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मेलबर्न में पहले दिन कंगारुओं ने बनाए 277 रन | टीम इंडिया के साथ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के पहले टेस्ट मैच के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट के नुकसान पर 277 रन बना लिए हैं। | अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे तस्मानिया के सलामी बल्लेबाज एड कोवान (68) और पूर्व कप्तान रिकी पोंटिग (62) की सधी हुई पारियों की बदौलत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम ने भारत के साथ मेलबर्न क्रिकेट मैदान पर जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन सोमवार का खेल खत्म होने तक छह विकेट पर 277 रन बना लिए। भारतीय टीम ने चायकाल के बाद नौ रन के अंतराल पर मेजबान टीम के तीन विकेट झटककर मैच में शानदार वापसी की थी लेकिन इसके बाद नाबाद लौटने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ब्रैड हेडिन (21) और पीटर सिडल (34) ने सातवें विकेट के लिए 63 रन जोड़कर मैच पर अपनी पकड़ बनाने की भारतीय टीम की मंशा को नाकाम कर दिया। दोनों बल्लेबाजों ने 21.5 ओवर तक विकेट पर रहते हुए 2.88 रन प्रति ओवर की गति से रन बटोरे और अपनी टीम को संतोषजनक स्थिति में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। हेडिन ने 60 गेंदों का सामना किया है जबकि सिडल 80 गेंदों पर चार चौके लगा चुके हैं। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेजबान टीम की शुरुआत अपेक्षाकृत अच्छी रही क्योंकि सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने अपनी 37 रनों की संक्षिप्त पारी में कुछ आकर्षक स्ट्रोक लगाकर आने वाले मैचों के लिए अपने आत्मविश्वास को बढ़ाया। वॉर्नर का विकेट 46 रन के कुल योग पर गिरा। उस समय कोवान अपने खाते में सिर्फ सात रन जोड़ सके थे लेकिन वह जिस संयम के साथ बल्लेबाजी कर रहे थे, उसे देखते हुए यही लग रहा था कि वह अपने पहले मैच में छाप छोड़ने को आतुर हैं। वॉनर का विकेट उमेश यादव को मिला। आस्ट्रेलिया में अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे यादव ने वॉर्नर को विकेट के पीछे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के हाथों कैच कराया। वॉर्नर ने अपनी 49 गेंदों की पारी में चार चौके और एक छक्का लगाया। यह छक्का उमेश की गेंद पर लगा था। वॉर्नर का स्थान लेने आए शॉन मार्श चोट के बाद अपनी वापसी को सार्थक नहीं बना सके और छह गेंदों का सामना करने के बाद यादव की ही गेंद पर प्वाइंट में विराट कोहली के हाथों लपके गए। मार्श ने खराब शॉट खेला और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। वह खाता भी नहीं खोल सके। इसके बाद पोंटिग विकेट पर आए। यादव ने आते ही बाउंसर के साथ उनका स्वागत किया। गेंद सीधे पोंटिग की कनपटी पर लगी लेकिन वह इसके विचलित नहीं हुए क्योंकि उनके खाते में शायद एक अच्छी पारी का संयोग था। पोंटिग ने इसके बाद सम्भलकर खेलना शुरू किया और कोवान के साथ तीसरे विकेट के लिए 113 रन जोड़े। यादव की गेंद पर लक्ष्मण के हाथों स्लिप में कैच आउट होने से पहले पोंटिंग ने 94 गेंदों पर छह चौके लगाए। इस दौरान पोंटिंग ने कुछ कलात्मक शॉट लगाए। पोंटिंग की विदाई 159 रनों के कुल योग पर हुई। इसके बाद विकेट पर कप्तान माइकल क्लार्क आए। क्लार्क को इस बात का संतोष था कि पोंटिग ने कोवान के साथ मिलकर टीम को एक अच्छा आधार दे दिया है। ऐसे में कप्तान का काम कोवान के साथ मिलकर टीम को मजबूती प्रदान करना था। इस क्रम में कप्तान ने कोवान के साथ चौथे विकेट के लिए 46 रन जोड़े। इसी बीच कोवान ने अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक पूरा किया। इसके लिए उन्होंने 120 गेंदों का सामना किया। इसमें छह चौके शामिल थे। क्लार्क और कोवान ने आस्ट्रेलिया को 200 के कुल योग तक पहुंचाया लेकिन 205 रनों के कुल योग पर क्लार्क ने अपना संयम खो दिया। विकेट के लिए लम्बे समय से प्रयासरत जहीर खान ने चार महीने के आराम के बाद पहला विकेट झटका। क्लार्क को 68 गेदों पर पांच चौके लगाने के बाद पवेलियन लौटना पड़ा। इसकी अगली ही गेंद पर जहीर ने माइकल हसी (0) को आउट कर मेजबान टीम को एक और बड़ा झटका दिया। खराब दौर से गुजर रहे हसी सिर्फ एक गेंद का सामना कर सके। जहीर हैट्रिक पर थे लेकिन हेडिन ने उसे पूरा नहीं होने दिया। इसके बाद 214 रन के कुल योग पर इस मैच में एक और नाटकीय परिवर्तन आया। भारतीय टीम के एकमात्र स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कोवान को आउट कर आस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया। कोवान का कैच धौनी ने लपका। कोवान ने 177 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए। बारिश की आंखमिचौली के बीच दोनों टीमें 89 ओवरों का खेल पूरा करने में सफल रहीं। पहले सत्र में आई बारिश के कारण लगभग आधे घंटे का खेल खराब हुआ था। बीच-बीच में कई बार हल्की फुहार पड़ी लेकिन उससे ज्यादा असर नहीं पड़ा। मेलबर्न में बीती रात हुई जबरदस्त बारिश और ओलावृष्टि के बाद बादलों का आना-जाना लगा रहा लेकिन तीसरे सत्र में धूप निकलने के कारण खेल के लिए बहुत अच्छा हालात बन गया था। |
जरदारी को नहीं हुआ था मस्तिष्काघात : गिलानी | गिलानी ने कहा कि देश के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को मस्तिष्काघात नहीं हुआ था और उनकी स्थिति तेजी से सुधर रही है। | पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी ने रविवार को कहा कि देश के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को मस्तिष्काघात नहीं हुआ था और उनकी स्थिति तेजी से सुधर रही है। गिलानी ने बीबीसी को दिए साक्षात्कार में कहा कि स्वदेश लौटने से पहले जरदारी को दुबई के अस्पताल में दो सप्ताह आराम की आवश्यकता है। उन्होंने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि जरदारी को मस्तिष्काघात हुआ था और सेना उन्हें पद से हटाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि जरदारी का ह्रदय संबंधी परेशानी का दुबई में इलाज हो रहा है और उनकी स्थिति सुधर रही है, उनकी चिकित्सकीय रिपोर्ट बिल्कुल ठीक है। लेकिन उन्हें स्वदेश लौटने से पहले दो सप्ताह आराम की जरुरत पड़ेगी। गिलानी ने इस बात से भी इनकार किया कि जरदारी ने अपना त्यागपत्र लिखा है जैसा कि दुबई में स्थित सूत्र ने दावा किया था। उन्होंने गुपचुप तख्तापलट के बारे में अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि अफवाह तो अफवाह है। उन्होंने प्रश्न किया, वह (त्यागपत्र) क्यों लिखेंगे। उन्हें पूरे संसद का समर्थन प्राप्त है। |
अरविंद केजरीवाल सरकार ने निर्भया फंड से बसों में CCTV लगाने को मंजूरी दी | 6,350 डीटीसी और क्लस्टर बसों में निर्भया फंड से सीसीटीवी कैमरा लगेगा
जरीवाल की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया
निर्भया फंड केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजना है | दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने गुरुवार को 6,350 डीटीसी और क्लस्टर बसों में निर्भया फंड से सीसीटीवी कैमरा लगाने को मंजूरी दे दी, जिस पर 140 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया है. मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया.टिप्पणियां
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "मंत्रिमंडल ने परिवहन विभाग के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 6,350 डीटीसी और क्लस्टर बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए निर्भया फंड का प्रयोग किया जाएगा, जो केंद्र सरकार देती है."
निर्भया फंड केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसके तहत देश भर महिला सुरक्षा के लिए वित्त मुहैया कराया जाता है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह लोगों के लिए, खासकर दिल्ली की महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण फैसला है. दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसौदिया ने वित्त वर्ष 2015-16 के अपने पहले बजट भाषण में सभी डीटीसी बसों में सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव दिया था. (आईएएनएस से इनपुट)
एक आधिकारिक बयान में कहा गया, "मंत्रिमंडल ने परिवहन विभाग के उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसके तहत 6,350 डीटीसी और क्लस्टर बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. इसके लिए निर्भया फंड का प्रयोग किया जाएगा, जो केंद्र सरकार देती है."
निर्भया फंड केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसके तहत देश भर महिला सुरक्षा के लिए वित्त मुहैया कराया जाता है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह लोगों के लिए, खासकर दिल्ली की महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण फैसला है. दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसौदिया ने वित्त वर्ष 2015-16 के अपने पहले बजट भाषण में सभी डीटीसी बसों में सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव दिया था. (आईएएनएस से इनपुट)
निर्भया फंड केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई योजना है, जिसके तहत देश भर महिला सुरक्षा के लिए वित्त मुहैया कराया जाता है. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि यह लोगों के लिए, खासकर दिल्ली की महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण मुहैया कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण फैसला है. दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसौदिया ने वित्त वर्ष 2015-16 के अपने पहले बजट भाषण में सभी डीटीसी बसों में सीसीटीवी लगाने का प्रस्ताव दिया था. (आईएएनएस से इनपुट) |
आरबीआई गवर्नर सुब्बाराव ने चालू खाते के बढ़ते घाटे पर चेताया | भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर डी. सुब्बाराव ने आगाह किया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा (सीएडी) सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.3 प्रतिशत तक पहुंच जाने के बाद वित्त वर्ष के दौरान यह रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकता है। | भारतीय रिजर्व बैंक गवर्नर डी. सुब्बाराव ने आगाह किया है कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में चालू खाते का घाटा (सीएडी) सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 5.3 प्रतिशत तक पहुंच जाने के बाद वित्त वर्ष के दौरान यह रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकता है।टिप्पणियां
हालांकि, केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कोई आंकड़ा नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा, पिछले साल चालू खाते का घाटा जीडीपी का 4.2 प्रतिशत रहा था, लेकिन इस साल यह इससे ऊपर रहेगा। जीडीपी के समक्ष यह संभवत: अब तक की ऐतिहासिक ऊंचाई पर रह सकता है।
विदेशी मुद्रा की कुल प्राप्ति और खर्च का अंतर चालू खाते का घाटा कहलाता है। सुब्बाराव ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इस अंतर को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के जरिये आने वाले विदेशी मुद्रा के बजाय अनिश्चित अंतप्रवाह से पाटा जा रहा है, जिसमें घटबढ़ बनी रहती है। रिजर्व बैंक द्वारा गठित इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने बढ़ते चालू खाते के घाटे पर चिंता जताई। चालू खाते का घाटा बढ़ने की प्रमुख वजह तेल और सोने का ऊंचा आयात है। इसके तीसरी तिमाही के आंकड़े इसी सप्ताह आने की उम्मीद है।
हालांकि, केंद्रीय बैंक के गवर्नर ने कोई आंकड़ा नहीं दिया, लेकिन उन्होंने कहा, पिछले साल चालू खाते का घाटा जीडीपी का 4.2 प्रतिशत रहा था, लेकिन इस साल यह इससे ऊपर रहेगा। जीडीपी के समक्ष यह संभवत: अब तक की ऐतिहासिक ऊंचाई पर रह सकता है।
विदेशी मुद्रा की कुल प्राप्ति और खर्च का अंतर चालू खाते का घाटा कहलाता है। सुब्बाराव ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इस अंतर को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के जरिये आने वाले विदेशी मुद्रा के बजाय अनिश्चित अंतप्रवाह से पाटा जा रहा है, जिसमें घटबढ़ बनी रहती है। रिजर्व बैंक द्वारा गठित इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने बढ़ते चालू खाते के घाटे पर चिंता जताई। चालू खाते का घाटा बढ़ने की प्रमुख वजह तेल और सोने का ऊंचा आयात है। इसके तीसरी तिमाही के आंकड़े इसी सप्ताह आने की उम्मीद है।
विदेशी मुद्रा की कुल प्राप्ति और खर्च का अंतर चालू खाते का घाटा कहलाता है। सुब्बाराव ने इस बात पर भी चिंता जताई कि इस अंतर को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के जरिये आने वाले विदेशी मुद्रा के बजाय अनिश्चित अंतप्रवाह से पाटा जा रहा है, जिसमें घटबढ़ बनी रहती है। रिजर्व बैंक द्वारा गठित इंदिरा गांधी विकास अनुसंधान संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने बढ़ते चालू खाते के घाटे पर चिंता जताई। चालू खाते का घाटा बढ़ने की प्रमुख वजह तेल और सोने का ऊंचा आयात है। इसके तीसरी तिमाही के आंकड़े इसी सप्ताह आने की उम्मीद है। |
पाकिस्तान लौटने पर गिरफ्तार होंगे मुशर्रफ : खोसा | पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जब भी स्वदेश लौटेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पंजाब प्रांत के गवर्नर लतीफ खोसा ने यह एलान किया है। | पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जब भी स्वदेश लौटेंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। पंजाब प्रांत के गवर्नर लतीफ खोसा ने यह एलान किया है। सत्ताधारी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता खोसा ने सोमवार को कहा, पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या के मामले की सुनवाई कर रही एक आतंकवाद विरोधी अदालत ने मुशर्रफ को भगोड़ा घोषित कर रखा है। मुशर्रफ को वापस आने पर गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बेनजीर हत्याकांड में सात अभियुक्तों के खिलाफ अभियोग लगाया गया है और कई अन्य लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं। मुशर्रफ इन दिनों ब्रिटेन और दुबई में स्व-निर्वासित जीवन बीता रहे हैं। उन्होंने ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग नामक एक पार्टी भी बनाई है और वह अगले साल 23 मार्च को पाकिस्तान लौटने की इच्छा जता चुके हैं। वह अप्रैल, 2009 से देश से बाहर हैं। खोसा ने कहा, अगर मुशर्रफ इस्लामाबाद में कदम रखते हैं तो उन्हें संघीय सरकार गिरफ्तार कर लेगी। अगर वह पंजाब प्रांत में आते हैं तो नवाज शरीफ की पीएमएल-एन सरकार उन्हें पकड़ेगी। ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के प्रवक्ता फव्वाद चौधरी ने पीटीआई को बताया कि कई गिरफ्तारी वारंट के जारी किए जाने और सुरक्षा कारणों के बावजूद मुशर्रफ वतन लौटेंगे। उन्होंने कहा, मुशर्रफ यह स्पष्ट कर चुके हैं कि जो भी होगा वह अपनी सरजमीं पर लौटेंगे। |
देवशयनी एकादशी आज, अगले चार महीने तक नहीं होंगे मांगलिक कार्य, जानिए पूजा विधि और व्रत कथा | देवशयनी एकादशी का विशेष महत्व है
मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं
इस दिन से अगले चार महीने तक सभी मांगलिक कार्य रुक जाते हैं | देवशयनी एकादशी (Devshayani Ekadashi) का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है. मान्यता है कि देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) निद्रा में चले जाते हैं और फिर चार महीने बाद देवप्रबोधनी एकादशी के दिन उठते हैं. पुराणों के अनुसार इन चार महीनों के दौरान भगवान विष्णु पाताल लोक के राजा बलि के पास रहते हैं इसलिए कहा जाता है कि श्री हरि निद्रा में हैं. इन चार महीनों को चतुर्मास के नाम से जाना जाता है. यही वजह है कि इस दौरान सभी शुभ कार्य रुक जाते हैं. भगवान के सोने की वजह से मांगलिक कार्य जैसे कि विवाह, जनेऊ, गृह प्रवेश, नामकरण व उपनयन संस्कार नहीं होते हैं.
यह भी पढ़ें: क्या है देवउठनी एकादशी? जानिए पूजा विधि और महत्व
भगवान वापन ने ऐसा ही किया. इस तरह देवताओं की चिंता खत्म हो गई. वहीं भगवान राजा बलि के दान-धर्म से बहुत प्रसन्न हुए. उन्होंने राजा बलि से वरदान मांगने को कहा तो बलि ने उनसे पाताल में बसने का वर मांग लिया. बलि की इच्छा पूर्ति के लिए भगवान को पाताल जाना पड़ा. भगवान विष्णु के पाताल जाने के बाद सभी देवतागण और माता लक्ष्मी चिंतित हो गए. अपने पति भगवान विष्णु को वापस लाने के लिए माता लक्ष्मी गरीब स्त्री बनकर राजा बलि के पास पहुंची और उन्हें अपना भाई बनाकर राखी बांध दी. बदले में भगवान विष्णु को पाताल लोक से वापस ले जाने का वचन ले लिया.
पाताल से विदा लेते वक्त भगवान विष्णु ने राजा बलि को वरदान दिया कि वह आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी से कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी तक पाताल लोक में वास करेंगे. पाताल लोक में उनके रहने की इस अवधि को योगनिद्रा माना जाता है. |
सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को दी नसीहत, कहा- यह न भूलें कि कीवी टीम वर्ल्ड कप की उपविजेता है | दिल्ली में खेले गए दूसरे वनडे में भारतीय बल्लेबाजी बिखर गई थी
टीम इंडिया की ओर से केदार जाधव ने बनाए थे सर्वाधिक 41 रन
कप्तान धोनी ने 39 रन बनाए थे, लेकिन अहम मौके पर आउट हो गए | दिल्ली वनडे में टीम इंडिया की हार पर चर्चा करते हुए पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया को नसीहत देते हुए कहा है कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि न्यूजीलैंड की टीम वनडे वर्ल्ड कप की उपविजेता है. उसे हल्के में नहीं लिया जा सकता. टेस्ट की बात अलग थी, लेकिन न्यूजीलैंड की टीम वनडे और टी-20 में बेहतर है, क्योंकि उसके पास कई शानदार बल्लेबाज और गेंदबाज हैं. उन्होंने टीम इंडिया की हार के अन्य कारण भी गिनाए, जिनमें से रनों का पीछा करते समय सही शुरुआत नहीं मिलना भी एक है.
सुनील गावस्कर ने 243 रन के छोटे लक्ष्य का भी पीछा नहीं कर पाने पर बात करते हुए NDTV से कहा कि इससे कुछ प्रश्न खड़े हो गए हैं. कोटला वनडे में हार का मतलब है कि अब सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ गई है, जबकि लक्ष्य छोटा था. गौरतलब है कि पहले वनडे में भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी.
उन्होंने आगे कहा, महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों को इसलिए संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि उन्हें सही शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को थोड़ा अधिक धैर्य दिखाना था.
गावस्कर ने कहा, 'भारत पर लक्ष्य का पीछा करते समय शुरुआत से ही दबाव था. उस पर टीम इंडिया को सही शुरुआत नहीं मिली. रोहित शर्मा जैसा बल्लेबाज मैच को अकेले ही खींचकर ले जाने की क्षमता रखता है, लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली के साथ भी हुआ. यही वह कारण थे जिनसे इंडिया लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
सुनील गावस्कर ने 243 रन के छोटे लक्ष्य का भी पीछा नहीं कर पाने पर बात करते हुए NDTV से कहा कि इससे कुछ प्रश्न खड़े हो गए हैं. कोटला वनडे में हार का मतलब है कि अब सीरीज 1-1 से बराबरी पर आ गई है, जबकि लक्ष्य छोटा था. गौरतलब है कि पहले वनडे में भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली थी.
उन्होंने आगे कहा, महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों को इसलिए संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि उन्हें सही शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को थोड़ा अधिक धैर्य दिखाना था.
गावस्कर ने कहा, 'भारत पर लक्ष्य का पीछा करते समय शुरुआत से ही दबाव था. उस पर टीम इंडिया को सही शुरुआत नहीं मिली. रोहित शर्मा जैसा बल्लेबाज मैच को अकेले ही खींचकर ले जाने की क्षमता रखता है, लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली के साथ भी हुआ. यही वह कारण थे जिनसे इंडिया लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
उन्होंने आगे कहा, महेंद्र सिंह धोनी के धुरंधरों को इसलिए संघर्ष करना पड़ा, क्योंकि उन्हें सही शुरुआत नहीं मिली. उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय बल्लेबाजों को थोड़ा अधिक धैर्य दिखाना था.
गावस्कर ने कहा, 'भारत पर लक्ष्य का पीछा करते समय शुरुआत से ही दबाव था. उस पर टीम इंडिया को सही शुरुआत नहीं मिली. रोहित शर्मा जैसा बल्लेबाज मैच को अकेले ही खींचकर ले जाने की क्षमता रखता है, लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली के साथ भी हुआ. यही वह कारण थे जिनसे इंडिया लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
गावस्कर ने कहा, 'भारत पर लक्ष्य का पीछा करते समय शुरुआत से ही दबाव था. उस पर टीम इंडिया को सही शुरुआत नहीं मिली. रोहित शर्मा जैसा बल्लेबाज मैच को अकेले ही खींचकर ले जाने की क्षमता रखता है, लेकिन वह जल्दी ही आउट हो गए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली के साथ भी हुआ. यही वह कारण थे जिनसे इंडिया लक्ष्य का पीछा करने में सफल नहीं हो पाई.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
भारतीय बल्लेबाजों की गलतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'वनडे में भी बल्लेबाज के पास बड़े शॉट खेलने का समय होता है, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने विकेट पर समय नहीं बिताया और जल्दी आउट हो गए.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
गावस्कर ने कीवी टीम के कप्तान केन विलियम्सन की तारीफ की. गौरतलब है कि विलियम्सन ने 118 रन की पारी खेली थी और मैन ऑफ द मैच रहे.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
उन्होंने कहा, 'हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि वह वर्ल्ड कप के उपविजेता हैं. उनके पास विलियम्सन, टॉम लाथम, मार्टिन गप्टिल जैसे अच्छे बल्लेबाज हैं और उनकी गेंदबाजी भी अच्छी है. मिचेल सैंटनर बहुत अच्छी गेंदबाजी करते हैं और उनकी फील्डिंग भी कमाल की है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.'
विलियम्सन की कप्तानी पर बात करते हुए सुनील गावस्कर ने कहा, 'केन विलियम्सन ने खुद अच्छा प्रदर्शन करके उदाहरण रखते हुए कप्तानी की और टीम उससे प्रेरित हुई. उन्होंने अपनी आलाोचनाओं का भी बखूबी जवाब दिया. कुल मिलाकर वनडे में कीवी टीम बहुत ही अच्छी है.' |
दिग्विजय सिंह ने पुलवामा हमले को बताया 'दुर्घटना' तो वीके सिंह ने पूछा- राजीव गांधी की हत्या क्या थी? | दिग्विजय सिंह साधा था PM मोदी पर निशाना
पूछा था- आप चुप क्यों हैं
पुलवामा आतंकी हमले को बताया, 'दुर्घटना' | उन्होंने ट्वीट किया था, 'हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है व सम्पूर्ण विश्वास है. सेना में मैंने मेरे अनेकों परिचित और करीबी रिश्तेदारों को देखा है किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़ कर हमारी सुरक्षा करते हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. किन्तु पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गई. 'Air Strike' के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है, जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है.'
#WATCH Union minister VK Singh on Congress leader Digvijaya Singh terming #Pulwama terrorist attack an “accident”,says, "With due respect, I would like to ask Digvijaya Singh Ji, was Rajiv Gandhi's assassination an accident or a terror incident?" pic.twitter.com/Sm1blc2Gjj
Union Minister P Javadekar on Digvijaya Singh terms #PulwamaAttack an ‘accident': Congress ko kya hogya hai?Desh ki jan bhawna se ek dum ulti baat karte hain,sena ki jankari ko jhutla rahe hain.Aisa kisi lok tantra desh mein nahi hota jahan sena par hi avishwas darshaya jata hai. pic.twitter.com/j3AX2X8pqr
वीके सिंह के अलावा केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, 'कांग्रेस को क्या हो गया है...? देश की जनभावना से एकदम उल्टी बात कर रहे हैं, सेना की जानकारी को झुठला रहे हैं... ऐसा किसी लोकतांत्रिक देश में नहीं होता, जहां सेना पर ही अविश्वास दर्शाया जाता हो..."
हमें हमारी सेना पर उनकी बहादुरी पर गर्व है व सम्पूर्ण विश्वास है। सेना में मैंने मेरे अनेकों परिचित व निकट के रिश्तेदारों को देखा है किस प्रकार वे अपने परिवारों को छोड़ कर हमारी सुरक्षा करते हैं। हम उनका सम्मान करते हैं।
किन्तु पुलवामा दुर्घटना के बाद हमारी वायु सेना द्वारा की गयी “Air Strike" के बाद कुछ विदेशी मीडिया में संदेह पैदा किया जा रहा है जिससे हमारी भारत सरकार की विश्वसनीयता पर भी प्रश्न चिन्ह लग रहा है।
हालांकि, दिग्विजय सिंह ने बाद में ट्वीट करते हुए इस सफाई दी और उन्होंने कहा, 'पुलवामा आतंकी हमला था इसमें क्या शक है? लेकिन फिर से मोदी जी की Troll Army मूल प्रश्न का उत्तर देने से क़तरा रही है.'
पुलवामा आतंकी हमला था इसमें क्या शक है? लेकिन फिर से मोदी जी की Troll Army मूल प्रश्न का उत्तर देने से क़तरा रही है।
दिग्विजय सिंह ने एयर स्ट्राइक में ढेर हुए आतंकियों की संख्या को लेकर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं 300 आतंकवादी मारे गए, भाजपा अध्यक्ष कहते हैं 250 मारे हैं, योगी आदित्यनाथ कहते हैं 400 मारे गये और आपके मंत्री एसएस अहलूवालिया कहते एक भी नहीं मरा. और आप इस विषय में मौन हैं. देश जानना चाहता है कि इसमें झूठा कौन है.'
प्रधान मंत्री जी आपकी सरकार के कुछ मंत्री कहते हैं ३०० आतंकवादी मारे गये भाजपा अध्यक्ष कहते हैं २५० मारे हैं, योगी आदित्यनाथ कहते हैं ४०० मारे गये और आपके मंत्री SS Ahluwalia कहते एक भी नहीं मरा।और आप इस विषय में मौन हैं। देश जानना चाहता है कि इसमें झूठा कौन है।
साथ ही दिग्विजय सिंह ने कहा था, 'मोदी जी सवाल ना सियासत का है ना सत्ता का. सवाल उन बिलखती बहनों का है जिन्होंने अपने भाई खोए हैं सवाल उस मां का है, जिसके लाड़ले की शहादत हुई है और सवाल उस वीरांगना का है, जिसने अपना पति खोया है. इनके सवालों का जवाब आप कब देंगे?' |
सोनाक्षी सिन्हा के सामने जज की फटी पैंट, OOPS मूवमेंट का वीडियो वायरल | रियलिटी शो 'नच बलिए' के सेट पर दिखा OOPS मूवमेंट
शो में एक डांस स्टेप के दौरान जज टेरेंस लुईस की फटी पैंट
शो में अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा भी थीं मौजूद | Opps moment!! Wardrobe malfunction on the sets of #NachBaliye8@terencehere@sonakshisinha@karantacker@SanamJohar#SanayaIrani@StarPluspic.twitter.com/0ZHEmDyZDU
पिछले दिनों अमेरिकी टेलीफिल्म डर्टी डांसिंग (2017) के प्रीमियर में शामिल हुईं सिंगर निकोल शेर्जिगर को लॉस एंजेलिस में वार्डरोब मालफंक्शन का शिकार होना पड़ा. वेबसाइट 'एसशोबिज डॉट कॉम' के मुताबिक, गुरुवार को प्रीमियर के दौरान 38 वर्षीय सिंगर खूबसूरत बैकलेस ड्रेस के साथ नजर आ रही थीं, तभी अचानक से वह वार्डरोब मालफंक्शन का शिकार हो गईं. निकोल यहां क्रीम कलर की स्लीवलेस गाउन में दिखीं. इस डीपनेस ड्रेस के साथ उन्होंने ब्लैक जैकेट पहन रखा था. जैसे ही वह इवेंट से बाहर निकलीं तब वे ऊप्स मोमेंट का शिकार हो गईं.
#nicolescherzingerA post shared by Nicole Scherzinger (@thenicolescherzy) on May 19, 2017 at 11:52am PDT #nicolescherzinger #streetstyle #streetfashion #instalook #instagood #instastyle #instafashion #fashion #fashionista #fashionable #fashionlook #fashionkilla #style #stylist #stylish #stylelook #stylelover #celebritylook #celebrityfashion #potd #lookstyle #lookfashion #lotd #ootd #flawless #mua #afashionstalker @nicolescherzyA post shared by @afashionstalker on May 20, 2017 at 4:38pm PDT निकोल 'डर्टी डांसिंग' में सिंगर पेनी रिवेरा की भूमिका निभा रही हैं, यह 1980 के दशक की मशहूर फिल्म का टीवी रीमेक है. न्यूज एजेंसी आईएएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रीमियर में वह क्रीम कलर की ड्रेस में काफी खूबसूरत लग रही थीं. शेर्जिगर हालांकि इसे नोटिस नहीं कर पाईं कि उनका गाउन थोड़ा खिसक गया है और उनके अंडरगार्मेंट्स नजर आ रहे हैं.
प्रीमियर में शामिल होने के बाद वह आफ्टर-पार्टी में शिरकत करने के लिए टीएओ नाइटक्लब चली गईं. इससे पहले भी सिंगर वार्डरोब मालफंक्शन का शिकार हो चुकी हैं. आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, साल की शुरुआत में लंदन फैशन वीक के कार्यक्रम स्थल के बाहर जब निकोल कार में बैठने के लिए झुकीं तब भी उन्हें शर्मिदगी का सामना करना पड़ा था. निकोल चेजिंग पापी (2003), लव डॉन्ट कोस्ट ए थिंग (2003), मैन इन ब्लैक 3 (2012) जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं.
#nicolescherzinger
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प्रीमियर में शामिल होने के बाद वह आफ्टर-पार्टी में शिरकत करने के लिए टीएओ नाइटक्लब चली गईं. इससे पहले भी सिंगर वार्डरोब मालफंक्शन का शिकार हो चुकी हैं. आईएएनएस की रिपोर्ट के अनुसार, साल की शुरुआत में लंदन फैशन वीक के कार्यक्रम स्थल के बाहर जब निकोल कार में बैठने के लिए झुकीं तब भी उन्हें शर्मिदगी का सामना करना पड़ा था. निकोल चेजिंग पापी (2003), लव डॉन्ट कोस्ट ए थिंग (2003), मैन इन ब्लैक 3 (2012) जैसी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं. |
जब पिता ने रेल में अकेली सफर कर रही बेटी की सुरक्षा के लिए रेलमंत्री से लगाई गुहार... | रेलमंत्री ने ट्वीट कर दिया जवाब
लोगों ने दे डाली तमाम सलाह
रेलमंत्री की लोगों ने की प्रशंसा | रेल में सफर आज कितना सुरक्षित है, या कहें असुरक्षित है कि एक पिता अपनी बेटी की सुरक्षा को लेकर इतना चिंतित हुआ कि सीधे रेलमंत्री सुरेश प्रभु से संपर्क कर डाला। खास बात यह है कि इस देश के रेलमंत्री ने तुरंत उन्हें हिम्मत बंधाई और जरूरत पर क्या करना यह भी बता दिया।
Don't worry, Railway family is with her.Do let us knw immediately in case of any specific issue.V wil tk care of her https://t.co/kMDL8HOGvq
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) July 2, 2016
लेकिन पिता कि चिंता पर तमाम लोगों ने उन्हें खरी-खोटी भी सुना दी तो कुछ लोगों ने सवाल उठा दिया कि आखिर क्यों रेल में सफर आज भी सुरक्षित नहीं है। एक सज्जन ने पिता को सलाह दे दी कि इतनी चिंता थी तो रेलमंत्री को निजी तौर पर मेल कर दिया होता नकि सार्वजनिक तौर पर ऐसा कर अपना मजाक क्यों बनवाया।
@sureshpprabhu@RailMinIndia My daughter S rathore PNR 2647191473 Train 12328 travelling alone today, causes me worry plz take care and help
— Gyanvardhan Rathore (@GyanvardhanR) July 2, 2016टिप्पणियां
कुछ लोगों की सलाह है कि चिंता के समय रेलमंत्री से सीधे मदद की बजाय ऐसी व्यवस्था ही होनी चाहिए कि रेल में किसी को असुरक्षा की भावना न घेरे। कोई पिता अपनी बेटी को अकेले सफर पर भेजने से पहले न डरे। googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
वहीं कुछ लोगों ने चिंतित पिता को कहा कि उन्हें चिंतित होने के जरूरत नहीं है। रेल में उनकी बेटी के साथ तमाम और लोग सफर कर रहे हैं और वह सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाएगी।
Don't worry, Railway family is with her.Do let us knw immediately in case of any specific issue.V wil tk care of her https://t.co/kMDL8HOGvq
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) July 2, 2016
लेकिन पिता कि चिंता पर तमाम लोगों ने उन्हें खरी-खोटी भी सुना दी तो कुछ लोगों ने सवाल उठा दिया कि आखिर क्यों रेल में सफर आज भी सुरक्षित नहीं है। एक सज्जन ने पिता को सलाह दे दी कि इतनी चिंता थी तो रेलमंत्री को निजी तौर पर मेल कर दिया होता नकि सार्वजनिक तौर पर ऐसा कर अपना मजाक क्यों बनवाया।
@sureshpprabhu@RailMinIndia My daughter S rathore PNR 2647191473 Train 12328 travelling alone today, causes me worry plz take care and help
— Gyanvardhan Rathore (@GyanvardhanR) July 2, 2016टिप्पणियां
कुछ लोगों की सलाह है कि चिंता के समय रेलमंत्री से सीधे मदद की बजाय ऐसी व्यवस्था ही होनी चाहिए कि रेल में किसी को असुरक्षा की भावना न घेरे। कोई पिता अपनी बेटी को अकेले सफर पर भेजने से पहले न डरे। googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
वहीं कुछ लोगों ने चिंतित पिता को कहा कि उन्हें चिंतित होने के जरूरत नहीं है। रेल में उनकी बेटी के साथ तमाम और लोग सफर कर रहे हैं और वह सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाएगी।
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कुछ लोगों की सलाह है कि चिंता के समय रेलमंत्री से सीधे मदद की बजाय ऐसी व्यवस्था ही होनी चाहिए कि रेल में किसी को असुरक्षा की भावना न घेरे। कोई पिता अपनी बेटी को अकेले सफर पर भेजने से पहले न डरे।
वहीं कुछ लोगों ने चिंतित पिता को कहा कि उन्हें चिंतित होने के जरूरत नहीं है। रेल में उनकी बेटी के साथ तमाम और लोग सफर कर रहे हैं और वह सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाएगी।
वहीं कुछ लोगों ने चिंतित पिता को कहा कि उन्हें चिंतित होने के जरूरत नहीं है। रेल में उनकी बेटी के साथ तमाम और लोग सफर कर रहे हैं और वह सुरक्षित अपने गंतव्य तक पहुंच जाएगी। |
शेयर बाजारों में तेज गिरावट | सप्ताह के पहले कारोबारी दिवस सोमवार को देश के शेयर बाजारों में दोपहर तक के कारोबार में तेज गिरावट देखी गई। | सप्ताह के पहले कारोबारी दिवस सोमवार को देश के शेयर बाजारों में दोपहर तक के कारोबार में तेज गिरावट देखी गई। सुबह में प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 54.64 अंकों की बढ़त के साथ 19925.17 पर जबकि निफ्टी 5.80 अंक बढ़कर 5372.20 पर खुला लेकिन शुरुआत के कुछ ही समय बाद बाजार में गिरावट आने लगी। दरअसल, भारत सरकार द्वारा मॉरिशस के साथ दोहरे काराधान से बचाव समझौते को लेकर बातचीत शुरू करने की खबरों के कारण बाजार में उथल-पुथल मच गई। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से ऐसी खबर आई थी कि भारत और मॉरिशस के कर अधिकारी नए दोहरे काराधान बचाव समझौते को लेकर शीघ्र वार्ता शुरू करने वाले हैं। भारत में 40 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मॉरिशस में पंजीकृत कम्पनियों या कोषों के माध्यम से होता है। दिन का कारोबार खत्म होने से करीब एक घंटे पहले बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 331.60 अंकों की गिरावट का साथ 17538.89 पर जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का संवेदी सूचकांक निफ्टी 91.50 अंक गिरकर 5274.90 पर कारोबार कर रहा था। बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी दो सौ से अधिक अंकों की गिरावट देखी गई। |
जग्गा जासूस: नए गाने में नजर आ रही है रणबीर कपूर और कैटरीना कैफ की क्यूट लवस्टोरी | 'जग्गा जासूस' का तीसरा गाना हुआ रिलीज
गाने में अपनी ही दुनिया में भागते और दौड़ते नजर आ रहे हैं रणबीर-कैटरीना
जग्गा जासूस 14 जुलाई को रिलीज हो रही है | अनुराग बसु द्वारा निर्देशित, डिज़नी और पिक्चर शुरू प्रोडक्शन की जग्गा जासूस 14 जुलाई 2017 को रिलीज हो रही है. इस फिल्म के सुपरहिट होने की उम्मीद कर रहे रणबीर कपूर इस फिल्म से प्रोड्यूसर भी बन रहे हैं. 'जग्गा जासूस' के लिए रणबीर-कैटरीना के फैन्स को लंबा इंतजार करना पड़ा है क्योंकि यह फिल्म 3 सालों के लंबे समय के बाद रिलीज हो रही है.
अनुराग बसु द्वारा निर्देशित, डिज़नी और पिक्चर शुरू प्रोडक्शन की जग्गा जासूस 14 जुलाई 2017 को रिलीज हो रही है. इस फिल्म के सुपरहिट होने की उम्मीद कर रहे रणबीर कपूर इस फिल्म से प्रोड्यूसर भी बन रहे हैं. 'जग्गा जासूस' के लिए रणबीर-कैटरीना के फैन्स को लंबा इंतजार करना पड़ा है क्योंकि यह फिल्म 3 सालों के लंबे समय के बाद रिलीज हो रही है. |
पाकिस्तान का नजरिया बीते जमाने की बात, अब कोई इस ओर ध्यान देने वाला नहीं : UN में भारत | सैयद अकबरुद्दीन ने दिया पाक को सख्त जवाब
पाक से कहा-अपनी निरर्थक इच्छा को छोड़ दीजिए
जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा | एक तरफ पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ जहां अपनी घरेलू जनता के सामने कश्मीर और आंतकी बुरहान बुरहान वानी को कश्मीर का लाल बता रहे थे, वहीं दूसरी ओर बुधवार को भारत ने संयुक्त राष्ट्र में इसका सख्त जवाब देते हुए कहा कि पड़ोसी देश का नजरिया ''बीते जमाने की बात'' हो चुकी है और अब इस पर ''कोई ध्यान देने वाला नहीं है''. संयुक्त राष्ट्र जनरल असेंबली में बोलते हुए UN में स्थायी एंबेसडर सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि भारत दृढ़ता से पाकिस्तान को जवाब देता रहेगा.
उन्होंने कहा, ''अपनी निरर्थक इच्छा को छोड़ दीजिए. जम्मू-कश्मीर, भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा. इस मसले पर पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय मंचों के दुरुपयोग से वास्तविकता नहीं बदलेगी.''
संयुक्त राष्ट्र के विशेष रूप से सुरक्षा परिषद की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना करते हुए विशेष रूप से अकबरुद्दीन ने कहा, ''इस मुख्य इकाई का मकसद शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने का था लेकिन यह हमारे समय की जरूरतों को लेकर कई तरह से अनुत्तरदायी बन चुकी है और अपने समक्ष खड़ी चुनौतियों से निपटने में निष्प्रभावी है.''
उन्होंने आतंकवाद के मसले पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र अभी तक इस मसले पर एक समग्र नीति अख्तियार नहीं कर पाया है जबकि यह वैश्विक शांति और सुरक्षा के सबसे बड़े खतरों में शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 20 वर्षों की बातचीत के बाद भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने या उनके प्रत्यर्पण के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक तय नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा, ''द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देशों और समाजों के सामने सबसे बड़े खतरों में शुमार आतंकवाद की चुनौती से निपटने में नाकामी हमारे संगठन की प्रासंगिकता पर सवालिया निशान खड़े करती है.''
सैयद अकबरुद्दीन का बयान से पहले इसी मंच से चंद रोज पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था. इसी मंच का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की अपील की थी जिसे मोटे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नजरअंदाज कर दिया. टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
उन्होंने कहा, ''अपनी निरर्थक इच्छा को छोड़ दीजिए. जम्मू-कश्मीर, भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा. इस मसले पर पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय मंचों के दुरुपयोग से वास्तविकता नहीं बदलेगी.''
संयुक्त राष्ट्र के विशेष रूप से सुरक्षा परिषद की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना करते हुए विशेष रूप से अकबरुद्दीन ने कहा, ''इस मुख्य इकाई का मकसद शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने का था लेकिन यह हमारे समय की जरूरतों को लेकर कई तरह से अनुत्तरदायी बन चुकी है और अपने समक्ष खड़ी चुनौतियों से निपटने में निष्प्रभावी है.''
उन्होंने आतंकवाद के मसले पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र अभी तक इस मसले पर एक समग्र नीति अख्तियार नहीं कर पाया है जबकि यह वैश्विक शांति और सुरक्षा के सबसे बड़े खतरों में शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 20 वर्षों की बातचीत के बाद भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने या उनके प्रत्यर्पण के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक तय नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा, ''द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देशों और समाजों के सामने सबसे बड़े खतरों में शुमार आतंकवाद की चुनौती से निपटने में नाकामी हमारे संगठन की प्रासंगिकता पर सवालिया निशान खड़े करती है.''
सैयद अकबरुद्दीन का बयान से पहले इसी मंच से चंद रोज पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था. इसी मंच का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की अपील की थी जिसे मोटे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नजरअंदाज कर दिया. टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
संयुक्त राष्ट्र के विशेष रूप से सुरक्षा परिषद की कार्यप्रणाली की तीखी आलोचना करते हुए विशेष रूप से अकबरुद्दीन ने कहा, ''इस मुख्य इकाई का मकसद शांति एवं सुरक्षा बरकरार रखने का था लेकिन यह हमारे समय की जरूरतों को लेकर कई तरह से अनुत्तरदायी बन चुकी है और अपने समक्ष खड़ी चुनौतियों से निपटने में निष्प्रभावी है.''
उन्होंने आतंकवाद के मसले पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र अभी तक इस मसले पर एक समग्र नीति अख्तियार नहीं कर पाया है जबकि यह वैश्विक शांति और सुरक्षा के सबसे बड़े खतरों में शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 20 वर्षों की बातचीत के बाद भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने या उनके प्रत्यर्पण के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक तय नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा, ''द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देशों और समाजों के सामने सबसे बड़े खतरों में शुमार आतंकवाद की चुनौती से निपटने में नाकामी हमारे संगठन की प्रासंगिकता पर सवालिया निशान खड़े करती है.''
सैयद अकबरुद्दीन का बयान से पहले इसी मंच से चंद रोज पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था. इसी मंच का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की अपील की थी जिसे मोटे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नजरअंदाज कर दिया. टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
उन्होंने आतंकवाद के मसले पर कहा कि संयुक्त राष्ट्र अभी तक इस मसले पर एक समग्र नीति अख्तियार नहीं कर पाया है जबकि यह वैश्विक शांति और सुरक्षा के सबसे बड़े खतरों में शामिल है. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 20 वर्षों की बातचीत के बाद भी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई करने या उनके प्रत्यर्पण के लिए कोई अंतरराष्ट्रीय मानक तय नहीं हो पाए हैं. उन्होंने कहा, ''द्वितीय विश्व युद्ध के बाद देशों और समाजों के सामने सबसे बड़े खतरों में शुमार आतंकवाद की चुनौती से निपटने में नाकामी हमारे संगठन की प्रासंगिकता पर सवालिया निशान खड़े करती है.''
सैयद अकबरुद्दीन का बयान से पहले इसी मंच से चंद रोज पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था. इसी मंच का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की अपील की थी जिसे मोटे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नजरअंदाज कर दिया. टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
सैयद अकबरुद्दीन का बयान से पहले इसी मंच से चंद रोज पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया था. इसी मंच का इस्तेमाल करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की अपील की थी जिसे मोटे तौर पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने नजरअंदाज कर दिया. टिप्पणियां
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
इससे पहले पाकिस्तान में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने बुधवार को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिया.
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''
गौरतलब है कि मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.'' |
आखिरी बार दिखेगा मुरलीधरन की फिरकी का जादू | श्रीलंकाई कप्तान संगकारा ने कहा है कि उनकी टीम टेस्ट मैचों में 800 और वनडे में 534 विकेट लेने वाले इस गेंदबाज के लिए खिताब जीतने का प्रयास करेगी। | वानखेड़े स्टेडियम में शनिवार को होने वाला विश्व कप का फाइनल मुकाबला कई लिहाज से अहम होगा। सर्वप्रथम, विश्व कप के इतिहास में पहली बार दो एशियाई टीमें फाइनल में भिड़ेंगी और दूसरा यह मैच विश्व क्रिकेट के धुरंधर स्पिन गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन का अंतिम विश्व कप मैच होगा। इस मैच के बाद मुरलीधरन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले के बाद पाकिस्तान के शोएब अख्तर ने भी संन्यास ले लिया। इसकी कुछ खास चर्चा नहीं हुई, लेकिन मुरलीधरन का अगले विश्व कप में नहीं खेलना क्रिकेट प्रेमियों को बेहद खलेगा। मुरलीधरन टेस्ट मैचों में 800वां विकेट झटकने के बाद इस विधा से संन्यास ले चुके हैं और उसके तुरंत बाद मुरली ने कहा था कि वह इस विश्व कप के बाद एकदिवसीय मैचों से भी संन्यास ले लेंगे। श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने कहा है कि उनकी टीम टेस्ट मैचों में 800 और एकदिवसीय मैचों में 534 विकेट लेने वाले इस चैम्पियन गेंदबाज के लिए खिताब जीतने का प्रयास करेगी। दूसरी ओर, 36 वर्षीय सचिन के लिए भी संभवत: यह आखिरी विश्व कप होगा, लेकिन वह आगे भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सक्रिय रहेंगे। मुरली से उलट सचिन को अब तक इस बात का मलाल है कि विश्व क्रिकेट के बल्लेबाजी के तमाम रिकॉर्ड अपने नाम करने के बावजूद उन्हें अब भी विश्व कप ट्रॉफी की कमी खल रही है। मुरली का मामला इससे भिन्न है, क्योंकि वह 1996 में विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य रहे हैं। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और उनके सभी साथी चाहेंगे कि वे सचिन को विश्व कप की समाप्ति तक यह तोहफा दें और इसी लिहाज से फाइनल मैच के रोचक और रोमांचक होने की उम्मीद है। दो एशियाई टीमें पहली बार फाइनल में पहुंचकर अपने एक-एक महान खिलाड़ियों को शानदार ढंग से विश्व कप से विदाई देना चाहेंगी। सचिन के लिए यह मैच एक और वजह से खास है। वह अब तक 99 अंतरराष्ट्रीय शतक लगा चुके हैं। मोहाली में वह 15 रनों से शतक से चूक गए थे, लेकिन अगर उनका 100वां शतक मुंबई में लगता है और उसकी मदद से भारत खिताब जीतता है, तो यह भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों और खुद सचिन के लिए किसी सपने के सच होने से कम नहीं होगा। |
IRS अफसर ने पत्नी के साथ अप्राकृतिक सेक्स का वीडियो बनाया | पत्नी की कथित रूप से अश्लील वीडियो बनाने और उसका इस्तेमाल दहेज के लिए करने वाले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के एक अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। | पत्नी की कथित रूप से अश्लील वीडियो बनाने और उसका इस्तेमाल दहेज के लिए करने वाले भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के एक अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
गिट्टीखादन पुलिस ने बताया कि बेंगलुरु निवासी आईआरएस अधिकारी निशवंत देवराजन कुल्लूलातिल और उसकी मां, बहन के खिलाफ बुधवार को घरेलू हिंसा, यौन अपराध और दहेज निरोधक कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।टिप्पणियां
निशवंत की पत्नी आयकर अधिकारी है। उसने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा गया कि इस वर्ष 6 फरवरी और 3 सितंबर को उसके पति ने हॉस्टल के कमरे में उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म किया और उसकी वीडियो फिल्म बना ली।
राजस्व अधिकारी ने कथित रूप से अपनी पत्नी को धमकी दी कि यदि उसने 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह इस वीडियो को इंटरनेट पर डाल देगा। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी सास और ननद भी उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थीं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच करने और निशवंत को पकड़ने के लिए पुलिस के एक दल को बेंगलुरु भेजा गया है।
गिट्टीखादन पुलिस ने बताया कि बेंगलुरु निवासी आईआरएस अधिकारी निशवंत देवराजन कुल्लूलातिल और उसकी मां, बहन के खिलाफ बुधवार को घरेलू हिंसा, यौन अपराध और दहेज निरोधक कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया।टिप्पणियां
निशवंत की पत्नी आयकर अधिकारी है। उसने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा गया कि इस वर्ष 6 फरवरी और 3 सितंबर को उसके पति ने हॉस्टल के कमरे में उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म किया और उसकी वीडियो फिल्म बना ली।
राजस्व अधिकारी ने कथित रूप से अपनी पत्नी को धमकी दी कि यदि उसने 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह इस वीडियो को इंटरनेट पर डाल देगा। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी सास और ननद भी उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थीं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच करने और निशवंत को पकड़ने के लिए पुलिस के एक दल को बेंगलुरु भेजा गया है।
निशवंत की पत्नी आयकर अधिकारी है। उसने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा गया कि इस वर्ष 6 फरवरी और 3 सितंबर को उसके पति ने हॉस्टल के कमरे में उसके साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म किया और उसकी वीडियो फिल्म बना ली।
राजस्व अधिकारी ने कथित रूप से अपनी पत्नी को धमकी दी कि यदि उसने 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह इस वीडियो को इंटरनेट पर डाल देगा। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी सास और ननद भी उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थीं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच करने और निशवंत को पकड़ने के लिए पुलिस के एक दल को बेंगलुरु भेजा गया है।
राजस्व अधिकारी ने कथित रूप से अपनी पत्नी को धमकी दी कि यदि उसने 10 लाख रुपये नहीं दिए, तो वह इस वीडियो को इंटरनेट पर डाल देगा। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि उसकी सास और ननद भी उसे दहेज के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थीं। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच करने और निशवंत को पकड़ने के लिए पुलिस के एक दल को बेंगलुरु भेजा गया है। |
एक ही कार से महिला के साथ हुआ दो बार हादसा, देखें ये Shocking Video | एक ही कार से महिला के साथ हुआ दो बार हादसा.
ये हादसा 27 दिसंबर को चीन के लियानयुंगैंग शहर में हुआ.
ये वीडियो CGTN ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है. | Driver rescues woman he runs over, only for her to be run over again since he forgot to pull the handbrake. Fortunately, she doesn't sustain any major injuries pic.twitter.com/mZmwX4rRC0 |
अरुण जेटली द्वारा दायर मानहानि मामले में अरविंद केजरीवाल समेत 6 आप नेताओं पर चलेगा मुकदमा | आरोपी नेताओं ने खुद को अदालत में निर्दोष बताया और मुकदमा चलाने को कहा
जेटली के खातों से जुड़ी जानकारी मांगने की केजरीवाल की याचिका हुई थी खारिज
जेटली ने 2015 में मानहानि का केस करते हुए 10 करोड़ मुआवजे की मांग की थी | डीडीसीए प्रकरण में केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली द्वारा दर्ज आपराधिक मानहानि मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक स्थानीय अदालत ने मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है. अदालत ने मानहानि के इस मामले में पांच अन्य आप नेताओं के गुनाह नहीं कबूल करने पर उनके विरुद्ध भी आरोप तय किये हैं. आरोप तय होने के बाद अब केजरीवाल सहित ‘आप’ के अन्य आरोपी नेताओं पर मुकदमा चलाया जाएगा. मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट (सीएमएम) सुमित दास ने जब कार्यवाही शुरू की तो जेटली के अदालत में हाजिर नहीं होने के मुद्दे पर दोनों पक्षों के वकीलों के बीच गरमागरम बहस हुई. अदालत में मौजूद केजरीवाल सहित अन्य आरोपियों ने ‘गंभीर खतरे’ की शिकायत की, जिसके बाद न्यायाधीश ने सभी लोगों से अदालत कक्ष के बाहर जाने को कहा.
हालांकि, मामले से जुड़े लोगों को अदालत कक्ष में मौजूद रहने को कहा गया. सीएमएम ने केजरीवाल और ‘आप’ के अन्य नेताओं - आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक वाजपेयी - के खिलाफ आरोप तय किए. इन नेताओं ने खुद को निर्दोष बताया और मुकदमा चलाने को कहा. इससे पहले, 30 जनवरी को अदालत ने केजरीवाल की वह अर्जी खारिज कर दी थी जिसमें आरोप तय करने के मुद्दे पर सुनवाई की मांग की गई थी. जेटली ने आपराधिक मानहानि की शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपियों ने डीडीसीए के बाबत पैदा हुए एक विवाद में उनकी मानहानि की थी जब जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे. टिप्पणियां
इससे पहले एक मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने वित्तमंत्री अरुण जेटली के बैंक खातों, टैक्स रिटर्न और अन्य वित्तीय रिकॉर्डों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी थी. हाईकोर्ट ने कहा था कि जेटली के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों के लेन-देन और उनकी और परिजन की 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी वाली कंपनियों की जानकारी मांगने वाली केजरीवाल की याचिका ‘बेवजह की पूछताछ’ है और इसमें कोई दम नहीं है.
जेटली ने वर्ष 2015 में मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए केजरीवाल, राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी से 10 करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग की थी. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में कथित अनियमितताओं और आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर जेटली और उनके परिवार के सदस्यों पर सोशल मीडिया समेत कई मंचों से कथित तौर पर निशाना साधा था. जेटली करीब 13 साल वर्ष 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे. जेटली पहले ही इन आरोपों से इनकार कर चुके हैं.
हालांकि, मामले से जुड़े लोगों को अदालत कक्ष में मौजूद रहने को कहा गया. सीएमएम ने केजरीवाल और ‘आप’ के अन्य नेताओं - आशुतोष, कुमार विश्वास, संजय सिंह, राघव चड्ढा और दीपक वाजपेयी - के खिलाफ आरोप तय किए. इन नेताओं ने खुद को निर्दोष बताया और मुकदमा चलाने को कहा. इससे पहले, 30 जनवरी को अदालत ने केजरीवाल की वह अर्जी खारिज कर दी थी जिसमें आरोप तय करने के मुद्दे पर सुनवाई की मांग की गई थी. जेटली ने आपराधिक मानहानि की शिकायत में आरोप लगाया था कि आरोपियों ने डीडीसीए के बाबत पैदा हुए एक विवाद में उनकी मानहानि की थी जब जेटली डीडीसीए के अध्यक्ष थे. टिप्पणियां
इससे पहले एक मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने वित्तमंत्री अरुण जेटली के बैंक खातों, टैक्स रिटर्न और अन्य वित्तीय रिकॉर्डों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी थी. हाईकोर्ट ने कहा था कि जेटली के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों के लेन-देन और उनकी और परिजन की 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी वाली कंपनियों की जानकारी मांगने वाली केजरीवाल की याचिका ‘बेवजह की पूछताछ’ है और इसमें कोई दम नहीं है.
जेटली ने वर्ष 2015 में मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए केजरीवाल, राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी से 10 करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग की थी. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में कथित अनियमितताओं और आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर जेटली और उनके परिवार के सदस्यों पर सोशल मीडिया समेत कई मंचों से कथित तौर पर निशाना साधा था. जेटली करीब 13 साल वर्ष 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे. जेटली पहले ही इन आरोपों से इनकार कर चुके हैं.
इससे पहले एक मार्च को दिल्ली हाईकोर्ट ने वित्तमंत्री अरुण जेटली के बैंक खातों, टैक्स रिटर्न और अन्य वित्तीय रिकॉर्डों से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की याचिका खारिज कर दी थी. हाईकोर्ट ने कहा था कि जेटली के परिवार के सदस्यों के बैंक खातों के लेन-देन और उनकी और परिजन की 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी वाली कंपनियों की जानकारी मांगने वाली केजरीवाल की याचिका ‘बेवजह की पूछताछ’ है और इसमें कोई दम नहीं है.
जेटली ने वर्ष 2015 में मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए केजरीवाल, राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी से 10 करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग की थी. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में कथित अनियमितताओं और आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर जेटली और उनके परिवार के सदस्यों पर सोशल मीडिया समेत कई मंचों से कथित तौर पर निशाना साधा था. जेटली करीब 13 साल वर्ष 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे. जेटली पहले ही इन आरोपों से इनकार कर चुके हैं.
जेटली ने वर्ष 2015 में मानहानि का मुकदमा दायर करते हुए केजरीवाल, राघव चड्ढा, कुमार विश्वास, आशुतोष, संजय सिंह और दीपक वाजपेयी से 10 करोड़ रूपए के मुआवजे की मांग की थी. आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन में कथित अनियमितताओं और आर्थिक गड़बड़ियों को लेकर जेटली और उनके परिवार के सदस्यों पर सोशल मीडिया समेत कई मंचों से कथित तौर पर निशाना साधा था. जेटली करीब 13 साल वर्ष 2013 तक डीडीसीए के अध्यक्ष रहे थे. जेटली पहले ही इन आरोपों से इनकार कर चुके हैं. |
जिस दिन PM मोदी संन्यास लेंगे, मैं भी राजनीति को अलविदा कह दूंगी: स्मृति ईरानी | 'मोदी के संन्यास लेने पर मैं भी छोड़ दूंगी राजनीति'
'पीएम मोदी अभी कई बरस तक राजनीति में रहेंगे'
स्मृति ईरानी ने 'वर्ड्स काउंट महोत्सव' में एक परिचर्चा के दौरान यह कहा | केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस दिन राजनीति से संन्यास लेंगे, उस दिन वह भी राजनीति को अलविदा कह देंगी. हालांकि, स्मृति ने कहा कि मोदी अभी कई बरस तक राजनीति में रहेंगे. उन्होंने 'वर्ड्स काउंट महोत्सव' में एक परिचर्चा के दौरान यह कहा. जब एक श्रोता ने उनसे पूछा कि वह कब 'प्रधान सेवक बनेंगी. दरअसल, इस शब्द का इस्तेमाल मोदी खुद के लिए करते हैं. केंद्रीय मंत्री ने इस पर जवाब दिया, "कभी नहीं. मैं राजनीति में बेहतरीन नेताओं के साथ काम करने के लिए आई हूं और इस मामले में मैं बेहद सौभाग्यशाली रही हूं कि मैंने दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी जैसे दिग्गज नेता के नेतृत्व में काम किया और अब मोदी जी के साथ काम कर रही हूं.'' उन्होंने कहा, जिस दिन 'प्रधान सेवक' नरेंद्र मोदी राजनीति से संन्यास ले लेंगे, मैं भी भारतीय राजनीति को अलविदा कह दूंगी.
हाल ही में ईरानी को कांग्रेस पर धारदार हमले के लिए प्रवक्ता बनाया गया है, क्योंकि वह हाजिरजवाब और स्पष्ट वक्ता हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में ईरानी ने कांग्रेस के गढ़ अमेठी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती दी थी. नेहरू-गांधी परिवार के सदस्यों पर आरोपों के संबंध में भाजपा की ओर से हमला करने में वह हमेशा मुखर रही हैं. विवादित राफेल विमान सौदे को लेकर सरकार पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर उन्होंने कई बार स्पष्ट तरीके से पार्टी का नजरिया पेश किया है.
भाजपा ने पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम के बयान पर पलटवार करने के लिए ईरानी को उतारा था. चिदंबरम ने फ्रांस से राफेल विमान खरीद के सौदे से संबंधित एक अखबार की रपट को लेकर भाजपा पर हमला किया था. हाल ही में प्रधानमंत्री को फिलिप कोटलर प्रेसीडेंशियल अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर राहुल गांधी द्वारा किए गए उपहास का ईरानी ने करारा जवाब दिया था. |
आरपीआई कार्यकर्ताओं ने किया हमला : प्रकाश झा | झा ने कहा कि आरपीआई कार्यकर्ताओं ने उनकी फिल्म 'आरक्षण' के विरोध में उनके घर और दफ्तर पर हमला किया। | फिल्मकार प्रकाश झा ने कहा कि रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आरपीआई) के कार्यकर्ताओं ने यहां शनिवार को उनकी सामाजिक-राजनीतिक फिल्म 'आरक्षण' के विरोध में उनके घर और दफ्तर पर हमला किया। यह फिल्म भारतीय शिक्षा प्रणाली में जातिगत आरक्षण पर आधारित है। झा ने कहा, "आरपीआई कार्यकर्ताओं ने हमला शाम लगभग 5.30बजे किया। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ दिया।" आरपीआई प्रमुख रामदास अठावले ने इससे पहले कहा था कि उनकी पार्टी झा की फिल्म को महाराष्ट्र के सिनेमाघरों में प्रदर्शित नहीं होने देगी क्योंकि इस फिल्म में 'दलित विरोधी' घटनाएं हैं। इसके अलावा नेशनल कमिशन ऑफ शिड्यूल कास्ट (एनसीएससी) ने भी इस फिल्म को 'दलित विरोधी' करार दिया था। एनसीएससी ने यहां तक कहा था कि झा इस फिल्म को 12 अगस्त को प्रदर्शित करने से पहले उसकी एक समिति को दिखाएं। लेकिन झा शांत रहे। झा अपनी फिल्म के प्रोमोशन के लिए फिल्म के नायक अमिताभ बच्चन और अन्य कलाकारों के साथ इस समय दिल्ली में हैं। वह हालांकि अपने घर और दफ्तर पर हमले से हुई क्षति से अनभिज्ञ हैं। उन्होंने कहा, "मुझे अभी तक क्षति के बारे में पता नहीं चला है।" झा ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट पर शनिवार को जारी अपने पोस्ट में लिखा, "मैंने अभी-अभी सुना है कि मेरे दफ्तर और घर पर राजनीतिक प्रदर्शनकारियों ने हमला किया है। वे चाहते हैं कि मेरी फिल्म का प्रदर्शन रुक जाए।" 'अपहरण' और 'गंगाजल' जैसी सामाजिक-राजनीतिक विषयक फिल्में बना चुके झा ने शनिवार को राजधानी में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में कहा कि वह एक जिम्मेदार फिल्मकार हैं और वह कभी भी संवेदनशील मसलों को मसाला के रूप में पेश करने पर यकीन नहीं करते। उल्लेखनीय है कि 'आरक्षण' में सैफ अली खान, दीपिका पादुकोण, मनोज वाजपेयी और प्रतीक बब्बर ने भी अभिनय किया है। |
गेल के तूफान से लड़ना होगा पंजाब को | रॉयल चैलेंजर्स और किंग्स इलेवन आईपीएल मैच में जब आमने-सामने होंगे तो क्रिस गेल की विस्फोटक बल्लेबाजी निर्णायक अंतर पैदा कर सकती है। | रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर और किंग्स इलेवन पंजाब इंडियन प्रीमियर लीग मैच में मंगलवार को जब आमने सामने होंगे तो क्रिस गेल की विस्फोटक बल्लेबाजी निर्णायक अंतर पैदा कर सकती है। बेंगलूर ने गेल के टीम से जुड़ने के बाद पिछले सात मैच में लगातार जीत दर्ज की है जिससे उसने प्ले आफ में जगह सुरक्षित कर ली। दूसरी तरफ पंजाब ने लगातार तीन मैच जीते हैं लेकिन वह अब भी नाकआउट में पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहा है। गेल को फिटनेस कारणों से वेस्टइंडीज की टीम में नहीं चुना गया था लेकिन आईपीएल में पहुंचने के बाद वह गेंदबाजों का कत्लेआम करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। पंजाब के लिए चिंता का विषय यह है कि गेल ने इस आईपीएल सत्र में जो दो शतक जमाये हैं उनमें से एक सैकड़ा उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट की टीम के खिलाफ ही बनाया है। उस मैच में बेंगलूर ने 205 रन बनाये लेकिन पंजाब इसके जवाब में नौ विकेट पर 120 रन ही बना पाया था। पंजाब की प्ले आफ में जगह बनाने के क्षीण संभावना है। उसे इसके लिये जीतना जारी रखना होगा लेकिन बेंगलूर की मजबूत टीम के खिलाफ ऐसा करने के लिये उसे विशेष प्रयास करने होंगे। कप्तान गिलक्रिस्ट, पाल वलथाटी, शान मार्श, दिनेश कार्तिक और डेविड हस्सी के रूप में पंजाब के पास अच्छी बल्लेबाजी लाइन अप है। इनमें से यदि केवल दो बल्लेबाज भी बड़ी पारी खेल लेते हैं तो यह चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने के लिये पर्याप्त होगी। बेंगलूर की बात करें तो गेल की सफलता ने टीम को आश्चर्यजनक परिणाम दिये हैं। टीम के लिये हालांकि इस कैरेबियाई बल्लेबाज पर बहुत अधिक निर्भरता भी चिंता का विषय है। गेल बिग हिटर हैं लेकिन उनका रिकार्ड बताता है कि वह लगातार एक जैसा प्रदर्शन करने में भी नाकाम रहे हैं। ऐसे में अन्य बल्लेबाजों जैसे कि ल्यूक पोमरबाक, विराट कोहली और एबी डिविलियर्स को भी बायें हाथ के इस बल्लेबाज की मदद के लिये पूरा प्रयास करना होगा। कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ गेल के 38 रन पर आउट हो जाने के बाद रायल चैलेंजर्स ने 102 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए छह विकेट गंवा दिये थे जो कि उसके लिये चिंता का विषय है। गेंदबाजी विभाग में जहीर खान की उपस्थिति टीम के लिये अच्छी साबित हो रही है। यह तेज गेंदबाज हालांकि क्रिकेट में लगातार व्यस्त रहने के कारण थक गया है और उन्हें चार्ल लांगवेल्ट, श्रीसंत अरविंद और अभिमन्यु मिथुन से पर्याप्त सहयोग की जरूरत है। दोनों टीमों की फार्म को देखते हुए इस मैच में दोनों की टीमों की स्थिति समान दिखती है लेकिन गेल की फार्म से बेंगलूर का पलड़ा थोड़ा भारी लगता है। |
Redmi Y3 जल्द हो सकता है भारत में लॉन्च, टीज़र आया सामने | Redmi Y2 का अपग्रेड होगा यह स्मार्टफोन
Redmi Y3 में सैमसंग का 32 मेगापिक्सल ISOCELL Bright GD1 इमेज सेंसर होगा
अभी रेडमी वाई3 के बारे में और कोई जानकारी नहीं मिली है | Redmi Y3 के बारे में जानकारी बीते महीने से ही मिलनी शुरू हो गई थी। अब पता चला है कि सेल्फी के दीवानों के लिए बना यह हैंडसेट भारत में जल्द लॉन्च हो सकता है। फोन को अभी आधिकारिक तौर पर पेश नहीं किया गया है। चीन में भी इस हैंडसेट के टीज़र सामने आए हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी द्वारा Xiaomi Redmi Y3 को भारत के साथ चीनी मार्केट में भी उतारा जाएगा। टीज़र से इशारा मिला है कि फोन 32 मेगापिक्सल के सेल्फी सेंसर के साथ आएगा। याद रहे कि Xiaomi ने हाल ही में भारतीय मार्केट में Redmi Note 7 और Redmi Note 7 Pro को उतारा था।
Redmi India ने एक टीज़र ट्वीट किया है जिससे पता चला है कि नया रेडमी फोन भारत में जल्द आएगा। इस ट्वीट में इस्तेमाल किए गए वीडियो में कंपनी के प्रमुख मनु कुमार जैन सेल्फी लेते हुए नज़र आ रहे हैं। मनु कुमार जैन ने बताया है कि उन्होंने अपने सहकर्मियों के साथ 32 सेल्फी ली है। यह संभवतः 32 मेगापिक्सल वाले सेल्फी सेंसर की ओर इशारा है Redmi India के ट्वीट में #YYY हैशटैग पर ज़ोर दिया गया है जो बताता है कि ‘Y' सीरीज़ का फोन जल्द लॉन्च होगा।
चीन में Redmi के जनरल मैनेजर लू विबिंग ने वीबो पर पुष्टि की है कि 32 मेगापिक्सल सेल्फी कैमरे वाले एक रेडमी फोन पर काम चल रहा है। उन्होंने यूज़र्स से फोन के नाम का अनुमान लगाने को कहा। ये सारी जानकारियां Redmi Y2 के अपग्रेड की ओर इशारा हैं। वैसे, चीनी मार्केट में इस फोन को Redmi S3 के नाम से लाया जाएगा।
Redmi Y3 में सैमसंग का 32 मेगापिक्सल ISOCELL Bright GD1 इमेज सेंसर का इस्तेमाल होगा। इस सेंसर को बीते साल ही लॉन्च किया जा चुका है।
नामी टिप्सटर इशान अग्रवाल ने हाल ही में दावा किया था कि भारतीय मार्केट में जल्द ही शाओमी रेडमी वाई3 को उतारा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि Redmi 7 और Redmi 7A भी लॉन्च से बहुत दूर नहीं है। मज़ेदार बात यह है कि Redmi Y3 को बीते महीने वाई-फाई एलायंस की वेबसाइट पर लिस्ट किया गया था। यह एंड्रॉयड 9 पाई पर आधारित MIUI 10 पर चल रहा था। |
झगड़ों को समेटने में लगी बीजेपी की रैली में मोदी गरजे | इससे पहले, पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुई जनसभा में लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज शामिल नहीं हुए। | मुंबई में बीजेपी की रैली में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनमोहन सिंह की नीतियों की जमकर आलोचना की।
मोदी ने केंद्र सरकार के तीन साल पूरा होने पर जश्न और दावत मनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र को आम लोगों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। केंद्र सिर्फ राजनीति कर रहा है। लोगों की संवेदना की चिंता न मनमोहन सिंह को है और ना ही सोनिया गांधी को।
इससे पहले, पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुई जनसभा में लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज शामिल नहीं हुए। हालांकि वजह बताई जा रही है कि अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार ही दोनों नेता इस जनसभा में उपस्थित नहीं हो पाए, लेकिन माना जा रहा है कि कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष के पद पर एक ही व्यक्ति के लगातार दो कार्यकालों को मंजूरी देने के प्रस्ताव को पारित किए जाने से आडवाणी खिन्न हैं, क्योंकि इससे नितिन गडकरी के दूसरे कार्यकाल का रास्ता साफ हो गया।
आडवाणी पिछले कई दशकों से पार्टी की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और कभी भी ऐसा मौका नहीं आया, जब इतनी अहम रैली में उन्होंने शिरकत नहीं की हो।
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले ही रूठने-मनाने का दौर बना रहा और पार्टी में अपने विरोधी संजय जोशी के इस्तीफे के बाद ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शिरकत की। वहीं, येदियुरप्पा भी शुरू में बैठक में शामिल होने से साफ मना कर चुके थे, लेकिन मोदी के वहां पहुंचने के बाद उन्होंने भी अपना इरादा बदल लिया और बैठक में शामिल होने पहुंच गए।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
मोदी ने केंद्र सरकार के तीन साल पूरा होने पर जश्न और दावत मनाने पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र को आम लोगों की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है। केंद्र सिर्फ राजनीति कर रहा है। लोगों की संवेदना की चिंता न मनमोहन सिंह को है और ना ही सोनिया गांधी को।
इससे पहले, पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुई जनसभा में लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज शामिल नहीं हुए। हालांकि वजह बताई जा रही है कि अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार ही दोनों नेता इस जनसभा में उपस्थित नहीं हो पाए, लेकिन माना जा रहा है कि कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष के पद पर एक ही व्यक्ति के लगातार दो कार्यकालों को मंजूरी देने के प्रस्ताव को पारित किए जाने से आडवाणी खिन्न हैं, क्योंकि इससे नितिन गडकरी के दूसरे कार्यकाल का रास्ता साफ हो गया।
आडवाणी पिछले कई दशकों से पार्टी की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और कभी भी ऐसा मौका नहीं आया, जब इतनी अहम रैली में उन्होंने शिरकत नहीं की हो।
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले ही रूठने-मनाने का दौर बना रहा और पार्टी में अपने विरोधी संजय जोशी के इस्तीफे के बाद ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शिरकत की। वहीं, येदियुरप्पा भी शुरू में बैठक में शामिल होने से साफ मना कर चुके थे, लेकिन मोदी के वहां पहुंचने के बाद उन्होंने भी अपना इरादा बदल लिया और बैठक में शामिल होने पहुंच गए।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
इससे पहले, पार्टी कार्यकारिणी की बैठक के बाद हुई जनसभा में लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज शामिल नहीं हुए। हालांकि वजह बताई जा रही है कि अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के अनुसार ही दोनों नेता इस जनसभा में उपस्थित नहीं हो पाए, लेकिन माना जा रहा है कि कार्यकारिणी की बैठक के दौरान पार्टी अध्यक्ष के पद पर एक ही व्यक्ति के लगातार दो कार्यकालों को मंजूरी देने के प्रस्ताव को पारित किए जाने से आडवाणी खिन्न हैं, क्योंकि इससे नितिन गडकरी के दूसरे कार्यकाल का रास्ता साफ हो गया।
आडवाणी पिछले कई दशकों से पार्टी की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और कभी भी ऐसा मौका नहीं आया, जब इतनी अहम रैली में उन्होंने शिरकत नहीं की हो।
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले ही रूठने-मनाने का दौर बना रहा और पार्टी में अपने विरोधी संजय जोशी के इस्तीफे के बाद ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शिरकत की। वहीं, येदियुरप्पा भी शुरू में बैठक में शामिल होने से साफ मना कर चुके थे, लेकिन मोदी के वहां पहुंचने के बाद उन्होंने भी अपना इरादा बदल लिया और बैठक में शामिल होने पहुंच गए।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
आडवाणी पिछले कई दशकों से पार्टी की रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभाते रहे हैं और कभी भी ऐसा मौका नहीं आया, जब इतनी अहम रैली में उन्होंने शिरकत नहीं की हो।
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले ही रूठने-मनाने का दौर बना रहा और पार्टी में अपने विरोधी संजय जोशी के इस्तीफे के बाद ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शिरकत की। वहीं, येदियुरप्पा भी शुरू में बैठक में शामिल होने से साफ मना कर चुके थे, लेकिन मोदी के वहां पहुंचने के बाद उन्होंने भी अपना इरादा बदल लिया और बैठक में शामिल होने पहुंच गए।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
गौरतलब है कि पार्टी कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले ही रूठने-मनाने का दौर बना रहा और पार्टी में अपने विरोधी संजय जोशी के इस्तीफे के बाद ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें शिरकत की। वहीं, येदियुरप्पा भी शुरू में बैठक में शामिल होने से साफ मना कर चुके थे, लेकिन मोदी के वहां पहुंचने के बाद उन्होंने भी अपना इरादा बदल लिया और बैठक में शामिल होने पहुंच गए।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
दिन में, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर हमला बोला गया। साथ ही हाल में विभिन्न राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों का जिक्र करते हुए आत्म विश्लेषण की आवश्यकता पर बल दिया गया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिह आजादी के बाद देश की सबसे भ्रष्ट सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। इसमें कहा गया है, "भ्रष्टाचार करना और ऐसा करने वालों को संरक्षण देना मनमोहन सिंह सरकार की विशेषता बन गई है। गठबंधन के सहयोगियों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगों की भ्रष्टाचार में संलिप्ततता को लेकर अलग-अलग मानदंड बना दिए गए हैं। मौजूदा केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम जब वित्त मंत्री थे तो उस समय 2जी घोटाला हुआ। इसमें स्वयं उनकी भूमिका संदेहास्पद है और इसकी निष्पक्ष जांच कराए जाने की आवश्यकता है। फिर भी वह प्रधानमंत्री के निर्विवाद विश्वासपात्र बने हुए हैं।"
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
प्रस्ताव के मुताबिक आदर्श घोटाले में महाराष्ट्र के अनेक कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्रियों के नाम सामने आए हैं और हैरानी की बात यह है कि उनमें से कई केंद्र सरकार में मंत्री बने हुए हैं। इसी तरह, राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित को लगातार संरक्षण दिया जा रहा है, जबकि इस मामले की जांच के लिए खुद प्रधानमंत्री द्वारा गठित शुंगलू समिति की रिपोर्ट में उनकी भूमिका को लेकर गम्भीर टिप्पणी की गई है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
"काले धन का पता लगाने के लिए प्रभावी और अर्थपूर्ण समयबद्घ कार्यक्रम चलाने तथा विदेशों में काला धन जमा करने वालों के नाम जनता के सामने लाने के लिए सरकार में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अभाव है। सरकार जानती है कि यदि ये नाम उजागर हो जाएं तो उसकी फजीहत होगी।" प्रस्ताव में आरोप लगाया गया है कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के प्रति गम्भीर नहीं है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
हाल में कई राज्यों में सम्पन्न हुए विधानसभा चुनाव के बारे में प्रस्ताव में कहा गया है, "पंजाब में अकाली दल, भाजपा गठबंधन भारी बहुमत से विजयी रहा। पिछले 40 वर्ष में पंजाब में वह ऐसी पहली सरकार थी जो सत्ता में रहते हुए दोबारा चुनी गई। जाहिर है कि लोगों ने अकाली-भाजपा सरकार द्वारा किए गए अच्छे कार्यों पर भरोसा किया। इसी तरह गोवा में भाजपा की जीत काबिले तारीफ है।"टिप्पणियां
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
उत्तराखण्ड के बारे में कहा गया है, "राज्य में एक सीट कम रहने के कारण हम अपनी सरकार नहीं बना पाए। हमें इससे सबक लेने की जरूरत है। उत्तर प्रदेश के चुनाव परिणाम संतोषजनक नहीं रहे। हमें गम्भीरता से आत्म विश्लेषण करने, सुधार करने और पार्टी के कार्यकर्ताओं व समर्थकों को प्रेरित तथा उत्साहित करने की जरूरत है।"
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है।
भाजपा के प्रस्ताव में संप्रग सरकार पर संघीय ढांचे के उल्लंघन का भी आरोप लगाया गया है। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) की स्थापना के प्रयास और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कानून में सुरक्षा संबंधी अधिकार को लेकर केंद्र सरकार द्वारा किए गए संशोधन से केंद्र व राज्यों के बीच अविश्वास तथा संदेह बढ़ा है। |
रानी चटर्जी छत पर कर रही थीं Yoga, तभी बजने लगा म्यूजिक तो एक्ट्रेस ने यूं उड़ाया गरदा...देखें Video | रानी चटर्जी का अंदाज हुआ हिट
फिटनेस पर दे रही हैं खास ख्याल
वायरल हो रहा है डांस वीडियो | भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) की सुपरस्टार रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) इन दिनों फिटनेस फ्रीक बनी हुई हैं और खुद को फिट रखने के लिए जबरदस्त ढंग से पसीना भी बहा रही हैं. भोजपुरी फिल्मों की क्वीन कही जाने वाली रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) इन दिनों अपने फिटनेस वीडियो सोशल मीडिया पर खूब डाल रही हैं और उन्हें अकसर योग (Yoga) करते हुए देखा जा सकता है. भोजपुरी (Bhojpuri) एक्ट्रेस रानी चटर्जी ने हाल ही में एक वीडियो अपने इंस्टाग्राम (Instagram) पर डाला है, इस वीडियो में भोजपुरी सॉन्ग (Bhojpuri Song) पर रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) कमाल का डांस कर रही हैं और मजेदार यह है कि वे अपने योग टाइम में खुद को डांस करने से नहीं रोक पाती हैं.
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भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) की क्वीन रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने अपने इंस्टाग्राम पर इस वीडियो के साथ लिखा हैः "आज सुबह गोरी तोर चुनरी" पर...एक करोड़ के लिए बधाई...जियो रितेश जी क्या गाए हैं वाह. गुंजन पंत के लिए चैलेंज..." रानी चटर्जी रितेश पांडेय के इस सॉन्ग पर शानदार ढंग से थिरकी हैं और उनका अंदाज बहुत ही कमाल का है. वैसे भी रानी चटर्जी इन दिनों अपनी फिटनेस पर खूब ध्यान दे रही हैं.
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रानी चटर्जी (Rani Chatterjee) ने अपनी बेबाबी के लिए भी पहचानी जाती हैं. रानी चटर्जी ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirahua), खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) और पवन सिंह (Pawan Singh) की फिल्में नहीं देखती हैं. रानी चटर्जी के इस कमेंट के बाद वे ट्रोल हो गई थीं. इन सितारों के फैंस ने रानी चटर्जी को बहुत भला-बुरा कहा था. लेकिन रानी ठहरी मस्तमौला और बिंदास.
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फुटबॉल कोच कोवरमैन्स की पूर्व खिलाड़ियों ने की कड़ी आलोचना | राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच विम कोवरमैन्स की भूमिका की कड़ी आलोचना हो रही है, क्योंकि भारतीय टीम सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में अफगानिस्तान से हारकर अपना दबदबा कायम नहीं रख पाई। | राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के मुख्य कोच विम कोवरमैन्स की भूमिका की कड़ी आलोचना हो रही है, क्योंकि भारतीय टीम सैफ चैंपियनशिप के फाइनल में अफगानिस्तान से हारकर अपना दबदबा कायम नहीं रख पाई।
ओलिंपियन पीके बनर्जी जब टीम के मैनेजर और तकनीकी निदेशक थे, तब भारत ने 2005 में खिताब जीता था। उन्होंने कहा कि इस हार के बाद हॉलैंड के कोच के काम की समीक्षा की जानी चाहिए। विदेशी कोचों पर हमला बोलते हुए पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, वह एक साल से टीम के साथ हैं और उन्हें अच्छा वेतन दिया जा रहा है।
विशेषज्ञ पैनल द्वारा उनकी भूमिका की जांच की जानी चाहिए। यह पूछने पर कि कोवरमैन्स को हटा देना चाहिए, तो बनर्जी ने कहा, मुझे किसी के बारे में राय क्यों देनी चाहिए, जबकि किसी को महासंघ द्वारा नियुक्त किया गया है। एआईएफएफ को इसे देखना चाहिए। भारतीय टीम के प्रदर्शन से निराश बनर्जी ने कहा, जब कमजोर नेपाल से हारने से पहले टीम एक गोल से पिछड़ गई थी, तो मैंने देखना ही बंद कर दिया। प्रदर्शन से सचमुच काफी निराशा हुई।
भारत के महान खिलाड़ी चुन्नी गोस्वामी ने कोच की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय कप्तान सुनील छेत्री को शुरुआती एकादश से बाहर क्यों किया गया। गोस्वामी ने कहा, यह काफी खराब फैसला था, जो अंत में खराब साबित हुआ। कोच और पूरी टीम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। भारत को इस तरह से हारते हुए देखना दुर्भाग्यपूर्ण था। गोस्वामी ने कहा, भारतीय टीम दक्षिण एशिया की मजबूत टीम है, लेकिन इस हार से उसका दबदबा खत्म हो गया। टिप्पणियां
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त कर चुके शब्बीर अली ने कहा कि इस खराब परिणाम के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, पूरी टीम को इस हताशाजनक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह सचमुच हैरानी करने वाला था कि वे अफगानिस्तान से कैसे हार गए, जबकि सेमीफाइनल में मालदीव के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूर्व भारतीय कोच सईद नईमुद्दीन ने कहा, मुझे लगता है कि विम को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समय भारतीय कोच की जरूरत है और उन्हें वही सारी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो एक विदेशी कोच को दी जाती हैं।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते।
ओलिंपियन पीके बनर्जी जब टीम के मैनेजर और तकनीकी निदेशक थे, तब भारत ने 2005 में खिताब जीता था। उन्होंने कहा कि इस हार के बाद हॉलैंड के कोच के काम की समीक्षा की जानी चाहिए। विदेशी कोचों पर हमला बोलते हुए पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, वह एक साल से टीम के साथ हैं और उन्हें अच्छा वेतन दिया जा रहा है।
विशेषज्ञ पैनल द्वारा उनकी भूमिका की जांच की जानी चाहिए। यह पूछने पर कि कोवरमैन्स को हटा देना चाहिए, तो बनर्जी ने कहा, मुझे किसी के बारे में राय क्यों देनी चाहिए, जबकि किसी को महासंघ द्वारा नियुक्त किया गया है। एआईएफएफ को इसे देखना चाहिए। भारतीय टीम के प्रदर्शन से निराश बनर्जी ने कहा, जब कमजोर नेपाल से हारने से पहले टीम एक गोल से पिछड़ गई थी, तो मैंने देखना ही बंद कर दिया। प्रदर्शन से सचमुच काफी निराशा हुई।
भारत के महान खिलाड़ी चुन्नी गोस्वामी ने कोच की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय कप्तान सुनील छेत्री को शुरुआती एकादश से बाहर क्यों किया गया। गोस्वामी ने कहा, यह काफी खराब फैसला था, जो अंत में खराब साबित हुआ। कोच और पूरी टीम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। भारत को इस तरह से हारते हुए देखना दुर्भाग्यपूर्ण था। गोस्वामी ने कहा, भारतीय टीम दक्षिण एशिया की मजबूत टीम है, लेकिन इस हार से उसका दबदबा खत्म हो गया। टिप्पणियां
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त कर चुके शब्बीर अली ने कहा कि इस खराब परिणाम के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, पूरी टीम को इस हताशाजनक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह सचमुच हैरानी करने वाला था कि वे अफगानिस्तान से कैसे हार गए, जबकि सेमीफाइनल में मालदीव के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूर्व भारतीय कोच सईद नईमुद्दीन ने कहा, मुझे लगता है कि विम को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समय भारतीय कोच की जरूरत है और उन्हें वही सारी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो एक विदेशी कोच को दी जाती हैं।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते।
विशेषज्ञ पैनल द्वारा उनकी भूमिका की जांच की जानी चाहिए। यह पूछने पर कि कोवरमैन्स को हटा देना चाहिए, तो बनर्जी ने कहा, मुझे किसी के बारे में राय क्यों देनी चाहिए, जबकि किसी को महासंघ द्वारा नियुक्त किया गया है। एआईएफएफ को इसे देखना चाहिए। भारतीय टीम के प्रदर्शन से निराश बनर्जी ने कहा, जब कमजोर नेपाल से हारने से पहले टीम एक गोल से पिछड़ गई थी, तो मैंने देखना ही बंद कर दिया। प्रदर्शन से सचमुच काफी निराशा हुई।
भारत के महान खिलाड़ी चुन्नी गोस्वामी ने कोच की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय कप्तान सुनील छेत्री को शुरुआती एकादश से बाहर क्यों किया गया। गोस्वामी ने कहा, यह काफी खराब फैसला था, जो अंत में खराब साबित हुआ। कोच और पूरी टीम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। भारत को इस तरह से हारते हुए देखना दुर्भाग्यपूर्ण था। गोस्वामी ने कहा, भारतीय टीम दक्षिण एशिया की मजबूत टीम है, लेकिन इस हार से उसका दबदबा खत्म हो गया। टिप्पणियां
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त कर चुके शब्बीर अली ने कहा कि इस खराब परिणाम के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, पूरी टीम को इस हताशाजनक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह सचमुच हैरानी करने वाला था कि वे अफगानिस्तान से कैसे हार गए, जबकि सेमीफाइनल में मालदीव के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूर्व भारतीय कोच सईद नईमुद्दीन ने कहा, मुझे लगता है कि विम को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समय भारतीय कोच की जरूरत है और उन्हें वही सारी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो एक विदेशी कोच को दी जाती हैं।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते।
भारत के महान खिलाड़ी चुन्नी गोस्वामी ने कोच की रणनीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि भारतीय कप्तान सुनील छेत्री को शुरुआती एकादश से बाहर क्यों किया गया। गोस्वामी ने कहा, यह काफी खराब फैसला था, जो अंत में खराब साबित हुआ। कोच और पूरी टीम को इसके लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए। भारत को इस तरह से हारते हुए देखना दुर्भाग्यपूर्ण था। गोस्वामी ने कहा, भारतीय टीम दक्षिण एशिया की मजबूत टीम है, लेकिन इस हार से उसका दबदबा खत्म हो गया। टिप्पणियां
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त कर चुके शब्बीर अली ने कहा कि इस खराब परिणाम के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, पूरी टीम को इस हताशाजनक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह सचमुच हैरानी करने वाला था कि वे अफगानिस्तान से कैसे हार गए, जबकि सेमीफाइनल में मालदीव के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूर्व भारतीय कोच सईद नईमुद्दीन ने कहा, मुझे लगता है कि विम को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समय भारतीय कोच की जरूरत है और उन्हें वही सारी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो एक विदेशी कोच को दी जाती हैं।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते।
पूर्व भारतीय खिलाड़ी और ध्यानचंद पुरस्कार प्राप्त कर चुके शब्बीर अली ने कहा कि इस खराब परिणाम के लिए कोई बहाना नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, पूरी टीम को इस हताशाजनक प्रदर्शन के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। यह सचमुच हैरानी करने वाला था कि वे अफगानिस्तान से कैसे हार गए, जबकि सेमीफाइनल में मालदीव के खिलाफ उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया था। पूर्व भारतीय कोच सईद नईमुद्दीन ने कहा, मुझे लगता है कि विम को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। इस समय भारतीय कोच की जरूरत है और उन्हें वही सारी सुविधाएं दी जानी चाहिए, जो एक विदेशी कोच को दी जाती हैं।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते।
सुभाष भौमिक ने भी कोवरमैन्स की छेत्री को बाहर रखने की रणनीति की आलोचना की। उन्होंने कहा, मैं कोच के छेत्री को बाहर रखने के फैसले से हैरान था। मैं कोच के बारे में टिप्पणी नहीं करूंगा, क्योंकि महासंघ को केवल यही लगता है कि वे विदेशी कोच के बिना कुछ नहीं कर सकते। |
राहुल गांधी ने राफेल पर 'PM की परीक्षा' से पहले ही बताए सवाल, पूछा- खुद हल करेंगे या किसी और को भेजेंगे? | राहुल लगातार साध रहे हैं निशाना
राफेल डील को लेकर पीएम मोदी को घेरने की कोशिश
टि्वटर पर भेजे चार सवाल | राहुल ने ट्वीट कर तंज कसते हुए कहा, 'कल संसद में प्रधानमंत्री 'ओपेन बुक राफेल डील एग्जाम' का सामना करेंगे. सवाल पहले से पता हैं: 1. वायुसेना को 126 विमानों की जरूरत थी तो सिर्फ 36 विमानों का सौदा क्यों? 2. विमान की कीमत 526 करोड़ रुपए की बजाय 1,600 करोड़ रुपये क्यों की गई? 4. एचएएल की बजाय ए ए (अनिल अंबानी) को ठेका क्यों दिया गया? क्या वह परीक्षा के लिए आएंगे ? या किसी प्रतिनिधि को भेज देंगे?'
Tomorrow, the PM faces an Open Book #RafaleDeal Exam in Parliament.
Here are the exam questions in advance:
Q1. Why 36 aircraft, instead of the 126 the IAF needed?
Q2. Why 1,600 Cr instead of 560 Cr per aircraft.
Q4. Why AA instead of HAL?
Will he show up? Or send a proxy?
राहुल गांधी ने ट्वीट में तीसरा सवाल नहीं पूछा था. जब यूजर्स ने उस पर प्रतिक्रिया देना शुरू किया तो राहुल गांधी ने तीसरा सवाल भी ट्वीट करके पूछा और साथ ही बताया कि उन्होंने तीन के बाद सीधा चौथा सवाल क्यों पूछा. उन्होंने इस ट्वीट में कहा, 'मैंने सवाल नंबर तीन रोक लिया था, क्योंकि लोकसभा स्पीकर ने कहा था, 'गोवा टेप के बारे में कोई बात नहीं होगी.' लेकिन सवाल नंबर तीन उतना ही विवादित हो गया, जितना राफेल डील. इसलिए लोगों की मांग पर तीसरा सवाल पूछ रहा हूं,'
उन्होंने पूछा, 'मोदी प्लीज बताइए, पर्रिकर जी ने अपने बेडरूम में राफेल की फाइल क्यों रखी हुई है और इस फाइल में क्या जानकारी है.'
The Missing Q3!
I had held back Q3 because Madam Speaker had said, “no talking about the Goa tape”! But the missing Q3 has become as controversial as Rafale:) So on popular demand:
Q3. Modi Ji, please tell us why Parrikar Ji keeps a Rafale file in his bedroom & what's in it? https://t.co/6WdiN487HJ
लोकसभा में बहस के बाद की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने राफेल मामले पर एक साक्षात्कार में प्रधानमंत्री की टिप्पणी को लेकर कहा कि न जाने मोदी किस दुनिया मे रहते हैं, जबकि हकीकत यह है कि पूरा देश उनसे राफेल पर सवाल पूछ रहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को सच्चाई और विश्वसनीयता के साथ जवाब देना चाहिए. राहुल ने कहा, 'राफेल मामले पर प्रधानमंत्री के साथ आमने सामने से बात करने के लिए 20 मिनट दीजिये और फिर आप फैसला करिए कि क्या होता है. लेकिन प्रधानमंत्री के पास साहस नहीं है. उनके पास आपके (मीडिया) सामने आने का साहस नहीं है.'
साथ ही राहुल ने कहा, 'ऑडियो टेप में गोवा के स्वास्थ्य मंत्री साफ कह रहे हैं कि पर्रिकर जी ने कैबिनेट बैठक में बोला कि मेरे पास राफेल फाइल है और पूरी जानकारी है और मुझे कोई परेशान नहीं कर सकता है. हो सकता है कि इस तरह के और टेप हों. पर्रिकर जी एक तरह से प्रधानमंत्री को धमकी दे रहे थे, ब्लैकमेल कर रहे हैं.'
लोकसभा में जेटली के भाषण का हवाला देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘अपने भाषण में जेटली जी ने बोला कि 16 00 करोड़ रुपये की बात कहां से आती है? अब इन्होंने खुद कहा कि 58 हजार करोड़ रुपये का सौदा है. 36 विमान खरीदे जा रहे हैं. एक विमान की कीमत क्या हुई? जेटली जी, 1600 करोड़ रुपये की संख्या आपने दी है. विमान की कीमत बढ़ाई गई. ये किसने किया, कैसे हुआ? हमारा मुख्य सवाल है कि क्या वायुसेना ने यह निर्णय लिया था या उसने इस पर आपत्ति जताई थी?'
गांधी ने कहा, ‘पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर ने साफ कहा था कि मुझे सौदे के बारे में कुछ नहीं पता. अब कह रहे हैं कि उनके शयन कक्ष में फाइले हैं. मोदी जी ने प्रक्रिया बदली. विमान की कीमत 1600 करोड़ रुपये कराया. ओलांद से कहा कि डबल ए (अनिल अंबानी) को कांट्रैक्ट को दिया जाए.' उन्होंने आरोप लगाया कि युवाओं और हिंदुस्तान के किसानों से साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये चोरी करके सबसे अमीर लोगों का कर्जा माफ किया है. |
#HappyBirthdayMSD : युवराज ने कहा- मिस्टर हेलीकॉप्टर...केक इंतजार कर रहा है.. | 36 साल के हुए महेंद्र सिंह धोनी
युवराज ने माही के जन्मदिन पर दी बधाई
युवराज और माही ने खेली हैं कई बेहतरीन पारियां | Many happy returns of the day to Mr. Helicopter @msdhoni have a great day buddy, the cake awaits you #happybirthday#cakesmashpic.twitter.com/bXPyVSVjq9
Happy Birthday to a legend of the game @msdhoni .Thank you for all that you have done and wish you the best in life.#HappyBirthdayMSDpic.twitter.com/YWExIXz9rH
Happy birthday @msdhoni Have a gr8 day and a fabulous year mahi
To a man who has given Indian fans innumerable moments of joy,#HappyBirthdayMSD
May the helicopter continue to fly and land in our hearts. pic.twitter.com/CVupTH4xDV
Happy Birthday Mahi #Legendpic.twitter.com/nRMb1zc2Xe |
Budget 2019: रेलवे को आवंटित हुए 65,837 करोड़ रुपए, इसी साल शुरू होगा स्टेशनों को मॉडर्न बनाने का काम | रेलवे को आवंटित हुए 65,837 करोड़ रुपए
इसी साल शुरू होगा स्टेशनों को मॉडर्न बनाने का काम
बजट में नई पटरियों के निर्माण के लिए 7,255 करोड़ रुपए | सीतारमण ने कहा कि वर्ष 2018 से 2030 तक रेलवे आधारभूत ढांचे को 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता है. उन्होंने तीव्र विकास एवं यात्री माल ढुलाई सेवा के लिए सरकारी निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल का उपयोग करने का प्रस्ताव रखा जिससे कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सके. उन्होंने कहा, 'रेलवे को विशेष उद्देश्य कंपनियों (एसपीवी) के जरिए उपनगरीय रेलवे में निवेश करने और पीपीपी के जरिए मेट्रो रेल नेटवर्क बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.'
सीतारमण ने कहा कि सरकार माल वहन के लिए नदी मार्ग का उपयोग करने की परिकल्पना भी कर रही है जिससे सड़क एवं रेल मार्ग पर भीड़भाड़ के कारण रूकावटें कम हो सकें. उन्होंने कहा कि इस साल रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण भी आरंभ किया जाएगा. ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ने यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया है. इस मद पर 3,422.57 करोड़ रुपए का नियोजित खर्च निर्धारित किया गया है जो रेल यात्रियों की सुविधा के लिए करीब 1000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्यय है. |
राजस्थान रॉयल्स ने डेक्कन चार्जर्स को हराया | राजस्थान रॉयल्स टीम ने अपने बल्लेबाजों को शानदार प्रदर्शन के बूते सवाई मानसिंह स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के 20वें लीग मुकाबले में डेक्कन चार्जर्स को पांच विकेट से हरा दिया। | राजस्थान रॉयल्स टीम ने अपने बल्लेबाजों को शानदार प्रदर्शन के बूते सवाई मानसिंह स्टेडियम में मंगलवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के 20वें लीग मुकाबले में डेक्कन चार्जर्स को पांच विकेट से हरा दिया।
डेक्कन चार्जर्स द्वारा दिए गए 197 रनों के लक्ष्य के जवाब में राजस्थान रॉयल्स टीम ने 19.4 ओवरों में पांच विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। विकेटकीपर बल्लेबाज दिशांत याज्ञनिक (नाबाद 9) और ब्रैड हॉज (नाबाद 48) ने डेल स्टेन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 11 रन लेकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की।
हॉज ने अपनी नाबाद पारी में 21 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए जबकि याज्ञनिक ने तीन गेंदों पर दो चौके लगाए। दोनों चौका स्टेन के अंतिम ओवर में लगाए गए। इससे पहले हॉज ने आनंद राजन द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 14 रन लिए थे।
राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान राहुल द्रविड़ (42) और अजिंक्य रहाणे (44) की बदौलत शानदार शुरूआत की थी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 62 रन जोड़े थे। इस दौरान दोनों ने इस सत्र का सबसे तेज टीम अर्धशतक लगाया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद रहाणे और अशोक मेनारिया (22) ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मेनारिया110 रन के कुल योग पर आउट हुए। मेनारिया ने अपनी 20 गेंदों की पारी मे एक चौका और एक छक्का लगाया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
डेक्कन चार्जर्स द्वारा दिए गए 197 रनों के लक्ष्य के जवाब में राजस्थान रॉयल्स टीम ने 19.4 ओवरों में पांच विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। विकेटकीपर बल्लेबाज दिशांत याज्ञनिक (नाबाद 9) और ब्रैड हॉज (नाबाद 48) ने डेल स्टेन द्वारा फेंके गए अंतिम ओवर में 11 रन लेकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की।
हॉज ने अपनी नाबाद पारी में 21 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए जबकि याज्ञनिक ने तीन गेंदों पर दो चौके लगाए। दोनों चौका स्टेन के अंतिम ओवर में लगाए गए। इससे पहले हॉज ने आनंद राजन द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 14 रन लिए थे।
राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान राहुल द्रविड़ (42) और अजिंक्य रहाणे (44) की बदौलत शानदार शुरूआत की थी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 62 रन जोड़े थे। इस दौरान दोनों ने इस सत्र का सबसे तेज टीम अर्धशतक लगाया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद रहाणे और अशोक मेनारिया (22) ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मेनारिया110 रन के कुल योग पर आउट हुए। मेनारिया ने अपनी 20 गेंदों की पारी मे एक चौका और एक छक्का लगाया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
हॉज ने अपनी नाबाद पारी में 21 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए जबकि याज्ञनिक ने तीन गेंदों पर दो चौके लगाए। दोनों चौका स्टेन के अंतिम ओवर में लगाए गए। इससे पहले हॉज ने आनंद राजन द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 14 रन लिए थे।
राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान राहुल द्रविड़ (42) और अजिंक्य रहाणे (44) की बदौलत शानदार शुरूआत की थी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 62 रन जोड़े थे। इस दौरान दोनों ने इस सत्र का सबसे तेज टीम अर्धशतक लगाया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद रहाणे और अशोक मेनारिया (22) ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मेनारिया110 रन के कुल योग पर आउट हुए। मेनारिया ने अपनी 20 गेंदों की पारी मे एक चौका और एक छक्का लगाया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
राजस्थान रॉयल्स ने कप्तान राहुल द्रविड़ (42) और अजिंक्य रहाणे (44) की बदौलत शानदार शुरूआत की थी। दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 62 रन जोड़े थे। इस दौरान दोनों ने इस सत्र का सबसे तेज टीम अर्धशतक लगाया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद रहाणे और अशोक मेनारिया (22) ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मेनारिया110 रन के कुल योग पर आउट हुए। मेनारिया ने अपनी 20 गेंदों की पारी मे एक चौका और एक छक्का लगाया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
द्रविड़ के आउट होने के बाद रहाणे और अशोक मेनारिया (22) ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े। मेनारिया110 रन के कुल योग पर आउट हुए। मेनारिया ने अपनी 20 गेंदों की पारी मे एक चौका और एक छक्का लगाया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
121 रन के कुल योग पर रहाणे का विकेट गिरा। रहाणे ने 31 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। ओवैस शाह (12) कुछ खास नहीं कर सके। इसके बाद राजस्थान रॉयल्स टीम भारी लक्ष्य के आगे दबाव में आती दिखी लेकिन हॉज, जोहान बोथा (14) और याज्ञनिक ने इस दबाव को धता बताते हुए अपनी टीम को शानदार जीत दिलाई।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
डेक्कन चार्जर्स की ओर से अमित मिश्रा ने तीन विकेट लिए। आनंद और डेनियल क्रिस्टियन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले, टॉस जीतने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी डेक्कन चार्जर्स टीम को कप्तान कुमार संगकारा (44) और शिखर धवन (52) से अच्छी शुरुआत मिली। पहले विकेट के लिए हुई 94 रनों की साझेदारी के बाद चार्जर्स टीम 20 ओवर में दो विकेट पर 196 रन बनाने में सफल रही।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
संगकारा ने 32 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया जबकि धवन ने 43 गेंदों पर आठ चौके जड़े। धवन ने 37 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से अर्द्धशतक पूरा किया। धवन ने डेनियल क्रिस्टियन (नाबाद 29) के साथ दूसरे विकेट के लिए 14 रन जोड़े।टिप्पणियां
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
धवन का विकेट 108 रन के कुल योग पर गिरा। इसके बाद क्रिस्टियन और ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 58) ने टीम को कोई और नुकसान नहीं होने दिया। क्रिस्टियन और ड्यूमिनी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रनों की साझेदारी निभाई।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया।
ड्युमिनी ने अपनी पारी में 26 गेंदों पर तीन चौके और पांच छक्के लगाए जबकि क्रिस्टियन ने 19 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया। सिद्धार्थ त्रिवेदी और ब्रैड हॉज एक-एक विकेट लिया। |
कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला की तुलना 'वफादार कुत्ता' से करने पर बुरे फंसे संजय निरुपम | कर्नाटक के राज्यपाल पर संजय निरुपम का विवादित बयान.
राज्यपाल की तुलना कुत्ते से की.
बाद में संजय ने माफी मांगी. | #WATCH Derogatory statement by Congress' Sanjay Nirupam, says, 'Iss desh mein wafadari ka naya kirtimaan sthaapit kiya hai Vajubhai Vala (#Karnataka Guv) ji ne, ab shayad India ka har aadmi apne kutte ka naam Vajubhai Vala hi rakhega kyunki isse zyada wafaadaar koi ho nahi sakta' pic.twitter.com/P0EtWWo58i |
'दीक्षित ने राष्ट्रमंडल खेल ठेके को प्रभावित नहीं किया' | कैग की लीक हुई रिपोर्ट में शीला दीक्षित को राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में ठेका देने में अनियमितता बरतने का जिम्मेदार ठहराया गया था। | दिल्ली के मुख्य सचिव ने पीके त्रिपाठी ने गुरुवार को कहा कि मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान शहर से कूड़ा उठाने के लिए किसी विशेष कम्पनी को ठेका देने के निर्णय को प्रभावित नहीं किया था। नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की लीक हुई रिपोर्ट में शीला दीक्षित को राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन में ठेका देने में अनियमितता बरतने का जिम्मेदार ठहराया गया था। खेलों की तैयारी के दौरान शहर से कूड़ा उठाने के लिए इको स्मार्ट कम्पनी को ठेका दिया गया था। त्रिपाठी ने कहा कि केवल यही एक कम्पनी थी जो पूरे शहर में कूड़ा उठाने में सक्षम थी और निर्णय लिया गया क्योंकि देश की इज्जत दांव पर थी। उन्होंने कहा कि यह आधारहीन बात है कि इस कम्पनी को ठेका दिलाने के लिए शीला दीक्षित ने कहा था, कम्पनी दिल्ली नगर निगम के तीन मंडलों में पहले से ही काम कर रही है। त्रिपाठी ने बताया कि जो भी निर्णय प्रशासन द्वारा लिया गया वह सही था। दीक्षित के रिश्तेदारों के कम्पनी में होने के आरोपों पर त्रिपाठी ने कहा कि वे निदेशक मंडल में शामिल नहीं हैं जिससे कि निर्णय ले सकें। |
उपवास के 9वें दिन मेधा पाटकर सहित 11 लोगों की हालत बिगड़ी | 27 जुलाई से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठी हैं मेधा पाटकर
चिकित्सकों ने बताया, उनके शरीर में पानी की कमी हो रही है
अस्पताल जाने और दवा लेने को तैयार नहीं मेधा | (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
यूपी में बाबू ने अपने अधिकारी को जूतों से पीटा | उत्तर प्रदेश के बांदा में विकास भवन में तैनात लिपिक ने अपने अधिकारी की जूतों से पिटाई कर दी। वह अपने खिलाफ लिखे गए पत्र से नाराज था। पुलिस ने आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया है। | उत्तर प्रदेश के बांदा में बुधवार को विकास भवन में तैनात एक लिपिक ने अपने ही अधिकारी की जूतों से पिटाई कर दी। पुलिस ने आरोपी लिपिक को गिरफ्तार कर लिया है। लिपिक अपने खिलाफ लिखे गए पत्र से नाराज था।टिप्पणियां
मुख्य विकास अधिकारी बांदा वीरेश्वर सिंह ने बताया कि अर्थ एवं संख्या विभाग के उपनिदेशक राजाराम यादव समीक्षा बैठक के सिलसिले में अपने कार्यालय में बैठे थे, उसी वक्त इसी विभाग का लिपिक मनोज कुमार अचानक कार्यालय में घुस गया और दरवाजा बंद कर अधिकारी की पिटाई शुरू कर दी। शोर-शराबा सुनकर कई अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और बीच-बचाव किया।
पुलिस में लिखाई गई रिपोर्ट में उपनिदेशक राजाराम यादव ने आरोप लगाया कि आरोपी बाबू के खिलाफ शासन को एक पत्र लिखा गया था, जिससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। शहर कोतवाल उमाशंकर यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर बाबू के खिलाफ अधिकारी की जूतों से पिटाई करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का अभियोग दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
मुख्य विकास अधिकारी बांदा वीरेश्वर सिंह ने बताया कि अर्थ एवं संख्या विभाग के उपनिदेशक राजाराम यादव समीक्षा बैठक के सिलसिले में अपने कार्यालय में बैठे थे, उसी वक्त इसी विभाग का लिपिक मनोज कुमार अचानक कार्यालय में घुस गया और दरवाजा बंद कर अधिकारी की पिटाई शुरू कर दी। शोर-शराबा सुनकर कई अधिकारी और कर्मचारी पहुंचे और बीच-बचाव किया।
पुलिस में लिखाई गई रिपोर्ट में उपनिदेशक राजाराम यादव ने आरोप लगाया कि आरोपी बाबू के खिलाफ शासन को एक पत्र लिखा गया था, जिससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। शहर कोतवाल उमाशंकर यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर बाबू के खिलाफ अधिकारी की जूतों से पिटाई करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का अभियोग दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस में लिखाई गई रिपोर्ट में उपनिदेशक राजाराम यादव ने आरोप लगाया कि आरोपी बाबू के खिलाफ शासन को एक पत्र लिखा गया था, जिससे नाराज होकर उसने इस घटना को अंजाम दिया। शहर कोतवाल उमाशंकर यादव ने बताया कि तहरीर के आधार पर बाबू के खिलाफ अधिकारी की जूतों से पिटाई करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का अभियोग दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है। |
RRB Group D Result Updates: कभी भी आ सकता है रिजल्ट, जानिए हर अपडेट | ग्रुप डी का रिजल्ट किसी भी समय जारी किया जा सकता है.
रिजल्ट सभी आरआरबी वेबसाइट्स पर जारी किया जाएगा.
रिजल्ट चेक करने के लिए वेबसाइट्स पर रेगुलर विजिट करते रहें. | रेलवे भर्ती बोर्ड (Railway Recruitment Board) किसी भी समय ग्रुप डी के 62 हजार 907 पदों पर हुई परीक्षा का रिजल्ट (RRB Group D Result) जारी कर सकता है. आरआरबी के वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV को बताया, ''परीक्षा का रिजल्ट (Railway Group D Result) मध्य फरवरी में किसी भी दिन जारी कर दिया जाएगा. रिजल्ट (RRB Result) जारी करने को लेकर कोई तारीख तय नहीं हुई है.'' बता दें कि मध्य फरवरी के हिसाब से अब रिजल्ट (RRB Group D Result 2018-19) किसी भी दिन और समय जारी किया जा सकता है. ऐसे में उम्मीदवार अपने रीजन की आआरबी वेबसाइट पर रेगुलर विजित करते रहें. रिजल्ट जारी होने के बाद ग्रुप डी (RRB Group D) के पदों पर दूसरे स्टेज की परीक्षा आयोजित की जाएगी. दूसरे स्टेज के लिए उम्मीदवारों को अभी से तैयारी शुरू कर देनी चाहिए. दूसरे स्टेज में शारीरिक दक्षता परीक्षा होगी. बता दें कि ये परीक्षा आसान नहीं होने वाली है, ऐसे में उम्मीदवारों को अच्छी तैयारी की जरूरत है. रिजल्ट और बाकी सभी अपडेट के लिए लाइव अपडेट चेक करें.
RRB Group D Result 2018-19: जल्द जारी होगा रिजल्ट, जानिए हर डिटेल और अपडेट |
वॉटसन के तूफान में उड़ गया बांग्लादेश | ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बांग्लादेश के खिलाफ नौ विकेट से जीत दर्ज कर तीन मैचों की श्रृंखला अपने नाम कर ली। | शेन वॉटसन की रिकॉर्ड 15 छक्कों से जड़ी करियर की सर्वश्रेष्ठ 185 रन की नाबाद पारी से ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को दूसरे एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ नौ विकेट से जीत दर्ज कर तीन मैचों की श्रृंखला अपने नाम कर ली। विस्फोटक सलामी बल्लेबाज ने महज 96 गेंद में 15 चौके और इतने ही छक्के जड़कर 'पॉवरफुल शॉट' का शानदार नजारा पेश किया, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 24 ओवर शेष रहते 230 रन का लक्ष्य आसानी से हासिल किया और श्रृंखला में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली। वेस्टइंडीज के जेवियर मार्शल के नाम इससे पहले एक ही पारी में 12 छक्कों का रिकार्ड दर्ज था, जो उन्होंने कनाडा के खिलाफ वर्ष 2008 में बनाया था। एक-दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में वॉटसन की यह पारी किसी भी ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है, इससे पहले मैथ्यू हेडन ने नाबाद 181 रन बनाए थे। वॉटसन ने अपनी इस रिकॉर्ड पारी में महज 69 गेंदों में अपने करियर का छठा एक-दिवसीय शतक पूरा किया, जो ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों में हेडन (66 गेंद) और गिलक्रिस्ट (67 गेंद) के बाद तीसरा सबसे तेज सैकड़ा है। श्रृंखला का अंतिम वनडे ढाका में ही बुधवार को खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शनिवार को शुरुआती वनडे में भी 60 रन से जीत दर्ज की थी। वॉटसन शुरू से ही शानदार फार्म में दिख रहे थे, उन्होंने शफिउल इस्लाम के शुरुआती ओवर में तीन चौके जड़े। फिर उन्होंने चार छक्कों और पांच चौकों की मदद से सिर्फ 26 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। बांग्लादेशी गेंदबाज और क्षेत्ररक्षक इसके बाद वॉटसन के सामने असहाय दिखाई देने लगे। इस सलामी बल्लेबाज ने स्पिनर सुहारावादी शुवो के ओवर में चार छक्के जड़कर बांग्लादेशी गेंदबाजों को कोई मौका नहीं दिया। वॉटसन ने पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (नाबाद 37) के साथ दूसरे विकेट के लिए 170 रन की नाबाद साझेदारी भी निभाई। इससे पहले मुश्फिकुर रहीम के नाबाद 81 रन से बांग्लादेश ने सात विकेट पर 229 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया था। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश की टीम एक समय 88 रन पर पांच विकेट गंवाकर जूझ रही थी, लेकिन विकेटकीपर बल्लेबाज रहीम ने 80 गेंद में नाबाद 81 रन की पारी खेलकर टीम को संभाला। उन्होंने अपनी पारी में एक छक्का और नौ चौके जमाए। रहीम ने पारी के अंत में तेज गेंदबाज ब्रेट ली की गेंद पर लगातार दो चौके और एक छक्का जड़ा। उन्होंने तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन के अंतिम ओवर में भी दो बार गेंद सीमा रेखा के पार कराई। जॉनसन ने 54 रन देकर तीन और लेग स्पिनर स्टीवन स्मिथ ने 34 रन देकर दो विकेट हासिल किए, लेकिन रहीम ने इसके बावजूद टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने मोहम्मद महमूदुल्लाह (38) के साथ छठे विकेट के लिए 79 रन की साझेदारी की। शहरयार नफीस ही शीर्ष क्रम में एकमात्र बल्लेबाज थे, जो क्रीज पर जमे रहे। उन्होंने 73 गेंद में छह चौकों की मदद से 56 रन बनाए, लेकिन वनडे में अपना 12वां अर्धशतक पूरा करने के बाद वह स्मिथ को आसान रिटर्न कैच दे बैठे। जॉनसन ने सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल और इमरूल कायेस को पैवेलियन भेजकर बांग्लादेश को शुरुआती झटके दिए। इसके बाद जान हेस्टिंग्स ने रकिबुल हसन को आउट कर बांग्लादेश का स्कोर 12 ओवर में 28 रन पर तीन विकेट कर दिया। स्मिथ ने कप्तान शकिबुल हसन को नौ रन पर बोल्ड कर दिया और फिर क्रीज पर जमे नफीस को भी पैवेलियन भेज दिया, जिससे मेजबान टीम 88 रन पर पांच विकेट गंवा बैठी। |
'कम्मो बुआ' बन भारती सिंह ने दिया यह गुरू मंत्र, बोलीं- पतली कुड़ियों को कभी...देखें Video | भारती सिंह का वीडियो बटोर रहा है सुर्खियां
भारती सिंह ने दी रिलेशनशिप करने की सलाह
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वीडियो | कॉमेडियन भारती सिंह (Bharti Singh) ने अपने अंदाज से लोगों को हंसाने के साथ ही उनका दिल जीतने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी है. लेकिन हाल ही में भारती सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सबका खूब ध्यान खींच रहा है. इस वीडियो में भारती सिंह (Bharti Singh Video) 'कम्मो बुआ' बनकर बता रही हैं कि लोगों को कैसी लड़कियों से प्यार करना चाहिए. वीडियो को कॉमेडियन भारती सिंह ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. भारती के इस वीडियो पर फैन्स भी खूब कमेंट कर रहे हैं और अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
Kamo bua Kya keh rhi hai dhiyaan Se suno aur maano bhi #kamobua #funtime#tkss#love#bless @haarshlimbachiyaa30 @diksha16779
A post shared by Bharti Singh (@bharti.laughterqueen) on Dec 13, 2019 at 1:16am PST
भारती सिंह (Bharti Singh) इस वीडियो में 'कम्मो बुआ (Kammo Bua)' बनकर कह रही हैं, "पतली कुड़ियां नूं कभी प्यार ना करियो, क्योंकि वो तुम्हें कभी भी छोड़कर भग सकती हैं. मोटी कुडियां नूं करो वो तुम्हें छोड़कर कभी नहीं जाएंगी." भारती सिंह के इस वीडियो पर फैन्स के साथ-साथ सेलेब्रिटीज भी खूब कमेंट कर रहे हैं.
बता दें कि कॉमेडियन भारती सिंह (Bharti Singh) इन दिनों 'द कपिल शर्मा शो' (The Kapil Sharma Show) में अपने किरदार से लोगों को खूब हंसा रही हैं. इस शो में वह कभी कम्मो बुआ बनकर तो कभी भाभी बनकर दर्शकों का खूब मनोरंजन करती हैं. इसके अलावा वह कलर्स टीवी पर आने वाले शो 'खतरा खतरा खतरा' (Khatra Khatra Khatra) में भी नजर आ रही थीं. इस शो में वह और उनके पति हर्ष लिम्बाच्या साथ मिलकर शो पर ढेर सारे मजेदार टास्क करने के साथ ही लोगों का खूब मनोरंजन भी करते थे. टीवी से अलग भारती सिंह टिकटॉक पर भी काफी एक्टिव हैं. |
भारत-चीन फ्लैग मीटिंग बेनतीजा, चीनी हेलीकॉटर भी आए थे भारतीय सीमा में... | लद्दाख में हुई भारत और चीन के बीच फ्लैग मीटिंग बेनतीजा खत्म हो चुकी है। चीन ने किसी भी प्रकार की घुसपैठ से इनकार किया है जबकि भारत ने उसके दावे को मानने से इनकार कर दिया। | लद्दाख में हुई भारत और चीन के बीच फ्लैग मीटिंग बेनतीजा खत्म हो चुकी है। चीन ने किसी भी प्रकार की घुसपैठ से इनकार किया है जबकि भारत ने उसके दावे को मानने से इनकार कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना के जवान ही नहीं, चीन के हेलीकॉप्टर भी भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसे थे और कुछ देर बाद वापस चले गए।
वहीं, दिल्ली में चीनी दूतावास के अधिकारियों ने एनडीटीवी से एक बार फिर कहा कि चीन की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वह अपने विदेश मंत्रालय के बयान के साथ हैं। गौरतलब है कि सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन किया था कि लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं किया है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिव रंजन मथाई इस मामले को लेकर पिछले हफ्ते ही चीन के राजदूत को तलब कर चुके हैं और उनके सामने आधिकारिक तौर पर चीन के इस कदम पर आपत्ति भी जता चुके हैं। टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक चीन के राजदूत को साफ−साफ कह दिया गया है कि चीन की ओर से की गई यह घुसपैठ दोनों देशों के बीच माहौल खराब कर सकती है। एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया है कि चीन जो भी कहे वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच अलग−अलग राय है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक तरीक़े से हल किया जा चुका है। चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बात हो रही है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, चीनी सेना के जवान ही नहीं, चीन के हेलीकॉप्टर भी भारतीय हवाई क्षेत्र में घुसे थे और कुछ देर बाद वापस चले गए।
वहीं, दिल्ली में चीनी दूतावास के अधिकारियों ने एनडीटीवी से एक बार फिर कहा कि चीन की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वह अपने विदेश मंत्रालय के बयान के साथ हैं। गौरतलब है कि सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन किया था कि लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं किया है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिव रंजन मथाई इस मामले को लेकर पिछले हफ्ते ही चीन के राजदूत को तलब कर चुके हैं और उनके सामने आधिकारिक तौर पर चीन के इस कदम पर आपत्ति भी जता चुके हैं। टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक चीन के राजदूत को साफ−साफ कह दिया गया है कि चीन की ओर से की गई यह घुसपैठ दोनों देशों के बीच माहौल खराब कर सकती है। एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया है कि चीन जो भी कहे वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच अलग−अलग राय है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक तरीक़े से हल किया जा चुका है। चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बात हो रही है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है।
वहीं, दिल्ली में चीनी दूतावास के अधिकारियों ने एनडीटीवी से एक बार फिर कहा कि चीन की ओर से भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि वह अपने विदेश मंत्रालय के बयान के साथ हैं। गौरतलब है कि सोमवार को चीनी विदेश मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन किया था कि लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं किया है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिव रंजन मथाई इस मामले को लेकर पिछले हफ्ते ही चीन के राजदूत को तलब कर चुके हैं और उनके सामने आधिकारिक तौर पर चीन के इस कदम पर आपत्ति भी जता चुके हैं। टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक चीन के राजदूत को साफ−साफ कह दिया गया है कि चीन की ओर से की गई यह घुसपैठ दोनों देशों के बीच माहौल खराब कर सकती है। एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया है कि चीन जो भी कहे वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच अलग−अलग राय है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक तरीक़े से हल किया जा चुका है। चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बात हो रही है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है।
सूत्रों के मुताबिक विदेश सचिव रंजन मथाई इस मामले को लेकर पिछले हफ्ते ही चीन के राजदूत को तलब कर चुके हैं और उनके सामने आधिकारिक तौर पर चीन के इस कदम पर आपत्ति भी जता चुके हैं। टिप्पणियां
सूत्रों के मुताबिक चीन के राजदूत को साफ−साफ कह दिया गया है कि चीन की ओर से की गई यह घुसपैठ दोनों देशों के बीच माहौल खराब कर सकती है। एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया है कि चीन जो भी कहे वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच अलग−अलग राय है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक तरीक़े से हल किया जा चुका है। चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बात हो रही है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है।
सूत्रों के मुताबिक चीन के राजदूत को साफ−साफ कह दिया गया है कि चीन की ओर से की गई यह घुसपैठ दोनों देशों के बीच माहौल खराब कर सकती है। एनडीटीवी को सूत्रों ने बताया है कि चीन जो भी कहे वास्तविक नियंत्रण रेखा को लेकर दोनों देशों के बीच अलग−अलग राय है। पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन उन्हें एक तरीक़े से हल किया जा चुका है। चीन के साथ कूटनीतिक और सैन्य दोनों स्तरों पर बात हो रही है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है।
दरअसल तिब्बत से लगे लद्दाख का दौलत बेग ओल्डी इलाके में 15 से 20 चीनी सैनिक घुस आए हैं। इतना ही नहीं इन सैनिकों ने यहां अपने टेंट लगा लिए हैं और अस्थाई मोर्चा भी बना लिया है। भारतीय सैनिकों ने भी चीनी सैनिकों के टेंट से 500 मीटर दूर अपना मोर्चा बना लिया है। |
क्रिकेटर श्रीसंत ने दी 'बिग बॉस' छोड़ने की धमकी, और फिर हुआ कुछ ऐसा...देखें Video | बिग बॉस में श्रीसंत का हंगामा
शो छोड़ने के लिए हुए तैयार
खान सिस्टर्स से हुई लड़ाई | A post shared by Colors TV (@colorstv) on Sep 18, 2018 at 2:02am PDT
A post shared by BIGG BOSS SEASON 12(@biggboss12offl) on Sep 18, 2018 at 3:29am PDT |
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को बड़ा झटका, अब इस दल ने छोड़ा साथ | असम में भाजपा को लगा बड़ा झटका
असम गण परिषद ने साथ छोड़ा
नागरिकता संशोधन विधेयक पर था मतभेद | लोकसभा चुनाव से पहले असम में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर सोमवार को असम की भाजपा नीत सरकार से असम गण परिषद (एजीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया. एजीपी अध्यक्ष और मंत्री अतुल बोरा ने यह जानकारी देते हुए कहा कि एजीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. इसके बाद यह निर्णय लिया गया. गृहमंत्री से मुलाकात के बाद, बोरा ने कहा, ‘हमने इस विधेयक को पारित नहीं कराने के लिए केंद्र को मनाने के लिए आज आखिरी कोशिश की, लेकिन सिंह ने हमसे स्पष्ट कहा कि यह लोकसभा में कल (मंगलवार) पारित कराया जाएगा. इसके बाद, गठबंधन में बने रहने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है'. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिमों को भारत की नागरिकता देने के लिए लाया गया है. |
लक्ष्य से कम रहा कोल इंडिया का उत्पादन | कंपनी ने पिछले वित्तवर्ष 2010-11 में 43.13 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया, जबकि संशोधित लक्ष्य 44.02 करोड़ टन था। | सार्वजनिक क्षेत्र की प्रमुख कोयला उत्पादक कंपनी कोल इंडिया उत्पादन लक्ष्य से चूक गयी है। कंपनी ने पिछले वित्तवर्ष 2010-11 में 43.13 करोड़ टन कोयले का उत्पादन किया, जबकि संशोधित लक्ष्य 44.02 करोड़ टन था। पर्यावरण संबंधी बाधाओं के कारण कंपनी उत्पादन लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रही है। कोल इंडिया लि. (सीआईएल) ने 2010-11 में 46.01 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा था। इसे बाद में वित्तवर्ष समाप्त होने से कुछ दिन पहले संशोधित कर 44.02 करोड़ टन कर दिया गया। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, सीआईएल पिछले वित्तवर्ष में केवल 43.13 करोड़ टन कोयला का उत्पादन कर सका। पर्यावरण मंजूरी में देरी के कारण कंपनी विस्तार परियोजनाओं को क्रियान्वयन नहीं कर सकी। अधिकारी ने नाम नहीं देने की शर्त पर कहा कि परियोजनाओं के विस्तार के जरिये उत्पादन लक्ष्य हासिल किया जाना था, लेकिन वन एवं पर्यावरण मंत्रालय से मंजूरी प्राप्त करने के कंपनी के बेहतर प्रयासों के बावजूद इसे हासिल नहीं किया जा सका। उल्लेखनीय है कि नवरत्न कंपनी की देश भर में 154 ऐसी परियोनाएं हैं, जिसे पर्यावरण मंजूरी का इंतजार है। ये परियोजनाएं 26,000 हैक्टेयर जमीन पर फैली हैं और इनकी उत्पादन क्षमता 21 करोड़ टन है। सरकार ने कोयला उत्पादन को प्रभावित करने वाले मुद्दों के हल के लिए वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में 12 सदस्यीय समिति का गठन किया है। मंत्री समूह की अगले महीने फिर बैठक होने वाली है। सीआईएल ने चालू वित्तवर्ष के 45.2 करोड़ टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य रखा है। |
Citizenship Bill को लेकर शिवसेना का मोदी सरकार पर निशाना: क्या ये हिंदू-मुसलमानों का ‘अदृश्य विभाजन’ नहीं? | नागरिकता संशोधन बिल को लेकर शिवसेना का हमला
अमित शाह आज लोकसभा में पेश करेंगे बिल
सामना में संपादकीय लिखकर साधा निशाना | लोकसभा में नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) पेश किए जाने के मद्देनजर शिवसेना ने सवाल उठाए कि क्या हिंदू अवैध शरणार्थियों की ‘चुनिंदा स्वीकृति' देश में धार्मिक युद्ध छेड़ने का काम नहीं करेगी और उसने केंद्र पर विधेयक को लेकर हिंदुओं तथा मुस्लिमों का ‘अदृश्य विभाजन' करने का आरोप लगाया. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी ने यह भी कहा कि विधेयक की आड़ में ‘वोट बैंक की राजनीति' करना देश के हित में नहीं है.
पार्टी के मुखपत्र ‘सामना' में एक संपादकीय में शिवसेना ने विधेयक के समय पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘भारत में अभी दिक्कतों की कमी नहीं है लेकिन फिर भी हम कैब जैसी नयी परेशानियों को बुलावा दे रहे हैं. ऐसा लगता है कि केंद्र ने विधेयक को लेकर हिंदुओं और मुस्लिमों का अदृश्य विभाजन किया है.' साथ ही शिवसेना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुछ पड़ोसी देशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की.
शिवसेना ने सवाल किया, ‘यह सच है कि हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान के अलावा कोई दूसरा देश नहीं है, लेकिन अवैध शरणार्थियों में से केवल हिंदुओं को स्वीकार करके देश में एक गृह युद्ध नहीं छिड़ जाएगा?'
उसने कहा, ‘अगर कोई नागरिकता (संशोधन) विधेयक की आड़ में वोट बैंक की राजनीति करने की कोशिश करता है तो यह देश के हित में नहीं है.'
संपादकीय में कहा गया है, ‘पाकिस्तान की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अन्य पड़ोसी देशों को भी कड़ा सबक सिखाना चाहिए जो हिंदू, सिख, ईसाई, पारसी और जैन समुदायों पर अत्याचार करते हैं.' शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पहले ही दिखाया है कि कुछ चीजें ‘‘मुमकिन'' हैं.
उसने जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडितों का ‘पुनर्वास न किए जाने' का लेकर भी भाजपा पर तीखा हमला किया. पार्टी ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट नहीं है कि वे (पंडित) अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भी जम्मू कश्मीर जाएंगे या नहीं. क्या केंद्र जम्मू कश्मीर में पड़ोसी देशों के अवैध शरणार्थियों को फिर से बसाएगा क्योंकि अब वह आधिकारिक रूप से देश के शेष हिस्से से जुड़ा हुआ है?' |
कश्मीर: दो साल की बच्ची और उसके परिवार पर हमला करने वाला लश्कर आतंकी ढेर | लश्कर-ए-तैयबा का टॉप रैंक आतंकी आसिफ मारा गया
सोपोर में पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया
मुठभेड़ में दो पुलिस कर्मी भी घायल | जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के सोपोर में पुलिस ने मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का टॉप रैंक आतंकी आसिफ को मार गिराया गया. यह जानकारी न्यूज एजेंसी एएनआई द्वारा मिली है. लश्कर का आतंकी आसिफ मकबूल भट हाल ही में सोपोर में एक फल व्यापारी के परिवार के 4 सदस्यों को गोली मारने और घायल होने के लिए जिम्मेदार था. घायलों में एक छोटी बच्ची भी शामिल थी. इसके अलावा आतंकी सोपोर में एक प्रवासी श्रमिक शफी आलम की शूटिंग के लिए भी जिम्मेदार था. जम्मू-कश्मीर के सोपोर में हुई मुठभेड़ में दो पुलिस कर्मी घायल हुए हैं.
Jammu & Kashmir: The LeT terrorist Asif was responsible for recent shootout and injuries to three family members of a fruit trader in Sopore. The injured also included a young girl Asma Jan. He was also responsible for shooting at a migrant labour Shafi Alam in Sopore https://t.co/6r8r7RuvJE
बता दें कि उत्तर कश्मीर के बारामूला जिले में शनिवार को आतंकवादियों ने एक मकान पर हमला किया था, जिसमें एक बच्ची सहित परिवार के चार सदस्य घायल हो गए थे. पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया था कि घायलों को अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी हालत स्थिर बनी हुई है.
वहीं आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा के 8 आतंकियों को दक्षिणी कश्मीर के सोपोर में सोमवार को गिरफ्तार किया गया था. यह गिरफ्तारी ऐसे समय में की गई जब तीन दिन पहले ही आतंकियों ने सोपोर में एक फलों के व्यापारी के घर पर हमला किया था, जिसमें 2 साल की बच्ची समेत 4 लोग घायल हो गए थे. शनिवार को हुए इस आतंकी हमले का मकसद क्षेत्र के लोगों में डर फैलाना और घाटी में शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाना था. जिन आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन पर धमकीभरे पोस्टर बांटने का आरोप है. |
तनिक माथा ठंडा रखिए चौबे जी, नहीं तो माइंडवा ब्लास्ट हो जाएगा: अधिकारी को फटकारने वाले BJP मंत्री को तेजस्वी की सलाह | तेजस्वी यादव ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे पर तंज कसा है.
शनिवार को अश्विनी चौबे ने आचार संहिता का उल्लंघन किया था.
अधिकारी के समझाने पर भड़क गए थे. | भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बिहार के बक्सर में लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर चुनाव आचार संहिता का न सिर्फ उल्लंघन किया, बल्कि अधिकारी से बदसलूकी भी की. शनिवार को चुनावी कार्यक्रम में जाते वक्त जब आचार संहिता का उल्लंघन करने पर बक्सर के एसडीएम ने उनके काफिले को रोका तो केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे बौखला गए और उन्होंने न सिर्फ अधिकारी केके उपाध्याय से बदतमीजी की बल्कि उन्हें धमकाया भी. रविवार को इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिस पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी तंज कसा है और अश्विनी चौबे को पैनिक न होने की सलाह दी है.
तेजस्वी यादव ने अश्विनी चौबे का उस वीडियो को शेयर किया है, जिसमें वे अधिकारी को ड्यूटी के दौरान धमकाते और बदसलूकी करते दिख रहे हैं. इस वीडियो को तेजस्वी ने ट्वीट किया है और तंज कसते हुए लिखा है- तनिक माथा ठंडा रखिए चौबे जी नहीं तो माइंडवा ब्लास्ट हो जाएगा, हार देख अभिये से पैनिक हो गए अभी तो मई बाकिये है. कंट्रोल बाबा कंट्रोल.'
तनिक माथा ठंडा रखिए चौबे जी नहीं तो माइंडवा ब्लास्ट हो जाएगा, हार देख अभिये से पैनिक हो गए अभी तो मई बाकिये है। कंट्रोल बाबा कंट्रोल..https://t.co/oTPmtyn7Ju
दरअसल, बक्सर में एक चुनावी सम्मेलन में जा रहे अश्विनी चौबे के काफिले में गाड़ियों की संख्या आचार संहिता का उल्लंघन कर रही थी. अनुमति से ज़्यादा गाड़ियों के काफिले पर प्रसासन के द्वारा आचार संहिता के उल्लंघन की बात पर भड़के केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर के एसडीएम केके उपाध्याय को बुरा भला कहा और उनसे बदसलूकी भी की. इतना ही नहीं, यह भी चिल्लाते हुए कहा कि कि 'हिम्मत तो ले चलो जेल. किसके आदेश से मेरी गाड़ी रोके हो? खबरदार, तमाशा बना दिए हो...'
#WATCH Union Minister Ashwini Kumar Choubey misbehaves with SDM KK Upadhyay in Buxar after the official had stopped his convoy for violating model code of conduct. #Bihar (30.3.19) pic.twitter.com/G7Fp96zOug
शनिवार को पहली दफा टिकट मिलने के बाद बक्सर आये केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे किला मैदान हो रहे कार्यक्रम में अनुमति से ज्यादा वाहनों के होने पर किये गए प्रशासन द्वारा सवाल पर भड़क गए और उन्होंने अधिकारी से बदतमीजी की. केंद्रीय मंत्री चौबे एसडीएम पर इतने भड़क गये कि उन्होंने अधिकारी को जेल में डालने की चुनौती दे दी. इतना ही नहीं, उन्होंने अधिकारी से कहा कि किसका आदेश है, तो अधिकारी ने काफी विनम्रता से कहा कि चुनाव आयोग का. मगर अश्विनी चौबे इतने पर ही नहीं रुके और वह अपनी गाड़ी का दरवाजा खोल उस पर खड़े होकर कहने लगे ये गाड़ी मेरी है...हिम्मत है तो जेल भेजो, चलो जेल भेजो.. तमाशा करते हैं आपलोग..' हालांकि, अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है, इसलिए उन पर कार्रवाई होगी. |
त्रिकोणीय श्रृंखला के लिए टीम इंडिया का ऐलान | ऑस्ट्रेलिया में होने वाली ट्राई सीरीज़ के लिए 17 सदस्यीय टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। | ऑस्ट्रेलिया में होने वाली ट्राई सीरीज़ के लिए 17 सदस्यीय टीम इंडिया का ऐलान कर दिया गया है। सचिन तेंदुलकर ने वापसी की है और प्रवीण कुमार भी चोट के बाद टीम में लौट आए हैं।
7 बल्लेबाज़ इस प्रकार होंगे... वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना और मनोज तिवारी।
दो विकेटकीपर हैं... महेंद्र सिंह धोनी के अलावा दूसरे विकेट कीपर पार्थिव पटेल टीम में आए हैं।
जहां तक बात 8 गेंदबाज़ों की है तो ज़हीर खान, प्रवीण कुमार, उमेश यादव, आर विनय कुमार, इरफान पठान, आर अश्विन, राहुल शर्मा और रवींद्र जडेजा है। जडेजा ऑलराउंडर की भूमिका में नज़र आएंगे।टिप्पणियां
इस टीम में युवराज और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए हैं।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार।
7 बल्लेबाज़ इस प्रकार होंगे... वीरेंद्र सहवाग, सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, विराट कोहली, रोहित शर्मा, सुरेश रैना और मनोज तिवारी।
दो विकेटकीपर हैं... महेंद्र सिंह धोनी के अलावा दूसरे विकेट कीपर पार्थिव पटेल टीम में आए हैं।
जहां तक बात 8 गेंदबाज़ों की है तो ज़हीर खान, प्रवीण कुमार, उमेश यादव, आर विनय कुमार, इरफान पठान, आर अश्विन, राहुल शर्मा और रवींद्र जडेजा है। जडेजा ऑलराउंडर की भूमिका में नज़र आएंगे।टिप्पणियां
इस टीम में युवराज और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए हैं।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार।
दो विकेटकीपर हैं... महेंद्र सिंह धोनी के अलावा दूसरे विकेट कीपर पार्थिव पटेल टीम में आए हैं।
जहां तक बात 8 गेंदबाज़ों की है तो ज़हीर खान, प्रवीण कुमार, उमेश यादव, आर विनय कुमार, इरफान पठान, आर अश्विन, राहुल शर्मा और रवींद्र जडेजा है। जडेजा ऑलराउंडर की भूमिका में नज़र आएंगे।टिप्पणियां
इस टीम में युवराज और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए हैं।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार।
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इस टीम में युवराज और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए हैं।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार।
इस टीम में युवराज और हरभजन सिंह जैसे खिलाड़ी अनफिट होने की वजह से शामिल नहीं हो पाए हैं।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार।
टी-20 और एकदिवसीय मुकाबलों के लिए घोषित टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान, विकेटकीपर), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गम्भीर, सचिन तेंदुलकर, सुरेश रैना, विराट कोहली, रोहित शर्मा, मनोज तिवारी, पार्थिव पटेल (विकेटकीपर), जहीर खान, उमेश यादव, इरफान पठान, आर. विनय कुमार और प्रवीण कुमार। |
नागपुर में चार मंजिला इमारत ढही, दो मरे | शहर के बाहरी इलाके कालाम्ना के चिखली क्षेत्र में चार मंजिला एक आवासीय इमारत के ढहने से दो श्रमिकों की मौत हो गई और दो महिलाओं सहित नौ लोग घायल हो गए। | शहर के बाहरी इलाके कालाम्ना के चिखली क्षेत्र में चार मंजिला एक आवासीय इमारत के ढहने से दो श्रमिकों की मौत हो गई और दो महिलाओं सहित नौ लोग घायल हो गए।
पुलिस ने कहा कि मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और बचाव कार्य जारी है। मलबे के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।टिप्पणियां
मृतकों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने मायो अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
जर्जर इमारत में एक कोल्ड स्टोरेज भी था। पुलिस के अनुसार संयंत्र की मशीनों के कारण काफी नुकसान हुआ है जिसकी वजह से अमोनिया और कार्बन डाइआक्सइड गैसों के रिसाव से आसपास के इलाकों में कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई।
पुलिस ने कहा कि मृतकों की पहचान नहीं हो सकी है और बचाव कार्य जारी है। मलबे के नीचे कई लोगों के फंसे होने की आशंका है।टिप्पणियां
मृतकों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने मायो अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
जर्जर इमारत में एक कोल्ड स्टोरेज भी था। पुलिस के अनुसार संयंत्र की मशीनों के कारण काफी नुकसान हुआ है जिसकी वजह से अमोनिया और कार्बन डाइआक्सइड गैसों के रिसाव से आसपास के इलाकों में कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई।
मृतकों में से एक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे ने मायो अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
जर्जर इमारत में एक कोल्ड स्टोरेज भी था। पुलिस के अनुसार संयंत्र की मशीनों के कारण काफी नुकसान हुआ है जिसकी वजह से अमोनिया और कार्बन डाइआक्सइड गैसों के रिसाव से आसपास के इलाकों में कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई।
जर्जर इमारत में एक कोल्ड स्टोरेज भी था। पुलिस के अनुसार संयंत्र की मशीनों के कारण काफी नुकसान हुआ है जिसकी वजह से अमोनिया और कार्बन डाइआक्सइड गैसों के रिसाव से आसपास के इलाकों में कुछ समय के लिए अफरातफरी मच गई। |
पी चिदंबरम 13 नवंबर तक तिहाड़ जेल में ही रहेंगे, ED को हिरासत देने से कोर्ट का इनकार, मिली ये सुविधाएं | ईडी को हिरासत देने से कोर्ट का इनकार
अलग सेल में रखे जाने की सुविधा दी गई
चिदंबरम को मिलेगा घर का खाना भी | INX media case: Congress leader P. Chidambaram sent to judicial custody till 13th November. Court has also rejected Enforcement Directorate's (ED) application, seeking Chidambaram's remand for one more day. (file pic) pic.twitter.com/2YvVMpCfkZ
इससे पहले पी चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया मनी लॉन्ड्रिंग मामले में खराब स्वास्थ्य के आधार पर अंतरिम जमानत मांगते हुए बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया. वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरिशंकर की पीठ के समक्ष याचिका पेश कर इस पर तत्काल सुनवाई की मांग की. पीठ ने गुरुवार को इसे सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया. चिदंबरम ने एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (एआईजी), हैदराबाद में अपने डॉक्टर से परामर्श लेने तथा जांच कराने के लिए छह दिन के वास्ते अंतरिम राहत मांगी है. उन्होंने दावा किया कि उन्हें क्रोहन रोग के कारण पांच अक्टूबर से लगातार तेज पेट दर्द हो रहा है जिसके लिए उन्हें 'फौरन इलाज' की जरूरत है. उन्हें 2017 में क्रोहन रोग होने का पता चला था जिसमें आंतों में सूजन आ जाती है जिससे पेट में दर्द, दस्त और वजन कम हो जाता है.
उनकी जमानत याचिका के अनुसार, 7 अक्टूबर को उनकी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जांच की गई और उन्हें एंटीबायोटिक और दर्द खत्म करने की दवाएं दी गई जिसके बाद उनका पेट दर्द कम है. याचिका में कहा गया है कि इसके बाद 22 अक्टूबर को उन्हें फिर से दर्द हुआ और 23 अक्टूबर को एम्स में इलाज किया गया तथा उन्हें नयी दवाएं दी गई. लेकिन उन्हें दर्द से कोई राहत नहीं मिली. फिर 24 और 26 अक्टूबर को दोबारा उनकी जांच की गई और 28 अक्टूबर को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में टेस्ट किए गए.
याचिका में कहा गया है कि मेडिकल टेस्ट के बाद चिदंबरम को अगले 16 हफ्तों के लिए स्टेरॉयड इलाज के लिए कहा गया और चूंकि एम्स के इलाज से उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं आ रहा था तो उन्हें एआईजी में अपने नियमित डॉक्टर से इलाज कराने की अनुमति दी जाए. इसमें कहा गया है कि उनकी मेडिकल रिपोर्ट को ई-मेल के जरिए उनके डॉक्टर के पास भेजा गया और डॉक्टर ने बताया कि सूजन बढ़ गई है तथा चिदंबरम को जीवाणु रहित माहौल में इलाज की फौरन जरूरत है. अर्जी में कहा गया है कि इस बीमारी के चलते उनका वजन 73.5 किलोग्राम से घटकर 66 किग्रा हो गया है. चिदंबरम ने आईएनएक्स मीडिया धन शोधन मामले में अपनी मुख्य जमानत याचिका के जरिए ही अंतरिम राहत की याचिका दायर की. इस मामले में वह अभी प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं. नियमित जमानत की उनकी अर्जी पर चार नवंबर को सुनवाई होनी है. 74 वर्षीय चिदंबरम को मामले में उनकी प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत अवधि खत्म होने पर बुधवार को निचली अदालत के समक्ष पेश किया गया. |
गुजरात : आनंदी बेन पटेल की सम्मानजनक विदाई का आधार बना 75+ फार्मूला | दो साल से कुछ अधिक समय का रहा सीएम के तौर पर कार्यकाल
पटेल आंदोलन के चलते बीजेपी को हुआ सियासी तौर पर बड़ा नुकसान
उना की दलित उत्पीड़न की घटना राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में रही | गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं आनंदी बेन पटेल की बतौर सीएम पारी दो वर्ष से कुछ अधिक समय की रही. पेशे से शिक्षक आनंदी बेन ने मई 2014 में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी। राज्य में नरेंद्र मोदी की उत्तराधिकारी के रूप में आनंदी बेन ने शुरुआत तो अच्छी की, लेकिन अपने जल्द ही 'रिदम' खो बैठीं. पाटीदार आंदोलन के चलते बीजेपी को सियासी तौर पर काफी नुकसान उठाना पड़ा. आरोप यह भी लगे कि आनंदी बेन इस मसले को अच्छे तरीके से 'हेंडल' नहीं कर पाईं और बीजेपी के खालिस वोट बैंक माने जाने वाले पटेल (पाटीदार) पार्टी से 'छिटकने' लगे. इस दरकते जनाधार का असर गुजरात के निकाय चुनाव के दौरान साफ तौर पर दिखा. शहरों में तो बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन गांवों में कांग्रेस ने उसे बराबरी की टक्कर दी.
पटेल आंदोलन का मुद्दे की आग अभी ठंडी नहीं हो पाई थी कि 'गो रक्षा' के नाम पर दलित उत्पीड़न का मुद्दा गरमा गया. इस मुद्दे की गूंज संसद तक सुनाई दी और विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ आक्रामक होने का अवसर मिल गया. इस मुद्दे को सही तरीके से न सुलझा पाने में कथित नाकामी आनंदी बेन को भारी पड़ी. गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में बीजेपी के लिए 75+ का फार्मूला वरदान बना. यह फार्मूला आनंदी बेन को सीएम पद से हटाने के लिए बीजेपी का 'आधार' बना। आनंदी बेन ने कहा कि उन्होंने करीब दो माह पहले भी इस्तीफे की पेशकश की थी. मुख्यमंत्री पद के लिए आनंदी बेन का उत्तराधिकारी कौन होगा, यह अगले कुछ दिनों में तय हो जाएगा लेकिन दावेदारी की दौड़ में फिलहाल नितिन पटेल का नाम सबसे ऊपर है. इस बीच, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि आगामी 21 नवंबर को 75 वर्ष की आयु पूरी करने जा रही आनंदीबेन के स्थान पर किसी दूसरे नेता को नियुक्त करने के बारे में अंतिम फैसला पार्टी संसदीय दल ही करेगा. टिप्पणियां
आनंदीबेन पटेल का जन्म गुजरात के मेहसाणा जिले में, 21 नवम्बर 1941 को हुआ था. उनके पिता गांधीवादी नेता थे. विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट आनंदी बेन ने एमएड करने के बाद अध्यापन शुरू किया. उनकी छवि एक अनुशासनप्रिय अध्यापक की रही. उन्हें वर्ष 1987 में वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. एक छात्रा को डूबने से बचाने के लिए वे खुद झील में कूद गई थीं. वर्ष 1988 में आनंदीबेन बीजेपी में शामिल हुईं और जल्द ही नरेंद्र मोदी का विश्वास हासिल करने में सफल रहीं. सीएम बनने से पहले वे राज्य मे शिक्षा और महिला-बाल कल्याण जैसे मंत्रालय संभाल चुकी हैं.
गुजरात में नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंत्री के तौर पर जमीन के रिकॉर्ड को कंप्यूटरीकृत करके इसके सौदों में होने वाली धांधली रोकने के काम को उन्होंने बखूबी अंजाम दिया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत और नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. दुर्भाग्य से इस पद के लिए की गई अपेक्षाओं पर आनंदी बेन पूरी तरह खरी नहीं उतर पाईं और आलोचकों को मुखर होने का मौका मिल गया. गुजरात में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले आनंदी बेन को 'विदा' करके बीजेपी ने 'डेमेज कंट्रोल' की कोशिश की है. यह कोशिश कितनी सफल होगी, आने वाला वक्त ही बताएगा.....
पटेल आंदोलन का मुद्दे की आग अभी ठंडी नहीं हो पाई थी कि 'गो रक्षा' के नाम पर दलित उत्पीड़न का मुद्दा गरमा गया. इस मुद्दे की गूंज संसद तक सुनाई दी और विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ आक्रामक होने का अवसर मिल गया. इस मुद्दे को सही तरीके से न सुलझा पाने में कथित नाकामी आनंदी बेन को भारी पड़ी. गुजरात में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में बीजेपी के लिए 75+ का फार्मूला वरदान बना. यह फार्मूला आनंदी बेन को सीएम पद से हटाने के लिए बीजेपी का 'आधार' बना। आनंदी बेन ने कहा कि उन्होंने करीब दो माह पहले भी इस्तीफे की पेशकश की थी. मुख्यमंत्री पद के लिए आनंदी बेन का उत्तराधिकारी कौन होगा, यह अगले कुछ दिनों में तय हो जाएगा लेकिन दावेदारी की दौड़ में फिलहाल नितिन पटेल का नाम सबसे ऊपर है. इस बीच, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि आगामी 21 नवंबर को 75 वर्ष की आयु पूरी करने जा रही आनंदीबेन के स्थान पर किसी दूसरे नेता को नियुक्त करने के बारे में अंतिम फैसला पार्टी संसदीय दल ही करेगा. टिप्पणियां
आनंदीबेन पटेल का जन्म गुजरात के मेहसाणा जिले में, 21 नवम्बर 1941 को हुआ था. उनके पिता गांधीवादी नेता थे. विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट आनंदी बेन ने एमएड करने के बाद अध्यापन शुरू किया. उनकी छवि एक अनुशासनप्रिय अध्यापक की रही. उन्हें वर्ष 1987 में वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. एक छात्रा को डूबने से बचाने के लिए वे खुद झील में कूद गई थीं. वर्ष 1988 में आनंदीबेन बीजेपी में शामिल हुईं और जल्द ही नरेंद्र मोदी का विश्वास हासिल करने में सफल रहीं. सीएम बनने से पहले वे राज्य मे शिक्षा और महिला-बाल कल्याण जैसे मंत्रालय संभाल चुकी हैं.
गुजरात में नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंत्री के तौर पर जमीन के रिकॉर्ड को कंप्यूटरीकृत करके इसके सौदों में होने वाली धांधली रोकने के काम को उन्होंने बखूबी अंजाम दिया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत और नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. दुर्भाग्य से इस पद के लिए की गई अपेक्षाओं पर आनंदी बेन पूरी तरह खरी नहीं उतर पाईं और आलोचकों को मुखर होने का मौका मिल गया. गुजरात में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले आनंदी बेन को 'विदा' करके बीजेपी ने 'डेमेज कंट्रोल' की कोशिश की है. यह कोशिश कितनी सफल होगी, आने वाला वक्त ही बताएगा.....
आनंदीबेन पटेल का जन्म गुजरात के मेहसाणा जिले में, 21 नवम्बर 1941 को हुआ था. उनके पिता गांधीवादी नेता थे. विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएट आनंदी बेन ने एमएड करने के बाद अध्यापन शुरू किया. उनकी छवि एक अनुशासनप्रिय अध्यापक की रही. उन्हें वर्ष 1987 में वीरता पुरस्कार से भी नवाजा जा चुका है. एक छात्रा को डूबने से बचाने के लिए वे खुद झील में कूद गई थीं. वर्ष 1988 में आनंदीबेन बीजेपी में शामिल हुईं और जल्द ही नरेंद्र मोदी का विश्वास हासिल करने में सफल रहीं. सीएम बनने से पहले वे राज्य मे शिक्षा और महिला-बाल कल्याण जैसे मंत्रालय संभाल चुकी हैं.
गुजरात में नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंत्री के तौर पर जमीन के रिकॉर्ड को कंप्यूटरीकृत करके इसके सौदों में होने वाली धांधली रोकने के काम को उन्होंने बखूबी अंजाम दिया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत और नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. दुर्भाग्य से इस पद के लिए की गई अपेक्षाओं पर आनंदी बेन पूरी तरह खरी नहीं उतर पाईं और आलोचकों को मुखर होने का मौका मिल गया. गुजरात में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले आनंदी बेन को 'विदा' करके बीजेपी ने 'डेमेज कंट्रोल' की कोशिश की है. यह कोशिश कितनी सफल होगी, आने वाला वक्त ही बताएगा.....
गुजरात में नरेंद्र मोदी कैबिनेट की मंत्री के तौर पर जमीन के रिकॉर्ड को कंप्यूटरीकृत करके इसके सौदों में होने वाली धांधली रोकने के काम को उन्होंने बखूबी अंजाम दिया. लोकसभा चुनाव में बीजेपी की बंपर जीत और नरेंद्र मोदी के गुजरात के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्होंने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. दुर्भाग्य से इस पद के लिए की गई अपेक्षाओं पर आनंदी बेन पूरी तरह खरी नहीं उतर पाईं और आलोचकों को मुखर होने का मौका मिल गया. गुजरात में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले आनंदी बेन को 'विदा' करके बीजेपी ने 'डेमेज कंट्रोल' की कोशिश की है. यह कोशिश कितनी सफल होगी, आने वाला वक्त ही बताएगा..... |
पॉन्टी चड्ढा हत्याकांड : नामधारी गिरफ्तार, मामला क्राइम ब्रांच को | शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा की हत्या के वक्त फॉर्म हाउस में मौजूद सुखदेव सिंह नामधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। आगे के घटनाक्रम में अब यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। | शराब कारोबारी पॉन्टी चड्ढा की हत्या के वक्त फॉर्म हाउस में मौजूद सुखदेव सिंह नामधारी को दिल्ली पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। आगे के घटनाक्रम में अब यह मामला क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नामधारी को उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिला में बाजपुर स्थित उनके आवास से पूछताछ के लिए राजधानी दिल्ली लाया गया।टिप्पणियां
गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा।
इससे पहले, दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नामधारी को उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिला में बाजपुर स्थित उनके आवास से पूछताछ के लिए राजधानी दिल्ली लाया गया।टिप्पणियां
गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा।
गौरतलब है कि नामधारी छतरपुर स्थित फार्महाउस पर चड्ढा की हत्या के वक्त उनके साथ मौजूद थे। यहां पॉन्टी और उनके भाई हरदीप दोनों पक्षों के बीच हुई गोलीबारी में मारे गए थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली में नामधारी से पूछा जाएगा कि वह पॉन्टी के साथ उनके फार्महाउस पर क्यों गए थे।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा।
दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को कहा था कि इस बात की संभावना है कि नामधारी के लोगों ने इस विवादित फार्महाउस पर नियंत्रण के लिए पॉन्टी की मदद की। हालांकि नामधारी ने इन खबरों का खंडन किया है कि घटना के बाद से वह छिपे हुए हैं। उन्होंने बाजपुर में कहा, मैंने गोलीबारी की घटना में प्राथमिकी दर्ज कराई और पुलिस की जांच में सहयोग करने के लिए हमेशा तैयार हूं। पुलिस के पास उनके बारे में जानकारी नहीं होने की खबरों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, मैंने खुद दिल्ली पुलिस के दल से मेरे घर आने को कहा। |
जरदारी की जियारत, बात निकली तो दूर तक गई...! | भारत के निजी दौरे पर आए पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की और उसके बाद दोनों नेताओं ने एक साझा बयान भी जारी किया। | प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सकारात्मक संकेत देते हुए रविवार को कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों का व्यावहारिक समाधान खोजने के इच्छुक हैं। लगभग तीस मिनट की अकेले में बैठक करने के बाद दोनों नेताओं ने प्रेस बयान दिये, जिसमें उन्होंने वार्ता को लेकर संतोष व्यक्त किया।
सिंह ने कहा, 'मैंने और राष्ट्रपति जरदारी ने ऐसे द्विपक्षीय मसलों पर रचनात्मक और दोस्ताना बातचीत की है जो भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को प्रभावित करते हैं।' दोपहर करीब 12 बजकर 10 मिनट पर पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया) पहुंचने के बाद जरदारी अपने बेटे बिलावल भुटटो के साथ सीधे सिंह के सरकारी आवास सात रेसकोर्स रोड के लिए रवाना हुए।
अजमेर शरीफ के दर्शन करने के लिए निजी यात्रा पर भारत पहुंचने वाले जरदारी को सिंह ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया था। मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैंने जरदारी की इस यात्रा का फायदा उनके साथ सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत कर उठाया और मैं इस यात्रा के नतीजे से काफी संतुष्ट हूं।' उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच कई मसले हैं।
उन्होंने कहा, 'हमारे कई मुद्दे हैं और हम उन सभी मुद्दों का व्यावहारिक समाधान खोजने के इच्छुक हैं और यही संदेश मैं और राष्ट्रपति जरदारी देना चाहते हैं।' जरदारी ने कहा कि हमारी द्विपक्षीय वार्ता काफी फलदायक रही। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सिंह से जल्द ही पाकिस्तान की सर जमीं पर उनकी मुलाकात होगी। जरदारी ने सिंह को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया।
जरदारी ने कहा, 'हम भारत के साथ बेहतर संबंध चाहेंगे।' सिंह ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान आने का जरदारी का न्योता स्वीकार कर लिया है। सात आरसीआर पहुंचने पर सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने साथ खडे होकर फोटो खिंचवाये। जरदारी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से भारत की अवाम को अस्सलाम अलैकुम (खुदा सबको सलामत रखे) कहना चाहूंगा। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे दोपहर भोज पर आमंत्रित किया हालांकि मैं निजी यात्रा पर यहां आया था लेकिन हमने कुछ द्विपक्षीय मसलों पर फलदायक बातचीत की है।'टिप्पणियां
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
सिंह ने कहा, 'मैंने और राष्ट्रपति जरदारी ने ऐसे द्विपक्षीय मसलों पर रचनात्मक और दोस्ताना बातचीत की है जो भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को प्रभावित करते हैं।' दोपहर करीब 12 बजकर 10 मिनट पर पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया) पहुंचने के बाद जरदारी अपने बेटे बिलावल भुटटो के साथ सीधे सिंह के सरकारी आवास सात रेसकोर्स रोड के लिए रवाना हुए।
अजमेर शरीफ के दर्शन करने के लिए निजी यात्रा पर भारत पहुंचने वाले जरदारी को सिंह ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया था। मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैंने जरदारी की इस यात्रा का फायदा उनके साथ सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत कर उठाया और मैं इस यात्रा के नतीजे से काफी संतुष्ट हूं।' उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच कई मसले हैं।
उन्होंने कहा, 'हमारे कई मुद्दे हैं और हम उन सभी मुद्दों का व्यावहारिक समाधान खोजने के इच्छुक हैं और यही संदेश मैं और राष्ट्रपति जरदारी देना चाहते हैं।' जरदारी ने कहा कि हमारी द्विपक्षीय वार्ता काफी फलदायक रही। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सिंह से जल्द ही पाकिस्तान की सर जमीं पर उनकी मुलाकात होगी। जरदारी ने सिंह को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया।
जरदारी ने कहा, 'हम भारत के साथ बेहतर संबंध चाहेंगे।' सिंह ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान आने का जरदारी का न्योता स्वीकार कर लिया है। सात आरसीआर पहुंचने पर सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने साथ खडे होकर फोटो खिंचवाये। जरदारी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से भारत की अवाम को अस्सलाम अलैकुम (खुदा सबको सलामत रखे) कहना चाहूंगा। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे दोपहर भोज पर आमंत्रित किया हालांकि मैं निजी यात्रा पर यहां आया था लेकिन हमने कुछ द्विपक्षीय मसलों पर फलदायक बातचीत की है।'टिप्पणियां
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
अजमेर शरीफ के दर्शन करने के लिए निजी यात्रा पर भारत पहुंचने वाले जरदारी को सिंह ने दोपहर भोज पर आमंत्रित किया था। मनमोहन सिंह ने कहा, 'मैंने जरदारी की इस यात्रा का फायदा उनके साथ सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत कर उठाया और मैं इस यात्रा के नतीजे से काफी संतुष्ट हूं।' उन्होंने स्वीकार किया कि दोनों देशों के बीच कई मसले हैं।
उन्होंने कहा, 'हमारे कई मुद्दे हैं और हम उन सभी मुद्दों का व्यावहारिक समाधान खोजने के इच्छुक हैं और यही संदेश मैं और राष्ट्रपति जरदारी देना चाहते हैं।' जरदारी ने कहा कि हमारी द्विपक्षीय वार्ता काफी फलदायक रही। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सिंह से जल्द ही पाकिस्तान की सर जमीं पर उनकी मुलाकात होगी। जरदारी ने सिंह को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया।
जरदारी ने कहा, 'हम भारत के साथ बेहतर संबंध चाहेंगे।' सिंह ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान आने का जरदारी का न्योता स्वीकार कर लिया है। सात आरसीआर पहुंचने पर सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने साथ खडे होकर फोटो खिंचवाये। जरदारी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से भारत की अवाम को अस्सलाम अलैकुम (खुदा सबको सलामत रखे) कहना चाहूंगा। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे दोपहर भोज पर आमंत्रित किया हालांकि मैं निजी यात्रा पर यहां आया था लेकिन हमने कुछ द्विपक्षीय मसलों पर फलदायक बातचीत की है।'टिप्पणियां
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
उन्होंने कहा, 'हमारे कई मुद्दे हैं और हम उन सभी मुद्दों का व्यावहारिक समाधान खोजने के इच्छुक हैं और यही संदेश मैं और राष्ट्रपति जरदारी देना चाहते हैं।' जरदारी ने कहा कि हमारी द्विपक्षीय वार्ता काफी फलदायक रही। उन्होंने उम्मीद जतायी कि सिंह से जल्द ही पाकिस्तान की सर जमीं पर उनकी मुलाकात होगी। जरदारी ने सिंह को पाकिस्तान आने का न्यौता दिया।
जरदारी ने कहा, 'हम भारत के साथ बेहतर संबंध चाहेंगे।' सिंह ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान आने का जरदारी का न्योता स्वीकार कर लिया है। सात आरसीआर पहुंचने पर सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने साथ खडे होकर फोटो खिंचवाये। जरदारी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से भारत की अवाम को अस्सलाम अलैकुम (खुदा सबको सलामत रखे) कहना चाहूंगा। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे दोपहर भोज पर आमंत्रित किया हालांकि मैं निजी यात्रा पर यहां आया था लेकिन हमने कुछ द्विपक्षीय मसलों पर फलदायक बातचीत की है।'टिप्पणियां
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
जरदारी ने कहा, 'हम भारत के साथ बेहतर संबंध चाहेंगे।' सिंह ने बताया कि उन्होंने पाकिस्तान आने का जरदारी का न्योता स्वीकार कर लिया है। सात आरसीआर पहुंचने पर सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्वागत किया। दोनों नेताओं ने साथ खडे होकर फोटो खिंचवाये। जरदारी ने कहा, 'मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से भारत की अवाम को अस्सलाम अलैकुम (खुदा सबको सलामत रखे) कहना चाहूंगा। मैं प्रधानमंत्री का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे दोपहर भोज पर आमंत्रित किया हालांकि मैं निजी यात्रा पर यहां आया था लेकिन हमने कुछ द्विपक्षीय मसलों पर फलदायक बातचीत की है।'टिप्पणियां
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
जरदारी की वर्तमान यात्रा सात साल में किसी पाकिस्तानी राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। जरदारी का विमान नई दिल्ली के पालम वायुसैनिक अड्डे (तकनीकी एरिया)पर दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंचा। उनके साथ उनके बेटे बिलावल भुट्टो पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और कुछ अन्य अधिकारी भी आये हैं। उनका केन्द्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल और विदेश सचिव रंजन मथाई ने स्वागत किया।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे।
बिजनेस सूट पहने जरदारी ने वहां इंतजार कर रहे मीडियाकर्मियों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया लेकिन कोई टिप्पणी नहीं की। वह सीधे प्रधानमंत्री सिंह के सात रेसकोर्स स्थित सरकारी आवास के लिए रवाना हो गये। एक दिन की निजी यात्रा पर आये पाकिस्तानी राष्ट्रपति राजस्थान के अजमेर में सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जा रहे हैं। बैठक का हालांकि कोई तयशुदा एजेंडा नहीं था लेकिन दोनों नेताओं ने संभवत: परस्पर हित के मुद्दों पर बातचीत की है। जरदारी और सिंह आज करीब तीन साल के अंतराल बाद मिले। इससे पहले वे 2009 में रूस के येकातेरिनबर्ग में मिले थे। |
RRB NTPC: आखिर क्यों स्थगित हुई एनटीपीसी परीक्षा? रेलवे के अधिकारी ने बताई वजह | आरआरबी ने एनटीपीसी परीक्षा स्थगित कर दी है.
परीक्षा का रिवाइज्ड शेड्यूल जल्द जारी होगा.
हर जानकारी आरआरबी वेबसाइट्स पर जारी होगी. | रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने हाल ही में एक नोटिस जारी कर एनटीपीसी की भर्ती परीक्षा (RRB NTPC Exam) स्थगित करने की जानकारी दी. आरआरबी ने नोटिस में लिखा, ''रोजगार सूचना में ये दिया गया था कि पहले स्टेज की कम्प्यूटर बेस्ड परीक्षा जून से सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी. हालांकि, इसे स्थगित कर दिया गया है. परीक्षा का रिवाइज्ड शेड्यूल RRB की सभी वेबसाइट्स पर प्रकाशित किया जाएगा. उम्मीदवारों को नियमित रूप से आरआरबी की आधिकारिक वेबसाइट्स चेक करने की सलाह दी जाती है.'' हालांकि 35 हजार से ज्यादा पदों पर होने वाली ये भर्ती परीक्षा क्यों स्थगित की गई इसको लेकर नोटिस में कोई जानकारी नहीं दी गई है.
ऐसे में हमने रेलवे भर्ती बोर्ड (Railway Recruitment Board) को संपर्क किया. रेलवे भर्ती बोर्ड एक वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV Khabar से बातचीत में कहा, ''आरआरबी एनटीपीसी की पहले स्टेज की परीक्षा स्थगित की गई है क्योंकि अभी परीक्षा आयोजित करने के लिए एजेंसी की नियुक्ति पर काम चल रहा है. एजेंसी की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है और एजेंसी नियुक्त होने के बाद भर्ती परीक्षा आयोजित की जाएगी.''
हमने अधिकारी से पूछा कि क्या इस साल की जगह अब एनटीपीसी (RRB NTPC 2019) की परीक्षा अगले साल होगी? इस पर अधिकारी ने कहा, ''साल खत्म होने में अभी समय है, नवंबर और दिसंबर बचा है. ऐसे में परीक्षा इस साल होगी या अलगे साल ये तो एजेंसी की नियुक्ति के बाद ही साफ हो पाएगा.''
आपको बता दें कि रेलवे भर्ती बोर्ड ने इस साल 28 फरवरी को एनटीपीसी के 35 हजार से ज्यादा पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था. एनटीपीसी यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी. 35 हजार से ज्यादा पदों पर 1 करोड़ 26 लाख 30 हजार 885 उम्मीदवारों ने आवेदन किया है. |
'लीबिया में खेल खत्म होने के करीब' | अंतरराष्ट्रीय शतरंज परिसंघ के अध्यक्ष इल्यूमझिनोव रविवार को त्रिपोली में थे। वह गद्दाफी के साथ शतरंज खेलते हुए टीवी पर दिखाई दिए थे। | विश्व शतरंज के रूसी प्रमुख किरसन इल्यूमझिनोव ने सप्ताहांत में त्रिपोली का दौरा किया था। उन्हें इस निर्देश के साथ वहां भेजा गया था कि वह लीबियाई शासक मुअम्मार गद्दाफी को साफ कर दें कि खेल खत्म होने के करीब है। अफ्रीका में रूसी राष्ट्रपति के विशेष दूत मिखाइल मार्गेलोव ने यह जानकारी सोमवार को जाहिर की। समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय शतरंज परिसंघ के अध्यक्ष इल्यूमझिनोव रविवार को त्रिपोली में थे। वह गद्दाफी के साथ शतरंज खेलते हुए टीवी पर दिखाई दिए थे। लीबिया संकट में राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव के विशेष दूत के रूप में मास्को की मध्यस्थता के प्रयासों का नेतृत्व कर रहे मिखाइल मार्गेलोव ने सोमवार को कहा कि वह शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए अगले सप्ताह त्रिपोली का दौरा करेंगे। मार्गेलोव ने कहा, "अपने दौरे के पूर्व शुक्रवार को इल्यूमझिनोव ने मुझे फोन किया था और मुझे बताया था कि वह त्रिपोली जा रहे हैं, और शतरंज के सवालों पर चर्चा के लिए गद्दाफी से मुलाकात कर सकते हैं।" मार्गेलोव ने कहा, "मैंने इल्यूमझिनोव को सुझाव दिया कि सफेद गोटी चलिए और ई-2 से ई-4 तक जाइए और गद्दाफी को यह स्पष्ट बता दीजिए कि उनके पक्ष का खेल खत्म होने के करीब है।" इल्यूमझिनोव उत्तर अफ्रीकी देशों में शतरंज के प्रसार के लिए एक सरकारी दौरे पर शनिवार को लीबिया पहुंचे थे। |
दाउद के गुर्गे मिर्ची को लंदन में जमानत मिली | दाउद इब्राहीम के गुर्गे और 1993 के मुंबई विस्फोटों के अभियुक्त इकबाल मिर्ची को लंदन की एक अदालत ने जमानत ने दी है। | दाउद इब्राहीम के गुर्गे और 1993 के मुंबई विस्फोटों के अभियुक्त इकबाल मिर्ची को लंदन की एक अदालत ने जमानत ने दी है। गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व ही लंदन में मिर्ची को पकड़ा गया था। भारत की ओर से उसके प्रत्यर्पण की कोशिशें की जा रही थीं। |
मानहानि के मामले में शीला दीक्षित को कोर्ट में पेश होने का निर्देश | दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ दायर मानहानि के एक मामले में 9 नवंबर को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने के लिए कहा है। | दिल्ली की एक अदालत ने मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ दायर मानहानि के एक मामले में 9 नवंबर को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने के लिए कहा है।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट नवनीत बुद्धिराजा ने कहा कि चूंकि कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद से अब तक शिकायतकर्ता (शीला दीक्षित) पेश नहीं हुए हैं, इसलिए उन्हें कोर्ट में निजी तौर पर पेश होने का निर्देश दिया जाता है। दोनों राजनेताओं ने अदालत से कहा है कि वे कोर्ट के बाहर सुलह नहीं कर पाए हैं।टिप्पणियां
कुछ माह पूर्व हुए निकाय चुनावों के दौरान विभिन्न साक्षात्कारों में कथित तौर पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
हालांकि गुप्ता के वकील ने बाद में दावा किया कि उनकी टिप्पणियां किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी सरकार के खिलाफ की गई थी।
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट नवनीत बुद्धिराजा ने कहा कि चूंकि कोर्ट में बयान दर्ज कराने के बाद से अब तक शिकायतकर्ता (शीला दीक्षित) पेश नहीं हुए हैं, इसलिए उन्हें कोर्ट में निजी तौर पर पेश होने का निर्देश दिया जाता है। दोनों राजनेताओं ने अदालत से कहा है कि वे कोर्ट के बाहर सुलह नहीं कर पाए हैं।टिप्पणियां
कुछ माह पूर्व हुए निकाय चुनावों के दौरान विभिन्न साक्षात्कारों में कथित तौर पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
हालांकि गुप्ता के वकील ने बाद में दावा किया कि उनकी टिप्पणियां किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी सरकार के खिलाफ की गई थी।
कुछ माह पूर्व हुए निकाय चुनावों के दौरान विभिन्न साक्षात्कारों में कथित तौर पर अभद्र भाषा के इस्तेमाल को लेकर मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था।
हालांकि गुप्ता के वकील ने बाद में दावा किया कि उनकी टिप्पणियां किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी सरकार के खिलाफ की गई थी।
हालांकि गुप्ता के वकील ने बाद में दावा किया कि उनकी टिप्पणियां किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरी सरकार के खिलाफ की गई थी। |
बीसीसीआई के दबाव के आगे झुका आईसीसी, दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली का प्रस्ताव वापस लिया... | भारत को मिला था श्रीलंका, जिम्बाब्वे, बांग्लादेश का समर्थन
अब इस पूरे मामले पर नए सिरे से गौर करेगी आईसीसी
बोर्ड प्रमुख अनुराग ठाकुर ने आईसीसी के फैसले का स्वागत किया | सूत्र ने बताया, ‘रिपोर्ट में कहा जा रहा था कि वेस्टइंडीज दो स्तरीय प्रणाली के पक्ष में है लेकिन यह इसके ठीक उलट था. वेस्टइंडीज कभी दो स्तरीय टेस्ट प्रणाली के पक्ष में नहीं था. हां, वे टेस्ट मैचों की चार दिवसीय प्रारूप और दिन-रात्रि मैचों के पक्ष में हैं लेकिन उन्होंने कभी टीमों को दो डिवीजन में बांटने के प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया.’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
बाजारों में तेजी जारी, नए साल का स्वागत लाभ से | सेंसेक्स सोमवार को 51.96 अंक मजबूत होकर 20,561.05 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल शेयरों में खूब लिवाली की गई। | वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच कंपनियों के तिमाही नतीजे बेहतर रहने की उम्मीद में विदेशी निवेशकों के लिवाली समर्थन से स्थानीय शेयर बाजारों ने नए साल का स्वागत लाभ के साथ किया। 2011 के पहले दिन के कारोबार में सेंसेक्स 52 अंक मजबूती के साथ बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों में 483 अंक चढ़ने वाला सेंसेक्स सोमवार को 51.96 अंक मजबूत होकर 20,561.05 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान मेटल और कंज्यूमर ड्यूरेबल शेयरों में खूब लिवाली की गई। इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 23.10 अंक की बढ़त लेकर 6,157.60 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 6,178.55 अंक के दिन के उच्च स्तर को छू गया था। सेंसेक्स ने 2010 में 17.43 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। वर्ष के दौरान विदेशी निवेशकों के निवेश में 61 प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई, जिससे सेंसेक्स ब्रिक देशों- ब्राजील, रूस, भारत और चीन में सबसे बेहतर निष्पादन करने वाले सूचकांकों में से एक बन गया। मौजूदा तेजी की वजह धातुओं की मांग में बढ़ोतरी और विदेश में तांबा की कीमतों में मजबूती के बाद धातु शेयरों में तेजी रही। इससे टाटा स्टील 3.60 प्रतिशत, स्टरलाइट इंडस्ट्रीज 3.05 प्रतिशत और हिंदुस्तान जिंक 0.82 प्रतिशत मजबूत हुआ। वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में एचडीएफसी बैंक 1.88 प्रतिशत और एसबीआई 0.35 प्रतिशत बढ़त के साथ बंद हुआ। हालांकि आईसीआईसीआई बैंक में 0.49 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। ढांचागत क्षेत्र के शेयरों में रिलायंस इंफ्रा 2.43 प्रतिशत, जेपी एसोसिएट्स 2.31 प्रतिशत और डीएलएफ 1.20 प्रतिशत मजबूत होकर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 10 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। टूटने वाले शेयरों में बजाज ऑटो 4.21 प्रतिशत, रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.39 प्रतिशत, विप्रो 1.50 प्रतिशत और टीसीएस 0.47 प्रतिशत गिरावट के साथ बंद हुआ। |
श्रीलंकाई सेना ने जांच में कहा, लोगों की हत्या के लिए लिट्टे जिम्मेदार | श्रीलंकाई सेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने सेना को क्लिन-चिट देते हुए कहा है कि गृह युद्ध के अंतिम चरण में सैन्य अभियान के दौरान हुई लोगों की हत्या ‘लिट्टे के गैर-कानूनी कदमों का नतीजा हो सकती’ है। | श्रीलंकाई सेना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने सेना को क्लिन-चिट देते हुए कहा है कि गृह युद्ध के अंतिम चरण में सैन्य अभियान के दौरान हुई लोगों की हत्या ‘लिट्टे के गैर-कानूनी कदमों का नतीजा हो सकती’ है।
रिपोर्ट में लिट्टे के युद्ध अपराधों को रोकने में असफल रहने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना भी की गई है। यह जांच रिपोर्ट बुधवार को शीर्ष रक्षा अधिकारी रक्षामंत्री गोटाभया राजपक्षे को सौंपी गई।टिप्पणियां
यही रिपोर्ट सेना प्रमुख जगत जयसूर्या को फरवरी में सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट का मुख्य फोकस ब्रिटिश टीवी ‘चैनल 4’ में दिखाई गई कथित हत्याएं हैं।
‘चैनल 4’ में दिखाए गए वृतचित्र में उसने कहा था कि श्रीलंका की सेना द्वारा भारी हथियारों का उपयोग किए जाने से बड़ी संख्या में गैर-सैनिक आबादी मारी गई है।
रिपोर्ट में लिट्टे के युद्ध अपराधों को रोकने में असफल रहने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आलोचना भी की गई है। यह जांच रिपोर्ट बुधवार को शीर्ष रक्षा अधिकारी रक्षामंत्री गोटाभया राजपक्षे को सौंपी गई।टिप्पणियां
यही रिपोर्ट सेना प्रमुख जगत जयसूर्या को फरवरी में सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट का मुख्य फोकस ब्रिटिश टीवी ‘चैनल 4’ में दिखाई गई कथित हत्याएं हैं।
‘चैनल 4’ में दिखाए गए वृतचित्र में उसने कहा था कि श्रीलंका की सेना द्वारा भारी हथियारों का उपयोग किए जाने से बड़ी संख्या में गैर-सैनिक आबादी मारी गई है।
यही रिपोर्ट सेना प्रमुख जगत जयसूर्या को फरवरी में सौंपी गई थी। इस रिपोर्ट का मुख्य फोकस ब्रिटिश टीवी ‘चैनल 4’ में दिखाई गई कथित हत्याएं हैं।
‘चैनल 4’ में दिखाए गए वृतचित्र में उसने कहा था कि श्रीलंका की सेना द्वारा भारी हथियारों का उपयोग किए जाने से बड़ी संख्या में गैर-सैनिक आबादी मारी गई है।
‘चैनल 4’ में दिखाए गए वृतचित्र में उसने कहा था कि श्रीलंका की सेना द्वारा भारी हथियारों का उपयोग किए जाने से बड़ी संख्या में गैर-सैनिक आबादी मारी गई है। |
केवाईसी के लिए आधार को बैंक खाते से जोड़ना अनिवार्य : RBI | रिजर्व बैंक ने जारी एक परिपत्र में यह जानकारी दी
आधार को बैंक खाते से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है
उच्चतम न्यायालय में चल रहे मामले के बाद तारीख पर अंतिम निर्णय | रिजर्व बैंक ने ‘अपने ग्राहक को जानो (केवाईसी) के संशोधित दिशानिर्देशों के तहत जैविक पहचान पत्र आधार को बैंक खाते से जोड़ना अनिवार्य कर दिया है. हालांकि आधार की अनिवार्यता इसको लेकर उच्चतम न्यायालय में चल रहे मामले में अंतिम निर्णय पर निर्भर करेगी. रिजर्व बैंक ने जारी एक परिपत्र में यह जानकारी दी.
अभी केवाईसी के लिए ग्राहक का एक हालिया फोटो और आयकर विभाग द्वारा जारी स्थायी खाता संख्या (पैन) की कॉपी और पते के सबूत के लिए आधिकारिक तौर पर वैध दस्तावेज (ओवीडी) माना जाता था.
रिजर्व बैंक ने संशोधित दिशानिर्देश में कहा है, ‘‘जैविक पहचान पत्र हेतु आवेदन करने के पात्र हर व्यक्ति से आधार संख्या तथा पैन या फॉर्म 60 प्राप्त करने की जरूरत होगी.’’ सूत्रों ने कहा कि इस कदम से बैंकिंग सेवाओं के लिए भरोसे का माहौल तैयार होगा.
रिजर्व बैंक ने कहा कि जम्मू कश्मीर , असम और मेघालय में रहने वाले लोग जो आधार या आधार पंजीयन आवेदन नहीं देते हैं बैंक उनसे पहचान और पता के लिए ओवीडी तथा हालिया फोटो मांग सकते हैं. टिप्पणियां
उसने कहा कि जो लोग भारत के रहने वाले नहीं हैं या जो आधार हासिल करने के पात्र नहीं है , उनसे भी आधार नहीं मांगा जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अभी केवाईसी के लिए ग्राहक का एक हालिया फोटो और आयकर विभाग द्वारा जारी स्थायी खाता संख्या (पैन) की कॉपी और पते के सबूत के लिए आधिकारिक तौर पर वैध दस्तावेज (ओवीडी) माना जाता था.
रिजर्व बैंक ने संशोधित दिशानिर्देश में कहा है, ‘‘जैविक पहचान पत्र हेतु आवेदन करने के पात्र हर व्यक्ति से आधार संख्या तथा पैन या फॉर्म 60 प्राप्त करने की जरूरत होगी.’’ सूत्रों ने कहा कि इस कदम से बैंकिंग सेवाओं के लिए भरोसे का माहौल तैयार होगा.
रिजर्व बैंक ने कहा कि जम्मू कश्मीर , असम और मेघालय में रहने वाले लोग जो आधार या आधार पंजीयन आवेदन नहीं देते हैं बैंक उनसे पहचान और पता के लिए ओवीडी तथा हालिया फोटो मांग सकते हैं. टिप्पणियां
उसने कहा कि जो लोग भारत के रहने वाले नहीं हैं या जो आधार हासिल करने के पात्र नहीं है , उनसे भी आधार नहीं मांगा जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिजर्व बैंक ने संशोधित दिशानिर्देश में कहा है, ‘‘जैविक पहचान पत्र हेतु आवेदन करने के पात्र हर व्यक्ति से आधार संख्या तथा पैन या फॉर्म 60 प्राप्त करने की जरूरत होगी.’’ सूत्रों ने कहा कि इस कदम से बैंकिंग सेवाओं के लिए भरोसे का माहौल तैयार होगा.
रिजर्व बैंक ने कहा कि जम्मू कश्मीर , असम और मेघालय में रहने वाले लोग जो आधार या आधार पंजीयन आवेदन नहीं देते हैं बैंक उनसे पहचान और पता के लिए ओवीडी तथा हालिया फोटो मांग सकते हैं. टिप्पणियां
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रिजर्व बैंक ने कहा कि जम्मू कश्मीर , असम और मेघालय में रहने वाले लोग जो आधार या आधार पंजीयन आवेदन नहीं देते हैं बैंक उनसे पहचान और पता के लिए ओवीडी तथा हालिया फोटो मांग सकते हैं. टिप्पणियां
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उसने कहा कि जो लोग भारत के रहने वाले नहीं हैं या जो आधार हासिल करने के पात्र नहीं है , उनसे भी आधार नहीं मांगा जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
पीएम मोदी का विपक्ष पर करारा प्रहार, बोले - नोटबंदी के विरोधी कालेधन के 'राजनीतिक पुजारी' | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का विरोध करने वालों पर करारा प्रहार
कहा - सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी ली है
सरकार का समर्थन करने पर अप्रवासी भारतीयों का शुक्रिया अदा किया | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का विरोध करने वालों पर करारा प्रहार किया. पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथ लेते हुए रविवार को कहा कि सरकार के कदम को 'जनविरोधी' बता रहे लोग उस भ्रष्टाचार और कालेधन के 'राजनीतिक पुजारी' हैं जो अर्थव्यवस्था, राजव्यवस्था और समाज को खोखला बना रहे हैं.
मोदी ने यहां 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण है कि कालेधन के कुछ राजनीतिक पुजारी हमारे प्रयासों को जनविरोधी कह रहे हैं." उन्होंने कहा कि सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी ली है. कालेधन और भ्रष्टाचार ने हमारी राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, समाज और प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला बना दिया है."
उन्होंने कहा, "आपने देखा होगा और सुना होगा कि हमने कालेधन के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी है. कालाधन और भ्रष्टाचार हमारी राजव्यवस्था, समाज और प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला कर रहे हैं." इस बार इस तीन दिवसीय आयोजन को अब तक का सबसे विशाल आयोजन कहा जा रहा है.
भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन करने के लिए मोदी ने भारतीय मूल के लोगों का शुक्रिया अदा किया. देश के विकास में भारतवंशी समुदाय की भूमिका पर रोशनी डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने करीब 69 अरब डॉलर का निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था में 'अमूल्य योगदान' दिया है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "मेरे लिए एफडीआई की दो परिभाषाएं हैं. एक है 'फॉरिन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट' (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) और दूसरी है 'फर्स्ट डवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास)." उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है." समारोह के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा थे. समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोदी ने यहां 14वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "दुर्भाग्यपूर्ण है कि कालेधन के कुछ राजनीतिक पुजारी हमारे प्रयासों को जनविरोधी कह रहे हैं." उन्होंने कहा कि सरकार ने कालेधन और भ्रष्टाचार से लड़ने की बड़ी जिम्मेदारी ली है. कालेधन और भ्रष्टाचार ने हमारी राजव्यवस्था, अर्थव्यवस्था, समाज और प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला बना दिया है."
उन्होंने कहा, "आपने देखा होगा और सुना होगा कि हमने कालेधन के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी है. कालाधन और भ्रष्टाचार हमारी राजव्यवस्था, समाज और प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला कर रहे हैं." इस बार इस तीन दिवसीय आयोजन को अब तक का सबसे विशाल आयोजन कहा जा रहा है.
भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन करने के लिए मोदी ने भारतीय मूल के लोगों का शुक्रिया अदा किया. देश के विकास में भारतवंशी समुदाय की भूमिका पर रोशनी डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने करीब 69 अरब डॉलर का निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था में 'अमूल्य योगदान' दिया है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "मेरे लिए एफडीआई की दो परिभाषाएं हैं. एक है 'फॉरिन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट' (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) और दूसरी है 'फर्स्ट डवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास)." उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है." समारोह के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा थे. समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, "आपने देखा होगा और सुना होगा कि हमने कालेधन के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी है. कालाधन और भ्रष्टाचार हमारी राजव्यवस्था, समाज और प्रशासन को धीरे-धीरे खोखला कर रहे हैं." इस बार इस तीन दिवसीय आयोजन को अब तक का सबसे विशाल आयोजन कहा जा रहा है.
भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन करने के लिए मोदी ने भारतीय मूल के लोगों का शुक्रिया अदा किया. देश के विकास में भारतवंशी समुदाय की भूमिका पर रोशनी डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने करीब 69 अरब डॉलर का निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था में 'अमूल्य योगदान' दिया है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "मेरे लिए एफडीआई की दो परिभाषाएं हैं. एक है 'फॉरिन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट' (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) और दूसरी है 'फर्स्ट डवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास)." उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है." समारोह के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा थे. समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ सरकार के कदमों का समर्थन करने के लिए मोदी ने भारतीय मूल के लोगों का शुक्रिया अदा किया. देश के विकास में भारतवंशी समुदाय की भूमिका पर रोशनी डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने करीब 69 अरब डॉलर का निवेश करके भारतीय अर्थव्यवस्था में 'अमूल्य योगदान' दिया है.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, "मेरे लिए एफडीआई की दो परिभाषाएं हैं. एक है 'फॉरिन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट' (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) और दूसरी है 'फर्स्ट डवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास)." उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है." समारोह के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा थे. समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, "मेरे लिए एफडीआई की दो परिभाषाएं हैं. एक है 'फॉरिन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट' (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) और दूसरी है 'फर्स्ट डवलप इंडिया' (पहले भारत का विकास)." उन्होंने कहा, "मैं पूरे विश्वास के साथ कह सकता हूं कि 21वीं सदी भारत की है." समारोह के मुख्य अतिथि पुर्तगाल के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा थे. समारोह में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया समेत कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों और केंद्रीय मंत्रियों ने शिरकत की. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
एक ही परिवार के 10 लोगों ने की आत्महत्या | देहरादून के विकासनगर थाना क्षेत्र में डाक पत्थर बैराज की नहर में कूद कर एक ही परिवार के 10 लोगों ने मौत को गले लगा लिया है। | देहरादून के विकास नगर थाना क्षेत्र में डाक पत्थर बैराज की नहर में कूदकर एक ही परिवार के 10 लोगों ने मौत को गले लगा लिया है। अभी तक आठ शवों को निकला गया है और दो शवों की खोज जारी है। अपुष्ट सूत्रों के अनुसार इस आत्महत्या की वजह आर्थिक तंगी बताया जा रहा है हालांकि पुलिस अभी पूरी जानकारी नहीं जुटा पाई है। पुलिस की जांच जारी है। |
अपनी फिल्मों की पायरेसी रोकने के लिए दैवीय शक्तियां चाहती हैं एकता कपूर | 'ए फ्लाइंग जट' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर एकता ने जताई इच्छा
एकता बोलीं- ऐसी फिल्में बनाउंगी, जिनकी पायरेसी नहीं हो सके
उनकी दो फिल्में 'उड़ता पंजाब' और 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' ऑनलाइन लीक हो गई थी | फिल्म निर्माता एकता कपूर ने कहा है कि अगर उनके पास दैवीय ताकत होती तो वह पायरेसी पर रोक लगाने की कोशिश करतीं। उनकी पिछली दो फिल्में 'उड़ता पंजाब' और 'ग्रेट ग्रैंड मस्ती' ऑनलाइन लीक हो गई थीं।
शाहिद कपूर अभिनीत 'उड़ता पंजाब' अपनी रिलीज की तारीख से दो दिन पहले ऑलनाइन लीक हो गई थी, जबकि विवेक ओबराय, रितेश देशमुख और आफताब शिवदेसानी अभिनीत फिल्म 'गेट्र ग्रैंड मस्ती' सिनेमा घरों में प्रदर्शित होने से तीन हफ्ते पहले लीक हो गई है।टिप्पणियां
'ए फ्लाइंग जट' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर एकता से पूछा गया था कि वह किस तरह की दैवीय शक्तियां चाहती हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'जब मुझे दैवीय शक्ति प्राप्त हो जाएगी तो मैं सब कुछ खाउंगी और मेरा वजन भी नहीं बढ़ेगा। और ऐसी फिल्में बनाउंगी जिनकी पायरेसी नहीं हो सके।' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शाहिद कपूर अभिनीत 'उड़ता पंजाब' अपनी रिलीज की तारीख से दो दिन पहले ऑलनाइन लीक हो गई थी, जबकि विवेक ओबराय, रितेश देशमुख और आफताब शिवदेसानी अभिनीत फिल्म 'गेट्र ग्रैंड मस्ती' सिनेमा घरों में प्रदर्शित होने से तीन हफ्ते पहले लीक हो गई है।टिप्पणियां
'ए फ्लाइंग जट' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर एकता से पूछा गया था कि वह किस तरह की दैवीय शक्तियां चाहती हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'जब मुझे दैवीय शक्ति प्राप्त हो जाएगी तो मैं सब कुछ खाउंगी और मेरा वजन भी नहीं बढ़ेगा। और ऐसी फिल्में बनाउंगी जिनकी पायरेसी नहीं हो सके।' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'ए फ्लाइंग जट' के ट्रेलर लॉन्च के मौके पर एकता से पूछा गया था कि वह किस तरह की दैवीय शक्तियां चाहती हैं तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'जब मुझे दैवीय शक्ति प्राप्त हो जाएगी तो मैं सब कुछ खाउंगी और मेरा वजन भी नहीं बढ़ेगा। और ऐसी फिल्में बनाउंगी जिनकी पायरेसी नहीं हो सके।' (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
टी-20 विश्वकप में युवराज को गेंदबाजी में भी दिखाना होगा जौहर : धोनी | टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि अगर भारत को एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो युवराज सिंह जैसे कामचलाऊ गेंदबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी। | भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने स्वीकार किया है कि टेस्ट क्रिकेट से ट्वेंटी-20 प्रारूप में आना आसान नहीं है, लेकिन कहा कि उनकी टीम इतनी अनुभवी है कि 18 सितंबर से शुरू हो रहे ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए जरूरी बदलाव कर लेगी।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए कोलंबो पहुंचने से पहले टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट और दो ट्वेंटी-20 मैचों की शृंखला खेली। धोनी ने कहा कि खेल के सबसे लंबे प्रारूप के बाद सबसे छोटे प्रारूप में खेलना आसान नहीं है।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए कोलंबो पहुंचने के बाद धोनी ने संवाददाताओं से कहा, एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में जाना काफी मुश्किल होता है, विशेषकर टेस्ट से ट्वेंटी-20 में। आप खेल के प्रति कैसा रवैया अपनाते हैं, यह तीनों प्रारूपों में अलग है और आपको सामंजस्य बिठाना होता है। लेकिन यह ऐसी चीज नहीं है, जो आप नहीं कर सकते। सिर्फ एक चीज अहम है और वह यह कि आपके बेसिक्स सही होने चाहिए।
उन्होंने कहा, एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में हमें ऐसा करना होता है और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। 2007 में पहले ट्वेंटी-20 विश्वकप में अपनी कप्तानी में टीम को खिताब दिलाने वाले धोनी ने कहा कि अगर भारत को एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो टीम में वापसी कर रहे युवराज सिंह जैसे कामचलाऊ गेंदबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी।
धोनी ने कहा, हम 50 ओवर के प्रारूप में विश्व चैंपियन हैं और यह अहम है कि हम ट्वेंटी-20 विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करें। इस प्रारूप में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है और टेस्ट या एक-दिवसीय की तुलना में उबरने का समय नहीं होता।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए कोलंबो पहुंचने से पहले टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ दो टेस्ट और दो ट्वेंटी-20 मैचों की शृंखला खेली। धोनी ने कहा कि खेल के सबसे लंबे प्रारूप के बाद सबसे छोटे प्रारूप में खेलना आसान नहीं है।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए कोलंबो पहुंचने के बाद धोनी ने संवाददाताओं से कहा, एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में जाना काफी मुश्किल होता है, विशेषकर टेस्ट से ट्वेंटी-20 में। आप खेल के प्रति कैसा रवैया अपनाते हैं, यह तीनों प्रारूपों में अलग है और आपको सामंजस्य बिठाना होता है। लेकिन यह ऐसी चीज नहीं है, जो आप नहीं कर सकते। सिर्फ एक चीज अहम है और वह यह कि आपके बेसिक्स सही होने चाहिए।
उन्होंने कहा, एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में हमें ऐसा करना होता है और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। 2007 में पहले ट्वेंटी-20 विश्वकप में अपनी कप्तानी में टीम को खिताब दिलाने वाले धोनी ने कहा कि अगर भारत को एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो टीम में वापसी कर रहे युवराज सिंह जैसे कामचलाऊ गेंदबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी।
धोनी ने कहा, हम 50 ओवर के प्रारूप में विश्व चैंपियन हैं और यह अहम है कि हम ट्वेंटी-20 विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करें। इस प्रारूप में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है और टेस्ट या एक-दिवसीय की तुलना में उबरने का समय नहीं होता।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
ट्वेंटी-20 विश्वकप के लिए कोलंबो पहुंचने के बाद धोनी ने संवाददाताओं से कहा, एक प्रारूप से दूसरे प्रारूप में जाना काफी मुश्किल होता है, विशेषकर टेस्ट से ट्वेंटी-20 में। आप खेल के प्रति कैसा रवैया अपनाते हैं, यह तीनों प्रारूपों में अलग है और आपको सामंजस्य बिठाना होता है। लेकिन यह ऐसी चीज नहीं है, जो आप नहीं कर सकते। सिर्फ एक चीज अहम है और वह यह कि आपके बेसिक्स सही होने चाहिए।
उन्होंने कहा, एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में हमें ऐसा करना होता है और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। 2007 में पहले ट्वेंटी-20 विश्वकप में अपनी कप्तानी में टीम को खिताब दिलाने वाले धोनी ने कहा कि अगर भारत को एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो टीम में वापसी कर रहे युवराज सिंह जैसे कामचलाऊ गेंदबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी।
धोनी ने कहा, हम 50 ओवर के प्रारूप में विश्व चैंपियन हैं और यह अहम है कि हम ट्वेंटी-20 विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करें। इस प्रारूप में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है और टेस्ट या एक-दिवसीय की तुलना में उबरने का समय नहीं होता।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
उन्होंने कहा, एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में हमें ऐसा करना होता है और वीरेंद्र सहवाग जैसे खिलाड़ी तीनों प्रारूपों में खेल रहे हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। 2007 में पहले ट्वेंटी-20 विश्वकप में अपनी कप्तानी में टीम को खिताब दिलाने वाले धोनी ने कहा कि अगर भारत को एक बार फिर इस ट्रॉफी पर कब्जा जमाना है, तो टीम में वापसी कर रहे युवराज सिंह जैसे कामचलाऊ गेंदबाजों को बड़ी भूमिका निभानी होगी।
धोनी ने कहा, हम 50 ओवर के प्रारूप में विश्व चैंपियन हैं और यह अहम है कि हम ट्वेंटी-20 विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करें। इस प्रारूप में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है और टेस्ट या एक-दिवसीय की तुलना में उबरने का समय नहीं होता।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
धोनी ने कहा, हम 50 ओवर के प्रारूप में विश्व चैंपियन हैं और यह अहम है कि हम ट्वेंटी-20 विश्वकप में अच्छा प्रदर्शन करें। इस प्रारूप में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है और टेस्ट या एक-दिवसीय की तुलना में उबरने का समय नहीं होता।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
उन्होंने कहा, हमारी टीम बल्लेबाजी पर अधिक निर्भर है, लेकिन कुछ शीर्ष बल्लेबाज कामचलाऊ गेंदबाज की भूमिका भी निभाते हैं। ट्वेंटी-20 में कामचलाऊ गेंदबाज काफी अहम होते हैं। हमारे कामचलाऊ गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसलिए हमारी टीम काफी अच्छी है।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
भारतीय कप्तान ने इस सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया कि कैंसर से उबरने के बाद टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह को टीम में शामिल करने का फैसला भावनात्मक था या फॉर्म के आधार पर ऐसा किया गया। उन्होंने हालांकि कहा कि यह स्टार बल्लेबाज टीम के लिए अहम है।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
उन्होंने कहा, मैं टीम के चयन से जुड़े इस सवाल का जवाब नहीं दे सकता। यह चयन संबंधी मामला है, लेकिन मुझे खुशी है कि वह टीम में है, क्योंकि वह चैंपियन खिलाड़ी और मैच विजेता है। वह टीम को संतुलित करता है, क्योंकि टी-20 क्रिकेट में आप पांचवें गेंदबाज को शामिल नहीं करते।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
धोनी ने कहा, हमारे पास कोई बड़ा ऑलराउंडर भी नहीं है, इसलिए हमें कामचलाऊ गेंदबाजों पर निर्भर होना पड़ता है, जो विशेषज्ञ बल्लेबाज हैं। युवराज इनमें से एक है और हमारे पास विराट कोहली, रोहित शर्मा और सुरेश रैना हैं। ये सभी एक-एक ओवर फेंक सकते हैं और इससे हमारा काम काफी आसान हो जाएगा।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
श्रीलंका की परिस्थितियों के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा कि हाल के वर्षों में यहां की पिचों में बदलाव आया है और उनकी टीम को इनका आकलन करना होगा। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका की परिस्थितियों में काफी बदलाव आया है। जब हम 2005 में यहां आए थे, तो विकेट काफी अलग थे और जब हम पिछली बार यहां आए, तो विकेट अलग थे। हमने अपने पिछले दौरे पर जो पांच वन-डे और एक ट्वेंटी-20 मैच खेला, उसमें पिच से स्पिनरों को अधिक मदद नहीं मिली।टिप्पणियां
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
धोनी ने कहा, उदाहरण के लिए अगर किसी मैदान पर काफी मैचों का आयोजन किया जाता है, तो विकेट धीमा हो जाता है और स्पिनरों को मदद मिलती है, इसलिए हमें हालात परखने होंगे और इसी के मुताबिक रणनीति बनानी होगी।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं।
भारतीय कप्तान ने अपने खिलाड़ियों को अफगानिस्तान के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने की सलाह दी। भारत अपने टी-20 विश्व चैंपियनशिप अभियान की शुरुआत 19 सितंबर को इसी टीम के खिलाफ करेगा। भारत को 15 सितंबर को श्रीलंका और 17 सितंबर को पाकिस्तान के खिलाफ दो अभ्यास मैच खेलने हैं और कोच डंकन फ्लेचर ने कहा कि यह यह टूर्नामेंट की तैयारी के लिए काफी हैं। |
सायना नेहवाल ने कोच विमल कुमार को दी शिक्षक दिवस पर बधाई, प्रशंसकों को है एक शिकायत | सायना नेहवाल ने ट्विटर पर शिक्षक दिवस की बधाई दी
ट्वीट में उन्होंने अपने वर्तमान कोच विमल कुमार की तस्वीर डाली है
कुछ प्रशंसकों की शिकायत है कि उन्हें गोपीचंद को भी शामिल करना चाहिए था | Happy Teacher's day pic.twitter.com/ZFsY8jhcyU
जहां एक ट्वीट में लिखा गया है कि शिक्षक दिवस का मतलब सिर्फ मौजूदा शिक्षक ही नहीं होता, वहीं एक और ट्वीट में लिखा गया है कि अच्छा होता अगर आप गोपीचंद को भी याद कर लेतीं.
@NSaina teachers day doesn't mean current teacher only mam!
@NSaina You should have added Gopi Sir pic also..
पूर्व ऑल इंग्लैड चैंपियन रह चुके पुलेला गोपीचंद की अकादमी को छोड़ने की वजह बताते हुए सायना ने कहा था 'मैं शारीरिक रूप से भी बेहतर महसूस कर रही हूं क्योंकि जब आप पर विशेष ध्यान दिया जाता है तो जाहिर तौर पर आप में सुधार आता है. पूरा ध्यान आप पर ही होता है. विमल सर उन बातों पर काम कर रहे हैं जिनमें मैं कमजोर हूं.'
हालांकि इस बार सायना रियो ओलिंपिक्स में पदक नहीं ला पाईं, वहीं गोपीचंद के मार्गदर्शन में खेली पीवी सिंधु रजत जीतकर लौटीं. इसके बाद ट्विटर पर #GopichandPullela ट्रेंड करने लगे थे और सिंधू की जीत का श्रेय भी काफी हद तक उन्हें दिया जाने लगा था.
हालांकि इस बार सायना रियो ओलिंपिक्स में पदक नहीं ला पाईं, वहीं गोपीचंद के मार्गदर्शन में खेली पीवी सिंधु रजत जीतकर लौटीं. इसके बाद ट्विटर पर #GopichandPullela ट्रेंड करने लगे थे और सिंधू की जीत का श्रेय भी काफी हद तक उन्हें दिया जाने लगा था. |
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा अमेरिका में लगे इमिग्रेशन बैन पर बोलीं प्रियंका चोपड़ा, 'इसने मुझे भीतर तक प्रभावित किया' | मुस्लिम बहुल देशों के लोगों का 90 दिनों के लिए अमेरिका में प्रवेश वर्जित
प्रियंका ने कहा, इस फैसले ने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है
अमेरिका में हो रहा है ट्रंप की नीतियों का जमकर विरोध | हॉलीवुड के टॉप एक्ट्रेस जैसे जेनिफर लॉरेंस, एश्टन कटशर, एंजलिना जोली, जॉन लेजेंड और अन्य लोगों और मेरिल स्ट्रीप द्वारा गोल्डन ग्लॉब अवॉर्ड में अमेरिकी राष्ट्रपति के खिलाफ अपनी बात रखने वाले कलाकारों में अब बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा का नाम भी जुड़ गया है. प्रियंका ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से इमिग्रेशन पर लगाए गए अस्थाई प्रतिबंध पर उनकी आलोचना की है और कहा, 'इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है'. ट्रम्प ने पिछले शुक्रवार को एक शासकीय आदेश पर हस्ताक्षर कर 120 दिनों के लिए अमेरिका में शरणार्थियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया, जबकि सीरियाई शरणार्थियों के प्रवेश पर अनिश्चितकाल के लिए प्रतिबंध लगा दिया. इस आदेश के तहत मुसलमान बहुल देशों ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन से आने वाले नागरिकों का 90 दिनों के लिए अमेरिका में प्रवेश वर्जित कर दिया गया.
ट्रंप के इस फैसके बाद प्रियंका चोपड़ा ने लिंक्डईन पर एक दमदार पोस्ट लिखा है. इस भावनात्मक पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, 'एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है. सभी 'प्रतिबंधित' देश ऐसी जगह हैं जहां यूनिसेफ का बहुत सारा काम चल रहा है, जहां बच्चे सबसे ज्यादा तकलीफें झेल रहे हैं.' प्रियंका ने लिखा, ' यूएस, एक ऐसा देश माना जाता रहा है जो अप्रवासियों से ही मिलकर बना है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा लगाया गए इस 90 दिनो का यह प्रतिबंध पर गुस्सा, चिढ़ और लाचारी मुझे समझ आ रही है और एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है.'
उन्होंने लिखा, ' क्या हम कल की हेडलाइंस बदल सकते हैं? शायद एक दिन या एक साल या कुछ सालों में नहीं, क्योंकि यह जंग लंबी है. लेकिन हमें एक ऐसी दुनिया को बनाने की कोशिश में लगे रहना चाहिए जहां बच्चों के अधिकारों की रक्षा हो सके. इसका कोई विकल्प नहीं है.' टिप्पणियां
प्रियंका ने सिर्फ खुद ही इसके खिलाफ नहीं बोला, बल्कि अन्य लोगों को भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने को कहा है. हॉलीवुड आइकन एंजलिना जोली ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शरणार्थियों के लिए दरवाजे बंद करने या उनके साथ भेदभाव करने से अमेरिका सुरक्षित नहीं बनेगा.
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है'
ट्रंप के इस फैसके बाद प्रियंका चोपड़ा ने लिंक्डईन पर एक दमदार पोस्ट लिखा है. इस भावनात्मक पोस्ट में प्रियंका ने लिखा, 'एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे बहुत प्रभावित किया है. सभी 'प्रतिबंधित' देश ऐसी जगह हैं जहां यूनिसेफ का बहुत सारा काम चल रहा है, जहां बच्चे सबसे ज्यादा तकलीफें झेल रहे हैं.' प्रियंका ने लिखा, ' यूएस, एक ऐसा देश माना जाता रहा है जो अप्रवासियों से ही मिलकर बना है. अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट द्वारा लगाया गए इस 90 दिनो का यह प्रतिबंध पर गुस्सा, चिढ़ और लाचारी मुझे समझ आ रही है और एक वैश्विक नागरिक होने के नाते इसने मुझे भीतर तक प्रभावित किया है.'
उन्होंने लिखा, ' क्या हम कल की हेडलाइंस बदल सकते हैं? शायद एक दिन या एक साल या कुछ सालों में नहीं, क्योंकि यह जंग लंबी है. लेकिन हमें एक ऐसी दुनिया को बनाने की कोशिश में लगे रहना चाहिए जहां बच्चों के अधिकारों की रक्षा हो सके. इसका कोई विकल्प नहीं है.' टिप्पणियां
प्रियंका ने सिर्फ खुद ही इसके खिलाफ नहीं बोला, बल्कि अन्य लोगों को भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने को कहा है. हॉलीवुड आइकन एंजलिना जोली ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शरणार्थियों के लिए दरवाजे बंद करने या उनके साथ भेदभाव करने से अमेरिका सुरक्षित नहीं बनेगा.
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है'
प्रियंका ने सिर्फ खुद ही इसके खिलाफ नहीं बोला, बल्कि अन्य लोगों को भी इसके खिलाफ अपनी आवाज उठाने को कहा है. हॉलीवुड आइकन एंजलिना जोली ने भी ट्रम्प के कदम की आलोचना करते हुए कहा कि शरणार्थियों के लिए दरवाजे बंद करने या उनके साथ भेदभाव करने से अमेरिका सुरक्षित नहीं बनेगा.
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है'
वर्ष 2012 से ही शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की उच्चायुक्त जोली ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखे संपादकीय में कहा है कि शरणार्थी नीतियां तथ्य पर आधारित होनी चाहिए डर पर नहीं क्योंकि ऐसे लोग 'पुरूष, महिलाएं और बच्चे युद्ध की त्रासदी में फंसे हुए हैं' और वे खुद आतंकवाद के पीड़ित हैं. ट्रम्प का नाम लिए बगैर उन्होंने लिखा है कि नए फैसले से दुनियाभर में अमेरिका के मित्रों को सदमा पहुंचा है' |
शिवसेना का BJP पर हमला, 'NDA किसी एक पार्टी की जागीर नहीं', राफेल में चोरी नहीं तो JPC जांच से डर क्यों? | शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी पर साधा निशाना
कहा- राफेल में चोरी नहीं तो जेपीसी जांच से डर क्यों?
संजय राउत ने कहा कि NDA किसी की जागीर नहीं | संजय राउत ने कहा कि हम सिर्फ राफेल की बात नहीं करते. हम अगस्ता की बात भी करते हैं. दोनों का ज्वाइंट जेपीसी कर दीजिए. अगस्ता जिसमें कोई मिशेल पकड़ में आया है. वहीं, दूसरे केस में फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति सीधा नाम ले रहे देश के कुछ नेताओं और उद्योगपतियों का, उन्हें तो हम क्लीन चिट दे देते हैं. अगर सरकार को लगता है कि राफेल में चोरी नहीं हुई है तो हमें जेपीसी जांच करवाना चाहिए. उद्वव ठाकरे द्वारा एक रैली में 'चौकीदार चोर है' बोलने का भी संजय राउत ने बचाव किया.
संजय राउत ने कहा कि मैं आपको बताना चाहता हूं कि शिवसेना ने कभी दबाव की राजनीति नहीं की. 2014 में हमारा अलायंस टूट गया है. हम सरकार में जरूर हैं, लेकिन अलायंस में नहीं हैं. हमारे किसी भी नेता ने अलायंस की बात नहीं की है. संजय राउत ने कहा कि 'प्रेशर पॉलिटिक्स' की जरूरत न कभी शिवसेना ने नहीं की है और न कभी करेगी
उन्होंने कहा कि हम एनडीए में जरूर हैं, लेकिन एनडीए किसी एक पार्टी का मालिकाना हक नहीं है. जब एनडीए का गठन हुआ था, तब आज जो लोग बैठे हैं वो नहीं थे. जब एनडीए बना था तब बाला साहेब ठाकरे थे, अटल जी थे, आडवाणी जी थे, प्रमोद जी थे ये सबने मिलकर एनडीए बनाया था. कांग्रेस विरोधी मोर्चा बनाया था. ये किसी एक पार्टी की जागीर नहीं है. |
गाय, नीलगाय से इतनी ही सहानुभूति है तो उन्हें शाखाओं में रखें : नीतीश का RSS, बीजेपी पर तंज | संघ और भाजपा एक ही सिक्के दो पहलू- नीतीश
'गाय के नाम पर देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश'
'यूपी सरकार राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू करे' | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का एजेंडा लेकर उत्तर प्रदेश चुनाव लड़ने की बात करते हुए शनिवार को कानपुर में कहा कि गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करने वाले इसे सड़क पर ना छोड़ें.
नीतीश कुमार कानपुर से करीब 70 किलोमीटर दूर घाटमपुर में जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने आए थे. इसके बाद उन्होंने एक सभा में कहा, 'राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करता है. अगर गाय और नीलगाय से इतनी ही सहानुभूति रखते हैं, तो उन्हें संघ (आरएसएस) और भाजपा के नेता अपनी शाखाओं में रखें. इन्हें सड़कों पर न छोड़े, जिससे यह परेशानी का कारण बने.'
नीतीश ने कहा, 'संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं. भाजपा, संघ का ही एक चेहरा है. जेडीयू कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के जूते की फोटो ले और उन्हें दिखाकर पूछे कि वह किस चमड़े के जूते पहने हैं. गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिये हम चाहते हैं कि संघ मुक्त देश बने.'टिप्पणियां
नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करे. प्रदेश का विधानसभा चुनाव तो जेडीयू रिहर्सल के तौर पर लड़ रही है, हमारा मकसद यहां अपना आधार मजबूत करना है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में हमारी लड़ाई समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी से है. हमारी नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नीतीश कुमार कानपुर से करीब 70 किलोमीटर दूर घाटमपुर में जेडीयू के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने आए थे. इसके बाद उन्होंने एक सभा में कहा, 'राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ गाय और नीलगाय की रक्षा की बात करता है. अगर गाय और नीलगाय से इतनी ही सहानुभूति रखते हैं, तो उन्हें संघ (आरएसएस) और भाजपा के नेता अपनी शाखाओं में रखें. इन्हें सड़कों पर न छोड़े, जिससे यह परेशानी का कारण बने.'
नीतीश ने कहा, 'संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं. भाजपा, संघ का ही एक चेहरा है. जेडीयू कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के जूते की फोटो ले और उन्हें दिखाकर पूछे कि वह किस चमड़े के जूते पहने हैं. गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिये हम चाहते हैं कि संघ मुक्त देश बने.'टिप्पणियां
नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करे. प्रदेश का विधानसभा चुनाव तो जेडीयू रिहर्सल के तौर पर लड़ रही है, हमारा मकसद यहां अपना आधार मजबूत करना है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में हमारी लड़ाई समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी से है. हमारी नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नीतीश ने कहा, 'संघ और भाजपा एक सिक्के के दो पहलू हैं. भाजपा, संघ का ही एक चेहरा है. जेडीयू कार्यकर्ताओं को चाहिए कि वह बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं के जूते की फोटो ले और उन्हें दिखाकर पूछे कि वह किस चमड़े के जूते पहने हैं. गाय के नाम पर भाजपा और संघ देश का माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिये हम चाहते हैं कि संघ मुक्त देश बने.'टिप्पणियां
नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करे. प्रदेश का विधानसभा चुनाव तो जेडीयू रिहर्सल के तौर पर लड़ रही है, हमारा मकसद यहां अपना आधार मजबूत करना है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में हमारी लड़ाई समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी से है. हमारी नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा कि वह प्रदेश में शराबबंदी पूरी तरह से लागू करे. प्रदेश का विधानसभा चुनाव तो जेडीयू रिहर्सल के तौर पर लड़ रही है, हमारा मकसद यहां अपना आधार मजबूत करना है. उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में हमारी लड़ाई समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी से नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी से है. हमारी नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर है, जिसमें हम मजबूती से उतरेंगे और भाजपा का मुकाबला करेंगे. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
'सत्याग्रह' के बाद मेरे मन में पत्रकारों के लिए इज्जत बढ़ गई है : करीना | करीना ने मंगलवार को कहा, जब मुझे फिल्म में पत्रकार की भूमिका का प्रस्ताव मिला, मैं बहुत उत्साहित थी क्योंकि अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक और नाचने-गाने वाले किरदार ही निभाए हैं। | अभिनेत्री करीना कपूर फिल्मी पर्दे पर चुंबन दृश्य दे चुकी हैं और कई फिल्मों में एक समर्पित प्रेमिका की भूमिका भी निभा चुकी हैं, लेकिन वह कहती हैं कि निर्देशक प्रकाश झा की फिल्म 'सत्याग्रह' में उनकी प्रेम कहानी कुछ अलग है। फिल्म में वह अभिनेता अजय देवगन की नायिका बनी हैं।
झा की सामाजिक-राजनीतिक फिल्म इस शुक्रवार को प्रदर्शित हो रही है। करीना ने फिल्म में एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि एक सीधे सादे पेशेवर पत्रकार की भूमिका निभाने का अनुभव उनके लिए बिल्कुल नया था।
करीना ने मंगलवार को कहा, जब मुझे फिल्म में पत्रकार की भूमिका का प्रस्ताव मिला, मैं बहुत उत्साहित थी क्योंकि अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक और नाचने-गाने वाले किरदार ही निभाए हैं। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, लेकिन इस फिल्म में भी एक रोमांटिक गाना और रोमांटिक दृश्य हैं।टिप्पणियां
फिल्म का रोमांटिक गीत 'रस के भरे तोरे नैना' अजय देवगन और करीना पर फिल्माया गया है और दोनों की जोड़ी काफी प्रभावी लग रही है।
करीना मंगलवार को फिल्म 'सत्यागह' की टीम के साथ पुस्तक 'सत्याग्रह : द स्टोरी बिहाइंड द रेवोल्यूशन' के लांच के लिए नई दिल्ली में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि 'सत्याग्रह' में काम करने के बाद उनकी नजर में पत्रकारों की इज्जत बढ़ गई है।
झा की सामाजिक-राजनीतिक फिल्म इस शुक्रवार को प्रदर्शित हो रही है। करीना ने फिल्म में एक पत्रकार की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि एक सीधे सादे पेशेवर पत्रकार की भूमिका निभाने का अनुभव उनके लिए बिल्कुल नया था।
करीना ने मंगलवार को कहा, जब मुझे फिल्म में पत्रकार की भूमिका का प्रस्ताव मिला, मैं बहुत उत्साहित थी क्योंकि अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक और नाचने-गाने वाले किरदार ही निभाए हैं। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, लेकिन इस फिल्म में भी एक रोमांटिक गाना और रोमांटिक दृश्य हैं।टिप्पणियां
फिल्म का रोमांटिक गीत 'रस के भरे तोरे नैना' अजय देवगन और करीना पर फिल्माया गया है और दोनों की जोड़ी काफी प्रभावी लग रही है।
करीना मंगलवार को फिल्म 'सत्यागह' की टीम के साथ पुस्तक 'सत्याग्रह : द स्टोरी बिहाइंड द रेवोल्यूशन' के लांच के लिए नई दिल्ली में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि 'सत्याग्रह' में काम करने के बाद उनकी नजर में पत्रकारों की इज्जत बढ़ गई है।
करीना ने मंगलवार को कहा, जब मुझे फिल्म में पत्रकार की भूमिका का प्रस्ताव मिला, मैं बहुत उत्साहित थी क्योंकि अब तक मैंने ज्यादातर रोमांटिक और नाचने-गाने वाले किरदार ही निभाए हैं। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, लेकिन इस फिल्म में भी एक रोमांटिक गाना और रोमांटिक दृश्य हैं।टिप्पणियां
फिल्म का रोमांटिक गीत 'रस के भरे तोरे नैना' अजय देवगन और करीना पर फिल्माया गया है और दोनों की जोड़ी काफी प्रभावी लग रही है।
करीना मंगलवार को फिल्म 'सत्यागह' की टीम के साथ पुस्तक 'सत्याग्रह : द स्टोरी बिहाइंड द रेवोल्यूशन' के लांच के लिए नई दिल्ली में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि 'सत्याग्रह' में काम करने के बाद उनकी नजर में पत्रकारों की इज्जत बढ़ गई है।
फिल्म का रोमांटिक गीत 'रस के भरे तोरे नैना' अजय देवगन और करीना पर फिल्माया गया है और दोनों की जोड़ी काफी प्रभावी लग रही है।
करीना मंगलवार को फिल्म 'सत्यागह' की टीम के साथ पुस्तक 'सत्याग्रह : द स्टोरी बिहाइंड द रेवोल्यूशन' के लांच के लिए नई दिल्ली में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि 'सत्याग्रह' में काम करने के बाद उनकी नजर में पत्रकारों की इज्जत बढ़ गई है।
करीना मंगलवार को फिल्म 'सत्यागह' की टीम के साथ पुस्तक 'सत्याग्रह : द स्टोरी बिहाइंड द रेवोल्यूशन' के लांच के लिए नई दिल्ली में मौजूद थीं। उन्होंने कहा कि 'सत्याग्रह' में काम करने के बाद उनकी नजर में पत्रकारों की इज्जत बढ़ गई है। |
'केजरीवाल अपने एनजीओ के पैसे का हिसाब दें' | कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश की सड़कों पर चिंता जताते हुए सोमवार को इंदौर में धरना दिया। | कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश की सड़कों पर चिंता जताते हुए सोमवार को इंदौर में धरना दिया। सड़कों के रखरखाव में बरती जा रही लापरवाही से खफा दिग्विजय सिंह शहर के गीता भवन चौक पर धरने पर बैठे। उन्होंने मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार पर सरकारी पैसे के गलत इस्तेमाल और शहला मसूद हत्याकांड की जांच को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए। सिंह ने टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा और कहा कि केजरीवाल बताएं कि उनके एनजीओ को मिलने वाला पैसा कहां-कहां और कितना-कितना लगाया गया है। |
विशाल सिक्का ने इन्फोसिस के CEO-MD पद से दिया इस्तीफा, शेयर लुढ़के | इन्फोसिस बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने विशाल सिक्का का इस्तीफा मंज़ूर किया
कंपनी ने बताया, विशाल सिक्का एक्ज़ीक्यूटिव वाइस-चेयरमैन बने रहेंगे
COO यूपी प्रवीण राव को अंतरिम MD तथा CEO नियुक्त किया गया है | Moving on...https://t.co/U3CJrtdz5c
ख़बर सार्वजनिक होते ही कंपनी के शेयरों में गिरावट का रुख देखा गया, और उनकी कीमतें सात फीसदी तक गिर गईं. |
नौसैनिकों को वापस भेजने का वादा निभाए इटली : सोनिया गांधी | संसद में पेश होने वाले एंटी रेप बिल व अन्य मुद्दों पर चर्चा से पहले कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने इटली कड़ा संदेश दिया। सोनिया गांधी ने कहा है कि कोई हमारे देश को हल्के में ना ले। | संसद में पेश होने वाले एंटी रेप बिल व अन्य मुद्दों पर चर्चा से पहले कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में सोनिया गांधी ने इटली कड़ा संदेश दिया।टिप्पणियां
सोनिया गांधी ने कहा है कि कोई हमारे देश को हल्के में ना ले। साथ ही उन्होंने कहा है कि नौसैनिकों को वापस भेजने का वादा इटली को निभाना चाहिए।
गौरतलब है कि दो भारतीय मछुआरों की हत्या के सिलसिले में न्यायिक प्रक्रिया का भारत में सामना कर रहे दो इटली के नौसैनिकों को भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने इटली के राजदूत के हलफनामे के बाद स्वदेश जाने की इजाजत दी थी। 22 मार्च तक दोनों को भारत वापस आने का आदेश दिया गया था। लेकिन, बाद में इटली की सरकार ने साफ कह दिया कि वह अपने दोनों नौसैनिकों को वापस नहीं भेजेगा।
सोनिया गांधी ने कहा है कि कोई हमारे देश को हल्के में ना ले। साथ ही उन्होंने कहा है कि नौसैनिकों को वापस भेजने का वादा इटली को निभाना चाहिए।
गौरतलब है कि दो भारतीय मछुआरों की हत्या के सिलसिले में न्यायिक प्रक्रिया का भारत में सामना कर रहे दो इटली के नौसैनिकों को भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने इटली के राजदूत के हलफनामे के बाद स्वदेश जाने की इजाजत दी थी। 22 मार्च तक दोनों को भारत वापस आने का आदेश दिया गया था। लेकिन, बाद में इटली की सरकार ने साफ कह दिया कि वह अपने दोनों नौसैनिकों को वापस नहीं भेजेगा।
गौरतलब है कि दो भारतीय मछुआरों की हत्या के सिलसिले में न्यायिक प्रक्रिया का भारत में सामना कर रहे दो इटली के नौसैनिकों को भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने इटली के राजदूत के हलफनामे के बाद स्वदेश जाने की इजाजत दी थी। 22 मार्च तक दोनों को भारत वापस आने का आदेश दिया गया था। लेकिन, बाद में इटली की सरकार ने साफ कह दिया कि वह अपने दोनों नौसैनिकों को वापस नहीं भेजेगा। |
खराब मौसम के कारण हुआ हादसा : डीजीसीए | फरीदाबाद में एयर एम्बुलेंस खराब मौसम की वजह से क्रैश हुई। डीजीसीए के निदेशक रामनाथ ने कहा कि तूफान के चलते विमान का बैलेंस बिगड़ गया होगा। | फरीदाबाद में एयर एम्बुलेंस खराब मौसम की वजह से क्रैश हुई। यह कहना है मामले की जांच कर रही डीजीसीए की टीम का। डीजीसीए के निदेशक रामनाथ ने कहा कि पहली नजर में लग रहा है कि तूफान की वजह से विमान का बैलेंस बिगड़ा होगा और विमान क्रैश हो गया। जांच टीम में डीजीसीए के 6 सदस्य हैं। यह टीम अपनी रिपोर्ट दो हफ्ते में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी को सौंपेगी। देर रात विमान हादसे में सवार सभी 7 लोग समेत कुल 10 लोगों की मौत हो गई। यह एयर एम्बुलेंस पटना से एक बीमार मरीज को लेकर दिल्ली आ रहा था। प्लेन में मरीज राहुल राज के अलावा उसका चचेरा भाई, दो पायलट, दो डॉक्टर और एक मेडिकल अटेंडेंट सवार थे। राहुल राज कोमा में था और उसे बेहतर इलाज के लिए पटना से दिल्ली के अपोलो अस्पताल लाया जाना था पर अस्पताल पहुंचने से पहले ही राहुल समेत प्लेन में मौजूद सभी लोग मारे गए। साथ ही जिस घर पर प्लेन गिरा उस घर की सभी तीन महिलाओं की मौत हो गई। गुरुवार को फरीदाबाद में उनका अंतिम संस्कार किया गया। |
रामदेव ने कहा, राष्ट्रपति की आलोचना न करे टीम अन्ना | योग गुरु रामदेव ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर हमला करने के लिए टीम अन्ना से असहमति जताते हुए कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति की आलोचना करना ठीक नहीं है। | योग गुरु रामदेव ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी पर हमला करने के लिए टीम अन्ना से असहमति जताते हुए कहा कि सर्वोच्च संवैधानिक पद पर आसीन किसी व्यक्ति की आलोचना करना ठीक नहीं है।टिप्पणियां
रामदेव ने साथ ही कहा कि वह किसी पर व्यक्तिगत हमले के खिलाफ हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करना जारी रखेंगे।
रामदेव ने यह बात रामलीला मैदान में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही जहां वह आगामी नौ अगस्त से कालेधन के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति एक संवैधानिक पद है। किसी को भी संवैधानिक पद पर असीन व्यक्ति की आलोचना नहीं करनी चाहिए। यहां तक कि अन्ना हजारे भी इससे सहमत हैं।’
रामदेव ने साथ ही कहा कि वह किसी पर व्यक्तिगत हमले के खिलाफ हैं। हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वह अन्ना हजारे के आंदोलन का समर्थन करना जारी रखेंगे।
रामदेव ने यह बात रामलीला मैदान में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही जहां वह आगामी नौ अगस्त से कालेधन के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति एक संवैधानिक पद है। किसी को भी संवैधानिक पद पर असीन व्यक्ति की आलोचना नहीं करनी चाहिए। यहां तक कि अन्ना हजारे भी इससे सहमत हैं।’
रामदेव ने यह बात रामलीला मैदान में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कही जहां वह आगामी नौ अगस्त से कालेधन के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू करेंगे। उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रपति एक संवैधानिक पद है। किसी को भी संवैधानिक पद पर असीन व्यक्ति की आलोचना नहीं करनी चाहिए। यहां तक कि अन्ना हजारे भी इससे सहमत हैं।’ |
कांग्रेस से 31 साल तक जुड़े रहने के बाद मंत्री बने मनीष तिवारी | मनीष तिवारी एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता वीएन तिवारी पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार से कुछ महीने पहले आतंकवादियों ने उनकी हत्या कर दी थी। | कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी को लोकसभा में अपने पहले कार्यकाल में ही सरकार में काम करने का मौका मिला है। हालांकि वह 1981 में युवा कांग्रेस में शामिल होने के बाद से करीब 31 साल से पार्टी से जुड़े हैं। 47-वर्षीय तिवारी को 2जी स्पेक्ट्रम पर संयुक्त संसदीय समिति में कांग्रेस का बचाव करते और बीजेपी पर पुरजोर हमला करते देखा जाता रहा है।टिप्पणियां
1998 से 2000 तक भारतीय युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे तिवारी 2004 में लोकसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन 2009 में लुधियाना से वह लोकसभा में पहुंचे। तब उन्होंने अकाली दल के उम्मीदवार गुरचरण सिंह गालिब को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया।
युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से पहले वह कांग्रेस के सचिव भी रहे और 2008 में उन्हें पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया। तिवारी एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता वीएन तिवारी पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे, जिनकी 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार से कुछ महीने पहले आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी।
1998 से 2000 तक भारतीय युवक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे तिवारी 2004 में लोकसभा चुनाव हार गए थे, लेकिन 2009 में लुधियाना से वह लोकसभा में पहुंचे। तब उन्होंने अकाली दल के उम्मीदवार गुरचरण सिंह गालिब को एक लाख से अधिक मतों के अंतर से हराया।
युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से पहले वह कांग्रेस के सचिव भी रहे और 2008 में उन्हें पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया। तिवारी एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता वीएन तिवारी पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे, जिनकी 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार से कुछ महीने पहले आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी।
युवक कांग्रेस का अध्यक्ष बनने से पहले वह कांग्रेस के सचिव भी रहे और 2008 में उन्हें पार्टी का प्रवक्ता बनाया गया। तिवारी एक प्रतिष्ठित पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिता वीएन तिवारी पंजाब विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे और स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े रहे, जिनकी 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार से कुछ महीने पहले आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। |
17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से 26 जुलाई तक चलेगा, 5 जुलाई को पेश होगा बजट | 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून से
26 जुलाई तक चलेगा पहला सत्र
5 जुलाई को पेश होगा बजट | इससे पहले शुक्रवार की शाम मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet) की पहली बैठक हुई थी. इस बैठक में कई बड़े फैसले लिए गए. मोदी सरकार ने 2019 के अपने चुनावी घोषणापत्र के वादों को पूरा करने की कोशिश की है. पहले ही दिन मोदी सरकार ने कुछ बड़े फ़ैसले लिए. नेशनल डिफेंस फंड के तहत मिलने वाली स्कॉलरशिप में लड़कों के लिए 25 फीसदी और लड़कियों के लिए 33 फीसदी की बढ़ोतरी हुई साथ ही कैबिनेट ने असंगठित मजद़ूरों को 3 हजार रुपये मासिक पेंशन के प्रस्ताव को मंज़ूरी दे दी. दूसरी पारी शुरू होते ही एनडीए सरकार ने अपने चुनावी वादों को पूरा करने की तरफ़ तेज़ क़दम बढ़ाते हुए कुछ बड़े फ़ैसले लिए हैं. पहली बड़ी सौग़ात किसानों को मिली है, जिसमें पीएम किसान योजना में अब सभी किसानों को 6000 रुपये मिलेंगे.
अतंरिम बजट में पीएमकेएसएस के लिए 75000 करोड़ रुपये मिले, इसमें 12 करोड़ गरीब और सीमांत किसानों को फ़ायदे का लक्ष्य था. इन किसानों के पास 2 हेक्टेयर तक भूमि वाले किसान शामिल थे. इसके तहत 3.11 करोड़ किसानों को 2000 रुपये मिल भी चुके हैं. 2.75 करोड़ लाभ पाने वालों को दूसरी क़िस्त भी मिल गई है. सबसे बड़ा फैसला प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का दायरा बढ़ाने का हुआ. इस योजना से करीब 15 करोड़ किसानों को फायदा होगा. इसके अलावा छोटे व्यापारियों के भी कैबिनेट ने पेंशन योजना को मंजूरी दे दी. इससे करीब 3 करोड़ खुदरा व्यापारियों और छोटे दुकानदारों को होगा फायदा. छोटे और सीमांत किसानों की सामाजिक सुरक्षा के लिए स्कीम लॉन्च कर दी गई है.
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने खुद ट्वीट कर कैबिनेट के महत्वपूर्ण फैसलों की जानकारी दी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि नयी सरकार ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में किसान और व्यापारी कल्याण से जुड़े चार बड़े फैसले लिये. भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में इनका वादा किया था. मोदी ने कैबिनेट की बैठक के बाद ट्वीट किया था: "इस कार्यकाल की पहली कैबिनेट में नयी इबारत लिखने वाले फैसले लिये गये जिससे खुश हूं. इन फैसलों से मेहतनी किसानों और कर्मशील व्यापारियों को अत्यंत लाभ होगा.'' उन्होंने कहा कि फैसले कई भारतीयों की गरिमा और सशक्तीकरण को बढ़ावा देंगे. पीएम मोदी ने लिखा था, "जनता प्रथम, जनता सदैव''. |
'1 लाख करोड़ की विदेशी सहायता का इस्तेमाल नहीं' | मंत्रालयों की योजना व्यवस्था में कमियों के चलते भारत को विदेशों से मिली 1 लाख करोड़ रुपये की सहायता राशि का इस्तेमाल नहीं हो सका है। | शहरी विकास, जल संसाधन और ऊर्जा जैसे मंत्रालयों की योजना व्यवस्था में कमियों के चलते भारत को विदेशों से मिली 1 लाख करोड़ रुपये की सहायता राशि का इस्तेमाल नहीं हो सका है। यह जानकारी नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की संसद को दी गयी ताजा रपट में दी गयी है। रिपोर्ट में कहा है, 31 मार्च 2010 तक देश मिले विदेशी सहायता राशि में से 1,05,399 करोड़ रुपये का इस्तेमाल नहीं कर पाया है। बहुपक्षीय और द्विपक्षीय रिण प्रदाता एजेंसियों द्वारा दिए गए धन के समय से इस्तेमाल नहीं करने के एवज में सरकार को 2009-10 के दौरान 86.11 करोड़ रुपये का जुर्माना देना पड़ा। रिपोर्ट में कैग ने कहा पर्याप्त नियोजन नहीं करने की वजह से 86 करोड़ रुपये बेवजह खर्च करना पड़ा। रिपोर्ट में 16 विभागों से संबंधित क्षेत्रों की पहचान की गई है, जो विदेशी सहायता राशि के तौर पर मिले 1. 05 लाख करोड़ रुपये का इस्तेमाल नहीं कर पाए हैं। इन क्षेत्रों में शहरी विकास :23,883 करोड़ रुपये:, सड़क :11,617 करोड़ रुपये:, कृषि और ग्रामीण विकास :9,557 करोड़ रुपये :, जलापूर्ति और साफ-सफाई :8,995 करोड़ रुपये: और बिजली :7,959 करोड़ रुपये:शामिल हैं। इसके अलावा रेलवे, स्वास्थ्य, पर्यावरण और वन, परमाणु ऊर्जा और ग्रामीण विकास क्षेत्र भी मिले विदेशी सहायता राशि का पूरा इस्तेमाल करने में नकाम रहे हैं। भारत को विश्व बैंक, एशियाई विकास बैंक और जापान, फ्रांस तथा जर्मनी जैसे विकसित देशों से वित्तीय सहायता मिलती है। रिपोर्ट के मुताबिक सरकार ने इस सहायता से जुड़ी प्रतिबंधताएं पूरी न होने के कारण वर्ष 2009-10 के दौरान 53. 26 करोड़ रुपये एडीबी और 27. 28 करोड़ रुपये विश्व बैंक को जुर्माना चुकाया। |
पाक में नाटो हमला आत्मरक्षा में उठाया गया कदम : रिपोर्ट | जांच में पता चला है कि गोलीबारी के बाद अमेरिकी बलों ने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की थी और पाक सैनिकों को निशाने बनाने का कोई प्रयास नहीं था। | अफगान पाक सीमा पर एक पाकिस्तानी चौकी पर 26 नवंबर को हुए हवाई हमले की अमेरिकी जांच में पता चला है कि गोलीबारी के बाद अमेरिकी बलों ने आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की थी और पाकिस्तानी सैनिकों को निशाने बनाने का कोई अंतरराष्ट्रीय प्रयास नहीं था। अमेरिकी सेंट्रल कमान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जांच की। इस हवाई हमले में 24 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे। जांच अधिकारी ने यह भी कहा है कि अमेरिका और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच अपर्याप्त तालमेल के कारण भी पाकिस्तान सैन्य इकाइयों की स्थिति के बारे में गलतफहमी पैदा हुई। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा, जांच अधिकारी में पाया कि गोलियां चलाए जाने के बाद अमेरिकी सैन्यबलों ने उस समय अपने पास मौजूद सूचनाओं के आधार पर आत्म-रक्षा में कार्रवाई की। मंत्रालय ने आज तड़के जारी बयान में इस घटना पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि उसने (जांच अधिकारी ने) यह भी पाया कि पाकिस्तान सेना से जुड़े ज्ञात व्यक्तियों और स्थानों को निशाना बनाने का भी इरादा नहीं था। जांच में कहा गया है, लेकिन सीमा समन्वय केंद्र में कार्यरत अमेरिका और पाकिस्तान सैन्य अधिकारियों के बीच अपर्याप्त तालमेल की पाकिस्तानी सैन्य इकाइयों की स्थिति के बारे में गलतफहमी पैदा हुई जिसमें अमेरिकी सैन्य अधिकारी पाकिस्तानी अधिकारी की ओर से उपलब्ध कराये गए गलत मानचित्र पर भरोसा करना भी शामिल है। हालांकि इस जांच में पाकिस्तान ने पारदर्शिता एवं विश्वसनीयता का सवाल खड़ा करते हुए शामिल होने से इनकार कर दिया था। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने कहा है, हम पाकिस्तानी जनता, पाकिस्तान सरकार वहां के उन सैनिकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं जो मारे गए या घायल हुए। अमेरिका ने यह भी कहा है कि अब इन गलतियां से सबक सीखने और सुधारात्मक कदम उठाने पर बल दिया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि ऐसी घटना की पुनरावृति न हो। |
मलाइका अरोड़ा को इस एक्टर ने कहा 'बहन जी' तो 'छैया-छैया गर्ल' ने दिया ऐसा रिएक्शन, Viral हुआ वीडियो | मलाइका अरोड़ा को करण वाही ने कहा बहन जी
करण वाही ने एक्ट्रेस को दिया खास तोहफा
मलाइका अरोड़ा का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल | डांस का सबसे धमाकेदार शो 'डांस इंडिया डांस' शुरू हो चुका है. इस शो में बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) ने बतौर जज दमदार एंट्री की है. लेकिन हाल ही में 'डांस इंडिया डांस' का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. जिसे खुद मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर शेयर किया है. इस वीडियो में करण वाही (Karan Wahi) मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) को फ्लाइंग किस गिफ्ट करते हुए उन्हें 'बहन जी' बोल देते हैं. इस बात पर मलाइका का रिएक्शन देखने लायक होता है. इस खास तोहफे को करण वाही बॉलीवुड की बेबो यानी करीना कपूर तक पहुंचाने के लिए बोलते हैं.
@karanwahi never fails to crack me up! Tune in to @zeetv tonight at 8 pm to watch all the fun only on Dance India Dance - Battle of the Champions. #DanceKaJungistaan #DanceIndiaDance #BattleOfTheChampions @raftaarmusic @boscomartis @badboyshah @zeetvdid
A post shared by Malaika Arora (@malaikaaroraofficial) on Jul 27, 2019 at 2:45am PDT
मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) के इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर हुए इस वीडियो में वह और करण वाही (Karan Wahi) खूब मस्ती मजाक करते दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो में नजर आ रहा है कि करण वाही के इस अंदाज से सेट पर मौजूद बाकी लोग भी हंस पड़ते हैं. इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए मलाइका अरोड़ा ने लिखा, "करण वाही मुझे परेशान करने में कभी फेल नहीं होते." इन सबके अलावा वीडियो में मलाइका अरोड़ा काफी खूबसूरत लग रही हैं. ब्लू टॉप और व्हाइट स्कर्ट में मलाइका अरोड़ा का लुक देखने लायक है.
#aboutlastnight @SulakshanaMonga @RESAFineJewellery @Red_door_luxury @Fdcioffcial #indiacoutoureweek #hair @bbhiral #mua @g.luca_makeup @ektakauroberoi @bazinga_ent
A post shared by Malaika Arora (@malaikaaroraofficial) on Jul 25, 2019 at 11:03pm PDT
बता दें कि मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) ने हाल ही में दिल्ली में आयोजित हुए इंडिया कुटुर वीक में अपने शानदार लुक से खूब सुर्खियां बटोरी थीं. इंडिया कुटुर वीक 2019 में मलाइका अरोड़ा मिंट ग्रीन लहंगे में नजर आई थीं, जिसमें उनका लुक बिल्कुल एक दूल्हन की तरह लग रहा था. इसके अलावा मलाइका अरोड़ा ने डांस इंडिया डांस में भी खूब धमाकेदार एंट्री की थी.
So excited to be judging #DanceIndiaDance on @zeetv this Sat – Sun, 8pm! Don't miss to watch me grove on one of my favourite songs. @zeetvdid #DanceKaJungistaan #BattleOfTheChampions
A post shared by Malaika Arora (@malaikaaroraofficial) on Jul 25, 2019 at 2:39am PDT |
जब तक भाजपा हिंदुत्व पर कायम रहेगी, गठजोड़ बना रहेगा : उद्धव | शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व मुद्दे पर कायम रहेगी तब तक उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठजोड़ रहेगा। | शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब तक भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व मुद्दे पर कायम रहेगी तब तक उनकी पार्टी का भाजपा के साथ गठजोड़ रहेगा।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से अपनी भेंट के बारे में उद्धव ने कहा, ‘राजनाथ सिंह ने कहा कि शिवसेना के साथ गठजोड़ बना रहेगा। मैंने कहा कि जब तक भाजपा हिंदुत्व मुद्दे पर कायम रहेगी तब तक यह गठजोड़ बना रहेगा।’टिप्पणियां
भाजपा एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़ने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उद्धव ने कहा, ‘नीतीश कुमार किस धर्मनिरपेक्षता की बात कर रहे हैं? जब कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को खदेड़ा गया तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे? जब हिंदू संकट का सामना कर रहे थे, तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे?’
शिवसेना अध्यक्ष पार्टी के 47वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह से अपनी भेंट के बारे में उद्धव ने कहा, ‘राजनाथ सिंह ने कहा कि शिवसेना के साथ गठजोड़ बना रहेगा। मैंने कहा कि जब तक भाजपा हिंदुत्व मुद्दे पर कायम रहेगी तब तक यह गठजोड़ बना रहेगा।’टिप्पणियां
भाजपा एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़ने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उद्धव ने कहा, ‘नीतीश कुमार किस धर्मनिरपेक्षता की बात कर रहे हैं? जब कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को खदेड़ा गया तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे? जब हिंदू संकट का सामना कर रहे थे, तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे?’
शिवसेना अध्यक्ष पार्टी के 47वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
भाजपा एवं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से नाता तोड़ने पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए उद्धव ने कहा, ‘नीतीश कुमार किस धर्मनिरपेक्षता की बात कर रहे हैं? जब कश्मीर से कश्मीरी पंडितों को खदेड़ा गया तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे? जब हिंदू संकट का सामना कर रहे थे, तब ये धर्मनिरपेक्षतावादी कहां थे?’
शिवसेना अध्यक्ष पार्टी के 47वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे।
शिवसेना अध्यक्ष पार्टी के 47वें स्थापना दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। |
1984 सिख विरोधी दंगा मामला: दोषी करार दिए गए यशपाल सिंह को मौत की सजा, नरेश सेहरावत को उम्रकैद | 1984 दंगा मामले में पहली मौत की सजा.
यशपाल को मौत की सजा सुनाई गई.
सेहरावत को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई. | 1984 के सिख विरोधी दंगों की जांच के लिए गठित एसआईटी ने अदालत द्वारा दोषी ठहराये गए दो लोगों के मामले को दुर्लभ में से दुर्लभतम बताते हुये उन्हें मौत की सजा देने की मांग की थी. हालांकि, दोषियों के वकीलों ने एसआईटी की इस मांग का विरोध करते हुये उन्हें आजीवन कारावास की सजा देने की मांग की थी. |
तैमूर अली खान को टक्कर देने आई ये स्टार किड, दादा ने यूं गाया गाना, Video हुआ वायरल | तैमूर अली खान को ये स्टार किड देंगी टक्कर
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
गणेश चतुर्थी की पूजा करती नजर आईं स्टार किड | बॉलीवुड में इन दिनों स्टार किड्स की धूम है. करीना कपूर खान (Kareena Kapoor ) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) के बेटे तैमूर अली खान (Taimur Ali Khan) छोटी सी उम्र में ही जहां सोशल मीडिया सेंसेशन बन गए है. वहीं, एक्टर नील नितिन मुकेश (Neil Nitin Mukesh) की बेटी नुरविश (Nurvis) अभी पूरे एक साल की भी नहीं हुई हैं लेकिन उनके एक वीडियो ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. हर कोई उनकी क्यूटनेस पर फिदा है. हाल ही में गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2019) के मौके पर नील नितिन मुकेश (Neil Nitin Mukesh) अपने घर गणपति बप्पा लेकर आए, इस दौरान नील और नुरविश का आरती करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
#Ganpati celebration at the house of #neilnitinmukesh with his cute daughter . . #actor #IWMBuzz #iwmbuzzhindi #ganpatibappamorya
A post shared by IWMBuzz (@iwmbuzz) on Sep 2, 2019 at 4:44am PDT
Ganpati celebrations Day 1
A post shared by Neil Nitin Mukesh (@neilnitinmukesh) on Sep 2, 2019 at 8:52am PDT
इस वीडियो में जहां नितिन मुकेश (Nitin Mukesh) गणपति बप्पा की आरती गा रहे हैं तो वहीं पापा की गोद में नुरविश (Nurvis) उनका खूब साथ दे रही हैं. नुरविश ने पिंक कलर का दुपट्टा अपने सिर पर ओढ़ा हुआ है. पिंक कलर के आउटफिट में वो काफी क्यूट लग रही हैं. सोशल मीडिया पर नुरविश का ये क्यूट वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
@neilnitinmukesh and his adorable baby girl celebrated Ganesh Chaturthi along with his whole family
A post shared by Bollywood 24/7 3-6-5 (@thedailyhoney) on Sep 2, 2019 at 4:43am PDT
बता दें नील नितिन मुकेश (Neil Nitin Mukesh) की शादी 2017 में रुकमिनी सहाय (Rukmini Sahay) के साथ हुई थी. उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री में अपना डेब्यू 2007 में श्रीराम राघवन की फिल्म 'जॉनी गद्दार' (Johnny Gaddaar) से किया था. इस फिल्म में उनकी परफॉर्मेंस की काफी तारीफ हुई थी. हाल ही में नील नितिन मुकेश साउथ के सुपरस्टार प्रभास (Prabhas) के साथ फिल्म 'साहो' (Saaho) में नजर आए. इस फिल्म को फैन्स का काफी जबरदस्त रिस्पांस मिल रहा है. |
एशियाई कारोबार में तेल का भाव चढ़ा | चीन और ऑस्ट्रेलिया में जारी आर्थिक आंकड़ों से एशियाई कारोबार में सुबह तेल की कीमत में तेजी दर्ज की गई। | चीन और ऑस्ट्रेलिया में जारी आर्थिक आंकड़ों से एशियाई कारोबार में सुबह तेल की कीमत में तेजी दर्ज की गई। अक्तूबर डिलीवरी के लिए न्यूयॉर्क के मुख्य अनुबंध लाइट स्वीट क्रूड का भाव 21 सेंट्स बढ़कर 89.02 डॉलर बैरल रहा। ब्रेंट नार्थ सी क्रूड की कीमत अक्तूबर डिलीवरी के लिये 29 सेंट्स बढ़कर 115.14 डॉलर रही। चीन में जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार वहां परचेजिंग मैनेजर्स सूचकांक बढ़कर 50.9 हो गया जो इससे पूर्व महीने में 50.7 था। जुलाई का सूचकांक पिछले करीब दो साल में सबसे कम था। 50 से अधिक सूचकांक विस्तार को जबकि इससे नीचे का सूचकांक संकुचन को व्यक्त करता है। इसी प्रकार, ऑस्ट्रेलिया में जारी किए गए खुदरा बिक्री के आंकड़ें उम्मीद से बेहतर हैं। सिंगापुर स्थित फिलीप फ्यूचर्स के जिंस विश्लेषक केर चुंग यांग ने कहा कि इन आंकड़ों से तेल की कीमत में मजबूती आई है। |
शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस को दिया सुझाव, नाम बदल 'ये' नाम रख ले | रुझानों में बीजेपी को बढ़त
कांग्रेस ने हार मानी
बीजेपी कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं. | कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को जारी मतगणना के रुझानों में भारतीय जनता पार्टी को जीत की ओर बढ़ते देखकर उत्साहित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर तंज कसा है. उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस को अब अपना नाम बदल लेना चाहिए. शिवराज ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि, 'कर्नाटक नतीजों से अब समय आ गया है जब अखिल भारतीय कांग्रेस को अपना नाम बदलकर पांडिचेरी, मिजोरम, पंजाब कांग्रेस (पीएमपी) कर लेना चाहिए.'
With this #KarnatakaVerdict it’s time for Congress to change its name from Indian National Congress to Congress (PMP)
Congress - Punjab, Mizoram, Puducherry.
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 15, 2018
ज्ञात हो कि कांग्रेस के हाथ से कर्नाटक की सत्ता निकलती नजर आ रही है, जिसके बाद कांग्रेस पांडिचेरी, मिजोरम और पंजाब अर्थात तीन राज्यों में ही सिमट कर रह जाएगी. इसी के आधार पर शिवराज ने ट्वीट किया है.
पढ़ें - कर्नाटक चुनाव: जातिगत समीकरण हुए ध्वस्त, मुस्लिमों ने भी दिया BJP को वोट googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्तारूढ़ कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. बीजेपी की बढ़त से खुश बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राज्य में जश्न मनाया. बीजेपी के झंडे लहराते हुए और ढोल की थाप पर थिरकते पार्टी के कार्यकर्ताओं और कुछ नेताओं ने मल्लेश्वरम में पार्टी कार्यालय में जश्न मनाया. कई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के समर्थन में नारेबाजी की.टिप्पणियां
पढ़ें- कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम : 'हाथ' से कर्नाटक भी फिसला, कांग्रेस की हार की हैं ये 11 वजहें
गौरतलब है कि शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव की मंगलवार को हो रही मतगणना में बीजेपी 222 सीटों में से 120 पर आगे चल रही है. राज्य की 224 में से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए थे.
With this #KarnatakaVerdict it’s time for Congress to change its name from Indian National Congress to Congress (PMP)
Congress - Punjab, Mizoram, Puducherry.
— ShivrajSingh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 15, 2018
Congress - Punjab, Mizoram, Puducherry.
पढ़ें - कर्नाटक चुनाव: जातिगत समीकरण हुए ध्वस्त, मुस्लिमों ने भी दिया BJP को वोट
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्तारूढ़ कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. बीजेपी की बढ़त से खुश बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राज्य में जश्न मनाया. बीजेपी के झंडे लहराते हुए और ढोल की थाप पर थिरकते पार्टी के कार्यकर्ताओं और कुछ नेताओं ने मल्लेश्वरम में पार्टी कार्यालय में जश्न मनाया. कई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के समर्थन में नारेबाजी की.टिप्पणियां
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गौरतलब है कि शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव की मंगलवार को हो रही मतगणना में बीजेपी 222 सीटों में से 120 पर आगे चल रही है. राज्य की 224 में से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए थे.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव की मतगणना में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सत्तारूढ़ कांग्रेस को सत्ता से बेदखल कर जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही है. बीजेपी की बढ़त से खुश बीजेपी के हजारों कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को राज्य में जश्न मनाया. बीजेपी के झंडे लहराते हुए और ढोल की थाप पर थिरकते पार्टी के कार्यकर्ताओं और कुछ नेताओं ने मल्लेश्वरम में पार्टी कार्यालय में जश्न मनाया. कई ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के समर्थन में नारेबाजी की.टिप्पणियां
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गौरतलब है कि शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव की मंगलवार को हो रही मतगणना में बीजेपी 222 सीटों में से 120 पर आगे चल रही है. राज्य की 224 में से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए थे.
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गौरतलब है कि शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव की मंगलवार को हो रही मतगणना में बीजेपी 222 सीटों में से 120 पर आगे चल रही है. राज्य की 224 में से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए थे.
गौरतलब है कि शनिवार को हुए विधानसभा चुनाव की मंगलवार को हो रही मतगणना में बीजेपी 222 सीटों में से 120 पर आगे चल रही है. राज्य की 224 में से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए थे. |
बर्थडे स्पेशल: सलमान खान अब आपके मोबाइल पर, आज जन्मदिन पर करेंगे 'बीइंग इन टच' एप लॉन्च | आज है सलमान खान का जन्मदिन
आज कर रहे हैं 'बीइंग इन टच' एप की शुरुआत
सलमान के जन्मदिन पर उनके कपड़ों के ब्रांड 'बीइंग ह्यूमन' पर भी छूट | अक्सर लोग बर्थडे बॉय को गिफ्ट देते हैं लेकिन इस साल बर्थडे बॉय सलमान खान ने अपने फैन्स को अपने ही जन्मदिन पर कुछ अनोखा गिफ्ट देने का सोचा है. यह गिफ्ट है सलमान खान की 'एप' जिसका नाम है 'बीइंग इन टच'. आज यानी 27 दिसंबर को सलमान खान का जन्मदिन है और यह मोबाइल एप आज ही के दिन लॉन्च किया जा रहा है. सलमान खान अपने इस एप को लेकर काफी उत्साहित दिख रहे हैं. इतना ही नहीं सलमान ने अपने इस एप के लॉन्च के साथ ही सलमान खान ने फैन्स को एक जबरदस्त ऑफर भी दे दिया है.टिप्पणियां
आज सलमान खान 51 साल के हो गए हैं. सलमान खान के इस बर्थडे पर उनके कपड़ों के ब्रांड 'बीइंग ह्यूमन' पर भी ऑफर दिया जा रहा है. सलमान ने ट्वीट कर के लोगों का बताया कि इस एप के डाउनलोड करने पर 'बीइंग ह्यूमन' के स्टोर्स पर 51 प्रतिशत की छूट दी जा रही है.
Celebrate my birthday with Flat 51% Off at @bebeinghuman stores and exclusively online @Myntrahttps://t.co/3Uc5Wgncbf #2712 pic.twitter.com/mQsk7kU4Sr
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 26, 2016
इसके साथ ही ऑनलाइन स्टोर पर भी काफी छूट है.
pic.twitter.com/6wLInAetc5
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 26, 2016
सलमान खान ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए अपने फैन्स को कहा कि अगर आप मुझसे जुड़ना चाहते हैं तो इस एप के जरिए जुड़ सकते हैं. सलमान खान ने अपने भाई सोहेल खान के जन्मदिन की ठीक एक दिन पहले यानी 19 दिसंबर को अपने इस एप के बारे में खुलासा किया था.
pic.twitter.com/h03Vsu2grv
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 19, 2016
सलमान खान इन दिनों फिल्म ट्यूबलाइट की शूटिंग कर रहे हैं. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
आज सलमान खान 51 साल के हो गए हैं. सलमान खान के इस बर्थडे पर उनके कपड़ों के ब्रांड 'बीइंग ह्यूमन' पर भी ऑफर दिया जा रहा है. सलमान ने ट्वीट कर के लोगों का बताया कि इस एप के डाउनलोड करने पर 'बीइंग ह्यूमन' के स्टोर्स पर 51 प्रतिशत की छूट दी जा रही है.
Celebrate my birthday with Flat 51% Off at @bebeinghuman stores and exclusively online @Myntrahttps://t.co/3Uc5Wgncbf #2712 pic.twitter.com/mQsk7kU4Sr
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 26, 2016
इसके साथ ही ऑनलाइन स्टोर पर भी काफी छूट है.
pic.twitter.com/6wLInAetc5
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 26, 2016
सलमान खान ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट करते हुए अपने फैन्स को कहा कि अगर आप मुझसे जुड़ना चाहते हैं तो इस एप के जरिए जुड़ सकते हैं. सलमान खान ने अपने भाई सोहेल खान के जन्मदिन की ठीक एक दिन पहले यानी 19 दिसंबर को अपने इस एप के बारे में खुलासा किया था.
pic.twitter.com/h03Vsu2grv
— Salman Khan (@BeingSalmanKhan) December 19, 2016
सलमान खान इन दिनों फिल्म ट्यूबलाइट की शूटिंग कर रहे हैं. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
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साइन नेहवाल स्विस ओपन से बाहर हुईं | दो बार की गत चैम्पियन साइना नेहवाल सेमीफाइनल में चीन की शिजियान वैंग के हाथों कड़े मुकाबले में शिकस्त के साथ यहां स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल से बाहर हो गई। | दो बार की गत चैम्पियन साइना नेहवाल सेमीफाइनल में चीन की शिजियान वैंग के हाथों कड़े मुकाबले में शिकस्त के साथ यहां स्विस ओपन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट के महिला एकल से बाहर हो गई।
शीर्ष वरीय साइना को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन की चौथी वरीय विरोधी के हाथों 50 मिनट में 11-21, 21-10, 9-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
शीर्ष वरीय साइना को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद चीन की चौथी वरीय विरोधी के हाथों 50 मिनट में 11-21, 21-10, 9-21 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
कल अपने 23वें जन्मदिन के दिन हुए मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी बिलकुल भी लय में नहीं दिखी।टिप्पणियां
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
साइना ने वैंग को पिछले हफ्ते आल इंग्लैंड ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में हराया था और वह चीन की इस खिलाड़ी के खिलाफ अपने कैरियर में चार जीत दर्ज कर चुकी हैं जबकि दो बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई।
साइना पहले गेम में कोई चुनौती नहीं दे पाई और चीन की खिलाड़ी ने जल्द ही 8-0 की बढ़त बना ली। इसके बाद वैंग को पहला गेम जीतने में कोई परेशानी नहीं हुई। |
मुस्लिम ब्रदरहुड का शीर्ष नेता गिरफ्तार, नया नेता नियुक्त | मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहु़ड ने मंगलवार को अपने शीर्ष नेता मोहम्मद बादी को गिरफ्तार किए जाने के बाद महमूद एजात को अस्थाई तौर पर अपना नया नेता नियुक्त कर दिया है। | मिस्र में मुस्लिम ब्रदरहु़ड ने मंगलवार को अपने शीर्ष नेता मोहम्मद बादी को गिरफ्तार किए जाने के बाद महमूद एजात को अस्थाई तौर पर अपना नया नेता नियुक्त कर दिया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मिस्र की सरकारी समाचार एजेंसी एमईएनए के हवाले से कहा है कि 'मुस्लिम ब्रदरहुड फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी' की वेबसाइट पर बादी के सहायक रहे एजात को संगठन का नया नेता चुने जाने की घोषणा की गई है।
मुस्लिम ब्रदरहुड की वेबसाइट पर जारी वक्तव्य के अनुसार, "बादी की अनुपस्थिति, चाहे वह देश से बाहर की यात्रा पर हों या बीमार हों या किसी आपात स्थिति के कारण अनुपस्थित हों, में उनके सहयोगी के पास उनकी सभी जिम्मेदारियों के निर्वहन का अधिकार है।"
काहिरा के नस्र सिटी जिले में तायरान मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट से मंगलवार की सुबह बादी को गिरफ्तार कर लिया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच तोरा जेल भेज दिया गया। इसी जेल में मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक और उनके दो बेटे कैद हैं। टिप्पणियां
बादी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के दो अन्य शीर्ष सदस्यों - यूसेफ तलात और हसन मलिक - को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने मिस्र की सरकारी समाचार एजेंसी एमईएनए के हवाले से कहा है कि 'मुस्लिम ब्रदरहुड फ्रीडम एंड जस्टिस पार्टी' की वेबसाइट पर बादी के सहायक रहे एजात को संगठन का नया नेता चुने जाने की घोषणा की गई है।
मुस्लिम ब्रदरहुड की वेबसाइट पर जारी वक्तव्य के अनुसार, "बादी की अनुपस्थिति, चाहे वह देश से बाहर की यात्रा पर हों या बीमार हों या किसी आपात स्थिति के कारण अनुपस्थित हों, में उनके सहयोगी के पास उनकी सभी जिम्मेदारियों के निर्वहन का अधिकार है।"
काहिरा के नस्र सिटी जिले में तायरान मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट से मंगलवार की सुबह बादी को गिरफ्तार कर लिया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच तोरा जेल भेज दिया गया। इसी जेल में मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक और उनके दो बेटे कैद हैं। टिप्पणियां
बादी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के दो अन्य शीर्ष सदस्यों - यूसेफ तलात और हसन मलिक - को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
मुस्लिम ब्रदरहुड की वेबसाइट पर जारी वक्तव्य के अनुसार, "बादी की अनुपस्थिति, चाहे वह देश से बाहर की यात्रा पर हों या बीमार हों या किसी आपात स्थिति के कारण अनुपस्थित हों, में उनके सहयोगी के पास उनकी सभी जिम्मेदारियों के निर्वहन का अधिकार है।"
काहिरा के नस्र सिटी जिले में तायरान मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट से मंगलवार की सुबह बादी को गिरफ्तार कर लिया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच तोरा जेल भेज दिया गया। इसी जेल में मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक और उनके दो बेटे कैद हैं। टिप्पणियां
बादी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के दो अन्य शीर्ष सदस्यों - यूसेफ तलात और हसन मलिक - को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
काहिरा के नस्र सिटी जिले में तायरान मार्ग स्थित एक अपार्टमेंट से मंगलवार की सुबह बादी को गिरफ्तार कर लिया गया और कड़ी सुरक्षा के बीच तोरा जेल भेज दिया गया। इसी जेल में मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति होस्नी मुबारक और उनके दो बेटे कैद हैं। टिप्पणियां
बादी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के दो अन्य शीर्ष सदस्यों - यूसेफ तलात और हसन मलिक - को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
बादी के साथ मुस्लिम ब्रदरहुड के दो अन्य शीर्ष सदस्यों - यूसेफ तलात और हसन मलिक - को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है।
राष्ट्रपति मुहम्मद मुर्सी को अपदस्थ किए जाने के एक दिन बाद 4 जुलाई को ही कार्यवाहक महाअभियोज अहमद एज अल-दीन ने ब्रदरहुड के शीर्ष नेताओं की गिरफ्तारी का आदेश दिया था। उन पर मुर्सी विरोधी प्रदर्शनकारियों की हत्या के लिए उकसाने का आरोप है। |
रिटायरमेंट में अपने स्पीच के वक्त इमोशनल हुए युवराज सिंह, बोले- इस खेल ने मुझे... | युवराज सिंह ने लिया संन्यास
अपने स्पीच के वक्त दिखे भावुक
क्रिकेटिंग करियर के बारे में कई बातें शेयर की | 2011 के क्रिकेट विश्वकप में युवराज सिंह (Yuvraj Singh) का अहम योगदान क्रिकेट पूरा देश कभी नहीं भूल सकता. इस वर्ल्ड कप में मैन ऑफ द टूर्नामेंट से नवाजे गए युवराज सिंह ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला ले लिया है. अपने संन्यास के दौरान उन्होंने करीब 25 साल के क्रिकेटिंग करियर के बारे में कई बातें शेयर की. इस दौरान वह भावुक कर कई बातें भी शेयर की. युवराज सिंह ने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच वेस्ट इंडीज के खिलाफ 30 जून 2017 में एंटीगुआ में खेला था. इसमें युवी ने 55 गेंद पर 39 रन बनाए थे. यह मैच इंडिया 93 रनों से जीता था.
युवराज सिंह ने रिटायरमेंट स्पीच (Yuvraj Singh's Retirement Speech) के दौरान कहा, ''अपने 25 साल के करियर और खास तौर पर 22 यार्ड वाले मैदान में 17 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. मैंने अब आगे बढ़ने का फैसला ले लिया है. इस खेल ने मुझे सिखाया कि कैसे लड़ना है, कैसे गिरना है, फिर उठना है और आगे फिर बढ़ जाना है.'' उन्होंने आगे कहा, ''मैंने इस खेल के लिए खून-पसीना बहाया है, और अब मेरी प्राथमिकता कैंसर रोगियों की मदद करना होगी.''
Yuvraj Singh: After 25 years in and around the 22 yards and almost 17 years of international cricket on and off, I have decided to move on. This game taught me how to fight, how to fall, to dust off, to get up again and move forward pic.twitter.com/NI2hO08NfM
बता दें, युवराज (Yuvraj Singh) ने 40 टेस्ट मैचों में 33.92 के औसत से 1900 रन बनाए, जिसमें तीन शतक और 11 अर्धशतक शामिल रहे. टेस्ट क्रिकेट में 9 विकेट भी युवी के नाम पर दर्ज हैं. वनडे इंटरनेशनल का युवराज का रिकॉर्ड बेहद प्रभावशाली है. उन्होंने इस फॉर्मेट में उन्होंने 36.55 के औसत से 8701 रन बनाए जिसमें 14 शतक और 52 अर्धशतक शामिल रहे. वनडे में युवराज ने 111 विकेट हासिल किए. टी20 इंटरनेशनल में युवराज ने 1177 रन बनाए जिसमें आठ अर्धशतक शामिल हैं. उन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 28 विकेट हासिल किए. |
भारतीय अरबपति दंपति को मामले के निपटारे के रूप में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज बैंक से मिले 110 मिलियन डॉलर | भारतीय दंपति ने 1.9 अरब डॉलर का मुकदमा ठोका था
बैंक को अब देने होंगे 110 मिलियन डॉलर
ऑस्ट्रेलियाई बैंक ने कहा कि सेटेलमेंट की शर्तें गोपनीय हैं | एक भारतीय अरबपति दंपति पंकज और राधिका ओसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के एक प्रमुख बैंक पर 1.9 अरब डॉलर का मुकदमा ठोका था. देश के सबसे बड़े बैंकों में शुमार इस कंपनी ने आखिरकार मजबूर होकर इस दंपति से सुलह समझौता कर 110 मिलियन डॉलर देकर मामले का निपटारा किया. दरअसल इस दंपति ने आरोप लगाया था कि ऑस्ट्रेलिया एंड न्यूजीलैंड बैंकिंग ग्रुप (एएनजेड) ने जब उनको शेयरों को बेचा तो उनके शेयरों की कीमत कम आंकी थी.
इस संबंध में ओसवाल दंपति के प्रवक्ता ने कहा, ''वे मामले के निपटारे से पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्हें बहुत खुशी है कि कोर्ट के समक्ष तथ्यों को सही तरह से रख सके और प्रसन्न हैं कि मामले का इस तरह से पटाक्षेप हुआ. अब वे ऑस्ट्रेलिया में भी नहीं रुकेंगे. वे अपनी भावी योजनाएं बना रहे हैं. यह राशि मामले के निपटारे के आकार को नहीं दर्शाती लेकिन इसका पूरा ब्यौरा उजागर नहीं करने की गोपनीयता की शर्तों से बंधे हैं.''
इस संबंध में एएनजेड के सीईओ का कहना है कि इस सेटेलमेंट का आशय यह नहीं है कि बैंक ने अपनी गलती स्वीकार की है. इस मामले में ओसवाल के प्रवक्ता का कहना है कि यह बेहद 'आश्चर्य' की बात है कि बैंक जिन आरोपों को निराधार बता रहा है, उसके निपटारे के लिए इतनी बड़ी धनराशि देने का इच्छुक है.
उल्लेखनीय है कि ओसवाल दंपति को 2010 में पर्थ में अपने भव्य बंगले के निर्माण को उस वक्त रोकना पड़ा था, जब उसके खिलाफ आपत्तियां उठी थीं. यह भवन स्वान नदी पर था और इसको ''स्वान का ताज'' कहा जा रहा था. इसके निर्माण पर 53 मिलियन डॉलर खर्च किया जाना था. इसी सितंबर में स्थानीय कौंसिल ने घोषणा करते हुए कहा है कि इसे गिरा दिया जाएगा.टिप्पणियां
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस संबंध में ओसवाल दंपति के प्रवक्ता ने कहा, ''वे मामले के निपटारे से पूरी तरह संतुष्ट हैं. उन्हें बहुत खुशी है कि कोर्ट के समक्ष तथ्यों को सही तरह से रख सके और प्रसन्न हैं कि मामले का इस तरह से पटाक्षेप हुआ. अब वे ऑस्ट्रेलिया में भी नहीं रुकेंगे. वे अपनी भावी योजनाएं बना रहे हैं. यह राशि मामले के निपटारे के आकार को नहीं दर्शाती लेकिन इसका पूरा ब्यौरा उजागर नहीं करने की गोपनीयता की शर्तों से बंधे हैं.''
इस संबंध में एएनजेड के सीईओ का कहना है कि इस सेटेलमेंट का आशय यह नहीं है कि बैंक ने अपनी गलती स्वीकार की है. इस मामले में ओसवाल के प्रवक्ता का कहना है कि यह बेहद 'आश्चर्य' की बात है कि बैंक जिन आरोपों को निराधार बता रहा है, उसके निपटारे के लिए इतनी बड़ी धनराशि देने का इच्छुक है.
उल्लेखनीय है कि ओसवाल दंपति को 2010 में पर्थ में अपने भव्य बंगले के निर्माण को उस वक्त रोकना पड़ा था, जब उसके खिलाफ आपत्तियां उठी थीं. यह भवन स्वान नदी पर था और इसको ''स्वान का ताज'' कहा जा रहा था. इसके निर्माण पर 53 मिलियन डॉलर खर्च किया जाना था. इसी सितंबर में स्थानीय कौंसिल ने घोषणा करते हुए कहा है कि इसे गिरा दिया जाएगा.टिप्पणियां
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस संबंध में एएनजेड के सीईओ का कहना है कि इस सेटेलमेंट का आशय यह नहीं है कि बैंक ने अपनी गलती स्वीकार की है. इस मामले में ओसवाल के प्रवक्ता का कहना है कि यह बेहद 'आश्चर्य' की बात है कि बैंक जिन आरोपों को निराधार बता रहा है, उसके निपटारे के लिए इतनी बड़ी धनराशि देने का इच्छुक है.
उल्लेखनीय है कि ओसवाल दंपति को 2010 में पर्थ में अपने भव्य बंगले के निर्माण को उस वक्त रोकना पड़ा था, जब उसके खिलाफ आपत्तियां उठी थीं. यह भवन स्वान नदी पर था और इसको ''स्वान का ताज'' कहा जा रहा था. इसके निर्माण पर 53 मिलियन डॉलर खर्च किया जाना था. इसी सितंबर में स्थानीय कौंसिल ने घोषणा करते हुए कहा है कि इसे गिरा दिया जाएगा.टिप्पणियां
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उल्लेखनीय है कि ओसवाल दंपति को 2010 में पर्थ में अपने भव्य बंगले के निर्माण को उस वक्त रोकना पड़ा था, जब उसके खिलाफ आपत्तियां उठी थीं. यह भवन स्वान नदी पर था और इसको ''स्वान का ताज'' कहा जा रहा था. इसके निर्माण पर 53 मिलियन डॉलर खर्च किया जाना था. इसी सितंबर में स्थानीय कौंसिल ने घोषणा करते हुए कहा है कि इसे गिरा दिया जाएगा.टिप्पणियां
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
US में इंजीनियर की हत्या के बाद दूसरे भारतीय के घर के बाहर लिखा गया संदेश: तुम्हें यहां नहीं रहना चाहिए | हाल में अमेरिका में एक भारतीय इंजीनियर की हत्या हो गई़
उसके बाद यह दूसरा मामला सामने आ रहा है
डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद नस्लीय हमलों में इजाफा | एक भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचीभोतला की हत्या के बाद एक अन्य भारतीय के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. साउथ कोलोराडो की इस घटना में एक भारतीय शख्स के घर के बाहर घृणा भरे संदेश लिखे गए और घर पर अंडे भी फेंके गए. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक घृणा भरे संदेश के तहत उसके घर के बाहर लिखा गया-तुम भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए. अमेरिकी जांच एजेंसी फेडरल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टीगेशन(एफबीआई) इस मामले की जांच कर रही है.
डेनवर मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय शख्स के घर घृणा भरे संदेश और नस्लीय भाषा को लिखा गया था. इस मामले में पीडि़त भारतीय शख्स का बयान तो सामने नहीं आया है लेकिन उसके मकान मालिक ने कहा कि इस तरह के घृणा भरे संदेशों वाले करीब 50 पेपर इस भारतीय शख्स के घर के दरवाजे, खिड़की और कार पर चिपके मिले थे. इसके अलावा करीब 40 अंडे वहां फेंके गए थे. मकान मालिक ने बताया, नस्लीय भाषा का भी इस्तेमाल किया गया था, मसलन-तुम ब्राउन या भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह किसी खास समूह की हरकत लगती है. हालांकि मकान मालिक के मुताबिक इस घटना के पड़ोसियों ने बेहद सदाशयता दिखाई और एकजुटता दिखाते हुए उस भारतीय के लिए पूरे घर को साफ दिया. उल्लेखनीय है कि हाल में एक अमेरिकी शख्स ने कंसास में एक भारतीय इंजीरियर श्रीनिवास को यह कहते हुए गोली मार दी कि मेरे देश से निकल जाओ. श्रीनिवास की उस घटना में मौत हो गई. श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.टिप्पणियांइसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
डेनवर मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक एक भारतीय शख्स के घर घृणा भरे संदेश और नस्लीय भाषा को लिखा गया था. इस मामले में पीडि़त भारतीय शख्स का बयान तो सामने नहीं आया है लेकिन उसके मकान मालिक ने कहा कि इस तरह के घृणा भरे संदेशों वाले करीब 50 पेपर इस भारतीय शख्स के घर के दरवाजे, खिड़की और कार पर चिपके मिले थे. इसके अलावा करीब 40 अंडे वहां फेंके गए थे. मकान मालिक ने बताया, नस्लीय भाषा का भी इस्तेमाल किया गया था, मसलन-तुम ब्राउन या भारतीयों को यहां नहीं रहना चाहिए.
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह किसी खास समूह की हरकत लगती है. हालांकि मकान मालिक के मुताबिक इस घटना के पड़ोसियों ने बेहद सदाशयता दिखाई और एकजुटता दिखाते हुए उस भारतीय के लिए पूरे घर को साफ दिया. उल्लेखनीय है कि हाल में एक अमेरिकी शख्स ने कंसास में एक भारतीय इंजीरियर श्रीनिवास को यह कहते हुए गोली मार दी कि मेरे देश से निकल जाओ. श्रीनिवास की उस घटना में मौत हो गई. श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.टिप्पणियांइसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
स्थानीय पुलिस के मुताबिक यह किसी खास समूह की हरकत लगती है. हालांकि मकान मालिक के मुताबिक इस घटना के पड़ोसियों ने बेहद सदाशयता दिखाई और एकजुटता दिखाते हुए उस भारतीय के लिए पूरे घर को साफ दिया. उल्लेखनीय है कि हाल में एक अमेरिकी शख्स ने कंसास में एक भारतीय इंजीरियर श्रीनिवास को यह कहते हुए गोली मार दी कि मेरे देश से निकल जाओ. श्रीनिवास की उस घटना में मौत हो गई. श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.टिप्पणियांइसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
श्रीनिवास की हत्या के बाद उनकी पत्नी ने कहा कि उन्हें पहले ही अमेरिका में रहने पर संदेह था, लेकिन उनके पति ने उनसे कहा था कि 'अमेरिका में अच्छी चीजें होती हैं'. जीपीएस बनाने वाली कंपनी गार्मिन की ओर से आयोजित एक प्रेस वार्ता में सुनयना डुमाला ने कहा कि अमेरिका में पक्षपात की खबरें अल्पसंख्यकों में डर पैदा करती हैं. अपना यह डर जाहिर करते हुए उन्होंने सवाल किया कि 'क्या हम यहां से नाता रखते हैं?' कुचीभोटला गार्मिन में ही काम करते थे.टिप्पणियांइसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता."
इसके अलावा उनकी याद में निकाले गए कंसास में निकाले गए शांति जुलूस और प्रार्थन सभा में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया. समाचार पत्र कंसास सिटी स्टार के मुताबिक, पिछले सप्ताह घृणास्पद अपराध में घायल हुए भारतीय नागरिक आलोक मदसानी ने रविवार को ओलेथ के बॉल कांफ्रेंस सेंटर में आयोजित शांति जुलूस तथा प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया. प्रार्थना सभा का आयोजन इंडिया एसोसिएशन ऑफ कंसास सिटी ने किया. मदसानी ने कहा, "काश! वह एक सपना होता." |
वोडाफोन से पांच करोड़ रुपये और जमा कराने को कहा अदालत ने | बंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को दूरसंचार कंपनी वोडाफोन इंडिया से कहा कि वह पांच करोड़ रुपये और उसके यहां 31 मार्च तक जमा कराए। | बंबई उच्च न्यायालय ने सोमवार को दूरसंचार कंपनी वोडाफोन इंडिया से कहा कि वह पांच करोड़ रुपये और उसके यहां 31 मार्च तक जमा कराए। इस बीच आयकर विभाग कंपनी की संशोधन याचिका पर फैसला करेगा।
यह मामला 77 करोड़ रुपये के कर डिमांड से जुड़ा है।टिप्पणियां
न्यायाधीश वाई वी चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ वोडाफोन की उस याचिका पर सुनवाई कर रही है जो उसने आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ दायर की थी। विभाग ने कंपनी से 77 करोड़ रुपये के बकाया कर की मांग की है।
वोडाफोन ने इससे पहले शनिवार को 10 करोड़ रुपये जमा कराए थे।
यह मामला 77 करोड़ रुपये के कर डिमांड से जुड़ा है।टिप्पणियां
न्यायाधीश वाई वी चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ वोडाफोन की उस याचिका पर सुनवाई कर रही है जो उसने आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ दायर की थी। विभाग ने कंपनी से 77 करोड़ रुपये के बकाया कर की मांग की है।
वोडाफोन ने इससे पहले शनिवार को 10 करोड़ रुपये जमा कराए थे।
न्यायाधीश वाई वी चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली खंडपीठ वोडाफोन की उस याचिका पर सुनवाई कर रही है जो उसने आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ दायर की थी। विभाग ने कंपनी से 77 करोड़ रुपये के बकाया कर की मांग की है।
वोडाफोन ने इससे पहले शनिवार को 10 करोड़ रुपये जमा कराए थे।
वोडाफोन ने इससे पहले शनिवार को 10 करोड़ रुपये जमा कराए थे। |
उप-राष्ट्रपति चुनाव : जसवंत आज दाखिल करेंगे नामांकन | जसवंत सिंह अपना नामांकन दोपहर 12 बजे तक दाखिल कर सकते हैं। जसवंत को उप-राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जेडीयू और शिवसेना दोनों समर्थन दे रहे हैं। | उप−राष्ट्रपति पद के चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार जसवंत सिंह आज अपना नामांकन दाखिल करेंगे। खबरों के मुताबिक जसवंत सिंह अपना नामांकन दोपहर 12 बजे तक दाखिल कर सकते हैं।
जसवंत को उप-राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जेडीयू और शिवसेना दोनों समर्थन दे रहे हैं हालांकि इससे पहले उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए शरद यादव को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने उम्मीदवार बनने से साफ मना कर दिया था।
जसवंत को उप-राष्ट्रपति के चुनाव के लिए जेडीयू और शिवसेना दोनों समर्थन दे रहे हैं हालांकि इससे पहले उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने के लिए शरद यादव को मनाने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने उम्मीदवार बनने से साफ मना कर दिया था। |
उरी आतंकी हमले पर जवाबी कार्रवाई : सिंधु जल संधि की समीक्षा करेंगे पीएम मोदी | 1960 में जवाहर लाल नेहरू और जनरल अयूब खान के बीच हुई थी यह संधि
3 नदियों पर भारत का अधिकार, 3 का पानी पाकिस्तान को बेरोक-टोक
भारत संधि तोड़ता है तो उसे अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा | बैठक में जल संसाधन मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों सहित अन्य संबंधित मंत्रालयों के अधिकारी शामिल होंगे. इस बैठक को भारत की वॉटर डिप्लोमेसी के तौर पर देखा जा रहा है, जहां सिंधु जल समझौते के नफे-नुकसान पर चर्चा होगी.
बता दें कि शनिवार को केरल के कोझिकोड में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का निर्यातक देश बताया था. पिछले हफ्ते कश्मीर के उरी में एक आर्मी बटालियन हेडक्वार्टर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है.
बता दें कि सिंधु जल समझौता 1960 में करीब एक दशक तक विश्व बैंक की मध्यस्थता में बातचीत के बाद भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल अयूब खान के बीच हुआ था.
विशेषज्ञ इस बात पर एकमत नहीं हैं कि सिंधु नदी समझौते को तोड़ देना चाहिए या नहीं. जबकि यह अंतरराष्ट्रीय जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच दो बड़े युद्धों और तमाम खराब रिश्तों के बीच भी बनी रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत अकेले इसे नहीं तोड़ सकता. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि हम कानूनी रूप से लागू संधि का उल्लंघन कर रहे हैं और इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
बता दें कि शनिवार को केरल के कोझिकोड में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान को आतंकवाद का निर्यातक देश बताया था. पिछले हफ्ते कश्मीर के उरी में एक आर्मी बटालियन हेडक्वार्टर पर जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों द्वारा किए गए हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए थे. इस हमले के बाद से ही देश में पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग उठ रही है.
बता दें कि सिंधु जल समझौता 1960 में करीब एक दशक तक विश्व बैंक की मध्यस्थता में बातचीत के बाद भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल अयूब खान के बीच हुआ था.
विशेषज्ञ इस बात पर एकमत नहीं हैं कि सिंधु नदी समझौते को तोड़ देना चाहिए या नहीं. जबकि यह अंतरराष्ट्रीय जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच दो बड़े युद्धों और तमाम खराब रिश्तों के बीच भी बनी रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत अकेले इसे नहीं तोड़ सकता. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि हम कानूनी रूप से लागू संधि का उल्लंघन कर रहे हैं और इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
बता दें कि सिंधु जल समझौता 1960 में करीब एक दशक तक विश्व बैंक की मध्यस्थता में बातचीत के बाद भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जनरल अयूब खान के बीच हुआ था.
विशेषज्ञ इस बात पर एकमत नहीं हैं कि सिंधु नदी समझौते को तोड़ देना चाहिए या नहीं. जबकि यह अंतरराष्ट्रीय जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच दो बड़े युद्धों और तमाम खराब रिश्तों के बीच भी बनी रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत अकेले इसे नहीं तोड़ सकता. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि हम कानूनी रूप से लागू संधि का उल्लंघन कर रहे हैं और इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
विशेषज्ञ इस बात पर एकमत नहीं हैं कि सिंधु नदी समझौते को तोड़ देना चाहिए या नहीं. जबकि यह अंतरराष्ट्रीय जल संधि भारत और पाकिस्तान के बीच दो बड़े युद्धों और तमाम खराब रिश्तों के बीच भी बनी रही है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत अकेले इसे नहीं तोड़ सकता. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि हम कानूनी रूप से लागू संधि का उल्लंघन कर रहे हैं और इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
विशेषज्ञों का कहना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय संधि है और भारत अकेले इसे नहीं तोड़ सकता. अगर ऐसा हुआ तो इसका मतलब यह होगा कि हम कानूनी रूप से लागू संधि का उल्लंघन कर रहे हैं और इससे भारत को अंतरराष्ट्रीय आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.टिप्पणियां
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
सिंधु नदी का उद्गम स्थल चीन में है और भारत-पाकिस्तान की तरह उसने जल बंटवारे की कोई अंतरराष्ट्रीय संधि नहीं की है. अगर चीन ने सिंधु नदी के बहाव को मोड़ने का निर्णय ले लिया तो भारत को नदी के पानी का 36 फीसदी हिस्सा गंवाना पड़ेगा.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है.
सिंधु जल संधि के अनुसार भारतीय उपमहाद्वीप में पश्चिम की ओर बहने वाली 6 नदियों में से तीन (सतलुज, व्यास और रावी) पर भारत का पूरा अधिकार है, जबकि पाकिस्तान को झेलम, चेनाव और सिंधु नदियों का पानी लगभग बेरोक-टोक के मिलता है. |
लोनावला में इंजीनियरिंग के छात्र-छात्रा की रहस्मय मौत, पुलिस तलाश रही है सुराग | मृतक छात्र-छात्रा इंजीनियरिंग कॉलेज के तीसरे वर्ष के छात्र थे
घूमने के लिए गए थे लोनावला, अगले दिन मिले दोनों के शव
छात्रा के हाथ पीछे बंधे हुए थे और शरीर पर चोटों के निशान | मुंबई से तकरीबन 150 किलोमीटर दूर लोनावला में इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र और छात्रा की हत्या पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. दो दिन पहले मिले इन शवों की हत्या की गुत्थी अभी तक सुलझी नहीं है. मृतकों के शरीर पर चोटों के निशान थे और पुलिस को शव नग्न अवस्था में मिले थे.
21 साल की इंजीनियरिंग छात्रा हॉस्टल से लोनावला घूमने गई थी, लेकिन दूसरे दिन वहां पहाड़ियों में उसका शव मिला. शव पर कोई कपड़ा नहीं था. उसके पास में ही 22 साल के छात्र सार्थक का शव पड़ा हुआ था. पुलिस को पहले ये बलात्कार और लूट का मामला लगा लेकिन, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई और दोनों के सामान भी पास में ही मिले, सिर्फ मोबाइल गायब था.टिप्पणियां
अहमदनगर जिले का रहने वाला सार्थक मैकेनिकल इंजियरिंग का छात्र था. छात्रा भी उसी कॉलेज के होस्टल में रहती थी. छात्रा अपनी सहेली से ये कहकर निकली थी कि अपने दोस्त के साथ घूमने जा रही है और रात को देर से वापस आएगी. दूसरे दिन सुबह पहाड़ी पर दोनों की लाश मिली. सार्थक की मोटरसाइकिल भी मौके पर ही खड़ी मिली. छात्रा पुणे जिले के आतूर की रहने वाली थी. दोनों ही इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र थे. पुलिस ने बताया कि मृतकों के शरीर पर चोटों के निशान हैं और लड़की के हाथ पीछे की ओर बंधे थे.
लोनावला पुलिस के लिए चुनौती बने इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस दावा तो कर रही है कि वह जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी लेकिन हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी अभी तक पुलिस हत्याकांड की वजहों तक पता नही लगा पाई है.
21 साल की इंजीनियरिंग छात्रा हॉस्टल से लोनावला घूमने गई थी, लेकिन दूसरे दिन वहां पहाड़ियों में उसका शव मिला. शव पर कोई कपड़ा नहीं था. उसके पास में ही 22 साल के छात्र सार्थक का शव पड़ा हुआ था. पुलिस को पहले ये बलात्कार और लूट का मामला लगा लेकिन, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि नहीं हुई और दोनों के सामान भी पास में ही मिले, सिर्फ मोबाइल गायब था.टिप्पणियां
अहमदनगर जिले का रहने वाला सार्थक मैकेनिकल इंजियरिंग का छात्र था. छात्रा भी उसी कॉलेज के होस्टल में रहती थी. छात्रा अपनी सहेली से ये कहकर निकली थी कि अपने दोस्त के साथ घूमने जा रही है और रात को देर से वापस आएगी. दूसरे दिन सुबह पहाड़ी पर दोनों की लाश मिली. सार्थक की मोटरसाइकिल भी मौके पर ही खड़ी मिली. छात्रा पुणे जिले के आतूर की रहने वाली थी. दोनों ही इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र थे. पुलिस ने बताया कि मृतकों के शरीर पर चोटों के निशान हैं और लड़की के हाथ पीछे की ओर बंधे थे.
लोनावला पुलिस के लिए चुनौती बने इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस दावा तो कर रही है कि वह जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी लेकिन हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी अभी तक पुलिस हत्याकांड की वजहों तक पता नही लगा पाई है.
अहमदनगर जिले का रहने वाला सार्थक मैकेनिकल इंजियरिंग का छात्र था. छात्रा भी उसी कॉलेज के होस्टल में रहती थी. छात्रा अपनी सहेली से ये कहकर निकली थी कि अपने दोस्त के साथ घूमने जा रही है और रात को देर से वापस आएगी. दूसरे दिन सुबह पहाड़ी पर दोनों की लाश मिली. सार्थक की मोटरसाइकिल भी मौके पर ही खड़ी मिली. छात्रा पुणे जिले के आतूर की रहने वाली थी. दोनों ही इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र थे. पुलिस ने बताया कि मृतकों के शरीर पर चोटों के निशान हैं और लड़की के हाथ पीछे की ओर बंधे थे.
लोनावला पुलिस के लिए चुनौती बने इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस दावा तो कर रही है कि वह जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी लेकिन हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी अभी तक पुलिस हत्याकांड की वजहों तक पता नही लगा पाई है.
लोनावला पुलिस के लिए चुनौती बने इस दोहरे हत्याकांड में पुलिस दावा तो कर रही है कि वह जल्द ही आरोपियों को पकड़ लेगी लेकिन हत्याकांड के 48 घंटे बाद भी अभी तक पुलिस हत्याकांड की वजहों तक पता नही लगा पाई है. |
कर्नाटक : उडुपी में गोरक्षा के नाम पर बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या, 17 लोग गिरफ्तार | तीन बछड़ों को ले जा रहे टैम्पो को 17 लोगों ने घेरा
दो युवकों की डंडों से पिटाई की
एक की मौत हो गई और दूसरा अस्पताल में भर्ती है | दक्षिण कर्नाटक के उडुपी जिले के हेबरी पुलिस लिमिट में ब्रह्मावारा नाम की जगह पर बुधवार को रात में करीब 10.30 बजे जैसे ही तीन बछड़ों को लेकर एक टैम्पो पहुंचा तो अचानक 17 युवकों ने उसे घेर लिया. उन्होंने ड्राइवर और उसके साथ बैठे युवक की डंडों से जमकर पिटाई की और उन्हें वहीं कराहता हुआ छोड़कर भाग गए.
इस घटना की पुलिस को किसी ने सूचना दी. पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां एक की मौत हो गई. मृतक की शिनाख्त 29 साल के प्रवीण पुजारी के तौर पर हुई है. पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि मृतक प्रवीण बीजेपी का कार्यकर्ता था. इस हमले में घायल हुए अक्षय का इलाज चल रहा है.
उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक बालकृष्ण ने जानकारी दी कि "हमला हिन्दू जागरण वेदिके के कार्यकर्ताओं ने किया है." इस सिलसिले में 17 आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी श्रीकांत हरी बताया जा रहा है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.टिप्पणियां
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि ''गाय और बीफ का मामला बार-बार उठता है, जैसा कि देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है. लेकिन हम सतर्क हैं ताकि शांति बनी रहे.''
उडुपी दक्षिण कर्नाटक के मंगलौर के नज़दीक तटीय ज़िला है और इस इलाके में गोरक्षा और मोरल पुलिसिंग की वजह से आए दिन सांप्रदायिक तनाव बना रहता है और कई बार इसी वजह से यहां दंगे भी होते रहे हैं.
इस घटना की पुलिस को किसी ने सूचना दी. पुलिस ने दोनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां एक की मौत हो गई. मृतक की शिनाख्त 29 साल के प्रवीण पुजारी के तौर पर हुई है. पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में पता चला है कि मृतक प्रवीण बीजेपी का कार्यकर्ता था. इस हमले में घायल हुए अक्षय का इलाज चल रहा है.
उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक बालकृष्ण ने जानकारी दी कि "हमला हिन्दू जागरण वेदिके के कार्यकर्ताओं ने किया है." इस सिलसिले में 17 आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी श्रीकांत हरी बताया जा रहा है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.टिप्पणियां
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि ''गाय और बीफ का मामला बार-बार उठता है, जैसा कि देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है. लेकिन हम सतर्क हैं ताकि शांति बनी रहे.''
उडुपी दक्षिण कर्नाटक के मंगलौर के नज़दीक तटीय ज़िला है और इस इलाके में गोरक्षा और मोरल पुलिसिंग की वजह से आए दिन सांप्रदायिक तनाव बना रहता है और कई बार इसी वजह से यहां दंगे भी होते रहे हैं.
उडुपी जिले के पुलिस अधीक्षक बालकृष्ण ने जानकारी दी कि "हमला हिन्दू जागरण वेदिके के कार्यकर्ताओं ने किया है." इस सिलसिले में 17 आरोपियों को आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आरोपी श्रीकांत हरी बताया जा रहा है. सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.टिप्पणियां
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि ''गाय और बीफ का मामला बार-बार उठता है, जैसा कि देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है. लेकिन हम सतर्क हैं ताकि शांति बनी रहे.''
उडुपी दक्षिण कर्नाटक के मंगलौर के नज़दीक तटीय ज़िला है और इस इलाके में गोरक्षा और मोरल पुलिसिंग की वजह से आए दिन सांप्रदायिक तनाव बना रहता है और कई बार इसी वजह से यहां दंगे भी होते रहे हैं.
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि ''गाय और बीफ का मामला बार-बार उठता है, जैसा कि देश के दूसरे हिस्सों में हो रहा है. लेकिन हम सतर्क हैं ताकि शांति बनी रहे.''
उडुपी दक्षिण कर्नाटक के मंगलौर के नज़दीक तटीय ज़िला है और इस इलाके में गोरक्षा और मोरल पुलिसिंग की वजह से आए दिन सांप्रदायिक तनाव बना रहता है और कई बार इसी वजह से यहां दंगे भी होते रहे हैं.
उडुपी दक्षिण कर्नाटक के मंगलौर के नज़दीक तटीय ज़िला है और इस इलाके में गोरक्षा और मोरल पुलिसिंग की वजह से आए दिन सांप्रदायिक तनाव बना रहता है और कई बार इसी वजह से यहां दंगे भी होते रहे हैं. |
अफगान मुठभेड़ : तीन पुलिसवालों और दो आतंकियों की मौत | अफगानिस्तान के कंधार के नजदीक हुई एक मुठभेड़ में तीन पुलिसवालों और दो तालिबानी लड़ाकों की मौत हो गई है। | अफगानिस्तान के कंधार के नजदीक हुई एक मुठभेड़ में तीन पुलिसवालों और दो तालिबानी लड़ाकों की मौत हो गई है। ये आतंकी एक घर में छिपे थे जब पुलिस ने इन पर फायरिंग की तो दोनों ओर से हुई फायरिंग में कुछ पुलिसवाले घायल भी हुए हैं जिन्हें कंधार के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ये घटना उस समय हुई है जब अफगानिस्तान में सुरक्षा की जिम्मेदारी अफगान पुलिस के जिम्मे की जा रही है। 2014 तक अफगान पुलिस सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी ले लेगी और विदेशी सैनिक टुकड़ियां उनके सहयोगी की भूमिका में होगी। |
मानसून: बारिश सामान्य से चार प्रतिशत अधिक, बिजली गिरने से यूपी में दो की मौत | पूरे देश में मानसून सक्रिय
दिल्ली में गुरुवार को भारी बारिश हुई
सफदरजंग वेधशाला ने 15 मिमी बारिश दर्ज की | मानसून के दो दिन पहले ही पूरे देश में सक्रिय होने से जहां भारत में अभी तक सामान्य से चार प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है वहीं यूपी में बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। राष्ट्रीय राजधानी में बारिश होने से जहां तापमान सामान्य रहा वहीं आर्द्रता का स्तर अधिक (58 से 92 प्रतिशत के बीच) रहा। सड़कों पर जलभराव के कारण लोगों को परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
सफदरजंग वेधशाला ने गुरुवार को 15 मिमी बारिश दर्ज की। असम में बाढ़ की स्थिति अपरिवर्तित रही। लखीमपुर, गोलाघाट, मोरीगांव, बारपेटा, विश्वनाथ और जोरहाट में बाढ़ से 1.11 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने गोलाघाट और जोरहाट जिले में 16 राहत शिविर लगाए हैं जिनमें 2,821 लोगों ने पनाह ली।
मध्य प्रदेश में बुधवार से अभी तक खास बारिश नहीं होने के कारण अब जनजीवन वापस पटरी पर लौटता दिखा। बाजारों में चहलकदमी दिखी, वहीं स्कूल भी खुले। होशंगाबाद जिले के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में बाढ़ संबंधित घटनाओं में अभी तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है । टिप्पणियां
महाराष्ट्र स्थित नासिक में सेना ने 10 घंटे मशक्कत करने के बाद कुंदेवड़ी गांव की निफड तालुका की कडवा नदी के एक द्वीप पर फंसे तीन लोगों को बचाया। यह गांव कडवा नदी के तट पर स्थित है। नासिक में पिछले सप्ताह भारी बारिश होने के कारण नदी और नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सफदरजंग वेधशाला ने गुरुवार को 15 मिमी बारिश दर्ज की। असम में बाढ़ की स्थिति अपरिवर्तित रही। लखीमपुर, गोलाघाट, मोरीगांव, बारपेटा, विश्वनाथ और जोरहाट में बाढ़ से 1.11 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने गोलाघाट और जोरहाट जिले में 16 राहत शिविर लगाए हैं जिनमें 2,821 लोगों ने पनाह ली।
मध्य प्रदेश में बुधवार से अभी तक खास बारिश नहीं होने के कारण अब जनजीवन वापस पटरी पर लौटता दिखा। बाजारों में चहलकदमी दिखी, वहीं स्कूल भी खुले। होशंगाबाद जिले के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में बाढ़ संबंधित घटनाओं में अभी तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है । टिप्पणियां
महाराष्ट्र स्थित नासिक में सेना ने 10 घंटे मशक्कत करने के बाद कुंदेवड़ी गांव की निफड तालुका की कडवा नदी के एक द्वीप पर फंसे तीन लोगों को बचाया। यह गांव कडवा नदी के तट पर स्थित है। नासिक में पिछले सप्ताह भारी बारिश होने के कारण नदी और नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मध्य प्रदेश में बुधवार से अभी तक खास बारिश नहीं होने के कारण अब जनजीवन वापस पटरी पर लौटता दिखा। बाजारों में चहलकदमी दिखी, वहीं स्कूल भी खुले। होशंगाबाद जिले के लिए बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में बाढ़ संबंधित घटनाओं में अभी तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है । टिप्पणियां
महाराष्ट्र स्थित नासिक में सेना ने 10 घंटे मशक्कत करने के बाद कुंदेवड़ी गांव की निफड तालुका की कडवा नदी के एक द्वीप पर फंसे तीन लोगों को बचाया। यह गांव कडवा नदी के तट पर स्थित है। नासिक में पिछले सप्ताह भारी बारिश होने के कारण नदी और नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
महाराष्ट्र स्थित नासिक में सेना ने 10 घंटे मशक्कत करने के बाद कुंदेवड़ी गांव की निफड तालुका की कडवा नदी के एक द्वीप पर फंसे तीन लोगों को बचाया। यह गांव कडवा नदी के तट पर स्थित है। नासिक में पिछले सप्ताह भारी बारिश होने के कारण नदी और नालों में पानी का स्तर बढ़ गया है।(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
'अविश्वास हटे तो पाक के साथ बात करेगा भारत' | भारत ने कहा कि अगर अविश्वास की खाई पाट दी जाती है तो वह चरणबद्ध तरीके से सभी मामलों पर चर्चा करने को तैयार है। | भारत ने पाकिस्तान में उन आशंकाओं को खारिज कर दिया कि जिसमें समझा जा रहा है कि वह दोनों देशों के बीच सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा नहीं करेगा। भारत ने कहा कि अगर अविश्वास की खाई पाट दी जाती है तो वह चरणबद्ध तरीके से सभी मामलों पर चर्चा करने को तैयार है। पाकिस्तानी पत्रकारों के एक समूह से बातचीत करते हुए विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना विकास दोनों देशों की प्रमुख आवश्यकता हैं और विकास के एजेंडों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हमें कुछ मतभेदों को दरकिनार करना चाहिए। उन्होंने कहा, पाकिस्तान में कुछ आशंका हो सकती है कि भारत सभी लंबित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि भारत सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है जो हमारे संबंधों को कठिन बनाता है और हमारे संबंधों में तनाव पैदा करता है। मंत्री ने उन रिपोर्टों का उल्लेख करते हुए ये बातें कहीं जिसमें कहा गया था कि इस साल की पहली तिमाही में पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की प्रस्तावित भारत यात्रा के दौरान भारत दोनों देशों के बीच लंबित सभी मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार नहीं है। |
सुदीप्तो और उसके सहयोगियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया | आज कोर्ट के बाहर प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों पुलिस सुरक्षा का घेरा तोड़ दिया, जिसके चलते पुलिसवालों को उन पर लाठियों का प्रयोग करना पड़ा। | चिट फंड कंपनी के मालिक सुदीप्तो सेन और उसके दो सहयोगियों को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। सुदीप्तो और उसके साथियों को जम्मू−कश्मीर से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर कोलकाता लाया गया था।
उधर, आज कोर्ट के बाहर प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों पुलिस सुरक्षा का घेरा तोड़ दिया, जिसके चलते पुलिसवालों को उन पर लाठियों का प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शकारियों में कांग्रेस कार्यकर्ता और शारदा चिट फंड में निवेश करने वाले लोग शामिल थे।
वैसे, शारदा चिट फंड कंपनी का घपला सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार की नींद उड़ी हुई है। शारदा चिट फंड के मालिक सुदीप्तो सेन के लगाए आरोपों के घेरे में तृणमूल के दो सांसद कुणाल घोष और सृंजॉय बोस भी आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कुछ नेता कुणाल घोष के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में हैं। नेताओं के अलावा चिट्ठी में वकीलों और पत्रकारों के भी नाम इस खत में हैं। इस संकट से उबरने के लिए ममता बुधवार को खुद सामने आईं। उन्होंने फौरन इस घोटाले के शिकार लोगों के लिए 500 करोड़ की राहत का ऐलान कर दिया।
अब इस ऐलान पर भी सवाल उठ रहे हैं। ममता सिगरेट पर टैक्स बढ़ाकर यह पैसा वसूलना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिटफंड के घोटालेबाज अगर पैसा लेकर भाग गए तो उसकी भरपाई आम आदमी के पैसे से क्यों की जाए।
ममता ने कहा, मैं आपसे माफी चाहती हूं कि 500 करोड़ रुपये के इंतजाम के लिए एक जगह से मुझे पैसे जुटाने होंगे, बाकी पैसे दूसरी जगह से ले आएंगे। मैं सिगरेट पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाने जा रही हूं। इससे सिगरेट महंगा होगा, आप थोड़ा ज्यादा सिगरेट पीना, इससे पैसे जल्दी जमा हो जाएंगे।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
उधर, आज कोर्ट के बाहर प्रदर्शनकारियों ने जमकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों पुलिस सुरक्षा का घेरा तोड़ दिया, जिसके चलते पुलिसवालों को उन पर लाठियों का प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शकारियों में कांग्रेस कार्यकर्ता और शारदा चिट फंड में निवेश करने वाले लोग शामिल थे।
वैसे, शारदा चिट फंड कंपनी का घपला सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार की नींद उड़ी हुई है। शारदा चिट फंड के मालिक सुदीप्तो सेन के लगाए आरोपों के घेरे में तृणमूल के दो सांसद कुणाल घोष और सृंजॉय बोस भी आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कुछ नेता कुणाल घोष के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में हैं। नेताओं के अलावा चिट्ठी में वकीलों और पत्रकारों के भी नाम इस खत में हैं। इस संकट से उबरने के लिए ममता बुधवार को खुद सामने आईं। उन्होंने फौरन इस घोटाले के शिकार लोगों के लिए 500 करोड़ की राहत का ऐलान कर दिया।
अब इस ऐलान पर भी सवाल उठ रहे हैं। ममता सिगरेट पर टैक्स बढ़ाकर यह पैसा वसूलना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिटफंड के घोटालेबाज अगर पैसा लेकर भाग गए तो उसकी भरपाई आम आदमी के पैसे से क्यों की जाए।
ममता ने कहा, मैं आपसे माफी चाहती हूं कि 500 करोड़ रुपये के इंतजाम के लिए एक जगह से मुझे पैसे जुटाने होंगे, बाकी पैसे दूसरी जगह से ले आएंगे। मैं सिगरेट पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाने जा रही हूं। इससे सिगरेट महंगा होगा, आप थोड़ा ज्यादा सिगरेट पीना, इससे पैसे जल्दी जमा हो जाएंगे।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
वैसे, शारदा चिट फंड कंपनी का घपला सामने आने के बाद पश्चिम बंगाल सरकार की नींद उड़ी हुई है। शारदा चिट फंड के मालिक सुदीप्तो सेन के लगाए आरोपों के घेरे में तृणमूल के दो सांसद कुणाल घोष और सृंजॉय बोस भी आ रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कुछ नेता कुणाल घोष के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में हैं। नेताओं के अलावा चिट्ठी में वकीलों और पत्रकारों के भी नाम इस खत में हैं। इस संकट से उबरने के लिए ममता बुधवार को खुद सामने आईं। उन्होंने फौरन इस घोटाले के शिकार लोगों के लिए 500 करोड़ की राहत का ऐलान कर दिया।
अब इस ऐलान पर भी सवाल उठ रहे हैं। ममता सिगरेट पर टैक्स बढ़ाकर यह पैसा वसूलना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिटफंड के घोटालेबाज अगर पैसा लेकर भाग गए तो उसकी भरपाई आम आदमी के पैसे से क्यों की जाए।
ममता ने कहा, मैं आपसे माफी चाहती हूं कि 500 करोड़ रुपये के इंतजाम के लिए एक जगह से मुझे पैसे जुटाने होंगे, बाकी पैसे दूसरी जगह से ले आएंगे। मैं सिगरेट पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाने जा रही हूं। इससे सिगरेट महंगा होगा, आप थोड़ा ज्यादा सिगरेट पीना, इससे पैसे जल्दी जमा हो जाएंगे।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के भीतर कुछ नेता कुणाल घोष के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में हैं। नेताओं के अलावा चिट्ठी में वकीलों और पत्रकारों के भी नाम इस खत में हैं। इस संकट से उबरने के लिए ममता बुधवार को खुद सामने आईं। उन्होंने फौरन इस घोटाले के शिकार लोगों के लिए 500 करोड़ की राहत का ऐलान कर दिया।
अब इस ऐलान पर भी सवाल उठ रहे हैं। ममता सिगरेट पर टैक्स बढ़ाकर यह पैसा वसूलना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिटफंड के घोटालेबाज अगर पैसा लेकर भाग गए तो उसकी भरपाई आम आदमी के पैसे से क्यों की जाए।
ममता ने कहा, मैं आपसे माफी चाहती हूं कि 500 करोड़ रुपये के इंतजाम के लिए एक जगह से मुझे पैसे जुटाने होंगे, बाकी पैसे दूसरी जगह से ले आएंगे। मैं सिगरेट पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाने जा रही हूं। इससे सिगरेट महंगा होगा, आप थोड़ा ज्यादा सिगरेट पीना, इससे पैसे जल्दी जमा हो जाएंगे।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
अब इस ऐलान पर भी सवाल उठ रहे हैं। ममता सिगरेट पर टैक्स बढ़ाकर यह पैसा वसूलना चाहती हैं। यह भी कहा जा रहा है कि चिटफंड के घोटालेबाज अगर पैसा लेकर भाग गए तो उसकी भरपाई आम आदमी के पैसे से क्यों की जाए।
ममता ने कहा, मैं आपसे माफी चाहती हूं कि 500 करोड़ रुपये के इंतजाम के लिए एक जगह से मुझे पैसे जुटाने होंगे, बाकी पैसे दूसरी जगह से ले आएंगे। मैं सिगरेट पर 10 फीसदी टैक्स बढ़ाने जा रही हूं। इससे सिगरेट महंगा होगा, आप थोड़ा ज्यादा सिगरेट पीना, इससे पैसे जल्दी जमा हो जाएंगे।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
इस बीच एक पीआइएल पर सुनवाई करते हुए कोलकाता हाइकोर्ट ने शारदा ग्रुप के सारे बैंक खातों को फ्रीज करने के आदेश दिए हैं।
यह भी कहा गया है कि कंपनी देश में कहीं भी अपनी संपत्ति ट्रांसफर नहीं कर सकती।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
इस मामले में हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से भी हलफनामा देने को कहा है। जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस जयमाल्या बागची की बेंच ने कहा है कि इस मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए चूंकि इसका असर पूरे देश में पड़ना है।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
सीबीआई के वकील ने कहा कि वह असम में चिटफंड की जांच कर रहे हैं। अब अगली सुनवाई 3 मई को है।टिप्पणियां
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
उधर, बंगाल में चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और शारदा ग्रुप के चेयरमैन सुदीप्तो सेन के कई और राज सामने आए हैं। सुदीप्तो सेन ने निवेशकों का भरोसा जितने के लिए बाइक एसेंबली की फैक्टरी बना रखी थी, लेकिन इस फैक्टरी से एक भी बाइक तैयार होकर नहीं निकली।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था।
इस बीच आयकर महकमे ने शारदा चिट फंड कंपनी के कामकाज की जांच की बात कही है। शारदा कंपनी के मालिक ने सीबीआई को लिखी अपनी चिटठी में ही कई गड़बड़ियां मानी है। बताया है कि उसने अपने रसोइये को ही निदेशक बना रखा था। |
यूपी चुनाव 2017 : घरवाले शादी करवाना चाहते थे, वह अकेले ही निकल पड़ी नामांकन भरने | वंदना शर्मा फतेहपुर सीकरी से निर्दलीय खड़ी हुई हैं
उन्होंने महिलाओं की शिक्षा और सुरक्षा से जुड़े मुद्दे उठाए हैं
वंदना को सिर्फ अपने भाई का साथ हासिल है | चुनाव के लिए खड़ा होना आसान काम नहीं है, खासतौर पर तब जब आपके सामने उत्तरप्रदेश जैसे विशाल राज्य की नामी और बाहूबली हस्तियां खड़ी हुई हैं जिनके पास पैसा, ताकत और पार्टी काडर सब कुछ है. इसके बावजूद 25 साल की वंदना शर्मा पीछे नहीं हटी और जनवरी की एक सर्द भरी सुबह घर से 10 हज़ार रुपये लेकर निकल पड़ी नामांकन भरने. वंदना ने फतेहपुर सीकरी विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन भरा है. चुनावी हलफनामे में उन्होंने 32 हज़ार रुपये की संपत्ति की घोषणा की है जिसमें से एक तिहाई यानि करीब 10 हज़ार रुपये उन्होंने सेक्योरिटी डिपोज़िट के लिए जमा किये हैं.
वंदना बताती हैं कि चुनाव में खड़े होने के लिए उन्हें अपने परिवार से भी समर्थन हासिल करने में खासा संघर्ष करना पड़ा. वंदना इस वक्त आगरा कॉलेज से आर्ट्स में स्नातक कर रही हैं और उन्होंने NDTV से बातचीत में कहा 'मेरे माता-पिता मेरी शादी करवा देना चाहते हैं लेकिन मैं अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं.' वंदना की लड़ाई सिर्फ अपने घर तक की नहीं है, उनके उठाए गए मुद्दे सीकरी से 40 किलोमीटर दूर उनके गांव से जुड़े हुए हैं. एक किसान की बेटी वंदना बताती हैं 'गांव में कोई सुविधा ही नहीं है. पास में कोई कॉलेज नहीं है. लड़की को बाहर निकलना है तो साथ में कोई लड़का होना चाहिए. छह बजे के बाद तो हम घर से बाहर ही नहीं निकल सकते. 21वीं सदी के भारत में यह सब बदलना होगा.' टिप्पणियां
अपने स्कूटर पर हेलमेट लगाकर गांव गांव घूमकर चुनावी अभियान चला रही वंदना औरतों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बात करती दिखती हैं. वंदना से मिलने के बाद गांव की सरला देवी कहती हैं 'मैं इन्हें ही वोट दूंगी, हमने तो पूरी जिंदगी घर के भीतर बिता दी है, अब हमारी बेटियां बाहर निकलेगीं.' फतेहपुर सीकरी में 11 फरवरी को पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा. हालांकि वंदना इस चुनावी संघर्ष में अकेली ही हैं, सिर्फ उनके छोटे भाई सुशील शर्मा ही उनके साथ खड़े दिखाई देते हैं. सुशील कहते हैं 'शुरू में तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया, किसी ने उससे बात नहीं की, वह अकेले ही नामांकन दाखिल करके आ गई. लेकिन अब जब मैं उसे मेहनत करते हुए देखता हूं तो मैंने सोचा कि मैं भी उसका साथ दूंगा.'
गुरुवार को चुनावी अभियान खत्म हो गया है और वंदना मानती हैं कि यूपी के 403 विधानसभा सीटों में उसको जगह मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. लेकिन वह खुश हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया और वो काम किया जो वो करना चाहती थीं.
वंदना बताती हैं कि चुनाव में खड़े होने के लिए उन्हें अपने परिवार से भी समर्थन हासिल करने में खासा संघर्ष करना पड़ा. वंदना इस वक्त आगरा कॉलेज से आर्ट्स में स्नातक कर रही हैं और उन्होंने NDTV से बातचीत में कहा 'मेरे माता-पिता मेरी शादी करवा देना चाहते हैं लेकिन मैं अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती हूं.' वंदना की लड़ाई सिर्फ अपने घर तक की नहीं है, उनके उठाए गए मुद्दे सीकरी से 40 किलोमीटर दूर उनके गांव से जुड़े हुए हैं. एक किसान की बेटी वंदना बताती हैं 'गांव में कोई सुविधा ही नहीं है. पास में कोई कॉलेज नहीं है. लड़की को बाहर निकलना है तो साथ में कोई लड़का होना चाहिए. छह बजे के बाद तो हम घर से बाहर ही नहीं निकल सकते. 21वीं सदी के भारत में यह सब बदलना होगा.' टिप्पणियां
अपने स्कूटर पर हेलमेट लगाकर गांव गांव घूमकर चुनावी अभियान चला रही वंदना औरतों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बात करती दिखती हैं. वंदना से मिलने के बाद गांव की सरला देवी कहती हैं 'मैं इन्हें ही वोट दूंगी, हमने तो पूरी जिंदगी घर के भीतर बिता दी है, अब हमारी बेटियां बाहर निकलेगीं.' फतेहपुर सीकरी में 11 फरवरी को पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा. हालांकि वंदना इस चुनावी संघर्ष में अकेली ही हैं, सिर्फ उनके छोटे भाई सुशील शर्मा ही उनके साथ खड़े दिखाई देते हैं. सुशील कहते हैं 'शुरू में तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया, किसी ने उससे बात नहीं की, वह अकेले ही नामांकन दाखिल करके आ गई. लेकिन अब जब मैं उसे मेहनत करते हुए देखता हूं तो मैंने सोचा कि मैं भी उसका साथ दूंगा.'
गुरुवार को चुनावी अभियान खत्म हो गया है और वंदना मानती हैं कि यूपी के 403 विधानसभा सीटों में उसको जगह मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. लेकिन वह खुश हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया और वो काम किया जो वो करना चाहती थीं.
अपने स्कूटर पर हेलमेट लगाकर गांव गांव घूमकर चुनावी अभियान चला रही वंदना औरतों की सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बात करती दिखती हैं. वंदना से मिलने के बाद गांव की सरला देवी कहती हैं 'मैं इन्हें ही वोट दूंगी, हमने तो पूरी जिंदगी घर के भीतर बिता दी है, अब हमारी बेटियां बाहर निकलेगीं.' फतेहपुर सीकरी में 11 फरवरी को पहले चरण में ही मतदान हो जाएगा. हालांकि वंदना इस चुनावी संघर्ष में अकेली ही हैं, सिर्फ उनके छोटे भाई सुशील शर्मा ही उनके साथ खड़े दिखाई देते हैं. सुशील कहते हैं 'शुरू में तो किसी ने उसका साथ नहीं दिया, किसी ने उससे बात नहीं की, वह अकेले ही नामांकन दाखिल करके आ गई. लेकिन अब जब मैं उसे मेहनत करते हुए देखता हूं तो मैंने सोचा कि मैं भी उसका साथ दूंगा.'
गुरुवार को चुनावी अभियान खत्म हो गया है और वंदना मानती हैं कि यूपी के 403 विधानसभा सीटों में उसको जगह मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. लेकिन वह खुश हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया और वो काम किया जो वो करना चाहती थीं.
गुरुवार को चुनावी अभियान खत्म हो गया है और वंदना मानती हैं कि यूपी के 403 विधानसभा सीटों में उसको जगह मिलना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. लेकिन वह खुश हैं कि उन्होंने यह कदम उठाया और वो काम किया जो वो करना चाहती थीं. |
जब दिव्यांग दुल्हन को गोद में उठाकर शादी करने पहुंचा डॉक्टर दूल्हा... | दुल्हन की मां का इलाज करने पहुंचे थे डॉक्टर, तभी हुआ प्यार
इस अनोखी शादी में नहीं दिखा कोई तामझाम
कोर्ट में इस जोड़े को आर्शीवाद देने वालों का लगा तांता | दुल्हन मीना ने बताया कि बचपन में ही वह पोलियो की शिकार हो गईं थीं, जिसके चलते उनके दोनों पैर काम नहीं करते हैं. उन्होंने बताया कि पहले तो घर वालों ने सामान्य लड़के से उसकी शादी करानी चाही पर बात नहीं बनी. बाद में कई दिव्यांग लड़के से भी शादी की बात चलाई गई, लेकिन अंजाम तक नहीं पहुंच पाया. पिछले दो-तीन साल से तो उसने मान लिया था कि अब उसकी शादी नहीं होगी.
मां के इलाके बहाने डॉक्टर समीरन से मीना की मुलाकात हुई और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. मीना कहती हैं वह खुशनसीब है कि उन्हें जीवन में समीरन जैसा प्यार करने वाला जीवनसाथी मिला. वहीं समीरन का कहना है कि मीना दिल की बहुत ही अच्छी हैं, उसकी सादगी और सच्चाई उसके दिल को छू गई थी, शायद यही वह वजह थी कि उन्होंने मीना को प्रपोज किया था.
मां के इलाके बहाने डॉक्टर समीरन से मीना की मुलाकात हुई और दोनों एक दूसरे को पसंद करने लगे. मीना कहती हैं वह खुशनसीब है कि उन्हें जीवन में समीरन जैसा प्यार करने वाला जीवनसाथी मिला. वहीं समीरन का कहना है कि मीना दिल की बहुत ही अच्छी हैं, उसकी सादगी और सच्चाई उसके दिल को छू गई थी, शायद यही वह वजह थी कि उन्होंने मीना को प्रपोज किया था. |
दिल्ली : तो नई कार खरीदना और घर के बाहर खड़ी करना, दोनों पड़ेंगे जेब पर भारी | पार्किंग की नई मसौदा नीति को उपराज्यपाल ने दी मंजूरी
एक महीने तक दिल्ली की जनता की प्रतिक्रिया ली जाएगी
नया वाहन खरीदने पर देना होगा पार्किंग का सबूत | अगर दिल्ली सरकार की चली तो जल्द ही राजधानी में नई कार खरीदना और उसे पार्किंग करना, यहां तक कि घर के बाहर भी खड़ी करना आपका महंगा साबित हो होगा. वाहनों की बढ़ती संख्या और पार्किंग के लिए होने वाली परेशानियों को देखते हुए दिल्ली सरकार ने मसौदा पार्किंग नीति बनाई है जिसमें कर एवं शुल्क के माध्यम से कई कार रखने और सड़क किनारे पार्किंग पर रोक लगाने का प्रस्ताव है. महानगर में सीमित पार्किंग स्थान को देखते हुए बेहतर प्रबंधन के लिहाज से यह कदम उठाया गया है.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने व्यापक मसौदा नीति को मंजूरी दे दी है और इसे लोगों से एक महीने तक मिलने वाली प्रतिक्रिया के बाद तैयार किया जाएगा और फिर काम करने योग्य उपाय तय किए जाएंगे.टिप्पणियां
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उपराज्यपाल अनिल बैजल ने व्यापक मसौदा नीति को मंजूरी दे दी है और इसे लोगों से एक महीने तक मिलने वाली प्रतिक्रिया के बाद तैयार किया जाएगा और फिर काम करने योग्य उपाय तय किए जाएंगे.टिप्पणियां
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
मसौदा नीति में कहा गया है, पार्किंग प्रबंधन को मांग प्रबंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाना चाहिए ताकि निजी वाहनों की घटाया जा सके और पार्किंग की मांग को कम किया जा सके और यात्रा को सार्वजनिक परिवहन, अर्द्ध परिवहन और गैर मोटर वाले माध्यमों में परिवतर्ति किया जा सके. इसमें कहा गया है कि दिल्ली में 60 फीसदी यात्राएं छोटी दूरी की होती हैं जिन्हें आसानी से इन वैकल्पिक माध्यमों से पूरा किया जा सकता है.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा.
जानकार बताते हैं कि इस नई नीति से नगर निगम को काफी फायदा होगा क्योंकि, दिल्ली में 80 फीसदी पार्किंग नगर निगम के तहत आती है. नई नीति के तहत नया कारोबारी वाहन पंजीकृत कराते समय आपको पार्किंग का सबूत देना होगा. |
जम्मू-कश्मीर विधानसभा का सत्र आज से शुरू | जम्मू−कश्मीर विधानसभा के नौ दिनों का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इसमें अफजल गुरू की फांसी की सजा को माफ करने के प्रस्ताव पर चर्चा होगी। | जम्मू−कश्मीर विधानसभा के नौ दिनों का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। इसमें संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू की फांसी की सजा को माफ करने के प्रस्ताव पर चर्चा होगी। 28 सितंबर को होने वाली इस चर्चा के दौरान हंगामा होने के आसार हैं। निर्दलीय विधायक शेख अब्दुल राशिद ने अफजल की फांसी की सजा माफ करने का प्रस्ताव रखा है। प्रमुख विपक्षी पार्टी पीडीपी ने पहले ही तय कर दिया है कि वो इस प्रस्ताव का समर्थन करेगी। वहीं बीजेपी विधायक चमनलाल ने स्पीकर को चिट्ठी लिखकर इस प्रस्ताव को सदन में न रखने की मांग की है। प्रस्ताव का भविष्य सत्ताधारी गठबंधन नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के रुख से तय होगा। दोनों ही पार्टियों ने इस प्रस्ताव पर अभी तक अपने पत्ते नहीं खोले हैं। |
बिजनौर : 20 ज्यादा स्कूली बच्चों को डूबने से बचाया | बिजनौर में लोगों ने 20 से ज्यादा स्कूली बच्चों को डूबने से बचाया गया। ये बच्चे तांगे पर सवार होकर नदी पार कर रहे तभी अचानक बाढ़ आ गई। | उत्तर प्रदेश के बिजनौर में लोगों ने 20 से ज्यादा स्कूली बच्चों को डूबने से बचाया गया। ये बच्चे तांगे पर सवार होकर नदी पार कर रहे तभी अचानक बाढ़ आ गई और उनका तांगा पानी के तेज़ बहाव के चलते पलट गया। ये देख स्थानीय लोग फटाफट नदी में कूदे और बच्चों को अपने कंधों पर बिठाकर बाहर निकाला। इस दौरान नदी का पानी लगातार बढ़ता जा रहा था इसलिए बचाव अभियान में लोगों को काफी मुश्किलें आईं। नदी में अचानक बाढ़ आने से 20 गांवों को जोड़ने वाली सड़क का एक बड़ा हिस्सा भी बह गया। |