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इस पाठ का सारांश बनाएं: रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को बताया कि रेलवे सभी सांसदों को एक विशिष्ट पहचान संख्या देगा जिसके माध्यम से वे रेलवे टिकट बुकिंग करा सकेंगे और इससे एक से अधिक टिकटों की बुकिंग में किसी तरह के दुरुपयोग को रोका जा सकेगा.
प्रभु ने प्रश्नकाल में कहा कि संसद सदस्यों द्वारा उनके नाम से कराई जाने वाली मल्टीपल बुकिंग के कुछ मामलों का पता चला है. बहरहाल फर्जी तरीके से बुकिंग का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों को एक विशिष्ट पहचान संख्या दी जाएगी जिसके माध्यम से वे रेलवे टिकट बुकिंग करा सकेंगे और इससे एक से अधिक टिकटों की बुकिंग में किसी तरह के दुरपयोग को रोका जा सकेगा.’’
प्रभु ने कहा कि किसी ने अगर दुरुपयोग करने का प्रयास किया तो सांसद के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आएगा. इससे दुरुपयोग की समस्या समाप्त होगी. दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. एक से अधिक ट्रेन में टिकट बुकिंग कराने के बाद टिकट रद्द कराने पर रद्दीकरण शुल्क लोकसभा सचिवालय द्वारा नहीं बल्कि सांसद द्वारा अपनी जेब से दिये जाने के किसी तरह के विचार के कीर्ति आजाद के सवाल पर प्रभु ने कहा कि इस बारे में सदन जो भी निर्णय लेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि आजाद के प्रश्न के दौरान कई सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कहा, ‘‘कोई मजे के लिए टिकट बुक नहीं करता.’’ प्रभु ने ई-टिकट बुकिंग में अनधिकृत दलालों के रैकेट के सक्रिय होने की बात स्वीकारी और कहा कि मंत्रालय इस पर रोकथाम के प्रभावी कदम उठा रहा है. प्रभु ने कहा कि तकनीक से समाधान खोजे जा रहे हैं लेकिन इससे चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं. हम इसलिए तकनीक को लगातार उन्नत करने के लिए प्रयासरत हैं.टिप्पणियां
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) को हैंडहेल्ड मशीनें दी जा रहीं हैं जिनसे उन्हें ट्रेन में खाली सीटों की मौजूदा स्थिति पता चल सकेगी. यह अभी शुरुआती चरण में है. उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण समस्या है जिसे खत्म करने के लिए क्षमता विस्तार के प्रयास किये जा रहे हैं. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं.
प्रभु ने प्रश्नकाल में कहा कि संसद सदस्यों द्वारा उनके नाम से कराई जाने वाली मल्टीपल बुकिंग के कुछ मामलों का पता चला है. बहरहाल फर्जी तरीके से बुकिंग का कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है. उन्होंने कहा, ‘‘लोकसभा और राज्यसभा के सभी सदस्यों को एक विशिष्ट पहचान संख्या दी जाएगी जिसके माध्यम से वे रेलवे टिकट बुकिंग करा सकेंगे और इससे एक से अधिक टिकटों की बुकिंग में किसी तरह के दुरपयोग को रोका जा सकेगा.’’
प्रभु ने कहा कि किसी ने अगर दुरुपयोग करने का प्रयास किया तो सांसद के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आएगा. इससे दुरुपयोग की समस्या समाप्त होगी. दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. एक से अधिक ट्रेन में टिकट बुकिंग कराने के बाद टिकट रद्द कराने पर रद्दीकरण शुल्क लोकसभा सचिवालय द्वारा नहीं बल्कि सांसद द्वारा अपनी जेब से दिये जाने के किसी तरह के विचार के कीर्ति आजाद के सवाल पर प्रभु ने कहा कि इस बारे में सदन जो भी निर्णय लेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि आजाद के प्रश्न के दौरान कई सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कहा, ‘‘कोई मजे के लिए टिकट बुक नहीं करता.’’ प्रभु ने ई-टिकट बुकिंग में अनधिकृत दलालों के रैकेट के सक्रिय होने की बात स्वीकारी और कहा कि मंत्रालय इस पर रोकथाम के प्रभावी कदम उठा रहा है. प्रभु ने कहा कि तकनीक से समाधान खोजे जा रहे हैं लेकिन इससे चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं. हम इसलिए तकनीक को लगातार उन्नत करने के लिए प्रयासरत हैं.टिप्पणियां
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) को हैंडहेल्ड मशीनें दी जा रहीं हैं जिनसे उन्हें ट्रेन में खाली सीटों की मौजूदा स्थिति पता चल सकेगी. यह अभी शुरुआती चरण में है. उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण समस्या है जिसे खत्म करने के लिए क्षमता विस्तार के प्रयास किये जा रहे हैं. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं.
प्रभु ने कहा कि किसी ने अगर दुरुपयोग करने का प्रयास किया तो सांसद के मोबाइल नंबर पर एक मैसेज आएगा. इससे दुरुपयोग की समस्या समाप्त होगी. दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. एक से अधिक ट्रेन में टिकट बुकिंग कराने के बाद टिकट रद्द कराने पर रद्दीकरण शुल्क लोकसभा सचिवालय द्वारा नहीं बल्कि सांसद द्वारा अपनी जेब से दिये जाने के किसी तरह के विचार के कीर्ति आजाद के सवाल पर प्रभु ने कहा कि इस बारे में सदन जो भी निर्णय लेगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि आजाद के प्रश्न के दौरान कई सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कहा, ‘‘कोई मजे के लिए टिकट बुक नहीं करता.’’ प्रभु ने ई-टिकट बुकिंग में अनधिकृत दलालों के रैकेट के सक्रिय होने की बात स्वीकारी और कहा कि मंत्रालय इस पर रोकथाम के प्रभावी कदम उठा रहा है. प्रभु ने कहा कि तकनीक से समाधान खोजे जा रहे हैं लेकिन इससे चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं. हम इसलिए तकनीक को लगातार उन्नत करने के लिए प्रयासरत हैं.टिप्पणियां
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) को हैंडहेल्ड मशीनें दी जा रहीं हैं जिनसे उन्हें ट्रेन में खाली सीटों की मौजूदा स्थिति पता चल सकेगी. यह अभी शुरुआती चरण में है. उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण समस्या है जिसे खत्म करने के लिए क्षमता विस्तार के प्रयास किये जा रहे हैं. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं.
हालांकि आजाद के प्रश्न के दौरान कई सदस्यों ने विरोध दर्ज कराया. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने भी कहा, ‘‘कोई मजे के लिए टिकट बुक नहीं करता.’’ प्रभु ने ई-टिकट बुकिंग में अनधिकृत दलालों के रैकेट के सक्रिय होने की बात स्वीकारी और कहा कि मंत्रालय इस पर रोकथाम के प्रभावी कदम उठा रहा है. प्रभु ने कहा कि तकनीक से समाधान खोजे जा रहे हैं लेकिन इससे चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं. हम इसलिए तकनीक को लगातार उन्नत करने के लिए प्रयासरत हैं.टिप्पणियां
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) को हैंडहेल्ड मशीनें दी जा रहीं हैं जिनसे उन्हें ट्रेन में खाली सीटों की मौजूदा स्थिति पता चल सकेगी. यह अभी शुरुआती चरण में है. उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण समस्या है जिसे खत्म करने के लिए क्षमता विस्तार के प्रयास किये जा रहे हैं. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं.
उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन टिकट निरीक्षकों (टीटीई) को हैंडहेल्ड मशीनें दी जा रहीं हैं जिनसे उन्हें ट्रेन में खाली सीटों की मौजूदा स्थिति पता चल सकेगी. यह अभी शुरुआती चरण में है. उन्होंने कहा कि ई-टिकटों की मांग और आपूर्ति में अंतर के कारण समस्या है जिसे खत्म करने के लिए क्षमता विस्तार के प्रयास किये जा रहे हैं. दो-तीन साल में यह काम पूरा हो जाएगा.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं.
रेल मंत्री ने अपने लिखित जवाब में बताया कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने के लिए अपने बैंक-क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं करने वालों के लिए पायलट आधार पर ‘कैश ऑन डिलीवरी’ भुगतान गेटवे का अन्य तरीका शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि एंड्रॉयड, आईओएस, विंडोज और ब्लैकबेरी में भी मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किये गये हैं. इन मोबाइल एप्लीकेशनों के जरिये प्रतिदिन औसतन लगभग 30,000 टिकटें बुक की जाती हैं. | संक्षिप्त सारांश: सांसदों के नाम से मल्टीपल बुकिंग के कुछ मामले सामने आए
प्रभु ने ई-टिकट बुकिंग में दलालों के रैकेट की बात स्वीकारी
तकनीक से समाधान खोजे जा रहे हैं, इससे चुनौतियां भी पैदा हो रही हैं | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जहां राज्य में हैट्रिक लगाने की ओर बढ़ रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी बीजेपी ने इस बारे में रुख स्पष्ट नहीं किया कि क्या वह अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे।
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, मोदी भाई हमेशा से बीजेपी में एक महत्वपूर्ण नेता रहे हैं। हमारी पार्टी वंशवाद से नहीं चलती, जिसमें कोई युवराज नेता हो। हम लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं। रविशंकर प्रसाद से सवाल किया गया था कि क्या गुजरात में लगातार तीसरी जीत दिलाने वाले मोदी अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां
उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं।
प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए।
बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा, मोदी भाई हमेशा से बीजेपी में एक महत्वपूर्ण नेता रहे हैं। हमारी पार्टी वंशवाद से नहीं चलती, जिसमें कोई युवराज नेता हो। हम लोकतांत्रिक तरीके से काम करते हैं। रविशंकर प्रसाद से सवाल किया गया था कि क्या गुजरात में लगातार तीसरी जीत दिलाने वाले मोदी अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार हो सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां
उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं।
प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को इस बात का गर्व है कि उसमें प्रधानमंत्री बनने की क्षमता रखने वाले अनेक नेता हैं। उचित समय पर उम्मीदवार को चुना जाएगा। प्रसाद ने कहा कि मोदी राज्य में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपने खिलाफ अनेक अभियानों के खिलाफ लड़ते रहे हैं। टिप्पणियां
उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं।
प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए।
उन्होंने कहा, इस चुनाव की सबसे खास बात यह है कि देश में जहां जाति के नाम पर इतना विभाजन है, वहां एक नेता पूरी जनता की आकांक्षाओं के अनुरुप पहचान बनाते हुए विजेता बनकर उभरा है। रविशंकर प्रसाद ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीजेपी के साथ जटिल रिश्तों के सवाल पर भी सीधा जवाब नहीं दिया। नीतीश हमेशा से राष्ट्रीय स्तर पर मोदी के बढ़ने के खिलाफ रहे हैं।
प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए।
प्रसाद ने कहा, इस मुद्दे (मोदी और नीतीश के) पर अनेक बार चर्चा हुई है। हमारी (बीजेपी और जेडीयू की) जड़ें बहुत मजबूत हैं और हमने अनेक चुनाव मिलकर लड़े हैं। इस बारे में अन्य प्रश्नों को उन्होंने केवल अटकल कहकर खारिज कर दिया। प्रसाद ने कहा, हमें मोदी भाई की तीसरी जीत की खुशियां मनानी चाहिए। | यह एक सारांश है: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी जहां राज्य में हैट्रिक लगाने जा रहे हैं, वहीं उनकी पार्टी बीजेपी ने इस बारे में रुख स्पष्ट नहीं किया कि क्या वह लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। | 16 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: एक प्रदर्शनी मैच के दौरान टेनिस स्टार राफेल नडाल ने उस वक्त सच्ची खेल भावना का परिचय दिया जब उन्होंने एक महिला की मदद के लिए मैच को रोक दिया.दरअसल उस महिला की बच्ची दर्शकों की भीड़ में खो गई थी. ऐसे में नडाल ने मैच रोक दिया ताकि मां अपनी बच्ची को खोज सके. इस घटना से जुड़ा वीडियो अब वायरल हो रहा है.
'द सन' के मुताबिक यह घटना उस वक्त की है जब राफेल नडाल और उनके हमवतन स्पेनिश युवा खिलाड़ी साइमन सोलबास की जोड़ी जॉन मैकनरो और कार्लोस मोया की जोड़ी के खिलाफ डबल्स मैच खेल रही थी. मैच के दौरान राफेल जब सर्विस करने जा रहे थे तो उन्होंने देखा कि एक महिला स्टैंड में अपनी बेटी को पागलों की तरह खोज रही है. उसके बाद वह रुक गए ताकि मां अपनी बच्ची को खोज सके.टिप्पणियां
मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्लारा जोर-जोर से चिल्लाने लगे. इस चक्कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो :
'द सन' के मुताबिक यह घटना उस वक्त की है जब राफेल नडाल और उनके हमवतन स्पेनिश युवा खिलाड़ी साइमन सोलबास की जोड़ी जॉन मैकनरो और कार्लोस मोया की जोड़ी के खिलाफ डबल्स मैच खेल रही थी. मैच के दौरान राफेल जब सर्विस करने जा रहे थे तो उन्होंने देखा कि एक महिला स्टैंड में अपनी बेटी को पागलों की तरह खोज रही है. उसके बाद वह रुक गए ताकि मां अपनी बच्ची को खोज सके.टिप्पणियां
मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्लारा जोर-जोर से चिल्लाने लगे. इस चक्कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो :
मैच रुकने और माजरा समझ में आते ही महिला की मदद के लिए अन्य दर्शक भी उसकी बेटी का नाम क्लारा जोर-जोर से चिल्लाने लगे. इस चक्कर में मैच कुछ क्षणों तक रुका रहा और इसी दौरान मां और बेटी के पुनर्मिलन हुआ और दर्शकों की जोरदार तालियों और उत्साह के बाद मैच सुचारू रूप से आगे बढ़ा. यहां देखिए इस घटना का वीडियो : | संक्षिप्त सारांश: एक प्रदर्शनी मैच के दौरान हुआ वाकया
नडाल ने सच्ची खेल भावना का परिचय दिया
घटना का वीडियो वायरल हो रहा | 0 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: डीएसपी ज़िया उल हक़ को एक गोली लगने के एडीजी अरुण कुमार के बयान को उनकी पत्नी परवीन आज़ाद ने गलत बताया है।
परवीन के मुताबिक उन्होंने ज़िया उल हक के शरीर पर तीन निशान देखे थे और ज़िया उल हक को दो गोली पैर में और एक गोली सीने में लगी थी जबकि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार के मुताबिक ज़िया उल हक़ को सिर्फ एक ही गोली लगी थी।
दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है।
राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
परवीन के मुताबिक उन्होंने ज़िया उल हक के शरीर पर तीन निशान देखे थे और ज़िया उल हक को दो गोली पैर में और एक गोली सीने में लगी थी जबकि यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार के मुताबिक ज़िया उल हक़ को सिर्फ एक ही गोली लगी थी।
दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है।
राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
दूसरी ओर, जिया उल हक के हत्याकांड के मामले में रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का नाम आने के बाद उनकी गिरफ्तारी कराने से कतरा रही उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले की जांच का आदेश केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को देने के बाद अब इससे अपना पल्ला झाड़ लिया है।
राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
राजा भैया की गिरफ्तारी को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है। राजा भैया के खिलाफ सीओ की पत्नी द्वारा हत्या की साजिश का मुकदमा दर्ज कराने के दो दिन बाद भी अब तक न तो उनकी गिरफ्तारी हुई और न ही उनसे पूछताछ की गई।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव से जब मंगलवार को दिल्ली में राजा भैया की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है अब जो करना है वह सीबीआई करेगी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
उधर, कांग्रेस नेता पीएल पुनिया ने कहा कि राजा भैया के दो करीबियों को उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया तो उन्हें क्यों गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। राज्य सरकार राजा भैया को बचा रही है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि अगर पंद्रह दिन के अंदर सारे आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो कांग्रेस कुंडा से लेकर लखनऊ तक न्याय मार्च निकालेगी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि कुंडा क्षेत्र के वलीपुर गांव में शनिवार देर रात दो गुटों के बीच हुई गोलीबारी की घटना में गांव के प्रधान नन्हें सहित दो लोगों की हत्या कर दी गई। घटना को नियंत्रित करने पहुंचे कुंडा के सीओ जिलाउल हक की भी हिंसा के दौरान भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई थी। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: डीएसपी ज़िया उल हक़ को एक गोली लगने के एडीजी अरुण कुमार के बयान को उनकी पत्नी परवीन आज़ाद ने गलत बताया है। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: सुप्रीम कोर्ट के निजता के अधिकार पर दिए गए हालिया फैसले के सरकार के इस निर्देश पर पड़ने वाले असर को लेकर उन्होंने कहा कि पैन को आधार से जोड़ने को आयकर कानून में संशोधन के जरिये अनिवार्य किया गया है. कानून के तहत यह काम जारी रहेगा. इसमें कोई बदलाव नहीं होगा. उन्होंने भरोसा जताया कि आधार कानून अपने डेटा सुरक्षा सेफगार्ड के जरिये निजता के मौलिक अधिकार के तहत खरा उतरेगा.टिप्पणियां
देश में अबतक 9.3 करोड़ से अधिक स्थायी खाता संख्या (पैन) को आधार से जोड़ा गया है. आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. देश में पैनधारकों की संख्या 30 करोड़ है और इस हिसाब से अबतक 30 प्रतिशत पैन को आधार से जोड़ा गया है. करीब तीन करोड़ पैन और आधार को जून और जुलाई में जोड़ा गया. उसने कहा, ‘आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख पांच अगस्त तक आयकर विभाग ने 9.3 करोड़ से अधिक पैन को आधार से जोड़ा.’
वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई
अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है.
देश में अबतक 9.3 करोड़ से अधिक स्थायी खाता संख्या (पैन) को आधार से जोड़ा गया है. आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज यह जानकारी दी. देश में पैनधारकों की संख्या 30 करोड़ है और इस हिसाब से अबतक 30 प्रतिशत पैन को आधार से जोड़ा गया है. करीब तीन करोड़ पैन और आधार को जून और जुलाई में जोड़ा गया. उसने कहा, ‘आयकर रिटर्न भरने की अंतिम तारीख पांच अगस्त तक आयकर विभाग ने 9.3 करोड़ से अधिक पैन को आधार से जोड़ा.’
वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई
अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है.
वीडियो- निजता के अधिकार पर दूसरे दिन भी हुई सुनवाई
अधिकारी के अनुसार यह संख्या आने वाले समय में बढ़ने की संभावना है क्योंकि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) दोनों को जोड़ने की अंतिम समयसीमा बढ़ाकर 31 अगस्त कर दी है. | सारांश: पैन को आधार से लिंक करने की आखिरी तारीख 31 अगस्त ही है
सरकार ने साफ किया है कि वह अब इस समयसीमा को और नहीं बढ़ाएगी
1 जुलाई से IT रिटर्न भरने के लिये पैन-आधार जोड़ने को अनिवार्य किया था | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: फिल्म निर्माता भूषण कुमार (Bhushan Kumar) और कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) के खिलाफ यौन शोषण के आरोप एकदम झूठे निकले हैं. एक महिला ने फिल्म निर्माताओं कृष्ण कुमार और भूषण कुमार के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराने के कुछ घंटे बाद ही इसे वापस ले लिया. महिला ने कहा है कि उसने 'निराशा और अवसाद के कारण उनके खिलाफ झूठे आरोप लगाए.' कृष्ण कुमार ने अम्बोली पुलिस थाने में इस महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ये महिला कृष्णा कुमार को धमकाकर उनसे पैसे की मांग कर रही थी. कृष्ण कुमार को कई कॉल आए लेकिन उन्होंने पहले तो उन्हें नजरअंदाज किया लेकिन बाद में उन्होंने उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी.
कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) ने बताया कि इस महिला ने उन्हें धमकाया कि अगर उसे पैसे नहीं मिले तो वह उनके और उनके भतीजे भूषण कुमार (Bhushan Kumar) के खिलाफ यौन शोषण का मामला दर्ज करवा देगी. 16 जनवरी की दोपहर उस महिला ने कुछ ऐसा ही किया. कृष्णा कुमार ने बताया कि उसी शाम ओशीवारा पुलिस थाने ने उन्हें सूचित किया कि दोनों के खिलाफ उस महिला ने केस वापस ले लिया है.
इस महिला ने अपने बयान में माना है कि भूषण कुमार (Bhushan Kumar) और कृष्ण कुमार (Krishan Kumar) के खिलाफ आरोप झूठे हैं और इन्हें सिर्फ पैसा ऐंठने के उद्देश्य से लगाया गया था. महिला ने कृष्ण कुमार से भी केस वापस लेने के लिए कहा है. इस तरह कृष्ण कुमार के खिलाफ लगे यौन शोषण के आरोप झूठे निकले हैं. | सारांश: भूषण कुमार-कृष्ण कुमार के खिलाफ केस वापस
यौन शोषण के लगाए थे झूठे आरोप
कृष्ण कुमार ने दर्ज कराई शिकायत | 33 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: भगवंत मान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं.कुछ सांसदों ने लोकसभा स्पीकर को चिट्ठी लिखकर आम आदमी पार्टी के सांसद भगवंत मान की नशे की लत छुड़ाने के लिए पुनर्वास केन्द्र भेजने की मांग की है.चिट्ठी लिखने वाले सांसदों में प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेश गिरि और हरिंदर खालसा शामिल हैं.टिप्पणियां
उधर, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ वाले वीडियो मामले की जांच कर रही संसद की जांच समिति के सदस्य एकमत से भगवंत मान के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं.NDTV इंडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी सदस्यों की एकराय है कि भगवंत मान संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ के दोषी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है.
उधर, संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ वाले वीडियो मामले की जांच कर रही संसद की जांच समिति के सदस्य एकमत से भगवंत मान के खिलाफ कार्रवाई चाहते हैं.NDTV इंडिया को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, सभी सदस्यों की एकराय है कि भगवंत मान संसद की सुरक्षा से खिलवाड़ के दोषी हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है.
कुछ सदस्य मानते हैं कि मान इसके प्रति गंभीर नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने स्पीकर से माफी तो मांग ली, लेकिन जांच समिति के सामने पठानकोट का मुद्दा और पीएम को समन करने की बात कर गंदी राजनीति कर रहे हैं.किरीट सोमैया के नेतृत्व में बनी समिति कल उनके खिलाफ कार्रवाई पर फ़ैसला करेगी.सूत्रों के मुताबिक़, सुरक्षा पहलूओं की समीक्षा के लिए समिति और समय मांग सकती है. | सारांश: वीडियो मामले में जांच समिति के सदस्य मान पर कार्रवाई के मामले में एकमत
सुरक्षा से खिलवाड़ की दोषी मानती है समिति
कुछ सदस्यों की राय, मान वीडियो मामले के प्रति गंभीर नहीं | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: बैंकों में जाकर पासबुक अपडेट कराने और पैसा जमा कराने के लिए लगने वाली लंबी कतारें जल्द ही बीते दिनों की बात हो जाएंगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब ग्राहकों को बेहतर एवं आधुनिक सुविधा देने के लिए नवीन तकनीक अपना रहे हैं, जिनमें ग्राहक अपनी पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा खुद दर्ज कर सकते हैं।
बैंक शाखाओं में ऐसी सॉफ्टवेयर वाली कंप्यूटरीकृत मशीनें लग रहीं हैं, जहां ग्राहक खुद पासबुक अपडेट कराने के साथ साथ पैसा जमा करने, निकालने सहित विभिन्न सेवाओं को अपेक्षाकृत थोड़े समय में ही हासिल कर सकते हैं।
बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं।
बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता।
परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंक शाखाओं में ऐसी सॉफ्टवेयर वाली कंप्यूटरीकृत मशीनें लग रहीं हैं, जहां ग्राहक खुद पासबुक अपडेट कराने के साथ साथ पैसा जमा करने, निकालने सहित विभिन्न सेवाओं को अपेक्षाकृत थोड़े समय में ही हासिल कर सकते हैं।
बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं।
बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता।
परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंकों का मानना है कि ऐसी आधुनिक सुविधाओं से जहां एक तरफ ग्राहकों को फायदा मिलेगा, वहीं दूसरी तरफ बैंकों की लागत भी कम होगी। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने इसकी शुरुआत करते हुए दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई तथा अहमदाबाद में ऐसी सुविधाओं वाली कुछ अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। राष्ट्रीय राजधानी में करोलबाग और द्वारका समेत चार स्थानों पर ऐसी शाखाएं खोलीं गई हैं।
बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता।
परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंक ऑफ इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, बैंक ने फिलहाल राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत चारों महानगरों एवं अहमदाबाद में अत्याधुनिक शाखाएं खोली हैं। 'भविष्य की बैंक शाखाएं' नाम की इन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगी हैं, जहां ग्राहक स्वयं पासबुक अपडेट कर सकते हैं। इनमें बैंकिंग कामकाज निपटाने में ज्यादा समय नहीं लगता।
परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
परियोजना के पहले चरण में बैंक ने सितंबर तक देश भर में ऐसी 100 शाखाएं खोलने का लक्ष्य रखा है। वरिष्ठ प्रबंधक स्तर के इस अधिकारी ने यह भी कहा कि आने वाले समय में बैंक के एटीएम के पास ऐसी मशीन लगाई जाएंगी, जिससे ग्राहक जब चाहें अपने अपनी सुविधा से बैंक पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा दर्ज कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने कहा कि जिन शाखाओं में ऐसी मशीनें लगीं हैं और ग्राहकों के लिए बेहतर सुविधायें उपलब्ध कराई गईं हैं, उनमें खाता खोलने की संख्या बढ़ गई है। अधिकारी ने यह भी कहा, इस तरह की मशीनें लगने से बैंकों की लागत भी काफी कम होगी। बैंक को एक कर्मचारी पर औसतन हर महीने 50 हजार रुपये खर्च आता है, जबकि मशीन की लागत 1.5 लाख रुपये तक है और इसके रखरखाव पर 5,000 का मासिक खर्च होगा। ऐसे में मशीन पर सालाना खर्च 2.10 लाख रुपये आएगा, जबकि कर्मचारी पर औसतन 6 लाख रुपये खर्च होता है।टिप्पणियां
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंकिंग ऑनली डॉटकॉम के प्रबंध निदेशक अमित कुमार के अनुसार बैंकों में आने वाली कुल शिकायतों में 40 प्रतिशत पासबुक अपडेट नहीं होने या स्टेटमेंट से जुड़ी होती हैं। ऐसे में इस प्रकार की तकनीक से इस प्रकार की शिकायतें कम होंगी।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे।
बैंक शाखाओं को आधुनिक रूप दिए जाने के मामले में बैंक अधिकारी ने बताया कि इसके तहत कर्मचारियों की बैठने की जगह 80 प्रतिशत से घटाकर 20 से 40 प्रतिशत तक कर दी गई है, जबकि ग्राहकों के लिए स्थान मौजूदा 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 60 से 80 प्रतिशत तक किया गया है। इससे ग्राहकों को शाखा में आने और बैठने की पूरी व्यवस्था होगी तथा उन्हें अपना काम करवाने में आसानी महसूस होगी। इसके अलावा इस प्रकार की शाखाओं में कतार प्रबंधन प्रणाली भी अपनाई गई है, ताकि किसी भी ग्राहक को अपने काम में ज्यादा वक्त नहीं लगे। | सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक अब ग्राहकों को बेहतर एवं आधुनिक सुविधा देने के लिए नवीन तकनीक अपना रहे हैं, जिनमें ग्राहक अपनी पासबुक में लेनदेन का पूरा ब्यौरा खुद दर्ज कर सकते हैं। | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पाकिस्तान में विवादित बयान देने वाले एक नेता की हर तरफ आलोचना हो रही है. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि अमीरों की सेवा के लिए ही गरीब पैदा होते हैं.
समाचार पत्र डॉन की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ पीएमएल-नवाज पार्टी के सीनेटर सरदार मोहम्मद याकूब खान नासर ने गुरुवार को सीनेट कमेटी की एक बैठक के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. यह विवादित बयान तब सामने आया, जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने एक चर्चा शुरू की कि किस प्रकार सत्तारूढ़ लोगों की संपत्ति बढ़ती जा रही है और अमीरों के हितों में फैसले लिए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए."
हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां
लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
समाचार पत्र डॉन की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्तारूढ़ पीएमएल-नवाज पार्टी के सीनेटर सरदार मोहम्मद याकूब खान नासर ने गुरुवार को सीनेट कमेटी की एक बैठक के दौरान यह विवादित टिप्पणी की. यह विवादित बयान तब सामने आया, जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने एक चर्चा शुरू की कि किस प्रकार सत्तारूढ़ लोगों की संपत्ति बढ़ती जा रही है और अमीरों के हितों में फैसले लिए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए."
हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां
लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, "देश के गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा." इसके बाद नासर ने कहा कि अगर हर कोई अमीर हो जाएगा, तो अनाज उगाने और मजदूरी करने के लिए कोई नहीं बचेगा. उन्होंने कहा, "यह खुदा निर्मित प्रणाली है और उन्होंने कुछ लोगों को गरीब तो कुछ को अमीर बनाया है. हमें इस तंत्र में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए."
हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां
लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हैदर ने पलटवार करते हुए कहा कि सामाजिक-आर्थिक वर्ग लोगों का बनाया हुआ है और खुदा का इससे कोई लेना-देना नहीं है. एक अन्य सीनेटर मोहम्मद उस्मान खान काकर ने कहा कि खुदा ने सभी लोगों को एक समान बनाया और गरीब लोग अमीरों की सेवा करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं. टिप्पणियां
लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लेकिन नासर को यह बात समझ में नहीं आई और उन्होंने कहा, "एक समय चीन में सबको एक समान समझा जाता था, जो नहीं चल पाया." उन्होंने कहा, "जो लोग शिक्षा नहीं प्राप्त कर सकते और ज्यादा से ज्यादा नहीं कमा सकते, उन्हें नौकरशाहों-सा जीवन जीने का कोई अधिकार नहीं है."(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त सारांश: 'गरीबों को उनके भविष्य का फैसला करने का अधिकार कभी नहीं मिलेगा'
'शिक्षा नहीं पा सकने वालों को नौकरशाहों-सा जीवन जीने का अधिकार नहीं
हर कोई अमीर हो जाएगा, तो खेती और मजदूरी के लिए कोई नहीं बचेगा | 0 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कोयला आवंटन पर जारी विवाद के बीच सीबीआई ने पांच कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज किया है। सीबीआई इस मामले में देश के 10 शहरों के 30 ठिकानों पर छापेमारी की, जिन शहरों में छापेमारी की जा रही है, उनमें दिल्ली, कोलकाता, पटना, मुंबई, धनबाद, नागपुर और हैदराबाद शामिल हैं।टिप्पणियां
जिन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, वे हैं, जेएएस इंफ्रास्ट्रकचर, एएमआर, जेएलडी यवतमाल, विनी आयरन और नवभारत पावर।
गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
जिन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, वे हैं, जेएएस इंफ्रास्ट्रकचर, एएमआर, जेएलडी यवतमाल, विनी आयरन और नवभारत पावर।
गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया।
गौरतलब है कि सीबीआई ने कंपनियों और अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने आवंटन के वक्त फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। | यह एक सारांश है: सीबीआई इस मामले में देश के 10 शहरों के 30 ठिकानों पर छापेमारी की है। इन शहरों में दिल्ली, कोलकाता, पटना, मुंबई, धनबाद, नागपुर और हैदराबाद शामिल हैं। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: जाक कैलिस के अर्द्धशतक और इकबाल अब्दुल्ला की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स ने इंडियन प्रीमियर लीग में खाता खोलते हुए डेक्कन चार्जर्स को नौ रन से हराया। पहले मैच में मौजूदा चैम्पियन चेन्नई सुपर किंग्स से सिर्फ दो रन से हारे शाहरुख खान के नाइट राइडर्स ने बेहतर खेल दिखाया। शानदार फार्म में चल रहे कैलिस के 53 रन के दम पर पहले उन्होंने चार विकेट पर 163 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया। इसके बाद पूर्व चैम्पियन डेक्कन को आठ विकेट पर 154 रन पर ही रोक दिया। तेज गेंदबाज अब्दुल्ला ने चार ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट लिए जबकि जयदेव उनादकट और रजत भाटिया को दो-दो विकेट मिले। पहले बल्लेबाजी करने वाले नाइट राइडर्स को कैलिस और मानविंदर बिस्ला से अच्छी शुरुआत मिली। दोनों ने 51 रन की साझेदारी की। कैलिस ने 45 गेंद में 53 रन बनाए जबकि बिस्ला ने 19 रन की पारी खेली। कैलिस ने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का जड़कर लगातार दूसरा अर्द्धशतक पूरा किया। इसके बाद मनोज तिवारी ने 21 गेंद में दो चौकों और दो छक्कों की सहायता से नाबाद 30 रन बनाए। नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर (18 गेंद में 29 रन) ने भी उपयोगी पारी खेली जबकि युसूफ पठान ने 15 गेंद में 22 रन जोड़े। केकेआर ने आखिरी पांच ओवर में 45 रन बनाए। डेक्कन चार्जर्स के लिए लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने 19 रन देकर चार विकेट लिए। पूर्व भारतीय कप्तान और प्रिंस ऑफ कोलकाता सौरव गांगुली के बिना पहली बार खेल रहे नाइट राइडर्स को हालांकि मैदान पर उतने दर्शक नहीं मिले जितने पहले तीन सत्र में मिले थे। | संक्षिप्त पाठ: कैलिस के अर्द्धशतक और अब्दुल्ला की अगुवाई में शानदार गेंदबाजी की बदौलत कोलकाता नाइट राइडर्स ने डेक्कन चार्जर्स को नौ रन से हराया। | 22 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इस्रायल के दक्षिणी शहर बीरशीबा में मिसाइल हमले के बाद पिछले दो सालों में पहली बार इस्रायली जेट विमानों ने गाजा पट्टी में रातभर बमबारी की। समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक तेल अवीव में एक सैन्य प्रवक्ता ने बताया कि गुरुवार को मध्यरात्रि में बमबारी शुरू हुई थी जो सुबह पांच बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार 03.00 बजे) तक चली। प्रवक्ता ने बम हमलों की संख्या नहीं बताई लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि 2008-09 के तीन सप्ताह तक चले गाजा युद्ध के बाद से यह सबसे व्यापक बमबारी थी। एक फिलीस्तीनी प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक कसाम ब्रिगेड्स के दो अभ्यास मैदानों, गाज से चलने वाले इस्लामी हमास आंदोलन की सैन्य शाखा को निशाना बनाकर ये बम हमले किए गए। बम हमलों में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन इससे काफी नुकसान हुआ है। बुधवार को रूसी शैली के एक ग्रैड रॉकेट से बीरशीबा में हमला हुआ था। इस शहर में करीब 200,000 लोग रहते हैं। यह मिसाइल एक घर के अहाते में जाकर लगी थी। शहर में चेतावनी के लिए एक सायरन बजने के बाद उस घर में रहने वाले लोग एक सुरक्षित कमरे में चले गए थे। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले के लिए कौन जिम्मेदार था। गाजा की 18 लाख लोगों की आबादी मध्यरात्रि में उस समय नींद से जाग उठी जब उसने आकाश में उड़ते एफ-16 विमानों और अपाचे हेलीकॉप्टर जंगी जहाजों का शोर सुना। गाजा में कई हिंसक घटनाएं होने के एक दिन बाद बीरशीबा में मिसाइल हमला हुआ है। इन हिंसक घटनाओं में पूर्वी गाजा सिटी में इस्रायली सेना और इस्लामी जिहाद आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ भी शामिल है। इस मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया था और 11 लोग घायल हुए थे। | इस्रायल के दक्षिणी शहर बीरशीबा में मिसाइल हमले के बाद पिछले दो सालों में पहली बार इस्रायली जेट विमानों ने गाजा पट्टी में रातभर बमबारी की। | 28 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: विगत दो-ढाई वर्ष के दौरान @UPGovt ने 75,000 से भी अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की है। लगभग 50,000 से अधिक पुलिसकर्मियों की निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया अभी भी चल रही है, लेकिन कोई भी यह नहीं कह सकता कि पुलिस भर्ती के नाम पर किसी ने उससे पैसे मांगे हैं : #UPCM श्री @myogiadityanath
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार पुलिस विभाग को हाईटेक बनाने का प्रयास कर रही है. उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के निस्तारण व लोगों में विश्वास पैदा करने के लिए पुलिस को अभी और भी बदलाव लाने की जरूरत है. हम जनता की सुरक्षा व सुविधा के लिए बेहतर प्रयास कर सकते हैं. पुलिस की छवि में काफी बदलाव आया है, लेकिन जिनका दृष्टिकोण ही सीमित है, उन्हें यह नहीं दिखता.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करके यूपी पुलिस पहले से बेहतर ढंग से कार्य कर रही है. कुंभ मेला हो, प्रवासी भारतीय सम्मेलन हो या लोकसभा के चुनाव सब शांतिपूर्ण ढंग से पूरे हुए हैं. इन आयोजनों में पुलिस की भूमिका को देश और दुनिया मे सराहा गया. हमें ऐसी पुलिस की ही जरूरत है.
आधुनिक संसाधनों का इस्तेमाल करके यूपी पुलिस पहले से बेहतर ढंग से कार्य कर रही है। कुंभ मेला हो, प्रवासी भारतीय सम्मेलन हो या लोकसभा के चुनाव सब शांतिपूर्ण ढंग से पूरे हुए हैं। इन आयोजनों में पुलिस की भूमिका को देश और दुनिया मे सराहा गया। हमें ऐसी पुलिस की ही जरूरत है : #UPCM
उन्होंने कहा कि हमें पुलिस के उस चेहरे को बदलना है, जो अंग्रेजों से हमें विरासत में मिला है. आज पब्लिक फ्रेंडली पुलिस की आवश्यकता है. जिससे अपराधी, समाज विरोधी और राष्ट्र विरोधी तत्व तो भय खाएं, लेकिन आमजन के मन में श्रद्धा एवं सम्मान का भाव जागृत हो. | यह एक सारांश है: यूपी पुलिस में 50,000 से अधिक भर्तियां होगी.
यूपी सीएम ने खुद इसका ऐलान किया है.
यूपी सरकार ने 75,000 से भी अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की है. | 24 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका के कंसास के एक बार में भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की हत्या करने वाले तथा दो अन्य को जख्मी करने के मुख्य आरोपी एडम प्यूरिंटन को घृणित अपराध और हथियार रखने को लेकर अभ्यारोपित किया गया है.
संघीय ग्रैंड जूरी ने कंसास में ऑलथे के 51 वर्षीय प्यूरिंटन को कल अभ्यरोपित किया. उस पर 22 फरवरी को शहर के एक बार में गोलीबारी करने का आरोप है.
न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां
चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए.
संघीय ग्रैंड जूरी ने कंसास में ऑलथे के 51 वर्षीय प्यूरिंटन को कल अभ्यरोपित किया. उस पर 22 फरवरी को शहर के एक बार में गोलीबारी करने का आरोप है.
न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां
चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए.
न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है, जिसने प्यूरिंटन पर गोलीबारी करने तथा नस्ल, रंग, धर्म और देश के आधार पर कुचिभोटला की हत्या करने तथा एक अन्य भारतीय अलोक मदासानी की हत्या की कोशिश का आरोप लगाया है.टिप्पणियां
चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए.
चश्मदीदों ने कहा कि प्यूरिंटन पहले दो भारतीयों पर चिल्लाया कि उसके देश से दफा हो जाओ और फिर उनपर हमला कर दिया. बीते 24 वर्षीय अमेरिकी इयान ग्रिलॉट गोलीबारी में हस्तक्षेप करने की कोशिश में जख्मी हो गया था.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए.
प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्यूरिंटन को अधिकम मौत या उम्र कैद की सजा हो सकती है. न्याय विभाग बाद की तारीख पर यह तय करेगा क्या इस ममाले में मौत की सजा मांगनी चाहिए. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मुख्य आरोपी एडम प्यूरिंटन पर घृणित अपराध का केस लगाया गया
स पर 22 फरवरी को शहर के एक बार में गोलीबारी करने का आरोप है.
न्याय विभाग ने अभ्यारोपण का ऐलान किया है | 25 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में चीन का विदेश व्यापार (निर्यात-आयात) 3,310 अरब डॉलर हो गया, जो 23.6 प्रतिशत वृद्धि दिखाता है। इस तरह से चीन का विदेश व्यापार इस साल नई ऊंचाई की ओर बढ़ रहा है। सीमा शुल्क प्रशासन (जीएसी) के आंकड़ों के अनुसार 2010 के पूरे साल में यह आंकड़ा 2970 अरब डॉलर रहा था। इस हिसाब से चीन का विदेश व्यापार पहले 11 महीने में ही पूरे साल से अधिक हो चुका है। जीएसी का कहना है कि विदेशी मांग में कमी तथा घरेलू अर्थव्यवस्था में नरमी के कारण नवंबर माह में व्यापार में वृद्धि दर अक्टूबर की तुलना में चार प्रतिशत कम रही। नवंबर में व्यापार 17.6 प्रतिशत बढ़कर लगभग 334 अरब डॉलर रहा। इस दौरान आयात 22.1 प्रतिशत बढ़कर 159.94 अरब डॉलर तथा निर्यात 13.8 प्रतिशत बढ़कर 174.46 अरब डॉलर रहा। आलोच्य महीने में व्यापार अधिशेष पिछले साल की तुलना में 34.9 प्रतिशत घटकर 14.52 अरब डॉलर रहा। 'शिन्हुआ' संवाद समिति के अनुसार साल के पहले 11 महीने में व्यापार अधिशेष पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 18.2 प्रतिशत घटकर 138.4 अरब डॉलर रहा। | यहाँ एक सारांश है:मौजूदा वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में चीन का विदेश व्यापार (निर्यात-आयात) 3,310 अरब डॉलर हो गया, जो 23.6 प्रतिशत वृद्धि दिखाता है। | 15 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Motorola One Action स्मार्टफोन को GeekBench पर लिस्ट किया गया है। लिस्टिंग से इस स्मार्टफोन में कुछ अहम स्पेसिफिकेशन सार्वजनिक हो गए हैं। संभवतः यह इशारा है कि मोटोरोला वन एक्शन लॉन्च से बहुत दूर नहीं है। फोन को लेटेस्ट एंड्रॉयड पाई सॉफ्टवेयर और 4 जीबी रैम के साथ लिस्ट किया गया है। फोन के बारे में पहले जानकारी नामी टिप्सटर इवान ब्लास द्वारा दी गई थी। Motorola ने हाल ही में Motorola One Vision स्मार्टफोन को लॉन्च किया था। ऐसा लगता है कि कंपनी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने वाली है।
GeekBench की लिस्टिंग के मुताबिक, Motorola One Action में सैमसंग एक्सीनॉस 9609 प्रोसेसर के साथ 4 जीबी रैम दिए गए हैं। ये हार्डवेयर Motorola One Vision फोन का भी हिस्सा हैं। लिस्टिंग से खुलासा हुआ है कि फोन में सिंगल कोर टेस्ट में 1601 और मल्टी कोर टेस्ट में 5377 स्कोर पाया।
इन दो फीचर के अलावा Motorola One Action के बाकी स्पेसिफिकेशन अभी रहस्य हैं। अगर इस फोन के नाम पर गौर किया जाए तो ऐसा प्रतीत होता है कि यह फोन अपने कैमरा फीचर के लिए जाना जाएगा। इसमें तीन या चार रियर कैमरे हो सकते हैं। ऐसी जानकारी पहले सामने आई थी। दूसरी तरफ, एक्शन रगेड फोन की ओर इशारा करता है।
Motorola One Vision को इस महीने ही ब्राज़ील में लॉन्च किया गया था। यह होल-पंच डिस्प्ले, डुअल रियर कैमरा सेटअप, रियर फिंगरप्रिंट सेंसर, 21:9 डिस्प्ले के साथ आता है। अन्य स्पेसिफिकेशन की बात करें तो मोटोरोला के इस फोन में 48 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा और 25 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है। इसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइज़ेशन जैसा कैमरा फीचर है। | संक्षिप्त सारांश: मोटोरोला वन एक्शन में हो सकता है एंड्रॉयड पाई
Motorola One Action के ज़्यादातर स्पेसिफिकेशन अभी रहस्य हैं
Motorola One Vision को इस महीने ही ब्राज़ील में लॉन्च किया गया था | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: लिएंडर पेस और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें रविवार को यहां विम्बलडन टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल के फाइनल में माइक ब्रायन और लिसा रेमंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा।
भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी।
हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था।
पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
भारत और रूस की चौथी वरीय जोड़ी को खिताबी मुकाबले में अमेरिकी की दूसरी वरीय जोड़ी के हाथों दो घंटे और चार मिनट में 3-6, 7-5, 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी।
इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी।
हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था।
पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
इस साल यह दूसरा मौका है जब इस जोड़ी को ग्रैंडस्लैम फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी है। भारत और रूस की यह जोड़ी इससे पहले जनवरी में ऑस्ट्रेलियाई ओपन के फाइनल में भी बेथानी माटेक सैंड्स और होरिया तिकाउ से हार गई थी।
हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था।
पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
हार के बावजूद विम्बलडन से पहले यह पेस का जानदार प्रदर्शन रहा जबकि टूर्नामेंट से पहले उन्हें ओलिंपिक के लिए चयन विवाद से गुजरना पड़ा था।
पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
पेस को कम रैंकिंग वाले विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने के लिए बाध्य होना पड़ा जब महेश भूपति और रोहन बोपन्ना ने उनके साथ खेलने से इनकार कर दिया। पेस ने मिश्रित युगल के लिए सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई है।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
सानिया ने हालांकि पेस के साथ खेलने से इनकार नहीं किया लेकिन उन्होंने साफ कर दिया था कि उनकी प्राथमिकता भूपति हैं जिनके साथ उन्होंने दो ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं। पेस ने भारत की ओर से सर्वाधिक 13 ग्रैंडस्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से छह मिश्रित युगल में हैं।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
फाइनल में वेस्नीना ने शानदार सर्विस की जबकि पेस ने भी जोरदार खेल दिखाया लेकिन माइक और रेमंड की मजबूत जोड़ी के आगे गलती की गुंजाइश काफी कम थी।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
पेस और वेस्नीना को पहले सेट के पांचवें गेम में मैच का पहला ब्रेकप्वाइंट मिला लेकिन यह जोड़ी इसका फायदा नहीं उठा सकी।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
पेस ने इसके बाद अगले गेम में अपनी सर्विस गंवा दी। इस स्टार भारतीय ने ऐस के साथ पहला ब्रेक प्वाइंट बचाया लेकिन माइक को दूसरा ब्रेक प्वाइंट जीतने से नहीं रोक पाया। इस ब्रेक प्वाइंट से पेस और वेस्नीना की जोड़ी 2-5 से पिछड़ गई और माइक ने नौवें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए पहला सेट अपने नाम कर लिया। भारत और रूस की जोड़ी ने हालांकि इस दौरान तीन सेट प्वाइंट भी बचाए।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
दूसरे सेट की शुरुआत में भी विरोधी जोड़ी ने पेस और वेस्नीना की कड़ी परीक्षा ली। अमेरिकी जोड़ी ने तीसरे गेम में भारत और रूस की जोड़ी की सर्विस तोड़ी और फिर 3-1 की बढ़त बना ली।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
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पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
अमेरिकी जोड़ी ने इसके बाद दबदबा बनाने की कोशिश की लेकिन पेस और वेस्नीना ने हार नहीं मानी। भारत और रूस की जोड़ी ने 10वें गेम में मैच प्वाइंट बचाया और फिर माइक की सर्विस तोड़कर स्कोर 5-5 से बराबर कर दिया। वेस्नीना ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए स्कोर 6- 5 किया और फिर रेमंड की सर्विस तोड़कर मुकाबले को तीसरे और निर्णायक सेट तक खींच दिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
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पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
सर्विस को लेकर हालांकि पेस का संघर्ष जारी रहा। उन्होंने तीसरे सेट के पहले गेम में ही अपनी सर्विस गंवा दी। माइक ने इसके बाद स्कोर 2-0 किया। भारत और रूस की जोड़ी ने चौथे गेम में रेमंड की सर्विस तोड़कर स्कोर 2- 2 से बराबर कर दिया।टिप्पणियां
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
दोनों जोड़ियों पर इसके बाद दबाव का असर साफ दिखने लगा। वेस्नीना ने सातवें गेम में अपनी सर्विस गंवाई जिसके बाद रेमंड ने अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए अपनी टीम को जीत से एक गेम की दूरी पर पहुंचा दिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया।
पेस नौवें गेम में अपनी सर्विस बचाने में सफल रहे लेकिन माइक ने अगले गेम में अपनी सर्विस बरकरार रखते हुए सेट और मैच अपने नाम कर लिया। | यहाँ एक सारांश है:लिएंडर पेस और एलेना वेस्नीना की जोड़ी को अपने पहले ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए और इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि उन्हें रविवार को यहां विम्बलडन टेनिस प्रतियोगिता के मिश्रित युगल के फाइनल में माइक ब्रायन और लिसा रेमंड के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा। | 4 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूपी के गोंडा जिले के देवली भटपुरवा गांव में एक दर्दनाक घटना हुई है, जहां एक महिला ने अपनी पांच बेटियों के साथ खुद को आग लगाकार आत्महत्या कर ली।टिप्पणियां
बताया जा रहा है कि महिला का पति सिर्फ बेटियों के जन्म को लेकर अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इसी बात से तंग आकर उसने खुद पर और अपनी बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली।
इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि महिला का पति सिर्फ बेटियों के जन्म को लेकर अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इसी बात से तंग आकर उसने खुद पर और अपनी बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली।
इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई।
इस हादसे में लोध की पत्नी प्रेमा देवी (38) तथा उसकी पांच बेटियों सुधा (12), रेखा (10), निशा (सात), रूपा (पांच) तथा शिखा (तीन) की झुलसकर मौके पर ही मौत हो गई। | यहाँ एक सारांश है:बताया जा रहा है कि महिला का पति सिर्फ बेटियों के जन्म को लेकर अक्सर पत्नी से झगड़ता था। इसी बात से तंग आकर उसने खुद पर और अपनी बेटियों पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा ली। | 12 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार में रविवार को आंधी-तूफान और बिजली गिरने से जुड़ी घटनाओं में तीन बच्चों सहित सात लोगों की मौत हो गयी तथा चार अन्य व्यक्ति जख्मी हो गए. राज्य में भागलपुर जिले के नौगछिया अनुमंडल अंतर्गत गोपालपुर थाना क्षेत्र में एक घर पर बिजली गिरने से एक महिला और उसके एक वर्षीय पुत्र की मौत हो गयी. गोपालपुर थाना प्रभारी शिव यादव ने बताया कि सखतिया बाजार के वार्ड-1 में स्थित एक मकान परबिजली गिरने से गूलो देवी (30) और उसके एक साल के एक पुत्र की मौत हो गयी. सीतामढ़ी जिले के बथनाहा थाना क्षेत्र में अलग-अलग गांवों में आज बिजली गिरने की घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गयी.
बथनाहा थाना प्रभारी एसके शर्मा ने बताया कि मृतकों में शिवजी पंडित (45) और संजय राम (35) शामिल हैं.
वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां
कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बथनाहा थाना प्रभारी एसके शर्मा ने बताया कि मृतकों में शिवजी पंडित (45) और संजय राम (35) शामिल हैं.
वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां
कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वहीं, भागलपुर जिले के रंगरा थाना अंतर्गत कतिरिया बाजार स्थित एक फूंस के घर के आंधी-तूफान के कारण उड़ जाने से जूली देवी नाम की 22 वर्षीय महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया. टिप्पणियां
कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कटिहार जिले के फलका थाना प्रभारी रंजीत चौधरी ने बताया कि महेशपुर गांव निवासी बाडो मंडल का घर गिजली गिरने के कारण क्षतिग्रस्त हो जाने और आग लग जाने से उसके तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत हो गयी तथा उसकी पत्नी जानकी देवी और एक वर्षीय पुत्री झुलस गयी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: भागलपुर में बिजली गिरने से एक महिला और उसके एक वर्षीय बेटी की मौत
रंगरा थाना क्षेत्र में महिला और उसका नवजात पुत्र बुरी तरह जख्मी हो गया
कटिहार जिले में आग लग जाने से बाडो मंडल के तीन साल के पुत्र विक्रम की मौत | 9 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: केरल की सीमा से लगे तमिलनाडु के थेनी जिले में सैकड़ों ग्रामीणों ने मुल्लापेरियार बांध को लेकर बढ़ते विवाद के बीच पड़ोसी राज्य में कुमिली में तमिलों पर कथित हमलों के खिलाफ मार्च निकाला, जिसके बाद सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। तमिलनाडु के थेनी जिले के लोअर कैंप गांव में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। सीमा के दोनों ओर अधिकारियों ने अप्रिय घटना होने से रोकी हालांकि उन्हें मार्च की जानकारी नहीं थी क्योंकि 20 से ज्यादा गांवों के प्रदर्शनकारी यहां से 48 किलोमीटर दूर लोअर कैंप में तड़के ही इकट्ठा होना शुरू हो गये थे। मुख्यमंत्री जयललिता ने केरल की जनता तक अपना संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जो 116 साल पुराने मुल्लापेरियार बांध की जगह नया बांध बनाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रमुख अखबारों में पूरे पन्ने के विज्ञापनों में कहा कि इस बात को मानने की कोई जायज वजह नहीं है कि बांध असुरक्षित है। जयललिता की कोशिश पर केरल के मंत्रियों और राजनेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। हालांकि केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने इसे कमतर आंकते हुए कहा, मैं इसे केवल उनकी अभिव्यक्ति की आजादी के तौर पर देखता हूं। | केरल सीमा से लगे तमिलनाडु के थेनी जिले में सैकड़ों ग्रामीणों ने पड़ोसी राज्य में कुमिली में तमिलों पर कथित हमलों के खिलाफ मार्च निकाला। | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: ऊंचे राजकोषीय घाटे के बीच वित्त मंत्रालय ने मंत्रालयों से कहा है कि वे कुल मिलाकर बजटीय आवंटन से अधिक धन नहीं मांगें।
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार की वित्तीय हालत के मद्देनजर हाल ही में विभिन्न मंत्रालयों के वित्तीय सलाहकारों के साथ बैठक में कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में आवंटन में 'किसी बड़ी वृद्धि' की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है।
राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार की वित्तीय हालत के मद्देनजर हाल ही में विभिन्न मंत्रालयों के वित्तीय सलाहकारों के साथ बैठक में कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में आवंटन में 'किसी बड़ी वृद्धि' की अपेक्षा नहीं करनी चाहिए।
आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है।
राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
आमतौर पर मंत्रालयों से मिली जानकारी के आधार पर वित्तमंत्रालय अनुपूरक अनुदान मांगों के जरिये संसद से बजटीय आवंटन बढ़ाने की मंजूरी लेता है।
राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
राजकोषीय घाटा 2012-13 के पहले चार महीने में बजटीय अनुमान का 51.5 प्रतिशत (2.64 लाख करोड़ रुपये) रहा और इस पर काबू पाने के लिए ही ये निर्देश दिए गए हैं।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
सरकार ने राजकोषीय घाटे को मौजूदा वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 5.1 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है जो एक साल पहले 5.8 प्रतिशत था। टिप्पणियां
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
सूत्रों के अनुसार चिदंबरम ने मंत्रालयों से नई केंद्र प्रायोजित योजनाएं (सीएसएस) भी तैयार करने को कहा है। इस तरह की कुल 147 योजनाओं में लगभग 100 में सालाना योजना परिव्यय 300 करोड़ रुपये या कम है। मंत्री ने कहा कि इस तरह की योजनाओं में मामूली परिव्यय (लगभग 50-55 लाख रुपये प्रति जिले) से विकास प्रक्रिया पर कोई बड़ा आसर पड़ने की संभावना नहीं है।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें।
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्रालय ने 31 मई को सभी मंत्रालयों तथा विभागों से कहा था कि वे मौजूदा वित्त वर्ष में गैर-योजना परिव्यय में दस प्रतिशत की कमी करें। | ऊंचे राजकोषीय घाटे के बीच वित्त मंत्रालय ने मंत्रालयों से कहा है कि वे कुल मिलाकर बजटीय आवंटन से अधिक धन नहीं मांगें। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भाजपा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने पुणे नगर निगम के परिसर में उस समय जमकर हंगामा किया जब नगर के सांसद और राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में आरोपी सुरेश कलमाडी ने निगम के मुख्यालय का दौरा किया।
कलमाडी अभी जमानत पर हैं। भाजपा और मनसे कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराए और कलमाड़ी को इमारत में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनके समर्थक और पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें दूसरे गेट से अंदर ले जाया गया।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां
कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था।
विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
कलमाडी अभी जमानत पर हैं। भाजपा और मनसे कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराए और कलमाड़ी को इमारत में प्रवेश करने से रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनके समर्थक और पुलिस ने हस्तक्षेप किया और उन्हें दूसरे गेट से अंदर ले जाया गया।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां
कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था।
विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
उल्लेखनीय है कि नगर निगम पर कांग्रेस और राकांपा का कब्जा है।टिप्पणियां
कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था।
विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
कलमाड़ी के सचिव ने कहा कि सांसद के कार्यक्रमों में आयुक्त महेश पाठक के साथ स्थानीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करना और निगम की खेल समिति कार्यालय का उद्घाटन करना शामिल था।
विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
विपक्षी दलों के प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कलमाड़ी ने पुणे की प्रतिष्ठा पर आंच लगाई है और और उन्हें निगम के मामलों में शामिल होने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। | सारांश: भाजपा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने पुणे नगर निगम के परिसर में उस समय जमकर हंगामा किया जब नगर के सांसद और राष्ट्रमंडल खेल घोटाले में आरोपी सुरेश कलमाडी ने निगम के मुख्यालय का दौरा किया। | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई में संकट के जारी रहने के बीच कांग्रेस आला कमान ने बागी नेता हरीश रावत को उनका उचित हक दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया लेकिन विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री के पद से बदलने से इनकार कर दिया।टिप्पणियां
कांग्रेस महासचिव चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए जिन लोगों के नाम पर विचार किया जा रहा है उनमें रावत की पत्नी रेणुका भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की वरिष्ठ विधायक इंदिरा हृदयेश, पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सेवानिवृत्त हो रहे सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी के नाम पर भी इस सीट के लिए विचार चल रहा है।
सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था।
कांग्रेस महासचिव चौधरी वीरेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की एकमात्र राज्यसभा सीट के लिए जिन लोगों के नाम पर विचार किया जा रहा है उनमें रावत की पत्नी रेणुका भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की वरिष्ठ विधायक इंदिरा हृदयेश, पूर्व सांसद महेंद्र पाल और सेवानिवृत्त हो रहे सदस्य सत्यव्रत चतुर्वेदी के नाम पर भी इस सीट के लिए विचार चल रहा है।
सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था।
सवालों का जवाब देते हुए सिंह ने साफ कर दिया कि फिलहाल आला कमान राज्य में किसी को उपमुख्यमंत्री बनाने पर विचार नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘आला कमान रावत को उनका हक देना चाहता है’ लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि बहुगुणा को उचित विचार-विमर्श के बाद मुख्यमंत्री चुना गया था। | यह एक सारांश है: कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई में संकट के जारी रहने के बीच कांग्रेस आला कमान ने बागी नेता हरीश रावत को उनका उचित हक दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया लेकिन विजय बहुगुणा को मुख्यमंत्री के पद से बदलने से इनकार कर दिया। | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज हनीफ मोहम्मद का लंबे समय तक फेफड़ों के कैंसर से जूझने के बाद गुरुवार को निधन हो गया. हनीफ का आगा खान अस्पताल में इलाज चल रहा था. अस्पताल के प्रवक्ता ने 81 साल की उम्र में इस दिग्गज बल्लेबाज के निधन की पुष्टि की है.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सांस से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें आईसीयू और वेंटीलेटर पर रखा गया था और आज उनका निधन हो गया.’’ इससे पहले भी हनीफ की दिल की धड़कन आज लगभग छह मिनट के लिए रुक गयी थी और डॉक्टरों ने उन्हें ‘क्लीनिकल तौर पर मृत’ घोषित कर दिया था लेकिन बाद में बाद डॉक्टरों को उनकी धड़कन वापस लाने में सफलता मिल गयी.
इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां
शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी.
हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए.
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सांस से जुड़ी समस्याओं के कारण उन्हें आईसीयू और वेंटीलेटर पर रखा गया था और आज उनका निधन हो गया.’’ इससे पहले भी हनीफ की दिल की धड़कन आज लगभग छह मिनट के लिए रुक गयी थी और डॉक्टरों ने उन्हें ‘क्लीनिकल तौर पर मृत’ घोषित कर दिया था लेकिन बाद में बाद डॉक्टरों को उनकी धड़कन वापस लाने में सफलता मिल गयी.
इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां
शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी.
हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए.
इससे पहले हनीफ के बेटे शोएब मोहम्मद ने अस्पताल से कई टेलीविजन चैनलों को बताया कि उनके पिता का निधन हो गया है लेकिन कुछ ही मिनटों बाद उन्होंने फिर से घोषणा की कि उनका निधन नहीं हुआ और वह जीवित हैं. शोएब ने कहा, ‘‘उनके दिल की धड़कन छह मिनट के लिए रुक गयी थी लेकिन डॉक्टर उनकी दिल की धड़कन वापस लाने में सफल रहे.’’ लेकिन कुछ घंटों बाद शोएब ने फिर पुष्टि की कि उनके पिता का निधन हो गया है.टिप्पणियां
शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी.
हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए.
शोएब ने कहा, ‘‘उन्होंने अपनी बीमारियों से कड़ी जंग लड़ी और चार साल पहले फेफड़ों के कैंसर का पता चलने के बाद पिछले कुछ वर्षों से वह काफी बीमार थे.’’ पूर्व टेस्ट बल्लेबाज शोएब ने कहा, ‘‘हमारा परिवार शोक में डूबा है लेकिन हम सिर्फ उनके प्रशंसकों से कह सकते हैं कि उनके लिए दुआ करें कि अल्लाह उन्हें जन्नत में जगह दे. वह पिछले कुछ हफ्तों से काफी दर्द में थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी.’’ यह 81 साल का पूर्व क्रिकेटर 30 जुलाई से वेंटिलेटर पर था और उनकी हालत नाजुक थी.
हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए.
हनीफ उस पाकिस्तानी टीम के सदस्य थे जिसने पहली बार 1954-55 में भारत का दौरा किया था. उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ 1957-58 में 337 रन की यादगार पारी खेली थी. यह टेस्ट इतिहास की सबसे लंबी पारी है और 40 साल से अधिक समय तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट की सबसे लंबी पारी भी रही. हनीफ ने अपने टेस्ट करियर में 12 शतक की मदद से 43.98 की औसत से 3915 रन बनाए. उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 238 मैचों में 52.32 की औसत से 17059 रन बनाए. | यह एक सारांश है: हनीफ मोहम्मद को अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था.
फेफड़े के कैंसर के कारण उन्हें बेहद तकलीफ हो रही थी
1954-55 में भारत का दौरा करने वाली पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के सदस्य थे. | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पीएम मोदी के खिलाफ ताल ठोंकने वाले बीएसएफ़ के बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) का नामांकन पत्र खारिज हो गया है. वे अब सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी में हैं. नामांकन पत्र खारिज होने के बाद तेज बहादुर यादव ने दावा किया कि उन्होंने चुनाव अधिकारियों को आवश्यक दस्तावेज सौंपे थे. उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, "मैंने बीएसएफ में रहते हुए उसी बारे में आवाज बुलंद की, जिसे मैंने गलत पाया. मैंने न्याय की उस आवाज को बुलंद करने बनारस आने का फैसला किया था. अगर मेरे नामांकन में कोई समस्या थी तो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दाखिल करने (मेरे कागजात) के समय उन्होंने मुझे इस बारे में क्यों नहीं बताया.
उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर खुद को चुनाव लड़ने से रोकने के लिए "तानाशाही कदम" का सहारा लेने का आरोप लगाया. तेज बहादुर यादव ने कहा "मेरे दादा आजाद हिंद फौज के साथ थे, मैं एक किसान का बेटा हूं और एक जवान के रूप में सेवा की... मैं अब चुनाव भी नहीं लड़ सकता. यह तानाशाही है". उनके वकील राजेश गुप्ता ने कहा, "हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे". दरअसल, वाराणसी के जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने मंगलवार को तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) के नामांकन पत्र के दो सेटों में ‘कमियां' पाते हुए उनसे बुधवार को 11 बजे तक अनापत्ति प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने को कहा था.
गौरतलब है कि तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) ने 24 अप्रैल को निर्दलीय और 29 अप्रैल को समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर नामांकन किया था. तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) ने बीएसएफ़ से बर्खास्तगी को लेकर दोनों नामांकनों में अलग अलग दावे किए थे. इसी बिंदु पर जिला निर्वाचन कार्यालय ने यादव को नोटिस जारी करते हुए अनापत्ति प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया था. वाराणसी के जिला मजिस्ट्रेट सुरेन्द्र सिंह ने जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 9 और धारा 33 का हवाला देते हुए कहा कि तेज बहादुर यादव का नामांकन इसलिये स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वह निर्धारित समय में "आवश्यक दस्तावेजों को प्रस्तुत नहीं कर सके". | संक्षिप्त सारांश: तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज हो गया है
उन्होंने बीजेपी पर बोला करारा हमला
कहा- बीजेपी अपना रही है तानाशाही रवैया | 0 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को बताया कि तमिलनाडु के रामेश्वरम में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की याद में स्मारक की आधारशिला रखी जाएगी। इसी स्थान पर कलाम के पार्थिव शरीर को दफनाया गया है।
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन द्वारा राज्यसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद मंत्री ने यह कही। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'आज गुरु पूर्णिमा है, वह दिन जब हम उन्हें सम्मान देते हैं जिन्होंने हमें जीवन में अच्छी बातें सिखाईं।'
पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां
पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन द्वारा राज्यसभा में यह मुद्दा उठाए जाने के बाद मंत्री ने यह कही। डेरेक ओ ब्रायन ने कहा, 'आज गुरु पूर्णिमा है, वह दिन जब हम उन्हें सम्मान देते हैं जिन्होंने हमें जीवन में अच्छी बातें सिखाईं।'
पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां
पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पर्रिकर ने कहा कि सरकार कलाम के स्मारक के निर्माण में सहयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में देर इसलिए हुई, क्योंकि केंद्र सरकार स्मारक के लिए अतिरिक्त भूमि चाहती थी। उन्होंने राज्यसभा में शून्यकाल के दौरन बताया कि केंद्र मशहूर वैज्ञानिक कलाम के स्मारक के लिए पांच एकड़ भूमि चाहता है, लेकिन अभी सिर्फ 1.8 एकड़ भूमि ही उपलब्ध हो पाई है।टिप्पणियां
पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पर्रिकर ने कहा, '27 जुलाई को आधारशिला रखी जाएगी। इसके डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है और हम अतिरिक्त भूमि के लिए इंतजार नहीं कर रहे।' गौरतलब है कि 27 जुलाई को कलाम की पहली पुण्यतिथि होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: तृणमूल कांग्रेस के सदस्य डेरेक ओ ब्रायन ने राज्यसभा में उठाया यह मुद्दा
इसके जवाब में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने दी यह जानकारी
27 जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम पहली पुण्यतिथि होगी | 31 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: बाजार नियामक सेबी ने पिछले कुछ वर्षों में आए कंपनियों के प्रथम सार्वजनिक शेयर निर्गमों (आईपीओ) में फर्जी आवेदन की संभावनाओं की जांच शुरू की है। नियामक ने वासवानी इंडस्ट्री का मामला प्रकाश में आने के बाद अन्य निर्गमों की पड़ताल का निर्णय किया है। वासवानी के आईपीओ में आवेन का स्तर बढ़ाने के लिये फर्जी आवेदन भवाए जाने का संदेह है। सेबी ने आईपीओ के आवेदनों में अनियमितता के संदेह पर इस महीने की शुरुआत में वासवानी इंडस्ट्रीज की सूचीबद्धता पर रोक लगा दी तथा पिछले सप्ताह मामले की जांच के आदेश दिए। जांच अगले छह महीने में पूरी होगी। सूत्रों के अनुसार सेबी को पिछले दो-तीन साल में आए आईपीओ के बारे में शिकायतें मिली हैं जिसमें कहा गया है कि प्रवर्तकों ने फर्जी बोली के जरिये निर्गम के अधिक अभिदान दिखाने के लिए कुछ ऑपरेटरों के साथ साठ-गांठ किया। बाद में उन्होंने इसे वापस ले लिया या शेयर सूचीबद्ध होने के पहले दिन ही टूट गया। कथित अनियमिता से चिंतित सेबी ने आईपीओ से जुड़े मामलों की विस्तृत जांच का निर्णय किया है और जल्दी ही शेयर बाजारों, मर्चेन्ट बैंकरों तथा अन्य इकाइयों से संबंधित आंकड़े तथा सूचना मांगेगा। सूत्रों ने कहा कि जांच में वैसे आईपीओ पर विशेष तौर पर गौर किया जाएगा जहां बोली पेशकश खुली रहने के दौरान वापस ले ली गई हो या फिर सूचीबद्धता के पहले दिन शेयर में भारी गिरावट दर्ज की गई। | संक्षिप्त पाठ: बाजार नियामक सेबी ने पिछले कुछ वर्षों में आए कंपनियों के आईपीओ में फर्जी आवेदन की संभावनाओं की जांच शुरू की है। | 30 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: सिंचाई परियोजना में सरकार के श्वेत पत्र में क्लीन चिट दिए जाने के एक सप्ताह बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने शुक्रवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
एनसीपी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने राजभवन में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल के शंकरनारायणन ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की मौजूदगी में पवार को पद की शपथ दिलाई।
इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे।
अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट।
राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
एनसीपी अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने राजभवन में शपथ ग्रहण की। राज्यपाल के शंकरनारायणन ने मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण की मौजूदगी में पवार को पद की शपथ दिलाई।
इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे।
अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट।
राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
इसकी आलोचना करने वाली विपक्षी पार्टियां शिवसेना और बीजेपी शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहीं। पवार ने सिचांई परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों के मद्देनजर 25 सितंबर को नाटकीय रूप से इस्तीफा देने की घोषणा कर कांग्रेस-एनसीपी सरकार को संकट में डाल दिया था, क्योंकि पार्टी के अन्य सभी 19 मंत्री इस्तीफा देने की पेशकश करने लगे थे।
अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट।
राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
अजित पवार (53) ने मीडिया में आई इन खबरों के बाद इस्तीफा दे दिया था कि उन्होंने 1999 से 2009 के बीच सिंचाई मंत्री रहते हुए 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक के ठेके मनमाने ढंग से दिए। सिंचाई विभाग ने 29 नवंबर को राज्य मंत्रिमंडल को सौंपे गए अपने श्वेत पत्र में दावा किया था कि महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में सिंचाई क्षमता में 28 प्रतिशत का इजाफा हुआ। इसे सिंचाई पर स्थिति पत्र करार दिया गया, न कि जांच रिपोर्ट।
राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
राज्य की आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह कहे जाने के बाद चव्हाण ने श्वेत पत्र लाने की घोषणा की थी कि 2001 से 2010 के बीच सिंचाई क्षमता में केवल 0.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इस अवधि के दौरान सिंचाई विभाग एनसीपी के पास था। श्वेत पत्र में अजित पवार को क्लीन चिट दिए जाने के बाद उनके पुन: उप मुख्यमंत्री के रूप में लौटने की संभावना व्यक्त की जाने लगी थी।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
अजित पवार के इस्तीफे के बाद कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन के लिए संकट खड़ा हो गया था और चीजों को नियंत्रण में करने के लिए शरद पवार को मुंबई आना पड़ा था। एनसीपी प्रमुख ने स्पष्ट कर दिया था कि उप मुख्यमंत्री पार्टी के विधायक दल के नेता बने रहेंगे। एनसीपी प्रमुख के दाहिने हाथ और मंत्रिमंडल सहकर्मी प्रफुल्ल पटेल ने कहा था कि उपमुख्यमंत्री पद खाली रखा जाएगा।टिप्पणियां
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
उन्होंने संकेत दिया था कि श्वेत पत्र में क्लीन चिट मिलने पर अजित की वापसी होगी। इस बीच, विपक्षी बीजेपी और शिवसेना ने अजित को दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर गुरुवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मांग की कि उनके खिलाफ विशेष जांच टीम (एसआईटी) से जांच कराई जानी चाहिए।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं।
बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने कहा था, यदि उनमें (अजित पवार) साहस है, तो उन्हें एसआईटी जांच के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि वह निर्दोष साबित होते हैं, तो उन्हें सम्मान के साथ मंत्रिमंडल में आना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अजित पवार को एनसीपी के दबाव में वापस ला रहे हैं। खडसे ने कहा कि यह सचमुच दुर्भाग्यपूर्ण है कि स्वयं को साफ-सुथरी छवि का बताने वाले चव्हाण अजित को एनसीपी के दबाव में पुन: मंत्रिमंडल में शामिल कर रहे हैं। | यह एक सारांश है: वरिष्ठ एनसीपी नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री के रूप में शुक्रवार को शपथ ली। | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: आईपीएल में पहली बार उतरी पुणे वॉरियर्स को पहले मैच में किंग्स इलेवन पंजाब पर जीत दिलाने वाले कप्तान युवराज सिंह ने रणनीति पर पूरी तरह अमल करने के लिए अपने गेंदबाजों को श्रेय देते हुए कहा कि शुरुआती विकेट हासिल करने से मैच पर पकड़ बन गई थी। पिछले तीन सत्र में किंग्स इलेवन के लिए ही खेलने वाले युवराज ने कहा, पहले मैच में जीत दर्ज करके अच्छा लग रहा है। शुरुआती विकेट जल्दी हासिल करने से मैच हमारी पकड़ में आ गया। हमने विकेट पर गेंदबाजी करने की रणनीति बनाई थी जो कारगर साबित हुई। उन्होंने कहा, पहले दो साल में जब मैं किंग्स इलेवन का कप्तान था तो बहुत दबाव लेकर खेलता था । मैदान पर मेरा ध्यान भटक जाता था लेकिन अब ऐसा नहीं है। उन्होंने 35 रन बनाने वाले मिथुन मन्हास की तारीफ करते हुए कहा, मैं हमेशा से उसका कायल रहा हूं। यह दुर्भाग्य की बात है कि वह भारत के लिए नहीं खेल सका लेकिन उसने आज हमारे लिए अच्छा प्रदर्शन किया। वहीं पराजित कप्तान एडम गिलक्रिस्ट ने कहा कि उनकी टीम हर विभाग में खराब खेली। | यह एक सारांश है: युवराज ने कहा, पहले मैच में जीत दर्ज करके अच्छा लग रहा है। शुरुआती विकेट जल्दी हासिल करने से मैच हमारी पकड़ में आ गया। | 2 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एक पत्रकार का कैमरा तोड़ने की धमकी देने वाले हिमाचल प्रदेश के कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह शाम होते−होते नरम पड़ गए और प्रेस कांफ्रेंस करके कहा कि उनके बर्ताव से अगर किसी को ठेस लगी हो तो वह माफी मांगते हैं, लेकिन उनका मतलब यह नहीं था। उन्होंने कहा कि वह मीडिया की कद्र करते हैं और कभी−कभी ऐसा हो जाता है।
इससे पहले आज सुबह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरभद्र सिंह से जब उन पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने तैश में आकर मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ने की धमकी दे दी थी।
जब संवाददाताओं ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल किए तो गुस्साए वीरभद्र ने कहा, मैं आपके कैमरे तोड़ दूंगा। आपके पास और कोई काम नहीं है? यह घटना मंगलवार शाम कुल्लू जिले के अनि की है जब कुछ मीडियाकर्मियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर भाजपा की ओर से नए सिरे से लगाये जा रहे आरोपों पर सवाल किए थे।टिप्पणियां
वीरभद्र ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद कहकर खारिज करते हुए कहा, मैं 4 नवंबर को चुनाव के बाद इन सभी मुद्दों से निपटूंगा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आयकर चोरी, धनशोधन और हेराफेरी करने के भाजपा और अन्य के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘गलत और मनगढंत’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव से पहले दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने वालों के खिलाफ कदम उठाएंगे।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि सिंह ने 2008 से अपने आयकर खातों में बदलाव किया था ताकि पिछली तारीख का फर्जी अनुबंध दिखाया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रुपये की आय ही दिखाई जा सके।
इससे पहले आज सुबह हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरभद्र सिंह से जब उन पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने तैश में आकर मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ने की धमकी दे दी थी।
जब संवाददाताओं ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल किए तो गुस्साए वीरभद्र ने कहा, मैं आपके कैमरे तोड़ दूंगा। आपके पास और कोई काम नहीं है? यह घटना मंगलवार शाम कुल्लू जिले के अनि की है जब कुछ मीडियाकर्मियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर भाजपा की ओर से नए सिरे से लगाये जा रहे आरोपों पर सवाल किए थे।टिप्पणियां
वीरभद्र ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद कहकर खारिज करते हुए कहा, मैं 4 नवंबर को चुनाव के बाद इन सभी मुद्दों से निपटूंगा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आयकर चोरी, धनशोधन और हेराफेरी करने के भाजपा और अन्य के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘गलत और मनगढंत’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव से पहले दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने वालों के खिलाफ कदम उठाएंगे।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि सिंह ने 2008 से अपने आयकर खातों में बदलाव किया था ताकि पिछली तारीख का फर्जी अनुबंध दिखाया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रुपये की आय ही दिखाई जा सके।
जब संवाददाताओं ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल किए तो गुस्साए वीरभद्र ने कहा, मैं आपके कैमरे तोड़ दूंगा। आपके पास और कोई काम नहीं है? यह घटना मंगलवार शाम कुल्लू जिले के अनि की है जब कुछ मीडियाकर्मियों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पर भाजपा की ओर से नए सिरे से लगाये जा रहे आरोपों पर सवाल किए थे।टिप्पणियां
वीरभद्र ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद कहकर खारिज करते हुए कहा, मैं 4 नवंबर को चुनाव के बाद इन सभी मुद्दों से निपटूंगा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आयकर चोरी, धनशोधन और हेराफेरी करने के भाजपा और अन्य के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘गलत और मनगढंत’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव से पहले दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने वालों के खिलाफ कदम उठाएंगे।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि सिंह ने 2008 से अपने आयकर खातों में बदलाव किया था ताकि पिछली तारीख का फर्जी अनुबंध दिखाया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रुपये की आय ही दिखाई जा सके।
वीरभद्र ने अपने ऊपर लगे आरोपों को बेबुनियाद कहकर खारिज करते हुए कहा, मैं 4 नवंबर को चुनाव के बाद इन सभी मुद्दों से निपटूंगा। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आयकर चोरी, धनशोधन और हेराफेरी करने के भाजपा और अन्य के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इसे ‘गलत और मनगढंत’ करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव से पहले दुर्भावनापूर्ण प्रचार करने वालों के खिलाफ कदम उठाएंगे।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि सिंह ने 2008 से अपने आयकर खातों में बदलाव किया था ताकि पिछली तारीख का फर्जी अनुबंध दिखाया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रुपये की आय ही दिखाई जा सके।
भाजपा नेता अरुण जेटली ने आरोप लगाया था कि सिंह ने 2008 से अपने आयकर खातों में बदलाव किया था ताकि पिछली तारीख का फर्जी अनुबंध दिखाया जा सके और करीब 6.5 करोड़ रुपये की आय ही दिखाई जा सके। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष वीरभद्र सिंह से जब उन पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर सवाल पूछे गए तो उन्होंने तैश में आकर मीडियाकर्मियों के कैमरे तोड़ने की धमकी दे दी थी। | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पहली मुठभेड़ सोमवार को तड़के द्वारका इलाके में हुई. स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव के मुताबिक उनकी टीम को जानकारी मिली थी कि कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग का एक गैंगस्टर कुलदीप राठी द्वारका इलाके में किसी वारदात को अंजाम देने आ रहा है. पुलिस टीम ने जब बाइक से आ रहे कुलदीप को रोका तो उसने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की और एक गोली कुलदीप के पैर में लगी. फिर उसे पकड़ लिया गया. दोनों तरफ से आठ राउंड फायरिंग हुई.
पुलिस के मुताबिक कुलदीप पर हत्या, लूट, डकैती और जबरन वसूली के करीब एक दर्जन केस दर्ज हैं. सन 2017 में वो एक मामले में जमानत पर बाहर आया और फिर कभी कोर्ट में पेश नहीं हुआ. उसके गैंग के सरगना कपिल सांगवान उर्फ नंदू ने हाल ही में द्वारका में एक प्रापर्टी डीलर नरेंद्र की हत्या की थी. नंदू और उसके गैंग के शूटर विकास के सिर पर एक लाख का इनाम है. नंदू ने कुलदीप को हिमाचल प्रदेश से बुलाया था ताकि वह गैंग के लोगों की छिपने और गैंग का वर्चस्व बढ़ाने में मदद कर सके.
कुलदीप ने पूछताछ में बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के दौरान वह विकास लंगरपुरिया और अमित गुलिया की बुरी संगत में आ गया और उनके गैंग के लिए काम करने लगा. बाद में उसने कपिल सांगवान उर्फ नंदू का गैंग ज्वाइन कर लिया.
दूसरी मुठभेड़ द्वारका के पास ही छावला इलाके में हुई. द्वारका जिले की पुलिस को जानकारी मिली कि नंदू गैंग के चार बदमाश आने वाले हैं. पुलिस ने जब बदमाशों को रुकने का इशारा किया तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में कोई घायल तो नहीं हुआ लेकिन चारों बदमाश पकड़े गए. बदमाशों के नाम बालू,अमित गुलिया गुलशन और अनिल हैं. | संक्षिप्त सारांश: कपिल सांगवान उर्फ नंदू गैंग का गैंगस्टर कुलदीप राठी घायल
छावला में नंदू गैंग के चार बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया
नंदू गैंग पर दिल्ली में कई संगीन आपराधिक मामले दर्ज | 0 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले महीने (अप्रैल में) 34.4 प्रतिशत के इजाफे के साथ 23.8 अरब डालर का रहा है। इस तरह देश के निर्यात में पिछले वित्त वर्ष में आई तेजी का सिलसिला 2011-12 में भी कायम है। वाणिज्य मंत्रालय के बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल में आयात 14.1 प्रतिशत बढ़कर 32.8 अरब डालर रहा है। इस तरह देश का व्यापार घाटा 8.9 अरब डालर पर है। हालांकि, मार्च की तुलना में अप्रैल में निर्यात की वृद्धि दर कम रही है। मार्च में देश के निर्यात में 54 फीसद की बढ़ोतरी हुई थी। वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने कहा कि मार्च की तुलना में अप्रैल में निर्यात में वृद्धि ज्यादा चिंता की बात नहीं है। मार्च हमेशा बेहतर आंकड़े देता है। मैं चिंतित नहीं हूं। अप्रैल में कच्चे तेल का आयात 7.7 प्रतिशत बढ़कर 10.1 अरब डॉलर रहा है। पिछले वित्त वर्ष के इसी माह में यह 9.4 अरब डॉलर रहा था। इस दौरान गैर तेल आयात 17.3 प्रतिशत के इजाफे के साथ 22.6 अरब डॉलर का रहा। पिछले वित्त वर्ष के अप्रैल माह में यह 19.3 अरब डालर था। बीते वित्त वर्ष (2010-11) में देश का निर्यात 37.55 प्रतिशत की उल्लेखनीय बढ़ोतरी के साथ 246 अरब डॉलर पर पहुंच गया। 2010-11 में आयात 21.6 फीसद गिरकर 350 अरब डॉलर का रहा। इस तरह बीते वित्त वर्ष में व्यापार घाटा 104 अरब डॉलर का रहा। | सारांश: देश का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले महीने 34.4 प्रतिशत के इजाफे के साथ 23.8 अरब डालर का रहा है। | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल कर चुकीं ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) महासचिव जे. जयललिता रविवार को राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला से मिलेंगी और राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी। यहां संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने कहा कि वह रविवार को राज्यपाल से मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा कि शपथ ग्रहण करने की तिथि राज्यपाल से मुलाकात के बाद निर्धारित होगी। उन्होंने कहा कि लोगों ने भारी जनादेश देकर जो विश्वास व्यक्त किया है उसे पार्टी निष्फल नहीं कर सकती। राज्यपाल के साथ बैठक होने की पुष्टि करते हुए राजभवन के एक अधिकारी ने कहा कि बैठक सुबह में होगी। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने शुक्रवार को अपना इस्तीफा बरनाला को सौंप दिया था। राज्यपाल ने वैकल्पिक व्यवस्था होने तक उन्हें अपने पद पर बने रहने को कहा है। एआईएडीएमके ने अपने सभी नवनिर्वाचित 150 विधायकों की बैठक रविवार को बुलाई है। बैठक पार्टी मुख्यालय में होगी। एआईएडीएमके के नेता एवं सांसद वी. मैत्रेयन ने कहा, "यहां पार्टी मुख्यालय में कल (रविवार) बैठक होगी। हमारे नेता (पार्टी महासचिव जे. जयललिता) का शपथ ग्रहण सोमवार को युनिवर्सिटी सेंटेनरी हॉल में हो सकता है।" बैठक में चुनाव परिणाम पर चर्चा होगी और जयललिता को नई विधानसभा के लिए विधायक दल का नेता चुना जाएगा। एआईएडीएमके के नेतृत्व वाले मोर्चे को मिले भारी जनाधार पर मैत्रेयन ने कहा, "किसी जीते हुए गठबंधन के लिए यह एक सकारात्मक वोट है। जनता ने हमारे नेता की काबिलियत में भरोसा किया है। डीएमके सरकार की गड़बड़ियों के कारण भी हमें वोट मिले हैं।" एआईएडीएमके विधायक वीपी कलईराजन ने कहा, "हमारी भारी जीत इसलिए हुई है, क्योंकि जनता ने अच्छी व कुशल सरकार देने की हमारे नेता की काबिलियत पर भरोसा किया है।" तमिलनाडु की 14वीं विधानसभा के लिए पार्टी की नेता चुने जाने के बाद जयललिता राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी। गौरतलब है कि एआईएडीएमके ने 160 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े किए थे, जिनमें 150 सीटों पर उन्हें विजय मिली है। लगभग 80 सीटों पर एआईएडीएमके और सत्ताधारी द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला था। एआईएडीएमके के नेताओं का कहना है कि नई विधानसभा का सत्र सेंट जॉर्ज फोर्ट स्थित पुराने विधानसभा परिसर में चलने की संभावना है। नया विधानसभा परिसर निवर्तमान मुख्यमंत्री करुणानिधि की स्वप्न परियोजना है जिस पर लगभग 900 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एआईएडीएमके गठबंधन ने राज्य की 234 विधानसभा सीटों में से 204 में जीत हासिल की है। | यह एक सारांश है: एआईएडीएमके महासचिव जे. जयललिता रविवार को राज्यपाल सुरजीत सिंह बरनाला से मिलेंगी और राज्य में तीसरी बार सरकार बनाने का दावा पेश करेंगी। | 24 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोशल मीडिया व एसएमएस के दुरुपयोग को सरकार व सुरक्षा बलों के सामने नई चुनौती करार दी और कहा कि सामाजिक तनाव बढ़ाने के ये नए औजार बन गए हैं। उन्होंने देश में बढ़ रही साम्प्रदायिक हिंसा व जातीय तनाव पर भी चिंता जाहिर की।
पुलिस बलों के प्रमुखों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन मनमोहन सिंह ने यह भी चेताया कि देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं।
मनमोहन सिंह गुप्तचर ब्यूरो द्वारा आयोजित सम्मेलन में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों तथा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों व महानिरीक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्य मंत्री वी. नारायणसामी, मुल्लापल्ली रामचंद्रन और जितेंद्र सिंह मौजूद थे।
मनमोहन सिंह ने कहा, "देश में पिछले कुछ महीनों में साम्प्रदायिक घटनाओं में वृद्धि और पूर्वोत्तर में हाल के सप्ताहों में जातीय तनाव की पुनरावृत्ति हम सभी के लिए खासतौर से चिंता के कारण रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों के समक्ष खड़ी चुनौतियां गिनाते हुए कहा, "पूर्वोत्तर का जातीय तनाव राष्ट्रव्यापी बन गया, क्योंकि दक्षिण व पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया। इससे देश के साम्प्रदायिक हालात और बिगड़ गए, जिसके पहले से ही बिगड़ने के कुछ संकेत मिल रहे थे, खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
पुलिस बलों के प्रमुखों के तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के अंतिम दिन मनमोहन सिंह ने यह भी चेताया कि देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं।
मनमोहन सिंह गुप्तचर ब्यूरो द्वारा आयोजित सम्मेलन में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों तथा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों व महानिरीक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्य मंत्री वी. नारायणसामी, मुल्लापल्ली रामचंद्रन और जितेंद्र सिंह मौजूद थे।
मनमोहन सिंह ने कहा, "देश में पिछले कुछ महीनों में साम्प्रदायिक घटनाओं में वृद्धि और पूर्वोत्तर में हाल के सप्ताहों में जातीय तनाव की पुनरावृत्ति हम सभी के लिए खासतौर से चिंता के कारण रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों के समक्ष खड़ी चुनौतियां गिनाते हुए कहा, "पूर्वोत्तर का जातीय तनाव राष्ट्रव्यापी बन गया, क्योंकि दक्षिण व पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया। इससे देश के साम्प्रदायिक हालात और बिगड़ गए, जिसके पहले से ही बिगड़ने के कुछ संकेत मिल रहे थे, खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन सिंह गुप्तचर ब्यूरो द्वारा आयोजित सम्मेलन में राज्यों के पुलिस महानिदेशकों और महानिरीक्षकों तथा केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के महानिदेशकों व महानिरीक्षकों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्य मंत्री वी. नारायणसामी, मुल्लापल्ली रामचंद्रन और जितेंद्र सिंह मौजूद थे।
मनमोहन सिंह ने कहा, "देश में पिछले कुछ महीनों में साम्प्रदायिक घटनाओं में वृद्धि और पूर्वोत्तर में हाल के सप्ताहों में जातीय तनाव की पुनरावृत्ति हम सभी के लिए खासतौर से चिंता के कारण रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों के समक्ष खड़ी चुनौतियां गिनाते हुए कहा, "पूर्वोत्तर का जातीय तनाव राष्ट्रव्यापी बन गया, क्योंकि दक्षिण व पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया। इससे देश के साम्प्रदायिक हालात और बिगड़ गए, जिसके पहले से ही बिगड़ने के कुछ संकेत मिल रहे थे, खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन सिंह ने कहा, "देश में पिछले कुछ महीनों में साम्प्रदायिक घटनाओं में वृद्धि और पूर्वोत्तर में हाल के सप्ताहों में जातीय तनाव की पुनरावृत्ति हम सभी के लिए खासतौर से चिंता के कारण रहे हैं।"
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों के समक्ष खड़ी चुनौतियां गिनाते हुए कहा, "पूर्वोत्तर का जातीय तनाव राष्ट्रव्यापी बन गया, क्योंकि दक्षिण व पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया। इससे देश के साम्प्रदायिक हालात और बिगड़ गए, जिसके पहले से ही बिगड़ने के कुछ संकेत मिल रहे थे, खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री ने सुरक्षा बलों के समक्ष खड़ी चुनौतियां गिनाते हुए कहा, "पूर्वोत्तर का जातीय तनाव राष्ट्रव्यापी बन गया, क्योंकि दक्षिण व पश्चिम भारत के विभिन्न शहरों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया। इससे देश के साम्प्रदायिक हालात और बिगड़ गए, जिसके पहले से ही बिगड़ने के कुछ संकेत मिल रहे थे, खासतौर से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री के सम्बोधन के दौरान वहां राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पुलक चटर्जी और कैबिनेट सचिव अजीत सेठ श्रोता दीर्घा में उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब हाल में असम में हुए जातीय संघर्षो में लगभग 100 लोगों की मौत हो गई थी और दो लाख लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। इसके बाद सोशल मीडिया के जरिए फैलाई गई अफवाहों के बाद पूर्वोत्तर के लोगों का बेंगलुरू, पुणे, मुम्बई और अन्य शहरों से पलायन शुरू हो गया।
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन ने कहा, "साम्प्रदायिक हालात को बिगाड़ने के लिए बल्क एसएमएस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल नई चुनौती है, जिसे हाल के तनावों ने हमारे सामने पेश किया है। हमें इस बात को पूरी तरह समझने की जरूरत है कि ये नए माध्यम उपद्रवियों द्वारा किस तरह इस्तेमाल किए जा रहे हैं।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन ने कहा, "हमें इन नए माध्यमों के जरिए किए जा रहे कुप्रचार का मुकाबला करने के लिए रणनीतियां बनाने की भी जरूरत है। इस तरह के माध्यमों के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने के किसी भी उपाय को अभिव्यक्ति व सम्पर्क की आजादी की आवश्यकता से सावधानीपूर्वक तालमेल बिठाना होगा।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "हमारे देश में साइबर अपराध के खतरे बढ़ रहे हैं, क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था और महत्वपूर्ण अधोसंरचना कम्प्यूटर नेटवर्क और इंटरनेट पर अत्यधिक निर्भर हो गई है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन ने पुलिस प्रमुखों को चेताया, "हमारी महत्वपूर्ण अधोसंरचना और अर्थव्यवस्था पर बड़े पैमाने के कम्प्यूटर हमलों के विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार एक मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे पर काम कर रही है, जो खतरा प्रबंधन व शमन, आश्वासन व प्रमाणन, क्षमता निर्माण व अनुसंधान के मुद्दे से निपटेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके लिए हमें सरकार, शैक्षिक समुदाय और निजी क्षेत्र के साथ साझेदारी बनाने की जरूरत है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन सिंह ने आगाह किया कि आतंकवादी संगठन नवम्बर 2008 के मुम्बई हमले की तर्ज पर हमले करने की क्षमता लगातार बनाए हुए हैं। इसके साथ ही मनमोहन ने भरोसा जताया कि नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय सुरक्षा को मजबूत करेगी।
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन ने कहा, "इस बात के भी संकेत हैं कि आतंकवादी संगठन समुद्र मार्ग के इस्तेमाल की अपनी क्षमता बनाए हुए हैं। नौसेना के नेतृत्व वाली सामुद्रिक क्षेत्र जागरूकता योजना तटीय चौकसी को मजबूत करने में मददगार होगी।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
जम्मू एवं कश्मीर के हालात का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार और पाकिस्तान के साथ लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा से भी आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ रही हैं।टिप्पणियां
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
मनमोहन ने कहा, "ऐसे में न सिर्फ अपनी जमीनी सीमा पर निगरानी की जरूरत है, बल्कि तटीय सीमा पर भी... स्थायी सीमा अवरोधकों की अधिक तैनाती और बेहतर संवेदकों से जमीनी सीमा पर हालात सुधर सकते हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "सुरक्षा वातावरण में सुधार के परिणामस्वरूप इस वर्ष अमरनाथ यात्रा सफल रही और रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने राज्य का दौरा किया। राज्य ने सफलतापूर्वक पंचायत चुनाव भी कराए और अब वहा शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव भी कराए जाने की तैयारी है।" | यहाँ एक सारांश है:प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सोशल मीडिया व एसएमएस के दुरुपयोग को सरकार व सुरक्षा बलों के सामने नई चुनौती करार दी और कहा कि सामाजिक तनाव बढ़ाने के ये नए औजार बन गए हैं। उन्होंने देश में बढ़ रही साम्प्रदायिक हिंसा व जातीय तनाव पर भी चिंता जाहिर की। | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका में एक स्कूल में हुई गोलीबारी से अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा काफी दुखी हैं। व्हाइट हाउस प्रेस के सामने उनका गला कई बार रुंधा। उन्होंने कहा, आज हमारे दिल टूट गए हैं।
व्हाइट हाउस प्रेस के समक्ष ओबामा ने कहा, इस हादसे में मारे गए छोटे बच्चों के माता-पिता, दादा-दादी, बहनों-भाइयों और वयस्कों के परिवारों के लिए आज हमारे दिल में दर्द है। उन्होंने कहा, जिनके बच्चे भाग्यवश इस हादसे से बच गए हैं, वे बहुत भाग्यशाली हैं कि आज उनके बच्चे उनके साथ घर पर ही हैं।
ओबामा को इस दर्दनाक हादसे की खबर ओवल ऑफिस में उनके होमलैंड सुरक्षा सलाहाकार जॉन ब्रेनान ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे दी थी। उन्होंने एफबीआई के निदेशक और कनेक्टीकट के गवर्नर से बात भी की थी। गोलीबारी की यह घटना कनेक्टीकट में ही हुई है।
प्रेस को संबोधित करते हुए ओबामा ने कई बार बीच में रुककर अपने आंसू पोंछे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, एक देश के तौर पर हमें कई बार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। फिर चाहे वह न्यूटाउन में कोई प्रारंभिक शिक्षा का स्कूल हो या ओरेगॉन का शॉपिंग मॉल, विस्कोंसिन का गुरुद्वारा हो या ऑरोरा का कोई सिनेमा थियेटर या फिर शिकागो की कोई सड़क...। ये बच्चे हमारे अपने बच्चे हैं। ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए हम राजनीति से परे एक साथ मिलकर कड़े कदम उठाने वाले हैं। टिप्पणियां
दो बेटियों के पिता ओबामा ने कहा, आज शाम मिशेल और मैं वही करेंगे, जो आज अमेरिका के सभी माता-पिता करेंगे। हम सब आज अपने-अपने बच्चों को गले लगाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं। हम एक दूसरे को यह याद दिलाएंगे कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
व्हाइट हाउस प्रेस के समक्ष ओबामा ने कहा, इस हादसे में मारे गए छोटे बच्चों के माता-पिता, दादा-दादी, बहनों-भाइयों और वयस्कों के परिवारों के लिए आज हमारे दिल में दर्द है। उन्होंने कहा, जिनके बच्चे भाग्यवश इस हादसे से बच गए हैं, वे बहुत भाग्यशाली हैं कि आज उनके बच्चे उनके साथ घर पर ही हैं।
ओबामा को इस दर्दनाक हादसे की खबर ओवल ऑफिस में उनके होमलैंड सुरक्षा सलाहाकार जॉन ब्रेनान ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे दी थी। उन्होंने एफबीआई के निदेशक और कनेक्टीकट के गवर्नर से बात भी की थी। गोलीबारी की यह घटना कनेक्टीकट में ही हुई है।
प्रेस को संबोधित करते हुए ओबामा ने कई बार बीच में रुककर अपने आंसू पोंछे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, एक देश के तौर पर हमें कई बार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। फिर चाहे वह न्यूटाउन में कोई प्रारंभिक शिक्षा का स्कूल हो या ओरेगॉन का शॉपिंग मॉल, विस्कोंसिन का गुरुद्वारा हो या ऑरोरा का कोई सिनेमा थियेटर या फिर शिकागो की कोई सड़क...। ये बच्चे हमारे अपने बच्चे हैं। ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए हम राजनीति से परे एक साथ मिलकर कड़े कदम उठाने वाले हैं। टिप्पणियां
दो बेटियों के पिता ओबामा ने कहा, आज शाम मिशेल और मैं वही करेंगे, जो आज अमेरिका के सभी माता-पिता करेंगे। हम सब आज अपने-अपने बच्चों को गले लगाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं। हम एक दूसरे को यह याद दिलाएंगे कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
ओबामा को इस दर्दनाक हादसे की खबर ओवल ऑफिस में उनके होमलैंड सुरक्षा सलाहाकार जॉन ब्रेनान ने सुबह करीब साढ़े 10 बजे दी थी। उन्होंने एफबीआई के निदेशक और कनेक्टीकट के गवर्नर से बात भी की थी। गोलीबारी की यह घटना कनेक्टीकट में ही हुई है।
प्रेस को संबोधित करते हुए ओबामा ने कई बार बीच में रुककर अपने आंसू पोंछे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, एक देश के तौर पर हमें कई बार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। फिर चाहे वह न्यूटाउन में कोई प्रारंभिक शिक्षा का स्कूल हो या ओरेगॉन का शॉपिंग मॉल, विस्कोंसिन का गुरुद्वारा हो या ऑरोरा का कोई सिनेमा थियेटर या फिर शिकागो की कोई सड़क...। ये बच्चे हमारे अपने बच्चे हैं। ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए हम राजनीति से परे एक साथ मिलकर कड़े कदम उठाने वाले हैं। टिप्पणियां
दो बेटियों के पिता ओबामा ने कहा, आज शाम मिशेल और मैं वही करेंगे, जो आज अमेरिका के सभी माता-पिता करेंगे। हम सब आज अपने-अपने बच्चों को गले लगाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं। हम एक दूसरे को यह याद दिलाएंगे कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
प्रेस को संबोधित करते हुए ओबामा ने कई बार बीच में रुककर अपने आंसू पोंछे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, एक देश के तौर पर हमें कई बार ऐसी घटनाओं का सामना करना पड़ा है। फिर चाहे वह न्यूटाउन में कोई प्रारंभिक शिक्षा का स्कूल हो या ओरेगॉन का शॉपिंग मॉल, विस्कोंसिन का गुरुद्वारा हो या ऑरोरा का कोई सिनेमा थियेटर या फिर शिकागो की कोई सड़क...। ये बच्चे हमारे अपने बच्चे हैं। ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए हम राजनीति से परे एक साथ मिलकर कड़े कदम उठाने वाले हैं। टिप्पणियां
दो बेटियों के पिता ओबामा ने कहा, आज शाम मिशेल और मैं वही करेंगे, जो आज अमेरिका के सभी माता-पिता करेंगे। हम सब आज अपने-अपने बच्चों को गले लगाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं। हम एक दूसरे को यह याद दिलाएंगे कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
दो बेटियों के पिता ओबामा ने कहा, आज शाम मिशेल और मैं वही करेंगे, जो आज अमेरिका के सभी माता-पिता करेंगे। हम सब आज अपने-अपने बच्चों को गले लगाएंगे और उन्हें बताएंगे कि हम उन्हें बहुत प्यार करते हैं। हम एक दूसरे को यह याद दिलाएंगे कि हम एक-दूसरे से कितना प्यार करते हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने माना कि अपने बच्चे या किसी अन्य प्रियजन को खोने की भरपाई नहीं की जा सकती। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिवारों की मदद के लिए सरकार हरसंभव प्रयास करेगी। | यहाँ एक सारांश है:अमेरिका में एक स्कूल में हुई गोलीबारी से अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा काफी दुखी हैं। व्हाइट हाउस प्रेस के सामने उनका गला कई बार रुंधा। उन्होंने कहा, आज हमारे दिल टूट गए हैं। | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार नकुलनाथ को छिंदवाड़ा से उम्मीदवार बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. कमलनाथ छिंदवाड़ा से 9 बार से सांसद हैं. उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से नए उम्मीदवार की तलाश जारी है. कांग्रेस कार्यकर्ता नकुलनाथ को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग कर रहे हैं. नकुलनाथ के चुनाव लड़ने के सवाल पर कमलनाथ भी कह चुके हैं कि पार्टी और कार्यकर्ता जो चाहेंगे, वही होगा.
कांग्रेस की राज्य इकाई के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता सैयद जाफर ने बताया, 'नकुलनाथ लगातार छिंदवाड़ा क्षेत्र में सक्रिय हैं. कमलनाथ का इस क्षेत्र से पारिवारिक रिश्ता है. नकुलनाथ भी उसी रिश्ते को निभाते हुए सामाजिक, राजनीतिक और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं. यहां एक भव्य मंदिर बना है, जिसकी देखरेख स्वयं नकुलनाथ ने की है.'
उन्होंने आगे कहा, 'नकुलनाथ हर मौके पर सक्रिय रहते हैं. यहां के कांग्रेस कार्यकर्ता चाहते हैं कि आगामी लोकसभा चुनाव नकुलनाथ लड़ें. कार्यकर्ता इसके लिए प्रयासरत भी हैं. इसलिए नकुलनाथ छिंदवाड़ा से कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते हैं.' बता दें कि छिंदवाड़ा के सांसद कमलनाथ राज्य के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. अब उन्हें विधानसभा का चुनाव लड़ना होगा. इस स्थिति में छिंदवाड़ा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस को नए उम्मीदवार की जरूरत होगी. | कांग्रेस का गढ़ है मध्यप्रदेश का छिंदवाड़ा
कमलनाथ 9 बार से सांसद हैं इस सीट से
कमलनाथ के बेटे को टिकट दे सकती है कांग्रेस | 34 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुड़गांव में आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बुधवार को यहां दो लोगों ने सुसाइड कर लिया।
यहां जोधपुर निवासी 26 वर्षीय युवक जितेन्द्र जैन ने निर्माणाधीन इमारत की चौथी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली। वह आईटी कंपनी में काम करता था। परिजनों के अनुसार मृतक किसी बात को लेकर काफी समय से परेशान था।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर गुड़गांव के आईबीबो डॉट कॉम कंपनी में काम करने वाली साफ्टवेयर इंजीनियर युवती ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके शव के पास पुलिस को एक नोट मिला है जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
गौरतलब है कि गुड़गांव में बीते 12 दिनों में 11 लोग आत्महत्या कर चुके हैं।
यहां जोधपुर निवासी 26 वर्षीय युवक जितेन्द्र जैन ने निर्माणाधीन इमारत की चौथी मंजिल से कूद कर आत्महत्या कर ली। वह आईटी कंपनी में काम करता था। परिजनों के अनुसार मृतक किसी बात को लेकर काफी समय से परेशान था।टिप्पणियां
वहीं दूसरी ओर गुड़गांव के आईबीबो डॉट कॉम कंपनी में काम करने वाली साफ्टवेयर इंजीनियर युवती ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके शव के पास पुलिस को एक नोट मिला है जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
गौरतलब है कि गुड़गांव में बीते 12 दिनों में 11 लोग आत्महत्या कर चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर गुड़गांव के आईबीबो डॉट कॉम कंपनी में काम करने वाली साफ्टवेयर इंजीनियर युवती ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसके शव के पास पुलिस को एक नोट मिला है जिसमें उसने अपनी मौत के लिए किसी को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
गौरतलब है कि गुड़गांव में बीते 12 दिनों में 11 लोग आत्महत्या कर चुके हैं।
गौरतलब है कि गुड़गांव में बीते 12 दिनों में 11 लोग आत्महत्या कर चुके हैं। | यहाँ एक सारांश है:साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुड़गांव में आत्महत्या के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बुधवार को यहां दो लोगों ने सुसाइड कर लिया। | 12 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: बाबा निगमानंद की सोमवार को मौत हो गई लेकिन जिस लक्ष्य को लेकर वो लड़ रहे थे उसे सफल होते नहीं देख पाए। नैनीताल हाईकोर्ट ने 26 मई को फैसला दिया था कि गंगा के करीब के इलाके में स्टोन क्रशन सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन है लेकिन निगमानंद यह देख नहीं सके। इस समय तक वो कोमा में जा चुके थे। इधर, निगमानंद की मौत के मुद्दे पर बीजेपी का कहना है कि वो हाइकोर्ट के आदेश के खिलाफ आंदोलन कर रहे थे। बीजेपी प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि सरकार ने गंगा को बचाने के लिए जो कदम उठाए थे हाई कोर्ट ने उन्हें खत्म कर दिया था। राज्य सरकार ने उन्हें सबसे अच्छे अस्पताल में भर्ती कराया था। लेकिन कांग्रेस बीजेपी की किसी भी दलील को मानने के लिए तैयार नहीं है। कांग्रेस नेता जनार्दन द्विवेदी के मुताबिक और किसी को निगमानंद के अनशन की जानकारी हो न हो लेकिन उत्तराखंड सरकार को तो इस बारे में मालूम था फिर समय पर कदम क्यों नहीं उठाया गया। इधर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश ने निगमानंद को राज्य और केंद्र सरकार के लिए तमाचा बताया है। रमेश ने कहा कि राज्य सरकार ने जिम्मेदारी का परिचय नहीं दिया। उनका कहना था कि उन्होंने इस मुद्दे पर राज्य सरकार को चिट्ठी लिखी थी और उत्तराखंड सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया और बाद में बाबा निगमानंद की मौत हो गई। | संक्षिप्त पाठ: बाबा निगमानंद की सोमवार को मौत हो गई लेकिन जिस लक्ष्य को लेकर वो लड़ रहे थे उसे सफल होते नहीं देख पाए। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: मस्जिदों में महिलाओं के प्रवेश और सबके साथ नमाज अदा करने की आजादी के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को इस पर सुनवाई करेगा.
महाराष्ट्र के दंपति यास्मीन जुबेर अहमद पीरजादा और जुबेर अहमद पीरजादा की याचिका में सबरीमाला की तर्ज पर सबको लैंगिक आधार पर भी बराबरी का अधिकार देने की मांग की गई है. याचिका में संविधान के अनुच्छेद 14,15,21, 15 और 29 का भी हवाला दिया गया है.
याचिका में इस्लाम के मूल आधार, यानी कुरान और हजरत मोहम्मद साहब के हवाले से कहा गया है कि उन्होंने कभी मर्द-औरत में फर्क नहीं रखा. बात सिर्फ अकीदे यानी श्रद्धा और ईमान की है. कुरान और हजरत ने कभी औरतों के मस्जिद में दाखिल होकर नमाज अदा करने की खिलाफत नहीं की. लेकिन कुरान को आधार बनाकर इस्लाम की व्याख्या करने वालों ने औरतों से भेदभाव शुरू किया.
याचिका में कहा गया है कि मौजूदा दौर में कुछ मस्जिदों में जहां औरतों को नमाज अदा करने की छूट है, वहां उनके आने-जाने के दरवाजे ही नहीं नमाज अदा करने की जगह भी अलग होती है. | संक्षिप्त सारांश: महाराष्ट्र के दंपति यास्मीन और जुबेर अहमद पीरजादा की याचिका
सबरीमाला की तरह लैंगिक आधार पर बराबरी का अधिकार देने की मांग
कुरान और हजरत ने औरतों के मस्जिद में नमाज अदा करने की खिलाफत नहीं की | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: संसद के उच्च सदन राज्यसभा में ट्रिपल तलाक बिल पर सरकार और विपक्ष में खूब हंगामा हुआ. राज्यसभा की आज की कार्यवाही काफी हंगामेदार रही. एक ओर कांग्रेस इस विधेयक को संसदीय समिति में भेजने पर अड़ी है, वहीं सरकार इस बिल को संसदीय समिति में भेजने से इनकार कर रही है. राज्यसभा में इसी बात पर सरकार और विपक्ष के बीच खूब हंगामा हुआ और इसी के मद्देनजर सभापति ने आज की कार्यवाही को कल तक के लिए स्थगित कर दिया है.
राज्यसभा में बुधवार को समूचा विपक्ष एकजुट होकर सरकार से भिड़ गया था, और बहस को बाधित कर इस मांग पर अड़ा रहा कि बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने के प्रस्ताव पर वोटिंग करवाई जाए. इंस्टैंट ट्रिपल तलाक को गैरकानूनी घोषित कर उसके लिए तीन साल तक की कैद की सज़ा का प्रावधान करने वाले बिल को लोकसभा में पिछले सप्ताह ही पारित कर दिया गया था, जहां केंद्र सरकार खासे बहुमत में है. सूत्रों ने बताया कि अब यह बिल संसद के अगले सत्र में ही पारित हो पाएगा, क्योंकि अब समिति का गठन किया जाना होगा और फिर वह समिति विधेयक की समीक्षा कर बिल में बदलावों को लेकर सुझाव देगी.
सरकार इस बिल को राज्यसभा में भी इसी सत्र में पारित करवाने की कोशिश कर रही थी, जो शुक्रवार को समाप्त हो रहा है. लेकिन चूंकि सरकार के पास उच्च सदन में बहुमत भी नहीं है, और इस बिल को लेकर तो दो सहयोगी दल - शिवसेना तथा तेलुगूदेशम पार्टी - भी उनका साथ नही दे रहे हैं. इनके अलावा एआईएडीएमके तथा बीजू जनता दल जैसे मित्र दल भी इस मुद्दे पर सरकार को समर्थन नहीं दे रहे हैं, और चाहते हैं कि विधेयक को सेलेक्ट कमेटी के पास भेज दिया जाए. | समिति विधेयक की समीक्षा कर बिल में बदलावों को लेकर सुझाव देगी
राज्यसभा में बुधवार को समूचा विपक्ष एकजुट होकर सरकार से भिड़ गया था
लोकसभा में पिछले सप्ताह ये बिल पारित हो चुका है | 28 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: A post shared by KESARI Movie (@kesarimovie) on Mar 29, 2019 at 11:34am PDT
फिल्म की कमाई के पड़ावों की बात करें तो केसरी (Kesari) ने 50 करोड़ का आकंड़ा सिर्फ 3 दिनों में पूरा कर लिया था. चौथे दिन फिल्म 75 करोड़ के क्लब में पहुंच चुकी थी. रिलीज के एक हफ्ते पूरे होने तक फिल्म 100 करोड़ क्लब में शामिल हो चुकी थी तो वहीं 25वें दिन केसरी (Kesari) ने 150 करोड़ की कमाई पूरी कर ली थी. बता दें कि फिल्म को जबरदस्त ओपनिंग मिली थी. कमाई के पहले दिन ही केसरी ने 20.40 करोड़ की कमाई कर ली थी. दर्शकों को इस रिस्पॉन्स को देखते हुए अभी तक अक्षय कुमार (Akshay Kumar) और परिणीति चोपड़ा (Parineeti Chopra) की फिल्म केसरी (Kesari) को सिनेमा घरों में जगह मिली हुई है. हालांकि फिल्म के शो जरूर कम हो गए हैं लेकिन फिल्म अगले एक हफ्ते तक सिनेमा घरों में लगे रहने की संभावना है.
अक्षय कुमार (Akshay Kumar) ने इस फिल्म में जबरदस्त एक्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया है.अक्षय कुमार और परिणीति चोपड़ा की फिल्म 'केसरी' (Kesari) 'सारागढ़ी के युद्ध (Battle of Saragarhi)' पर आधारित है. उनकी फिल्म को साल 2019 की सबसे बड़ी ओपनिंग भी मिली है. अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की 'केसरी' को आलोचकों की खूब वाहवाही भी मिली और क्रिटिक्स से अच्छी रेटिंग भी मिली. 'केसरी' को अनुराग सिंह ने डायरेक्ट किया है और करण जौहर ने इसे प्रोड्यूस किया है. | संक्षिप्त सारांश: 'केसरी' की रफ्तार हुई कम
करोड़ों से घटकर लाखों में आ गई कमाई
फिल्म 'कंलक' के रिलीज होने से पड़ा फर्क | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: Weight Loss Diet: वजन कम करने के लिए भोजन का सही चुनाव करना जरूरी है. तेजी से वजन कम करने के लिए आपको कुछ चीजों को अपनी डाइट से निकालना होगा. वेट लॉस डाइट प्लान (Weight loss Diet Plan) फॉलो कर आप मोटापा घटा सकते हैं. सही व्यायाम यानी वेट लॉस एक्सरसाइज (Weight loss Exercise) के साथ डाइट भी पेटी की चर्बी कम कर सकती है. तोंद घटाने के लिए कुछ लोग घरेलू उपाय (Weight Loss Home Remedies), वजन कम करने की दवाई (Weight Loss Medicine), वजन कम करने के लिए भोजन (Weight Loss Food), वजन घटाने के लिए व्यायाम तलाशते रहते हैं. जब इन सब चीजों से कुछ नहीं होता तो आप तोंद को अंदर करने के लिए आपको अपनी डाइट से मोटापा (Obesity) बढ़ाने वाली चीजों को हटाना होगा.
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आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ ऐसे फूड्स भी हैं जो हेल्दी हैं लेकिन आपका वजन घटाने का कोशिश को नाकाम कर सकते हैं. तो हम बता रहे हैं ऐसे 5 सुपरफूड्स (Superfoods) के बारे में जिनको अपनी डाइट से हटाकर ही आप पेट की चर्बी को कम कर सकते हैं.
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फायदों से भरी है सस्ता बादाम कही जाने वाली यह चीज, हड्डियों को बनाती है मजबूत
चीनी या मीठे की जगह हर कोई शहद खाता है. सभी को लगता है कि रोजाना शहद का सेवन वजन कम करने में सहायक है क्योंकि यह एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टिरियल है, इसी वजह से हेल्दी मीठा माना जाता है. लेकिन शहद में मौजूद किलोजूल चीनी की ही तरह हानिकारक होता है. इसीलिए शहद का सेवन करें, लेकिन कम मात्रा में.
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बाकि मक्खनों के मुकाबले पीनट बटर को ज्यादा हेल्दी माना जाता है. लेकिन सिर्फ एक चम्मच से शरीर को 200 कैलॉरीज मिलती हैं. इसलिए इसे भी कम ही खाएं तो अच्छा.
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घर का बना दही प्रोटीन का सबसे बेहतर डेयरी प्रोडक्ट है दही. ये खाने को पचाने के अलावा हड्डियों को भी मजबूत बनाता है. लोग वजन घटाने के लिए इसका ज्यादा सेवन करते हैं. लेकिन इसका ज्यादा सेवन घटते वजन में रुकावट ला सकता है.
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वजन घटाने के लिए फल सबसे सही हैं और इनसे आपको पोषण भी मिलता-रहता है. इससे शरीर को लिक्विड के साथ सभी जरूरी विटामिन्स भी मिल जाते हैं. लेकिन आम और अनानास ना ही खाएं तो बेहतर. ये दोनों फल खाने में बहुत स्वादिष्ट होते हैं लेकिन इनमें मौजूद कैलॉरीज वजन कम करने में रुकावट पैदा कर सकती है.
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अखरोट विटामिन ई, आइरन, पोटेशियम, जिंक, एंटी-ऑक्सीडेंट्स और ओमेगा 3 फैटी से भरपूर होता है. वजन घटाने के लिए इसे डाइट में भी शामिल किया जाता है, लेकिन कई बार इसके छोटे साइज के चक्कर में इन्हें ज्यादा खा लिया जाता है. इसीलिए जरूरी है कि इन्हें गिनकर खाया जाए. नहीं तो, हर बार आप ज्यादा अखरोट के जरिए 50 से 80 प्रतिशत फैट्स रोजाना खाते रहेंगे.
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दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: वीवीआईपी लोगों के लिए 12 हेलीकॉप्टरों के सौदे के लिए ऑगस्टा वेस्टलैंड द्वारा घूस देने के मामले की जहां सीबीआई जांच जारी है, वहीं एनडीटीवी के हाथ आए कुछ दस्तावेजों से पता चलता है कि ऑगस्टा वेस्टलैंड ने दिल्ली पुलिस को हेलीकॉप्टरों और उसके कल-पुर्जों की आपूर्ति के सौदे के लिए एक कंपनी को कमीशन देने का प्रस्ताव भी दिया था। हालांकि यह सौदा नहीं हुआ और एनडीटीवी अपने स्तर से इन दस्तावेजों की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता है।
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नीरज कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि अगस्त, 2009 में जब तथाकथित सौदे पर हस्ताक्षर हुए, उस वक्त वह एक सीनियर अधिकारी के रूप में प्रशासन और सुरक्षा के इंचार्ज थे और ऑगस्टा वेस्टलैंड के साथ किसी सौदे पर विचार नहीं किया गया।
इस 'इंटरनल एंग्रीमेंट', प्रभावी रूप से एक सलाहकारीय समझौते पर ऑगस्टा वेस्टलैंड के प्रमुख ब्रूनो स्पागनोलिनी के हस्ताक्षर हैं, जो वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर इटली में नजरबंद हैं। इस एंग्रीमेंट में न्यूयॉर्क आधारित गैनटन लिमिटेड कंपनी को हेलीकॉप्टरों की बिक्री के लिए आठ प्रतिशत और कल-पुर्जों के लिए 15 प्रतिशत कमीशन के प्रस्ताव का जिक्र है। इस कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले अभिषेक वर्मा हथियारों के विवादित सौदे के आरोप में जेल में हैं। टिप्पणियां
दस्तावेज के मुताबिक कमीशन तभी लागू होता, जब अंतिम रूप से सौदा तय हो जाता। गैनटन के अध्यक्ष एडमंड एलेन पिछले साल की शुरुआत से भारत सरकार को अभिषेक वर्मा के अवैध और भ्रष्ट कारनामों के बारे में चिट्ठी लिखते रहे हैं। वर्मा कभी एलेन के बिजनेस सहयोगी थे। गैनटन और ऑगस्टा वेस्टलैंड ने फिलहाल इस बारे में टिप्पणी करने के आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सरकार का कहना है कि चूंकि यह डील अमल में आई ही नहीं, इसलिए ऑगस्टा वेस्टलैंड या इसके हेलीकॉप्टरों को लेकर दूसरे किसी घोटाले की आशंका नहीं है। लेकिन अगर ये दस्तावेज प्रामाणिक हैं तो यह साफ तौर पर जाहिर करता है कि देश में जहां रक्षा सौदों को बिना बिचौलिये और बिना कमीशन के आधार पर किया जाना चाहिए, वहीं ये सौदे कई बार निजी पार्टियों के बीच अघोषित समझौते के इर्द-गिर्द भी घूमते रहते हैं।
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर नीरज कुमार ने एनडीटीवी से कहा कि अगस्त, 2009 में जब तथाकथित सौदे पर हस्ताक्षर हुए, उस वक्त वह एक सीनियर अधिकारी के रूप में प्रशासन और सुरक्षा के इंचार्ज थे और ऑगस्टा वेस्टलैंड के साथ किसी सौदे पर विचार नहीं किया गया।
इस 'इंटरनल एंग्रीमेंट', प्रभावी रूप से एक सलाहकारीय समझौते पर ऑगस्टा वेस्टलैंड के प्रमुख ब्रूनो स्पागनोलिनी के हस्ताक्षर हैं, जो वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर इटली में नजरबंद हैं। इस एंग्रीमेंट में न्यूयॉर्क आधारित गैनटन लिमिटेड कंपनी को हेलीकॉप्टरों की बिक्री के लिए आठ प्रतिशत और कल-पुर्जों के लिए 15 प्रतिशत कमीशन के प्रस्ताव का जिक्र है। इस कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले अभिषेक वर्मा हथियारों के विवादित सौदे के आरोप में जेल में हैं। टिप्पणियां
दस्तावेज के मुताबिक कमीशन तभी लागू होता, जब अंतिम रूप से सौदा तय हो जाता। गैनटन के अध्यक्ष एडमंड एलेन पिछले साल की शुरुआत से भारत सरकार को अभिषेक वर्मा के अवैध और भ्रष्ट कारनामों के बारे में चिट्ठी लिखते रहे हैं। वर्मा कभी एलेन के बिजनेस सहयोगी थे। गैनटन और ऑगस्टा वेस्टलैंड ने फिलहाल इस बारे में टिप्पणी करने के आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सरकार का कहना है कि चूंकि यह डील अमल में आई ही नहीं, इसलिए ऑगस्टा वेस्टलैंड या इसके हेलीकॉप्टरों को लेकर दूसरे किसी घोटाले की आशंका नहीं है। लेकिन अगर ये दस्तावेज प्रामाणिक हैं तो यह साफ तौर पर जाहिर करता है कि देश में जहां रक्षा सौदों को बिना बिचौलिये और बिना कमीशन के आधार पर किया जाना चाहिए, वहीं ये सौदे कई बार निजी पार्टियों के बीच अघोषित समझौते के इर्द-गिर्द भी घूमते रहते हैं।
इस 'इंटरनल एंग्रीमेंट', प्रभावी रूप से एक सलाहकारीय समझौते पर ऑगस्टा वेस्टलैंड के प्रमुख ब्रूनो स्पागनोलिनी के हस्ताक्षर हैं, जो वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे को लेकर इटली में नजरबंद हैं। इस एंग्रीमेंट में न्यूयॉर्क आधारित गैनटन लिमिटेड कंपनी को हेलीकॉप्टरों की बिक्री के लिए आठ प्रतिशत और कल-पुर्जों के लिए 15 प्रतिशत कमीशन के प्रस्ताव का जिक्र है। इस कंपनी के प्रतिनिधि के रूप में काम करने वाले अभिषेक वर्मा हथियारों के विवादित सौदे के आरोप में जेल में हैं। टिप्पणियां
दस्तावेज के मुताबिक कमीशन तभी लागू होता, जब अंतिम रूप से सौदा तय हो जाता। गैनटन के अध्यक्ष एडमंड एलेन पिछले साल की शुरुआत से भारत सरकार को अभिषेक वर्मा के अवैध और भ्रष्ट कारनामों के बारे में चिट्ठी लिखते रहे हैं। वर्मा कभी एलेन के बिजनेस सहयोगी थे। गैनटन और ऑगस्टा वेस्टलैंड ने फिलहाल इस बारे में टिप्पणी करने के आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सरकार का कहना है कि चूंकि यह डील अमल में आई ही नहीं, इसलिए ऑगस्टा वेस्टलैंड या इसके हेलीकॉप्टरों को लेकर दूसरे किसी घोटाले की आशंका नहीं है। लेकिन अगर ये दस्तावेज प्रामाणिक हैं तो यह साफ तौर पर जाहिर करता है कि देश में जहां रक्षा सौदों को बिना बिचौलिये और बिना कमीशन के आधार पर किया जाना चाहिए, वहीं ये सौदे कई बार निजी पार्टियों के बीच अघोषित समझौते के इर्द-गिर्द भी घूमते रहते हैं।
दस्तावेज के मुताबिक कमीशन तभी लागू होता, जब अंतिम रूप से सौदा तय हो जाता। गैनटन के अध्यक्ष एडमंड एलेन पिछले साल की शुरुआत से भारत सरकार को अभिषेक वर्मा के अवैध और भ्रष्ट कारनामों के बारे में चिट्ठी लिखते रहे हैं। वर्मा कभी एलेन के बिजनेस सहयोगी थे। गैनटन और ऑगस्टा वेस्टलैंड ने फिलहाल इस बारे में टिप्पणी करने के आग्रह पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
सरकार का कहना है कि चूंकि यह डील अमल में आई ही नहीं, इसलिए ऑगस्टा वेस्टलैंड या इसके हेलीकॉप्टरों को लेकर दूसरे किसी घोटाले की आशंका नहीं है। लेकिन अगर ये दस्तावेज प्रामाणिक हैं तो यह साफ तौर पर जाहिर करता है कि देश में जहां रक्षा सौदों को बिना बिचौलिये और बिना कमीशन के आधार पर किया जाना चाहिए, वहीं ये सौदे कई बार निजी पार्टियों के बीच अघोषित समझौते के इर्द-गिर्द भी घूमते रहते हैं।
सरकार का कहना है कि चूंकि यह डील अमल में आई ही नहीं, इसलिए ऑगस्टा वेस्टलैंड या इसके हेलीकॉप्टरों को लेकर दूसरे किसी घोटाले की आशंका नहीं है। लेकिन अगर ये दस्तावेज प्रामाणिक हैं तो यह साफ तौर पर जाहिर करता है कि देश में जहां रक्षा सौदों को बिना बिचौलिये और बिना कमीशन के आधार पर किया जाना चाहिए, वहीं ये सौदे कई बार निजी पार्टियों के बीच अघोषित समझौते के इर्द-गिर्द भी घूमते रहते हैं। | यहाँ एक सारांश है:एनडीटीवी के हाथ आए कुछ दस्तावेजों से पता चलता है कि ऑगस्टा वेस्टलैंड ने दिल्ली पुलिस को हेलीकॉप्टरों और उसके कल-पुर्जों की आपूर्ति के सौदे के लिए एक कंपनी को कमीशन देने का प्रस्ताव भी दिया था। हालांकि यह सौदा नहीं हुआ। | 12 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: NDTV को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनिल धीरूभाई अंबानी समूह और स्वान टेलीकॉम के रिश्तों की जांच सीबीआई करेगी। माना जा रहा है कि 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन में स्वान टेलीकॉम को कथित तौर पर फायदा हुआ है। सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक स्वान टेलीकॉम ने अनिल अंबानी के लिए काम किया। जस्टिस पाटिल कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में विस्तार से बताया है कि ए राजा के मंत्री रहते हुए स्वान को कैसे फायदा हुआ। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि टेलीकॉम अधिकारियों ने स्वान टेलीकॉम की शेयर होल्डिंग पर शक जाहिर किया। जनवरी, 2008 में स्वान टेलीकॉम की योग्यता पर दो बार सवाल उठाए गए। सिद्धार्थ बेहुरा ने कहा कि स्वान पात्रता नियमों को पूरा करती है और मंत्री के सामने स्वान का आवेदन पेश किया। रिपोर्ट में राजा का नाम तो नहीं है, लेकिन कहा गया है कि मंत्री ने स्वान की अर्जी मंजूर कर दी। इस मामले पर एडीएजी ने सफाई दी है। एडीएजी ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत सीबीआई 2001 से लेकर 2008 के बीच तमाम मुद्दों को लेकर कई टेलीकॉम कंपनियों की पिछले कई हफ्तों से जांच कर रही है। इसी सिलसिले में सीबीआई ने रिलायंस एडीएजी समूह के कुछ अधिकारियों से पूछताछ की है और हम इस सिलसिले में पूरा सहयोग कर रहे हैं। | NDTV को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अनिल धीरूभाई अंबानी समूह और स्वान टेलीकॉम के रिश्तों की जांच सीबीआई करेगी। | 28 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को घोषणा की कि कर्तव्य का पालन करते हुए अपनी जान गंवाने वाले अर्धसैनिक बल के हर एक जवान को एक-एक करोड़ रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे. उन्होंने यह ऐलान भी किया कि अर्धसैनिक कांस्टेबलों के 34,000 पदों को हेड कांस्टेबल के तौर पर अपग्रेड किया गया है. शेराथांग सीमा चौकी में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) बल के एक ‘सैनिक सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि राष्ट्र अपने अर्धसैनिक जवानों के त्याग को सराहता है और उसे उन पर गर्व है. अर्धसैनिक बल देश के मध्य एवं पूर्वी हिस्सों में नक्सलियों जबकि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों का मुकाबला करते रहे हैं. इसके अलावा, वे दुर्गम इलाकों में सीमा की रक्षा भी करते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे जवानों के बलिदान की भरपाई धन से नहीं की जा सकती. लेकिन शहीदों के परिवारों को किसी तरह की मुश्किल नहीं आनी चाहिए. लिहाजा, मैं सुनिश्चित करूंगा कि अर्धसैनिक बल के हर एक जवान को मुआवजे के तौर पर कम से कम एक करोड़ रुपये मिलें.’’ छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने की घटना के करीब एक महीने बाद गृह मंत्री ने यह घोषणा की है.
इससे पहले, गृह मंत्री ने यहां भारत-चीन सीमा चौकी का दौरा किया और सुरक्षा हालात की समीक्षा की. गृह मंत्री ने कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों के कल्याण के लिए काफी कुछ किया गया है, लेकिन आने वाले दिनों में काफी कुछ किए जाने की जरूरत है. राजनाथ ने आईटीबीपी जवानों से कहा कि वे गृह मंत्रालय की ओर से हाल में शुरू किए गए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं ताकि मंत्रालय उनका समाधान कर सके.टिप्पणियां
गृह मंत्री ने ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात जवानों के भत्तों में एकरूपता लाने की आईटीबीपी की मांग पर विचार करने का भी आश्वासन दिया. भारत-चीन सीमा की कुल लंबाई 3,488 किलोमीटर है, जिसमें 1,597 किलोमीटर जम्मू-कश्मीर, 200 किलोमीटर हिमाचल प्रदेश, 345 किलोमीटर उत्तराखंड, 220 किलोमीटर सिक्किम और 1,126 किलोमीटर अरुणाचल प्रदेश में है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे जवानों के बलिदान की भरपाई धन से नहीं की जा सकती. लेकिन शहीदों के परिवारों को किसी तरह की मुश्किल नहीं आनी चाहिए. लिहाजा, मैं सुनिश्चित करूंगा कि अर्धसैनिक बल के हर एक जवान को मुआवजे के तौर पर कम से कम एक करोड़ रुपये मिलें.’’ छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के हमले में सीआरपीएफ के 25 जवानों के शहीद होने की घटना के करीब एक महीने बाद गृह मंत्री ने यह घोषणा की है.
इससे पहले, गृह मंत्री ने यहां भारत-चीन सीमा चौकी का दौरा किया और सुरक्षा हालात की समीक्षा की. गृह मंत्री ने कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों के कल्याण के लिए काफी कुछ किया गया है, लेकिन आने वाले दिनों में काफी कुछ किए जाने की जरूरत है. राजनाथ ने आईटीबीपी जवानों से कहा कि वे गृह मंत्रालय की ओर से हाल में शुरू किए गए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं ताकि मंत्रालय उनका समाधान कर सके.टिप्पणियां
गृह मंत्री ने ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात जवानों के भत्तों में एकरूपता लाने की आईटीबीपी की मांग पर विचार करने का भी आश्वासन दिया. भारत-चीन सीमा की कुल लंबाई 3,488 किलोमीटर है, जिसमें 1,597 किलोमीटर जम्मू-कश्मीर, 200 किलोमीटर हिमाचल प्रदेश, 345 किलोमीटर उत्तराखंड, 220 किलोमीटर सिक्किम और 1,126 किलोमीटर अरुणाचल प्रदेश में है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले, गृह मंत्री ने यहां भारत-चीन सीमा चौकी का दौरा किया और सुरक्षा हालात की समीक्षा की. गृह मंत्री ने कहा कि अर्धसैनिक बलों के जवानों के कल्याण के लिए काफी कुछ किया गया है, लेकिन आने वाले दिनों में काफी कुछ किए जाने की जरूरत है. राजनाथ ने आईटीबीपी जवानों से कहा कि वे गृह मंत्रालय की ओर से हाल में शुरू किए गए मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं ताकि मंत्रालय उनका समाधान कर सके.टिप्पणियां
गृह मंत्री ने ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात जवानों के भत्तों में एकरूपता लाने की आईटीबीपी की मांग पर विचार करने का भी आश्वासन दिया. भारत-चीन सीमा की कुल लंबाई 3,488 किलोमीटर है, जिसमें 1,597 किलोमीटर जम्मू-कश्मीर, 200 किलोमीटर हिमाचल प्रदेश, 345 किलोमीटर उत्तराखंड, 220 किलोमीटर सिक्किम और 1,126 किलोमीटर अरुणाचल प्रदेश में है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गृह मंत्री ने ऊंचाई वाले इलाकों में तैनात जवानों के भत्तों में एकरूपता लाने की आईटीबीपी की मांग पर विचार करने का भी आश्वासन दिया. भारत-चीन सीमा की कुल लंबाई 3,488 किलोमीटर है, जिसमें 1,597 किलोमीटर जम्मू-कश्मीर, 200 किलोमीटर हिमाचल प्रदेश, 345 किलोमीटर उत्तराखंड, 220 किलोमीटर सिक्किम और 1,126 किलोमीटर अरुणाचल प्रदेश में है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: 'शहीदों के परिवारों को किसी तरह की मुश्किल नहीं आनी चाहिए'
'अर्धसैनिक बलों के जवानों के कल्याण के लिए काफी कुछ किया गया है'
गृह मंत्री ने सीमा चौकी का दौरा किया और सुरक्षा हालात की समीक्षा की | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका में भारत की राजदूत निरूपमा राव ने अमेरिकी विद्यार्थियों को संरक्षणवाद के कुप्रभावों के प्रति सतर्क रहने को कहा है, क्योंकि इससे वैश्वीकरण के इस युग में आर्थिक वृद्धि और विकास में रुकावट आती है।
राव ने यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा, गैंसविले के दीक्षांत समारोह में अपने सम्बोधन में शुक्रवार को कहा, "देशों की सीमाएं लगातार लचीली हो रही हैं, और एक समय में वे बिल्कुल अप्रासंगिक हो जाएंगी, क्योंकि लोगों को व्यापार व कारोबार के लिए मुक्त आवागमन और बिना बाधा के यात्रा की छूट होगी।"
राव ने कहा, "ऐसी स्थिति में संरक्षणवाद आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए बाधा बन जाता है, क्योंकि यह लोगों, वस्तु एवं सेवाओं, विचारों और प्रौद्योगिकियों के प्रवाह के रास्ते में बाधा बनता है। यह दीवारें खड़ी करता है और यह अधोगामी है।"
राव ने कहा, "हमें इसके घातक प्रभावों के प्रति हरहाल में सचेत रहना चाहिए। वैश्वीकरण कई मामलों में आज दुनिया को जोड़ता है, लेकिन यह असंतोष भी फैलाता है।"
राव ने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अपनी शिक्षा के उपयोग के जरिए दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहिए। उन्होंने आशा जाहिर की कि ये विद्यार्थी "दोनों लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका के बीच एक बेहतर और उच्च परिणामकारी साझेदारी के निर्माता बनेंगे।"
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा, गैंसविले के दीक्षांत समारोह में अपने सम्बोधन में शुक्रवार को कहा, "देशों की सीमाएं लगातार लचीली हो रही हैं, और एक समय में वे बिल्कुल अप्रासंगिक हो जाएंगी, क्योंकि लोगों को व्यापार व कारोबार के लिए मुक्त आवागमन और बिना बाधा के यात्रा की छूट होगी।"
राव ने कहा, "ऐसी स्थिति में संरक्षणवाद आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए बाधा बन जाता है, क्योंकि यह लोगों, वस्तु एवं सेवाओं, विचारों और प्रौद्योगिकियों के प्रवाह के रास्ते में बाधा बनता है। यह दीवारें खड़ी करता है और यह अधोगामी है।"
राव ने कहा, "हमें इसके घातक प्रभावों के प्रति हरहाल में सचेत रहना चाहिए। वैश्वीकरण कई मामलों में आज दुनिया को जोड़ता है, लेकिन यह असंतोष भी फैलाता है।"
राव ने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अपनी शिक्षा के उपयोग के जरिए दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहिए। उन्होंने आशा जाहिर की कि ये विद्यार्थी "दोनों लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका के बीच एक बेहतर और उच्च परिणामकारी साझेदारी के निर्माता बनेंगे।"
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने कहा, "ऐसी स्थिति में संरक्षणवाद आर्थिक वृद्धि और विकास के लिए बाधा बन जाता है, क्योंकि यह लोगों, वस्तु एवं सेवाओं, विचारों और प्रौद्योगिकियों के प्रवाह के रास्ते में बाधा बनता है। यह दीवारें खड़ी करता है और यह अधोगामी है।"
राव ने कहा, "हमें इसके घातक प्रभावों के प्रति हरहाल में सचेत रहना चाहिए। वैश्वीकरण कई मामलों में आज दुनिया को जोड़ता है, लेकिन यह असंतोष भी फैलाता है।"
राव ने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अपनी शिक्षा के उपयोग के जरिए दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहिए। उन्होंने आशा जाहिर की कि ये विद्यार्थी "दोनों लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका के बीच एक बेहतर और उच्च परिणामकारी साझेदारी के निर्माता बनेंगे।"
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने कहा, "हमें इसके घातक प्रभावों के प्रति हरहाल में सचेत रहना चाहिए। वैश्वीकरण कई मामलों में आज दुनिया को जोड़ता है, लेकिन यह असंतोष भी फैलाता है।"
राव ने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अपनी शिक्षा के उपयोग के जरिए दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहिए। उन्होंने आशा जाहिर की कि ये विद्यार्थी "दोनों लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका के बीच एक बेहतर और उच्च परिणामकारी साझेदारी के निर्माता बनेंगे।"
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने विद्यार्थियों से कहा कि उन्हें अपनी शिक्षा के उपयोग के जरिए दुनिया को एक बेहतर स्थान बनाना चाहिए। उन्होंने आशा जाहिर की कि ये विद्यार्थी "दोनों लोकतंत्रों, भारत और अमेरिका के बीच एक बेहतर और उच्च परिणामकारी साझेदारी के निर्माता बनेंगे।"
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने कहा, "जिस तरह से हम देखते हैं कि कई भारतीय विद्यार्थी इस देश के विश्वविद्यालयों में पढ़ाई करने आ रहे हैं, उसी तरह मैं आशा करती हूं कि अधिक से अधिक अमेरिकी युवा भारत जाएं और भारत के बारे में गम्भीर और व्यापक अध्ययन करें।"
यूनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा में फिलहाल 1100 से अधिक भारतीय विद्यार्थी हैं।टिप्पणियां
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने कहा, "कई भारतीय अकादमिक संस्थानों के साथ सम्पर्क एवं साझेदारी के जरिए यह विश्वविद्यालय भारतीय और अमेरिकी लोगों के बीच अधिक से अधिक आपसी समझ को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।"
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे।
राव ने कहा कि हाल ही में युनिवर्सिटी ऑफ फ्लोरिडा के नेतृत्व में एक अनुसंधान दल को स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योकियों के विकास पर एक पांच वर्षीय 12.50 करोड़ डॉलर की परियोजना में हिस्सा लेने के लिए चुना गया था। जिसमें भारतीय व अमेरिकी अनुसंधान संस्थान, विश्वविद्यालय और उद्योग शामिल थे। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिका में भारत की राजदूत निरूपमा राव ने अमेरिकी विद्यार्थियों को संरक्षणवाद के कुप्रभावों के प्रति सतर्क रहने को कहा है, क्योंकि इससे वैश्वीकरण के इस युग में आर्थिक वृद्धि और विकास में रुकावट आती है। | 11 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: फ्रांसीसी फिल्म निर्देशक ल्यूक बेसन (Luc Besson) ने एक युवा अभिनेत्री के साथ दुष्कर्म करने और उन्हें ड्रग देने की बात से पूरी तरह से इंकार किया है. हॉलीवुड रिपोर्टर डॉट कॉम के मुताबिक, साल 2018 में बेल्जियम-डच अभिनेत्री सैंड वैन रॉय द्वारा उन पर लगाए गए रेप के दावों के मद्देनजर अपने बचाव में ल्यूक ने मंगलवार को एक शो के दौरान अपनी सफाई पेश की. उन्होंने बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में कभी किसी महिला के साथ दुष्कर्म नहीं किया है.
न्यूज चैनल बीएफएमटीवी के साथ एक इंटरव्यू में ल्यूक बेसन (Luc Besson) ने कहा, 'शुरुआत से लेकर आखिर तक यह एक झूठ है. मैंने उस महिला के साथ रेप नहीं किया है. मैंने अपनी जिंदगी में कभी किसी महिला का दुष्कर्म नहीं किया है.' इस बात को बताते हुए ल्यूक की आंखों में आंसू आ गए. उन्होंने कहा, 'मैंने कभी किसी महिला पर हाथ नहीं उठाया है. किसी महिला को कभी धमकाया नहीं है. कभी भी किसी महिला के साथ शारीरिक या नैतिक रूप से जबरदस्ती नहीं की है. मैंने किसी महिला को ड्रग भी नहीं दिया है.'
बता दें कि पेरिस के होटल में हाथापाई होने के बाद वैन रॉय ने ल्यूक बेसन (Luc Besson) पर साल 2018 के मई में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस ने 2 अक्टूबर और 11 दिसंबर को ल्यूक बेसन से पूछताछ की. हालांकि, पुलिस ने इस साल फरवरी में ही केस की छानबीच बीच में छोड़ दी थी. लेकिन वैन रॉय ने फिर से जांच शुरू करवाने के लिए एक न्यायिक अपील दायर की, जिसका फैसला उनके पक्ष में आया. | संक्षिप्त पाठ: ल्यूक बेसन ने सैंड वैन रॉय के आरोपों को किया खारिज
डायरेक्टर ने कहा, कभी किसी महिला का दुष्कर्म नहीं किया
सफाई पेश करते हुए भावुक हो गए थे ल्यूक | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कप्तान एडम गिलक्रिस्ट (नाबाद 85) तथा अजहर महमूद (61) की शानदार अर्द्धशतकीय पारियों की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब ने मंगलवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 63वें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सात विकेट से हरा दिया।
रॉयल चैलेंजर्स से मिले 175 रनों के लक्ष्य को किंग्स इलेवन ने 11 गेंद शेष रहते तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
पहला विकेट जल्द गिरने के बाद किंग्स इलेवन के कप्तान गिलक्रिस्ट ने अजहर महमूद के साथ दूसरे विकेट के लिए 118 रनों की शतकीय साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शान मार्श (8) के रूप में गिरा तथा 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर जब महमूद आउट हुए तो किंग्स इलेवन की जीत की नींव रखी जा चुकी थी। इसके बाद उसे 28 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी।
महमूद ने 41 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा एक छक्का लगाया। महमूद को जयदेव उनदकट ने अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट करवाया।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
रॉयल चैलेंजर्स से मिले 175 रनों के लक्ष्य को किंग्स इलेवन ने 11 गेंद शेष रहते तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
पहला विकेट जल्द गिरने के बाद किंग्स इलेवन के कप्तान गिलक्रिस्ट ने अजहर महमूद के साथ दूसरे विकेट के लिए 118 रनों की शतकीय साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शान मार्श (8) के रूप में गिरा तथा 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर जब महमूद आउट हुए तो किंग्स इलेवन की जीत की नींव रखी जा चुकी थी। इसके बाद उसे 28 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी।
महमूद ने 41 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा एक छक्का लगाया। महमूद को जयदेव उनदकट ने अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट करवाया।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
पहला विकेट जल्द गिरने के बाद किंग्स इलेवन के कप्तान गिलक्रिस्ट ने अजहर महमूद के साथ दूसरे विकेट के लिए 118 रनों की शतकीय साझेदारी कर अपनी टीम को जीत दिलाई।
किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शान मार्श (8) के रूप में गिरा तथा 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर जब महमूद आउट हुए तो किंग्स इलेवन की जीत की नींव रखी जा चुकी थी। इसके बाद उसे 28 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी।
महमूद ने 41 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा एक छक्का लगाया। महमूद को जयदेव उनदकट ने अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट करवाया।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
किंग्स इलेवन का पहला विकेट तीसरे ओवर की तीसरी गेंद पर शान मार्श (8) के रूप में गिरा तथा 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर जब महमूद आउट हुए तो किंग्स इलेवन की जीत की नींव रखी जा चुकी थी। इसके बाद उसे 28 गेंदों में 34 रनों की जरूरत थी।
महमूद ने 41 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा एक छक्का लगाया। महमूद को जयदेव उनदकट ने अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट करवाया।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
महमूद ने 41 गेंदों का सामना कर आठ चौके तथा एक छक्का लगाया। महमूद को जयदेव उनदकट ने अब्राहम डिविलियर्स के हाथों कैच आउट करवाया।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
इसके बाद हालांकि डेविड मिलर कुछ खास नहीं कर सके और दो रन बनाकर पवेलियन वापस लौट गए, लेकिन क्रीज पर जमे गिलक्रिस्ट ने बेहतरीन पारी खेलते हुए टीम को 18.1 ओवर में जीत दिला दी। गिलक्रिस्ट ने 54 गेंदों में 10 चौके तथा तीन छक्के लगाए।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
रॉयल चैलेंजर्स के लिए जहीर खान, उनदकट तथा मुथैया मुरलीधरन को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
इससे पहले, रॉयल चैलेंजर्स की शुरुआत साधारण रही लेकिन दूसरे विकेट के लिए क्रिस गेल (77) और कप्तान विराट कोहली (57) के बीच शानदार शतकीय साझेदारी की बदौलत उसने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 175 रनों का स्कोर खड़ा कर लिया।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
रॉयल चैलेंजर्स ने हालांकि पहला विकेट पांचवें ओवर की पहली गेंद पर ही खो दिया लेकिन उसके बाद दूसरे विकेट की साझेदारी में गेल और कोहली ने बेहतरीन साझेदारी करते हुए 86 गेंदों में 137 रन जोड़ डाले।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
पहला विकेट चेतेश्वर पुजारा (19) के रूप में गिरा। पुजारा को परविंदर अवाना ने डेविड मिलर के हाथों कैच आउट करवाया।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
19वें ओवर की तीसरी गेंद पर जब गेल आउट हुए तब तक रॉयल चैलेंजर्स 159 का स्कोर खड़ा कर चुका था। गेल ने 53 गेंदों का सामना कर चार चौके तथा छह छक्के लगाए।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
कोहली और गेल सहित आखिरी दो ओवरों में रॉयल चैलेंजर्स के चार विकेट गिरे। कोहली ने 43 गेंदों का सामना कर छह चौके तथा दो छक्के जड़े।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
किंग्स इलेवन के लिए अवाना ने तीन विकेट तथा अजहर महमूद ने दो विकेट चटकाए।टिप्पणियां
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
इस हार के साथ ही रॉयल चैलेंजर्स के प्लेऑफ में जाने की संभावनाएं और धूमिल हो गईं। अब उसके 15 मैचों में 16 अंक हैं तथा लीग के ग्रुप चरण में अब उसे सिर्फ एक मैच खेलना है।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला।
दूसरी तरफ मैच जीतकर किंग्स इलेवन के अंकों में दो अंकों का इजाफा तो हो गया, लेकिन प्रतियोगिता के लिहाज से उसे इसका कोई फायदा नहीं होने वाला। | यहाँ एक सारांश है:कप्तान एडम गिलक्रिस्ट (नाबाद 85) तथा अजहर महमूद (61) की शानदार अर्द्धशतकीय पारियों की बदौलत किंग्स इलेवन पंजाब ने मंगलवार को एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के छठे संस्करण के 63वें मैच में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु को सात विके | 4 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: मध्य प्रदेश में पिछले दिनों एक विधेयक पर वोटिंग के दौरान बीजेपी के दो विधायकों के कांग्रेस के पाले में जाने पर बीजेपी आलाकमान की नाराजगी सामने आने के बाद अब राज्य के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने बड़ा बयान दिया है. शिवराज चौहान ने दावा किया कि यदि भाजपा चाहती तो कांग्रेस राज्य में सरकार नहीं बना पाती. उन्होंने संकल्प लिया कि कांग्रेस द्वारा शुरू किए गए इस खेल को वह (शिवराज) खत्म करेंगे. आपको बता दें कि शिवराज चौहान (Shivraj Singh Chouhan) श्रीनगर में पार्टी के सदस्यता अभियान को शुरू करने के लिए पहुंचे थे. उन्होंने कहा, ‘यदि हम चाहते तो कांग्रेस वहां सरकार नहीं बना पाती क्योंकि उसके पास भी बहुमत नहीं था. उसने सपा और बसपा के साथ गठजोड़ कर सरकार बनायी. चूंकि भाजपा को कांग्रेस से कम सीटें मिली थीं, इसलिए मैंने अपने सहयोगियों के यह कहने के बाद भी कि हमें दांव नहीं छोड़ना चाहिए, विपक्ष में बैठने का फैसला किया.'
शिवराज (Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि कहा, ‘जबसे वहां सरकार बनी है, लूट-खसोट के सिवा कुछ नहीं हुआ है. हमने वहां सरकार को कभी परेशान करने का प्रयास नहीं किया लेकिन अब कांग्रेस ने शुरू किया है और हम उसे खत्म करेंगे.' आपको बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश में सत्तारूढ़ कांग्रेस पर हमलावर बीजेपी उस समय बैकफुट पर आ गई थी, जब सरकार ने दंड विधि संशोधन विधेयक पर मत विभाजन कराया. इस दौरान भाजपा के दो विधायकों- नारायण त्रिपाठी और शरद कोल ने विधेयक के पक्ष में वोट कर सबको चौंका दिया. इससे बाहर यह संदेश गया कि पार्टी के भीतर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. इस पूरे मामले पर बीजेपी अध्यक्ष द्वारा कड़ी नाराजगी जताने की भी खबर सामने आई और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दिल्ली ततलब किया गया. | यहाँ एक सारांश है:मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज चौहान का बड़ा बयान
बोले- भाजपा चाहती तो कांग्रेस कभी सरकार नहीं बना पाती
कहा- कांग्रेस ने जो खेल शुरू किया है उसे मैं खत्म करूंगा | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: तमिलनाडु के मदुरै स्थित कामराज विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग की प्रमुख महिला प्रोफेसर पर मंगलवार उन्हीं के एक पूर्व साथी ने चाकू से जानलेवा हमला किया. पुलिस ने हमलावर को गिरफ्तार कर लिया है. महिला प्रोफेसर की भी स्थित खतरे से बाहर बताई गई है.
पुलिस का कहना है कि मदुरई कामराज विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ई जेनेफा (40) पर एक व्यक्ति ने हमला कर दिया. हमलावर की पहचान उन्हीं के एक साथी जोथी मुरुगन के रूप में हुई है. मुरुगन यूनिवर्सिटी में अस्थाईतौर पर अध्यापन का कार्य करता है.
बता दें कि जोथी मुरुगन के खिलाफ शिकायत मिलने पर जेनेफा ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर करते हुए उनका अनुबंध खत्म कर दिया था. इसी बात से नाराज मुरुगन ने जेनेफा पर चाकू से हमला किया.
पुलिस के मुताबिक, जोथी मुरुगन ने प्रोफेसर जेनेफा को अनुबंध न तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी, लेकिन जेनेफा ने उसको नौकरी वापस देने से इनकार कर दिया. जिस के चलते मुरुगन ने जेनेफा पर हमला किया. टिप्पणियां
यह भी पढ़ें : पंजाब में महिला प्रोफेसर अगवा, तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी
हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है.
पुलिस का कहना है कि मदुरई कामराज विश्वविद्यालय की प्रोफेसर ई जेनेफा (40) पर एक व्यक्ति ने हमला कर दिया. हमलावर की पहचान उन्हीं के एक साथी जोथी मुरुगन के रूप में हुई है. मुरुगन यूनिवर्सिटी में अस्थाईतौर पर अध्यापन का कार्य करता है.
बता दें कि जोथी मुरुगन के खिलाफ शिकायत मिलने पर जेनेफा ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर करते हुए उनका अनुबंध खत्म कर दिया था. इसी बात से नाराज मुरुगन ने जेनेफा पर चाकू से हमला किया.
पुलिस के मुताबिक, जोथी मुरुगन ने प्रोफेसर जेनेफा को अनुबंध न तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी, लेकिन जेनेफा ने उसको नौकरी वापस देने से इनकार कर दिया. जिस के चलते मुरुगन ने जेनेफा पर हमला किया. टिप्पणियां
यह भी पढ़ें : पंजाब में महिला प्रोफेसर अगवा, तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी
हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है.
बता दें कि जोथी मुरुगन के खिलाफ शिकायत मिलने पर जेनेफा ने उनकी सेवाएं तत्काल प्रभाव से समाप्त कर करते हुए उनका अनुबंध खत्म कर दिया था. इसी बात से नाराज मुरुगन ने जेनेफा पर चाकू से हमला किया.
पुलिस के मुताबिक, जोथी मुरुगन ने प्रोफेसर जेनेफा को अनुबंध न तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी, लेकिन जेनेफा ने उसको नौकरी वापस देने से इनकार कर दिया. जिस के चलते मुरुगन ने जेनेफा पर हमला किया. टिप्पणियां
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हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है.
पुलिस के मुताबिक, जोथी मुरुगन ने प्रोफेसर जेनेफा को अनुबंध न तोड़ने के लिए रिश्वत की पेशकश की थी, लेकिन जेनेफा ने उसको नौकरी वापस देने से इनकार कर दिया. जिस के चलते मुरुगन ने जेनेफा पर हमला किया. टिप्पणियां
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हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है.
यह भी पढ़ें : पंजाब में महिला प्रोफेसर अगवा, तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी
हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है.
हमलावर को छात्रों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बताया कि, प्रोफेसर जेनेफा के शरीर पर कई बार चाकू से वार किया गया था, पर वह अब सुरक्षित है. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मदुरई कामराज विश्वविद्यालय की घटना.
जोथी मुरुगन अस्थाई रूप से विश्वविद्यालय में नौकरी करता था.
प्रोफेसर ई जेनेफा का अब अस्पताल में इलाज चल रहा है. | 11 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जापान में मानसिक रूप से अक्षम लोगों के एक देखभाल केंद्र पर एक व्यक्ति ने चाकू से हमला कर दिया, जिसमें कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई। स्थानीय अग्निशमन विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि तोक्यो से 50 किलोमीटर दूर सागामिहारा शहर में हुए इस हमले में 25 अन्य लोग घायल हो गए हैं जिनमें से 20 की हालत गंभीर है।
26 वर्षीय हमलावर बाद में पुलिस थाने पहुंचा और उसने अधिकारियों के सामने स्वीकार किया, ‘‘मैंने यह किया है।’’ उसने बताया कि वह केंद्र का एक पूर्व कर्मी था। पुलिस ने बताया कि उन्हें देर रात करीब ढाई बजे सुकुई यामायुरी-एन केंद्र से फोन के जरिए सूचना मिली थी कि चाकू लिए एक व्यक्ति केंद्र में प्रवेश कर रहा है।
‘असाही शिम्बुन’ समाचार पत्र ने पुलिस के हवाले से बताया कि संदिग्ध ने कहा, ‘‘सभी निशक्तजन खत्म हो जाने चाहिए।’’ अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने ‘एएफपी’ से कहा, ‘‘चिकित्सकों ने 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।’’
अन्य विकसित देशों की तुलना में जापान में हिंसा की कम घटनाएं होती हैं, हथियार का उपयोग कर किया गया इस तरह का हमला जापान के लिए आम नहीं है। हालांकि देश में हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं।
2008 में टोक्यो में एक व्यक्ति ने एक किराए पर लिए ट्रक को अकिहबारा जिले के एक भीड़ भरे बाजार में लोगों के ऊपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उसने वहां से गुजरने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
26 वर्षीय हमलावर बाद में पुलिस थाने पहुंचा और उसने अधिकारियों के सामने स्वीकार किया, ‘‘मैंने यह किया है।’’ उसने बताया कि वह केंद्र का एक पूर्व कर्मी था। पुलिस ने बताया कि उन्हें देर रात करीब ढाई बजे सुकुई यामायुरी-एन केंद्र से फोन के जरिए सूचना मिली थी कि चाकू लिए एक व्यक्ति केंद्र में प्रवेश कर रहा है।
‘असाही शिम्बुन’ समाचार पत्र ने पुलिस के हवाले से बताया कि संदिग्ध ने कहा, ‘‘सभी निशक्तजन खत्म हो जाने चाहिए।’’ अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने ‘एएफपी’ से कहा, ‘‘चिकित्सकों ने 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।’’
अन्य विकसित देशों की तुलना में जापान में हिंसा की कम घटनाएं होती हैं, हथियार का उपयोग कर किया गया इस तरह का हमला जापान के लिए आम नहीं है। हालांकि देश में हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं।
2008 में टोक्यो में एक व्यक्ति ने एक किराए पर लिए ट्रक को अकिहबारा जिले के एक भीड़ भरे बाजार में लोगों के ऊपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उसने वहां से गुजरने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
‘असाही शिम्बुन’ समाचार पत्र ने पुलिस के हवाले से बताया कि संदिग्ध ने कहा, ‘‘सभी निशक्तजन खत्म हो जाने चाहिए।’’ अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने ‘एएफपी’ से कहा, ‘‘चिकित्सकों ने 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है।’’
अन्य विकसित देशों की तुलना में जापान में हिंसा की कम घटनाएं होती हैं, हथियार का उपयोग कर किया गया इस तरह का हमला जापान के लिए आम नहीं है। हालांकि देश में हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं।
2008 में टोक्यो में एक व्यक्ति ने एक किराए पर लिए ट्रक को अकिहबारा जिले के एक भीड़ भरे बाजार में लोगों के ऊपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उसने वहां से गुजरने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
अन्य विकसित देशों की तुलना में जापान में हिंसा की कम घटनाएं होती हैं, हथियार का उपयोग कर किया गया इस तरह का हमला जापान के लिए आम नहीं है। हालांकि देश में हिंसा की कुछ घटनाएं हुई हैं।
2008 में टोक्यो में एक व्यक्ति ने एक किराए पर लिए ट्रक को अकिहबारा जिले के एक भीड़ भरे बाजार में लोगों के ऊपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उसने वहां से गुजरने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
2008 में टोक्यो में एक व्यक्ति ने एक किराए पर लिए ट्रक को अकिहबारा जिले के एक भीड़ भरे बाजार में लोगों के ऊपर चढ़ा दिया था। इसके बाद उसने वहां से गुजरने वाले लोगों पर चाकू से हमला किया था। इस हमले में 7 लोगों की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
इस घटना के बाद जापान में 5.5 सेंटीमीटर से ज्यादा लंबे ब्लेड वाले दोमुंहे चाकुओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। इसे रखने पर आरोपी को तीन साल तक की जेल या 5 लाख येन (6 हजार 200 डॉलर) के जुर्माने की सजा दी जाती है।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
साल 2001 में ओसाका के एक प्राथमिक स्कूल में आठ बच्चों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। साल 1995 में जापानी प्रलय के दिन पंथ के लोगों ने टोक्यो सबवे सिस्टम में सरीन गैस लीक कर दी, जिससे 13 लोगों की मौत हो गई और कई यात्री घायल हो गए। पिछले कुछ सालों में जापान में कमजोरों और विकलांगों पर हमले बढ़े हैं।टिप्पणियां
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
इस साल फरवरी में एक पूर्व नर्स को गिरफ्तार किया गया, वह लोगों की सेवा करने उनके घर जाती थी। नर्स ने 87 वर्षीय बुजुर्ग को बाल्कनी से नीचे फेंक दिया था, जिससे उनकी मौत हो गई थी। गिरफ्तारी के बाद नर्स ने 2014 में 80 और 90 साल के दो अन्य लोगों की बाल्कनी से फेंककर हत्या करने की बात स्वीकार की थी।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं।
जापान में बीमार व्यक्तियों की उनके पति या पत्नियों द्वारा हत्या और मानसिक रूप से विक्षिप्त बुजुर्गों की रिश्तेदारों द्वारा हत्या के कुछ मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं। | संक्षिप्त सारांश: टोक्यो शहर से 50 किलोमीटर दूर स्थित निशक्तजनों पर हमला
हमलावर ने चाकू से किया मरीजों पर हमला
हमले में 19 लोगों की मौत हो गई, 25 घायल | 23 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारत के सिक्किम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में आए भूकंप से चीन का स्वायत्त प्रांत तिब्बत भी प्रभावित हुआ है और वहां कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 22 अन्य घायल हो गए। भूकंप के कारण तिब्बत के यादोंग काउंटी में कई जगह भूस्खलन हुआ, जिससे यातायात, बिजली और जल आपूर्ति प्रभावित हुई। यह इलाका कल आए 6.9 स्तर के भूकंप के केंद्र सिक्किम से 40 किलोमीटर दूर है। सरकारी संवाद समिति शिंहुआ ने सोमवार को बताया कि यादोंग का प्रशासन देखने वाले शिगाजे प्रांत के स्थानीय अधिकारियों ने राहत सामग्री की तीव्र आपूर्ति के लिए मलबे को हटाने के लिए मजदूरों को लगाया है। हिमालय पर बसे इस काउंटी के लिए सड़क यातायात को खोल दिया गया है। आज सुबह काउंटी पहुंचे संवाददाताओं ने सड़कों पर बने शिविरों में दर्जनों भूकंप पीड़ितों को देखा। भारत नेपाल सीमा पर कल शाम 6:11 बजे (स्थानीय समय) भूकंप आया, जिसका केंद्र सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 68 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में 19.7 किलोमीटर की गहराई पर था। | संक्षिप्त पाठ: भारत के सिक्किम और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में आए भूकंप से चीन का स्वायत्त प्रांत तिब्बत भी प्रभावित हुआ है और वहां 7 लोगों की मौत हो गई। | 22 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा के मंगलवार पदभार ग्रहण करने के बीच पाकिस्तान ने कहा है कि भारत के साथ लगती पूर्वी सीमा पर देश का ध्यान बना रहेगा जबकि अमेरिका ने उसे पड़ोसियों के खिलाफ आतंकवादी हमलों के लिए अपनी सरजमीं का इस्तेमाल नहीं करने देने के वादे को पूरा करने की याद दिलाई.
बाजवा पाकिस्तान के निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ से दुनिया की छठी सबसे बड़ी सेना (सैनिकों की संख्या के लिहाज से) की कमान संभालेंगे. राहील शरीफ ने बतौर सेना प्रमुख सोमवार यहां राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से अंतिम बार भेंट की. रेडियो पाकिस्तान की खबर है कि शरीफ और हुसैन ने सेना प्रमुख के तौर पर राहील की बहुमूल्य सेवा की तारीफ की और सेवानिवृति के उपरांत सुखमय जीवन की कामना की.
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज से कहा, ''सेना की नीति जारी रहेगी और (बाजवा के नेतृत्व में) उसमें तत्काल कोई तब्दीली नहीं होगी.'' उन्होंने कहा, ''देश की पूर्वी सीमा पर ध्यान बना रहेगा और सशस्त्र बल राष्ट्र के सहयोग से सारी चुनौतियों से निबटेगी.'' उन्होंने कहा, ''राहील शरीफ ने जो नजीर कायम की है, उनके आलोक में उनकी विरासत जारी रहेगी.'' रक्षा मंत्री ने आस जताई कि सरकार एवं सैन्य नेतृत्व देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम करते रहेंगे.
जनरल राहील 20 सालों से भी अधिक समय में अपने कार्यकाल के समापन पर पद से हटने वाले पहले सेना प्रमुख होंगे.
इसी बीच अमेरिका ने नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि देश अपनी सरजमीं का इस्तेमाल पड़ोसियों के खिलाफ कभी नहीं होने देगा.टिप्पणियां
इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा की नियुक्ति का स्वागत किया. मंगलवार को रिटायर होने जा रहे राहील 2013 में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा जनरल अशफाक परवेज कयानी की सेवानिवृति पर सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बाजवा पाकिस्तान के निवर्तमान सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ से दुनिया की छठी सबसे बड़ी सेना (सैनिकों की संख्या के लिहाज से) की कमान संभालेंगे. राहील शरीफ ने बतौर सेना प्रमुख सोमवार यहां राष्ट्रपति ममनून हुसैन और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से अंतिम बार भेंट की. रेडियो पाकिस्तान की खबर है कि शरीफ और हुसैन ने सेना प्रमुख के तौर पर राहील की बहुमूल्य सेवा की तारीफ की और सेवानिवृति के उपरांत सुखमय जीवन की कामना की.
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज से कहा, ''सेना की नीति जारी रहेगी और (बाजवा के नेतृत्व में) उसमें तत्काल कोई तब्दीली नहीं होगी.'' उन्होंने कहा, ''देश की पूर्वी सीमा पर ध्यान बना रहेगा और सशस्त्र बल राष्ट्र के सहयोग से सारी चुनौतियों से निबटेगी.'' उन्होंने कहा, ''राहील शरीफ ने जो नजीर कायम की है, उनके आलोक में उनकी विरासत जारी रहेगी.'' रक्षा मंत्री ने आस जताई कि सरकार एवं सैन्य नेतृत्व देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम करते रहेंगे.
जनरल राहील 20 सालों से भी अधिक समय में अपने कार्यकाल के समापन पर पद से हटने वाले पहले सेना प्रमुख होंगे.
इसी बीच अमेरिका ने नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि देश अपनी सरजमीं का इस्तेमाल पड़ोसियों के खिलाफ कभी नहीं होने देगा.टिप्पणियां
इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा की नियुक्ति का स्वागत किया. मंगलवार को रिटायर होने जा रहे राहील 2013 में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा जनरल अशफाक परवेज कयानी की सेवानिवृति पर सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो न्यूज से कहा, ''सेना की नीति जारी रहेगी और (बाजवा के नेतृत्व में) उसमें तत्काल कोई तब्दीली नहीं होगी.'' उन्होंने कहा, ''देश की पूर्वी सीमा पर ध्यान बना रहेगा और सशस्त्र बल राष्ट्र के सहयोग से सारी चुनौतियों से निबटेगी.'' उन्होंने कहा, ''राहील शरीफ ने जो नजीर कायम की है, उनके आलोक में उनकी विरासत जारी रहेगी.'' रक्षा मंत्री ने आस जताई कि सरकार एवं सैन्य नेतृत्व देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम करते रहेंगे.
जनरल राहील 20 सालों से भी अधिक समय में अपने कार्यकाल के समापन पर पद से हटने वाले पहले सेना प्रमुख होंगे.
इसी बीच अमेरिका ने नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि देश अपनी सरजमीं का इस्तेमाल पड़ोसियों के खिलाफ कभी नहीं होने देगा.टिप्पणियां
इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा की नियुक्ति का स्वागत किया. मंगलवार को रिटायर होने जा रहे राहील 2013 में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा जनरल अशफाक परवेज कयानी की सेवानिवृति पर सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जनरल राहील 20 सालों से भी अधिक समय में अपने कार्यकाल के समापन पर पद से हटने वाले पहले सेना प्रमुख होंगे.
इसी बीच अमेरिका ने नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का स्वागत किया है और उम्मीद जताई है कि देश अपनी सरजमीं का इस्तेमाल पड़ोसियों के खिलाफ कभी नहीं होने देगा.टिप्पणियां
इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा की नियुक्ति का स्वागत किया. मंगलवार को रिटायर होने जा रहे राहील 2013 में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा जनरल अशफाक परवेज कयानी की सेवानिवृति पर सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा की नियुक्ति का स्वागत किया. मंगलवार को रिटायर होने जा रहे राहील 2013 में प्रधानमंत्री शरीफ द्वारा जनरल अशफाक परवेज कयानी की सेवानिवृति पर सेना प्रमुख नियुक्त किए गए थे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त सारांश: मंगलवार को नए सैन्य प्रमुख संभालेंगे पदभार
पाक सेना दुनिया की छठी सबसे बड़ी सेना
भारत से संबंधित सामरिक रणनीति में नहीं होगा कोई बदलाव | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंडोनेशिया में आज लाखों मुसलमानों ने ईद मनाई, जबकि एक मंदिर पर हुए बम हमले के बाद देश में बौद्ध स्थलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इस त्योहार को मनाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश में पिछले एक हफ्ते से लोग अपने परिवारों के पास पहुंच रहे थे।टिप्पणियां
इंडोनेशिया उन मुस्लिम देशों में से एक है जहां सबसे पहले ईद समारोहों की शुरुआत हुई है। लोग मस्जिदों में सेवा कार्य कर तथा लजीज व्यंजनों के साथ रमजान के महीने को अलविदा कर रहे हैं।
मलेशिया में भी ईद आज मनाई गई। पाकिस्तान और उत्तरी अफ्रीका में समारोह शुक्रवार से शुरू होने की उम्मीद है।
इस त्योहार को मनाने के लिए दुनिया के सबसे बड़े मुस्लिम देश में पिछले एक हफ्ते से लोग अपने परिवारों के पास पहुंच रहे थे।टिप्पणियां
इंडोनेशिया उन मुस्लिम देशों में से एक है जहां सबसे पहले ईद समारोहों की शुरुआत हुई है। लोग मस्जिदों में सेवा कार्य कर तथा लजीज व्यंजनों के साथ रमजान के महीने को अलविदा कर रहे हैं।
मलेशिया में भी ईद आज मनाई गई। पाकिस्तान और उत्तरी अफ्रीका में समारोह शुक्रवार से शुरू होने की उम्मीद है।
इंडोनेशिया उन मुस्लिम देशों में से एक है जहां सबसे पहले ईद समारोहों की शुरुआत हुई है। लोग मस्जिदों में सेवा कार्य कर तथा लजीज व्यंजनों के साथ रमजान के महीने को अलविदा कर रहे हैं।
मलेशिया में भी ईद आज मनाई गई। पाकिस्तान और उत्तरी अफ्रीका में समारोह शुक्रवार से शुरू होने की उम्मीद है।
मलेशिया में भी ईद आज मनाई गई। पाकिस्तान और उत्तरी अफ्रीका में समारोह शुक्रवार से शुरू होने की उम्मीद है। | संक्षिप्त सारांश: इंडोनेशिया में आज लाखों मुसलमानों ने ईद मनाई, जबकि एक मंदिर पर हुए बम हमले के बाद देश में बौद्ध स्थलों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: शनिवार यानि 11 मार्च का दिन देश के लिए काफी अहम साबित होने वाला है. इस दिन पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की मतगणना होगी और चुनाव परिणाम आएंगे. यह परिणाम देश में भविष्य की राजनीति की दिशा तय करेंगे. इन राज्यों में मतदान संपन्न होने के बाद आए एक्जिट पोल मिले-जुले रुझान दिखा रहे हैं. यह सर्वेक्षण कितने सटीक हैं, इसका उत्तर भी कल आने वाले चुनाव परिणाम दे देंगे. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर के विधानसभा चुनाव की मतगणना शनिवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी. दोपहर तक चुनावी हार-जीत की तस्वीर साफ होने की उम्मीद है.
माना जाता है कि मतगणना शुरू होने के बाद सुबह 11 बजे तक रुझान मिलने शुरू हो जाएंगे. दोपहर 12 बजे तक चुनाव परिणामों की तस्वीर साफ हो सकती है. इसके साथ ही यह भी साफ होने लगेगा कि पांचों राज्यों में कौन-कौन से प्रमुख दल होंगे और सरकारों के गठन के लिए किस-किस तरह के समीकरण बन सकते हैं.
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक समाप्त हो जाएगी. वोटों की गिनती 157 केंद्रों पर होगी. पंजाब में 53, गोवा में 2, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 केंद्रों पर मतों की गिनती होोगी. चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार डाक मत-पत्रों की गिनती होने के आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी.
मतगणना के दौरान ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों और उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रति मशीन परिणाम हासिल करने के लिए परिणाम कमांड दिया जाता है. जहां वोटिंग की पर्ची देने वाली ईवीएम इस्तेमाल की गई है, मतगणना एजेंट वोटिंग मशीन से जुड़े ड्रॉप बाक्स में पर्ची की गणना करने के लिए कह सकते हैं. हालांकि अंतिम निर्णय निर्वाचन अधिकारी का होता है. परिणाम घोषित होने के बाद विजेता उम्मीदवारों का नाम गजट में उल्लेखित होगा. गजट अधिसूचना ही पांचों राज्यों में अगली विधानसभा बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.टिप्पणियां
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
निर्वाचन आयोग के अनुसार मतगणना सुबह आठ बजे शुरू होगी और देर शाम तक समाप्त हो जाएगी. वोटों की गिनती 157 केंद्रों पर होगी. पंजाब में 53, गोवा में 2, उत्तर प्रदेश में 75, उत्तराखंड में 15 और मणिपुर में 12 केंद्रों पर मतों की गिनती होोगी. चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार डाक मत-पत्रों की गिनती होने के आधे घंटे बाद ईवीएम के वोटों की गिनती शुरू होगी.
मतगणना के दौरान ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों और उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रति मशीन परिणाम हासिल करने के लिए परिणाम कमांड दिया जाता है. जहां वोटिंग की पर्ची देने वाली ईवीएम इस्तेमाल की गई है, मतगणना एजेंट वोटिंग मशीन से जुड़े ड्रॉप बाक्स में पर्ची की गणना करने के लिए कह सकते हैं. हालांकि अंतिम निर्णय निर्वाचन अधिकारी का होता है. परिणाम घोषित होने के बाद विजेता उम्मीदवारों का नाम गजट में उल्लेखित होगा. गजट अधिसूचना ही पांचों राज्यों में अगली विधानसभा बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.टिप्पणियां
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
मतगणना के दौरान ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों और उम्मीदवारों के एजेंटों की मौजूदगी में चालू किया जाता है और प्रति मशीन परिणाम हासिल करने के लिए परिणाम कमांड दिया जाता है. जहां वोटिंग की पर्ची देने वाली ईवीएम इस्तेमाल की गई है, मतगणना एजेंट वोटिंग मशीन से जुड़े ड्रॉप बाक्स में पर्ची की गणना करने के लिए कह सकते हैं. हालांकि अंतिम निर्णय निर्वाचन अधिकारी का होता है. परिणाम घोषित होने के बाद विजेता उम्मीदवारों का नाम गजट में उल्लेखित होगा. गजट अधिसूचना ही पांचों राज्यों में अगली विधानसभा बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगी.टिप्पणियां
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
मतगणना स्थलों पर व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. सर्वाधिक मतगणना स्थल उत्तर प्रदेश में हैं. निर्वाचन आयोग ने निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे 11 मार्च को मतगणना के दिन वज्रगृह से ईवीएम को मतगणना वाले कक्ष में ले जाए जाने की निगरानी के लिए अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरों का प्रबंध करें. आयोग ने अधिकारियों को इस बारे में पत्र भेजे हैं.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है.
उत्तर प्रदेश में कुल 403 विधानसभा सीटें, मणिपुर में 60, उत्तराखंड में 70, गोवा में 40 और पंजाब में 117 सीटें हैं. इन सीटों पर चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को होना है. | सुबह आठ बजे शुरू होगा मतों की गिनती का सिलसिला
हार-जीत के रुझान सुबह 11 बजे तक आने की उम्मीद
देश का राजनीतिक भविष्य तय करेंगे चुनाव परिणाम | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: रिजर्व बैंक ने शादी-विवाहों वाले परिवार को थोड़ी राहत देते हुए अपने खाते से 2.5 लाख रुपये की निकासी के लिए विभिन्न शर्तों में कुछ छूट दी है. इसके तहत केवल 10,000 रुपये से अधिक भुगतान के लिए ही घोषणापत्र देनी होगी.
इससे पहले, पैसा निकालने वाले को 2.5 लाख रुपये की निकासी में सभी भुगतान के बारे में जानकारी देनी थी. साथ ही आरबीआई ने बैंकों से किसानों के वितरण के लिए ग्रामीण सहकारी बैंकों को पर्याप्त कोष की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसानों के मौजूदा रबी मौसम में बीज, उर्वरक तथा अन्य कच्चे माल की खरीदारी के लिए पर्याप्त वैध नोट हों.
इसके अलावा रिजर्व बैंक ने डिजिटल साधनों के जरिये लोगों की लेन-देन जरूरतों को पूरा करने के लिए 'सेमी-क्लोज प्री-पेड' इंस्ट्रूमेंट के लिए सीमा दोगुनी कर 20,000 रुपये कर दी है.
इससे पहले, रिजर्व बैंक ने बैंकों से अवैध मुद्रा को बदलने या उसे करने में धोखाधड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा. बैंकों से यह भी कहा गया है कि वे बदले गए या जमा किए गए नोट के बारे में कम समय में मांगने पर जानकारी उपलब्ध कराने को तैयार रहें. टिप्पणियां
रिजर्व बैंक ने कहा, 'यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ जगहों पर कुछ बैंक शाखा के अधिकारी कुछ लोगों के साथ मिलकर नोटों को बदलने या उसे जमा करने में धोखाधड़ी में शामिल हैं.' केंद्रीय बैंक ने कहा, 'इसीलिए बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाकर लगाम लगायें और ऐसी गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले, पैसा निकालने वाले को 2.5 लाख रुपये की निकासी में सभी भुगतान के बारे में जानकारी देनी थी. साथ ही आरबीआई ने बैंकों से किसानों के वितरण के लिए ग्रामीण सहकारी बैंकों को पर्याप्त कोष की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा है. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि किसानों के मौजूदा रबी मौसम में बीज, उर्वरक तथा अन्य कच्चे माल की खरीदारी के लिए पर्याप्त वैध नोट हों.
इसके अलावा रिजर्व बैंक ने डिजिटल साधनों के जरिये लोगों की लेन-देन जरूरतों को पूरा करने के लिए 'सेमी-क्लोज प्री-पेड' इंस्ट्रूमेंट के लिए सीमा दोगुनी कर 20,000 रुपये कर दी है.
इससे पहले, रिजर्व बैंक ने बैंकों से अवैध मुद्रा को बदलने या उसे करने में धोखाधड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा. बैंकों से यह भी कहा गया है कि वे बदले गए या जमा किए गए नोट के बारे में कम समय में मांगने पर जानकारी उपलब्ध कराने को तैयार रहें. टिप्पणियां
रिजर्व बैंक ने कहा, 'यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ जगहों पर कुछ बैंक शाखा के अधिकारी कुछ लोगों के साथ मिलकर नोटों को बदलने या उसे जमा करने में धोखाधड़ी में शामिल हैं.' केंद्रीय बैंक ने कहा, 'इसीलिए बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाकर लगाम लगायें और ऐसी गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके अलावा रिजर्व बैंक ने डिजिटल साधनों के जरिये लोगों की लेन-देन जरूरतों को पूरा करने के लिए 'सेमी-क्लोज प्री-पेड' इंस्ट्रूमेंट के लिए सीमा दोगुनी कर 20,000 रुपये कर दी है.
इससे पहले, रिजर्व बैंक ने बैंकों से अवैध मुद्रा को बदलने या उसे करने में धोखाधड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा. बैंकों से यह भी कहा गया है कि वे बदले गए या जमा किए गए नोट के बारे में कम समय में मांगने पर जानकारी उपलब्ध कराने को तैयार रहें. टिप्पणियां
रिजर्व बैंक ने कहा, 'यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ जगहों पर कुछ बैंक शाखा के अधिकारी कुछ लोगों के साथ मिलकर नोटों को बदलने या उसे जमा करने में धोखाधड़ी में शामिल हैं.' केंद्रीय बैंक ने कहा, 'इसीलिए बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाकर लगाम लगायें और ऐसी गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले, रिजर्व बैंक ने बैंकों से अवैध मुद्रा को बदलने या उसे करने में धोखाधड़ी करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा. बैंकों से यह भी कहा गया है कि वे बदले गए या जमा किए गए नोट के बारे में कम समय में मांगने पर जानकारी उपलब्ध कराने को तैयार रहें. टिप्पणियां
रिजर्व बैंक ने कहा, 'यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ जगहों पर कुछ बैंक शाखा के अधिकारी कुछ लोगों के साथ मिलकर नोटों को बदलने या उसे जमा करने में धोखाधड़ी में शामिल हैं.' केंद्रीय बैंक ने कहा, 'इसीलिए बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाकर लगाम लगायें और ऐसी गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रिजर्व बैंक ने कहा, 'यह हमारे नोटिस में आया है कि कुछ जगहों पर कुछ बैंक शाखा के अधिकारी कुछ लोगों के साथ मिलकर नोटों को बदलने या उसे जमा करने में धोखाधड़ी में शामिल हैं.' केंद्रीय बैंक ने कहा, 'इसीलिए बैंकों को सलाह दी जाती है कि वे इस प्रकार की धोखाधड़ी वाली गतिविधियों पर निगरानी बढ़ाकर लगाम लगायें और ऐसी गतिविधियों में शामिल अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | 10,000 रुपये से अधिक भुगतान के लिए ही घोषणापत्र देनी होगी
ग्रामीण सहकारी बैंकों को पर्याप्त कोष उपलब्ध कराया जाएगा
'सेमी-क्लोज प्री-पेड' इंस्ट्रूमेंट के लिए सीमा दोगुनी कर 20,000 की गई | 1 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में रविवार को एक मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर दो गुटों में हुई झड़प के बाद बीच बचाव करने गई पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया। पुलिस की तरफ से हालात काबू में करने के लिए की गई फायरिंग में दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य बुरी तरह से घायल हो गए। जिला प्रशासन की तरफ से घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
घटना बलरई क्षेत्र के ब्राह्मणी देवी मंदिर की है, जहां मंदिर में झंडा चढ़ाने के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने जब बीच बचाव किया तो लोगों ने पुलिस को ही निशाना बनाते हुए हमला कर दिया। हालात काबू में करने के लिए मजबूरन वहां पर तैनात प्रांतीय सशस्त्र (पीएस) के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी।
इटावा के जिलाधिकारी गुरू प्रसाद ने बताया, "गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनका गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा घोषित कर दिया गया है।" टिप्पणियां
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।
घटना बलरई क्षेत्र के ब्राह्मणी देवी मंदिर की है, जहां मंदिर में झंडा चढ़ाने के दौरान दो गुटों में झड़प हो गई। मौके पर मौजूद पुलिस ने जब बीच बचाव किया तो लोगों ने पुलिस को ही निशाना बनाते हुए हमला कर दिया। हालात काबू में करने के लिए मजबूरन वहां पर तैनात प्रांतीय सशस्त्र (पीएस) के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी।
इटावा के जिलाधिकारी गुरू प्रसाद ने बताया, "गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनका गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा घोषित कर दिया गया है।" टिप्पणियां
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।
इटावा के जिलाधिकारी गुरू प्रसाद ने बताया, "गोली लगने से दो लोगों की मौत हो गई जबकि तीन अन्य घायल हो गए जिनका गंभीर हालत में सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है।" उन्होंने कहा, "घटना की मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश देते हुए मृतकों के परिजनों को पांच लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये का मुआवजा घोषित कर दिया गया है।" टिप्पणियां
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।
पुलिस के मुताबिक घटना में बलरई थाना प्रभारी जय श्याम शुक्ला सहित तीन पुलिसकर्मी व पांच लोग भी हाथपाई व झड़प में मामूली रूप से घायल हुए।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है।
ब्राह्मणी देवी के मंदिर में राम नवमी के दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं। श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर में झंडा चढ़ाने का रिवाज है। | यहाँ एक सारांश है:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गृह जिले इटावा में रविवार को एक मंदिर में झंडा चढ़ाने को लेकर दो गुटों में हुई झड़प के बाद बीच बचाव करने गई पुलिस पर लोगों ने हमला कर दिया। | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के प्रमुख नवाज शरीफ की बेटी ने कहा है कि तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की कमान संभालने को तैयार उनके पिता लोगों को निराश नहीं करेंगे और जनता की सेवा करेंगे।
मरयम नवाज ने पाकिस्तान के लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, इंशाल्लाह, मेरे पिता लोगों को निराश नहीं करेंगे। मरयम ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट पर कहा, समझदार युवाओं ने पीएमएल-एन का साथ दिया, जिसने देश की सेवा की है और इंशाल्लाह आगे भी करेगी। बहुत बढ़िया। आइए, मिलकर एक रोशन पाकिस्तान बनाएं।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान शरीफ की आलोचना करने वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की आलोचना करते हुए मरयम ने कहा, डियर पीटीआई फ्रेंड्स... गाली-गलौच की राजनीति, गंदी जुबान और आरोपों से काम नहीं चलता...अगली बार कुछ और आजमाएं। ...अभी के लिए, आइए पाक का निर्माण करेंगे।टिप्पणियां
शरीफ ने नेशनल असेम्बली में शानदार वापसी की है और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 63-वर्षीय शरीफ 1990 से 1993 और 1997 से 1999 तक प्रधानमंत्री रहे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपों में और दूसरी बार परवेज मुशर्रफ की अगुवाई में हुए सैन्य तख्तापलट में। 1999 में तख्तापलट के बाद शरीफ को जेल में डाल दिया गया और निर्वासन में सऊदी अरब भेज दिया गया।
वह 2008 के चुनाव से कुछ ही समय पहले पाकिस्तान लौटे और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा किया, जो पंजाब में भी सत्ता में लौटी। पंजाब देश का सबसे घनी आबादी वाला और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत है, क्योंकि संसद के निचले सदन की आधे से अधिक सीटें इसी प्रांत में हैं।
मरयम नवाज ने पाकिस्तान के लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, इंशाल्लाह, मेरे पिता लोगों को निराश नहीं करेंगे। मरयम ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट पर कहा, समझदार युवाओं ने पीएमएल-एन का साथ दिया, जिसने देश की सेवा की है और इंशाल्लाह आगे भी करेगी। बहुत बढ़िया। आइए, मिलकर एक रोशन पाकिस्तान बनाएं।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान शरीफ की आलोचना करने वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की आलोचना करते हुए मरयम ने कहा, डियर पीटीआई फ्रेंड्स... गाली-गलौच की राजनीति, गंदी जुबान और आरोपों से काम नहीं चलता...अगली बार कुछ और आजमाएं। ...अभी के लिए, आइए पाक का निर्माण करेंगे।टिप्पणियां
शरीफ ने नेशनल असेम्बली में शानदार वापसी की है और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 63-वर्षीय शरीफ 1990 से 1993 और 1997 से 1999 तक प्रधानमंत्री रहे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपों में और दूसरी बार परवेज मुशर्रफ की अगुवाई में हुए सैन्य तख्तापलट में। 1999 में तख्तापलट के बाद शरीफ को जेल में डाल दिया गया और निर्वासन में सऊदी अरब भेज दिया गया।
वह 2008 के चुनाव से कुछ ही समय पहले पाकिस्तान लौटे और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा किया, जो पंजाब में भी सत्ता में लौटी। पंजाब देश का सबसे घनी आबादी वाला और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत है, क्योंकि संसद के निचले सदन की आधे से अधिक सीटें इसी प्रांत में हैं।
चुनाव प्रचार अभियान के दौरान शरीफ की आलोचना करने वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की आलोचना करते हुए मरयम ने कहा, डियर पीटीआई फ्रेंड्स... गाली-गलौच की राजनीति, गंदी जुबान और आरोपों से काम नहीं चलता...अगली बार कुछ और आजमाएं। ...अभी के लिए, आइए पाक का निर्माण करेंगे।टिप्पणियां
शरीफ ने नेशनल असेम्बली में शानदार वापसी की है और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 63-वर्षीय शरीफ 1990 से 1993 और 1997 से 1999 तक प्रधानमंत्री रहे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपों में और दूसरी बार परवेज मुशर्रफ की अगुवाई में हुए सैन्य तख्तापलट में। 1999 में तख्तापलट के बाद शरीफ को जेल में डाल दिया गया और निर्वासन में सऊदी अरब भेज दिया गया।
वह 2008 के चुनाव से कुछ ही समय पहले पाकिस्तान लौटे और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा किया, जो पंजाब में भी सत्ता में लौटी। पंजाब देश का सबसे घनी आबादी वाला और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत है, क्योंकि संसद के निचले सदन की आधे से अधिक सीटें इसी प्रांत में हैं।
शरीफ ने नेशनल असेम्बली में शानदार वापसी की है और वह तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं। 63-वर्षीय शरीफ 1990 से 1993 और 1997 से 1999 तक प्रधानमंत्री रहे, लेकिन अपना कार्यकाल पूरा होने से पूर्व ही उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया था। पहली बार भ्रष्टाचार के आरोपों में और दूसरी बार परवेज मुशर्रफ की अगुवाई में हुए सैन्य तख्तापलट में। 1999 में तख्तापलट के बाद शरीफ को जेल में डाल दिया गया और निर्वासन में सऊदी अरब भेज दिया गया।
वह 2008 के चुनाव से कुछ ही समय पहले पाकिस्तान लौटे और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा किया, जो पंजाब में भी सत्ता में लौटी। पंजाब देश का सबसे घनी आबादी वाला और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत है, क्योंकि संसद के निचले सदन की आधे से अधिक सीटें इसी प्रांत में हैं।
वह 2008 के चुनाव से कुछ ही समय पहले पाकिस्तान लौटे और अपनी पार्टी को फिर से खड़ा किया, जो पंजाब में भी सत्ता में लौटी। पंजाब देश का सबसे घनी आबादी वाला और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण प्रांत है, क्योंकि संसद के निचले सदन की आधे से अधिक सीटें इसी प्रांत में हैं। | पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन के प्रमुख नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज ने कहा कि तीसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की कमान संभालने को तैयार उनके पिता लोगों को निराश नहीं करेंगे और जनता की सेवा करेंगे। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने शनिवार को टीम इंडिया के किक्रेट विश्वकप जीतने पर भारतीय टीम को बधाई दी। भारत ने शनिवार को श्रीलंका को छह विकेट से पराजित कर 28 वर्ष के अंतराल के बाद विश्व कप क्रिकेट फिर जीता। भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को भेजे संदेश में प्रतिभा पाटिल ने कहा, सफलता का सफर लम्बा और कठिन रहा। आपकी टीम हर स्तर पर कसौटी पर खरी उतरी। प्रतिभा ने कहा, समर्पण, इस मार्ग पर आगे बढ़ने और नेतृत्व प्रदान करने की इच्छा से अंतत: युवाओं का प्रतिभाशाली समूह तैयार हुआ और वरिष्ठ खिलाड़ियों के अनुभव और टीम के कोच एवं कर्मचारियों के कठिन परिश्रम से भारत विश्व चैंपियन बना। राष्ट्रपति ने कहा, आप सब सही मायने में एक अरब से अधिक भारतीय लोगों के धन्यवाद के पात्र हैं। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने टीम इंडिया को बधाई देते हुए कहा कि धोनी और टीम का कठिन परिश्रम रंग लाया है। उन्होंने कहा, मैं भारतीय क्रिकेट टीम को बधाई देने में देश के साथ हूं। धोनी और टीम इंडिया का प्रयास रंग लाया है। इन्होंने दुनिया को दिखाया है कि भारत क्रिकेट के खेल में सिरमौर है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने टीम इंडिया के किक्रेट विश्वकप जीतने पर भारतीय टीम को बधाई दी। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तरी मैक्सिको में हुई एक सड़क दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक आठ लोग घायल हो गए.
जलिस्को के नागरिक सुरक्षा कार्यालय ने कल एक बयान में कहा कि उत्तर पूर्व के गुआदलाजारा से करीब 130 किमी दूर जलोस्टोटिटलन में एक वैन और टो-ट्रक की टक्कर हो गई.
इस दुर्घटना में मारे गए सभी लोग मर्सिडीज बेंज स्प्रिंटर वैन में सवार थे. इसमें आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन व्यक्तियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस दुर्घटना में घायल दो लोग एक तीसरे वाहन सेडान कार में सवार थे. टो-ट्रक का ड्राइवर भी इस दुर्घटना में घायल हो गया.टिप्पणियां
बयान में कहा गया है कि अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जलिस्को के नागरिक सुरक्षा कार्यालय ने कल एक बयान में कहा कि उत्तर पूर्व के गुआदलाजारा से करीब 130 किमी दूर जलोस्टोटिटलन में एक वैन और टो-ट्रक की टक्कर हो गई.
इस दुर्घटना में मारे गए सभी लोग मर्सिडीज बेंज स्प्रिंटर वैन में सवार थे. इसमें आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन व्यक्तियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस दुर्घटना में घायल दो लोग एक तीसरे वाहन सेडान कार में सवार थे. टो-ट्रक का ड्राइवर भी इस दुर्घटना में घायल हो गया.टिप्पणियां
बयान में कहा गया है कि अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस दुर्घटना में मारे गए सभी लोग मर्सिडीज बेंज स्प्रिंटर वैन में सवार थे. इसमें आठ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन व्यक्तियों ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इस दुर्घटना में घायल दो लोग एक तीसरे वाहन सेडान कार में सवार थे. टो-ट्रक का ड्राइवर भी इस दुर्घटना में घायल हो गया.टिप्पणियां
बयान में कहा गया है कि अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बयान में कहा गया है कि अभी दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:जलोस्टोटिटलन में एक वैन और टो-ट्रक की टक्कर हुई.
दुर्घटना में मारे गए सभी लोग मर्सिडीज बेंज स्प्रिंटर वैन में सवार थे.
दुर्घटना में घायल दो लोग एक तीसरे वाहन सेडान कार में सवार थे. | 4 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं पर तेजाब फेंकने की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए केन्द्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि इसे अलग से अपराधघोषित करने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके। गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विभिन्न सदस्यों के सवालों के जवाब में बताया महिलाओं पर तेजाब फेंकने के मामलों को भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज किया जाता है। उन्होंने कहा कि आईपीसी में इस प्रकार के अपराधों से निपटने के पर्याप्त प्रावधान हैं। उन्होंने हालांकि कहा कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए तेजाब फेंकने संबंधी घटनाओं को अलग से एक अपराध घोषित किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। जनता दल यू की मीना सिंह के सवाल के जवाब में चिदम्बरम ने कहा कि केन्द्र महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों के मामले में अपनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को समझता है। | संक्षिप्त सारांश: केन्द्र सरकार ने कहा कि इसे अलग से अपराधघोषित करने की दिशा में काम किया जा रहा है ताकि दोषियों को कड़ी सजा दी जा सके। | 10 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार अगले पांच वर्षों में देश के सभी परिवारों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाएगी। उन्होंने सस्ती ऊर्जा को उन प्रमुख चुनौतियों में से एक बताया, जिनका सामना आज पूरी दुनिया कर रही है।टिप्पणियां
प्रधानमंत्री ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर से ऊर्जा पहुंच विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में कहा, "हमारा उद्देश्य देश के सभी छह लाख गांवों को बिजली प्रदान करना है। हाल के वर्षों में एक लाख से अधिक गांवों में बिजली के कनेक्शन मुहैया कराए गए। अब केवल कुछ हजार परिवारों के पास ही बिजली नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षो में सभी परिवारों को सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली प्रदान करना है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में 1.3 अरब लोगों के पास बिजली नहीं है।
प्रधानमंत्री ने यहां भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की ओर से ऊर्जा पहुंच विषय पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में कहा, "हमारा उद्देश्य देश के सभी छह लाख गांवों को बिजली प्रदान करना है। हाल के वर्षों में एक लाख से अधिक गांवों में बिजली के कनेक्शन मुहैया कराए गए। अब केवल कुछ हजार परिवारों के पास ही बिजली नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षो में सभी परिवारों को सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली प्रदान करना है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में 1.3 अरब लोगों के पास बिजली नहीं है।
उन्होंने कहा, "हमारा लक्ष्य अगले पांच वर्षो में सभी परिवारों को सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली प्रदान करना है।" प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनियाभर में 1.3 अरब लोगों के पास बिजली नहीं है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार अगले पांच वर्षों में देश के सभी परिवारों को सस्ती बिजली उपलब्ध करवाएगी। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: नीतिगत लाचारी को लेकर सरकार की आलोचना कर रहे उद्योग जगत को सख्त संदेश देते हुए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी है। उन्होंने संकेत दिया कि आर्थिक नरमी पर लगाम लगाने के लिए रिजर्व बैंक सोमवार को ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद शनिवार अपने पहले सार्वजनिक भाषण में मुखर्जी ने कहा कि सरकार स्टैंडर्ड एंड पुअर्स जैसी वैश्विक एजेंसियों और उद्योगों द्वारा जाहिर चिंता से निपटने के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने यहां ऐसोचैम के सम्मेलन में कहा ‘वित्त मंत्री के तौर पर मैं जमीनी हकीकत से इनकार नहीं कर सकता... मैं उनकी चिंता को खारिज नहीं करता। मैंने उनकी चिंता को गंभीरता से लिया है और यह देखने की कोशिश करूंगा कि क्या किया जा सकता है। आरबीआई द्वारा नरमी से निपटने में सरकार का सहयोग करने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा, ‘सभी तत्वों को ध्यान में रखते हुए मुझे भरोसा है कि आरबीआई मौद्रिक नीति में समायोजन करेगा जैसे हम राजकोषीय नीति में समायोजन कर रहे हैं।’
वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान आर्थिक वृद्धि दर के नौ साल के न्यूनतम स्तर 6.5 फीसद पर पहुंचने के बीच उम्मीद है कि आरबीआई सोमवार को मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में ब्याज दरें घटाएगा।
मुखर्जी ने पेट्रोलियम सब्सिडी के बढ़ते बोझ को केंद्र के लिए एक मुश्किल मुद्दा बताया जिसके लिए उन्होंने सरकार से अपने कर में कटौती की अपील की है। | संक्षिप्त पाठ: नीतिगत लाचारी को लेकर सरकार की आलोचना कर रहे उद्योग जगत को सख्त संदेश देते हुए वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि सरकार हाथ पर हाथ धरे नहीं बैठी है। | 27 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: एनडीटीवी के हिंदी चैनल पर एक दिन के बैन संबंधी आदेश को चौतरफा आलोचना के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने स्थगित कर दिया है. यह फैसला तब आया जब सुप्रीम कोर्ट मंगलवार को इस बैन पर स्टे संबंधी याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया.
सरकार ने NDTV इंडिया पर इसी साल जनवरी में पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान संवेदनशील जानकारी का प्रसारण करने का आरोप लगाते हुए बुधवार, 9 नवंबर को उसे एक दिन के लिए ऑफएयर रखे जाने का आदेश दिया था.
NDTV ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा था कि अन्य चैनलों तथा समाचारपत्रों ने भी वही जानकारी दिखाई या रिपोर्ट की थी.
इस संबंध में सोमवार की दोपहर NDTV के प्रतिनिधियों ने सूचना और प्रसारण मंत्री से मुलाकात की. उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एनडीटीवी इंडिया ने जनवरी में पठानकोट के एयरफोर्स बेस पर हमले के संबंध में संवेदनशील ब्यौरे का प्रसारण नहीं किया. साथ ही कहा कि चैनल को अपनी तरफ से साक्ष्य पेश करने का उपयुक्त मौका नहीं दिया. चैनल ने ऐसी कोई सूचना प्रसारित नहीं की जो उस वक्त बाकी चैनलों और अख़बारों से भिन्न रही हो.
उसके बाद मंत्रालय ने केस की समीक्षा तक बैन को स्थगित करने का आदेश पारित किया.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
सरकार ने NDTV इंडिया पर इसी साल जनवरी में पठानकोट एयरफोर्स बेस पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान संवेदनशील जानकारी का प्रसारण करने का आरोप लगाते हुए बुधवार, 9 नवंबर को उसे एक दिन के लिए ऑफएयर रखे जाने का आदेश दिया था.
NDTV ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा था कि अन्य चैनलों तथा समाचारपत्रों ने भी वही जानकारी दिखाई या रिपोर्ट की थी.
इस संबंध में सोमवार की दोपहर NDTV के प्रतिनिधियों ने सूचना और प्रसारण मंत्री से मुलाकात की. उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एनडीटीवी इंडिया ने जनवरी में पठानकोट के एयरफोर्स बेस पर हमले के संबंध में संवेदनशील ब्यौरे का प्रसारण नहीं किया. साथ ही कहा कि चैनल को अपनी तरफ से साक्ष्य पेश करने का उपयुक्त मौका नहीं दिया. चैनल ने ऐसी कोई सूचना प्रसारित नहीं की जो उस वक्त बाकी चैनलों और अख़बारों से भिन्न रही हो.
उसके बाद मंत्रालय ने केस की समीक्षा तक बैन को स्थगित करने का आदेश पारित किया.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
NDTV ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा था कि अन्य चैनलों तथा समाचारपत्रों ने भी वही जानकारी दिखाई या रिपोर्ट की थी.
इस संबंध में सोमवार की दोपहर NDTV के प्रतिनिधियों ने सूचना और प्रसारण मंत्री से मुलाकात की. उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एनडीटीवी इंडिया ने जनवरी में पठानकोट के एयरफोर्स बेस पर हमले के संबंध में संवेदनशील ब्यौरे का प्रसारण नहीं किया. साथ ही कहा कि चैनल को अपनी तरफ से साक्ष्य पेश करने का उपयुक्त मौका नहीं दिया. चैनल ने ऐसी कोई सूचना प्रसारित नहीं की जो उस वक्त बाकी चैनलों और अख़बारों से भिन्न रही हो.
उसके बाद मंत्रालय ने केस की समीक्षा तक बैन को स्थगित करने का आदेश पारित किया.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
इस संबंध में सोमवार की दोपहर NDTV के प्रतिनिधियों ने सूचना और प्रसारण मंत्री से मुलाकात की. उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि एनडीटीवी इंडिया ने जनवरी में पठानकोट के एयरफोर्स बेस पर हमले के संबंध में संवेदनशील ब्यौरे का प्रसारण नहीं किया. साथ ही कहा कि चैनल को अपनी तरफ से साक्ष्य पेश करने का उपयुक्त मौका नहीं दिया. चैनल ने ऐसी कोई सूचना प्रसारित नहीं की जो उस वक्त बाकी चैनलों और अख़बारों से भिन्न रही हो.
उसके बाद मंत्रालय ने केस की समीक्षा तक बैन को स्थगित करने का आदेश पारित किया.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
उसके बाद मंत्रालय ने केस की समीक्षा तक बैन को स्थगित करने का आदेश पारित किया.
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
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उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते एनडीटीवी इंडिया को 24 घंटे प्रसारण (बुधवार) को रोकने का आदेश दिया गया था. सोमवार को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने सरकार के बैन संबंधी आदेश को ऐसे समय में ''अघोषित आपातकाल'' करार दिया जब पहले से ही ''देश में प्रेस की स्वतंत्रता पर खतरा बढ़ रहा है.''टिप्पणियां
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
बैन की घोषणा के बाद एनडीटीवी को जो अपार समर्थन और सहयोग मिला उसके प्रति एनडीटीवी आभार प्रकट करता है. देश के हर कोने से जर्नलिस्टों की सभी एसोसिएशन संवैधानिक अधिकारों के लिए लड़ाई में उठ खड़े होने के साथ स्पष्ट कर दिया कि केवल एनडीटीवी या किसी चैनल के लिए नहीं बल्कि वे लोकतंत्र के एक बेहद अहम स्तंभ के रूप में स्वतंत्र और जिम्मेदार मीडिया के पक्ष में खड़े हुए हैं.
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश :
आप दर्शकों ने जो लगातार हमारे प्रति भरोसा बनाए रखा है और पिछले 25 वर्षों में हमने अपनी रिपोर्टों के दम पर जो पुरस्कार जीते हैं, वह अनुभव बताता है कि एनडीटीवी संतुलित और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रतिबद्ध रहा है.
यहां पढ़ें बैन को स्थगित करने संबंधी पूरा आदेश : | सारांश: केंद्र ने 9 नवंबर को चैनल को ऑफएयर रखने का आदेश दिया था
सरकार का आरोप, पठानकोट हमले के दौरान संवेदनशील जानकारी प्रसारित हुई
प्रतिबंध के आदेश की संपादकों और पत्रकारों ने की थी कड़ी आलोचना | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत ने पिछले साल इंग्लैंड के हाथों टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक रैंकिंग भले ही गंवा दी हो, लेकिन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आश्वस्त किया कि टेस्ट में फिर से पहले नंबर पर पहुंचने की ‘प्रक्रिया जारी’ है।
धोनी ने नंबर एक पर फिर से पहुंचने से जुड़े सवाल पर कहा, यह योजना हमेशा बनी रहती है। आप खेल के जिस भी प्रारूप में खेलें आप हमेशा नंबर एक बनना चाहते हैं। हम इस धीमी सतत प्रक्रिया से जुड़े हैं। इंग्लैंड के खिलाफ आगामी शृंखला के बारे में धोनी ने कहा कि यह शृंखला रोमांचक होगी।टिप्पणियां
कप्तान ने कहा, यह रोमांचक रहेगी। अगर आप इंग्लैंड की टीम को देखें, उनकी बहुत अच्छी टीम है, लेकिन अपनी क्षमता और कमजोरियों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। हमें समय के साथ (खेल में) सुधार करने की जरूरत भी होती है। धोनी ने कहा कि मुंबई में शृंखला से पहले आयोजित हो रहे छोटे शिविर से काफी मदद मिलेगी।
धोनी ने खुलासा किया कि पेशेवर क्रिकेटर होना कभी उनके एजेंडे में शामिल नहीं था और वह एक सैनिक के तौर पर देश की सेवा करके ज्यादा खुश होते।
धोनी ने नंबर एक पर फिर से पहुंचने से जुड़े सवाल पर कहा, यह योजना हमेशा बनी रहती है। आप खेल के जिस भी प्रारूप में खेलें आप हमेशा नंबर एक बनना चाहते हैं। हम इस धीमी सतत प्रक्रिया से जुड़े हैं। इंग्लैंड के खिलाफ आगामी शृंखला के बारे में धोनी ने कहा कि यह शृंखला रोमांचक होगी।टिप्पणियां
कप्तान ने कहा, यह रोमांचक रहेगी। अगर आप इंग्लैंड की टीम को देखें, उनकी बहुत अच्छी टीम है, लेकिन अपनी क्षमता और कमजोरियों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। हमें समय के साथ (खेल में) सुधार करने की जरूरत भी होती है। धोनी ने कहा कि मुंबई में शृंखला से पहले आयोजित हो रहे छोटे शिविर से काफी मदद मिलेगी।
धोनी ने खुलासा किया कि पेशेवर क्रिकेटर होना कभी उनके एजेंडे में शामिल नहीं था और वह एक सैनिक के तौर पर देश की सेवा करके ज्यादा खुश होते।
कप्तान ने कहा, यह रोमांचक रहेगी। अगर आप इंग्लैंड की टीम को देखें, उनकी बहुत अच्छी टीम है, लेकिन अपनी क्षमता और कमजोरियों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। हमें समय के साथ (खेल में) सुधार करने की जरूरत भी होती है। धोनी ने कहा कि मुंबई में शृंखला से पहले आयोजित हो रहे छोटे शिविर से काफी मदद मिलेगी।
धोनी ने खुलासा किया कि पेशेवर क्रिकेटर होना कभी उनके एजेंडे में शामिल नहीं था और वह एक सैनिक के तौर पर देश की सेवा करके ज्यादा खुश होते।
धोनी ने खुलासा किया कि पेशेवर क्रिकेटर होना कभी उनके एजेंडे में शामिल नहीं था और वह एक सैनिक के तौर पर देश की सेवा करके ज्यादा खुश होते। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: धोनी ने नंबर एक पर फिर से पहुंचने से जुड़े सवाल पर कहा, यह योजना हमेशा बनी रहती है। आप खेल के जिस भी प्रारूप में खेलें आप हमेशा नंबर एक बनना चाहते हैं। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: बाल ठाकरे के अंतिम संस्कार के दिन मुंबई बंद को लेकर फेसबुक पर टिप्पणी करने वाली दो लड़कियों की गिरफ्तारी के एक हफ्ते बाद बंबई हाईकोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजने और फिर जमानत देने वाले मजिस्ट्रेट का तबादला कर दिया है।
इसी मुद्दे पर राज्य सरकार ने ठाणे देहात के एसपी रविंद्र सेनगांवकर और पुलिस इंस्पेक्टर श्रीकांत पिंगले को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा एडिशनल एसपी संग्राम निशानदार से भी नाराजगी जताई गई है।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने स्थानांतरण आदेश जारी किए, जिसके बाद इससे गृह मंत्रालय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आरजी बगाड़े को अवगत करा दिया गया।
आदेश में कहा गया है, पालघर में प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी आरजी बगाड़े को तत्काल प्रभाव से जलगांव स्थानांतरित किया जा रहा है। ठाकरे के अंतिम संस्कार पर 18 नवम्बर को मुंबई बंद को लेकर शाहीन ढांडा ने फेसबुक पर एक टिप्पणी लगाई थी और रेणु श्रीनिवासन ने इसे ‘लाइक’ किया था। इसे लेकर पिछले सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया था। टिप्पणियां
बाद में लड़कियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बाद में 15-15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इसी मुद्दे पर राज्य सरकार ने ठाणे देहात के एसपी रविंद्र सेनगांवकर और पुलिस इंस्पेक्टर श्रीकांत पिंगले को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा एडिशनल एसपी संग्राम निशानदार से भी नाराजगी जताई गई है।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने स्थानांतरण आदेश जारी किए, जिसके बाद इससे गृह मंत्रालय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आरजी बगाड़े को अवगत करा दिया गया।
आदेश में कहा गया है, पालघर में प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी आरजी बगाड़े को तत्काल प्रभाव से जलगांव स्थानांतरित किया जा रहा है। ठाकरे के अंतिम संस्कार पर 18 नवम्बर को मुंबई बंद को लेकर शाहीन ढांडा ने फेसबुक पर एक टिप्पणी लगाई थी और रेणु श्रीनिवासन ने इसे ‘लाइक’ किया था। इसे लेकर पिछले सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया था। टिप्पणियां
बाद में लड़कियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बाद में 15-15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
गौरतलब है कि हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार ने स्थानांतरण आदेश जारी किए, जिसके बाद इससे गृह मंत्रालय, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी और ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आरजी बगाड़े को अवगत करा दिया गया।
आदेश में कहा गया है, पालघर में प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी आरजी बगाड़े को तत्काल प्रभाव से जलगांव स्थानांतरित किया जा रहा है। ठाकरे के अंतिम संस्कार पर 18 नवम्बर को मुंबई बंद को लेकर शाहीन ढांडा ने फेसबुक पर एक टिप्पणी लगाई थी और रेणु श्रीनिवासन ने इसे ‘लाइक’ किया था। इसे लेकर पिछले सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया था। टिप्पणियां
बाद में लड़कियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बाद में 15-15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
आदेश में कहा गया है, पालघर में प्रथम श्रेणी के न्यायिक दंडाधिकारी आरजी बगाड़े को तत्काल प्रभाव से जलगांव स्थानांतरित किया जा रहा है। ठाकरे के अंतिम संस्कार पर 18 नवम्बर को मुंबई बंद को लेकर शाहीन ढांडा ने फेसबुक पर एक टिप्पणी लगाई थी और रेणु श्रीनिवासन ने इसे ‘लाइक’ किया था। इसे लेकर पिछले सोमवार को दोनों को गिरफ्तार किया गया था। टिप्पणियां
बाद में लड़कियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बाद में 15-15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बाद में लड़कियों को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया और बाद में 15-15 हजार रुपये के मुचलके पर जमानत दे दी।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था।
इस घटना से कानूनविदों में बहस छिड़ गई कि लड़कियों को जमानत देने के बजाए उन्हें मामले से बरी किया जा सकता था, क्योंकि उन पर गलत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। | यहाँ एक सारांश है:इसी जज ने मुंबई बंद पर फेसबुक कमेंट करने वाली उन दोनों लड़कियों के मामले पर सुनवाई के बाद उन्हें 15000 रुपये के मुचलके पर जमानत दी थी। | 4 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: घर सिर्फ छत और चार दीवारें नहीं होता. कुछ घर इतिहास, विरासत और यादों से भरे होते हैं जो उन्हें अद्वितीय बनाते है. इसलिए कभी-कभी इनमें से कोई एक घर हमारे लिए बहुत खास हो जाता है, क्योंकि भले ही हकीकत में हम इन घरों में न रहे हों, लेकिन हमारे काल्पनिक पात्र उनमें रहे होते हैं. उदाहरण के लिए साइंस एंड फिक्शन पर आधारित फिल्म 'एवेंजर्स: एंडगेम्स' का लेकसाइड केबिन, जिसमें फिल्म का आयरन मैन (टोनी स्टार्क) अपनी पत्नी पेप्पर और बेटी मॉर्गन के साथ रहता है.
पॉटरहेड्स एक ऐसा ही घर है. शायद ही लोग इस नाम के घर से परिचित हों, लेकिन यह वही घर है जिसमें लिली और जेम्स पॉटर गॉड्रिक के काल्पनिक शहर में रहते थे और 'यू नो हू' ने हैरी को अपने बिजली के बोल्ट के निशान दिए थे. इंग्लैंड के लावेनहम गांव में स्थित डी वेरी नाम के इस घर को अब किराए पर लिया जा सकता है और इसकी कीमत है केवल 10 हजार रुपये. लेकिन जरा ठहरिए. आपको बता दें, ये दस हजार कोई महीना भर का किराया नहीं है. बल्कि यह इस घर में एक रात बीताने की कीमत है. अब आपको नीचे इस घर की कुछ तस्वीरें दिखाते हैं, जहां जेके रोलिंग की किताब हैरी पॉटर पर बनी फिल्मों की भी शूटिंग हुई थी.
यूएस टुडे के अनुसार, यह जादुई घर लगभग 14वीं शताब्दी में बनाया गया था.
आपको बता दें कि इस घर में पालतू जानवर, जैसे- कुत्ता या बिल्ली लाने की अनुमति नहीं है. | सारांश: एवेंडर्स एंडगेम और हैरी पॉटर फिल्म शूटिंग हो चुकी है इस घर में
इंग्लैंड के लावेनहम गांव में स्थित है डी वेरी नाम का यह घर
इस घर में एक रात बीताने की कीमत है 10,000 रुपए | 31 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के रामनाथपुरम के नजदीक के इरवाड़ी में मानसिक रूप से बीमार केरल की एक लड़की के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. इस मामले में सात किशोरों को पकड़ा गया है. पुलिस ने बताया कि 22 वर्षीय पीड़िता अपने पिता के साथ रहती है. वह अपने पिता के साथ इरवाड़ी दरगाह गई थी. बुधवार तड़के कुछ किशोरों ने लड़की को पकड़ लिया और पास की झाड़ियों में ले जा कर उससे दुष्कर्म किया. इसके बाद दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर सभी सातों आरोपियों को पकड़ किया गया है. गौरतलब है कि इरवाड़ी गांव यहां से 25 किलोमीटर दूर है और प्राचीन दरगाह के लिए मशहूर है.
बता दें, इससे पहले उत्तर प्रदेश राज्य के बांदा जिले में भी ऐसी ही घटना देखने को मिली थी, जब एक युवक को अपनी ही भतीजी के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. यह मामला जिले के अतर्रा थाना क्षेत्र का था, जहां पुलिस ने एक युवक को अपनी 9 साल की भतीजी के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में गिरफ्तार किया था.
घटना के बारे में अतर्रा थाने के प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) रामेंद्र तिवारी ने बताया था, 'आरोपी आरख के खिलाफ उसकी भाभी ने थाने में भतीजी के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया.' महिला की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बरेंहड़ा गांव से 22 वर्षीय आरोपी युवक को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी थी. | यहाँ एक सारांश है:इरवाड़ी में मानसिक रूप से बीमार केरल की लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला
इस मामले में सात किशोरों को किया गया है गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि 22 वर्षीय पीड़िता अपने पिता के साथ रहती है | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: अभी तक आपने सुना या देखा होगा कि पैसों के बंटवारे लेकर लुटेरे ने अपने ही साथी को मार डाला। लेकिन इस मामले में पुलिस वाले ही आपस में भिड़ गए।टिप्पणियां
मामला लखनऊ के थाना इटौंजा के अंतर्गत पुल के नीचे देखने को मिला जब कुछ खाकी वर्दी धारी आपस मे लड़ने लगे। लड़ना तो छोड़िए, वह आपस में बीच सड़क पर ही गुत्थम-गुत्था हो गए। यह देख कुछ वर्दीधारियों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की लेकिन वह लड़ते रहे और तमाशा देखने के लिए राहगीरों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
लोग कुछ कहते इससे पहले मामला समझ में आ गया। लड़ाई केवल सड़क के किनारे लगने वाली दुकानों से वसूल किए जाने रुपयों को लेकर थी। क्योंकि लड़ाई करने वाले सिपाही को बंटवारे में कम पैसे मिले थे। वैसे पैसे के आगे पुलिस कुछ भी करने को तैयार रहती है जैसा इस मामले में दिखा।
मामला लखनऊ के थाना इटौंजा के अंतर्गत पुल के नीचे देखने को मिला जब कुछ खाकी वर्दी धारी आपस मे लड़ने लगे। लड़ना तो छोड़िए, वह आपस में बीच सड़क पर ही गुत्थम-गुत्था हो गए। यह देख कुछ वर्दीधारियों ने उन्हें छुड़ाने की कोशिश की लेकिन वह लड़ते रहे और तमाशा देखने के लिए राहगीरों की भीड़ इकट्ठा हो गई।
लोग कुछ कहते इससे पहले मामला समझ में आ गया। लड़ाई केवल सड़क के किनारे लगने वाली दुकानों से वसूल किए जाने रुपयों को लेकर थी। क्योंकि लड़ाई करने वाले सिपाही को बंटवारे में कम पैसे मिले थे। वैसे पैसे के आगे पुलिस कुछ भी करने को तैयार रहती है जैसा इस मामले में दिखा।
लोग कुछ कहते इससे पहले मामला समझ में आ गया। लड़ाई केवल सड़क के किनारे लगने वाली दुकानों से वसूल किए जाने रुपयों को लेकर थी। क्योंकि लड़ाई करने वाले सिपाही को बंटवारे में कम पैसे मिले थे। वैसे पैसे के आगे पुलिस कुछ भी करने को तैयार रहती है जैसा इस मामले में दिखा। | संक्षिप्त पाठ: सड़क किनारे लगने वाली दुकानों से वसूले गए पैसों के बंटवारे का मामला
पुलिसवाले लड़ते रहे और तमाशा देखते रहे राहगीर
लखनऊ के इटौंजा थाना क्षेत्र का है पूरा मामला | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (Staff Selection Commission) ने पिछले महीने CGL और CHSL परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया था. ये शेड्यूल SSC की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.nic.in पर जारी किया गया था. SSC CGL टायर 1 परीक्षा 4 जून से 19 जून 2019 के बीच आयोजित की जाएगी. जबकि टायर 2 परीक्षा का आयोजन सितंबर में किया जाएगा. SSC CHSL परीक्षा 1 जुलाई से 26 जुलाई के बीच आयोजित की होगी. SSC CHSL परीक्षा के लिए डिटेल में एक नोटिफिकेशन 5 मार्च 2019 को जारी किया जाएगा. इस नोटिफिकेशन में भर्ती परीक्षा से संबंधित हर जानकारी दी गई होगी. एसएससी सीएचएसएल के माध्यम से लोवर डिविजनल क्लर्क और डाटा एंट्री ऑपरेटर के पदों पर भर्ती की जाएगी.
SSC CHSL परीक्षा के लिए 12वीं पास लोग आवेदन कर सकते हैं. ध्यान रहे कि डाटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार का साइंस स्ट्रीम से 12वीं पास होना अनिवार्य है. उम्मीदवार के पास साइंस स्ट्रीम में मैथ्स होनी चाहिए.
बता दें कि SSC दिल्ली पुलिस में SI और CISF में CAPs और ASI भर्ती परीक्षा 12 मार्च, 2019 से 16 मार्च, 2019 तक आयोजित करेगा. फिलहाल अभी SSC GD कॉन्सटेबल के 54 हजार 953 पर भर्ती हो रही है. ये परीक्षा 11 फरवरी को शुरू हुई और अब 11 मार्च तक चलने वाली है. | सारांश: CGL परीक्षा 4 जून से होगी.
सीएचएसएल परीक्षा जुलाई में होगी.
सीएचएसएल परीक्षा के लिए 5 मार्च को नोटिफिकेशन आएगा. | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: जीएम सरसों को जेनेटिक इंजीनियरिंग एप्रेज़ल कमेटी यानी जीईएसी की मंज़ूरी को लेकर उठ रहे सवालों के बीच सरकार से जुड़े वैज्ञानिक सोमवार को एक साथ सामने आए. उनकी मांग है कि सरकार जीएम सरसों पर जीईएसी के फ़ैसले को जल्द हरी झंडी दिखाए. डिपार्टमेन्ट ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन के सचिव टी महापात्रा ने कहा कि जीएम सरसों से देश में सरसों की पैदावार 25 फीसदी तक बढ़ जाएगा और इसके असर से जुड़े सारे तथ्यों की समीक्षा की जा चुकी है. इन कृषि वैज्ञानिकों की दलील है कि जीएम सरसों के इस्तेमाल से सरसों तेल आयात पर देश की निर्भरता कम होगी.
ये सफाई ऐसे वक्त पर आयी है जब जीएम सरसों को दी गयी मंज़ूरी के खिलाफ आवाज़ तेज़ हो रही है और संघ परिवार से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर गुज़ारिश की है कि सरकार GEAC की मंज़ूरी को हरी झंडी ना दे क्योंकि जीएम सरसों टौक्सिक है और इससे पैदावार नहीं बढ़ेगी.टिप्पणियां
सवाल किसानों से जुड़े संगठन भी उठा रहे हैं. किसान संगठनों के एक बड़े नेटवर्क 'भारत बीज स्वराज मंच' के जैकब नैल्लीथानम ने एनडीटीवी से कहा, "जीएम सरसों के कमर्शियलाइज़ेशन से सरसों की जो मौजूदा वैराइटी है वह क्रॉस पॉलिनेशन के माध्यम से दूषित हो जाएंगी और दूसरा इससे हमारी सभी किस्में प्रदूषित हो जाएंगी जीन से जो एसटी टॉलरेंस का जीन है.''
जीएम सरसों से पहले भारत के संगठन बीटी बैंगन पर सवाल खड़े कर चुके हैं. बीटी कॉटन के अनुभव पर भी बहस चल रही है. जीएम सरसों को लेकर संघ परिवार से जुड़े कई संगठन भी विरोध में हैं. सरकार के लिए फ़ैसला आसान नहीं होगा.
ये सफाई ऐसे वक्त पर आयी है जब जीएम सरसों को दी गयी मंज़ूरी के खिलाफ आवाज़ तेज़ हो रही है और संघ परिवार से जुड़े स्वदेशी जागरण मंच ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर गुज़ारिश की है कि सरकार GEAC की मंज़ूरी को हरी झंडी ना दे क्योंकि जीएम सरसों टौक्सिक है और इससे पैदावार नहीं बढ़ेगी.टिप्पणियां
सवाल किसानों से जुड़े संगठन भी उठा रहे हैं. किसान संगठनों के एक बड़े नेटवर्क 'भारत बीज स्वराज मंच' के जैकब नैल्लीथानम ने एनडीटीवी से कहा, "जीएम सरसों के कमर्शियलाइज़ेशन से सरसों की जो मौजूदा वैराइटी है वह क्रॉस पॉलिनेशन के माध्यम से दूषित हो जाएंगी और दूसरा इससे हमारी सभी किस्में प्रदूषित हो जाएंगी जीन से जो एसटी टॉलरेंस का जीन है.''
जीएम सरसों से पहले भारत के संगठन बीटी बैंगन पर सवाल खड़े कर चुके हैं. बीटी कॉटन के अनुभव पर भी बहस चल रही है. जीएम सरसों को लेकर संघ परिवार से जुड़े कई संगठन भी विरोध में हैं. सरकार के लिए फ़ैसला आसान नहीं होगा.
सवाल किसानों से जुड़े संगठन भी उठा रहे हैं. किसान संगठनों के एक बड़े नेटवर्क 'भारत बीज स्वराज मंच' के जैकब नैल्लीथानम ने एनडीटीवी से कहा, "जीएम सरसों के कमर्शियलाइज़ेशन से सरसों की जो मौजूदा वैराइटी है वह क्रॉस पॉलिनेशन के माध्यम से दूषित हो जाएंगी और दूसरा इससे हमारी सभी किस्में प्रदूषित हो जाएंगी जीन से जो एसटी टॉलरेंस का जीन है.''
जीएम सरसों से पहले भारत के संगठन बीटी बैंगन पर सवाल खड़े कर चुके हैं. बीटी कॉटन के अनुभव पर भी बहस चल रही है. जीएम सरसों को लेकर संघ परिवार से जुड़े कई संगठन भी विरोध में हैं. सरकार के लिए फ़ैसला आसान नहीं होगा.
जीएम सरसों से पहले भारत के संगठन बीटी बैंगन पर सवाल खड़े कर चुके हैं. बीटी कॉटन के अनुभव पर भी बहस चल रही है. जीएम सरसों को लेकर संघ परिवार से जुड़े कई संगठन भी विरोध में हैं. सरकार के लिए फ़ैसला आसान नहीं होगा. | सारांश: 'जीएम सरसों टौक्सिक है और इससे पैदावार नहीं बढ़ेगी'
जीएम सरसों से पहले भारत के संगठन बीटी बैंगन पर सवाल खड़े कर चुके हैं
जीएम सरसों को लेकर संघ परिवार से जुड़े कई संगठन भी विरोध में हैं | 33 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: सन टीवी नेटवर्क लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कलानिधि मारन को चेन्नई पुलिस ने कम्पनी के फिल्म डिविजन, सन पिक्चर्स के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले में सम्मन जारी किया है। सन समूह में 20 सैटेलाइट टीवी चैनल्स, डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) सेवा कम्पनी, 45 एफएम रेडियो स्टेशन, चार साप्ताहिक पत्रिकाएं, दो दैनिक अखबार और स्पाइसजेट एयरलाइंस शामिल हैं। यहां केके नगर पुलिस थाने के एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "सन पिक्चर्स के खिलाफ दायर शिकायतों के बारे में पूछताछ के लिए कलानिधि मारन को तलब किया गया है।" मारन बुधवार को इस पुलिस थाने में उपस्थित हो सकते हैं। पुलिस ने हाल ही में सन पिक्चर्स के प्रमुख संचालन अधिकारी हंसराज सक्सेना को एक फिल्म वितरक टीएस सेल्वाराज द्वारा दायर धोखाधड़ी की एक शिकायत पर गिरफ्तार किया था। सेल्वाराज ने शिकायत की थी कि सक्सेना ने उनके साथ 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी की और तमिल फिल्म 'थीराडा विलयट्ट पिल्लै' के वितरण के सम्बंध में जब पैसे मांगे गए तो उन्होंने उन्हें धमकी दी। मारन, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष एम. करुणानिधि के बड़े भतीजे हैं और दिवंगत डीएमके नेता मुरासोली मारन के बेटे हैं। वह दयानिधि मारन के बड़े भाई है, जिन्होंने हाल ही में भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद केंद्रीय कपड़ा मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। | यहाँ एक सारांश है:कलानिधि मारन को चेन्नई पुलिस ने कम्पनी के फिल्म डिविजन, सन पिक्चर्स के खिलाफ दर्ज धोखाधड़ी के मामले में सम्मन जारी किया है। | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पंद्रह साल से बाइक चला रहीं 31 वर्षीय सारा कश्यप अब महिलाओं की एक टीम के साथ बाइक पर हिमालय फतह करने निकली हैं। कश्यप उर्वशी पटोले के साथ मिलकर रॉयल एनफील्ड हिमालयन ओडिसी के 13वें संस्करण का नेतृत्व कर रही हैं। कुल 20 महिलाओं का यह दल 17 दिनों तक 2200 किलोमीटर लम्बे खतरनाक रास्तों और पहाड़ी दर्रों में महिला शक्ति का प्रदर्शन करेगा। यह यात्रा 23 जुलाई को समाप्त होगी।
चेन्नई में रहनेवाली कश्यप का कहना है, ‘‘महिला हो या पुरष किसी के लिए भी पहाड़ी इलाकों की यात्रा करना काफी कठिन है। पहाड़ी इलाकों की यात्रा सीधी सड़क पर 100 किमी की यात्रा करने जैसी नहीं है।’’ कश्यप पुराने अंतरराष्ट्रीय मोटर स्पोर्टस इवेंट ‘रेड-डी-हिमालय’ की यात्रा को पूरा करनेवाली भारत की पहली महिला रह चुकी हैं।टिप्पणियां
उर्वशी पटोले पुणे की हैं और 14 साल की उम्र से ही बाइक चला रही हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाली ओडिसी महिला बाइकर्स की पृष्ठभूमि और उद्येश्य भी अलग है। टीम में गुवाहाटी की जिलमिल काकोटी अलीमयान भी हैं, जो दो बच्चों की मां हैं। साइकल और मोटरबाइक्स का शौक रखने वाली टीम की दूसरी सदस्य सौम्य नारायणन हैं, जिनका सपना कन्याकुमारी से खादरुंगला तक बाइक की सवारी करना है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चेन्नई में रहनेवाली कश्यप का कहना है, ‘‘महिला हो या पुरष किसी के लिए भी पहाड़ी इलाकों की यात्रा करना काफी कठिन है। पहाड़ी इलाकों की यात्रा सीधी सड़क पर 100 किमी की यात्रा करने जैसी नहीं है।’’ कश्यप पुराने अंतरराष्ट्रीय मोटर स्पोर्टस इवेंट ‘रेड-डी-हिमालय’ की यात्रा को पूरा करनेवाली भारत की पहली महिला रह चुकी हैं।टिप्पणियां
उर्वशी पटोले पुणे की हैं और 14 साल की उम्र से ही बाइक चला रही हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाली ओडिसी महिला बाइकर्स की पृष्ठभूमि और उद्येश्य भी अलग है। टीम में गुवाहाटी की जिलमिल काकोटी अलीमयान भी हैं, जो दो बच्चों की मां हैं। साइकल और मोटरबाइक्स का शौक रखने वाली टीम की दूसरी सदस्य सौम्य नारायणन हैं, जिनका सपना कन्याकुमारी से खादरुंगला तक बाइक की सवारी करना है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उर्वशी पटोले पुणे की हैं और 14 साल की उम्र से ही बाइक चला रही हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों से आने वाली ओडिसी महिला बाइकर्स की पृष्ठभूमि और उद्येश्य भी अलग है। टीम में गुवाहाटी की जिलमिल काकोटी अलीमयान भी हैं, जो दो बच्चों की मां हैं। साइकल और मोटरबाइक्स का शौक रखने वाली टीम की दूसरी सदस्य सौम्य नारायणन हैं, जिनका सपना कन्याकुमारी से खादरुंगला तक बाइक की सवारी करना है। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: हिमालय फतह करने निकलेगी महिला बाइकर्स की टीम।
15 सालों से बाइक चला रही हैं टीम की लीडर सारा कश्यप।
17 दिनों में 2200 किलोमीटर की दूरी तय करेंगी बाइकर्स। | 24 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अफगानिस्तान के फराह प्रांत में अचानक हुए बम विस्फोट में 30 तालिबानी आतंकवादी मारे गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, अधिकारी ने कहा कि यह विस्फोट गुरुवार को बाला बुलुक जिले के पेवा पसाव इलाके में आतंकवादियों द्वारा सरकारी सुरक्षा बलों के ठिकानों पर हमले की कोशिश के दौरान हुआ. उन्होंने कहा, जैसे ही आतंकवादी हमले के लिए तैयार हुए, एक आत्मघाती हमलावर की जैकेट में विस्फोट हो गया.पाकिस्तान : लाहौर में ट्रक में हुआ धमाका, 22 लोग घायल
अधिकारी ने कहा कि इस विस्फोट में कई आतंकवादी घायल भी हो गए. तालिबानी आतंकवादी अफगानिस्तान में अप्रैल में वार्षिक विद्रोह शुरू करने के बाद से कई लोगों को मार चुके हैं. ईरान से लगे प्रांत में सुरक्षा बलों व तालिबान आतंकवादियों के बीच बीते कुछ सालों से संघर्ष हो रहा है.टिप्पणियां
पढ़ें: काबुल कार ब्लास्ट : 24 की मौत, 42 घायल(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान : लाहौर में ट्रक में हुआ धमाका, 22 लोग घायल
अधिकारी ने कहा कि इस विस्फोट में कई आतंकवादी घायल भी हो गए. तालिबानी आतंकवादी अफगानिस्तान में अप्रैल में वार्षिक विद्रोह शुरू करने के बाद से कई लोगों को मार चुके हैं. ईरान से लगे प्रांत में सुरक्षा बलों व तालिबान आतंकवादियों के बीच बीते कुछ सालों से संघर्ष हो रहा है.टिप्पणियां
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अधिकारी ने कहा कि इस विस्फोट में कई आतंकवादी घायल भी हो गए. तालिबानी आतंकवादी अफगानिस्तान में अप्रैल में वार्षिक विद्रोह शुरू करने के बाद से कई लोगों को मार चुके हैं. ईरान से लगे प्रांत में सुरक्षा बलों व तालिबान आतंकवादियों के बीच बीते कुछ सालों से संघर्ष हो रहा है.टिप्पणियां
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पढ़ें: काबुल कार ब्लास्ट : 24 की मौत, 42 घायल(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:एक आत्मघाती हमलावर की जैकेट में विस्फोट हो गया.
इसमें तीस आतंकवादी मारे गए
सुरक्षाबलों के ठिकाने पर हमले की कोशिश में विस्फोट | 17 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: खेल मंत्रालय ने आज भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) पर से तुरंत प्रभाव से निलंबन हटा दिया क्योंकि उसने आलोचनायें झेलने के बाद भ्रष्टाचार में लिप्त दागी सुरेश कलमाड़ी और अभय सिंह चौटाला को आजीवन अध्यक्ष पद से हटाने का फैसला किया है. मंत्रालय ने कहा कि वह आईओए पर 30 दिसंबर को लगा निलंबन हटा रहा है क्योंकि उसने कलमाड़ी और चौटाला को आजीवन अध्यक्ष बनाने की गलती स्वीकार कर ली है.
गौरतलब है कि आईओए की ओर से कलमाड़ी और चौटाला की नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा था, यह नियुक्ति पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं क्योंकि कलमाड़ी और चौटाला गंभीर भ्रष्टाचार और आपराधिक मामलों में आरोपी है. पूर्व खेल मंत्री अजय माकन ने भी इस फैसले को रद्द करने की मांग की थी.
मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा, ‘सरकार ने तुरंत प्रभाव से आईओए की मान्यता पर से निलंबन हटाने का फैसला किया है क्योंकि इसने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए अभय सिंह चौटाला और सुरेश कलमाड़ी को आईओए के आजीवन अध्यक्ष बनाने के अपने पहले के फैसले को पलटने का निर्णय किया है.’ उन्होंने कहा, ‘इस फैसले के बाद देश में खेल और विकास के व्यापक हित को देखते हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , खेल मंत्रालय ने आईओए की मान्यता पर 30 दिसंबर 2016 को लंगा निलंबन हटाने का फैसला किया है.’ टिप्पणियां
आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘अगर मंत्रालय ने निलंबन हटा दिया है तो यह आईओए के लिये अच्छी खबर है. जहां तक मेरा संबंध है, अगर सरकार निलंबन हटाती है तो मैं मंत्रालय का शुक्रगुजार हूं. ’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गौरतलब है कि आईओए की ओर से कलमाड़ी और चौटाला की नियुक्ति पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने कहा था, यह नियुक्ति पूरी तरह से अस्वीकार्य हैं क्योंकि कलमाड़ी और चौटाला गंभीर भ्रष्टाचार और आपराधिक मामलों में आरोपी है. पूर्व खेल मंत्री अजय माकन ने भी इस फैसले को रद्द करने की मांग की थी.
मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा, ‘सरकार ने तुरंत प्रभाव से आईओए की मान्यता पर से निलंबन हटाने का फैसला किया है क्योंकि इसने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए अभय सिंह चौटाला और सुरेश कलमाड़ी को आईओए के आजीवन अध्यक्ष बनाने के अपने पहले के फैसले को पलटने का निर्णय किया है.’ उन्होंने कहा, ‘इस फैसले के बाद देश में खेल और विकास के व्यापक हित को देखते हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , खेल मंत्रालय ने आईओए की मान्यता पर 30 दिसंबर 2016 को लंगा निलंबन हटाने का फैसला किया है.’ टिप्पणियां
आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘अगर मंत्रालय ने निलंबन हटा दिया है तो यह आईओए के लिये अच्छी खबर है. जहां तक मेरा संबंध है, अगर सरकार निलंबन हटाती है तो मैं मंत्रालय का शुक्रगुजार हूं. ’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मंत्रालय ने आज एक बयान में कहा, ‘सरकार ने तुरंत प्रभाव से आईओए की मान्यता पर से निलंबन हटाने का फैसला किया है क्योंकि इसने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए अभय सिंह चौटाला और सुरेश कलमाड़ी को आईओए के आजीवन अध्यक्ष बनाने के अपने पहले के फैसले को पलटने का निर्णय किया है.’ उन्होंने कहा, ‘इस फैसले के बाद देश में खेल और विकास के व्यापक हित को देखते हुए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) , खेल मंत्रालय ने आईओए की मान्यता पर 30 दिसंबर 2016 को लंगा निलंबन हटाने का फैसला किया है.’ टिप्पणियां
आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘अगर मंत्रालय ने निलंबन हटा दिया है तो यह आईओए के लिये अच्छी खबर है. जहां तक मेरा संबंध है, अगर सरकार निलंबन हटाती है तो मैं मंत्रालय का शुक्रगुजार हूं. ’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन ने मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘अगर मंत्रालय ने निलंबन हटा दिया है तो यह आईओए के लिये अच्छी खबर है. जहां तक मेरा संबंध है, अगर सरकार निलंबन हटाती है तो मैं मंत्रालय का शुक्रगुजार हूं. ’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: खेल मंत्रालय ने एक बयान जारी करके दी यह जानकारी
IOA ने कलमाड़ी, चौटाला संबंधी निर्णय बदलने का किया है फैसला
आईओए के अध्यक्ष रामचंद्रन ने फैसले का स्वागत किया | 19 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तान के लाहौर शहर में दूसरी शादी करने की तैयारी कर रहे एक सिख युवक की हत्या कर दी गई है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि शालीमार टाउन स्थित 28 वर्षीय अमरजीत सिंह के स्टोर में घुसकर कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की। इसके बाद वे सिंह को एक कार में ठूंसकर वहां से भाग निकले।टिप्पणियां
बाद में सिंह का शव लाहौर से 40 किलोमीटर दूर शेखपुरा से बरामद किया गया। शरीर पर चोट के निशान थे। सिंह पेशे से हकीम था और पेशावर का रहने वाला था।
पुलिस ने जब सिंह के परिवार से संपर्क किया तो पता चला कि सिंह ने अपनी दूसरी शादी का फैसला किया था। अधिकारियों ने बताया कि तीन लोगों अजरुन सिंह, स्वरूप सिंह और मस्तान सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि शालीमार टाउन स्थित 28 वर्षीय अमरजीत सिंह के स्टोर में घुसकर कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की। इसके बाद वे सिंह को एक कार में ठूंसकर वहां से भाग निकले।टिप्पणियां
बाद में सिंह का शव लाहौर से 40 किलोमीटर दूर शेखपुरा से बरामद किया गया। शरीर पर चोट के निशान थे। सिंह पेशे से हकीम था और पेशावर का रहने वाला था।
पुलिस ने जब सिंह के परिवार से संपर्क किया तो पता चला कि सिंह ने अपनी दूसरी शादी का फैसला किया था। अधिकारियों ने बताया कि तीन लोगों अजरुन सिंह, स्वरूप सिंह और मस्तान सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
बाद में सिंह का शव लाहौर से 40 किलोमीटर दूर शेखपुरा से बरामद किया गया। शरीर पर चोट के निशान थे। सिंह पेशे से हकीम था और पेशावर का रहने वाला था।
पुलिस ने जब सिंह के परिवार से संपर्क किया तो पता चला कि सिंह ने अपनी दूसरी शादी का फैसला किया था। अधिकारियों ने बताया कि तीन लोगों अजरुन सिंह, स्वरूप सिंह और मस्तान सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
पुलिस ने जब सिंह के परिवार से संपर्क किया तो पता चला कि सिंह ने अपनी दूसरी शादी का फैसला किया था। अधिकारियों ने बताया कि तीन लोगों अजरुन सिंह, स्वरूप सिंह और मस्तान सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एक प्रत्यक्षदर्शी ने पुलिस को बताया कि शालीमार टाउन स्थित 28 वर्षीय अमरजीत सिंह के स्टोर में घुसकर कुछ लोगों ने उसकी पिटाई की। इसके बाद वे सिंह को एक कार में ठूंसकर वहां से भाग निकले। | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अंतरिम अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने रविवार को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कथित तौर पर हितों के टकराव से जुड़े विवादित मामले के संबंध में कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा।
डालमिया ने यहां बीसीसीआई की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा, "कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा। हमारा मानना है कि हमें किसी भी खिलाड़ी का बचाव नहीं करना चाहिए। अगर किसी खिलाड़ी का किसी खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी है, तो हम उसका बचाव नहीं करेंगे बल्कि गलती को सुधारने का प्रयास करेंगे।"
डालमिया ने कहा कि भारत का जिम्बाब्वे दौरा खत्म होने के बाद बीसीसीआई इस मामले की छानबीन करेगी। उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट को खत्म होने दीजिए।"टिप्पणियां
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
डालमिया ने यहां बीसीसीआई की कार्यकारी समिति की बैठक के बाद कहा, "कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा। हमारा मानना है कि हमें किसी भी खिलाड़ी का बचाव नहीं करना चाहिए। अगर किसी खिलाड़ी का किसी खेल प्रबंधन कंपनी में हिस्सेदारी है, तो हम उसका बचाव नहीं करेंगे बल्कि गलती को सुधारने का प्रयास करेंगे।"
डालमिया ने कहा कि भारत का जिम्बाब्वे दौरा खत्म होने के बाद बीसीसीआई इस मामले की छानबीन करेगी। उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट को खत्म होने दीजिए।"टिप्पणियां
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
डालमिया ने कहा कि भारत का जिम्बाब्वे दौरा खत्म होने के बाद बीसीसीआई इस मामले की छानबीन करेगी। उन्होंने कहा, "इस टूर्नामेंट को खत्म होने दीजिए।"टिप्पणियां
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
'ऋति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट' कंपनी में धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी तथा इसी कंपनी से सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा और प्रज्ञान ओझा के भी जुड़े होने की खबरें आने के बाद से ही धोनी हितों के टकराव के कथित विवाद से घिर गए।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे।
कंपनी ने हालांकि दावा किया है कि धोनी के पास बहुत कम समय के लिए कंपनी के शेयर थे, तथा उनका भुगतान पूरा हो जाने के बाद ये शेयर वापस कंपनी को स्थानांतरित कर दिए गए थे। | भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अंतरिम अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने रविवार को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के कथित तौर पर हितों के टकराव से जुड़े विवादित मामले के संबंध में कुछ भी छिपाया नहीं जाएगा। | 34 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: इस्लामिक स्टेट आतंकी संगठन ने चुनाव के दिन अमेरिकी मतदाताओं के कत्लेआम का आह्वान किया है और मुसलमानों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग नहीं लेने की अपील की है. अमेरिका आधारित एक आतंकी निगरानी संगठन ने यह दावा किया है.
एसआईटीआई खुफिया संगठन के निदेशक रित्ज कात्ज ने ट्विटर पर कहा है कि इस्लामिक स्टेट के अल हयात मीडिया सेंटर द्वारा एक आलेख में इन धमकियों का जिक्र किया गया है. इसमें यह बताया गया है कि आतंकवादी आपका कत्लेआम करने और आपकी मतपेटियों को नष्ट करने आये हैं .
यूएसए टुडे की खबर के मुताबिक यह चेतावनी सात पन्नों के घोषणापत्र में दी गई है जिसका शीर्षक 'द मुर्ताद वोट' है. आलेख में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी की इस्लाम और मुसलमान विरोधी नीतियों में कोई अंतर नहीं बताया गया है.टिप्पणियां
एफबीआई ने एक बयान में कहा है कि आतंकवाद रोधी और आतंरिक सुरक्षा समुदाय सतर्क बने हुए हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एसआईटीआई खुफिया संगठन के निदेशक रित्ज कात्ज ने ट्विटर पर कहा है कि इस्लामिक स्टेट के अल हयात मीडिया सेंटर द्वारा एक आलेख में इन धमकियों का जिक्र किया गया है. इसमें यह बताया गया है कि आतंकवादी आपका कत्लेआम करने और आपकी मतपेटियों को नष्ट करने आये हैं .
यूएसए टुडे की खबर के मुताबिक यह चेतावनी सात पन्नों के घोषणापत्र में दी गई है जिसका शीर्षक 'द मुर्ताद वोट' है. आलेख में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी की इस्लाम और मुसलमान विरोधी नीतियों में कोई अंतर नहीं बताया गया है.टिप्पणियां
एफबीआई ने एक बयान में कहा है कि आतंकवाद रोधी और आतंरिक सुरक्षा समुदाय सतर्क बने हुए हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यूएसए टुडे की खबर के मुताबिक यह चेतावनी सात पन्नों के घोषणापत्र में दी गई है जिसका शीर्षक 'द मुर्ताद वोट' है. आलेख में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी की इस्लाम और मुसलमान विरोधी नीतियों में कोई अंतर नहीं बताया गया है.टिप्पणियां
एफबीआई ने एक बयान में कहा है कि आतंकवाद रोधी और आतंरिक सुरक्षा समुदाय सतर्क बने हुए हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एफबीआई ने एक बयान में कहा है कि आतंकवाद रोधी और आतंरिक सुरक्षा समुदाय सतर्क बने हुए हैं. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: अमेरिका आधारित एक आतंकी निगरानी संगठन ने यह दावा किया
यूएसए टुडे के मुताबिक यह चेतावनी सात पन्नों के घोषणापत्र में दी गई
इसमें मुसलमानों से लोकतांत्रिक प्रक्रिया से दूर रहने को कहा गया | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: अमेरिका ने पाकिस्तानी संसद की ओर से अमेरिका-पाक संबंधों के दिशानिर्देशों को मंजूरी देने के बीच बेहद सावधानीपूर्वक बयान जारी करके उसके साथ स्थायी, सामरिक और स्पष्ट रूप से परिभाषित संबंध की इच्छा जताई है।टिप्पणियां
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान के साथ एक ऐसा संबंध चाहते हैं जो स्थायी, सामरिक और अधिक स्पष्ट रूप से परिभाषित हो। हमें इस नीति सिफारिशों के बारे में पाकिस्तान के साथ चर्चा का इंतजार है और हम उसके साथ साझा हितों को लेकर लगातार सम्पर्क में रहना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि पाकिस्तानी संसद ने ‘अमेरिका, नाटो, आईएसएएफ के साथ संबंधों की संशोधित शर्तों के दिशानिर्देशों और आम विदेश नीति’ को मंजूरी दी है। संसद ने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की जिस गंभीरता से समीक्षा की है उसका हम सम्मान करते हैं।’’
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान के साथ एक ऐसा संबंध चाहते हैं जो स्थायी, सामरिक और अधिक स्पष्ट रूप से परिभाषित हो। हमें इस नीति सिफारिशों के बारे में पाकिस्तान के साथ चर्चा का इंतजार है और हम उसके साथ साझा हितों को लेकर लगातार सम्पर्क में रहना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि पाकिस्तानी संसद ने ‘अमेरिका, नाटो, आईएसएएफ के साथ संबंधों की संशोधित शर्तों के दिशानिर्देशों और आम विदेश नीति’ को मंजूरी दी है। संसद ने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की जिस गंभीरता से समीक्षा की है उसका हम सम्मान करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने देखा है कि पाकिस्तानी संसद ने ‘अमेरिका, नाटो, आईएसएएफ के साथ संबंधों की संशोधित शर्तों के दिशानिर्देशों और आम विदेश नीति’ को मंजूरी दी है। संसद ने अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों की जिस गंभीरता से समीक्षा की है उसका हम सम्मान करते हैं।’’ | यहाँ एक सारांश है:अमेरिका ने बेहद सावधानीपूर्वक बयान जारी करके उसके साथ स्थायी, सामरिक और स्पष्ट रूप से परिभाषित संबंध की इच्छा जताई है। | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को तेजी रही। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 112.41 अंकों की तेजी के साथ 16,328.25 पर और निफ्टी 35.00 अंकों की तेजी के साथ 4,942.80 पर बंद हुआ।टिप्पणियां
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 68.94 अंकों की गिरावट के साथ 16,146.90 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 37.95 अंकों की गिरावट के साथ 4,869.85 पर खुला।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 36.82 अंकों की तेजी के साथ 5,925.77 पर और स्मॉलकैप 20.70 अंकों की तेजी के साथ 6,335.27 पर बंद हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 68.94 अंकों की गिरावट के साथ 16,146.90 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी 37.95 अंकों की गिरावट के साथ 4,869.85 पर खुला।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 36.82 अंकों की तेजी के साथ 5,925.77 पर और स्मॉलकैप 20.70 अंकों की तेजी के साथ 6,335.27 पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी तेजी रही। मिडकैप 36.82 अंकों की तेजी के साथ 5,925.77 पर और स्मॉलकैप 20.70 अंकों की तेजी के साथ 6,335.27 पर बंद हुआ। | प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 112.41 अंकों की तेजी के साथ 16,328.25 पर और निफ्टी 35.00 अंकों की तेजी के साथ 4,942.80 पर बंद हुआ। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पिछले 11 महीने से लापता बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। पुलिस के अनुसार, तीन लोगों ने लैला को उसके पूरे परिवार सहित मार डाला था।
लैला और उसके परिवार के अपहरण के मामले में लगभग दो हफ्ते पहले जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की पकड़ में आए लैला के सौतेले पिता परवेज़ टाक ने पूछताछ के दौरान बताया कि लैला सहित उसके परिवार की हत्या की जा चुकी है। टाक के मुताबिक ये हत्याएं मुंबई में आसिफ शेख, अफगान खान और सोनू नाम के तीन लोगों ने कीं।
इन तीन लोगों में से आसिफ शेख लैला की मां सेलिना खान का दूसरा पति है, जबकि परवेज़ तीसरा पति। हत्याकांड में शामिल तीसरा व्यक्ति अफगान खान लैला का प्रेमी था, लेकिन इस रिश्ते को लेकर वह पिछले कुछ समय से तनाव में था, इसलिए वह साजिश का हिस्सा बना। तीसरा आरोपी सोनू इस साज़िश का हिस्सा कैसे और क्यों बना, यह अभी साफ नहीं है। परवेज़ के मुताबिक आसिफ नहीं चाहता था कि सेलिना खान मुंबई की अपनी प्रॉपर्टी बेचे, और इसी विवाद के चलते लैला और उसके परिवार की हत्या की गई।टिप्पणियां
जम्मू पुलिस से मिली इस जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस उस जगह पर पहुंच रही है, जहां परवेज ने लैला और उसके परिवार की हत्या किए जाने का खुलासा किया है। साथ ही क्राइम ब्रांच की एक टीम परवेज की हिरासत के लिए जम्मू जा रही है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उसके परिवार के गुमशुदा होने की शिकायत लैला के पिता नादिर पटेल ने दर्ज करवाई थी। अपहृत लोगों में लैला, उसकी मां सेलिना, उसकी बड़ी बहन, जुड़वां बच्चे और एक अन्य संबंधी शामिल थे।
लैला और उसके परिवार के अपहरण के मामले में लगभग दो हफ्ते पहले जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की पकड़ में आए लैला के सौतेले पिता परवेज़ टाक ने पूछताछ के दौरान बताया कि लैला सहित उसके परिवार की हत्या की जा चुकी है। टाक के मुताबिक ये हत्याएं मुंबई में आसिफ शेख, अफगान खान और सोनू नाम के तीन लोगों ने कीं।
इन तीन लोगों में से आसिफ शेख लैला की मां सेलिना खान का दूसरा पति है, जबकि परवेज़ तीसरा पति। हत्याकांड में शामिल तीसरा व्यक्ति अफगान खान लैला का प्रेमी था, लेकिन इस रिश्ते को लेकर वह पिछले कुछ समय से तनाव में था, इसलिए वह साजिश का हिस्सा बना। तीसरा आरोपी सोनू इस साज़िश का हिस्सा कैसे और क्यों बना, यह अभी साफ नहीं है। परवेज़ के मुताबिक आसिफ नहीं चाहता था कि सेलिना खान मुंबई की अपनी प्रॉपर्टी बेचे, और इसी विवाद के चलते लैला और उसके परिवार की हत्या की गई।टिप्पणियां
जम्मू पुलिस से मिली इस जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस उस जगह पर पहुंच रही है, जहां परवेज ने लैला और उसके परिवार की हत्या किए जाने का खुलासा किया है। साथ ही क्राइम ब्रांच की एक टीम परवेज की हिरासत के लिए जम्मू जा रही है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उसके परिवार के गुमशुदा होने की शिकायत लैला के पिता नादिर पटेल ने दर्ज करवाई थी। अपहृत लोगों में लैला, उसकी मां सेलिना, उसकी बड़ी बहन, जुड़वां बच्चे और एक अन्य संबंधी शामिल थे।
इन तीन लोगों में से आसिफ शेख लैला की मां सेलिना खान का दूसरा पति है, जबकि परवेज़ तीसरा पति। हत्याकांड में शामिल तीसरा व्यक्ति अफगान खान लैला का प्रेमी था, लेकिन इस रिश्ते को लेकर वह पिछले कुछ समय से तनाव में था, इसलिए वह साजिश का हिस्सा बना। तीसरा आरोपी सोनू इस साज़िश का हिस्सा कैसे और क्यों बना, यह अभी साफ नहीं है। परवेज़ के मुताबिक आसिफ नहीं चाहता था कि सेलिना खान मुंबई की अपनी प्रॉपर्टी बेचे, और इसी विवाद के चलते लैला और उसके परिवार की हत्या की गई।टिप्पणियां
जम्मू पुलिस से मिली इस जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस उस जगह पर पहुंच रही है, जहां परवेज ने लैला और उसके परिवार की हत्या किए जाने का खुलासा किया है। साथ ही क्राइम ब्रांच की एक टीम परवेज की हिरासत के लिए जम्मू जा रही है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उसके परिवार के गुमशुदा होने की शिकायत लैला के पिता नादिर पटेल ने दर्ज करवाई थी। अपहृत लोगों में लैला, उसकी मां सेलिना, उसकी बड़ी बहन, जुड़वां बच्चे और एक अन्य संबंधी शामिल थे।
जम्मू पुलिस से मिली इस जानकारी के आधार पर मुंबई पुलिस उस जगह पर पहुंच रही है, जहां परवेज ने लैला और उसके परिवार की हत्या किए जाने का खुलासा किया है। साथ ही क्राइम ब्रांच की एक टीम परवेज की हिरासत के लिए जम्मू जा रही है।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उसके परिवार के गुमशुदा होने की शिकायत लैला के पिता नादिर पटेल ने दर्ज करवाई थी। अपहृत लोगों में लैला, उसकी मां सेलिना, उसकी बड़ी बहन, जुड़वां बच्चे और एक अन्य संबंधी शामिल थे।
गौरतलब है कि पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उसके परिवार के गुमशुदा होने की शिकायत लैला के पिता नादिर पटेल ने दर्ज करवाई थी। अपहृत लोगों में लैला, उसकी मां सेलिना, उसकी बड़ी बहन, जुड़वां बच्चे और एक अन्य संबंधी शामिल थे। | सारांश: लैला के सौतेले पिता परवेज़ ने पूछताछ के दौरान बताया कि पूरे परिवार की हत्या मुंबई में आसिफ शेख, अफगान खान और सोनू नाम के तीन लोगों ने कीं। | 7 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कोलकाता उच्च न्यायालय ने सिंगूर में किसानों को भूमि लौटाने के पश्चिम बंगाल सरकार के फैसले पर रोक लगाने के संबंध में अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया। वाम सरकार के दौरान टाटा मोटर्स ने अपनी नैनो परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहित की थी। टाटा ने याचिका दायर कर मांग की थी कि भूमि लौटाने के संदर्भ में मंगलवार से रोक लगाई जाए। न्यायमूर्ति सौमित्र पाल ने कहा कि इस बारे में सरकार की ओर से अभी कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है कि किसानों को भूमि का वितरण मंगलवार से शुरू होगा, ऐसे में कोई अंतरिम आदेश जारी नहीं किया जा सकता। टाटा मोटर्स के वकील समरादित्य पाल ने याचिका दायर कर भूमि वितरण पर स्थगन आदेश की मांग की थी। याचिका में उन्होंने आशंका जताई थी कि सरकार की ओर से एक या दो दिनों में भूमि वितरित कर दी जाएगी। पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम की पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील शक्तिनाथ मुखर्जी ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि जब दूसरा पक्ष अदालत में है तो भूमि वितरित नहीं की जा सकती। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कोलकाता हाई कोर्ट ने सिंगूर में किसानों को भूमि लौटाने के सरकार के फैसले पर रोक लगाने के संबंध में अंतरिम आदेश देने से इनकार कर दिया। | 3 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पंजाब यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों ने विभिन्न पाठ्यक्रमों के शिक्षा शुल्क में वृद्धि किए जाने के खिलाफ मंगलवार को विरोध-प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन के दौरान विद्यार्थियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई, जिससे कैंपस में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुलपति के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठी हुई विद्यार्थियों की भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा, पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े. पुलिस द्वारा बल प्रयोग में कुछ विद्यार्थी घायल हुए हैं.
प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने पुलिस पर पथराव किया, कार्यालय की खिड़कियां तोड़ दीं और विश्वविद्यालय की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. पुलिस द्वारा दौड़ाए जाने पर कुछ विद्यार्थी विश्वविद्यालय परिसर में ही स्थित गुरुद्वारे में घुस गए और वहीं छिपे रहे. उन्हें गुरुद्वारे से बाहर आने को मनाने के लिए पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया.टिप्पणियां
विरोध प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय के सेक्टर-14 स्थित परिसर में पठन-पाठन का कार्य बाधित रहा. 'स्टूडेंट फॉर सोसाइटी' (एसएफएस) सहित अन्य छात्र संगठन शिक्षा शुल्क बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कुलपति के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन के लिए इकट्ठी हुई विद्यार्थियों की भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा, पानी की बौछार का इस्तेमाल किया गया और आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े. पुलिस द्वारा बल प्रयोग में कुछ विद्यार्थी घायल हुए हैं.
प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने पुलिस पर पथराव किया, कार्यालय की खिड़कियां तोड़ दीं और विश्वविद्यालय की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. पुलिस द्वारा दौड़ाए जाने पर कुछ विद्यार्थी विश्वविद्यालय परिसर में ही स्थित गुरुद्वारे में घुस गए और वहीं छिपे रहे. उन्हें गुरुद्वारे से बाहर आने को मनाने के लिए पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया.टिप्पणियां
विरोध प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय के सेक्टर-14 स्थित परिसर में पठन-पाठन का कार्य बाधित रहा. 'स्टूडेंट फॉर सोसाइटी' (एसएफएस) सहित अन्य छात्र संगठन शिक्षा शुल्क बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रदर्शन कर रहे विद्यार्थियों ने पुलिस पर पथराव किया, कार्यालय की खिड़कियां तोड़ दीं और विश्वविद्यालय की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया. पुलिस द्वारा दौड़ाए जाने पर कुछ विद्यार्थी विश्वविद्यालय परिसर में ही स्थित गुरुद्वारे में घुस गए और वहीं छिपे रहे. उन्हें गुरुद्वारे से बाहर आने को मनाने के लिए पुलिस अधिकारियों को बुलाया गया.टिप्पणियां
विरोध प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय के सेक्टर-14 स्थित परिसर में पठन-पाठन का कार्य बाधित रहा. 'स्टूडेंट फॉर सोसाइटी' (एसएफएस) सहित अन्य छात्र संगठन शिक्षा शुल्क बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
विरोध प्रदर्शन के चलते विश्वविद्यालय के सेक्टर-14 स्थित परिसर में पठन-पाठन का कार्य बाधित रहा. 'स्टूडेंट फॉर सोसाइटी' (एसएफएस) सहित अन्य छात्र संगठन शिक्षा शुल्क बढ़ाए जाने का विरोध कर रहे हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे छात्र
प्रदर्शन के दौरान पुलिस से हुई झड़प
पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने से कुछ छात्र घायल | 31 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का कहना है कि खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने के कारण उनके देश के लाखों लोग खाद्य असुरक्षा की स्थिति का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस चुनौती के प्रति जागरूक है। गिलानी ने 16 अक्टूबर को विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर अपने संदेश में कहा, "खाद्य पदार्थों के ऊंचे दामों के कारण पैदा हुई खाद्य असुरक्षा एक ऐसी स्थिति है जिसका लाखों पाकिस्तानी सामना कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि यह दिवस ऊंची खाद्य कीमतों और सबसे कमजोर तबकों पर पड़ रहे इसके प्रभाव को रेखांकित करता है। पाकिस्तान की आबादी 18 करोड़ है। समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ऑफ पाकिस्तान ने गिलानी के हवाले से लिखा है, "पाकिस्तान में खाद्य पदार्थों के दाम तेजी से बढ़ रहे है। खासकर बीते दो सालों में ज्यादा दाम बढ़े हैं। विनाशकारी बाढ़ में फसलें नष्ट हो गईं, हजारों एकड़ कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा और देश के किसानों पर इसका गम्भीर प्रभाव पड़ा।" उन्होंने कहा, "इतने महत्वपूर्ण समय में खाद्य सुरक्षा हासिल करना एक महत्वपूर्ण और तात्कालिक उद्देश्य है।" गिलानी ने कहा, "यह बहुत आवश्यक है कि राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर खाद्य सुरक्षा के प्रति संवेदनशीलता और जागरूकता बरतते हुए आबादी के सबसे अधिक संवेदनशील हिस्से खासकर कुपोषण पीड़ित ग्रामीण महिलाओं व बच्चों के लिए खाद्य कमी दूर करने के लिए बनी नीतियां लागू की जाएं।" | सारांश: गिलानी का कहना है कि खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने के कारण उनके देश के लाखों लोग खाद्य असुरक्षा की स्थिति का सामना कर रहे हैं। | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: सबसे पहले राजद अध्यक्ष लालू यादव ने पहले ट्वीट करके पूछा- झुण्ड से भटकने के बाद बन्दर को कोई नहीं पूछता. लालू यादव ने यह भी कहा कि पल्टूराम को कार्ड तक नहीं आया. लालू ने भविष्यवाणी-सी करते हुए कहा कि नीतीश कुमार की असल दुर्गति अभी बाकी हैं. वहीं उनकी पार्टी के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि नीतीश कुमार को माया मिली न राम. तिवारी ने अपने बयां में कहा कि इससे पहले भी प्रधानमंत्री मोदी, नीतीश कुमार का जिस दिन राज्य के बढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने आये थे उस दिन दोपहर के भोज के आग्रह को ठुकरा चुके हैं.टिप्पणियां
निश्चित रूप से जनता दल यूनाइटेड के नेता शयद इस बात के लिए तैयार नहीं थे कि पिछले दिनों राष्ट्रीय कार्यकारणी में प्रस्ताव पारित कर ये घोषणा कि जनता दल यूनाइटेड एनडीएम में शामिल हो रही हैं, केवल इस बात के लिए की गयी थी कि जब भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो तब पार्टी को भी उसमे जगह मिले.
इस विस्तार में पार्टी के वरिष्ठ नेता आर सी सिंह के शामिल होने की खबर को पक्का माना जा रहा था इसलिए कई पार्टी के विधायक दिल्ली में कमेंट भी कर रहे थे लेकिन फ़िलहाल बीजेपी के नेता राहत की सांस ले रहे हैं. उनका मानना हैं कि पार्टी ने पहली बार ये सन्देश साफ़ शब्दों में दिया हैं कि नीतीश कुमार की मनमानी करने के दिन चले गए और अब वो एक नयी बीजेपी के साथ डील कर रहे हैं जहां कार्यकर्ताओं और पार्टी को सर्वोपरि रखा जाता हैं.
निश्चित रूप से जनता दल यूनाइटेड के नेता शयद इस बात के लिए तैयार नहीं थे कि पिछले दिनों राष्ट्रीय कार्यकारणी में प्रस्ताव पारित कर ये घोषणा कि जनता दल यूनाइटेड एनडीएम में शामिल हो रही हैं, केवल इस बात के लिए की गयी थी कि जब भी केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार हो तब पार्टी को भी उसमे जगह मिले.
इस विस्तार में पार्टी के वरिष्ठ नेता आर सी सिंह के शामिल होने की खबर को पक्का माना जा रहा था इसलिए कई पार्टी के विधायक दिल्ली में कमेंट भी कर रहे थे लेकिन फ़िलहाल बीजेपी के नेता राहत की सांस ले रहे हैं. उनका मानना हैं कि पार्टी ने पहली बार ये सन्देश साफ़ शब्दों में दिया हैं कि नीतीश कुमार की मनमानी करने के दिन चले गए और अब वो एक नयी बीजेपी के साथ डील कर रहे हैं जहां कार्यकर्ताओं और पार्टी को सर्वोपरि रखा जाता हैं.
इस विस्तार में पार्टी के वरिष्ठ नेता आर सी सिंह के शामिल होने की खबर को पक्का माना जा रहा था इसलिए कई पार्टी के विधायक दिल्ली में कमेंट भी कर रहे थे लेकिन फ़िलहाल बीजेपी के नेता राहत की सांस ले रहे हैं. उनका मानना हैं कि पार्टी ने पहली बार ये सन्देश साफ़ शब्दों में दिया हैं कि नीतीश कुमार की मनमानी करने के दिन चले गए और अब वो एक नयी बीजेपी के साथ डील कर रहे हैं जहां कार्यकर्ताओं और पार्टी को सर्वोपरि रखा जाता हैं. | संक्षिप्त सारांश: लालू यादव ने कहा- झुण्ड से भटकने के बाद बन्दर को कोई नहीं पूछता
उन्होंने यह भी कहा कि पल्टूराम को कार्ड तक नहीं आया
पीएम मोदी कैबिनेट फेरबदल के बाद नीतीश लिए गए निशाने पर | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: गुजरात में आने वाले चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल युनाइटेड तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पिछले कई वर्षों से एनडीए का हिस्सा रहे जनता दल युनाइटेड की बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिली-जुली सरकार है।
जदयू के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि पार्टी गुजरात में कुछ जिलों में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बता दें कि पिछले चुनाव में भी जदयू ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
वहीं, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि इस चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी नीतीश कुमार भी प्रचार करने के लिए मैदान में उतरेंगे। माना जा रहा है कि नीतीश का चुनाव के समय गुजरात का दौरा दोनों दलों में तनाव की वजह बन सकता है।
अगले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि यह निर्णय भाजपा को करना है। वहीं, नीतीश ने साफ कर दिया है कि यदि भाजपा ऐसा करती है तब वह अपनी राह अलग चुन लेंगे।
बता दें कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से साफ कर दिया था कि वह राज्य में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार में न उतारें। राज्य में 18 फीसदी आबादी मुसलमानों की है और इनमें अधिकतर नीतीश के वोटर माने जाते हैं।टिप्पणियां
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
जदयू के अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि पार्टी गुजरात में कुछ जिलों में चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। बता दें कि पिछले चुनाव में भी जदयू ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा था।
वहीं, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि इस चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी नीतीश कुमार भी प्रचार करने के लिए मैदान में उतरेंगे। माना जा रहा है कि नीतीश का चुनाव के समय गुजरात का दौरा दोनों दलों में तनाव की वजह बन सकता है।
अगले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि यह निर्णय भाजपा को करना है। वहीं, नीतीश ने साफ कर दिया है कि यदि भाजपा ऐसा करती है तब वह अपनी राह अलग चुन लेंगे।
बता दें कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से साफ कर दिया था कि वह राज्य में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार में न उतारें। राज्य में 18 फीसदी आबादी मुसलमानों की है और इनमें अधिकतर नीतीश के वोटर माने जाते हैं।टिप्पणियां
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
वहीं, उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि इस चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री और नरेंद्र मोदी के कट्टर विरोधी नीतीश कुमार भी प्रचार करने के लिए मैदान में उतरेंगे। माना जा रहा है कि नीतीश का चुनाव के समय गुजरात का दौरा दोनों दलों में तनाव की वजह बन सकता है।
अगले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि यह निर्णय भाजपा को करना है। वहीं, नीतीश ने साफ कर दिया है कि यदि भाजपा ऐसा करती है तब वह अपनी राह अलग चुन लेंगे।
बता दें कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से साफ कर दिया था कि वह राज्य में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार में न उतारें। राज्य में 18 फीसदी आबादी मुसलमानों की है और इनमें अधिकतर नीतीश के वोटर माने जाते हैं।टिप्पणियां
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
अगले लोकसभा चुनाव के लिए पीएम पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम पर नीतीश कुमार पहले ही साफ कर चुके हैं कि यह निर्णय भाजपा को करना है। वहीं, नीतीश ने साफ कर दिया है कि यदि भाजपा ऐसा करती है तब वह अपनी राह अलग चुन लेंगे।
बता दें कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से साफ कर दिया था कि वह राज्य में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार में न उतारें। राज्य में 18 फीसदी आबादी मुसलमानों की है और इनमें अधिकतर नीतीश के वोटर माने जाते हैं।टिप्पणियां
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
बता दें कि पिछले चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से साफ कर दिया था कि वह राज्य में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार में न उतारें। राज्य में 18 फीसदी आबादी मुसलमानों की है और इनमें अधिकतर नीतीश के वोटर माने जाते हैं।टिप्पणियां
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
इस मुद्दे पर भाजपा अभी तक नीतीश के साथ सख्त बातचीत नहीं कर पाई है। पार्टी का कहना है कि जब भी इस मुद्दे पर फैसला लिया जाएगा तब वह नीतीश कुमार से बात जरूर करेंगे। इस मुद्दे पर पार्टी के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि पार्टी ने अभी पीएम पद के प्रत्याशी का नाम तय नहीं किया है।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं।
उल्लेखनीय है कि एनडीए के प्रमुख घटक दल शिवसेना ने पहले कह दिया है कि वह सुषमा स्वराज के पीएम पद का प्रत्याशी बनाए जाने के पक्ष में हैं। | सारांश: गुजरात में आने वाले चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल युनाइटेड तकरीबन 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। पिछले कई वर्षों से एनडीए का हिस्सा रहे जनता दल युनाइटेड की बिहार में भारतीय जनता पार्टी के साथ मिली-जुली सरकार है। | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भ्रमणकारी इंग्लैण्ड ने मुंबई में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से हराकर चार मैचों की शृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली है। चौथी पारी में मिले 57 रन के लक्ष्य को इंग्लैण्ड ने बिना विकेट खोए हासिल कर लिया। यह इंग्लैण्ड की पिछले साल में भारतीय धरती पर पहली टेस्ट जीत है। गौरतलब है कि अहमदाबाद में खेला गया शृंखला का पहला टेस्ट भारत ने जीता था।
दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में भारतीय टीम कुल 142 रन पर सिमट गई थी, जिससे इंग्लैण्ड को जीत के लिए 57 रन का लक्ष्य मिला। इंग्लैण्ड की ओर से स्पिनर मोन्टी पनेसर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में कुल 11 विकेट चटकाए हैं, जबकि काफी समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी दूसरी पारी में 65 रन ठोके। मेजबान टीम की ओर से पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा ने शानदार 135 और रविचंद्रन अश्विन ने 68 रनों का योगदान दिया था, जिसके जवाब में इंग्लैण्ड के कप्तान एलेस्टेयर कुक तथा 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किए गए पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने बेहद शानदार शतकीय पारियां खेलकर टीम इंडिया को बैकफुट पर ला दिया।
भारतीय दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने बेहद शर्मनाक प्रदर्शन किया, और गौतम गंभीर (65) तथा अश्विन (11) के अतिरिक्त कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचा।
तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया।
उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके। सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के चौथे दिन अपनी दूसरी पारी में भारतीय टीम कुल 142 रन पर सिमट गई थी, जिससे इंग्लैण्ड को जीत के लिए 57 रन का लक्ष्य मिला। इंग्लैण्ड की ओर से स्पिनर मोन्टी पनेसर ने शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच में कुल 11 विकेट चटकाए हैं, जबकि काफी समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने भी दूसरी पारी में 65 रन ठोके। मेजबान टीम की ओर से पहली पारी में चेतेश्वर पुजारा ने शानदार 135 और रविचंद्रन अश्विन ने 68 रनों का योगदान दिया था, जिसके जवाब में इंग्लैण्ड के कप्तान एलेस्टेयर कुक तथा 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किए गए पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने बेहद शानदार शतकीय पारियां खेलकर टीम इंडिया को बैकफुट पर ला दिया।
भारतीय दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने बेहद शर्मनाक प्रदर्शन किया, और गौतम गंभीर (65) तथा अश्विन (11) के अतिरिक्त कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचा।
तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया।
उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके। सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
भारतीय दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने बेहद शर्मनाक प्रदर्शन किया, और गौतम गंभीर (65) तथा अश्विन (11) के अतिरिक्त कोई भी बल्लेबाज दहाई के आंकड़े तक भी नहीं पहुंचा।
तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया।
उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके। सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
तीसरे दिन का खेल खत्म होने पर नाबाद रही गौतम गम्भीर और हरभजन सिंह की जोड़ी भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने के अपने इरादे में कामयाब नहीं हो सकी। हरभजन सिंह को स्पिन गेंदबाज ग्रीम स्वान ने 21 रनों के निजी योग पर पेविलियन का रास्ता दिखा दिया।
उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके। सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
उनके बाद नौंवे विकेट के रूप में बल्लेबाजी करने आए जहीर खान एक रन ही बना सके। सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के स्वान की गेंद पर पगबाधा होते ही भारतीय पारी का अंत हो गया। इंग्लैंड की तरफ से मोंटी पनेसर ने छह और स्वान ने चार विकेट झटके।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
उल्लेखनीय है कि भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करते हुए अपनी पहली पारी में 327 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 413 रन बनाकर 86 रनों की बढ़त हासिल कर ली थी।टिप्पणियां
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
भारत की ओर से चेतेश्वर पुजारा ने पहली पारी में शतक जड़ा था। उन्होंने 135 रनों की पारी खेली थी। वहीं इंग्लैंड की तरफ से दो शतक लगे थे। कुक ने 122 और केविन पीटरसन ने 186 रनों की अनमोल पारी खेली थी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी।
मैच में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा, इसके विपरीत इंग्लैंड के गेंदबाजों ने किसी भी भारतीय बल्लेबाज की एक नहीं चलने दी। | यहाँ एक सारांश है:मुंबई टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया है। 57 रनों का लक्ष्य इंग्लैंड ने बिना विकेट खोए हासिल किया। सीरीज अब 1-1 की बराबरी पर है। | 18 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: केन्द्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने आज कहा कि पुलिसकर्मियों को हट्टा-कट्टा दिखना चाहिए न कि बूढ़े व्यक्ति की तरह। उन्होंने कहा कि उन्हें तोंद वाले पुलिसकर्मी पसंद नहीं हैं।
खुद पुलिस में उप-निरीक्षक रह चुके शिन्दे ने कहा कि कई बार हम महसूस करते हैं कि होमगार्ड वर्दी पहने, बस खड़ा है। गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस होता है कि एक व्यक्ति जो वर्दी में है, उसे हट्टा-कट्टा होना चाहिए। लोगों को एकदम ऐसा दिखना चाहिए कि जो व्यक्ति वर्दी पहने है, वह उनका रक्षक है। उसे 75 या 80 साल के बूढ़े व्यक्ति जैसा नहीं दिखना चाहिए ।
शिन्दे ने नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड की स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर केन्द्रीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगता है कि आप सब (पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुख) इसका ध्यान रखेंगे। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बड़ी संख्या में स्वेच्छा से नागरिक सुरक्षा बल में शामिल हों, क्योंकि अभी काफी कम लोग इसमें हैं।टिप्पणियां
शिन्दे ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा बल है, जिसे हमें बहुत मजबूत और अनुशासित बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि नागरिक सुरक्षा में जो लोग शामिल हो रहे हैं, वे सिर्फ शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं और वे एक सैनिक की तरह नहीं हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में नागरिक सुरक्षा के कार्य में 535155 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं और केन्द्रीय गृह मंत्रालय अगले पांच से दस साल में इनकी संख्या बढ़ाकर इसे कुल आबादी का कम से कम एक प्रतिशत करना चाहता है। शिन्दे ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन 1962 के चीन युद्ध के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें चीन की घुसपैठ का एक छोटा अनुभव हुआ। शिन्दे ने कहा कि ऐसे में उन्हें नागरिक सुरक्षा का स्मरण होता है। इन स्वयंसेवकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे देश में किसी भी समय मानवजन्य या प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकें।
उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए।
खुद पुलिस में उप-निरीक्षक रह चुके शिन्दे ने कहा कि कई बार हम महसूस करते हैं कि होमगार्ड वर्दी पहने, बस खड़ा है। गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस होता है कि एक व्यक्ति जो वर्दी में है, उसे हट्टा-कट्टा होना चाहिए। लोगों को एकदम ऐसा दिखना चाहिए कि जो व्यक्ति वर्दी पहने है, वह उनका रक्षक है। उसे 75 या 80 साल के बूढ़े व्यक्ति जैसा नहीं दिखना चाहिए ।
शिन्दे ने नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड की स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर केन्द्रीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगता है कि आप सब (पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुख) इसका ध्यान रखेंगे। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बड़ी संख्या में स्वेच्छा से नागरिक सुरक्षा बल में शामिल हों, क्योंकि अभी काफी कम लोग इसमें हैं।टिप्पणियां
शिन्दे ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा बल है, जिसे हमें बहुत मजबूत और अनुशासित बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि नागरिक सुरक्षा में जो लोग शामिल हो रहे हैं, वे सिर्फ शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं और वे एक सैनिक की तरह नहीं हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में नागरिक सुरक्षा के कार्य में 535155 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं और केन्द्रीय गृह मंत्रालय अगले पांच से दस साल में इनकी संख्या बढ़ाकर इसे कुल आबादी का कम से कम एक प्रतिशत करना चाहता है। शिन्दे ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन 1962 के चीन युद्ध के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें चीन की घुसपैठ का एक छोटा अनुभव हुआ। शिन्दे ने कहा कि ऐसे में उन्हें नागरिक सुरक्षा का स्मरण होता है। इन स्वयंसेवकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे देश में किसी भी समय मानवजन्य या प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकें।
उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए।
शिन्दे ने नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड की स्वर्ण जयंती समारोह के मौके पर केन्द्रीय पुलिस और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा, मुझे लगता है कि आप सब (पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुख) इसका ध्यान रखेंगे। उन्होंने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे बड़ी संख्या में स्वेच्छा से नागरिक सुरक्षा बल में शामिल हों, क्योंकि अभी काफी कम लोग इसमें हैं।टिप्पणियां
शिन्दे ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा बल है, जिसे हमें बहुत मजबूत और अनुशासित बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि नागरिक सुरक्षा में जो लोग शामिल हो रहे हैं, वे सिर्फ शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं और वे एक सैनिक की तरह नहीं हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में नागरिक सुरक्षा के कार्य में 535155 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं और केन्द्रीय गृह मंत्रालय अगले पांच से दस साल में इनकी संख्या बढ़ाकर इसे कुल आबादी का कम से कम एक प्रतिशत करना चाहता है। शिन्दे ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन 1962 के चीन युद्ध के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें चीन की घुसपैठ का एक छोटा अनुभव हुआ। शिन्दे ने कहा कि ऐसे में उन्हें नागरिक सुरक्षा का स्मरण होता है। इन स्वयंसेवकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे देश में किसी भी समय मानवजन्य या प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकें।
उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए।
शिन्दे ने कहा कि यह एकमात्र ऐसा बल है, जिसे हमें बहुत मजबूत और अनुशासित बनाना है। उन्होंने कहा कि उन्हें पता है कि नागरिक सुरक्षा में जो लोग शामिल हो रहे हैं, वे सिर्फ शामिल होने के लिए ऐसा कर रहे हैं और वे एक सैनिक की तरह नहीं हैं।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर में नागरिक सुरक्षा के कार्य में 535155 स्वयंसेवी पंजीकृत हैं और केन्द्रीय गृह मंत्रालय अगले पांच से दस साल में इनकी संख्या बढ़ाकर इसे कुल आबादी का कम से कम एक प्रतिशत करना चाहता है। शिन्दे ने कहा कि नागरिक सुरक्षा संगठन 1962 के चीन युद्ध के बाद बनाया गया था। उन्होंने कहा कि हाल ही में हमें चीन की घुसपैठ का एक छोटा अनुभव हुआ। शिन्दे ने कहा कि ऐसे में उन्हें नागरिक सुरक्षा का स्मरण होता है। इन स्वयंसेवकों को लगातार प्रशिक्षित किया जाना चाहिए ताकि वे देश में किसी भी समय मानवजन्य या प्राकृतिक आपदा का सामना कर सकें।
उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए।
उन्होंने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों से कहा कि हमें शांति के समय भी हमेशा तैयार रहना चाहिए। यदि आप युद्ध लड़ना चाहते हैं तो शांति के समय भी तैयार रहना होगा। सरकार आपके साथ है और आपको हमारे साथ होना चाहिए। | संक्षिप्त पाठ: गृहमंत्री ने कहा कि उन्हें व्यक्तिगत रूप से महसूस होता है कि एक व्यक्ति जो वर्दी में है, उसे हट्टा-कट्टा होना चाहिए, तोंद वाला नहीं। | 30 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शिवसेना (Shiv Sena) के नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने संसदीय लोकतंत्र का सम्मान करने के लिए देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) और कांग्रेस पार्टी (Congress Party) की रविवार को सराहना की. उन्होंने मौजूदा परिदृश्य में 'विपक्षी पार्टी' के अस्तित्व को लेकर सवाल भी खड़े किए. उन्होंने कहा कि विपक्ष की अनुपस्थिति किसी देश की राजनीति को मनमाना और एकतरफा बना देती है. शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में साप्ताहिक स्तंभ लेखन में पार्टी सांसद ने अगले महीने प्रस्तावित महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना में शामिल होने के लिए कतार में खड़े अवसरवादियों पर कटाक्ष किया.
संजय राउत ने मौजूदा परिदृश्य में 'विपक्षी पार्टी' के अस्तित्व को लेकर गंभीर सवाल भी खड़ा किया. उन्होंने कहा, 'मराठवाडा में पानी की कमी अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के समान ही महत्वपूर्ण है, लेकिन कोई भी इस विशेष मुद्दे का हवाला देते हुए पार्टी नहीं छोड़ रहा है.' राउत ने लिखा, 'भले ही हर जगह सूखा हो, लेकिन भाजपा और शिवसेना में अन्य दलों के नेताओं का तांता लगा हुआ है. राजनीति एक कठिन कला है, लेकिन अब कुछ लोगों ने इसे सरल बना दिया है.' वह जाहिर तौर पर दल-बदलू नेताओं के उस आम राग का जिक्र कर रहे थे कि वे मतदाताओं की खातिर और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के विकास के लिए अपने मूल दल को छोड़ रहे है. राउत ने कहा, 'जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस के बारे में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने संसदीय लोकतंत्र में शिष्टाचार को बनाए रखा है. वह कांग्रेस ही थी जो आजादी के बाद संसद में शिष्टाचार और परंपराओं से संबंधित कुछ नियम लेकर आई.'
राउत ने कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) के गठन के लिए कांग्रेस को श्रेय भी दिया. उन्होंने कहा, 'वह जवाहरलाल नेहरू थे जिन्होंने देश में विपक्षी दल के महत्व को पहचाना. जब शुरू में विपक्षी दल कमजोर था, तो वह कहते थे कि उन्हें प्रधानमंत्री की भूमिका निभाने के साथ-साथ विपक्ष के नेता की भूमिका भी निभानी होगी.' राउत ने कहा कि यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी नेहरू के नक्शेकदम पर चलते थे. उन्होंने कहा, 'यदि कोई विपक्षी दल नहीं है तो देश का लोकतंत्र कमजोर हो जाता है और राजनीति मनमानी और एकतरफा हो जाती है.' | सारांश: संसदीय लोकतंत्र का सम्मान करने के लिए नेहरू और कांग्रेस की तारीफ की
मौजूदा परिदृश्य में 'विपक्षी पार्टी' के अस्तित्व को लेकर खड़े किए सवाल
शिवसेना में शामिल होने के लिए कतार में खड़े अवसरवादियों पर कटाक्ष किया | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) 6 अप्रैल को एएलपी, टेक्नीशियन की दूसरी स्टेज की परीक्षा का रिजल्ट (RRB ALP CBT 2 Result) जारी कर देगा. उम्मीदवारों का रिजल्ट (RRB ALP Result) आरआरबी की सभी वेबसाइट्स पर जारी किया जाएगा. उम्मीदवार अपने रीजन की आरआरबी (RRB) वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट (RRB ALP 2nd Stage Result) चेक कर पाएंगे. उम्मीदवारों को रिजल्ट चेक करने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि डालकर लॉग इन करना होगा. ऐसा भी हो सकता है कि रेलवे पास होने वालों की एक लिस्ट पीडीएफ के रूप में जारी करे. बता दें कि असिस्टेंट लोको पायलट (RRB ALP) के पदों पर उम्मीदवारों को अब एप्टीट्यूड टेस्ट देना होगा. रेलवे ने एएलपी, टेक्नीशियन (RRB ALP, Technician) सीबीटी 2 का स्कोर कार्ड और फाइनल आंसर-की 24 मार्च को जारी किया था. उम्मीदवार अपना स्कोर 25 मार्च रात 11:59 तक चेक कर पाए थे. ग्रुप सी एएलपी, टेक्नीशियन के पदों पर दूसरे स्टेज की परीक्षा 21,22 और 23 फरवरी को आयोजित की गई थी. | सारांश: एएलपी, टेक्नीशियन का रिजल्ट 6 अप्रैल को आएगा.
रिजल्ट आरआरबी वेबसाइट्स पर आएगा.
परीक्षा जनवरी में हुई थी. | 7 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कर्नाटक (Karnataka) में एक बार फिर से सियासी घमासाम (Karnataka Political Crisis) परवान चढ़ चुका है. कर्नाटक में सात माह पुरानी मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी नीत कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन (Congress-JDS Govt) सरकार को एक बार फिर से अस्थिर करने की कोशिशें जारी हैं और इसके केंद्र में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी ही है, जो इससे पहले भी कई बार ऐसे प्रयास दोहरा चुकी है. कर्नाटक में दो निर्दलीय विधायकों के जनता दल (एस)-कांग्रेस गठबंधन से समर्थन वापस लेने के बाद कुमारस्वामी सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं. हालांकि, कांग्रेस और जेडीएस का कहना है कि उनकी सरकार को कोई खतरा नहीं है और उनकी सरकार स्थिर है. उनका कहना है कि कांग्रेस-जेडीएस सरकार को अस्थिर करने की बीजेपी की कोशिश कामयाब नहीं होगी. साथ ही दोनों पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि भाजपा उसके विधायकों को तोड़ने की कोशिशों में जुटी है. दरअसल, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एक बार फिर से कर्नाटक सियासी चर्चा का केंद्र बिंदू उस वक्त बना जब कांग्रेस के तीन विधायक अचानक गायब हो गये और फिर उसके बाद कुमारस्वामी सरकार को झटका देते हुए दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया. हालांकि, बाद में पता चला कि कांग्रेस के ये तीन विधायक मुंबई के एक होटल में ठहरे हुए हैं.
इस तरह से देखा जाए तो अभी 5 विधायक गायब हैं, जिसे लेकर कांग्रेस-जेडीएस का आरोप है कि बीजेपी उन्हें खरीदने की कोशिश कर रही है. वहीं, येदियुरप्पा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने अपने विधायकों को तोड़-फोड़ से बचाने के लिए सभी 104 विधायकों को गुरुग्राम के एक रिजॉर्ट में रख दिया है. बताया यह भी जा रहा है कि मुंबई के होटल में रुके कर्नाटक कांग्रेस के 4 विधायक आज इस्तीफ़ा दे सकते हैं. ये विधायक यहां पिछले चार दिनों से ठहरे हुए हैं. कर्नाटक में इसी सियासी उठापटक को 'ऑपरेशन लोटस 3.0' नाम दिया जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे पहले भी बीजेपी कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश कर चुकी है.
वहीं, बीजेपी के पास 104 विधायक हैं और दो निर्दलीयों को मिलाकर उसके पास 106 विधायक हैं. बीजेपी के ऑपरेशन लोटस 3.0 में कोशिश है कि किसी तरह के 13 कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफे दिलाने की ताकि बहुमत का आंकड़ा घटकर 106 रह जाए और बीजेपी सरकार बना ले. इस पूरे मसले को ऑपरेशन लोटस 3.0 इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि यह तीसरी बार है जब बीजेपी सत्ता में आने के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति कर रही है.
अब बीजेपी ने इनसे पहले इस्तीफा दिलवाया और उपचुनाव हुए. बीजेपी ने इन सातों को अपने टिकट पर सियासी मैदान में उतारा और इनमें से पांच विधायक उपचुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब रहे. इस तरह से बीजेपी की संख्या विधानसभा में 115 हो गई जो बहुमत के आंकड़े से दो अधिक था. 2008 में इसी सियासी उठापटक को पहली बार ऑपरेशन लोटस यानी ऑपरेशन कमल के रूप में जाना गया. | यहाँ एक सारांश है:कर्नाटक का सियासी नाटक जारी है.
कांग्रेस-जडीएस बीजेपी पर सरकार अस्थिर करने का आरोप लगा रही है.
2008 में ऑपरेशन लोटस में कामयाब रही थी बीजेपी. | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: जर्मन साप्ताहिक 'डेर स्पीजेल' के रविवार के अंक में भूलवश एक श्रद्धांजलि लेख प्रकाशित हुआ जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश को 'बेरंग राजनेता' बताया गया।
पत्रिका के न्यूयॉर्क स्थित संवाददाता मार्क पित्जके ने कहा कि बुश का रिकॉर्ड तभी प्रभावित करता है जब उनकी तुलना उनके बेटे जॉर्ज डब्ल्यू बुश से की जाती है। उनके बेटे ने 2001 से 2009 के बीच दो बार राष्ट्रपति का दायित्व संभाला था।
यह अपूर्ण श्रद्धांजलि लेख कुछ मिनटों तक 'डेर स्पीजेल' पर भी देखा गया। इंटरनेट का उपयोग करने वालों ने जब अपनी प्रतिक्रियाएं प्रेषित कर इस भूल की ओर ध्यान दिलाया तब इस लेख को हटा लिया गया।टिप्पणियां
वरिष्ठ बुश 1989 से 1993 तक राष्ट्रपति रहे। सीने में जकड़न और खांसी की शिकायत के बाद 23 नवम्बर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उन्हें कई बार अस्पताल की सेवा लेनी पड़ी है।
उल्लेखनीय है कि 88 वर्षीय जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश अमेरिका के सबसे बुजुर्ग जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं।
पत्रिका के न्यूयॉर्क स्थित संवाददाता मार्क पित्जके ने कहा कि बुश का रिकॉर्ड तभी प्रभावित करता है जब उनकी तुलना उनके बेटे जॉर्ज डब्ल्यू बुश से की जाती है। उनके बेटे ने 2001 से 2009 के बीच दो बार राष्ट्रपति का दायित्व संभाला था।
यह अपूर्ण श्रद्धांजलि लेख कुछ मिनटों तक 'डेर स्पीजेल' पर भी देखा गया। इंटरनेट का उपयोग करने वालों ने जब अपनी प्रतिक्रियाएं प्रेषित कर इस भूल की ओर ध्यान दिलाया तब इस लेख को हटा लिया गया।टिप्पणियां
वरिष्ठ बुश 1989 से 1993 तक राष्ट्रपति रहे। सीने में जकड़न और खांसी की शिकायत के बाद 23 नवम्बर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उन्हें कई बार अस्पताल की सेवा लेनी पड़ी है।
उल्लेखनीय है कि 88 वर्षीय जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश अमेरिका के सबसे बुजुर्ग जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं।
यह अपूर्ण श्रद्धांजलि लेख कुछ मिनटों तक 'डेर स्पीजेल' पर भी देखा गया। इंटरनेट का उपयोग करने वालों ने जब अपनी प्रतिक्रियाएं प्रेषित कर इस भूल की ओर ध्यान दिलाया तब इस लेख को हटा लिया गया।टिप्पणियां
वरिष्ठ बुश 1989 से 1993 तक राष्ट्रपति रहे। सीने में जकड़न और खांसी की शिकायत के बाद 23 नवम्बर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उन्हें कई बार अस्पताल की सेवा लेनी पड़ी है।
उल्लेखनीय है कि 88 वर्षीय जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश अमेरिका के सबसे बुजुर्ग जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं।
वरिष्ठ बुश 1989 से 1993 तक राष्ट्रपति रहे। सीने में जकड़न और खांसी की शिकायत के बाद 23 नवम्बर को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उन्हें कई बार अस्पताल की सेवा लेनी पड़ी है।
उल्लेखनीय है कि 88 वर्षीय जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश अमेरिका के सबसे बुजुर्ग जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं।
उल्लेखनीय है कि 88 वर्षीय जॉर्ज एच. डब्ल्यू. बुश अमेरिका के सबसे बुजुर्ग जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों में से एक हैं। | यह एक सारांश है: जर्मन साप्ताहिक 'डेर स्पीजेल' के रविवार के अंक में भूलवश एक श्रद्धांजलि लेख प्रकाशित हुआ जिसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश को 'बेरंग राजनेता' बताया गया। | 2 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: दक्षिण अफ्रीका के 290 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की पूरी 154 रनों पर ढेर हो गई। लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरूआत काफी खराब रही। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय :01: को पारी की चौथी गेंद पर ही डेल स्टेन ने पगबाधा आउट कर दिया। चोटिल वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर की गैरमौजूदगी में खेल रही टीम इंडिया को चौथे ओवर में दूसरा झटका लगा जब सचिन तेंदुलकर :07: लोनवाबो सोतसोबे की गेंद पर पवेलियन लौट गये। तेंदुलकर गेंद को लेग साइड में खेलने के प्रयास में आफ साइड की ओर निकल गये और गेंद उनके बल्ले का उपरी किनारा लेकर हवा में लहरा गई जिसे फाइन लेग में लपकने में स्टेन ने कोई गलती नहीं की। इस समय भारत का स्कोर दो विकेट पर 13 रन था। मोर्ने मोर्कल ने इसके बाद 11वें ओवर में भारत को दोहरा झटका देकर मध्यक्रम की कमर तोड़ दी। मोर्कल ने रोहित शर्मा :11: को विकेटकीपर एबी डिविलियर्स के हाथों कैच कराने के तीन गेंद बाद युवराज सिंह को स्लिप में ग्रीम स्मिथ के हाथों कैच कराया। रोहित हालांकि अंपायर साइमन टोफेल के फैसले से निराश दिखे। भारत की ओर से अर्धशतक मात्र कोहली ही बना सके। कोहली ने 54 रनों का योगदान दिया। वहीं कप्तान धोनी ने 25 और रैना ने 32 रन बनाए। रोहित शर्मा के 11 रन छोड़ दे तो कोई अन्य खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 289 रन बनाए। अफ्रीका की ओर से अब्राहम डिविलियर्स ने 76, जेपी ड्यूमिनी ने 73 और हासिम अमला ने 50 रनों की उपयोगी पारियां खेली। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और चौथे ही ओवर में उसके सलामी बल्लेबाज ग्रीम स्मिथ 21 रन के कुल योग पर चलते बने। उन्होंने 15 गेंदों पर दो चौके की मदद से 11 रन बनाए। स्मिथ को आशीष नेहरा ने रोहित शर्मा के हाथों कैच करवाया। कोलिन इन्ग्राम को पांच रन के निजी योग पर मुनाफ पटेल ने नेहरा के हाथों लपकवाया। इसके बाद अमला ने पारी को सम्भाला लेकिन अमला भी 50 रन के निजी योग पर मुनाफ की एक खूबसूरत गेंद पर हरभजन सिंह को कैच थमाकर चलते बने। अमला ने 36 गेंदों पर आठ चौके लगाए। अमला ने इन्ग्राम के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की। दक्षिण अफ्रीका ने शुरुआती तीन विकेट गंवाने के बाद अब्राहम डिविलियर्स और जेपी ड्यूमिनी के बीच हुई 131 रनों की शानदार साझेदारी की बदौलत अपनी स्थिति संभाल ली है। अब्राहम डिविलियर्स ने 69 गेंदों पर सात चौके और एक छक्के की मदद से 76 रन बनाए। रोहित शर्मा की गेंद पर हरभजन ने उनका कैच लपका। जेपी ड्यूमिनी ने 89 गेंदों में एक चौका और एक छक्का की मदद से 73 रन बनाए। वह रोहित शर्मा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। इसके बाद डेविड मिलर 9, जेहान बोथा 23, डेल स्टेन सात और त्सोत्सोबे एक रन बनाकर आउट हुए। मोर्केल बगैर खाता खोले पेवेलियन लौटे। भारत की ओर से मुनाफ पटेल, जहीर खान और रोहित शर्मा ने दो-दो विकेट चटकाए जबकि आशीष नेहरा, हरभजन सिंह और सुरेश रैना ने एक-एक विकेट हासिल किए। | यह एक सारांश है: द. अफ्रीका के 290 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की पूरी टीम 154 रनों पर ढेर हो गई। भारत की ओर से कोहली ही अर्धशतक बनाने वाले बल्लेबाज रहे। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: लोकसभा में तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) को पास कराने के बाद मोदी सरकार के इरादे बुलंद हैं, मगर राज्यसभा (triple talaq bill in rajya sabha) की राह इतनी आसान नहीं दिख रही है. एक ओर जहां मोदी सरकार (Modi Govt) इस बिल को राज्यसभा में पास कराना चाहेगी, वहीं इस बिल को पास होने से रोक कर कांग्रेस समेत कई पार्टियों को विपक्षी एकता की झलक दिखाने की भी अग्नि परीक्षा होगी.
राज्यसभा में यह बिल पास नहीं हो सके, इसके लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है और इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग कर रहा है. तीन तलाक बिल पर कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के सुर भी एक हैं. दोनों पार्टियों का कहना है कि बिल को राज्यसभा में पारित कराने से पहले बिल को ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए. बता दें कि किसी मसले पर जब भी राजनीतिक सहमति बनानी होती है तो ऐसे में उसे ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाता है.
राज्यसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी हो चुकी है, लेकिन बहुमत में नहीं है.
बिल के खिलाफ पार्टियां ज्यादा ताकतवर और लामबंद होती दिख रहीं
इनके अलावा भी कई सांसद सरकार के साथ नहीं हैं. यानी सरकार के पास यहां बहुमत नहीं है. जबकि विपक्ष बिल में संशोधन पर अड़ा हुआ है.
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने एनडीटीवी से कहा कि ट्रिपल तलाक बिल में सजा का प्रावधान नहीं होना चाहिए. सिविल लॉ को क्रिमिनल लॉ बना रहे हैं. जब समुदाय को स्वीकार नहीं है तो बिल उन पर क्यों थोपा जा रहा है. हम मांग करते हैं कि बिल को ज्वाईंट सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाए.
वहीं, इस मसले पर समाजवादी पार्टी भी कांग्रेस के सुर में सुल मिला रही है. समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि हम चाहते हैं कि ट्रिपल तलाक बिल से तीन साल की सजा का प्रावधान हटाया जाए. तीन तलाक बिल को सेलेक्ट कमेटी को भेज देना चाहिए, ताकि कमियों को दूर किया जा सके.
बीजेपी की ओर से विजय गोयल ने एनडीटीवी से कहा कि अभी तीन तलाक बिल को ज्वाइंट सेलेक्ट कमेटी को भेजने की कोई जरूरत नहीं है. हम राज्यसभा में सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करते हैं कि वो बिल का समर्थन करें. वहीं, बीजेडी नेता प्रसन्ना पटसानी का कहना है कि यह एक संवेदनशील बिल है. इस पर सभी राजनीतिक पार्टियों में आम सहमति बनाकर ही सरकार को आगे बढ़ना चाहिए.
इतना ही नहीं, एक बार में तीन तलाक (तलाक-ए-बिद्दत) को अपराध घोषित करने के प्रावधान का विरोध करते हुये आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि वह इससे जुड़े मुस्लिम महिला अधिकार संरक्षण विधेयक का उच्च सदन में समर्थन नहीं करेगी. राज्यसभा में आप के नेता संजय सिंह ने शुक्रवार को बताया कि मुस्लिम महिलाओं को तीन तलाक की कुप्रथा से निजात दिलाने के नाम पर मुस्लिम समाज के लोगों को डराने के लिये लाए गए इस विधेयक का पार्टी विरोध करेगी.
विपक्ष के तरफ से पहला संकेत कि वह राज्यसभा में बिल पारित नहीं होने देगा. बता दें कि यह विधेयक गुरुवार को लोकसभा में पारित हो गया और अब इसे उच्च सदन में लाया जायेगा. राज्यसभा में इस बिल को पास कराना मोदी सरकार के लिए इसलिए भी आसान नहीं है, क्योंकि राज्यसभा में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है. उम्मीद की जा रही है कि यह विधेयक अगले सप्ताह उच्च सदन में लाया जा सकता है. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: लोकसभा में तीन तलाक बिल पास हो चुका है.
अब राज्यसभा में मोदी सरकार के सामने चुनौती होगी.
वहीं राज्यसभा में विपक्ष को भी एकता दिखाने की मौका मिलेगा. | 19 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: याचिका में यह भी कहा गया है कि इस तरह की घटना होने से स्कूल की मान्यता या लाइसेंस रद्द की जाए. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक कमीशन बनाया जाए जो स्कूलों को लेकर सिफारिश दे. प्रद्युम्न के परिवार के सुरक्षा सुनिश्चित करने लिए कोर्ट दिशा निर्देश जारी करें. स्कूलों में इस तरह की होने वाली घटनाओं पर सुनवाई के लिए एक स्वतंत्र संवैधानिक बॉडी या ट्रिब्यूनल का गठन किया जाए. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में एक कमीशन या कमेटी बनाई जाए जो स्कूलों में सुरक्षा को लेकर सिफारिश दे. इस पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में स्वतंत्र और निष्पक्ष सीबीआई से जांच कराई जाए. पिता का कहना है कि एसआईटी की जांच सिर्फ स्कूल की लापरवाही पर है, लेकिन इस हत्या का सच सामने नहीं आया कि बच्चे की हत्या के पीछे कौन है और उसे क्यों मारा? इस मामले का कोई भी आरोपी बचना नहीं चाहिए. वहीं प्रद्युम्न के पिता के मीडिया से कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कंडक्टर के पास हथियार हो और टॉयलेट में मौजूद हो?
पिता का कहना है कि एसआईटी की जांच सिर्फ स्कूल की लापरवाही पर है, लेकिन इस हत्या का सच सामने नहीं आया कि बच्चे की हत्या के पीछे कौन है और उसे क्यों मारा? इस मामले का कोई भी आरोपी बचना नहीं चाहिए. वहीं प्रद्युम्न के पिता के मीडिया से कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि कंडक्टर के पास हथियार हो और टॉयलेट में मौजूद हो? | स्कूल गाइडलाइन का पालन नहीं कर रहे
सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में आदेश जारी करे
रयान स्कूल में बच्चे की हत्या के बाद उठा मामला | 28 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: बॉलीवुड अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह कहती हैं कि उन्हें मालूम है कि बोल्ड दृश्यों को फिल्माते समय कहां न कहना है। चित्रांगदा कार्यस्थलों पर होने वाले यौन उत्पीड़न पर आधारित फिल्म 'इनकार' में मुख्य भूमिका निभा रही हैं।
चित्रांगदा ने बताया, "बोल्ड दृश्यों की शूटिंग में जब तक मैं सहकलाकार और निर्देशक के साथ सहज महसूस करती हूं तब तक ही काम करती हूं। मेरी अपनी सीमाएं हैं और मैं न कहना जानती हूं।"
आइटम गीतों में प्रस्तुत होने के बारे में चित्रांगदा ने कहा कि वह नृत्य करने के मामले में मैं बहुत सहज हूं। नृत्य काफी मजेदार काम है। आइटम गीत करने से मुझे कोई परहेज नहीं है। अच्छे प्रस्ताव मिलने पर मैं जरूर करना चाहूंगी।टिप्पणियां
फिल्म 'इनकार' में उन्होंने अभिनेता अर्जुन रामपाल के साथ काम किया है। उनका दावा है कि यह फिल्म अर्जुन के अब तक के कामों में सबसे बेहतर है।
चित्रांगदा अपनी समकालीन अभिनेत्रियों के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना नहीं रखती। उनका मानना है कि अच्छी फिल्मों के बिना आइटम गीतों का कोई महत्व नहीं है।
चित्रांगदा ने बताया, "बोल्ड दृश्यों की शूटिंग में जब तक मैं सहकलाकार और निर्देशक के साथ सहज महसूस करती हूं तब तक ही काम करती हूं। मेरी अपनी सीमाएं हैं और मैं न कहना जानती हूं।"
आइटम गीतों में प्रस्तुत होने के बारे में चित्रांगदा ने कहा कि वह नृत्य करने के मामले में मैं बहुत सहज हूं। नृत्य काफी मजेदार काम है। आइटम गीत करने से मुझे कोई परहेज नहीं है। अच्छे प्रस्ताव मिलने पर मैं जरूर करना चाहूंगी।टिप्पणियां
फिल्म 'इनकार' में उन्होंने अभिनेता अर्जुन रामपाल के साथ काम किया है। उनका दावा है कि यह फिल्म अर्जुन के अब तक के कामों में सबसे बेहतर है।
चित्रांगदा अपनी समकालीन अभिनेत्रियों के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना नहीं रखती। उनका मानना है कि अच्छी फिल्मों के बिना आइटम गीतों का कोई महत्व नहीं है।
आइटम गीतों में प्रस्तुत होने के बारे में चित्रांगदा ने कहा कि वह नृत्य करने के मामले में मैं बहुत सहज हूं। नृत्य काफी मजेदार काम है। आइटम गीत करने से मुझे कोई परहेज नहीं है। अच्छे प्रस्ताव मिलने पर मैं जरूर करना चाहूंगी।टिप्पणियां
फिल्म 'इनकार' में उन्होंने अभिनेता अर्जुन रामपाल के साथ काम किया है। उनका दावा है कि यह फिल्म अर्जुन के अब तक के कामों में सबसे बेहतर है।
चित्रांगदा अपनी समकालीन अभिनेत्रियों के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना नहीं रखती। उनका मानना है कि अच्छी फिल्मों के बिना आइटम गीतों का कोई महत्व नहीं है।
फिल्म 'इनकार' में उन्होंने अभिनेता अर्जुन रामपाल के साथ काम किया है। उनका दावा है कि यह फिल्म अर्जुन के अब तक के कामों में सबसे बेहतर है।
चित्रांगदा अपनी समकालीन अभिनेत्रियों के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना नहीं रखती। उनका मानना है कि अच्छी फिल्मों के बिना आइटम गीतों का कोई महत्व नहीं है।
चित्रांगदा अपनी समकालीन अभिनेत्रियों के साथ प्रतिस्पर्धा की भावना नहीं रखती। उनका मानना है कि अच्छी फिल्मों के बिना आइटम गीतों का कोई महत्व नहीं है। | संक्षिप्त पाठ: बॉलीवुड अभिनेत्री चित्रांगदा सिंह कहती हैं कि उन्हें मालूम है कि बोल्ड दृश्यों को फिल्माते समय कहां न कहना है। चित्रांगदा कार्यस्थलों पर होने वाले यौन उत्पीड़न पर आधारित फिल्म 'इनकार' में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। | 30 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली एमसी मैरीकॉम ने बुधवार को कहा कि विदेशी प्रशिक्षकों के रहने से देश की महिला मुक्केबाजों को फायदा होगा।टिप्पणियां
मैरीकॉम ने मुंबई में प्रचार कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा, 'निश्चित तौर पर हमें विदेशी प्रशिक्षकों की जरूरत है। मैंने भारतीय कोचों के साथ कई वर्षों तक अभ्यास किया और ओलिंपिक के बाद हमें विदेशी कोचों से भी कुछ सीखने की जरूरत है।'
ओलिंपिक क्वालीफाइंग राउंड से पहले मैरीकॉम विदेशी कोच से प्रशिक्षण लेना चाहती थी, लेकिन खेल मंत्रालय ने उनकी यह मांग नामंजूर कर दी थी। पुरुष मुक्केबाजों को दूसरी तरफ क्यूबा के केबीआई नॉर्डिस से कोचिंग मिल रही थी, जो द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करने वाले पहले विदेशी कोच बन गए हैं। वह पिछले एक दशक से अधिक समय से पुरुष मुक्केबाजों को कोचिंग दे रहे हैं।
मैरीकॉम ने कहा कि वह 2016 में रियो डि जेनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में भाग लेना चाहती हैं, जहां वह एक और पदक जीतने की कोशिश करेंगी। मैरीकॉम ने कहा, 'यदि 46 या 48 किलोग्राम में बाउट होगी तो मैं निश्चित तौर पर स्वर्ण पदक लेकर आऊंगी। यदि 46 से 48 किलोग्राम की बाउट नहीं होती हैं तब भी मैं अपने पदक का रंग बदलने की कोशिश करूंगी।'
मैरीकॉम ने मुंबई में प्रचार कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से कहा, 'निश्चित तौर पर हमें विदेशी प्रशिक्षकों की जरूरत है। मैंने भारतीय कोचों के साथ कई वर्षों तक अभ्यास किया और ओलिंपिक के बाद हमें विदेशी कोचों से भी कुछ सीखने की जरूरत है।'
ओलिंपिक क्वालीफाइंग राउंड से पहले मैरीकॉम विदेशी कोच से प्रशिक्षण लेना चाहती थी, लेकिन खेल मंत्रालय ने उनकी यह मांग नामंजूर कर दी थी। पुरुष मुक्केबाजों को दूसरी तरफ क्यूबा के केबीआई नॉर्डिस से कोचिंग मिल रही थी, जो द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करने वाले पहले विदेशी कोच बन गए हैं। वह पिछले एक दशक से अधिक समय से पुरुष मुक्केबाजों को कोचिंग दे रहे हैं।
मैरीकॉम ने कहा कि वह 2016 में रियो डि जेनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में भाग लेना चाहती हैं, जहां वह एक और पदक जीतने की कोशिश करेंगी। मैरीकॉम ने कहा, 'यदि 46 या 48 किलोग्राम में बाउट होगी तो मैं निश्चित तौर पर स्वर्ण पदक लेकर आऊंगी। यदि 46 से 48 किलोग्राम की बाउट नहीं होती हैं तब भी मैं अपने पदक का रंग बदलने की कोशिश करूंगी।'
ओलिंपिक क्वालीफाइंग राउंड से पहले मैरीकॉम विदेशी कोच से प्रशिक्षण लेना चाहती थी, लेकिन खेल मंत्रालय ने उनकी यह मांग नामंजूर कर दी थी। पुरुष मुक्केबाजों को दूसरी तरफ क्यूबा के केबीआई नॉर्डिस से कोचिंग मिल रही थी, जो द्रोणाचार्य पुरस्कार हासिल करने वाले पहले विदेशी कोच बन गए हैं। वह पिछले एक दशक से अधिक समय से पुरुष मुक्केबाजों को कोचिंग दे रहे हैं।
मैरीकॉम ने कहा कि वह 2016 में रियो डि जेनेरियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में भाग लेना चाहती हैं, जहां वह एक और पदक जीतने की कोशिश करेंगी। मैरीकॉम ने कहा, 'यदि 46 या 48 किलोग्राम में बाउट होगी तो मैं निश्चित तौर पर स्वर्ण पदक लेकर आऊंगी। यदि 46 से 48 किलोग्राम की बाउट नहीं होती हैं तब भी मैं अपने पदक का रंग बदलने की कोशिश करूंगी।' | संक्षिप्त पाठ: ओलिंपिक क्वालीफाइंग राउंड से पहले मैरीकॉम विदेशी कोच से प्रशिक्षण लेना चाहती थी, लेकिन खेल मंत्रालय ने उनकी यह मांग नामंजूर कर दी थी। | 14 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनता दल (आरेजडी) के नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को बिहार की एक अदालत में अर्जी देकर राज्य सरकार से अपने जान-माल को खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई है। पूर्व सांसद फिलहाल भागलपुर जेल में बंद हैं।
सीवान के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) -4 और विशेष अदालत में पूर्व सांसद की ओर से अधिवक्ता अभय कुमार राजन ने अर्जी दी है। अर्जी में कहा गया है कि 'पूर्व सांसद को राज्य सरकार से जान को खतरा है।'
अधिवक्ता राजन ने बताया कि एडीजे-4 और विशेष अदालत के न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने इस संबंध में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी।
शहाबुद्दीन की ओर से अधिवक्ता द्वारा दी गई अर्जी के मुताबिक, जेल में रहने के दौरान ही शहाबुद्दीन की वर्ष 2006 में राज्य सरकार के इशारे पर हत्या करने की कोशिश की गई। अनुमंडल पुलिस अधिकारी सुधीर कुमार के हमले से शहाबुद्दीन की रीढ़ की हड्डी खिसक गई थी, जिसका दिल्ली एम्स में ऑपरेशन कराया गया था। डॉक्टरों की टीम ने जांच के दौरान इसकी पुष्टि भी की थी।
आवेदन में कहा गया है कि राज्य सरकार जेल प्रशासन से मिलकर उन्हें ठिकाने लगाने की साजिश रचती रही है, लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। आवेदन में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने तथा नेता होने के कारण सरकार प्रताड़ित करना चाहती है। आवेदन में फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने की आशंका जताई गई है।
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीवान के अतिरिक्त जिला सत्र न्यायाधीश (एडीजे) -4 और विशेष अदालत में पूर्व सांसद की ओर से अधिवक्ता अभय कुमार राजन ने अर्जी दी है। अर्जी में कहा गया है कि 'पूर्व सांसद को राज्य सरकार से जान को खतरा है।'
अधिवक्ता राजन ने बताया कि एडीजे-4 और विशेष अदालत के न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने इस संबंध में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी।
शहाबुद्दीन की ओर से अधिवक्ता द्वारा दी गई अर्जी के मुताबिक, जेल में रहने के दौरान ही शहाबुद्दीन की वर्ष 2006 में राज्य सरकार के इशारे पर हत्या करने की कोशिश की गई। अनुमंडल पुलिस अधिकारी सुधीर कुमार के हमले से शहाबुद्दीन की रीढ़ की हड्डी खिसक गई थी, जिसका दिल्ली एम्स में ऑपरेशन कराया गया था। डॉक्टरों की टीम ने जांच के दौरान इसकी पुष्टि भी की थी।
आवेदन में कहा गया है कि राज्य सरकार जेल प्रशासन से मिलकर उन्हें ठिकाने लगाने की साजिश रचती रही है, लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। आवेदन में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने तथा नेता होने के कारण सरकार प्रताड़ित करना चाहती है। आवेदन में फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने की आशंका जताई गई है।
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिवक्ता राजन ने बताया कि एडीजे-4 और विशेष अदालत के न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव की अदालत ने इस संबंध में राज्य सरकार से जवाब मांगा है। मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी।
शहाबुद्दीन की ओर से अधिवक्ता द्वारा दी गई अर्जी के मुताबिक, जेल में रहने के दौरान ही शहाबुद्दीन की वर्ष 2006 में राज्य सरकार के इशारे पर हत्या करने की कोशिश की गई। अनुमंडल पुलिस अधिकारी सुधीर कुमार के हमले से शहाबुद्दीन की रीढ़ की हड्डी खिसक गई थी, जिसका दिल्ली एम्स में ऑपरेशन कराया गया था। डॉक्टरों की टीम ने जांच के दौरान इसकी पुष्टि भी की थी।
आवेदन में कहा गया है कि राज्य सरकार जेल प्रशासन से मिलकर उन्हें ठिकाने लगाने की साजिश रचती रही है, लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। आवेदन में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने तथा नेता होने के कारण सरकार प्रताड़ित करना चाहती है। आवेदन में फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने की आशंका जताई गई है।
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शहाबुद्दीन की ओर से अधिवक्ता द्वारा दी गई अर्जी के मुताबिक, जेल में रहने के दौरान ही शहाबुद्दीन की वर्ष 2006 में राज्य सरकार के इशारे पर हत्या करने की कोशिश की गई। अनुमंडल पुलिस अधिकारी सुधीर कुमार के हमले से शहाबुद्दीन की रीढ़ की हड्डी खिसक गई थी, जिसका दिल्ली एम्स में ऑपरेशन कराया गया था। डॉक्टरों की टीम ने जांच के दौरान इसकी पुष्टि भी की थी।
आवेदन में कहा गया है कि राज्य सरकार जेल प्रशासन से मिलकर उन्हें ठिकाने लगाने की साजिश रचती रही है, लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। आवेदन में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने तथा नेता होने के कारण सरकार प्रताड़ित करना चाहती है। आवेदन में फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने की आशंका जताई गई है।
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आवेदन में कहा गया है कि राज्य सरकार जेल प्रशासन से मिलकर उन्हें ठिकाने लगाने की साजिश रचती रही है, लेकिन न्यायालय के हस्तक्षेप से ऐसा नहीं हो सका। आवेदन में यह भी कहा गया है कि अल्पसंख्यक समुदाय से होने तथा नेता होने के कारण सरकार प्रताड़ित करना चाहती है। आवेदन में फर्जी मुकदमे में फंसाने और जान से मारने की साजिश रचने की आशंका जताई गई है।
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आवेदन में आदेश के बिना ही सीवान जेल से भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर देने को भी हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन बताया गया है। राजन ने बताया कि इस आवेदन पर अदालत ने राज्य सरकार के प्रतिनिधि के रूप में अपर लोक अभियोजक को 14 जुलाई को जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।टिप्पणियां
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गौरतलब है कि शहाबुद्दीन सीवान जेल में बंद थे, लेकिन पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के बाद उन्हें भागलपुर जेल स्थानांतरित कर दिया है।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: शहाबुद्दीन के वकील ने जेल में सुरक्षा मुहैया कराने की अर्जी दी
विशेष अदालत में इस मामले की अगली सुनवाई 14 जुलाई को होगी
पत्रकार की हत्या के बाद उसे सीवान से भागलपुर जेल भेज दिया गया था | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा शृंखला में अब तक खराब प्रदर्शन से जूझ रही भारतीय टीम को आज एक और बड़ा झटका लगा, जब तेज गेंदबाज जहीर खान मांसपेशियों में खिंचाव और टखने की चोट से उबरने में नाकाम रहने के बाद बाकी बचे दौरे से बाहर हो गए। बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि जहीर खान की दायें पैर की मांसपेशियों और दायें टखने में चोट है। उन्हें टखने की सर्जरी करानी होगी, जिसके बाद टखने और मांसपेशियों के लिए गहन रिहैबिलिटेशन से गुजरना होगा। बयान के अनुसार, पूरी तरह से उबरने में उन्हें कम से कम 14 से 16 हफ्ते लगेंगे। इसलिए वह मौजूदा टेस्ट सीरीज और इसके बाद होने वाले ट्वेंटी-20 और वनडे सीरीज में हिस्सा नहीं ले पाएंगे। 2008 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पिछला टेस्ट खेलने वाले आरपी सिंह को जहीर के विकल्प के तौर पर टेस्ट, वनडे और ट्वेंटी-20 टीम में शामिल किया गया है। सीमित ओवरों की शृंखला 31 अगस्त से शुरू हो रही है, जिस दिन दोनों टीमों के बीच एकमात्र ट्वेंटी-20 मैच खेला जाएगा। बीसीसीआई ने कहा कि अखिल भारतीय सीनियर चयन समिति ने टेस्ट शृंखला, ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय और एकदिवसीय शृंखला में उनके विकल्प के तौर पर आरपी सिंह को चुना है। आरपी सिंह जल्द से जल्द टीम से जुड़ेंगे। आरपी सिंह पिछले काफी समय से भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं और उन्होंने अपना अंतिम एकदिवसीय मैच पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी में 2009 में खेला था। लॉर्ड्स में 21 जुलाई को पहले टेस्ट के पहले दिन मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान से बाहर जाने वाले जहीर के 10 से 14 अगस्त तक बर्मिंघम में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए फिट होने की उम्मीद थी। यह तेज गेंदबाज अपनी फिटनेस को परखने के लिए नार्थम्पटनशर के खिलाफ शनिवार को संपन्न दो दिवसीय अभ्यास मैच में खेला था, लेकिन वह केवल तीन ओवर गेंदबाजी कर पाए, जिसमें उन्होंने 24 रन खर्च किए। इससे पहले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह और युवराज सिंह पहले ही चोटों के कारण इंग्लैंड दौरे से बाहर हो गए हैं। | यहाँ एक सारांश है:चयन समिति ने टेस्ट शृंखला, ट्वेंटी-20 मैच और वनडे सीरीज में जहीर खान के विकल्प के तौर पर तेज गेंदबाज आरपी सिंह को टीम में चुना है। | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की बारहवीं कक्षा की परीक्षा में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष नकल के दोगुने से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं. सीबीएसई के एक अधिकारी के मुताबिक पिछले वर्ष देशभर से नकल के 56 मामले सामने आए थे जबकि इस वर्ष ऐसे 119 मामले सामने आए हैं.
नकल के सबसे ज्यादा 54 मामले राजस्थान के अजमेर से हैं जबकि पिछले वर्ष से यहां ऐसे सिर्फ तीन मामले थे. दिल्ली में नकल के मामले पिछले वर्ष के 12 से घटकर आठ रह गए जबकि गुवाहाटी में मामले नौ से बढ़कर 27 हो गए.टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में नकल के मामले सात से घटकर तीन रह गए जबकि देहरादून में चार से बढ़कर नौ हो गए. चंडीगढ़ के पंचकुला में पिछले वर्ष के चार के मुकाबले इस वर्ष नकल के आठ मामले सामने आए. सीबीएसई के अधिकारी नकल के ज्यादा मामले सामने आने का श्रेय परीक्षा में नकल को पकड़ने के कड़े उपायों को देते हैं.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है.
नकल के सबसे ज्यादा 54 मामले राजस्थान के अजमेर से हैं जबकि पिछले वर्ष से यहां ऐसे सिर्फ तीन मामले थे. दिल्ली में नकल के मामले पिछले वर्ष के 12 से घटकर आठ रह गए जबकि गुवाहाटी में मामले नौ से बढ़कर 27 हो गए.टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में नकल के मामले सात से घटकर तीन रह गए जबकि देहरादून में चार से बढ़कर नौ हो गए. चंडीगढ़ के पंचकुला में पिछले वर्ष के चार के मुकाबले इस वर्ष नकल के आठ मामले सामने आए. सीबीएसई के अधिकारी नकल के ज्यादा मामले सामने आने का श्रेय परीक्षा में नकल को पकड़ने के कड़े उपायों को देते हैं.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है.
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में नकल के मामले सात से घटकर तीन रह गए जबकि देहरादून में चार से बढ़कर नौ हो गए. चंडीगढ़ के पंचकुला में पिछले वर्ष के चार के मुकाबले इस वर्ष नकल के आठ मामले सामने आए. सीबीएसई के अधिकारी नकल के ज्यादा मामले सामने आने का श्रेय परीक्षा में नकल को पकड़ने के कड़े उपायों को देते हैं.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है.
इस वर्ष तिरूवनंतपुरम और भुवनेश्वर से कोई मामले सामने नहीं आए और पटना से ऐसे आठ मामले सामने आए हैं जो पिछले वर्ष के मुकाबले एक कम है. | संक्षिप्त सारांश: परीक्षा में पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष नकल के दोगुने से भी ज्यादा मामल
देशभर से नकल के 56 मामले सामने आए थे जबकि इस वर्ष ऐसे 119 मामले
दिल्ली में नकल के मामले पिछले वर्ष के 12 से घटकर आठ रह गए | 29 | ['hin'] |