना कर रहे हैं और ऐसे समय में राहुल गांधी, सरकार द्वारा किये गए प्रयासों के लिए नौटंकी शब्द का उपयोग करते हैं।ये भी पढ़ें
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https://www.indiatv.in/india/national/jammu-and-kashmir-3-terrorists-killed-in-encounter-with-security-forces-in-pulwama-2022-04-24-846857
जम्मू-कश्मीर: पुलवामा में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 3 आतंकी ढेर, चलाया जा रहा सर्च ऑपरेशन
रविवार को पुलवामा के पाहू इलाके में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस बारे में कश्मीर पुलिस के IG विजय कुमार का बयान भी सामने आया है।
जम्मू-कश्मीर: आतंकियों के खिलाफ सुरक्षाबलों द्वारा ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। ताजा मामला कश्मीर के पुलवामा जिले का है। यहां रविवार दोपहर को आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया, जिसके बाद जवानों ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, अब तक इस एनकाउंटर में 3 आतंकी मारे गए हैं।खबर है कि इस इलाके में अभी और आतंकी छिपे हो सकते हैं, इसलिए सुरक्षाबलों द्वारा सर्च अभियान चलाया जा रहा है। मारे गए आतंकी लश्कर के बताए जा रहे हैं। गौरतलब है कि बीते 3 दिन में ये चौथा एनकाउंटर है। रविवार को पुलवामा के पाहू इलाके में आतंकियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई है। इस बारे में कश्मीर पुलिस के IG विजय कुमार का बयान भी सामने आया है। उन्होंने बताया है कि लश्कर-ए-तैयबा के 3 आतंकियों के लिए घेराबंदी की गई थी। सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।पुलिस का कहना है कि उन्हें रविवार को जानकारी मिली थी कि इस इलाके में आतंकी छिपे हुए हैं। जिसके बाद यहां सर्च ऑपरेशन चलाया गया। सर्च के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर हमला कर दिया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। जवानों की जवाबी कार्रवाई में 3 आतंकी मारे गए।
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https://www.indiatv.in/india/politics-kerala-reports-highest-single-day-spike-of-9-258-new-covid-19-744853
केरल में सामने आए Coronavirus के रिकॉर्ड 9,258 नए मामले, राज्य में निषेधाज्ञा लागू
केरल में शुक्रवार को कोविड-19 के 9,258 नये मामले सामने आये जबकि 4,092 मरीज ठीक हो गए। यह एक दिन में सामने आये सबसे अधिक नये मामले और ठीक हुए मरीजों की सबसे अधिक संख्या है।
तिरुवनंतपुरम: केरल में शुक्रवार को कोविड-19 के 9,258 नये मामले सामने आये जबकि 4,092 मरीज ठीक हो गए। यह एक दिन में सामने आये सबसे अधिक नये मामले और ठीक हुए मरीजों की सबसे अधिक संख्या है। वहीं सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए पांच व्यक्तियों से अधिक के एक जगह पर एकत्रित होने पर रोक लगाने का निर्णय किया है। संक्रमितों की संख्या आज बढ़कर 2,12,499 हो गई जबकि 20 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतक संख्या बढ़कर 791 हो गई। पिछले 24 घंटे में 63,175 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई जबकि अभी तक कुल 30,49,791 नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। राज्य के चार जिलों में 1000 से अधिक नये मामले सामने आये। सबसे अधिक नये मामले कोझिकोड से 1146 और उसके बाद तिरुवनंतपुरम 1096, एर्णाकुलम 1042 और मलप्पुरम 1016, जबकि कोल्लम में 892 मामले और त्रिशूर में 812 मामले सामने आये। स्वास्थ्य मंत्री के के शैलजा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि अभी 77,482 मरीज उपचाराधीन हैं जबकि 1,35,144 संक्रमण से ठीक हो गए हैं। मुख्य सचिव विश्वास मेहता ने बृहस्पतिवार को कहा कि शनिवार से धारा 144 लागू की जाएगी क्योंकि लोगों के एकत्रित होने से संक्रमण के फैलने का खतरा है। डीजीपी लोकनाथ बेहरा ने कहा कि पार्क और समुद्र तटों जैसे स्थानों पर भीड़ की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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Monsoon Session: लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित
Monsoon Session Live Updates: केंद्र सरकार आज से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान कई विधेयकों को पारित कराने के कोशिश की जाएगी
नई दिल्ली. केंद्र सरकार आज से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान कई विधेयकों को पारित कराने के एजेंडे को पूरा करने की कोशिश करेगी। वहीं, विपक्ष भी कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के तरीके, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और किसान आंदोलन के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। रविवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार संसद में विभिन्न मुद्दों पर उपयोगी चर्चा करने के पक्ष में है।संसद का मानसून सत्र परिणामकारी हो- पीएमप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि संसद का मानसून सत्र सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो क्योंकि जनता कई मुद्दों पर जवाब चाहती है और इसके लिए सरकार पूरी तरह तैयार है। संसद के मानसून सत्र के पहले दिन पत्रकारों से चर्चा में प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों से तीखे से तीखे सवाल पूछने को कहा लेकिन साथ ही आग्रह किया कि शांत वातावरण में वह सरकार को जवाब देने का मौका भी दें।नई दिल्ली. केंद्र सरकार आज से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र के दौरान कई विधेयकों को पारित कराने के एजेंडे को पूरा करने की कोशिश करेगी। वहीं, विपक्ष भी कोविड-19 की दूसरी लहर से निपटने के तरीके, ईंधन की कीमतों में वृद्धि और किसान आंदोलन के मुद्दे पर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। रविवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार संसद में विभिन्न मुद्दों पर उपयोगी चर्चा करने के पक्ष में है।संसद का मानसून सत्र परिणामकारी हो- पीएमउन्होंने कहा, ‘‘कोरोना ऐसी महामारी है जिसकी चपेट में पूरा विश्व और मानव जाति है। हम चाहते हैं कि इस संदर्भ में संसद में सार्थक चर्चा हो ओर प्राथमिकता के आधार पर हो। सारे सांसद का सुझाव भी मिले। इससे कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बहुत नयापन भी आ सकता है ओर यदि कमियां रह गई हो तो उन्हें ठीक भी किया जा सकता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘संसद का यह सत्र परिणामकारी हो और सार्थक चर्चा के लिए समर्पित हो। जनता जवाब चाहती है और सरकार की भी जवाब देने की तैयारी है।’’सोनिया ने पार्टी सांसदों को दिया ये निर्देशकांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को पार्टी के लोकसभा सांसदों की बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें किसान आंदोलन, पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों तथा कोविड-19के ‘‘खराब प्रबंधन’’जैसे मुद्दों को जोर शोर से संसद में उठाने का निर्णय लिया। कांग्रेस प्रमुख ने लोकसभा सांसदों के साथ ऑनलाइन आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए इन मुद्दों को मजबूती के साथ उठाने और सरकार को संसद में घेरने की सदस्यों से अपील की। उन्होंने कहा कि ये मुद्दे आम आदमी से जुड़े हैं,जो सरकार की नीतियों के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
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नक्सली संगठन PLFI का कमांडर दिल्ली में गिरफ्तार, 7 साल से था फरार
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान राम ने खुलासा किया है कि वर्ष 2012 में वह PLFI सदस्य के संपर्क में आया था। इसके बाद उसे हथियार मुहैया कराए गए और वह वसूली के काम में लग गया।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के कमांडर को राष्ट्रीय राजधानी के धौला कुआं इलाके से गिरफ्तार (PLFI Commander Arrest) किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान अनुराग राम उर्फ अनुराग सादलोहर उर्फ दलबीर के तौर पर की गई है। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन का कमांडर दिल्ली में छिपा हुआ है। उन्होंने बताया कि राम छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जशपुर जिला अदालत में बने लॉकअप से फरार हो गया था। यह PLFI का सक्रिय सदस्य है और कई मामलों में वांछित है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि राम गत सात साल से पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) के सीमावर्ती इलाकों में छिपा हुआ था। पुलिस उपायुक्त (अपराध) राजेश देव ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस ने धौला कुआं के पास जाल बिछाया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान राम ने खुलासा किया है कि वर्ष 2012 में वह PLFI सदस्य के संपर्क में आया था। इसके बाद उसे हथियार मुहैया कराए गए और वह वसूली के काम में लग गया। उसकी अपने ही गांव के कुछ लोगों से दुश्मनी थी और उसने अपने ही गांव के एक व्यक्ति पर गोली चलाई थी। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि 26 फरवरी 2013 को राम अपने साथियों के साथ व्यापारी के घर में दाखिल हुआ और दो लाख रुपये की मांग की। राजेश देव ने बताया कि राम को झारखंड से गिरफ्तार किया गया था। चूंकि छत्तीसगढ़ के जशपुर में उसके खिलाफ मामला दर्ज था, उसे रिमांड पर वहां ले जाया गया। उन्होंने बताया कि 26 मई 2014 को 23 विचाराधीन कैदियों को जशपुर जिला कारागार से सुनवाई के लिए जशपुर जिला अदालत लाया गया और उन्हें लॉकअप में रखा गया। पुलिस ने बताया कि राम, तीन अन्य आरोपियों के साथ हिरासत से फरार होने में सफल हो गया था।
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उत्तर प्रदेश में कोविड-19 से 94 और लोगों की मौत, संक्रमण के 5,809 मामले सामने आए
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 94 और लोगों के साथ प्रदेश में इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या पांच हजार के पार हो गई है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 94 और लोगों के साथ प्रदेश में इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या पांच हजार के पार हो गई है। वहीं, इस अवधि में संक्रमण के 5,809 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रविवार (20 सितंबर) को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान 94 और कोविड-19 मरीजों की मौत के साथ राज्य में अब तक इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद 5,047 हो गई है। कानपुर में कोरोना से सबसे ज्यादा 13 लोगों की हुई मौतकानपुर नगर में सबसे ज्यादा 13 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा प्रयागराज में सात, लखनऊ में छह, मेरठ झांसी और देवरिया में चार-चार, गोरखपुर, वाराणसी, सहारनपुर, बाराबंकी, उन्नाव और बिजनौर में तीन-तीन, मुरादाबाद, बलिया, शाहजहांपुर, मथुरा, गाजीपुर, इटावा, सुल्तानपुर, बदायूं, रायबरेली और फतेहपुर में दो-दो, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, जौनपुर, महराजगंज, लखीमपुर खीरी, हरदोई, मुजफ्फरनगर, गोंडा, पीलीभीत, बस्ती, प्रतापगढ़, चंदौली, सोनभद्र, फिरोजाबाद, हापुड़, कौशांबी, कासगंज और हमीरपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 874 नए मामले राजधानी लखनऊ में आएपिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 के 5,809 नए मरीजों के समाने आने की पुष्टि की गई। सबसे ज्यादा 874 नए मामले राजधानी लखनऊ में आए हैं। इसके अलावा कानपुर नगर में 394 और प्रयागराज में 302 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 के 6,584 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई। प्रदेश में इस संक्रमण से उबरने वाले मरीजों का प्रतिशत 79.96% हो गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को प्रदेश में 1,40,754 नमूनों की जांच की गई। इस तरह अब तक प्रदेश में 50,40,604 नमूनों की जांच हो चुकी है। सीएम योगी ने नयी जन सुविधा का लोकार्पण कियाप्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक नयी जन सुविधा का लोकार्पण किया है। कई बार नमूनों की जांच कराने वालों को रिपोर्ट देर से मिल पाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए एक नयी सुविधा शुरू की गई है। अब जांच कराने वाले लोग पोर्टल पर जाकर सीधे अपनी रिपोर्ट देख सकते हैं। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस मौके पर बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर जैसे बड़े शहरों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने की प्रणाली को मजबूत करने और एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र के माध्यम से बेहतर सेवाएं संचालित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में धान की खरीद आगामी एक अक्टूबर से होगी इसके लिए मुख्यमंत्री ने क्रय केंद्रों को सुचारु रुप से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।गौतमबुद्ध नगर जिले में कोविड-19 के 125 नये मरीज सामने आएलखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान कोविड-19 से 94 और लोगों के साथ प्रदेश में इस महामारी में जान गंवाने वालों की संख्या पांच हजार के पार हो गई है। वहीं, इस अवधि में संक्रमण के 5,809 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से रविवार (20 सितंबर) को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान 94 और कोविड-19 मरीजों की मौत के साथ राज्य में अब तक इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद 5,047 हो गई है। कानपुर में कोरोना से सबसे ज्यादा 13 लोगों की हुई मौतकानपुर नगर में सबसे ज्यादा 13 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा प्रयागराज में सात, लखनऊ में छह, मेरठ झांसी और देवरिया में चार-चार, गोरखपुर, वाराणसी, सहारनपुर, बाराबंकी, उन्नाव और बिजनौर में तीन-तीन, मुरादाबाद, बलिया, शाहजहांपुर, मथुरा, गाजीपुर, इटावा, सुल्तानपुर, बदायूं, रायबरेली और फतेहपुर में दो-दो, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, जौनपुर, महराजगंज, लखीमपुर खीरी, हरदोई, मुजफ्फरनगर, गोंडा, पीलीभीत, बस्ती, प्रतापगढ़, चंदौली, सोनभद्र, फिरोजाबाद, हापुड़, कौशांबी, कासगंज और हमीरपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। सबसे ज्यादा 874 नए मामले राजधानी लखनऊ में आएपिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 के 5,809 नए मरीजों के समाने आने की पुष्टि की गई। सबसे ज्यादा 874 नए मामले राजधानी लखनऊ में आए हैं। इसके अलावा कानपुर नगर में 394 और प्रयागराज में 302 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य में कोविड-19 के 6,584 मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई। प्रदेश में इस संक्रमण से उबरने वाले मरीजों का प्रतिशत 79.96% हो गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को प्रदेश में 1,40,754 नमूनों की जांच की गई। इस तरह अब तक प्रदेश में 50,40,604 नमूनों की जांच हो चुकी है। सीएम योगी ने नयी जन सुविधा का लोकार्पण कियाप्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को एक नयी जन सुविधा का लोकार्पण किया है। कई बार नमूनों की जांच कराने वालों को रिपोर्ट देर से मिल पाती है। इस समस्या को दूर करने के लिए एक नयी सुविधा शुरू की गई है। अब जांच कराने वाले लोग पोर्टल पर जाकर सीधे अपनी रिपोर्ट देख सकते हैं। सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस मौके पर बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर जैसे बड़े शहरों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने की प्रणाली को मजबूत करने और एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र के माध्यम से बेहतर सेवाएं संचालित करने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में धान की खरीद आगामी एक अक्टूबर से होगी इसके लिए मुख्यमंत्री ने क्रय केंद्रों को सुचारु रुप से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।गौतमबुद्ध नगर जिले में रविवार (20 सितंबर) को कोविड-19 के 125 नये मरीज सामने आए। वहीं इस अवधि में कोरोना वायरस संक्रमित एक व्यक्ति की मौत हो गई। जिला निगरानी अधिकारी नीरज त्यागी ने बताया कि रविवार को 125 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 की वजह से रविवार को एक व्यक्ति की मौत हुई है। त्यागी ने बताया कि रविवार को 286 लोगों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई।उनके अनुसार 1,678 लोगों का उपचार यहां के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक जिले में 9,651 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं। जिला निगरानी अधिकारी ने बताया कि गौतमबुद्ध नगर जिले में अबतक 11,342 लोगों के कोविड-19 होने की पुष्टि हुई है जबकि संक्रमण की वजह से जिले में अबतक 49 लोगों की मौत हुई है। त्यागी ने बताया कि जो लोग आज कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं, उन्हें यहां के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कर उनका उपचार शुरू कर दिया गया है।
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दुश्मन टैंक के परखच्चे उड़ाने वाली NAG मिसाइल का सफल परीक्षण, सेना में होगी शामिल
दुश्मन के टैंक को तबाह करनेवाली नाग मिसाइल का आज सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल का परीक्षण पोखरण रेंज में किया गया।
नई दिल्ली: दुश्मन के टैंक को तबाह करनेवाली नाग मिसाइल का आज सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल का परीक्षण पोखरण रेंज में किया गया। एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग को डीआरडीओ ने तैयार किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने गुरुवार को तीसरी पीढ़ी की NAG मिसाइल का फाइनल परीक्षण कर लिया है और परीक्षण में यह मिसाइल पूरी तरह मारक पाई गई है। मिसाइल ने अपने लक्ष्य पर सटीक निशाना लगाया है और परीक्षण के लिए रखे गए टैंक के परखच्चे उड़ा दिया हैं। फाइनल परीक्षण के बाद अब यह मिसाइल सेना में शामिल होने के लिए तैयार है। परीक्षण गुरुवार सुबह 6.45 बजे पोखरण रेंज में किया गया है। NAG मिसाइल को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने तैयार किया है और यह ऐसी तकनीक से लैस है कि दिन या रात कभी भी दुश्मन के टैंक को उड़ा सकती है। मिसाइल में ऐसी तकनीक लगी है कि एक बार निशाना लगाओ और फायर करके भूल जाओ, निशाना नहीं चूकेगा। तीसरी पीढ़ी की NAG मिसाइल का फाइनल परीक्षण पूरा होने के बाद यह सेना में शामिल होने के लिए तैयार है, अब मिसाइल प्रोडक्शन फेस में जाएगी और हथियार तथा डिफेंस से जुड़े अन्य सामान उत्पादन करने वाली सरकारी कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड इसका उत्पादन करेगी।
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https://www.indiatv.in/india/national-rajat-sharma-blog-who-torpedoed-the-talks-between-farmer-leaders-and-the-centre-758976
Rajat Sharma’s Blog: किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत की डोर किसने तोड़ी?
मुझे हैरत इस बात पर नहीं हुई कि राहुल गांधी ने अंबानी-अडानी को किसानों का दुश्मन और मोदी का दोस्त बताया। आश्चर्य इस बात पर हुआ कि कुछ किसान संगठनों के नेता यही भाषा बोलते हुए सुनाई दिए।
किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत की डोर बुधवार को उस समय टूट गई जब किसान संगठनों ने नए कृषि कानून में संशोधन के सरकार के प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए यह ऐलान किया कि वे अपने आंदोलन को और तेज करेंगे। किसानों के रुख पर थोड़ी हैरानी और थोड़ा दुख भी हुआ। सरकार चाहती है कि बातचीत से बीच का रास्ता निकले लेकिन किसान 'हां या ना’ पर अड़े हैं। किसान कह रहे हैं कि बातचीत से इनकार नहीं है, लेकिन बात तभी बनेगी जब सरकार तीनों कृषि सुधार कानून वापस ले। सरकार का रुख बिल्कुल साफ है कि तीनों कानूनों को वापस नहीं लिया जाएगा। सरकार का कहना है कि किसानों की चिंताओं को दूर किया जाएगा। कानूनों में संशोधन भी हो सकता है लेकिन चुनी हुई सरकार को झुकाने की नीयत से हो रही सियासी कोशिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। सरकार टूटे तारों को जोड़ने की कोशिश कर रही थी। किसान संगठनों के साथ बातचीत जारी रखने की पूरी कोशिश कर रही थी लेकिन किसानों ने जंग का ऐलान कर आर-पार की बात कर दी। कौन हैं वे नेता जो किसान संगठनों के नेताओं को बात करने से रोक रहे हैं? क्या वजह कि बात नहीं बन रही है? किसानों ने बुधवार को जिस धमकी भरे अंदाज में बात की उसे देख कर हैरत हुई। क्योंकि जो डॉयलॉग अब तक राहुल गांधी रैलियों में बोल रहे थे और ट्विटर पर लिख रहे थे हू-ब-हू, शब्दश: वही डॉयलॉग किसान संगठनों के नेताओं के मुंह से निकले। जो बातें किसान नेताओं ने कहीं वही बातें राहुल गांधी और शरद पवार सहित पांच विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलने के बाद कही। कुल मिलाकर ऐसा लग रहा है कि जैसे 22 विरोधी दल मिलकर किसान संगठनों और सरकार के बीच टकराव चाहते हैं। एक बार फिर शाहीन बाग जैसे हालात बनाने की कोशिश हो रही है। एक बार फिर एंटी सीएए जैसा माहौल बनाने की तैयारी हो रही है। अब सवाल उठता है कि आखिर सरकार ने ऐसी कौन सी बात कह दी जिससे किसान संगठनों के नेता अचानक नाराज हो गए? वे बातचीत से पीछे हट गए और आर-पार की बात करने लगे। दरअसल, सरकार ने जो 21 पेज का प्रस्ताव किसान नेताओं को भेजा था उस प्रस्ताव के आने से पहले ही किसान संगठनों के नेता तय कर चुके थे कि अब आंदोलन का रास्ता ही अख्तियार करना है। अगर सरकार बात करती है तो मीटिंग से इंकार नहीं करेंगे लेकिन अब आंदोलन को देशभर में फैलाया जाएगा। ये बात मैं नहीं कह रहा हूं। ये खुलासा भी किसान संगठनों के नेताओं ने खुद ही किया। असल में मंगलवार शाम को ही सरकार की तरफ से किसान नेताओं को अनौपचारिक बातचीत का न्योता भेजा गया था। इस बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के साथ मीटिंग रखी गई। कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद थे। सरकार को उम्मीद ये थी कि किसान संगठनों से बातचीत करके कोई बीच का रास्ता निकल आएगा लेकिन किसान नेताओं ने बात शुरू होने से पहले ही कह दिया कि बातचीत का फायदा नहीं है क्योंकि वे कानून में संशोधन नहीं चाहते हैं। सरकार कानून ही वापस ले ले तभी बात बनेगी। इसके बाद भी सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों ने किसान नेताओं को समझाने की कोशिश की, मनाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी।असल में मंगलवार रात अमित शाह की मीटिंग सिर्फ 5-6 किसान संगठनों के नेताओं से होनी थी। ये वो लोग हैं जिनका ओपन माइंड (खुले विचार वाले) हैं और जो ये समझते हैं कि ये आंदोलन हमेशा तो नहीं चल सकता, इसलिए बीच का रास्ता निकालना चाहिए। ये किसान नेता प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अच्छी भावना रखते हैं। उन्होंने ये कहा भी है कि मोदी के बारे में कोई कुछ भी कह सकता है लेकिन ये नहीं कहा जा सकता कि वे किसानों के विरोधी हैं। इसीलिए उम्मीद थी कि इस मीटिंग में रास्ता निकलेगा, लेकिन जब बाकी नेताओं को पता चला तो उन्होंने इस मीटिंग में ऐसे लोगों को घुसा दिया जो सरकार के घोर विरोधी हैं। जिनके सामने खुलकर बात नहीं हो सकती। जो किसान नेता पॉजटिव माइंड (सकारात्मक सोच) के साथ बात करने आए थे वो भी चुप रहे। इसीलिए भले अभी रास्ता नहीं निकला है, लेकिन उम्मीद अभी भी बाकी है।केंद्र ने बुधवार को किसानों को भेजे गए अपने प्रस्ताव में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और एपीएमसी 'मंडियों' को जारी रखने के लिए लिखित आश्वासन देने का वादा किया। प्रस्ताव में कहा गया है कि सरकार मांग के मुताबिक किसानों को एमएसपी पर लिखित भरोसा देगी। एपीएमसी एक्ट में हुए बदलाव के कारण किसानों को लग रहा है कि प्राइवेट मंडियों के खुलने से पुराना मंडी सिस्टम खत्म हो जाएगा और किसान पूरी तरह प्राइवेट प्लेयर या कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे। सरकार ने किसानों को भरोसा दिया है कि मंडियां पहले की तरह चलती रहेंगी। किसानों को इस बात पर भी आपत्ति थी कि कानून के मुताबिक किसी प्राइवेट फर्म, कंपनी या व्यक्ति को किसानों की उपज खरीदने के लिए किसी तरह के लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी। सरकार ने किसानों की इस आपत्ति को भी दूर करने की कोशिश की। बुधवार को जो प्रस्ताव भेजा गया उसमें सरकार ने कहा कि कानून में रजिस्ट्रेशन का प्रावधान जोड़ा जाएगा। राज्य सरकारों को नई प्राइवेट मंडियों का रजिस्ट्रेशन का अधिकार दिया जाएगा और प्राइवेट मंडियों से टैक्स भी वसूला जाएगा। किसानों के मन में एक बड़ी आशंका अपनी जमीन को लेकर भी है। किसानों को लगता है कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के लिए सरकार की तरफ से जो प्रावधान किए गए हैं उनके जरिए बड़े कॉरपोरेट किसानों की जमीन पर कब्जा कर लेंगे। सरकार के प्रस्ताव में कहा गया है कि कोई कंपनी या व्यक्ति किसान के साथ जो करार करेगा उसमें किसान की जमीन की बिक्री, लीज या मार्टगेज करने का अधिकार किसी कंपनी को नहीं होगा। किसान के साथ करार करने वाली कंपनी किसान की जमीन पर किसी तरह का पक्का निर्माण नहीं कर सकती। अगर ये जरूरी है...तो करार खत्म होते ही उसे हटाना होगा।अगर तय वक्त में नहीं हटाया तो उसका मालिकाना हक किसान का होगा और किसान की जमीन पर या उस जमीन पर किए गए निर्माण पर कोई व्यक्ति या कंपनी किसी तरह का लोन नहीं ले सकेगी। किसान संगठन पराली जलाने को लेकर बने कानून को भी नरम करने की मांग कर रहे हैं। किसान चाहते हैं कि सरकार एयर क्वॉलिटी मैनेजमेंट आफ एनसीआर आर्डिनेंस, 2020 को खत्म करे। इस कानून के तहत पराली जलाने पर जुर्माने और आपराधिक कार्रवाई का प्रावधान है। सरकार की तरफ से किसानों को लिखित प्रस्ताव दिया गया है कि इस विधेयक को लेकर किसानों की आपत्तियों का हल निकाला जाएगा।केंद्र के प्रस्तावों को नामंजूर करते हुए किसान नेताओं ने अंबानी और अडानी ग्रुप के उत्पादों का बहिष्कार करने का आह्वान किया। इन लोगों ने बीजेपी के नेताओं का घेराव करने का भी ऐलान किया। ये बातें किसानों के आंदोलन का हिस्सा कैसे हो सकती हैं? ऐसा लग रहा है जैसे किसान आंदोलन नहीं सियासी आंदोलन हो रहा है। दरअसल, किसान आंदोलन में अब राजनीति घुस गई है। किसानों के आंदोलन को मोदी विरोधी नेताओं ने हाईजैक कर लिया है।असल में जिस वक्त किसान संगठनों की प्रेस कॉन्फेंस चल रही थी उसी वक्त राहुल गांधी (कांग्रेस), शरद पवार (एनसीपी), सीताराम येचुरी (सीपीएम), इलनगोवन (डीएमके) और डी राजा (सीपीआई) किसानों के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे। इन लोगों ने भी राष्ट्रपति से कृषि सुधार कानूनों पर रोक लगाने की मांग की। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद बाहर निकलने पर राहुल गांधी ने वही बातें कही जो किसान संगठनों के नेताओं ने कही थी। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने अडानी-अंबानी को फायदा पहुंचाने के लिए कानून बनाया। इस कानून को रद्द करने की जरूरत है। राहुल ने कहा कि मोदी को किसानों की ताकत का अंदाजा नहीं है, किसान डरने वाला नहीं है। जब तक कानून वापस नहीं लिया जाएगा तब तक किसान आंदोलन वापस नहीं लेंगे।मुझे हैरत इस बात पर नहीं हुई कि राहुल गांधी ने अंबानी-अडानी को किसानों का दुश्मन और मोदी का दोस्त बताया। आश्चर्य इस बात पर हुआ कि कुछ किसान संगठनों के नेता यही भाषा बोलते हुए सुनाई दिए। उन्होंने अंबानी-अडानी के प्रोडक्टस् का बहिष्कार करने की बात कही। राहुल गांधी का तो रिकॉर्ड है कि वे पिछले 6 साल से अंबानी-अडानी को ब्लेम कर रहे हैं। जब मोदी सरकार भूमि अधिग्रहण विधेयक लाई थी तो राहुल ने कहा था कि ये अंबानी-अडानी की सरकार है और किसानों की जमीन लेकर अंबानी-अडानी को दे दी जाएगी। उत्तर प्रदेश में जब विधानसभा के चुनाव हुए उससे पहले राहुल ने कहा कि नोटबंदी अंबानी-अडानी को फायदा देने के लिए करवाई गई है। लेकिन चुनाव में कांग्रेस की बुरी तरह हार हुई। जनता ने राहुल पर यकीन नहीं किया। राहुल गांधी ने उत्तराखंड की एक रैली में कहा था कि मोदी जी ने अंबानी-अडानी की जेब में लाखों -करोड़ों रुपए डाले। उस चुनाव में भी कांग्रेस हार गई। हरियाणा में चुनाव हुए तो राहुल ने कहा कि मोदी अंबानी-अडानी के लाउडस्पीकर बन गए हैं वहां भी कांग्रेस की हार हुई। राहुल लोकसभा चुनाव में बार-बार कहते थे कि मोदी जी ने अंबानी की जेब में 30 हजार करोड़ रुपए डाल दिए लेकिन चुनाव में वो बुरी तरह हारे। ऐसे कितने सारे उदाहरण दिए जा सकते हैं लेकिन राहुल गांधी ने अपनी जिद नहीं छोड़ी है। उनकी पार्टी के नेताओं ने भी कई बार उनको समझाया कि ऐसी बेसिर-पैर की बातों से पार्टी का नुकसान होता है। इसलिए किसान नेताओं को भी ये बात समझ लेनी चाहिए।कई लोग ऐसे हैं जो किसान संगठनों के नेताओं को समझा रहे हैं कि वो अड़े रहे तो सरकार को झुका सकते हैं। वो इन किसान नेताओं को बताते हैं कि पहले सरकार ने दिल्ली आने का रास्ता रोका लेकिन किसान अड़े रहे तो रास्ता खोल दिया। इसके बाद बुराड़ी में आने की शर्त रखी लेकिन किसान नहीं माने और अड़े रहे तो सरकार झुक गई। किसानों ने कहा कि बात करेंगे लेकिन शर्त नहीं होनी चाहिए। ये बात भी सरकार मान गई लेकिन मंगलवार को जब अमित शाह ने बात शुरू की तो किसान नेता अड़े रहे। हां या ना में जवाब मांगते रहे। इसके बाद भी सरकार ने अपनी तरफ से एक प्रस्ताव भेजा, ये सब दिखाकर कुछ लोग किसान नेताओं को समझा रहे हैं कि अड़े रहो, दबाव बनाओ, तुम जीत जाओगे। लेकिन अच्छी बात ये है कि इन किसान नेताओं के बीच ऐसे लोग भी हैं जो कह रहे हैं कि सरकार की सहानुभूति को सरकार की कमजोरी नहीं समझना चाहिए। इन लोगों ने कहा कि जब तक मेधा पाटकर और योगेन्द्र यादव जैसे प्रोफेशनल आंदोलनकारी किसानों के आंदोलन में बैठे रहेंगे तब तक कोई रास्ता निकलना मुश्किल है। (रजत शर्मा)देखें: ‘आज की बात, रजत शर्मा के साथ’ 09 दिसंबर, 2020 का पूरा एपिसोड /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = 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सड़क से नीचा हो गया था मकान, फर्श तोड़ने के लिए मारा हथौड़ा तो नजर आए...
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानीपत के शिवनगर में एक व्यक्ति ने दो साल पहले एक मकान खरीदा था। शिवनगर कॉलोनी में हाल ही में सड़क का निर्माण हुआ है, जिसके बाद इस मकान का फर्श सड़क से नीचा हो गया था। यहां फर्श को उठाने के लिए घर में काम चल रहा था।
पानीपत. हरियाणा के पानीपत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां के शिवनगर में एक घर में फर्श ऊंचा किया जाना था, इसके लिए हड़ौथे से पुराने फर्श को तोड़ने का काम शुरू ही किया गया था कि अचानक जमीन धंस गई। जमीन धंसने पर वहां काम कर रहे मजदूरों को तीन कंकाल दिखाई दी, जिसके बाद वहां मौजूद सभी लोगों के पैरों तले जमीन खिसक गई। तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी गई, जिसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। डीसीपी ने बातया कि कानूनी कार्रवाई की जा रही है।पढ़ें- ट्रेन से जम्मू पहुंच रहे लोगों का कोविड टेस्ट करने के लिए जम्मू रेलवे स्टेशन पर 25 टीम तैनातलोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पानीपत के शिवनगर में एक व्यक्ति ने दो साल पहले एक मकान खरीदा था। शिवनगर कॉलोनी में हाल ही में सड़क का निर्माण हुआ है, जिसके बाद इस मकान का फर्श सड़क से नीचा हो गया था। यहां फर्श को उठाने के लिए घर में काम चल रहा था। मंगलवार को दोपहर में करीब तीन बजे के करीब जब एक मजदूर ने फर्श पर हथौडा़ मारा तो उसे एक जगह पर फर्श खोखला मिला, यहां से चीटिंयां भी बाहर निकल रहीं थीं। यहां हथौड़ा मारते ही गड्ढ़ा हो गया और नर कंकाल दिखाई दिए।पढ़ें- किसानों को फिर दिल्ली में घुसना होगा और बैरिकेड तोड़ने होंगे- राकेश टिकैतबताया जा रहा है कि कंकाल पर हरे रंगा का कुर्ता था। मौके पर पहुंची पुलिस ने जरूरी कार्रवाई की है और ये भी पता किया है कि मकान किससे खरीदा गया था। यहां एफएसएल की टीम ने भी जांच की है, हालांकि अभी ये नहीं पता लग सका है कि तीनों कंकालों की उम्र कितनी होगी, हालांकि पुलिस द्वारा बताया गया है कि ये तीनों ही व्यस्क रहे होंगे लेकिन उम्र के बारे में सटीक जानकारी एसएफएल और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही दी जा सकेगी।पढ़ें- पेट्रोल के दाम से परेशान? अब मार्केट में आने वाला है 20 पैसे में एक किलोमीटर चलने वाला स्कूटर
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कोरोना महामारी के दौरान 80 करोड़ भारतीयों को मिला मुफ्त राशन : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पांच करोड़ लोगों को और देश में 80 करोड़ लोगों को कोरोना महामारी के पहली और दूसरी लहर के दौरान मुफ्त राशन प्रदान किया गया।
भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पिछले सौ साल में दुनिया पर आई सबसे भयंकर विपदा कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के दौरान सरकार ने 80 करोड़ भारतीयों को मुफ्त राशन मुहैया कराया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के मध्यप्रदेश के लाभार्थियों को वीडियो कान्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश में पांच करोड़ लोगों को और देश में 80 करोड़ लोगों को कोरोना महामारी के पहली और दूसरी लहर के दौरान मुफ्त राशन प्रदान किया गया। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के सतना, होशंगाबाद, बुरहानपुर और निवाड़ी के लाभार्थियों से सीधे बातचीत कर यह भी जाना कि उन्हें मुफ्त राशन मिला या नहीं अथवा राशन मिलने में किसी तरह की दिक्कत का सामना तो नहीं करना पड़ रहा है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने लोगों से अन्य योजनाओं से मिलने वाले लाभ को लेकर भी सवाल किए। मोदी ने कोरोना के खिलाफ देश में चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि शुक्रवार को देश में 50 करोड़ लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य हासिल किया जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। कोरोना काल में देश में गरीबों को मुफ्त राशन और शहरों से गांवों में वापस आए लोगों के लिए रोजगार योजनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ भारत ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने की अपनी रणनीति में गरीबों को पहली प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना हो या प्रधानमंत्री रोजगार योजना, हमने पहले दिन से ही गरीबों के भोजन और रोजगार के बारे में सोचा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इन सारे प्रबंधों के साथ भारत ने मेड इन इंडिया पर जोर लगाया। इसी कारण भारत के पास अपनी प्रभावी सुरक्षित वैक्सीन भी है। 50 करोड़ डोज लगाने के पड़ाव को हमने कल पार किया है। दुनिया के कई देशों की आबादी से अधिक टीके भारत एक सप्ताह में लगा रहा है। यह नये भारत का आत्मनिर्भर भारत है। कभी हम दुनिया में पीछे रहते थे लेकिन अब हम आगे हैं।’’ उन्होंने कहा कि आगे आने वाले दिनों में हमें देश में टीकाकरण को और बढ़ाना है। कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर से लोगों को सावधान करते हुए मोदी ने लोगों से कहा, ‘‘ आने वाले उत्सवों में हमें कोरोना को नहीं भूलना है तीसरी लहर को आने से रोकना है । इसके लिए हमें मिलकर काम करना है। उन्होंने कहा, ‘‘ मास्क, टीका, दो गज की दूरी, बहुत है जरुरी।’’ मोदी ने अपनी सरकार की वोकल फॉर लोकल पहल पर जोर देते हुए कहा कि भारतीयों को त्योहारों पर हस्तशिल्प की चीजें खरीदना चाहिए ताकि इस क्षेत्र में काम करने वालों को प्रोत्साहित किया जा सके।
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झगड़े के बाद पत्नी का सिर काटकर कोतवाली ले गया पति, पुलिस के सामने किया सरेंडर
बांदा जिले के बबेरू कस्बे में शुक्रवार सुबह अवैध संबंधों को लेकर हुए झगड़े में एक व्यक्ति ने धारदार हथियार से अपनी पत्नी का सिर काट दिया। इसके बाद पति कटा सिर लेकर कोतवाली पहुंचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।
बांदा (उप्र): जिले के बबेरू कस्बे में शुक्रवार सुबह अवैध संबंधों को लेकर हुए झगड़े में एक व्यक्ति ने धारदार हथियार से अपनी पत्नी का सिर काट दिया। इसके बाद पति कटा सिर लेकर कोतवाली पहुंचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार कटा सिर लेकर पति के कोतवाली जाते हुए किसी ने वीडियो भी बना लिया और इसे सोशल मीडिया पर भी डाल दिया है।अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) महेंद्र प्रताप सिंह चौहान ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे बबेरू कस्बे के नेता नगर मुहल्ले में अवैध संबंधों को लेकर चिन्नर यादव (38) और उसकी पत्नी विमला (35) के बीच झगड़ा हुआ। गुस्साए चिन्नर ने धारदार हथियार से पत्नी का सिर धड़ से अलग कर दिया और वह कटा सिर लेकर कोतवाली(थाने) पहुंचा और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।" उन्होंने बताया कि "पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया है और महिला का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा रहा है।"बबेरू कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक जयश्याम शुक्ला ने बताया कि "हत्यारोपी अपने हाथ में महिला का कटा सिर लेकर सरेआम बाजार से होता हुआ कोतवाली पहुंचा। इसका किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में भी वायरल किया है।" पुलिस ने बताया कि "हत्यारोपी पति चिन्नर यादव ने पूछताछ में बताया कि उसकी पत्नी के अवैध संबंध किसी और व्यक्ति से थे, इसलिए उसने वारदात को अंजाम दिया है।"
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https://www.indiatv.in/india/politics-pm-modi-attacks-mamata-banerjee-over-political-killings-in-west-bengal-753543
पीएम मोदी ने इशारों में मिशन बंगाल के दिए संकेत, कार्यकर्ताओं की हत्या पर उठाए सवाल
बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत हासिल होने के बाद बुधवार की शाम दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी जश्न मनाई गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, नितिन गडकरी समेत तमाम वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को बहुमत हासिल होने के बाद बुधवार की शाम दिल्ली के बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी जश्न मनाई गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, नितिन गडकरी समेत तमाम वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। नारों की गूंज के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत माता की जय के नारे के साथ अपने भाषण की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल की मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारकर और मुझे चुनौती देने वालों को जनता जवाब देगी। पीएम मोदी ने कहा कि मौत का खेल खेलने से लोकतंत्र कभी जीवित नहीं रहता। हमारे इरादों पर कोई शक नहीं कर सकता। हमारे प्रयासों के प्रति कोई निराश नहीं हो सकता। हम प्रयास करेंगे। हर एक के लिए, मां भारती की एक-एक संतान के लिए। चुनाव में मिलने वाले आशीर्वाद हमें काम करने की प्रेरणा देते हैं।वहीं बिहार चुनाव पर पीएम मोदी ने कहा, ''बिहार तो सबसे खास है। अगर आज आप मुझे बिहार के चुनाव नतीजों के बारे में पूछेंगे तो मेरा जवाब भी जनता के जनादेश की तरह साफ है- बिहार में सबका साथ-सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र की जीत हुई है। बिहार में विकास के कार्यों की जीत हुई है। बिहार में सच जीता है, विश्वास जीता है। बिहार का युवा जीता है, माताएं-बहनें-बेटियां जीती हैं।"पीएम मोदी ने कहा, ''बिहार का गरीब जीता है, किसान जीता है. ये बिहार की आकांक्षाओं की जीत है, बिहार के गौरव की जीत है। मैं बिहार के अपने भाइयों और बहनों से कहूंगा, आपने एक बार फिर सिद्ध किया है कि बिहार क्यों लोकतंत्र की ज़मीन कहा जाता है।''
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https://www.indiatv.in/india/national-police-officer-shot-dead-by-militant-in-srinagar-incident-caught-on-camera-813142
श्रीनगर में आतंकवादी ने पुलिसकर्मी की गोली मारकर हत्या की, घटना कैमरे में कैद
अधिकारियों ने बताया कि संबंधित अधिकारी की पहचान खानयार थाने के परिवीक्षाधीन (प्रोबेशनरी) उप निरीक्षक अर्शद अहमद के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई है और फुटेज में आतंकवादी खानयार बाजार में पीछे से बेहद करीब से अधिकारी को दो बार गोली मारते हुए दिखा है।
श्रीनगर: श्रीनगर के खानयार इलाके में रविवार को एक पुलिस अधिकारी को एक आतंकवादी ने बेहद करीब से गोली मार दी, जिसके बाद अस्पताल में उनकी मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आतंकवादी ने अधिकारी को गोली मारकर घायल कर दिया। घायल अधिकारी को सौरा के एसकेआईएमएस अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।अधिकारियों ने बताया कि यह घटना दोपहर करीब एक बजकर 35 मिनट पर हुई। अधिकारियों ने बताया कि संबंधित अधिकारी की पहचान खानयार थाने के परिवीक्षाधीन (प्रोबेशनरी) उप निरीक्षक अर्शद अहमद के रूप में हुई। उन्होंने बताया कि यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई है और फुटेज में आतंकवादी खानयार बाजार में पीछे से बेहद करीब से अधिकारी को दो बार गोली मारते हुए दिखा है। उन्होंने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावर को पकड़ने के लिए तलाश जारी है।
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https://www.indiatv.in/india/national/deep-sidhu-nri-friend-told-the-story-of-the-time-of-incident-to-the-police-may-help-in-investigation-2022-02-16-836013
Deep Sidhu: NRI दोस्त ने पुलिस को बताई घटना के समय की कहानी, जांच में मिल सकती है मदद
Deep Sidhu Death: दीप सिद्धू मामले में पुलिस ने FIR दर्ज कर ली है। फिलहाल इस मामले में हर पहलू पर जांच कर रही है। साथ ही सिद्धू की NRI दोस्त ने भी इससे जुड़ी कहानी बताई है।
किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर हुई घटना के बाद दीप सिद्धू चर्चा में आए थे। इसके बाद उनके खिलाफ कई सबूत भी पुलिस को मिले थे। सबूत के आधार पर दीप सिद्धू को गिरफ्तार कर लिया गया था। लेकिन बाद में उसे जमानत पर रिहा भी कर दिया गया था। इस बीच मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे में दीप सिद्धू की मौत हो गई। इस दौरान दीप सिद्धू के साथ उनकी एनआरआई दोस्त भी थी। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दीप सिद्धू और उसकी NRI दोस्त गुरुग्राम के होटल में रुके हुए थे। इसके बाद वह दिल्ली से बठिंडा की तरफ रवाना हुए थे। दीप ही अपनी स्कॉर्पियो कार ड्राइव कर रहा था। लेकिन अचानक 22 टायरों वाले ट्रक से टक्कर हो गई, जिसके बाद दीप सिद्धू को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जबकि उनकी दोस्त फिलहाल खतरे से बाहर है। NRI दोस्त से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि जब ये हादसा हुआ तो उसकी आंख लग गई थी। क्योंकि कार ड्राइविंग सीट की तरफ से भिड़ी थी तो दीप की मौत हो गई। पुलिस अभी इस मामले पर कुछ भी कहने से बच रही है क्योंकि अभी इसकी जांच की जा रही है। अभी तक मिली जानकारी के अनुसार, जिस ट्रक से स्कॉर्पियो कार की टक्कर हुई वह चल रहा था जबकि इससे पहले कहा गया था कि ट्रक रुका हुआ था।घटना के बाद घायल महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है यहां उसका इलाज भी चल रहा है। हादसे के बाद महिला ने अपने परिवार को इसकी जानकारी दी थी। लेकिन इससे पहले ही मौके पर मौजूद एंबुलेंस पहुंच गई थी। यहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया था और बाद में अस्पताल ले जाया गया था। फिलहाल अन्य पहलुओं पर भी चर्चा की जा रही है।
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https://www.indiatv.in/india/politics-shivsena-is-with-us-says-ncp-chief-sharad-pawar-795412
ठाकरे-मोदी मुलाकात के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल तेज, शरद पवार ने दिलाई बाल ठाकरे की याद
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस मुलाकात के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्‍यक्ष शरद पवार ने उम्‍मीद जताई है कि महाराष्‍ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिल्ली में मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस मुलाकात के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) अध्‍यक्ष शरद पवार ने उम्‍मीद जताई है कि महाराष्‍ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने सहयोगी दल शिवसेना की प्रशंसा करते हुए कहा कि उस पर भरोसा किया जा सकता है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की मंगलवार को नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और पवार की पिछले सप्ताह बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की पृष्ठभूमि में एनसीपी अध्यक्ष के ये बयान आये हैं। एनसीपी के 22वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए शरद पवार ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र विकास आघाड़ी (शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस) अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करेगा। उन्होंने संकेत दिया कि तीनों दल 2024 में होने वाले चुनाव साथ में लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि संशय पैदा किया जा रहा है कि राज्य सरकार कितने समय तक चल पाएगी। पवार ने कहा, ‘‘लेकिन शिवसेना ऐसा दल है जिस पर भरोसा किया जा सकता है। बालासाहब ठाकरे ने इंदिरा गांधी के प्रति अपने वचन का सम्मान किया था। सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी और अगले लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी।’’ पवार ने कहा, ‘‘हमने अलग-अलग विचारधाराओं वाले दलों की सरकार बनाई। हमने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन शिवसेना के साथ सरकार बनाएंगे क्योंकि हमने कभी मिलकर काम नहीं किया था। लेकिन अनुभव अच्छा है और तीनों दल कोविड-19 महामारी के दौरान मिलकर बेहतर काम कर रहे हैं।’’ये भी पढ़ें
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बीजेपी चीफ जेपी नड्डा ने कहा- पश्चिम बंगाल में डर का राज है, प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है
जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि ममता जी को पढ़ने-लिखने का शौक कम है, विवेकानंद के हिंदुत्व को नहीं समझती हैं।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर गुरुवार को कथित तौर पर TMC समर्थकों द्वारा हुए हमले को लेकर जेपी नड्डा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि बंगाल में डर का राज है। बंगाल में अराजकता, असहिष्णुता है। जेपी नड्डा ने ममता बनर्जी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि ममता जी को पढ़ने-लिखने का शौक कम है, विवेकानंद के हिंदुत्व को नहीं समझती हैं। ममता जी सुन लीजिए बीजेपी का कार्यकर्ता हर इलाके में जाएगा। ये घटना प्रजातंत्र के लिए घाटक है। बंगाल में प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है। नड्डा ने आगे कहा कि मेरे कई नाम ममता जी ने गिनाएं, ये ममता का संस्कार है बंगाली कल्चर ऐसा नहीं है। बंगाल में अंतिम संस्कार के दौरान भी रिश्वत देनी पड़ रही है।प. बंगाल में अपने काफिले के ऊपर हुए हमले पर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कहा कि ये घटना बंगाल के बारे में एक गलत धारणा बनाने के लिए प्रमाण के रूप में हमारे सामने आती है। साफ दिखता है कि यहां अराजकता है, असहिष्णुता है और पॉलिटिकल डिबेट के लिए कोई स्थान नहीं है। जो बंगाल विचारों के आदान-प्रदान के लिए जाना जाता रहा, बंगाल जिसने देश और दुनिया को दृष्टि दी... उस बंगाल में आज ममता सरकार ने जिस तरीके से राजनैतिक घटनाक्रम चलाया है ये अत्यंत घातक है। ये स्पष्ट बताता है कि असहिष्णुता-ममता का नाम है। मैं ममता जी को बताना चाहता हूं कि हमारा एक-एक कार्यकर्ता सभी निर्वाचन क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेगा, कमल खिलाएगा और विचारधारा के आदान-प्रदान से लोगों का दिल जीतेगा। बंगाल में बांग्लादेशी लोग बस रहे हैं, लेकिन राज्य के लोगों को भगाया जा रहा है: नड्डाभाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने गुरुवार को आरोप लगाया कि बांग्लादेश के लोग यहां आ रहे हैं और बस रहे हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस राज्य के निवासियों को भगा रही है। दक्षिण 24 परगना जिले में मछुआरा समुदाय के लोगों के साथ एक बैठक में नड्डा ने आरोप लगाया कि केंद्र द्वारा राज्य को भेजे जाने वाले अनाज को तृणमूल कांग्रेस के नेता हड़प जाते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टतम सरकारों में से एक यहां चल रही है। यह चाल (चावल) चोर की सरकार है।’’ नड्डा ने आरोप लगाया, ‘‘बांग्लादेश से लोग यहां आ रहे हैं और बस रहे हैं, जबकि पश्चिम बंगाल के निवासियों को तृणमूल कांग्रेस राज्य से बाहर भगा रही है।’’बंगाल में जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले को लेकर केंद्र ने बंगाल की ममता बनर्जी सरकार से रिपोर्ट मांगी है। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हमले की निंदा की और ट्विट कर कहा 'आज बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाये वो कम है।' शाह ने कहा कि केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा। नड्डा को अपेक्षित सुरक्षा नहीं दी : तोमर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि बुधवार को भी समाचार आया था कि जैसी सुरक्षा नड्डा जी को अपेक्षित थी वो उन्हें नहीं दी गई। सामान्यतः मतभिन्नता लोकतंत्र में स्वाभाविक है लेकिन ऐसी घटनाएं देखने को नहीं मिलती थी। इस घटना पर ममता बनर्जी सरकार की अनदेखी घोर निंदनीय है। मैं संबंधित लोगों पर कार्रवाई की मांग करता हूं।गौरतलब है कि, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल की दो दिवसीय यात्रा पर हैं। गुरुवार को वह दक्षिण 24 परगना जिले के डायमंड हार्बर के रास्ते में थे तभी उनके काफिले पर पत्थर फेंका गया। भाजपा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नड्डा के काफिले पर यह हमला उस वक्‍त हुआ जब वह पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करने डायमंड हार्बर जा रहे थे। हमले में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय समेत कई नेता घायल हुए हैं। इस घटना को लेकर भाजपा ने टीएमसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा के आला नेताओं ने ममता बनर्जी सरकार पर सवाल उठाए हैं। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने हालांकि आरोप लगाया कि पूरे प्रकरण को बीजेपी ने ही प्लान किया था। एक कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने दावा कि अगले साल भी टीएमसी की ही सरकार रहेगी और सवाल किया कि बाहर के लोग बंगाल चुनाव में क्यों आएंगे? ममता बनर्जी ने सवाल किया कि बंगाल चुनाव में बाहर के लोग क्यों आएंगे, बाहर के गुंडों को अटकाएं और बंगाल को बचाएं। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_2761212193 = {"file": "https://indiatv-vh.akamaihd.net/i/vod/0_7pskn7h4_,20,21,22,.mp4.csmil/master.m3u8","image": "https://thumbs.indiatvnews.com/vod/0_7pskn7h4_big_thumb.jpg","title": "जेपी नड्डा ने ममता दीदी पर साधा निशाना कहा - हमारे कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेंगे","height": "440px","width": "100%","aspectratio": "16:9","autostart": false,"controls": true,"mute": false,"volume": 100,"floating": false,"sharing": {"code": "","sites": ["facebook","twitter","email"]},"stretching": "exactfit","primary": "html5","hlshtml": true,"duration": 873,"advertising": {"client": "vast","autoplayadsmuted": true,"skipoffset": 5,"cuetext": "","skipmessage": "Skip ad in xx","skiptext": "SKIP","preloadAds": true,"schedule": [{"offset": "pre","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PreRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"},{"offset": "50%","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_MidRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator="},{"offset": "post","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PostRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"}]}}; var jwvidplayer_2761212193 = ''; jwsetup_2761212193(); function jwsetup_2761212193() {jwvidplayer_2761212193 = jwplayer("jwvidplayer_2761212193").setup(jwconfig_2761212193);jwvidplayer_2761212193.on('ready', function () { ns_.StreamingAnalytics.JWPlayer(jwvidplayer_2761212193, {publisherId: "20465327",labelmapping: "c2=\"20465327\", c3=\"India TV Hindi\", c4=\"null\", c6=\"null\", ns_st_mp=\"jwplayer\", ns_st_cl=\"0\", ns_st_ci=\"0_7pskn7h4\", ns_st_pr=\"जेपी नड्डा ने ममता दीदी पर साधा निशाना कहा - हमारे कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेंगे\", ns_st_sn=\"0\", ns_st_en=\"0\", ns_st_ep=\"जेपी नड्डा ने ममता दीदी पर साधा निशाना कहा - हमारे कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेंगे\", ns_st_ct=\"null\", ns_st_ge=\"News\", ns_st_st=\"जेपी नड्डा ने ममता दीदी पर साधा निशाना कहा - हमारे कार्यकर्ता सभी क्षेत्रों में जाकर भाजपा के लिए काम करेंगे\", ns_st_ce=\"0\", ns_st_ia=\"0\", ns_st_ddt=\"2020-12-10\", ns_st_tdt=\"2020-12-10\", ns_st_pu=\"India TV Hindi\", ns_st_cu=\"https://indiatv-vh.akamaihd.net/i/vod/0_7pskn7h4_,20,21,22,.mp4.csmil/master.m3u8\", ns_st_ty=\"video\"" });});jwvidplayer_2761212193.on('all', function (r) { if (jwvidplayer_2761212193.getState() == 'error' || jwvidplayer_2761212193.getState() == 'setupError') {jwvidplayer_2761212193.stop();jwvidplayer_2761212193.remove();jwvidplayer_2761212193 = '';jwsetup_2761212193();return; }});jwvidplayer_2761212193.on('error', function (t) { jwvidplayer_2761212193.stop(); jwvidplayer_2761212193.remove(); jwvidplayer_2761212193 = ''; jwsetup_2761212193(); return;});jwvidplayer_2761212193.on('mute', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('adPlay', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('adPause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('pause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('error', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('adBlock', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2761212193.on('adSkipped', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);}); }
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https://www.indiatv.in/india/national/rahul-gandhi-targets-modi-government-on-death-toll-of-farmers-in-kisan-andolan-and-covid-death-toll-india-825657
'सरकार के पास न किसानों की मौत का आंकड़ा न कोरोना से मौत का रिकॉर्ड', राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा
राहुल गांधी ने कहा कि कुछ दिन पहले सदन में एक सवाल पूछा गया कि क्या केंद्र सरकार 700 मृतक किसानों (किसान आंदोलन के दौरान हुई किसानों की मौत) को मुआवज़ा देगी या नहीं? इसका जवाब मिला कि उनके पास किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं था।
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कोरोना से मौत के आंकड़ों और किसान आंदोलन में किसानों के मौत के रिकॉर्ड को लेकर मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा। राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार हमसे लिस्ट ले सकती है, 700 किसान परिवारों को मुआवजा दे। मोदी सरकार मृत किसानों के परिवारों को कम से कम मुआवजा दे। राहुल गांधी ने पंजाब सरकार का हवाला देते हुए कहा कि 403 मृत किसानों के परिवार को पंजाब सरकार ने मुआवजा दिया। पंजाब सरकार के पास 403 मृत किसानों के नाम हैंराहुल गांधी ने कहा कि आज मैं किसानों की बात करना चाह रहा था, कुछ दिन पहले संसद में एक सवाल पूछा गया, सवाल था कि क्या केंद्र सरकार किसानों को मुआवजा जिन 700 किसान भाइयों की मृत्यु हुई है, उनको मुआवजा मिलेगा या नहीं, जवाब था कि हिंदुस्तान की सरकार के पास किसानों का कोई रिकॉर्ड नहीं है। रिकॉर्ड नहीं है तो मुआवजा किसका, हमने थोड़ा काम किया, पंजाब की सरकार के पास 403 नाम हैं, उनको हमने 5 लाख रुपए का मुआवजा दिया है और 152 लोगों को हमने नौकरी दी है बाकी को भी नौकरी देने वाले हैं। 700 में से 500 तो यहां हैं, ये तो लिस्ट है, बाकी जो बचे हैं वो पब्लिक रिकॉर्ड से हमारे पास हैं उसको वेरिफाई करके 700 लोगों को दे दे। राहुल गांधी ने कहा कि पीएम चाहें तो हम मृत किसानों के परिवार का फोन नंबर दे सकते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना में कितने लोग मरे, सरकार के पास कोई रिकॉर्ड नहीं। कारण ये है कि आप थोड़ा सा मुआवजा इन लोगों को नहीं देना चाहते हो। जब ये शहीद हुए, आपने संसद में 2 मिनट का मौन व्रत नहीं किया, यह गलत है, सरकार के पास रिकॉर्ड है और अगर वो चाहते हैं ये हमारी लिस्ट ले लें और 700 लोगों को मुआवजा दें।
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https://www.indiatv.in/india/national-delhi-4-more-arrested-for-burning-tractor-near-india-gate-744285
दिल्ली में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर जलाने के मामले में 4 और गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस ने हाल ही में संसद द्वारा पारित किए गए कृषि कानून के विरोध में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर जलाने की घटना के मामले में पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लों सहित चार और लोगों को गिरफ्तार किया है।
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने हाल ही में संसद द्वारा पारित किए गए कृषि कानून के विरोध में इंडिया गेट के पास ट्रैक्टर जलाने की घटना के मामले में पंजाब युवा कांग्रेस के अध्यक्ष बरिंदर सिंह ढिल्लों सहित चार और लोगों को गिरफ्तार किया है। जिन तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया है, वे हरीश पंवार और अब्राहम रॉय मणि (दोनों अखिल भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव) और एआईवाईसी के सचिव व पंजाब युवा कांग्रेस के प्रभारी बंटी (ऋषिकेश) शेल्के हैं। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में पहले छह लोगों को गिरफ्तार किया था।पुलिस के अनुसार, तिलक मार्ग पुलिस स्टेशन में कानून की विभिन्न धाराओं के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम के तहत गैर-जमानती धारा भी शामिल है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों पर आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 188, महामारी रोग अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।दिल्ली पुलिस के अनुसार, कृषि विधेयकों के विरोध में कथित रूप से पंजाब युवा कांग्रेस के लगभग 15-20 अज्ञात व्यक्ति सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में इंडिया गेट से कुछ दूरी पर ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और इसे आग के हवाले कर दिया। बाद में आग पर काबू पा लिया गया और ट्रैक्टर को पुलिस ने मौके से हटा दिया।
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-finance-company-hijack-private-bus-along-with-34-passengers-734557
फाइनेंस कंपनी ने यात्रियों सहित बस को किया हाईजैक, सभी यात्री सुरक्षित
ताज नगरी आगरा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारियों ने सवारियों से भरी एक बस को हाईजैक कर लिया। बस हाईजैक की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। यह बस गुरुग्राम से मध्य प्रदेश जा रही थी।
लखनऊ: ताज नगरी आगरा से एक बड़ी खबर सामने आई है। यहां फाइनेंस कम्पनी के कर्मचारियों ने सवारियों से भरी एक बस को हाईजैक कर लिया। बस हाईजैक की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। यह बस गुरुग्राम से मध्य प्रदेश जा रही थी। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि गाड़ी फ़ाइनेंस कंपनी वाले ले गए और ड्राइवर-कंडक्टर को पैसा देकर छोड़ते हुए कहा कि सवारियों को वो गंतव्य तक छोड़ देंगे। उन्होंने बताया कि बस मालिक का कल देहांत हुआ था और वह किश्त नहीं दे पा रहा था।आगरा पुलिस ने बताया कि 3 लोगों ने सूचना दी थी कि बस ग्वालियर की है। बस का नंबर यूपी 75एम 3516 है। ये बस गुरुग्राम से जा रही थी तभी बीच में फाइनेंस कंपनी के लोगों द्वारा ओवरटेक करके कब्जे में ले लिया गया। जिन 3 लोगों ने इसकी जानकारी दी है उन्हें फाइनेंस कंपनी के लोगों ने बीच में छोड़ा था।पुलिस ने बताया कि बस का स्टाफ और सभी यात्री सुरक्षित हैं, लेकिन फाइनेंस कंपनी ने गैर कानूनी तरीके से बस को उठाया है। पुलिस के मुताबिक बस मालिक की मंगलवार को मृत्यु हो गई थी और मालिक का पुत्र अपने पिता के अंतिम संस्कार में लगा हुआ था। फाइनेंस कंपनी ने यही मौका देखते हुए बस को बीच रास्ते में रोककर सीज कर लिया।
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-hathras-rape-victim-brother-blame-dm-for-threatening-him-744966
Hathras Rape Case: डीएम साहब ने कहा "बॉडी देखकर 4 दिन तक खाना नहीं खा पाओगे", पीड़िता के भाई ने की बर्खास्तगी की मांग
इंडिया टीवी की टीम परिवार वालों से मिली तो उन्होंने न सिर्फ पिछले तीन दिनों की बंदिश की आपबीती सुनाई
हाथरस: उत्तर प्रदेश प्रशासन ने आखिरकार हाथरस में मीडिया को जाने की अनुमति दे दी है। यह अनुमति मीडिया को परिवार वालों से मिलने के लिए दी गई है। इससे पहले मीडिया के वहां जाने पर बैन लगा दिया गया है। आज जब इंडिया टीवी की टीम परिवार वालों से मिली तो उन्होंने न सिर्फ पिछले तीन दिनों की बंदिश की आपबीती सुनाई, बल्कि प्रशासन पर गंभीर आरोप भी लगाए। पीड़िता के भाई ने कहा कि प्रशासन लगातार उन्हें धमका रहा था। भाई ने डीएम और एसडीएम को बर्खास्त करने की मांग की। बहन का अंतिम दर्शन न कर कर पाने का मलाल लिए पीड़िता के भाई ने बताया कि जब डीएम साहब परिवार से मिलने पहुंचे तो परिवार ने शव न देख पाने की शिकायत की। इस पर डीएम साहब ने बोला कि आप लोग पोस्टमार्टम का मतलब जानते भी हो क्या। पोस्टमार्टम के बाद शव इस तरह क्षत विक्षत हो जाता है कि आप उसे देखकर 4 दिन तक खाना न खा पाते। उसने कहा कि हमें 20 दिन खाना न खाना स्वीकार था ​लेकिन बहन को न देख पाना गलत था। भाई ने कहा कि हिंदू रीतिरिवाज में घी डालकर शव जलाते हैं, लेकिन प्रशासन ने पेट्रोल डालकर शव जला दिया। अधिकारियों ने पिता पर दबाव डालकर उनसे मुआवजे पर हस्ताक्षर करा लिए। पूरे गांव में पुलिस का डेरा था। हम बेहद घबराए हुए थे। पुलिस वालों ने कहा कि हम डीएम साहब के आर्डर का पालन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूरे गांव में 150 से ज्यादा पुलिस वाले मौजूद हैं।
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https://www.indiatv.in/india/national/rahul-gandhi-uttar-pradesh-government-gives-sticks-to-those-seeking-employment-825875
रोजगार मांगने वालों को लाठियां देती है उत्तर प्रदेश सरकार: राहुल गांधी
ऐसी जानकारी आई थी कि लखनऊ पुलिस ने शनिवार शाम को ‘कैंडललाइट मार्च’ निकाल रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर लाठियां चलाईं हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने लखनऊ में प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर पुलिस के लाठीचार्ज की खबरों को लेकर रविवार को उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा और कहा कि रोजगार मांगने वालों को यह सरकार लाठियों से पीटती है। राहुल गांधी ने कहा कि जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) वोट मांगने आए तो जनता इसे याद रखे। ऐसी जानकारी आई थी कि लखनऊ पुलिस ने शनिवार शाम को ‘कैंडललाइट मार्च’ निकाल रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर लाठियां चलाईं हैं। जानकारी के अनुसार, प्रदर्शनकारी 2019 में हुई उत्तर प्रदेश शिक्षक प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर मार्च निकाल रहे थे। इसके आधार पर ही राहुल गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा है।राहुल गांधी ने घटना का कथित वीडियो साझा करते हुए हिंदी में ट्वीट किया, ‘‘रोज़गार मांगने वालों को उत्तर प्रदेश सरकार ने लाठियां दीं। जब भाजपा वोट मांगने आए तो याद रखना।’’वहीं, राहुल गांधी के अलावा उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने भी इस घटना को लेकर ट्वीट किया और सरकार से प्रदर्शन कर रहे युवाओं की जल्द मांग मान लेने पर विचार करन के लिए कहा है।मायावती ने ट्वीट में कहा, 'यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय। सरकार इनकी जायज़ माँगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह माँग।'
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https://www.indiatv.in/india/national-pm-modi-spoke-to-his-bhutanese-counterpart-lotte-tshering-789823
PM मोदी ने अपने भूटानी समकक्ष लोटे शेरिंग से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने भूटानी समकक्ष लोटे शेरिंग से बात की और इस दौरान पड़ोसी देश की सरकार ने कोविड-19 महामारी की ताजा लहर से जूझ रहे भारत के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अपने भूटानी समकक्ष लोटे शेरिंग से बात की और इस दौरान पड़ोसी देश की सरकार ने कोविड-19 महामारी की ताजा लहर से जूझ रहे भारत के प्रति एकजुटता प्रदर्शित की। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि टेलीफोन से हुई इस वार्ता के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने संकट के समय में भारत का सहयोग करने के लिए भूटान को धन्यवाद दिया। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भूटान के प्रधानमंत्री और मेरे मित्र लोटे शेरिंग के साथ कोविड महामारी की स्थिति पर चर्चा की और वहां के लोगों व नेताओं द्वारा एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए आभार जताया। भारत और भूटान की दोस्ती वास्तव में विशेष हैं और दोनों देश मिलकर इस संकट का मुकाबला करेंगे।’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड-19 के खिलाफ जंग में बेहतर प्रबंधन के लिए भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्येल के नेतृत्व की सराहना की और महामारी के खिलाफ किये जाने वाले प्रयासों के लिए शेरिंग को शुभकामनाएं भी दीं। बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने वर्तमान संकट की स्थिति के मद्देनजर सहमति जताई कि भारत और भूटान के बीच विशेष मैत्री को और बढ़ावा दिया जा सकता है।बयान के मुताबिक, ‘‘दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण सम्बंध आपसी समझ, आपसी सम्मान, साझा सांस्कृतिक विरासत और लोगों के बीच सौहार्द पर आधारित हैं।’’
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https://www.indiatv.in/india/national-congress-samajwadi-party-bsp-trying-to-woo-brahmins-in-name-of-parshuram-after-vikas-dubey-encounter-732522
क्या बढ़ेंगी योगी की मुश्किलें? विकास दुबे एनकाउंटर के बाद जोर पकड़ने लगी है 'परशुराम' के नाम पर राजनीति
यूपी में भगवान परशुराम को लेकर सियासत जोर पकड़ने लगी है। अब यूपी कांग्रेस की तरफ से परशुराम जयंती पर छुट्टी बहाल करने की मांग की गई है।
लखनऊ. यूपी में भगवान परशुराम को लेकर सियासत जोर पकड़ने लगी है। समाजवादी पार्टी द्वारा लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा के बाद अब यूपी कांग्रेस की तरफ से परशुराम जयंती पर छुट्टी बहाल करने की मांग की गई है। समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान परशुराम जयंती पर छुट्टी घोषित की गई थी लेकिन बाद में योगी सरकार ने राज्य में महापुरुषों की जयंती पर होने वाली छुट्टियों को रद्द कर उस दिन उन्हें याद करने के लिए कार्यक्रम करने के निर्देश दिए थे।कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने सीएम योगी को पत्र लिख कहा, "भगवान परशुराम विष्णु जी की छठे अवतार हैं, जिस वजह से वो ब्राह्मण समाज की आस्था के प्रतीक हैं। अबतक ब्राह्मण समाज की आस्था के प्रतीक के भगवान परशुराम जी की जयंती पर हर साल राजकीय अवकाश होता रहा है लेकिन आपकी सरकार ने इस निरस्त कर दिया है, जिससे ब्राह्मण समाज में आक्रोश है।"पढ़ें- गुल खिलाएगी पायलट की राहुल से मुलाकात? बदला जा सकता है राजस्थान का सीएम- सूत्रइससे पहले समाजवादी पार्टी ने घोषणा की थी कि वो लखनऊ में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करेगी और एक शैक्षिक अनुसंधान केंद्र के अलावा एक भव्य मंदिर भी बनाया जाएगा। समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा ने कहा कि अभी परियोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है और 'परशुराम चेतना पीठ' परियोजना की देखरेख करेगा जो कि जनसहयोग के माध्यम से पूरा होगा।उन्होंने कहा, "मैं सपा का हिस्सा हूं और यह स्पष्ट है कि पार्टी परियोजना का एक हिस्सा है। दावों के विपरीत, सपा ब्राह्मण समुदाय से विमुख नहीं है। वह अखिलेश यादव सरकार थी, जिसने परशुराम जयंती पर अवकाश घोषित किया था और इसे बाद में योगी आदित्यनाथ सरकार ने रद्द कर दिया था।" मिश्रा ने कहा कि वह अखिलेश सरकार ही थी, जिसने लखनऊ में जनेश्वर मिश्र पार्क का निर्माण किया था और पार्क में ब्राह्मण नेता की बड़ी से बड़ी प्रतिमा स्थापित की थी।पढ़ें- Sushant Singh Rajput Case: संजय राउत, आदित्य ठाकरे का नार्को टेस्ट करे CBI- BJPविकास दुबे एनकांउटर के बाद ब्राह्मणों को लुभाने के लिए शुरू हुई राजनीति में बसपा भी पीछे नहीं है। मायावती ने रविवार को घोषणा की कि जब उनकी पार्टी सत्ता में आएगी, तो वह परशुराम की 'बड़ी' प्रतिमा स्थापित करेगी। उन्होंने कहा, अगर सपा को परशुराम की चिंता है, तो उन्हें सत्ता में रहते हुए उनकी मूर्ति स्थापित करनी चाहिए थी।With inputs from IANS
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https://www.indiatv.in/india/national-goa-corona-curfew-extended-till-july-19-801257
गोवा में 19 जुलाई तक बढ़ाया गया कर्फ्यू, कुछ रियायतें भी दी गईं
गोवा सरकार ने रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू राज्यव्यापी कर्फ्यू को 19 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की, लेकिन साथ ही कुछ रियायतें देते हुए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ जिम को खोलने की अनुमति भी प्रदान कर दी।
पणजी: गोवा सरकार ने रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू राज्यव्यापी कर्फ्यू को 19 जुलाई तक बढ़ाने की घोषणा की, लेकिन साथ ही कुछ रियायतें देते हुए 50 प्रतिशत क्षमता के साथ जिम को खोलने की अनुमति भी प्रदान कर दी। राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह सामाजिक, राजनीतिक, सांस्कृतिक समारोहों, विवाह और अन्य सभाओं को 100 लोगों के साथ अथवा आयोजन स्थल की क्षमता के 50 प्रतिशत तक खोलने की अनुमति प्रदान की थी। गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक ट्वीट कर कहा, “राज्यव्यापी कर्फ्यू को 19 जुलाई 2021 सुबह सात बजे तक बढ़ाया जाएगा, इस दौरान 50 प्रतिशत क्षमता के साथ जिम, दर्शकों के बिना खेल परिसरों के अलावा 15 व्यक्तियों के साथ धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी।" इस बीच, गोवा में रविवार को कोविड-19 के 131 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,68,716 हो गयी जबकि दो और मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 3097 पर पहुंच गयी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। गोवा में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 241 मरीजों के संक्रमण मुक्त होने से राज्य में इस जानलेवा वायरस को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 1,63,771 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक गोवा में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1848 हो गयी है।
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https://www.indiatv.in/india/politics-farmers-show-black-flags-to-navjot-sidhu-for-his-thirsty-walks-to-the-well-remarks-803996
‘प्यासा कुएं तक जाता है’, सिद्धू के बयान पर खफा किसानों ने दिखाए काले झंडे
किसानों के एक समूह ने पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को रूपनगर में शनिवार को काले झंडे दिखाए। सिद्धू रूपनगर में एक गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे थे।
रूपनगर: किसानों के एक समूह ने पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को रूपनगर में शनिवार को काले झंडे दिखाए। सिद्धू रूपनगर में एक गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे थे। प्रदर्शनकारियों ने सिद्धू के खिलाफ उनकी ‘प्यासा कुंए तक जाता है’ टिप्पणी के लिए नारे लगाए। शुक्रवार को चंडीगढ़ में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने के दौरान उन्होंने अपने संबोधन के दौरान यह टिप्पणी की थी। सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी को गलत समझा गया है और गलत परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत किया गया है।‘प्यासा कुएं तक जाता है, कुआं प्यासे के पास नहीं जाता है’कांग्रेस नेता ने कहा कि वह किसानों का बहुत सम्मान करते हैं और दिल और आत्मा से उनका समर्थन करते हैं। शुक्रवार को सिद्धू ने कहा था, ‘मैं किसान मोर्चा के लोगों, मेरे बड़ों (किसानों) से कहता हूं कि प्यासा कुएं तक जाता है। कुआं प्यासे के पास नहीं जाता है। मैं आज आपको (किसानों को) आमंत्रित करता हूं। मै आपसे मिलना चाहता हूं।’ इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) ने सिद्धू की टिप्पणी पर आपत्ति जताई और कहा कि इससे ‘अहंकार की गंध आती है।’‘सिद्धू ने किसानों के पक्ष में खड़े होने के लिए शर्त रखी’आम आदमी पार्टी की प्रदेश किसान इकाई के प्रमुख एवं विधायक कुलतार सिंह संधवानी ने एक बयान में कहा, ‘यह अफसोस की बात है कि एक ओर नवजोत सिद्धू ने अपने अहंकार को मारने की घोषणा की और दूसरी ओर, किसानों के पक्ष में खड़े होने के लिए उन्होंने यह भी शर्त रखी कि प्यासे (किसानों) को कुएं (सिद्धू) के पास आना होगा क्योंकि कुआं प्यासे के पास नहीं जाता है।’ संधवान ने सिद्धू से अपील की कि वह अपनी टिप्पणी के लिए तुरंत माफी मांगें क्योंकि किसान देश के ‘अन्नदाता’ हैं।‘किसान जहां भी बुलाएंगे हम उनसे मिलने नंगे पांव जाएंगे’सिद्धू ने चमकौर साहिब में शनिवार को कहा कि उनके लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ‘जीत’ शीर्ष प्राथमिकता है और केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान जहां भी उन्हें बुलाएंगे उनसे मिलने वह ‘नंगे पांव’ जाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों का संघ है। किसान पिछले वर्ष नवंबर से ही कानूनों को वापस लेने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-lakhmipur-kheri-case-lucknow-police-blocks-akhilesh-yadav-residence-road-by-parking-truck-817116
लखीमपुर खीरी मामला: अखिलेश को रोकने के लिए पुलिस ने सड़क पर लगाया ट्रक
लखनऊ पुलिस द्वारा सड़क पर ट्रक इस तरह से खड़ा किया गया है कि कोई भी वाहन सड़क से न गुजर सके। इस बीच अखिलेश यादव के घर के बाहर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुटना भी शुरू कर दिया है।
लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ने आज लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान किया हुआ है। लखनऊ प्रशासन ने अखिलेश को रोकने के लिए न सिर्फ उनके विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ है बल्कि बीच सड़क पर ट्रक भी खड़ा कर दिया है। लखनऊ पुलिस द्वारा सड़क पर ट्रक इस तरह से खड़ा किया गया है कि कोई भी वाहन सड़क से न गुजर सके। इस बीच अखिलेश यादव के घर के बाहर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुटना भी शुरू कर दिया है।प्रियंका गांधी को रास्ते से हिरासत में लियालखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में कई किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद सोमवार तड़के मौके पर जा रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को रास्ते में सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बताया कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा सहित कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे। तभी तड़के करीब पांच बजे रास्ते में उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया।लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को ने आज लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान किया हुआ है। लखनऊ प्रशासन ने अखिलेश को रोकने के लिए न सिर्फ उनके विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया हुआ है बल्कि बीच सड़क पर ट्रक भी खड़ा कर दिया है। लखनऊ पुलिस द्वारा सड़क पर ट्रक इस तरह से खड़ा किया गया है कि कोई भी वाहन सड़क से न गुजर सके। इस बीच अखिलेश यादव के घर के बाहर बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जुटना भी शुरू कर दिया है।प्रियंका गांधी को रास्ते से हिरासत में लियाउन्होंने पुलिसकर्मियों पर प्रियंका गांधी से धक्का-मुक्की करने का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दुख-दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है।उधर, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने पुलिस प्रशासन पर लखीमपुर खीरी जाने से रोकने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन ने उन्हें नोटिस थमाया है जिसमें कहा गया है कि कानून व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर वह लखीमपुर खीरी नहीं जा सकते। लिहाजा उन्होंने सोमवार को वहां जाने का इरादा छोड़ दिया है। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को भी देर रात लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया गया है।
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https://www.indiatv.in/india/national-17-pilots-of-air-india-indigo-vistara-died-of-covid-in-may-sources-794169
मई में एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तार एयरलाइन के कुल 17 पायलटों की कोविड के कारण हुई मौत
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान मई में एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तार एयरलाइन के कुल 17 पायलटों की महामारी के कारण मौत हो गई।
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप के दौरान मई में एयर इंडिया, इंडिगो और विस्तार एयरलाइन के कुल 17 पायलटों की महामारी के कारण मौत हो गई। विमानन क्षेत्र के सूत्रों ने बृहस्पतिवार को बताया कि इंडिगो के 10 और विस्तार के दो पायलटों की मौत हुई है। एयर इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि उसके पांच वरिष्ठ पायलटों की कोविड के कारण मौत हुई है जिनमें कैप्टन हर्ष तिवारी, कैप्टन जीपीएस गिल, कैप्टन प्रसाद कर्माकर, कैप्टन संदीप राणा और कैप्टन अमितेश प्रसाद शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि अबतक एयर एशिया इंडिया के किसी पायलट की कोविड-19 की वजह से मौत नहीं हुई है।एयर इंडिया और विस्तार ने इस मामले में पीटीआई-भाषा के सवालों का जवाब नहीं दिया। इंडिगो ने पायलटों की मौत पर कुछ नहीं कहा। कंपनी ने कहा कि कुल 35,000 पात्र कर्मचारियों में से लगभग 20,000 कर्मचारियों को टीके की पहली खुराक दी गई है। पीटीआई-भाषा को भेजे बयान में इंडियो के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं मानव संसाधन प्रमुख राज राघवन ने कहा कि वे जून के मध्य तक सभी कर्मचारियों को टीका लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सूत्रों ने बताया कि इंडिगो के पास एक मजबूत कल्याण योजना और परोपकारी नीति है और हर मृत पायलट के परिवार को पांच करोड़ रुपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि महामारी की पहली लहर में इंडिगो के चंद पायलट संक्रमित हुए थे जबकि दूसरी लहर में लगभग 450 पायलट कोविड से बीमार पड़े।विस्तार और एयर एशिया इंडिया जैसी निजी विमानन कंपनियां अब तक अपने क्रमश: 99 और 96 फीसदी पात्र कर्मियों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगा चुकी हैं। जिन लोगों का कोविड-19 का इलाज चल रहा है या जो कोरोना वायरस के संक्रमण से उबर चुके हैं, उन्हें टीकाकरण का पात्र नहीं माना जा रहा है। इस बीच, एयर इंडिया ने टीकों की अनुपलब्धता के कारण देरी के बाद 15 मई से अपने कर्मचारियों का टीकाकरण शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि एयर इंडिया ने चार मई को कहा था कि वह अपने सभी कर्मचारियों को महीने के अंत तक कोविड रोधी टीका लगाएगी क्योंकि पायलटों के एक संघ ने प्राथमिकता के आधार पर उड़ान चालक दल के सदस्यों के टीकाकरण की मांग की थी।छह दिन बाद, कंपनी ने अपने कर्मचारियों को बताया था कि वह टीकों की "अनुपलब्धता" के कारण 11 मई और 13 मई को दिल्ली हवाई अड्डे पर उनके लिए कोविड-19 टीकाकरण शिविर आयोजित नहीं कर पाएगी। कंपनी ने कहा, ‘‘सरकारी अधिकारियों से टीके की उपलब्धता की पुष्टि होने के बाद नयी तारीख की जानकारी दी जाएगी। गो फर्स्ट (पूर्व में गो एयर) और स्पाइस जेट ने ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा कोविड-19 की वजह से किसी पायलट की मौत संबंधी जानकारी पर कोई जवाब नहीं दिया। एयर इंडिया के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि टीकों की अनुपलब्धता के कारण कर्मचारियों के लिए कंपनी का टीकाकरण शिविर 15 मई से शुरू हुआ। एयर एशिया इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि उसने अपने 96 प्रतिशत कर्मचारियों का टीकाकरण कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम जल्द शत प्रतिशत कर्मचारियों (उन्हें छोड़कर जिन्हें चिकित्सा संबंधी परेशानी है या हाल में जिन्हें कोविड-19 हुआ था) का टीकाकरण कर देंगे।
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https://www.indiatv.in/india/national/prime-minister-narendra-modi-parliamentary-party-meeting-told-dynasty-the-enemy-of-democracy-2022-03-15-839754
बीजेपी नेताओं को प्रधानमंत्री मोदी की खरी-खरी, परिवारवाद को बताया लोकतंत्र का दुश्मन
संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने परिवारवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। पीएम मोदी ने कहा कि हालिया चुनावी नतीजों ने साबित कर दिया कि ये परिवारवाद के खिलाफ जनादेश है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसदीय दल ने चार राज्यों के विधानसभा चुनावों में जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी करने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा का मंगलवार को जोरदार अभिनंदन किया। संसदीय दल की बैठक की शुरुआत में महान गायिका लता मंगेशकर के सम्मान में दो मिनट का मौन रखा गया। मंगेशकर का छह फरवरी को निधन हो गया था। बैठक में युद्धग्रस्त यूक्रेन में गोलीबारी में मारे गए भारतीय छात्र नवीन शेखरप्पा और कर्नाटक में हिजाब विवाद के दौरान मारे गए बजरंग दल के कार्यकर्ता हर्ष को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में भाजपा ने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा की सत्ता में फिर से वापसी की। पंजाब में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिला।इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीजेपी नेताओं को जीत का मंत्र भी दिया। संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने परिवारवाद को लोकतंत्र का सबसे बड़ा दुश्मन बताया। पीएम मोदी ने कहा कि हालिया चुनावी नतीजों ने साबित कर दिया कि ये परिवारवाद के खिलाफ जनादेश है। पीएम मोदी ने कहा कि अगर किसी की उम्मीदवारी खारिज हुई तो यह मेरी जिम्मेदारी है। यूक्रेन से निकासी पर जानकारी दी। सांसदों को संदेश दिया कि पार्टी में पारिवारिक राजनीति की अनुमति नहीं होगी, अन्य पार्टियों में वंशवाद की राजनीति के खिलाफ लड़ा जाएगा।संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद की प्रमुख घटनाओं, हस्तियों पर फिल्म बनना चाहिए, जैसे कश्मीर फाइल्स बनी है। इससे लोगों को सच्चाई पता चलती है और ये समझ आता है कि किस घटना के लिए कौन जिम्मेदार था और उन लोगों के कारनामे लोगों के सामने भी आना चाहिए, अगर किसी ने कुछ गलत किया हो तो जिन्होंने अच्छा किए उसके बारे में भी लोगों को पता रहना चाहिए।
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https://www.indiatv.in/india/national-ken-betwa-link-project-benefits-bundelkhand-panna-tiger-reserve-779858
केन-बेतवा लिंक परियोजना पर आज हस्ताक्षर करेंगे यूपी और एमपी, दोनों राज्यों के लोगों को होगा फायदा
Ken Betwa Link Project: इस महत्वकांक्षी परियोजना के तहत यूपी की बेतवा और एमपी के केद नदी को लिंक किया जाना है। इसे बनाने में 45 हजार करोड़ रुपये की अनुमानित राशि खर्च होने की बात कही जा रही है, जिसमें से 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार देगी। परियोजना के तहत एमपी की केन नदी से यूपी की बेतवा नदी तक पानी पहुंचाया जाएगा।
नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आज पीएम नरेंद्र मोदी की पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केन-बेतवा इंटरलिंकिंग परियोजना पर हस्ताक्षर करेंगे। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आज (सोमवार) विश्व जल दिवस पर केंद्र के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे ताकि इस महत्वकांशी परियोजना की शुरुआत हो सके। पीएम नरेंद्र मोदी इस दौरान 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' की भी शुरुआत करेंगे। केंद्र, इस आठ महीने के राष्ट्रव्यापी अभियान के माध्यम से, लोगों की भागीदारी के माध्यम से जमीनी स्तर पर जल संरक्षण लेना चाहता है।पढ़ें- किसानों तक सीधे पहुंचे MSP का पूरा फायदा, यूपी सहित कई राज्यों ने उठाया ये कदमक्या है केन-बेतवा लिंक परियोजनाइस महत्वकांक्षी परियोजना के तहत यूपी की बेतवा और एमपी के केद नदी को लिंक किया जाना है। इसे बनाने में 45 हजार करोड़ रुपये की अनुमानित राशि खर्च होने की बात कही जा रही है, जिसमें से 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार देगी। परियोजना के तहत एमपी की केन नदी से यूपी की बेतवा नदी तक पानी पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एक डैम बनाया जाएगा और नजर के जरिए दोनों नदियों को जोड़ा जाएगा।नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आज पीएम नरेंद्र मोदी की पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में केन-बेतवा इंटरलिंकिंग परियोजना पर हस्ताक्षर करेंगे। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री आज (सोमवार) विश्व जल दिवस पर केंद्र के साथ एक त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे ताकि इस महत्वकांशी परियोजना की शुरुआत हो सके। पीएम नरेंद्र मोदी इस दौरान 'जल शक्ति अभियान: कैच द रेन' की भी शुरुआत करेंगे। केंद्र, इस आठ महीने के राष्ट्रव्यापी अभियान के माध्यम से, लोगों की भागीदारी के माध्यम से जमीनी स्तर पर जल संरक्षण लेना चाहता है।पढ़ें- किसानों तक सीधे पहुंचे MSP का पूरा फायदा, यूपी सहित कई राज्यों ने उठाया ये कदमक्या है केन-बेतवा लिंक परियोजनापढ़ें- आलू के दाम घटकर 5-6 रुपये प्रति किलो पर, किसानों के लिए लागत निकालना हुआ मुश्किलक्या है केन बेतवा लिंक परियोजना के फायदेइस परियोजना से यूपी और एमपी में बंटे बुंदेलखंड के एक बड़े इलाके को फायदा होगा। सूखे की मार झेलने वाले इस इलाके को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। यूपी और एमपी की हजारों हेक्टर कृषि भूमि के अलावा बड़ी आबादी को पीने का पानी भी मिलेगा। इन परियोजना से यूपी के बांदा, महोबा, झांसी, ललितपुर और एमपी के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर दामोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को फायदा होगा।पढ़ें- झारखंड: अब स्ट्रॉबेरी की खेती में किसान आजमा रहे हाथ, बढ़ रही आमदनीक्यों लगा इस परियोजना में समयपूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का नदियों को आपस में जोड़ने का सपना था। इस सपने पर कुछ समय के लिए ब्रेक लग गया था लेकिन अब उनके इस सपने पर तेज गति से काम हो रहा है। केन-बेतवा लिंक परियोजना 2010 से पहले की है। इस योजना में समय लगने की बड़ी वजह यूपी और एमपी के बीच का विवाद रहा। एमपी को इस योजना से 2650 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी मिलना है, जबकि यूपी को 1700 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी दिया जाएगा। हालांकि यूपी सरकार की तरफ से ज्यादा पानी की मांग की जा रही थी।पढ़ें- जब तक कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा: राकेश टिकैतइलरे अलावा पन्ना टाइगर रिजर्व का कुछ हिस्सा इस परियोजना से प्रभावित होना है, जिसेस टाइगर्स को नुकसान हो सकता है, ये भी परियोजना में समय लगने की एक वजह है। केन नदी पन्ना टाइगर रिजर्व से होकर गुजरती है, दोनों नदियों के इंटरलिंकिंग प्रोजेक्ट की वजह से इस रिजर्व का कुछ हिस्सा पानी में डूब जाएगा। अब नेशनल बोर्ड फॉर वाइल्ड लाइफ ने इस पर अपनी सशर्त सहमति दे दी है।
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https://www.indiatv.in/india/politics/amit-malviya-indira-gandhi-was-the-first-bjp-it-cell-chief-amit-malviya-gave-this-statement-2022-05-08-849511
Amit Malviya: 'इंदिरा गांधी ने सबसे पहले...', बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दिया यह बयान
बुलडोजर मामले पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
Amit Malviya: बुलडोजर मामले पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने मनीष तिवारी के बुलडोजर पर लिखे एक आर्टिकल का जवाब देते हुए कहा कि क्या कांग्रेस पार्टी में मनीष तिवारी से लेकर राहुल गांधी तक हर कोई भूलने की बीमारी से पीड़ित हैं या क्या वे अपने अतीत के बारे में केवल गलत जानकारी रखते हैं? उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में कहा कि नाजियों और यहूदियों को भूल जाइए, भारत में इंदिरा गांधी ने सबसे पहले तुर्कमान गेट पर अल्पसंख्यकों पर बुलडोजर के इस्तेमाल का आदेश दिया था। अमित ने कहा कि वहीं अप्रैल 1976 में, आपातकाल के दौरान, इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने मुस्लिम पुरुषों और महिलाओं को जबरन नसबंदी कराने के लिए मजबूर किया। जब उन्होंने इसका विरोध किया तो तुर्कमान गेट पर बुलडोजर चलाए गए। 20 लोगों की मौत हो गई ​थी।मनीष तिवारी ने अपने एक आर्टिकल में लिखा था कि दिल्ली और देश के विभिन्न हिस्सों में सांप्रदायिक संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों के घरों और आजीविका को नष्ट करने के लिए बुलडोजर हाल ही में ‘पसंद की गदा’ के रूप में बहुत चर्चा में रहा है। वास्तव में सुप्रीम कोर्ट को ‘बुलडोजर’ के उपयोग पर रोक लगाने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा, जिसे ‘अवैध अतिक्रमण’ हटाने के लिए एक नियमित अभियान के रूप में सख्ती से तैनात किया जा रहा था। दिखावा इतना कमजोर है कि अगर इसके निहितार्थ बहुत ज्यादा नहीं होते तो यह लगभग उपहासपूर्ण होता। मनीष ने लिखा था कि यह स्पष्ट है कि ‘बुलडोजर सिंड्रोम’ हमारे सिस्टम की संस्थागत हार्ड ड्राइव में घुस गया है। समय आ गया है कि उन भारतीय और विदेशी कंपनियों के खिलाफ एक देशव्यापी आंदोलन खड़ा किया जाए, जिनके बुलडोजर और जे.सी.बी. जैसे अन्य भारी उपकरणों का इस्तेमाल नफरत और कट्टरता को बढ़ावा देने के विकृत और दुर्भावनापूर्ण उद्देश्यों के लिए देश के कानून की घोर अवमानना और उल्लंघन में किया जाता है।
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https://www.indiatv.in/india/national-arunachal-pradesh-coronavirus-cases-latest-updates-745187
अरुणाचल प्रदेश में कोरोना वायरस के 201 नए केस, 8 सुरक्षाकर्मी और 17 स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल
अरुणाचल प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 201 नए मामले सामने आए, जिनमें सुरक्षाबलों के आठ जवान और 17 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं।
ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश में रविवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 201 नए मामले सामने आए, जिनमें सुरक्षाबलों के आठ जवान और 17 स्वास्थ्यकर्मी शामिल हैं। इसके साथ ही प्रदेश में अबतक 10,421 लोगों के कोविड-19 होने की पुष्टि हो चुकी है। राज्य निगरानी अधिकारी एल जाम्पा ने बताया कि इस अवधि में राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 205 मरीजों को छुट्टी मिली, जिसके बाद स्वस्थ हुए लोगों की संख्या बढ़कर 7,388 हो गई। उन्होंने बताया कि नए संक्रमितों में सुरक्षाबलों के आठ जवान भी शामिल हैं। इनमें भारतीय सेना का एक जवान, राज्य पुलिस के दो कांस्टेबल और भारत तिब्बत पुलिस (आईटीबीपी) के पांच जवान शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य में 17 स्वास्थ्यकर्मी और सीमा सड़क संगठन के पांच कर्मचारी भी संक्रमित पाए गए हैं। निगरानी अधिकारी एल जाम्पा ने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमितों के स्वस्थ होने की दर 70.89 फीसदी है।फिलहाल राज्य में 3,015 मरीजों का इलाज चल रहा है जबकि अब तक कुल 18 मरीज इस महामारी के कारण दम तोड़ चुके हैं। वहीं, पूरे देश की बात करें तो भारत में कोरोना के मामलों में लगातार नरमी के संकेत दिखाई दे रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, रविवार को भारत में 75,829 नए कोरोनावायरस केस और पिछले 24 घंटों में 940 मौतें दर्ज की गईं। भारत के कोविड -19 टैली ने 65 लाख का आंकड़ा पार कर लिया है। कोरोनोवायरस संक्रमण के कुल मामले 65,49,374 हैं, जबकि मृत्यु का आंकड़ा 1,01,782 तक पहुंच गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इनमें से 9,37,625 सक्रिय मामले हैं, 55,09,967 रिकवर हुए हैं। वहीं, जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, वैश्विक कोरोनोवायरस मामलों की कुल संख्या 34.7 मिलियन से ऊपर हो गई है, जबकि मृत्यु बढ़कर 1,031,500 से अधिक हो गई है।कोरोना मामलों की अधिकतम राशि वाले अन्य शीर्ष 15 देश ब्राजील (4,880,523), रूस (1,198,663), कोलंबिया (848,147), पेरू (821,564), अर्जेंटीना (790,818), स्पेन (789,932), मैक्सिको (757,953), दक्षिण अफ्रीका () हैं 679,716), फ्रांस (629,492), यूके (482,654), चिली (468,471), ईरान (468,119), इराक (375,931), बांग्लादेश (367,565) और सऊदी अरब (335,997) हैं।10000 से ऊपर की मृत्यु वाले देश मेक्सिको, ब्रिटेन, इटली, पेरू, फ्रांस, स्पेन, ईरान, कोलम्बिया, रूस (21,153), अर्जेंटीना (20,795), दक्षिण अफ्रीका (16,938), चिली (12,919), इक्वाडोर (11,597), इंडोनेशिया (11,055) और बेल्जियम (10,037) हैं।
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https://www.indiatv.in/india/national-full-vaccination-should-be-pre-requisite-to-attend-mass-gatherings-says-centre-811315
अभी खत्म नहीं हुई है कोरोना की दूसरी लहर, घर में ही मनाएं त्योहार: सरकार
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण वैक्सीनेशन एक पूर्व शर्त होनी चाहिए।
नयी दिल्ली: देश के कई हिस्सों में कोरोना संक्रमण में एक बार फिर से तेजी देखी जा रही है। मौजूदा समय त्योहारों का सीजन है ऐसे में तमाम विशेषज्ञ कोरोना को लेकर ऐहतियात बरतने की सलाह दे रहे हैं। इस बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित किया जाना चाहिए किंतु यदि इसमें भाग लेना आवश्यक है तो पूर्ण वैक्सीनेशन पूर्व अपेक्षित होना चाहिए। उसने लोगों से कोविड वैक्सीन लगवाने और विशेषकर त्योहारी मौसम के दौरान कोविड अनुकूल आचरण के पालन का अनुरोध किया। एक संवाददाता सम्मेलन में सरकार ने चेताया कि साप्ताहिक संक्रमण दर में भले ही कुल मिलाकर गिरावट की प्रवृत्ति देखने को मिल रही है लेकिन भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है। केंद्र ने कहा कि देश में 39 जिलों में 31 अगस्त को खत्म हुए सप्ताह में साप्ताहिक कोविड संक्रमण दर 10 प्रतिशत से ज्यादा रही जबकि 38 जिलों में यह दर पांच से 10 प्रतिशत के बीच रही। सरकार ने बताया कि देश में 16 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड वैक्सीन की दोनों खुराक मिल चुकी हैं जबकि 54 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है। सरकार ने कहा, “सिक्किम, दादरा और नगर हवेली तथा हिमाचल प्रदेश में शत-प्रतिशत व्यस्क आबादी को कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक दी जा चुकी है।”देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका के बीच आगामी त्योहारी मौसम को देखते हुए केंद्र ने कहा कि सामूहिक समारोहों को हतोत्साहित करना होगा, यदि किसी सभा में शामिल होना जरूरी है तो पूर्ण वैक्सीनेशन एक पूर्व शर्त होनी चाहिए। सरकार ने कहा, “लोगों को घर पर त्योहार मनाने चाहिए, कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन और वैक्सीनेशन करवाना चाहिए।” केंद्र ने कहा कि देश में सार्स-सीओवी-2 के डेल्टा प्लस स्वरूप के करीब 300 मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इस बीच नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने चेतावनी देते हुए कहा कि त्योहारों के सीजन में बेहद सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर हमसे थोड़ी सी भी चूक हुई तो जो संक्रमण अभी नियंत्रण में दिख रहा है वह फिर से भयावह रूप ले सकता है और सबकी मेहनत बेकार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर जरूरी हो तभी घर से बाहर जाएं और मास्क का प्रयोग जरूर करें। यह बिल्कुल न सोचें कि संक्रमण खत्म हो गया है। मास्क उतारने का समय अभी नहीं आया है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी देंगे इस्तीफा? चौतरफा दबाव के बीच बीजेपी अध्यक्ष नड्डा से आज करेंगे मुलाकात
लखीमपुर-खीरी हिंसा मामले से जुड़े एसआईटी जांच में सामने आए तथ्यों को लेकर बुधवार को लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा मचाया था।
नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की मुश्किलें कम नहीं हो रही है। जहां एक ओर विपक्ष लगातार सरकार पर टेनी से इस्तीफा लेने का दबाव बना रहा है वहीं कल मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की शिकायतें भी पार्टी आलाकमान तक पहुंच गई हैं। टेनी को आज पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने को कहा गया है। अजय मिश्रा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलकर अपना पक्ष रखेंगे जिसके बाद यह तय होगा कि उनपर क्या फैसला लिया जाता है। पत्रकारों से बदसलूकीहालांकि अजय मिश्रा का जो पहले से तय प्रोग्राम है उसके मुताबिक आज उन्हें एक सरकारी कार्यक्रम के लिए डिब्रूगढ़ रवाना होना है। इस बीच संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर सरकार को घेर रहा है। एसआईटी की जांच में लखीमपुर खीरी हिंसा को एक सोची समझी साजिश बताए जाने के बाद अजय मिश्रा पर इस्तीफे का दबाव और ज्यादा बढ़ गया है। वहीं कल पत्रकारों के सवाल पूछने पर पत्रकारों के साथ बदसलूकी का वीडियो सामने आने के बाद उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैंषलखीमपुर-खीरी हिंसा पर संसद में हंगामालखीमपुर-खीरी हिंसा मामले से जुड़े एसआईटी जांच में सामने आए तथ्यों को लेकर बुधवार को लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा मचाया था। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दिन भर लिए स्थगित कर दी गई थी। राहुल गांधी ने लखीमपुर-खीरी मामले पर बुधवार को लोकसभा में कार्यस्थगन का नोटिस दिया था। नोटिस में उन्होंने सदन में नियत कामकाज स्थगित करने की मांग की थी और कहा था कि एसआईटी रिपोर्ट को लेकर सदन में चर्चा होनी चाहिए।‘किसानों की हत्या की गई-राहुल सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद राहुल गांधी ने संवाददाताओं से बातचीत में दावा किया, ‘‘किसानों की हत्या की गई। कहा जा रहा है कि इसमें मंत्री में शामिल हैं। वह प्रधानमंत्री के मंत्रिमंडल में हैं। प्रधानमंत्री एक तरफ किसानों से माफी मांगते हैं और दूसरी तरफ जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा तक नहीं देते। उन्होंने एक ऐसे व्यक्ति को अपनी मंत्रिपरिषद में रखा है जो हत्यारा है, जिसने (किसानों को) मारा है।’’ उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को संसद में उठाना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के इस बयान को अतार्किक करार दिया जिसमें उन्होंने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले पर संसद में चर्चा नहीं हो सकती क्योंकि यह अदालत में विचाराधीन है। मंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा-राहुलराहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ‘‘हमने किसानों के परिवार से वादा किया था कि दबाव डालकर न्याय दिलवाएंगे। हमने कृषि कानूनों को लेकर कहा कि इनको वापस लेना पड़ेगा, आपने देखा कि इनको वापस लिया गया है। इसी तरह मंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा और जेल जाना होगा। हम नहीं छोड़ेंगे। पांच साल, 10 साल या 15 साल लग जाएं, मंत्री को जेल जाना होगा।’’इनपुट-भाषा
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https://www.indiatv.in/india/national-indian-railways-alert-railway-track-crossing-may-couse-6-month-jail-765246
रेलवे ने जारी किया Alert, नहीं मानी बात तो होगी 6 महीने की जेल, लगेगा भारी जुर्माना
आज हम आपको रेलवे (Indian Railways) से जुड़े एक नियम की जानकारी देने वाले हैं, जिसका उल्लंघन करने पर 6 महीने तक की जेल और 1000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे (Indian Railways) भारत के एक कोने से दूसरे कोने को जोड़ने का सबसे किफायती जरिया है। बड़ी भारी संख्या में लोग भारतीय रेलवे की सेवाओं का लाभ उठाते हैं। रेलवे व्यवस्था के अपने नियम हैं, जैसे किसी भी दूसरी व्यवस्था के होते हैं। लेकिन, जरूरी नहीं है कि हर शख्स को व्यवस्था के सभी नियमों की जानकारी हो। ऐसे में आज हम आपको रेलवे से जुड़े एक नियम की जानकारी देने वाले हैं, जिसका उल्लंघन करने पर 6 महीने तक की जेल और 1000 रुपये तक के जुर्माने का प्रावधान है।रेलवे ने रेल पटरियां (Railway track) पार करने को लेकर कड़े नियम बना रखे हैं। क्योंकि, रेल अपने निर्धारित स्टेशनों पर ही रुकती है, उसके अलावा विशेष परिस्थिति होने पर ही कहीं रुकती है। ऐसे में अगर को व्यक्ति रेल के गुजरने के समय बिना ध्यान दिए रेल की पटरियां पार (Railway track crossing) करता है, तो गंभीर हादसा हो सकता है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने पटलियां पार करने के लिए स्थान निर्धारित किए होते हैं और सिर्फ वहीं से पटरियां पार करनी चाहिए। गैर निर्धारित स्थानों से पटरियां पार करना अपराध है।रेल अधिनियम की धारा 147 के तहत रेल की पटरी पार (Railway track crossing) करते हुए पकड़े जाने पर 6 माह की जेल और 1000 रुपये तक का जुर्माना या फिर दोनों हो सकते हैं। इसीलिए रेलवे लोगों से अपनी सुरक्षा के लिए केवल निर्धारित स्थानों से ही रेल पटरियां पार करने की सलाह देता है। उत्तर रेलवे (Northern Railway) ने लोगों को इसके बारे में जागरूक करने के लिए इस संबंध में एक ट्वीट भी किया। उत्तर रेलवे ने लिखा, "अपनी सुरक्षा के लिए केवल निर्धारित स्थानों से ही रेल पटरियां पार करें।"इसके आगे ट्वीट में उत्तर रेलवे (Northern Railway) ने लोगों को अलर्ट करने के लिए लिखा, "रेल की पटरी पार करते हुए पकड़े जाने पर रेल अधिनियम की धारा 147 के तहत 6 माह की जेल अथवा ₹ 1000/- तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं।"
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https://www.indiatv.in/india/politics/navjot-singh-sidhu-targeted-arvind-kejriwal-for-farmers-suicide-said-this-about-compensation-2022-04-23-846620
किसानों की आत्महत्या को लेकर नवजोत सिंह सिद्धू ने केजरीवाल पर साधा निशाना, मुआवजे को लेकर कही ये बात
हैरानी की बात ये है कि एक तरफ सिद्धू केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं और दूसरी तरफ पंजाब के सीएम भगवंत मान की तारीफ कर रहे हैं।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर किसानों के मुद्दों को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'अरविंद केजरीवाल झूठ बोलना कब बंद करेंगे। अकेले 1 जिले में 7 किसानों ने आत्महत्या की, 28 जिलों में किसानों की दुर्दशा की कल्पना कीजिए। क्या आपने एक परिवार का भी दौरा किया? पंजाब के लिए अब आपकी जिम्मेदारी और चिंता कहां है? किसानों से जो मुआवजे का वादा किया, वह कहां है? अपने उपदेशों का अभ्यास करें।'हैरानी की बात ये है कि एक तरफ सिद्धू केजरीवाल पर निशाना साध रहे हैं और दूसरी तरफ पंजाब के सीएम भगवंत मान की तारीफ कर रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू ने मान की तारीफ करते हुए उन्हें ईमानदार बताया है और कई मुद्दों पर अपना समर्थन भी दिया है। सिद्धू ने कहा है कि वह पार्टी लाइन से ऊपर उठकर राज्य में माफियाओं से निपटने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री का समर्थन करेंगे।सिद्धू की इस बयानबाजी को लेकर जनता इसलिए भी हैरान है क्योंकि कुछ समय पहले उन्होंने भगवंत मान पर आरोप लगाया था कि वह अरविंद केजरीवाल की कठपुतली की तरह काम कर रहे हैं और अब वह मान की तारीफ करते दिख रहे हैं। हालही में उन्होंने ये भी कहा था कि मान को वह अपना छोटा भाई मानते हैं। वह एक ईमानदार आदमी हैं। मैंने उन पर कभी उंगली नहीं उठाई।
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https://www.indiatv.in/india/national-kargil-vijay-diwas-shershaah-movie-is-tribute-to-captain-vikram-batra-says-his-mother-father-804243
Kargil Vijay Diwas: 'शेरशाह' कारगिल नायक को सच्ची श्रद्धांजलि, बुजुर्ग माता-पिता ने कहा
भारतीय सेना में कैप्टन विक्रम बत्रा ने 1999 के कारगिल युद्ध में 16,000 फीट की बर्फीली ऊंचाई पर दुश्मन से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी।
पालमपुर. करगिल युद्ध में शहीद हुए भारतीय सेना के कैप्टन विक्रम बत्रा के बुजुर्ग माता-पिता के जख्मों को अब 22 साल बीत चुके हैं, लेकिन समय ने उनके जख्मों को नहीं भरा, जिनके भारतीय सेना के अधिकारी बेटे ने 1999 के कारगिल युद्ध में 16,000 फीट की बर्फीली ऊंचाई पर दुश्मन से लड़ते हुए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। अब उनके बेटे, कैप्टन विक्रम बत्रा की जीवनी, तमिल निर्देशक विष्णु वर्धन की फिल्म 'शेरशाह' में चित्रित है, जो 12 अगस्त को अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज होने के लिए तैयार है। यह कारगिल नायक को एक वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।इस दंपति ने रविवार को IANS से कहा कि यह उनके लिए गर्व का क्षण है और फिल्म एक सैनिक को सच्ची श्रद्धांजलि है, जिसने देश के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और अपनी वीरता के लिए पाकिस्तान सहित दुनिया भर में उनके बहुत बड़े प्रशंसक हैं।कारगिल युद्ध के दौरान सबसे कठिन अभियानों में से एक का नेतृत्व करने के लिए परमवीर चक्र से सम्मानित दिवंगत कैप्टन बत्रा के पिता 77 वर्षीय जीएल बत्रा ने आईएएनएस को बताया, हमें एक युद्ध ऐतिहासिक फिल्म देखने पर गर्व है जो हमारे बेटे की वास्तविक जीवन की कहानी को चित्रित करती है, वास्तव में संघर्ष, जो उसके बचपन से शुरू होकर आईएमए (भारतीय सैन्य अकादमी) तक पहुंचती है और अंत में भारतीय सेना में शामिल हो जाती है।उन्होंने कहा कि उनके बेटे का पहला संस्मरण फिल्म कारगिल के एक नायक को सच्ची श्रद्धांजलि है। निर्माता ने उनके जीवन पर काफी शोध किया है।उन्होंने कहा, लेकिन हम निश्चित रूप से महसूस करते हैं कि एक शहीद के संस्मरण के दस्तावेजीकरण में बहुत देरी हो रही है। अगर इसे कारगिल युद्ध के दो-चार साल के भीतर बनाया गया होता, तो यह अधिक उपयुक्त होता। हमें अभी भी गर्व महसूस होता है कि निर्देशक ने हमारे कारगिल युद्ध नायक बेटे के जीवन पर एक बायोपिक इसे बनाया है। करण जौहर की फिल्म 'शेरशाह' में अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा और कियारा आडवाणी नजर आएंगे।
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https://www.indiatv.in/india/national-joint-statement-of-opposition-parties-on-12-rajya-sabha-mps-suspended-825122
Parliament Winter Session 2021: 12 राज्यसभा सांसदों के निलंबन के फैसले को विपक्षी दलों ने बताया अलोकतांत्रिक, कल बुलाई बैठक
विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान में 12 सांसदों के निलंबन के फैसले की निंदा की और इसे अलोकतांत्रिक निलंबन करार दिया है। विपक्षी पार्टियों ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में एलओपी पर मंगलवार (30 नवंबर) को बैठक बुलाई है।
नई दिल्ली। अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस, टीएमसी और शिवसेना के 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित करने के मामले में विपक्षी दलों ने संयुक्त बयान जारी किया है। विपक्षी दलों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि विपक्ष ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले की निंदा की है और इसे अलोकतांत्रिक निलंबन करार दिया है। निलंबन के बाद कई सांसदों ने इस फैसले पर आपत्ति जताई है। विपक्षी पार्टियों ने कल यानी 30 नवंबर इस फैसले को लेकर एक बैठक बुलाई है, जिसमें आगे क्या करना है उसको लेकर चर्चा की जाएगी। विपक्षी पार्टियों ने सांसदों के निलंबन को अलोकतांत्रिक निलंबन करार दियाविपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान में 12 सांसदों के निलंबन के फैसले की निंदा की और इसे अलोकतांत्रिक निलंबन करार दिया है। विपक्षी पार्टियों ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में एलओपी पर मंगलवार (30 नवंबर) को बैठक बुलाई है। हालांकि विपक्ष के इस साझा बयान में टीएमसी शामिल नहीं है, जबकि 12 में से दो सांसद टीएमसी के भी निलंबित किए गए हैं। बता दें कि, संसद का यह शीतकालीन सत्र 29 नवंबर से 23 दिसंबर तक प्रस्तावित है।ये लोकतंत्र विरोधी कदम है- मल्लिकार्जुन खड़गे12 सांसदों को शीतकालीन सत्र से सस्पेंड करने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि सरकार की केवल ये मानसिकता है कि विपक्ष के ऊपर किसी तरह से वार करो और इनको मालूम है कि अगर वो इस तरह निलंबित करेंगे तो निश्चित रूप से विपक्ष इसका विरोध करेगी और फिर सदन नहीं चलेगा। वो यही चाहते हैं कि सदन न चले। 12 सांसदों को शीतकालीन सत्र से सस्पेंड करने पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि ये लोकतंत्र विरोधी कदम है और सरकार सांसदों में डर पैदा करने के लिए ये कदम उठाई है। डराना-धमकाना उनकी अदत बन गई है। सरकार ने आज 12 सांसदों पर एक्शन लेने के लिए जो रेजोल्यूशन मूव किया है ये पूरी तरह गलत है। इन 12 सांसदों को किया गया निलंबितसंसद के बीते मॉनसून सत्र में हंगामा करने के लिए राज्यसभा से 12 सांसदों को पूरे शीतकालीन सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। निलंबित होने वाले सांसदों में 6 सांसद कांग्रेस पार्टी के हैं, 2-2 सांसद शिवसेना तथा तृणमूल कांग्रेस तथा एक सांसद मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और एक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का है। उच्‍च सदन के जिन 12 सांसदों को सस्‍पेंड किया गया है उनके नाम एल्‍मारम करीम (माकपा), फुलो देवी नेताम (कांग्रेस), छाया वर्मा (कांग्रेस), रिपुन बोरा (कांग्रेस), बिनोय विस्‍वाम (भाकपा), राजमणि पटेल (कांग्रेस), डोला सेन (तृणमूल कांग्रेस), शांत छेत्री (तृणमूल कांग्रेस), सैयद नासिर हुसैन (कांग्रेस), प्रियंका चतुर्वेदी (शिवसेना), अनिल देसाई (शिवसेना) और अखिलेश प्रसाद सिंह (कांग्रेस) हैं। उपसभापति हरिवंश की अनुमति से संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस सिलसिले में एक प्रस्ताव रखा जिसे विपक्षी दलों के हंगामे के बीच सदन ने मंजूरी दे दी।
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https://www.indiatv.in/india/national-only-6-percent-report-serious-side-effects-after-covid-vaccine-survey-793247
केवल 6% ने कोविड वैक्सीन लगवाने के बाद गंभीर साइड-इफेक्ट के बारे में बताया: सर्वेक्षण
टीकाकरण के बाद होने वाले दुष्प्रभावों की खबरों के बीच, अब एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि केवल छह प्रतिशत टीकाकरण प्राप्त करने वाले लोगों ने कोविड शॉट्स दिए जाने के बाद गंभीर दुष्प्रभाव या बीमारी की सूचना दी।
नई दिल्ली: टीकाकरण के बाद होने वाले दुष्प्रभावों की खबरों के बीच, अब एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि केवल छह प्रतिशत टीकाकरण प्राप्त करने वाले लोगों ने कोविड शॉट्स दिए जाने के बाद गंभीर दुष्प्रभाव या बीमारी की सूचना दी। आईएएनएस- सी-वोटर कोविड ट्रैकर ने भी पाया कि 33.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कम दुष्प्रभाव या बीमार होने की सूचना दी, जबकि 57.2 प्रतिशत का कोई दुष्प्रभाव नहीं था या टीके की खुराक के बाद बीमार पड़ गए।लगभग 3.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वे नहीं जानते थे या नहीं कह सकते थे कि उन्हें कोई दुष्प्रभाव महसूस हुआ या टीकाकरण के बाद वे बीमार हो गए। लगभग 32.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं को यह नहीं पता था कि उन्हें कौनसी कोविड वैक्सीन शॉट मिली है। जबकि 44.6 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कोविशील्ड की खुराक प्राप्त की और 23.3 प्रतिशत ने कोवैक्सीन प्राप्त किया।इस साल 1 जनवरी से 27 मई तक लगभग 56,685 उत्तरदाताओं का सर्वेक्षण किया गया। यह सर्वेक्षण सभी 542 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करने वाले सभी क्षेत्रों में वयस्क (18 वर्ष से अधिक आयु) उत्तरदाताओं के सीएटीआई साक्षात्कार पर आधारित है। त्रुटि का मार्जिन राज्य स्तर पर प्लस माइनस तीन फीसदी और क्षेत्रीय स्तर पर प्लस माइनस पांच फीसदी है।
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https://www.indiatv.in/india/national/ips-officer-sunil-kumar-bansal-appointed-as-new-odisha-dgp-827324
सुनील कुमार बंसल होंगे ओडिशा के नये डीजीपी
बंसल 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह मौजूदा डीजीपी अभय का स्थान लेंगे। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अभय के 31 दिसंबर को सेवानिवृत्ति के बाद बंसल पदभार संभालेंगे।
भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने सुनील कुमार बंसल को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया है। ओडिशा के गृह विभाग द्वारा बुधवार को जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई। बंसल 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी हैं और वह मौजूदा डीजीपी अभय का स्थान लेंगे। गृह विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक ''श्री सुनील कुमार बंसल जो वर्तमान में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत विशेष निदेशक, आईबी मुख्यालय, नयी दिल्ली में तैनात हैं, उन्हें ओडिशा के पुलिस महानिदेशक के रूप में नियुक्त किया जाता है। उनका कार्यकाल पदभार संभालने के दिन की तारीख से दो साल की अवधि के लिए होगा।''आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक अभय के 31 दिसंबर को सेवानिवृत्ति के बाद बंसल पदभार संभालेंगे।
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-ghaziabad-ssp-kalanidhi-naithani-sent-report-of-cancellation-of-127-licensed-weapons-in-1-week-under-operation-nihatha-732942
गाजियाबाद पुलिस ने ऑपरेशन निहत्था के अंतर्गत 1 सप्ताह में 127 लाइसेंसी शस्त्रों के निरस्तीकरण की रिपोर्ट भेजी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कलानिधि नैथानी के कुशल निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन निहत्था के तहत में 1 सप्ताह में ही गाजियाबाद पुलिस ने अब तक 127 से अधिक अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी है।
गाजियाबाद। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कलानिधि नैथानी के कुशल निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा ऐसे शस्त्र लाइसेंस धारक या उनके परिजन/निकट संबंधी अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और जिनके विरुद्ध आपराधिक अभियोग पंजीकृत/लंबित/विचाराधीन है, उनको चिन्हित कर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई के लिए ऑपरेशन निहत्था चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में 1 सप्ताह में ही गाजियाबाद पुलिस ने अब तक 127 से अधिक अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अभियान निहत्था को और आक्रामक बनाने के लिए सभी थानाध्यक्षों को आदेशित किया है। एसएसपी नैथानी ने सभी अधीनस्थों को समीक्षा करते हुए असलहा धारकों के लाइसेंसों एवं क्रय किए गए तथा चलाए गए कारतूसों का मानक के अनुसार संख्या में गहनता से अवलोकन परीक्षण करने हेतु तथा शस्त्र लाइसेंसों के संबंध में गहन जानकारी कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है।कलानिधि नैथानी ने अपने अधिनस्थों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि शस्त्र धारक का शस्त्र थाने के माल खाने में जमा है और किसी मुकदमे से संबंधित है तो इस प्रकार के शस्त्र धारकों के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाए।सर्वप्रथम सत्यापन के दौरान यह देखा जाए कि शस्त्र लाइसेंस धारक अपने शस्त्र का रखरखाव स्वयं कर रहा है और शस्त्र उसी के पास हैं। कुछ शस्त्र धारकों द्वारा शस्त्र लाइसेंस घर पर है और उसकी नवीनीकृत वैधता की दिनांक के उपरांत भी नवीनीकरण नहीं कराया गया है ऐसे शस्त्र धारकों के शस्त्र लाइसेंस अनाधिकृत रूप से रखे हुए माने जाएंगे। शस्त्र लाइसेंस धारक द्वारा अपने शस्त्र को दुकान पर काफी समय से जमा कर रखा है और जमा करने का कोई उचित कारण नहीं है। उपरोक्त के अतिरिक्त शस्त्र लाइसेंस धारक अपने शस्त्रों को किसी अन्य व्यक्ति को प्रयोग के लिए दिया जाना या अन्य स्थान पर रखा जाना और शस्त्र धारक द्वारा शस्त्र लाइसेंसों की शर्तों का उल्लंघन किया जाना पाया जाता है तो यह भी देखा जाए कि शस्त्र लाइसेंस धारक द्वारा वर्ष में शस्त्र लाइसेंस पर कितने कारतूस क्रय किए गए हैं और कितने कारतूस सत्यापन के दौरान उसके पास उपलब्ध हैं। गाजियाबाद। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) कलानिधि नैथानी के कुशल निर्देशन में जनपद पुलिस द्वारा ऐसे शस्त्र लाइसेंस धारक या उनके परिजन/निकट संबंधी अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और जिनके विरुद्ध आपराधिक अभियोग पंजीकृत/लंबित/विचाराधीन है, उनको चिन्हित कर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई के लिए ऑपरेशन निहत्था चलाया जा रहा है। जिसके क्रम में 1 सप्ताह में ही गाजियाबाद पुलिस ने अब तक 127 से अधिक अपराधियों के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेज दी है। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने अभियान निहत्था को और आक्रामक बनाने के लिए सभी थानाध्यक्षों को आदेशित किया है। एसएसपी नैथानी ने सभी अधीनस्थों को समीक्षा करते हुए असलहा धारकों के लाइसेंसों एवं क्रय किए गए तथा चलाए गए कारतूसों का मानक के अनुसार संख्या में गहनता से अवलोकन परीक्षण करने हेतु तथा शस्त्र लाइसेंसों के संबंध में गहन जानकारी कर नियमानुसार वैधानिक कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया है।कलानिधि नैथानी ने अपने अधिनस्थों को निर्देश देते हुए कहा कि यदि शस्त्र धारक का शस्त्र थाने के माल खाने में जमा है और किसी मुकदमे से संबंधित है तो इस प्रकार के शस्त्र धारकों के शस्त्र लाइसेंस के निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाए।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने यह भी आदेश दिया है कि मानक के अनुसार संख्या में चलाए गए कारतूस के खोखे तथा चलाए जाने का कारण धारक के पास है या नहीं। यदि विवरण उपलब्ध नहीं है तो सत्यापन के दौरान यदि देखा जाए कि शस्त्र लाइसेंस धारक के परिजन/निकट संबंधी अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति तो नहीं है, जिसके कारण भविष्य में दुरुपयोग होने की संभावना हो। यदि शस्त्र धारक के परिजन/निकट संबंधी अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं आदि उपरोक्त परिस्थितियों में शस्त्र अधिनियम/नियमवाली में दिए गये प्रावधानों के अनुरूप नियमानुसार निरस्तीकरण की कार्यवाही करने पर विचार अपेक्षित है। उपरोक्त कार्रवाई के साथ-साथ यह भी देख लिया जाए कि यदि शस्त्र धारक को शस्त्र हटने से जीवन भय की संभावना हो तो इस बिंदु पर विचार अवश्य किया जाए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने स्पष्ट आदेश दिए हैं कि कहीं पर भी यदि लाइसेंस की शर्तों का उल्लंघन होता है तो अंतर्गत 30 आर्म्स एक्ट मुकदमा पंजीकृत करें।पढ़िए अन्य खबरेंगाजियाबाद पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, अवैध हथियार तस्कर गिरफ्तारपुलिसकर्मियों की 'जनसुनवाई', गाजियाबाद एसएसपी कलानिधि नैथानी की एक और नई पहलगाजियाबाद पुलिसकर्मियों के लिए 'गुड न्यूज', SSP कलानिधि नैथानी ने जारी किया सराहनीय आदेश
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https://www.indiatv.in/india/politics-kisan-andolan-prakash-javdekar-attacks-kerjiwal-over-his-fast-759593
किसान आंदोलन: केजरीवाल के उपवास को जावड़ेकर ने बताया पाखंड तो मिला ये जवाब
केजरीवाल ने जावड़ेकर के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।"
नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के प्रदर्शन के साथ ही देश में सियासत भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल किसान आंदोलन के समर्थन में उपवास रखने की घोषणा कर चुके हैं। उनकी इस घोषणा के बाद भाजपा के नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर उनपर निशाना साधा है। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, "अरविंद केजरीवाल जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर APMC कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नही बल्कि पाखण्ड ही है।"केजरीवाल ने जावड़ेकर के इन आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।"केजरीवाल ने अमरिंदर पर लगाए आरोपएक अन्य ट्वीट में अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूं। दिल्ली के स्टेडीयम जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूं। आपने तो अपने बेटे के ED केस माफ़ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों?"नई दिल्ली. देश की राजधानी नई दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन लगातार जारी है। किसानों के प्रदर्शन के साथ ही देश में सियासत भी तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी के सबसे बड़े नेता और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल किसान आंदोलन के समर्थन में उपवास रखने की घोषणा कर चुके हैं। उनकी इस घोषणा के बाद भाजपा के नेता प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर उनपर निशाना साधा है। प्रकाश जावड़ेकर ने ट्वीट कर कहा, "अरविंद केजरीवाल जी, ये आपका पाखण्ड है। आपने पंजाब विधानसभा चुनावों में वादा किया था कि जीतने पर APMC कानून में संशोधन किया जाएगा। नवम्बर 2020 में आपने दिल्ली में कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया और आज आप उपवास का ढोंग कर रहे हो। यह कुछ और नही बल्कि पाखण्ड ही है।"केजरीवाल ने जावड़ेकर के इन आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "उपवास पवित्र होता है। आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए। प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए। अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी।"केजरीवाल ने अमरिंदर पर लगाए आरोपदरअसल पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रविवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर किसानों के चल रहे आंदोलन का राजनीतिक दोहन करने का आरोप लगाया था और कहा कि वो अपनी पार्टी के चुनावी एजेंडे को बढ़ाने के लिए 'झूठ और झूठे प्रचार' का सहारा ले रहे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री ने केजरीवाल पर हमला करते हुए कहा, "दिल्ली में केजरीवाल सरकार के ठीक उलट, जो कॉरपोरेट घरानों के टुकड़ों पर पनप रही है, पंजाब सरकार ने न तो अडानी पावर के साथ कोई समझौता किया है और न ही राज्य में बिजली खरीद के लिए किसी के साथ बोली लगाई है।"अमरिंदर सिंह ने कहा, यह वास्तव में केजरीवाल सरकार थी जो बेशर्मी से 23 नवंबर को काले कृषि कानूनों को अधिसूचित कर रही थी, ऐसे समय में जब किसान कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए दिल्ली तक मार्च करने की तैयारी कर रहे थे। उन्होंने कहा, "और अब वे यह घोषणा करके नाटक कर रहे हैं कि वे सोमवार को किसानों की भूख हड़ताल के समर्थन में उपवास पर रहेंगे।"
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https://www.indiatv.in/india/national-coronavirus-testing-in-india-dr-harsh-vardhan-on-coronavirus-vaccination-in-india-760670
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया देश में कब से दी जाएगी कोरोना वैक्सीन, अबतक 16 करोड़ से अधिक नमूनों की हुई जांच
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने COVID19 की ताजा स्थिति को लेकर जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि हम अगले 6-7 महीने के बीच लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की स्थिति में होंगे।
नयी दिल्ली। देश में बीते 24 घंटों में 11 लाख से अधिक नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है जिसके साथ देश में अब तक इस जांच से गुजरने वाले नमूनों की कुल संख्या 16 करोड़ से अधिक हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय की ओर से जारी किए गए वक्तव्य में कहा गया कि निरंतर एवं व्यापक जांच से संक्रमण की दर कम हो रही है।स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार बीते 24 घंटों में 11,71,868 नमूनों की कोविड-19 की जांच की गई जिसके साथ भारत में इस महामारी का पता लगाने के लिए अब तक कुल 16,00,90,514 नमूनों की जांच हो चुकी है। इसमें बताया गया कि देश में संक्रमण की दर 6.25 फीसदी है तथा भारत की दैनिक जांच क्षमता बढ़ाकर 15 लाख की गई है। अगले 6-7 महीने के बीच करीब 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की स्थिति में होंगे- डॉ. हर्षवर्धनदिल्ली में शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कोरोना वायरस पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स(GoM) की 22वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी और विदेश मंत्री एस.जयशंकर भी मौजूद रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने COVID19 की ताजा स्थिति को लेकर जानकारी देते हुए शनिवार को बताया कि 'आज ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की 22वीं बैठक आयोजित हुई। भारत का रिकवरी रेट दुनिया में सबसे ज़्यादा 95.46 प्रतिशत है। हमारी मृत्य दर दुनिया में सबसे कम मृत्यु दर में से एक है, जो कि 1.45 प्रतिशत है। पूरे भारत में 16 करोड़ से ज़्यादा टेस्ट हो चुके हैं। हम अगले 6-7 महीने के बीच लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की स्थिति में होंगे। हमें विश्वास है 2021 का वर्ष देशवासियों के लिए बेहतर होगा और कोविड के खिलाफ जंग में भारत के लोगों को निर्णायक सफलता मिलेगी। एक करोड़ के पार पहुंची देश में कोरोना संक्रमितों की संख्याभारत में करीब एक महीने के भीतर कोरोना वायरस संक्रमण के 10 लाख मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या शनिवार को एक करोड़ से अधिक हो गई जबकि संक्रमण से उबर चुके लोगों की कुल संख्या भी बढ़कर 95.50 लाख हो गई है। देश में ठीक होने वाले लोगों की संख्या संक्रमण के नए मामलों से अधिकमंत्रालय ने यह भी बताया कि बीते 24 घंटों में भारत में ठीक होने वाले लोगों की संख्या संक्रमण के नए मामलों से अधिक है। जिसके परिणामस्वरूप उपचाराधीन मामलों की संख्या भी कम हो रही है और आज यह आंकड़ा 3,08,751 है। शनिवार सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार संक्रमितों की कुल संख्या 1,00,04,599 हो गई है। 24 घंटे के दौरान 347 रोगियों की मौत के बाद मृतकों की कुल संख्या 1,45,136 हो गई है।
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-mosque-pillar-fell-in-shamli-district-two-children-died-781301
UP: शामली जिले में मस्जिद का खंभा गिरा, दो बच्चों की मौत
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक मस्जिद का एक खंभा गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और एक अन्य बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया।
मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के शामली जिले में एक मस्जिद का एक खंभा गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और एक अन्य बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि रविवार रात को शब ए बारात के अवसर पर 10 से 12 साल की उम्र के बच्चे मोमिन नगर स्थित मस्जिद में गए थे।पुलिस ने कहा कि खुर्शीद (12) और मतलूब (12) को अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया जबकि समीर (10) की गंभीर हालत को देखते हुए उसे एक अन्य अस्पताल में रेफर कर दिया गया।मस्जिद में जब लोग नमाज पढ़ रहे थे तब खंभा गिरने की घटना हुई।
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https://www.indiatv.in/india/national-truck-carrying-army-weapons-collides-with-car-2-injured-736674
सेना के हथियार ले जा रहा ट्रक कार से टकराया
केरल के कोच्चि में सेना के हथियार ले जा रहा ट्रक एक कार से टकरा गया, जिसमें दोनों वाहनों के चालक घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि ट्रक यहां से राजस्थान के जबलपुर में एक रक्षा केन्द्र जा रहा था।
कोच्चि: केरल के कोच्चि में सेना के हथियार ले जा रहा ट्रक एक कार से टकरा गया, जिसमें दोनों वाहनों के चालक घायल हो गए। पुलिस सूत्रों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि ट्रक यहां से राजस्थान के जबलपुर में एक रक्षा केन्द्र जा रहा था। उन्होंने कहा कि घटना बुधवार रात कुंडन्नूर-थेवारा पुल पर हुई। सूत्रों ने बताया कि वाहनों की भिड़ंत की जानकारी मिलने के बाद रक्षा कर्मी घटनास्थल पर पहुंचे और हथियारों को यहां नौसेना के एक अड्डे पहुंचाया गया।
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पांचवीं से 12वीं कक्षा के लिए 7 जनवरी से खुल जाएंगे यहां के स्कूल, ऐसा करने वाला यह पहला राज्य
सिंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति प्रदान करने के साथ सभी स्कूलों के प्रबंधन को परिसर में कोविड-19 दिशा निर्देशों के सख्ती से पालन के निर्देश दिए हैं। छात्रों को स्‍कूल के भीतर सभी जगहों पर सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने बुधवार को कक्षा पांच से 12वीं तक के छात्रों के लिये सभी स्कूलों को 7 जनवरी से खोलने का फैसला लिया। राज्य के शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने कहा कि अभिभावकों की मांग पर राज्य सरकार ने सभी सरकारी, अर्धसरकारी और निजी स्कूलों को 7 जनवरी से खोलने का फैसला लिया है। यहां जारी एक बयान में सिंगला ने कहा कि स्कूल खुलने का समय सुबह 10 बजे से 3 बजे तक रहेगा। मंत्री ने कहा कि सिर्फ कक्षा 5 से 12 तक के छात्रों को स्कूलों में आकर पढ़ाई की अनुमति होगी। ये भी पढ़ें: जेल से छूट रहा है 200 लोगों की जान लेने वाला इस देश का सबसे कुख्यात आतंकी Abu Bakar Bashirसिंगला ने कहा कि मुख्यमंत्री ने अपनी सहमति प्रदान करने के साथ सभी स्कूलों के प्रबंधन को परिसर में कोविड-19 दिशा निर्देशों के सख्ती से पालन के निर्देश दिए हैं। छात्रों को स्‍कूल के भीतर सभी जगहों पर सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा।करना होगा सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों का पालनकक्षा में बैठने की व्यवस्था भी डिस्‍टेंसिंग के नियमों के साथ ही किया जाएगा। छात्रों के अलावा टीचर्स और स्‍टाफ को भी सोशल डिस्‍टेंसिंग के नियमों का पालन करना होगा। बता दें कि पंजाब पहला ऐसा राज्य बन गया है, जो पांचवी से 12वीं कक्षा तक के स्कूल खोलने का निर्णय लिया है।ये भी पढ़ें: Bird Flu को लेकर केरल में राजकीय आपदा घोषित, मंदसौर-बंगलुरु में चिकन-अंडे की दुकानें बंद करने का आदेशइसके अलावा अन्‍य राज्‍यों में भी स्‍कूल अब दोबारा खोले जाने लगे हैं। गुजरात में 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए सोमवार 11 जनवरी से स्‍कूल खुलने जा रहे हैं। स्‍कूलों में एंट्री के लिए फेस मास्‍क, सोशल डिस्‍टेंसिंग तथा पैरेंटल परमिशन लेटर की अनिवार्यता है।गुजरात के शिक्षा मंत्री शिक्षा मंत्री भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने घोषणा की है कि राज्य में कोविड-19 से संबंधित दिशानिर्देशों का पालन कराते हुए कक्षा 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए 11 जनवरी से स्कूलों को फिर से खोला जाएगा। बता दें कि इससे पहले गुजरात में 23 नवंबर से स्कूलों को फिर से खोले जाने की घोषणा की गई थी लेकिन, सरकार ने महामारी की स्थिति को देखते हुए अपने इस फैसले को निरस्त कर दिया था।
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https://www.indiatv.in/india/national-narendra-singh-tomar-statement-before-farmers-tractor-rally-protests-will-end-soon-768091
किसान ट्रैक्टर रैली से पहले कृषि मंत्री का बड़ा बयान, कहा- जल्द खत्म होगा आंदोलन
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली (Farmers tractor rally) से एक दिन पहले कहा कि किसानों का आंदोलन जल्दी खत्म होने वाला है।
नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली (Farmers tractor rally) से एक दिन पहले कहा कि किसानों का आंदोलन जल्दी खत्म होने वाला है। यह पूछे जाने पर कि किसानों का यह आंदोलन कब खत्म होगा, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, "यह आंदोलन जल्द खत्म होगा।"वहीं, किसानों की ट्रैक्टर रैली को लेकर उन्होंने कहा, "वह (किसान) 26 जनवरी के बजाय किसी और दिन को चुन सकते थे, लेकिन उन्होंने इसे ही चुना और घोषणा की। बिना किसी दुर्घटना के शांतिपूर्ण ढंग से रैली आयोजित करना किसानों के साथ-साथ पुलिस प्रशासन के लिए भी चिंता का विषय होगा।"कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, "सरकार किसान और कृषि दोनों के हितों के प्रति प्रतिबद्ध है, प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में विगत 6 वर्षों में किसान की आमदनी बढ़ाने, खेती को नई तकनीक से जुड़ने के लिए अनेक प्रकार की योजनाएं और प्रयास किए गए हैं। MSP को डेढ़ गुना करने का काम भी PM के नेतृत्व में हुआ है।"उन्होंने कहा, "किसान को उसके उत्पादन का सही दाम मिल सके, किसान महंगी फसलों की ओर आकर्षित हो सके इसलिए जहां कानून बनाने की आवश्यकता थी वहां कानून बनाए गए और जहां कानून में बदलाव की आवश्यकता थी वहां कानून में बदलाव भी किए गए। इसके पीछे सरकार और प्रधानमंत्री की साफ नीयत हैं।"कृषि मंत्री ने कहा, "किसानों के साथ 11वें दौर की वार्ता के बाद जब समाधान नहीं निकला तब मैंने किसान से कहा कि डेढ़ साल के लिए कानूनों के क्रियान्वयन को स्थगित कर देते हैं, SC ने स्थगित किया है तो हम उनसे अनुरोध करेंगे कि थोड़ा और समय दें ताकि उस समय में हम लोग बातचीत के जरिए हल निकाल सकें।"गौरतलब है कि 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) को किसान ट्रैक्टर रैली निकालने वाले हैं। इसके मद्देनजर सोमवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव (SN Shrivastava) ने गणतंत्र दिवस (Republic Day) पर होने वाली किसानों की ट्रैक्टर रैली (Farmers ractor rally) की तैयारियों का जायज़ा भी लिया। उन्होंने कहा, "किसानों से बातचीत करने के बाद हमने रूट तय कर दिया है, जिसको वो मानते हैं। ट्रैक्टर रैली (26 जनवरी को) के लिए 3 मार्गों पर पारस्परिक रूप से सहमति बनी है। हमें उम्मीद हैं कि वो उसी रूट पर ही जाएंगे।" उन्होंने कहा, "कुछ राष्ट्र-विरोधी तत्व हैं, जो इसमें अशांति (Disruption) पैदा कर सकते हैं। हालांकि, हम इसके बारे में सावधान हैं।"
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https://www.indiatv.in/india/national/cng-price-today-hike-rising-news-auto-cab-taxi-drivers-protest-will-strike-from-this-day-2022-04-07-843632
CNG की बढ़ती कीमतों के खिलाफ ऑटो, कैब ड्राइवर्स का हल्ला बोल, इस दिन से करेंगे हड़ताल
ऑटो, कैब और टैक्सी ड्राइवर्स की एसोसिशन केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ शुक्रवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा, एसोसिशन सीएनजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय पर भी धरना देंगे।
देश में सीएनजी की कीमतें बढ़ने से ऑटो, कैब और टैक्सी ड्राइवरों की नाराज़गी देखने को मिल रही है। ड्राइवरों का कहना है कि अगर सरकार ईंधन पर सब्सिडी नहीं देती है या किराया नहीं बढ़ाती है तो वह 18 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। ऑटो, कैब और टैक्सी ड्राइवर्स की एसोसिशन केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ शुक्रवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। इसके अलावा, एसोसिशन सीएनजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ 11 अप्रैल को दिल्ली सचिवालय पर भी धरना देंगे।सर्वोदय ड्राइवर वेल्फेयर एसोसिएसन के सदस्य रवि राठौर ने दावा किया कि उनके साथ 4 लाख सदस्य हैं। अगर उनकी मांगों को सरकार ने पूरा नहीं किया तो सीएनजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार तुरंत सीएनजी के दाम कम करें, अगर ऐसा करना संभव नहीं है तो किराए में बढ़ोत्तरी की जानी चाहिए, जिससे घाटे को पूरा किया जा सके। राठौर ने 'पीटीआई' से बात करते हुए बताया, 'OLA और Uber की कीमतों में पिछले 7-8 सालों से बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। हम लोग कल अपने प्रदर्शन के दौरान ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर भी फैसला करेंगे।' दिल्ली ऑटो रिक्शन संघ के महासचिव राजेंद्र सोनी ने कहा, 'सीएनजी की कीमतों में हुई बढ़ोत्तरी बहुत ज्यादा है और इससे टैक्सी, कैब और ऑटो ड्राइवर के लिए परेशानी हो गई है।' बता दें, दिल्ली में करीब 1 लाख ऑटो रिक्शा हैं।सोनी ने आगे बताया, 'हमारी एसोसिएशन ने सीएनजी की बढ़ती कीमतों के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र भी लिखा था। दिल्ली सरकार को प्रति किलोग्राम पर 35 रुपए सब्सिडी देनी चाहिए। हम लोगों की मांगें अगर पूरी नहीं होती हैं तो हम जंतर-मंतर और दिल्ली सचिवालय पर प्रदर्शन करेंगे।'
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh/uttar-pradesh-election-bjp-attacks-on-samajwadi-party-says-sp-is-anti-dalit-party-2022-01-09-830751
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022: दनादन 'डिजिटल अटैक' कर रही है BJP, सपा को बताया दलित विरोधी
भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी पार्टी पर हमला करने का कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बीजेपी यूपी के ट्वीटर हैंडल से एक पुराना वीडियो शेयर करके सपा पर निशाना साधा है।
उत्तर प्रदेश चुनाव 2022: यूपी में चुनावी रैली भले ही नहीं हो रही है लेकिन भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी पार्टी पर हमला करने का कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बीजेपी यूपी के ट्वीटर हैंडल से एक पुराना वीडियो शेयर करके सपा पर निशाना साधा है। भाजपा की ओर से लगातार इस तरह के वीडियो और फोटो ट्वीट किए जा रहे हैं। हालांकि, समाजवादी पार्टी की ओर से भी इसको लेकर जवाब मिल रहे हैं।बीजेपी यूपी के ट्वीटर हैंडल पर लिखा गया है, "जो करते थे बाबा साहब का अपमान, रोक देते थे SC/ST छात्रों की छात्रवृत्ति, ऐसी सपाइयों की बस एक ही पहचान, सर पर लाल टोपी और चेहरे पर गुमान"। इस तरह से बीजेपी ने सपा को डॉ. भीमराव आंडेबकर का अपमान करने वाला और दलित विरोधी बताया है। हालांकि, अभी कुछ दिन पहले सपा के एक पार्षद शतरुद्र प्रकाश बीजेपी में शामिल हुए थे। उन्होंने कहा था कि, मुझे यह कहते हुए अफसोस हो रहा है कि सोशलिस्ट आंदोलन सिकुड़ गया। इस तरह से समाजवादी होने का दावा करने वाली अखिलेश यादव की पार्टी सपा को लेकर टिप्पणी की थी।उत्तर प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं। अब चुनाव आयोग ने रैली करने पर रोक लगा दी है जिसके बाद प्रमुख पार्टियां सोशल मीडिया के जरिए प्रचार प्रसार करने में जुटी है। सभी एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं तो वहीं जीत का दावा भी कर रहे हैं। बता दें, 15 जनवरी तक रैली करने पर रोक लगाई है। साथ ही सार्वजनिक स्थानों से राजनीतिक पोस्टर-बैनर हटाए जा रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया इन पार्टियों के लिए बेहतर हथियार बनता दिख रहा है।
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https://www.indiatv.in/india/national-mahakumbh-haridwar-coronavirus-pilgrims-sadhu-saints-found-positive-784534
कुंभ में 100 से ज्यादा श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित मिले
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, पहले शाही स्नान के बाद हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले में कम से कम 102 श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
हरिद्वार. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच हरिद्वार के महाकुंभ मेले से बेहद चिंताजनक खबर है। अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, पहले शाही स्नान के बाद हरिद्वार में चल रहे महाकुंभ मेले में कम से कम 102 श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। खबर में आगे हेल्थ ऑफिशियल्स के हवाले से कहा गया है कि महाकुंभ मेले में शिरकत कर रहे धार्मिक संस्थाओं के प्रमुख न तो कोविड टेस्ट करवाने को राजी हो रहे हैं औऱ न ही मॉस्क पहन रहे हैं। इतना ही नहीं इन लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग के प्रोटोकॉल का भी पालन नहीं किया जा रहा है।Image Source : INDIA TVकुंभ में 100 से ज्यादा श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित मिलेअखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अनुमान के अनुसार सोमवार को शाही स्नान में करीब एक लाख साधु-संतों ने पवित्र गंगा नदी में डुबकी लगाई थी। हरिद्वार के CMO डॉ. एसके झा ने अंग्रेजी अखबार को बताया कि साधुओं से निवेदन किया गया है कि वो खुद को आइसोलेट कर लें और खुद को श्रद्धालुओं से दूर रखें। शाही स्नान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ गई। हम उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना से बचने के लिए क्या प्रोटोकॉल है लेकिन वो उसपर ध्यान ही नहीं दे रहे।Image Source : PTIकुंभ में 100 से ज्यादा श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित मिलेउन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों में जून अखाड़ा के 5 साधु, निरंजनी अखाड़े के 2 साधु और नाथ व अग्नी अखाड़े का एक-एक साधु कोरोना संक्रमित पाया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले चार दिनों में 18 साधु संक्रमित पाए गए हैं, जिनमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के चीफ और निरंजनी अखाड़े के नरेंद्र गिरी भी शामिल हैं। गिरी की तबियत ज्यादा खराब होने के बाद उन्होंने ऋषिकेश के AIIMS में भर्ती करवाया गया है। कुंभ में अखाड़ों के इतने साधुओं के संक्रमित पाए जाने के बाद भी साधुओं पर कोई खास असर नहीं दिखाई दे रहा है। मंगलवार को महाकुंभ में सभी अखाड़ों के प्रमुखों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करते हुए देखा गया।Image Source : PTIकुंभ में 100 से ज्यादा श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित मिलेImage Source : PTIकुंभ में 100 से ज्यादा श्रद्धालु और 20 साधु कोरोना संक्रमित मिले
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https://www.indiatv.in/india/uttar-pradesh-uttar-pradesh-coronavirus-cases-today-chitrakoot-kasganj-reports-only-1-case-792281
यूपी में आज नए मामले 4 हजार से कम, इन जिलों में मिला सिर्फ एक संक्रमित
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी हद तक धीमी हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 3957 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 10 हजार 441 लोग इस बीमारी से उबरने में सफल रहे हैं।
लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी हद तक धीमी हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 3957 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 10 हजार 441 लोग इस बीमारी से उबरने में सफल रहे हैं। कल पूरे उत्तर प्रदेश में 2 लाख 98 हजार 808 टेस्ट किए गए थे। ये जानकारी उत्तर प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक शिशिर ने ट्वीट कर दी।उन्होंने ट्विटर के जरिए बताया कि प्रदेश के चित्रकूट और कासगंज जिलों से कोरोना का सिर्फ एक-एक नया मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि कल 69,828 एक्टिव केस थे। आज एक्टिव केस 7 हजार और कम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि यूपी का रिकवरी रेट अब 94.7 फीसदी हो गया है।मुख्यमंत्री के ग्राउंड जीरो पर उतरने का दिख रहा असरमहामारी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ग्राउंड जीरो पर उतरने का असर दिखने लगा है। योगी 30 अप्रैल से ही जिलों और मंडलों के दौरे कर रहे हैं। अब तक उन्होंने प्रदेश के 18 मंडलों में से 17 मंडलों का दौरा किया है। इस दौरान वह लोगों से गांवों में उनके घर जाकर मिल रहे हैं। अस्पतालों में भर्ती संक्रमितों से भी उपचार और स्वास्थ्य की जानकारी ले रहे हैं। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए मुख्यमंत्री लागातार प्रयास कर रहे हैं। सरकार का दावा है 23 दिनों में संक्रमण के 2,34,000 मामले कम हुए हैं। इससे संक्रमण में गिरावट देखी जा सकती है।लखनऊ. उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी हद तक धीमी हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 3957 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 10 हजार 441 लोग इस बीमारी से उबरने में सफल रहे हैं। कल पूरे उत्तर प्रदेश में 2 लाख 98 हजार 808 टेस्ट किए गए थे। ये जानकारी उत्तर प्रदेश के सूचना और जनसंपर्क विभाग के निदेशक शिशिर ने ट्वीट कर दी।उन्होंने ट्विटर के जरिए बताया कि प्रदेश के चित्रकूट और कासगंज जिलों से कोरोना का सिर्फ एक-एक नया मामला सामने आया है। उन्होंने कहा कि कल 69,828 एक्टिव केस थे। आज एक्टिव केस 7 हजार और कम हो गए हैं। उन्होंने बताया कि यूपी का रिकवरी रेट अब 94.7 फीसदी हो गया है।मुख्यमंत्री के ग्राउंड जीरो पर उतरने का दिख रहा असरयोगी कोरोना के खिलाफ जंग में फ्रंटफुट पर हैं। वह 14 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में रहते हुए रोजाना न सिर्फ अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की, बल्कि समाज के विभिन्न तबकों के साथ वर्चुअली संवाद कार्यक्रम भी जारी रखा। 30 अप्रैल को रिपोर्ट निगेटिव आने के तुरंत बाद वह ग्राउंड जीरो पर उतर गए और लखनऊ में उन्होंने डीआरडीओ की ओर से बनाए गए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का निरीक्षण किया था।मुख्यमंत्री योगी ने ग्राउंड जीरो पर मंडलों, जिलों और गांवों में दौरे किए। उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मंडल स्तर की समीक्षा बैठकें कीं, गांव के लोगों से उनके घर, अस्पताल जाकर संवाद किया, एक लाख गांवों में निगरानी समितियों को सक्रिय करके संक्रमितों की पहचान और 24 घंटे में टेस्ट कराकर मेडिसिन किट पहुंचाने की व्यवस्था की। जरूरत के अनुसार लोगों को आइसोलेट और अस्पताल में भर्ती कराया और इन्फेक्शन की चेन को ब्रेक किया। उसी का नतीजा आज उत्तर प्रदेश में कोरोना के बढ़ते टेस्ट और घटते केस के रूप में दिख रहा है।
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https://www.indiatv.in/india/politics/mamata-banerjee-attacks-rahul-gandhi-says-how-will-it-work-if-someone-lives-in-foreign-country-825350
'अगर कोई कुछ करता नहीं और विदेश में रहेगा तो कैसे चलेगा'- राहुल गांधी पर ममता बनर्जी की टिप्पणी
ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वे केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्ष का चेहरा बनेंगी तो उन्होंने कहा कि वे एक छोटी वर्कर हैं और वर्कर बनी रहना चाहती हैं। ममता बनर्जी ने हालांकि यह भी कहा कि जो खुद पर भरोसा रखते हैं वो सब कर पाते हैं।
मुंबई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए उनके विदेश दौरों पर सवाल उठाए हैं। ममता बनर्जी महाराष्ट्र के दौरे पर हैं और वहीं पर उनसे केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्षी एकता और राहुल गांधी के रोल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अगर कोई करता नहीं और विदेश में रहेगा तो कैसे चलेगा।"ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वे केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्ष का चेहरा बनेंगी तो उन्होंने कहा कि वे एक छोटी वर्कर हैं और वर्कर बनी रहना चाहती हैं। ममता बनर्जी ने हालांकि यह भी कहा कि जो खुद पर भरोसा रखते हैं वो सब कर पाते हैं।कल आदित्य ठाकरे, संजय राउत से ममता ने की थी मुलाकातपश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को शिवसेना के नेताओं आदित्य ठाकरे और संजय राउत से मुलाकात की। नेताओं के बीच इस मुलाकात को तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख द्वारा अन्य विपक्षी दलों तक पहुंचने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।मुंबई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए उनके विदेश दौरों पर सवाल उठाए हैं। ममता बनर्जी महाराष्ट्र के दौरे पर हैं और वहीं पर उनसे केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्षी एकता और राहुल गांधी के रोल को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अगर कोई करता नहीं और विदेश में रहेगा तो कैसे चलेगा।"ममता बनर्जी से जब पूछा गया कि क्या वे केंद्र सरकार के विरुद्ध विपक्ष का चेहरा बनेंगी तो उन्होंने कहा कि वे एक छोटी वर्कर हैं और वर्कर बनी रहना चाहती हैं। ममता बनर्जी ने हालांकि यह भी कहा कि जो खुद पर भरोसा रखते हैं वो सब कर पाते हैं।कल आदित्य ठाकरे, संजय राउत से ममता ने की थी मुलाकातसूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र दौरे पर आयीं बनर्जी को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी मिलना था, लेकिन वह बीमार हैं इसलिए उनके बेटे और राज्य सरकार में मंत्री आदित्य ठाकरे ने तृणमूल प्रमुख से भेंट की।सूत्रों ने बताया कि आदित्य ने बनर्जी को अपने पिता की तस्वीरों की एक कॉफी-टेबल बुक भी तोहफे में दी। दिन में बनर्जी ने सिद्धिविनायक मंदिर में दर्शन किए। उन्होंने 2008 मुंबई आतंकवादी हमले में शहीद हुए पुलिस कांस्टेबल तुकाराम ओम्बाले को श्रद्धांजलि भी दी। मुंबई आयीं बनर्जी के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार से मिलने की संभावना है।
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https://www.indiatv.in/india/national-punjab-new-corona-cases-covid-latest-updates-801127
पंजाब में कोरोना के 124 नए केस मिले, 6 मरीजों की मौत
पंजाब में शनिवार को छह और कोविड मरीजों की मौत हो गयी वहीं संक्रमण के 124 नए मामले सामने आए। यह जानकारी यहां जारी एक मेडिकल बुलेटिन में दी गयी है।
चंडीगढ़: पंजाब में शनिवार को छह और कोविड मरीजों की मौत हो गयी वहीं संक्रमण के 124 नए मामले सामने आए। यह जानकारी यहां जारी एक मेडिकल बुलेटिन में दी गयी है। राज्य में मृतकों और संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर क्रमशः 16,177 और 5,97,469 हो गयी है। राज्य में अभी 1,674 मरीजों का इलाज चल रहा है और ठीक हो चुके मरीजों की संख्या 5,79,618 हो गयी है। इस बीच, चंडीगढ़ में संक्रमण के आठ नए मामले सामने आए जिससे कुल संख्या बढ़कर 61,823 हो गयी। एक बुलेटिन के अनुसार, केंद्र शासित प्रदेश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 100 है। इस बीच जम्मू-कश्मीर में शनिवार को कोरेाना वायरस से संक्रमण के 185 नए मामले दर्ज किए गए जिससे संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,18,469 हो गयी। अधिकारियों ने बताया कि दो और मरीजों की मौत के साथ मरने वालों की संख्या 4,356 हो गई। उन्होंने कहा कि नए मामलों में से 74 जम्मू संभाग से और 111 कश्मीर संभाग से हैं। हरियाणा में शनिवार को आठ कोविड मरीजों की मौत हो गयी जबकि संक्रमण के 38 नए मामले सामने आए। राज्य में मृतकों और संक्रमितों की कुल संख्या क्रमश: 9,542 और 7,69,243 हो गयी है। राज्य में अभी 973 मरीजों का इलाज चल रहा है।
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https://www.indiatv.in/india/national-rt-pcr-test-report-mandatory-for-aircraft-passengers-coming-to-chhattisgarh-783695
छत्तीसगढ़ में विमान यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य की गई
छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने विमान से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने विमान से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने हवाई यात्रा के माध्यम से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के लिए कोविड जांच के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।अधिकारियों ने बताया कि दिशा-निर्देश में कहा गया है कि हवाई यात्रा से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के पास विमानतल पहुंचने से पहले 72 घंटे के भीतर कराए गए आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के नए प्रारूप के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए यह फैसला किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में राज्य के सभी संभागायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र जारी कर दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि दिशा-निर्देश के अनुसार ऐसे यात्री जिनके पास निर्धारित समयावधि की आरटी-पीसीआर जांच की रिपोर्ट नहीं होगी उनकी विमानतल पर ही जांच की जाएगी।वहीं, रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पृथक-वास, कोविड केयर सेन्टर या अस्पताल में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी यात्री द्वारा कोविड जांच के लिए सहमति नहीं दी जाती है तब ऐसी स्थिति में उसे स्वयं के व्यय पर सात दिनों तक पृथक-वास में रहना होगा। छोटे बच्चों की कोविड जांच के बारे में उनके पालकों की सहमति से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।अधिकारियों ने बताया कि विमान से आने वाले ऐसे यात्री जिनकी कोविड-19 जांच की रिपोर्ट नेगेटिव है उन्हें भी सात दिनों तक घर में ही पृथक-वास में रहने की सलाह दी जाएगी। ऐसे यात्रियों के फॉलोअप के लिए भी संबंधित जिलों के कलेक्टर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के माध्यम से आने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है। रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने विमान से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य कर दिया गया है। राज्य के जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने हवाई यात्रा के माध्यम से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के लिए कोविड जांच के संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।अधिकारियों ने बताया कि दिशा-निर्देश में कहा गया है कि हवाई यात्रा से छत्तीसगढ़ आने वाले यात्रियों के पास विमानतल पहुंचने से पहले 72 घंटे के भीतर कराए गए आरटी-पीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के नए प्रारूप के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए यह फैसला किया गया है।अधिकारियों ने बताया कि सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में राज्य के सभी संभागायुक्तों, पुलिस महानिरीक्षक, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को पत्र जारी कर दिशा-निर्देश का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि दिशा-निर्देश के अनुसार ऐसे यात्री जिनके पास निर्धारित समयावधि की आरटी-पीसीआर जांच की रिपोर्ट नहीं होगी उनकी विमानतल पर ही जांच की जाएगी।वहीं, रिपोर्ट में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार पृथक-वास, कोविड केयर सेन्टर या अस्पताल में रखा जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि किसी यात्री द्वारा कोविड जांच के लिए सहमति नहीं दी जाती है तब ऐसी स्थिति में उसे स्वयं के व्यय पर सात दिनों तक पृथक-वास में रहना होगा। छोटे बच्चों की कोविड जांच के बारे में उनके पालकों की सहमति से जांच करने के निर्देश दिए गए हैं।अधिकारियों ने बताया कि विमान से आने वाले ऐसे यात्री जिनकी कोविड-19 जांच की रिपोर्ट नेगेटिव है उन्हें भी सात दिनों तक घर में ही पृथक-वास में रहने की सलाह दी जाएगी। ऐसे यात्रियों के फॉलोअप के लिए भी संबंधित जिलों के कलेक्टर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के माध्यम से आने वाले यात्रियों के लिए केंद्र सरकार द्वारा पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए कहा गया है।