Datasets:
language_id
class label 5
classes | text
stringlengths 0
2.91k
|
---|---|
4HIN
| तभी बारिश हुई थी जिसका गीलापन इन मूर्तियों को इन तस्वीरों में एक अलग रूप देता है . |
4HIN
| कहते हुए लफ्ज़ बेसुध करते गए कुछ इस तरह /कि इतना नशा तो होता न किसी असली जाम से . |
3BHO
| चिट्ठी में ऊ हमरा के होली पर बोलवले रहली. |
4HIN
| अब इंग्लैण्ड वाले भी जान गए साथ ही हैरान और परेशान भी हैं ,हमारे यहाँ आकर खुर्शीद जैसे लोग पढ़ गए जो अपने देश के आम आदमी के लिए ही असंविधानिक भाषा का इस्तेमाल करते हैं . |
1BRA
| ज्ञान गुण गावन को कलाविक सावन को । |
0AWA
| हमरे ध्यान मां सती मइया केरी छवि उभरी । |
0AWA
| बूंदा-बांदी अब थमिगै रहै । |
3BHO
| कबीर त पुरा क पुरा भारतीय लोक जीवन मे रचल बसल बाटै । |
4HIN
| एक तरफ एक के बाद नै पीढ़ी के एंटी -बायोटिक्स आ रहें हैं दूसरी तरफ जीवाणु अपना रूप विधान तेज़ी से बदल लेता है म्युतेट हो जाता है . |
1BRA
| ठंडयाई करसियान में भरि भरि कें छेदन में है कें कूल्लान में दई जाय रही । |
2MAG
| - आइँ हो भोलवा, तुँ आज गिरहतवा से गारी-गुप्ता काहे ला करलहीं हे । |
0AWA
| हाय राम । |
4HIN
| तब ऐसा ही प्रतीत होता है हम हारी हुई लड़ाई ही लड़ रहें हैं . |
2MAG
| ऊ कहलक कि तूं गारी देइत हें ? |
4HIN
| कहीं कभी किसी दिन हम दोनों मिल जाएंजीवन के किसी राह पर तब क्या हम मिल पायेंगे ठीक पहले की तरह ? |
1BRA
| ब्रह्मचारी जी ब्रजभूमि की बा परम्परा के साहित्य सेवी है जब घर - चर में ल्हौरे-ल्हौरे बालकन कूं हजारो - हजारो कवित्त सवैया कण्ठस्थ करवाय दिये जाते हे । |
3BHO
| मान ल कि होइए गइल त का करबू ? |
1BRA
| भविष्य में हमकू इनते भौत आसा है । |
1BRA
| जबरदस्ती आपरेशन कराबे को हट करके बैठ गयौ । |
4HIN
| इसमें चमड़ी से काफी तरल निकलके उड़ जाता है तथा तरह तरह के एलर्जी पैदा करने वाले तत्व इस सुरक्षा कवच में सैंध लगाके अन्दर देखिल होने लगते हैं . |
4HIN
| दूसरे छोर पर जो भविष्य की संभावनाओं में जीते हैं ,दिवा -स्वप्न -जीवी हैं,सीमाओं को दरकिनार कर सिर्फ संभावनाओं में जीतें हैं ,मैं ये कर दूंगा ,वो कर दूंगा ,ये करूंगा वो करूंगा वह वर्तमान को भी जी नहीं पाते . |
2MAG
| ई बात सच हकइ श्रीमान । |
1BRA
| सुभग सरोवर लसत नीर, निरमल सुख कारी । |
3BHO
| हँ अगर रजनेतन में 2-4 फीसदी जननेता के गुन बा त उ कुछ सकारात्मक नियम, योजनन पर विचार त क सकेला पर समाज, देस के असली बिकास जनते करेले। |
3BHO
| दोसरा बधार के लोग के त हाँफ उखड़ जाई, साँस टंगा जाई। |
4HIN
| उस दौरान अपराधियों का तो सफाया हो गया, लेकिन ज्यादातर ऐसे अपराधी मारे गये, जिनका अपराध कहीं से भी मौत की सजा के काबिल नहीं था । |
0AWA
| तनिक देर मा सबै बिदाई के भाव मा बूड़ि गयीं । |
1BRA
| मैंनैं कही " बाबा प्रात: काल के और सुन लेऔ । " |
2MAG
| बल्कि हमरे खातिर खुद के खियाल रखथिन । |
2MAG
| ” ई लिख के ओकर गला में बाँध देलन आउ कुता के जुगेन्दर के घरे भेज देलन । |
1BRA
| बानगी सरूप ई पद गुच्छ है । |
3BHO
| हमनी के मेहनत आ मउवत देखे वाला केहू नइखे। |
3BHO
| बाकिर एने तप में लीन कपिल मुनि जी तनिको ना हिलनी। |
1BRA
| ऐसे जनन पै संपादक की पैनी नजर पड़नी चइए । |
2MAG
| वास्तव में ऊ गोलगंटा कट कटवा लेलकइ आउ अखने हिएँ परी ओकन्हीं साथे दावत उड़ा रहले ह ! |
4HIN
| घनीभूत है अब भी, लेकिन मन कई और जगहों पर लौट गया है फिर से । |
3BHO
| त्रिनिदाद आ टोबैगो में एगो भारतीय मूल के लड़िकी के क्लास मे तबले आवे से मना क दिहल गइल जब ले ओकरा हाथ में लागल मेंहदी के रंग छूट नइखे जात । |
2MAG
| ‘हम अनचलावल बात आउ बिनसुनल खिस्सा कह सकऽ हियो । |
2MAG
| सातो मे छोटकी लड़की अप्पन बाप के बहुत दुलारी हल । |
4HIN
| कितनी यादें तो हैं, कितने की याद दिलाऊं . |
2MAG
| बस जइसे भोजन करऽ ही, कयसूँ जीए ला, ओयसहीं । |
3BHO
| केहू उनुका के खान मानत रहल त केहू ईसाई. |
0AWA
| कुछ खाय पियैक देति नाय । |
4HIN
| आज मुझे मेरा आसमां मिल गया मेरे ही घर की छत के तले ना दीवारों की सरहद थी सब आर पार बड़ा ही साफ़ . |
0AWA
| हमका तौ सिगरेट देखिके खोपड़ी पर बना क्रास तुरन्तै याद आय जात है जो बिजली के ट्रांसफारमर पर बना होत है । |
4HIN
| आप सोचतें हैं बस थोड़ा सा तौल कम करले अपनी स्लिम डाउन हो जाए लेकिन आपका ओवर वेट बच्चा पुष्टिकार तत्वों का अभाव झेल रहा हो सकता है . |
3BHO
| राम जी के होखले से इन्कार करे वाला कांग्रेसी खानदान तब अपना के जनेऊधारी बरहमन साबित करे में लाग गइल. |
2MAG
| उहाँ देखइत हे कि लालपरी के माय देखइत ही खाय ला दउगल तइसहीं लड़का चिट्टी फेंक देलक । |
3BHO
| मत आबऽ" । |
2MAG
| ओकरा मुँहें पर एगो झूठा दावेदार कहना खुद के मौत के बोलावा देना हलइ; आउ ऊ, जेकरा पर हम सब लोग के नजर में आउ क्रोधावेश के पहिला झोंक में टिकठी पर चढ़े लगी तैयार हलिअइ, अब हमरा व्यर्थ के आत्मप्रशंसा प्रतीत होलइ । |
2MAG
| से राजा के बेटा उड़इत-उड़इत बड़ी दूर चल गेल । |
4HIN
| फिर वहाँ फायदा यह है कि वहाँ पर पहाड़ों की खुबसूरती के साथ समुद्र भी है । |
3BHO
| बंटी आ धनेसर के भोजपुरी में बतियात देख... |
1BRA
| जगत के पंछी आय, झाँप बिहारै हरप । |
2MAG
| घोड़ा जमीन में उतारलन तो उहई रानी के एगो आउ लड़का भेल । |
0AWA
| तौ का गुरूदेव अपने आश्रम लौटि चलिहौ ? |
1BRA
| पुकारो चिल्लाऔ , अखबारन में देओ भूख हड़ताल करि देऔ , तब देखे केसे नांय मिले सुविधा । |
2MAG
| ओही दिन गाव के धोबी के एगो गदहा भुलायल हल से घो्बिया खोजइत - खोजइत पहर भर रात बीते चमरा ही आयल । |
1BRA
| इन संवादन के मिसई लेखक ने पात्रन कौ चरित्र चित्रन कर्यौय । |
0AWA
| -ई आपन बहू का दिहेव,बरकत । |
4HIN
| लोग असल मुद्दों से भटक जाएं . |
1BRA
| बाबा हरेक कौ अपनौं अलगई नाम धरि लैंते अरू बाई नाम ते पूरी उमरि बाकूँ पुकारते । |
4HIN
| इन्हीं भावों की कमी-अधिकता और संतुलन से मानव का व्यवहार, उसकी अस्मिता-स्व निर्धारित करता है । |
1BRA
| गायन की लय पै रियाज होय । |
1BRA
| नेह, दुलार अरु ममता की साक्षात् प्रतिमा डा. शकुन्तला तिवारी ने डा रामानन्द तिवारी की साहित्य साधना कूं सफलता की तरफ बढ़ायबे में जो प्रान फूंके है बाको वर्नन सब्दन में नाय है सके । |
4HIN
| एक प्रकार से यह वह समय था जब छात्र आन्दोलन और संगठनों के लिए भौतिक परिस्थितियाँ धीरे -धीरे तैयार हो रही थीं । |
3BHO
| गाँव में कहीं-कहीं सौरउर्जहिया लाइट भी लाग गइल बा। |
3BHO
| उ जे के मन से झाड़ि दें उ एकदम्मे ठीक हो जाव पर कबो-कबो उ लोग के इ हो कहें की इ झड़ले से ठीक ना होई, एकरा खातिर तोहरा डाक्टर से मिले के परी। |
2MAG
| ई समाचार से कज़ाक सब के साफ तौर पर नराजगी होलइ । |
2MAG
| बुढ़िया नाँव पूछलक तो गभिया कहलक कि हमर नाँव हे नतिन-दमाद । |
4HIN
| छात्रों के संगठित होने की इसी कड़ी में 1906 में पटना में बिहारी स्टूडेन्ट्स सेन्ट्रल एसोसिएशन की स्थापना राजेन्द्र प्रसाद की पहल पर हुई । |
2MAG
| हम खुशी से ओकर इच्छा के पूर्ति कर देलिअइ । |
2MAG
| श्रीमान, ऊ पल से हम ओकरा बिलकुल पसीन नयँ करऽ हलिअइ, हियाँ तक कि पहिला कुछ दिन तक तो ओकरा से घृणा करऽ हलिअइ । |
4HIN
| वैसे भी एक सप्ताह घूमने से पूरे दो महिने का काम चलता नहीं है । |
4HIN
| उत्तम बनर्जी चाहे टीवी हो या फिर प्रिंट . |
2MAG
| ओहे से अप्पन शान्ति खातिर हम ओकर प्रस्ताव से सहमत हो गेलूँ । |
3BHO
| पुलिस के मुताबिक युवक के गोली मार के हत्या कईला के बाद पत्थर से ओकर माथा कूच दिहल गईल। |
2MAG
| दरवाजा खुललइ, एगो औरत उज्जर पोशाक में अंदर अइलइ । |
1BRA
| राजस्थान ब्रजभाषा अकादमी की ओर सौं औदार्य प्रदर्शित करबे ते काम नाँय चलैगौ । |
0AWA
| , भइया ! |
3BHO
| राम के जवन जीवन बा उ अगर कलिजुग में भी हर मनई अपना ले इ धरती सोरग बनि जाई। |
3BHO
| भोजपुरी इलाका । |
3BHO
| ऊ विमर्श संवेदनशीलता जरूरी बा, जवन आदमी के आदमी से जोड़ेला. |
0AWA
| आप अतने प्रेम से कहति हौ तौ कल शाम कैंहा सब कार्यक्रम छोड़ि हम पंच आप की भजन संध्या मैंहा जरूर भाग ल्याबै । |
1BRA
| विषय के अनुसार ही भाषा कौ रूप बदलै है । |
1BRA
| जरूरत जि है कि हम सब अपने परिवारन में ब्रजभाषा कौ ही प्रयोग करैं, और जिन अवरोधन कौ संकेत कियौ है; बा कच्ची और आधी अधूरी रुग्ण मानसिकता ते मुक्त होंय । |
2MAG
| एगी हकीम हल, जेकर नाम लुकमान हल । |
2MAG
| भाग्यवश, ऊ, हमर प्यारी बच्ची, ओकरा नयँ पछनलकइ । |
3BHO
| रउआँ खुदे लिख के, बोलि के माई के सनमानित करतानीं...इ हे माई खातिर बहुत बा... |
4HIN
| कई बड़े लोगों को विनम्रता से उस ओर झुकते देखा । |
2MAG
| हमर बात पर विश्वास करथिन श्रीमान । |
3BHO
| हमहूं बानी तोहरा संघे ! |
2MAG
| सावेलिच उनकन्हीं के पहिलहीं सूचित कर देलके हल । |
4HIN
| यही मन चिंताएं करता है, सोचता है, स्मृति के टुकड़े पालता-पोसता है, अहसासों की चादर पसारता है, हमारे व्यवहार और सोच और कई बार काम-काज को नियंत्रित करता है । |
1BRA
| याही के परिनाम स्वरूप भारत की समस्त आंचलिक भाषान में गद्य-लेखन कौ प्रयास हौंतौ दिखाई पड़ रह्यौ है । |
2MAG
| लाल कुछ दिन के बाद एकदम पीअर हो गेल । |
1BRA
| मेरे सिरजन में जहाँ एक ओर यथार्थ की बुराईन पै अाँसू बहाये गये है आगि बरसाई गई है - म्हाँई सोंने के सुपने ऊ जगाये गये है । |
2MAG
| दूसरका बोलल कि ऊ अउरत गर्मिनी हल । |
2MAG
| नकली सम्राट् सच कह रहले हल; लेकिन हम कर्तव्यबद्ध होवे के कारण ओकरा विश्वास देलावे लगलिअइ कि ई सब बकवास हइ, कि ओरेनबुर्ग में सब कुछ के पर्याप्त भंडार हइ । |
1BRA
| लोगबाग देखकै रह जाते । |
Dataset Card for ilist
Dataset Summary
This dataset is introduced in a task which aimed at identifying 5 closely-related languages of Indo-Aryan language family: Hindi (also known as Khari Boli), Braj Bhasha, Awadhi, Bhojpuri and Magahi. These languages form part of a continuum starting from Western Uttar Pradesh (Hindi and Braj Bhasha) to Eastern Uttar Pradesh (Awadhi and Bhojpuri) and the neighbouring Eastern state of Bihar (Bhojpuri and Magahi).
For this task, participants were provided with a dataset of approximately 15,000 sentences in each language, mainly from the domain of literature, published over the web as well as in print.
Supported Tasks and Leaderboards
[More Information Needed]
Languages
Hindi, Braj Bhasha, Awadhi, Bhojpuri and Magahi
Dataset Structure
Data Instances
{
"language_id": 4,
"text": 'तभी बारिश हुई थी जिसका गीलापन इन मूर्तियों को इन तस्वीरों में एक अलग रूप देता है .'
}
Data Fields
text
: text which you want to classifylanguage_id
: label for the text as an integer from 0 to 4 The language ids correspond to the following languages: "AWA", "BRA", "MAG", "BHO", "HIN".
Data Splits
train | valid | test | |
---|---|---|---|
# of input sentences | 70351 | 9692 | 10329 |
Dataset Creation
Curation Rationale
[More Information Needed]
Source Data
The data for this task was collected from both hard printed and digital sources. Printed materials were obtained from different institutions that promote these languages. We also gathered data from libraries, as well as from local literary and cultural groups. We collected printed stories, novels and essays in books, magazines, and newspapers.
Initial Data Collection and Normalization
We scanned the printed materials, then we performed OCR, and finally we asked native speakers of the respective languages to correct the OCR output. Since there are no specific OCR models available for these languages, we used the Google OCR for Hindi, part of the Drive API. Since all the languages used the Devanagari script, we expected the OCR to work reasonably well, and overall it did. We further managed to get some blogs in Magahi and Bhojpuri.
Who are the source language producers?
[More Information Needed]
Annotations
Annotation process
[More Information Needed]
Who are the annotators?
[More Information Needed]
Personal and Sensitive Information
[More Information Needed]
Considerations for Using the Data
Social Impact of Dataset
[More Information Needed]
Discussion of Biases
[More Information Needed]
Other Known Limitations
[More Information Needed]
Additional Information
Dataset Curators
[More Information Needed]
Licensing Information
This work is licensed under a Creative Commons Attribution 4.0 International License: http://creativecommons.org/licenses/by/4.0/
Citation Information
@inproceedings{zampieri-etal-2018-language,
title = "Language Identification and Morphosyntactic Tagging: The Second {V}ar{D}ial Evaluation Campaign",
author = {Zampieri, Marcos and
Malmasi, Shervin and
Nakov, Preslav and
Ali, Ahmed and
Shon, Suwon and
Glass, James and
Scherrer, Yves and
Samard{\v{z}}i{\'c}, Tanja and
Ljube{\v{s}}i{\'c}, Nikola and
Tiedemann, J{\"o}rg and
van der Lee, Chris and
Grondelaers, Stefan and
Oostdijk, Nelleke and
Speelman, Dirk and
van den Bosch, Antal and
Kumar, Ritesh and
Lahiri, Bornini and
Jain, Mayank},
booktitle = "Proceedings of the Fifth Workshop on {NLP} for Similar Languages, Varieties and Dialects ({V}ar{D}ial 2018)",
month = aug,
year = "2018",
address = "Santa Fe, New Mexico, USA",
publisher = "Association for Computational Linguistics",
url = "https://aclanthology.org/W18-3901",
pages = "1--17",
}
Contributions
Thanks to @vasudevgupta7 for adding this dataset.
- Downloads last month
- 187