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The Netizen News/ Netizen News खौफनाकǃ गंगा में तैरते दिखे 40-45 शव – बिहार बिहार के बक्सर में आज सुबह गंगा नदी के तट पर दिल दहला देने वाला नजारा देखने को मिला। यह गंगा नदी में 40 से 50 लाश एक साथ पानी में तैरती हुई मिली। सभी लाश फूली हुई और साडी-गली हालत में थी। देखने से लग रहा था कि सभी शव 4 से 5 दिन पुराने हो सकते हैं। भारत में कोरोना महामारी के दौरान ऐसा भयानक नजारा यह बताने के लिए काफी है कि देश में कितनी खौफनाक स्थिति पैदा हो चुकी है। बिहार और यूपी से लगे चौसा शहर में गंगा नदी के तट पर यह अनगिनत लाशें जब लोगों ने देखी तो उनका दिल दहल गया। वहीं स्थानीय प्रशासन का मानना है कि यह सभी लाशें कोरोना से मरने वाले मरीजों की हो सकती हैं। क्योंकि यूपी में कोरोना से होने वाली मौतों के अंतिम संस्कार में भारी परेशानी आ रही है जिसके चलते लोगों ने लाशों को गंगा में बहा दिया है। जनपद के अधिकारी केके उपाध्याय ने बताया कि इन फूली हुई लाशों को देखकर ऐसा लगता है कि यह 5 से 6 दिन पुरानी हो सकती हैं। हो सकता है यह सभी उत्तर प्रदेश के किसी शहर से यहां तक आई है। वही लाशों को देखने के बाद लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। लोगों को आशंका है कि लाशों की वजह से नदी के पानी में भी संक्रमण फैल गया होगा। इससे बिमारी का खतरा पैदा हो गया है। फिलहाल जिला प्रशासन जांच कराने की बात कर रहा हैं Previous एंबुलेंस खुलसा करने पर पप्पू यादव 'गिरफ्तार', लॉकडाउन के नियमों को तोड़ने का है आरोप : देश में सच बोलना मना है ! Next पप्पू यादव के समर्थन में उतरे मांझी, ट्वीट कर कहा- जनता की सेवा करने वालों की गिरफ्तारी 'खतरनाक'
2021/06/24 09:23:27
https://thenetizennews.com/40-45creepy-40-45-bodies-seen-floating-in-the-ganges/
mC4
जानिए दावा-आपत्ती के लिए कितना मिलेगा वक्त रायपुर। एक समय था जब लोग शिक्षक बनने से कतराते थे, लेकिन राज्य बनने के बाद ये यह पहला ऐसा साल है जब … दंतेवाड़ा। जो हाथ हथियार उठाने और लोगों को मौत के घाट उतारने के लिए उठा करते थे अब वो हाथ पशुओं को पोसने और उनकी देखभाल के लिए उठा करेंगे। …
2021-03-03T12:46:11Z
https://himachalabhiabhi.com/virbhadra-will-go-on-arki-jan-26/
OSCAR-2109
क्या हमारा समाज सभ्यता की न्यूनतम शर्तें पूरी करता है? | AFEIAS You are here: Home >> Knowledge Centre >> Current Content >> क्या हमारा समाज सभ्यता की न्यूनतम शर्तें पूरी करता है? क्या हमारा समाज सभ्यता की न्यूनतम शर्तें पूरी करता है? Date:28-11-19 किसी समाज का स्वास्थ्य उसके नागरिकों के शारीरिक स्वास्थ्य से भिन्न नहीं होता है। किसी गंभीर बीमारी के प्रारंभिक लक्षणों को नजरअंदाज कर देने पर जिस प्रकार आप अचानक आपातकाल की स्थिति में आ जाते हैं, उसी प्रकार से समाज में अपने गुस्से और शिष्टता पर नियं़त्रण खोकर हम बर्बरता की ओर जा रहे हैं। मूल रूप से तो हम सभ्य हैं, परन्तु जहाँ-तहाँ बर्बरता के काँटे उगते दिखाई दे रहे हैं। अगर ऐसा नहीं होता, तो हम उन्नाव की क्रूरता, मुर्शिदाबाद के एक परिवार की दर्दनाक हत्या और झारखंड में एक व्यक्ति की भीड़-हत्या को कैसे बर्दाश्त कर लेते? आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के जीवन को तो असभ्य होते सुना है, परन्तु अब आर्थिक रूप से सम्पन्न लोग भी इस ओर जा रहे हैं। अगर हम अपने को नैतिकता के रेड अलर्ट पर नहीं डालते हैं, तो समझ लीजिए कि हम डूब जाएंगे। 'न्यूनतम सभ्य' का अर्थ एक समाज में उपलब्ध सर्वोत्तम नैतिक मानक से है, जो अपनी रोशनी में भी अचेतन ही रहते हैं। एक न्यूनतम सभ्य समाज शोषण या अन्याय से मुक्त नहीं होता। इसे राजनीतिक समानता का रूप देने की जरूरत नहीं है। फिर भी, यह एक विलक्षण गुण रखता है। यह दूसरों की हत्या और दूसरों के प्रति किए जाने वाले दुव्र्यवहार को प्रभावी निषेधाज्ञा की मदद से रोकता है। इसमें 'बुनियादी प्रक्रियात्मक न्याय' जैसा एक सिस्टम भी काम करता है। यह न्याय का एक प्रारम्भिक रूप है, जिसमें मध्यस्थता और निष्पक्ष वार्ता का अधिकार होता है। यह बहुत अधिक भिन्न लोगों के मध्य अस्वाभाविक और अस्थायी समझौते की मान्यता को अनुमति देता है। यह अच्छे जीवन की विभिन्न धारणाओं को साथ चलने योग्य बनाता है। यह सह-अस्तित्व अनमनी महत्वाकांक्षा और अधीन आत्मविश्वास पर ही संभव होता है। यह हर किसी की आवाज को ऐसी गूंज बनाता है, जो सुनी जा सके। राजनीतिक क्षेत्र में हर किसी को देख सकने योग्य बनाता है। और समाज के शोषित और वंचितों को भी बातचीत में स्थान दिलवाता है। संक्षेप में कहें, तो यह समाज के सभी सदस्यों के बीच बातचीत और संबंध को जारी रखा है। इस प्रकार यह न्यूनतम सभ्य समाज का निर्माण करता है। सपाट होता नैतिक परिदृश्य दूसरी ओर, जिस समाज में न्यूनतम नैतिक मूल्यों को भी छोड दिया गया हो, वह बर्बर कहलाता है। सामान्यतः ऐसा गिरती आर्थिक स्थितियों के तहत होता है। चैंकाने वाली बात यह है कि महानता की खोज में या महज आर्थिक और राजनैतिक सफलता की होड़ में भी न्यूनतम नैतिक मूल्यों को छोड़ दिया जाता है। एक बार जब नैतिक कार्यवाई में बाधा उत्पन्न हो जाती है, तो सार्वजनिक जीवन और लोगों के दिमाग से बुनियादी निष्पक्षता और प्रक्रियात्मक न्याय की धारणा दूर हो जाती है। एक प्रकार का निष्क्रिय नैतिक परिदृश्य बन जाता है। कुछ भी निषिद्ध या सीमित नहीं होता है। ऐसे में हिंसा और वर्चस्व का रास्ता खुल जाता है। एक ऐसे बर्बर समाज में; जहाँ बुनियादी प्रक्रियात्मक न्याय को समाप्त कर दिया जाता है, वहाँ बातचीत का स्थान दमनकारी मौन ले लेता है। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान और नाजी शासन के आतंक के बीच हैम्पशायर ने यह निष्कर्ष निकाला था कि, ''यातना और हत्या के विशाल उद्यमों को चलाना कितना आसान था। इस क्षेत्र में अधिकारियों ने सभी नैतिक बाधाओं को हटा दिया था।'' बल, भय का उत्पीड़न या लंबे समय तक चलने वाले संघर्षों से अक्सर जनता के जीवन की नैतिकता नष्ट होती जाती है, और वह निर्दयी शासन के लिए तैयार हो जाती है। नीतिहीन निजी जीवन जब सार्वजनिक जीवन में नैतिकता नष्ट हो जाती है, तो इससे शेष संसार भी अछूता नहीं रह जाता है। बुराई हमेशा सार्वजनिक से निजी परिधि में फैलती है और यह चिर-परिचित संबंधों को भी प्रभावीत करने लगती है। दोस्त, प्रेमी, परिवार के सदस्य सभी संदिग्ध कार्यों में उलझ सकते हैं। दरअसल, दोस्त और दुश्मन के बीच का अंतर बहुत धंधुला होता जाता है। चाहे 1984 के दंगों का मामला हो या बर्लिन वॉल के गिरने के दौरान की स्थितियां हों, ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जो बताते हैं कि कैसे अपनी रक्षा हेतु लोगों ने अपने निकट संबंधियों से धोखा किया। हम एक न्यूनतम सभ्य समाज हैं। क्रमशः समाज में अभद्रता और पतन दृष्टिगोचर हो रहा है। जब समाज में न्यूनतम शालीनता भी समाप्त होने लगती है, तो उसे स्वतंत्रता, समानता, न्याय और मुक्ति की राह पर वापस लाना कठिन हो जाता है। इस तरह के अनिश्चित समय में, सही नैतिक मानकों तक पहुँचने की बजाय, अपने को धरातल से जोड़े रखने के लिए गलत कामों से बचना जरूरी होता है। ऐसे मुद्दों पर गांधी हमारी नैतिक धुरी बने हुए हैं। हांलाकि वे उपवास आत्म-रूपान्तरण के लिए किया करते थे, परन्तु उनका उद्देश्य नाजुक सामाजिक समझौते को मजबूत करने के लिए एक उपकरण बनना था। इस व्यावहारिक उपकरण से वे क्रूरता को हर कीमत पर समाप्त करना चाहते थे।
2020/06/01 05:10:51
https://afeias.com/knowledge-centre/current-content/%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9C-%E0%A4%B8%E0%A4%AD%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%80/
mC4
समाजवाद क्यों ? - एल्बर्ट आइंस्टीन, 1949 क्या ये उचित है कि जो आर्थिक और सामजिक मुद्दों का विशेषज्ञ नहीं है, समाजवाद के विषय पर विचार व्यक्त करे? कई कारणों की वजह से मैं समझता हूँ कि यह उचित है| पहले इस पृश्न को वैज्ञानिक ज्ञान के दृष्टिकोण से विचारते हैं| ऐसा लग सकता है कि खगोल विज्ञान और अर्थशास्त्र में मूलभूत सैद्धांतिक अंतर नहीं है: दोनों ही क्षेत्रों में वैज्ञानिक तथ्यों के सीमित समूह के लिए व्यापक स्वीकार्य नियमों को खोजने की कोशिश करते हैं, जिससे इन तथ्यों के अंतर्जाल को जितना संभव हो उतने साफ़ तौर पर समझा जा सके| लेकिन हकीकत में ऐसे सैद्धांतिक अंतर मौजूद हैं| अर्थशास्त्र के क्षेत्र में व्यापक नियमों की खोज इस परिस्थिति से कठिन बन जाती है कि निरीक्षित किये जाने वाले आर्थिक तथ्य बहुत सारे ऐसे कारकों से प्रभावित होते हैं जिनका अलग से मूल्यांकन करना बहुत कठिन है| साथ ही, मानव इतिहास के तथाकथित सभ्यकाल के शुरुआत से जो अनुभव इकट्ठा हुआ है – जैसा कि जगजाहिर है – ऐसे कारणों से बहुत बड़े स्तर पर प्रभावित और सीमित होता रहा है जो किसी भी तरह से सिर्फ आर्थिक नहीं हैं| उदाहरण के तौर पर इतिहास के अधिकतर मुख्य देशों का अस्तित्व विजय की देन है| विजेताओं ने विजित देश में अपने को कानूनन और आर्थिक तौर पर विशिष्ट वर्ग की तरह स्थापित किया| उन्होंने भूस्वामित्व का एकाधिकार कायम किया और अपने ही वर्ग में से पुरोहित नियुक्त किये| इन पुरोहितों ने, जो शिक्षा के संचालक थे, समाज के वर्गीकरण को स्थायी तौर पर स्थापित किया और मान्यताओं का ऐसा तंत्र बनाया जिसकी वजह से लोग तभी से, काफ़ी हद तक अचेतन रूप से अपने सामाजिक व्यवहार में निर्देशित किये गए| ऐतिहासिक परम्परा, ऐसे कहें तो कल की है; लेकिन कहीं भी हम मानव विकास की, जिसको थ्रोस्टीन वेब्लेन ने "लूटपाट की अवस्था" कहा है, से आगे नहीं बढ़ पाये हैं| निरीक्षित किये जाने वाले आर्थिक तथ्य उस अवस्था से संबंधित हैं और बल्कि जो नियम हम उससे व्युत्पन्न कर सकते हैं वो भी दूसरी अवस्थाओं पर लागू नहीं होते हैं| चूँकि समाजवाद का वास्तविक उद्देश्य मानव विकास की इस लूटपाट की अवस्था को पार करके उसके आगे उन्नति करना है, अपनी वर्तमान अवस्था में आर्थिक विज्ञान भविष्य के समाजवादी समाज पर थोड़ा सा प्रकाश डाल सकता है| दूसरे, समाजवाद, सामाजिक-नैतिकता के लक्ष्य की ओर जाता है| विज्ञान न तो लक्ष्य बना सकता सकता है और न ही उनको मानव जाति के अंदर उतार सकता है; विज्ञान, बहुत से बहुत, किन्हीं लक्ष्यों को प्राप्त करने के साधन उपलब्ध करा सकता है| लेकिन खुद ये लक्ष्य उच्च नैतिक आदर्शों वाले व्यक्तियों द्वारा ही तय किये जाते हैं – और – अगर ये लक्ष्य मुर्दा नहीं है – बल्कि जीवंत और ओजस्वी हैं – तो उन बहुत सारे लोगों द्वारा अपनाए और आगे बढ़ाये जाते हैं, जो आंशिक अनजाने में समाज के विकासक्रम को निर्धारित करते हैं| इन कारणों से, जब प्रश्न मानव समस्याओं का हो, हमको विज्ञान और वैज्ञानिक तरीकों को अनावश्यक महत्व देने के प्रति सचेत होना चाहिए; और हमको ये नहीं मानना चाहिए कि समाज की व्यवस्था को प्रभावित करने वाले प्रश्नों पर अभिव्यक्ति करने का अधिकार सिर्फ विशेषज्ञों को ही है| अनगिनत आवाजें अब कुछ समय से ज़ोर देती रही हैं कि मानव समाज संकट से गुज़र रहा है, और कि इसकी स्थिरता भयंकर रूप से छिन्न-भिन्न हो गयी है| यह एक ऐसी अवस्था का लक्षण है कि हर कोई उस समूह के प्रति, छोटे या बड़े, के प्रति उदासीन या यहाँ तक कि विरोधी महसूस करता है, जिसमें वह रहता है| अपना मतलब समझाने के लिए मैं अपना एक व्यक्तिगत अनुभव बताता हूँ| हाल ही में मैंने एक विद्वान और संभ्रांत सज्जन से एक और युद्ध की आशंका पर विचार-विमर्श किया, जो मेरी दृष्टि में मानव जाति के अस्तित्व को गंभीर खतरे में डाल देगा, और मैंने टिपण्णी की कि एक राष्ट्रों से ऊपर का संगठन ही उस खतरे से सुरक्षा दे पायेगा| इस पर मेरे अतिथि ने बहुत ही शांत और ठंडे ढंग से कहा: "आप मानव जाति के विलुप्त होने के इतनी गहराई से विरोधी क्यों हैं?" मुझे विश्वास है कि कम से कम एक शताब्दी पहले तक किसी ने भी इतने हल्के ढंग से इस तरह की बात नहीं कही होगी| यह एक ऐसे आदमी का कथन है जो अपने भीतर संतुलन पाने के लिए निरर्थक संघर्ष कर चुका है और सफलता की आशा लगभग खो चुका है| यह एक अलगाव और दर्दभरे अकेलेपन की ऐसी अभिव्यक्ति है जिससे आजकल बहुत से लोग पीड़ित हैं| इसका कारण क्या है? क्या कोई समाधान है? इस तरह के प्रश्नों को उठाना आसान है, लेकिन किसी भी हद तक भरोसेमंद उत्तर देना मुश्किल| तब भी, जहाँ तक मुझसे हो सकेगा, मैं कोशिश करूँगा, यद्यपि मुझे इस बात का अच्छी तरह से एहसास है कि हमारी अनुभूतियाँ और प्रयास अक्सर विरोधावासी और अस्पष्ट होते हैं और कि वो आसान और सीधे सूत्रों में व्यक्त नहीं किये जा सकते| आदमी सिक्के के दो पहलुओं की तरह एक एकाकी और सामाजिक प्राणी है| एकाकी प्राणी के रूप में वह अपनी निजी इच्छाओं की संतुष्टि और अपने स्वाभाविक गुणों के विकास के लिए अपने और अपने करीबी लोगों के अस्तित्व को बचाने की कोशिश करता है| सामाजिक प्राणी के रूप में वह अपने साथ के लोगों में पहचान और स्नेह पाने का प्रयास करता है जिससे उनकी खुशियों में हिस्सा ले, उनके दुःखों में उनको आराम दे और उनकी जीवन की परिस्थितियों में सुधार करे| केवल यही विविध, अक्सर विरोधाभासी, प्रयास किसी आदमी के विशिष्ट चरित्र को बनाते हैं और इनका विशिष्ट सम्मिश्रण उस सीमा को तय करता है जिस हद तक एक व्यक्ति अपना आंतरिक संतुलन पा सकता है और समाज के हित में योगदान दे सकता है| ये बिलकुल संभव है कि इन दोनों प्रेरणाओं की सापेक्षिक शक्ति मुख्यतः वंश-अनुक्रम से निर्धारित हो| लेकिन जो व्यक्तित्व अंततः उभर के आता है उसका निर्धारण मुख्य तौर पर, उस परिवेश से जिसमें व्यक्ति स्वयं को अपने विकास के दौरान पाता है, समाज के तौर तरीकों से जिसमें वह पलता-बढ़ता है, समाज की परम्पराओं से और ख़ास तरह के व्यवहारों के प्रति मूल्यांकन से होता है| एक व्यक्ति के लिए "समाज" की धारणा का मतलब उसके समकालीन और पिछली पीढ़ियों के सारे लोगों के साथ उसके प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संबंधों का जोड़ होता है| व्यक्ति सोचने, महसूस करने, प्रयास करने और काम करने के स्वयं काबिल है; लेकिन वह समाज पर इतना ज़्यादा निर्भर है – अपने भौतिक, बौद्धिक और भावनात्मक अस्तित्व में – कि समाज के दायरे के बाहर उसके बारे में विचार करना या उसको समझ पाना असंभव है| यह समाज है जो व्यक्ति को खाना, कपड़ा, घर, काम के औज़ार, भाषा, विचारों का स्वरुप और विचार की अधिकाँश विषय-वस्तु देता है; उसका जीवन उन लाखों-लाख अतीत और वर्तमान के श्रम और उपलब्धियों द्वारा संभव हो पाया है जो सब एक छोटे से शब्द "समाज" के पीछे छुपे हुए हैं| इसलिए यह स्पष्ट है कि व्यक्ति की समाज पर निर्भरता ऐसा प्राकृतिक नियम है जिसको खत्म नहीं किया जा सकता| बिलकुल वैसे ही जैसे चींटियों और मधुमक्खियों के मामले में है| लेकिन जहाँ चीटियों और मधुमक्खियों की पूरी जीवन प्रक्रिया की सूक्ष्मतम बात भी वंशानुगत प्रवृत्तियों द्वारा निर्धारित होती है, वहीँ व्यक्तियों के सामाजिक तौर तरीके और पारस्परिक संबंध बहुत परिवर्तनशील और बदलाव के लिए संवेदनशील हैं| स्मृति, नए संयोजन बनाने की क्षमता, मौखिक संवाद के गुण ने मानव के बीच ऐसे विकास संभव बनाये हैं जो जैविक आवश्यकताओं से प्रेरित नहीं होते| ऐसे विकास परम्परों, प्रथाओं, संगठनों; साहित्य; वैज्ञानिक और यांत्रिकी उपलब्धियों; कला में खुद को अभिव्यक्त करते हैं| इससे स्पष्ट होता है कि किस तरह से एक निश्चित भाव में, व्यक्ति अपने ही व्यवहार से अपने जीवन को प्रभावित कर सकता है और कि इस प्रक्रिया में सचेत चिंतन और चाहत एक भाग अदा कर सकती है| व्यक्ति जन्म पर आनुवंशिकता द्वारा प्राकृतिक प्रवृत्तियों सहित एक जैविक संरचना पाता है, जिसको हमें स्थिर और अपरिवर्तनीय मानना चाहिए, जो मानव जाति की विशेषताएं है| इसके साथ ही, अपने जीवनकाल में वह एक सांस्कृतिक संरचना प्राप्त करता है जो वह संवादों और कई दूसरे तरह के प्रभावों द्वारा समाज से ग्रहण करता है| ये सांस्कृतिक संरचना ही है जो समय के साथ परिवर्तनशील है और व्यक्ति और समाज के बीच के संबंधों को बहुत हद तक तय करती है| आधुनिक मानवशास्त्र ने तथाकथित आदिम संस्कृति की तुलनात्मक जांच-पड़ताल से हमको सिखाया है कि समाज में सर्वाधिक प्रचलित सांस्कृतिक तौर तरीके और संगठन के स्वरुप से लोगों के सामाजिक व्यवहार में बहुत अंतर हो सकता है| वो जो मानव समुदाय की उन्नति के लिए प्रयास कर रहे हैं, इस पर ही अपनी आशाएं आधारित कर सकते हैं: अपनी जैविक संरचना की वजह से, एक दूसरे का विनाश करने या क्रूर आत्मघाती स्थिति की दया पर बने रहने के लिए, मानव जाति दोषी नहीं है| यदि हम अपने से पूछें कि मानव जाति को जितना संभव हो सके उतना संतोषजनक बनाने के लिए समाज का ढांचा और व्यक्ति का सांस्कृतिक दृष्टिकोण कैसे बदला जाना चाहिए तो हमें लगातार इस बात के लिए सचेत रहना चाहिए कि कुछ परिस्थितियाँ ऐसी हैं जिनको बदलने में हम असमर्थ हैं| जैसा पहले बताया जा चुका है सभी व्यवहारिक अर्थों में व्यक्ति का जैविक स्वभाव अपरिवर्तनीय है| इसके अलावा पिछली कुछ शताब्दियों के तकनीकी और जनसांख्यकी विकास ने ऐसी परिस्तिथियाँ निर्मित की हैं जो अभी रहेंगी| अपेक्षाकृत सघन आबादी में अपने अस्तित्व की खातिर अनिवार्य सामग्री की आपूर्ति के लिए, एक चरम श्रम-विभाजन और एक अत्यंत केंद्रित उत्पादक सयंत्र परम आवश्यक हैं| वो समय, जो अतीत में देखने पर काफ़ी रमणीय प्रतीत होता है, हमेशा के लिए जा चुका है जब अकेला व्यक्ति या छोटे समूह पूर्ण रूप से आत्म-निर्भर हो सकते थे| यह कहना मामूली अतिशयोक्ति ही है कि मानव जाति अब तो उत्पादन और उपभोग का विश्वव्यापी समुदाय निर्मित करती है| अब मैं वहां आ गया हूँ जहां मैं संक्षेप में इंगित कर सकूं कि मैं अपने समय के संकट का क्या सार समझता हूँ? यह व्यक्ति के समाज के साथ के रिश्तों से संबंधित है| व्यक्ति अब पहले से कहीं ज़्यादा अपनी समाज पर निर्भरता के बारे में समझता है| लेकिन वह इस निर्भरता को सकारात्मक गुण, प्राकृतिक दायित्व, रक्षात्मक बल के रूप में नहीं, बल्कि अपने मूल अधिकारों और इससे भी ज़्यादा अपने आर्थिक अस्तित्व के खतरे के रूप में अनुभव करता है| इसके अलावा उसकी स्थिति समाज में ऐसी है कि उसके स्वभाव की अहंकारी प्रवृतियां निरंतर प्रबल हो रही हैं, जबकि सामाजिक प्रवृतियां, जो स्वभाव से ही कमज़ोर हैं, लगातार गिरती जाती हैं| सभी लोग, चाहे उनकी समाज में कोई भी स्थिति हो, इस गिरती हुई प्रक्रिया से पीड़ित हैं| अनजाने ही अपने अहंकार में कैद, वे असुरक्षित, एकाकी और जीवन के सहज, सादे और अकृत्रिम आनंद से वंचित महसूस करते हैं| व्यक्ति अपने जीवन में अर्थ, अल्प और संकटपूर्ण जैसा भी है, अपने को समाज के प्रति समर्पित करके ही पा सकता है| पूँजीवाद समाज की आर्थिक अराजकता जो आज मौजूद है, मेरी राय में, बुराइयों की वास्तविक जड़ है| हम अपने सामने एक विशाल उत्पादक समुदाय देखते हैं, जिसके सदस्य अपने सामूहिक श्रम के फल से एक दूसरे को वंचित करने के लिए बिना रुके संघर्ष कर रहे हैं, जबरन नहीं, बल्कि कुल मिलाकर कानूनन संस्थापित नियमों की ईमानदारी के अनुसार| इस सन्दर्भ में ये समझना महत्वपूर्ण है कि उत्पादन के साधन, अर्थात, पूरी उत्पादक क्षमता जो उपभोक्ता और अतिरिक्त पूँजी माल के लिए चाहिए – कानूनन, और अधिकतर के लिए है, व्यकि की निजी संपत्ति हो सकती है| सरलता के लिए, आगे के विवेचन में मैं उनको "मज़दूर" कहूँगा जो उत्पादन के साधनों की मालिकी में हिस्सेदार नहीं होते, हालांकि ये प्रचलित शब्द के पूरी तरह से अनुरूप नहीं है| उत्पादन के साधनों का मालिक मज़दूर की श्रम-शक्ति को खरीदने की स्थिति में होता है| उत्पादन के साधनों का इस्तेमाल करके मज़दूर नया माल पैदा करता है जो पूंजीपति की संपत्ति बन जाती है| मज़दूर जो पैदा करता है और जो उसको मजदूरी मिलती है, दोनों को असल मूल्य के हिसाब से मापने पर, के बीच का संबंध इस प्रक्रिया का मूल बिंदु है| जब तक श्रम अनुबंध "स्वतंत्र" है, मज़दूर को जितना मिलता है, वह उसके पैदा किये माल के असल मूल्य से निर्धारित नहीं होता, बल्कि उसकी न्यूनतम आवश्यकताओं और नौकरियों की होड़ में लगे मजदूरों की संख्या के अनुपात में पूंजीपतियों की श्रम-शक्ति की ज़रूरत से होता है| यह समझना ज़रुरी है कि सिद्धांत तक में मज़दूर का वेतन उसके उत्पाद के मूल्य से निर्धारित नहीं होता| निजी संपत्ति कुछ हाथों में केंद्रित होती जाती है, कुछ पूंजीपतियों की होड़ की वजह से और कुछ इसलिए क्योंकि तकनीकी विकास और श्रम का बढ़ता विभाजन छोटी उत्पादन इकाइयों की कीमत पर बड़ी इकाइयों के निर्माण को प्रोत्साहित करता है| इस विकास का परिणाम निजी संपत्ति का गुटतंत्र है, जिसकी विशाल शक्ति को प्रजातान्त्रिक से संगठित राजनीतिक समाज द्वारा भी प्रभावी रूप से नहीं जांचा जा सकता| यह सच है क्योंकि वैधानिक तंत्र के सदस्य राजनीतिक दलों द्वारा चुने जाते हैं, जो निजी पूंजीपतियों द्वारा बड़े तौर पर वित्तपोषित या दूसरी तरह से प्रभावित होते हैं, जो सभी व्यावहारिक उद्देश्यों के लिए, विधानमंडल से निर्वाचन समूह को अलग कर देते हैं| नतीजा ये होता है कि जनता के प्रतिनिधि दरअसल आबादी के शोषित वर्ग के हितों की पर्याप्त रक्षा नहीं करते| इसके अलावा मौजूदा परिस्थितियों में, निजी पूंजीपति सीधे या परोक्ष रूप से – सूचना के मुख्य साधनों (प्रेस, रेडियो, शिक्षा) पर अनिवार्य रूप से नियंत्रण रखते हैं| इस तरह यह अत्यंत कठिन और वास्तव में अधिकतर मामलों में बिलकुल असंभव है कि कोई नागरिक निष्पक्ष निष्कर्ष पर पहुंचे और अपने राजनीतिक अधिकारों का समझदारी से इस्तेमाल करे| संपत्ति के निजी मलिकी पर आधारित अर्थव्यवस्था में प्रचलित दशा इस तरह दो सिद्धांतों से चित्रित होती है; एक, उत्पादन के साधन (पूँजी) व्यक्तिगत अधिकार में होते हैं और मालिक उसको जैसे ठीक समझते हैं वैसे बेचते हैं; दूसरे, श्रम अनुबंध स्वतंत्र होता है| निसन्देह इस अर्थ में शुद्ध पूंजीवादी समाज जैसी कोई वस्तु नहीं होती| विशेष रूप से यह उल्लेखनीय है कि मज़दूर, लंबे और तीखे राजनीतिक संघर्षों द्वारा, कुछ वर्गों के मजदूरों के लिए किंचित सुधरे स्वरुप के "स्वतंत्र श्रम अनुबंध" को प्राप्त करने में सफल हुए हैं| लेकिन समूचे तौर पर लेने पर, वर्तमान अर्थव्यवस्था "शुद्ध" पूँजीवाद समाज से ज़्यादा भिन्न नहीं है| उत्पादन मुनाफे के लिए चलाया जाता है, न कि उपयोग के लिए| ऐसा कोई प्रावधान नहीं कि समर्थ और काम करने के इच्छुक सभी लोग हमेशा रोज़गार पाने की स्थिति में रहें; एक "बेरोज़गारों की फ़ौज" लगभग हमेशा मौजूद रहती है| मज़दूर लगातार अपनी नौकरी के खोने के डर में रहता है| चूंकि बेरोज़गार और कम वेतनभोगी मज़दूर मुनाफे का बाज़ार मुहैया नहीं कराते, उपभोक्ता माल का उत्पादन सीमित कर दिया जाता है और परिणाम घोर विपत्ति ही होता है| तकनीकी उन्नति का परिणाम सबके बोझ को कम करने के बजाय अक्सर ज़्यादा बेरोज़गार होता है| पूंजीपतियों के बीच होड़ के साथ जुड़ा मुनाफे का मकसद, पूँजी के संचय और उपयोग में अस्थिरता के लिए उत्तरदायी है जो बढ़ते हुए गंभीर दबाव की ओर ले जाता है| निरंकुश होड़ श्रम की बड़ी बर्बादी और व्यक्ति की सामाजिक चेतना की उस विकलांगता का कारण बनती है, जिसका मैंने पहले ज़िक्र किया| व्यक्तियों की इस विकलांगता को मैं पूँजीवाद का सब से बड़ा अभिशाप मानता हूँ| हमारा पूरा शिक्षातंत्र इस अभिशाप से पीड़ित है| एक अतिरंजित प्रतियोगी मनोवृति छात्र के मन में बैठा दी जाती है, जो अपने भविष्य की जीविका के लिए तैयारी के तौर पर संग्रहणशील (लोभी) सफलता की पूजा के लिए प्रशिक्षित किया जाता है| मैं सहमत हूँ कि इन विकट बुराइयों को दूर करने का केवल एक ही तरीका है, यानी समाजवादी अर्थव्यवस्था की स्थापना करके, साथ ही साथ ऐसे शिक्षातंत्र के जो सामाजिक ध्येय की ओर उन्मुख होगा| ऐसी अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधनों का स्वामित्व स्वयं समाज का होता है और वो व्यवस्थित तरीके से उपयोग में लाये जाते हैं| एक व्यवस्थित अर्थव्यवस्था जो उत्पादन को समुदाय की ज़रूरतों के हिसाब से ठीक करके, किये जाने वाले काम को कार्य में सक्षम लोगों के बीच बांटेगी और प्रत्येक व्यक्ति, स्त्री और बच्चे की आजीविका का ज़िम्मा लेगी| व्यक्ति की शिक्षा, उसकी स्वाभाविक क्षमताओं के प्रोत्साहन के साथ, अपने आज के समाज की ताकत और सफलता की चकाचौंध की बजाय अपने साथ के लोगों के लिए ज़िम्मेदारी के भाव को विकसित करने की कोशिश करेगी| फिर भी यह याद रखना आवश्यक है कि व्यवस्थित अर्थव्यवस्था ही समाजवाद नहीं होती| इस तरह की व्यवस्थित अर्थव्यवस्था व्यक्ति की पूर्ण दासता के साथ भी हो सकती है| समाजवाद की उपलब्धि कुछ अत्यंत कठिन सामाजिक-राजनीतिक समस्यायों के समाधान की मांग करती है: राजनीतिक और आर्थिक ताकतों के व्यापक केंद्रीकरण के मद्देनज़र अफसरशाही को सर्व-शक्तिमान और घमंडी होने से रोका जाना कैसे संभव हो? कैसे व्यक्ति के अधिकार सुरक्षित हो सकते हैं और इसके साथ ही अफसरशाही ताकत को निष्प्रभावी बनाने के लिए प्रजातान्त्रिक ताकत कैसे सुनिश्चित हो? समाजवाद की समस्याओं और उद्देश्यों की स्पष्टता हमारे संक्रमण युग में सबसे ज़्यादा महत्व रखती है| चूंकि वर्तमान परिस्थितियों के अंतर्गत इन समस्यायों का स्वतंत्र और निर्विघ्न विचार-विमर्श प्रबल रूप से वर्जित हो गया है, मैं इस पत्रिका की स्थापना को एक महत्वपूर्ण जनसेवा मानता हूँ|
2018/06/23 02:41:02
http://young-azamgarh.blogspot.com/2012/09/blog-post_5921.html?spref=bl
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Before verdict on ayodhya case a big meeting of rss will be held in haridwar ram temple will be top agenda 3808591 - अयोध्या केस पर फैसले से पहले हरिद्वार में होगी RSS की बड़ी बैठक, राम मंदिर होगा शीर्ष एजेंडा रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई अब पूरी हो गई है. राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस) का ध्यान अब 'अगले कदम' पर केंद्रित है. Published: October 16, 2019 5:55 PM IST नई दिल्ली: रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद पर सुनवाई अब पूरी हो गई है. राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ(आरएसएस) का ध्यान अब 'अगले कदम' पर केंद्रित है. आरएसएस के वैचारिक परामर्शदाताओं ने हरिद्वार में मुख्यत: इस बाबत और अन्य मुद्दों पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है, जो 31 अक्टूबर से शुरू होगी. उच्चस्तरीय बैठक एक आम बैठक की तरह नहीं है. यह प्रत्येक पांच वर्षो में एक बार होती है. संघ ने हालांकि इस बारे में कुछ स्पष्ट नहीं कहा है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि संघ प्रमुख मोहन भागवत जब भैयाजी जोशी, दत्तात्रेय हसबोले और कृष्ण गोपाल समेत अपने शीर्ष स्तर के कनिष्ठ पदाधिकारियों से मुलाकात करेंगे तो राम मंदिर उनका शीर्ष एजेंडा होगा. बैठक की महत्ता का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि संघ से जुड़े सभी संगठनों के प्रचारक चार नवंबर तक चलने वाली इस बैठक में उपस्थित रहेंगे. एक सूत्र ने कहा कि बैठक के दौरान राम मंदिर पर एक प्रस्ताव पारित किए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, यहां तक कि भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) भी सभी महत्वपूर्ण बैठकों में भाग लेगी. पार्टी को सम्मेलन की व्यापक 'भावनाओं' के प्रति एक समझ विकसित करने के लिए बैठक में शामिल होने के लिए कहा गया है. अगली दिवाली तक भव्य राम मंदिर का निर्माण अब संभव पांच दिवसीय बैठक का आयोजन 17 नवंबर को प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के सेवानिवृत्ति से एक पखवाड़ा पहले और बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी से एक महीना पहले आयोजित की जा रही है. गोगोई द्वारा उनकी सेवानिवृत्ति से पहले मामले में फैसला सुनाए जाने की उम्मीद है. इस बीच बुधवार को मामले की सुनवाई के दौरान प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई ने कहा कि अब बहुत हो गया. उन्होंने सभी पक्षों से आज शाम पांच बजे तक अयोध्या मामले में बहस पूरी करने के लिए कहा. कुछ दिन पहले आईएएनएस को दिए विशेष साक्षात्कार में विश्व हिंदू परिषद(वीएचपी) के शीर्ष अधिकारी मिलिंद परांडे ने उम्मीद जताई थी कि सबूत राम लला के पक्ष में है और अगली दिवाली तक भव्य राम मंदिर का निर्माण अब संभव है. (इनपुट एजेंसी) AyodhyaAyodhya caseAyodhya VerdictBabri MasjidHaridwarRam Mandirram mandir caseRam Mandir Latest NewsRam Mandir VerditRSSSupreme Court
2020/01/18 16:47:57
https://www.india.com/hindi-news/india-hindi/before-verdict-on-ayodhya-case-a-big-meeting-of-rss-will-be-held-in-haridwar-ram-temple-will-be-top-agenda-3808591/
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लड़कियां अब भी असुरक्षित | Khabar Lahariya (खबर लहरिया) खबर लहरिया » लड़कियां अब भी असुरक्षित द्वारा लिखित खबर लहरिया May 4, 2014 12 बार देखा गया जिला सिंगरौली, मध्य प्रदेश। 20 अप्रैल को मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में चैदह साल की एक लड़की के साथ पांच लोगों ने बलात्कार कर उसे जलहथनी गांव के पास बस से फेंक दिया। चार लोगों को अगले दिन गिरफ्तार किया गया। लड़की का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। सिंगरौली के एस.पी. डी.कल्याण ने बताया कि लड़की का बयान दर्ज कर लिया गया था। चारों आरोपी – राम जयस्वाल, जुमा शेख, छोटे जयस्वाल और वीरबली के खिलाफ सामूहिक बलात्कार की धारा के तहत एफ.आई.आर. दर्ज की गई है पर पुलिस ने अभी तक बलात्कार की पुष्टि नहीं की है। जिला अमरोहा, उत्तर प्रदेश। जिले के दिदौली गांव में पैंतीस साल के दलित शीशपाल ने 20 अप्रैल को आत्महत्या कर ली। गांव के लोगों ने बताया कि शीशपाल की बेटी के साथ कुछ लोगों ने यौनिक हिंसा की थी। उसके परिवार को भी डराया धमकाया गया था। पुलिस ने केस की कोई कारवाही नहीं की और परेशान होकर शीशपाल को यह कदम उठाना पड़ा। अब जाकर अमरोहा एस.पी. सुभाष सिंह बाघेल ने कहा कि आरोपियों को ढंढा जाएगा और जल्द से जल्द कारवाही होगी।
2020/06/05 21:55:51
https://khabarlahariya.org/%E0%A4%B2%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%82-%E0%A4%85%E0%A4%AC-%E0%A4%AD%E0%A5%80-%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%B0%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BF%E0%A4%A4/
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Chinese Apps Ban : PUBG समेत 275 चीनी ऐप रडार पर, Modi Government ने बनाई लिस्ट - Latest GK | Quiz | MCQ |Hindi Current Affairs Chinese Apps Ban : PUBG समेत 275 चीनी ऐप रडार पर, Modi Government ने बनाई लिस्ट भारत सरकार की तरफ से चीन के साथ तनाव (India China standoff in ladakh) के बाद 59 चीनी ऐप पहले ही बैन (59 chinese app ban) किए जा सकते हैं, जिनमें लोकप्रिय ऐप टिकटॉक भी था। अब सरकार ने 275 अन्य चीनी ऐप की लिस्ट बनाई है, जो बैन (275 chinese app may ban) हो सकते हैं। इनमें लोकप्रिय गेमिंग ऐप पबजी (PUBG may be banned) भी शामिल है। अभी कुछ दिन पहले ही भारत ने चीन के 59 ऐप बैन (59 chinese app ban) किए थे और सरकार ने चीन के अन्य 275 ऐप की लिस्ट (275 chinese app may ban) बना ली है। इनमें गेमिंग ऐप पबजी (PUBG may be banned) भी है। एक अनुमान के मुताबिक भारत में चीनी इंटरनेट कंपनियों के करीब 30 करोड़ यूनीक यूजर्स हैं। लिस्ट बनाकर सरकार चेक कर रही है कि ये ऐप किसी भी तरह से राष्ट्रीय सुरक्षा या लोगों की निजता के लिए खतरे का सबब तो नहीं बन रहे हैं। अगर कोई अनियमितता सामने आती है तो हो सकता है कि चीन के बैन ऐप्स की लिस्ट और भी लंबी हो जाए। ये सब हो रहा है चीन और भारत के बीच तनाव (India China standoff in ladakh) के चलते। इस तनाव की वजह से दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक खूनी झड़प भी हो चुकी है, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। बता दें कि तब से अब तक भारत के लोगों में चीन को लेकर एक गुस्सा है। कौन से ऐप हैं इस नई लिस्ट में? कोविड-19 से ठीक होने वालों की कुल संख्या बढ़कर 7.2 लाख… Knox Wave 2 years ago 1 अंतिम वर्ष की परीक्षा संबंधी आदेश को सुप्रीम कोर्ट में… 5 अगस्त को होगा राम मंदिर भूमि पूजन : मोदी जाएंगे… कोराेना वैक्सीन के विकास के सकारात्मक परिणाम मिलने शुरू:… सरकार ने जो नई लिस्ट बनाई है, उसमें टेंसेंट कंपनी का लोकप्रिय गेम पबजी भी शामिल है। इसके अलावा शाओमी का जिली, ई-कॉमर्स दिग्गज अलीबाबा का अलीएक्सप्रेस और टिकटॉक के मालिकाना हक वाली कंपनी बाइटडांस के रेसो और यूलाइक ऐप भी शामिल हैं। इस डेवलपमेंट से जुड़े एक शख्स ने बताया कि सरकार इन सभी 275 ऐप को, या इनमें से कुछ को बैन कर सकती है। हालांकि, अगर कोई अनियमितता नहीं पाई जाती है तो कोई भी ऐप बैन नहीं होगा। गृह मंत्रालय ने अभी तक इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, माले से जुड़े एक आधिकारिक सूत्र ने बताया कि चीन के ऐप्स का लगातार रिव्यू जारी है और ये भी पता लगाने की कोशिश है कि उन्हें फंडिंग कहां से हो रही है। अधिकारी के अनुसार कुछ ऐप्स से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा पाया गया है तो कुछ ऐप डेटा शेयरिंग और निजता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। भारत सरकार अब ऐप्स के लिए नियम-कायदे बना रही है, जिन पर खरा नहीं उतरने वाले ऐप्स के बैन होने का खतरा रहेगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ये सरकार का बड़ा प्लान है, ताकि साइबर सिक्योरिटी को मजबूत बनाया जा सके और भारतीय नागरिकों के डेटा को सुरक्षा प्रदान की जा सके। इन नियमों और गाइडलाइन्स में ये साफ-साफ लिखा होगा कि किसी ऐप को क्या करने की इजाजत नहीं है। 275 app banned in india275 app list275 apple ct275 apple ridge salem ohio275 application275 apps275 apps going to ban275 apps on radar
2022/07/05 19:33:51
https://latestgk.in/chinese-apps-ban-pubg-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%A4-275-%E0%A4%9A%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A5%80-%E0%A4%90%E0%A4%AA-%E0%A4%B0%E0%A4%A1%E0%A4%BE%E0%A4%B0-%E0%A4%AA%E0%A4%B0-modi-government/
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आज मृतकों के घर जाएंगे रमन सिंह और धरमलाल कौशिक, छत्तीसगढ़ के केन्द्री में मिली थी एक साथ पांच लाशें - CG Varta आज मृतकों के घर जाएंगे रमन सिंह और धरमलाल कौशिक, छत्तीसगढ़ के केन्द्री में मिली थी एक साथ पांच लाशें रायपुर. राजधानी के केन्द्री गांव में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत के बाद राजनीति गर्म है। इस घटना ने विपक्ष को राज्य सरकार के दावों पर सवाल उठाने का मौका दे दिया है। राज्य सरकार के खिलाफ हमलों को धार देने के लिए प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता गुरुवार को केन्द्री जा रहे हैं।वे मृतक के रिश्तेदारों और पड़ोसियों से मिलकर घटना की जानकारी लेंगे। भाजपा प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और पूर्व कृषि मंत्री चंद्रशेखर साहू 19 नवम्बर को दोपहर बाद 12.30 बजे केन्द्री के लिए रवाना होंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस हृदयविदारक घटना को लेकर प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने इस घटना के लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया और इस मामले की निष्पक्ष व स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने की मांग की है। राजधानी के पास ही केन्द्री गांव में मंगलवार की सुबह एक ही परिवार के पांच लोगों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। शुरुआती जांच में चला कि गांव के 32 वर्षीय कमलेश साहू ने अपनी मां ललिया बाई – 60, पत्नी प्रमिला साहू, बेटी कीर्ति और बेटे नरेंद्र की हत्या के बाद आत्महत्या कर लिया था। मृतक कमलेश साहू नवा रायपुर में वेल्डिंग का काम करता था। जबकि पत्नी मजदूरी करती थी। बता रहे हैं, परिवार बीमारी से परेशान था। लॉकडाउन की वजह से काम में कमी आई तो कमलेश जीवन से निराश हो गया था।
2022/05/26 00:56:27
https://www.cgvarta.com/%E0%A4%86%E0%A4%9C-%E0%A4%AE%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A4%95%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%98%E0%A4%B0-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%87-%E0%A4%B0%E0%A4%AE%E0%A4%A8/
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Dead body, dead body found in sack अधेड़ की हत्या, बोरे में मिला शव हाथ पैर बांध कर जलाया गया था चेहराफरेंदा के जनकजोत गांव के किनारे शव को लगाया गया था ठिकाने JagranWed, 10 Jun 2020 06:15 AM (IST) महराजगंज: फरेंदा क्षेत्र के निरनाम पूर्वी के जनकजोत टोला के पास सड़क किनारे बोरे में अधेड़ व्यक्ति का शव मिलने से सनसनी फैल गई। अधेड़ का हाथ-पैर बंाधकर बोरे में रखा गया था। हत्यारों ने उसके चेहरे को जला दिया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मोर्चरी में रख दिया है। शिनाख्त नहीं होने पर 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराया जाएगा। फरेंदा-लेहड़ा मार्ग से निकल कर गोरखपुर-सोनौली हाईवे को जोड़ने वाले लिक मार्ग जनकजोत गांव के पास मंगलवार दोपहर सड़क किनारे फेंके गए एक बोरे पर मक्खियां बैठी थी। इस दौरान रास्ते से गुजर रहे गांववालों की नजर बोरे पर पड़ी। अनहोनी की आशंका जताते हुए लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी। मौके पर एसएचओ फरेंदा मनीष यादव, एसओ बृजमनगंज व पुरंदरपुर पहुंचे। तीनों थानेदारों की मौजूदगी में बोरे का मुंह खोला गया। अज्ञात अधेड़ का शव मिला। हाथ व पैर बंधा और मुंह जला हुआ था। चेहरा पहचानने लायक नहीं था। अधेड़ की हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया था। पुलिस ने शिनाख्त का प्रयास किया, लेकिन पहचान नहीं हो पाई। आसपास के जिलों में मृतक का फोटो भेजकर शिनाख्त की कोशिश की जा रही है। एसएचओ मनीष यादव ने बताया कि शव में कीड़े पड़ गए हैं। घटना पुरानी है। हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया है।
2021/07/30 01:53:20
https://m.jagran.com/uttar-pradesh/maharajganj-dead-body-dead-body-found-in-sack-20371964.html
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West Bengal Police FIR on BJP leader Mukul Roy in TMC MLA Satyajit viswas murder case बंगाल में टीएमसी विधायक सत्यजीत हत्याकांड में भाजपा नेता मुकुल राय समेत चार पर एफआइआर Publish Date:Sun, 10 Feb 2019 12:42 PM (IST) Mukul Roy. बंगाल में टीएमसी विधायक सत्यजीत हत्याकांड में भाजपा नेता मुकुल राय समेत चार पर एफआइआर दर्ज की गई है। जागरण संवाददाता, नदिया। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कृष्णानगर के तृणमूल विधायक सत्यजीत विश्वास की हत्या की घटना में वरिष्ठ भाजपा नेता मुकुल राय समेत चार लोगों के खिलाफ रविवार सुबह जिले के हासखाली थाने में एफआइआर कराई गई है। बाकी तीन लोगों के नाम कार्तिक मंडल, सुजीत मंडल तथा अभिजीत पुडारी है। हालांकि पुलिस ने रविवार रात में कार्तिक व सुजीत गिरफ्तार कर लिया था, जबकि अभिजीत पुडारी फरार बताया गया है। इधर, इस घटना में नाम से घसीटे जाने को लेकर वरिष्ठ भाजपा नेता मुकुल रॉय ने सीबीआई जांच की मांग कर दी है। सुबह घटनास्थल पर तृणमूल नेता पार्थ चटर्जी समेत अन्य नेता पहुंचे तथा घटना की कड़ी निंदा की। वहीं, दूसरी ओर इस घटना के खिलाफ आज जगह-जगह तृणमूल कांग्रेस की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया। शनिवार रात हंसखाली थाना इलाके के मजीदपूर में स्थित अपने आवास से दो से 3 मिनट की दूरी पर फुलबाड़ी मैदान में आयोजित सरस्वती पूजा का उद्घाटन करने के लिए सत्यजीत विश्वास पहुंचे थे जहां पीछे से प्वाइंट ब्लैंक रेंज से गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। इस घटना को लेकर तृणमूल के नदिया जिलाध्यक्ष गौरीशंकर दत्त ने सीधे तौर पर मुकुल रॉय का नाम लिया है और दावा किया है कि उन्हीं के इशारे पर सत्यजीत की हत्या हुई है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रविवार को मुकुल रॉय ने कहा कि यह हत्या किसी और ने नहीं बल्कि गौरी शंकर दत्त के समर्थकों ने हीं की होगी क्योंकि उस क्षेत्र में तृणमूल की आपसी गुटबाजी सबसे अधिक है। अपना नाम घसीटे जाने को लेकर उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि मैं कोलकाता में बैठा हूं और हत्या नदिया जिले में विधायक के घर के पास हुई है। यह पूरी तरह से तृणमूल की आपसी गुटबाजी और पश्चिम बंगाल सरकार की विफलता है। उन्होंने कहा कि घटना की जांच सीआईडी अथवा पुलिस के बजाय सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए ताकि पूरे रहस्य पर से पर्दा उठ सके। मुकुल ने कहा कि अभी ऐसी स्थिति है कि जो कुछ भी होगा उसके लिए मेरे नाम को घसीट रहे हैं। अगर दम है तो इसकी निष्पक्ष एजेंसी से जांच करा कर दिखा लें, दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी घटना की सीबीआई जांच की मांग कर दी है।
2020/01/27 17:53:07
https://www.jagran.com/politics/state-west-bengal-police-fir-on-bjp-leader-mukul-roy-in-tmc-mla-satyajit-viswas-murder-case-18937953.html
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Hello Students, आज के पोस्ट मे हम आपके लिए आए है उत्तर प्रदेश सामान्य ज्ञान सम्पूर्ण जानकारी PDF यह UPSC, SSC, Railway तथा अन्य आगामी परीक्षाओ के लिए महत्वपूर्ण है इस PDF मे आपको उत्तर प्रदेश से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी मिलेगा इस PDF को Download करने के लिए निचे दिए हुए Download Link पर Click करे और अपने Mobile या Laptop पर Save करे ! राष्ट्रिय सीमाएं : उतराखंड , हिमाचल प्रदेश , हरियाणा, दिल्ली , राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखण्ड
OSCAR-2019
घोसी सीट के बसपा प्रत्याशी अतुल राय फरार, क्या है माजरा आप भी जाने ? – PradeshAjjTak घोसी सीट के बसपा प्रत्याशी अतुल राय फरार, क्या है माजरा आप भी जाने ? उत्तर प्रदेशचर्चा मेंमऊराजनीति By Pradeshajjtak Desk On May 15, 2019 प्रदेश आजतक : यूपी के घोसी लोकसभा सीट से बीएसपी प्रत्याशी अतुल राय के वकील ने अग्रिम जमानत के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. उन्होंने कोर्ट से 23 मई तक गिरफ्तारी से राहत की मांग की है. बता दें कि अतुल राय के खिलाफ रेप का मुकद्दमा दर्ज है. जिसकी वजह से वह इन दिनों फरार चल रहा हैं. हालांकि इस मामले की कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा. गौरतलब है कि बलिया निवासी युवती ने गाजीपुर निवासी अतुल राय पर गत वर्ष मार्च से नवंबर के दौरान वाराणसी के लंका क्षेत्र में यौन शोषण करने का आरोप लगाया. इस संबंध में युवती ने 1 मई 2019 को तहरीर दी थी और इसी आधार पर देर रात प्राथमिकी दर्ज की गई. शिकायतकर्ता ने तहरीर में बताया है कि वह वाराणसी के एक मशहूर कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान राय के संपर्क में आयी थी. आरोप है कि राजनीति के क्षेत्र में मदद करने का प्रलोभन देकर राय ने उसे अपने जाल में फंसाया और फिर कई माह तक 'ब्लैकमेल' कर यौन शोषण किया. विरोध करने पर 'बुरा अंजाम भुगतने' की धमकियां दी गईं.इसी वजह से वह पुलिस से शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पायी.गौरतलब है कि सातवें एवं अंतिम चरण में उत्तर प्रदेश के 13 संसदीय क्षेत्रों के साथ घोसी लोक सभा का चुनाव 19 मई को चुनाव है. राय यहां समाजवादी पार्टी (सपा) एवं बसपा के संयुक्त उम्मीदवार है.
2019/12/06 23:11:39
http://pradeshajjtak.com/33623/
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पुलिस बदलेगी क्राइम कंट्रोल की रणनीति : सीओ राजीव कुमार Start Date: 06 Jul 2019 End Date: 06 Jul 2019 अमर उजाला फाउंडेशन की ओर से शनिवार, 6 जुलाई, 2019 को ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी अरिहंत आर्डेन में पुलिस की चौपाल का आयोजन किया गया। चौपाल में बतौर मुख्य अतिथि पुलिस क्षेत्राधिकारी तृतीय (सीओ) राजीव कुमार मौजूद रहे, उन्होंने बताया कि एक सर्वे के अनुसार 80 फीसदी से ज्यादा अपराध रात में होते हैं। रात में होनेवाले वारदात पर अंकुश लगाने के लिए बिल्डरों और सोसायटीवासियों का सहारा लेगी पुलिस। सीओ राजीव कुमार ने कहा कि बिल्डरों और अपार्टमेंट ऑनर्स एसोसिएशन (एओए) से सोसायटी के बाहर रोशनी व्यवस्था पुख्ता करने को कहा जाएगा। जिससे अंधेरे में होने वाले अपराध को रोका जा सके। उन्होंने सोसायटी के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की सलाह दी। सीसीटीवी कैमरा के अलावा एक सुरक्षाकर्मी भी तैनात होना चाहिए। सभी सुरक्षाकर्मी के पास चौकी प्रभारी, थाना प्रभारी और पीसीआर का नंबर होने चाहिए। संदेह होने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें। मौके पर सीओ और बिसरख कोतवाली के प्रभारी मनोज पाठक ने लोगों के सवालों का जवाब दिया। साथ ही सुरक्षित माहौल देने का भरोसा दिलाया। चौपाल में सोसाइटी एओए के अध्यक्ष आरके शर्मा, महासचिव लोकेश त्यागी और अन्य पदाधिकारियों भी उपस्थित थे। पुलिस बदलेगी क्राइम कंट्रोल की रणनीति सीओ ने कहा कि ग्रेनो वेस्ट में पुलिस क्षेत्रफल की जगह जनसंख्या के हिसाब से सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की रणनीति तैयार कर रही है। शनिवार को आईजी के साथ बैठक में इस मुद्दे को रखा गया है। क्षेत्र में बाहर से आने वाले बदमाशों को रोका जाएगा। क्षेत्र में बढ़ाई जाएगी पीसीआर की गश्त पुलिस की चौपाल में सीओ ने लोगों से सुरक्षा व्यवस्था केे कई प्लान साझा किए। उन्होंने बताया कि पीसीआर की गश्त बढ़ाई जाएगी। इसमें अच्छी छवि के बिल्डरों का सहयोग लिया जाएगा। बिल्डर एक गाड़ी और दो सुरक्षाकर्मी दें। उनके साथ एक पुलिसकर्मी होगा। जो दिनरात गश्त करेंगे। एओए ने 15 दिन में व्यवस्था दुरुस्त करने को भरी हामी सोसायटी की एओए ने सुरक्षा व्यवस्था को ओर बेहतर बनाने का वादा किया है। एओए के अध्यक्ष आरके शर्मा ने कहा कि सोसायटी के बाहर कैमरा व रोशनी की व्यवस्था 15 दिन के अंदर कर दी जाएगी। उन्होंने पुलिस से अपील की कि वारदात होने पर पीड़ित की तत्काल मदद की जाए। साथ ही लोगों से कहा कि वारदात होने के बाद तुरंत 100 नंबर पर फोन करें। लोगों के सवाल व सुझाव - सोसायटियों के बाहर पुलिस दिखनी चाहिए। साथ ही हर सोसाइटी के गेट पर एक रजिस्टर होना चाहिए। जिसमें हर गश्त के समय पुलिस कर्मी हस्ताक्षर करें। - वीके राय सीओ- यह अच्छा सुझाव है। सोसायटी के गेट पर रजिस्टर रखने की व्यवस्था जल्द की जाएगी। गश्त बढ़ाने का प्रयास भी चल रहा है। - सड़क पर चलते समय बाइक सवार बदमाशों से कैसे बचा जाए। सोसाइटी के बाहर दुकान है, क्या उसकी अनुमति ली गई है। पार्क में लोग शराब पीते हैं। आपसी नोकझोंक को कैसे दूर करें। - भारती जायसवाल सीओ- सतर्क रहें। रोड पर चलते समय फोन का सही इस्तेमाल करें। दुकान लगाने की अनुमति किसी ने नहीं दी। इसकी प्राधिकरण से शिकायत करें। शराब पीने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। - साइबर क्राइम के पीड़िताें को थानों के चक्कर काटने पड़ते हैं। ग्रेटर नोएडा में रहने वाले पीड़ितों के लिए कोई सुविधा नहीं है। - राकेश जैन सीओ- नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग थाने निर्धारित कर दिए गए हैं। अगर साइबर अपराध होता है तो ग्रेनो के सूरजपर थाने में शिकायत करें। - एटीएम से पैसे निकलने में धोखाधड़ी हो रही हैै। आपने कहा कि जहां सुरक्षाकर्मी नहीं है, उस एटीएम का प्रयोग नहीं करें। यहां एटीएम की संख्या कम है, पुलिस को सुरक्षाकर्मी रखवाने चाहिए। - आशीष कुशवाहा सीओ- इस संबंध में समय-समय पर लीड बैंक को बोला जाता है। कई एटीएम बूथ पर सुरक्षाकर्मी तैनात भी किए गए हैं। जहां पर नहीं हैं, रात में उन एटीएम को बंद करवा दिया जाता है। - एक साल पहले पीवीआर वैन शुरू की थी। अब उसकी फ्रीक्वेंसी बहुत कम है। वह बढ़नी चाहिए। बिसरख चौराहे पर लगातार चेकिंग होनी चाहिए। - मनीष कुमार सीओ- खुले में शराब पीने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसको लेकर बिसरख चौराहे पर पर लगातार चेकिंग की जाएगी। पीवीआर की गश्त बढ़ाने पर भी प्रयास किया जाएगा। - सड़क पर चलना सुरक्षित नहीं है। इससे कैसे निजात मिलेगी। एक दिन पतवाड़ी से आते समय लूटने से बचा था। - रवि कुमार अग्रवाल बिसरख थाना प्रभारी- ज्यादातर लोग घर पर बात नहीं करते। सड़क पर खड़े होकर घंटो बात करते है। ऐसा कर वो खुद अपराध को न्यौता देते है। उनका ऐसा नहीं करना चाहिए। सुरक्षा एजेंसी किसी को भी अंदर आने देती है। सत्यापन से पहले किसी को अंदर नहीं आने दें। साथ ही सुरक्षाकर्मियों का भी सत्यापन होना चाहिए। - कुशल जायसवाल एओए के महासचिव का जवाब- सत्यापन के बिना किसी को सोसायटी में आने नहीं दिया जाता है। अगर सोसायटी के किसी निवासी के परिचित है तो उनको केवल तीन दिन का समय दिया जाता है। अगर सत्यापन नहीं कराते है तो उनको बाहर निकाल दिया जाता है।
2020/02/24 12:28:00
https://foundation.amarujala.com/event/police-ki-chaupal-arihant-arden-society-greater-noida-6-july-2019-1920.html
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उपचुनाव: मणिपुर की चार में से तीन सीटों पर भाजपा और एक सीट पर निर्दलीय की जीत मणिपुर की लिलोंग सीट पर विजयी निर्दलीय उम्मीदवार वाई. अंतस ख़ान को भाजपा ने समर्थन दिया था. नगालैंड की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में एक पर सत्ताधारी एनडीपीपी और दूसरी पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. इम्फाल/कोहिमा: उत्तर-पूर्व के दो राज्यों की छह सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे मंगलवार को सामने आए. मणिपुर के थौबल जिले में लिलोंग और वांगजिंग-टेंथा सीटों और कांगपोकपी में सैतु और इम्फाल पश्चिम में वांगोई सीट के लिए उपचुनाव हुआ था. मणिपुर उपचुनाव के मंगलवार को घोषित परिणाम में भाजपा उम्मीदवारों ने तीन सीटों पर, जबकि एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की. दूसरी ओर नगालैंड की दो सीटों में से एक पर सत्ताधारी दल एनडीपीपी ने जीत दर्ज की और निर्दलीय उम्मीदवार टी. यंग्सो संगतम ने पुंगरो-किफिरे सीट पर कब्जा किया. मणिपुर में चुनाव अधिकारी ने कहा कि वांगोई सीट पर भाजपा उम्मीदवार ओ. लुखोई सिंह, वांगजिंग तेंथा सीट पर भाजपा उम्मीदवार पाओनम ब्रोजन सिंह और सेतु सीट से नगमथांग हाओकिप ने जीत दर्ज की. ओ. लुखोई सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी नेशनल पीपुल्स पार्टी के खुराईजाम लोकेन सिंह को 257 मतों से हराया, जबकि पाओनम ब्रोजन सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उम्मीदवार मोइरंगथेम हेमंत सिंह को 1,560 मतों से शिकस्त दी. वहीं सैतु सीट पर भाजपा उम्मीदवार नगमथांग हाओकिप अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेसी उम्मीदवार लामतिनथांग हाओकिप को 12,257 मतों से हराया. निर्दलीय उम्मीदवार वाई. अंतस खान ने लिलोंग सीट पर अपने करीबी निर्दलीय प्रतिद्वंद्वी मोहम्मद अब्दुल नासिर को 3,078 मतों से हराया. मणिपुर में बीते सात नवंबर को उपचुनाव कराया गया था. उपचुनाव में लगभग 91.54 प्रतिशत मतदान हुआ था. इन सीटों पर कांग्रेसी विधायकों के इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लेने से उपचुनाव की जरूरत पड़ी. भाजपा ने तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और लिलोंग में उसने निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन दिया था, जबकि कांग्रेस ने चारों सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे. नगालैंड: दो सीटों में से एक पर एनडीपीपी और दूसरी पर निर्दलीय प्रत्याशी का कब्जा नगालैंड विधानसभा उपचुनाव के मंगलवार को आए नतीजों में दक्षिणी अंगामी-एक सीट पर सत्ताधारी दल नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) ने जीत दर्ज की और निर्दलीय उम्मीदवार टी यंग्सो संगतम ने पुंगरो-किफिरे सीट पर कब्जा किया. चुनाव अधिकारी मोहम्मद अली शिहाब ने बताया कि दक्षिणी अंगामी-एक सीट पर एनडीपीपी प्रत्याशी मेडा योखा को 4,773 मत मिले और उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी तथा निर्दलीय उम्मीदवार सेविली पीटर जशुमो को 598 मतों से हराया. उन्होंने कहा कि जशुमो को 4,175 मत मिले और नगा पीपुल्स फ्रंट के प्रत्याशी किकोवी किरहा को 2,575 मत प्राप्त हुए. चुनाव के नतीजों की घोषणा होने के बाद योखा ने संवाददाताओं से कहा कि वह अपने क्षेत्र के छह गांवों और एक नगर निगम क्षेत्र के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए काम करेंगे. उन्होंने कहा, 'मैंने जो वादे किये थे उन्हें पूरा करने का भरसक प्रयास करूंगा.' पुंगरो-किफिरे में सत्ताधारी पीपुल्स डेमोक्रेटिक अलायंस को तगड़ा झटका लगा क्योंकि भाजपा की ओर से उसके प्रत्याशी लिरिमोंग संगतम तीसरे स्थान पर रहे. निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार टी. यंग्सो संगतम ने 1,527 मतों से जीत हासिल की. अधिकारी ने बताया कि संगतम को 8,747 मत मिले और उन्होंने अपने निकटम प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय एस. किउसुमियू यिमचुंगर को हराया. अधिकारी ने कहा कि यिमचुंगर को 7,220 मत मिले और भाजपा के लिरिमोंग को 5,664 मत प्राप्त हुए. दोनों सीट इन निर्वाचन क्षेत्रों के विधायकों क्रमश: विखो-ओ युशू तथा टी. तोरेचु के निधन के बाद रिक्त हो गई थीं. दोनों सीटों पर तीन नवंबर को चुनाव कराए गए थे. Tagged as: Assembly Bypolls 2020, Bypolls, Manipur, Manipur Bypolls, Nagaland, Nagaland Bypolls, News, politics, उपचुनाव, एनडीपीपी, ख़बर, द वायर हिंदी, नगालैंड, न्यूज़, भाजपा, मणिपुर, राजनीति, विधानसभा उपचुनाव, समाचार, हिंदी समाचार
2022/07/02 02:28:24
https://thewirehindi.com/147469/assembly-bypolls-2020-in-manipur-bjp-won-three-seats-nagaland-ndpp-won-one-in-two-seats/
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वैश्विक पटल के इस कठिन दौर में विश्वबन्धुत्व की बात करना जितना मुश्किल है, उतना जरूरी भी है। मुश्किल इसलिये कि व्यवसायिकता के क्षेत्र में जहाँ बाह्य रूप से सब कुछ समान सा लग रहा है, उतनी ही तेजी से भीतरी खोखलापन उभरता जा रहा है। हालांकि बाहरी उत्थान या विकास किसी भी समाज या देश के लिये जितना जरूरी है, उतना ही आत्मीय अथवा सांस्कृतिक व कलात्मक उत्थान भी आवश्यक है। कविता का सम्बन्ध इसी आत्मीयता से है। इस कठिन दौर में जब कि विश्व भर में भौतिक विकास की कोशिशे नाकाम सी लग रही हैं, अर्थव्यवस्था के तमाम नियम फीके पड़ रहे हैं, आत्मीय अथवा भीतरी विकास को भी दरअन्दाज किये जाने के कारण हम एक ऐसे रास्ते की और जो निसन्देह हमें मानवता की ओर नहीं ले जाता। है। ऐसे कठिन दौर में कविता क्या कर सकती है, यह मेडिलिन पोइट्ड़ी फेस्टीवल से समझा जा सकता हैं जिसने २३ वर्षों में नशे और ड्रग की जमीन को कविता और कला की जमीन के रूप में पुनरप्रतिष्ठा दी। कृत्या इसी कड़ी में स्थापित वर्ल्ड पोइट्री मूवमेन्ट की फाउन्डर मेम्बर भी है। कृत्या ने २००५ में एक छोटी सी कोशिश आरम्भ की थी, बिना किसी भूमिका और तैयारी के... और पूरे आठ वर्ष से हम इस कोशिश को अंजाम देने का प्रयास करते रहे। कृत्या में हमने अपने लिये कुछ दिशाएँ निर्धारित कीं, जैसे हम जमीनी भाषाओं से जुड़ी कविताओं और कलाओं की ओर स्वयम् पहुँचेंगे, कविता को केन्द्रित करते हुए अन्य कलाओं में भी कविता को खोजेंगे, और भारतीय भाषाओं को वैश्विक कविता से जोड़ने की कड़ी में अनुवाद को रेखांकित करेंगे।कविता महोत्सव को हमने कारपरेट से दूर रखते हुए सदैव सरकारी संस्थाओं एवं शिक्षा संस्थानों की सहायता मनाने की जिद भी रखी। इसी कड़ी में हम आठवां कविता महोत्सव मनाने वर्धा में एकत्रित हैं. जब हम भारतीय बन्धुत्व की बात करते हैं तो इस बात को समझते हैं कि यह बन्धुत्व स्वत्व को खोने की दिशा में नहीं होना चाहिये, अपितु अपनी अपनी जड़ों को सुरक्षित रखते हुए , अपनी अस्मिता को बचाते हुए आपस में जुड़ना हमें सिर्फ कविता सिखा सकती है, जिसे समस्त व्यवसायिक ताकतें पूरी तरह से नकार रही हैं. फिर भी हम आत्मबल से कविता और जुड़ी कलाओं के साथ उपस्थित हैं। हमे मालूम नहीं कि हम अपने इस कर्म को जीवित रख पायेंगे या नहीं, फिर भी कामना करते हैं कि इस कठिन वक्त में वैश्विकता को नये अर्थ में समझने की कोशिश करें,,,,
2017/07/27 20:30:44
http://www.kritya.in/0811/hn/my_voice.html
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साइट मुख्य रूप से हरियाणा के मतदाताओं और हरियाणा में चुनाव विभाग के बीच संचार को बेहतर बनाने के लिए बनाई गई है। यह मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय और विभाग द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों के बारे में पर्याप्त और प्रासंगिक जानकारी प्रदान करता है। डाउनलोड उद्देश्यों के लिए साइट पर विभिन्न महत्वपूर्ण रूप भी उपलब्ध हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी का कार्यालय भारत के चुनाव आयोग के समग्र पर्यवेक्षण और नियंत्रण के तहत कार्य करता है। गया (कुमुद रंजन): गया में लगातार बढ़ रहे अपराध पर नियंत्रण पाना पुलिस के बूते से बाहर होता जा रहा है. बेलगाम अपराधियों द्वारा प्रतिदिन नई-नई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है और पुलिस मात्र मूकदर्शक बनी बैठी है. नए मामले में रविवार की देर रात्रि बेलागंज विधायक डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद यादव के ऊपर अपराधियों द्वारा फायरिंग की गई हालांकि इस घटना में विधायक बाल-बाल बच गए. प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात राजद के दबंग विधायक माने जाने वाले बेलागंज विधायक डॉक्टर सुरेंद्र प्रसाद यादव बेलागंज थाना क्षेत्र के सिमरा गांव में एक शादी समारोह में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसी दौरान जब वे श्रीपुर बगीचा के समय पहुंचे तो वहां पर पहले से कुछ अपराधी पेड़ गिरा कर मोटरसाइकिल सवारों के साथ लूटपाट कर रहे थे. जैसे ही विधायक डॉ. यादव का काफिला वहां पहुंचा अपराधियों ने उनके वाहन को रोकने का प्रयास किया. जैसे ही विधायक अपनी गाड़ी से बाहर निकलें. उन्हें देख अपराधियों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग कर दी. हालांकि इस घटना में विधायक बाल-बाल बाख गएं. विधायक के अंगरक्षकों द्वारा जवाबी फायरिंग भी की गई. हालांकि लुटेरे फरार होने में सफल रहें. इस मामले में अभी तक थाने में मामला दर्ज नहीं कराया गया है. कोरोना के साथ लड़ाई जीतने के लिए किसी सरकार को श्रेय नहीं दिया जाता, लेकिन भारत को: पीएम मोदी – Modi Trends पीएम मोदी ने आज राज्यसभा में कहा कि दुनिया ने भारत के लिए बहुत आशंका व्यक्त की है। दुनिया बहुत चिंतित थी कि अगर भारत कोरोना की इस महामारी में खुद को प्रबंधित नहीं कर सका, तो न केवल भारत को पूरी मानव जाति के लिए इतने बड़े संकट का सामना करना पड़ेगा, इन सभी आशंकाओं को व्यक्त किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना की लड़ाई जीतने की ख्याति किसी भी व्यक्ति को नहीं, किसी सरकार को नहीं जाती। लेकिन यह भारत में जाता है। गर्व करने में क्या लगता है? दुनिया को आत्मविश्वास से बात करने में क्या लगता है? पीएम ने कहा कि यह हम सभी के लिए भी एक अवसर है कि हम आजादी के 75 साल में प्रवेश कर रहे हैं, यह अपने आप में एक प्रेरणादायक अवसर है। हम जहां भी हैं, जैसे भी हैं, हमें स्वतंत्रता के 75 वें त्योहार को मां भारती के बच्चे के रूप में मनाना चाहिए। पीएम ने कहा, कौन सा देश युवा होना चाहिए। देश उत्साह से भरा है। एक देश जो कई सपनों के साथ दृढ़ संकल्प के साथ पूर्णता प्राप्त करने का प्रयास करता है। वह देश इन अवसरों को कभी जाने नहीं दे सकता। पीएम ने कहा लेकिन यह भी सच है जब पूरी दुनिया को देखते हुए, भारत के युवा दिमागों को देखते हुए, ऐसा लगता है कि आज भारत वास्तव में अवसरों का देश है। कई अवसर हमारा इंतजार करते हैं। पीएम ने कहा कि राज्यसभा में 13-14 घंटे से अधिक समय तक 50 से अधिक माननीय सदस्यों ने अपने बहुमूल्य विचार दिए। इसलिए, मैं सभी सम्मानित सदस्यों का दिल से आभार व्यक्त करता हूं। पूरी दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। शायद ही किसी ने सोचा होगा कि इस तरह की चुनौतियों के बीच मानव जाति को इतनी मुश्किल दौर से गुजरना पड़ेगा। पीएम मोदी ने कहा कि यहां लोकतंत्र के बारे में कई शिक्षाएं दी गई हैं। लेकिन मुझे विश्वास नहीं है कि देश का कोई भी नागरिक यहां बताई गई बातों पर विश्वास करेगा। भारत का लोकतंत्र ऐसा नहीं है कि हम उसकी त्वचा को इस तरह से फाड़ सकें। पीएम मोदी ने कहा कि टीएमसी ने देश की या बंगाल की स्थिति को बताया, कांग्रेस सांसद का भाषण कांग्रेस की तरह निराशाजनक था। पीएम ने कहा कि इस कोरोना काल के दौरान, भारत ने वैश्विक संबंधों में एक विशेष स्थान बनाया है। उसी तरह, भारत ने इस कोरोना युग में हमारी संघीय संरचना दी है, हमारी अंतर्निहित ताकत क्या है, हम संकट के समय में एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। यह केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर किया है। “हमारा लोकतंत्र किसी भी तरह से पश्चिमी संस्था नहीं है। यह एक मानवीय संस्था है। भारत का इतिहास लोकतांत्रिक संस्थानों के उदाहरणों से भरा हुआ है। पीएम ने कहा कि दुर्भाग्य से हम अनजाने में नेताजी की भावना, उनके आदर्शों को भूल गए हैं। इसी के परिणामस्वरूप आज हम खुद को कोस रहे हैं। हमने अपनी युवा पीढ़ी को नहीं सिखाया है कि यह देश लोकतंत्र की जननी है। हमें नई पीढ़ी को यह सिखाना होगा। इस ई-बुक में SSC CGL Tire-1 2016 General Awareness 15 Practice Papers का संग्रह English माध्यम में किया गया है जो कि SSC की आगामी जितने भी प्रतियोगी परीक्षा है उन सभी को ध्यान में रखकर इस ई-बुक को बनाया गया है जितने भी प्रतियोगी, जो SSC परीक्षा की तैयारी करते हैं उन सभी के लिए बहुत उपयोगी ई-बुक है तो आप सभी SSC CGL Tire-1 2016 के Practice Papers से अभ्यास करके अपनी जनरल अवेयरनेस को मजबूत कर सकते हैंतो जितने भी प्रतियोगी अभ्यर्थी है वो सभी इस ई-बुक फ्री में डाउनलोड करे।
2021-03-09T01:06:47Z
https://www.paisabazaar.com/hindi/mutual-funds/axis-bank-sip-plan/
OSCAR-2109
मनोज तिवारी का बड़ा ऐलान, इस वेब शो से करेंगे शुरूआत Video: साजन के घर आने की खुशी में झूमकर नाचीं गोरी नागोरी, उतावले हुए फैंस Bhojpuri News: एक्टर से नेता बने मनोज तिवारी (Manoj Tiwari) भोजपुरी सिनेमा का बड़ा नाम हैं। वहीं अब उनको लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर फैंस में खशी देखने को मिल रही हैं। दरअसल, जहां पहले भोजपुरी गानों को तवज्जो नहीं दी जाती थी वहीं अब भोजपुरी गाने लोगों की जुबान पर हैं। भोजपुरी सिनेमा का क्रेज लगातार बढ़ता जा रहा हैं और खुद मनोज तिवारी अपने फैंस के लिए एक तोहफा लेकर आए हैं। और पढ़िए – Bhojpuri Hot Video: फिल चला नीलकमल की आवाज का जादू, गाने में लगाया विदेशी तड़का खबरों के मुताबिक, मनोज तिवारी भोजपुरी वेब सीरीज 'धरती पुत्र' (Dharti Putra) लेकर आने वाले हैं जो कि ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जाएगी। इसी को लेकर मनोज तिवारी ने अपने एक इंटरव्यू में भोजपुरी सिनेमा को लेकर कई सारी बाते की। मनोज तिवारी ने कहा कि, 'ये शो भोजपुरी कलाकारों के लिए वरदान है।' इस बीच चौपाल का आना भोजपुरी इंडस्ट्री के लिए किसी वरदान से काम नहीं है और ये मंच यहां के स्टार्स के लिए बहुत ही बड़ा और अनोखा मौका है।' और पढ़िए – Bhopuri Hot Video: अरविंद अकेला ने दिखाई दंबगई, डिंपल के माया जाल में फंसे एक्टर इसी के साथ मनोज तिवारी (Manoj Tiwari South Film Statement) ने साउथ सिनेमा पर भी कई बातें की। मनोज तिवीरी ने कहा कि, 'साउथ की फिल्में इसलिए भी अच्छा बिजनेस करती है क्योंकि वहां हर 5 से 10 किलोमीटर के बीच मॉडर्न सिनेमा देखने को मिल जाएंगे। हालांकि भोजपुरी इंडस्ट्री वाले मॉडर्न सिनेमा तो नहीं बना पाए, लेकिन चौपाल जैसा ओटीटी प्लेटफार्म बनाने के लिए अभय सिन्हा और संदीप बंसल की जितनी तारीफ की जाए कम हैं।' वहीं भोजपुरी इंडस्ट्री के बारे में बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि, 'इस इंडस्ट्री पर अश्लीलता का आरोप है और यही वजह भी है कि उनका मन इससे उठा हुआ है।' आगे कहा कि, 'मुझे ये लगता है कि जो हो रहा है वो ठीक नहीं है इसलिए हमने दोबारा से शुरुआत करने का मन बना लिया है और अब हम भोजपुरी सिनेमा को एक नए मुकाम पर ले जाएंगे जो कि जनता को काफी पसंद आएगा।' यहाँ पढ़िए – भोजपुरी से जुड़ी​​​​ ख़बरें आपने सुना क्या भोजपुरी इंडस्ट्री में तहलका मचाने वाला मनोज तिवारी का ये गाना Bhojpuri Song: भाग्यश्री की सादगी पर मनोज तिवारी हार बैठे दिल, फैंस बोले- जोड़ी नंबर 1 Bhojpuri OTT App: भोजपुरी का पहला ओटीटी एप 'चौपाल' लॉन्च, ये टॉप स्टार्स एक साथ आए नजर Manoj Tiwari South Film Statement Manoj Tiwari Statement Video: इश्क में गिरफ्तार हुई अक्षरा सिंह, वीडियो शेयर कर किया खुलासा Bhojpuri Song: खेसारी लाल ने उठाया एक्ट्रेस का लहंगा, वायरल हुआ वीडियो Haryanvi: मुस्कान बेबी ने दिखाई कातिलाना अदाएं, फैंस बोले- 'चोली के पीछे क्या है' BAG FILMS & MEDIA LTD Film City, Sector 16A, Noida, Uttar Pradesh 201301मनोज तिवारी का बड़ा ऐलान, इस वेब शो से करेंगे शुरूआत
2022/07/03 08:57:27
https://e24bollywood.com/bhojpuri/big-announcement-of-manoj-tiwari-will-start-with-this-web-show/18739/amp/
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इन स्टॉक्स में कमा सकते हैं आप मुनाफा | और पढ़े ..... Home All News कारोबार इन स्टॉक्स में कमा सकते हैं आप मुनाफा इन स्टॉक्स में कमा सकते हैं आप मुनाफा नई दिल्ली, 06 अगस्त (हि.स.)। कोरोना वायरस के कारण इस समय बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। लेकिन जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, मार्केट तेजी पकड़ रहा है। शेयर बाजार अपने मार्च के लो से करीब 44 फीसदी तक मजबूत हो चुका है। मार्केट में ये तेजी दिग्गज शेयरों की वजह से आई है।रिलायंस, एसबीआई, एचडीएससी और हैवीवेट शेयरों ने बीते कुछ हफ्तों से काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। निवेशक का भरोसा इन शेयरों पर कायम है। बाजार की इस तेजी के बीच कुछ दिग्गज शेयरों का बेहतर आउटलुक सामने आया है। शेयर बाजार का रुख रोजाना बदलता रहता है। इसका कारण शेयरों की खरीद और ब्रिक्री है। अगर आप भी शेयर बाजार में पैसा लगाने और निवेश करने की सोच रहे हैं, तो आज हम आपको ऐसे कुछ शेयरों के बारे में बताने जा रहे हैं। जो कि आपको अच्छा रिटर्न दे सकते हैं। एचडीएफसी : खरीद 1781 रुपये, लक्ष्य 2113 रुपये रिटर्न अनुमान: 19 फीसदी।एचडीएफसी देश का सबसे बड़ा प्राइवेट ग्रुप है। निवेशकों का भरोसा इस पर लॉकडाउन में भी बना दिखा। लॉकडाउन की तमाम चुनौतियों के बाद भी एचडीएफसी लिमिटेड के मुनाफे में 4.5 फीसदी की हल्की गिरावट ही देखने को मिली।
2022/05/24 09:32:50
https://dailydeshkidharti.com/2020/08/06/share/
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भारत एक उभरती हुई शक्ति पर निबंध | Essay on Emergence of India in Hindi भारत एक उभरती हुई शक्ति पर निबंध | Essay on Emergence of India as a Super Power in Hindi HINDI NIBANDH / By admin / June 11, 2021 June 11, 2021 आज का निबंध भारत एक उभरती हुई शक्ति पर निबंध Essay on Emergence of India as a Super Power in Hindi पर दिया गया हैं. एक महाशक्ति के रूप में तेजी से कदम बढ़ाते भारत का उदय अंतर्राष्ट्रीय सुपर पॉवर के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में योगदान और उपलब्धियों के बारे में इस निबंध में जानेगे. उम्मीद करते है आपको ये लेख पसंद आएगा. Essay on Emergence of India as a Super Power in Hindi तेजी से बदलते भारत और विश्व शक्ति बनने की और बदलता भारत राजनैतिक आर्थिक, सामाजिक, भूगोलिक विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में भारत के वर्चस्व और भारत के भावी भविष्य के बारे में इस निबंध में चर्चा करेगे. क्यों भारत को एक नई उभरती हुई ताकत के रूप में देखा जा रहा हैं. Essay on Emergence of India as a Super Power in Hindi: India as A Super Power Vision 2020, 2030 Essay on Emergence Indian Economic and Power future of India in 2021 or badalta Bharat. now India is stand up with future superpower countries. can India become a superpower debate and our future predictions emerging superpower essay in Hindi language blow? भारत एक उभरती हुई शक्ति पर निबंध आज के समय में सारे संसार के अर्थशास्त्री भारत को एक उभरती हुई शक्ति तथा अर्थव्यवस्था मान रहे हैं. सैकड़ों वर्षों की गुलामी के तत्पश्चात अपने आर्थिक ढाँचे में मूलभूत सुधार कर विकसित देशों को टक्कर देते हुए एक महाशक्ति के रूप में उदय भारत की यह राह आसान नही थी. भारत ने आजादी के पश्चात विभिन्न क्षेत्रों में अलग अलग नीतियाँ अपनाई चाहे वो राष्ट्रीकरण की हो, हरित क्रांति, उदारीकरण एवं निजीकरण के विषय हो या शीत युद्ध काल में गुटनिरपेक्षता के रूप में विश्व शांति व राष्ट्र प्रगति के विषय में स्वयं को केन्द्रित करने की चाह ने आज भारत को एक तेजी से उभरती हुई सुपरपॉवर के रूप में खड़ा किया हैं. भले ही भारत ने अंतर्राष्ट्रीय महत्व के निर्णयों को देरी से उठाया हो, मगर सोच समझकर उठाए गये इन कदमों की बदौलत ही आज भारत जैसे देश जिनकी जनसंख्या विश्व की दूसरी बड़ी आबादी के विकास के साथ साथ इसे एक समस्या न समझकर विकास का हथियार बनाकर, अधिक उत्पादन तथा कम लागत व मजदूरी की निति के चलते विकास के नए आयामों को स्थापित करने में सफलता अर्जित की हैं. आज से तक़रीबन 30 साल पहले तक भारत को सुरक्षा, तकनीक तथा कई अन्य विषयों पर विदेशी सहायता तथा आयात के लिए हाथ फैलाना पड़ता था. मगर इसी समय के दौरान भारत ने इसी समय पिछड़े व विकासशील देशों के नेता व सच्चे हितेषी व परामर्शदाता की भूमिका का निर्वहन किया था. इसी के चलते भारत को इन देशों ने अपना प्रतिद्वंदी न समझते हुए परम मित्र के रूप में समझा. ब्राजील जैसे राष्ट्र एक दशक में विकास की दृष्टि से भारत से कहीं आगे थे. मगर 1992 में उदारीकरण एवं निजीकरण की निति ने वैश्विक नजारा बदल कर रखा दिया, अब तक भारत को जनसंख्या के बोझ से दबा व पीछा देश माना जाता था. इन्ही नीतियों के सकारात्मक परिणामों की बदौलत भारत अब एक उभरती हुई शक्ति के रूप में उभर रहा हैं. अब चीन ही भारत का प्रतिद्वंदी नजर आता हैं. भविष्य में भारत को विकास, तकनीक, सुरक्षा जैसे अहम विषयों पर चीनियों से मुकाबला होना संभावित हैं. इसके अतिरिक्त संयुक्त राष्ट्र संघ की सुरक्षा परिषद में भारत के स्थायी सदस्य के रूप में देखा जा रहा हैं. भारत ने उदारीकरण यानि वर्ल्ड के लिए ओपन डोर की निति ९० के दशक में अपनाई थी, चीन ने भारत से ठीक एक दशक पूर्व इसे अपनाया था, जिसका लाभ उन्हें मिला. आज के समय में जापान, फ़्रांस, रूस तथा सुपर पॉवर अमेरिका जैसे देश भी चीन में निवेश करने से पूर्व हजारों बार सोचते हैं, चीनी बाजार की अनिश्चिंतता तथा श्रम व लागत में वृद्धि के चलते भविष्य में चीनी बाजार अर्थव्यवस्था के लिए खतरा उत्पन्न कर सकते हैं. वही आज भारत को विश्व के अधिकांश देश व कम्पनियां एक बड़े बाजार के रूप में देख रहे हैं. हर देश आज भारत के साथ आर्थिक संबंध स्थापित करने को ललायित हैं. पिछले ५-६ सालों के दौरान मोदी सरकार के कार्यकाल में पूरे विश्व का भारत के प्रति आकर्षण बढ़ा हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राष्ट्रों व सुपरपॉवर के साथ भारत के अच्छे रिश्ते बनाने की पहल की हैं. जिससे चीन सहित अन्य हमारे प्रतिद्वंदी चिंतित हैं. भारत में विदेशी कम्पनिओं को निवेश से जरा भी भय नहीं रहता हैं, क्योंकि भारत वो महाशक्ति हैं जहाँ विश्व के सभी देश आर्थिक मंदी से गुजर रहे होते हैं. भारत अपनी विकास दर के मुताबिक़ आगे बढ़ रहा होता हैं. top developing countries list में china gdp growth rate 6.7 के साथ पन्द्रहवें स्थान पर हैं जबकि india gdp growth rate तक़रीबन 7.5 हैं. largest economies in the world 2050 तक भारत इसी गति से चला तो आस-पास कोई भी देश नजर नहीं आएगा. 1 लीबिया 55.1 2 इथियोपिया 8.5 3 वियतनाम 7.7 4 आइवरी कोस्ट 7.632 5 भारत 7.499 6 ईराक 7.234 7 मलेशिया 7.21 8 बांग्लादेश 7.1 9. जिबूती 7 10 कंबोडिया 6.947 11 लाओस 6.907 12 सेनेगल 6.801 13 नेपाल 6.8 14 मकाउ 6.765 15 चीन 6.7 दूसरी तरफ एक अरब 25 करोड़ की जनसंख्या वाला भारत आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र हैं. भारत ने विकास दर के नये नये रिकॉर्ड स्थापित किये हैं. भारत विजन 2020 इस दिशा में अहम पहल हैं. भारत एक ऐसे दौर से गुजर रहा हैं वो अभूतपूर्व हैं. आयात की क्षमता रखने वाले देशों में भारत अग्रणी राष्ट्र हैं. हाल ही के वर्षों में हमने सूचना प्रोद्योगिकी, दूरसंचार और व्यापार आउटसोर्सिंग के क्षेत्र में बड़ी छलांग लगाई हैं. इसमें कोई शक नहीं हैं, कि भारत एक उभरती हुई शक्ति हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा और अब डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा हैं, कि भारत अब एक उभरती हुई शक्ति नही बल्कि एक सुपरपॉवर राष्ट्र हैं. भारत परमाणु शक्ति के मामले में तीसरा बड़ा राष्ट्र हैं. इसी साल रूस, अमेरिका तथा फ्रास जैसे देशों के साथ भारत के व्यापारिक समझौतों ने इस बात पर मुहर लगा दी हैं कि भारत एक उभरती हुई शक्ति हैं. इन विदेशी निवेश से भारत के लोगो को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही उनके जीवन स्तर में भी बड़ा बदलाव आएगा. आज के वैश्विक परिद्रश्य में भारत एक याचक राष्ट्र की भूमिका से बड़े राष्ट्रों की श्रेणी में खड़ा होने वाला देश बन चुका हैं. चाहे मित्र हो या दुश्मन, पड़ोसी हो या दूसरे द्वीप के राष्ट्र आज भारत की अवहेलना नहीं कर सकता. 21 वी सदी में अब भारत एशिया ही नही विश्व नायक के रूप में अपनी भूमिका निभा रहा हैं. चीन व पाकिस्तान को छोड़कर विश्व के लगभग सभी देश भारत को संयुक्त राष्ट्र संघ में स्थायी प्रतिनिधित्व का समर्थन करते हैं. आज अमेरिका जैसे देश की सभी बड़ी बड़ी अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों के मालिक व महत्वपूर्ण अधिकारी भारतीय अमेरिकी हैं. लक्ष्मी निवास मित्तल हो या मुकेश अंबानी इस देश के बड़े कारोबारी हैं, जो भारत सहित विश्व की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले मुख्य फैक्टर हैं. इन्होंने देश में रहकर तकनीकी तथा अन्य सरंचनातमक ढाँचे में मजबूती देकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की हैं. स्वस्थ भारत पर निबंध उम्मीद करता हूँ दोस्तों भारत एक उभरती हुई शक्ति पर निबंध Essay on Emergence of India as a Super Power in Hindi का यह निबंध आपको पसंद आया होगा. यदि आपको भारत एक उभरती हुई शक्ति पर दिया गया निबंध पसंद आया हो तो अपने फ्रेड्स के साथ जरुर शेयर करें.
2022/05/25 00:29:03
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Kanpur News Smart Fraud Is Happening In The Name Of Smart City - Inext Live ⁄ kanpur news Smart fraud is happening in the name of smart city लोड 'सैकड़ों' का भी नहीं और फूंक डाले करोड़ों By: Inextlive Updated Date: Fri, 20 Dec 2019 05:46 AM (IST) -स्मार्ट सिटी के तहत दर्जनों ट्रैफिक सिग्नल मोहल्लों में लगा दिए गए, उन रास्तों पर रोज 500 व्हीकल का भी लोड नहीं -कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के तहत 50 जंक्शन पर लगाए जा रहे हैं ट्रैफिक सिग्नल, खपाया जा रहा करोड़ों का बजट KANPUR : कानपुर स्मार्ट सिटी में आंख मूंद कर काम हो रहे हैं। करोड़ों का बजट खपा कर गली, मोहल्लों में भी ट्रैफिक सिग्नल लगाए जा रहे हैं। जबकि ऐसे कई स्थानों पर जरूरत ही नहीं है। कंट्रोल कमांड सेंटर के तहत 50 जंक्शन पर येलो पोल में ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर, सत्यम विहार और जनता नगर पुलिस चौकी रोड पर ट्रैफिक लोड चेक किया। मौके पर 1 घंटे के दौरान 196 से ज्यादा व्हीकल भी नहीं गुजरे। सोर्सेज के मुताबिक एक चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगाने में 10 लाख से ज्यादा खर्च आ जाता है। वहीं न तो यहां ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर जलते हैं और न ही यहां जेब्रा क्रॉसिंग बनाई गई हैं। ट्रैफिक नॉ‌र्म्स ही नहीं पूरे शासन और प्रशासन ट्रैफिक नॉ‌र्म्स को पूरा नहीं कर रहा है। अधिकांश जगहों पर न तो ट्रैफिक सिग्नल प्रॉपर जलते हैं और न ही कहीं जेब्रा क्रॉसिंग बनी हैं। वहीं सेंट्रल पार्क शास्त्रीनगर में आईटीएमएस भी लगाया गया है। इससे लोगों के ऑनलाइन चालान भी काटे जा रहे हैं। आईटीएमएस भी बेकार केडीए ने 32 करोड़ से सिटी के 67 चौराहों पर इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस)) लगाया था। ओनिक्स कंपनी ने इन सिग्नल्स को लगाया था। 5 साल से पहले ही ये पूरा सिस्टम बैठ चुका है। स्मार्ट सिटी की नोडल ऑफिसर पूजा त्रिपाठी के मुताबिक 398 करोड़ से बन रहे कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के तहत ही 50 जंक्शन पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। इनको लगाने को लेकर सर्वे काफी पहले हुआ था। अगर, ट्रैफिक लोड नहीं है तो इनका रिव्यू किया जा सकता है। गुरुदेव चौराहे पर डबल लाइट ट्रैफिक लाइट्स लगाने को लेकर इतनी अंधेरगर्दी हुई है कि गुरुदेव चौराहे पर 2-2 ट्रैफिक सिग्नल ऑपरेट हो रही हैं। पहले केडीए ने आईटीएमएस के तहत लाइट्स लगाई और स्मार्ट सिटी के तहत भी ट्रैफिक लाइट्स लगा दी गई हैं। दोनों ही सिग्नल एक टाइम पर अलग-अलग इंडीकेशन शो करती हैं, ऐसे में राहगीर कंफ्यूज रहते हैं कि रुकना है कि जाना है। ये है ट्रैफिक सिग्नल्स का सच 1. सेंट्रल पार्क शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क के चारों ओर मोहल्ले का ही ट्रैफिक रहता है। 12 से 1 के बीच में 70 टू-व्हीलर और 80 फोर व्हीलर निकली। यहां ट्रैफिक सिग्नल्स प्रॉपर जलते हुए नहीं मिले। 2. जनता नगर पुलिस चौकी शास्त्री चौक से बाईपास की तरफ बढ़ने पर चौकी के पास ट्रैफिक सिग्नल लगे थे। 2 से 3 बजे के बीच 80 टूव्हीलर और 67 फोर व्हीलर ही गुजरीं। यहां सिर्फ ग्रीन सिग्नल ही चालू मिला। 3. फजलगंज फायर स्टेशन तिराहा विजय नगर से सीटीआई की तरफ बढ़ने पर फायर स्टेशन के पास बने तिराहे पर ट्रैफिक सिग्नल लगा था, लेकिन लाइट जलती हुई नहीं मिली। यहां ट्रैफिक लोड काफी था। 4. सत्यम विहार जीटी रोड से बगिया क्रॉसिंग रोड में अंदर की तरफ बनी रोड पर तिराहों पर 2 ट्रैफिक सिग्नल लगे हैं। इस रोड पर 3 से 4 बजे के बीच 98 टू-व्हीलर और 76 फोर व्हीलर गुजरीं। यहां भी न तो सिग्नल जलते मिले और न ही जेब्रा क्रॉसिंग बनी है। सिग्नल्स लगाने को लेकर काफी पहले सर्वे हुआ था। इसकी उपयोगिता की जांच की जाएगी। इनको कहीं और शिफ्ट करने पर भी विचार किया जा सकता है। स्मार्ट सिटी के तहत जहां सिग्नल लगाए गए हैं, अगर उन जगहों पर ट्रैफिक लोड नहीं है तो उनका रिव्यू किया जाएगा। इसके बाद उन पर फैसला लिया जा सकता है। -पूजा त्रिपाठी, नोडल ऑफिसर, कानपुर स्मार्ट सिटी। मैं तो देखकर हैरान हूं कि ऐसी जगह पर सिग्नल लगाए हैं, जहां इनको कोई देखने वाला नहीं है। सिग्नल्स प्रॉपर जलते भी नहीं हैं। -पुष्पेंद्र सिंह, बर्रा इन सिग्नल्स को देखकर लगता है कि स्मार्ट सिटी में किस तरह से बजट ठिकाने लगाया जा रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए। -सौरभ पाठक, फजलगंज सिटी में कई ऐसे चौराहे हैं, जहां इन सिग्नल्स का बेहतर यूज हो सकता था। लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। सिर्फ धांधली की जा रही है। -शुभम दीक्षित, शास्त्री नगर Tags:Smart Fraud Happening, In The Name Of Smart City, Kanpur News, Kanpur News Today, Kanpur News Live, Kanpur News Headlines, Kanpur Latest News Update, Kanpur News Paper Today, Kanpur News Live Today, Kanpur City News,
2021/09/22 23:44:56
https://www.inextlive.com/lite/uttar-pradesh/kanpur/kanpur-news-smart-fraud-is-happening-in-the-name-of-smart-city-228933
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John Abraham: 'एक विलन' के सीक्वल में नजर आएंगे जॉन अब्राहम! - john abraham to star in the sequel of film ek villain | Navbharat Times john abraham to star in the sequel of film ek villain टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated: 16 Sep 2019, 12:39:20 PM IST बॉलिवुड ऐक्टर जॉन अब्राहम आखिरी बार फिल्म 'बाटला हाउस' में नजर आए थे। अब डायरेक्टर मोहित सूरी ने जॉन अब्राहम को अपनी फिल्म 'एक विलन' के सीक्वल के लिए अप्रोच किया है। साल 2014 में आई 'एक विलन' में श्रद्धा कपूर, सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख लीड रोल में नजर आए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जॉन अब्राहम को फिल्म की स्क्रिप्ट पंसद आई और वह फिल्म को साइन करने जा रहे हैं। जल्द ही फिल्म के दूसरी स्टार कास्ट फाइनल की जाएगी। फिल्ममेकर्स जल्द ही प्रॉजेक्ट की आधिकारिक घोषणा करने की प्लानिंग कर रहे हैं और फिल्म अगले साल शुरू हो सकती है। बता दें किऐक्शन थ्रिलर फिल्म एक विलन में गुरु (सिद्धार्थ) और आयशा (श्रद्धा) की ट्रैजिक लव स्टोरी दिखाया गया था। सिद्धार्थ ने फिल्म में गैंगस्टर की भूमिका निभाई थी, जिसे बाद में श्रद्धा से प्यार हो जाता है। वहीं, रितेश देशमुख ने फिल्म में एक सीरियल किलर का रोल प्ले किया था, जो बाद में श्रद्धा की हत्या कर देता है। जॉन अब्राहम की वर्कफ्रंट की बात करें तो वह गैंगस्टर ड्रामा 'मुंबई सागा' में नजर आएंगे। फिल्म में उनके साथ इमरान हाशमी, जैकी श्रॉफ, सुनील शेट्टी, अमोल गुप्ते, प्रतीक बब्बर, गुलशन ग्रोवर, समीर सोनी और रोहित रॉय भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। इस फिल्म का डायरेक्शन का संजय गुप्ता करेंगे और फिल्म 19 जून, 2020 को रिलीज होगी। देखें, जॉन अब्राहम की फेवरिट सुपरहॉट बाइक्स बॉलिवुड सुपरस्टार जॉन अब्राहम सुपरबाइक्स और सुपरकार्स के शौकीन हैं और यह किसी से छिपा नहीं है। वाहनों के प्रति उनकी दीवानगी का आलम यह है कि उनके कई फैन्स उन्हें ऐक्टिंग के साथ ही उनकी किसी ​स्पेशल बाइक या कार के लिए जानते हैं। आपको बताते हैं कि जॉन किन बाइक्स के हैं सबसे ज्यादा शौकीन। देखें, आगे की स्लाइड्स....यामाहा वी मैक्स। यामाहा आर1 कावासाकी जेजेआर 1400 दुकाटी डाएवेल Web Title john abraham to star in the sequel of film ek villain(News in Hindi from Navbharat Times , TIL Network) और जानें:जॉन अब्राहमएक विलेनmohit suri filmmohit surijohn Abraham filmJohn Abrahamek villain sequelEk Villainmovie masti Newsmovie masti News in Hindimovie masti Latest Newsmovie masti Headlinesफिल्मी खबरें समाचार
2019/10/23 11:55:44
https://navbharattimes.indiatimes.com/movie-masti/news-from-bollywood/john-abraham-to-star-in-the-sequel-of-film-ek-villain/articleshow/71146454.cms
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Shocking! प्रत्युषा बनर्जी को डेट कर चुके हैं विकास गुप्ता, दिवंगत एक्ट्रेस की मौत के 5 साल बाद खोला राज vikas gupta says he dated late actress pratyusha banerjee bollywood Tadka Home Entertainment Shocking! प्रत्युषा बनर्जी को डेट कर चुके हैं विकास गुप्ता, दिवंगत एक्ट्रेस की मौत के 5 साल बाद खोला राज 11 June, 2021 03:55:40 PM ''बिग बाॅस 11'' के कंटेस्टेंट विकास गुप्ता अक्सर अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर चर्चा में बने रहते हैं। विकास गुप्ता ने बिग बाॅस 14 के दौरान भी अपनी पर्सनल लाइफ और सेक्शुअलिटीसे जुड़ी कई चीजें सामने आई थीं। वहीं एक बार फिर विकास गुप्ता ने इपनी पर्सनल लाइफ की कई परतें खोलीं। विकास ने एक इंटरव्यू के दौरान शाॅकिंग खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह दिवंगत एक्ट्रेस प्रत्युषा बनर्जी को डेट कर रहे थे, लेकिन कुछ लोगों ने उनका रिलेशन बिगाड़ दिया। 11 Jun, 2021 03:55 PM Vikas Guptalate actressPratyusha BanerjeeBollywood NewsCelebrityLatest Television NewsTV Celebs Actors Gossip NewsTV Entertainment NewsTV Reality shows Updates
2021/06/15 15:55:13
https://www.bollywoodtadka.in/entertainment/news/vikas-gupta-says-he-dated-late-actress-pratyusha-banerjee-1399010
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भ्रम के डर से आधार की कॉपी देने वाली चेतावनी से पीछे हटी सरकार – Tribunehindi.com गलत व्याख्या के डर से, सरकार ने किसी भी संगठन के साथ आधार कार्ड की फोटोकॉपी के दुरुपयोग से बचने के लिये उसे साझा न करने की चेतावनी दी थी, अब सरकार ने उससे पीछे हटना शुरू कर दिया है । अपनी विज्ञप्ति में सरकार ने नागरिकों से कहा है कि मौजूदा पारिस्थितिकी तंत्र पर्याप्त गोपनीयता और सुरक्षा प्रदान करता है। इसके बाद ये भी कहा गया है कि आधार नम्बर का उपयोग और साझा करते समय "सामान्य विवेक" का प्रयोग करने का आग्रह किया जाना चाहिए। इससे पहले, भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने नागरिकों को दुरुपयोग को रोकने के लिए अपने आधार कार्ड की केवल नकाबपोश प्रतियां साझा करने के लिए कहा था। चेतावनी में https://myaadhaar.uidai.gov.in पर जाकर केवल अंतिम चार अंक प्रदर्शित करने के लिए आधार को मास्क करने का भी सुझाव दिया गया था । उस समय सरकार ने कहा था किसी भी आधार नम्बर को myaadhaar साइट पर सत्यापित किया जा सकता है और "ऑफ़लाइन सत्यापित करने के लिए, आप mAadhaar मोबाइल एप्लिकेशन में QR कोड स्कैनर का उपयोग करके ई-आधार या आधार पत्र या आधार पीवीसी कार्ड पर क्यूआर कोड को स्कैन कर सकते हैं"। "अगर कोई निजी संस्था आपके आधार कार्ड को देखने की मांग करती है, या आपके आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगती है, तो कृपया सत्यापित करें कि उनके पास यूआईडीएआई से वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस है।" "होटल या फिल्म हॉल जैसी बिना लाइसेंस वाली निजी संस्थाओं को आधार कार्ड की प्रतियां एकत्र करने या रखने की अनुमति नहीं है। यह आधार अधिनियम 2016 के तहत एक अपराध है। यदि कोई निजी संस्था आपका आधार कार्ड देखने की मांग करती है, या आपके आधार कार्ड की फोटोकॉपी मांगती है। , कृपया सत्यापित करें कि उनके पास यूआईडीएआई से वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस है।"
2022/07/02 07:22:42
https://tribunehindi.com/fearing-confusion-and-misinterpretation-the-government-backtracked-on-the-warning-of-giving-copies-of-aadhaaar/
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Tribute To Soldiers Died In Mumbai Terrorst Attacks - मुंबई हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत को सलाम - Amar Ujala Hindi News Live Hindi News › Video › Mumbai › TRIBUTE TO SOLDIERS DIED IN MUMBAI TERRORST ATTACKS अमित शुक्ल, अनुराग शुक्ल, अमर उजाला टीवी/नई दिल्ली Updated Sat, 03 Dec 2016 09:04 PM IST मुंबई में आठ साल पहले हुए 26/11 आतंकी हमले में अजमल कसाब और उसके 9 साथियों ने मुंबई के प्रमुख स्थलों पर हमला करते हुए होटल ताज को अपने कब्जे में ले लिया था। इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी। इस जंग में मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, ज्वाइंट कमिश्नर हेमंत करकरे और कई अन्य शहीद हुए । अमर उजाला उन सभी शहीदों को नमन करता है ।
2022/05/27 05:16:33
https://www.amarujala.com/video/india-news/tribute-to-soldiers-died-in-mumbai-terrorst-attacks
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CITYKING INDIA'S FIRST LAGREST SELLING NEWSPAPER: सिरसा में जीव-जन्तु कल्याण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए गठित हुआ ''सुरक्षा ट्रस्ट सिरसा'' सिरसा में जीव-जन्तु कल्याण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए गठित हुआ ''सुरक्षा ट्रस्ट सिरसा'' सिरसा (सिटीकिंग) सिरसा में अब होगा पर्यावरण एवं जीव-जन्तु संरक्षण जिसके लिए बकरियांवाली निवासी भंवरलाल स्वामी (सूरज) जो सात वर्षों से सांपों, बिच्छुओं, गौह आदि जहरीले जीव जो शहर के आबादी वाले इलाकों में जब घुस जाते है तो लोग इन्हें मार डालते है ऐसा न हो इसलिए सूरज कुमार द्वारा बनाई गई एस.एफ.ओ. (स्नेक फ्रैंड्स आग्रेनाइजेशन) लोगों के फोन करने या बुलाने पर पहुँच जाते है। बाद में इन जीवों को शहर की आबादी से 7 से 12 किमी. दूर खेतों व जंगलाती स्थानों पर शहर के प्रतिष्ठित व जिम्मेदार लोगों की देखरेख में छोड़ देते है। ताकि मनुष्य के साथ-साथ इन असहाय जीवों की किसी प्रकार क्षति न हो। इसके अतिरिक्त एस.एफ.ओ. सदस्य घायल पशु-पक्षियों का प्राथमिक ईलाज करने व उनको संरक्षित स्थान पर छोड़ते है। एस.एफ.ओ. के मुख्य कार्यकर्ता सूरज कुमार ने बताया कि हम समाज कल्याण के साथ-साथ हमारी प्रकृति की अमूल्य धरोहर पर्यावरण में उन पशु-पक्षियों जीव जन्तुओं पेड़-पौधों और औषधियाँ जो हमारे जीवन को अमृत तुल्य बनाने के साथ-साथ जीवन और जीविका में सहयोग देते है परन्तु विडंबना यह है कि आज बहुत से जीव-जन्तुओं की प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर है कुछ समाचार पत्रों के अनुसार दुनिया में 41,000 से अधिक प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर है। 2006 में यह संख्या 16,118 थी अब यह 41,000 से ऊपर पहुँच चुकी है। जिसमें उभयचरो, जलचरों, थलचरों की एक तिहाई आबादी खतरे में है। इसके अलावा भारत देश में भी आठ करोड़ से अधिक गिद्धों की संख्या केवल चार करोड़ पर पहुँच गयी है। जिसमें व्हाइट बैक्ड के अलावा अन्य गिद्ध शामिल है। एस.एफ.ओ. टीम के अनुसार आज तक पकडेे गये या बचाये गये सांपों के अलावा अन्य जहरीले जीवों जैसे बिच्छु, गौह आदि की संख्या भी धीरे-धीरे घटती जा रही है। इसके अलावा घरों में आम तौर पर पायी जाने वाली गौरियां, मोर, काला तीतर, खुरखाती, बटेर के साथ-साथ बारहसिंगा, नील गाय, राम गाय, लोमडियां, गीदड़, सेह, आदि जीव भी आजकल नहीं पडते जो कि मनुष्य अपने स्वार्थों के कारण प्रकृति और पर्यावरण का नुकसान करता है जो भविष्य की खुबसूरत तस्वीर को धुंधला कर देगा। भविष्य में हमारी आने वाली पिढियां प्रकृति के खुबसूरत नजारों को केवल टी.वी., इन्टरनेट व किताबों में ही देख पायेगी। दुनिया में जंगल तो होंगे पर खुशबुदार व घने पेड़ों की छांव नहीं होगी शोर तो होगा पर गौरीयां की चहचहाट, कोयल की गुंज, मोरों का नृत्य और शेरों की दहाड़ नहीं होगी। जिसके लिए मनुष्य की आधुनिकता की ओर तेज रफ्तार जिम्मेदार होगी। लेकिन आज का युवा वर्ग अगर प्रकृति द्वारा विरासत में मिली पर्यावरण संबंधी विरासत को अगर संभालना चाहे तो यह मुमकिन है कि हम लगातार बदलती हुई अनावश्यक परिस्थितियों को रोक सकते है। जीव-जन्तु कल्याण और पर्यावरण संरक्षण के लिए समर्पित चैरीटेबल ट्रस्ट ''सुरक्षा ट्रस्ट'' सिरसा के साथ मिलकर एस.एफ.ओ. टीम कार्य कर रही है जो युवाओं, बच्चों और समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों को स्कूलों, कॉलिजों तथा सार्वजनिक स्थलों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाकर या मिडिया तथा सरकार की इस क्षेत्र से संबंधित योजनाओं के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जायेगा।
2017/11/23 22:14:13
http://citykingnews.blogspot.com/2010/02/blog-post_3097.html
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जम्मू-कश्मीरः शोपियां गोलीबारी को लेकर सियासत तेज, NC-कांग्रेस ने की जांच की मांग - MP Hindi News Home प्रदेश जम्‍मू कश्मीर जम्मू-कश्मीरः शोपियां गोलीबारी को लेकर सियासत तेज, NC-कांग्रेस ने की जांच की... श्रीनगरः जम्मू कश्मीर के शोपियां में हुई गोलीबारी के विरोध में प्रदर्शन की कोशिश करने वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के चेयरमैन यासीन मलिक को पुलिस ने सोमवार को हिरासत में ले लिया. जम्मू कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि मलिक अपने समर्थकों के साथ बदशाह पुल पर पहुंचे और वहां से उन्होंने लाल चौक की तरफ बढ़ने का प्रयास किया. उन्होंने बताया कि मलिक और उनके समर्थकों को रोक कर उन्हें एहतियातन हिरासत में ले लिया गया. वहीं इस मामले में राज्य की विपक्षी पार्टी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जांच की मांग की है. गौरतलब है कि शोपियां के पाहनू इलाके में आंकवादियों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकियों सहित छह लोगों की मौत हो गई थी. इस संबंध में सेना ने कहा है कि मरने वाले उग्रवादी और उनके कथित कार्यकर्ता थे.पुलिस ने कहा है कि वह मामले की जांच कर रही है. जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस ने राज्य के शोपियां में हुई गोलीबारी की घटना की जांच कराने की मांग की है. पार्टी की राज्य इकाई ने इसे दर्दनाक करार देते हुए बयान जारी कर कहा कि आवाम सेना के कथन से संतुष्ट नहीं है. घटना की निंदा करते हुए पार्टी ने कहा कि शोपियां के लोगों का मानना है कि मुठभेड़ मे मारे गए चार लोग निर्दोष थे. पार्टी प्रवक्ता ने बताया कि निर्दोष लोगों की हत्या को न्यायसंगत नहीं कहा जा सकता है . उन्होंने आरोप लगाया कि यह हत्या पीडीपी भाजपा गठबंधन कुशासन का परिणाम है . यह गठबंधन राज्य की बदतर होती स्थिति के लिए भी जिम्मेदार है. नेशनल कांफ्रेंस ने की जांच की मांग विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) ने जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में हुई फायरिंग की घटना की जांच की मांग करते हुए सोमवारो को कहा कि मृतकों को आतंकवादी संगठनों के लिए खुलकर काम करने वाले लोग करार देकर इन हत्याओं को जायज नहीं ठहराया जा सकता. एनसी के एक प्रवक्ता ने कहा, ''कश्मीर में लगातार धड़ल्ले से हो रहे खूनखराबे से हम स्तब्ध और दुखी हैं. मनमाने तरीके से युवाओं को आतंकवादी संगठनों के लिए खुलकर काम करने वाले लोग करार देकर शोपियां में हुई हत्या को सही नहीं ठहराया जा सकता.'' उन्होंने कहा, ''परिस्थितियों और ब्योरे की जांच कर उसे राज्य सरकार द्वारा सार्वजनिक किया जाना चाहिए.'' Previous articleराहुल गांधी का हमला, 'बीजेपी ने मेघालय में जनादेश का अपमान किया है' Next articleश्री श्री पर वसीम रिजवी का पलटवार, सेक्युलर हिंदू-मुसलमान भारत को नहीं बनने देंगे सीरिया
2018/07/22 01:03:55
https://www.mphindinews.in/2018/03/congress-and-national-conference-demands/
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Chicken Biryani Recipe: Make Chicken Biryani At Home Like This Everyone Will Love It | Chicken Biryani Recipe: घर पर ऐसे बनाएं चिकन बिरयानी, हर कोई चाटता रह जाएगा उंगलियां | Hari Bhoomi Home > लाइफस्टाइल > फूड > Chicken Biryani Recipe:... Chicken Biryani Recipe: घर पर ऐसे बनाएं चिकन बिरयानी, हर कोई चाटता रह जाएगा उंगलियां Chicken Biryani Recipe: बाजार में अलग अलग तरीके की बिरयानी आसानी से मिल जाती है जैसे मटन बिरयानी, चिकन बिरयानी, सब्जियों की बिरयानी ,मछली बिरयानी, हैदराबादी बिरयानी। इसलिए आज हम चिकन बिरयानी बनायेगें और वो भी बहुत ही आसान तरीके से। घर पर ऐसे बनाएं चिकन बिरयानी, हर कोई चाटता रह जाएगा उंगलियां (फाइल फोटो) HaribhoomiCreated On: 26 April 2021 7:41 AM GMT Last Updated On: 2021-04-27 05:34:17.0 Chicken Biryani Recipe : चिकन बिरयानी (Chicken Biryani) को बनाना बहुत ही आसान है चिकन बिरयानी एक ऐसा शब्द है जिसे सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है यह शुरु में मध्य एशिया काफी फेमस हुआ करता था, लेकिन अब भारत में भी यह काफी पसंद किया जाता है। बाजार में अलग अलग तरीके की बिरयानी आसानी से मिल जाती है जैसे मटन बिरयानी, चिकन बिरयानी, सब्जियों की बिरयानी, हैदराबादी बिरयानी। इसलिए आज हम चिकन बिरयानी बनायेगें और वो भी बहुत ही आसान तरीके से। बासमती चावल - 400 ग्राम बड़े कटे हुए प्याज - 2 लहसुन का पेस्ट - 2 चम्मच कटी हुई हरी मिर्च - 100 ग्राम फेंटा हुआ दही - 1/2 कप लौंग - 8 घी- 4 बड़े चम्मच अदरक पेस्ट - 2 चम्मच कटी हुई फूलगोभी - 100 ग्राम कटी हुई गाजर - 100 ग्राम पिसी हुई काली मिर्च - 2 चुटकी गुलाब जल - 1/4चम्मच - चिकन को अच्छे से धो लें और उसे उबालने के लिए रख दें और साथ ही 400 ग्राम बासमती चावल को ठंडे पानी में धोएं और आधे 15 मिनट के लिए रख दें। - हल्की आंच पर पैन 4 टेबलस्पून घी गरम करें। इसमें कटा हआ प्याज डालकर इसे सुनहरा होने तक भूनें लें। इसी पैन में जीरा डाले और इसमें लौंग,दालचीनी, अदरक, लहसुन का पेस्ट काली मिर्च डालकर इसमें खुशबू आने तक या 5 मिनट तक पकाएं। - अब पैन में नमक, काली मिर्च और सारी सब्जियों को डालें और नरम होने तक पकने दें, बीच-बीच में चलाते रहें। - इसी बीच एक अलग बड़े पैन में 8 कप पानी उबालें और भीगे हुऐ बासमती चावल उसमे डालें। धीमी आंच पर 15-20 मिनट तक पकाएं। - बासमती चावलों को उबले हुए चावलों को सब्जियों वाले मसाले में मिला कर मिक्स कर लें और धीमी आंच पर 10 मिनट तक पकाएं। - दूसरी और पैन में घी, नमक, लाल मिर्च चिकन को थोड़ा सा फ्राई कर चिकन को हल्का ब्राऊन कर लें। -इसके बाद तैयार चिकन बिरयानी (Chicken Biryani)को बॉउल में निकालें और पहले से फ्राई किया हुआ चिकन रखें।
2022/06/28 22:01:28
https://www.haribhoomi.com/lifestyle/food/homemade-chicken-biryani-easy-recipe-in-hindi-kshd-375645
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दुनिया के पर्यटन स्थल Archives | हिंदी ट्रैवल एक्सपी दुनिया के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों की जानकारी हिंदी में ऑस्ट्रेलिया के सबसे अच्छे 25 पर्यटन स्थल हिंदी में 25 Best Places to Visit in Australia in hindi 25 Best Places to Visit in Australia in hindi 25 Best Places to Visit in Australia in hindi – प्रशांत … इस विशाल देश में देखने के लिए बहुत कुछ के साथ, यह जानना मुश्किल हो सकता है कि संयुक्त राज्य अमेरिका में एक यात्रा की योजना बनाते समय कहां से शुरू करें। विश्व स्तर के शहर, जिन्हें इतिहास के लिए जाना जाता है और अन्य जो मज़ेदार या ग्लैमर के लिए जाने जाते हैं, आगंतुकों को चुनने के लिए स्थानों का एक व्यापक स्पेक्ट्रम देते हैं। संयुक्त राज्य में यात्रा करने के लिए सर्वोत्तम स्थान केवल आपके व्यक्तिगत हितों पर निर्भर हो सकते हैं। स्विट्जरलैंड दुनिया का एक स्वर्ग । switzerland tourism स्विट्जरलैंड यह दुनिया का सबसे खूबसूरत देश है। यह मध्य यूरोप में स्थित है। इस देश का 60% हिस्सा आल्प्स पर्वत से ढका हुआ है। इस देश में बहुत ही खूबसूरत पर्वत गांव सरोवर मौजूद है। यहां पर बॉलीवुड की कई सारी फिल्मों की शूटिंग हुई है। यहां के लोगों का जो जीवन स्तर है दुनिया मेंं सबसे ऊंचा जीवन स्तर है। यहांं की घड़ी , चॉकलेट काफी मशहूर है। मलेशिया में तकरीबन 10% लोग इंडियन है यहां पर आपको ज्यादातर इंडियन लोग देखेंगे लिटिल इंडिया नाम से जो लोकेशन है यहां पर आपको सब इंडियन लोग देखेंगे और यहां पर आपको इंडियन रेस्टोरेंट्स फूड और इंडियन शॉप सब यहीं पर मिलेंगे। बाली डेस्टिनेशन | Bali tourism | Bali tourist places | Bali best time to visit | Bali Indonesia | bali …
2022/01/17 01:33:43
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हँसी और प्यार ख़तरे में है...भारत की अवधारणा ख़तरे में है | न्यूज़क्लिक हँसी और प्यार ख़तरे में है...भारत की अवधारणा ख़तरे में है इस चुनाव में भारत का भविष्य दांव पर लगा है। यह चुनाव तय करेगा कि आइडिया के स्तर पर, अवधारणा के स्तर पर भारत के बारे में हमारा जो सपना और आदर्श है- जिसके लिए लंबे समय से वैचारिक और ज़मीनी लड़ाई लड़ी जाती रही है- वह बचेगा या नहीं। 17वीं लोकसभा के लिए मतदान 11 अप्रैल 2019 से शुरू होगा। यह दौर 19 मई तक चलेगा और नतीजे 23 मई को आयेंगे। इस चुनाव में भारत का भविष्य दांव पर लगा है। यह चुनाव तय करेगा कि आइडिया के स्तर पर, अवधारणा के स्तर पर भारत के बारे में हमारा जो सपना और आदर्श है- जिसके लिए लंबे समय से वैचारिक और ज़मीनी लड़ाई लड़ी जाती रही है- वह बचेगा या नहीं। संक्षेप में भारत ब्राह्मणवादी पितृसत्ता, फ़ासीवाद व विनाश के रास्ते पर और आगे बढ़ेगा, या अपनी आत्मा को बचा पाने में कामयाब होगा? इस लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र क़रीब 1000 बुद्धिजीवियों, लेखकों, कलाकारों, रंगकर्मियों, फ़िल्मकारों व अन्य संस्कृतिकर्मियों ने जिस बड़े पैमाने पर और संगठित होकर जनता के नाम बयान व अपीलें जारी की हैं, उनसे पता चलता है कि भारत के भविष्य के लिए ख़तरा कितना गंभीर है। इन अपीलों में जनता से कहा गया है कि वह नफ़रत व हिंसा की राजनीति के ख़िलाफ़ और समानता व विविधता वाले भारत के लिए वोट डालें। इनमें कहा गया है कि वोट डालना इसलिए ज़रूरी है कि देश के सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आज़ादी मिले। हालांकि इन सभी अधिकारों की गारंटी देश के संविधान में की गयी है, इसके बावजूद दिनदहाड़े इनका उल्लंघन आम बात हो गयी है। बुद्धिजीवियों, लेखकों व संस्कृतिकर्मियों ने कहा है कि तर्कवादियों, लेखकों व कलाकारों को सताया जा रहा है या मार दिया जा रहा है। औरतों, मुसलमानों व अन्य अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों और वंचित व ग़रीब लोगों पर मौखिक या शारीरिक हिंसा करने वालों के ख़िलाफ़ कोई कारगर कार्रवाई नहीं की जा रही है। भीड़ की हिंसा और भीड़ द्वारा की गयी हत्या को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। 'हम चाहते हैं कि यह हालात बदलें।' कुछ अपीलों में सीधे तौर पर कहा गया है कि इस लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को हराया जाना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दोबारा सत्ता में आने से रोकना चाहिए। इनमें कहा गया है कि भाजपा के संचालक व नियंत्रक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विभाजनकारी हिंदुत्ववादी विचारधारा को- जो पूरी तरह फ़ासीवादी विचारधारा है- शिकस्त देना ज़रूरी है, क्योंकि यह देश को बांटने और बर्बाद कर देने की मुहिम चला रही है। फ़िल्मकारों, रंगकर्मियों व कलाकारों के एक समूह का कहना है कि आज हमारी हंसी व प्यार ख़तरे में है- हम हंसना व प्यार करना भूल गए हैं। हम दिन-रात ख़ौफ़ व नफ़रत के साये में रहने के लिए अभिशप्त कर दिये गये हैं। 'हर रोज़, चारों तरफ़, हिंसा-हिंसा-हिंसा का बोलबाला है। इस लोकसभा चुनाव में ख़ौफ़, नफ़रत व हिंसा की ताक़तों को बाहर का रास्ता दिखा देना है।' इस बार ख़ास बात यह है कि बुद्धिजीवियों, लेखकों व संस्कृतिकर्मियों के अलावा समाज के अन्य जागरूक तबकों और समूहों ने भी अपना-अपना घोषणापत्र या अपील जारी की है। इन घोषणापत्रों और अपीलों में नफ़रत, हिंसा व भेदभाव की हिन्दुत्ववादी राजनीति के ख़िलाफ़ वोट देने की अपील जनता से की गयी है। बेख़ौफ़ मुस्लिम महिलाओं का समूह, सफ़ाई कर्मचारी आंदोलन, 'औरतें उट्ठी नहीं तो ज़ुल्म बढ़ता जायेगा' के नारे के तहत जुटे महिला संगठन, ट्रेड यूनियन संगठन ऐक्टू (AICCTU), जन सरोकार आदि संगठनों व समूहों ने भी इसी संदर्भ में घोषणापत्र या अपीलें जारी की हैं।
2020/05/26 20:50:22
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By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Publish Date: Jun 13 2018 5:33PM देश की नयी टेबल टेनिस सनसनी मणिका बत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिटनेस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि वह जल्द ही अपना फिटनेस वीडियो साझा करेगी। नयी दिल्ली। देश की नयी टेबल टेनिस सनसनी मणिका बत्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिटनेस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा कि वह जल्द ही अपना फिटनेस वीडियो साझा करेगी। मणिका अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग में खेलने के लिये अभी पुणे में हैं। उन्होंने कहा, ''मैं बड़ी खुशी के साथ यह चुनौती स्वीकार करती हूं और जल्द ही फिटनेस से जुड़ा अपना वीडियो साझा करूंगी।'' उन्होंने कहा, ''केवल खिलाड़ियों के लिये ही नहीं बल्कि सभी के लिये लंबी और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिये फिट रहना बेहद महत्वपूर्ण है।'' मणिका ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को टीम स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक दिलाया था। इसके बाद उन्होंने महिला एकल में भी सोने का तमगा जीता था। इससे पहले दिन में मोदी ने ट्विटर पर अपना फिटनेस वीडियो पोस्ट किया था जिसमें वह प्रकृति के पांच तत्वों से प्रेरित होते हुए ध्यान लगाते, ट्रैक पर वॉक करते नजर आ रहे हैं। इसमें वह योग करते हुए भी दिखायी दे रहे हैं। उन्होंने मणिका, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और आईपीएस अधिकारियों, विशेषकर वे जिनकी आयु 40 वर्ष से अधिक है, को फिटनेस चुनौती दी। मोदी ने ट्वीट किया, ''मुझे निम्न लोगों को फिटनेस चैलेंज के लिये नामित करने में खुशी है: भारत का गौरव और 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में भारत के लिये सर्वाधिक पदक जीतने वालों में से एक टेबल टेनिस खिलाड़ी मणिका बत्रा––––।'' खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने फिटनेस को महत्व देने के लिये पिछले महीने ''हम फिट तो इंडिया फिट'' अभियान शुरू किया था। राठौड़ ने अपने ट्वीट में भारतीय कप्तान विराट कोहली को टैग किया था। कोहली ने इसके बाद प्रधानमंत्री को फिटनेस चुनौती दी थी, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया था।
2019/06/24 19:14:54
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मप्र के गृह मंत्री ने कहा- अलकायदा को अपने दायरे में रहना चाहिए – Seetimes मप्र के गृह मंत्री ने कहा- अलकायदा को अपने दायरे में रहना चाहिए भोपाल, 8 जून (आईएएनएस)| अल-कायदा की देश भर में आत्मघाती हमले की धमकी पर प्रतिक्रिया देते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने बुधवार को कहा कि भारत पर हमला करने की सोच रखने वालों को पता होना चाहिए कि उन्हें मिटा दिया जाएगा। पूर्व भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर 'आपत्तिजनक' टिप्पणियों से उत्पन्न विवाद के मद्देनजर आतंकवादी संगठन की ओर से धमकी दी गई है। मिश्रा ने कहा कि भारत में किसी भी आतंकी संगठन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मिश्रा ने इंदौर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सुरक्षित है। भारत पर हमला करने की सोच रखने वालों को पता होना चाहिए कि उन्हें मिटा दिया जाएगा।" मंत्री ने कहा, "अल-कायदा को अपने दायरे में रहना चाहिए। अगर वह भारत पर हमला करने के बारे में सोच रहा है, तो उसे खत्म कर दिया जाएगा।" अल-कायदा ने एक धमकी भरे पत्र में लिखा है कि अपने पैगंबर मुहम्मद के सम्मान के लिए वे दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश और गुजरात में आत्मघाती हमलों के लिए तैयार हैं। धमकी भरे बयान में कहा गया है कि 'भगवा आतंकवादियों' को अब दिल्ली, मुंबई, यूपी और गुजरात में अपने अंत का इंतजार करना चाहिए। पत्र में कहा गया है कि वे न तो अपने घरों में और न ही अपनी किलाबंद सेना की छावनियों में शरण पाएंगे। इसने कहा कि दुनिया भर के मुसलमानों के दिलों से खून बह रहा है और वे बदले और प्रतिशोध की भावनाओं से भरे हुए हैं। नुपुर शर्मा ने कथित तौर पर पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणी की थी जिसके बाद उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था। उनके द्वारा दिए गए 'विवादास्पद' बयान ने एक अंतरराष्ट्रीय हंगामा खड़ा कर दिया है। अफगानिस्तान, पाकिस्तान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, कुवैत, बहरीन, इंडोनेशिया और ईरान सहित कई मुस्लिम देशों के साथ-साथ इस्लामिक सहयोग संगठन ने आधिकारिक तौर पर बयान का विरोध किया है और माफी की मांग की है।
2022/06/27 23:51:08
https://seetimes.in/106415/
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जौनपुर। नगर के लाइन बाजार थाना क्षेत्र के कुंवरदा के गरीब किसान बिहारी लाल यादव का पुश्तैनी मड़हा 15 जून 2017 को दबंगों द्वारा गिराकर अवैध रास्ते को निकालने की मांग की जा रही है जो गलत है। इसकी शिकायत करने के बाद भी अभी तक गरीब को न्याय नहीं मिल पा रहा है जिससे वह दर-दर भटक रहा है। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की गयी जिस पर थाना लाइन बाजार पुलिस से मौके पर तत्काल जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है। पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार थाना पुलिस राजस्व टीम की मदद से मौके पर पहुंची जहां उपनिरीक्षक अनिल मिश्रा ने अपनी रिपोर्ट में बिहारी लाल यादव का पुराना व पुश्तैनी मड़हा होना बताया। साथ ही दबंगों द्वारा पुश्तैनी मड़हे को गिराकर अवैध तरीके से रास्ता निकालने के सम्बन्ध में बताया कि कुंवरदा के राजस्व अभिलेख में आबादी श्रेणी 6 (2) खाते की भूमि है जिस पर बिहारी लाल यादव का पुश्तैनी मड़हा था। उसे दबंगों गिराकर अवैध रास्ते की मांग की जा रही है। वहीं लाइन बाजार थाने में दबंगों के खिलाफ धारा 427, 323, 504 आईपीसी के तहत मुकदमा पंजीकृत हो गया। इसके बाद बिहारी लाल ने पुश्तैनी मड़हे पर दिवाल बनवाया किन्तु दबंगों द्वारा उसे गिरा दिया गया। इस पर थाने में धारा 147, 323, 504, 506, 427 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। इतना ही नहीं, उक्त जमीन की पैमाइश हेतु राजस्व विभाग की टीम के जाने पर दबंगों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जिस पर लेखपाल द्वारा धारा 332, 353, 504, 506 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज करवाया गया। पुनः जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुये पीड़ित ने गुहार लगायी कि उसे कब न्याय मिलेगा। सवाल यह उठता है कि जब प्रशासन से न्याय मिलने के बाद भी गरीब अपनी जानमाल के डर से जमीन पर एक ईंट नहीं रख सकता है तो ऐसे न्याय का क्या मतलब है। लाइक व सबस्क्राइब करने के लिए नीचे दर्शित लिंक को क्लिक करें https://www.facebook.com/samadhannews365/?view_public_for=1466339010340020 https://twitter.com/niraj_patrakar https://www.linkedin.com/in/niraj-srivas tava-a9881331/ https://www.instagram.com/srivastava9740/ किसान का पुश्तैनी मड़हा गिराकर दबंग कर रहे अवैध रास्ते की मांग Reviewed by samadhan news on September 11, 2020 Rating: 5 Share This Facebook Twitter Google+ जौनपुर No comments Subscribe to: Post Comments ( Atom ) Subscribe To Posts Atom Posts Comments Atom Comments Translate Popular Posts शहीद की शहादत को‚ उचित सम्मान–उच्चतम सहयोग जौनपुर । समाधान न्यूज 365: नीरज कुमार श्रीवास्तव# शहीद की शहादत को‚ उचित सम्मान–उच्चतम सहयोग जिलाधिकारी ने शहीद के गांव पहुंचकर एसडीए... समाजसेवी राकेश श्रीवास्तव को किया गया सम्मानित जौनपुर । समाधान न्यूज 365: नीरज कुमार श्रीवास्तव# समाजसेवी राकेश श्रीवास्तव को किया गया सम्मानित जौनपुर। सामूहिक विवाह जैसे पवित्र का... 'दोष धातु मल मूलं हि शरीरम्' जौनपुर। समाधान न्यूज 365 # 'दोष धातु मल मूलं हि शरीरम्' लेख – डॉ.अवनीत सोनकर(आई॰एम॰ओ)जिलाध्यक्ष जौनपुर यजुर्वेद में चिकित्सा के रूप...
2022-12-09T05:28:50Z
https://www.samadhannews365.com/2020/09/blog-post_29.html
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Arjun Kapoor and Malaika Arora on Romantic Lunch Date Shares Photos Having Pink Time | Arjun Kapoor और Malaika Arora का गुलाबी इतवार: लंच डेट पर कपल ने यूं बिताए हसीन लम्हे | Hindi News, बॉलीवुड अर्जुन-मलाइका Aug 2, 2021, 04:02 PM IST लंबे वक्त से रिलेशनशिप में हैं अर्जुन-मलाइका सामने आईं दोनों की लंच डेट की तस्वीरें रविवार को कपल ने इस तरह बिताया साथ वक्त नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) ने जब से खुलकर अपने इश्क का इजहार किया है तब से फैंस उनसे जुड़ी हर जानकारी को लेकर एक्साइटेड रहते हैं. दोनों की शादी को लेकर भी मीडिया गलियारों में बातें भी आनी शुरू हो गई थीं लेकिन ऐसा लगता है कि कोविड ने सारा खेल खराब कर दिया. लंच डेट पर बिताए हसीन लम्हे दोनों एक दूसरे के काफी करीब हैं और अक्सर साथ में वक्त भी बिताते रहते हैं. हाल ही में अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) एक लंच डेट पर साथ थे. दोनों ने खूबसूरत निजी वक्त बिताया और एक्टर ने अब इन खास लम्हों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर की हैं. अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर लंच टेबल की ये खूसबूरत तस्वीरें शेयर की हैं. अर्जुन कपूर ने शेयर की तस्वीरें पहली तस्वीर में ब्यूटीफुल मलाइका हाथ में खाने का निवाला लिए लंच टेबल पर बैठी नजर आ रही हैं. मलाइका (Malaika Arora) ने डिजाइनर ड्रेस पहनी हुई है जो उन पर काफी हसीन लग रही है. दूसरी तस्वीर लंच टेबल की है जिस पर खाने की अलग-अलग डिशेज और शैंपेन रखी नजर आ रही है. तीसरी तस्वीर में अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) सोफा पर बैठे चिल करते दिखाई पड़ रहे हैं. ऐसा बीता कपल का ये इतवार अर्जुन और मलाइका (Arjun and Malaika) की ये तस्वीरें अपने आप में ये बयां कर रही हैं कि इस खास इतवार को दोनों ही कलाकार एक दूसरे के साथ थे और दोनों ने ये प्राइवेट वक्त एन्जॉय किया. अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) सोशल मीडिया पर एक दूसरे के साथ कम ही तस्वीरें शेयर करते हैं लेकिन जब भी दोनों एक दूसरे की तस्वीरें साथ में शेयर करते हैं तो इन्हें दमदार रिस्पॉन्स मिलता है.
2021/09/22 11:09:59
https://zeenews.india.com/hindi/entertainment/bollywood/arjun-kapoor-and-malaika-arora-on-romantic-lunch-date-shares-photos-having-pink-time/955753
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10 Most Unusual Jobs That Actually Pay Well सबसे अजीबो और घिनौनी नौकरियां - All Knowlegde September 12, 2020 November 16, 2020 - by Deepu234 10 Most Unusual Jobs That Actually Pay Well दोस्तों दुनिया बदल रही है. इसलिए हर देश तरक्की कर रहा है. इस दुनिया में कई ऐसी नई चीजें भी आ गई है. जिनके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है कि आज के जमाने में गद्दे पर सोने के लिए आपको ₹500000 मिलेंगे. और लड़कियों को सिर्फ प्यार से सहलाने के लिए आपको कोई लाखों रुपए भी दे सकता है. इसके साथ-साथ आज के जमाने में आइसक्रीम खाने और फोटो खींचने के भी आपको बहुत सारे पैसे मिल सकते हैं. लेकिन दोस्तों इन सब जॉब के बारे में आप जानते ही नहीं होंगे. इसलिए दोस्तों आज हम आपको इस पोस्ट में इसी तरह की जॉब के बारे में बताएँगे. इन कामों को करते हुए आपको लगेगा ही नहीं कि आप काम कर रहे हैं. लेकिन आपको इसके बदले में लाखों रुपए मिल जाएंगे. यह लड़कियों की फेवरेट जॉब होती है. क्योंकि इसमें लड़कियों को चेहरे पर खूब सारा मेकअप लगाना पड़ता है. अगर आपकी गर्लफ़्रेंड या पत्नी को खूबसूरत दिखने का शौक है. इसलिए वह दिन भर अपने चेहरे पर मेकअप लगाकर रखती हैं. तो यह उनके लिए बेस्ट जॉब हो सकती है. क्योंकि लड़कियों को नए-नए मेकअप को अपने चेहरे पर लगाना होता है. इसके बाद उन्हें चेक करना होता है. कि उनके चेहरे की खूबसूरती बढ़ी या नहीं. फिर अगर उन्हें लगता है कि वाक्य में ही यह प्रोडक्ट कामयाब हो सकता है. तो आप इसे पास कर सकते हैं. कहने का मतलब यह है कि आपके चेक करने के बाद ही कंपनी इस प्रोडक्ट की प्रोडक्शन पर करोड़ों रुपए लगा देगी. वैसे तो यह बहुत ही ज़िम्मेदारी वाला काम है. क्योंकि आपके हां बोलने पर कंपनी को करोड़ों का फायदा या नुकसान भी हो सकता है. आपके फैसले से कंपनी बर्बाद भी हो सकती है. लेकिन लड़कियों के लिए यह काम तो बहुत ही मजेदार होता है. साथ ही इस काम को करने के लिए आपको महीने के लाखों रुपए भी किए जाते हैं. इस जॉब के बारे में बहुत ही कम लोग जानते होंगे. इस काम में एक इंसान को कुत्ते के खाने को खाकर चेक करना होता है. क्या आपने कभी यह सोचा था कि ऐसी भी कोई नौकरी हो सकती है. लेकिन इस नौकरी में आपको बहुत सारे पैसे मिलते हैं. खबरों के मुताबिक इस तरह का काम करने वाले लोगों को हर महीने 700000 रुपए मिलते हैं. इस काम को करने के लिए बस आपको कुत्तों का खाना खाना पड़ता है. जी हां दोस्तों इसमें आपको कुत्ते के खाने को खाना पड़ता है. लेकिन अब आप सोच रहे होंगे आखिर यह कैसी नौकरी है. तो आपको हम बताते चलें कि इस जॉब की यूरोप के देशों में बहुत ही ज्यादा मांग है. क्योंकि इसका मेन कारण है कि कुत्तों के खाने को लेकर लोगों में जागरूकता काफी बढ़ रही हैं. इसीलिए अगर आप में भी हिम्मत है. और आप ही कुत्तों का खाना खा सकते हैं. तो यह जॉब आपके लिए ही है. इस जॉब में मुख्य यह होता है कि आपको कुत्ते के दिमाग और टैस्ट को समझना पड़ता है. इसलिए आपको यह ध्यान रखना पड़ता है कि जो खाना आप खा रहे हैं. वह कुत्तों को पसंद आएगा या नहीं. इस जॉब में जो खाना आप खाते हैं. आपको वह खाना निगलना नहीं होता बल्कि उसे मुंह में रखकर बस टेस्ट करना होता है. उसके बाद आपको यह डि साइड करना पड़ता है कि अगर यह खाना कुत्तों के लिए तैयार किया जाएगा तो वह मार्केट में बिक पाएगा या नहीं या कुत्तों को पसंद आएगा भी या नहीं. इसलिए यह भी एक ज़िम्मेदारी वाला काम बन जाता है. क्योंकि आप के कहने पर ही कंपनियां इस प्रोडक्ट को बड़े लेवल पर लॉन्च करती हैं. इसलिए इस जॉब को करने के लिए आपके पास कुत्तों जैसा sens होना बहुत जरूरी है. इसलिए अगर आपको भी लगता है कि आप अपने कुत्ते को अच्छे से समझते हैं. तो आप इस जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं. दोस्तों हम और आप को लड़कियों को गले लगाने के लिए तरसते ही रहते हैं. वहीं कई देशों में ऐसे लोग भी हैं. जो कि हर रोज तीन चार लड़कियों को गले लगाते हैं. और तो और इसके बदले में उनको मोटी रकम की मिलती है. दोस्तों आपको बता दें कि यह भी बहुत कमाल का काम है. इस काम में आपको सिर्फ लड़कियों को प्यार देना है. उन्हें अपनी बाहों में भरना है. बस आपको उन्हें एहसास करवाना है कि वह दुनिया में स्पेशल है. दुनिया में कई ऐसी औरतें हैं. जिन्हें इमोशनल सपोर्ट की जरूरत पड़ती है. इसीलिए यह औरतें उन लड़कियों की तलाश में रहती हैं. जिन्हें Professional Snuggler बोला जाता है. जब इन लड़कों को हायर किया जाता है. तो इन्हें अपनी लिमिट का तो पता होता है. इसलिए यह लड़के इन लड़कियों के गले लगने के सिवाए कुछ और नहीं करते हैं. इन लड़कों को लड़की की उम्र या साइज की परवाह नहीं होती है. क्योंकि इनका काम होता है. हर साइज और हर उम्र की लड़कियों को ख़ुशियाँ देना. और साथ ही ऐसा करने के बदले में इनको बहुत सारा पैसा भी मिलता है. यह 1 घंटे में काम करके 7000 से 8000 रुपए भी कमा लेते हैं. अगर आपको भी आइसक्रीम खाने का बहुत शौक है. तो यह जॉब बिल्कुल आपके लिए ही है. इस जॉब में दिन भर आपको बस आइसक्रीम खानी होती है. और इसके बदले आपको खूब सारा पैसा मिलता है. जी हां दोस्तों आपको जानकर हैरानी होगी. लेकिन आजकल मार्केट में यह बहुत ही पॉपुलर जॉब है. कहा जाता है कि यूरोप के लोगों में इस काम को करने के लिए भीड़ मची रहती है. इस काम में आपको दिन में लगभग 10 से 12 तरह की आइसक्रीम खाने को मिलती हैं. इसके बदले में आपको 5 से 6 लाख हर महीने दिए जाते हैं. इसीलिए अगर आपने भी यह हुनर है कि आप कंपनी को यह जानकारी दे सकते हैं कि कौन सा आइसक्रीम चलेगा और कौन सा नहीं. और Taste में किस तरह का बदलाव लाने की जरूरत है. तो आपके लिए यह जॉब बहुत बढ़िया है. दोस्तों गर्मियों में पानी में जाना आपको पसंद आता होगा. वाटर स्लाइड नाम से तो आप समझ ही गए होंगे कि आपको क्या काम करना होगा. इस काम में आपको बस पानी में स्लाइड करके मस्ती करनी होती है. आपको दुनिया के अलग-अलग वाटर पार्क में जाकर वहां पर बनी हुई वाटर स्लाइड को चेक करता ना होता है. कि वह ठीक से बना है या नहीं. और आपको पानी में स्लाइड करके रिपोर्ट तैयार करनी होती है कि कस्टमर इस वाटर स्लाइड में मजा ले पाएंगे या नहीं. सचमुच में यह काम भी बहुत अलग है. इसके लिए आपको महीने के ₹500000 मिल सकते हैं. आप लोगों को याद ही होगा जब हमारे देश में डी मोनेटाइजेशन हुई थी. तो हमारे देश के हर बैंकों के आगे लंबी लंबी लाइन लगी रहती थी. लेकिन हमारे देश के लोगों ने ऐसे माहौल में भी रोज़गार के साधन पैदा कर लिए थे. जी हां दोस्तों इस काम में आपको सिर्फ एक लाइन में लगना होता है. जिन लोगों का लाइन में लगने का मन नहीं होता. तो वह अपनी जगह किसी और को खड़ा कर देते हैं. इन लोगों को Line Sitler कहते हैं. आप किसी भी लाइन सीटलर को अपनी जगह लगा सकते हैं. और आप बेफिक्र होकर मजे से कहीं और बैठ सकते हैं. जैसे ही काउंटर पर आप की बारी आती है. तो वह आपको बुला लेते हैं. लेकिन सबसे पहले इस काम की शुरुआत अमेरिका में हुई थी. और कहा जाता है कि इंडिया में लाइन में लगने के लिए आपको 1000 से 2000 तक नहीं सकते हैं. आप लोगों ने Golf का मैच तो जरूर देखा ही होगा. जिन लोगों को यह समझ में आता है. उनके लिए तो यह बहुत इंटरेस्टिंग होता है. आपको यह पता ही होगा कि Golf का मैदान तो बहुत बड़ा होता है. इसलिए इस जॉब में आपको Golf Ball को ढूंढ कर लाना पड़ता है. इसमें जब Golf खिलाड़ी बॉल को हिट करता है. तो आपको जाकर उस बोल को ढूंढ कर लाना पड़ता है. लेकिन इस काम में थोड़ा बहुत खतरा भी होता है. कई बार बोल जब पानी में चल जाती है. तो बोल को निकालना खतरे से खाली नहीं होता है. क्योंकि उस पानी में मगरमच्छ होते हैं. जो कि आपकी जान भी ले सकते हैं. लेकिन अगर आप इस काम को 5 साल कर लेते हैं तो आपको कोई काम करने की जरूरत ही नहीं पड़ती. क्योंकि इसमें भी आपको बहुत सारा पैसा मिलता है. यह एक ऐसी जॉब है. जिसमें आपको कुछ भी करना नहीं होता है. आप लोगों ने कई बार देखा होगा कि मॉल के बाहर बहुत सारे लोग अलग-अलग कपड़े पाकर Statue बनकर खड़े रहते हैं. कई बार आपने देखा होगा लड़के एक कलरफुल कपड़े पहनकर खड़े रहते हैं. और वह बिल्कुल भी हिलते नहीं हैं. और इस काम में आपको सुबह से लेकर शाम तक बुत की तरह खड़ा रहना पड़ता है. असल में यह एक चुनौती भरा काम है. क्योंकि घंटों किसी से बिना बात किए और बिना हिले डुले आप एक जगह खड़े रहेंगे. इस काम के लिए आपको 2 से 3 लाख रुपए महीना मिल सकते हैं. 9. Food Photographer आप लोगों ने बड़े-बड़े रेस्टोरेंट के बाहर खाने के पोस्टर लगे देखे होंगे. जिन्हें देखकर आप यह सोचने लग जाते होंगे कि रेस्टोरेंट वालों ने ये क्या डिश तैयार की है. लेकिन जब आप उस खाने को खाने के लिए रेस्टोरेंट में जाते हैं. तो वहां पर आपको कुछ और ही खाने को मिल जाता है. और उसकी शक्ल बिल्कुल भी उससे मिलती नहीं है. तो आखिर ऐसा क्यों होता है. क्योंकि यह फोटो खींचने वाले प्रोफेशनल फोटोग्राफर होते हैं. और यह अलग-अलग एंगल से खाने की बेहतरीन फोटोग्राफी करते हैं. और इसके बदले में उनको ढेर सारे पैसे भी दिए जाते हैं. ऐसी आराम वाली नौकरी तो हर कोई करना चाहता ही होगा. यह नौकरी उन लोगों के लिए है. जिन्हें सोना बहुत ही पसंद होता है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इसमें आपको पैसे भी खूब सारे मिलते हैं. असल में इन लोगों पर वैज्ञानिकों द्वारा रिसर्च की जाती है. जब यह लोग सोते हैं तो इन पर वैज्ञानिकों द्वारा कई एक्सपेरिमेंट किए जाते हैं. और बदले में इनको इसकी अच्छी खासी रकम भी दी जाती है. तो दोस्तों आपको हमारी यह जानकारी कैसी लगी. अगर अच्छी लगी हो तो हमारी साइट को फॉलो जरूर करें. और हां दोस्तों इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना बिलकुल भी ना भूले धन्यवाद. Taggedfactsfacts in hindiMost Unusual JobsMost Unusual Jobs That Actually Pay WellmysteriousUnusual Jobs
2021/05/17 13:24:10
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भाग्यशाली लड़कियों की होती है अलग पहचान, पल भर में कर देती है सब ठीक – Dainik Samvad भाग्यशाली लड़कियों की होती है अलग पहचान, पल भर में कर देती है सब ठीक ऐसा कहा जाता है कुछ लोग अच्छे भाग्य के साथ जन्म लेते हैं और भी यह लोग जहां भी कदम रखते हैं वहां पर खुशहाली छा जाती है. अधिकतर आपने बड़े बुजुर्गों के मुंह से सुना होगा कि शादी के बाद इसके भाग्य बदल गए या इस बच्चे के जन्म के बाद उसके घर की स्थिति सुधर गई. कहा जाता है कि कुछ लोग इतने ज्यादा भाग्यशाली होते हैं कि वो अपने आसपास की चीजों को भी उतना ही भाग्यशाली बना देती है. आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार भाग्यशाली लड़कियों की पहचान क्या होती है. सामुद्रिक शास्त्र के हिसाब से जिन लड़कियों के पैर के तलवे में शंख , चक्र और कमल का चिन्ह बना होता है वो लड़कियां बहुत ही लकी और भाग्यशाली मानी जाती है. ऐसी लड़कियां जीवन में बहुत आगे बढ़ती हैं और सफलता प्राप्त करती है. लड़कियों के पैर के अंगूठे चढ़े और गोलाई एवं लालिमा लिए हुए होते हैं वो लड़कियां खुद से ज्यादा दूसरों के लिए लकी होती हैं और उनका फायदा कराती है. तिलों का भाग्य से संबंध जिन लड़कियों के शरीर के दाएं हिस्से की तुलना में बाएं हिस्से में अधिक से अधिक तिल होते हैं, वो अपने परिवार के लिए बहुत ही भाग्यशाली मानी जाती है और अपने ससुराल के लिए भी बहुत लकी होती है. उनके परिवार में हर तरीके की सुविधाएं उपलब्ध होती है. माथा हो चौड़ा जिन लड़कियों का माथा चौड़ा होता है. उनका भाग्य बहुत अच्छा होता है यदि किसी महिला का माथा तीन अंगुल से ज्यादा चौड़ा है या चंद्रमा के आकार का बना है तो ऐसी लड़कियां घर में सुख समृद्धि लाती हैं . यह जिस घर में भी जाती है उसका कल्याण हो जाता है और कोई कमी नहीं रहती है. लंबी उंगलियां जिन लड़कियों की उंगलियां बहुत लंबी और सुंदर होती है वह अपने पति के लिए बहुत ही लकी मानी जाती है. इन लड़कियों के पति हर क्षेत्र में नाम कमाते हैं और सफलता प्राप्त करते हैं उनके व्यापार में भी तरक्की होती रहती है. लकी राशियां वे लड़कियां जिनकी राशि धनु, कर्क ,मीन और वृष होती है . वह बेहद भाग्यशाली मानी जाती है बहुत ही कम मेहनत में इन्हें अच्छी सफलता प्राप्त होती है . इस राशि की लड़कियां अपनी मेहनत से किसी भी काम में सफलता प्राप्त कर लेते हैं. Previous राहुल गांधी ने कहा- "हमें कांग्रेस पार्टी में निडर लोग चाहिए, जो डर रहे हैं उन्हें कहो, तुम RSS के हो जाओ भागो", देखें वीडियो Next वैन पर पलटा बेकाबू ट्रक: पांच लोगों की मौके पर मौत, मन्नत पूरी करने जा रहा था परिवार, मंजर देख सिहर उठे लोग
2021/07/26 05:47:49
https://dainiksamvad.com/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80-%E0%A4%B2%E0%A4%A1%E0%A4%BC%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%B9%E0%A5%8B/67061
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हेनरी जी। सिस्नरोस (सरकार) - Mimir विश्वकोश हेनरी जी। सिस्नरोस english Henry G. Cisneros हेनरी गेब्रियल सिस्नरोस (जन्म 11 जून, 1947) एक अमेरिकी राजनीतिज्ञ और व्यवसायी हैं। उन्होंने 1981 से 1989 तक सैन एंटोनियो, टेक्सास के महापौर के रूप में कार्य किया, एक प्रमुख अमेरिकी शहर का दूसरा लातीनी महापौर और 1842 के बाद से शहर का पहला (जब जुआन सेगुइन को कार्यालय से बाहर निकाल दिया गया था)। एक डेमोक्रेट, Cisneros ने 1993 से 1997 तक राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के प्रशासन में आवास और शहरी विकास (HUD) के 10 वें सचिव के रूप में कार्य किया। HUD सचिव के रूप में, Cisneros को कई सार्वजनिक आवास विकास के पुनरोद्धार की शुरुआत करने और तैयार करने की नीतियों के साथ श्रेय दिया गया था घर के स्वामित्व की देश की उच्चतम दर को प्राप्त करने में योगदान दिया। शहरों में राष्ट्रपति के प्रमुख प्रतिनिधि के रूप में उनकी भूमिका में, Cisneros ने व्यक्तिगत रूप से सभी पचास राज्यों में फैले दो सौ से अधिक शहरों में काम किया। HUD स्थिति को छोड़ने और दूसरे कार्यकाल की सेवा नहीं करने के Cisneros के फैसले में उनकी पूर्व मालकिन को भुगतान से जुड़े विवादों की देखरेख की गई थी। अपनी कैबिनेट की स्थिति से पहले, Cisneros ने 1981 से 1989 तक अपने गृहनगर सैन एंटोनियो के महापौर के रूप में चार पद दिए। पर्यटन, और सैन एंटोनियो में और अधिक नौकरियां लाने के लिए काम किया। मेयर के रूप में अपने कार्यकाल से पहले, सिस्नेरोस को नगर परिषद में तीन दो साल के लिए चुना गया था, जिस पर उन्होंने 1975 से 1981 तक सेवा की। राजनीति और व्यवसाय में अपने करियर के दौरान, Cisneros आवास विकास और शहरी पुनरोद्धार के साथ सक्रिय रूप से शामिल रहा है। Cisneros लातीनी समुदाय के लिए एक सक्रिय वकील भी है। वह कॉर्पोरेट बोर्डों पर काम करना जारी रखता है, साथ ही लैटिनो और अप्रवासी आबादी को बढ़ावा देने के लिए कई गैर-लाभकारी बोर्डों पर अध्यक्षता और सेवा कर रहा है। Cisneros ने कई पुस्तकों पर लेखक का संपादन, संपादन या सहयोग किया है और यह इन-डिमांड सार्वजनिक वक्ता है। सार्वजनिक कार्यालय के बाद, Cisneros ने 1997 से 2000 तक स्पेनिश-भाषा नेटवर्क Univision के लिए राष्ट्रपति और COO के रूप में कार्य किया, अमेरिकी सिटी विस्टा बनाने से पहले देश के प्रमुख होमबिलर्स को काम करने के लिए औसत परिवारों की सीमा के भीतर घरों का निर्माण किया। वह कंपनी सिटीव्यू बनने के लिए विकसित हुई जहां Cisneros के अध्यक्ष हैं। वह अल्पसंख्यक स्वामित्व वाली निवेश फर्म सीबर्ट सिस्नरोस शैंक एंड कंपनी में एक भागीदार है। Cisneros Bipartisan पॉलिसी सेंटर के हाउसिंग कमीशन और इमिग्रेशन टास्क फोर्स के सह-अध्यक्ष हैं। राजनीतिज्ञ अमेरिकी शहर विस्टा के अध्यक्ष और सीईओ पूर्व अमेरिकी आवासीय शहर विकास सचिव टेक्सास एएंडएम विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त हार्वर्ड विश्वविद्यालय (शहरी विकास प्रशासन) से स्नातक की उपाधि प्राप्त मास्टर प्रोग्राम जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय डॉक्टरेट कार्यक्रम से डॉक्टरेट कार्यक्रम से स्नातक की उपाधि प्राप्त डॉक्टरेट कार्यक्रम से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। डॉक्टरेट (जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय) मैक्सिकन III। 16 साल की उम्र में हाई स्कूल से स्नातक होने के बाद, जबकि विश्वविद्यालय में उन्होंने व्हाइट हाउस में काम किया और राजनीतिक दुनिया में एक झलक देखी। जब वे 26 वर्ष के थे, तब वे टेक्सास विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बन गए, लेकिन वे एक राजनीतिज्ञ बनना चाहते थे, और 1975 से उन्होंने सैन एंटोनियो काउंसिल का तीसरा कार्यकाल और उसी महापौर (डेमोक्रेटिक पार्टी) का चौथा कार्यकाल पूरा किया '81। शहर में, जिसमें कई हिस्पैनिक आप्रवासी हैं, इसने शहरी गरीबी और मलिन बस्तियों की समस्याओं का सामना किया और उद्योग और पर्यटन कंपनियों को आकर्षित करके शहरी समस्याओं को हल किया। परिणाम खरीदे जाते हैं, जनवरी 1993-जनवरी 1997-क्लिंटन प्रशासन के लिए आवास और शहरी विकास सचिव। बाद में, 1997-2000 यूनिविजन कम्युनिकेशंस (लॉस एंजिल्स) के अध्यक्ष और मुख्य परिचालन अधिकारी (सीईओ), और 2000 से अमेरिकन सिटी विस्टा (सैन एंटोनियो) के सीईओ और सीईओ (सीईओ)।
2020/06/04 17:12:34
https://mimirbook.com/hi/f45d5274711
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रांची : बोले उपराष्‍ट्रपति- जबतक गांव का विकास नहीं, तबतक संपूर्ण विकास की कल्‍पना निरर्थक उपराष्‍ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने रविवार को हरमू मैदान में कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ किया. मौके पर 13 लाख 60 हजार किसानों के खाते में डीबीटी के माध्‍यम से योजना की पहली किश्‍त के रूप में 442 करोड़ रुपये भेजा गया. मौके पर श्री नायडू ने कहा कि आज भारत आगे बढ़ रहा है. लेकिन जबतक किसान व गांव का विकास नहीं होगा, तबतक संपूर्ण विकास की कल्पना व्यर्थ है. आज झारखंड जैसे कृषि प्रधान राज्य में किसानों की आर्थिक समृद्धि और खेती को लाभदायक बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का शुभारंभ करते हुए मुझे खुशी हो रही है. उन्‍होंने कहा कि खुशी इस बात की भी है कि यहां के किसान केंद सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना और राज्य सरकार की मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना से लाभान्वित हो रहे हैं. वैसे भी केंद्र और राज्य सरकार का लक्ष्य कृषि को लाभदायक बनाना होना चाहिए. अन्नदाता की आय को दोगुना करने का प्रयास सरकार का होना चाहिए. यह हो भी रहा है इसके लिए गंभीर प्रयास हो रहे हैं. यह ऐतिहासिक योजना किसानों के लिए अवश्य लाभकारी साबित होगा. केंद्र और राज्य मिलकर करें कार्य उपराष्ट्रपति ने कहा कि कृषि का क्षेत्र प्रकृति पर आधारित है. लेकिन किसानों को एक मजबूत आधार प्रदान करने हेतु फसल बीमा योजना, सिंगल विंडो सिस्टम के साथ-साथ किसानों के हित मे कई योजनाएं संचालित हैं. वनवासियों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कार्य हो रहा है. केंद्र और राज्य सरकार के सम्मिलित प्रयास से किसानों का कल्याण सुनिश्चित हो रहा है. उपराष्ट्रपति ने कहा कि पूरे देश में जल संचयन हेतु जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. ताकि भूगर्भीय जल सुरक्षित हो. झारखंड में भी उस दिशा में कार्य हो रहे हैं. जल संचयन, डीप बोरिंग, परकोलेशन टैंक का निर्माण, तालाबों का जीर्णोद्धार सरकार द्वारा किया जा रहा है. जल संचयन में और किसानों के लिए लाभदायक साबित होगा. कृषि के क्षेत्र में गुणात्मक परिवर्तन होना बेहद जरूरी है. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि आज खुशी का दिन है. झारखंड के मेरुदंड किसान भाई बहनों को नमन. 13 लाख 60 हजार 380 किसानों के खाते में आज प्रथम किस्त के तहत 442 करोड़ रुपये भेज दिये गये हैं. किसान भाई के लिए उक्त राशि कृषि कार्य हेतु जरूरी संसाधन जुटाने में सहायक होगा. यह सब किसानों के सशक्तिकरण हेतु किया जा रहा है. क्योंकि राज्य के 76 फीसदी लोग ग्रामीण क्षेत्र में निवास करते हैं.
2019/08/23 13:09:10
https://www.molitics.in/news/127375/m-venkaiah-naidu-vice-president-chief-minister-krishi-aashirwad-yojana-launch-ranchi-jharkhand
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Fake Corona virus Post on facebook FIR registered in mandi hpvk | mandi - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी Updated: April 8, 2020, 9:29 PM IST सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी. (सांकेतिक तस्वीर) Fake Corona virus Post: डीएसपी मदनकांत शर्मा ने कहा‌ कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. जोगिंद्रनगर (मंडी). हिमाचल प्रदेश के मंडी (Mandi) जिले में चार लोगों को कोरोना पॉजिटिव बताने को लेकर फर्जी (Fake) पोस्टर डालने पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. जोगिंद्रनगर पुलिस (Joginder Nagar Police) ने इस संबंध में केस दर्ज किया है. कोरोना पॉजिटिव होने की पोस्ट डाली जानकारी के अनुसार, जोगेंद्रनगर पुलिस ने आपदा प्रबंधन एक्ट की धारा 54 और आईपीसी की धारा 505 के तहत पहला मामला दर्ज किया है. आरोपी ने फेसबुक पर कुछ लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की पोस्ट डाली थी. इस पर पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की ह‌ै. कुछ लोगों से पुलिस ने की थी पूछताछ पुलिस के अनुसार, मंगलवार को डीएसपी मदनकांत शर्मा, एसडीएम अमित मैहरा और थाना प्रभारी संदीप शर्मा ने मुस्लिम समुदाय से जुड़े एक व्यक्ति के घर दस्तक दी थी. बाहरी राज्य के व्यक्तियों की ट्रैवल हिस्ट्री जानने के लिए लंबी पूछताछ की. लेकिन देर शाम फेसबुक पर एक व्यक्ति ने चार लोगों कोरोना पॉजिटिव होने की पोस्ट सोशल मीडिया पर डाल दी. इस पर डीएसपी मदनकांत शर्मा ने कहा‌ कि पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
2020/05/29 02:14:57
https://hindi.news18.com/news/himachal-pradesh/mandi-fake-corona-virus-post-on-facebook-fir-registered-in-mandi-hpvk-2998174.html
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सांप के काटने से हुई बच्ची की मौत, तांत्रिक बोला- जिंदा कर दूंगा और फिर... | 12 year old girl died from snake bite - Hindi Oneindia | Updated: Friday, August 16, 2019, 19:36 [IST] आगरा- अंधविश्वास ने ले ली मासूम बच्ची की जान आगरा। ताजनगरी आगरा में अंधविश्वास का बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दरअसल, यहां 12 साल की एक लड़की की सांप के काटने से मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर के पास ले जाने के बजाए घर में तांत्रिक को बुला लिया। सर्पदंश की शिकार लड़की को कई घंटे नीम के पत्तों के बीच में रखा गया। तंत्र विद्या और थाली बजाकर तांत्रिक तमाशा करता रहा। मामला आगरा के फतेहाबाद बाह रोड स्थित गांव बंकिम की थार का है। 12 साल की शिवानी घर में टीवी देख रही थी, तभी एक सांप ने उसे काट लिया। कुछ ही ​देर में शिवानी की मौत हो गई। परिजनों तांत्रिक को घर बुलाया, जिसने उन्हें ये यकीन दिलाया कि तंत्र विद्या से लाश को जिंदा कर दिया जाएगा। इसके बाद शिवानी की लाश को एक नीम के पत्तों के बीच में रखा। घंटों चलता रहा तमाशा तांत्रिक मंत्र पढ़ने लगे और लोग तमाशा देखते रहे। घंटों इस तरह से लाश पर तमाशा चलता रहा। थोड़ी ही देर में तंत्र विद्या कर रहे तांत्रिक ने उस सांप को भी पकड़ लिया, जिसने लड़की को काटा था। तांत्रिकों ने सांप को एक मिट्टी के मटके में बंद कर दिया और परिजनों से कहा कि यह वही सांप है, जिसने शिवानी को काट लिया है। हालांकि, शिवानी को फिर भी जिंदा नहीं कर पाए।
2019/09/23 20:44:01
https://hindi.oneindia.com/news/agra/12-year-old-girl-died-from-snake-bite-520653.html?utm_source=articlepage-Slot1-8&utm_medium=dsktp&utm_campaign=citylinkslider
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जहीर अहमद और 'चैनल वन' की बैंड बजा दी 'न्यूज एक्सप्रेस' वालों ने (देखें वीडियो) | No. 1 Indian Media News Portal ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक चैनल वाला दूसरे चैनल वाले का स्टिंग करके अपने यहां दिखा रहा हो. न्यूज एक्सप्रेस चैनल बधाई का पात्र है जो उसने आपरेशन मीडिया के जरिए मीडिया के भीतर की असली हकीकत को बेनकाब किया. आज दोपहर एक बजे से न्यूज एक्सप्रेस पर 'आपरेशन मीडिया' दिखाया जा रहा है. इस आपरेशन के तहत चैनल वन के मालिक जहीर अहमद और तत्कालीन संपादक अंजनि कुमार सिन्हा का स्टिंग दिखाया जा रहा है. इस स्टिंग में दिखाया गया है कि किस तरह चैनल की आड़ में मीडिया वाले पेड न्यूज, ब्लैकमेलिंग, उगाही, धमकी, ट्रांसफर, पोस्टिंग आदि काले कारनामों को अंजाम दे रहे हैं. न्यूज एक्सप्रेस पर प्रसारित स्टिंग के कुछ हिस्से नीचे दिए गए वीडियो लिंक पर क्लिक करके आप भी देख सकते हैं… न्यूज एक्सप्रेस के स्टिंग 'आपरेशन मीडिया' के बारे में भड़ास के एडिटर यशवंत सिंह की त्वरित टिप्पणी पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
OSCAR-2019
बाजरे की ये दो नई किस्मों से किसानों को मिलेगा आर्थिक लाभ... भोजन में जिंक और आयरन की कमी भारत में कुपोषण की बड़ी वजह है. देश को इस समस्या से निजात पाने के लिए राजस्थान कृषि अनुसंधान संस्थान ने पहली बार बाजरे की ऐसी दो नई किस्में विकसित की हैं जो जिंक और आयरन से भरपूर हैं. ये नई किस्में खासतौर पर महिलाओं में एनीमिया की समस्या दूर करने के साथ ही बच्चों को कुपोषण से बचाने में भी मददगार साबित होंगी. आरएचबी 233 और आरएचबी 234 नामक ये किस्में जिंक और आयरन से भरपूर हैं, जो महिलाओं को रक्त की कमी और बच्चों को कुपोषण की समस्या से निजात दिलाने में मददगार साबित होगी. अखिल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा अखिल भारतीय बाजरा अनुसंधान परियोजना की हाल ही में जोधपुर में हुई 53वीं कार्यशाला में इन दोनों किस्मों को अनुमोदन के लिए रखा गया है. अब तक क्षेत्रीय लिहाज से बाजरे की किस्में विकसित होती रही हैं, लेकिन इन किस्मों की खास बात यह है कि पहली बार पूरे देश के लिहाज से ये किस्में तैयार की गई हैं. राजस्थान के साथ ही हरियाणा, पंजाब, ​दिल्ली, तमिलनाडु, गुजरात, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बाजरे की अच्छी पैदावार की जा सकती है. इन नई किस्मों में आयरन की मात्रा 80 से 90 पीपीएम और जिंक की मात्रा 40 से 50 पीपीएम है. खास बात यह भी है कि इनसे प्रति हैक्टेयर एरिया में 30 से 35 क्विंटल बाजरा और 70 से 80 क्विंटल चारे की पैदावार होगी जो दूसरी किस्मों से ज्यादा है. इतना ही नहीं बाजरे की इन नई किस्मों से फसल केवल 80 से 81 दिन में पककर तैयार हो जाएगी. नई किस्में ईजाद करने वाले कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि बाजरे की फसल में सूक्ष्म पोषक तत्वों में वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. प्रजनन विधि से आयरन और जिंक तत्वों की बढ़ोतरी की कोशिश कामयाब रही है. आयरन की कमी के चलते महिलाओं में गर्भधारण करने में परेशानी और गर्भ के दौरान बच्चे की मृत्यु होने जैसे मामले सामने आते हैं. ​वहीं जिंक की कमी के कारण बच्चों की शारीरिक वृद्धि रूकने के साथ ही दस्त, निमोनिया जैसी कई बीमारियों का शिकार उन्हें होना पड़ता है. अब बाजरे की नई किस्मों के सेवन में उन्हें समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकेगी. खास बात यह है कि ये समस्याएं समाज के कमजोर तबके में ज्यादा पाई जाती हैं और यही वर्ग बाजरे का ज्यादा सेवन भी करता है
2020/11/24 18:25:14
https://hindi.krishijagran.com/news/farmers-will-get-financial-benefits-from-these-two-new-varieties-of-millet/
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Trabzon में कितने लोग मिनीबस में होंगे? | RayHaber होमतुर्कीकाला सागर क्षेत्र61 TrabzonTrabzon में कितने लोग मिनीबस में होंगे? 12 / 11 / 2019 61 Trabzon, Genel, काला सागर क्षेत्र, राजमार्ग, टायर व्हील सिस्टम, तुर्की कितने लोगों को भरा जाएगा ट्राब्ज़न में कितने व्यक्तियों को साझा किया जाएगा ?; नवंबर में Trabzon मेट्रोपोलिटन नगर पालिका की पहली बैठक Trabzon मेट्रोपोलिटन नगर पालिका के मेयर Zorluoğlu के मेयर की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। शहर में, आंतरिक शहर की मिनीबस प्रणाली फिर से सामने आई। डोलमुश प्रणाली के पूर्ण प्रतिस्थापन के लिए बातचीत चल रही है, जबकि नई प्रणाली को 2020 के जून में सेवा में रखा जाना है। Zorluoğlu ने कहा, जून 2020 के जून से, मिनीबस विकलांगों के लिए उपयुक्त होना चाहिए और विशेष रूप से एयर कंडीशनिंग के लिए अधिक आरामदायक होना चाहिए। वर्तमान में मिनीबस के रूप में उपयोग किए जाने वाले कोई भी वाहन जून 2020 से कानूनी रूप से उपलब्ध नहीं होंगे। इसलिए, कानून द्वारा उनके आधुनिकीकरण की आवश्यकता है। हम शुरू से ही हमारे ड्राइवर्स एसोसिएशन के निकट संपर्क में रहे हैं। हम न केवल अपने चॉफर्स एसोसिएशन के साथ, बल्कि हमारे सभी स्टेशन प्रमुखों के साथ कई बार मिले और आपसी विचार-विमर्श किया। हमने इस प्रक्रिया को अब तक पूर्ण परामर्श के तर्क के साथ लाया है। यहां हमारा मुख्य लक्ष्य अपने लोगों का अधिकतम लाभ उठाना है। दूसरे शब्दों में, हमने एक अधिक आरामदायक डॉल्मिज़्म समझ पर काम किया है। इस बीच, मैं ख़ुशी से कहना चाहूंगा कि हमारे चाफ़ेर्स एसोसिएशन और हमारे स्टेशन अध्यक्षों ने पत्थर के नीचे हाथ डाला है। मैं उन्हें धन्यवाद देता हूं। तीन विकल्प थे। उनमें से एक यह है कि मौजूदा मिनीबस को सीटों की संख्या में वृद्धि के साथ नए सिरे से जारी रखा जाएगा। दूसरे शब्दों में, वाहनों के मॉडल को बढ़ाकर, उन्हें विकलांगों के लिए अधिक उपयुक्त बनाते हुए, सिस्टम को जारी रखने के आराम को बढ़ाते हैं। दूसरा विकल्प 16 + 1 की सीटों की संख्या में वृद्धि करना और वाहनों की संख्या को कम करना और 3 को भागीदारों की संख्या में वृद्धि करना है। जैसा कि आप जानते हैं, Trabzon में हर dolmuş के दो साझेदार हैं। तीसरा सुझाव, सार्वजनिक बस की स्थिति में मिनीबस की संख्या बढ़ाने और उन्हें मिनीबस सेवा की पेशकश करने के लिए एक्सएनयूएमएक्स के ऊपर सीटों की संख्या में वृद्धि करना है। अगले कुछ हफ्तों में, हम अपने सभी वार्ताकारों को उनके फायदे और नुकसान के साथ इन विकल्पों को समझाने में सक्षम होंगे। कभी-कभी प्रेस में ऐसी खबरें आती हैं कि यह व्यवसाय टंगल में बदल गया है। उनका सम्मान नहीं किया जाना चाहिए। हमारे समन्वय के तहत प्रक्रिया जारी है। बशर्ते हमारे लोग बेहतर मिनीबस सेवा प्राप्त करें, इन विकल्पों के लिए हमारे ड्राइवर का दृष्टिकोण हमारे लिए महत्वपूर्ण है। जब वे आपस में यह निर्णय लेते हैं, तो हम उनके निर्णयों को गर्मजोशी से देखेंगे यदि वे गारंटी देते हैं कि हमारे लोग आरामदायक सेवा प्राप्त करेंगे। "
2019/12/06 03:41:35
https://hi.rayhaber.com/2019/11/%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%AD%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%97%E0%A4%BE/
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मार्च 18, 2017 Delta Options Trading Strategy लेखक अद्लीन टंडन 7234 आगंतुकों अगर कोई नवागंतुक किसी उत्पाद की पसंद के साथ कोई गलती नहीं करना चाहता है, तो उसे सावधानी से विश्लेषण करना होगा। आप इंटरनेट पर देख सकते हैं जो उत्पादों प्रासंगिक हैं यदि आप कोटेशन के तकनीकी विश्लेषण को स्पर्श करते हैं,मंच भी बहुत विस्तृत जानकारी प्रदान करने में सक्षम है, एमटी4 (Indian) जिसके माध्यम से बाजार में प्रवेश के इष्टतम बिंदुओं को ध्यान में रखना आसान है। इस प्रकार, एक अनुभवी व्यापारी गुणक को ध्यान में रखे बिना एक अनुबंध के भीतर लाभ का तीस प्रतिशत तक पहुंचने में सक्षम है। यदि आप एक गुणक लागू करते हैं, तो लाभ की मात्रा कई बार बढ़ सकती है। पूरे साल, प्रारंभिक निवेश से 300 प्रतिशत लाभ प्राप्त करना संभव है। एक अन्य विकल्प सामाजिक नेटवर्क में काम करना है आमतौर पर, यह किसी के स्वयं के ज्ञान से आय पर लागू नहीं होता है आप विशेष सेवाओं पर पंजीकृत हैं जो सामाजिक नेटवर्क के लिए कार्य जारी करते हैं। उदाहरण के लिए, "पसंद करें" डालकर, उपयोगकर्ता की सदस्यता लें या फिर एक रिकॉर्ड रिकॉर्ड बनाएं। वर्तमान समय में, BDSwiss प्लेटफॉर्म पर छह प्रकार के विकल्प अनुबंध उपलब्ध हैं: एबोलिट की एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता है सिफारिशें देना, मरीजों को उपचार देना। तो, मछली के साथ मछलीघर को देख, Aibolit सिफारिश की गई है पानी डालना या ताजा साथ इसका हिस्सा की जगह है, अक्सर एक परावर्तक शामिल है, पौधों कैसे मछली फ़ीड विविधता लाने के बारे में सलाह दे रही है इसलिए कमजोर नहीं थे,। जल्दी वसंत पौधों में एमटी4 (Indian) कमरे में चारों ओर देख रहे हैं, डॉक्टर उन्हें थकावट (उर्वरक), प्रत्यारोपण, छंटाई, अतिरिक्त पानी और इतने पर से "दवा" निर्धारित करता है।, Ie बसंत में उनके साथ वास्तव में क्या करने की जरूरत है। विशिष्ट चयन विधियां प्रत्येक समाधान कि फिटनेस को निर्धारित करती हैं और सर्वोत्तम समाधान के चुनाव को प्राथमिकता देती हैं। इस तरह मैं मनोरंजन के लिए जिम्मेदार था, न कि एमटी4 (Indian) कमाई के लिए। लेकिन फिर भी और इसकी मदद से पैसे कमाने (कम से कम पूरी तरह से सैद्धांतिक रूप से) संभव है, इसलिए इसे जीवन का अधिकार है। इस उपग्रह में मौसम विज्ञान संबंधी आंकड़ों और उपग्रह पर आधारित खोज और बचाव संबंधी उपकरण भी लगाए गए हैं। मेरा मानना ​​है कि यह लेख शुरुआती व्यवसायियों के लिए बहुत उपयोगी है। आखिरकार, नेटवर्क में कमाई, सबसे पहले, धैर्य और काम सिखाती है। सबकुछ स्पष्ट है और विस्तार से वर्णित है। उपयोगिता के लिए धन्यवाद। सबसे प्रसिद्ध रूसी सूचनात्मक व्यवसाय Azamat Ushanov है। यह जवान आदमी लाखों लोगों को अपना ज्ञान बेचता है। उपयोगकर्ता एक स्टॉप-लॉस सेट करता है, यानी, कीमत को ठीक करता है। यदि दौरान खिलाड़ी के अभाव शेयरों में गिर जाएगी, तो जब आप तक पहुँचने के लिए इस नंबर काम करेंगे «रोक नुकसान», और एक निश्चित मूल्य एक व्यापारी स्टॉक के पतन पर कम कीमत की तुलना में अधिक होने की पर शेयर बेच देंगे। यह फ़ंक्शन पैसे बचाने और नुकसान को कम करने में मदद करता है। कम रेडिएटर-एग्रीजन का सबसे मशहूर मॉडल एमएस-140 एम-300-0.9 (बेलारूसियों द्वारा निर्मित) है। इसके आयाम निम्नानुसार हैं: विनिमय दरें मुद्राओं है कि अलग अलग देशों या आर्थिक क्षेत्रों के लिए संबंधित के बीच सापेक्ष मान रहे हैं। आप एक विनिमय दर के साथ प्रस्तुत कर रहे हैं, यूरो / अमरीकी डालर के लिए, आप (इस मामले में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले यूरो) दूसरे के संबंध में एक मुद्रा के मूल्य के हवाले से किया जा रहा है कहते हैं। यही कारण है कि आप दो एक विनिमय दर बोली में मुद्राओं लेकिन केवल एक आंकड़ा देखें; एक के मूल्य में यह कितना आप दूसरे के साथ खरीद सकते हैं द्वारा निर्धारित किया जाता है। यह निरपेक्ष मूल्यों के मामले में लगता है कि जब यह मुद्राओं के लिए आता है के रूप में अपने मूल्यों अन्योन्याश्रित हैं कोई मतलब नहीं है। यह व्यापार विदेशी मुद्रा और व्यापार इक्विटी या वस्तुओं के बीच मुख्य अंतर में से एक है। Bitcoin अब ठीक ही सबसे प्रसिद्ध और दुनिया cryptocurrency में लोकप्रिय माना जाता है। इसके अलावा, यह भी सबसे महंगी के बाद से नहीं तो बहुत पहले खबर नवंबर में पिछले नीलामी में 1 बीटीसी के लिए पहले से ही 8 की तुलना में अधिक हजार। डालर दे दी है कि आ गया है। बेशक, किसी भी उत्पाद के साथ के रूप में आनंद मिलता है Bitcoin के लिए काफी मांग है कि की लागत का कुछ प्रचंड विकास की गतिशीलता की विशेषता है समय-समय पर काफी तेज मूल्यह्रास होते हैं। हालांकि, एक ही समय बाद cryptocurrency न केवल वापस जीतता है एक मूल्य में कमी, लेकिन यह भी जारी रखा मजबूत वृद्धि को दर्शाता है। निष्कर्ष: "धूम्रपान, हालांकि कानून द्वारा अनुमत, संविधान द्वारा गारंटीकृत अधिकारों के लिए प्रदान की गई कानूनी सुरक्षा के अधीन नहीं है"। संशोधन के समर्थक भी प्रवेश एमटी4 (Indian) द्वार पर चोरी का अंत करने की योजना बना रहे हैं सार्वजनिक स्थान, 10 मीटर गैर धूम्रपान क्षेत्र स्थापित करना। सबसे संदिग्ध समस्या निजी कारों में धूम्रपान पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है, अगर धूम्रपान करने वालों के साथ, बच्चे कई सालों से जा रहे हैं। लेकिन यह मूल रूप से इस नुस्खा के निष्पादन के साथ एक समस्या है। इस साल फरवरी में। तो शुरुआत से वास्तविक पैसे वापस लेने के साथ खेल की पसंद पर नज़र डालना बेहतर है। शुरुआती प्रशिक्षण में, आपको केवल मुफ्त वजन एमटी4 (Indian) का उपयोग करके भारी बुनियादी अभ्यासों का उपयोग करने की आवश्यकता है। Ichimoku क्लाउड बड़े खिलाड़ियों द्वारा माना जाता हैबाजार बहुत संदिग्ध है। प्रशंसकों की उपस्थिति को ट्रेंड उपकरण के विरोधियों की एक समान संख्या द्वारा मुआवजा दिया जाता है। शुद्ध रूप में, उपकरण कहीं भी (30-40%) के भीतर मुनाफे का एक बड़ा प्रतिशत नहीं लाता है। मुद्रा जोड़े के लिए मुख्य सिग्नल दुर्लभ हैं, महीने में 3-4 बार से अधिक नहीं। यह ब्याज दरों में और प्रत्याशित आंदोलनों को कम कर देता है क्योंकि पार्श्व खंभे उन तत्व हैं जिन पर कुर्सी का पीछे हट गया है। अक्सर वे कुर्सी के पीछे वाले पैरों में से एक होते हैं - उनकी निरंतरता। सीएफडी में निवेश जोखिम के बिना नहीं है जैसे ही मार्जिन के उपयोग से व्यापारियों को फायदा होता है, अगर स्थिति गलत दिशा में आगे बढ़ती है तो घाटे को बढ़ाया एमटी4 (Indian) जा सकता है।
2019/05/22 07:31:52
http://abercrombieandfitchfr.info/delta-options-trading-strategy/page-247833.html
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जुआ-सट्टा गेमिंग एप और वेबसाइट पर प्रतिबंध लगाने की मांग उठाई, कहा-युवाओं को लग रहा लत चूरू सांसद राहुल कस्वां ने लोकसभा में नियम 377 के अंतर्गत फैंन्टसी गेमिंग के नाम पर ऑनलाइन जुआ और सट्टा करवाने वाली वेबसाइट और मोबाइल एप को प्रतिबंधित करने की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को ऑनलाइन वेबसाइट के जरिए सट्टे की लत लगाई जा रही है। सांसद ने सदन में कहा कि कोरोना संकट के समय देश में मोबाइल डाटा के उपयोग में भारी वृद्धि देखी गई है। खासकर युवा वर्ग अधिकतर समय ऑनलाइन रहने लगा है। इस समय फैंन्टसी गेमिंग के नाम पर ऑनलाइन जुआ और सट्टा खिलाने वाली कंपनियां मोबाइल एप और ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से युवा वर्ग को भ्रमित कर रही है। उन्हें जुआ और सट्टा की लत लगाई जा रही है, जो भावी पीढ़ी के लिए भयावह स्थिति पैदा करने वाली है। कर्ज में फंस रहे युवा देश के अनेक नामचीन लोगों के द्वारा ऐसी भ्रामक कंपनियों का मिथ्या प्रचार-प्रसार किया गया, जिसकी वजह से देश के अनेकों युवा इस चंगुल में फंसते जा रहे हैं। आज स्थिति ये है कि देश के अनेकों युवा इस लत की वजह से कर्ज में दब कर गलत दिशा में बढ़ने लगे हैं। साथ ही साथ इनकी मानसिक स्थिति भी खराब होने लगी है। कर्ज में फंसे युवक-युवतियां अपराध की ओर भी अपने कदम बढ़ा रहे हैं, जिससे आने वाले समय में अत्यंत खतरनाक परिणाम आएंगे। सांसद ने सदन के माध्यम से सरकार से अनुरोध किया कि फैंन्टसी गेमिंग के नाम पर ऑनलाइन जुआ और सट्टा करवाने वाली वेबसाइट और मोबाइल एप को तुरंत प्रभाव से बैन किया जाए। ऐसी कंपनियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।
2022/05/16 16:24:13
https://www.samajkihalchal.page/2022/03/blog-post_947.html
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एसबीआई ने कर्ज महंगा किया | जर्मन चुनाव 2017 | DW | 16.08.2010 एसबीआई ने कर्ज महंगा किया नियंत्रण से बाहर जाती महंगाई को काबू में करने के लिए भारत के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंक एसबीआई की पहल. स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कार और होम लोन महंगा किया. बैंक में फिक्स डिपॉजिट करने वालों को ज्यादा ब्याज मिलेगा. सोमवार को कारोबारी दिन शुरू होते ही एसबीआई ने लैंडिंग रेट 50 बेसिक प्वाइंट बढ़ा दिया. इस बढ़ोत्तरी से कार लोन, होम लोन और औद्योगिक लोन महंगा हो जाएगा. नई दरें तुरंत प्रभाव से लागू हो गई है. घर, कार या कारोबार के लिए लोन लेने वालों को अब 12.25 फीसदी तक की दर से कर्ज चुकाना होगा. एक जुलाई से लोन के बेस रेट यानी न्यूनतम ब्याज की सीमा 7.5 फीसदी होगी. नए कर्जदारों को लोन कम से कम 7.5 फीसदी दर पर मिलेगा. बदलावों की जानकारी शेयर बाजार की नियामक संस्था सेबी को देते हुए एसबीआई ने कहा, ''बैंक ने प्राइम लैंडिंग के लिए बेंचमार्क 50 बेसिक प्वाइंट बढ़ाकर 11.75 से 12.25 फीसदी कर दिया है. यह 17 अगस्त से प्रभावी होगा.'' वहीं देश के सबसे बड़े बैंक ने फिक्स डिपॉजिट यानी स्थाई जमा खाते पर भी ब्याज दर बढ़ा दी है. एसबीआई में फिक्स डिपॉजिट करने वालों को 1.5 फीसदी ज्यादा ब्याज मिलेगा. उन्हें चार परसेंट तक रिटर्न मिलेगा. एसबीआई ने ब्याज दरें ऐसे वक्त बढ़ाई हैं जब महंगाई नियंत्रण में आती नहीं दिख रही है. हाल ही में रिजर्व बैंक ने भी बैंक रेट में बदलाव किया था. शनिवार को ही वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने व्यवासायिक बैंकों के प्रमुखों ने ब्याज दर बढ़ाने का आग्रह किया. सरकारी बैंक एसबीआई ने इस पर दो दिन बाद ही अमल कर दिया. महंगाई काबू में करने के लिहाज से यह अच्छा कदम साबित हो सकता है, बशर्ते ऐसा दूसरे बैंक भी करें. भारतीय बाजार में जरूरत से ज्यादा नकदी बह रही है. कर्ज महंगा करने और फिक्स डिपॉजिट बढ़ाने से नकदी को सोखने में मदद मिलेगी. अर्थशास्त्र में बाजार में ज़रूरत से ज्यादा पैसे के आने महंगाई का मुख्य कारण माना जाता है. एसबीआई पर और जानकारी के लिए क्लिक करें कीवर्ड State Bank of India, SBI, SBI loan, SBI deposit, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई, एसबीआई का लोन, फिक्स डिपॉजिट
2019/05/26 09:13:24
https://www.dw.com/hi/%E0%A4%8F%E0%A4%B8%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%86%E0%A4%88-%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE/a-5913838
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मकर संक्रांति आज, पूरे दिन स्नान का योग, सूर्य के राशि परिवर्तन का राशियों पर होगा यह असर - India Express News संगम पर तिल के तेल का जलाएं दीपक: सूर्य के संक्रमण से बचने के लिए संगम तट पर तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। द्वादश माधव के तहत भगवान वेणी माधव को प्रमुख तीर्थ के रूप में माना जाता है। इसलिए उन्हें दीप दान अवश्य करना चाहिए। खिचड़ी, तिल का दान फलदायी मकर संक्रांति पर खिचड़ी, तिल, गुड़, चावल, नीबू, मूली, उड़द दाल और द्रव्य का दान करना चाहिए। इस दिन सूर्य को आराध्य मानकर पितरों को भी तिल, दान करना पुण्यदायी है।
2020/07/13 05:25:06
http://www.indiaexpressnews.com/%E0%A4%AE%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A4%BF-%E0%A4%86%E0%A4%9C-%E0%A4%AA%E0%A5%82%E0%A4%B0%E0%A5%87-%E0%A4%A6%E0%A4%BF%E0%A4%A8/
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VIDEO बेलीपार: छापे के 48 घण्टे बाद ही सजने लगीं कच्ची शराब की दुकानें - Gorakhpur.finalreport.in VIDEO बेलीपार: छापे के 48 घण्टे बाद ही सजने लगीं कच्ची शराब की दुकानें By finalreport_grp July 28, 2018 No comment –कारोबारियों पर पुलिस का प्रभाव बेअसर गोरखपुर: जनपद के SSP के द्वारा कच्ची शराब के कारोबार के खिलाफ सख्ती करने के बाद भी बेलीपार थाना अंतर्गत डँवरपार बाजार स्थित ईंट भट्टे पर कच्ची का कारोबार भारी तादात में फल-फूल रहा है। क्षेत्र के तमाम ईंट भट्ठों पर कच्ची शराब का कारोबार पूर्ण रुप से बंद कर दिया गया है। लेकिन डँवरपार के इस ईट भट्टे पर कच्ची का कारोबार नहीं बंद हो पा रहा है। क्या कारण है आप खुद समझ सकते हैं। यह ईट भट्ठा जहां है, उसके आसपास घनी आबादी है। शराबियों के कारण शाम को महिलाएं टहलने तक नहीं जा पाती हैं। बहुत से घरों का चैन व सुख इस कच्ची शराब ने छीन रखा है। मजदूर इस बुरी लत में उलझे हुए हैं जिस कारण वह सारा पैसा कच्ची पर खर्च कर देते हैं। और परिवार में निरंतर कच्ची के कारण ही कलह मचा रहता है। क्षेत्र के समस्त ईंट भट्ठों पर कच्ची शराब बंद हो जाने के कारण डँवरपार के इस ईंट भट्ठे पर शाम होते ही मेले जैसा नजारा बन जाता है। यहां पुलिस का भी लोगों को डर नहीं है। बताते चलें कि बीते कुछ दिनों पहले बेलीपार पुलिस ने इस ईट भट्ठे पर छापा मारकर ढेरों लहन नष्ट किया था। लेकिन पुलिस के जाते ही फिर यहां कच्ची का कारोबार तेजी से फलने फूलने लगा है। ऐसे में दो सवाल उठते हैं। या तो यहां के कारोबारियों को पुलिस का कोई डर नहीं है या फिर इन्हें कहीं ना कहीं से समर्थन मिल रहा है। अब देखना यह है कि बेलीपार पुलिस डँवरपार ईट भट्टे पर मौजूद कच्ची के कारोबारियों के खिलाफ किस तरह के कदम उठाती है?
2019/02/22 22:14:31
http://gorakhpur.finalreport.in/top-news/illicit-liquor-business-still-flourishing-in-belipar-near-gorakhpur/
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न्यू इंडिया में बदल रही है महिलाओं की भूमिका | Perform India Home विशेष न्यू इंडिया में बदल रही है महिलाओं की भूमिका न्यू इंडिया में बदल रही है महिलाओं की भूमिका 'सामाजिक, आर्थिक जीवन के हर क्षेत्र में महिलाओं की बराबरी की भागीदारी सुनिश्चित करना हम सबका कर्तव्य, जिम्मेदारी और न्यू इंडिया का सपना है।' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का यह कथन न्यू इंडिया के निर्माण में महिलाओं की भूमिका को लेकर उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रधानमंत्री ने हर मंच से न्यू इंडिया में महिलाओं की बराबर की भागीदारी पर बल दिया है। प्रधानमंत्री न्यू इंडिया में सिर्फ महिलाओं के विकास की बात नहीं करते हैं, बल्कि वह कहते हैं कि "महिला विकास से आगे बढ़कर आज भारत का मंत्र है- महिलाओं के नेतृत्व में विकास।" श्री मोदी महिलाओं को राष्ट्र निर्माता बताते हैं, उनका स्पष्ट कहना है कि सामाजिक और आर्थिक तौर पर महिलाओं का सशक्तिकरण ही, उन्हें न्यू इंडिया में प्रभावशाली भूमिका के लिए तैयार कर सकता है। यह सिर्फ बातों में नहीं है, पिछले चार वर्षों में मोदी सरकार लगातार इस दिशा में काम भी कर रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि आज देश में इस तरह का वातावरण तैयार हो चुका है, जहां समाज में महिलाओं की अग्रणी भूमिका को लेकर सोचा जाने लगा है। महिलाओं को लेकर दशकों से चली आ रही दकियानूसी सोच में बदलाव आ रहा है। इससे भी आगे बढ़कर महिलाएं आज अपने दम पर अपना रास्ता, अपना भविष्य तय कर रही हैं। पहली बार मंत्रिमंडल में 9 महिला मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मई, 2014 में जब देश की बागडोर संभाली थी, तभी उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में 9 महिला मंत्रियों को शामिल कर महिलाओं के नेतृत्व में विकास को लेकर अपने दृष्टिकोंण को दिखा दिया था। ऐसा पहली बार हुआ है कि केंद्र सरकार में 9 महिला मंत्री हैं और उनमें भी 6 कैबिनेट मंत्री हैं। श्रीमती सुषमा स्वराज जहां विदेश मंत्री की जिम्मेदारी निभा रही हैं, वहीं श्रीमती निर्मला सीतारमण रक्षा मंत्री के पद पर हैं। इनके अलावा उमा भारती, मेनका गांधी, स्मृति ईरानी और हरसिमरत कौर कैबिनेट मंत्री हैं, जबकि कृष्णा पाल, साध्वी निरंजना ज्योति और अनुप्रिया पटेल राज्य मंत्री हैं। कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (सीसीएस) में भी पहली बार दो महिला मंत्री शामिल हैं। देश की सबसे प्रमुख इस समिति के सदस्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण शामिल हैं। सेना में महिला अधिकारियों को जिम्मेदारी महिलाओं के नेतृत्व में विकास की सोच जब आगे बढ़ी तो हर क्षेत्र में फैलती गई। सेना में महिला अधिकारियों को पहले ग्राउंड पर ही तैनाती मिलती थी, उन्हें लड़ाकू विमान उड़ाने की अनुमति नहीं थी। मोदी सरकार के महिलाओं को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने की नीति का ही नतीजा है कि आज सेना में महिला अफसरों को ऐसी जिम्मेदारियां दी जा रही हैं, जो पहले सिर्फ पुरुष अधिकारियों को दी जाती थीं। सेना में पहले केवल पुरुष पायलट ही लड़ाकू विमान उड़ाते थे, लेकिन अब फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली महिला पायलट बन चुकी हैं। अवनि के अलावा मोहना सिंह और भावना कंठ की भी फाइटर पायलट के रूप में नियुक्ति हुई है। मोदी सरकार ने 2015 में पहली बार नौसेना में महिलाओं को शामिल करने का निर्णय लिया और इसी फैसले के बाद शुभांगी स्वरूप के रूप में नेवी को पहली महिला पायलट मिली। सेना में महिला सशक्तिकरण के चलते ही इस वर्ष गणतंत्र दिवस परेड में महिला कमांडो दस्ते ने हैरतअंगेज करतब दिखाए। प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं को प्राथमिकता सरकार और सेना में महिलाओं की भूमिका बढ़ने से बड़े स्तर पर यह संदेश गया कि अब वो वक्त आ गया है, जब एक बार फिर महिलाएं अग्रणी भूमिका निभाने को तैयार हैं। इस संदेश को और प्रभावी करने के लिए मोदी सरकार ने जनसामान्य के बीच महिलाओं की स्थिति बेहतर करने की भी ठानी। सरकार की हर योजना में महिलाओं को केंद्र में रखा गया। प्रधानमंत्री आवास योजना का ही उदाहरण लें, इस योजना में मोदी सरकार ने महिलाओं को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया। इस योजना के तहत शहरों और गांवों में 2022 तक जो 2 करोड़ मकान बनाए जाने हैं, उनकी रजिस्ट्री या तो सिर्फ महिलाओं के नाम पर या फिर महिला और उसके पति दोनों के नाम पर करना अनिवार्य किया गया है। यह समाज में महिलाओं को मजबूत करने की दिशा में बहुत प्रभावकारी है, क्योंकि अब सरकारी मदद से जिन्हें मकान दिया जाएगा, आधिकारिक तौर पर उन परिवारों की मुखिया महिला होगी। महिला उद्यमिता और कौशल विकास को बढ़ावा प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ने कई और ऐसी पहल की हैं, जिनसे महिलाओं में आत्मविश्वास जागा है और वो अपने दम पर आर्थिक और सामाजिक तौर पर सशक्त होने के लिए आगे आई हैं। जैसे कि, केंद्र सरकार ने युवाओं और बेरोजगारों को स्वावलंबी बनाने के लिए मुद्रा योजना शुरू की, जिसमें बगैर किसी बैंक गारंटी के स्वरोजगार के लिए ऋण दिया जाता है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इस मुद्रा योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाएं उठा रही हैं। मुद्रा योजना के अंतर्गत 11 करोड़ से अधिक लाभार्थीं हैं, लेकिन इनमें 70 प्रतिशत से अधिक लगभग 7.88 करोड़ महिला उद्यमी हैं। इसी प्रकार महिला उद्यमियों के प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई स्टैंडअप इंडिया योजना का भी महिलाओं ने फायदा उठाया और इसके अंतर्गत लगभग 31,000 महिला उद्यमियों को 6,895 करोड़ का लोन दिया गाया है। मतलब साफ है कि महिलाओं को जब अवसर मिलता है, तो वह उसका फायदा उठाने में सबसे आगे रहती हैं। इसी प्रकार जनधन योजना को ही लें, देश की ग्रामीण आबादी को बैंकिंग सुविधा से जोड़ने के लिए शुरू की गई इस महात्वाकांक्षी योजना का लाभ उठाने में भी महिलाएं सबसे आगे हैं। जनधन योजना के अंतर्गत 31 करोड़ से अधिक खाते खोले गए हैं और इनमें से आधे से अधिक यानी लगभग 16.42 करोड़ खाते महिलाओं के नाम पर खुले हैं। न्यू इंडिया में भागीदार बन रही हैं महिलाएं न्यू इंडिया में महिलाएं आगे बढ़ना चाहती हैं, अपने परिवार का आर्थिक सहारा बनना चाहती हैं, बस उन्हें उचित माहौल और अवसर की तलाश होती है। मोदी सरकार बस यही तो कर रही है। जैसे कामकाजी महिलाओं को रोजगार के ज्यादा अवसर मिले इसके लिए श्रम कानून में बदलाव कर उन्हें रात्रि पाली में भी नौकरी का विकल्प दिया गया है। नौकरीपेशा महिलाओं को गर्भवती होने पर मातृत्व अवकाश 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह किया गया है, ताकि वे बेफिक्र होकर अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को बखूबी निभा सकें और उन्हें पूरा करने के बाद दोबारा नौकरी पर जा सकें। इसी प्रकार 50 से अधिक कर्मचारियों वाले दफ्तरों में क्रेच की सुविधा अनिवार्य की गई है। यही वो छोटी-छोटी चीजें हैं तो महिलाओं में आत्मविश्वास जगा रही हैं। नारी शक्ति का यही आत्मविश्वास है जिसकी वजह से मुंबई के माटुंगा और राजस्थान के गांधी नगर रेलवे स्टेशन का पूरा संचालन महिला कर्मचारी संभाल रही हैं। केंद्र सरकार ने बस उन्हें आगे बढ़ने का मौका दिया और इन महिला कर्मचारियों ने वो कर दिखाया जो असंभव सा लगता था। न्यू इंडिया की शिक्षित और स्वस्थ्य नारी एक और मुद्दा है महिला की शिक्षा व स्वास्थ्य का, जो महिलाओं के आगे बढ़ने में सबसे बड़ा अवरोधक है। इसके लिए भी मोदी सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 फरवरी 2018 को चेन्नई में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि "जब हम महिला को शिक्षित करने में मदद करते हैं, तो पूरे परिवार को शिक्षित करने में मदद करते हैं, जब हम उसे अच्छे स्वास्थ्य की सुविधा देते हैं, तो इससे पूरे परिवार को स्वास्थ्य की उत्तम सुविधा मिलती है।" इसके लिए सरकार बनने के बाद ही काम शुरू कर दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने बेटियों के प्रति सोच में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाले बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का वादा 2014 में चुनाव के वक्त अपने घोषणापत्र में भी किया था। जिन 161 जिलों में इस अभियान को शुरू किया गया है, वहां कन्या भ्रूण हत्या पर लगाम लगी है और प्रति हजार लड़कों के अनुपात में लड़कियों की संख्या में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी दर्ज की गई है। अब बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओं योजना को देशभर के 640 जिलों में लागू किया जा रहा है। सरकार ने जब रास्ता दिखाया तो समाज भी आगे आया, सेल्फी विथ डॉटर सरकार की नहीं बल्कि समाज की सोच का नतीजा था, इसे हरियाणा के एक गांव के लोगों ने शुरू किया था, जो बाद में पूरे देश में एक अभियान बन गया। इसी प्रकार सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत सरकार ने लड़कियों के भविष्य के लिए बचत खाते में अधिक ब्याज देने का फैसला किया और इसे देश के नागरिकों ने हाथों हाथ लिया। आज देशभर में बेटियों के आर्थिक सशक्तिकरण को बल देने वाली इस योजना के तहत 1.26 करोड़ बैंक खाते खोले जा चुके हैं। शिक्षित और स्वस्थ्य नारी ही न्यू इंडिया की अगुवाई कर सकती है, इसीलिए राष्ट्रीय पोषण मिशन, किलकारी, प्रधानमंत्री मातृवंदना योजना जैसे कई कार्यक्रम हैं, जिनके माध्यम से देश की नारी शक्ति को बेहतर स्वास्थ्य उपलब्ध कराया जा रहा है। अब देखिए जब सरकार आगे आती है, तो देशवासी भी अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं, प्रधानमंत्री ने आह्वान किया कि हर महीने की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं के निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण को देश के निजी डॉक्टर आगे आएं। 'प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान' नाम की इस योजना में निजी महिला डॉक्टर सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की निशुल्क जांच करती हैं। इस अभियान में हजारों महिला डॉक्टर आगे आई हैं और हर महीने यह काम कर रही हैं। मोदी सरकार महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर कितनी सजग और सरकारी योजनाओं को किस तरह महिलाओं को केंद्रित कर आगे बढ़ाया जा रहा है इसका सबसे सटीक उदाहरण हैं, उज्ज्वला योजना और स्वच्छ भारत अभियान। हमारे देश में ग्रामीण क्षेत्र की करोडों महिलाओं को चूल्हे में खाना बनाना पड़ता है और इससे निकलने वाला धुआं उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल असर डालता है। मोदी सरकार ने उज्ज्वला योजना चलाई है, जिसके अंतर्गत मुफ्त में गैस कनेक्शन दिया जा रहा है। महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर यह योजना क्रांतिकारी साबित हुई है, अब तक 3.5 करोड़ मुफ्त गैस कनेक्शन गरीब महिलाओं को धुएं से आजादी दिला चुके हैं, लक्ष्य 8 करोड़ गैस कनेक्शन देने का है। इसी तरह स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में 4 करोड़ शौचालय बनाए जा रहे हैं, इसका भी सबसे अधिक फायदा महिलाओं को होगा। यह वो सोच है जो महिलाओं को प्रति नजरिया बदलने में सफल हो रही है। मुस्लिम महिलाएं भी बराबरी के लिए आगे आईं जब हर क्षेत्र और वर्ग की महिलाएं आगे आ रही हैं, न्यू इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बढ़ा रही हैं तो फिर मुस्लिम महिलाओं को भी बल मिला है। पिछले वर्षों में मुस्लिम महिलाओं उनके खराब आर्थिक और सामाजिक हालात के लिए जिम्मेदार तीन तलाक के खिलाफ आंदोलन चलाया। मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं की इस मांग को गंभीरता से लिए और तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की पहल की। तीन तलाक से जुड़ा बिल लोकसभा में पास हो चुका है। इसके साथ ही मेहरम के द्वारा 45 वर्ष से अधिक उम्र की मुस्लिम महिलाओं को हज पर जाने की अनुमति दी गई। यह सब महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रहा है। मुस्लिम समाज में वैसे ही शिक्षा का आभाव है, उसमें भी लड़कियों की शिक्षा का बुरा हाल है। ऐसे में केंद्र सरकार ने शादी शगुन योजना की शुरुआत की है, जिसमें ग्रेजुएशन तक पढ़ाई पूरी करने वाली मुस्लिम लड़कियों को 51,000 रुपये की राशि दी जाती हैं, इससे मुस्लिम समाज में लड़कियों की शिक्षा के प्रति सोच में बदलाव आया है।
2022/01/19 16:41:22
https://www.performindia.com/changing-role-of-women-in-new-india/
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तीन तलाक सम्बन्धी विधेयक के मसौदे पर योगी सरकार ने जताई सहमति | Jharkhand News | Ranchi News Portal | Jharkhand News in hindi | Ranchi News | Latest |Ranchi Smart City | News Jharkhand Lucknow, 06 December: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने तीन तलाक पर केन्द्र के प्रस्तावित विधेयक के मसौदे से सहमति व्यक्त की है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कल शाम हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में तीन तलाक पर प्रस्तावित विधेयक के मसौदे पर रजामंदी जाहिर की गयी. राज्य सरकार के प्रवक्ता स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने यहां बताया कि केन्द्र ने राज्य सरकार को वह मसविदा भेजते हुए 10 दिसम्बर तक उस पर राय देने को कहा था. मंत्रिपरिषद की सहमति मिलने के बाद इसे वापस केन्द्र के पास भेजा जाएगा. मसौदे में तीन तलाक या तलाक-ए-बिद्दत संज्ञेय और गैर-जमानती अपराध करार देते हुए इसके दोषी को तीन साल कैद की सजा का प्रावधान किया गया है. साथ ही तीन तलाक देने पर पत्नी और बच्चों के भरण-पोषण का खर्च भी देना होगा.
2017/12/15 19:55:58
http://newswing.com/en/Yogi%20Sarkar%20agreed%20draft%20three%20divorced%20legislation
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एलान के बाद भी 32 हजार शिक्षामित्रों का नहीं बढ़ा मानदेय, अप्रैल से मानदेय बढ़ोत्तरी की आस लगाए शिक्षामित्रों को निराशा लगी हाथ - Basic Shiksha News | बेसिक शिक्षा समाचार | प्राइमरी का मास्टर | Primary Ka Master | Shikshamitra Home MANDEYA SHIKSHAMITRA एलान के बाद भी 32 हजार शिक्षामित्रों का नहीं बढ़ा मानदेय, अप्रैल से मानदेय बढ़ोत्तरी की आस लगाए शिक्षामित्रों को निराशा लगी हाथ एलान के बाद भी 32 हजार शिक्षामित्रों का नहीं बढ़ा मानदेय, अप्रैल से मानदेय बढ़ोत्तरी की आस लगाए शिक्षामित्रों को निराशा लगी हाथ 6:53 AM MANDEYA, SHIKSHAMITRA इलाहाबाद : प्रदेश सरकार शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाने का एलान कर चुकी है लेकिन, उस पर अब तक अमल नहीं हुआ है। शिक्षामित्रों को उम्मीद थी कि घोषणा का एक अप्रैल से अनुपालन हो जाएगा लेकिन, 32 हजार शिक्षामित्रों को निराशा हाथ लगी है। ⚫ शिक्षामित्रों का मानदेय हुआ जारी, 3 माह का जारी हुआ मानदेय, अभी 3500 रुपये प्रति माह की दर से ही मिला मानदेय, माह-मार्च से अप्रैल 2017 तक का जनपदवार आवंटन देखें सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक डॉ. वेदपति मिश्र ने शुक्रवार को तीन माह का लंबित मानदेय बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेजा है। इसमें सभी को पुराने दर 3500 रुपये प्रतिमाह की दर पर भुगतान हुआ है। बेसिक विद्यालयों में करीब 26500 सर्व शिक्षा अभियान व 5500 बेसिक शिक्षा परिषद के तहत शिक्षामित्र हैं। इन्हें लंबे समय से पुरानी दर पर ही भुगतान हो रहा है। यह शिक्षामित्र शिक्षक के रूप में समायोजन की मांग कर रहे हैं। प्रदेश की भाजपा सरकार ने इन शिक्षामित्रों का मानदेय बढ़ाकर दस हजार रुपये करने को कहा था, लेकिन उनका प्रस्ताव अब तक लंबित है। प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार यादव ने सरकार से मांग की है कि वह अपने वादे पर अमल करे। चयन बोर्ड में नियुक्तियां होंगी प्रभावित : माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र की सचिव रूबी सिंह के तबादले के बाद नियुक्तियां प्रभावित होने के पूरे आसार हैं। इसकी वजह यह है कि 15 जुलाई से 2011 प्रवक्ता व स्नातक शिक्षक के रिजल्ट जारी होने की घोषणा की गई थी यह परिणाम सचिव की ही देखरेख में जारी होते रहे हैं। साथ ही 2016 की लिखित परीक्षा अक्टूबर होने पर भी संशय बना है। उसकी भी जिम्मेदारी सचिव को ही सौंपी गई थी। अब तक चयन बोर्ड में सचिव के पद पर कोई तैनाती नहीं हुई है। इससे अभ्यर्थी असमंजस में है। सभी सोमवार से आंदोलन छेड़ने की तैयारी में है। अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक नया सचिव तैनात न हो चयन बोर्ड सचिव रूबी को कार्यमुक्त न करें। एलान के बाद भी 32 हजार शिक्षामित्रों का नहीं बढ़ा मानदेय, अप्रैल से मानदेय बढ़ोत्तरी की आस लगाए शिक्षामित्रों को निराशा लगी हाथ Reviewed by Sona Trivedi on 6:53 AM Rating: 5
2018/12/12 19:35:08
http://news.primarykamaster.com/2017/07/32.html
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नए साल से ऑनलाइन फूड मंगाना आपको पड़ेगा महंगा नए साल से ऑनलाइन फूड मंगाना आपको पड़ेगा महंगा Syed Dabeer Hussain - RE GST काउंसिल की 45वीं बैठक के दौरान कई मामलों पर चर्चा की गई और कई बड़े फैसले भी लिए गए थे। जिसके तहत नए साल से Swiggy, Zomato आदि ऑनलाइन फूड मंगाना आपको महंगा पड़ेगा। 30 Dec, 2021, 6:29 pm राज एक्सप्रेस। गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लागू होने के बाद से ही लगातार GST में बदलावों के लिए काउंसिल बैठक की जाती है। इस बैठक में मुख्य भूमिका वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की होती है और वो ही बैठक की अध्यक्षता करती है। वहीं, अब 17 सितंबर, 2021 को GST काउंसिल की 45वीं बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई थी। इस बैठक के दौरान कई मामलों पर चर्चा की गई और कई बड़े फैसले भी लिए गए थे। जिसके तहत नए साल से Swiggy, Zomato आदि एप (Food delivery App) से खाना मंगाना आपको महंगा पड़ेगा। महंगा पड़ सकता खाना आर्डर करना : दरअसल, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में 17 सितंबर, 2021 को आयोजित होने हुई GST काउंसिल की 45वीं बैठक में चर्चा के बाद सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना काल के दौरान रेस्तरां खुलने के बावजूद भी बड़ी संख्या में लोगों ने बाहर रेस्तरां में जाकर खाना खाने की तुलना में खाना ऑर्डर करके घर पर मंगवाया है, जिससे अब लोग ज्यादातर ऑनलाइन फूड डिलीवरी एप्स का इस्तेमाल करने लगे हैं। ऐसे में अब GST काउंसिल ने ऑनलाइन फूड डिलीवरी को महंगा कर दिया है। GST काउंसिल की बैठक में ऑनलाइन फूड डिलीवरी एप्स को 5% GST के दायरे में लाने की मांग को मंजूरी भी मिल गई थी इस मंजूरी के बाद कमेटी द्वारा फूड डिलीवरी एप्स को 5% GST के दायरे में कर दिया है। इसलिए अब Swiggy, Zomato जैसी एप्स से खाना आर्डर करना महंगा पड़ेगा। ग्राहकों पर भी पड़ेगा असर : बताते चलें, सरकार द्वारा ऑनलाइन डिलिवरी करने वाली कंपनियों पर 1 जनवरी 2022 से 5% GST लगना शुरू हो जाएगा। जबकि, अभी तक रेस्टोरेंट इस टैक्स को चुकाते हैं, मगर नए नियम के लागू होने के बाद यह टैक्स फूड डिलीवरी कंपनियां करेंगी और यह नई व्यवस्था देशभर में 1 जनवरी 2022 से शुरू कर दी जाएंगी। हालांकि, यूजर्स पर इसका कोई फर्क नहीं पड़ना चाहिए, क्योंकि यह बात पहले ही सामने आचुकी हैं कि, सरकार यह टैक्स ग्राहकों से नहीं, बल्कि ऐप कंपनियों से वसूलेगी, लेकिन इसका असर ग्राहकों पर इसलिए पड़ेगा क्योंकि, ज्यादातर ऐसा होता है अगर सरकार कंपनियों से किसी तरह का चार्ज वसूलती हैं तो वह कंपनियां ग्राहकों से ज्यादा कीमत वसूलने लगती हैं। खाने-पीने की चीजे हुई महंगी : बताते चलें, GST काउंसिल की 45वीं बैठक के बाद कुछ खाने-पीने की चीजे महंगी हुई हैं। इनमें - कार्बोनेटेड फ्रूट ड्रिंक महंगा हुआ है क्योंकि इस पर 28% का GST और उसके ऊपर 12% का कंपनसेशन सेस लगेगा। जबकि पहले इस पर सिर्फ 28% का GST लगता था।
2022/01/19 11:41:08
https://www.rajexpress.co/business/5-gst-will-apply-on-food-delivery-app-from-1-jan
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Rajkummar rao birthday special know about his personal life 3266588 - Birthday Special: स्कूल टाइम से ही किताबों से ज्यादा एक्टिंग में लगता था राजकुमार का दिल - Latest News & Updates in Hindi at India.com Hindi राजकुमार का नाम कुछ उन स्टार्स में शुमार किया जाता है जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इंडस्ट्री में खास मुकाम हासिल किया है. Published: August 31, 2018 1:08 PM IST बॉलीवुड के उभरते सितारे राजकुमार राव का आज जन्मदिन है. राजकुमार का नाम कुछ उन स्टार्स में शुमार किया जाता है जिन्होंने अपनी मेहनत के दम पर इंडस्ट्री में खास मुकाम हासिल किया है. वह हर किरदार को न सिर्फ शिद्दत से निभाते हैं बल्कि उसमें जान डाल देते हैं. राजकुमार का जन्म 31 अगस्त 1984 को गुड़गांव (हरियाणा) में हुआ था। आज उनके जन्मदिन के खास मौके पर बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ जरूरी और दिलचस्प बातें. राजकुमार ने क्लास 10 में ही एक्टिंग करने का फैसला कर लिया था. राजकुमार ने बताया कि वह पढ़ाई के दौरान ही थिएटर किया करते थे. राजकुमार को असली पहचान फिल्‍म 'काई पो चे' से मिली पर उनको बॉलीवुड में असली और बड़ी पहचान दिबाकर बनर्जी की 'लव सेक्‍स और धोखा' और 'रागिनी एमएमएस' जैसी फिल्‍मों से मिली. फिल्म बरेली की बर्फी में उनके किरदार को दर्शकों की तरफ से काफी सराहा गया. राजकुमार बताते हैं कि इंडस्ट्री में इस मुकाम तक पहुंचना इतना आसान नहीं था इसके लिए उन्हें काफी पापड़ बेलने पड़े. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने खुलासा करते हुए कहा था, ऐसा कई बार हुआ जब मुझे गोरा रंग और मस्क्यूलर बॉडी नहीं होने के कारण कोई भी कास्ट करने को तैयैर नहीं था. समय बीतने के साथ उनकी बॉन्डिंग डायरेक्टर हंसल मेहता के साथ कुछ ऐसी जमी कि उनके साथ सिटी लाइट्स और ओमेर्टा जैसी फिल्में साइन कर दीं. When you unintentionally dress up like Vito Corleone 😎 A post shared by Raj Kummar Rao (@rajkummar_rao) on Jul 10, 2018 at 9:37pm PDT ओमेर्टा फिल्म में उन्होंने एक आतंकवादी की भूमिका बहुत उम्दा तरीके से निभाई है. उन्हें देखकर लगता है कि इस रोल के लिए उन्होंने काफी मेहनत की होगी. इंडिया.कॉम की पूरी टीम की तरफ से राजकुमार राव को जन्मदिन की बधाई.
2020/01/28 16:12:37
https://www.india.com/hindi-news/entertainment-hindi/rajkummar-rao-birthday-special-know-about-his-personal-life-3266588/
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Navratri 2018 Durga Puja Maa Brahmacharini Puja Vidhi Timing Importance Of Maa Brahmacharini Navratri Songs Whatsapp Status Images Messages As | Navratri 2018: नवरात्र के दूसरे दिन ऐसे करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा - Firstpost Hindi DEL 36/2 (6.0) Navratri 2018: नवरात्र के दूसरे दिन ऐसे करें मां ब्रह्मचारिणी की पूजा बताया जाता है कि देवी का ये स्वरूप अनंत फल देने वाला है. जो लोग पूरी श्रद्धा भाव के साथ देवी की भक्ति करते हैं उनके अंदर तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम की वृद्धि होती है Updated On: Oct 11, 2018 03:56 PM IST आज यानी गुरुवर को नवरात्र का दूसरा दिन है. इस दिन मां ब्रह्मचारिणी के स्वरूप की पूजा की जाती है. माता ब्रह्मचारिणी हिमालय और मैना की पुत्री हैं. इन्होंने देवर्षि नारद जी के कहने पर भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की. मान्यता है कि भगवती ने एक हजार वर्षों तक फलों का सेवन कर तपस्या की थी. इसके बाद तीन हजार वर्षों तक पेड़ों की पत्तियां खाकर तपस्या की जिससे प्रसन्न होकर ब्रह्मा जी ने इन्हें मनोवांछित वरदान दिया. इसके फलस्वरूप यह देवी भगवान भोले नाथ की वामिनी अर्थात पत्‍‌नी बनी. देवी की इस कठिन तपस्या के कारण ही इन्हें तपश्चारिणी अर्थात्‌ ब्रह्मचारिणी नाम से जाना गया. ब्रह्म का अर्थ है तपस्या और चारिणी का अर्थ है आचरण करने वाली. इस प्रकार ब्रह्मचारिणी का अर्थ होता है तप जैसा आचरण करने वाली. जो व्यक्ति अध्यात्म और आत्मिक आनंद की कामना रखते हैं, उन्हें इस देवी की पूजा से सहज यह सब प्राप्त होता है. या देवी सर्वभू‍तेषु माँ ब्रह्मचारिणी रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: इस दिन सुबह उठकर स्नान करके मां ब्रह्मचारिणी की उपासना के समय पीले या सफेद वस्त्र पहनें. इसके अलावा इस दिन मां ब्रह्मचारिणी को सफेद वस्तुएं अर्पित करें, जैसे- मिश्री, शक्कर या पंचामृत. इसके बाद दीपक जलाकर माता का ध्यान करें. उन्हें दूध, दही, शक्कर, घृत और मधु से स्नान करवाएं. फिर फूल, अक्षत, रोली और चंदन से पूजा करें. प्रसाद के पश्चात आचमन और फिर पान, सुपारी भेंट कर इनकी प्रदक्षिणा करें. कलश देवता की पूजा के पश्चात इसी प्रकार नवग्रह, दशदिक्पाल, नगर देवता, ग्राम देवता, की पूजा करें. इनकी पूजा के पश्चात माता ब्रह्मचारिणी की पूजा करें Tags: google newsmaa durgamaa durga puja vidhinavratriNavratri 2018navratri maa durga pujanavratri maa durga puja samagrinavratri maa durga puja vidhinavratri pujanavratri puja 2018navratri puja mantranavratri puja muhuratnavratri puja procedurenavratri puja samagrinavratri puja timenavratri puja timingsnavratri puja vidhiब्रह्मचारिणी पूजाविधि और कथामां दुर्गामां ब्रह्मचारिणीमां ब्रह्मचारिणी पूजा विधि
2021/09/25 10:32:00
https://hindi.firstpost.com/aastha/navratri-2018-durga-puja-maa-brahmacharini-puja-vidhi-timing-importance-of-maa-brahmacharini-navratri-songs-whatsapp-status-images-messages-as-153632.html
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2021-02-25T13:10:31Z
https://blddemo.space/kat-9/page-2770.html
OSCAR-2109
जस्टिस नागारात्ना भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं ,9 नामों पर केंद्र की मुहर - The Lucknow Tribune नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की ओर से भेजे गए सभी 9 जजों की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इन 9 जजों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। इन नामों में से कोई एक आने वाले समय में भारत की पहली महिला तीफ जस्टिस ऑफ इंडिया भी बन सकती हैं। कॉलेजियम ने जिन नामों की सिफारिश की है उनमें कर्नाटक हाई कोर्ट की जस्टिस बीवी नगरत्ना, तेलंगाना हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस हिमा कोहली, गुजरात हाईकोर्ट की जस्टिस बेला त्रिवेदी के नाम भी हैं। बाकी नामों में नामों में जस्टिस अभय श्रीनिवास ओका (कर्नाटक हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश), विक्रम नाथ (गुजरात हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश), जितेंद्र कुमार माहेश्वरी (सिक्किम हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश) , सीटी रविकुमार (केरल हाई कोर्ट में न्यायाधीश) और एमएम सुंदरेश (केरल हाई कोर्ट में न्यायाधीश) शामिल हैं। मौजूदा समय में सुप्रीम कोर्ट में 24 न्यायाधीश हैं। नौ जजों की नियुक्ति के बाद भी शीर्ष न्यायालय में एक पद खाली रहेगा। खबर के मुताबिक, केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की तरफ से दिए गए सभी 9 नामों पर मंजूरी दे दी है। सिफारिश किए गए नामों में से जस्टिस नागारात्ना भारत की पहली महिला चीफ जस्टिस बन सकती हैं। हालांकि, वह 25 सितंब से 29 अक्टूबर 2027 तक के छोटे समयावधि के लिए यह पद संभाल सकती हैं। वर्तमान में जस्टिस बीवी नागरत्ना कर्नाटक हाई कोर्ट में जज हैं. वे साल 2008 में कर्नाटक हाई कोर्ट में बतौर एडिशन जज आई थीं. इसके दो साल बाद उन्हें स्थायी जज बना दिया गया था. जस्टिस बीवी नागरत्ना द्वारा कई महत्वपूर्ण फैसले दिए गए हैं. साल 2012 में जब केंद्र को ब्रॉडकास्ट मीडिया को रेगुलेट करने के निर्देश दिए गए थे, तब हाई कोर्ट की उस बेंच का हिस्सा जस्टिस नागरत्ना भी थीं. वहीं साल 2019 में उनकी बेंच की तरफ से बड़ा फैसला सुनाते हुए कहा गया था कि मंदिर "व्यावसायिक प्रतिष्ठान" नहीं हैं और उसके कर्मचारी ग्रेच्युटी के हकदार भी नहीं. साल 2020 में एक डिवोर्स मामले में भी महिला सशक्तिकरण पर जस्टिस बीवी नागरत्ना ने जो टिप्पणी की थी, वो खूब सुर्खियों में रही. उन्होंने कहा था कि लोग हमेशा महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं, लेकिन समाज को नहीं पता कि सशक्त महिलाओं संग कैसा व्यवहार करना चाहिए. माता-पिता भी अपने बेटों को नहीं सिखाते कि एक सशक्त महिला के साथ कैसा बर्ताव रखना चाहिए. लड़कों के साथ यही सबसे बड़ी समस्या है. वैसे एक वक्त ऐसा था जब जस्टिस बीवी नागरत्ना को हाई कोर्ट के दो अन्य न्यायधीशों संग एक कमरे में बंद कर दिया गया था. ये घटना नवंबर 2009 की थी जब विरोध कर रहे कुछ वकीलों ने ये हैरान कर देने वाला कदम उठाया था. उस घटना पर तब जस्टिस बीवी नागरत्ना ने कहा था कि वे नाराज नहीं हैं, लेकिन दुख जरूर है कि उनके साथ ऐसा किया गया. जस्टिस बीवी नागरत्ना के करियर की बात करें तो उन्होंने बतौर वकील साल 1987 में अपने करियर की शुरुआत की थी. उनकी तरफ से संवैधानिक और वाणिज्यिक कानूनों के विषय पर प्रैक्टिस शुरू की गई थी. उन्होंने पूरे 23 साल तक वकालत की थी और उसके बाद बतौर जज भूमिका संभाली. अब कहा जा रहा है कि साल 2027 में वे देश की पहली महिला मुख्य न्यायधीश बन सकती हैं. हाई कोर्ट जजेस की सिनियोरिटी के मामले में अभी वे 33वें स्थान पर हैं. अगर भारत सरकार द्वारा उनके नाम पर मुहर लगा दी जाती है तो 23 सितंबर 2027 से 29 अक्टूबर 2 2027 तक वो पद संभाल सकती हैं. वैसे जानकारी के लिए बता दें कि जस्टिस बीवी नागरत्ना सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस रह चुके ईएस वेंकटरमैया की बेटी हैं. उनके पिता ने खुद 6 महीने तक उस पद को संभाला था. अब अगर बीवी नागरत्ना को ये जिम्मेदारी दी जाती है तो ये भारत के लिए ऐतिहासिक पल होगा. खुद पूर्व मुख्य न्यायाधीश एसए बोबडे ने कहा था कि भारत को अब एक महिला मुख्य न्यायाधीश देने का समय आ गया है.
2022/07/07 17:16:35
https://thelucknowtribune.com/%E0%A4%9C%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%BF%E0%A4%B8-%E0%A4%A8%E0%A4%BE%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A8%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95/
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News and Views - Latest News, News, News Today ऋषभ पंत जल्द ही अंतिम एकादश में वापसी करेंगे : रिकी पोंटिंग – Mumbai Press :: Official Site साउथ अफ्रीका से हार के बाद विराट कोहली ने छोड़ी टेस्ट की कप्तानी ... एशेज पांचवा टेस्ट : दूसरे दिन का खेल समाप्त, ऑस्ट्रेलिया ने 152 रन की बनाई बढ़त ... कैराना में सपा प्रत्याशी नाहिद हसन गिरफ्तार ... गणतंत्र दिवस के मौके पर लालकिला के ऐतिहासिक मुशायरे पर रोक का एआईएमआईएम ने किया विरोध ... चुनाव आयोग ने चुनावी राज्यों में बढ़ाई पाबंदियों की तारीख़, अब 22 जनवरी तक रहेगी पाबंदी ... आईएसएल 2021-22: ओडिशा एफसी ने किनो गार्सिया को मुख्य कोच नियुक्त किया ... भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची पर जेपी नड्डा ने किया दावा – प्रचंड बहुमत के साथ विजयी होंगे भाजपा के सभी उम्मीदव� ... यौन उत्पीड़न मामला: शीर्ष अदानी तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डे के अधिकारी निलंबित ... ऋषभ पंत जल्द ही अंतिम एकादश में वापसी करेंगे : रिकी पोंटिंग पोंटिंग ने ट्विटर पर एक सवाल के जवाब में कहा, "ऋषभ पंत एक बहुत ही ज्यादा प्रतिभाशाली युवा खिलाड़ी हैं। मैं आईपीएल के आगामी लीग में उनके साथ दोबारा काम करने को लेकर उत्साहित हूं। मैं इस बात को लेकर आश्चवस्त हूं कि वह बहुत जल्दी ही भारतीय टीम के अंतिम एकादश में वापसी करेंगे।" Related Tags:इंडियन प्रीमियर लीगऋषभ पंतदिल्ली कैपिटल्सरिकी पोंटिंग एशेज के दूसरे टेस्ट में वार्नर की जगह ख्वाजा के खेलने की संभावना : पोटिंग दक्षिण अफ्रीका में मिली हार के बाद भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया है…विराट ने खुद ट्विट करके ये जानकारी दी है… एक तरह से इसकी पुष्टि बीसीसीआई ने भी कर दी है..बीसीसीआई ने अपने सोशल मीडिया के जरिए लिखा है कि विराट कोहली ने भारतीय टीम को एक नई ऊंचाई प्रदान की है…वो देश के क्रिकेट के सबसे सफलतम कप्तान हैं…विराट ने 68 टेस्ट में भारत की अगुवाई की है जिसमें से 40 में उन्होने जीत हासिल की है… आपको बता दे कि इससे पहले टी-20 की कप्तानी भी विराट ने छोड़ी थी बाद में उन्हे वनडे की कप्तानी से हटा दिया गया..जिसे लेकर काफी विवाद भी रहा..कप्तानी का ये विवाद अभी थमा नहीं था कि उन्होने टेस्ट टीम की कप्तानी से भी इस्तीफा दे दिया..उम्मीद है कि इस बार विराट ने बोर्ड और अपने कोच से सलाह मशवरे के बाद ये कदम उठाया हो.. आखिरी टेस्ट के दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दूसरी पारी के दौरान 19 ओवर में तीन विकेट खोकर 37 रन बनाए। टीम की सलामी जोड़ी डेविड वार्नर और उस्मान ख्वाजा ने खराब शुरुआत की और वे क्रमश: 0 और 11 रन बनाकर आउट हो गए। वहीं, तीसरे नंबर के बल्लेबाज मार्नस लाबुस्चागने भी 11 गेंदों में पांच रन बनाकर आउट हो गए। टीम 152 रन से बढ़त बनाए हुए है। टीम के चौथे नंबर के बल्लेबाज स्टिव स्मिथ और पांचवे नंबर के बल्लेबाज स्काट बोलैंड तीसरे दिन की शुरुआत करेंगे। इंग्लैंड टीम के गेंदबाज ब्रॉड, वोक्स और वुड ने अपनी शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन दिखाते हुए एक-एक विकेट चटकाए। इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) फ्रेंचाइजी ओडिशा एफसी ने शनिवार को कीनो गार्सिया को अंतरिम मुख्य कोच नियुक्त किया। गार्सिया ने किको रामिरेज की जगह ली, जिन्हें मैंचों में अच्छे परिणाम देने में विफल रहने के बाद क्लब द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था। ओडिशा फिलहाल 10 मैचों में 13 अंकों के साथ अंक तालिका में नौवें स्थान पर है। क्लब ने एक मीडिया विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा, "ओडिशा एफसी अंतरिम मुख्य कोच के रूप में कीनो गार्सिया की नियुक्ति को लेकर पुष्टि की है।" किनो के पास यूईएफए प्रो लाइसेंस है। उन्हें खिलाड़ियों को तैयार और खेलों में आगे बढ़ाने का काफी अनुभव है और वे वेलेंसिया सीएफ की युवा टीमों के पूर्व कोच भी रहे हैं। उन्होंने कई महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को प्रशिक्षित किया है जो वर्तमान में स्पेन में प्रथम श्रेणी में खेल रहे हैं और सियोल में वालेंसिया सीएफ अकादमी का भी निर्देशन किया है। उन्होंने कई सीजन के लिए स्पेन में महिला फुटबॉल के पहले डिवीजन में लेवेंटे यूडी को भी कोचिंग दी। वह स्पेनिश फेडरेशन के लिए काम करने वाले वालेंसिया में कोच के निदेशक भी हैं।
2022/01/16 09:35:25
https://hindi.mumbaipress.com/rishabh-pant-will-return-to-the-playing-eleven-soon-ricky-ponting/
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शीर्ष 200+ के लिए अज्ञात लेखकों द्वारा उद्धरण 2020 - उद्धरण पीडिया 307 उद्धरण और बातें कई बार, हम कम महसूस करते हैं कि हम असफलता को स्वीकार करते हैं इससे पहले कि हम वास्तव में असफल हुए। ऐसे में जरूरी है कि हम खुद को प्रेरित रखें और हमारे सभी कष्टों को दूर करने का प्रयास करें। जीवन में कुछ भी असंभव नहीं है। यह सब उस भय के बारे में है जो हमारे भीतर गहरे छिपा है। जिस क्षण हम खुद पर विश्वास करना शुरू कर देते हैं और अपनी क्षमता पर विश्वास करते हैं, हम चीजों को करना सुनिश्चित करते हैं और जीतते रहते हैं। जीवन कभी भी गुलाब का बिस्तर नहीं होता है और कठिन समय हमारे रास्तों को पार करने के लिए निश्चित है, लेकिन यह हम पर है कि हम उन परिस्थितियों को कैसे लेते हैं और उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं। हमें किसी भी मौके पर असफलता को स्वीकार नहीं करना चाहिए। बल्कि हमें अपनी क्षमताओं में विश्वास रखना चाहिए और पिछली कोशिश में असफल होने पर भी अगली बार कोशिश करने में कभी शर्म महसूस नहीं करनी चाहिए। असफलता हमारे पास आती है जिस क्षण हम प्रयास करना बंद कर देते हैं। जब तक हम अपने कार्यों में सहज होते हैं, तब तक हम हर बार जब हम असफल होते हैं, तब तक सीखते रहते हैं, लेकिन जिस क्षण हम खड़े होने से इनकार करते हैं, वह वास्तविक विफलता है जिसका हम सामना करते हैं। ऐसी स्थितियों में, प्रेरणा के एकमात्र शब्द जो हमें कई से आगे बढ़ सकते हैं अज्ञात लेखक जो हमें परीक्षण के सही सार का एहसास करने में मदद करते हैं। कुछ अन्य अज्ञात द्वारा उद्धरण हमें बताता है कि हमें हमेशा खुद को कार्यों में धकेलना चाहिए और उन लक्ष्यों को पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए जो हमने अपने लिए निर्धारित किए हैं। यह समझना महत्वपूर्ण है कि यदि हम बाहर जाने और उन्हें प्राप्त करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं, तो हमारे सभी सपने व्यर्थ हैं। कोई आपके लिए कुछ करने वाला नहीं है। इस प्रकार, यह आपके अलावा और कोई नहीं है जो आपके लक्ष्यों को प्राप्त करेगा। साथ ही, आपको इसे तुरंत कार्रवाई में सेट करना चाहिए। 'बाद' नामक कुछ भी नहीं है क्योंकि यह ज्यादातर 'कभी नहीं' बन जाता है। यदि आपको बसने का कोई काम मिल गया है, तो आपको इसे अभी से शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि इनसे निपटने के लिए कल नहीं है। जानें कि जीवन से बड़ा कोई शिक्षक नहीं हो सकता है। आपको कभी भी सीखना बंद नहीं करना चाहिए क्योंकि जीवन हमेशा आपको एक ऑडिट सिस्टम में रखेगा, और यह आपके ऊपर है कि आप उन पाठों को कितनी अच्छी तरह से पकड़ते हैं। इसके अलावा, आपको अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बजाय अपने लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना सीखना चाहिए। यदि आप बाधाओं को घूरते रहते हैं, तो आप अपने दृष्टिकोण से विचलित होना सुनिश्चित करते हैं। इसलिए, उस लक्ष्य को देखें जो आपने खुद के लिए निर्धारित किया है, और सफलता आपके ऊपर आने के लिए बाध्य है! माना कि कुछ भी असंभव नहीं है। - अनजान आप केवल तभी असफल होते हैं जब आप प्रयास करना बंद कर देते हैं। - अनजान कई बार, हम खुद को असफल मानते हैं और सोचने लगते हैं कि क्या हम अच्छे हैं ... अपने आप को धक्का दें, क्योंकि कोई और आपके लिए ऐसा करने वाला नहीं है। - अनजान हम जानते हैं कि भावनात्मक लगाव एक खूबसूरत चीज है। एक व्यक्ति के साथ संलग्न होने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता है ... कभी कभी बाद में कभी नहीं होता। अभी करो। - अनजान ज्यादातर समय, हम मानते हैं कि हमारे पास बहुत समय है। और इस कारण से, हम… कभी सीखना बंद मत करो, क्योंकि जीवन कभी भी शिक्षण को नहीं रोकता है। - अनजान सबसे महान शिक्षक जो आप कभी भी कर सकते थे वह आपका जीवन है! ज्ञान कहीं से भी और हर जगह से आ सकता है। हमारी… सफलता की कुंजी लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना है, बाधाओं पर नहीं। - अनजान कभी-कभी, जब हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की कोशिश करते हैं, तो हमें कई मुद्दों से गुजरना पड़ता है। तथा… खुशी दिल में होती है, परिस्थितियों में नहीं। - अनजान ज्यादातर लोगों को अक्सर लगता है कि वे जितना खुश हैं, दूसरे उससे कहीं ज्यादा खुश हैं। जब भी वे अपने सोशल मीडिया पर स्क्रॉल करते हैं… बेवकूफ चीजों को अपनी खुशी को तोड़ने न दें। - अनजान जीवन में, हर चीज को उस तरह नहीं चलना चाहिए जैसा आप चाहते हैं। कुछ चीजें होंगी ... कभी भी अपनी योग्यता से कम पर ना मानें। - अनजान करियर या रिश्ते की बात करें, तो आपको कभी भी किसी भी चीज के लिए समझौता नहीं करना चाहिए, जो आपके लिए कम है ... बिना किसी कारण के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार करें। - अनजान आशा मत खोना। आप कभी नहीं जानते कल आपके लिए क्या लाने वाला है। - अनजान महान चीजें कभी भी आराम क्षेत्र से नहीं आती हैं। - अनजान हम जानते हैं कि आराम हमारे जीवन के सबसे महत्वपूर्ण हिस्सों में से एक है। यदि आप नहीं हैं… खुश रहें, इसलिए नहीं कि सब कुछ अच्छा है, बल्कि इसलिए कि आप हर चीज में अच्छाई देख सकते हैं। - अनजान यह कठिन होने जा रहा है, लेकिन कठिन का मतलब असंभव नहीं है। - अनजान खैर, हम सभी अपने जीवन में एक आदर्श वाक्य के साथ जी रहे हैं। हम सभी के सपने अलग-अलग होते हैं ... सच्चे दोस्त जीवन के लिए दोस्त होते हैं। - अनजान दोस्त। सबसे बड़ा उपहार एक इंसान अपने जीवनकाल में पा सकता है। एक की शक्ति ... कठिन समय हमें मूल्यवान सबक सिखाता है। - अनजान हमारे जीवन में ऐसे समय होते हैं जब हम नीचे महसूस करते हैं; हम कम महसूस करते हैं। हमारे… अपना दृष्टिकोण बदलें और यह आपके जीवन को बदल देगा। - अनजान असफलता के आपके आधे कारण आपके जीवन के प्रति आपके दृष्टिकोण के कारण हैं। आपको बदलने की आवश्यकता है ... सच्चा प्यार नहीं मिला। यह निर्मित है। - अनजान प्रेम को परिपूर्ण होने की आवश्यकता नहीं है। इसे बस सच होने की जरूरत है। - अनजान अपने आसपास सकारात्मक लोगों को रखें। - अनजान सकारात्मक सोच आपकी समस्याओं की अनदेखी नहीं कर रही है। इनसे निपटने की आपकी क्षमता में आत्मविश्वास है। - अनजान इसके सपने देखो। इसपर विश्वास करो। इसे बनाओ। - अनजान एक इंसान के रूप में, पहली बात यह है कि आपको स्वीकार करना होगा कि आपका सपना सीमित नहीं है ... मजबूत रहें और जीवन में मुस्कुराएं, भले ही यह कभी-कभी दर्द होता है। - अनजान जीवन में सक्रिय और मजबूत रहना, जीने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है। यदि आप नहीं हैं… अपने अतीत को अपने भविष्य को मारने मत दो। - अनजान हम सबकी अपनी-अपनी जीवन गाथाएँ हैं। बनने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ी है… जब जीवन कठिन हो जाता है, तो अपने आप को मजबूत होने के लिए चुनौती दें। - अनजान जीवन हर दिन बाधाओं को पार करने के बारे में है। ये बाधाएँ बाधाओं और चुनौतियों के अलावा और कुछ नहीं हैं ... आज जो आपको नुकसान पहुंचाता है वह आपको कल मजबूत बनाता है। - अनजान आप अपने कम्फर्ट जोन में रहकर कभी कुछ सीख नहीं सकते। आप केवल तभी सीख सकते हैं जब आप… तूफान हमेशा के लिए नहीं रहता है। - अनजान आज की दुनिया में जीवन रक्षा मुश्किल है। इसलिए, हमें मुकाबला करने के लिए कुछ वास्तविक जीवन कौशल याद रखने और अभ्यास करने की आवश्यकता है ...
2020/07/07 11:40:29
https://hi.quotespedia.org/quotes/authors/u/unknown/
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मुंबई (आईएएनएस)। विश्व पृथ्वी दिवस पर जल संरक्षण के संबंध में जागरूकता लाने के मकसद से एक सामाजिक अभियान के साथ जुड़ने वाले अभिनेता-फिल्मकार फरहान अख्तर का कहना है कि छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर भी पानी की बचत की जा सकती है। उनका कहना है कि नहाने से लेकर कपड़े धोने तक में लोग भविष्य के लिए पानी बचा सकते हैं। 'मिशन ब्ल्यू' अभियान नेशनल ज्योग्राफिक के सहयोग से 'वाटर ऐड' फाउंडेशन की पेशकश है। इस अभियान के ब्रांड एंबेसडर फरहान ने बताया, "हमारा लक्ष्य जल संरक्षण को लेकर आम लोगों को जागरूक करना और सशक्त करना है, हालांकि यह मिशन की तरह लग रहा है..रोजमर्रा की जिंदगी में छोटी-छोटी बातें ध्यान में रखकर भविष्य के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी बचा सकते हैं।" फिल्मकार ने कहा कि कार को हफ्ते में चार बार धुलने की बजाय दो बार भी धुला जा सकता है। रोज कपड़े धुलने की बजाय हर दूसरे दिन धुला जा सकता है। ये छोटी चीजें हैं, लेकिन सप्ताह के अंत में इस बात का अहसास होगा कि पानी की कितनी बचत हो गई है। मुंबई Mumbai National Geographic Farhan Akhtar जल संरक्षण पानी की बचत save water फरहान अख्तर विश्व पृथ्वी दिवस World earth day मिशन ब्ल्यू अभियान नेशनल ज्योग्राफिक वाटर ऐड फाउंडेशन Water Aid Foundation Mission Blue
2021/10/26 12:42:07
https://www.gaonconnection.com/manoranjan/mumbai-farhan-akhtar-world-earth-day-save-water-water-aid-foundation-mission-blue-national-geographic
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kofee with karan bahubali team | Laughing Colours Hindi टीवी का सबसे पॉपुलर टॉक शो कॉफ़ी विद करण में सीजन 6 का प्रसारण हो रहा है. जिसमें कईं बेहतरीन कलाकार आकर अपने करियर और पर्सनल लाइफ के बारे में अपने अनुभव शेयर करते है. इस टॉक को मशहूर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर करण जौहर ही होस्ट करते हैं. इस सीजन बहुत सारे सेलिब्रिटीज इस शो में डेब्यू कर चुके हैं और कुछ करने वाले हैं. यहां जाह्नवी कपूर और सारा अली खान अपना डेब्यू कर चुकी हैं तो रिया कपूर और हर्षवर्धन कपूर डेब्यू करने वाले हैं. इसके साथ ही इस बार बाहुबली की पूरी टीम भी कॉफी विद करण में डेब्यू करने वाली है. जी हां, बाहुबल की पूरी टीम आपको कॉफी विद करन में नजर आएगी. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों से अपडेट मिली है कि एसएस राजामौली, प्रभास और राणा जल्द टीवी पर करन के साथ कॉफी पीते नजर आएंगे. करण ने अपनी 'बाहुबली टीम' के साथ एक तस्वीर भी शेयर की है. 'बाहुबली' स्टार्स के साथ करण ने सेट पर ढेरों मस्ती की और उनकी फिल्म और पर्सनल लाइफ से जुड़े कई सवाल भी पूछे. सेट पर मौजूद लोगों ने भी तीनों स्टार्स के साथ जमकर मस्ती की और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं. यह पहली बार होगा कि तेलुगू इंडस्ट्री से जुड़े सितारे करण जौहर के 'कॉफी विद करण' में शिरकत करेंगे. बता दें कि बाहुबली के जरिए करण ने बतौर प्रोड्यूसर तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू किया था. करण ने बाहुबली का हिंदी वर्जन प्रोड्यूस किया था. #coffeewithkaran #prabhas #rana #ssrajamouli A post shared by Prabhas (@prabhas.fans_club) on Dec 9, 2018 at 3:12am PST 'बाहुबली' की टीम के साथ करण जौहर का यह एपिसोड इस महीने के आखिर तक टेलीकास्ट हो सकता है. कहा जा रहा है कि 'कॉफी विद करण' शो के दौरान प्रभास, राणा और राजामौली फिल्म से जुड़े कई बड़े खुलासे करते नजर आएंगे. हाल ही में इस शो में अजय देवगन अपनी पत्नी काजोल के साथ आए थे. इसके साथ ही शो के इस सीजन की शुरुआत दीपिका और आलिया ने की थी. उसके बाद जाह्नवी कपूर, सारा अली खान और कई सितारें इसमें नजर आए थे.
2020/10/25 22:24:02
https://hindi.laughingcolours.com/2018/12/10/%E0%A4%85%E0%A4%AC-%E0%A4%95%E0%A5%89%E0%A5%9E%E0%A5%80-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A6-%E0%A4%95%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%A1%E0%A5%87%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A5%82/
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देर रात खाना खाने के ये नुकसान आपको डरा सकते हैं देर रात खाना खाने के नुकसान आपने भी अपने घर में बड़े-बुजुर्गों से सुना होगा कि रात में आठ बजे के बाद खाना खाना नुकसानदेह हो सकता है. आज भी ग्रामीण इलाकों में लोग रात आठ बजे या उससे पहले ही खाना खा लेते हैं. पर शहरी जीवनशैली इससे बिल्कुल अलग है. शहरों में आमतौर पर लोग देर रात खाना खाते हैं. कुछ की तो मजबूरी होती है क्योंकि उन्हें देर रात तक ऑफिस में काम करना पड़ता है लेकिन कुछ लोगों के लिए ये एक आदत है. अगर आप भी देर रात यानी 10 से 12 बजे के बीच खाना खाने वालों में से हैं तो आपको बता दें कि बहुत लेट खाना खाना सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है. देर रात खाना खाने का सबसे बड़ा नुकसान तो ये है कि इससे मोटे होने की आशंका बहुत बढ़ जाती है. आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि ज्यादातर लोगों के मोटे होने की यही सबसे अहम वजह है. आमतौर पर जो लोग नाइट इटिंग सिंड्रोम से पीड़ित होते हैं वे खाने के दौरान ज्यादा मात्रा में कार्बोहाइड्रेट लेते हैं. साथ ही उनके खाने में फैट की मात्रा भी अधिक होती है. देर रात खाने वाले लोग डिनर के दौरान भले ही अधिक मात्रा में न खाएं लेकिन उसके बाद उन्हें खाने की तलब होने लगती है. जो वजन बढ़ाने का काम करता है. कई बार लेट नाइट खाना खाने वालों को अनिद्रा की समस्या भी हो जाती है. देर रात खाना खाने वालों में खाने-पीने से जुड़ी दूसरी अनियमितताएं आ जाती हैं. ऐसे लोगों को नींद से जुड़ी भी कई तरह की समस्याएं हो जाती हैं. देर रात खाना खाने वाले लोगों में चिड़चिड़ापन आ जाने की भी आशंका बहुत अधिक होती है. अगर देर रात खाना खाना आपकी मजबूरी है तो कोशिश कीजिए कि आपके खाने में फाइबर की मात्रा सबसे अधिक हो. आप चाहें तो अपने डिनर में सब्जी और सलाद को प्रमुखता से शामिल कर सकते हैं. एक ओर जहां देर रात खाना खाना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है वहीं बहुत जल्दी खाकर भी आप अपना नुकसान ही करते हैं. ऐसे में जरूरी है कि खाने का समय सही हो. नियमानुसार, आप शाम को कुछ हल्का खा सकते हैं. पर वो जंक फूड न होकर कुछ हेल्दी हो तो बेहतर रहेगा. शाम को नाश्ता करने के बाद आपके पास कुछ घंटों का वक्त होता है. इन तीन से चार घंटे के बीच में आपका नाश्ता पच जाता है. अब आप डिनर कर सकते हैं. सही समय पर डिनर करने का एक फायदा ये भी है कि उसके बाद आपके पास टहलने का भी समय बचा रहता है. आमतौर पर देर रात खाना खाने वाले लोग डिनर के तुरंत बाद ही बिस्तर पर लेट जाते हैं जिससे पाचन क्रिया पर असर पड़ता है. तो कोशिश कीजिए कि आपके डिनर का टाइम सही हो ताकि आपको उसका पूरा पोषण मिल सके.
2022/07/07 01:19:13
https://www.wahhindi.com/side-effects-of-late-night-eating/
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Happy Dussehra Wishing Script Free | Happy Vijayadashmi 2018 in hindi HomeVijayadashmi wish scriptHappy Dussehra Wishing Script Free | Happy Vijayadashmi 2018 in hindi NEWS4BLOG October 17, 2018 Happy Dussehra Wishing Script Free || Happy Vijayadashmi Festival wish websites 2018 ||Whatsapp share script for blogger in hindi 2018 Hello friends जैसा कि आपको पता है कि Vijayadashmi Festival 2018 आ चुका हैं Vijayadashmi हिंदुओं का एक प्रमुख त्योहार है हिंदुओं की परंपरा के अनुसार Dussehra अश्विन शुक्ल पक्ष दशमी को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है इस दिन सत्य की असत्य पर जीत अच्छाई की बुराई पर जीत प्रकाश की अंधकार पर जीत होती है इसी दिन भगवान राम नेे रावण पर विजय प्राप्त की थी इसे सत्य की असत्य पर जीत केेे रूप में विजयादशमी बनाया जाता है | हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार विजयादशमी नवरात्रि और दुर्गा पूजा की समाप्ति का प्रतीक है विजयादशमी पर्व पर अस्त्रों और शास्त्रों की पूजा की जाती है और इसी दिन से दीपावली की तैयारियां भी शुरू हो जाती हैं आज हम आपको इस पोस्ट में विजयादशमी संबंधित Happy Dussehra Wish Script Free 2018 देने वाले हैं स्क्रिप्ट हम आपको बिल्कुल फ्री देने वाले हैं Vijayadashmi Festival wish website का उपयोग करके आप अपने संबंधित परिवारजनों को विजयादशमी की शुभकामनाएं भेज कर उन्हें शुभकामनाएं दे सकते हैं और साथ ही अगर आप एक webdesigner है तो आप इस free Vijayadashmi wish script का उपयोग करके पैसे कमा सकते हो | Happy Dussehra Wishing Script Free For Blogger : हेलो दोस्तों अगर आप blogging करते हो तो आपको event blogging के बारे में पता ही होगा अगर आप भी इवेंट ब्लॉगिंग करके पैसा कमाना चाहते हो तो आप इससे बहुत ज्यादा पैसा कमा सकते हो अगर आपकी स्क्रिप्ट वायरल हो गई तो आप इससे 1 दिन में काफी अच्छा पैसा कमा सकते हो जैसा कि आपको पता है कि हमारे देश में बहुत सारे festval आते रहते हैं तो हमें व्हाट्सएप पर भी कई मैसेज आते हैं त्योहारों से लेकर और उसमें ज्यादातर ऐसे मैसेज होते हैं जिसमें हमें अपना नाम डालकर आगे भेजना पड़ता है क्या आपको पता है कि लोग उससे पैसा कमाते हैं जैसा कि आपको पता है कि विजयादशमी आने वाला है तो हम इस त्योहार की whatsapp share script लेकर आए हैं जिसमें आप अपने ads लगाकर काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं आप इस वेबसाइट में जो-जो एंड नेटवर्क लगा सकते हैं उनके नाम है, Vidadvertiser •आप इन ad नेटवर्क का यूज करके अपनी साइट को वायरल करके काफी अच्छा पैसा कमा सकते हैं विजयदशमी पर्व पर| तो अब हम जानते हैं कि इस स्क्रिप्ट को अपने ब्लॉगर में कैसे लगाना है नीचे दिए गए सभी steps को follow कीजिए/ Make new blogger or if you have already Click the Revert to classic themes Click again Revert to classic themes Remove all html from html box Paste dowenloaded HtMl which Script which i provide you . Change navBar must be Off Now Save again theme Now you can check your website There will show Vijayadashmi wish script Vijayadashmi wishwebsite की Script यहां से डाउनलोड कीजिए preview is'not aviable Vijayadashmi wishwebsite की php Script high quality 2018 PREVIEW/DEMO click here Hello friends आशा करता हूं कि आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी तो इस पोस्ट में मैंने बताया किस festival wish website इस प्रकार से हम बना सकते हैं और उसे अपने ब्लॉगर में किस प्रकार से जोड़ सकते हैं और साथ ही मैंने आपको Happy Dussehra Vijayadashmi Wishing Script Free मैं दी जिसकी सहायता से आप dussehra whatsapp wish websites बनाकर अच्छा पैसा कमा सकते हो अगर आपको इस से related कुछ प्रश्न पूछना है तो आप नीचे कमेंट कर सकते हो |
2019/06/26 18:15:00
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जयपुर न्यूज़: परिचय - सांसद मदनलाल सैनी भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष... राजस्थान जयपुर परिचय – सांसद मदनलाल सैनी भाजपा के नए प्रदेशाध्यक्ष… अतुल्यलोकतंत्र News: जयपुर। राजस्थान के प्रदेशाध्यक्ष पद पर नियुक्ति को लेकर 74 दिन से चल रहे विवाद को शुक्रवार को विराम लग गया है। दिल्ली में इस मामले में शुक्रवार को निर्णय हो गया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी को राजस्थान भाजपा का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त कर दिया। सांसद मदनलाल सैनी भाजपा के इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रदेश भाजपा में खुशी का माहौल बन गया। आपको बता दें कि दिल्ली में राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष के लिए राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी के नाम पर सुबह से ही चर्चा का दौर जारी रहा था। परिचय मदनलाल सैनी राज्यसभा सांसद मदनलाल सैनी का जन्म सीकर जिले में 13 जुलाई 1943 को हुआ था। बीए, एलएलबी शिक्षित सैनी सीकर में कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष रह चुके हैं। छात्र जीवन में सैनी एबीवीपी के प्रदेश मंत्री रहे। 1970 से 1975 तक सीकर में वकालत भी की थी। वे 1952 से आरएसएस से जुड़े और 1972 से 1984 तक भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश महामंत्री रह चुके हैं। सैनी किसान मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री भी रहे। सैनी उदयपुरवाटी से भाजपा के विधायक भी रहे हैं।
2019/12/14 20:53:34
https://www.atulyaloktantranews.com/state/rajasthan/jaipur/madan-lal-saini-bjps-new-state-president/203/
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satire on swachh bharat abhiyan: कुछ इस तरह से संपन्न हुआ स्वच्छता सेवा कार्यक्रम! - a satire on politicians who act only on camera about swachh bharat abhiyan | Navbharat Times ELECTION_TOPBAND_1594862662712 16 Jul 2020, 0650 hrs IST a satire on politicians who act only on camera about swachh bharat abhiyan नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: 22 Oct 2019, 02:42:00 PM IST कल शाम को ही मोबाइल पर मेसेज आया था। फिर मेल आया, फिर नोटिस लगा ऑफिस में और फिर उसकी प्रिंटेड कॉपीज सभी डिपार्टमेंट हेड्स को भी पहुंचाई गई थीं कि अगले सोमवार 'स्वच्छता ही सेवा' कार्यक्रम के तहत 7 से 10 बजे 'बीच क्लीनिंग' का आयोजन किया गया है जिसमें सभी कर्मचारियों को बढ़-चढ़ के भाग लेना है। जोश-जोश में वे 7 बजे 'बीच' पहुंच गया, नया-नया रंगरूट था। जोश से भरा हुआ, सरकारी तौर तरीकों से मरहूम। आज कई दिनों बाद उसने सुबह का सूरज देखा, दूर समंदर के पानी से नहा धो के निकलता हुआ। मछुआरे मछली पकड़ रहे थे। खोमचे वाले भी चाट पकौड़ी-मुरमुरे के लिए प्याज़ काटने में लगे थे। बूढ़े टहल रहे थे, बच्चे खेल रहे थे, औरतें सूर्य को अर्घ्य दे रही थीं, लड़कियां पानी में नहा रही थीं, सेल्फी ले रही थीं, लड़के उन्हें देख रहे थे, फोटो ले रहे थे। धीरे-धीरे लोग आने शुरू हुए। सात से आठ बज गए, कुछ 30-40 जुझारू लोग आ चुके थे और खूबूसरत बीच और सुहाने मौसम में ग्रुप बना के ऑफिस की बातें कर रहे थे। बिग बॉस जिन्हें आम जनता से ब्रिटिश अंदाज़ में 'साहब' सुनना पसंद था, करीब साढ़े आठ बजे अवतरित हुए। सोए हुए से माहौल में खलबली मच गई। तुरंत हरकत में आते हुए HR ने सबको टी शर्ट्स, कैप्स, बैनर्स, झंडे, तख्तियां (जिनके तीन चौथाई हिस्से से कंपनी का नाम और फिर गांधीजी का फोटो और फिर और नीचे सबटाइटल जैसा 'से नो टू प्लास्टिक' जैसी लाइन्स लिखी थीं) आदि बांट दीं। कंपनी का कैमरामैन पल-पल की खबर लेने लगा। लोकल न्यूज़पेपर्स और चैनल्स के लोग जिन्हें पहले से ही कम्पनी के इस महान संकल्प और पर्यावरण प्रेम के बारे में सूचित कर दिया गया था, स्पेशल न्यूज़ के लिए बाइट्स लेने लगे। 'बीच' पर ही एक अस्थाई मंच बनाया गया था। माइक, कुर्सियों आदि की व्यवस्था की गई थी। पहले HR ने कंपनी के इतिहास और उसके CSR कार्यक्रमों के बारे में बताया, फिर आज के कार्य्रकम का विवरण दिया। 'साहब' का बुके देकर स्वागत किया। 'साहब' की तारीफ में कसीदे पढ़े, एक दो तड़कते-भड़कते चापलूसी से भरे हुए शेर सुनाए और उनके मुखारविंद से दो प्रेरक शब्द सुनने के लिए उनसे आग्रह किया। साहब ने HR का, जनता का, उपस्थित कर्मचारियों का, मीडिया का धन्यवाद किया और दो शब्द बोलने लगे। आधे घंटे बाद जब दो शब्द खत्म करते हुए और अधिक समय न लेते हुए उन्होंने सभी से सफाई में जुट जाने का आवाहन किया। फिर सभी नीचे एकत्र हुए, बीच के किनारे सड़क पे एक जागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें जनता ने इतनी जोरदार तरीक से प्लास्टिक के खिलाफ नारे लगाए कि बेचारी प्लास्टिक डर के मारे नालियों के अंदर, झाड़ियों के पीछे और समंदर के अंदर जा छुपी। फिर सबने 15 मिनट विचार विमर्श कर योजना बनाई कि कैसे और कहां से सफाई शुरू करनी है। अब ये शुरू क्यों नहीं कर रहे? पता चला कि फटॉग्रफर झाड़ियों के पीछे पेशाब करने गया है। (अरे 'बीच' पर टॉयलेट्स कौन बनवाता है रे?)। सफाई शुरू हो गई। साहब ने कहा, ओह! यहां तो बहुत मिट्टी और बालू है। इसे साफ करवाना पड़ेगा और उसे उठाकर डस्टबिन में भरने लगे। HR ने समझाया, 'सर यह बीच है। यहां मिट्टी और बालू नॉर्मल है। हां, प्लास्टिक नॉर्मल नहीं है। पर ये गंदी पन्नियां और पानी के गंदे डिस्पोज़ल गिलास साहब थोड़े ही उठाएंगे। तो उनके लिए थोड़े फूल, बुके का कवर बिखरा दिए गए। साहब ने फटॉग्रफर को देखते हुए कचरा उठाया। फिर कुछ कैंडिड पोज़ लिए गए। स्वच्छता कार्यक्रम के पोज़ उसी तरह तय हैं जैसे शादी में दुल्हन की मेंहदी भरे हाथ दिखाने के होते हैं। मसलन, कूड़ा उठाते हुए, उसे कचरापेटी में डालते हुए, हाथ मटकाते हुए लोगों को समझाते हुए, सूरज की तरफ देखते हुए, पसीना पोंछते हुए, ठिलिया वालों से हाथ मिलाते हुए, उन्हें ज्ञान बांटते हुए। बाकी जनता से ज्यादा कूड़ा नहीं उठ पा रहा है। कूड़ा कैसे उठाएं, हाथ में तो झंडा है और कंपनी का झंडा, शीश कटवा देंगे पर झंडा नहीं झुकने देंगे। आखिर अधिक धूप और साहब के व्यस्त कार्यक्रम को देखते हुए पौने दस पर कार्य स्थगित कर दिया गया। इसके बाद जलपान वितरण का प्रोग्राम शुरू हुआ। HR ने पूरी और बेहतरीन तैयारी की थी। सबको नाश्ता बांट दिया गया। नाश्ते में एक पॉलिथीन में एक डब्बा जिसमें पूरी-सब्जी, छोटी चॉकलेट, जूस का पाउच और 250ml की पानी की बोतल थी। पर ये जनता जागरूक थी। इसलिए इन्होंने इसे ऐसे ही नहीं फेंका, एक गंदी सी जगह देख के वहीं ढेर लगा दिया। जहां इन लोगों ने आज एकत्रित किए गए 10 किलो कचरे का ढेर लगाया था। फिर समापन समारोह भी उसी ऊर्जा और क्रम से मनाया गया। साहब ने भाषण में लोगों की सराहना की और कहा कि हालांकि आज समयाभाव की वजह से अधिक काम नही हो पाया, पर समस्या पर काफी सार्थक ढंग से विचार विमर्श हुआ है और जागरूकता आई है। वे कोशिश करेंगे कि अगली बार सफाई भी की जाए। इस तरह पूरी सब्ज़ी खाते और जूस का टैट्रा पैक पीते हुए स्वच्छतासेवा जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न हो गया। Web Title a satire on politicians who act only on camera about swachh bharat abhiyan(Hindi News from Navbharat Times , TIL Network) और जानें:स्वच्छ भारत अभियान व्यंग्यस्वच्छ भारत अभियानव्यंग्यभारत में स्वच्छ भारत अभियानswachh bharat abhiyan indiaSwachh Bharat Abhiyansatire on swachh bharat abhiyanhindi satire on swachh bharat abhiyanSatire NewsSatire News in HindiSatire Latest NewsSatire Headlinesतरकश समाचार
2020/07/16 01:57:38
https://navbharattimes.indiatimes.com/jokes/satire/a-satire-on-politicians-who-act-only-on-camera-about-swachh-bharat-abhiyan/articleshow/71703351.cms
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राजिम माघी पुन्नी मेला की तैयारियों की समीक्षा रायपुर, 26 फरवरी 2021 : त्रिवेणी संगम-महानदी, पैरी नदी और सोेंढूर नदी संगम पर स्थित छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ राजिम में 27 फरवरी से शुरू हो रहे राजिम माघी पुन्नी मेला की तैयारियों की समीक्षा आज धर्मस्व मंत्री तथा गरियाबंद जिले के प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने की। उन्होंने सचिव धर्मस्व पी.अन्बलगन, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जिला अधिकारियों के साथ राजिम मेला स्थल पहुंच तैयारियों का जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि यह मेला 27 फरवरी को माघ पूर्णिमा से शुरू होकर 11 मार्च महाशिवरात्रि तक चलेगा। मेले का शुभारंभ 27 फरवरी को शाम 5 बजे छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत करेंगे। # पैरी नदी #त्रिवेणी संगम महानदी #मंत्री ताम्रध्वज साहू #राजिम माघी पुन्नी मेला की तैयारियों की समीक्षा
2021/12/03 21:54:18
https://www.clipper28.com/hi/rajim-maghi-punni-mela-review-of-the-preparations-of-religion-minister-sahu/
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दशहरा पर रिलीज होगी 'निरहुआ हिंदुस्तानी 3' - दशहरा पर रिलीज होगी 'निरहुआ हिंदुस्तानी 3' साल 2018 का दशहरा भोजपुरी सिनेमा के लिए बेहद खास होने वाला है, क्योंकि इस त्योहार पर जुबली स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ की सुपर हिट 'निरहुआ हिंदुस्तानी' सीरीज की तीसरी फिल्म 'निरहुआ हिंदुस्तानी 3' सिनेमाघरों में दस्तक देगी। फिल्म का सेकेंड लुक आउट हो गया। इसके निर्माता प्रवेश लाल यादव ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जारी किया, जो देखते-ही-देखते वायरल भी हो गया। फिल्म के इस लुक में जुबली स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ और आम्रपाली दुबे बैलगाड़ी पर नजर आ रहे हैं, वहीं पोस्टर में शुभी शर्मा भी नजर आ रही हैं। दिनेशलाल यादव निरहुआ अजीबोगरीब वेश भूषा में हैं, वहीं आम्रपाली दुबे ट्रेडिशनल भोजपुरिया साड़ी में तो शुभी शर्मा मॉडर्न लुक में है। इस फिल्म को मंजुल ठाकुर ने निर्देशित किया है, जिन्होंने 'निरहुआ हिंदुस्तानी 2' को भी निर्देशित किया था। निरहुआ एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड के कार्यकारी निर्माता हरिकेश यादव ने बताया कि 'निरहुआ हिंदुस्तानी' के पहले दो पार्ट को दर्शकों ने खूब पसंद किया था, जिसके बाद लोगों की डिमांड भी थी कि इस फिल्म का और सीक्वल बने। 'निरहुआ हिंदुस्तानी' एक पारिवारिक कथानक वाली सीरीज है, इसलिए अब इसके तीसरे पार्ट को लेकर हम दर्शकों के सामने इस बार दुर्गा पूजा अवसर के अवसर पर आ रहे हैं। हमें पूरी उम्मीद है कि यह फिल्म भी 'बॉर्डर' की तरह बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाएगी। उन्होंने बताया कि यह फिल्म भोजपुरी दर्शकों को निरहुआ एंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की ओर से दशहरा का तोहफा होगा। हरिकेश ने 'निरहुआ हिंदुस्तानी' को आगे भी जारी रखने की बात कही। बता दें कि फिल्म में जुबली स्टार दिनेशलाल यादव निरहुआ, अदाकारा आम्रपाली दुबे और शुभी शर्मा के साथ संजय पांडे, किरण यादव, आशीष शेन्द्रे, समर्थ चतुर्वेदी, हेमलाल कौशल, संजय निषाद, राजवीर सिंह मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म के संगीतकार हैं रजनीश मिश्रा, जबकि गीतकार हैं प्यारे लाल कवि, श्याम देहाती और आजाद सिंह। 'निरहुआ हिंदुस्तानी 3' के प्रोडक्शन की कमान राजेश भगत ने थामी है। फिल्म का सिनेमेटोग्राफी किया है सिद्धांत सिंह ने, एक्शन डायरेक्टर हैं अंडलीब पठान, कला निर्देशक नजीर शेख व नृत्य निर्देशक हैं कानू मुखर्जी व निशांत।
2020/04/03 23:18:25
http://www.inquireindia.com/nirhua-hindustani-3-will-be-released-on-dussehra/
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3705 new coronavirus cases reported in uttar pradesh in last 24 hours: पिछले 24 घंटों में यूपी में कोरोना के 3705 नए मामले आए सामने uttar pradesh reported 3705 new corona cases in last 24 hours यूपी में कोरोना के पुराने रेकॉर्ड ध्वस्त, पिछले 24 घंटों में 3705 नए केस, 57 की मौत Himanshu Tiwari | भाषा | Updated: 30 Jul 2020, 05:52:00 PM उत्तर प्रदेश में कोरोना के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। प्रदेश में कोरोना की रफ्तार ने फिर से नया रेकॉर्ड बनाया है। यूपी में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 3705 नए मामले सामने आए हैं, जो कि एक दिन में आए मामलों की सर्वाधिक संख्या है। यूपी में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3705 नए मामले आए सामने, 57 लोगों की हुई मौत उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से मरने वाले कुल लोगों की संख्या अब 1587 पहुंच गई है प्रदेश में 57 लोगों की मौत, यूपी में एक दिन में होने वाली मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है 46, 803 लोग पूरी तरह होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं, यूपी में ऐक्टिव केस 32,649 प्रसाद ने बताया कि अब तक कुल 46, 803 लोग पूरी तरह होकर अस्पतालों से घर जा चुके हैं। संक्रमण के उपचाराधीन मामलों की संख्या 32,649 है जबकि कोरोना संक्रमण की वजह से कुल 1,587 लोगों की जान गई है। उन्होंने बताया कि आइसोलेशन वॉर्ड्स में 32, 652 लोग हैं, जिनका विभिन्न चिकित्सालयों एवं मेडिकल कॉलेजों में उपचार किया जा रहा है। आइसोलेशन सेंटर्स में 2,938 लोग हैं, जिनके नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। अपर मुख्य सचिव ने बताया कि उपचाराधीन मामलों में से 7,198 लोग घर में आइसोलेशन में हैं जबकि 1,112 लोग निजी अस्पताल में इलाज करा रहे हैं। पढ़ें: खुदाई में मिला गहनों से भरा घड़ा और फिर... '...तो पैदा हो जाती है दिक्कत' अमित मोहन ने कहा कि जब से होम आइसोलेशन की व्यवस्था शुरू की गई है, तब से बहुत से लक्षणमुक्त रोगी इसका लाभ उठा रहे हैं। प्रसाद ने बताया कि जो समय से संक्रमण की जांच करा लेते हैं और समय से अपनी चिकित्सा शुरू करा लेते हैं, उन्हें इस संक्रमण से कोई परेशानी नहीं देखी जा रही है लेकिन जो बीमारी छिपाते हैं, लक्षण आने के बाद भी जांच नहीं कराते, जो बहुत विलंब से आते हैं, उनमें जटिलताएं पैदा होती हैं और कभी-कभी किसी मरीज की मृत्यु भी हो जाती है। पढ़ें: 3 बार टली शादी, अब लॉकडाउन के बीच फेरे बुधवार को इतने सैंपल्स की हुई जांच अमित मोहन प्रसाद ने ठीक हो चुके लोगों से अनुरोध किया कि वे अन्य लोगों को इस बीमारी के बारे में समझाएं। प्रसाद ने बताया कि बुधवार को प्रदेश में 88, 967 नमूने जांचे गए, जिनमें से 51, 484 एंटीजन टेस्ट थे। अब तक 22,09,810 नमूनों की जांच की जा चुकी है। अयोध्या में 'भव्य' भूमि पूजन, इन कर्मचारियों को वेतन नहीं, यूपी की टॉप न्यूज न्यायालयों और सरकारी दफ्तरों की सुरक्षा के लिए उत्तर प्रदेश सिक्योरिटी फोर्स गठित अगला लेख यूपी में कोरोना वायरस यूपी कोरोना केस कोरोना वायरस की दवा कोरोना वायरस का इलाज कोरोना की वैक्सीन Uttar Pradesh corona cases coronavirus in Uttar Pradesh Corona Vaccine Metro News Metro News in Hindi Latest Metro News Metro Headlines मेट्रो Samachar
2020/10/25 23:36:00
https://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/other-news/uttar-pradesh-reported-3705-new-corona-cases-in-last-24-hours/articleshow/77261686.cms
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मोगा हत्याकांडः हवलदार ने पुलिस लाइन से चुराई थी AK-47, चोरी का मामला दर्ज - moga murder head constable kulwinder singh theft Updated: 17 Feb, 2020 05:21 PM मोगा (आजाद): गत 16 फरवरी को मोगा जिले के गांव सैद जलालपुर में सरकारी ए.के.-47 राइफिल से अंधाधुंध फायरिंग करके अपनी पत्नी के अलावा ससुराली परिवार के 3 सदस्यों की हत्या करने के मामले में कथित आरोपी हवलदार कुलविन्द्र सिंह के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले की जांच कर रहे सहायक थानेदार जसवंत सिंह ने बताया कि पुलिस लाइन मोगा के प्रभारी हवलदार बलवीर सिंह ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में कहा कि वह क्वार्टर गार्द पुलिस लाइन मोगा में प्रभारी है। गत 16 फरवरी को जब वह नहा रहा था, तो कथित आरोपी हवलदार कुलविन्द्र सिंह ने वहां आकर मेरी इजाजत के बगैर मेरी वर्दी की जेब में से चाबियां निकाली और ताला खोलकर वहां से एक ए.के.-47 राइफिल जिसका नंबर 0714 है, के अलावा 3 मैगजीन तथा 75 कारतूस जिंदा चोरी किए और वहां से चला गया और मुझे उसने इसकी कोई जानकारी भी नहीं दी। उन्होंने बताया कि उक्त ए.के.-47 राइफिल लेकर कथित आरोपी हवलदार कुलविन्द्र सिंह अपने ससुराली गांव पहुंचा और वहां अपनी पत्नी राजविन्द्र कौर, सास सतविन्द्र कौर, साला जसकरन सिंह व उसकी पत्नी इंद्रजीत कौर की अंधाधुंध फायरिंग कर हत्या कर दी। इस घटना में उसके साले की छोटी बेटी जसप्रीत कौर भी घायल हो गई थी, जो अस्पताल में उपचाराधीन है। उन्होंने बताया कि उक्त घटना के बाद कथित आरोपी हवलदार कुलविन्द्र सिंह ने थाना धर्मकोट में जाकर आत्म समर्पण कर दिया और असला भी उन्हें सौंप दिया। उक्त मामले में थाना सिटी मोगा द्वारा चोरी का मामला दर्ज किया है।
2020/04/06 10:07:02
https://punjab.punjabkesari.in/punjab/news/moga-murder-head-constable-kulwinder-singh-theft-1125912
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Up Lekhpal Bharti 2021 – UPSSSC जल्द ही लेखपाल, 104 कनिष्ठ सहायक और 53 वरिष्ठ सहायक के 7882 पदों की भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित करेगा – यूपी लेखपाल अधिसूचना 2021, पात्रता मानदंड, आयु, आवेदन करने की अंतिम तिथि आदि का विवरण देखें। यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग जल्द ही Up Lekhpal Bharti 2021 के लिए एक आधिकारिक अधिसूचना जारी करेगा। इस अधिसूचना के माध्यम से, UPSSSC 7822 लेखपाल पदों, 104 Junior Assistant और 53 Posts for Senior Assistants के लिए आवेदन आमंत्रित करेगा। यदि आप Up Lekhpal Bharti के लिए आवेदन करने में रुचि रखते हैं, तो आपको यूपी लेखपाल पात्रता मानदंड, आयु, आवेदन शुल्क, चयन प्रक्रिया, आवेदन करने की अंतिम तिथि आदि की जांच करनी चाहिए। आपको इस पेज के माध्यम से यूपी लेखपाल 2021 भर्ती की सूचना से संबंधित सभी जानकारी मिल जाएगी। तो, पढ़ना जारी रखें और इस पेज पर दिए गए निर्देशों का पालन करें। 1 Up Lekhpal Bharti 2021- 2 UP Lekhpal Vacancy 2022 Eligibility Criteria, Age, Education, Selection Process, Fee, and Salary 3 Last Date to Apply for UP Lekhpal Recruitment 2021, Exam Date 4 How to apply online for the UP Lekhpal 2021 Up Lekhpal Bharti 2021- समाचार सूत्रों के अनुसार, UPSSSC के अधिकारी जल्द ही यूपी लेखपाल भर्ती अधिसूचना 2021 जारी करेंगे। हम इस लेख के माध्यम से यूपी लेखपाल भारती 2021 के लिए आवेदन करने की प्रारंभिक तिथि और अंतिम तिथि से संबंधित जानकारी बाद में प्रदान करेंगे। यूपी लेखपाल रिक्ति 2021 के नवीनतम अपडेट के लिए इस पेज को चेक करते रहें। इससे पहले, कम से कम 12 वीं कक्षा पास उम्मीदवार यूपी लेखपाल रिक्ति 2021 के लिए आवेदन कर सकते थे। लेकिन, अब, उन्होंने इस योग्यता को जोड़ दिया है। इस साल आगामी यूपी लेखपाल भारती 2021 के लिए सीसीसी सर्टिफिकेट यानी कंप्यूटर कोर्स सर्टिफिकेट भी अनिवार्य है। हमारी दूसरी वेबसाइट mobilegyans.com को जरूर विज़िट करे। UP Lekhpal Vacancy 2022 Eligibility Criteria, Age, Education, Selection Process, Fee, and Salary Qualification in Education: आवेदक को 12वीं पास होना चाहिए और उसके पास सीसीसी सर्टिफिकेट होना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए, कृपया यूपी लेखपाल 2022 के लिए आधिकारिक अधिसूचना देखें। Age: यूपी लेखपाल 2022 के लिए न्यूनतम आयु सीमा 1 जनवरी 2022 तक 18 वर्ष है। ऊपरी आयु सीमा बाद में अधिसूचित की जाएगी। Process of Selection: यूपी लेखपाल रिक्ति 2021 के लिए चयन प्रक्रिया लिखित परीक्षा, दस्तावेज़ सत्यापन और साक्षात्कार है। Fee for application: यूपी लेखपाल भर्ती 2022 के लिए आवेदन शुल्क का उल्लेख यूपी लेखपाल भारती 2022 के लिए आधिकारिक अधिसूचना में किया जाएगा। Salary: यूपी लेखपाल के माध्यम से चुने गए उम्मीदवारों को वेतनमान रुपये के तहत वेतन मिलेगा। 5200 से रु. 20200 रुपये के ग्रेड पे के साथ। 2000. Last Date to Apply for UP Lekhpal Recruitment 2021, Exam Date उम्मीदवार, जो यूपी लेखपाल 2021 आवेदन पत्र में रुचि रखते हैं, उन्हें यूपी लेखपाल 2021 से संबंधित निम्नलिखित महत्वपूर्ण तिथियों की जांच करनी चाहिए: Last Date to Apply for UP Lekhpal 2022 Jan 2022 UP Lekhpal Admit Card 2022 available 15 days before the exam date How to apply online for the UP Lekhpal 2021 यदि आप Up Lekhpal 2021 के लिए पात्र हैं, तो आपको यूपी लेखपाल भारती 2021 भरने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया का पालन करना चाहिए: यहां रजिस्टर लिंक पर क्लिक करें। अब, आवेदक का नाम, पिता का नाम, माता का नाम, वैध और सक्रिय ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर जैसे आवश्यक विवरण दर्ज करें। उसके बाद, अपना प्रश्न चुनें और अपना उत्तर दर्ज करें। अंत में कैप्चा दर्ज करें और साइन अप पर क्लिक करें।इस तरह, आप अपनी लॉगिन आईडी और पासवर्ड जेनरेट कर पाएंगे। इस तरह, आप अपनी लॉगिन आईडी और पासवर्ड जेनरेट कर पाएंगे। इस तरह, आप अपनी लॉगिन आईडी और पासवर्ड जेनरेट कर पाएंगे। उसके बाद, यूपी लेखपाल 2022 के लिए आवेदन पत्र भरें, शैक्षिक विवरण भरें, आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें, आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
2022/05/24 03:06:04
https://smartyojna.com/up-lekhpal-bharti-2021/
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असम: ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने गुवाहाटी में तलाक के लिए फाइल की - SD News असम: ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन ने गुवाहाटी में तलाक के लिए फाइल की नई दिल्ली: नॉर्थईस्ट नाउ की रिपोर्ट के अनुसार, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन ने कथित तौर पर अपने पति के खिलाफ गुवाहाटी की एक पारिवारिक अदालत में तलाक की याचिका दायर की है। 24 साल की लवलीना ने 2018 में जोरहाट के अपने लॉन्ग टाइम पार्टनर नबनित गोस्वामी से शादी की थी। गोस्वामी के खिलाफ तलाक की याचिका लवलीना ने गुवाहाटी के कामरूप (एम) फैमिली कोर्ट में दायर की है। तलाक का कारण अभी पता नहीं चला है। पिछले हफ्ते, लवलीना ने मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत ज़रीन के साथ ट्रायल के अंतिम दिन व्यापक जीत दर्ज करके 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भारतीय मुक्केबाजी दल में जगह बनाई। दबंग प्रदर्शन करते हुए, लवलीना और निकहत ने अपने-अपने वर्ग में समान रूप से 7-0 से जीत दर्ज की। समाचार एजेंसी एएनआई ने बताया कि लवलीना ने 70 किग्रा में पूजा को हराया, जबकि निकहत ने 50 किग्रा वर्ग में मीनाक्षी को मात दी। यह भी पढ़ें: राष्ट्रमंडल खेल 2022: नीरज चोपड़ा राष्ट्रमंडल खेलों में 37 सदस्यीय एथलेटिक्स टीम का नेतृत्व करेंगे। पूरी सूची देखें 26 मई को, ओलंपिक कांस्य पदक विजेता को अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ की एथलीट समिति के निदेशक मंडल में एक अध्यक्ष और मतदान सदस्य के रूप में चुना गया था। लवलीना ने टोक्यो ग्रीष्मकालीन ओलंपिक 2020 में महिला वेल्टरवेट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, यह खिताब जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बनीं ओलंपियन को असम सरकार द्वारा पुलिस उपाधीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है और उन्हें 2021 में असम के दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, असोम सौरव से सम्मानित किया गया था। उन्हें वर्ष 2020 में अर्जुन पुरस्कार मिला था। पिछले साल, बॉक्सर को भी सम्मानित किया गया था। मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार।
2022/07/05 19:05:22
https://sdnews.in/assam-olympic-bronze-medalist-boxer-lovlina-borgohain-files-for-divorce-in-guwahati/
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Menstruation से जुड़े 'टैबू', महिलाओं को बना रहे डिप्रेशन का शिकार, स्कूल छोड़ती हैं बच्चियां... • Marginalised June 10, 2018 Marginalised Writer 0 Comments indian society, Menstrual Hygiene, national, News, taboo Menstrual Hygiene एक ऐसा विषय है, जो बेहद जरूरी है; पर दुर्भाग्य से उतना ही neglected है. इस पर अधिक से अधिक चर्चा की जरूरत है, ताकि समाज के साथ- साथ सरकारें भी जागरूक और संवेदनशील हो सकें. आज प्रस्तुत है इस सीरीज की दूसरी कड़ी. पढ़ें और अपने फीडबैक से marginalised.in की टीम को परिचित करवाएं: पीरियड्‌स या Menstruation को लेकर जिस तरह की सोच हमारे समाज में व्याप्त है उसके कारण यह एक बॉयोलॉजिक प्रक्रिया ना होकर बीमारी बन गया है, जिसके आने पर महिलाएं दुखी हो जाती हैं और उपेक्षित की भांति चार-पांच दिन गुजारती हैं. यह स्थिति आज भी सच है और सिर्फ ग्रामीण इलाकों में ही नहीं शहरी इलाकों में भी कमोबेश यही स्थित देखने को मिलती है. जैसा कि इस सीरीज में पहले बताया गया है कि 87 प्रतिशत महिलाएं सही तरीके से यह नहीं जानती कि आखिर उन्हें पीरियड्‌स आता क्यों है, तो इस संबंध में लोगों के बीच जानकारी का घोर अभाव है. जानकारी ना होने के कई कारण हैं, जिस पर आगे चर्चा की जायेगी, फिलहाल इस स्थिति का परिणाम यह है कि माहवारी पीरियड्‌स या Menstruation से कई तरह के मिथक जुड़ गये हैं. अंधविश्वास में फंसे लोग आज भी उनसे बाहर नहीं निकल पाये हैं और आस्था और धर्म के नाम पर इसे ढो रहे हैं. कई पढ़ी लिखी महिलाएं पीरियड के दिनों में घर में दिया बाती नहीं करतीं. बल्कि अपने बच्चों, पति या किसी अन्य रिश्तेदार को घर के पूजा घर में दिया बाती करने को कहती हैं. उच्च शिक्षा लेने के बाद भी, बाहर नौकरी करने के बाद भी और सार्वजनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बाद भी उनके मन मस्तिष्क पर पीरियड्स से जुड़े मिथकों ने अपना कब्ज़ा जमा रखा है, वे अभी भी इसे बायोलॉजिकल प्रोसेस के रूप में लेने को तैयार नहीं. एक बेहद शिक्षित और आर्थिक रूप में आत्मनिर्भर महिला, सीमा ने बातचीत में बताया कि जिन दिनों वे पीरियड में होती हैं, तो वे अपने बेटे को समझाती हैं कि ये एकदम नार्मल प्रक्रिया है, ये नहीं होता तो बेटे, तुम इस दुनिया में नहीं आते. इसलिए महिलाओं की इज्ज़त करना सीखो. पर साथ ही वे ये भी कहती हैं, जिन दिनों में अपने बेटे से कहती हूं कि वे घर के देवता के आगे दिया बाती कर दे, तो वो समझ जाता है कि मम्मी पीरियड में हैं. अशिक्षित महिलाओं की बात छोड़ दें, पढ़ी लिखी महिलाएं भी इन दिनों मंदिरों में जाने से हिचकती हैं. क्या हैं मिथक हमारे देश अभी भी शत प्रतिशत साक्षरता दर के लक्ष्य से दूर है, और इसमें महिलाओं में पुरुषों की तुलना में कम साक्षरता की दर की अपनी भूमिका रही है. जहां पुरूषों में साक्षरता का दर 78 प्रतिशत है, वहीं महिलाओं में यह 55 प्रतिशत है. मिथकों की बात चली है तो शिक्षा और जानकारी के अभाव में महिलाएं खुद को मिथकों से जल्दी जोड़ लेती हैं. कुछ प्रचलित मिथक जो समाज में आज भी विद्यमान हैं- 1. पीरियड्‌स के दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए. (यह मिथक हर धर्म में कमोबेश है. हिंदू अगर पूजा नहीं करते तो मुसलमान और ईसाई महिलाएं भी धार्मिक कामकाज से दूर रहती हैं. 2. धार्मिक टैबू में फंसी महिलाओं को घर के कामकाज से भी दूर कर दिया जाता है. कई जगहों पर उनके रसोई घर, पूजा घर और भंडारगृह में प्रवेश पर रोक लगा दिया जाता है. 3.वे सबसे अलग-थलग रहती हैं, फर्श पर सोती हैं, खेलना-कूदना और बाहर जाना तक प्रतिबंधित हो जाता है. 4. ऐसी धारणा है कि माहवारी के आने से महिलाएं अछूत हो जाती हैं और अगर वे किसी चीज को स्पर्श करेंगी तो वह भी अछूत या खराब हो जायेगा, इसलिए इस दौरान महिलाएं अचार, तुलसी का पौधा आदि का स्पर्श नहीं करती हैं. 5. ग्रामीण इलाकों में ऐसा अंधविश्वास है कि अगर पीरियड्‌स के दौरान इस्तेमाल किये जा रहे कपड़े को कोई देख लेगा तो उसपर जादू-टोना किया जा सकता है, इसलिए महिलाएं इसकी साफ-सफाई के काम को दबा छिपाकर कर करती हैं. मिथकों के नकारात्मक परिणाम समाज में व्याप्त मिथकों के कारण महिलाओं पर इसके कई नकारात्मक परिणाम दिखते हैं. मसलन- 1. महिलाएं इन 4-5 दिनों में डिप्रेशन का शिकार हो जाती हैं और काफी दुखी रहती हैं. 2. छोटी बच्चियां तो अलग-थलग रखे जाने साफ-सफाई की उचित व्यवस्था ना होने के कारण urinary tract infections (UTI) और respiratory tract infections (RTI) की शिकार हो जाती हैं. 3. जानकारी के अभाव और मिथकों के कारण लड़कियां डिप्रेशन, अपराधबोध, फ्रस्ट्रेशन का शिकार हो जाती हैं. 4. सेनेटरी पैड या घर में बने पैड के सही डिस्पोजल की व्यवस्था ना होने के कारण यह आम कचरे के साथ जहां-तहां फेंका जाता है जो पर्यावरण पर संकट का कारण बनता है. 5. पीरियड्‌स की शुरुआत में लड़कियां इस कदर परेशान होती हैं कि लड़कों से बात करना और स्कूल जाना तक छोड़ देती हैं.
2021/06/23 00:31:37
http://marginalised.in/2018/06/10/news-national-menstrual-hygiene-taboo-in-indian-society/
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गर्दन के आधार पर सिरदर्द के कारण - रोग - 2020 गर्दन के आधार पर सिरदर्द के कारण तनाव सिरदर्द, गर्दन के आधार पर दर्द का कारण बनता है, एक विस्तृत मार्जिन द्वारा सिरदर्द का सबसे आम प्रकार है। ऊपरी गर्भाशय ग्रीवा रीढ़ और आपकी खोपड़ी के आधार के बीच का क्षेत्र उप-ओसीपिटल क्षेत्र कहा जाता है। यह क्षेत्र तंत्रिका तंतुओं, जोड़ों और छोटी मांसपेशियों में समृद्ध है - जिनमें से सभी दर्द पैदा करने में सक्षम हैं। चूंकि यह दर्द जीवन को खतरनाक स्थिति का संकेत दे सकता है, यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं तो अपने डॉक्टर को सटीक निदान के लिए देखें। अत्यधिक मांसपेशी तनाव हालांकि पूरी तरह से समझ में नहीं आता है, तनाव सिरदर्द आंशिक रूप से ऊपरी कंधे, गर्दन, उप-ओसीपिटल क्षेत्र और खोपड़ी में अत्यधिक मांसपेशियों के तनाव और संकुचन से संबंधित माना जाता है। यह तनाव आमतौर पर निरंतर तनाव और खराब मुद्रा के कारण होता है, जिससे सूजन और सुस्त, दर्द दर्द होता है। तनाव सिरदर्द एक बैंड-जैसी पैटर्न में सिर के चारों ओर वितरित फैलाने वाले दर्द के हल्के से मध्यम स्तर का उत्पादन करता है जिसमें सिर के पीछे और गर्दन के आधार शामिल होते हैं। तनाव सिरदर्द कुछ मस्तिष्क रसायनों, जैसे सेरोटोनिन और एंडोर्फिन के बीच परिवर्तनों का भी परिणाम हो सकता है, जो दर्द मार्गों को सक्रिय करते हैं और दर्द को दबाने के लिए मस्तिष्क की क्षमता में हस्तक्षेप करते हैं। तनाव और खराब मुद्रा के अलावा, जबड़े की चपेट में, अवसाद, निर्जलीकरण और कमजोर मांसपेशियों में गर्दन के आधार पर तनाव सिरदर्द और दर्द में योगदान हो सकता है। ऊपरी गर्दन की समस्या गर्दन में ऊपरी गर्भाशय ग्रीवा कशेरुका चोट और अक्षमता के लिए कमजोर है। ये हड्डियां सिर के लिए आधार के रूप में कार्य करती हैं, और विभिन्न दिशाओं में स्थानांतरित करने की आवश्यकता होती है। जब मांसपेशियों, tendons, ligaments, जोड़ों या ऊपरी गर्दन के नसों घायल हो जाते हैं, दर्द स्थानीय रूप से उत्पादित किया जाता है, लेकिन एक गर्भाशय ग्रीवा सिरदर्द भी विकसित हो सकता है। गर्भाशय ग्रीवा सिरदर्द ओसीपिटल या उप-ओसीपिटल दर्द होता है जो चोट से निकलता है गर्दन के तंत्रिकाओं, अक्सर ट्राइगेमिनल तंत्रिका परिसर, या गर्दन के छोटे जोड़। गर्भाशय ग्रीवा सिरदर्द दर्द आम तौर पर सिर के आधार के पास सुस्त और स्थानीयकृत होता है, हालांकि यह अचानक गर्दन की गति के साथ तेज हो सकता है, जो सिर के शीर्ष तक फैलता है। ऊपरी गर्दन का असर ऑस्टियोआर्थराइटिस, रूमेटोइड गठिया, अपॉफीसील संयुक्त इंपिंगमेंट या डिसलोकेशन, तंत्रिका रूट जलन, और इंटरवर्टेब्रल डिस्क को उगलने के कारण हो सकता है। ट्रामा, जैसे कि कार दुर्घटना से गर्दन whiplash, खराब मुद्रा, तनाव, migraines और बढ़ी हुई उम्र सभी गर्भाशय ग्रीवा सिरदर्द और गर्दन दर्द की संभावना में वृद्धि। रोग प्रक्रियाएं रोग की प्रक्रियाएं आपकी गर्दन के आधार पर सिरदर्द का कारण बन सकती हैं। गठिया के अलावा, दुर्लभ बीमारियों और परिस्थितियों में स्पाइनल मेनिंगजाइटिस शामिल है, जो रीढ़ की हड्डी को सिर में गंभीर शूटिंग दर्द उत्पन्न करता है; मस्तिष्क फोड़े, जो खोपड़ी के ओसीपिटल क्षेत्र में बना सकते हैं; पैगेट की बीमारी, जो हड्डी के विनाश का कारण बनती है; मस्तिष्क ट्यूमर जैसे मेनिंगियोमास, जो गर्दन और सिर के आधार पर संवेदनशील संरचनाओं पर दबाव डाल सकता है; और मस्तिष्क aneurysms, जो खोपड़ी में कहीं भी अचानक, उत्तेजित दर्द पैदा कर सकते हैं। रोग नियंत्रण और रोकथाम के केंद्रों में नोट किया गया है कि जीवाणु और वायरल मेनिंजाइटिस दोनों सिरदर्द और कठोर गर्दन से शुरू होते हैं, लेकिन आमतौर पर बुखार, मतली और प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता भी शामिल होते हैं।
2020/04/07 22:22:42
https://hi.sxph.org/44681-causes-of-headache-at-base-of-neck.html
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paleontologists find world oldest sperm inside tiny ostracod from myanmar - विश्व का सबसे पुराना स्पर्म म्यांमार में मिला, 10 करोड़ साल से ओस्ट्रैकोड के मजबूत खोल में जमे हुए थे | Others blogid : 26149 postid : 3228 खोजकर्ताओं ने दुनिया का सबसे पुराना एनीमल स्पर्म खोज निकाला है। पुरातत्व विज्ञानियों का दावा है कि स्पर्म के यह जीवाश्म 10 करोड़ साल पुराने हैं। स्पर्म जीवाश्म को म्यामार के जलीय जीव के मजबूत खोल में जमा हुआ पाया गया है। खोजकर्ता अब उस एनीमल का पता लगाने में जुटे हैं जिसका असल में यह स्पर्म हो सकता है। समुद्री तटों पर खोज अभियान में मिली सफलता अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक पुरात्तव विज्ञानियों की एक टीम म्यांमार के पेड़ों से घिरे समुद्री तटों में लंबे समय से खोज अभियान में जुटी हुई है। इस टीम का नेतृत्व कर रहे नानजिंग स्थित चीनी साइंस एकेडमी के वांग हू के मुताबिक टीम का अनुमान है कि एनीमल स्पर्म के यह जीवाश्म 100 मिलियन यानी 10 करोड़ साल पुराने हो सकते हैं। जलीय जीव के मजबूत खोले से मिले जीवाश्म रिपोर्ट के मुताबिक म्यांमार में खोज के दौरान जलीय जीव ओस्ट्रैकोड के मजबूत खोल से एनीमल स्पर्म बरामद किया गया है। यह ओस्ट्रैकोड मजबूत खोल वाले जलीय जीव होते हैं जो दुनियाभर के कई महासागरों में 50 करोड़ सालों से पाए जाते रहे हैं। म्यामांर में भी इन जलीय जीवों म्यांमारक्रीपस हई के नाम से जाना जाता है। मादा ओस्ट्रैकोड जीव का स्पर्म होने का अनुमान खोजकर्ताओं का मानना है कि स्पर्म के जीवाश्म से पता चलता है कि मादा ओस्ट्रैकोड जीव का हो सकता है। निशेषन के दौरान वह जीव पेड़ों में फंस गया होगा और फिर कभी वहां से निकल नहीं पाया। अब खोजकर्ताओं को उसके शरीर के मजबूत हिस्से यानी खोल से स्पर्म के जीवाश्म बरामद हुए हैं। खोजकर्ताओं ने यह खोल पेड़ के तने से पाया है। स्टडी रॉयल सोसाइटी की प्रोसीडिंग्स जर्नल में प्रकाशित खोजकर्ताओं की यह स्टडी प्रतिष्ठित रॉयल सोसाइटी की प्रोसीडिंग्स जर्नल में भी प्रकाशित की गई। जिसमें इसे सबसे पुराना एनीमल स्पर्म बताया गया है। खोजकर्ताओं के अनुसार मौजूद आंकड़ों के हिसाब से अब तक के सबसे पुराना स्पर्म 1.7 करोड़ साल पहले के थे।…NEXT Tags: 100 Million Years Old Sperm Find In Myanmar Fossilised Animal Sperm Find oldest animal sperm discovered oldest sperm found in Myanmar amber Scientists Find World Oldest Sperm In Myanmar sperm was found trapped in amber World oldest sperm World Oldest Sperm Found Inside Tiny Ostracod
2021/01/28 08:29:12
https://www.jagran.com/blogs/others/paleontologists-find-world-oldest-sperm-inside-tiny-ostracod-from-myanmar/
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कर्व डिजिटल और सोलर सेल ने एक नया ट्रेलर जारी किया आत्मा और बलिदानके लिए आगामी हाथ से तैयार, सममितीय साहसिक खेल Nintendo स्विच तथा PC। खेल को आखिरकार एक आधिकारिक रिलीज की तारीख मिली, जो महीने के अंत में 31 मई के लिए निर्धारित है। पढ़ना जारी रखें "आत्मा और बलिदान पीसी हिट करने के लिए सेट, 31 मई को निंटेंडो स्विच" सौर सेल गेम्स और वक्र डिजिटल ने अपने आगामी, हाथ से चित्रित साहसिक गेम के लिए एक नया ट्रेलर जारी किया, धुआं और बलिदान। खेल लगभग समान है भूखा नहीं है, इसके अलावा यह अस्तित्व के पहलुओं पर सख्ती से ध्यान केंद्रित करने की कोशिश करने के minutiae के विपरीत isometric गेमिंग के क्रिया उन्मुख, हैक-एंड-स्लैश तत्वों पर अधिक केंद्रित है। पढ़ना जारी रखें "स्मोक एंड सैक्रिफाइस, एडवेंचर सरवाइवल गेम हिट्स निनटेंडो स्विच, पीएस 4, पीसी इन 2018" प्रकाशित किया गया था समाचार, Nintendo स्विच, PC, PS4, ट्रेलर, एक्सबॉक्स वनचिह्नित साहसिक खेल, Nintendo स्विच, PC, PS4, धुआं और बलिदान, सौर सेल खेलों, अस्तित्व के खेल, एक्सबॉक्स वन 2 टिप्पणियाँ स्मोक एंड सैक्रिफाइस, एडवेंचर सर्वाइवल गेम हिट्स निंजा स्विच, पीएस 4, पीसी इन 2018
2020/10/23 01:48:05
https://hi.oneangrygamer.net/tag/smoke-and-sacrifice/
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BSNL cheap STV prepaid plan gives daily 3GB data in this budget plan validity 40 days aaaq– News18 Hindi BSNL CHEAP STV PREPAID PLAN GIVES DAILY 3GB DATA IN THIS BUDGET PLAN VALIDITY 40 DAYS AAAQ BSNL के सस्ते प्लान में भी हर दिन 3GB डेटा दिया जाता है. बीएसएनएल ग्राहकों को कुछ ऐसे प्लान भी देता है, जिनकी कीमत 250 रुपये से भी कम है, और उसमें ग्राहकों को हर दिन 3GB डेटा दिया जा रहा है. Last Updated : November 22, 2020, 10:03 IST कोरोना काल में घर पर रहने से मोबाइल डेटा का खर्च काफी बढ़ गया है. इसके साथ-साथ हमारे फोन बिल और रिचार्ज करने में भी काफी पैसे लग रहे हैं. ऐसे में हम अपने बाकी खर्चों को बैलेंस करने के लिए फोन के लिए कम से कम पैसों वाले रिचार्ज प्लान को खोजते हैं. लेकिन ज़्यादातर समय हम कम कीमत में ज्यादा डेटा या बेनिफिट वाले प्लान से ही रिचार्ज कराने का प्लान करते हैं. तो अगर आप भी कोई ऐसा प्लान ढूंढ रहे हैं, जिसकी कीमत ज़्यादा न हो और बेनिफिट भरपूर हो, तो BSNL आपके लिए अच्छा ऑप्शन साबित हो सकता है. जी हां भारत संचार निगम लिमिटेड बीएसएनएल के लिस्ट में कई किफायती प्लान मौजूद है, जिससे आपके काम आसान हो सकते हैं. बीएसएनएल ग्राहकों को कुछ ऐसे प्लान भी देता है, जिनकी कीमत 250 रुपये से भी कम है, और उसमें ग्राहकों को हर दिन 3GB डेटा दिया जा रहा है. बीएसएनएल ग्राहकों के लिए 247 रुपये वाला प्रीपेड STV प्लान ऑफर करता है. आइए जानते हैं इस प्लान में मिलने वाले फायदे के बारे में... बीएसएनएल के इस STV 247 वाले प्लान में ग्राहकों को लोकल + STD कॉलिंग के लिए अनलिमिटेड फ्री मिनट्स दिए जाते हैं. हालांकि, इसमें 250 मिनट प्रतिदिन की FUP लिमिट है. प्लान की सबसे खास बात इसमें मिलने वाला डेटा है. इस प्लान की वैलिडिटी 30 दिनों की है. इसमें ग्राहकों को हर दिन 3 जीबी डेटा दिया जाता है. इसमें डेली डेटा की लिमिट खत्म होने के बाद इंटरनेट स्पीड घटकर 80Kbps हो जाती है. इसके अलावा प्लान में हर दिन 100 SMS भी फ्री में दिए जाते हैं. (ये भी पढ़ें- 2 हज़ार रुपये तक सस्ते हो गए Oppo के ये 4 पॉपुलर स्मार्टफोन्स, मिलेंगे 64 मेगापिक्सल कैमरे) जैसा कि पहले भी बताया गया कि ये प्लान 30 दिन की वैलिडिटी के साथ आता है. लेकिन एक प्रमोशनल ऑफर के तहत फिलहाल STV 247 को 40 दिन की वैलिडिटी के साथ उपलब्ध कराया जा रहा है. यानी कि कुल मिलाकर इस रिचार्ज पैक में 40 दिनों के लिए 120 जीबी डेटा मिलता है. जानकारी के लिए बता दें कि STV 247 के साथ ये प्रमोशनल ऑफर 30 नवंबर, 2020 तक वैलिड है.
2021/06/13 12:24:35
https://hindi.news18.com/news/tech/bsnl-cheap-stv-prepaid-plan-gives-daily-3gb-data-in-this-budget-plan-validity-40-days-aaaq-3347183.html
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डबरा, सलिल श्रीवास्तव। महिलाओं की सुरक्षा के लिए सरकार कितने भी कड़े कानून बना ले लेकिन उसका पालन कराने वाले यदि संजीदा नहीं होंगे तो महिला अपराध नहीं रुक सकते। ये हम इसलिए कह रहे हैं कि आये दिन इस तरह की खबरें सामने आती हैं जिसमे मनचले सड़क चलती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं और छेड़खानी करते हैं। ताजा मामला ग्वालियर जिले के डबरा का है जहां कोचिंग पढ़ने जा रही एक लड़की के साथ एक मनचले ने छेड़खानी कर दी। लोगों ने जब मनचले की हरकत देखी तो उन्होंने पकड़कर मनचले की जमकर पिटाई लगा दी, इतना ही नहीं उसे सबक सिखाने के लिए लड़की से मनचले की चप्पलों से पिटाई भी लगवाई। डबरा की कृष्णपुरा कॉलोनी में उस समय अजीब स्थिति बन गई जब एक मनचला कोचिंग जा रही लड़की के साथ सड़क पर छेड़खानी करने लगा। लड़की ने पहले इसे नजर अंदाज किया लेकिन जब मनचले ने लड़की का रास्ता रोका तो लड़की चिल्लाने लगी। लड़की की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकठ्ठा हो गए उन्होंने मनचले को पकड़ लिया और पिटाई शुरू कर दी। लोगों ने मनचले को जमकर मारा और लड़की से भी चप्पल से पिटाई लगवाई और पुलिस को सौंप दिया। घटना मंगलवार की बताई जा रही है। गौरतलब है कि डबरा में इस तरह की घटना कोई नई बात नहीं है। नगर के कई स्थान ऐसे हैं जहां 8 -10 का झुंड बनाकर लड़के खड़े रहते हैं और आती-जाती लड़कियों पर फब्तियां कसते हैं उन्हें छेड़ते हैं। डबरा की उषा कॉलोनी, कमलेश्वर कॉलोनी, श्रीराम कॉलोनी और अन्य ऐसी कॉलोनियां, जहां पर कोचिंग संचालित होती हैं ऐसी घटनाएं आम बात होती जा रही हैं। लेकिन नगर की सुरक्षा के लिए तैनात डबरा की पुलिस कान में तेल डाले सोती रहती है। छेड़खानी की ये घटनाएं पुलिस की सुरक्षा और गश्त की मुस्तैदी का जीवंत प्रमाण है। छेड़खानी के अलावा लड़कों के झुण्ड जोगिंदर रोड, कमल टॉकीज रोड, गीता टॉकीज रोड के पास तेज आवाज करने वाली गाड़ियों से स्टंट करते जनता को दिखाई देते हैं, लेकिन डबरा पुलिस को ये दिखाई नहीं देता। मनचलों की बढ़ती संख्या के चलते कुछ क्षेत्र तो ऐसे हैं जिन्हें लोग लवर्स प्वाइंट भी कहने लगे हैं। संत कंवरराम रोड, गुरुनानक मार्केट सहित कुछ स्थान ऐसे हैं जिन्हें सामान्य बोलचाल में लोग लवर्स पॉइंट कहने लगे हैं। खास बात ये है कि मनचलों की हरकतों को स्थानीय प्रशासन और पुलिस कभी गंभीरता से नहीं लेते जिसके कारण इनकी हिम्मत बढ़ती जाती है। बदनामी और परेशानी के कारन बहुत सी बच्चियां और उनके परिजन पुलिस में शिकायत नहीं कराते उधर कोचिंग संचालक भी किसी भी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेना चाहते। कोई बड़ी बात नहीं कि छेड़खानी की बढ़ती घटनाएं कल शहर में किसी बड़ी घटना की शक्ल ले लें।
2021-03-02T20:33:39Z
http://www.vedicpress.com/vedicpress-blogs/hindi-blogs/
OSCAR-2109
नगर निगम में व्यापारियों का हंगामा, निगम ने वापस लिया लाइसेंस टैक्स का निर्णय | Khabar Uttarakhand News Home highlight नगर निगम में व्यापारियों का हंगामा, निगम ने वापस लिया लाइसेंस टैक्स... देहरादून: नगर निगम ने राजधानी में चलनेवाली सभी दुकानों पर लाइसेंस टैक्स लगाने का निर्णय लिया था। इसकी भनक लगते ही निगम में व्यापारी विरोध करने पहुंच गए। निगम के इस फैसले से स्थानीय व्यापारियों में खासा आक्रोश है। इसके देखते हुए अब नगर निगम बैकफुट पर है। नगर निगम के लगाए गए टैक्स के विरोध में आज देहरादून व्यापारी संगठनों कीे सभी एसोसिएशन से जुड़े सैकड़ों व्यापारी निगम में पहुंचे और जोरदार हंगामा किया। व्यापारियों का कहना है कि व्यवसाय में पहले ही उनको नुकसान हो रहा है। ऐसे में अगर निगम भी शुल्क लेता है तो व्यापारियों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। सभी एसोसिएशन के दबाव के बाद नगर निगम ने जिस टैक्स को लगाने की तैयारी की थी। उस फैसले को वापस ले लिया है। नगर निगम मेयर सुनील उनियाल गामा ने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा।
2020/02/25 11:38:02
https://khabaruttarakhand.com/khabar-uttarakhand-uttarakhand-khabar-uk-news-khabar-uk-uttarakhand-news-news-uttarakhand-breaking-uttrakhand-news-doon-uttrakhand-news-uttrakhand-cabinet/
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तीसरा चरण: ओवैसी व पप्पू यादव की पता चलेगी ताकत, इस लोकसभा सीट पर भी नजर | NewsTrack तीसरा चरण: ओवैसी व पप्पू यादव की पता चलेगी ताकत, इस लोकसभा सीट पर भी नजर शनिवार को हो रहे मतदान में हर किसी की नजर जन अधिकार पार्टी के मुखिया पप्पू यादव के असर वाले कोसी इलाके और एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी के प्रभाव वाले सीमांचल इलाके पर टिकी है। इन दोनों नेताओं ने अपनी ताकत दिखाने के लिए काफी मेहनत की है। Published on 7 Nov 2020 4:13 AM GMT अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव आयोग की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। तीसरे चरण के कई इलाके काफी संवेदनशील माने जा रहे हैं। पटना: बिहार में आखिरी चरण की 78 सीटों पर मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। शनिवार को वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर भी मतदान हो रहा है। आखिरी चरण के मतदान के लिए नेपाल से लगने वाली सभी सीमाओं को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। आखिरी चरण में सत्तारूढ़ एनडीए और विपक्षी महागठबंधन के बीच कांटे की लड़ाई तय मानी जा रही है। नेपाल से लगने वाली सीमा पूरी तरह सील अंतिम चरण के मतदान के लिए चुनाव आयोग की ओर से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। तीसरे चरण के कई इलाके काफी संवेदनशील माने जा रहे हैं। इसलिए वाल्मीकिनगर सीमा सहित नेपाल से लगने वाली सभी सीमाओं को सील करने के साथ ही सुरक्षाबलों की तैनाती भी की गई है। इसके साथ ही सभी बूथों पर अर्धसैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं। ये भी पढ़ें...बिहार चुनाव: आखिरी चरण में आज आर-पार की जंग, इन हॉट सीटों पर सबकी नजर आयोग की ओर से सुरक्षा को लेकर त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई है। मतदान के दौरान हेलीकॉप्टर से एरियल निगरानी की भी तैयारी है। सुरक्षाबलों को संवेदनशील बूथों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस लोकसभा सीट का भी होगा फैसला तीसरे चरण में विधानसभा की 78 सीटों के अलावा वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट पर भी उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। जदयू के सांसद वैद्यनाथ महतो के निधन के कारण इस सीट पर उपचुनाव कराया जा रहा है। इस सीट पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए जदयू ने दिवंगत वैद्यनाथ महतो के पुत्र सुनील कुमार को चुनाव मैदान में उतारा है। महागठबंधन की ओर से कांग्रेस उम्मीदवार प्रवेश कुमार मिश्रा को सुनील कुमार के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा गया है। सीमांचल में ओवैसी ने उलझाए समीकरण तीसरे चरण में ही सीमांचल की सीटों पर भी मतदान हो रहा है। एआईएमआईएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी का इस इलाके में अच्छा खासा असर माना जाता है। ओवैसी ने मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी वाले सीमांचल इलाके की कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। सीमांचल इलाके में अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया में मुस्लिमों की आबादी 55 फ़ीसदी से ज़्यादा है। इसलिए इन इलाकों में हर किसी की नजर मुस्लिम मतदाताओं के रुझान पर टिकी हुई है। महागठबंधन के नेताओं की नजर भी मुस्लिम मतदाताओं पर टिकी हुई है। योगी ने उठाया था घुसपैठ का मुद्दा सीमांचल का इलाका भाजपा के लिए अभी तक बंजर ही साबित होता रहा है। हालांकि इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस इलाके में एनडीए के पक्ष में चुनावी सभाएं की हैं। कटिहार की जनसभा में योगी आदित्यनाथ ने अवैध घुसपैठ का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि अगर एनडीए की सरकार बनी तो घुसपैठियों को बाहर किया जाएगा। ये भी पढ़ें...न्यूजट्रैक पर सबसे पहले पूर्वानुमानः दूसरे चरण में NDA को बढ़त, BJP रहेगी सबसे आगे दूसरी ओर ओवैसी मुस्लिमों को अपने पक्ष में करने के लिए लगातार एनआरसी का विरोध करने में जुटे हुए हैं। महागठबंधन के नेता भी सरकार बनने पर एनआरसी को लागू न होने देने की बात कह रहे हैं। पप्पू यादव की ताकत भी पता चलेगी तीसरे चरण में ही कोसी सीमांचल क्षेत्र में जन अधिकार पार्टी के मुखिया व पूर्व सांसद पप्पू यादव की ताकत का भी पता चलेगा। इस इलाके में यादव मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है और पप्पू यादव ने इस क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाने के लिए पूरा जोर लगाया है। हालांकि राजद की ओर से भी यादव मतदाताओं को अपने पक्ष में बनाए रखने के लिए जमकर मेहनत की गई है। अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि यादव मतदाताओं का झुकाव किस ओर होता है। नीतीश के एलान का असर भी पता लगेगा तीसरे चरण में ही इस बात का भी पता लगेगा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आखिरी चुनाव संबंधी एलान का कितना असर दिखता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूर्णिया की धमदाहा सीट पर चुनावी सभा के दौरान घोषणा की थी कि मौजूदा विधानसभा चुनाव उनका आखिरी चुनाव है। हालांकि महागठबंधन की ओर से कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार थक चुके हैं और उन्होंने यह बयान मजबूरी में दिया है क्योंकि उन्हें अपनी हार तय लग रही है। देखने वाली बात यह होगी कि नीतीश कुमार के इस एलान का तीसरे चरण के मतदान पर कितना असर पड़ता है।
2021/05/15 08:50:14
https://newstrack.com/politics/bihar-election-2020-phase-three-voting-will-asaduddin-owaisi-pappu-yadav-play-different-role-706385.html
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Machines were also gone as soon as the Indore-Dahod rail project was closed, now it will take crores to bring them | इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट बंद होते ही मशीनें भी चली गईं, अब करोड़ों तो इन्हें लाने में ही लगेंगे - Dainik Bhaskar Machines Were Also Gone As Soon As The Indore Dahod Rail Project Was Closed, Now It Will Take Crores To Bring Them प्रोजेक्ट का काम बंद:इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट बंद होते ही मशीनें भी चली गईं, अब करोड़ों तो इन्हें लाने में ही लगेंगे टिही के आगे तीन किमी में से आधी टनल बनकर तैयार होने के बाद प्रोजेक्ट होल्ड हुआ तो कॉन्ट्रैक्टर ने मौके से मशीनों को भी रवाना कर दिया। (फाइल फोटो) इंदौर-दाहोद रेल प्रोजेक्ट के लिए बजट में 20 करोड़ रुपए मिले हैं। अब रेलवे अधिकारियों का कहना है कि इतने में काम दोबारा कैसे शुरू होगा? वहीं, रेलवे एक्सपर्ट का कहना है कि इस प्रोजेक्ट का काम बंद कर रेलवे ने प्रोजेक्ट होल्ड किया था। रेलवे कम से कम काम तो दोबारा शुरू करे। आगे एडीशनल बजट या दूसरे फंड से रुपया आ जाएगा। उन्होंने कहा कि रेलवे अधिकारी इस प्रोजेक्ट को लेकर गंभीर नहीं हैं। इस प्रोजेक्ट पर काम सालभर से ज्यादा समय से बंद है। रेलवे ने प्रोजेक्ट भी होल्ड किया हुआ है। पहले जब काम चल रहा था, तब टिही के आगे तीन किमी में से आधी टनल बनकर तैयार हो गई थी। प्रोजेक्ट पर काम बंद होने के बाद कॉन्ट्रैक्टर इसकी मशीनरी भी वहां से ले गए थे। अब मशीनरी को दोबारा लाना बड़ी चुनौती रहेगी। इसमें करोड़ों खर्च होंगे। रेलवे कंस्ट्रक्शन विभाग से जुड़े एक अधिकारी के अनुसार इतने बजट में दोबारा काम कैसे शुरू होगा? काम शुरू होना मुश्किल है। काम शुरू होने पर दूसरे प्रोजेक्ट से राशि ट्रांसफर हो सकती है : एक्सपर्ट रेलवे पैसेंजर एमीनिटीज कमेटी के पूर्व सदस्य नागेश नामजोशी के अनुसार रेलवे के पास होल्ड प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने के लिए सबसे अच्छा मौका है। बजट में राशि मिली है। काम तो रेलवे दोबारा शुरू करे। रही बात फंड की तो एडीशनल बजट या फिर दूसरे प्रोजेक्ट से राशि ट्रांसफर हो सकती है। रेलवे अन्य प्रोजेक्ट में यह करता ही है। अभी बंद प्रोजेक्ट पर काम शुरू करना प्राथमिकता होना चाहिए। घाट सेक्शन में सर्वे को मंजूरी मिलते ही शुरू होगा काम इंदौर| सांसद शंकर लालवानी ने शुक्रवार को रेल मंत्री पीयूष गोयल से चर्चा की। इंदौर-दाहोद प्रोजेक्ट का काम सालभर से ज्यादा समय से बंद रहने, महू के आगे घाट सेक्शन में 25 साल से अब तक सिर्फ सर्वे होने, इंदौर-देवास-उज्जैन डबलिंग में देरी और कम बजट दिए जाने की जानकारी उन्होंने रेल मंत्री को दी। रेल मंत्री ने तत्काल अधिकारियों को बुलवाकर पूरे मामले को दिखवाए जाने के निर्देश दिए। दोपहर में रेलवे अधिकारियों ने सांसद लालवानी के साथ बैठक कर चर्चा की। रेलवे अधिकारियों ने कहा महू के आगे घाट सेक्शन में जो गेज कन्वर्जन होना है, उसमें 1:100 से 1:150 ग्रेडिएंट के संशोधन हैं। रेलवे बोर्ड की मंजूरी के बाद काम जल्द शुरू किया जाएगा।
2021/04/17 11:31:52
https://www.bhaskar.com/local/mp/indore/news/machines-were-also-gone-as-soon-as-the-indore-dahod-rail-project-was-closed-now-it-will-take-crores-to-bring-them-128199799.html?ref=inbound_More_News
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Tata HBX Concept ऑटो एक्सपो 2020 में सबसे ज्यादा ध्यान आकर्षित करने वाले वाहनों में से एक था। Micro-SUV के इस साल भारतीय बाजार में लॉन्च होने की उम्मीद है। हाल ही में, प्रोडक्शन-स्पेक HBX के कुछ नए स्पाई शॉट्स हैं जो ऑन-रोड टेस्टिंग के दौरान महाराष्ट्र के पंचगनी में स्पॉट किए गए थे। HBX के लिए परीक्षण काफी समय से चल रहा है। प्रोटोटाइप अब ऐसा लगता है कि यह अपने अंतिम परीक्षण चरण में है। जासूसी शॉट्स से, हम HBX का लंबा-लड़का डिज़ाइन देख सकते हैं। Tata Motors ने पहले कहा था कि उत्पादन-कल्पना HBX उस 95 प्रतिशत डिज़ाइन को बरकरार रखेगी जो हमने ऑटो एक्सपो 2020 में HBX कॉन्सेप्ट पर देखी थी। HBX इंपैक्ट 2.0 डिज़ाइन भाषा पर आधारित होगा जिसे सभी से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है वाहन। वाहन दर्शाते हैं कि एचबीएक्स उत्पादन-कल्पना तत्वों से सुसज्जित है जिसका अर्थ है कि वाहन परीक्षण के अंतिम चरण में है। हम स्प्लिट हेडलैम्प डिज़ाइन देख सकते हैं जैसा कि हमने Harrier और हाल ही में लॉन्च Safari पर देखा है। सामने एक सपाट बोनट के साथ सीधा है जो एसयूवी से प्रेरित है। हम नहीं जानते कि ऊपरी पट्टी एक एलईडी डे-टाइम रनिंग लैंप होगी या नहीं, लेकिन हम यह मान सकते हैं कि यह एक मोड़ संकेतक के रूप में कार्य करेगा। पट्टी भी जंगला के साथ अच्छी तरह से एकीकृत करता है। फिर हैलोजन हेडलैम्प्स हैं और बम्पर के निचले आधे हिस्से में फॉग लैंप भी दिए गए हैं। इसमें एयर डैम के लिए Tata की ट्राई-एरो ग्रिल डिज़ाइन भी दी गई है। साइड प्रोफाइल पर, हम उत्पादन-तैयार दोहरे-टोन मिश्र धातु पहियों को देख सकते हैं जो अलग दिखता है। बाहर के रियरव्यू मिरर पर रूफ रेल्स, टर्न इंडिकेटर्स हैं। पीछे की तरफ विंडस्क्रीन को तेजी से उतारा गया है और इसमें सर्कुलर टेल लैंप्स दिए गए हैं जो कि एलईडी होने चाहिए। एक रियर स्पॉइलर, वाइपर के साथ रियर वॉशर और एक उच्च माउंटेड स्टॉप लैंप भी है। कुल मिलाकर, HBX का पिछला हिस्सा सामने की तुलना में थोड़ा भारी है। जासूसी शॉट्स हमें HBX के केबिन में देखने का मौका नहीं देते हैं लेकिन हम पिछले जासूसी शॉट्स से कुछ बातें जानते हैं। यह एक स्पोर्टी फ्लैट-बॉटम स्टीयरिंग व्हील, कॉन्ट्रास्ट स्टिचिंग के साथ समोच्च सीटें, स्क्वायर एसी वेंट और एक ऑल-ब्लैक केबिन के साथ आएगा। फीचर्स के लिहाज से इसमें मल्टी-फंक्शन स्टीयरिंग व्हील, स्टार्ट-बटन / स्टार्ट और क्लाइमेट कंट्रोल होगा। यह उम्मीद की जाती है कि Tata एक एनालॉग डिजिटल स्पीडोमीटर के साथ एक पार्ट डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर का उपयोग कर रहा है, जैसा कि हमने अल्ताज़ोज़ पर देखा है। Tata HBX को 1.2-लीटर Revotron पेट्रोल इंजन के साथ पेश करेगी जिसे हमने टियागो हैचबैक और टिगॉर कॉम्पैक्ट सेडान पर देखा है। इंजन अधिकतम 84 पीएस का पावर और 114 एनएम का पीक टॉर्क पैदा करने में सक्षम है। इसे 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स या 5-स्पीड एएमटी के साथ जोड़ा जाएगा। Tata HBX का मुकाबला Maruti Suzuki S-Presso, Mahindra KUV100 NXT और आने वाली Hyundai AX1 माइक्रो-SUV से होगा। HBX को 2021 में किसी समय लॉन्च किया जाएगा और इसकी कीमत लगभग 4 लाख रुपये एक्स-शोरूम हो सकती है। स्रोत Toyota Fortuner द्वारा बर्फ में फंसा नया Mahindra Thar को बचाया गया » Trending Stories वीडियो दिखाता है कि भारतीय सड़कों पर Dashcams इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं Dec 02, 2021 वीडियो पर संशोधित बाहरी और आंतरिक सज्जा के साथ Skoda Kushaq Dec 02, 2021 2022 Maruti Suzuki Vitara Brezza: आगे और पीछे की कल्पना Dec 02, 2021 Latest Stories वीडियो दिखाता है कि भारतीय सड़कों पर Dashcams इतने महत्वपूर्ण क्यों हैं Dec 02, 2021 वीडियो पर संशोधित बाहरी और आंतरिक सज्जा के साथ Skoda Kushaq Dec 02, 2021 2022 Maruti Suzuki Vitara Brezza: आगे और पीछे की कल्पना Dec 02, 2021 Trending Stories Indian cricketers T Natarajan & Shardul Thakur get 2020 Thar SUVs as gift from Anand Mahindra Apr 02, 2021 Ford & Mahindra officially end collaboration on all projects: Break-up official! Apr 02, 2021 Ford EcoSport with Jurassic Park-themed rust wrap looks special Apr 02, 2021 New Car & Bike Info Upcoming Launches Electric Cars Bikes Videos Used Car Info Used Cars Used Car Best Deals Used Car Guides Used Car Trends Car Research Reviews Comparisons Buying Advice Owner Advice About Us Cartoq is India’s largest auto content company with more than 20 million users accessing the latest automobile news, new launches, reviews & other trending stories every month… See More
2021-12-02T06:26:58Z
https://hindi.cartoq.com/tata-hornbill-hbx-spied-hindi/
OSCAR-2201
जल्द जेल से बाहर आ सकते हैं आजम खान, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से मिली अंतरिम जमानत | Supreme Court grants interim bail to SP leader Azam Khan - Hindi Oneindia 8 min ago शादी के जश्न बजाय पसरा मातम, नाव पर स्कॉर्पियो चढ़ाने के दौरान हुआ दर्दनाक हादसा 9 min ago मोहम्मद जुबैर को लेकर यूपी पहुंची दिल्ली पुलिस, सीतापुर से क्या है कनेक्शन की जांच में जुटी 10 min ago गुरुकुल खेड़ा गांव में सौर उर्जा सिस्टम लगवाने के लिए डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को कहा आभार | Updated: Thursday, May 19, 2022, 13:35 [IST] लखनऊ, 19 मई: समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और रामपुर से विधायक आजम खान के समर्थकों के लिए अच्छी खबर सामने आई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को अंतरिम जमानत दे दी है। आजम खान को यह राहत उत्तर प्रदेश के रामपुर कोतवाली थाने से जुड़े एक मामले में मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि आजम खान की जमानत की शर्तें ट्रायल कोर्ट तय करेगा। न्यूज़ एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट ने आजम खान को दो सप्ताह की अवधि के भीतर संबंधित अदालत के समक्ष नियमित जमानत के लिए आवेदन करने की स्वतंत्रता दी। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि सक्षम अदालत द्वारा नियमित जमानत का फैसला होने तक अंतरिम जमानत जारी रहेगी।बता दें कि अदालत इस मामले में पहले ही सुनवाई पूरी कर चुकी थी और जमानत याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था। इस मामले में जस्टिस एल नागेश्वर राव, जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस एस गोपन्ना की पीठ ने फैसला सुनाया है। बता दें, सुनवाई के दौरान यूपी सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में कहा गया कि आजम खान आदतन अपराधी हैं और उनको जमानत नहीं मिलनी चाहिए। वहीं, आजम के वकील ने आरोप लगाया कि यूपी सरकार उनके मुवक्किल को राजनीतिक द्वेष का शिकार बना रही है। यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि वर्ष 2020 में एफआईआर दर्ज हुई थी। दो साल बाद 2022 में आजम का नाम इस एफआईआर में जोड़ा गया। कोर्ट ने पूछा कि इस मामले में आजम खान का नाम जोड़ने के लिए शिकायतकर्ता को दो साल का समय क्यों लग गया। वहीं, आजम के वकील ने कहा यह एफआईआर तब दर्ज हुई जब आजम जेल में थे। आजम खान की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से पेश एडिशनल सॉलिसिटर जनरल राजू ने कहा कि आजम खान का जब बयान दर्ज किया जा रहा था तब उन्होंने जांच अधिकारी को धमकी दी है। कोर्ट रूम में एएसजी ने आजम खान द्वारा अधिकारियों को दी गई धमकी पढ़ी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह धमकी नहीं है, यह तो नेता रोज कहते हैं। ये भी पढ़ें:- 'आजम खान आदतन अपराधी, नहीं मिलनी चाहिए जमानत', वकील की दलील के बाद SC ने फैसला रखा सुरक्षित supreme court azam khan rampur delhi uttar pradesh up news lucknow सुप्रीम कोर्ट आजम खान रामपुर दिल्ली उत्तर प्रदेश लखनऊ
2022/07/04 12:40:34
https://hindi.oneindia.com/news/uttar-pradesh/supreme-court-grants-interim-bail-to-sp-leader-azam-khan-681508.html?ref_source=articlepage-Slot1-20&ref_medium=dsktp&ref_campaign=citylinkslider
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पीलीभीत टाईगर रिजर्व opened for tourists | uttar-pradesh - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी Updated: November 15, 2017, 6:30 PM IST शुभारंभ के दौरान डीएम शीतल वर्मा व अन्य पीलीभीत टाईगर रिजर्व का पर्यटन सत्र 2017-18 बुधवार को शुरू हो गया. इस सत्र का शुभारंभ वृद्ध आश्रम में रहने वाले वृद्धजनों को जंगल की सैर कराकर किया गया. जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी, वन संरक्षक विनोद कृष्ण सिंह की मौजूदगी में नये पर्यटन सत्र का शुभारंभ किया. देश में अन्य नेशनल पार्को के साथ ही पीलीभीत टाईगर रिजर्व भी आज इस सत्र का शुभारंभ किया गया. पहले दिन ही वृद्धजनों को जंगल की सैर कराई गई. इस बार टाइगर रिजर्व में तीन पर्यटन मार्ग बनाये गए है. इसमें एक मार्ग महोफ से चैगेबी, उत्तराचंल बार्डर, भीमताल, कच्ची नहर, चूका पुल होते हुए चूका जाएगा. वहां से वापसी में लालपुल, मुस्तफाबाद होते हुए वापस महोफ तक का होगा. दूसरा मार्ग बराही रेस्ट हाउस से रेशम फार्म बाइफरकेशन, होते हुए चूका जाएगी. तीसरा मार्ग जंगल से बाहर का होगा. बुर्जुगों का दल जंगल घूमते हुए चूका पहुंचा. जहा उनका सम्मान करते हुए नाश्ता और भोजन कराया. वहीं चूका में एक सोविनियर शाॅप भी खोल दी गई हैं. इसमें टीशर्ट, कैप व् अन्य उपयोगी वस्तुएं उपलब्ध रहेगी. साथ ही कुछ स्थानीय हस्तकला की कुछ वस्तुएं भी मौजूद हैं. पर्यटकों को खाने-पीने की चींजे भी कैंटीन में उपलब्ध है.
2019/12/13 13:07:42
https://hindi.news18.com/news/uttar-pradesh/pilibhit-pilibhit-tiger-reserve-opened-for-tourists-1168414.html
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Corona Update: हिमाचल में डराने लगा कोरोना आज छह की गई जान, 114 नए मामले Home » कोविड-19 • HP-1 • शिमला • Top News » Corona Update: हिमाचल में डराने लगा कोरोना आज छह की गई जान, 114 नए मामले Corona Update: हिमाचल में डराने लगा कोरोना आज छह की गई जान, 114 नए मामले आज तक 3757 लोगों की कोरोना संक्रमण से हुई मौत, 1375 रह गई एक्टिव केस की संख्या Update: Saturday, November 6, 2021 @ 8:59 PM शिमला। हिमाचल में आज कोरोना से छह लोगों की मौत हुई है। इसमें कांगड़ा जिला से तीन लोगों की जबकि दो हमीरपुर से और ऊना जिला से एक कोरोना संक्रमित (Corona Infected) की मौत हुई है। कांगड़ा में 67, 54 और 70 वर्षीय पुरुष की मौत हुई है। इसके साथ ही हमीरपुर जिला से 74 वर्षीय पुरुष और 70 वर्षीय महिला की मौत हुई है। वहीं ऊना जिला से 70 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हुई है। यह भी पढ़ें:Corona Update: हिमाचल में आज कोरोना की क्या है स्थित, जानने को पढ़ें प्रदेश में आज यानी शनिवार को स्वास्थ्य विभाग (Health Department) की रिपोर्ट के अनुसार 114 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इसके साथ ही आज 231 कोरोना पॉजिटिव पूरी तरह से ठीक हुए हैं। प्रदेश में आज दिन तक दो लाख 24 हजार 830 लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाए गए हैं। जिसमें से दो लाख 19 हजार 681 कोरोना संक्रमित ठीक हुए हैं। हिमाचल में आज तक 3757 लोगों की कोरोना संक्रमण (Corona Infection) से मौत हुई है। जबकि मौजूदा समय में प्रदेश में 1375 लोग कोरोना संक्रमण का इलाज करवा रहे हैं। हिमाचल में आज सबसे अधिक कांगड़ा जिला से 44 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके अलावा हमीरपुर में 24, मंडी में 12, ऊना में 10, बिलासपुर में 10, शिमला में 8, चंबा में 3, किन्नौर में एक, सिरमौर में एक और सोलन में भी एक कोरोना संक्रमण का मामला सामने आया है। इसी तरह से आज ठीक होने वालों में सबसे अधिक कांगड़ा जिला से 98 कोरोना संक्रमित ठीक हुए हैं। इसी तरह से ऊना से 34, हमीरपुर से 29, बिलासपुर से 24, मंडी से 23, शिमला से 14, सोलन से 4, चंबा से 4 और कुल्लू जिला से एक कोरोना संक्रमित पूरी तरह से ठीक हुआ है। आज के सैंपल में 112 पॉजिटिव हिमाचल में आज स्वास्थ्य विभाग ने 5425 लोगों के सैंपल कोरोना जांच को लिए थे। जिसमें से 112 सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं 5298 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है। वहीं, 15 सैंपल की रिपोर्ट का अभी इंतजार है। डीसी चंबा ने लिया टीकाकरण केंद्रों का जायजा चंबा। डीसी चंबा डीसी राणा ने जिला में कोविड वैक्सीन टीकाकरण अभियान को और गति देने के लिए आज उपमंडल तीसा के चांजू क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों का दौरा कर टीकाकरण केंद्रों का जायजा लिया। डीसी ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों से आह्वान करते हुए कहा कि वे कोविड.19 टीकाकरण के लिए लोगों को अधिक से अधिक जागरूक करना सुनिश्चित बनाएंए ताकि टीकाकरण के इस अभियान के लक्ष्य को तय सीमा के भीतर पूर्ण किया जा सके। डीसी राणा ने क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक कार्यों का निरीक्षण भी किया जिसमें निर्माणाधीन खेल मैदान बगेईगढएपंचवटी चांजूए चांजू माता मंदिर संरक्षण कार्य सहित पंचायत घर बगेईगढ के भवन शामिल हैं।
2021/12/04 06:42:44
https://himachalabhiabhi.com/114-people-found-corona-positive-and-6-death-himachal-6-november/
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इंकम टैक्स रिटर्न भरने में भूल-चुक हो गई है तो इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। अपडेटेड Sep 10, 2011 पर 14:40 | स्रोत : Moneycontrol.com टैक्स गुरू सुभाष लखोटिया के मुताबिक अगर इंकम टैक्स रिटर्न भरने में भूल-चुक हो गई है तो इसमें घबराने की जरूरत नहीं है। आयकर चालान भरने में हुई गलती सुधारी जा सकती है। सुभाष लखोटिया के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को डायरेक्टरेट ऑफ टैक्स रेट सिस्टम्स ने आयकर रिटर्न भरने में हुई दिक्कत सुधारने के लिए अवसर दिया है। इंकम टैक्स चालान में छोटी-मोटी गलती जैसे नाम में सुधार, पैन नंबर, टैन नंबर में सुधार के लिए बैंक को पत्र लिखें। पत्र 7 दिन में बैंक के भीतर जमा हो जाना चाहिए। अगर 7 दिन के भीतर टैक्स रिटर्न में गलती का पत्र ना पहुंचे तो इसके साथ ही आपको कुछ और समय भी मिल सकता है। देर होने पर सीधा ऐसेसिंग ऑफिसर को पत्र लिखें जो आपका चालान जमा करता है। अगर पेमेंट अमाउंट में गलती, ऐसेसमेंट साल जैसी बड़ी गलती होती हो आयकर रिटर्न के लिए जमा किए गए चेक डिपॉजिट के 3 महीने के भीतर आपको इसकी सूचना देनी चाहिए जिससे आप पर गलत रिटर्न भरने का इल्जाम ना लगे। टैक्स गुरू सुभाष लखोटिया के मुताबिक होम लोन के टैक्स घर तैयार नहीं हुआ और पजेशन नहीं मिला तो होमलोन के ब्याज पर टैक्स छूट नहीं मिल सकती है। हालांकि होमलोन की ईएमआई चुकाने पर टैक्स छूट क्लेम कर सकते हैं। अगर आप बैंक से लोन लेने की बजाए अपने पिता से होमलोन ले सकते हैं, इसके लिए अकाउंट पेई चेक लें। पिता से लिखकर ले कि उन्होंने आपको यानी अपने बेटे को अमुक राशि लोन या उपहार के रूप में दी है। अगर आप इस लोन पर ब्याज चुकाते हैं तो आप इस पर आयकर छूट भी हासिल कर सकते हैं और अगर पिता आपसे लोन वापस नहीं लेते हैं तो आपको दोगुना फायदा हो सकता है। टीडीएस कटने के समय ध्यान रखें टैक्स गुरू ने जानकारी दी कि आयकर की धारा 199 के नियम 37बीए के तहत टीडीएस नियमों में एफडी या ज्वाइंट खातों पर टीडीएस कटने के नियम बताए गए हैं। कई बार करदाता को जानकारी नहीं होती है कि टीडीएस किस तरह काटा जाता है। ज्वाइंट एफडी खातों के टीडीएस कटते समय पहले अकाउंट होल्डर के नाम पर ही टैक्स कटता है। अगर एफडी खाता दो लोगों के नाम पर है बैंक आमतौर पर पहले अकाउंट होल्डर व्यक्ति का ही टीडीएस काटता है। इंफ्रा बॉन्ड के टैक्स पर छूट इंफ्रा बॉन्ड के तहत मिलने वाले ब्याज को हर साल भी आय में जोड़कर दिखा सकते हैं और मैच्योरिटी के समय भी दिखा सकते हैं। टैक्स गुरू की सलाह है कि इंफ्रा बॉन्ड से मिलने वाली ब्याज आय को हर साल अपनी आय में जोड़कर दिखाना और इस पर टैक्स चुकाकर छूट लेना बेहतर विकल्प है।
2019/12/10 15:46:33
https://hindi.moneycontrol.com/mccode/news/article.php?id=37966
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चोटी काटने की घटनायें महिलाओं की मर्यादा क्षीण करने का प्रयास: महबूबा Home न्यूज़ चोटी काटने की घटनायें महिलाओं की मर्यादा क्षीण करने का प्रयास: महबूबा श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य में चोटी काटने की घटनाओं को महिलाओं की मर्यादा क्षीण करने का प्रयास करार देते हुये आज कहा कि राज्य सरकार इन घटनाओं में संलिप्त तत्वों का पता लगाने के लिए ठोस कदम उठायेगी। सुश्री महबूबा ने माइक्रो-ब्लागिंग साइट ट्विटर पर लिखा, 'राज्य में चोटी काटने की घटनायें महिलाओं की मर्यादा क्षीण करने और भय का वातावरण उत्पन्न करने का प्रयास है। सरकार इस तरह की घटनाओं में शामिल तत्वों का पता लगाने के लिये ठोस कदम उठायेगी।' दूसरी तरफ पुलिस महानिदेशक एस पी वैद्य और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार तत्वों का पता लगाने के काम में पीड़ितों एवं उनके परिवारों तथा आम जनता के असहयोग के कारण इस मामले को सुलझाने में सफलता नहीं मिल रही है। इस बीच, चोटी काटने की घटनाओं को सुलझाने में अधिकारियों की विफलता को लेकर घाटी के विभिन्न स्थानों में रोज ही प्रदर्शन और झड़प की रिपोर्ट मिल रही हैं। सुरक्षा बलों ने आज राजधानी श्रीनगर के नौगाम में प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर के लिए हवा में गोलियां चलायीं और आंसूगैस के गोले छोड़े। कश्मीर घाटी में गुरुवार को सभी शिक्षण संस्थायें बंद रही। अलगाववादी संगठनों ने चोटी काटने की घटनाओं के विरोध में छात्रों से अपने शैक्षणिक संस्थानों में प्रदर्शन करने की अपील की है। उल्लेखनीय है कि कश्मीर घाटी में अब तक चोटी काटने की करीब 57 घटनाओं की रिपोर्ट मिली हैं, जिसके कारण दहशत फैली हुई है। विभिन्न स्थानों की बहुत सी महिलाओं ने सुबह और शाम की सैर पर निकलना बंद कर दिया है।
2018/02/25 07:14:52
https://rajexpress.co/news/peak-incidents-try-to-emit-womens-limit-mehbooba/
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी व प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी और श्रीमती मल्लिका नड्डा ने आवास पर भेंट की। हिमाचल के राज्यपाल ने पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्री के धरोहर पर्यटन कॉन्क्लेव का शुभारम्भ किया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौता तय कर लेने का फैसला किया, 6 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौता तय कर लेने का फैसला किया, 6 समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर संयुक्त राष्ट्र महासचिव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत के लिए 26 अप्रैल को मॉस्को जाएंगे हिमाचल के राज्यपाल ने हिमाचल पुलिस के ऑरकेस्ट्रा को प्रेरणा स्त्रोत पुरस्कार से सम्मानित किया प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन के साथ वर्चुअल बैठक की, कहा- भारत और अमरीका स्‍वभाविक भागीदार हैं क्‍योंकि वे दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र हैं सहकारिता नीति पर दो दिन के राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन आज से नई दिल्‍ली में जम्‍मू कश्‍मीर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड में दो आतंकवादी मारे गए भारत में बना पहला विमान एचएएल डोर्नियर डीओ-228 आज असम के डिब्रूगढ़ से, अरुणाचल प्रदेश में पासीघाट के लिए उड़ान भरेगा राष्ट्रपति चुनाव में धराशायी हुआ विपक्ष, जमकर हुई क्रॉस वोटिंग 0 प्रमुख ख़बरे July 18, 2022 A+ A- Email Print नई दिल्ली: राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार 18 जुलाई को वोट डाले गए। इसमें देश के सभी जन प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। लेकिन इस चुनाव ने दिखा दिया कि भाजपा के सामने विपक्ष एकजुट बिल्कुल नहीं है। शरद पवार, अखिलेश यादव और सोनिया गांधी के समर्थक जन प्रतिनिधियों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की और भाजपा समर्थित द्रौपदी मुर्मू को वोट दे दिया। इन विपक्षी जन प्रतिनिधियों ने की क्रॉस वोटिंग – शरद पवार की पार्टी एनसीपी से जीते झारखंड के विधायक कमलेश सिंह ने द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान किया। -गुजरात के एनसीपी विधायक कांधल एस. जडेजा ने भी एनडीए के पक्ष में वोट डाला। इन दोनों ने अंतरात्मा के आधार पर वोट डालने का दावा किया। – गुजरात में भारतीय ट्राइबल पार्टी के नेता छोटूभाई वसावा ने भी द्रौपदी मुर्मू के लिए मतदान किया। उनका कहना था कि मैंने ऐसी नेता को वोट दिया है, जिसने गरीबों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया है। – अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के भी दो विधायकों ने विद्रोह किया। उनके चाचा शिवपाल यादव ने खुलेआम द्रौपदी मुर्मू के लिए वोट डाला। इसके अलावा बरेली के भोजीपुरा के विधायक शहजील इस्लाम ने भी भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में वोट किया। – ओडिशा से कांग्रेस विधायक मोहम्मद मुकीम ने भी द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया। – हरियाणा के कांग्रेस विधायक कुलदीप विश्नोई ने भी भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया। उन्होंने भी अंतरात्मा के आधार पर वोट करने का दावा किया। कुलदीप विश्नोई राज्यसभा चुनाव में भी अपनी पार्टी के खिलाफ मतदान कर चुके हैं। क्या होती है क्रॉस वोटिंग राष्ट्रपति चुनाव में कोई भी पार्टी मतदान के लिए व्हिप नहीं जारी कर सकती। सभी विधायकों और सांसदों को अपनी मर्जी के मुताबिक मतदान का अधिकार होता है। लेकिन पार्टियां मतदान के लिए निर्देश जरुर जारी करती हैं। लेकिन जब जब कोई विधायक या सांसद अपनी पार्टी के निर्देश का उल्लंघन करते हुए विपक्षी उम्मीदवार को मत देता है तो उसे क्रॉस वोटिंग कहते हैं। क्रॉस वोटिंग नहीं है अवैध मतदान अवैध मतदान और क्रॉस वोटिंग में फर्क है। अवैध मतदान का मतलब गलत तरीके से मतदान किया जाना है। जिसकी गिनती नहीं होती है। लेकिन क्रॉस वोटिंग में वोटों की गिनती होती है। यानी मतदान अवैध नहीं होता है। उसकी पूरी वैल्यू होती है। क्रॉस वोटिंग का पता लगाना आसान क्रॉस वोटिंग में कौन से जनप्रतिनिधि ने किसे वोट दिया। इसका पता पार्टियों को चल जाता है क्योंकि राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति चुनाव में पार्टी का एक प्रतिनिधि मौजूद रहता है। जो कि अपने दल के नेताओं के मतदान पर निगरानी रखता है। हालांकि इस व्यवस्था के विरुद्ध कुलदीप नैयर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। लेकिन यह याचिका खारिज हो गई थी। नैयर ने अपनी याचिका में राज्यसभा, राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति चुनाव में भी गुप्त मतदान कराने की मांग की थी। लेकिन यह मांग नहीं मानी गई। Posted by Anshuman Anand लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं। Tagged with President election President of india Like to share? Newer Postबिहार में आतंकियों का फैला जाल, जांच में हर रोज नए खुलासे Older Postदेश की सीमा से लेकर लोकतांत्रिक व्यवस्था तक की रक्षा में अग्रणी है ‘भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड’ Leave a Reply Cancel Reply Your email address will not be published. Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. 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2022-11-27T15:54:22Z
http://www.udayindiahindi.in/archives/39150
OSCAR-2301
गंभीर जूनो डिस्कवरी मंगल ग्रह से धूल के कारण ज़ोडियाकल लाइट का कारण बनता है - AstralPole गंभीर जूनो डिस्कवरी मंगल ग्रह से धूल के कारण ज़ोडियाकल लाइट का कारण बनता है आंचलिक प्रकाश को एक धुंधली चमक के रूप में देखा जाता है जो भोर के ठीक पहले या शाम के बाद ऊपर की ओर फैलती है। वैज्ञानिकों ने धूल का कारण यह माना कि यह क्षुद्रग्रह या धूमकेतु से आया था, लेकिन अब जूनो मिशन के नए आंकड़ों से पता चलता है कि मंगल पर धूल उत्पन्न हुई थी। फोटो साभार: ए। फिट्जिमामन्स / ईएसओ / विकिपीडिया नासा के साथ वैज्ञानिकों की एक टीम जूनो मिशन एक घटना के बारे में एक आश्चर्यजनक खोज की है जिसे आपने कभी-कभी खुद देखा होगा – द राशि चक्र प्रकाश। आकाश में वह धुंधली चमक, जो सुबह होने से ठीक पहले या शाम ढलने के बाद दिखाई देती है, धूल के कारण होती है जो सूर्य की परिक्रमा कर रही है। यह लंबे समय से सोचा गया है कि धूल क्षुद्रग्रह और धूमकेतु से निकलती है क्योंकि वे आंतरिक सौर मंडल में प्रवेश करते हैं, लेकिन अब जूनो, एक अंतरिक्ष यान जो वर्तमान में बृहस्पति की परिक्रमा कर रहा है, ने एक अलग उत्तर पाया है। नए सबूत बताते हैं कि यह ब्रह्मांडीय धूल वास्तव में मंगल ग्रह से आता है। नए निष्कर्ष थे प्रकाशित में एक अंतिम सहकर्मी की समीक्षा की कागज जर्नल ऑफ जियोफिजिकल रिसर्च: प्लेनेट्स 9 मार्च, 2021 को। वे पहले 11 नवंबर, 2020 को पीयर रिव्यू से पहले प्रकाशित हुए थे। जूनो ने मंगल के डस्ट स्टॉर्म फिल सोलर सिस्टम का खुलासा किया। वीडियो क्रेडिट: नासा गोडार्ड आंचलिक प्रकाश क्षितिज से ऊपर की ओर फैले प्रकाश के एक बेहोश स्तंभ के रूप में दिखाई देता है। छोटे धूल के कण सूर्य से पृथ्वी की ओर प्रकाश को दर्शाते हैं। चूँकि जूनो बृहस्पति पर बहुत दूर है, इसलिए यह कैसे पता लगा कि यह धूल मंगल ग्रह से आई थी? इसका उत्तर इस तथ्य से मिलता है कि धूल के कुछ कण जूनो में फिसल गए, जबकि यह पृथ्वी से बृहस्पति की यात्रा कर रहा था। यह एक गंभीर खोज थी, क्योंकि जूनो वास्तव में ऐसी धूल का अध्ययन करने के लिए नहीं था। "मैंने कभी नहीं सोचा था कि हम इंटरप्लेनेटरी डस्ट की तलाश करेंगे," डेनमार्क के तकनीकी विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर जॉन लीफ जोर्जेंसन ने कहा। जूनो के चार स्टार ट्रैकर कैमरों द्वारा धूल का पता लगाया गया था, जिसका उपयोग ज्ञात स्टार पैटर्न का उपयोग करके अंतरिक्ष यान के उन्मुखीकरण को निर्धारित करने के लिए किया गया था। समुद्र पर नेविगेट करने के लिए स्टार पैटर्न या नक्षत्रों का उपयोग करने की तरह। जूनो फ्लाइट पाथ टू जूपिटर। वीडियो क्रेडिट: नासा वीडियो वापस भेजी गई छवियों ने कुछ आश्चर्यजनक दिखाया – हजारों अजीब लकीरें दिखाई देंगी और फिर गायब हो जाएंगी। "हम छवियों को देख रहे थे और कह रहे थे, 'यह क्या हो सकता है?" जोर्जेंसन ने कहा। वे क्या कर रहे थे? सबसे अधिक संभावनाओं में से एक यह था कि जूनो का ईंधन टैंक लीक हो रहा था। जोर्जेंसन ने कहा, "हमने सोचा, 'कुछ वास्तव में गलत है,"। "चित्र ऐसा लग रहा था जैसे कोई अपनी खिड़की से धूल भरी मेज़ को हिला रहा हो।" यदि हां, तो यह मिशन के लिए बहुत बुरी खबर होगी। हालांकि, यह पता चला कि ये ईंधन की छोटी बूंदें नहीं थीं, बल्कि धूल के दाने थे। वे अंतरिक्ष यान को 10,000 मील (16,000 किलोमीटर) प्रति घंटे की गति से प्रभावित कर रहे थे, जो जूनो की सतह से सबमिलिमीटर के टुकड़ों को चिप करने के लिए काफी कठिन था। "भले ही हम वस्तुओं के बारे में केवल एक छोटे से द्रव्यमान के बारे में बात कर रहे हैं, वे एक मतलब पंच पैक करते हैं," जैक कोनरनी, जूनो के मैग्नेटोमीटर जांच लीड ने कहा। मंगल ग्रह अपने विशाल धूल भरे तूफानों के लिए प्रसिद्ध है, जैसे कि 2018 में मार्स एक्सप्रेस द्वारा देखा गया है। क्या यह है कि उस धूल से कुछ ग्रह पृथ्वी और बृहस्पति के बीच धूल के बादल बनाने से बच गए? फोटो साभार: ESA / DLR / FU बर्लिन / CC BY-SA 3.0 IGO लेकिन ये धूल के दाने कहां से आ रहे थे? जूनो के बड़े सौर पैनल। अंतरिक्ष यान को शक्ति प्रदान करने के साथ ही वे कुशल धूल संग्राहक भी बन गए। "मलबे का प्रत्येक टुकड़ा हमने ट्रैक किया एक इंटरप्लेनेटरी डस्ट पार्टिकल का प्रभाव, हमें जूनो के मार्ग के साथ धूल के वितरण को संकलित करने की अनुमति देता है," कोनर्नी ने कहा। अधिकांश धूल पृथ्वी और क्षुद्रग्रह बेल्ट के बीच देखी गई थी। जूनो के डेटा ने संकेत दिया कि पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के कारण धूल के बादल पृथ्वी के पास समाप्त हो गए। यह, इसलिए, धूल है जो राशि चक्र प्रकाश बनाता है। जोर्जेंसन ने कहा, "यह धूल है जिसे हम आंचलिक प्रकाश के रूप में देखते हैं।" जूनो से पहले, वैज्ञानिक धूल के बादल को पर्याप्त रूप से मापने में असमर्थ थे और यह कितना व्यापक था, क्योंकि अधिकांश अन्य धूल कलेक्टर बहुत छोटे और सीमित हैं कि वे कितनी धूल इकट्ठा कर सकते हैं। जूनो के सौर पैनलों का 1,000 गुना अधिक संग्रह क्षेत्र है, भले ही वे वास्तव में धूल कलेक्टरों के लिए डिज़ाइन नहीं किए गए थे। धूल के बादल का बाहरी किनारा, यह निकला, मंगल ग्रह से समाप्त हुआ, सूर्य से लगभग 2 खगोलीय इकाइयों (एयू) पर। जैसे पृथ्वी आंतरिक किनारे के लिए एक अवरोधक के रूप में कार्य करती है, वैसे ही बृहस्पति बाहरी छोर के लिए एक अवरोधक के रूप में कार्य करता है, जो धूल को बाहरी सौर मंडल में आगे जाने से रोकता है। जूनो 2016 से बृहस्पति का अध्ययन कर रहा है (कलाकार का चित्रण)। गंभीर रूप से, मिशन को अपनी यात्रा के दौरान धूल का भी सामना करना पड़ा, वही धूल जो कि राशि चक्र प्रकाश का कारण बनती है, जो संभवतः मंगल ग्रह से निकलती है। इमेज क्रेडिट: नासा धूल के कण सूर्य के चारों ओर एक वृत्ताकार कक्षा में हैं, एक और क्षुद्रग्रह बेल्ट की तरह है, लेकिन केवल बहुत महीन धूल से बना है। चूंकि धूल के बादल के इस क्षेत्र में मंगल एकमात्र बड़ी वस्तु है, इसलिए वैज्ञानिक इस बिंदु को धूल के सबसे संभावित स्रोत के रूप में कहते हैं। जोर्जेंसन ने कहा: "और एकमात्र वस्तु जिसे हम 2 एयू के आसपास लगभग गोलाकार कक्षा में जानते हैं, मंगल है, इसलिए प्राकृतिक विचार यह है कि मंगल इस धूल का एक स्रोत है।" "धूल का वितरण, जिसे हम बेहतर तरीके से मापते हैं, जो कि देखे गए राशि चक्र प्रकाश की भिन्नता के अनुरूप है," कोर्नर्न ने कहा। शोधकर्ताओं ने धूल के बादल से परावर्तित प्रकाश की भविष्यवाणी करने के लिए एक कंप्यूटर मॉडल विकसित किया, जो बृहस्पति के साथ गुरुत्वाकर्षण बातचीत द्वारा फैलाया गया जो धूल को एक मोटी डिस्क में बिखेर देता है। प्रकीर्णन केवल दो मात्राओं पर निर्भर करता है: ग्रहण और उसके कक्षीय विलक्षणता के लिए धूल का झुकाव। जब शोधकर्ताओं ने मंगल के कक्षीय तत्वों में खामियों को दूर किया, तो वितरण ने सटीक रूप से ग्रहण के निकट राशि चक्र के प्रकाश की भिन्नता के बारे में बताया। ", मेरे विचार में, एक पुष्टि है कि हम वास्तव में जानते हैं कि ये कण हमारे सौर मंडल में कैसे परिक्रमा कर रहे हैं," कोर्नर्न ने कहा, "और जहां वे उत्पन्न होते हैं।" निष्कर्ष एक सम्मोहक मामला प्रस्तुत करते हैं कि हम सूक्ष्म लेकिन सुंदर राशि चक्र प्रकाश के लिए मंगल को धन्यवाद दे सकते हैं जो हम अपने रात के आकाश में देखते हैं। हालांकि, अभी भी ज्ञात नहीं है कि धूल मंगल ग्रह के साथ शुरू होने से कैसे बच गई। मंगल ग्रह के पास धूल के भारी तूफान हैं जो कभी-कभी पूरे ग्रह को ढंक लेते हैं, जिनमें से एक ने सूखे को समाप्त कर दिया अवसर रोवरमिशन, इसलिए शायद कुछ धूल मंगल के गुरुत्वाकर्षण पुल से बाहर तोड़ने के लिए वातावरण में पर्याप्त उच्च प्राप्त करने में सक्षम है। जूनो से बृहस्पति और इसके अशांत वातावरण का आश्चर्यजनक दृश्य। फोटो साभार: NASA / JPL-Caltech / SwRI / MSSS इस शोध का एक और लाभ यह है कि यह जानकर कि धूल से प्रभावित जूनो इंजीनियरों को अंतरिक्ष यान डिजाइन करने में मदद करेगा जो जूनो की तुलना में छोटे लेकिन जबरदस्त प्रभावों का सामना कर सकता है। जूनो 4 जुलाई, 2016 को जुपिटर पर पहुंचा और है हमारी समझ में क्रांति हुई हमारे सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह। अब, ऐसा लगता है, इसने महत्वपूर्ण नए सुराग भी प्रदान किए हैं कि पूरे सौर मंडल में धूल को कैसे वितरित किया जाता है, जो कि बृहस्पति से कहीं आगे है। अंतरिक्ष यान फ्लोरिडा के केप कैनवेरल एयर फोर्स स्टेशन में स्पेस लॉन्च कॉम्प्लेक्स 41 से एक संयुक्त लॉन्च एलायंस एटलस वी -551 रॉकेट पर 5 अगस्त 2011 को लॉन्च किया गया था।
2021/04/20 04:17:26
https://astralpole.org/spaceflight/%E0%A4%97%E0%A4%82%E0%A4%AD%E0%A5%80%E0%A4%B0-%E0%A4%9C%E0%A5%82%E0%A4%A8%E0%A5%8B-%E0%A4%A1%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%95%E0%A4%B5%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%B2/
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Pakistan pm Imran Khan address to nation today convenes cabinet meeting| पाक पीएम इमरान खान आज देश की जनता को करेंगे संबोधित, बुलाई कैबिनेट मीटिंग - indialive24news Home/अंतरराष्ट्रीय/Pakistan pm Imran Khan address to nation today convenes cabinet meeting| पाक पीएम इमरान खान आज देश की जनता को करेंगे संबोधित, बुलाई कैबिनेट मीटिंग Imran khan address to nation सुप्रीम कोर्ट से झटके बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज कैबिनेट की मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग के बाद वे देश की जनता को भी संबोधित करेंगे। इससे पहले कल सुप्रीम कोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने और नेशनल असेंबली को भंग करने के फैसले को गैरकानूनी करार दिया। कोर्ट ने कहा कि प्रधानमंत्री इमरान खान को अधिकार नहीं है कि वह राष्ट्रपति से संसद भंग करने के लिए कहें। कोर्ट के फैसले के बाद इमरान खान 9 अप्रैल को दोबारा अविश्वास प्रस्ताव का सामना करेंगे। उधर, इमरान खान का कहना है कि वे आखिरी बॉल तक संघर्ष करेंगे। जस्टिस मंदोखाइल ने रेखांकित किया भले तीन अप्रैल को उपाध्यक्ष सूरी ने प्रधानमंत्री खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को खारिज करने की व्यवस्था दी लेकिन उसपर हस्ताक्षर अध्यक्ष असर कैसर के हैं। 'डान' अखबार के मुताबिक, उन्होंने यह टिप्पणी सूरी और कैसर के वकील नईम बुखारी द्वारा मामले में उपाध्यक्ष के फैसले की वैधता को लेकर दिए गए तर्क के दौरान की। जस्टिस मंदोखाइल ने यह भी बताया कि संसदीय समिति की बैठक के मिनट्स, जो बुखारी द्वारा अदालत को सौंपे गए थे, यह साबित नहीं करते कि डिप्टी स्पीकर मौजूद थे या नहीं। उन्होंने पूछा कि क्या संसदीय समिति की बैठक के दौरान विदेश मंत्री मौजूद थे, जिसके दौरान कथित "धमकी पत्र" की सामग्री को सांसदों के साथ साझा किया गया था, यह देखते हुए कि उनके हस्ताक्षर रिकॉर्ड में शामिल नहीं थे। न्यायाधीश ने पूछा, "क्या विदेश मंत्री को मौजूद नहीं होना चाहिए था?" इस पर वकील ने यह स्वीकार किया कि मंत्री को उपस्थित होना चाहिए था। चीफ जस्टिस बंदियाल ने कहा कि उस समय के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मोईद यूसुफ का नाम भी रिकॉर्ड में शामिल नहीं था। नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष कासिम खान सूरी ने अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को गिराने की तथाकथित विदेशी साजिश से जुड़े होने का हवाला देते हुए रविवार को उसे खारिज कर दिया था। कुछ मिनट बाद, राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने प्रधानमंत्री खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग कर दिया था। दलीलें सुनने के बाद चीफ जस्टिस ने कहा कि संविधान इस बात का अधिकार देता है कि प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा सके। वहीं जस्टिस मुनीब अख्तर ने कहा स्पीकर सदन का केयरटेकर है। वह सिर्फ व्यक्तिगत संतुष्टि के लिए वहां नहीं बैठा रह सकता। वह अपनी निजी राय देकर बाकी सदस्यों से गुडबाय नहीं कह सकता। जज ने यह भी कहा कि डिप्टी स्पीकर ने अपना काम ठीक से नहीं किया, जाहिर तौर पर उनका फैसला गलत था।
2022/05/20 23:40:48
https://www.indialive24news.in/2022/04/08/pakistan-pm-imran-khan-address-to-nation-today-convenes-cabinet-meeting-%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%8F%E0%A4%AE-%E0%A4%87%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%A8-%E0%A4%96/
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UP में बूचडखानों, रोमियों के बाद अब नकल माफियाओं पर CM योगी की सर्जिकल स्ट्राईक, कहा..! उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बूचड़खानों, लड़कियों को छेड़ने वाले रोमियों टाईप शौहदों की खबर लेने के बाद अब यूपी एजुकेशन बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में सामूहिक नकल कराने वाले केंद्रों पर शिकंजा कस दिया है. प्रदेश भर के ऐसे 54 केंद्रों की परीक्षा को रद्द करने का आदेश हुआ है, जहाँ पर नक़ल कराने की शिकायतें शिक्षा बोर्ड के उच्च अधिकारियों को मिली हैं. Medical waste - how can you avoid its… B2B Sales Series: Three Characteristi… Today Breaking News ! आज 26 फरवरी के … प्राप्त समाचार के अनुसार माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड परीक्षाओं के दौरान जिला प्रशासनिक व शिक्षा विभाग के अफसरों ने परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. इसमें कई जगहों पर सामूहिक नकल व अन्य अनियमितताएं मिली. डीआइओएस ने इस संबंध में रिपोर्ट बोर्ड मुख्यालय को भेजी. सारा प्रकरण खंगालने के बाद बोर्ड ने सभापति को स्थिति से अवगत कराया और उनकी संस्तुति पर सचिव बोर्ड ने पांच केंद्रों की परीक्षा निरस्त करने का एलान कर दिया है. बोर्ड की और से सचिव ने बताया कि जिन विषयों की परीक्षाएं रद्द की गई हैं अब वह परीक्षाएं नए प्रशन पत्रों के साथ जिला मुख्यालय के नवीन परीक्षा केंद्र या फिर जीआईसी में कराई जाएंगी. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है की यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाओं में अनुचित साधनों के साथ परीक्षार्थियों के पकड़े जाने का सिलसिला जारी है. इसी के साथ अब तक नकल के आरोप में पकड़े गए परीक्षार्थियों की संख्या बढ़कर 1419 हो गई है. हालांकि ऐसा नहीं है की पहले यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में किसी किस्म की नकल नहीं होती थी. मगर असलियत तो यह है की इस तरह के मामले पुरानी सरकारों के सरंक्षण के चलते कभी उजागर नहीं हुए. लोगों का कहना है की उत्तर प्रदेश में जबसे योजी जी की सरकार बनी है तभी से चारों को हर बुराई को लगाम लगती दिख रही है. यानी कुल मिलाकर यूपी की जनता योगी के शासन पर संतुष्ट दिखाई दे रही है. The post UP में बूचडखानों, रोमियों के बाद अब नकल माफियाओं पर CM योगी की सर्जिकल स्ट्राईक, कहा..! appeared first on Hindutva. B2B Sales Series: Three Characteristics of Great Sales Presentations Today Breaking News ! आज 26 फरवरी के मुख्य समाचार, बड़ी खबरें PM Modi, aaj ka taja smachar, news now
2019/03/26 06:19:50
https://www.blogarama.com/arts-and-entertainment-blogs/316671-pursuing-sublime-ganges-from-heaven-ear-blog/19864781-mem-bucadakhanom-romiyom-bada-aba-nakala-maphiyaom-para-yogi-sarjikala-straika-kaha
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वास्तव में, बिटकॉइन उन सभी को सक्षम बनाता है जो दूसरों के साथ समान स्तर पर पैसा बनाना चाहते हैं, राज्य और उसके कानूनों पर निर्भर नहीं हैं। बेशक, इस तरह के एक विचार को कई लोगों के बीच समर्थन मिलता है, जो बिटकॉइन की लोकप्रियता को भी सुनिश्चित करता है। यह रणनीति भी काफी द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन प्रभावी है, हालांकि, व्यापार के लिए, आपको चौकी थरथरानवाला संकेतक का उपयोग करने की आवश्यकता होगी, जो सभी दलाल प्रदान नहीं करते हैं। हालांकि, आप विभिन्न स्वतंत्र ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं। द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन - कैसे में SMA20 लाइन के साथ व्यापार करने के लिए Olymp Trade विशेष निकासी अधिकार की राशि 13 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में 20 लाख डॉलर बढ़कर 1.44 अरब डॉलर पर पहुँच गयी। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास सुरक्षित राशि एक करोड़ 40 लाख डॉलर बढ़कर तीन अरब 65 करोड़ 80 लाख डॉलर पर पहुँच गई। गैर रेखीय रेटिंग द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन में चयनात्मक दबाव के मूल्यों की अनुमति देता है (1.0, ओसीआर के लिए सिफारिश की - 2.0)। द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन - दुनिया में फॉरेक्स एक्सचेंज मार्केट में होता है सबसे ज्यादा ट्रेड कोरोना के इस दौर में नकारात्मक सोच रखने वालों को ये महिलाएं संदेश दे रही हैं कि संकट की घड़ी को अवसर में कैसे बदला जाता है. ये काम वो सिर्फ अपने या अपने परिवार के लिए नहीं कर रही हैं. कोरोना से संघर्ष द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन करते हर नागरिक को मास्क उपलब्ध करवाना इनका लक्ष्य है। विदेशी मुद्रा संकेत पुदुच्चेरी - द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन सौदों को खोलने से पहले, आपको इसकी आवश्यकता हैतकनीकी विश्लेषण के आंकड़ों से परिचित होने के लिए यदि आपके पास एक आर्थिक शिक्षा है, तो मौलिक विश्लेषण के विषय को समझने की ज़रूरत से ज़्यादा ज़रूरत नहीं है, जो कई गुना ज्यादा हो सकती है। किसी विशिष्ट बाजार की स्थिति के लिए उपयुक्त कई व्यापारिक रणनीतियों के लिए शस्त्रागार में यह भी सिफारिश की गई है। आवश्यक परिचालन विशेषताओं और असर गुणों के पूरे परिसर को प्रदान करने के लिए, विनियामक दस्तावेज के प्रावधानों का कड़ाई से पालन करना, जो उत्पादों के लिए सभी अनिवार्य आवश्यकताओं को प्रदान द्विआधारी विकल्प ऑनलाइन करता है। सूत्रों के मुताबिक वोटिंग परसेंटेज के सामने आने के बाद सट्टा बाज़ार एक और आंकलन के बाद सोमवार सुबह ताज़ा भाव जारी करेगा।
2021/05/10 21:45:49
https://mp3sklad.site/kat-2/page-299201.html
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डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) संभव है? - हैलो स्वास्थ्य क्या डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन्स का रिवर्सल संभव है? डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) संभव है अगर हेल्दी लाइफस्टाइल और डायबिटीज कंट्रोल प्लान को स्ट्रिकली फॉलो किया जाए। हालांकि, जब भी डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल की बात की जाती है तो ऐसा कहा जाता है कि डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन्स को रिवर्स करने की बजाय उनके विकास को धीमा किया जा सकता है। इस आर्टिकल में डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) के बारे में जानकारी दी जा रही है, लेकिन पहले जान लेते हैं कि डायबिटीज क्या है और क्या इसे रिवर्स किया जा सकता है। डायबिटीज एक ऑटो इम्यून कंडिशन (Auto immune condition) है। जब हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम पैंक्रियाज की उन कोशिकाओं पर हमला करता है जो इंसुलिन बनाती हैं, तो यह ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar level) को बैलेंस रखने के लिए पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता। इसे टाइप 1 डायबिटीज (Type 1 Diabetes) कहा जाता है। वहीं टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) में पैंक्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन नहीं बनाता या बॉडी इंसुलिन (Insulin) का उपयोग नहीं कर पाती। जिससे ग्लूकोज सेल्स में ना जाकर ब्लड में ही रह जाता है। यह टाइप डायबिटीज का कॉमन प्रकार है। डायबिटीज के लक्षणों (Diabetes symptoms) में निम्न शामिल हैं। किसी चोट को ठीक होने में समय लगना या घाव का ना भरना लगातार घटता वजन ( ऐसा टाइप1 डायबिटीज में होता है) हाथ / पैर में झुनझुनी या दर्द (ऐसा टाइप 2 डायबिटीज में होता है) बार-बार और अधिक प्यास लगना ये लक्षण दिखाई देने पर डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करना चाहिए। अगला सवाल आता है कि क्या डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है। चलिए इसके बारे में जान लेते हैं। और पढ़ें : टाइप-1 डायबिटीज क्या है? जानें क्या है जेनेटिक्स का टाइप-1 डायबिटीज से रिश्ता क्या डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है? (Can diabetes be reversed?) टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 Diabetes) का कोई इलाज अब तक नहीं है, लेकिन डायबिटिक पेशेंट दवाओं के बिना अपने ग्लूकोज लेवल को नॉन डायबिटिक रेंज या प्री डायबिटीज ग्लूकोज लेवल तक वापस ला सकते हैं,लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल भी नहीं है कि आप डायबिटीज से पूरी तरह बच जाएंगे। डायबिटीज एक लगातार चलने वाली बीमारी है। अगर आपने ग्लूकोज लेवल को नॉर्मल कर लिया है और आप दवाएं नहीं ले रहे हैं और ब्लड शुगर लेवल हेल्दी रेंज में तब भी लक्षण वापस आ सकते हैं। इसके साथ ही वजन कम करने से भी डायबिटीज रिवर्सल पर अच्छे प्रभाव देखे गए हैं। अगर आप वजन कम कर लेते हैं तो डायबिटीज को मैनेज करने के साथ ही आप डायबिटीज फ्री लाइफ जी सकते हैं खासतौर पर अगर आपको डायबिटीज की समस्या कुछ समय से ही रही हो और आप इंसुलिन नहीं ले रहे हों। डायबिटीज रिवर्सल के बाद यह जानना भी जरूरी है कि क्या डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन रिवर्सल किया जा सकता है। और पढ़ें: डायबिटीज के असामान्य लक्षण : ध्यान देकर ही हो सकता है बचाव! डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) अमेरिका के प्रसिद्ध डॉक्टर और एंडोक्रोनोलोजिस्ट डॉक्टर रिचर्ड बर्नस्टेटिन (Richard K. Bernstein) ने डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन रिवर्सल पर कई स्टडीज की हैं। यहां तक कि उन्होंने अपनी खुद की केस स्टडी भी प्रकाशित की थी। उन्हें टाइप 1 डायबिटीज के चलते किडनी, आंख और न्यूरोलॉजिकल कॉम्प्लिकेशन थे। उन्होंने कीटोजेनिटिक डायट के महत्व को पहचाना और पाया कि अगर ग्लूकोज लेवल के नियंत्रण में सुधार करते हैं तो डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन रिवर्सल संभव है। वहीं जापान में भी शोधकर्ता इसी तरह के निष्कर्ष पर पहुंचे तब उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट के इफेक्ट्स की जांच की। जिसमें उन्होंने पाया कि किडनी डोनर को टाइप 2 डायबिटीज थी लेकिन जिसे किडनी लगाई गई उसे डायबिटीज नहीं थी। उस समय डायबिटीज के चलते किडनी बदले गए थे, लेकिन एक साल के बाद नॉन डायबिटिक पेशेंट में रिवर्सल हो गया था। इसी प्रकार की एक अन्य रिपोर्ट भी थी जिसमें किडनी डोनर जिसे टाइप 2 डायबिटीज थी उसमें डायबिटिक किडनी डिजीज (Diabetic kidney disease) के लक्षण दिखाई दे रहे थे। एक नॉन डायबिटिक होस्ट में किडनी ट्रांसप्लांट के 6 महीने बाद ही किडनी की बीमारी पूरी तरह ठीक हो गई। इसके अलावा पैंक्रियाज ट्रांसप्लांट के बाद भी डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन के रिवर्सल की खबरें हैं। और पढ़ें: डायबिटीज और एथेरोस्क्लेरोसिस: जानिए क्यों जरूरी है ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल करना डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल कैसे होता है? (How Does Diabetic Complications Reversal Happen?) शरीर एक लिविंग बायोलॉजिकल एंटिटी होने के कारण कुछ हद तक खुद को ठीक करने में सक्षम है, लेकिन हमारे शरीर को खुद को ठीक करने का मौका देने के लिए, हमें उस चीज को रोकना होगा जो नुकसान पहुंचा रही है, डायबिटीज के मामले में यह ब्लड शुगर लेवल का बढ़ा हुआ स्तर है। जब हम अपने ब्लड शुगर के स्तर को "सुरक्षित" स्तर पर वापस लाते हैं, तो शरीर को होने वाली क्षति रुक ​​जाती है, और उपचार का अवसर मिलता है। हालांकि, इसके लिए लंबे समय तक हेल्दी ब्लड शुगर लेवल की आवश्यकता होती है। इसके साथ ही लो कार्ब डायट के जरिए किडनी और न्यूरोपैथी से जुड़े डायबिटीज कॉम्प्लिकेशन्स को रिवर्स करने में सफलता दर्ज की गई है। 2011 में एक स्टडी में चूहों के ग्रुप को हाय फैट और कम कार्ब वाली डायट दी गई जिससे किडनी डिजीज को रिवर्स कर दिया गया। इन स्टडीज से यह निष्कर्ष निकलता है कि डायबिटीज के कॉप्लिकेशन भी परमानेंट नहीं है। अगर कॉम्प्लिकेशन होते हैं, तो उनसे घबराएं नहीं और ना ही ऐसा सोचे कि यह कभी ठीक नहीं हो सकते या वे बिगड़ते जाएंगे। ब्लड ग्लूकोज के कंट्रोल के साथ वे कम गंभीर होते जाएंगे या पूरी तरह से दूर भी हो सकते हैं। डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) के लिए कीटोजेनिक डायट का विशेष महत्व बताया गया है। चलिए इसके बारे में भी जान लेते हैं। डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल के लिए कीटोजेनिक डायट (The ketogenic diet for diabetic complication reversal) कीटोजेनिक डायट (ketogenic diet) में बहुत कम कार्ब और हाय फैट वाले फूड्स का सेवन किया जाता है। यह डायट एटकिन्स और लो कैलोरी डायट के साथ कई समानताएं शेयर करती है। इसमें कार्बोहाइड्रेट का सेवन काफी कम करना और इसे फैट से रिप्लेस शामिल है। कार्ब्स में यह कमी आपके शरीर को कीटोसिस (Ketosis) नामक मेटाबॉलिक स्टेट (Metabolic state) में डाल देती है। जब ऐसा होात है तो हमारा शरीर एनर्जी के लिए फैट को बर्न करना शुरू कर देता है। यह लिवर में फैट को कीटोन में बदल देता है जो ब्रेन के लिए एनर्जी सप्लाय करता है। कीटोजेनिक डायट ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर में महत्वपूर्ण कमी ला सकता है। बढ़े हुए कीटोन्स के साथ, इसके कई अन्य हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं। इस डायट को फॉलो करते वक्त ऐसे फूड्स को अवॉइड किया जाता है जिसमें अधिक मात्रा में कार्ब हो, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज आदि शामिल हैं। याद रखें डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) के किसी प्रकार की डायट को फॉलो करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। उम्मीद करते हैं कि आपको डायबिटिक कॉम्प्लिकेशन्स रिवर्सल (Diabetic Complications reversal) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें। Diabetes Prevention: https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/type-2-diabetes/in-depth/diabetes-prevention/art-20047639/ Accessed on 6th October 2021 Diabetes https://medlineplus.gov/diabetes.html /Accessed on 6th October 2021 Reversing Diabetic Complications/https://www.diabetes.co.uk/diabetes-complications/reversing-complications.html#google_vignette/Accessed on 6th October 2021 Can diabetes complications be reversed?/https://www.diabetes.co.uk/in-depth/can-diabetes-complications-reversed/Accessed on 6th October 2021 Reversing Type 2 Diabetes: A Narrative Review of the Evidence/https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6520897/Accessed on 6th October 2021
2021/10/22 00:29:53
https://helloswasthya.com/diabetes/diabetes-complications/diabetic-complications-reversal/
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Sunday, February 23, 2014-7:58 PM बैंकाक: थाईलैंड में सरकार विरोधी रैली में विस्फोट और प्रदर्शनकारियों पर बंदूकधारियों के गोले दागने तथा अंधाधुंध गोलियां चलाने से पांच साल की एक लड़की की मौत गई और करीब 60 अन्य घायल हो गए। यहां सरकार विरोधी रैली स्थल के समीप धमाका हुआ जिससे तीन बच्चे समेत कम से कम 24 लोग घायल हुए। एक बड़े सुपरमार्केट के समीप बम फटा। सरकार विरोधी पीपुल्स डेमोक्रेटिक रिफोर्म कमिटी (पीडीआरसी) के गार्डों ने एक ऑटोरिक्शा ड्राइवर को पकड़ा है जिस पर बम हमले में हाथ होने का संदेह है। बैंकाक के पूरब में करीब 300 किलोमीटर दूर त्रात प्रांत में कल रात गोलियां बरसाकर प्रदर्शनकारियों को भगाने का प्रयास किया गया। प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर रैली कर रहे थे। पीडीआरसी प्रवक्ता सुविचान सुवन्नाकाना ने कहा कि हमले के समय रैली में करीब 2,000 लोग मौजूद थे। ट्रकों से आए हमलावरों ने पास में स्थित नूडल की एक दुकान पर हथगोले फेंके जहां पीडीआरसी के सुरक्षाकर्मियों समेत 20 लोग बैठे हुए थे। हमलावरों ने नूडल की दुकान पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दी और फिर बंदूक का रूख मंच की ओर कर दिया। हमले में एक लड़की की मौत हो गयी और 34 लोग घायल हो गए। सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय के आपातकाल सार्वजनिक सेवा कार्यालय के निदेशक ने बताया कि 29 घायल अस्पताल में भर्ती हैं। इनमें से पांच की हालत नाजुक है। पांच साल की लड़की के सिर पर हथगोले का एक टुकड़ा लगा जिसके बाद उसकी मौत हो गयी। सात साल के एक लड़के के सिर पर भी ऐसी ही चोट लगी जिसकी वजह से उसकी हालत नाजुक है।
2018/01/18 18:19:40
http://www.punjabkesari.in/international/news/article-220875
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रेलवे में हो रही है बंपर भर्ती, जल्दी करें आवेदन कहीं मौका चूक न जाए – Times Bull रेलवे में हो रही है बंपर भर्ती, जल्दी करें आवेदन कहीं मौका चूक न जाए अगर आप रेलवे में नौकरी पाना चाहते हैं और इसके लिए काफी समय से तैयारी में भी जुटे हैं, तो अब अपने इस सपने को साकार करने का वक्त आ गया है। भारतीय उत्तर रेलवे ने एक बार फिर 4690 रिक्त पदों पर भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इनमें 4434 पद टै्रकमैन, जूनियर इंजीनियर, वेल्डरस, ब्लैकस्मिथ के और 127 पदों पर सीनियर सेक्शन इंजीनियर के लिए रिक्त हैं। आपको बता दें कि इन पदों के लिए आवेदन करने की अंतिम तारीख 29 अक्टूबर 2017 तय की गई है। रेलवे की ओर से इस बारे में नोटिफिकेशन भी जारी किया गया है। इस नोटिफिकेशन के अनुसार भर्तियां दिल्ली, फिरोजपुर, लखनऊ आदि स्टेशनों के लिए होंगी। नौकरी के इच्छुक उम्मीदवार इन पदों पर आवेदन करने के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं nr.indianrailways.gov.in हालांकि इन पदों पर आवेदन करने के लिए उम्मीदवार का रेलवे में रिटायर्ड रेलवे सिविल इंजीनियर कर्मचारी होना अनिवार्य है। इस शर्त से यह बात पूरी तरह साफ होती है कि यह पद आम नागरिकों के लिए नहीं हैं। इन पदों के लिए केवल रिटायर्ड रेलवे सिविल इंजीनियर ही आवेदन कर सकते हैं। सके लिए आवेदकों की अधिकतम आयु 60 वर्ष होनी चाहिए। आवेदन के लिए किसी भी तरह के आवेदन फीस नहीं वसूली जाएगी। Bhaskar Newsbreaking newscurrent news indiaDaily Jobs newsdaily news in indiaemployment news hindigovernment jobGovernment Jobs
2018/09/19 22:17:37
https://www.timesbull.com/jobs/indian-railway-vacancy-on-4690-posts-apply-before-29-october-11114/
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जिज्ञासा: शोर के दौर में खो गया विमर्श विचार का सबसे महत्त्वपूर्ण विषय यह है कि हमारे प्रतिनिधि क्या कर रहे हैं? संसदीय कर्म के लिहाज से शीत सत्र बेहद निराशाजनक रहा. पीआरएस के आँकड़ों के अनुसार लोकसभा की उत्पादकता 16 फीसदी और राज्यसभा की 18 फीसदी रही. हंगामे की वजह से समूचे शीतकालीन सत्र में केवल चार विधेयक ही पारित हो सके थे. बेशक राजनीतिक दलों की वरीयताएं जनता के हितों से जुड़ी हैं, पर वह क्या बात है जो उन्हें अपनी बातें संसद में कहने से रोकती है? पिछले सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी दोनों कहते रहे कि हमें संसद में बोलने से रोका जा रहा है. यह बात वे सड़क पर कह रहे थे, संसद में नहीं. इतने महत्त्वपूर्ण नेताओं को संसद में बोलने से कौन रोक रहा था? राहुल गांधी ने कहा, मुझे बोलने दिया गया तो भूचाल आ जाएगा. उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के बनासकांठा में हुई किसानों की रैली में कहा, मुझे लोकसभा में बोलने नहीं दिया जाता, इसलिए मैंने जनसभा में बोलने का फैसला किया है. जनसभा में भाषण देना और संसद में बोलना एक बात नहीं है. संसद में बोलने की अपनी मर्यादाएं और अनुशासन है. अफसोस देश की राजनीति इस बात को महत्त्व नहीं दे रही है. हंगामा भी एक सीमा तक संसदीय कर्म है, पर तभी जब स्थितियाँ ऐसी हो जाएं कि उनके अलावा कोई रास्ता नहीं बचे. पर हम पिछले दो-तीन दशकों में इस प्रवृत्ति को लगातार बढ़ते हुए देख रहे हैं. पिछले साल के बजट सत्र के अपने अभिभाषण में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस तरफ इशारा भी किया. उन्होंने कहा, सांसद अपनी जिम्मेदारी निभाएं. आपको संसद में चर्चा करने के लिए भेजा गया है, पर आप हंगामा कर रहे हैं. राष्ट्रपति ने अपनी इस बात को पिछले साल एक बार फिर संसद से बाहर दिए गए एक भाषण में दोहराया. 2015 के शीत सत्र के अंतिम दिन राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी ने अपने वक्तव्य में संसदीय कर्म के लिए ज़रूरी अनुशासन का उल्लेख किया था और इसमें आ रही गिरावट पर अफसोस ज़ाहिर किया था. बेशक राजनीति संसद से सड़क तक होनी चाहिए. पर संसद, संसद है. वह सड़क नहीं है. दोनों के फर्क को बनाए रखना जरूरी है. यह शोर का दौर है. सड़क पर संसद में और चैनलों में शोर है. विडंबना है कि जनता खामोशी से कतारों में खड़ी है. या तो नोट पाने के लिए या वोट देने के लिए. उसे इस बहस में शामिल करने की जरूरत है. पर उसके पास मंच नहीं है. मीडिया उसका मंच होता था, पर वह भी अपनी भूमिका से भागता नजर आ रहा है. लगता है कि विचार करने, और सुनने का वक्त गया. अब सिर्फ शोर ही विचार और हंगामा ही कर्म है. लोकसभा और राज्यसभा चैनलों में संसदीय कार्यवाही का सीधा प्रसारण यदि आप देखते हैं तो असहाय पीठासीन अधिकारियों के चेहरों से आपको देश की राजनीति की दशा-दिशा का पता लग सकता है. बजट सत्र हमारी संसद का सबसे महत्त्वपूर्ण सत्र होता है और इसीलिए यह सबसे लंबा चलता है. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव और बजट प्रस्तावों के बहाने महत्त्वपूर्ण प्रश्नों पर जन-प्रतिनिधियों को अपने विचार व्यक्त करने का मौका मिलता है. इस साल राष्ट्रपति ने अपने अभिभाषण में कहा है कि सरकार राजनीतिक पार्टियों से चर्चा के बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराने के लिए निर्वाचन आयोग के किसी भी फैसले का स्वागत करेगी. बार-बार चुनाव होने से विकास कार्य रुकते हैं, जन-जीवन अस्तव्यस्त हो जाता है, सेवाओं पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है और लंबी चुनाव ड्यूटी से मानव संसाधन पर बोझ पड़ता है. चुनाव-सुधार पर व्यापक राष्ट्रीय बहस की जरूरत है. सरकार ने इसबार के बजट में राजनीतिक चंदे के बाबत एक फैसला किया है. पर वह राजनीतिक बांडों की जो योजना पेश कर रही है, उसमें पारदर्शिता नहीं है. देश के लगभग सभी राजनीतिक दल अमूमन ऐसे मामलों में एक हो जाते हैं और चुनाव सुधारों को बजाय आगे बढ़ाने के, रोकने का काम करते हैं. जरूरत इस बात की है कि इस बहस को बड़े स्तर पर चलाया जाए और संसद इस प्रस्ताव को पास करे. संसद के इस सत्र में बजट के अलावा नोटबंदी और जीएसटी से जुड़े मामलों पर अलग से भी विचार होगा. जीएसटी से सम्बद्ध तीन विधेयक संसद से पास होने हैं. दोनों सदनों के सामने 14 विधेयक पहले से पड़े हैं और इस सत्र में 23 नए विधेयक और पेश करने का विचार है. इनमें से कुछ इन पंक्तियों के छपने तक पेश हो गए होंगे. हरेक सत्र के पहले इस प्रकार का कार्यक्रम बनाया जाता है और अक्सर वह पूरा नहीं होता. संसदीय कर्म के पूरा न हो पाने की चोट सीधे देश को लगती है, जिसकी कराह भी सुनाई नहीं पड़ती. आप कुछ विधेयकों पर ध्यान दें. मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ा एक विधेयक 20 नवंबर 2013 को राज्यसभा से पास हुआ था, जो लोकसभा के पास विचाराधीन है. उपभोक्ता संरक्षण विधेयक अगस्त 2015 में लोकसभा में पेश हुआ था. अभी तक वह पास नहीं हुआ है. ह्विसिल ब्लोवर संरक्षण विधेयक 13 मई 2015 को लोकसभा से पास हुआ था, अभी राज्यसभा में विचाराधीन है. मातृत्व लाभ से जुड़ा विधेयक 11 अगस्त 2016 को राज्यसभा से पास हुआ, अभी लोकसभा में लंबित है. अनेक विधेयक स्थायी समितियों के सामने विचाराधीन हैं. किसी भी विधेयक को पास करने के पहले उससे जुड़े हर पहलू पर गंभीर विमर्श जरूरी है. इसलिए विचार की यह पद्धति जरूरी है. हमारे काम इसकी वजह से नहीं रुकते, बल्कि सायास पैदा किए गए गतिरोध के कारण रुकते हैं. शिकायत इसे लेकर है.
2019/09/22 16:58:54
http://pramathesh.blogspot.com/2017/02/blog-post_51.html
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ढ़ल गया छत्तीसगढ़ी लोकगीत का सूरज... सुरुजबाई खांडे - डी पिलर ढ़ल गया छत्तीसगढ़ी लोकगीत का सूरज… सुरुजबाई खांडे आज की ख़बर कला-साहित्य-सिनेमा मेरा-गांव by Piush March 10, 2018 January 27, 2019 581 सुरूजबाई के आवाज में भरथरी विकास विद्रोही : छत्तीसगढी़ लोक परंपरा ने एक सूरज खो दिया. जिसने छत्तीसगढ़ी माटी की सुगंध विदेशो में भी फैलाया, साधारण सी दिखने वाली सुरूजबाई खांडे छत्तीसगढ़ी लोकगीत का ऐसा नाम है जिसे सुनकर भरथरी गीत में शामिल वाद्य यंत्र बरबस ही गुंजने लगते है मानो सुरूजबाई सामने गा रही हो. भरथरी, ढोला, चंदैनी जैसे लोकगीतों की गायिका अब हमारे बीच नही रही, छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में उन्होंने गरीबी में आखिरी सांस ली, वो अंतिम समय में भी भरथरी और पारंपरिक गीतों के लिये चिंतित थी इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि सुरूजबाई की जीवन भी भरथरी थी और मृत्यु भी लोकगीत था. लेकिन दुख है एक लोक कलाकार फिर मुफलिसी का सामना करते गुजर गया मध्यप्रदेश शासन से अहिल्या देवी पुरस्कार से सम्मानित गायिका सुरुज मुफलिसी के अंधेरे में जीवन व्यतीत की. पति नि:शक्त हो गये फिर भी गायन के प्रति उनकी निष्ठा ने छत्तीसगढ़ को गौरवान्वित किया. अपनी आवाज से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध होने पर विवश कर देती परंतु वह आवाज अब हमारे यादों की कोने में ठहर गयी. वह लम्बे समय से अस्वस्थ थीं. 69 वर्ष की लम्बे जीवन में उन्होंने विलुप्त हो चुके लोकगाथा भरथरी को पुनः जीवित किया था. बंगाल के जोगियों से शुरू हुआ यह लोकगीत समानता का संदेश देता "सोवियत रूस"में आयोजित "भारत महोत्सव" में सुरूजबाई खांडे ने इस विधा से विदेशी नागरिकों को भी रूबरू कराया था. उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व कर "छत्तीसगढ़" का गौरव बढा़या. 19 से ज्यादा देशों में भरथरी और छत्तीसगढ़ी लोकगीतों को पेश कर चुकीं सुरुजबाई की माली हालत कभी ठीक नहीं रही. क्या है भरथरी लोकगीत ? भरथरी लोकगाथा जिसमें में दो पात्र है – भरथरी और गोपीचन्द, जिनसे ये कथा शुरु होती है. राजा भरथरी और भांजा गोपीचन्द. भरथरी की कथा बिहार, उत्तरप्रदेश और बंगाल में प्रचलित है. छत्तीसगढ़ में भरथरी की कथा कैसे आई. इसके सम्बन्ध में विद्वानों का अलग-अलग मत है. नन्दकिशोर तिवारी जी का कहना है कि बंगाल के जोगी जब उज्जैन जाते थे. उस यात्रा के वक्त छत्तीसगढ़ में भी भरथरी की कथा प्रचलित हो गई थी. भरथरी और गोपीचन्द दोनों नाथ-पंथी थे. नाथ-पंथी योगियों का जो सम्प्रदाय हैं, वह सम्प्रदाय नवीं दसवीं शताब्दी में आरम्भ हुआ. बंगाल बिहार और उसके आसपास योगी नाम की एक जाति रहती थी. ये लोग छुआछुत नहीं मानते थे, जात पात नहीं मानते थे. बहुत ही उन्नत मानसिकता के थे वे लोग. वे लोग नाथ पंथी योगियों जैसे थे. नाथ पंथी योगियों का समप्रदाय नेपाल में बौद्ध और शैव साधनों के मिश्रण से हुई थी. और इसके बाद यह सम्प्रदाय पूरे हिन्दी प्रदेश में फैल गई. इस सम्प्रदाय के लोगों को पढ़े लिखे नहीं होने के कारण अशिक्षित माना जाता था. पर इनसे जो शिक्षा मिलती थी, वह बहुत से शिक्षित लोग नहीं दे पाये थे. ये लोग अपने को जोगी कहते थे. लोग उन्हें नकारते थे ये कहकर कि ये लोग शास्र विहीन हैं. ये लोग लोक-गीतों के माध्यम से लोगों का दिल जीत लेते थे. छत्तीसगढ़ में भरथरी को योगी कहते हैं. छत्तीसगढ़ी भरथरी किसी जाति विशेष का गीत नहीं है. जो भरथरी का गीत गाते हैं वे योगी कहलाते है. गीत में भी अपने आप को वे योगी कहते हैं. "सुनिले मिरगिन बात काल मिरगा ये राम मोला आये हे ओ एक जोगी ये न ओ कुदवित है ओ" शुरु में भरथरी एक अकेला इन्सान गाया करता था वह खंजरी बजाकर गाता था. बाद में वाद्यों के साथ भरथरी का गायन होने लगा. वाद्यों में तबला, हारमोनियम, मंजीरा के साथ साथ बेंजो भी था. धीरे धीरे इसका रूप बदलता गया और भरथरी योगी गाना गाते और साथ साथ नाचते भी. ये बहुत स्वाभाविक है कि गीत के साथ नृत्य भी शामिल हो गया. न सिर्फ छत्तीसगढ़ में बल्कि पूरे हिन्दी क्षेत्र में बहुत प्रेम से गाया और सुना जाता है. लोक कथा एक जगह से दूसरी जगह यात्रा करती है और जहाँ पहुँचती है वहाँ के परम्पराओं से प्रभावित होकर वहीं की बन जाती है. छत्तीसगढ़ की भरथरी में हम देखते है कि कई जगह "सतनाम" का उल्लेख है – जैसे- 'तैहर ले ले बेटी सतनामे ल ओ' छत्तीसगढ़ में सतनाम पंथ प्रचलित है जिसमे सतनाम का अर्थ है नाम की महिमा. इसीलिये धीरे धीरे भरथरी में भी "सतनाम" शब्द को इस्तेमाल किया गया है एसईसीएल में कार्यरत सुरुजबाई अस्वस्थता के कारण समय से पहले रिटायर हुईं. दो हजार रु पेंशन मिलता था फिर घर मे चार बार चोरियां हुईं जिसमें कुछ न बचा. उनके पति निःशक्त हैं. उन्होंने मुश्किलों से बेटी की शादी की. उनका बड़ा बेटा स्कूल रिक्शा चलाता है और छोटा बेटा मजदूरी करता है. उन्हें बहुत से बड़े पुरस्कार मिले पर पर्याप्त आर्थिक मदद नही मिल सकी. छत्तीसगढ़ी लोकगीत गायिका सुरूजबाई उनका जाना लोककला के आकाश में से एक नक्षत्र का अस्त हो जाना है. भरथरी का पर्याय सुरुजबाई के न होने से छत्तीसगढ़ी लोक की अपूरणीय क्षति हुई है. आज वास्तव में प्रतीत हो रहा कि घोड़ा रोवे घोड़सार म.. हाथी रोवे हाथीसार म…सुरुजबाई अपनी विशिष्ट आवाज, पहचान और कला के साथ सदैव स्मृत रहेंगी. bharthari lokgeetchhatisgarhi folk singerchhattisgarhi folk singer surajbai passed awaydpillarindian folk singersurajbai khande folk singerभरथरी लोकगीत
2019/11/21 23:26:05
https://dpillar.com/2018/03/10/chhattisgarhi-bharthari-folk-singer-surajbai-khande-passed-away/
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कैसे जल्दी में एक केक पकाने के लिए: उपयोगी सलाह और सिफारिशें यदि यह आपके सिर पर हुआ हैअप्रत्याशित रूप से मेहमान गिर गए या अचानक कुछ मिठाई चाहते थे, आपको फिक्शन को शामिल करने की जरूरत है, रेफ्रिजरेटर की सामग्री का तुरंत अध्ययन करें और एक पाक मास्टरपीस को "कुछ नहीं" से शुरू करें। वफ़ल जॉय जल्दी में एक केक बनाने के लिए आसान हैवफ़ल प्लेट और सघन दूध एक या दो पैकेज खरीदें, आप बहु-रंगीन हो सकते हैं (वे सफेद, गुलाबी, हरे और पीले रंग में जारी होते हैं।) सभी बेस्वाद, चिंता न करें। और नियमित रूप से गाढ़ा दूध के कुछ डिब्बे इसके अलावा एक बड़ा नींबू इस केक को कुचल अखरोट या मूंगफली का मुट्ठी भर जोड़ना भी अच्छा है। Grater पर नींबू भट्ठी और अब: एक प्लेट एक दूसरे के बाद एक फ्लैट डिब्बे पर डाल दिया जाता है, प्रत्येक को गाढ़ा दूध के साथ मिलाया जाता है और पागल के साथ छिड़कता है, नींबू का रस और उत्साह के साथ छिड़का। इसके बजाय इसे किसी भी अन्य खट्टे उपयुक्त है। या अनानास के लुगदी के लिए एक स्थानापन्न के रूप में - यह एक सुखद खट्टे के साथ भी है। उनके लिए धन्यवाद, आपका बहुत ही साधारण केक जल्दी से अधिक, दिलचस्प हो जाएगा जब सभी केक रखे जाते हैं, तो "क्रीम" से ऊपर और चॉकलेट के साथ छिड़कें - सामान्य टाइल काट कर। फ्रिज में नहीं? इससे कोई फर्क नहीं पड़ता चीनी के एक चम्मच के साथ कोको पाउडर का एक बड़ा चमचा मिलाएं और एक पावडर के रूप में मिश्रण का उपयोग करें। हां, वेनिला के बारे में मत भूलो! वैकल्पिक रूप से, टुकड़े टुकड़े करना एक वफ़र की थाली और इसे छिड़कें। एक जल्दी में एक केक सजाने कर सकते हैं, उदाहरण के लिए, अनार या अंगूर। संकोच मत करो, यह स्वादिष्ट होगा! वे कहते हैं कि लक्ष्य काल्पनिक है और हम अलग तरीके से कहेंगे: चालाक मालकिन, जो एक महत्वपूर्ण क्षण में अपनी सभी प्रतिभाओं को संगठित करने के लिए और अपने रिश्तेदारों और मेहमानों के साथ असामान्य कुछ असाधारण तरीके से व्यवहार करने के लिए जानता है। इसलिए एक और व्यावहारिक सलाह कैसे जल्दी में एक स्वादिष्ट केक बनाने के लिए। आपको सूखे बिस्कुट (बिस्कुट या कचौड़ी, बिना भरने के) की 1 या 1.5 किलोग्राम की आवश्यकता होगी, कंडेन्डेड दूध और मक्खन का एक पैकेट। यदि आप चाहें, तो एक चॉकलेट लें काट - इसे तोड़ो, इसे छील पर भट्ठी या मांस की चक्की के माध्यम से इसे पारित करें, बस इसे गीला नहीं। एक कटोरे में टुकड़ों को डालें चिकना होने तक दूध और मक्खन पूरी तरह से रगड़ें। फिर बिस्कुट के साथ मिश्रण, और ध्यान से यदि वांछित है, तो आप थोड़ा नींबू का रस छोड़ सकते हैं। अब शुद्ध सिलोफ़न या फ़ॉइल की एक बड़ी शीट की झलक ले आओ, उस पर केक के लिए काम के टुकड़े समान रूप से रखना और एक मोटी "लॉग" के रूप में गुना। रेफ्रिजरेटर में दो मिनट 35-40 रहें - यह फ्रीज हो जाएगा। तैयार केक, कोको को छिड़कें, चीनी पाउडर के साथ मिश्रित, टुकड़ों में काट लीजिये और चाय के लिए सेवा करें। बिस्किट कोमलता यह घर पर केक पर विचार करने में काफी सफल रहा हैतेजी से, अपनी तैयारी के बिस्कुट से बना इलाज के एक उत्कृष्ट संस्करण के लिए, आपको एक गिलास (250 ग्राम) चीनी और sifted आटा, थोड़ा वेनिला और 4-5 अंडे की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, कुछ कौशल (जो पहले से ही इसके बिना पाक व्यवसाय में है) हम अंडे को तोड़ते हैं, हम जलो और गिलहरी अलग करते हैं। एक मिक्सर के साथ मारो, धीरे-धीरे चीनी का डालना, एक प्रोटीन के द्वारा पहले एक, फिर धीरे-धीरे वानीलिन के साथ जंबों की रिपोर्ट करें। परिणामी द्रव्यमान काफी घने, मजबूत होना चाहिए। इसके बाद, आटा को एक चम्मच के साथ पहले से ही मिलाया जाता है और मिलाया जाता है, ताकि सावधानी से अंडा फोम ओपल न हो। आंदोलन नीचे से सतह तक सही होगा आटा को ढालना, मक्खन के साथ पूर्व चिकनाई, लगभग 25 मिनट के लिए गरम (1 9 -26 डिग्री डिग्री) ओवन में भेजा जाता है। दरवाज़े को पहले से न खोलें - आटा बंद हो जाएगा। रंग को देखो: यदि बिस्किट ब्राउन है, तो यह तैयार है। फिर आकार को बाहर ले जाया जाता है और पकवान में केक को निकालने के लिए भेज दिया जाता है जैम के साथ बिस्किट स्पंज को कूल, चूर्ण चीनी के साथ छिड़क, स्लाइस में कटौती। सुंदर, केक नहीं, मुझे विश्वास करो!
2020/09/18 07:10:10
https://hi.ilovevaquero.com/eda-i-napitki/37367-kak-prigotovit-tortik-na-skoruyu-ruku-poleznye-sovety-i-rekomendacii.html
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हाकेश रॉय रिलीज़ की तारीख - जनवरी 14, 2020 एनर्जी एक्सपर्ट नरेन्द्र तनेजा के मुताबिक अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें लगातार गिर रही हैं. इसे देखते हुए लग रहा है कि तेल कंपनियां ग्राहकों को इसका कटौती का फायदा पहुंचाएंगी. तनेजा का कहना है कि आने वाले दिनों में घरेलू बाजार में ईंधन के दाम घटेंगे। आपकी बार चार नामित सीओएमईएक्स डिपॉजिटरीज में से एक के वॉल्ट में बैठी होगी, जिनमें से सभी न्यूयॉर्क शहर में या उसके पास हैं। यदि आप बार घर लेना चाहते हैं, तो आपको इसे डिपॉजिटरी में लेना होगा या तीसरे पक्ष की डिलीवरी की व्यवस्था करना होगा। यदि आप इसे पकड़ने का इरादा रखते हैं जब विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा तक कि सोने एक निश्चित कीमत तक नहीं पहुंच जाता है और फिर बेचता है, तो आपकी सबसे अच्छी शर्त शायद कॉमेक्स डिपॉजिटरी में बार छोड़ने और अपने दलाल के साथ रसीद छोड़ने के लिए है। कितने कदम तुम एक Bitcoin खरीदने के लिए ले जाने की जरूरत है? अनेक। अगर आप अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, लेकिन उसकी सफलता को लेकर आश्वस्त नहीं हैं तो बेहतर होगा कि किसी ब्रांडेड कंपनी की फ्रेंचाइजी ले लें। यह ऐसा काम है, जिसमें निश्चित सफलता है और आमदनी का बेहतर जरिया भी। उर्मिल अपने पुरुष मित्र (पर कोई नाम नहीं) के साथ बच्चा गिरवाने गयी थी; उसके पुरुष मित्र ने उसे धोका दिया तथा उसके साथ गैंग-रेप हुआ है; ऐसी पत्नी के साथ, न तो बाहर किसी पार्टी में (जो कि आर्मी औफिसर के जीवन में अकसर होती हैं) जाया जा सकता है, न ही समाज में रहा जा सकता है। क्या आप शुरू करने के लिए पहले से ही उतावले हैं? खुश खबरी यह है कि आप एडमिरल मार्केट्स के साथ कम से कम EUR १ के साथ एक निवेश खाता खोल सकते हैं। बस शुरू करने के लिए नीचे दिए गए बैनर पर क्लिक करें! विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा, ब्रोकर बिनोमो खड़ा हो रहा है लाभ उठाएं परिसंपत्ति और समय सीमा या धुरी स्तरों में से एक पर निर्भर करता है। आजकल, सैंडिल शीज़ी अपने व्यापारिक ज्ञान और विदेशी मुद्रा निवेश की रणनीति को दक्षिण अफ्रीकी लोगों के साथ साझा करना चाहते हैं, इस कारण से, उन्होंने ग्लोबल फॉरेक्स इंस्टीट्यूट (जीएफआई) बनाया जो एक विदेशी मुद्रा प्रशिक्षण संस्थान है जहां वह किसी को भी प्रथम-हाथ प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान करता है। एक पेशेवर विदेशी मुद्रा व्यापारी और एक नया करोड़पति बनने में रुचि है। इस विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा विधि के फायदे और नुकसान का एक बहुत कुछ के रूप में है। आप जानते हैं, कला बाजार काफी कुछ समय के लिए चारों ओर गया है और लिंग, आयु, और यहां तक ​​कि धार्मिक पूर्वाग्रह की परवाह किए बिना प्रत्येक भाग ले सकते हैं। पैसा कमाने के लिए, ऐसा नहीं है कि हर किसी के पास लैपटॉप या कंप्यूटर है। यही कारण है कि मोबाइल पैसा कमाने का एकमात्र तरीका है मुझे उम्मीद है कि आप सभी के पास Smartphone होगा। अगर आप भी घर बैठे पैसा कमाना चाहते हैं, तो आपको उन ऐप्स की लिस्ट जरूर देखनी चाहिए जो एक बार पैसे कमाते हैं। यहां हमने ऐसे ही कुछ ऐप्स की लिस्ट बनाई है। उनकी मदद से, आप अपने मोबाइल से एक अच्छी आय अर्जित करने में सक्षम होंगे। इसके लिए आपको किसी महंगे मोबाइल की जरूरत नहीं है। आपके मोबाइल में इंटरनेट होना आवश्यक है। अगर आप इन एप्लिकेशन के नियमों का अच्छी तरह से पालन करते हैं तो आपको पैसे कमाने में कोई परेशानी नहीं होगी। पुस्तक से बैंकिंग कानून लेखक कुज़नेत्सोवा इना अलेक्जेंड्रोवना। नियोजन द्वारा संस्था के भावी कार्यों की रूपरेखा निर्धारित की जाती है जिसके अनुसार कार्य करना होता है । इससे कार्यों की अनिश्चितता समाप्त हो जाती है। वर्तमान समय में बिटकॉइन गोल्ड में निवेश करने के लिए कई विकल्प नहीं हैं, लेकिन क्रिप्टोकार्जेन्सी को सूचीबद्ध करने वाले अधिक प्लेटफार्मों, इसकी अधिक जोखिम है, जो इसके मूल्य को बढ़ा सकता है। जैसे एक हार्ड ड्राइव 250 GB (गीगाबाइटस) की हो सकती है. यहां विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा आपके लिये ये जानना जरूरी है कि कैपिटल 'B' को हमेशा bytes के लिये उपयोग किया जाता है. जबकि स्मॉल 'b' का उपयोग bits को दर्शाने के लिए किया जाता है। Olymp Trade का ट्रांजैक्शन लॉग - विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा टेकनीकल एनालिसिस और फंडामेंटल एनालिसिस दोनों की अपनी सीमाएं हैं। यही कारण है, कुछ पेशेवर कारोबारी दोनों को इकट्ठे इस्तेमाल करना पसंद करते हैं। यदि कोई व्यापार टेकनीकल और फंडामेंटल डेटा दोनों पर आधारित है तो सफलता की संभावनाएं काफी बढ़ सकती हैं। जो व्यक्ति भरोसा करता है और उस पर डालता हैऐसे गंभीर पैसा शेष है? Binex ग्राहकों की साक्ष्य बताते हैं कि आप उपयोगी वेबिनार का उपयोग कर सकते हैं, जहां व्यापारियों ने जीतने वाली रणनीतियों को सीखना है। सच है, वे सामान्य जानकारी प्रदान करते हैं - एक प्रकार का परिचयात्मक पाठ्यक्रम, और तकनीकी विश्लेषण भी सिखाना, लेकिन केवल मूल बातें। आप संकेतों का उपयोग कर सकते हैं, आप विभिन्न वित्तीय साधनों का उपयोग कर सकते हैं एक शब्द में, कमाई की संभावना पहले से ही बड़ी है, इसलिए जो स्कूल अकाउंट का इस्तेमाल करते हैं, वे अक्सर Binex ब्रोकर के बारे में सकारात्मक प्रतिक्रिया छोड़ देते हैं। आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने वाले रैना ने अपने टीम साथी महेंद्र सिंह धोनी और मुरली विजय के साथ ट्विटर पर एक फोटो साझा की है। उन्होंने इस पोस्ट को धोनी और विजय को भी टैग किया है। बाइनरी विकल्पों की सट्टेबाजी कार्रवाई योग्य लक्ष्यों में किफायती आवास पहल का अनुवाद, करीब दो मिलियन का निर्माण होगाहर साल एन घरों 11 वीं पंचवर्षीय योजना अवधि (मार्च 2012 को समाप्त) के दौरान प्रति वर्ष 12 लाख घरों की वास्तविक वितरण के साथ इसकी तुलना करें, और लक्ष्य स्पष्ट रूप से दुर्जेय प्रतीत होता है। फर्म भी एक नि: शुल्क डेमो खाता है जहाँ आप लाइव जाने से पहले पहले व्यापार अभ्यास कर सकते हैं प्रदान करता है। हम अत्यधिक पहले एक डेमो खाता पाने के लिए और मंच है कि आप के लिए आकस्मिक निवेश से बचने के लिए उपयोग करने का इरादा के साथ सहज होने की सलाह देते हैं। यह एक समस्या थी क्योंकि मैं अपने दिन की नौकरी में बस पर्याप्त बना रहा था। कौन मेरी दूसरी समस्या, समय, या बल्कि की ओर जाता है - इसके अभाव। एक पूर्णकालिक नौकरी और एक परिवार के बीच, जब मैं अपने लक्ष्य की ओर काम करने के लिए छोड़ दिया था, तो सीमित था। इस मामले में, अधिकतम लाभ क्षमता $ 360 (5 सूत्रीय फैलाव - 1. 40 अंक का भुगतान किया = $ 3.60) यह व्यापार विकल्प समाप्ति पर लाभ दिखाएगा यदि स्टॉक है $ 48 के ब्रेकएवन की कीमत के नीचे किसी भी कीमत पर.60 एक शेयर। 360 डॉलर का अधिकतम लाभ यदि तकरीबन 45 डॉलर की हिस्सेदारी के निचले स्ट्राइक प्राइस की समाप्ति पर शेयर या उसके नीचे है, तो उस पर पहुंचना होगा I हालांकि लाभ की क्षमता विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा असीमित नहीं है, लेकिन अगर व्यापार में करीब 12% ($ 51 से 45 डॉलर) की गिरावट आती है, तो व्यापारी को अभी भी 257% ($ 140 निवेश पर $ 360 का लाभ) लाभ प्राप्त करने की क्षमता है। MT4 फ़ाइल खोजें जिसे आपने डाउनलोड किया है और इसे अपने क्लिपबोर्ड पर कॉपी करें। इस लेख में, आप सुझावों के बारे में अधिक जानेंगे कैसे इंटरनेट पर एक किशोरी के लिए पैसा बनाने के लिए त्वरित और आसान, जो काम करने की एक बड़ी इच्छा के साथ काफी संभव विदेशी मुद्रा बाजार की समीक्षा है। आखिरकार, इंटरनेट पर हमेशा काम होता है और उस पर नहीं, लेकिन बहुत से लोगों को काम शुरू करने और भविष्य में धन प्राप्त करने के लिए अब तक बहुत कम पैसा कमाने की इच्छा नहीं है। यदि आप अपना ईकॉमर्स व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, या आप रूपांतरण चलाना चाहते हैं और अपनी बिक्री क्षमता में सुधार कर रहे हैं, तो डिजिटल ईकॉमर्स एजेंसी की ओर देखना आगे का रास्ता हो सकता है।
2021/07/29 03:47:41
https://trucos.site/kat-17/page-355249.html
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गैंगस्टर से राजनेता बने Mukhtar Ansari को UP की अदालत में पेश, तुरंत जिला जेल बांदा को सौंप दे – NewsFriday गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी को सोमवार को उत्तर प्रदेश की अदालत में पेश किया जाएगा। अंसारी लखनऊ में जेलर और डिप्टी जेलर से जुड़े 21 साल पुराने हमले के मामले में एक आरोपी है। आगे बताया कि सुनवाई वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी और अंसारी बांदा जेल से जेल जाएंगे। मामला आगे नहीं बढ़ सका क्योंकि अंसारी पंजाब की जेल में बंद थे, उन्हें इस महीने की शुरुआत में उत्तर प्रदेश लाया गया था। उत्तर प्रदेश में मुख्तार अंसारी के खिलाफ 52 मामले हैं, और सरकार को उम्मीद है कि इनमें से कई अब आंदोलन देखेंगे। अंसारी एक जबरन वसूली के मामले में पंजाब की मोहाली अदालत में भी पेश होंगे। यूपी पुलिस ने 7 अप्रैल को अंसारी को लाया, जो सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मऊ विधानसभा सीट से बांदा जेल के मौजूदा विधायक हैं। उन्होंने दो साल पंजाब जेल में बिताए थे। उत्तर प्रदेश में आने के बाद से, अंसारी कई स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों की शिकायत कर रहे हैं। गुरुवार को, उन्होंने गर्दन में दर्द की शिकायत की जिसके बाद अस्पताल के अधिकारियों ने एक ईएनटी विशेषज्ञ को बुलाया, डॉक्टर ने गले में खराश का पता लगाया और उसके अनुसार दवाएं दीं। शनिवार को मुख्तार अंसारी ने बादल छाने का दावा किया। एक नेत्र रोग विशेषज्ञ ने चश्मे की एक नई जोड़ी प्राप्त करने का सुझाव दिया। पिछले हफ्ते, सुप्रीम कोर्ट ने उनकी पत्नी अफशां अंसारी की याचिका को स्थगित कर दिया, जिसमें उनके पति के जीवन पर 'गंभीर खतरा' होने का आरोप लगाया गया था। अदालत ने मामले को एक पत्र के रूप में स्थगित कर दिया क्योंकि पहले से ही मामले में एक पक्ष द्वारा परिचालित किया गया था। अफशां ने अंसारी के जीवन के लिए एक आसन्न खतरे का आरोप लगाते हुए शीर्ष अदालत से यह सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप की मांग की कि उसके पति को तथाकथित फर्जी मुठभेड़ में नहीं मारा जाए। सुप्रीम कोर्ट ने 26 मार्च को आदेश दिया था कि अंसारी को पंजाब से उत्तर प्रदेश की जेल में स्थानांतरित कर दिया जाए, इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि वह कई आपराधिक मामलों में शामिल है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शीर्ष अदालत में याचिका दायर कर पंजाब सरकार और रूपनगर जेल प्राधिकरण को निर्देश दिया था कि वह अंसारी की हिरासत में तुरंत जिला जेल बांदा को सौंप दे।
2021/08/05 15:41:48
https://newsfriday.in/%E0%A4%97%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%AC%E0%A4%A8%E0%A5%87-mukhtar-ansari/
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Raisin Water Benefits: रोज़ाना पिएंगे किशमिश का पानी फिर देखें इसका कमाल - Hindustan Samay : hindustansamay.com, हिंदुस्तान समय, Dainik Hindustan Raisin Water Benefits: रोज़ाना पिएंगे किशमिश का पानी फिर देखें इसका कमाल किशमिश ड्राई फ्रूट्स में सबसे ज़्यादा पसंद की जाने वाली चीज़ है। ऐसा इसलिए क्योंकि मीठी होने के साथ इसका स्वाद बहुत अच्छा होता है। आपने किशमिश को खाने के फायदों के बारे में तो अक्सर सुना ही होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि किशमिश का पानी भी सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचा सकता है।
2021/04/18 11:00:35
https://www.hindustansamay.com/fitness-tips-hindi/raisin-water-benefits-%E0%A4%B0%E0%A4%9C%E0%A4%A8-%E0%A4%AA%E0%A4%8F%E0%A4%97-%E0%A4%95%E0%A4%B6%E0%A4%AE%E0%A4%B6-%E0%A4%95-%E0%A4%AA%E0%A4%A8-%E0%A4%AB%E0%A4%B0-%E0%A4%A6%E0%A4%96-%E0%A4%87%E0%A4%B8%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A4%AE%E0%A4%B2-11164
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Bigg Boss 13: सिद्धार्थ पर आरोप लगाने के बाद शहनाज पर बरसे पारस, कहा- जैसे को तैसा मिलता ही है - Jansatta Bigg Boss 13: सिद्धार्थ पर आरोप लगाने के बाद शहनाज पर बरसे पारस, कहा- जैसे को तैसा मिलता ही है Bigg Boss 13: सिड के पारस को सेव करने के बाद सना पारस से कहती हैं कि ये मुझे बचाना नहीं चाहता क्योंकि उसके नजरिए से तेरा महत्व ज्यादा है। इसके बाद पारस शहनाज को जमकर सुनाते हैं और कहते हैं, 'तूने कभी सिद्धार्थ को गेम में सपॉर्ट नहीं किया है, केवल मॉरली सपॉर्ट किया है। Updated: February 8, 2020 12:09:15 am गेम में पारस को बचाने के बाद सिद्धार्थ से शहनाज काफी लड़ती हैं। Bigg Boss 13: पिछले एपिसोड में एक इम्यूनिटी टास्क के दौरान घरवाले एक-दूसरे की जान के दुश्मन बन जाते हैं। हमेशा की तरह इस टास्क भी कोई निर्णय नहीं आ पाता है। वहीं गेम में उस समय ट्विस्ट आता है जब एलीट क्लब के मेंबर सिद्धार्थ शुक्ला शहनाज गिल के बजाय पारस छाबड़ा को बचाते हैं। जैसे ही टास्क के लिए हूटर बजता है चाबी पर झपट्टा मारते हुए सिद्धार्थ अपने कब्जे में ले लेते हैं और फिर पारस को जेल से निकालते हैं।सिद्धार्थ के एहसान पर पारस रो पड़ते हैं। दूसरी बार भी चाबी सिड के हाथ में ही लगती है। वहीं सिड के इस फैसले पर शहनाज नाराज हो जाती हैं जिसके बाद झगड़ा घरवालों के बीच पहुंच जाती है। जब पारस और सिड और सना गार्डन एरिया में बैठे रहते हैं, सिड को सुनाते हुए सना पारस से कहती हैं कि ये मुझे बचाना नहीं चाहता क्योंकि उसके नजरिए में तेरी एहमियत ज्यादा है। सना की ये बात पारस को चुभ जाती है और इसके बाद पारस शहनाज को जमकर सुनाते हुए कहता है, 'तूने कभी सिद्धार्थ को गेम में सपोर्ट नहीं किया है, केवल मॉरली सपॉर्ट किया है। जैसे को तैसा मिलता ही है। आसिम भी शहनाज के गुस्से को और आग लगाता है और कहता है कि मैं कह रहा था तेरा यहां कोई दोस्त नहीं है। वहीं दो बार सिड के हाथ चाबी लगने को लेकर आसिम सिड पर धक्का मारने का आरोप लगाते हैं और फिर दोनों आमने सामने आकर बहस में पड़ जाते हैं। इस दौरान सिड कहते हैं कि मैं तुझे इसलिए छोड़ रहा हूं क्योंकि इसके बाद बिग बॉस नहीं होना है। और ये आखिरी हफ्ता है। 23:41 (IST)07 Feb 2020 सिड ने बिग बॉस की उतारी नकल इसके साथ ही सिद्धार्थ शुक्ला 'बिग बॉस' की आवाज में बोलते नजर आते हैं और के सभी कंटेस्टेंट की खिंचाई करते हुए कहते हैं कि इस गेम को केवल माहिर खेलेंगी और उनका फैसला ही आखिरी फैसला होगा। सिद्धार्थ की इस कॉमिडी पर घरवाले हंस पड़ते हैं। 23:39 (IST)07 Feb 2020 टास्क में धक्का मुक्की को लेकर रश्मि ने बिग बॉस को सुनाया टास्क के दौरान धक्का मुक्की को लेकर रश्मि ने बिग बॉस से कहा कि पहले भी लोग एक दूसरे पर चढ़ जाते हैं। वहीं बिग बॉस ने रश्मि से कहा कि आपकी बात सही है लेकिन आसिम ने ये कहा था कि इसके लिए अनाउंसमेंट आ जाती है। आसिम सफाई देते हुए कहते हैं कि मेरा कहने का ऐसा मतलब नहीं था। 23:24 (IST)07 Feb 2020 इस वीकेंड दो सदस्य हो सकते हैं बाहर रिपोर्ट्स के मुताबिक सलमान खान आखिरी वीकएंड का वार में दो को बेघर कर सकते हैं। इस हफ्ते घर से बेघर होने के लिए पारस छाबड़ा, आरती सिंह, माहिरा शर्मा, शहनाज गिल नॉमिनेटेड हैं। इनमें आरती और माहिरा को कमजोर माना जा रहा है। 23:12 (IST)07 Feb 2020 सिड से ये उम्मीद नहीं थी…? टास्क के दौरान सिद्धार्थ, आसिम पर भारी पड़ते हैं और वो अपनी बातों के अनुसार पारस को इम्यूनिटी दिलवाते हैं। सिद्धार्थ के ऐसा करने पर पारस काफी ज्यादा भावुक हो जाते हैं और रोने लगते हैं। माहिरा जब पारस से रोने की वजह पूछती हैं तो फिर पारस कहता है कि उसे सिड से उम्मीद नहीं थी कि वो उसके लिए ऐसा करेगा। 23:09 (IST)07 Feb 2020 तुम पारस जैसी हो, नीचा दिखाओगे और जीत जाओगे टास्क को लेकर शहनाज और आसिम काफी लंबी बहस में पड़ जाते हैं। आसिम गुस्से में कहता है कि तुम पारस जैसी हो। नीचा दिखाओगे और जीत जाओगे। यही करो तुमलोग। 22:59 (IST)07 Feb 2020 मैं भीख नहीं मांग सकती.. आसिम की बात पर बोलीं आरती सिद्धार्थ शुक्ला के पारस को बचाने के बाद घर में घमासान मच जाता है। आसिम सिद्धार्थ जहां एक बार फिर एक दूसरे पर गुस्सा जाहिर करते हैं वहीं सेव करने की बात पर सना आसिम से उलझ जाती है। आसिम इसपर कहते हैं कि पारस तू ये डिसर्व करता है। आरती इस बीच कहती हैं कि मैं किसी से भीख नहीं मांग सकती … 22:46 (IST)07 Feb 2020 सिद्धार्थ ने पारस जेल से निकाला, सिड के एहसान पर रो पड़े जैसे ही टास्क के लिए हूटर बजता है चाबी पर झपट्टा मारते हुए सिद्धार्थ अपने कब्जे में ले लेते हैं और फिर पारस को जेल से निकालते हैं। सिद्धार्थ के एहसान पर पारस रो पड़ते हैं। 22:43 (IST)07 Feb 2020 सिद्धार्थ ने पारस को बचाने की कही बात, आसिम ने कहा.. रश्मि, आसिम और सिद्धार्थ शुक्ला आपस में किसे बचाना है, इस पर चर्चा कर रहे होते हैं। सिद्धार्थ शुक्ला पारस को बचाने की बात करते हैं क्योंकि पारस ने सिड को एक बार बचाया था। वह कहते हैं माहिरा और शहनाज के लिए पहले बहुत कुछ कर चुके हैं। हालांकि आसिम इस पर अपनी नापसंद जाहिर करते हैं। 22:39 (IST)07 Feb 2020 इम्यूनिटी कार्ड पाने के लिए 5 जेल को पार करना पड़ेगा बिग बॉस ने पारस माहिरा, आरती और शहनाज को फिनाले में पहुंचने के लिए टास्क देते हैं जिसमें पांच जेल बनाए गए हैं। इन पांच जेल के दरवाजों में लगे ताले खोलते हुए कार्ड तक पहुंचना है। 22:36 (IST)07 Feb 2020 'तूने कभी सिद्धार्थ शुक्ला का गेम में साथ नहीं दिया' सिद्धार्थ पर शहनाज के गुस्सा निकालने के बाद पारस सना पर काफी बिफर पड़ते हैं। Kya @realsidharthshukla ka @parasvchhabrra ko chunna le aayega #SidNaaz ka anth? Kya yehi thi @asimriaz77.official ki strategy? Dekhiye aaj raat 10:30 baje. Anytime on @voot. @Vivo_India @BeingSalmanKhan #BiggBoss13 #BiggBoss #BB13 #SalmanKhan A post shared by Colors TV (@colorstv) on Feb 7, 2020 at 4:05am PST 22:34 (IST)07 Feb 2020 पारस और शहनाज में ठनी गेम में पारस को सेव करने के बाद शहनाज सिद्धार्थ पर बिफर पड़ती हैं। कहती हैं, 'तू चाहता तो मुझे बचा लेता, तू मुझे बाहर निकालना चाहता है न?' इसके बाद पारस शहनाज को जमकर सुनाते हैं और कहते हैं, 'तूने कभी सिद्धार्थ को गेम में सपॉर्ट नहीं किया है, केवल मॉरली सपॉर्ट किया है। 22:29 (IST)07 Feb 2020 कौन पहुंचेगा टॉप 5 में, फैंस के बीच बहस.. ट्विटर पर कई फैंस इस बात पर बहस करते दिख रहे है कि इन सभी कंटेस्टेंट्स में से कौन कौन टॉप 5 में पहुंचेगा। शो में सिद्धार्थ के लिए दुविधा खड़ी होने वाली है क्योंकि एक तरफ पारस और दूसरी तरफ आरती गेम में बने हैं, इनमें से किसे बचाएंगे सिद्धार्थ ये देखना काफी इंट्रस्टिंग होने वाला है।
2021/09/22 14:53:23
https://www.jansatta.com/entertainment/television/bigg-boss-13-february-7-episode-live-update-siddharth-shukla-save-paras-chhabra-during-task-shehnaz-gill-asim-riaz-arti-singh-rashmi-desai/1311155/
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उत्तराखंड में 14 जून तक बरसेंगे मेघ | News Post Home Uncategorized उत्तराखंड में 14 जून तक बरसेंगे मेघ उत्तराखंड में 14 जून तक यानी चार दिन पर्वतीय जिलों सहित ज्यादातार स्थानों पर तीव्र बौछारों के साथ प्री-मानसून की बारिश होने के साथ आकाशीय बिजली गिरने का पूर्वानुमान जताया गया है। मौसम विज्ञान केद्रह विभाग ने इसके लिए आरेंज अलर्ट और येलो वाच जारी करते हुए पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा से परहेज करने की सलाह दी है। चेतावनी को देखते हुए शासन की ओर से संबंधित जिलाधिकारियों को व्यापक व्यवस्था के साथ सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।
2022/01/24 10:23:28
https://www.newspost.live/clouds-will-rain-in-uttarakhand-till-june-14/
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