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अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election) के दिन नासा (NASA) की एस्ट्रॉनॉट केट रूबिन्स (Kate Rubins) अंतरिक्ष से वोट देंगी. 1997 में नासा के डेविड वूल्फ पहले एस्ट्रॉनॉट थे, जिन्होंने स्पेस से वोटिंग की थी. प्रश्न यह है कि स्पेस से वोटिंग होती कैसे है? |
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) धरती से 200 मील दूर स्थित है और पृथ्वी की कक्षा में 17000 मील प्रति घंटे से चक्कर लगाता है. अब मुद्दा ये है कि जिस दिन अमेरिका में चुनाव होंगे, उस दिन कुछ अंतरिक्ष यात्री यानी एस्ट्रॉनॉट्स अंतरिक्ष में होंगे, तो वो वोट कैसे देंगे? खबरों में कहा गया है कि आईएसएस का मिशन चूंकि छह महीने से पहले खत्म होना मुश्किल है इसलिए एस्ट्रॉनॉट अंतरिक्ष से ही अपना वोट देंगे. कैसे? इसके लिए एक खास व्यवस्था हुई है. |
एस्ट्रॉनॉट के लिए तकनीकी वोटिंग का एक सिस्टम विकसित करने के लिए 1997 में ही टेक्सस विधायिका में एक बिल पास हो चुका था. इस बिल से अंतरिक्ष से ही वोट देने का अधिकार और सहूलियत मिलती है. साल 2016 के चुनाव में भी एस्ट्रॉनॉट एडवर्ड माइकल फिंक और ग्रेग चैमिटॉफ ने ISS के मिशन पर रहते हुए अपना वोट स्पेशल सीक्रेट मतपत्र के ज़रिये किया था. |
नियम कहता है कि अगर चुनाव के दिन या शुरूआती वोटिंग के समय कोई व्यक्ति यानी अमेरिकी नागरिक अंतरिक्ष में है तो वह संघीय पोस्टकार्ड आवेदन यानी (FPCA) के ज़रिये वोटिंग कर सकता है. इसके लिए नासा को सचिवालय में सूचना देना होती है और इस पद्धति का इस्तेमाल करने के लिए इजाज़त लेने के साथ ही सीक्रेट मतपत्र लेने होते हैं. (तस्वीर में केट रूबिन्स, जो इस साल स्पेस से अपना वोट दे सकती हैं. ) |
नासा के एक पोस्ट के आधार पर खबरें कह रही हैं कि इस तरह की वोटिंग के लिए करीब एक साल पहले से तैयारी होती है कि किस चुनाव के समय कौन सा अंतरिक्ष यात्री स्पेस में होगा और क्या वह वोटिंग करना चाहेगा. इस तैयारी के चलते चुनाव से छह महीने पहले एस्ट्रॉनॉट को एक स्टैंडर्ड फॉर्म मिल जाता है, जिसे वोटर रजिस्ट्रेशन और FPCA भी कहा जाता है. |
अमेरिकी चुनाव के एक दिन पहले, एस्ट्रॉनॉट को एक एन्क्रिप्टेड ई मतपत्र अपलिंक हो जाता है. ईमेल से एस्ट्रॉनॉट को जो यूनिक प्रमाण पत्र भेजे गए होते हैं, उनका इस्तेमाल करते हुए एस्ट्रॉनॉट अपना वोट देते हैं और भेजे गए अपलिंक को पृथ्वी पर उतरने के बाद वो डाउनलिंक कर इसकी सूचना काउंटी के क्लर्क दफ्तर में देते हैं. |
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) धरती से 200 मील दूर स्थित है और पृथ्वी की कक्षा में 17000 मील प्रति घंटे से चक्कर लगाता है. अब मुद्दा ये है कि जिस दिन अमेरिका में चुनाव होंगे, उस दिन कुछ अंतरिक्ष यात्री यानी एस्ट्रॉनॉट्स अंतरिक्ष में होंगे, तो वो वोट कैसे देंगे? खबरों में कहा गया है कि आईएसएस का मिशन चूंकि छह महीने से पहले खत्म होना मुश्किल है इसलिए एस्ट्रॉनॉट अंतरिक्ष से ही अपना वोट देंगे. कैसे? इसके लिए एक खास व्यवस्था हुई है. |
(source : IANS) (Photo Credit: (source : IANS)) |
लंदनः |
विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल जीतने के लिए अच्छी स्थिति में पहुंची ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 270/8 पर अपनी पारी घोषित की और भारत को 444 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य दिया। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। |
विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे ने टेस्ट क्रिकेट एक्शन के एक और दिन में नाबाद 71 रनों की साझेदारी की और भारत को चौथे दिन स्टंप्स तक 164/3 पर ले गए, जिससे भारत को फाइनल में 280 रनों की जरूरत है। फाइनल मैच रविवार को होगा। |
कोहली केवल 60 गेंदों पर नाबाद 44 रन बनाकर शानदार स्थिति में थे। दूसरी ओर, रहाणे 20 पर नाबाद रहे। दोनों मैच को रोमांचक अंत की ओर ले गए, जबकि ऑस्ट्रेलिया का लक्ष्य है भारत को जल्दी आउट करना। |
चेतेश्वर पुजारा ने अंतिम सत्र की शुरुआत स्कॉट बोलैंड के प्वॉइंट ऑफ चार रन पर एक तेज कट बनाकर की, जबकि भीतरी किनारा लेते हुए एक और चौका लगाया। रोहित शर्मा ने बेहतरीन टच जारी रखा, मिचेल स्टार्क की गेंद को खूबसूरती से खींचकर ड्राइव करके उन्होंने भारत का अर्धशतक सिर्फ नौ ओवर में पूरा किया। |
पुजारा ने स्टार्क के खिलाफ बाउंड्री के लिए धीरे से क्लिपिंग और ड्राइव किया। इसके बाद कमिंस को फ्लिक करके एक और चौका लगाया। रोहित ने स्टार्क की गेंद पर कट शॉट और ग्रीन के खिलाफ पुल करके चौके लगाकर अर्धशतक पूरा किया। |
लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने जल्दी-जल्दी इन दोनों को आउट कर दिया। रोहित ने विकेट के चारों ओर से नाथन लियोन के खिलाफ स्वीप करने की कोशिश की, लेकिन गेंद बल्ले के नीचे से निकलकर एलबीडब्ल्यू हो गई। इस बीच, पुजारा ने कमिंस के खिलाफ अपर-कट करने की कोशिश की, लेकिन विकेटकीपर एलेक्स केरी ने सतर्कता दिखाई। |
कोहली ने शानदार ऑफ-ड्राइव के अलावा मिड-ऑन से बैकवर्ड स्क्वायर लेग पांच चौके लगाए। रहाणे दाहिनी तर्जनी में चोट के बावजूद खेल रहे थे। कोहली ने फिर से स्टार्क के खिलाफ चौके के लिए ऑफ-ड्राइव किया और लियोन ने एक और चौका लगाकर दिन का अंत किया। |
संक्षिप्त स्कोर : |
ऑस्ट्रेलिया 469 और 270/8 घोषित। 84. 3 ओवर में (एलेक्स केरी नाबाद 66, मिचेल स्टार्क 41, रवींद्र जडेजा 3-58, मोहम्मद शमी 2-39) भारत को 296 और 40 ओवर में 164/3 (विराट कोहली नाबाद 44, रोहित शर्मा 43, नाथन लियोन 1-32, स्कॉट बोलैंड 1-38) 280 रनों की जरूरत। |
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी. |
रतन मेत्युपल थाफ एजूकेशन |
(१) ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रो का पारिवारिक वातावरण सराव है वह उन्हें मैंग्रेजी पहने अंग्रेजी बोलने और अँग्रेजी में अपने विचार व्यक्त करने के लिये कोई प्रेरणा नही देता । |
(२) ग्रामीण क्षेत्रो मे कार्य करने वाले अँग्रेजी के श्रव्यापक प्रसन्तुष्ट रहते हैं क्योंकि इन क्षेत्रों में किसी प्रकार के प्राइवेट ट्यूशन की सुविधा नहीं है। लड़के गरीब हैं प्रत ट्यूशन कर नहीं सकते । |
(३) ग्रामीण क्षेत्रों में कोई अँग्रेजी पढाने वाला प्रध्यापक रहना पसंद नहीं करता प्रत. वह दिल्ली शहर से प्रतिदिन ५०-६० मोल बग यात्रा तो कर सकता है किन्तु ग्रामीण क्षेत्र मे रहकर अध्यापन कार्य करना पसंद नहीं करता । |
(४) राजकीय विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षायो के लिये अध्यापक वा कोई वित्तीय प्रतिफल नहीं मिलता । |
ऐसे ही अनेक कारण हो सकते हैं जिनकी इस समस्या के मूल मे स्थित माना जा सकता है। इन कारण मूल तत्वो का विश्लेषण करने के बाद समस्या के समाधान हेतु उत उपकल्पनाओं का निर्माण किया जा सकता है जिनका परीक्षण अनुसंधानकर्ता सरलतापूर्वक कर सकना है। समस्या के कारणों का निराकरण करने से समस्या का हल हो सकता है इसलिये क्रियात्मक उपकल्पनाभो में इस बात का उल्लेख होता है कि समस्या के कारणों को किस प्रकार दूर किया |
उपरोक्त समस्या के समाधान के लिये निम्नलिखित क्रियात्मक उपकल्पनाथो का निर्माग् किया जा सकता है(१) यदि ग्रामीण क्षेत्रो में स्थित विद्यालयों के कमजोर छात्रों के लिये छात्रावासो की व्यवस्था की जाय तो उनका अंग्रेजी मे स्तर ऊंचा उठ सकता है । |
(२) यदि ग्रामीण क्षेत्रो में स्थित विद्यालयों के अग्रेजी के अध्यापकों को उनके प्रति रिक्त परिश्रम द्वारा पच्छे परिणामों के लिये प्रेरणा देने वाले उत्साहवर्धक साधन जुटाये जायें तो अप्रेजी का स्तर ऊंचा उठ सकता है । |
(३) यदि अंग्रेजी के अध्यापको के लिये निःशुल्क आवास का प्रबन्ध किया जाय और रहने की उन्हें मन्य सुविधाएं प्रदान की जाये तो अँग्रेजो का स्तर ऊँचा उठ सकता है । |
(४) यदि राजकीय विद्यालयों में अंग्रेजी के प्रध्यापकों को अतिरिक्त परिश्रम के लिये बुद्ध मावर्षक धनराशि दी जाय अथवा अन्य प्रकार के अन्य प्रलोभन दिये जायें तो छात्रों का अंग्रेजी का स्तर ऊँचा उठ सकता है । |
इन त्रियात्मक उपकल्पनाओं को देखने से पता चलेगा कि उनके दो-दो भाग है - एक पर दूसरा है लक्ष्यात्मक पक्ष प्रत्येक कथन का पूवा कहता है- "यदि ऐसा किया जाय" और उत्तरार्ध बहना है "तो ऐसा होगा ।" वचन वा पूर्वार्द्ध उपकल्पना का त्रियात्मक पक्ष है भोर वथन का उत्तरार्द्ध उपकल्पना का लक्ष्यात्मक पक्ष । |
कियात्मक उपनामे निम्न गुण होने चाहिए : |
जो उपना सत्यापनशील हो, जिससे सत्यता और असत्यता को परीक्षा की जा सके, जो विद्यालय के वार्य पर विशेष प्रभाव डाल सके, और जो शब्दमे अभिव्यक्त बोजा मरे और जो उसकी क्षमताओं के अनुकूल हो, जिसका उद्देश्य अनुसंधानकर्ता को पूरी तरह ज्ञात हो जिन्य त्रिया से नदी के बराबर हस्तक्षेप हो, और पूर्व स्थापित सिद्धान्तो द्वारा समर्पित हो वही क्रियात्मक उपरल्पना मच्छी मानी जा सकती। |
ऐमी उपाधी वा निर्माण ऐसे व्यक्तियों द्वारा सम्भव है जिनमें सृजनात्मक बना पैन्ट पर गहन अनुभव हो। मनुमधान कर्ता विद्यालय की प्रगति के प्रति उस में होने वाले नये-नये मनुसंधाना में पूर्णत परिचित हो सभी यह मच्छी का निर्माण करता है ।विकास एआई द्वारा संचालित संक्षिप्त सारांश के लिए 'सारांश सामग्री' पर क्लिक करें। |
प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) को दायर करना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि न्याय की प्रक्रिया पुलिस स्टेशन में अपराध का पंजीकरण करने के साथ शुरू होती है। अपराध प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 154 के अंतर्गत प्रथम सूचना रिपोर्ट को दायर करने की प्रक्रिया का उल्लेख किया गया है। भारत के उच्चतम न्यायालय की संविधान पीठ ने 2008 की रिट याचिका (अपराध) संख्या 68 (ललिता कुमारी बनाम उत्तर प्रदेश सरकार तथा अन्य) में अन्य बातों के साथ-साथ, दिनांक 12.11.2013 को दिए अपने निर्णय में यह कहा था, 'संहिता की धारा 154 के अंतर्गत एफआईआर का पंजीकरण अनिवार्य है, यदि सूचना संज्ञान अपराध के घटित होने का प्रकटन करती है और ऐसी स्थिति में कोई प्रारंभिक जांच अनुमत नहीं है।' पीओए अधिनियम के अंतर्गत किए जाने वाले अपराध संज्ञान हैं। ऐसी स्थिति में प्रभावित व्यक्ति को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) (पीओए) अधिनियम के अध्याय-II, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) (संशोधन) अधिनियम, 2015 (2016 की संख्या 1) द्वारा यथा संशोधित संगत उपबंधों के अनुसार क्षेत्र के पुलिस स्टेशन में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) अवश्य दायर करनी चाहिए। |
मतदान न करने या किसी विशिष्ट अभ्यर्थी के लिए मतदान करने या विधि द्वारा उपबंधित से भिन्न रीति से मतदान करने; |
किसी निर्वाचन में अभ्यर्थी के रूप में अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के सदस्य के नामनिर्देशन का प्रस्ताव या समर्थन नहीं करेंगे। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी ऐसे सदस्य को जो संविधान के भाग IX के अधीन पंचायत या संविधान के भाग IXक के अधीन नगरपालिका का सदस्य या अध्यक्ष या अन्य किसी पद का धारक है, उसके समान कर्तव्यों या कृत्यों के पालन में मजबूर या अभित्रस्त करेगा। |
मतदान के पश्चात्, अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को उपहति या घोर उपहति या हमला करेगा या सामाजिक या आर्थिक बहिष्कार अधिरोपित करेगा या अधिरोपित करने की धमकी देगा या किसी ऐसी लोक सेवा के उपलब्ध फायदों से निवारित करेगा, जो उसको प्राप्य हैं। |
किसी विशिष्ट अभ्यर्थी के लिए मतदान करने या उसको मतदान नहीं करने या विधि द्वारा उपबंधित रीति से मतदान करने के लिए अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य के विरुद्ध इस अधिनियम के अधीन कोई अपराध करेगा। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य के विरुद्ध मिथ्या, द्वेषपूर्ण या तंग करने वाला वाद या दांडिक या अन्य विधिक कार्यावाहियां संस्थित करेगा। |
किसी लोक सेवक को मिथ्या या तुच्छ सूचना देगा जिससे ऐसा लोक सेवक अपनी विधिपूर्ण शक्ति का प्रयोग अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को क्षति करने या क्षुब्ध करने के लिए करेगा। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को अवमानित करने के आशय से लोक दृष्टि में आने वाले किसी स्थान पर अपमानित या अभित्रस्त करेगा। |
लोक दृष्टि में आने वाले किसी स्थान पर जाति के नाम से अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को गाली-गलौज करेगा। |
अनुसूचित जातियों या अनुसूचित जनजातियों के सदस्य द्वारा सामान्यता धार्मिक माने जाने वाली या अति श्रद्धा से ज्ञात किसी वस्तु को नष्ट करेगा, हानि पहुंचाएगा या अपवित्र करेगा। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजातियों के सदस्यों के विरुद्ध शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाओं की या तो लिखित या मौखिक शब्दों द्वारा या चिह्नों द्वारा दृश्य रूपण द्वारा या अन्यथा अभिवृद्धि करेगा या अभिवृद्धि करने का प्रयत्न करेगा। |
अनुसूचित जातियों या अनुसूचित जनजातियों के सदस्यों द्वारा अति श्रद्धा से माने जाने वाले किसी दिवंगत व्यक्ति का या तो लिखित या मौखिक शब्दों द्वारा या किसी अन्य साधन से अनादर करेगा। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी स्त्री को साशय यह जानते हुए स्पर्श करेगा कि वह अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से संबंधित है, जबकि स्पष्ट करने का ऐसा कार्य, लैंगिक प्रकृति का है और प्राप्तिकर्त्ता की सहमति के बिना है। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी स्त्री के बारे में, यह जानते हुए कि वह अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से संबंधित है, लैंगिक प्रकृति के शब्दों, कार्यों या अंगविक्षेपों का उपयोग करेगा। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के सदस्य द्वारा सामान्यतः उपयोग किए जाने वाले किसी स्रोत, जलाशय या किसी अन्य स्रोत के जल को दूषित या गंदा करेगा जिससे वह इस प्रयोजन के लिए कम उपयुक्त हो जाए जिसके लिए वह साधारणतः उपयोग किया जाता है। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को लोक समागम के किसी स्थान से गुजरने के किसी रूढ़िजन्य अधिकार से इंकार करेगा या ऐसे सदस्य को लोक समागम के ऐसे स्थान का उपयोग करने या उस पर पहुंच रखने से निवारित करने के लिए बाधा पहुंचाएगा जिसमें जनता या उसके किसी अन्य वर्ग के सदस्यों को उपयोग करने और पहुंच रखने का अधिकार है। |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के किसी सदस्य को उसका गृह, ग्राम या निवास का अन्य स्थान जोड़ने के लिए मजबूर करेगा या मजबूर करवाएगा। |
किसी क्षेत्र के सम्मिलित संपत्ति संसाधनों का या अन्य व्यक्तियों के साथ समान रूप से कब्रिस्तान या शमशान भूमि का उपयोग करना या किसी नदी, सरिता, झरना, कुआं, तालाब, कुण्ड, नल या अन्य जलीय स्थान या कोई स्नानघाट, कोई सार्वजनिक परिवहन, कोई सड़क या मार्ग का उपयोग करना; |
साइकिल या मोटर साइकिल आरोहण या सवारी करना या सार्वजनिक स्थानों में जूते या नये कपड़े पहनना या विवाह की शोभा यात्रा निकालना या विवाह की शोभा यात्रा के दौरान घोड़े या किसी अन्य यान पर आरोहण करना; |
जनता या समान धर्म के अन्य व्यक्तियों के लिए खुले किसी पूजा स्थल में प्रविष्ट करना या जाटरस सहित किसी धार्मिक, सामाजिक या सांस्कृतिक शोभा यात्रा में भाग लेना या उसको निकालना; |
किसी शैक्षणिक संस्था, अस्पताल, औषधालय, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, दुकान या लोक मनोरंजन या किसी अन्य लोक स्थान में प्रविष्ट होने या जनता के लिए खुले किसी स्थान में सार्वजनिक उपयोग के लिए अभिप्रेत कोई उपकरण या वस्तुएं; |
किसी वृत्तिक में व्यवसाय करना या किसी ऐसी उपजीविका, व्यापार, कारबार या किसी नौकरी में नियोजन करना, जिसमें जनता या उसके किसी वर्ग के अन्य लोगों को उपयोग करने या उस तक पहुंच का अधिकार है। |
धारा 3(1) के अंतर्गत विनिर्दिष्ट अत्याचारों के अपराधों के लिए, 6 माह से 5 वर्ष तक जुर्माना सहित दंड का प्रावधान है। धारा 3(2)(i) के अंतर्गत अपराधों के लिए मृत्युदंड देने का प्रावधान है। धारा 3(2)(ii) के अंतर्गत अपराधों के लिए कम से कम 6 माह जिसे 7 वर्ष अथवा उससे अधिक अवधि के लिए बढ़ाया जा सकता है, जुर्माना सहित दंड देने का प्रावधान है। धारा 3 (2)(iv) के अंतर्गत अपराधों के लिए जुर्माना सहित आजीवन सजा का दंड देने का प्रावधान है। धारा 3(2)(iv)(v) के अंतर्गत अपराधों के लिए जुर्माना सहित आजीवन सजा का दंड देने का प्रावधान है। धारा 3(2)(vक) के अंतर्गत अपराधों के लिए, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) संशोधन अधिनियम, 2015 की अनुसूची में विनिर्दिष्ट अपराधों के लिए आईपीसी के अंतर्गत यथा विहित दंड देने का प्रावधान है। |
क्रम सं. |
कोई अखाद्य या घृणाजनक पदार्थ रखना (अधिनियम की धारा 3(1)(क) |
क्रम संख्या (2) और (3) के लिए प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के चरण पर 10% और क्रम सं. (1), (4) और (5) के लिए प्रथम सूचना रिपोर्ट के चरण पर 25%। |
50%, जब आरोप-पत्र न्यायालय को भेजा जाता है। |
क्रम सं. (2) और (3) के लिए निचले न्यायालय द्वारा आरोपी को दोषसिद्ध ठहराने पर 40% और इसी प्रकार क्रम सं. (1), (4) और (5) के लिए 25%। |
मल-मूत्र, मल, पशु-शव या अन्य कोई घृणाजनक पदार्थ इकट्ठा करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ख) |
क्षति करने, अपमानित करने या शुद्ध करने के आशय से मल-मूत्र, कूड़ा, पशु-शव इकट्ठा करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ग) |
जूतों की माला पहनाना या नग्न या अर्ध-नग्न घुमाना(अधिनियम की धारा 3(1)(घ) |
कपड़े उतारना, बलपूर्वक सिर का मुण्डन करना, मूंछे हटाना, चेहरे या शरीर को पोतना जैसे कार्य बलपूर्वक करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ड.) |
किसी भूमि को सदोष अधिभोग में लेना या उस पर खेती करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(च) |
किसी भूमि या परिसरों से सदोष वेकब्जा करना या अधिकारों सहित उसके अधिकारों के उपभोग में हस्तक्षेप करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ज) |
बेगार करने अथवा अन्य प्रकार के बलात्श्रम या बंधुआ श्रम करने के लिए।(अधिनियम की धारा 3(1)(झ) |
मानव या पशु-शव का निपटान करने या उनकी अंतेष्टि ले जाने या कब्रों को खोदने के लिए विवश करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ञ) |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति के सदस्य को हाथ से सफाई करने के लिए तैयार करना या ऐसे प्रयोजन के लिए उसे नियोजित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ट) |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति की स्त्री को किसी देवदासी के रूप में निष्पादित या संवर्धित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ठ) |
मतदान करने, नामनिर्देशन फाइल करने से रोकना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ड) |
पंचायत या नगरपालिका के किसी पदधारक को उसके कर्त्तव्यों के पालन में मजबूर, अभित्रस्त या बाधित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ढ) |
मतदान के बाद हमला करना और सामाजिक तथा आर्थिक बहिष्कार अधिरोपित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(ण) |
किसी विशिष्ट अपराधी के लिए मतदान करने या उसको मतदान नहीं करने के लिए इस अधिनियम के अंतर्गत कोई अपराध करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(त) |
मिथ्या, द्वेषपूर्ण या अन्य विधिक कार्रवाइयां संस्थित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(थ) |
किसी लोक सेवक को कोई मिथ्या या तुच्छ सूचना देना।(अधिनियम की धारा 3(1)(द) |
अवमानित करने के आशय से लोक दृष्टि में आने वाले किसी स्थान पर अपमानित या अभित्रस्त करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(ध) |
लोक दृष्टि में आने वाले किसी स्थान पर जाति के नाम से गाली-गलौज करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(न) |
धार्मिक मानी जाने वाली या अतिश्रद्धा से ज्ञात किसी वस्तु को नष्ट करना, हानि पहुंचाना अथवा अपवित्र करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(प) |
शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावनाओं की अभिवृद्धि करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(फ) |
अति श्रद्धा से माने जाने वाले किसी दिवंगत व्यक्ति का या तो लिखित या किसी अन्य साधन से अनादर करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(ब) |
अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति की किसी स्त्री को साशय स्पर्श करने का ऐसा कार्य, जो लैंगिक प्रकृति का है, उसकी सहमति के बिना करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(म) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 326(ख)(1860 का 45) स्वेच्छया अम्ल फैंकना या फैंकने का प्रयत्न करना। (अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
पीड़ित व्यक्ति के चेहरे का 2% से अधिक जलने पर और आंख, कांन, नाक और मुंह के काम न करने के मामले में अथवा शरीर के 30% से अधिक जलने आठ लाख पच्चीस हजार रुपए। |
शरीर के 10% से 30% तक जलने पर पीड़ित व्यक्ति को चार लाख पचास हजार रुपए। |
चेहरे के अलावा शरीर के 10% से कम भाग के जलने पर पीड़ित व्यक्ति को 85,000/- रुपए। |
भारतीय दंड संहिता की धारा 354(ख)(1860 का 45) -- किसी महिला की लज्जा भंग करने के आशय से उस पर हमला अथवा आपराधिक बल का प्रयोग। (अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 326(क)(1860 का 45) - लैंगिक उत्पीड़न और लैंगिक उत्पीड़न के लिए दंड। (अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 326(ख)(1860 का 45) - निवस्त्र करने के आशय से स्त्री पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग करना।(अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 354(ग)(1860 का 45) - दृश्यरतिकता। (अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 354(घ)(1860 का 45) - पीछा करना।(अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 376(ख)(1860 का 45) - पति द्वारा अपनी पत्नी के साथ पृथक्करण के दौरान मैथुन। (अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 376(ग)(1860 का 45) - प्राधिकार में किसी व्यक्ति द्वारा मैथुन।(अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
भारतीय दंड संहिता की धारा 509(1860 का 45) - शब्द अंगविक्षेप या कार्य जो किसी स्त्री की लज्जा का अनादर करने के लिए आशयित हैं।(अधिनियम की अनुसूची के साथ पठित धारा 3(2)(भक) |
पानी को गंदा करना अथवा उसका मार्ग बदलना। (अधिनियम की धारा 3(1)(य) |
जब पानी को गंदा कर दिया जाता है तब उसे साफ करने सहित सामान्य सुविधा को बहाल करने की पूर्ण लागत संबंधित राज्य सरकार अथवा संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन द्वारा वहन की जाएगी। इसके अतिरिक्त, स्थानीय निकाय के परामर्श से जिला प्राधिकारी द्वारा निर्धारित की जाने वाली समुदायिक परिसंपत्तियों को सृजित करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट के पास आठ लाख पच्चीस हजार रुपए की राशि जमा की जाएगी। |
किसी लोक स्थान पर जाने से अथवा लोक स्थान के मार्ग को उपयोग करने के रूढ़िजन्य अधिकार से वंचित करना।(अधिनियम की धारा 3(1)(र) |
घर, गांव, निवास स्थान को छोड़ने के लिए बाध्य करना। (अधिनियम की धारा 3(1)(ल) |