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लिखते लिखते : जो बाइडेन अमेरिका के राष्ट्रपति चुन लिए गए। एक मुसीबत है। वह जो ह्यूस्टन में मोदी जी ने 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में ट्रम्प के पक्ष में नारे लगवाये थे, 'अबकी बार ट्रम्प सरकार' बुलवाया था, वह जो अहमदाबाद में 'नमस्ते ट्रम्प' किया था, सब बेकार गया। अगर बाइडेन ने उन चीजों को दिल में रखा हुआ हो तो, अगर उन्हें बुरा लगा हो तो। लेकिन चिंता न करें, सब राजनेता मोदी नहीं होते हैं। मोदी जी बाइडेन को खुश करने के लिए बाइडेन को बुला कर 'अलविदा ट्रम्प, वैलकम बाइडेन' कार्यक्रम भी कर सकते हैं।
Hello Friends, यदि आप Magadh University Part 3 Admit Card 2019 डाउनलोड करना चाहते हैं तो यहाँ आपको इसे डाउनलोड करने की जानकारी दी जा रही है. जैसा की आप सभी जानते हैं की Magadh University Part 3 का एग्जाम डेट जारी कर दिया गया है और इसे डाउनलोड करने का तरीका भी आप सभी को बताया गया है.
और अब इसका एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की बारी है क्योंकि इसका एग्जाम बहुत ही नजदीक यानि की 23 सितम्बर से होना तय है. ऐसे में इस आर्टिकल में आप सभी को इसके एडमिट कार्ड को डाउनलोड करने की जानकारी दी जा रही है.
Magadh University Part 3 का एडमिट कार्ड भी अपने ऑफिसियल साईट पर रिलीज़ करेगा या फिर इसके साथ ही आप इसे अपने कॉलेज से भी प्राप्त कर सकते हैं. इसके ऑफिसियल साईट का लिंक निचे दिया जा रहा है. |
बिहार के 6 आईएएस का तबादला, चैतन्य प्रसाद बने गृह विभाग के प्रधान सचिव » Bordernewsmirror
Home State Bihar बिहार के 6 आईएएस का तबादला, चैतन्य प्रसाद बने गृह विभाग के...
पटना। बिहार सरकार के 6 वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया है। इसमें चैतन्य प्रसाद को जल संसाधन विभाग से स्थानांतरित करते हुए अगले आदेश तक गृह विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया है।
इसके अलावा वह अगले आदेश तक निबंधन उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के प्रधान सचिव के अतिरिक्त प्रभार में बने रहेंगे। जबकि कला संस्कृति विभाग के प्रधान सचिव रवि मनु भाई परमार को लघु जल संसाधन विभाग का प्रधान सचिव बनाया गया। संतोष कुमार मल्ल को सूचना प्रावैधिकी विभाग का सचिव बनाया गया है। वहीं प्रेम सिंह मीणा को सचिव वित्त बनाया गया है। दिनेश सेहरा को सचिव एससी-एसटी बनाया गया है। वहीं संजीव हंस सचिव ऊर्जा के साथ जल संसाधन का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। |
Govt Eases Listing Norms for Companies Having Over Rs 1 Lakh Cr M-cap - Newssow
Home/Business News/Govt Eases Listing Norms for Companies Having Over Rs 1 Lakh Cr M-cap
लिस्टिंग के समय जिन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक है, वे अब अपने शेयरों का सिर्फ पांच प्रतिशत ही बेच सकती हैं, नियमों में नवीनतम संशोधन के साथ, एक ऐसा कदम जो प्रस्तावित प्रारंभिक जनता के दौरान सरकार के लिए फायदेमंद होगा। एलआईसी की पेशकश ऐसी संस्थाओं को दो साल में अपनी सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाकर 10 फीसदी करनी होगी और पांच साल के भीतर इसे कम से कम 25 फीसदी तक बढ़ाना होगा।
वित्त मंत्रालय के तहत आर्थिक मामलों के विभाग ने प्रतिभूति अनुबंध (विनियमन) नियमों में संशोधन किया है। लॉ फर्म सिरिल अमरचंद मंगलदास में कैपिटल मार्केट्स के पार्टनर और हेड यश अशर ने कहा कि कुछ चिंताएं थीं कि भविष्य में बहुत बड़े आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफर) में 10 फीसदी की कमी करना बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
"इस संशोधन के साथ, जिन कंपनियों की लिस्टिंग में एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का मार्केट कैप होगा, वे अपने ऑफ़र के आकार को 5 प्रतिशत (10 प्रतिशत की तुलना में) तक सीमित कर सकेंगी और इससे उनके लिए अधिक लचीलापन सुनिश्चित होगा। उन्होंने कहा, 'यह एक संतुलित संशोधन है जहां नियामक ने यह भी स्पष्ट किया है कि ऐसी जारीकर्ता कंपनियों को लिस्टिंग के दो साल के भीतर 10 फीसदी की सार्वजनिक हिस्सेदारी और लिस्टिंग के पांच साल के भीतर 25 फीसदी तक पहुंचना चाहिए।
यह देखते हुए कि यह संशोधन भारत में अधिकांश मुद्दों के लिए कुछ भी नहीं बदलेगा, यह "एलआईसी के प्रस्तावित आईपीओ के लिए भारत सरकार के लिए फायदेमंद होगा"। उनके अनुसार, संपूर्ण संशोधन उस भारतीय को मान्यता देने के लिए एक प्रगतिशील संशोधन है। कंपनियां अब पहले की तुलना में बड़ी हो गई हैं।
इस साल फरवरी में, सेबी के बोर्ड ने बड़े जारीकर्ताओं के लिए न्यूनतम सार्वजनिक पेशकश मानदंडों में ढील को मंजूरी दी थी। इस बीच, नवीनतम संशोधित नियमों के तहत, "प्रत्येक सूचीबद्ध कंपनी दिवाला और दिवालियापन संहिता, 2016 की धारा 31 के तहत अनुमोदित समाधान योजना के कार्यान्वयन के परिणामस्वरूप कम से कम पांच प्रतिशत की सार्वजनिक हिस्सेदारी बनाए रखेगी"।
धारा 31 संकल्प योजनाओं के अनुमोदन से संबंधित है। नियमों में संशोधन की अधिसूचना 18 जून को जारी की गई थी। |
माधुरी दीक्षित ने आशा पारेख, वहीदा रहमान और हेलन के साथ किया मजेदार डांस, देखें VIRAL VIDEOS - RNI News
माधुरी दीक्षित ने आशा पारेख, वहीदा रहमान और हेलन के साथ किया मजेदार डांस, देखें VIRAL VIDEOS
मुंबई : बॅालीवुड की मशहूर एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित अपने डांस, दमदार एक्टिंग खासतौर पर अपने एक्सप्रेशंस के लिए जानी जाती हैं । एक्सप्रेशन क्विन माधुरी सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती है । इसी बीच उन्होंने एक बार फिर कुछ वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है । जिसने सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है ।
दरअसल, माधुरी दीक्षित इन दिनों कलर्स के अपकमिंग शो डांस दीवाने की शूटिंग कर रही हैं । माधुरी ने डांस दीवाने के मंच से ही 60s के जमाने के दिग्गज कलाकारों के साथ गानों पर जुगलबंदी करते हुए वीडियो शेयर की है । बता दें कि डांस दीवाने के मंच पर एक्ट्रेस आशा पारेख, वहीदा रहमान और हेलन पहुंचे थे । जिनके साथ माधुरी ने जमकर वीडियो बनाएं ।
माधुरी दीक्षित ने अदाकारा वहीदा रहमान के साथ अपनी वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर की । जिसमें वो 'पान खाए सैंया हमारो'पर एक्सप्रेशंस देती नज़र आ रही है औऱ वहीदा रहमान उनका साथ दे रही हैं । माधुरी ने वीडियो के साथ कैप्शन में लिखा- 'पान खाए सैंया हमारो ।'
साथ ही माधुरी ने अपने जमाने की मशहूर एक्ट्रेस और डांसर हेलन के साथ भी वीडियो बनाया । उन्होंने यह वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा- मुंगड़ा । वीडियो में धक-धक गर्ल माधुरी हेलन के साथ मुंगड़ा गाने पर एक्सप्रेशंस दे रही हैं । दोनों सीट पर बैठे-बैठे डांस भी करना शुरू कर देते हैं ।
इसके अलावा माधुरी ने एक्ट्रेस आशा पारिख के साथ भी गाने पर एक्सप्रेशंस दिए । जिसका वीडियो उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर साझा किया । माधुरी दीक्षित ने आशा पारेख के साथ 'अच्छा तो हम चलते हैं' गाने पर जबरदस्त दिए । वीडियो में दोनों की जुगलबंदी कमाल की लग रही थी ।
बता दें कि ये तीनों वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर होते ही लाखों बार देखे जा चुके हैं । लोग इन वीडियोज़ को एक बार नहीं बार-बार देख रहे हैं । साथ ही मज़ेदार कमेंट भी कर रहे हैं । सोशल मीडिया यूजर्स को यह वीडियो बेहद पसंद आ रहा है । |
FIR against all people involved in this marriage, CWC order | शादी जिसमें शामिल सभी लोगों पर दर्ज होगा मुकदमा, सीडब्ल्यूसी का आदेश | Patrika News
शादी जिसमें शामिल सभी लोगों पर दर्ज होगा मुकदमा, सीडब्ल्यूसी का आदेश
दो नाबालिग बहनों की शादी का मामला सामने आने पर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। चाइल्ड लाइन और बाल संरक्षण इकाई की टीम ने मां के साथ दोनों ही लड़कियों को सीडब्ल्यूसी के सामने प्रस्तुत किया। सीडब्ल्यूसी ने महत्वपूर्ण आदेश में निर्देशित किया कि शादी में शामिल सभी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।
Published: April 12, 2022 09:37:40 pm
बाल संरक्षण अधिकारी संजय कुमार मिश्रा ने बताया कि 1098 पर जानकारी मिली की दो नाबालिग लड़कियों की शादी उसके पिता ने अपनी बहन के साथ मिलकर करवा दिया है। बीते 11 अप्रैल को एक मां ने 1098 पर सूचना दी। जानकारी मिलते ही सक्रिय हुई चाइल्डलाइन की टीम के साथ बाल संरक्षण इकाई भी मौके पर गई और मां और बच्चियों को लेकर सीडब्ल्यूसी के सामने प्रस्तुत किया। सीडब्ल्यूसी ने गंगा घाट थाना अध्यक्ष को नाबालिक की शादी में शामिल सभी लोगों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आख्या मांगी है।
कि उनकी दो नाबालिग बेटियों की शादी मेरे पति और उनकी बहन ने कर दिया है जिस पर तत्काल कार्यवाही करते हुए जिला बाल संरक्षण इकाई और चाइल्डलाइन की टीम ने मौके पर जाकर पूछताछ की। इस संबंध में गंगा घाट पुलिस को भी बुलाया गया। बाल संरक्षण अधिकारी ने बताया कि मां और दोनों बेटियों को उन्नाव लाया गया जहां बाल कल्याण समिति के सामने उनको प्रस्तुत किया गया। उनके बयान लिए गए और उनसे बातचीत की गई।
सीडब्ल्यूसी ने मुकदमा दर्ज करने के दिए निर्देश
पूछताछ के दौरान जानकारी मिली थी 17 वर्षीय किशोरी की शादी हरदोई निवासी 25 26 साल के लड़के के साथ हुआ है। दूसरी लड़की जिसकी उम्र 15 साल की है। उसकी शादी 21 साल के लड़के के साथ संपन्न हुआ है। यह शादी 15 दिसंबर 2021 को बेहटा मुजावर थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव में संपन्न हुई है जहां दोनों नाबालिग किशोरियों की बुआ रहती है। उन्होंने यह शादी करवाई है। अध्यक्ष बाल कल्याण समिति ने गंगा घाट थाना अध्यक्ष को पत्र भेजकर बाल विवाह में सम्मिलित जितने भी लोग हैं सब के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं और इसकी आख्या मांगी गई है |
इस भोजपुरी गाने ने पवन-खेसारी का भी तोड़ा रिकॉर्ड, बना भोजपुरी इंडस्ट्री का सबसे हिट गाना - AAPNA BIHAR
रितेश पाण्डे के गाना 'हेल्लो कौन' को 500 मिलियन के आस-पास व्यूटॉप भोजपुरी गाना
भोजपुरी इंडस्ट्री का नाम आता है तो आज के समय में पवन सिंह और खेसारी लाल का नाम सबसे आगे आता है| भोजपुरी फिल्म हो या गाना, दोनों जगह इनका नाम सुपरहिट होने का पैमाना बन गया है| कारण है कि दोनों के फैन दुनिया भर में मौजूद है| भोजपुरी फिल्म दुनिया भर के सिनमा घर में तो नहीं लगता मगर उसके गाना को मिलियंस से भी ज्यादा लोग ऑनलाइन सुनते हैं|
आज कल भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में पवन सिंह और खेसारी लाल के अलावा एक और नाम तेजी से आगे बढ़ रहा है| हम बात कर रहे हैं भोजपुरी सुपरस्टार रितेश पांडे के बारे में|
यह भी पढ़ें: लॉकडाउन में बिहार के एक गाँव में फस गयी यह अभिनेत्री, मिट्टी के चूल्हा पर बना रही खाना
हाल ही रितेश पांडये का भोजपुरी गाना 'हैलो कौन' (Hello Koun) ने सभी रिकॉर्ड तोड़ते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री का सबसे ज्यादा सुने जाने वाला गाना बन गया|
सबसे ज्यादा देखे जाने वाले गानों की लिस्ट निकालें तो पाएंगे कि यू-ट्यूब पर खेसारी लाल यादव और पवन सिंह के कई गाने 300 मिलियन या 350 मिलियन व्यूज पा चुके हैं| लेकिन कोई भी गाना 500 मिलियन के आस-पास भी नहीं मिलता| वहीं रितेश पांडे का यह गाना 500 के करीब पहुंच गया है| इसे अभी तक 490 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं|
हेल्लो कौन के अपार सफलता के बाद रितेश पांडे सिंगर अंतरा सिंह सिंह के साथ एक और गाना लांच किया है| देश में लॉकडाउन है, रितेश ने इसी पर गाना बना दिया है| यह गाना भी पूर्ण रूप से हेल्लो कौन गाने के तरह फिल्माया गया है| अन्तर और रितेश कि जोड़ी भोजपुरी की एक सुपरहिट जोड़ी बन चुकी है| अपने सबसे अलग आवाज़ के कारण अन्तर लोगों को भुत पसंद आ रही है| इस गाने का नाम है लॉकडाउन में लूडो|
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कारोबारी को फेसबुक के जरिए हनीट्रैप में फंसाकर लाखों की वसूली | Hindusthan Samachar
कारोबारी को फेसबुक के जरिए हनीट्रैप में फंसाकर लाखों की वसूली
नई दिल्ली, 03 अक्टूबर (हि.स.)। मानसरोवर पार्क इलाके में 34 साल के कारोबारी को फेसबुक के जरिए हनीट्रेप में फंसाकर वसूली करने का मामला सामने आया है। 17 साल की किशोरी के जरिए आरोपितों ने कारोबारी से एक लाख रुपये वसूली का प्रयास किया लेकिन समय पर पड़ोसियों ने मामले की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने दंपती के साथ दो अन्य महिलाओं व आरोपित किशोरी को दबोच लिया। किशोरी के अलावा सभी रोहिणी के रहने वाले हैं। दंपती व दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि किशोरी को हिरासत में लेकर जेजे बोर्ड पेश किया गया, जहां से उसे नारी निकेतन भेज दिया गया। पुलिस आरोपितों से पूछताछ कर बाकी आरोपितों की तलाश कर रही है।
पुलिस के मुताबिक पीडि़त कुंदन(34) (बदला हुआ नाम) परिवार के साथ नत्थू कॉलोनी इलाके में रहता है। उसका बिजली के उपकरणों का कारोबार है। पिछले दिनों उसकी दोस्ती फेसबुक पर एक युवती से हुई। चेटिंग के दौरान युवती ने कुंदन से कहा कि एक अन्य लड़की उससे दोस्ती करना चाहती है। युवती ने कुंदन को उस लड़की मोबाइल नंबर भी दिया। कुछ ही देर बाद खुद लड़की का फोन कुंदन के मोबाइल पर आ गया। दोनों ने बातचीत की। 30 सितम्बर को दोबारा बात हुई तो कुंदन ने लड़की से मिलने की बात की। लड़की कु्रंदन से मिलने एमएस पार्क इलाके में पहुंच गई। कोई देख न ले इसकी वजह से कुंदन लड़की को लेकर अपने एक किराएदार के कमरे पर आ गया। दोनों कमरे में बैठकर अभी बातचीत कर ही रहे थे कि उसी दौरान दो महिलाएं वहां पहुंच गई। इनके पीछे एक महिला व युवक भी पहुंच गया। सभी कुंदन से कहने लगे कि वह लड़की के साथ गलत काम कर रहा था।
आरोपित पुलिस को बुलाने की बात करने लगा। यहां तक जोर-जोर से चिल्लाकर मोहल्ले वालों को बुलाकर उसे बदनाम करने की बात करने लगे। मामला रफा-दफा करने के नाम पर आरोपितों ने उससे एक लाख रुपये मांगे।
इस बीच कुंदन का मोबाइल भी बंद करवा दिया गया। कुंदन ने इतने रुपये न होने की बात की तो आरोपित 50 हजार रुपये की देने की बात करने लगे। कुंदन ने जेब में रखे चार हजार रुपये देने के बाद अपने दोस्त को कॉल कर रुपये मंगाने की बात की। इस बीच पड़ोसियों ने शोर-शराबा सुनकर मामले की सूचना पुलिस को दे दी। पुलिस ने सभी आरोपितों को रंगे हाथों दबोच लिया। छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपित गैंग किशोरी से दोस्ती करवाकर कारोबारियों को फंसाते थे। बाद में उनसे मोटी रकम वसूली जाती थी। पकड़े गए आरोपितों में पति-पत्नी, दो महिलाएं व एक किशोरी शामिल हैं। पुलिस पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है। |
Specific courses for doctors can prevent death due to clinical trials: experts| health News in Hindi | डॉक्टरों के लिए विशिष्ट पाठ्यक्रम चिकित्सकीय चूकों से होने वाली मौत रोक सकते हैं : विशेषज्ञ - Samachar Jagat
Samachar Jagat | Monday, 29 Oct 2018 10:55:50 AM
नई दिल्ली। भारत में प्रतिवर्ष करीब 50 लाख लोगों की मौत चिकित्सकीय लापरवाहियों की वजह से होती है और ऐसे में विशेषज्ञों का दावा है कि डॉक्टरों और अस्पतालकर्मियों के लिए एक विशेष पाठ्यक्रम से इस आंकड़े को घटाकर आधा किया जा सकता है। यह पाठ्यक्रम इस पर केंद्रित है कि गंभीर रूप से बीमार या जख्मी मरीज को किस तरह संभालना चाहिए। ब्रिटेन की रॉयल लीवरपूल यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में परामर्श चिकित्सक और प्रत्यारोपण विशेषज्ञ अजय शर्मा ने कहा कि एक्यूट क्रिटिकल केयर कोर्स (एसीसीसी) को 1980 के दशक की शुरुआत में तैयार किया गया था। विदेशी चिकित्सा संस्थानों में यह फायदेमंद साबित हुआ और इससे मरीजों की मृत्यु दर में करीब 10 फीसद की गिरावट दर्ज की गई। यह सेप्सिस समेत गंभीर स्वास्थ्य परेशानियों में भी लाभकारी रहा।
शर्मा ने प्रेट्र को बताया कि ब्रिटेन और अमेरिका दोनों जगहों पर शल्य क्रिया प्रशिक्षुओं के लिए यह दो दिवसीय पाठ्यक्रम अनिवार्य है जहां प्रतिवर्ष चिकित्सकीय लापरवाहियों की वजह से क्रमश: 98 हजार और चार लाख से ज्यादा जान जाती हैं। हार्वर्ड विश्वविद्यालय द्बारा पिछले साल कराए गए एक अध्ययन में सामने आया था कि भारत में प्रति वर्ष चिकित्सकीय लापरवाहियों से करीब 50 लाख लोगों की जान जाती है। इसकी वजह डॉक्टरों और नर्सों में अस्पताल लाए जाने वाले मरीजों को संभालने के व्यवहारिक ज्ञान की कमी है।
शर्मा ने कहा कि एसीसीसी का उद्देश्य शल्य चिकित्सा, प्रसूति, अस्थिरोग और आकस्मिक चिकित्सा समेत विभिन्न विशिष्टताओं वाले चिकित्सकों एवं सर्जनों को मरीजों की हालत बिगड़ने के जोखिम की पहचान करने में सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि भारतीय अस्पतालों में इस पाठ्यक्रम को लागू करने से चिकित्सकीय लापरवाहियों से होने वाली मौतों के आंकड़ों को करीब 50 फीसद तक कम किया जा सकता है, खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्रों में। -एजेंसी |
होर्मुज जल संधि में गनबोट कूटनीति | न्यूज़क्लिक
होर्मुज जल संधि में गनबोट कूटनीति
अमेरिका की योजना के तहत होर्मुज में नौसैनिक जहाजों का बेड़ा लगाना समुद्र के कानून और क्षेत्रीय जल पर ईरान की संप्रभुता के खिलाफ जाता है। अब हम भयंकर विनाशकारी परिणामों वाले क्षेत्र में एक नए युद्ध में प्रवेश कर रहे हैं।
अब अमेरिका-ब्रिटेन की नौसेनाओं और ईरान के बीच होम्रुज़ जल के व्यस्त मार्ग में एक विनाशकारी टकराव के लिए मंच सज गया है। यह स्ट्रेट्स फारस की खाड़ी को अरब सागर से जोड़ता हैं और दुनिया का एक प्रमुख तेल का चोक पॉइंट हैं जो कुल तेल के कारोबार का लगभग 30-35 प्रतिशत है। अमेरिका-ब्रिटेन के नए कदम के तहत– स्ट्रेट ऑफ होर्मुज में व्यापारी जहाजों को अपने युद्धपोतों द्वारा "सुरक्षा" प्रदान करना -- ईरान के क्षेत्रीय जल पर साम्राज्यवादी अधिकारों की तरह काम करना है। दूसरे शब्दों में कहा जाए यह पहले जमाने वाले गनबोट कूटनीति की तरह है लेकिन ईरान इसे स्वीकार नहीं करेगा।
तनाव को बढ़ाने के इस दौर की शुरुआत टैंकरों की जब्ती के साथ शुरू हुई, पहले ब्रिटेन द्वारा और बाद में ईरान ने ऐसा ही किया। दोनों तरफ से टैंकरों बरामदगी इतने संकरे जलमार्ग में हुई कि वे सीमा से लगे देशों के क्षेत्रीय जल के मात्र 12-समुद्री मील की सीमा के भीतर थे। जिब्राल्टर का स्ट्रेट (जल मार्ग) केवल 7 समुद्री मील चौड़ा है, जबकिस्ट्रेट्स ऑफ होर्मुज 21 समुद्री मील चौड़ा है। यदि जहाजों को केवल अंतर्राष्ट्रीय जल मार्ग का उपयोग करके रास्ता पार करना है, तो एक जलमार्ग की चौड़ाई कम से कम 24 समुद्री मील की दूरी होनी चाहिए और इसके साथ अतिरिक्त 6 मील भी होनी चाहिए. अतिरिक्त 6 समुद्री मील प्रत्येक लेन को दोनो तरफ ट्रेफिक के लिए दो लेन प्रदान करवानी चाहिए, जिसमें प्रत्येक लेन 2 समुद्री मील चौड़ी होनी चाहिए, और अन्य 2 समुद्री मील चैनल जो दो लेन को अलग करता है।
यदि होर्मुज का जलमार्ग जोकि इतना संकरा हैं और जहाजों के मार्ग के लिए अंतर्राष्ट्रीय जल नहीं प्रदान करता है तो क्या होगा? क्या ईरान तब एक तटीय राज्य के रूप में अपना दावा पेश कर सकता है, कि उसे यह तय करने का अधिकार है कि समुद्री जल जो उसके देश के अंतर्गत आता है उस स्ट्रेट् का इस्तेमाल कौन करेगा कौन नहीं? एकसंयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन ऑफ सीज़ (UNCLOS) (समुंद्र के बारे में एक सन्युक्त राष्ट्र की संधी) को 1982 में अपनाया गया था और 1994 में लागु किया गया था। यह संधी इस तरह के स्ट्रेट से सैन्य और असैन्य दोनों तरह के जहाजों को पार करने की अनुमति देता है। इसमें सबसे बड़ा मुद्दा "निर्दोष मार्ग" है, जैसा कि अनुच्छेद 19 (2) में परिभाषित किया गया है। यदि ईरान मानता है कि अमेरिका-ब्रिटेन युद्धपोत क्र "सुरक्षा" टैंकर, वास्तव में, ईरान को धमकी हैं, या यह मिशन जासूसी करने में शामिल हैं, या उसकी संचार प्रणालियों में हस्तक्षेप कर रहा हैं, तो इसे उनके जल मार्ग से पास होने पर रोक लगाने का अधिकार है।
ईरान यूएनसीएलओएस (UNCLOS) में इस बात के साथ हस्ताक्षरकर्ता है कि वह गैर-हस्ताक्षरकर्ताओं को संधि के तहत अधिकारों का इस्तेमाल नहीं करने देगा। हालांकि, अमेरिका पूरी तरह से इस बातचीत में शामिल है, लेकिन वह यूएनसीएलओएस (UNCLOS) पर हस्ताक्षर या पुष्टि करने से इनकार कर रहा है। पेरिस क्लाइमेट चेंज एग्रीमेंट और जॉइंट कॉम्प्रिहेंसिव प्लान ऑफ एक्शन (JPOA) केवल ऐसी संधियाँ नहीं हैं जिनमें अमेरिका बातचीत का भागी होते हुए भी उनसे बाहर चले जाने की कवायद की है।
तो अमेरिका अपने नौपरिवहन अधिकारों के रूप में क्या स्वीकार करता है? अमरीका यूएनसीएलओएस (UNCLOS)के मामले में केवल बुद्बुदाता है। लेकिन 1982 में, उसी वर्ष यूएनसीएलओएस (UNCLOS) पर हस्ताक्षर किए गए,अमेरिका ने प्रथागत अधिकारों के आधार पर एक अधिकारों का एक समूह तैयार किया। यह इन्हे फ्रीडम ऑफ नेविगेशन (FON) प्रोग्राम के तहत "लागू करता है" और दुनिया के किसी भी हिस्से में संचालन (FONOPS) करता है जो इसके फिट बैठता है। इससे ऐसा लगता है जैसे अमेरिका अपने "अधिकार" का दावा दुनिया में प्रचलित नौसैनिक शक्ति के रूप में कर रहा है, और इस अपार ताकत के तहत वह जो चाहे वह कर सकता है। औपनिवेशिक काल में, साम्राजी शक्तियों द्वारा ऐसे अधिकारों को ज़बरन "लागू करने" को गनबोट कूटनीति कहा जाता था। अब इसे FONOPS कहा जाता है।
अमेरिका और ब्रिटेन अपने युद्धपोतों के साथ स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को नियंत्रित करने का प्रयास, स्ट्रैट ओफ होर्मुज पर ईरान के अधिकारों को चुनौती देता है। यूएनसीएलओएस (UNCLOS) के तहत, ईरान दावा कर सकता है कि अमेरिका और ब्रिटेन के युद्धपोत व्यापारी जहाजों को सुरक्षा प्रदान करने के नाम पर स्ट्रेट्स के माध्यम से निर्दोष मार्ग के अधिकार का उपयोग नहीं कर सकते हैं। सीधे शब्दों में कहें तो कोई भी देश ईरान के जहाजों को जब्त नहीं कर सकता है, उसके तेल निर्यात को नहीं रोक सकता है, और फिर भी यह दावा करे कि वह निर्दोष मार्ग की आड़ में ईरान के क्षेत्रीय जल में एक नौसैनिक बेड़े को लगा रहा है।
बेशक, रूहानी द्वारा व्यक्त ईरान का बड़ा तर्क काफी सरल है: या तो सभी देशों के पास स्ट्रेट्स के माध्यम से अपने तेल निर्यात की सुरक्षा हो, या किसी देश को ऐसा नहीं करने दिया जाए।
यह हमें नए टैंकर युद्ध की तरफ वापस ले जाता है। इसकी शुरुआत यूके द्वारा टैंकर ग्रेस 1 से हुई थी, जब स्ट्रेट ऑफ जिब्राल्टर में 2 मिलियन बैरल कच्चे तेल के साथ इसे पकड़ लिया था, यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों का दावा किया गया था। ईरान ने समुद्री कानून के उल्लंघन का दावा करते हुए, स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज में एक यूके-ध्वज वाले टैंकर,स्टेना इम्पेरो पर कब्जा करके जवाब दिया।
ब्रिटेन का दावा है कि उसने सीरिया पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों के तहत ग्रेस 1 को जब्त किया था, यह वही यूरोपीय संघ है जो जल्दबाजी में ब्रेक्सिट कर रहा है। अब अधिकांश टिप्पणीकार इस बात को स्वीकार करते हैं कि ब्रिटेन ने ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंधों को लागू करवाने के लिए काम किया है, न कि यूरोपीय संघ के प्रतिबंध को। स्ट्रेट ऑफ जिब्राल्टर के माध्यम से गुजरने वाले जहाजों या सामानों को जब्त करना ब्रिटेन का कानूनी अधिकार अत्यधिक बहस योग्य है। यह ईरान का तेल है; और यहां तक कि अगर यह ब्रिटेन के दावे के अनुसार सीरिया भी जा रहा था, तो सीरिया संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के तहत नहीं है, जो अकेला कानून है जो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की गणना में आता है।
यूरोपीय विदेश कार्यवाही सेवा, जो यूरोपीय संघ की अपनी विदेश नीति के लिए जिम्मेदार है, ब्रिटेन की कार्रवाई पर चुप्पी साधे हुए है, माना जा रहा है कि इसके जरीए यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को भी लागू करने की कोशिश है। यहां तक कि विदेशी संबंधों पर यूरोपीय परिषद के उपाध्यक्ष कार्ल बिल्ड्ट को ट्वीट करने के लिए विवश होना पड़ा, "...जो सीरिया के खिलाफ यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को संदर्भित करता है, लेकिन ईरान यूरोपीय संघ का सदस्य नहीं है। और यूरोपीय संघ एक सिद्धांत के रूप में दूसरों पर अपने प्रतिबंध नहीं लगा सकता है। लेकिन अमेरिका ऐसी बदतमीजी करता है।"
ईरान ने दावा किया है कि ब्रिटिश टैंकर - स्टेना इम्पेरो को इसलिए जब्त कर लिया गया क्योंकि इसने मछली पकड़ने वाली नाव को टक्कर मार दी थी, गंभीर रूप से घायल मछुआरों और नाव की संकटपूर्ण कॉलों को नजरअंदाज कर दिया था। जब ईरानी गश्ती नौकाओं ने उनसे वजह जाननी चाही, तो स्टेना इम्पेरो ने अवैध रूप से अपने ट्रांसपोंडर को बंद कर दिया, और अन्य जहाजों को खतरे में डालते हुए, यू-टर्न लेने का प्रयास किया। इसलिए ईरानी गार्ड ने जलडमरूमध्य में समुद्री कानून और पारगमन के नियमों के उल्लंघन के लिए उसे जब्त किया ताकि ईरानी अदालतों में आरोपों का सामना कर सके।
क्या ईरानी दावे विश्वसनीय हैं? या तथ्यों को ब्रिटेन को जैसा को तैसा जवाब देने के लिए "निर्मित" किया गया है? कम से कम यह ईरान के अधिकार क्षेत्र में है अगर वहाँ वास्तव में स्ट्रेट (जलडमरू) में समुद्री उल्लंघन हुआ है। जबकि ब्रिटेन द्वारा ग्रेस 1 को जब्त करना ब्रिटेन का अधिकार क्षेत्र कहीं अधिक कठिन आधार पेश करता है।
ईरान परमाणु समझौते से ट्रम्प के बाहर जाने से ईरान के मौजूदा संकट की शुरुआत होती है। लेकिन अमरिका का सौदे से बाहर जाने का कारण न तो ईरान की परमाणु क्षमता है और न ही उसका परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम है। ट्रम्प का मानना है कि अमेरिका, "अधिकतम दबाव" के माध्यम से – जिसे आर्थिक युद्ध कहा जाना चाहिए - ईरान को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर सकता है। ट्रम्प-पोम्पेओ की बारह मांगों के मूल में तीन मुख्य मांगें हैं: i)परमाणु प्रौद्योगिकी को छोड़ना ii) मिसाइल बनाने की क्षमता छोड़ना iii) अपनी सीमाओं के बाहर के देशों या समूहों से समर्थन वापस लेना। कुल मिलाकर ईरान को निरस्त्र बनने के लिए कहा जा रहा है; जिसका मतलब है कि ईरान किसी भी उन्नत तकनीक को विकसित न करें क्योंकि वह परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकी दोनों के दोहरे उपयोग की प्रौद्योगिकियां हैं; और एक स्वतंत्र विदेश नीति के संचालन के अपने अधिकार का भी समर्पण कर दे। दूसरे शब्दों में कहे तो, उपरोक्त मांगें एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में ईरान की मौत की दस्तक हैं।
अमेरिका ने स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को नियंत्रित करने के लिए नौसैनिक जहाजों का बेड़ा लगाने के लिए एक नए "गठबंधन के इच्छुक" होने का प्रस्ताव दिया है। इसके यूरोपीय सहयोगी - यहां तक कि यूके - भी इस तरह के बेडे में शामिल होने से सावधान हैं। हालाँकि, ब्रिटेन अमेरिका से अलग अपने जहाजों की सुरक्षा के बारे में बात कर रहा है, लेकिन आज भी उसकी नौसेना इस कार्य को करने के लिए बहुत कमजोर है: यह ईरानी जल में ईरान की मारक क्षमता से मेल नहीं खाती है। हालाँकि, ब्रिटेन का प्रतीकात्मक मूल्य है अगर वह अमेरिकी नौसेना के अभियानों में शामिल होता है। एक कठिन ब्रेक्सिट क्षितिज पर मंडराने की वजह से, यूके को एक अनुकूल अमेरिकी व्यापार सौदे की सख्त आवश्यकता है; यह उसे स्ट्रेट् ऑफ होम्रुज़ में अमेरिकी नौसैनिक दुर्व्यवहार में शामिल होने के लिए मजबूर कर सकता है।
मैं इसे नौसैनिक कुशासन क्यों कहता हूं? मुझे विश्वास नहीं है कि अमेरिका, एक पारंपरिक युद्ध में, ईरानी मिसाइल बैटरियों, पनडुब्बियों और नौसैनिक नौकाओं को पूरी तरह से बेअसर कर सकता है और स्ट्रेट्स पर पूर्ण नियंत्रण स्थापित कर सकता है। ईरान एक असममित युद्ध लड़ सकता है - जिसमें इसका एकमात्र उद्देश्य स्ट्रेट्स को बंद करना होगा, न कि उस पर "जीत" दर्ज़ करना। अमेरिका को न केवल स्ट्रेट्स को खुला रखना होगा, बल्कि 15 विषम अति विशाल क्रूड कैरियर्स (वीएलसीसी) सहित सभी जहाजों की रक्षा भी करनी होगी जो स्ट्रेट्स को हर दिन पार करते हैं। यहां तक कि अगर इन टैंकरों में से एक पर भी हमला होता है, तो इसका प्रभाव विनाशकारी होगा - न केवल समुद्री पर्यावरण पर, बल्कि माल ढोने वाले जहाजों और उनके बीमा पर भी। गनबोट कूटनीति केवल अमेरिका को कुछ दुर ले जा सकती है। लेकिन आज की स्वतंत्र दुनिया में, एकमात्र सहारा वास्तविक कूटनीति है।
क्या हम यूएस-ईरान टकराव को देखते हुए युद्ध के करीब हैं? अगर हम परमाणु वैज्ञानिकों के डूमसडे क्लॉक का पालन करते हैं तो जाओ तेल के लिए भी एक समान हैं, तो हम युद्ध में शायद एक मिनट से आधी रात की दुरी पर हैं। दुनिया के लिए, विशेष रूप से दक्षिण, दक्षिण पूर्व और पूर्वी एशिया, के क्षेत्र में एक युद्ध, दुनिया को तेल थोक में मुहैया कराता है विनाशकारी होगा। फिर हम वहां होने वाले दूसरे युद्ध की नीद में क्यों चल रहे हैं? |
Viral Video Today When an angry red wife beat her husband's girlfriend on the middle road | Viral Video Today: जब गुस्से में लाल पत्नी ने पति की गर्लफ्रेंड को चुटिया पकड़कर बीच सड़क पर पीटा, जानें आगे क्या हुआ... | Hari Bhoomi
Viral Video Today: जब गुस्से में लाल पत्नी ने पति की गर्लफ्रेंड को चुटिया पकड़कर बीच सड़क पर पीटा, जानें आगे क्या हुआ...
Viral Video Today: पत्नी ने पति को प्रेमिका से साथ मूवी हॉल में रंगे हाथों पकड़ने के बाद प्रेमिका को रोड पर घसीट-घसीट कर रोड पर बुरी तरह मारती है।
पत्नी ने पति की प्रेमिका को मारा
Shagufta KhanamCreated On: 29 Dec 2019 8:18 AM GMT Last Updated On: 29 Dec 2019 8:18 AM GMT
Viral Video Today: हाल ही में एमपी के इंदौर का एक वीडियो सामने आया है। जहां एक पति अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मूवी देखने पहुंचा। उसका पीछा करते करते पत्नी अपनी सहेली के साथ वहां पहुंच गई और दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया फिर उसके बाद क्या हुआ विडियो में देखा जा सकता है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्नी और उसकी सहेली मिलकर उस महिला को पीटने में लगी हुई हैं। जो पति के साथ मूवी देख रही थी। दोनों मिलकर प्रेमिका को घसीट-घसीट कर पिटाई करने में लगी हुईं है। जब पति बीच में प्रेमिका को बचाने आता है तो पत्नी उसकी भी धुनाई कर देती है। इस लड़ाई को देखकर सिनेमा हॉल के बाहर अच्छा खासा बवाल मच जाता है।
बात इतनी बढ़ जाती है कि लोगों को पुलिस को बुलाना पड़ता है। मौके पर पंहुचकर पुलिस भीड़ को भगाती है और तीनों को पुलिस स्टेशन ले जाती है। |
Home Hindi यह कौन सी भिंडी है जो 800 रुपये किलो बिक रही है?
लाल भिंडी। हां, आपने इसे सही सुना। मिश्रीलाल राजपूत लाल भिंडी उगा रहे हैं और यह किसी भी भिंडी से कहीं अधिक महंगी है।
कौन हैं मिश्रीलाल राजपूत?
मिश्रीलाल राजपूत मध्य प्रदेश के रहने वाले किसान हैं। वह राज्य के भोपाल जिले के खजूरी कलां क्षेत्र में रहते हैं।
मिश्रीलाल राजपूत और उनके लाल भिंडी…
उनका दावा है कि उन्होंने इन लाल भिंडी के बीज वाराणसी के एक कृषि संस्थान से खरीदे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने वाराणसी के एक कृषि अनुसंधान संस्थान से 1 किलो बीज खरीदा था। मैंने उन्हें जुलाई के पहले सप्ताह में बोया था। लगभग 40 दिनों में, यह बढ़ने लगा।"
राजपूत किस कृषि संस्थान की बात कर रहे हैं?
एक छोटे से शोध से वाराणसी में कृषि अनुसंधान संस्थान ने खुलासा किया कि राजपूत ने लाल भिंडी के बीज भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (आईआईवीआर) से खरीदे हैं, पूरी संभावना है।
23 साल की कड़ी मेहनत के बाद आईआईवीआर के वैज्ञानिकों ने भिंडी की एक नई प्रजाति विकसित की है और इसे 'काशी लालीमा' नाम दिया है।
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लाल भिंडी पहले पश्चिमी देशों में उपलब्ध थी लेकिन भारत में नहीं। लेकिन अब आईआईवीआर वैज्ञानिकों के प्रभावशाली शोध और कड़ी मेहनत के कारण अब विदेशों से लाल भिंडी आयात करने की आवश्यकता नहीं है।
क्या है इन भिंडी में खास?
पहली नज़र में, इन भिंडी की स्पष्ट विशिष्टता उनका रंग है। जबकि आमतौर पर वे हरे पाए जाते हैं, राजपूत जो ऊगा रहे हैं वे लाल रंग के हैं।
किसान के अनुसार, इन भिंडी के स्वास्थ्य लाभ कई गुना हैं और सामान्य हरे रंग की तुलना में अधिक हैं।
भिंडी फोलेट, नियासिन, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, कैल्शियम, कॉपर, आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस और जिंक से भरपूर होती है।
हरे रंग के उनके सामान्य स्वास्थ्य लाभों में वजन घटाने में मदद करना, कोलेस्ट्रॉल कम करना, रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करना, अच्छा पाचन बनाए रखना, प्रतिरक्षा का निर्माण, एनीमिक स्थिति में सुधार, आंखों की रोशनी और बालों के स्वास्थ्य में सुधार और कई अन्य शामिल हैं।
लाल भिंडी 800 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिकती है…
लेकिन मिश्रीलाल राजपूत के अनुसार, लाल भिंडी सामान्य लोगों की तुलना में अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है और हृदय की स्थिति में मदद करती है। उन्होंने कहा, "मैं जिस भिंडी को उगाता हूं वह अपने सामान्य हरे रंग के बजाय लाल रंग की होती है। यह हरी भिंडी से भी ज्यादा फायदेमंद और पौष्टिक होती है। यह उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है जो हृदय और रक्तचाप की समस्या, मधुमेह, उच्च कोलेस्ट्रॉल का सामना कर रहे हैं।"
राजपूत ने आश्वासन दिया कि खेती की प्रक्रिया के दौरान किसी भी हानिकारक कीटनाशकों का उपयोग नहीं किया जाता है जो एक बड़ा प्लस है।
कितने महंगे हैं ये लाल भिंडी?
राजपूत द्वारा बेचे जाने वाले इन लाल भिंडी का औसत बाजार मूल्य 800 रुपये प्रति किलोग्राम है, जबकि हरे रंग की भिंडी आमतौर पर ज्यादातर राज्यों में दो अंकों प्रति किलोग्राम में बेची जाती है।
राजपूत ने कहा, 'यह भिंडी आम भिंडी से 5-7 गुना महंगी है। कुछ मॉल में यह 75-80 रुपये से 300-400 रुपये प्रति 250 ग्राम/500 ग्राम बिक रहा है।"
Sources: Hindustan Times, ANI, AgroStar
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घर मे चल रही हार्डवेयर फैक्ट्री में ब्लास्ट, दो मौत, तीन की हालत नाजुक - Oneindia Hindi
घर मे चल रही हार्डवेयर फैक्ट्री में ब्लास्ट, दो मौत, तीन की हालत नाजुक
अलीगढ़। उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के थाना देहली गेट इलाके के एडीए शाहजमाल कॉलोनी में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब एक घर में चल रही हार्डवेयर फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। धमाके की आवाज सुनकर स्थानीय लोगों की भीड़ उस फैक्ट्री की तरफ दौड़ कर पहुंची तो पता चला कि फैक्ट्री में वेल्डिंग में प्रयोग लिए जाने वाला गैस सिलेंडर फट गया है।
किसी ने पुलिस कंट्रोल रूम और फायर ब्रिगेड को सूचित किया गया, जिसके बाद मौके पर इलाका पुलिस, फायर ब्रिगेड और प्रशानिक अधिकारियों समेत स्थानीय नेतागण पहुंच गए। सभी लोगों ने आनन फानन फैक्ट्री में मौजूद घायलों को उपचार हेतु जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया, जहां से गंभीर हालत के चलते उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इलाके की यह हार्डवेयर फैक्ट्री निशार नाम के व्यक्ति की है जिसमें असलम, शहबाज, बंटी और राशिद नाम के युवक समेत अन्य लोग काम करते थे, जो कि किसी प्रकार के छल्ले तैयार कर रहे थे, जिसपर बेल्डिंग करते वक्त सिलेंडर में आग लग गई, और वह फट गया, इस हादसे में दो लोगों ने मौके पर ही अपनी जान गंवा दी, जबकि तीन लोगों को गंभीर अवस्था के चलते मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। |
मेजर राजेश सिंह अधिकारी – महावीर चक्र विजेता (1970-1999) : Garhwali
मेजर राजेश सिंह अधिकारी – महावीर चक्र विजेता (1970-1999)
By Garhwali 124 days ago
जन्म :- 25 दिसंबर 1970
जन्मस्थान :- नैनीताल में
मृत्यु :- 30 मई 1999
राजेश सिंह अधिकारी का जन्म 25 दिसंबर 1970 को नैनीताल में हुआ। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा सेंट जोसेफ़स कॉलेज से 1987 में हुई, और माध्यमिक शिक्षा गवर्मेंट इंटर कॉलेज नैनीताल से तथा बी. एस सी कुमाऊँ यूनिवर्सिटी, नैनीताल से हुआ। शुरुआत से ही सेना के प्रति राजेश का जो जब्जा था वो उन्हें प्रतिष्ठित भारतीय सैन्य अकादमी में ले आया और 11 दिसंबर 1993 को मेजर राजेश सिंह अधिकारी भारतीय सैन्य अकादमी से ग्रेनेडियर में कमिशन हुए।
सन 1999 में कारगिल का दौर शुरू हो गया। इसी बीच मेजर अधिकारी को कारगिल ऑपरेशन के लिए भेजा गया, उस ओपरेशन के लिए मेजर अधिकारी अपनी कंपनी की अगुआई कर रहे थे, तभी दुश्मन ने उन पर दोनों तरफ से मशीनगनों से भीषण हमला किया।
मेजर अधिकारी ने तुरंत अपनी रॉकेट लांचर टुकड़ी को दुश्मन को उलझाए रखने का निर्देश दिया और अत्यंत ही नजदीक की लड़ाई में दुश्मन के दो सैनिकों को मार डाला।
इसके बाद मेजर अधिकारी ने धीरज से काम लेते हुए अपनी मीडियम मशीनगन टुकड़ी को एक चट्टान के पीछे मोर्चा लेने और दुश्मन को उलझाए रखने को कहा, और अपनी हमलावर टीम के साथ एक-एक इंच आगे बढ़ते रहे।
इसी दौरान मेजर अधिकारी दुश्मन की गोलियों से गंभीर रूप से घायल हुए, फिर भी वह अपने सैनिकों को निर्देशित करते रहे और वहां से हटने से मना कर दिया।
उन्होने दुश्मन के दूसरे बंकर पर हमला किया और वहाँ काबिज सैनिक को मार गिराया, उन्होने तोलोलिंग ऑपरेशन में दो बंकरों पर कब्जा किया जो बाद में प्वाइंट 4590 को जीतने में मददगार साबित हुए, अंतत: वह देश की आन, बान, शान के लिए बलिदान हुए।
मेजर राजेश सिंह अधिकारी ने भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं को कायम रखते हुए दुश्मन की उपस्थिति में असाधारण वीरता व उत्कृष्ट नेतृत्व का प्रदर्शन किया, उन्हे मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया।
नोट :- मेजर राजेश सिंह अधिकारी की भारतीय सेना की तरफ से कारगिल युद्ध में उनके साहस को देखते हुए मरणोपरांत 1 जनवरी 1999 को महावीर चक्र (Maha Vir Chakra) से सम्मानित किया गया। |
फरीदाबाद(abtaknews.com) 01 अप्रैल,2018 ;सराय ख्वाजा राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कार्यरत स्टेट अवार्डी शिक्षक ब्रह्मदेव यादव, प्राचार्या नीलम कौशिक की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में बत्तीस वर्ष की सेवा उपरांत और दो वर्ष के सेवा विस्तार के पश्चात कला अध्यापक एवं शिक्षा और सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित शिक्षक के रूप में सेवानिवृत हुए। इस अवसर पर विद्यालय के अंग्रेजी प्रवक्ता रविंदर कुमार मनचंदा ने बताया कि ब्रह्मदेव यादव ने दिसंबर 1986 में राजकीय उच्च विद्यालय खेड़ीकलां में कला अध्यापक के पद पर कार्यकाल शुरू किया , छः महीने खेड़ीकलां के बाद फिर अगले दस साल ददसिया, लगभग आठ वर्ष छः महीने सेहतपुर और फिर 2005 से राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सराय ख्वाजा में कार्यरत रहे। वैसे तो सराय विद्यालय का समय सुबह सात बजे से बारह बज कर तीस मिनट का है परन्तु ब्रह्मदेव यादव सुबह से लेकर शाम की शिफ्ट के पूरा होने तक छः बजे तक विद्यालय में सेवाएं देते। इन्हे जो भी कार्य दिया गया उसे बहुत ही सादगी एवं गंभीरता से और कुशलता से पूरा किया। इन्हें 2013 में हरियाणा के राज्यपाल महोदय द्वारा राजभवन चंडीगढ़ में 2013 में बतौर श्रेष्ठ शिक्षक के रूप में राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा गया। पूरे शिक्षक जीवन में शिक्षा, विद्यार्थियों के सर्वांगीण एवं विद्यालय के चहुमुखी विकास के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित रहे श्री ब्रह्मदेव यादव ने सच्चे अर्थों में एक आदर्श शिक्षक की भूमिका का अक्षरशः निर्वहन किया है। विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती नीलम कौशिक, रविंदर कुमार मनचंदा, रेनू शर्मा, रूपकिशोर शर्मा, संजय शर्मा, बिजेन्दर नरवत और समस्त स्टाफ सदस्यों ने श्री ब्रह्मदेव यादव को पुष्प हार और पौधा देकर सम्मनित किया। प्राचार्या और समस्त स्टाफ ने उन के स्वस्थ एवं सुखमय जीवन की कामना की |
विदेश में अपनाएं: अपने देश में गोद लिए गए बच्चे को चुनें
एक बार गोद लेने की फ़ाइल संसाधित हो जाने के बाद, हमें इसका आवंटन प्रस्ताव बनाने के लिए मूल देश की प्रतीक्षा करनी होगी। यह वह चरण है जिसमें अधिक धैर्य की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह उस स्थिति पर निर्भर करता है जिसमें बच्चे का देश स्थित है, वर्तमान औसत रेंज के बीच दो और तीन सालहालांकि कभी-कभी अतिरंजना करते हुए, इसे छह तक बढ़ाया जा सकता है, जैसा कि आज चीन के साथ है।
लेकिन, जब यह अंत में आता है, तो यह निस्संदेह इस यात्रा के सबसे रोमांचक क्षणों में से एक है, क्योंकि बच्चा अंततः पहचान और चेहरे को प्राप्त करता है: उसकी रिपोर्ट में सभी प्रासंगिक जानकारी शामिल हैं (जो गोद लेने की आवश्यकताओं, मनोविश्लेषणात्मक रिपोर्ट, इतिहास की आवश्यकताओं को पूरा करती है) चिकित्सा, आदि) और आप की एक बहुत लंबे समय से प्रतीक्षित तस्वीर। यद्यपि न केवल यह आपके लिए लिखित रूप में स्वीकार करने के लिए पर्याप्त है, स्वायत्त समुदाय के सक्षम प्राधिकारी ने जो आपके पिछले उपयुक्तता को घोषित किया था, उसे प्रस्तावित असाइनमेंट के बारे में भी सहमति या असहमति व्यक्त करनी चाहिए।
सब कुछ तैयार होने के साथ, तब आप अपने पुत्र के मायके की यात्रा करेंगे, जहां आप इसे उठाएंगे देश के आधार पर, एक या दो बार यात्रा करें, कोटे डी आइवर, रूस और होंडुरास को दो यात्राओं की आवश्यकता होती है, जबकि चीन में आपको केवल एक की आवश्यकता होती है। वहां, एक किशोर न्यायाधीश को असाइनमेंट को मान्य करना चाहिए, एक न्यायिक प्रक्रिया जिसे कई दिनों तक बढ़ाया जा सकता है, और यहां तक कि महीनों, हम जिस देश के बारे में बात कर रहे हैं, उसके आधार पर, और जिसका उपयोग कई माता-पिता एक दूसरे को जानने के लिए करते हैं। इसके अलावा, गोद लेने वाले देश में स्पेनिश वाणिज्य दूतावास को गोद लेने का पंजीकरण करना होगा ताकि बच्चा देश छोड़ सके।
एक बार वापस आने के बाद भी कुछ और कागजी कार्रवाई होनी चाहिए: आपको स्पेन में अपने आगमन को अपने स्वायत्त समुदाय के बाल संरक्षण सेवा से संवाद करना होगा, और अनुरोध करना चाहिए कि अपने इलाके के नागरिक रजिस्ट्री में गोद लेने का पंजीकरण करें। इसके अलावा, सभी देशों को अनुवर्ती रिपोर्ट प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है जो आवश्यक नियमितता के साथ भेजी जानी चाहिए। और, एक बार घर पर, इस असाधारण यात्रा का एक और चरण शुरू हो गया है, अपने बच्चे को परिवार और पर्यावरण में एकीकरण करना। |
Salman's performance at IIFA award show, security stopped Honey Singh from going with Bhaijaan
IIFA अवॉर्ड शो में दिखा सलमान का जलवा ,सिक्योरिटी ने हनी सिंह को भाईजान के साथ जाने से लगाई रोक
By Suman Khandal Sun, 5 Jun 2022
अंतराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार 2022 IIFA के लिए बॉलीवुड सेलेब्स अबू धाबी पहुंच रहे है और यो यो हानि सिंह IIFA प्रेस मीटिंग के दौरान साथ ही एंट्री करते नजर आए जहां सिक्योरिटी ने सलमान खान को तो अंदर आने दिया लेकिन गायक हनी सिंह को रोक दिया सोशल मिडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें साफ नजर आ रहा है की सलमान खान और यो यो हानि सिंह अंदर जाने के लिए एक साथ खड़े है सलमान खान की सिक्योरिटी अंदर जाने देती है तभी हनी सिंह भी अंदर जाने के लिए आगे बढ़ने लगते है लेकिन तभी उनको अंदर जाने से रोक दिया जाता है
यह वीडियो सोशल मिडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है फैंस इस वीडियो पर एक से बढ़कर एक कमेंट्स कर रहे है एक फैन ने लिखा है घोर बेइज्जती ,वहीं दूसरे ने लिखा है भाई का जलवा एक अन्य ने लिखा है बंदे का अंदाज ही अलग है इस तरह फंस एक के बाद एक कमेंट्स करते ही जा रहे है इस अवॉर्ड शो में सितारे अलग -अलग तरफ से परफॉर्म करने वाले है
आपको बता दें की बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ,कॉमेडियन मनीष पॉल और अभिनेता रितेश देशमुख के साथ मिलकर IIFA 2022 की मेजबानी के लिए पूरी तरफ तैयार है कोविड-19 के बाद पहली बार आयोजित होने वाले IIFA पहले से कही ज्यादा भव्य होने वाला है जानकारी के अनुसार IIFA अवॉर्ड शो में शाहिद कपूर टाइगर श्रॉफ अनन्या पांडे कार्तिक आर्यन और नोरा फतेही सहित कई सितारे प्रदर्शन करने वाले है |
गलवान घाटी में शहीद हुए 20 जवानों को दिया गया सम्मान, राष्ट्रीय समर स्मारक पर दर्ज होंगे नाम - 20 soldiers were martyred galwan valley clash inscribed on national war memorial pragnt
नई दिल्ली/टीम डिजिटल। पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय सैन्य कर्मियों के नाम यहां राष्ट्रीय समर स्मारक पर अंकित किए जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि स्मारक पर सैन्य कर्मियों के नामों को उकेरे जाने की प्रक्रिया में कुछ महीने लगेंगे।
15 जून की रात हुआ था हमला
पिछले पांच दशकों में हुए सबसे बड़े सैन्य टकराव में 15 जून की रात गलवान घाटी में चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। झड़प में 16 वीं बिहार रेजिमेंट के कमांडिंग अधिकारी कर्नल बी संतोष बाबू समेत अन्य सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे।इस घटना के बाद पूर्वी लद्दाख में सीमा पर तनाव बढ़ गया और भारत ने इसे 'चीन द्वारा सोची-समझी और पूर्वनियोजित कार्रवाई' बताया था।
कोरोना की गिरफ्त में तमिलनाडु! सरकार ने रियायतों के साथ बढ़ाया लॉकडाउन
पत्थर और नुकीले हथियार से किया हमला
गलवान घाटी में पेट्रोलिंग प्वाइंट 14 के पास चीन द्वारा निगरानी चौकी बनाए जाने पर विरोध के बाद चीनी सैनिकों ने पत्थरों, नुकीले हथियारों, लोहे की छड़ों आदि से भारतीय सैनिकों पर नृशंस हमला किया। चीन ने झड़प में हताहत हुए अपने सैनिकों की संख्या के बारे में नहीं बताया था।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक में बोले CM गहलोत, 14 अगस्त तक होटल में रहेंगे विधायक
हालांकि अमेरिकी की एक खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी पक्ष के 35 सैनिक हताहत हुए। पूर्वी लद्दाख में 17 जुलाई को लुकुंग अग्रिम चौकी के दौरे के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी सैनिकों से लड़ाई में अदभुत शौर्य और वीरता दिखाने के लिए बिहार रेजिमेंट के सैनिकों की सराहना की थी। रक्षा मंत्री ने सैनिकों को अपने संबोधन में कहा कि गलवान घाटी में शहीद हुए भारतीय सैन्यकर्मियों ने ना केवल अदभुत शौर्य का परिचय दिया बल्कि 130 करोड़ भारतीयों के गौरव की भी रक्षा की।
Ladakh India China Clash Indian Troops Indian Troops Ladakh National War Memorial martyred in galwan valley |
11 April 2022 Current Affairs in hindi | PDF Download |
11 अप्रैल 2022 करंट अफेयर्स :-
Question :- 1. गीतांजलि श्री के द्वारा लिखा गया उपन्यास "टॉम्ब ऑफ सैंड" प्रतिष्ठित साहित्यिक पुरस्कार के लिए चुने जाने वाला कौन सा हिंदी भाषा का उपन्यास बन गया है? तीसरा पहला दूसरा चौथा
Question :- 2. गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर और किस यूनिवर्सिटी में यूजीसी ने हाल ही में भीमा भोई चेयर की स्थापना की है? केरल विश्वविद्यालय दिल्ली विश्वविद्यालय पंजाब विश्वविद्यालय गुजरात विश्वविद्यालय
Question :- 3. भारतीय रिजर्व बैंक ने हाल ही में आईडीबीआई बैंक और किस बैंक पर 93 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है? बैंक ऑफ़ इंडिया एक्सिस बैंक बैंक ऑफ़ बड़ोदा यस बैंक
Question :- 4. 13 वर्षीय रिया जादोन ने हाल ही में कौन सी डीजीसी लेडीज ओपन एमेच्योर गोल्फ चैंपियनशिप जीती है? 15वीं 18वीं 8वीं 11वीं
Question :- 5. निम्न में से किस फ़ोटोग्राफ़र की "कमलूप्स रेजिडेंशियल स्कूल" शीर्षक वाली एक तस्वीर ने वर्ल्ड प्रेस फोटो ऑफ द ईयर 2022 का पुरस्कार जीता है? हन्नाह रेयेस एमी विटले तोमस मुमिता एम्बर ब्रैकेन
Question :- 6. डीआरडीओ ने हाल ही में किस राज्य के तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर में सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट (SFDR) तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है? गुजरात महाराष्ट्र ओडिशा केरल
Question :- 7. निम्न में से किस मंत्रालय द्वारा हाल ही में AVGC प्रमोशन टास्क फोर्स की स्थापना की है? जनजातीय मंत्रालय महिला और बाल विकास मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय सूचना और प्रसारण मंत्रालय
Question :- 8. निम्न मे से किस आईटी कंपनी और रोल्स-रॉयस ने हाल ही में कर्नाटक के बेंगलुरु में "एयरोस्पेस इंजीनियरिंग और डिजिटल नवाचार केंद्र" खोला है? विप्रो टीसीएस इंफोसिस गूगल
Question :- 9. प्रधानमंत्री मुद्रा योजना यानी "पीएमएमवाई" के हाल ही में कितने वर्ष पूरे हो गए है? सात तीन पांच दस
Question :- 10. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने कब तक के लिए अटल इनोवेशन मिशन को जारी रखने की मंजूरी दे दी है? जुलाई 2023 जनवरी 2023 मार्च 2023 नवम्बर 2023 |
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Speaker of Lok-Sabha
लोकसभा का अध्यक्ष भारत के संविधान के अनुच्छेद 110 के तहत प्रमाणित करता है कि वित्त विधेयक धन विधेयक है या नहीं।
निम्नलिखित में से कौन मानव शरीर में एक अवशेषी अंग नहीं है?
अवशिष्ट अंग एक ऐसा अंग है जो कभी किसी जानवर के विकासवादी अतीत में उपयोगी था, लेकिन अब वह बेकार है या बेकार के बहुत करीब है। मानव शरीर में कुछ अवशेषी अंग हैं: अपेंडिक्स, टेलबोन, ज्ञान दांत, मेल निपल्स, शरीर के बाल, ग्रसनी और थाइमस ग्रंथि। थायरॉयड ग्रंथि अंतःस्रावी तंत्र का हिस्सा है और रक्तप्रवाह में थायराइड हार्मोन के उत्पादन और रिलीज के लिए जिम्मेदार है।
राज्यों और उनके परमाणु रिएक्टरों को चार विकल्पों में से सही सुमेलित कीजिए :
(a) कर्नाटक 1. नरोरा
(b) तमिलनाडु 2. कैगा
(c) उत्तर प्रदेश 3. काकरापारी
(d) गुजरात 4. कुंदकुलुम
नरौरा: बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश; कैगा:
कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में काली नदी के पास कैगा; काकरापार: गुजरात के व्यारा में; कूडनकुलम: तमिल का तिरुनेलवेली जिला
स्तनधारी हृदय में कितने कक्ष होते हैं?
अधिकांश स्तनधारी हृदय मानव हृदय के समान ही संरचित होते हैं। स्तनधारी हृदय में 4 कक्ष पाए जाते हैं: बायां अलिंद, दायां अलिंद, बायां निलय और दायां निलय।
\"ए क्रिकेटिंग लाइफ\" पुस्तक के लेखक कौन हैं?
क्रिस्टोफर मार्टिन जेनकिंस
'ए क्रिकेटिंग लाइफ' क्रिस्टोफर मार्टिन-जेनकिंस की आत्मकथा है। इस पुस्तक में, उन्होंने एक लिखित पत्रकार - द टाइम्स एंड डेली टेलीग्राफ के क्रिकेट संवाददाता - द क्रिकेटर के संपादक, बीबीसी क्रिकेट संवाददाता और टेस्ट मैच स्पेशल कमेंटेटर के रूप में अपने काम को शामिल किया है।
निम्नलिखित में से कौन सा शहर पोटोमैक नदी के तट पर स्थित है?
वाशिंगटन D.C।
वाशिंगटन डी.सी. पोटोमैक नदी के तट पर स्थित है। नदी का दक्षिणी तट वर्जीनिया के साथ वाशिंगटन की सीमा बनाता है और इसकी दो प्रमुख सहायक नदियाँ हैं: एनाकोस्टिया नदी और रॉक क्रीक। वाशिंगटन, D.C., U.S. पूर्वी तट के मध्य-अटलांटिक क्षेत्र में स्थित है।
जीव विज्ञान की निम्नलिखित में से कौन सी शाखा आनुवंशिकता और विविधताओं के अध्ययन से संबंधित है?
आनुवंशिकी जीवों में जीन, आनुवंशिक भिन्नता और आनुवंशिकता का अध्ययन है। इसे आम तौर पर जीव विज्ञान का एक क्षेत्र माना जाता है, लेकिन यह कई अन्य जीवन विज्ञानों के साथ अक्सर प्रतिच्छेद करता है और सूचना प्रणालियों के अध्ययन के साथ दृढ़ता से जुड़ा हुआ है।
आवश्यकताओं की मांग है
पूरी तरह से बेलोचदार
बेलोचदार मांग का मतलब है कि अगर कीमत में बदलाव होता है, तो मांग की गई मात्रा में ज्यादा बदलाव नहीं होगा। एक अच्छा जितना अधिक आवश्यक होता है, लोच उतना ही कम होता है, क्योंकि लोग इसे खरीदने का प्रयास करेंगे, चाहे कीमत कोई भी हो। पानी जैसी आवश्यकताओं की पूरी तरह से बेलोचदार मांग होने की संभावना है।
निम्नलिखित में से कौन सी कोशिका इंसुलिन का स्राव करती है?
E सेल
बीटा कोशिकाएं (ß कोशिकाएं) एक प्रकार की कोशिका होती हैं जो अग्न्याशय के अग्नाशयी आइलेट्स में पाई जाती हैं जो इंसुलिन को जमा और छोड़ती हैं। इंसुलिन को शरीर का मुख्य एनाबॉलिक हार्मोन माना जाता है। यह रक्त से वसा, यकृत और कंकाल की मांसपेशी कोशिकाओं में विशेष रूप से ग्लूकोज के अवशोषण को बढ़ावा देकर कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन के चयापचय को नियंत्रित करता है।
मूल्य वर्धित का अर्थ है का मूल्य
माल और सेवाएं मध्यवर्ती वस्तुओं और सेवाओं की कम लागत
मूल्य वर्धित एक आर्थिक शब्द है जो माल के मूल्य और उनके उत्पादन में उपयोग की जाने वाली सामग्री या आपूर्ति की लागत के बीच अंतर को व्यक्त करता है। यह आर्थिक गतिविधि का एक उपाय है जो बिक्री मूल्य के आंकड़े में निहित दोहराव को समाप्त करता है जिसके परिणामस्वरूप कुछ प्रतिष्ठानों के उत्पादों को सामग्री या सेवाओं के रूप में दूसरों द्वारा उपयोग किया जाता है। तो यह माल और सेवाओं की है, मध्यवर्ती वस्तुओं और सेवाओं की कम लागत।
किसी वस्तु का द्रव्यमान है a
किसी वस्तु का द्रव्यमान एक मौलिक गुण है; इसकी जड़ता का एक संख्यात्मक माप; वस्तु में पदार्थ की मात्रा का एक मौलिक उपाय। यह एक भौतिक राशि है क्योंकि इसे दूसरों से परिभाषित नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा, द्रव्यमान एक अदिश राशि है; यह दर्शाता है कि कोई वस्तु कितने पदार्थ से बनी है। इसका परिमाण तो है लेकिन यह किसी भी अर्थ में दिशा का संकेत नहीं देता है।
निम्नलिखित में से किसका विमोचन ओजोन परत के ह्रास का प्राथमिक कारण है?
क्लोरोफ्लोरोकार्बन (सीएफसी) ऊपरी वायुमंडल में ओजोन क्षरण में योगदान करते हैं। यह एक कार्बनिक यौगिक है जिसमें केवल कार्बन, क्लोरीन और फ्लोरीन होता है, जो मीथेन, ईथेन और प्रोपेन के वाष्पशील व्युत्पन्न के रूप में उत्पन्न होता है। आमतौर पर ड्यूपॉन्ट ब्रांड नाम फ़्रीऑन द्वारा जाना जाता है, मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के तहत सीएफ़सी के निर्माण को चरणबद्ध तरीके से समाप्त कर दिया गया है।
यूनिवर्सल सीरियल बस (USB) 1990 के दशक के मध्य में विकसित एक उद्योग मानक है जो कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के बीच कनेक्शन, संचार और बिजली की आपूर्ति के लिए बस में उपयोग किए जाने वाले केबल, कनेक्टर और संचार प्रोटोकॉल को परिभाषित करता है। USB को कंप्यूटर बाह्य उपकरणों के कनेक्शन को व्यक्तिगत कंप्यूटरों के साथ संचार करने और विद्युत शक्ति की आपूर्ति करने के लिए मानकीकृत करने के लिए डिज़ाइन किया गया था
जोकिन गुज़मैन उपनाम 'एल चापो गुज़मैन' एक / एक है
Spanish Metador
Italian Bike Racer
मैक्सिकन ड्रग लॉर्ड
जोकिन गुज़मैन एक मैक्सिकन ड्रग लॉर्ड है, जो सिनालोआ कार्टेल का प्रमुख है, एक आपराधिक संगठन जिसका नाम सिनालोआ के मैक्सिकन प्रशांत तट राज्य के नाम पर रखा गया था, जहाँ इसका गठन किया गया था। उन्हें उनकी छोटी ऊंचाई के लिए \"एल चापो गुज़मैन\" के रूप में जाना जाता है।
परमाणु कण जिसका कोई द्रव्यमान और कोई आवेश नहीं है, लेकिन केवल स्पिन है
न्यूट्रिनो में विद्युत आवेश नहीं होता है, और द्रव्यमान काफी छोटा होता है, हालांकि शून्य नहीं होता है। उनका द्रव्यमान उप-परमाणु कणों के मानकों से भी छोटा है। वे विद्युत रूप से तटस्थ हैं, अर्ध-पूर्णांक स्पिन के साथ प्राथमिक उप-परमाणु कणों को कमजोर रूप से बातचीत करते हैं।
किस देश की तीन राजधानियाँ हैं। प्रशासनिक, विधायी और न्यायिक?
दक्षिण अफ्रीका अपनी सरकारी शक्ति को तीन राजधानियों में विभाजित करता है। ब्लोमफ़ोन्टेन न्यायपालिका की राजधानी है, केप टाउन विधायी राजधानी है, और प्रिटोरिया प्रशासनिक राजधानी है।
किन्हीं दो क्रमागत देशांतरों के बीच समय का अंतर कितना है?
पृथ्वी को 360 डिग्री काल्पनिक अनुदैर्ध्य रेखाओं में विभाजित किया गया है। अब, इन 360 डिग्री को 24 घंटे के दिन से विभाजित करने पर 4 मिनट प्रति देशांतर प्राप्त होता है। या, 360 डिग्री = 24 घंटे, इसलिए 1 घंटा = 15 डिग्री, 1 डिग्री = 4 मिनट।
निम्नलिखित में से किसे 'जूलॉजी के जनक' के रूप में जाना जाता है?
अरिस्टैटिल
ग्रीक दार्शनिक और वैज्ञानिक अरस्तू (384-322 ईसा पूर्व) को \"प्राणीशास्त्र का पिता\" माना जाता है। उन्होंने जानवरों के अवलोकन और सैद्धांतिक अध्ययन का बीड़ा उठाया। जूलॉजी जानवरों की शारीरिक रचना, शरीर विज्ञान, आनुवंशिकी, भ्रूणविज्ञान और पारिस्थितिकी के अध्ययन को शामिल करने के लिए विकसित हुई है।
पित्त निम्न में से किस ग्रंथि द्वारा निर्मित होता है?
पित्त एक तरल पदार्थ है जो यकृत द्वारा बनाया और छोड़ा जाता है और पित्ताशय की थैली में जमा होता है। पित्त पाचन में मदद करता है। यह वसा को फैटी एसिड में तोड़ देता है, जिसे पाचन तंत्र द्वारा शरीर में ले जाया जा सकता है। पित्त में शामिल हैं: ज्यादातर कोलेस्ट्रॉल; पित्त अम्ल (जिसे पित्त लवण भी कहा जाता है); बिलीरुबिन (एक टूटने वाला उत्पाद या लाल रक्त कोशिकाएं)।
निम्नलिखित में से किसे जीवन का भौतिक आधार माना जाता है?
1868 में, टी एच हक्सले ने प्रोटोप्लाज्म को \"जीवन का भौतिक आधार\" के रूप में वर्णित किया। प्रोटोप्लाज्म एक स्पष्ट, रंगहीन और जेली जैसा पदार्थ है जो कोशिका की सामग्री को बनाता प्रतीत होता है। इसे \"जीवन का पदार्थ\" या \"जीवित सामग्री\" के रूप में भी वर्णित किया गया था।
तटीय क्षेत्रों के पास, दिन के समय भूमि पर तापमान कम हो जाता है
भूमि और समुद्री हवा दोनों
तटीय क्षेत्रों या आस-पास के बड़े जल निकायों वाले क्षेत्रों के तापमान पर भूमि और समुद्री हवा का बहुत प्रभाव पड़ता है। एक समुद्री हवा दिन के दौरान समुद्र से जमीन के ऊपर चलती है, एक जमीनी हवा रात में जमीन से समुद्र की ओर चलती है। जबकि, समुद्री हवा तटीय क्षेत्रों में ठंडी हवा लाती है, भूमि की हवा जमीन पर मौजूद ठंडी हवा और पानी के ऊपर अपेक्षाकृत गर्म हवा को रखकर तापमान को नियंत्रित करती है।
स्पंज संघ के अंतर्गत आता है
स्पॉन्ज फाइलम पोरिफेरा के जानवरों का सबसे आधारभूत समूह है। वे बहुकोशिकीय परजीवी जीव हैं जिनके शरीर छिद्रों और चैनलों से भरे होते हैं जो पानी को उनके माध्यम से प्रसारित करने की अनुमति देते हैं। स्पंज में तंत्रिका, पाचन या संचार प्रणाली नहीं होती है।
एम्ब्लिका ऑफिसिनैलिस किसका वैज्ञानिक नाम है?
Emblicaofficinalis (जिसे Phyllanica Emblica भी कहा जाता है) आंवला या भारतीय आंवले का वैज्ञानिक नाम है। यह परिवार का पर्णपाती वृक्ष है
Phyllanthaceae जिसे हिंदुओं द्वारा पवित्र माना जाता है। पौधे के सभी भागों का उपयोग विभिन्न आयुर्वेदिक / यूनानी चिकित्सा में किया जाता है।
मानव शरीर में हड्डियों की कुल संख्या कितनी होती है?
मानव शरीर में 206 हड्डियाँ होती हैं। यह जन्म के समय 270 हड्डियों से बना होता है, जो कुछ हड्डियों के आपस में जुड़ने के बाद वयस्कता तक घटकर 206 हड्डियों तक पहुंच जाता है। इनमें से आधी से ज्यादा हड्डियाँ हाथों में होती हैं, जिनमें 54 हड्डियाँ होती हैं, और पैरों में, जिनमें 52 हड्डियाँ होती हैं।
निम्नलिखित में से कौन सी धातु कॉपर सल्फेट के घोल से कॉपर जमा कर सकती है?
आयरन अपने नमक से कॉपर को विस्थापित करता है, आयरन सल्फेट का घोल बनाता है और धातु की सतह पर धात्विक तांबे का एक पतला लेप जमा करता है। सामान्य तौर पर, \"इलेक्ट्रोमोटिव श्रृंखला\" में तांबे से अधिक कोई भी धातु कॉपर सल्फेट के घोल से तांबे को विस्थापित कर देगी। |
गोरखपुर। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर आज महंगाई बेरोजगारी के खिलाफ में शुक्रवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया। इसमें कांग्रेस के सभी नेता और पदाधिकारी शामिल हुए। सडक़ पर धरना-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से नोंकझोंक भी हुई। इसके बाद पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को ?गिरफ्तार कर लिया। साथ ही सडक़ जाम करने पर सभी कांग्रेसियों के खिलाफ पुलिस ने मुदकमा भी दर्ज कर लिया है।
शुक्रवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान के नेतृत्व में काफी अधिक संख्या में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता टाउनहाल पर इक_ा हुए। इसके बाद प्रदर्शन करते हुए गोलघर पहुंचे। चेतना तिराहे के पास कांग्रेसियों ने मुख्य मार्ग जाम कर दिया और सडक़ पर लेट कर विरोध प्रदर्शन करने लगे। ऐसे में करीब डेढ़ घंटे तक सडक़ पूरी तरह जाम हो गया। यह देख काफी अधिक संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने उन्हें समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन उन्होंने पुलिस की एक न सुनी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती करते हुए सभी कांग्रेसियों को गिरफ्तार कर लिया। स्क्क सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सडक़ जाम करने के मामले में कांग्रेस पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ कैंट थाने में केस दर्ज किया गया है।
जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान ने कहा कि ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक कांग्रेस पार्टी के सभी निर्वाचित प्रतिनिधि अपने ब्लाक या जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करते हुए सामूहिक गिरफ्तारी देंगे। उन्होंने बताया कि देश में बढ़ती महंगाईग् रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई है। पेट्रोल-डीजलग् एलपीजी से लेकर दालेंग् कुकिंग ऑयल जैसे जरूरी सामानों की कीमतें आसमान छू रहीं हैं। इससे आम जनमानस का जीना मुहाल हो गया है।
प्री- पैक्ड अनाज, आटा, शहद, दही इत्यादि आवश्यक वस्तुओं पर अतार्तिक ढंग से जीएसटी लगाने के कारण महंगाई और बढ़ गई है। गांवग् शहरग् संगठित क्षेत्र में हर जगह बेरोजगारी ने विकराल रूप धारण कर रखा है। इसे लेकर कांग्रेस पार्टी शुक्रवार को इसके विरोध में देशव्यापी प्रदर्शन कर रही है।
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इंटेल कंप्यूट स्टिक रिव्यू
24 / 10 / 2015 5 मिनट पढ़ा
जबकि स्मार्टफ़ोन ने सभी का ध्यान खींचा है, वहाँ एक आता है युक्ति हर बार एक समय में, जिसका उद्देश्य उन्हें याद दिलाना है लोग दुनिया की, कि वहाँ is तकनीक के केवल हाथ में लिए जाने वाले टुकड़ों की तुलना में बहुत अधिक है। उन उपकरणों में से एक नया इंटेल कंप्यूट स्टिक है। जबकि डिवाइस बाहर से एक नियमित यूएसबी स्टिक की तरह लग सकता है, इसके अंदर की बात ने सभी को गुलजार कर दिया। अब इससे पहले कि मैं इंटेल कंप्यूट स्टिक के बारे में गहराई से जाऊं, मैं आपको मूल रूप से यह बताने के लिए कुछ समय देता हूं कि यह इंटेल कंप्यूट स्टिक पहले स्थान पर क्या है। मूल रूप से, इंटेल कंप्यूट स्टिक एक प्रयोगात्मक या 'बीटा' डिवाइस है, जो यूएसबी क्षमताओं के साथ एक टेलीविजन में प्लग किए जाने पर इसे एक बुनियादी में बदल देता है। कंप्यूटर युक्ति। अब, लोगों के मन में आम सवाल हो सकता है कि "फिर, स्मार्ट टीवी और इस डिवाइस में क्या अंतर है? ". ठीक है, उत्तर आज तक ठोस नहीं हो सकता है, लेकिन जब आप देखते हैं it से आवेदन बिन्दु देखने के लिए, एक स्मार्ट टीवी वास्तव में आपको a . की कार्यक्षमता नहीं देता है PC युक्ति। इसके साथ एक टीवी का अधिक इंटरनेट पहुंच। दूसरी ओर कंप्यूट स्टिक, एक बेसिक . के साथ भरी हुई है प्रक्रमक और ऑन बोर्ड ग्राफिक्स, जो टीवी डिवाइस को कंप्यूटर में बदलने के लिए पर्याप्त हैं। इस बहुत ही संक्षिप्त व्याख्या को बेहतर ढंग से समझने के लिए, आइए समीक्षा में आते हैं -
हार्डवेयर और डिजाइन -
सेट अप और डिवाइस प्रदर्शन -
अगला प्रश्न प्रतिस्पर्धा का है -
इंटेल कंप्यूट स्टिक पर एक नजर डालते हैं, और आप जानते हैं कि इंटेल ने वास्तव में डिजाइन को अपनी नंबर 1 प्राथमिकता नहीं बनाया है। कंप्यूट स्टिक, सादे और सरल शब्दों में, एक काला, सादा दिखने वाला यूएसबी स्टिक है, जो दिखने में व्यावहारिक रूप से किसी का ध्यान नहीं जाएगा। केवल बिट चेसिस पर साफ-सुथरी डिजाइनिंग की पीठ पर चिकना सफेद इंटेल लोगो और कुछ वेंट हैं जो बाजार में किसी भी डिवाइस पर देखे गए कुछ सबसे छोटे प्रशंसकों के आउटलेट के रूप में काम करते हैं। चूंकि यह भारत का एकमात्र उपकरण है पैकेज, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि यह स्लॉट्स में व्यस्त होने वाला है। तो, शुरू करने के लिए, हमारे पास एक एकल यूएसबी स्लॉट है, जो स्पष्ट रूप से पर्याप्त नहीं है क्योंकि आपको दोनों को कनेक्ट करना होगा, माउस और टीवी के लिए कीबोर्ड। इसलिए, यदि आप इंटेल कंप्यूट स्टिक में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास एक यूएसबी है हब तैयार है, एक यूएसबी के रूप में बंदरगाह बस पर्याप्त नहीं है। इसके बाद, हमारे पास एक मानक माइक्रो यूएसबी है जो एसी एडाप्टर, एक माइक्रोएसडी a से जुड़ता है कार्ड स्लॉट, जो की अनुमति देता है स्मृति 128GB तक विस्तार, और एक शक्ति बटन एक साधारण नीले रंग के साथ एलईडी संकेतक। कुल मिलाकर, इंटेल कंप्यूट स्टिक एक अत्यधिक आदिम उपकरण है जिसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को अत्यधिक पोर्टेबल रूप में चलते-फिरते कंप्यूटर बनाने में मदद करना है, लेकिन यह अन्य ओईएम के लिए काम करने के लिए एक बेंचमार्क के रूप में भी काम करता है, और एक मेजबान आने वाले दिनों में अत्यधिक परिष्कृत विकल्पों की। अब, जहां तक डिजाइन पर टिप्पणी करने की बात है, मैं कहूंगा कि जबकि इंटेल ने कुछ दृश्यमान गलतियां की हैं और यह कि एक एकान्त यूएसबी पोर्ट का समावेश नहीं है कमी यह, यह अभी भी एक उपकरण है जो नवाचार चिल्लाता है। तो कुल मिलाकर, इतना भव्य डिज़ाइन नहीं, लेकिन फिर भी अत्यधिक नवीन विचार।
इंटेल कंप्यूट स्टिक को स्थापित करना काफी आसान है और इसके लिए केवल इनपुट और बिजली आपूर्ति क्षेत्रों में धैर्य की आवश्यकता होती है। इनपुट पर आते हुए, आप पहले ही ऊपर दिए गए डिज़ाइन सेक्शन में पढ़ चुके हैं, कि कंप्यूट स्टिक में एक ही USB पोर्ट है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आपके पास कीबोर्ड और माउस सेट करने के लिए USB हब तैयार है। एक बार जब आप उन्हें तैयार कर लेते हैं, तो बिजली की आपूर्ति पर चलते हैं। अब, जब अन्य USB एक्सेसरीज़ की बात आती है, जैसे कि इसके लिए Chromecast उदाहरणयूएसबी केबल को सीधे बिजली की आपूर्ति के रूप में टीवी से जोड़ा जा सकता है। हालाँकि, Intel Compute Stick थोड़ा अलग है। बिजली की आपूर्ति एक एसी एडॉप्टर के रूप में आती है, जिसे हर समय आपके कंप्यूट स्टिक को पावर देने के लिए प्लग इन किया जाना चाहिए। इसलिए, सुनिश्चित करें कि आपके पास इस एसी एडॉप्टर को रखने के लिए एक दीवार सॉकेट खाली है क्योंकि टीवी स्वयं एक विकल्प के रूप में काम नहीं कर सकता है। एक बार जब आपके पास ऊपर बताई गई आवश्यकताएं हों, तो डिवाइस का उपयोग करना किसी भी विंडोज 8 डिवाइस की तरह ही है। अब, कंट्रोल स्टिक को नियमित में प्लग करना मॉनिटर आपको एक स्टॉक कंप्यूटर अनुभव देगा। असली मज़ा तब शुरू होता है जब आप इस सुंदरता को उन विशाल प्रदर्शनों में से एक में प्लग करते हैं। यह वास्तव में कुछ और है जब आप अपनी कंप्यूटिंग एक बड़े 50 इंच के टीवी पर करते हैं, यदि आप उस तरह के हैं। तो, मुख्य प्रश्न पर आते हैं - "यह उपकरण वास्तव में कितना अच्छा प्रदर्शन करता है? "ठीक है, जिनके मन में यह प्रश्न है, उनके लिए ये हैं कुंजी डिवाइस के स्पेसिफिकेशन-
1.3GHz एटम Z3735F (के साथ) फट 1.8GHz तक की गति)
का 2 जीबी रैम
32 जीबी ऑन बोर्ड स्टोरेज।
जबकि विनिर्देश काफी बुनियादी हैं, यह सापेक्ष उत्पादकता के साथ बुनियादी उत्पादकता आधारित कार्यों को करने देगा, लेकिन जब आप अपनी क्षमता से परे डिवाइस को लोड करना शुरू करते हैं, तो तनाव रेखाएं दिखाई देने लगती हैं, जो मुझे कहने से डरता है, वास्तव में बहुत अधिक नहीं है के साथ जाने के लिए। लुक और फील, साथ ही डिवाइस का प्रदर्शन प्रायोगिक रूप से और इसके माध्यम से चिल्लाता है, इसलिए यदि आप भारी गेमिंग अनुभव की उम्मीद कर रहे हैं, तो यह डिवाइस एक सख्त नो-नो है। उस ने कहा, यह पहली कोशिश नहीं है या तो आप भविष्य के लिए इंटेल की योजना का पहला हाथ महसूस करने के लिए तैयार हैं, तो निश्चित रूप से इस उपकरण को एक स्विंग दें।
इंटेल कंप्यूट स्टिक एक पूरी नई अवधारणा है, इसलिए यह एक आम गलत धारणा हो सकती है कि अभी तक कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, लेकिन मजेदार बात यह है कि वहां कुछ विकल्प हैं। कुछ मौजूदा विकल्पों में MeeGoPad T01, और FXI कॉटन कैंडी स्टिक शामिल हैं। हालाँकि, सच्ची प्रतिस्पर्धा हाल ही में घोषित Google Chromebit से आती है, जिसकी कीमत $100 है और यह Chrome OS चलाता है, और 2GB RAM के साथ आता है। फिर कम कीमत के बजट लैपटॉप हैं, जैसे कि $200 एचपी स्ट्रीम, जो एचडीएमआई क्षमताओं के साथ आते हैं और पूरी तरह कार्यात्मक लैपटॉप भी हैं।
अंत में, मैं यह कहना चाहूंगा कि इंटेल ने इस क्षेत्र में एक साहसिक कदम आगे बढ़ाया है क्षेत्र प्रौद्योगिकी का, और जबकि उनका प्रवेश वास्तव में आंखों के लिए एक दावत नहीं है, यह अभी भी एक अवधारणा है कि लोग वास्तव में उनके बारे में पढ़ने के बजाय खरीद और अनुभव कर सकते हैं। इन वर्षों में, हमने इंटेल को दर्शकों को लुभाने की कोशिश करते और असफल होते देखा है मोबाइल प्रसंस्करण, लेकिन मेरा मानना है कि, कंप्यूट स्टिक के साथ, इंटेल को अंततः निर्माण के लिए एक मजबूत आधार मिल गया है। उन्हें केवल एक चीज को ध्यान में रखना चाहिए, वह है बाजार का समय। वास्तव में, Google के क्रोमकास्ट, या यहां तक कि बजट लैपटॉप की तुलना में, इंटेल कंप्यूट चिप को निश्चित रूप से ब्लॉकबस्टर बिक्री नहीं मिलेगी, लेकिन अगर इंटेल ड्राइंग बोर्ड पर वापस जाता है, और बोर्ड पर कुछ अच्छे डिजाइनर प्राप्त करता है, और बाहर लाता है अधिक परिष्कृत पुनरावृत्ति (गणना चिप २.०?) , तो सफलता निश्चित रूप से आएगी। |
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Uttarakhand weather : गर्मी के मौसम में उत्तराखंड के मैदानी हिस्सों में तो परेशानी हो रही है, लेकिन पहाड़ों में राहत महसूस की जा रही है. मसूरी, नैनीताल, धनौल्टी में पर्यटन ज़ोरों पर है, तो 8 मई को बद्रीनाथ के कपाट खुलने से पहले ही चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है.
Last Updated : May 07, 2022, 12:07 IST
देहरादून. उत्तराखंड के पहाड़ों और मैदानों के मौसम में ज़मीन आसमान का फर्क दिख रहा है. वहीं, चार धाम यात्रियों के लिए अच्छी खबर यह है कि चारों धामों में मौसम सुहावना हो गया है. केदारनाथ और बद्रीनाथ में थोड़ी ज़्यादा ठंडक है और गंगोत्री व यमुनोत्री में बारिश ज़्यादा हो रही है. पहाड़ों में पिछले एक हफ्ते से शुरू हुआ बारिश का दौर अब भी जारी रह सकता है इसलिए यात्रियों को हिदायत दी जा रही है कि वो मौसम के हिसाब से गर्म कपड़ों के इंतज़ाम के साथ सफ़र करें. साथ ही, यह भी अपील की गई है कि हृदय या अन्य गंभीर रोगों से ग्रस्त लोग विशेषज्ञ मेडिकल सलाह के बाद ही सतर्कता से यात्रा करें.
चारों धामों के मौसम के डिटेल्स से पहले आपको बताते हैं कि मौसम विभाग का अनुमान क्या है. मौसम विभाग की मानें तो आज शनिवार यानी 7 मई को भी उत्तराखंड के बागेश्वर, उत्तरकाशी, पिथौरागढ़ जैसे पहाड़ी इलाकों में कहीं कहीं हल्की बारिश हो सकती है. दूसरी तरफ, मैदानी इलाकों में मौसम सामान्य तौर पर सूखा रहेगा, जिससे गर्मी और उमस परेशान कर सकती है.
कैसा है चारों धामों का मौसम?
रुद्रप्रयाग ज़िले में स्थित केदारनाथ धाम में मौसम साफ है. शुक्रवार को यहां कपाट खुलने से शुरू हुई यात्रा के समय धाम के आसपास की पहाड़ियों पर बर्फ दिखाई दी. यहां दोपहर तक हल्की धूप खिल रही है और शाम से लेकर सुबह तक ठंडक बनी हुई है. इसी तरह बद्रीनाथ धाम में भी मौसम सुहावना है. सुबह शाम के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जा रही है. दोपहर में अच्छी धूप खिलने से लोगों को राहत भी है.
न्यूज़18 संवाददाता नितिन सेमवाल की रिपोर्ट के मुताबिक मई के महीने में बद्रीनाथ धाम में दोपहर में अच्छी धूप खिलती है. हालांकि अभी भी नीलकंठ पर्वत, नर नारायण पर्वत की चोटियों पर हल्की बर्फ जमी हुई है. मोटे तौर पर बद्रीपुरी में मौसम साफ है. बर्फ जमी होने से सुबह शाम ठंड महसूस हो रही है और मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी से राहत पाने के लिए तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम का रुख भी कर रहे हैं.
यात्रियों को खूब भा रहा गंगोत्री-यमुनोत्री का मौसम
उत्तरकाशी संवाददाता बलबीर परमार ने रिपोर्ट किया कि यहां रोज़ाना बदल रहा मौसम यात्रियों और पर्यटकों को भा रहा है. पिछले चार दिन में गंगोत्री धाम में 25,775 और यमुनोत्री धाम में 25,032 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. यात्रा शुरू होने के दिन यानी 3 मई से ही शाम होते मौसम बदल रहा है, जिससे ठंड भी महसूस हो रही है. दिन भर मौसम खुला रहने के बाद शाम को बारिश होने का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा.
बारिश से रास्ते खराब होने के बावजूद ज़िले के हर मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है. जनपद में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी, बिहार, दिल्ली, राजस्थान सहित अन्य प्रांतों से तीर्थयात्री भारी संख्या में पहुंच रहे है. पुरोहित और मंदिर कमेटियां यात्रियों को गर्म कपड़े साथ लाने के लिए अपील कर रही हैं. रिपोर्टर सुष्मिता थापा ने बताया कि बागेश्वर में भी रोज़ाना दोपहर बाद झमाझम बारिश से मौसम अच्छा है. शुक्रवार शाम भी यहां बारिश हुई. |
LIVE: शाहजहांपुर में बोले PM मोदी- घड़ियाली आंसू बहाने वालों ने कुछ नहीं किया - Time News
LIVE: शाहजहांपुर में बोले PM मोदी- घड़ियाली आंसू बहाने वालों ने कुछ नहीं किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. आज वह शाहजहांपुर पहुंचे हैं, जहां वह किसानों की रैली को संबोधित कर रहे हैं.
पीएम मोदी के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी यहां पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि यूपी में पहली बार किसानों को उनकी उपज के उचित दाम देने का काम किया गया है.
अपने भाषण में किसानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि पूरे देश का किसान हमें आशीर्वाद दे रहा है. उन्होंने कहा, 'कुछ दिन पहले गन्ना किसान मुझसे मिलने दिल्ली आए थे और मैंने उनसे कहा था कि जल्द ही गन्ना किसानों को एक खुशखबरी सुनने को मिलेगी और वही वादा निभाने मैं शाहजहांपुर आया हूं.' पीएम मोदी ने बताया कि गन्ना किसानों को उनकी सरकार ने तोहफा दिया है. इस बार जो गन्ना बोया गया है, उसका लागत से लगभग पौने दो गुना ज्यादा मिलेगा.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने यह फैसला किया है कि देश के गन्ना किसानों को गन्ने पर लागत मूल्य के ऊपर लगभग 80% सीधा लाभ मिलेगा. धान, मक्का, दाल और तेल वाली 14 फसलों के सरकारी मूल्य में 200 रुपये से 1800 रुपये की बढ़ोतरी देश के इतिहास में कभी नहीं हुई है.
विपक्ष पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज जो किसानों के लिए घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उनके पास भी ये काम करने का मौका था लेकिन उनके पास किसानों के लिए कार्य करने की फुर्सत नहीं थी.
पौने दो गुना गन्ने का दाम
पीएम मोदी ने बताया, 'इस बार जो गन्ना बोया है उसकी प्रति कुंतल लागत 155 रुपये है. लेकिन इस बार जो मूल्य तय किया गया है वो पौने दो गुना हो रहा है.' पीएम ने आगे कहा कि अगर चीनी की रिकवरी प्रति कुंतल कम भी होती है तो भी पहले से अधिक 261 रुपये का भाव मिलेगा. |
coronavirus lockdown migrant workers gather delhi up border gazipur after yogi adityanath promise auraiya accident - यूपी: राशन के लिए लाइन में लगी महिलाओं पर पुलिस ने बरसाई लाठी, बॉर्डर पर फिर उमड़ी मजदूरों की भीड़ - Jansatta
यूपी पुलिस के सब इन्स्पेक्टर प्रचंड त्यागी ने बताया कि गाजीपुर में बहुत भीड़ जमा हो चुकी है। उन्होंने बताया कि हम लोग प्रवासियों से ट्रेन पकड़ने की अपील कर रहे हैं लेकिन वो हट नहीं रहे हैं।
जनसत्ता ऑनलाइन नई दिल्ली | Updated: May 17, 2020 9:14 AM
रविवार को गाजीपुर बॉर्डर पर लगी प्रवासी मजदूरों की भीड़। (एएनआई)
गौतमबुद्धनगर जिले के नोएडा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आयी है। दरअसल सेक्टर 19 में राशल लेने के लिए लाइन में लगी महिलाओं पर एक पुलिस दरोगा लाठियां भांजते नजर आ रहा है। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जो काफी वायरल हो रहा है। वहीं महिलाओं पर दरोगा के लाठियां चलाने की वजह से नोएडा पुलिस की काफी फजीहत भी हो रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी दरोगा को सस्पेंड कर विभागीय जांच की जा रही है।
खबर के अनुसार, घटना शुक्रवार दोपहर की है, जहां सेक्टर 19 में राशन की दुकान के बाहर महिलाओं की लंबी लाइन लगी है। तभी वहां दरोगा सौरभ कुमार अपनी टीम के साथ निगरानी करने आए थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना होते देख वह कुछ महिलाओं को डंडा मारते हैं। इस घटना का किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया, जिससे इस घटना का खुलासा हुआ। फिलहाल पुलिस आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की बात कह रही है।
यूपी के औरैया में शनिवार को भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की दर्दनाक मौत के बाद भी प्रवासी श्रमिक अपने-अपने घर जाने को बेताब हैं। दिल्ली-यूपी बार्डर पर गाजीपुर में रविवार (17 मई) को भी सैकड़ों प्रवासी मजदूर इकट्ठे हो गए। दरअसल, यूपी की योगी सरकार ने औरैया हादसे के बाद जिलाधिकारियों को ये आदेश दिया था कि जो भी प्रवासी पैदल सड़क पर जाते दिख रहे हों उन्हें तुरंत बस मुहैया कराएं। इसके बाद दिल्ली और आसपास में रह रहे प्रवासी यूपी बॉर्डर की ओर चल पड़े।
ओडिशा सरकार की अच्छी पहल, क्वारैंटाइन सेंटर पर प्रवासियों को दे रही ट्रेनिंग, बना रहा कम्यूनिटी हेल्थ वर्कर, रोजाना दे रही भत्ता
यूपी पुलिस के सब इन्स्पेक्टर प्रचंड त्यागी ने बताया कि गाजीपुर में बहुत भीड़ जमा हो चुकी है। उन्होंने बताया कि हम लोग प्रवासियों से ट्रेन पकड़ने की अपील कर रहे हैं लेकिन वो हट नहीं रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिना वैध पास के किसी को भी राज्य में घुसने नहीं दिया जाएगा।
1 10 दिनों में 96 प्रवासियों की दर्दनाक मौत, रोजाना दो हादसे, पर सियासत का खेल जारी, राज्यों पर डाली जा रही जिम्मेदारी |
बिहार उपचुनाव : राजद और जदयू में होगा दिलचस्प मुकाबला, बिखरे विपक्ष से राजग को बढ़त मिलने की आस
पटना, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)। बिहार में दो सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव को लेकर राज्य में राजनीतिक सरगर्मी तेज है। इस चुनाव में विपक्षी दलों के महागठबंधन के प्रमुख घटक दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और कांग्रेस ने अपने-अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से जदयू के प्रत्याशी ताल ठोंक रहे हैं। सांसद चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी अपने योद्घा चुनावी रण में उतार दिए हैें।
वैसे, शुक्रवार को नामांकन की अंतिम तारीख है लेकिन अब तक जो तस्वीर उभरकर सामने आई है, उसमें मुख्य मुकाबला राजद और जदयू के बीच माना जा रहा है।
इस चुनाव में राजद और जदयू दोनों संशय की स्थिति में है। राजद और कांग्रेस के अलग-अलग उम्मीदवार होने से महागठबंधन के वोटरों में संशय की स्थिति है जबकि जदयू को भी चिराग के प्रत्याशी उतार देने के बाद वोट कटने का डर सता रहा है। वैसे, राजग के उम्मीदवार को बिखरे महागठबंधन से बढ़त मिलने की उम्मीद है।
राजग और राजद दोनों अपने-अपने जीत के दावे कर रहे हैं, लेकिन दोनों के लिए राह इतनी आसान नहीं है। वैसे, अभी दोनों विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशियों को लेकर तस्वीर लगभग साफ होती भले दिख रही हो लेकिन मतदाता अभी चुप्पी साधे हुए हैं। माना जा रहा है कि मतदान के दिन नजदीक आने के बाद मतदाता अपनी राय स्पष्ट कर सकेंगे।
कुशेश्वरस्थान से जदयू ने दिवंगत विाायक शशिभूषण हजारी के पुत्र अमन हजारी को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने पूर्व विाायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता ड अशोक कुमार के बेटे अतिरेक कुमार को मैदान में उतारा है। राजद गणेश भारती पर दांव आजमा रही है तो लोजपा (रामविलास) ने महिला अंजू देवी को मैदान में उतारकर महिलाओं को आकर्षित करने के प्रयास में है।
माना जाता है कि तारापुर विधानसभा सीट में चुनाव परिणाम कुशवाहा और वैश्य जाति के मतदाता करते हैं। ऐसे में सभी पार्टियों की नजर इन मतदाताओं पर टिकी है। जदयू ने कुशवाहा जाति से आनेवाले राजीव कुमार सिंह को टिकट थमाया है तो राजद अरूण कुमार साह के जरिए राजग के वैश्य मतदाताओं में सेंध लगाने की कोशिश करेगी। कांग्रेस ने राजीव मिश्रा पर दांव लगाया है तो लोजपा (रामविलास) ने चंदन सिंह को चुनावी मैदान में उतार दिया है।
इस चुनाव को लेकर सभी पार्टियों के अपने पक्ष में दावे हैं, लेकिन इस चुनाव में जदयू की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पिछले वर्ष हुए चुनाव में दोनों सीटों कुशेश्वरस्थान और तारापुर में जदयू के उम्मीदवार जीते थे। वैसे, इस चुनाव में मुख्य मुकबला जदयू और राजद के बीच माना जा रहा है।
इन दोनों विधानसभा क्षेत्रों में 30 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे, जबकि दो नवंबर को परिणाम घोषित होगा। प्रत्याशी आठ अक्टूबर तक नामांकन का पर्चा दाखिल कर सकते हैं। |
इंदौर में सीएम कमलनाथ का ऐलान- MP को फार्मा उद्योगों का हब बनाएंगे, We will make MP pharmaceutical hub said CM Kamalnath mpat nodsb | madhya-pradesh - News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी
Updated: February 28, 2020, 7:08 PM IST
सीएम कमलनाथ ने फार्मा उद्योगों की समस्याओं के निराकरण का भरोसा दिलाया
इंदौर दौरे पर पहुंचे सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने कहा है कि मध्य प्रदेश को फॉर्मास्युटिकल हब बनाया जायेगा. इसके लिये उन्होंने औद्योगिक संस्थानों से आव्हान किया है कि वे मध्य प्रदेश में आएं, रिसर्च करें और फॉर्मास्युटिकल उद्योगों की इकाइयां स्थापित करें.
Last Updated: February 28, 2020, 7:08 PM IST
इंदौर. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर में पीथमपुर औद्योगिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि फार्मा उद्योग (Pharma) की समस्याओं का उचित निराकरण कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में फॉर्मास्युटिकल औद्योगिक ईकाईयों की स्थापना की अपार संभावनाएं है इसलिए प्रदेश को फॉर्मास्युटिकल हब बनाया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्रतिष्ठित सन फार्मा ने प्रदेश में अपनी रिसर्च की शुरूआत कर दी है. प्रदेश में उपलब्ध जड़ी बुटियों और अन्य संसाधनों की मदद से वो कैंसर के ईलाज के लिये 70 प्रतिशत से अधिक खोज को पूरा कर चुकी है.
सोलर प्लांट लगाने का किया आह्वान
सीएम कमलनाथ ने औद्योगिक ईकाईयों से कहा कि वे अपनी-अपनी इकाइयों में सोलर प्लांट लगवाएं, राज्य सरकार इसके लिए अनुदान देगी. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर की आशा कॉन्फेक्शनरी का दौरा किया और कहा कि जनता और उद्यमियों के सहयोग से प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाना है ये हमारे लिये सौभाग्य की बात है कि हमारे प्रदेश में वन संसाधन, खनिज संसाधन और मानव संसाधन पर्याप्त है, इसलिये यहां पर सभी राज्यों के उद्योगपति उद्योग लगाने के लिये उत्सुक रहते हैं.
सीएम ने कहा- मैंने आईफा को MP में लाने के लिए पूरा जोर लगाया
सीएम ने कहा कि इस प्रदेश में सांस्कृतिक विविधता है क्योंकि यह प्रदेश 5 राज्यों से घिरा हुआ है, जिसके कारण यहां पर मानव संसाधन और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी नहीं है. उन्होंने कहा कि उद्योगों के लिये जमीन, कच्चा माल, उद्यमी और पूंजी के अलावा इच्छाशक्ति की सख्त जरूरत होती है. सीएम कमलनाथ ने खेल मंत्री जीतू पटवारी के विधानसभा क्षेत्र को 900 करोड़ की विकास योजनाओं की सौगात दी और कहा कि मध्य प्रदेश को विकसित राज्य की श्रेणी में लाना है. उन्होंने कहा कि मैंने आईफा को मध्य प्रदेश में लाने के लिए पूरा जोर लगाया है. आईफा से मध्य प्रदेश को पूरे देश और विश्व में नई पहचान मिलेगी. |
सबसे बड़ी वेब सीरीज 'कहने को हमसफर है' के लिए आयोजित किया गया एकता का पहला डिजिटल कॉन्सर्ट – Samachar Lahrein
सबसे बड़ी वेब सीरीज 'कहने को हमसफर है' के लिए आयोजित किया गया एकता का पहला डिजिटल कॉन्सर्ट
May 26, 2020 May 26, 2020 admin 0 Comments First digital concert, Kahne ko humsafar Hain
एकता कपूर के ऑल्ट बालाजी ने 'कहने को हमसफर है' के तीसरे सीजन के साथ वापसी कर ली है। पहले दो सीजन में शादी, रिश्ते, अनुकूलता और प्यार को दर्शाने के लिए दर्शकों द्वारा बेहद सरहाया गया था। जिसके बाद से दर्शकों को बेसब्री से तीसरे सीजन का इंतजार है, जो 6 जून दोपहर 12 बजे से ऑल्ट बालाजी और जी5 पर स्ट्रीमिंग के लिए उपलब्ध होगा!
लेकिन उससे पहले, दर्शकों को एक अनोखा यूट्यूब प्रीमियर 'ओ मेरे हमसफर' देखने मिलेगा जो कि ऑल्ट बालाजी और जी5 की सीरीज 'कहने को हमसफर है' की स्टार कास्ट के साथ एक डिजिटल म्यूजिक कॉन्सर्ट है। यूट्यूब प्रीमियर की मेजबानी गायक, टेलीविजन एंकर और पूर्व ऑल इंडिया रेडियो एफएम रेनबो रेडियो जॉकी, मिहिर जोशी द्वारा की जाएगी। 'ओ मेरे हमसफर' का प्रीमियर 26 मई को शाम 5 बजे ऑल्ट बालाजी के यूट्यूब पेज पर होगा। इस अनोखे यूट्यूब प्रीमियर का आगाज पहले दो सीजन के सफर के साथ शुरू होगा, जो दर्शकों के जहन में श्कहने को हमसफर हैंश् की बीती यादें ताजा कर देगा।
एकता कपूर ने साझा किया, "ओ मेरे हमसफर दर्शकों के लिए एक अनोखा प्रीमियर है। यह कहने को हमसफर हैं के एक संगीतमय सफर का प्रदर्शन करेंगे, जिसमें शो के कलाकारों की भूमिका होगी और अभिजीत सावंत, ऐश्वर्या मजुमदार और प्रतिभा सिंह जैसे प्रसिद्ध प्लेबैक गायकों द्वारा शो के लोकप्रिय गानों का सुंदर प्रदर्शन किया जाएगा। यह संगीतमय सफर निश्चित रूप से दर्शकों के लिए घर से एक दिलचस्प अनुभव होगा, जो उन्हें लॉकडाउन की बोरियत को दूर करने में मदद करेगा और इसके तीसरे सीजन के लॉन्च से पहले शो की सुंदरता को फिर से देख पाएंगे!'
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हाय दोस्तों! मुझे आशा है कि आप इस समय के दौरान अच्छी तरह से हैं।
क्या हम इस तस्वीर में कीटा की तरह सभी तरह का महसूस करते हैं?
उसकी प्राकृतिक निवास स्थान में रानी अपने पसंदीदा कंबल (ओं) में लिपटे हुए हैं।
अब, मैं कहूंगा कि मैंने व्यक्तिगत रूप से क्वारंटाइन के दौरान सोफे पर सभी दिन बिताए नहीं हैं, लेकिन मैंने इस बार वास्तव में आत्म-देखभाल पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उपयोग किया है।
इस समय से पहले जीवन निश्चित रूप से व्यस्त था और जाओ-जाओ-जाओ, लेकिन मैं व्यक्तिगत रूप से उस गति को पसंद करता था और पसंद करता था। एक यात्रा ट्रेनर के रूप में, मैं अक्सर एक स्थान से अगले स्थान पर जा रहा हूं लेकिन निश्चित रूप से अपनी प्राथमिकता सूची के अंत में अपनी खुद की आत्म-देखभाल डाल रहा था, भले ही मुझे पता था कि मुझे उस क्षेत्र में बेहतर करने की ज़रूरत है।
मेरी चिंता इस समय के दौरान बढ़ी और मुझे जल्दी से एहसास हुआ कि मुझे मानसिक रूप से संबोधित करने की आवश्यकता थी कि मुझे लगता है कि मेरी व्यस्त जीवनशैली अक्सर अलग धकेलती है।
मैंने थेरेपी (वीडियो कॉल के माध्यम से) वापस जाने शुरू कर दिया, जो मेरे लिए एक गेम-परिवर्तक रहा है क्योंकि यह हमेशा रहा है। मुझे पता था कि मुझे किसी को देखने में वापस आने की जरूरत है और मदद के लिए हर हफ्ते उस समय को समर्पित करने के लिए अब बेहतर समय नहीं था।
मैं चिकित्सा में गया हूं क्योंकि मैं 10 साल का था और यह हमेशा मेरी चिंता के लिए इतना उपयोगी रहा है।
चिकित्सा के शीर्ष पर (जो मेरा # 1 है), मैं भी मैग्नीशियम नमक स्नान कर रहा हूं, एक सप्ताह में कई रातों की कुछ बूंदों के साथ मैं वास्तव में बस जाने और आराम करने के लिए।
मैं अभी भी ज़ूम के माध्यम से एक हफ्ते में 5x कक्षाएं पढ़ रहा हूं और उन दिनों को गतिशीलता, खींचने,% 26AMP के साथ संतुलित करने की कोशिश कर रहा हूं; योग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मेरे शरीर को वसूली के लिए क्या चाहिए।
मैं एक साधारण त्वचा देखभाल दिनचर्या खोजने में भी अधिक समय व्यतीत कर रहा हूं जिसे मैं% 26amp के साथ लगातार रह रहा हूं; एनईडी पर अपने दोस्तों से इस सीबीडी बॉडी मक्खन जैसे कुछ अन्य रिकवरी टूल का भी उपयोग करना।
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– dot.com सामुदायिक साइट;
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क्या होगा अगर तुमहे कभी दर्द ना हो? – alugha
क्या होगा अगर तुमहे कभी दर्द ना हो?
दर्द भयानक लगता है लेकिन यह महत्वपूर्ण है! और वीडियो देखने के लिए यहां क्लिक करें: https://alugha.com/LifeNoggin लाइफ नोगिन का पालन करें! फेसबुक: https://facebook.com/LifeNoggin/ इंस्टाग्राम: https://instagram.com/lifenoggin/ ट्विटर: https://twitter.com/lifenoggin आधिकारिक वेबसाइट: https://lnstudios.co/ हम लाइफ नोगिन हैं! एक एनिमेटेड और शैक्षिक वेब शो जो आपको अपने भयानक जीवन और मस्तिष्क के बारे में सिखाने के लिए बनाया गया है जो आपको इसे जीने में सक्षम बनाता है! हम मानव शरीर के अंदर से लेकर बाहरी बाहरी स्थान तक हर चीज के बारे में सवालों के जवाब देते हैं। लाइफ नोगिन टीम: निर्देशक / आवाज: http://lifenogg.in/PatGraziosi कार्यकारी निर्माता - इयान डोकी: http://instagram.com/iandokie विपणन निदेशक: http://lifenogg.in/JaredOban रॉबर्ट ग्रिशम द्वारा एनीमेशन माइकल सागो द्वारा लिखित: https://twitter.com/michaelsago |
8 कारण आपका दूसरा प्यार आपका पहला पहला प्यार है - लाइफ़ हैक्स
मुख्य लाइफ़ हैक्स 8 कारण आपका दूसरा प्यार आपका पहला पहला प्यार है
हर किसी का दिल एक बार टूट गया है; हर किसी को अपने जीवन में कुछ समय के लिए धोखा दिया गया है और प्यार में आशा और विश्वास खो दिया है ... शायद, एक से अधिक बार।
हर किसी का दिल एक बार टूट गया है; हर किसी को अपने जीवन में कुछ समय के लिए धोखा दिया गया है और प्यार में आशा और विश्वास खो दिया है ... शायद, एक से अधिक बार। क्या इन चीजों ने प्यार को त्याग दिया है? क्या आपने अपने सिर और अपने दिल को बताया कि आप बस फिर से प्यार में पड़ने के विचार को भूल जाते हैं? यह कुदरती हैं। हालाँकि, यह आपके द्वारा दूसरी बार आने पर प्यार के पाठ्यक्रम को नहीं बदलता है।
आपको इस बात पर संदेह होगा कि फिर से प्यार पर भरोसा करना है या नहीं। तर्क और कारण आपकी मदद नहीं करेंगे। आप अभी भी प्यार को दोष दे सकते हैं क्योंकि पहली बार में सब कुछ गलत हो गया। लेकिन प्यार को दोष मत दो, क्योंकि यह प्यार है कि क्या 'तुम्हें तोड़ नहीं है।' यह वह व्यक्ति था जो आपको प्यार करना नहीं जानता था और जिसने आपको तोड़ दिया। हालांकि, हमेशा एक सकारात्मक पक्ष होता है, चाहे आप इसे पसंद करें या न करें। और यह आपको बताता है कि, शायद, दूसरी बार, कामदेव ने सही तीर फेंका है और पहली बार में प्यार उतना बुरा नहीं होगा।
यह आपको दिखाता है कि आप इतने लंबे समय तक अंधेरे में रहने के बाद प्रकाश दिखा रहे थे। यहां तक कि अगर आपको लगता है कि आशा विषाक्त है, तो दूसरा प्यार आपको सिखाएगा कि आपके पास एक और मौका हो सकता है। यह आपको दिखाएगा कि आप सबसे अच्छे के लायक हैं और नहीं सब कुछ खो गया है। दूसरा प्रेम वह आशा होगी जो आपका मार्गदर्शन करती है।
जो कुछ भी आप बल के साथ सामना करते हैं वह आपकी आत्मा पर बहुत प्रभाव डालता है। दूसरा प्यार वास्तविक है क्योंकि यह आपको अपने शानदार गुणों के कारण एक बार फिर से प्यार पर भरोसा करना सिखाता है। यह आपको सिखाता है कि आप फिर से प्यार करने में सक्षम हैं, इस समय अधिक दृढ़ता से। दूसरा प्यार उन टुकड़ों को लेने का है, जो आपका पहला प्यार आपको छोड़ गया है।
किशोर लड़कियों के लिए जीवन हैक
अपने पहले प्यार में सबसे बुरे का सामना करने के बाद, आप दूसरे के साथ धन्य हैं, जो बेहतर है। आपके द्वारा अपना दिल तोड़ने के बाद, आप महसूस करते हैं कि यह किसी भी तरह से अच्छा था, क्योंकि दूसरी बार, जिस व्यक्ति से आप प्यार करते हैं, वह आपको पहली बार महसूस किए गए मुकाबले बेहतर महसूस कराएगा। यह आपको बहने देने के महत्व को देखेगा।
यह प्यार बचपन की कल्पनाओं, अंधे प्यार या वासना जैसी निराधार बातों पर आधारित नहीं है ... कई चीजें जो आपने अपने पहले प्यार में अनुभव की थीं। दूसरा प्यार वास्तविक है क्योंकि यह अंधा, लापरवाह या विषाक्त नहीं है और यह केवल उम्मीदों और जुनून पर आधारित नहीं है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह तब होता है जब आप अपनी प्रवृत्ति को सुनना और परिपक्व निर्णय लेना सीख चुके होते हैं, केवल इसलिए नहीं कि आप अकेले हैं।
कोई भी किसी की दूसरी पसंद होना पसंद नहीं करता है, किसी को वे लौटने का फैसला करते हैं जब उन्हें एहसास होता है कि उन्होंने आपको खो दिया है। यदि इस तरह से आपके पहले प्यार ने आपके साथ व्यवहार किया है, तो आप जानते हैं कि आपका दूसरा प्यार वास्तविक होगा जब यह आपको दूसरे विकल्प के रूप में नहीं बल्कि पहले के रूप में मानता है। यह आपको प्यार का एहसास कराएगा, चाहे कुछ भी हो जाए।
आगे की पढाई: लव बनाम इनफैचुएशन - 21 टेल-टेल साइन्स
यह आपको सुरक्षित महसूस कराएगा, ऐसी जगह जहां आप हमेशा लौट सकें। यह तूफान, जीवन के तूफान, जिनके साथ आप हर दिन मिलते हैं, में आपकी शरण होगी। आपका पहला प्यार आपको अकेला छोड़ देगा, पराजित हो जाएगा, लेकिन फिर आपका दूसरा प्यार प्रकट होता है, जो आपको आपकी त्वचा में आरामदायक महसूस कराता है। यह वह क्षण होता है जब आपको एहसास होता है कि यह प्यार वास्तविक है।
आपको पता चल जाएगा कि आपका दूसरा प्यार वास्तविक है क्योंकि यह अलग है। यह आपको नई चीजों का अनुभव कराता है, जिन चीजों के बारे में आपने कभी नहीं सोचा था कि आप फिर से महसूस कर पाएंगे। यह आपकी शून्यता और आपकी उदासी को समाप्त कर देगा, और आप अलग महसूस करेंगे, खासकर क्योंकि किसी और ने आपको उस तरह से महसूस नहीं किया है।
यह आप कैसे जानेंगे यह वास्तविक है। यह आपके द्वारा पहले अनुभव की गई किसी भी चीज़ की तरह नहीं है; यह अंधेरे में चलना और अचानक प्रकाश को देखना पसंद है। |
Alliance Air | 9 अक्टूबर से मुंबई से सिंधुदुर्ग के लिए हवाई सेवा | Navabharat (नवभारत)
Published: September 25, 2021 08:10 AM
Alliance Air9 अक्टूबर से मुंबई से सिंधुदुर्ग के लिए हवाई सेवा
मुंबई. सिंधुदुर्ग के यात्रियों के लिए खुश खबरी है। अब उन्हें हवाई सेवा की सुविधा मिलेगी। एलाइंस एयर (Alliance Air) की मुंबई (Mumbai) से सिंधुदुर्ग (Sindhudurg) के लिए दैनिक उड़ान शुरू होने जा रही है। इसके तहत 9 अक्टूबर से उड़ान संख्या 9 आई 661 मुंबई से सुबह 11.35 बजे उड़ान भरेगी और दोपहर 1 बजे सिंधुदुर्ग पहुंचेगी। वापसी में उड़ान संख्या 9 आई 662 सिंधुदुर्ग से दोपहर में 1.25 बजे उड़ान भरकर दोपहर बाद 2.50 बजे मुंबई पहुंचेगी।
एलाइंस एयर के रिजनल को-आरडीनेटर (पश्चिम क्षेत्र) अली अब्बास अबीदी ने बताया कि कंपनी 70 सीटर एटीआर विमान इस रूट पर शुरु करेगी। इससे सिंधुदुर्ग के लोगों को हवाई सेवा मिलने लगेगी। यह उड़ान भारत सरकार की आरसीएस उड़ान योजना के तहत संचालित होगी।
सिंधुदुर्ग का किराया 2,520 रुपए
उन्होंने बताया कि मुंबई से सिंधुदुर्ग का किराया 2,520 रुपए होगा और सिंधुदुर्ग से मुंबई का भाड़ा 2,621 रुपए होगा। मुंबई और सिंधुदुर्ग के बीच सड़क मार्ग से यात्रा का समय लगभग 9 घंटे 23 मिनट है जो यात्रियों के लिए हवाई यात्रा सिर्फ 1 घंटे 25 मिनट में पूरी होगी। |
IAutoIndia :Kawasaki Ninja ZX-10R, ZX-10RR now assembled in India, Prices Reduced By 6 Lakh rupees Page 1
Page 1 of 4 30-06-2018
नई दिल्ली। इंडिया कावासाकी मोटर्स (आईकेएम) ने लोकल असेंबल की गई निंजा जेड एक्स-10आर और निंजा जेड एक्स-10आरआर को लॉन्च किया है। ये दोनों बाइक कंप्लीट्ली बिल्ट यूनिट के माध्यम से इम्पोर्ट की जाती थी लेकिन अब इन्हें पूणे स्थित कंपनी कावासाकी के चाकण प्लान में असेंम्बल किया जाएगा।
भारत में असेंबल किए जाने के बाद कीमतों में भारी डिस्काउंट देते हुए करीब 6 लाख रुपए तक की कटौती हुई है। जेड एक्स-10आरआर मैटे ब्लैक कलर में उपलब्ध है तो कावासाकी जेड एक्स-10आर कावासाकी रेसिंट टीम एडिशन कलर स्कीम में खरीदी जा सकती है।
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आजकल ब्लॉकचेन को सतोशी नाकामोतो के नाम से किसी व्यक्ति या लोगों के समूह का निर्विवाद रूप से सरल आविष्कार माना जाता है। अधिकांश क्रिप्टोक्यूरेंसी सिस्टम में ब्लॉकचेन तकनीक मूलभूत अवधारणाओं में से एक है। ब्लॉकचेन जो करता है वह विवरणों का एक सेट रिकॉर्ड करता है जिसमें एक समय शामिल होता है, एक क्रिप्टोग्राफ़िक हस्ताक्षर जो प्रेषक को वापस जोड़ता है और कुछ डेटा जो लगभग किसी भी चीज़ का प्रतिनिधित्व कर सकता है। बिटकॉइन के मामले में, यह भेजे जा रहे बिटकॉइन की संख्या है, लेकिन यह एक डिजिटल क्रिप्टोग्राफ़िक हस्ताक्षर हो सकता है, जिसे किसी भी इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज़ का "हैश" कहा जाता है।
ब्लॉकचेन लगातार बढ़ रहा है क्योंकि हर बार ब्लॉक पूरा होने पर एक नया ब्लॉक उत्पन्न होता है। पिछले ब्लॉक के हैश वाले प्रत्येक ब्लॉक के साथ उचित रैखिक, कालानुक्रमिक क्रम में ब्लॉक एक दूसरे से (एक श्रृंखला की तरह) जुड़े हुए हैं। एक क्लाइंट का उपयोग करके बिटकॉइन नेटवर्क से जुड़ा प्रत्येक कंप्यूटर जो लेनदेन को मान्य और रिले करने का कार्य करता है, उसे ब्लॉकचेन की एक प्रति प्राप्त होती है, जो बिटकॉइन नेटवर्क में शामिल होने पर स्वचालित रूप से डाउनलोड हो जाती है। ब्लॉकचेन की पूरी कॉपी में अब तक किए गए हर बिटकॉइन लेनदेन का रिकॉर्ड होता है।
ब्लॉकचेन को तोड़ना
ब्लॉकचैन बिटकॉइन के मुख्य तकनीकी नवाचार के रूप में देखा जाता है, क्योंकि यह नेटवर्क पर सभी लेनदेन के प्रमाण के रूप में खड़ा है। प्रौद्योगिकी लगभग हर प्रकार के लेन-देन के लिए काम कर सकती है जिसमें मूल्य शामिल है, जिसमें पैसा, सामान और संपत्ति शामिल है। इसके संभावित उपयोग लगभग असीमित हैं: कर एकत्र करने से लेकर प्रवासियों को उन देशों में परिवार को पैसा वापस भेजने में सक्षम बनाना जहां बैंकिंग मुश्किल है।
इसे स्पष्ट करने के लिए, आइए सामान्य बैंकिंग की तुलना करें बिटकॉइन नेटवर्क पर लेनदेन के लिए लेनदेन। बैंक और लेखा प्रणाली लेन-देन को ट्रैक और टाइमस्टैम्प करने के लिए लेजर का उपयोग करते हैं। अंतर यह है कि ब्लॉकचेन पूरी तरह से विकेंद्रीकृत और खुला स्रोत है। इसका मतलब है कि लोगों को लेन-देन पर नज़र रखने के लिए केंद्रीय बैंक पर भरोसा करने या भरोसा करने की ज़रूरत नहीं है। पीयर-टू-पीयर ब्लॉकचेन तकनीक सभी लेन-देन को मिटाने या खो जाने के डर के बिना उन पर नज़र रख सकती है।
इसमें कोई संदेह नहीं है कि ब्लॉकचेन तकनीक मुख्यधारा की तकनीक। इस तकनीक में दिखाई जा रही रुचि का स्तर उन अनुप्रयोगों के विकास को सक्षम करने की क्षमता को प्रदर्शित करता है जो पुरानी व्यावसायिक समस्याओं के लिए नए दृष्टिकोण लाएंगे। यह सामाजिक, कानूनी और वित्तीय चुनौतियां हैं जो इन परिवर्तनों को सामने ला सकती हैं जिन्हें हल करना अधिक कठिन समस्या साबित हो सकती है। |
फलों पर थूक लगाने वाला पुलिस हिरासत में
रायसेन। कोरोना संक्रमण के चलते सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा था, जिसमें एक फल व्यापारी अपने फलों को ठेले पर जमाते समय थूक लगा रहा था। इस वीडियो कोरोना संक्रमण फैलाने से जोड़कर वायरल किया जा रहा था। जब पूरे मामले में फल वाले की तलाश की गई तो रायसेन का शेरू फल वाला निकला।
दूसरी तरफ शेरू के परिजनों ने एक अलग ही तर्क दिया है। उनका कहना है कि पूर्व में उनकी दूध डेयरी थी। डेयरी का व्यापार अच्छा चलता था। उस समय दिनभर नोट आते थे और नोट को गिनने के लिए शेरू अक्सर नोट पर थूक लगाता था । यही आदत उसकी अभी भी बरकरार है।
इसके अलावा शेरू के परिजनों का यह भी कहना है कि उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और जो वीडियो वायरल हो रहा है वह फरवरी के महीने का है। हालांकि पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए शेरू के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है। रायसेन थाना पुलिस ने शेरू के खिलाफ धारा 269, 270 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। |
तालिबान सरकार के मेकअप पर अमेरिका ने जताई चिंता, लेकिन 'कार्रवाई' पर कड़ी नजर – Tourism Bihar
तालिबान सरकार के मेकअप पर अमेरिका ने जताई चिंता, लेकिन 'कार्रवाई' पर कड़ी नजर
नई दिल्ली: अफगानिस्तान में एक सर्व-पुरुष अंतरिम सरकार की घोषणा के साथ, जिसमें उनके कठोर शासन के दिग्गजों को सूचीबद्ध किया गया है, संयुक्त राज्य अमेरिका ने सदस्यों के बारे में चिंता व्यक्त की है, लेकिन कहा है कि यह लोगों की मुक्त आवाजाही के साथ-साथ कार्यों से इसका न्याय करेगा।
अमेरिका सरकार में शामिल किए गए व्यक्तियों और उनकी संबद्धता पर कड़ी नजर रखेगा। विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा, "हमने नोट किया है कि नामों की घोषित सूची में विशेष रूप से ऐसे व्यक्ति शामिल हैं जो तालिबान के सदस्य हैं या उनके करीबी सहयोगी हैं और कोई महिला नहीं है। हम कुछ व्यक्तियों के जुड़ाव और ट्रैक रिकॉर्ड से भी चिंतित हैं।" समाचार एजेंसी एएफपी को।
यह भी पढ़ें: तालिबान ने मुल्ला हसन अखुंड को 'अभिनय' सरकार का नेता घोषित किया, अब्दुल गनी बरादर डिप्टी हैं
"हम समझते हैं कि तालिबान ने इसे कार्यवाहक कैबिनेट के रूप में प्रस्तुत किया है। हालांकि, हम तालिबान को उसके कार्यों से आंकेंगे, शब्दों से नहीं।" विदेश विभाग ने अपना रुख दोहराया है कि तालिबान को अमेरिकी नागरिकों को सुरक्षित मार्ग की अनुमति देनी चाहिए जिनमें अफगान भी शामिल हैं।
कतर में अफगानिस्तान पर बातचीत कर रहे विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि तालिबान तब तक सहयोगी रहा जब तक कि यात्रियों के पास यात्रा दस्तावेज नहीं थे, रिपब्लिकन सांसदों और कार्यकर्ताओं के आरोपों के बीच कि चार्टर विमान फंस गए थे।
मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को उनके कार्यवाहक प्रधान मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है, जो संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में हैं और इस्लामवादियों के क्रूर 1996-2001 शासन में कार्यरत हैं। मुल्ला अब्दुल गनी बरादर उनके डिप्टी होंगे, जो तालिबान के सह-संस्थापक हैं और पाकिस्तान द्वारा अमेरिकी दबाव में उन्हें अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद बातचीत में शामिल होने में सक्षम बनाने के लिए रिहा किया गया था।
जबकि आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी हैं, जो अमेरिका द्वारा नामित आतंकवादी समूह का हिस्सा हैं, और अमेरिका ने उनकी गिरफ्तारी के लिए जानकारी के लिए लाखों डॉलर की घोषणा की। विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, "हमने अपनी उम्मीद को स्पष्ट कर दिया है कि अफगान लोग एक समावेशी सरकार के लायक हैं।"
तालिबान ने 20 साल पुरानी पश्चिमी समर्थित सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अफगानिस्तान पर नियंत्रण हासिल कर लिया क्योंकि अमेरिका ने सबसे लंबे युद्ध को समाप्त कर दिया।
Categorized as World Tagged अफ़ग़ानिस्तान, अमरक, क, कड, कररवई, कार्यवाहक सरकार, चत, जतई, तलबन, तालिबान, न, नजर, पर, मकअप, यात्रा, लकन, सभी पुरुष अंतरिम सरकार, सरकर |
rafale deal media report says Dassault paid at least Rs 650 million in bribes to a middleman राफेल डील पर हुआ बड़ा खुलासा, 2007 से 2012 के बीच बिचौलिए को दी गई 65 करोड़ की रिश्वत | Times Now Navbharat Hindi News
rafale deal media report says Dassault paid at least Rs 650 million in bribes to a middleman
Updated Nov 08, 2021 | 21:09 IST
Rafale deal: राफेल डील को लेकर एक औऱ बड़ा खुलासा हुआ है। इस खुलासे से कांग्रेस की UPA सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। दरअसल, राफेल निर्माता कंपनी ने डील के लिए रिश्वत दी थी।
राफेल डील में खुलासा
इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या मनमोहन सरकार के दौरान घोटाला हुआ था? मीडिया रिपोर्ट में दावा किया है कि सुशेन गुप्ता ने एक शेल कंपनी बनाई थी। सुशेन गुप्ता ने दसॉ कपंनी से 40% कमीशन मांगा था। सुशेन गुप्ता सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनकर मिला था। सुशेन गुप्ता को दसॉ ने 65 करोड़ रुपए की रिश्वत दी। |
सवर्ण आरक्षण के गंभीर राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव होंगे: अमर्त्य सेन - Kohram Hindi News
सवर्ण आरक्षण के गंभीर राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव होंगे: अमर्त्य सेन
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित अर्थशास्त्री अमर्त्य सेन ने सवर्ण आरक्षण विधेयक को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इस फैसले के गंभीर राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव पड़ेंगे।
अमर्त्य सेन ने यह भी कहा कि मोदी सरकार ने यूपीए सरकार के शासनकाल में हुई उच्च आर्थिक वृद्धि को कायम तो रखा, लेकिन उसे नौकरियों के सृजन, गरीबी के उन्मूलन और सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य तथा शिक्षा में नहीं बदला जा सका। सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी नौकरियों एवं शैक्षणिक संस्थानों में 10 प्रतिशत आरक्षण देने के सरकार के कदम पर उन्होंने कहा, 'उच्च जाति वाले कम आय के लोगों के लिए आरक्षण एक अलग समस्या है।'
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बुधवार को सवर्ण आरक्षण विधेयक को राज्य सभा में पेश किया था और यहां से भी यह पारित हो गया है। इससे पहले मंगलवार को लंबी बहस के बाद लोकसभा में यह विधेयक पारित हो गया था। तब इसके पक्ष में 323 जबकि विरोध में तीन वोट पड़े थे।
उन्होंने समाचार एजेंसी 'पीटीआई' से कहा, 'अगर सारी आबादी को आरक्षण के दायरे में लाया जाता है तो यह आरक्षण खत्म करना होगा।' सेन ने कहा, 'अंततोगत्वा यह एक अव्यवस्थित सोच है, लेकिन इस अव्यवस्थित सोच के गंभीर राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव हो सकते हैं जो गंभीर सवाल खड़े करती है।' प्रसिद्ध अर्थशास्त्री ने कहा कि मोदी सरकार उसके सत्ता में आने से पहले अर्जित आर्थिक वृद्धि को कायम रखने में सफल रही।
उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह सकते हैं कि 'हां हमने इसे जारी रखा है।' भारत के आर्थिक विकास में बड़ी कमी नहीं आई है।' सेन ने कहा कि लेकिन रोजगार निर्माण, असमानता को कम करने, गरीबी उन्मूलन और सभी के लिए बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा के संदर्भ में उक्त आर्थिक विकास का लाभ हासिल नहीं किया जा सका। उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी के क्रियान्वयन के तरीके की भी आलोचना की।
सेन ने कहा, 'हमें यह कहने के लिए चुनावी सफलता या विफलता को सामने नहीं रखना चाहिए कि नोटबंदी बहुत नकारात्मक थी और खराब आर्थिक नीति थी और जिस तरह से जीएसटी को लागू किया गया, वह भी बहुत खराब रहा।' जब अर्थशास्त्री से पूछा गया कि क्या इन दोनों वजहों से भाजपा को हाल ही में पांच विधानसभा चुनावों में हार का सामना करना पड़ा तो उन्होंने कहा कि इसके लिए चुनावी अध्ययन की जरूरत है जो उन्होंने नहीं किया है।
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बिहार में जाति जनगणना पर दबाव बनाने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे तेजस्वी – Dastak Times
Bihar polls: Tejashwi challenges Nitish for debate on development.
पटना: बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव जल्द ही बिहार में जाति आधारित जनगणना पर चर्चा के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करेंगे। तेजस्वी का यह रूख केंद्र सरकार की ओर से देश में इसकी संभावना से इनकार करने के मद्देनजर आया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने भी देश में जाति आधारित जनगणना की वकालत की है। उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टी के नेता उनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने अपने विचार रखने को कहेंगे।
तेजस्वी ने कहा कि देश में 70 फीसदी हिंदू आबादी पिछड़ी जातियों से है। फिर केंद्र इसकी अनदेखी क्यों कर रहा है, समझ में नहीं आता। तेजस्वी ने बिहार विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया और स्पीकर से प्रश्नकाल में चर्चा करने का अनुरोध किया। हालांकि स्पीकर विजय सिन्हा ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। उन्होंने तेजस्वी यादव से दिन में बाद में इस मामले पर चर्चा करने को कहा। |
13°04′47″N 80°17′13″E / 13.07972°N 80.28694°E / 13.07972; 80.28694निर्देशांक: 13°04′47″N 80°17′13″E / 13.07972°N 80.28694°E / 13.07972; 80.28694
स्थल इतिहास
निर्मित
२३ अप्रैल, १६३९
चेन्नई का एक महत्वपूर्ण आकर्षण है सेंट जॉर्ज फोर्ट। इसे सन् १६४० में ईस्ट इंडिया कंपनी के फ्रांसिंस डे ने बनाया था। यह किला ईस्ट इंडिया कंपनी का व्यापारिक केंद्र था। 150 वर्षों तक यह युद्धों और षड्यंत्रों का केंद्र बना रहा। इस किले में पुरानी सैनिक छावनी, अधिकारियों के मकान, सेंट मेरी गिरजाघर एवं रॉबर्ट क्लाइव का घर है। यह चर्च अँगरेजों द्वारा भारत में बनवाया गया सबसे पुराना चर्च माना जाता है।[1]
सेंट जॉर्ज फोर्ट की एक पेंटिंग
सन्दर्भ[संपादित करें]
↑ दक्षिण का द्वार चेन्नई
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
सेंट जॉर्ज फोर्ट की पेंटिंग
दे
वा
सं
चेन्नई विस्तार से
इतिहास
चेन्नई का इतिहास, फोर्ट सेंट जॉर्ज, मद्रास प्रेसिडेंसी, जॉर्ज टाउन, चेन्नई, पल्लव वंश, मद्रास की सीज, मद्रास का युद्ध, कर्नाटक वार्स, मद्रास स्टेट, एक्स ला चैपल संधि (१६६८)
भूगोल एवं
स्थापत्य
चेन्नई का भूगोल, कोरमंडल तट, कूवम नदी, अड्यार नदी, ब्रोकन ब्रिज, चेन्नई, चेम्बरमबक्कम झील, रेड हिल्स झील चेन्नई स्थापत्य, मद्रास उच्च न्यायालय, वल्लुवर कोट्टम, विवेकानंदार इल्लम, महाबलिपुरम, सरकारी संग्रहालय, चेन्नई, रवीश्वरर, विक्टोरिया पब्लिक हॉल, मद्रास वार सीमेट्री, राजीव गांधी स्मारक,
अर्चना स्थल
कपालीश्वर मंदिर, पार्थसारथी मंदिर, मरुन्दीश्वर मंदिर, अष्टलक्षमी कोविल, सैन्थोम बैसिलिका, मध्य कैलाश, कालीकंबल मंदिर, सेंट पैट्रिक कैथेड्रल, चेन्नई, सेंट जॉर्ज कैथेड्रल, चेन्नई, सेंट मैरीज़ चर्च, वरसिद्धी विनायक मंदिर
नगरपालिकाएँ
राइपन बिल्डिंग, चेन्नई नगर निगम, नॉर्थ चेन्नई कार्पोरेशन, साउथ चेन्नई कार्पोरेशन, चेन्नई महानगर विकास प्राधिकरण
क्षेत्र
उत्तरी चेन्नई
अम्बत्तूर, अवाडी, गुम्मिडिपूंडी, अयनावरम, कोडंगयूर, कोलातूर, कोरतूर, माधवरम, पेरंबूर, पुरासवल्कम, रोयापुरम, सोकार्पेट, तिरुवोट्टियूर, टोलगेट, टोंडियारपेट, वलालार नगर, विल्लिवक्कम, व्यासर्पाडि जीवा, वाशरमैनपेट,
पश्चिम चेन्नई
श्रीपेरंबुदूर, तिरुवल्लुर, अरक्कोणम, वलसरवक्कम, अल्वारतिरुनगर, वीरुगमबक्कम, अमीन्जिकरई, अन्ना नगर, अन्ना नगर पश्चिम, मोगप्पैयार, अरुंबक्कम, अशोकनगर, चूलैमेडु, के के नगर, कोयंबेडु, मणपक्कम, नंदंबक्कम, पूनमल्ली, पोरूर, शिनॉय नगर, तिरुमंगलम, वडपलानी, माम्बलम पश्चिम
मध्य चेन्नई
टी नगर, पैरीज़ कॉर्नर, साइदापेट, मयलापुर, चेपौक, चेटपुट, एगमोर, जॉर्ज टाउन, किल्पौक, माम्बलम, नंदमम, नुंगमबक्कम, पल्लवक्कम, पनगल पार्क, पार्क टाउन, पैरीज़ कॉर्नर, पॉण्डी बाज़ार, रोयापेटा, सैन्थोम, टीनम्पेट, ट्रिप्लीकेन, ट्रस्टपुरम, कोडंबक्कम,
दक्षिण चेन्नई
अड्यार, बेसेंट नगर, गिंडी, पेरुंगुडी, तुरैपक्कम, वेलाचेरी, अडंबक्कम, चितलापक्कम, क्रोमपेट, फोरशोर एस्टेट, ग्रीनवेज़ रोड, इंजंबक्कम, करपक्कम, कोट्टुरपुरम, मडिपक्कम, मंडावेली, मीनंबक्कम, नंगनल्लूर, नीलंकरई, पम्माल, पेरुंगलतूर, पेरुंगुडी, जाफरखानपेट, शोलिंगनल्लूर, सेंट थोमस माउंट, तांबरम, तारामणि, तिरुवन्मियूर, तिरुशूलम,
शिक्षा
चेन्नई में शिक्षा, चेन्नई के विद्यालय, कॉन्नेमेरा पब्लिक लाइब्रेरी,
विश्वविद्यालय
अन्ना विश्वविद्यालय, तमिल नाडु वेटरिनरी एंड एनिमल साइंस युनिवर्सिटी, चेन्नई विश्वविद्यालय, मद्रास क्रिश्चियन कालिज, प्रेसिडेंसी कालिज, चेन्नई, पचैयप्पा कालिज
अभियांत्रिकी
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, चेन्नई (IIT), इंजीनियरिंग कालिज, गिंडी, मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, अलगप्पा कालिज ऑफ टेक्नोलॉजी,
चिकित्सा
स्टैनले मेडिकल कालिज, मद्रास मेडिकल कालिज,किलपौक मेडिकल कालिज, श्रीरामचंद्र मेडिकल कालिज,
पशु-चिकित्सा
मद्रास वेटरिनरी कालिज,
अस्पताल
गवर्नमेंट जनरल अस्पताल, चेन्नई, अपोलो अस्पताल, अड्यार कैंसर संस्थान, सर इवान स्टीडफोर्ड अस्पताल
उद्योग
चेन्नई में ऑटोमोबाइल उद्योग, भारी वाहन निर्माणी, चेन्नई,इंटीगरल कोच फैक्ट्री, चेन्नई, चेन्नई ऍरो पार्क, इरेवना, ई.आई.डी पैरी, एनाबॉन्ड, एसल ट्रांस्मैटिक लिमिटेड, अनन्तारा सॉल्यूशंस, मुरुगप्पा ग्रुप, मद्रास रबर फैक्ट्री, अशोक लेलैंड, रॉयल एन्फील्ड मोटर्स, सिफी, टीआई साइकिल्स, टीवीएस मोटर्स, लेज़रसॉफ्ट,
अवसंरचना
त्वरित
यातायात
चेन्नई मेट्रो,चेन्नई मोनोरेल, चेन्नई बीआरटीएस, चेन्नई उपनगरीय रेलवे, एमआरटीएस, चेन्नई एलिवेटेड एक्स्प्रेसवे
अन्य यातायात
चेन्नई में यातायात, चेन्नई विमानक्षेत्र, चेन्नई पोर्ट, एन्नोर पोर्ट, चेन्नई सेंट्रल, चेन्नई एगमोर, रोयापुरम, चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनस, मेट्रोपॉलिटन ट्रांस्पोर्ट कार्पोरेशन, चेन्नई
प्रमुख सड़कें
चेन्नई बाइपास, अन्ना सलाइ, सीनोटाइफ रोड, नुंगमबक्कम हाई रोड, सरदार पटेल मार्ग, चेन्नई
ग्रेड सेपरेटर
काठीपाड़ा जंक्शन, कोयंबेडु जंक्शन, पाडी जंक्शन, मदुरावोयल जंक्शन, मध्य कैलाश जंक्शन
फ्लाई ओवर
अन्ना फ्लाई ओवर, चेन्नई एयरपोर्ट फ्लाई ओवर, चेन्नई एयरपोर्ट फ्लाई ओवर–ट्रैवलेटर, क्रोमपेट फ्लाई ओवर,
सागर-तट
एलियट बीच, मरीना बीच, ईस्ट कोस्ट रोड, गोल्डन बीच, चेन्नई, कोवेलॉन्ग, तिरुवन्मियूर बीच, अड्यार बीच, पेबल बीच, चेन्नई, मामल्लपुरम बीच, नेल्लनकरै बीच, पलवक्कम बीच,
उद्यान
गिंडि नेशनल पार्क, मद्रास क्रोकोडाइल बैंक ट्रस्ट, चेन्नई चिड़ियाघर, अड्यार इको पार्क
संस्कृति
कॉलीवुड, चेन्नई संगमम, थियोसॉफिकल सोसाइटी, सारंग, टेकोफेस, के एम म्यूज़िक कंज़र्वेटरी, कलाक्षेत्र, मद्रास संगीत अकादमी, तमिल खाना
अन्य
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कोरोना की दवा बनाने के पतंजलि के दावों पर आयुष मंत्रालय की ओर से भेजे नोटिस और प्रचार-प्रसार पर रोक लगाने संबंधी विवादों का पटाक्षेप हो गया है। योगगुरु बाबा रामदेव ने कहा कि आयुष मंत्रालय के साथ सभी चीजों का समाधान हो गया है। आज से कोरोनिल और श्वासारी वटी मिलनी शुरू हो जाएंगी। उन्होंने बताया कि आयुष मंत्रालय ने कोविड मैनेजमेंट के लिए पतंजलि के प्रयासों की सराहना की है। इससे सभी विरोधियों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ड्रग माफिया चाहता था कि कोरोनिल और श्वासारि बैन हो।
हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ में ‘कोरोनिल’ को लेकर योगगुरू बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान बाबा रामदेव ने बताया कि क्लीनिकल कंट्रोल ट्रायल की पूरी रिसर्च आयुर्वेद विभाग को भेजी है, जो पैरामीटर बनाए गए हैं, उसके अनुरूप ही ये रिसर्च की गई है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद बीमारियों को जड़ से खत्म करने की प्रक्रिया है। आयुष मंत्रालय के साथ सभी बातों पर सहमति बन गई है। इससे आयुर्वेद पर सवाल खड़े करने वालों के मंसूबों पर पानी फिर गया है। बाबा रामदेव ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि योग और आयुर्वेद का काम करना मानों गुनाह हो गया है। जैसे देशद्रोही और आतंकवादियों के खिलाफ एफआइआर होती है। वैसे ही हमारे खिलाफ भी की जा रही है। उन्होंने सवाल किया कि आखिर कोरोना को लेकर क्लीनिकल ट्रायल पर तूफान क्यों खड़ा कर दिया गया है।
घर-घर तक पहुंचेगी श्वासारी कोरोनिल किट
बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोनिल और श्वासारी वटी से मरीज ठीक हो रहे हैं। पतंजलि इसे घर-घर तक पहुंचाएगा। इसके लिए ऑर्डर मी ऐप का ट्रायल चल रहा है, जिसे जल्द लॉन्च कर दिया जाएगा। कोरोना पीड़ित मरीज श्वासारी और कोरोनिल खाकर इम्यूनिटी बढ़ा सकेंगे। इधर, पतंजलि ने आयुष मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद कोरोना किट की जगह इसका नाम बदलकर श्वासारि कोरोनिल किट रखा है। बाजार में यह दवाइयां सभी प्रमुख स्टोरों पर उपलब्ध करा दी गई हैं। किट की कीमत 535 रुपये रखी गई है।
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VIDEO: bbckhabar.media: मां मोर भवानी के प्राचीन मंदिर के भवन के असितत्त्व को बचाने के लिए आए तमाम भक्त |
मुंबई के सैमसंग सर्विस सेंटर में लगी भीषण आग, दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे – My Revolution-PARTs
मुंबई के सैमसंग सर्विस सेंटर में सोमवार रात को भीषण आग (Samsung Service Center Massive Fire) लग गई. आग की कई फीट ऊंची लपटें आसपास के इलाकों से देखी गई हैं. भयंकर आग की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की कई टीमें मौकें पर पहुंची हैं. अग्निकांड में किसी के हताहत होने की अभी कोई खबर नहीं मिली है. खबरों के मुताबिक, आग को बुझाने के लिए आठ फायर इंजन और चार वाटर टैंकरों को मौके पर भेजा गया है. हालांकि आग काफी बड़े इलाके में फैली होने के कारण अग्निशमनकर्मियों को इसे बुझाने में काफी दिक्कतें आ रही हैं.
सैमसंग भारत में स्मार्टफोन बनाने वाली अग्रणी कंपनियों में से हैं. उसके मुंबई, नोएडा समेत कई जगहों पर स्मार्टफोन की यूनिट हैं और बड़े शहरों में एक से ज्यादा सर्विस सेंटर भी हैं. हालांकि इस घटना को लेकर अभी सैमसंग इंडिया की ओर से भी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. सैमसंग का यह सर्विस सेंटर मुंबई के कांजुरमार्ग ईस्ट में स्थित है.
मुंबई में सैमसंग के कई सर्विस सेंटर हैं, जहां हजारों की तादाद में कर्मचारी काम करते हैं. हालांकि इस सर्विस सेंटर में कितने कर्मचारी हैं और आग लगने के दौरान क्या सभी कर्मचारियों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया, इसकी भी कोई जानकारी अभी मुंबई पुलिस या अग्निशमन विभाग की ओर से नहीं दी गई है. |
शामिल: जुलाई 23, 2021 22:40 श्रेणी: अमेरिकास, खेल सट्टेबाज़ी, विलय और अधिग्रहण, द्वारा प्रकाशित किया गया
TPD और Elturf पूरे दक्षिण अमेरिका में डेटा ट्रैकिंग सेवाएं प्रदान करने के लिए भागीदार हैं
हॉर्स रेसिंग प्लेटफॉर्म Elturf.com के साथ एक साझेदारी समझौते के माध्यम से, लाइव रेसिंग डेटा सपोर्ट TPD (टोटल परफॉर्मेंस डेटा) ने लैटिन अमेरिकी हॉर्स रेसिंग मार्केट में अपना दायरा बढ़ाया है, जैसा कि SBC News द्वारा बताया गया था।
दक्षिण अमेरिका में TPD के लिए भविष्य उज्ज्वल दिखाई देता है, क्योंकि यह साझेदारी उत्तरी अमेरिका में एक समान रणनीतिक शुरुआत प्रदान करेगी, जहां इक्विबेस के साथ इसकी साझेदारी ने त्वरित सफल विस्तार को सक्षम किया।
लाइव ग्राफिक्स, टाइमिंग, स्ट्राइड पैटर्न और नए सट्टेबाजी के अवसर हैं सेवाएं TPD सही समय पर प्रदान करेंगी, क्योंकि कॉविड-19 महामारी के रूप में रेसिंग दृश्य सामान्यता की ओर तेजी से बढ़ रहा है और संभवतः आगे और अंत तक प्रगति कर रहा है।
अब, TPDs महाद्वीप की गिनती तीन तक है, जिसमें बड़े पैमाने पर डेटा ट्रैकिंग पहले से ही पूरे अमेरिका, कनाडा और यूके में लागू की जा रही है। कंपनी पूरे ब्रिटेन में और अमेरिका में 16 रेस ट्रैक चलाती है। 30,000 से अधिक दौड़ में 300,000 से अधिक घोड़ों के डेटा को TPD द्वारा कब्जा कर लिया गया है, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर घोड़े के मालिकों, प्रशिक्षकों, इन-प्ले सट्टेबाजी कंपनियों और पेशेवर जुआरों से युक्त एक बड़े उपभोक्ता आधार का काम करता है।
मिनटों में वैश्विक गेमिंग कवरेज के साथ गेमिंग प्रेस से गरमागरम समाचार जो जिम्मेदारीपूर्ण जुआ और ईस्पोर्ट्स से डीप टेक और ऑनलाइन गेमिंग तक फैला हुआ है, समाचार पोर्टल गेमिंग और टेक उद्योगों की गहन कवरेज प्रदान करता है। SiGMA समाचार में कंटेंट का एक सुसंगत और विविध आउटपुट है, जो विविध आवाज़ों के ढेरों को प्रदर्शित करता है, जिसमें खोजी समाचार से लेकर उद्योग के उत्कृष्ट और विशेषज्ञ के नेतृत्व वाले विचार वाले लीडरशिप तक के इंटरव्यू हैं। |
Pushpa Review : हीरोज्म को दर्शाती है पुष्पा द राइज
Pushpa Review : हीरोज्म को दर्शाती है पुष्पा द राइजSocial Media
साउथ में स्टाइलिश सुपरस्टार के नाम से फेमस एक्टर अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज का फर्स्ट पार्ट आज सिनेमाघरों में रिलीज हो चुका है। कैसी है फिल्म चलिए जानते हैं।
17 Dec, 2021, 10:15 am
फिल्म - पुष्पा द राइज
स्टार कास्ट - अल्लू अर्जुन, रश्मिका मन्दाना, फहाद फासिल
डायरेक्टर - सुकुमार
प्रोड्यूसर - मनीष शाह
फिल्म की कहानी पुष्पा (अल्लू अर्जुन) की है जो कि पेशे से एक दिहाड़ी मजदूर है लेकिन उसकी अकड़ और मेहनत उसे एक दिन लाल चंदन लकड़ी तस्करी के बिजनेस का बेताज बादशाह बना देती है। अब कैसे पुष्पा एक दिहाड़ी मजदूर से लाल चंदन लकड़ी के बिजनेस का बादशाह बनता है। यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।
फिल्म को डायरेक्ट सुकुमार ने किया है और उनका डायरेक्शन जबरदस्त है। फिल्म की कहानी सामान्य है लेकिन फिल्म का पिक्चराइजेशन लाजवाब है। फिल्म का फर्स्ट हाफ बढ़िया है लेकिन सेकंड हाफ थोड़ा स्लो है। फिल्म का स्क्रीनप्ले बढ़िया है और सिनेमेटोग्राफी ठीक है। फिल्म की लंबाई थोड़ी कम की जा सकती थी और फिल्म का म्यूजिक भी ठीक ही है। फिल्म के लगभग सभी डायलॉग सीटी मार हैं।
परफॉर्मेंस की बात करें तो अल्लू अर्जुन ने अपने किरदार पुष्पा में जान भर दी है। उन्होंने फिल्म में काफी अच्छी एक्टिंग की है। रश्मिका मन्दाना ने भी सराहनीय काम किया है। फहाद फासिल ने भी लाजवाब काम किया है। फिल्म के बाकी कलाकारों ने भी बढ़िया काम किया है।
पुष्पा द राइज एक मास एंटरटेनर फिल्म है। इस फिल्म में आपको हीरोगिरी, एक्शन, ड्रामा, इमोशंस और रोमांस के अलावा और भी बहुत कुछ देखने को मिलेगा। इस फिल्म को हम एक कंप्लीट पैकेज कह सकते हैं। अगर आप इस तरह की फिल्में देखना पसंद करते हैं तो अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पा द राइज आपको जरूर देखनी चाहिए। |
चीन के खिलाफ भारत सरकार ने लिया दोबारा एक और बड़ा फैसला, पढ़े पूरी खबर - Natural News
भारत ने 47 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है, जो 59 चीनी ऐप के क्लोन थे जो जून में प्रतिबंधित किए गए थे। इनमें टिकटोक लाइट, कैम स्कैनर एडवांस शामिल हैं।
शुक्रवार को आदेश जारी किया गया। यहां तक कि भारतीय कंपनियों ने भारत में निवेश करने के लिए चीनी कंपनियों को कड़ा नियम दिया है। पिछले हफ्ते भारत ने जनरल फाइनेंशियल रूल्स 2017 में संशोधन किया, जिससे चीनी कंपनियों के लिए सरकार की खरीद का हिस्सा बनना मुश्किल हो गया।
आदेश में कहा गया है, "भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों के किसी भी बोलीदाता को किसी भी खरीद में बोली लगाने के लिए पात्र होगा चाहे वह सामान, सेवाएं (परामर्श सेवाएं और गैर-परामर्शी सेवाएं) या कार्य (टर्नकी परियोजनाओं सहित), यदि बोलीदाता है सक्षम प्राधिकारी के साथ पंजीकृत। "
पंजीकरण के लिए सक्षम प्राधिकरण उद्योग और आंतरिक व्यापार (DPIIT) को बढ़ावा देने के लिए विभाग द्वारा गठित पंजीकरण समिति होगी। क्रमशः विदेश और गृह मंत्रालय के मंत्रालयों से राजनीतिक और सुरक्षा मंजूरी अनिवार्य होगी।
29 जून को, पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ़ एक्चुअल कॉनटोल में एक हिंसक प्रदर्शन के बाद भारत ने 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसमें 20 भारतीय सैनिक मारे गए थे। चीनी सेना को भी हताहतों का सामना करना पड़ा, लेकिन एक संख्या के साथ बाहर नहीं आया। |
सख्त होगी स्कूल-कॉलेज के हॉस्टल्स की चेकिंग - Inext Live
⁄ Strict school-college hostel checking
Strict school-college hostel checking
सख्त होगी स्कूल-कॉलेज के हॉस्टल्स की चेकिंग
By: Inextlive | Publish Date: Sun 12-Aug-2018 06:00:22 AM (IST)
प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री ने मेरठ प्रवास के दौरान किया खुलासा
हॉस्टल में बालिकाओं को उसी स्थिति में रखा जा सकेगा जब वे प्रोबेशन विभाग से पंजीकृत होंगे.
Meerut. भाजपा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में शामिल होने आई यूपी की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहाकि अब किसी भी हॉस्टल में बालिकाओं को उसी स्थिति में रखा जा सकेगा जब वे प्रोबेशन विभाग से पंजीकृत होंगे. खासकर कस्तूरबा विद्यालय की निगरानी के आदेश कैबिनेट मंत्री ने दिए.
कैबिनेट मंत्री ने दैनिक जागरण आईनेक्स्ट को बताया कि सरकार जल्द ही यह कानून लाने वाली है. कानून की जद में सभी सरकारी-गैरसरकारी संस्थाएं और शिक्षण संस्थान होंगे, जिनके आवासीय परिसर में बालक एवं बालिकाएं निवास करती हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी गतिविधियों के संचालन से पूर्व संबंधित को प्रोबेशन विभाग में पंजीकरण कराना होगा, सख्त कानून के साथ-साथ नियमित जांच की प्रक्रिया से हॉस्टल को गुजरना होगा. सरकार द्वारा संचालित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय भी इसकी जद में आएंगे. बाल कल्याण समितियां नियमित इन संस्थानों की सोशल आडिट करेंगी.
ठीकरा पूर्व सरकारों पर
कैबिनेट मंत्री ने कहाकि पूर्व में गठित बाल कल्याण समितियों ने कोई काम नहीं किया. जबकि इन समितियों का गठन बालक-बालिकाओं के कल्याण के किया गया था. नारी निकेतन अव्यवस्थाओं का शिकार थे तो वहीं एनजीओ द्वारा संचालित शेल्टर होम्स में सोशल ऑडिट नहीं होती थी. उन्होंने बाल कल्याण समितियों के पुनर्गठन का ऐलान भी इस दौरान किया.
अव्यवस्थाओं पर भड़की मंत्री
कैबिनेट मंत्री ने लालकुर्ती स्थित नारी निकेतन पर छापा मार दिया. एकाएक पहुंची मंत्री को परिसर में घोर अव्यवस्थाएं मिलीं. उन्होंने बताया कि यहां 3 कमरों में 87 महिलाएं और बालिकाएं रह रही हैं. जिसमें से 23 अर्धविक्षिप्त हैं. बाकी 64 में से ज्यादातर बालिकाएं हैं और उन्हें रहने में काफी दिक्कत हो रही है. बालिकाओं की शिक्षा का प्रबंध नहीं है तो कौशल प्रशिक्षण की व्यवस्था भी डीपीओ द्वारा नहीं की गई है. उन्होंने डीपीओ श्रवण कुमार गुप्ता को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि एनजीओ से बात कर बच्चियों को प्रशिक्षित किया जाएं. वहीं उन्होंने डीएम अनिल ढींगरा को एक टीचर भेजकर इन बच्चियों को पढ़ाने का बंदोबस्त करने के आदेश दिए. |
NAROTTAM बोले: आयोग कौन होता है चुनाव शून्य करने वाला, कांग्रेस ने कहा: सदन में बताएंगे - Bhopal Samachar | No 1 MP Hindi News Portal (madhya pradesh) | हिन्दी समाचार
NAROTTAM बोले: आयोग कौन होता है चुनाव शून्य करने वाला, कांग्रेस ने कहा: सदन में बताएंगे
भोपाल। पेडन्यूज मामले में अयोग्य करार दिए गए मप्र के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चुनाव आयोग पर हमला किया है। उन्होंने दावा किया है कि चुनाव शून्य करने का अधिकार आयोग को नहीं, बल्कि राज्यपाल को है। उन्होंने कहा कि मेरा चुनाव शून्य नहीं हुआ है। दतिया में एक कार्यक्रम में नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अभी फैसला सरकार के पास आएगा, फिर राज्यपाल के पास जाएगा। राज्यपाल भी इस मामले में समय लेंगे। इधर कांग्रेस ने ऐलान किया है कि यदि विधानसभा के मानसून सत्र से पहले नरोत्तम मिश्रा को हटाया नहीं गया तो सरकार को सदन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
नरोत्तम ने यहां चुनाव आयोग की ही आलोचना कर डाली। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने जिस तरह का फैसला दिया है, उससे हिंदुस्तान की राजनीति में विसंगति आएगी। कोई भी किसी के भी नाम से फर्जी अपील छपवाएगा, अखबार में विज्ञापन देगा और फिर आयोग में शिकायत करेगा। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने यहां तक कह डाला कि आयोग विकास के काम को रोक रहा है। मिश्रा ने कहा कि आयोग विकास के काम को तो रोक सकता है, लेकिन हमारे सेवाभाव को नहीं। भले ही विधायक न रहूं, लेकिन दतिया की सेवा करता रहूंगा।
आयोग को अधिकार है या नहीं
नरोत्तम मिश्रा के दावे पर संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने कहा कि मंत्री का दावा गलत है। पीपुल रिप्रेजेंटेटिव एक्ट की धारा 10(ए) में चुनाव आयोग को अर्द्ध न्यायिक अधिकार दिए गए हैं। इसका मतलब है कि पेड न्यूज के मामले में अयोग्य घोषित करने का अधिकार चुनाव आयोग को ही है। अन्य मामलों में मामला राज्यपाल के पास जाता है। |
इस राज्य में कुंवारे रह गए 40 हज़ार ब्राह्मण, यूपी-बिहार में खोजी जा रही दुल्हन | NewsTrack Hindi 1
चेन्नई: तमिलनाडु में 40,000 से ज्यादा ब्राह्मण युवाओं के लिए राज्य के अंदर दुल्हन ढूंढना कठिन हो रहा है। अब तमिलनाडु स्थित ब्राह्मण संघ ने उत्तर प्रदेश और बिहार में एक ही समुदाय से जुड़े उपयुक्त मैचों की खोज के लिए एक विशेष मुहीम शुरू की है। तमिलनाडु ब्राह्मण एसोसिएशन (थम्ब्रास) के प्रमुख एन नारायणन ने एसोसिएशन की मासिक तमिल पत्रिका के नवंबर अंक में प्रकाशित एक खुले पत्र में कहा है कि, "हमने अपने संगम की तरफ से एक विशेष आंदोलन शुरू किया है।"
नारायणन ने आगे कहा कि 30-40 आयु वर्ग के तक़रीबन 40,000 से ज्यादा तमिल ब्राह्मण पुरुष शादी नहीं कर पाए, क्योंकि वे तमिलनाडु के अंदर वे अपने लिए दुल्हन नहीं खोज पा रहे हैं। बॉलपार्क का आंकड़ा देते हुए उन्होंने कहा कि, "यदि विवाह योग्य आयु वर्ग में 10 ब्राह्मण लड़के हैं, तो तमिलनाडु में विवाह योग्य आयु वर्ग में सिर्फ छह लड़कियां उपलब्ध हैं।'
एसोसिएशन अध्यक्ष ने अपने पत्र में कहा कि इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए दिल्ली, लखनऊ और पटना में समन्वयक नियुक्ति किए जाएंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर नारायणन ने कहा कि जो व्यक्ति हिंदी में पढ़, लिख और बोल सकता है, उसे यहां संघ के हेडक्वार्टर में समन्वय की भूमिका निभाने के लिए नियुक्त किया जाएगा। |
ये रहे खिलाड़ी 2019 लोकसभा चुनाव के मैदान में: कौन जीता और कौन हारा?
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लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजों पर आज 23 मई को पूरे देश के लोगों की निगाहें जमी हुई है। ऐसे में मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार को जीतते देखना चाहते हैं, अगर बात करें ऐसे उम्मीदवारों की जो पहले देश के लिए खिलाड़ी के रूप में अपनी सेवा दे चुका हो और इस बार चुनाव के मैदान में जनप्रतिनिधि के रूप में लड़ रहा हो। इस बार सत्रहवीं लोकसभा में कई खिलाड़ी अपनी नई पारी शुरू कर रहे हैं, तो कई खिलाड़ी दूसरी बार चुनाव मैदान में है। इस बार लोकसभा चुनावों में क्रिकेटर से लेकर ओलंपियन तक देश के प्रसिद्ध खिलाड़ियों ने जनप्रतिनिधि के रूप में देश सेवा का जिम्मा उठाया है। इन खिलाड़ी उम्मीदवारों में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विजेंदर सिंह, गौतम गंभीर और कृष्णा पूनिया चुनाव मैदान में है।
तो आइए जानते हैं, चुनावी नतीजों में कौन—कौन खिलाड़ी आमने—सामने रहे और जनता ने उन्हें कितना समर्थन दिया।
सबसे पहले हम बात करते हैं ओलम्पिक पदक विजेता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और कृष्णा पूनिया की, जो जयपुर ग्रामीण से एक—दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़े। इस बार कड़े मुकाबले में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कृष्णा पूनिया पर जीत दर्ज करते हुए दूसरी बार लोकसभा में निर्वाचित हुए।
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ओलंपियन से राजनेता बने हैं। वे पहली बार 2014 में जयपुर ग्रामीण से लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं और इस बार भी जनता ने उन्हें पूरा समर्थन दिया है। वह भाजपा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राठौड़ इस दौरान खेल मंत्री के रूप में अपनी स्वच्छ छवि बनाई है। खेल मंत्री के रूप में राठौड़ ने खिलाडि़यों को कई सुविधाएं मुहैया कराई और इसके नतीजे भी निकलकर सामने आए। राज्यवर्धन ने भारतीय आर्मी में कर्नल की भूमिका अदा की। 2005 में राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को पद्म श्री अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें 2004-05 में सबसे बड़े खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
कृष्णा पूनिया
राजनीति में आने से पहले कृष्णा पूनिया ने देश के लिए डिस्कस थ्रो में कई पदक जीते हैं। उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के सामने चुनाव लड़ा। पूनिया को इस मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। पूनिया ने देश को सन 2010 में दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक दिलवाया था। वह तीन ओलंपिक्स में हिस्सा ले चुकी हैं। पूनिया ने एशियाई खेलों में दो बार कांस्य पदक जीता है। उन्हें 2011 में पद्म श्री अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया।
हरियाणा में जन्मी कृष्णा पूनिया ने पिछले साल राजस्थान विधानसभा चुनाव में सादूलपुर से जीत दर्ज की थी।
क्रिकेट विश्व कप 2011 के फाइनल मैच में भारतीय टीम को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले क्रिकेटर गौतम गंभीर सत्रहवीं लोकसभा में चुनाव मैदान में उतरे। गंभीर भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में पूर्वी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीत गए हैं। पद्मश्री पदक विजेता और पूर्व भारतीय ओपनर ने दिसंबर 2018 में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया। उन्होंने अपने 15 साल के लंबे कॅरियर के दौरान 58 टेस्ट, 147 एकदिवसीय और 37 टी—20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले हैं। बता दें कि सन 2007 के टी—20 विश्व कप में भी भारतीय टीम को जीत दिलाने में गौतम गंभीर ने अहम भूमिका निभाई थी।
भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने बॉक्सिंग रिंग से राजनीति के क्षेत्र में कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में कदम रखा, लेकिन वे लोकसभा चुनाव में एक सफल उम्मीदवार के रूप में अपने कॅरियर की शुरूआत नहीं कर सके। 33 वर्षीय ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर ने दक्षिण दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। उनका मुकाबला भाजपा के रमेश बिधूड़ी से हुआ और वे चुनाव हार गये।
विजेंदर ओलंपिक में पदक जीतने वाले देश के पहले पुरुष मुक्केबाज हैं। उन्हें 2010 में पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। विजेंदर मूलत: हरियाणा के रहने वाले हैं। उनका जन्म हरियाणा के कालूवास गांव में हुआ। विजेंदर ने पेशेवर मुक्केबाजी में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया और वह अब तक कोई मुकाबला नहीं हारे हैं।
वर्ष 1983 में क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे कीर्ति आजाद झारखण्ड के धनबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े। आजाद ने इस वर्ष फरवरी माह में भाजपा का साथ छोड़ कांग्रेस का दामन थामा लिया था। कीर्ति ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1993 से की थी। वह मशहूर कमेंटेटर भी रह चुके हैं। वे लोकसभा चुनावों में अपने मुख्य प्रतिद्वंद्वी भाजपा के पशुपतिनाथ से हारे।
इस प्रकार लोकसभा चुनाव 2019 में राज्यवर्धन सिंह राठौड़, गौतम गंभीर को चुनावों जीत मिल है, तो वहीं विजेंद्र सिंह, कृष्णा पूनिया और कीर्ति आजाद को हार का सामना करना पड़ा।
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अल्काटेल अगले महीने लॉन्च करेगी सस्ता स्मार्टफोन 3V, कीमत का हुआ खुलासा - Gadgets Hindi News, India TV Hindi
अल्काटेल अगले महीने लॉन्च करेगी सस्ता स्मार्टफोन 3V, कीमत का हुआ खुलासा
यूरोप की दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी अल्काटेल अपने नए स्मार्टफोन अल्काटेल 3वी को लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी ने इस फोन को खासतौर पर यूरोपियन मार्केट के लिए तैयार किया है।
Updated on: May 24, 2018 12:41 IST
नई दिल्ली। यूरोप की दिग्गज स्मार्टफोन निर्माता कंपनी अल्काटेल अपने नए स्मार्टफोन अल्काटेल 3वी को लॉन्च करने के लिए तैयार है। कंपनी ने इस फोन को खासतौर पर यूरोपियन मार्केट के लिए तैयार किया है। अल्काटेल 3वी स्मार्टफोन को इस साल हुए मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2018 में प्रदर्शित कर चुकी है। खबर है कि कंपनी इस फोन को जल्द ही अमेरिकी बाजार में लॉन्च कर सकती है।
अल्काटेल ने लॉन्च किया 3सी स्मार्टफोन, कम कीमत में मिलेगा फुल व्यू डिस्प्ले
अल्काटेल ने लॉन्च किया 4जी टैबलेट, बड़ी स्क्रीन पर लीजिए स्मार्टफोन का मज़ा
सूत्रों के मुताबिक मई के आखिरी हफ्ते में यह फोन अमेरिकी बाजार में उतर सकता है। वहीं लीक रिपोर्ट की मानें तो अल्काटेल अपने इस फोन को करीब 149.99 डॉलर में लॉन्च कर सकती है। भारतीय बाजार में यह कीमत करीब 10200 रुपए के लगभग होगी। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह फोन बजट श्रेणी में है और बड़ी संख्या में ग्राहकों को आकर्षित कर सकता है।
डिजाइन की बात करें तो इस फोन में अल्काटेल ने मैटल और ग्लास डिजाइन दिया है। फोन के अन्य स्पेसिफिकेशंस पर गौर करें तो इसमें 6 इंच का डिस्प्ले दिया गया है। जिसका स्क्रीन रिजॉल्यूशन 2160x1080 पिक्सल का है। यह स्मार्टफोन 18:9 के एस्पेक्ट रेश्यो के साथ आ सकता है। फोन के पिछले हिस्से पर फिंगरप्रिंट सेंसर दिया गया है। फोन में डुअल रियर कैमरा दिया गया है। जिसमें एक कैमरा 12 मेगापिक्सल का और दूसरा 2 मेगापिक्सल का है। वहीं वीडियो कॉलिंग और सेल्फी के लिए इसमें 5 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है।
कनेक्टिविटी के लिए फोन में वाई-फाई, ब्लूटूथ है। इसे अमेरिका में सिर्फ सिंगल सिम वेरिएंट में उतारा जा सकता है। फोन में 2 जीबी रैम दी गई है। वहीं मैमोरी के लिए 16 GB और 32 GB स्टोरेज के दो विकल्प दिए गए हैं। इसके अलावा फोन की स्टोरेज को आवश्कता पड़ने पर माइक्रो एसडी कार्ड के जरिए 128 जीबी तक बढ़ाने का विकल्प भी दिया गया है। अल्काटेल 3V एंड्रॉइड 8.0 पर चलेगा और इसमें 3,000 एमएएच की बैटरी दी जा सकती है। |
Krishi Dev Gyan Mobile App: किसानों की खेती-बाड़ी में मदद करेगा कृषि देव ज्ञान' मोबाइल ऐप, पढ़िए इसकी खासियत
कंचन मौर्य 14 October, 2020 3:14 PM IST
किसान के लिए खेती-बाड़ी को लाभकारी और पर्यावरण अनुकूल बनाने के लिए एक खास पहल की गई है. यह पहल प्रमुख सहकारी उर्वरक संस्था इफको की अनुषंगी कंपनी ने की है. इससे किसानों को खेती-बाड़ी में मदद मिल पाएगी, साथ ही उससे जुड़ी जानकारी उपयुक्त समय पर प्राप्त हो पाएगी. दरअसल, कंपनी ने एक मोबाइल ऐप विकसित किया है. इस मोबाइल ऐप से जुड़ने वाले किसानों को खेती के बारे में समुचित जानकारी उपलब्ध होगी. यह सेटेलाइट और एआई की जरिए किया जाएगा. इस ऐप के जरिए किसानों के सशक्तीकरण को बढ़़ावा दिया जाएग. इसका नाम 'कृषि देव ज्ञान' (Krishi Dev Gyan Mobile App) रखा गया है.
क्या है 'कृषि देव ज्ञान' मोबाइल ऐप (What is 'Krishi Dev Gyan' Mobile App)
इसमें उपग्रह और एआई का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके जरिए किसानों को उनके छोटे-बड़े खेतों की जानकारी दी जाएगी. इसके साथ ही मिट्टी की उर्वरता और उसमें पोषक तत्वों की कमी या प्रचुरता, मौसम की स्थिति, उर्वरकों, पानी, कीटनाशकों आदि के इस्तेमाल की आवश्यकता के बारे में बताया जाएगा.
2 तरह के हैं उपकरण
एक उपकरण 2 से 3 एकड़ खेत की छोटी से छोटी जानकारी देगा. अगर खेत के किसी खास हिस्से में कीट या रोग का प्रकोप होगा, तो इसके जरिए किसानों को सतर्क किया जाएगा. इसके अलावा फसल उत्पादकता के लिए खेत के कौन-से हिस्से में कौन सी दवा का इस्तेमाल करना है, इसकी जानकारी दी जाएगी. दूसरा उपकरण जो है, वह ऐसी ही सूक्ष्म जानकारी 2 से 3 किलोमीटर में फैले खेत के बारे में दे सकती है. बताया जा रहा है कि अधिकतर किसानों के खेतों के रकबे छोटे और दूर-दूर तक फैले होते हैं. इसके साथ ही हर खेत की स्थिति अलग होती है. ऐसे में किसान को किसी क्षेत्र विशेष के बारे में वृहत जानकारियां लेनी हो, तो वह इफको किसान की मदद से खेत में सब्सिडी युक्त उपकरण लगवा सकते हैं.
उपकरण की सब्सिडी युक्त कीमत
पहले उपकरण की सब्सिडी युक्त कीमत करीब 15 हजार रुपए रखी गई है, तो वहीं दूसरे उपकरण की कीमत करीब 35 से 40 हजार रुपए है. इसके जरिए किसान सही प्रौद्योगिकियों के उपयोग से फसल की गुणवत्ता बढ़ा सकते हैं. जानकारी मिली है कि गुजरात के किसान पिछले 4 साल से निर्यात करने योग्य जीरा उत्पादन करने का प्रयास कर रहे थे. इसके बाद इफको किसान के प्रशिक्षण और जानकारी दिए जाने के बाद साल 2020 में किसान निर्यात गुणवत्ता वाले जीरा उगाने में सफल रहे हैं.
कृषि देव ज्ञान' मोबाइल ऐप की खासियत
यह ऐप खेत की स्थिति, आकार, सिंचाई, बीज की किस्म, फसल का नाम, बोने की तारीख आदि जैसे ज़रूरी आंकड़े इकट्ठा करता है.
इन आंकड़ों के आधार पर किसानों को कृषि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ सलाह देते हैं.
अगर कोई चित्र खेत से अपलोड किया गया है, तो किसानों को सीधे उनके मोबाइल नंबर पर सलाह दी जाती है. इसमें रोग व कीट और उनके समाधान का पूरा विवरण होगा.
English Summary: Krishi Dev Gyan Mobile App will help farmers in farming
कृषि देव ज्ञान मोबाइल ऐप खेती-बाड़ी के लिए मोबाइल ऐप Krishi Dev Gyan Mobile App Agriculture Mobile App IFFCO |
अशोक बिहार राष्ट्रीय पुस्तकालय: अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 4 दिसम्बर 2000 को सम्पूर्ण विश्व में बढ़ते प्रवासियों की संख्या को देखते हुए को 18 दिसम्बर को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की. संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट ने दावा किया है कि विश्व में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय हैं. रिपोर्ट के अनुसार 15.6 मिलियन से अधिक भारतीय विदेश में रहते हैं. वर्ष 2014 से अब तक 5000 से ज्यादा लोग बेहतर जीवन और संरक्षण के लिए जीवन क्षति का सामना कर चुके हैं. समस्त विश्व के नेताओं ने वर्ष 2030 तक प्रवासियों के अधिकारों के संरक्षण और मनाव तस्करी को समाप्त करने की बात कही है.
विश्व बैंक ने हाल ही में 'माइग्रेशन एंड रेमिटेंस' नाम की एक रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट के अनुसार अपने देश में विदेशी मुद्रा भेजने के मामले में भारतीय प्रवासी सबसे आगे रहे हैं. रिपोर्ट के अनुसार प्रवासी भारतीयों ने साल 2018 में 80 अरब डॉलर (57 हजार करोड़ रुपए) भारत भेजे. दूसरे नंबर पर है चीन. चीन के प्रवासियों ने 67 अरब डॉलर भेजे हैं. भारत और चीन के बाद मेक्सिको, फिलीपींस और मिस्र का स्थान है.
संयुक्त राष्ट्र संघ ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय प्रवास की चुनौतियों का सामना करने, प्रवासियों के अधिकारों को मजबूत करने और धारित विकास में योगदान हेतु वैश्विक समझौते का अंतिम प्रारूप तैयार किया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि अंतर्राष्ट्रीय प्रवास के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश एकत्रित हुये. हालांकि प्रत्येक हजार लोगों में दस मानव तस्करों के दुर्व्यवहार और शोषण का सामना कर रहे हैं. |
जिसको हप्ते में एक बार खोला जाएगा। चौकी प्रभारी भंवरसिंह ने भी छात्रों को जानकारी देते हुवे बताया कि कभी भी किसी भी स्थिति में बच्चे घबराए नही साथ ही बच्चो पर ना शोषण करे ना करने दे ये एक कानूनन अपराध है साथ की कहा कि किसी भी प्रकार की हेल्प के लिए आप पुलिस थाने एवं पुलिस चोकी पर कभी भी संपर्क कर सकते हैं। साथ ही युवा मंच के अध्यक्ष मनीष ओस्तवाल द्वारा बच्चो को स्वछता सम्बन्धी जानकारी देते हुवे बताया कि देश की सेवा किसी राजकीय पद पर रह कर ही नही बल्कि आम अच्छे नागरिक बन कर भी हम कर सकते हे जैसे किसी एक्सीडेंट हुवे व्यक्ति को वक्त पर हॉस्पिटल पंहुचा कर अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ रख कर इसी क्रम में युवा पत्रकार लव कुमार जैन ने भी बच्चो को संबोधित करते हुवे भारतीय फ़ौज की अहमियत बताई एव कहा कि हमारे क्षेत्र से बहुत कम छात्र इस कड़ी से जुड़ पाए है फ़ौज़, नेवी,एयरफोर्स के बारे में जानकारी के आभाव में हम इस देश की महत्वपूर्ण सेवा से चूक जाते हैं इसके बारे में जानकारी देते हुवे छात्रों से कहा कि अपनी रुचि सिर्फ डॉ, इंजीनियर,या टीचर तक सीमित ना कर आर्मी,नेवी या पुलिस में भी अपनी रूचि दिखाए। कार्यक्रम में पुलिस टीम मोनू सिंह युवा मंच के राहुल प्रजापत,शुभम जैन, रवि जैन, हेमन्त परमार सहित सभी कार्यकता मौजूद थे। कार्यक्रम का आभार ट्रिनिटी स्कुल के प्रधानचार्य दिलीपसिंह ने व्यक्त किया संचालन शिक्षिका सुनैना हापावय ने किया।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि चुनाव के दौरान धर्मग्रंथों की बेअदबी पर सिद्धू की टिप्पणी को लेकर वह कांग्रेस आलाकमान से संपर्क करेंगे। चुनाव से एक दिन पहले सिद्धू ने 2015 में धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की जांच पर सवाल उठाए थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू के बयान ने बठिंडा में पार्टी के प्रदर्शन पर असर पड़ा होगा और चुनाव परिणामों के बाद वह पार्टी आलाकमान से संपर्क करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री के तौर पर सिद्धू के प्रदर्शन की समीक्षा किए जाने की जरूरत है क्योंकि वह अपना विभाग नहीं संभाल पा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू की पाकिस्तान के सेना प्रमुख से यारी और झप्पी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और खासकर सेना इसे बर्दाश्त नहीं करेगी जिसे आईएसआई समर्थक आतंकवादी निशाना बनाते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव परिणामों के परिप्रेक्ष्य में राज्य के मंत्रियों के प्रदर्शन की समीक्षा की जाएगी।
सुना है कि आप अपनी जान और प्रोड्यूसर का नाम जोखिम में डाल कर एक ऐसे ऐतिहासिक पात्र पर फिल्म का निर्माण करने जा रहे हैं जिसके इतिहास का आपको खुद भी पता नहीं है। लेकिन फिर भी आपको ज़िद है कि आप उस ऐतिहासिक पात्र पर सिनेमा इतिहास की सबसे ऐतिहासिक फिल्म बना कर ही छोड़ेंगे। सुना है कि आप उस पात्र को आज के माहौल के हिसाब से इस कदर ढालेंगे कि फिल्म में उसका आधार कार्ड और पैन कार्ड भी दिखाया जायेगा।
सुना है कि उस पात्र के सम्बन्ध में रद्दी बाजार में उपलब्ध सभी किताबें खरीद कर आपने अपने घर के एक कोने में सजा दी हैं और अब आप और आपका राइटर दोनों उनमें से माल चुरा चुरा कर मौलिक कहानी लिख रहे हैं। आपके किताबी चोरी उन्मुख प्रयास देख कर तो यही लग रहा है जैसेकि कोई शोधार्थी पीएचडी के लिए थीसिस लिख रहा हो। ये कहानी पूरी तरह से एक आधुनिक ऐतिहासिक कहानी होगी , ऐसा मुझे विश्वास है। यह भी सुना है कि आपको इस फिल्म के लिए एक फाइनैंसर भी मिल गया है जिसका उज्जवल इतिहास पुलिस की फाइलों में ससम्मान दर्ज है। आपके फाइनैंसर को आमने सामने की मुठभेड़ और शूट आउट का गहन अनुभव है। उनका यह अनुभव रणक्षेत्र के सीन फिल्माने में आपके बहुत काम आएगा।
मैं आपको फिल्म की सफलता के लिए शुभकामना देना चाहता हूं लेकिन किसी फिल्म को हिट कराने में सिर्फ शुभकामना से काम नहीं चलता है। इससे पहले कि आप फिल्म निर्माण में प्रोडक्शन से प्रर्दशन तक 'मेक इन इंडिया ' से ' ब्रेक इन इंडिया ' की गति को प्राप्त हों, मैं आपको सफलता के कुछ टोटके देना चाहता हूँ। सबसे पहले तो यह ध्यान रखियेगा कि फिल्म की कहानी भले ही पहले सीन से एसएलवी रॉकेट की तरह लॉन्च पैड से उड़ान भरे और शीघ्र ही ऐतिहासिक तथ्यों के वायुमण्डल से ऊपर निकल जाए, पर फिल्म का शोर ऐतिहासिक फिल्म के नाम से ही मचे ।जहां कहीं भी फिल्म की चर्चा हो , 'क्रिएटिव फ्रीडम' की बात को पिज़्ज़ा पर चिल्ली फ्लेक्स की तरह से छिड़कते रहें। जब मामला थोड़ा थोड़ा उबलने लगे तब फिल्म शूटिंग का काम अपने सहायकों पर छोड़ कर आपको बॉक्स ऑफिस के लक्ष्य को शूट करने पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके लिए आपको किसी ऐसी गुमनाम सेना को ढूंढना है जिसके नेताओं को नाम और दाम तथा कार्यकर्ताओं को काम की ज़रुरत हो।
आजकल किसी बेकार से बेकार फिल्म को हिट कराने का यह ऐसा अचूक फार्मूला है जैसा किसी बंगाली बाबा के पास भी नहीं होता है। एक बार आपने किसी सेना को फिल्म का विरोध करने का स्वरोज़गार दे दिया तो फिर आपकी फिल्म को करोड़ों की कमाई करने से और आपको इतिहास की ऐसी की तैसी करने से कोई नहीं रोक सकता है। लोग नफरत के नाम पर फिल्म देखने आएंगे। हॉल से बाहर निकलते वक़्त लोग तुम्हे गालियां देंगे तो ले लेना ,आखिर अंदर जाते वक़्त उन्होंने तुम्हे पैसा भी तो दिया होगा। |
नवगछिया : गनौल स्लूईस गेट पर रिसाव को रोकने में जुटा विभाग.. आला अधिकारी लगातार कैंप | NAUGACHIA NEWS - THE SOUL OF THE CITY
नारायणपुर, भागलपुर व खगड़िया सीमा पर गनौल स्लुईस गेट पर दबाव से हो रहे रिसाव को रोकने के लिए बाढ़ नियंत्रण विभाग, बीडीओ, सीओ, मुखिया प्रतिनिधि व ग्रामीण जुटे रहे। बीडीओ हरिमोहन कुमार व सीओ अजय सरकार ने बताया कि बांध किनारे रखी मिट्टी से बोरे को गेट के प्लास्टिक का तिरपाल देकर रिसाव को रोका गया है। बाढ नियंत्रण विभाग के जेईई, खगड़िया जिले के गोगरी एसडीओ व एसडीपीओ सहित अन्य आला अधिकारी लगातार कैंप कर हैं।
प्रखंड के हरिओ पंचायत के कोसी पार गांव कहारपुर में कोसी के जलस्तर में वृद्धि के साथ कटाव शुरू हो गया है। बुधवार की रात करीब एक फीट पानी बढ़ा। जिस कारण महानंद शर्मा एव मिथुन शर्मा का घर कोसी कटाव की भेंट चढ़ गया। अब गांव की जलमीनार एवं स्वास्थ्य उपकेंद्र पर कटाव का दबाव बढ़ गया है।
कटाव के मुहाने पर बौका यादव, नवल यादव, विजय यादव, मूसो यादव, भक्कू यादव, प्रमोद यादव आदि का घर है। लोग अपने घरों को खाली करने में जुटे हुए हैं। जिन-जिन लोगों का घर कोसी कटाव की भेंट चढ़ गया है। वे लोग गांव में दूसरे के घर एवं बिहपुर में रेलवे लाइन के किनारे रहने को मजबूर हैं। ग्रामीण सनातन सिंह ने बताया कि कटाव से विस्थापित हुए परिवार को अभी तक किसी प्रकार का कोई सहयता नही मिली है। |
| - Rainbow News Network - Aug 7 2020 4:15PM
कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश के राज्यपाल को सम्बोधित 6 सूत्री मांगों का ज्ञापन एस.डी.एम. को सौंपा
अम्बेडकरनगर। जिले में सक्रिय राजनैतिक पार्टियों/दलों ने विगत 5 माह से समाज हित में क्या कुछ किया या फिर अपनी आवाज बुलन्द कर सम्बन्धित का ध्यान आकृष्ट कराया इसके प्रति हमें कुछ भी नहीं कहना। फिर भी इतना तो जरूर ही कहेंगे कि जनपद में सक्रिय सर्वाधिक पुरानी (135 वर्ष) राजनैतिक पार्टी काँग्रेस की जिला इकाई और इसके पदाधिकारी व समर्पित कार्यकर्ता पार्टी की परम्परानुसार सर्वजन हिताय की सोच रखते हुए इस समय अपनी आवाजें बुलन्द कर सरकार व सम्बन्धितों का ध्यान आकृष्ट कराने लगे हैं।
तात्पर्य यह कि 5 माह की अवधि में कोविड-19 के चलते देश में लागू लाकडाउन में आर्थिक रूप से टूट चुके आम आदमी की समस्याओं के निराकरण हेतु अब कांग्रेस पार्टी ने कमर सा कस लिया है। समय-समय पर पार्टी के पदाधिकारी अपने अगुवा रामकुमार पाल के निर्देश व नेतृत्व में एक संयमित व पार्टी के प्रति संकल्पित भाव लिये जिले के आम आवाम की समस्याओं के निराकरण हेतु अपनी आवाजें उठाने लगे हैं।
लाकडाउन के शुरूआती दिनों में कुछेक सामाजिक संगठनों ने शौकिया तौर पर रस्म अदायगी करते हुए स्कूलों में फीस माफी, बिजली के बकाया बिलों की माफी व अन्य राजस्व देयकों से मुक्ति दिलाने हेतु मीडिया/सोशल मीडिया के माध्यम से अपना वक्तव्य दिया था। बस उनके लिए इतना ही काफी था। समाज में आर्थिक तंगी झेल रहा आम आदमी अब ऐसे लोगों से रूष्ठ भी नहीं हो सकता। परन्तु जिले के किसी भी अन्य राजनैतिक पार्टी एवं दल ने आम आदमी की समस्या (आर्थिक तंगी) की तरफ गम्भीरता से नहीं सोचा। लेकिन जिले में कांग्रेस पार्टी की इकाई पार्टी जिलाध्यक्ष राम कुमार पाल के निर्देश एवं नेतृत्व में सक्रिय रहकर जनसमस्याओं को प्रमुखता से उठाना शुरू कर दिया है। इनका कहना है कि लाकडाउन में आई समस्याओं का हाल में निराकरण होना चाहिए।
कांग्रेस की अम्बेडकरनगर जिला इकाई के अलावा तहसील व ब्लाक स्तर पर गठित इकाईयों द्वारा ऐसे कार्य किये जा रहे हैं, जिससे पार्टी और इसके पदाधिकारियों का नाम लोगों की जुबान पर आने लगा है। लब्बो-लुआब यह कि एक लम्बे अन्तराल के बाद कांग्रेस पार्टी की सक्रियता सुर्खियों में आने लगी है। इसका मुख्य कारण कांग्रेस जिला इकाई के अध्यक्ष वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एडवोकेट राम कुमार पाल हैं। खैर!
इस समय लाकडाउन में आई समस्याओं के समाधान के लिए कांग्रेस जिलाध्यक्ष के निर्देश व नेतृत्व में पार्टी अपनी परम्परा व नीति अनुसार प्रशासन के माध्यम से प्रदेश व केन्द्र की सरकारों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए लिखित रूप से मांगों का ज्ञापन देना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार 7 अगस्त 2020 को कांग्रेस जिलाध्यक्ष राम कुमार पाल के नेतृत्व में जिला इकाई के पदाधिकारी व अन्य कार्यकर्ताओं ने लाकडाउन से आई समस्याओं के समाधान हेतु कलेक्ट्रेट के निकट धरना (सत्याग्रह) देते हुए 6 सूत्री मांगों का ज्ञापन उपजिलाधिकारी अकबरपुर मोईन इस्लाम को सौंपा। उक्त ज्ञापन उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को सम्बोधित था।
कांग्रेस पार्टी द्वारा राज्यपाल को दिये गये ज्ञापन में-
1. प्रदेश में संचालित सभी बोर्ड के छात्रों की विगत 4 माह के फीस की माफी।
2. निजी शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को कम से कम 8000 रूपए प्रति माह की सहायता प्रदान करने।
3. नये शिक्षा सत्र की पाठ्य पुस्तकों में परिवर्तन न किये जाने।
4. बच्चों की स्कूली ड्रेस बार-बार न बदले जाने।
5. प्रदेश के विभिन्न न्यायालयों में प्रैक्टिस कर रहे वकीलों को कम से कम 1000 रूपए प्रतिमाह मानदेय प्रदान करने।
6. कोविड-19 महामारी के चलते आर्थिक तंगी झेल रहे मध्यम वर्ग को सरकारी योजनाओं का लाभ दिये जाने। मनरेगा मजदूरों को राहत प्रदान किये जाने।
सम्बन्धी मांगे शामिल हैं। जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अवधेश कुमार मिश्र 'बब्लू' ने रेनबोन्यूज से वार्ता करते हुए बताया कि आज पार्टी द्वारा आयोजित धरना/ज्ञापन देने वालों में जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राम कुमार पाल के साथ डॉ. विजय शंकर तिवारी, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो0 जिलाउद्दीन अंसारी, सचिव मंजीत राजभर, सन्तोष कुमार सुमन, अख्तर जमाल अंसारी, आनन्द अमृतराज वर्मा, निवर्तमान नगर अध्यक्ष अकबरपुर गुलाम रसूल छोटू, सुखीलाल वर्मा, राष्ट्रीय छात्र संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल वर्मा, वशिष्ठ पाण्डेय, राजकुमार अग्रहरि, सुनील गौड़, मनोज वर्मा, मुस्ताक अंसारी, मो. आजम अंसारी, बादशाह, मो0 कैफ अंसारी आदि मौजूद रहे।
पार्टी के इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अवधेश कुमार मिश्र 'बब्लू' ने बताया कि धरना का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट के निकट स्थित डॉ. अम्बेडकर की प्रतिमा के समक्ष किया गया। लाकडाउन के नियमों का शत-प्रतिशत पालन करते हुए पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने धरना उपरान्त एस.डी.एम. को ज्ञापन सौंपा। प्रवक्ता बब्लू ने बताया कि उपरोक्त कार्यक्रम के उपरान्त अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मो0 जियाउद्दीन अंसानी की अध्यक्षता में डॉ. कफील की रिहाई के लिए जिला अस्पताल में रक्तदान का कार्य किया गया। |
धन विनिमय का अर्थ, परिभाषा, लाभ और नुकसान (Money exchange Hindi) - ilearnlot
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धन विनिमय का अर्थ, परिभाषा, लाभ और नुकसान (Money exchange Hindi) Image #Pixabay
धन विनिमय (Money exchange Hindi) को जानें से पहले; धन क्या है? मतलब; पैसा/धन मानव जाति के सबसे महान आविष्कारों में से एक है। धन की परिभाषा: Crowther के अनुसार; "जो कुछ भी आम तौर पर विनिमय के साधन के रूप में स्वीकार्य होता है और जो एक ही समय में मूल्य के माप और भंडार के रूप में कार्य करता है।" बस इतना ही; अब, हम "धन विनिमय/मनी एक्सचेंज" पर चर्चा कर सकते हैं। वे क्या हैं? धन विनिमय का अर्थ, परिभाषा, लाभ और नुकसान से।
1. धन विनिमय का अर्थ, परिभाषा, लाभ और नुकसान (Money exchange meaning, definition, advantages, and disadvantages Hindi)
1.1. धन विनिमय का अर्थ (Money exchange meaning Hindi):
1.2. धन विनिमय की परिभाषा (Money exchange definition Hindi):
1.3. धन विनिमय के लाभ (Money exchange advantages Hindi):
1.3.1. बड़े पैमाने पर उत्पादन:
1.3.2. श्रम और विशेषज्ञता विभाग:
1.3.3. चाहता है की संतुष्टि:
1.3.4. प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग:
1.3.5. लिविंग स्टैंडर्ड/जीवन स्तर में वृद्धि:
1.3.6. बाजार का विस्तार:
1.3.7. दक्षता में वृद्धि:
1.3.8. दोनों पक्षों को लाभ:
1.4. धन विनिमय के नुकसान (Money exchange disadvantages Hindi):
1.4.1. आर्थिक निर्भरता:
1.4.2. प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग:
1.4.3. गलाकाट/प्राणलेवा प्रतियोगिता:
1.4.4. युद्ध का डर:
धन विनिमय का अर्थ, परिभाषा, लाभ और नुकसान (Money exchange meaning, definition, advantages, and disadvantages Hindi)
यह लेख बताता है; धन विनिमय का अर्थ (Money exchange meaning Hindi); परिभाषा (Money exchange definition Hindi); लाभ (Money exchange advantages Hindi); और नुकसान (Money exchange disadvantages Hindi) नीचे दिए गए विषय निम्नलिखित हैं;
धन विनिमय का अर्थ (Money exchange meaning Hindi):
प्रतिदिन एक्सचेंज/विनिमय उपभोग और उत्पादन के बीच की कड़ी है। John Strachy ने इसे "हार्ट ऑफ़ इकोनॉमिक्स" कहा है।
प्राचीन दिनों में मनुष्य की चाहत बहुत कम थी। उन्होंने बहुत ही सरल जीवन व्यतीत किया और मुख्य रूप से शिकार और मछली पकड़ने पर जीवन व्यतीत किया और अपने सभी चाहने वालों को संतुष्ट किया; जैसे-जैसे समय बीतता गया उसकी इच्छा कई गुना बढ़ गई और उसकी आत्मनिर्भरता गायब हो गई।
उसने उन कुछ वस्तुओं का आदान-प्रदान करना शुरू कर दिया, जो उनके पास थी, जो पड़ोसियों के पास थीं; धन के उपयोग के बिना इस तरह के प्रत्यक्ष आदान-प्रदान को barter/बार्टर/वस्तु विनिमय कहा जाता है; दिन के लिए वस्तु विनिमय केवल असभ्य और पिछड़े क्षेत्रों में किया जाता है; आधुनिक समुदायों में, हम शायद ही कभी इस प्रकार के आदान-प्रदान में आते हैं। वर्तमान में मुद्रा की सहायता से विनिमय कार्य किया जाता है।
धन विनिमय की परिभाषा (Money exchange definition Hindi):
विनिमय तुलनात्मक रूप से आवश्यक होने के साथ तुलनात्मक रूप से अतिसुधार का वस्तु विनिमय है; एक्सचेंज को विभिन्न अर्थशास्त्रियों द्वारा परिभाषित किया गया है:
Prof. Marshall के अनुसार;
"Exchange may be defined as a lawful, voluntary and mutual transfer of wealth between the two parties, each transfer being in return of the other."
"विनिमय को दो पक्षों के बीच वैध, स्वैच्छिक और पारस्परिक हस्तांतरण के रूप में परिभाषित किया जा सकता है, प्रत्येक हस्तांतरण दूसरे के बदले में हो सकता है।"
Prof. Waugh के अनुसार;
"We can define an exchange as two voluntary transfer of ownership each made in consideration of the other."
"हम एक विनिमय को स्वामित्व के दो स्वैच्छिक हस्तांतरण के रूप में परिभाषित कर सकते हैं जो प्रत्येक दूसरे के विचार में किए गए हैं।"
धन विनिमय के लाभ (Money exchange advantages Hindi):
किसी भी देश के विकास के लिए, विनिमय की गतिविधियाँ सुविधाजनक, आसान और समझने योग्य होनी चाहिए।
धन विनिमय के लाभ इस प्रकार हैं:
यदि बड़े पैमाने पर उत्पादन की कोई संभावना है, तो यह केवल एक्सचेंज के माध्यम से किया जा सकता है; बदले में, अच्छे गुणों और आधुनिक मशीनों को दूसरे देशों से खरीदा जा सकता है।
श्रम और विशेषज्ञता विभाग:
यह विनिमय के कारण है, श्रम और विशेषज्ञता का भौगोलिक विभाजन संभव हो गया है; दिन-प्रतिदिन प्रत्येक देश माल के ऐसे गुणों का उत्पादन करने में व्यस्त है जो संबंधित व्यक्ति को अधिकतम लाभ दे सकते हैं।
चाहता है की संतुष्टि:
विनिमय के माध्यम से एक माल के ऐसे गुण प्राप्त कर सकते हैं, जो वह उत्पादन नहीं कर सकता है; यह एक्सचेंज के माध्यम से है, लोग अपनी इच्छा को पूरा कर सकते हैं।
प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग:
यह विनिमय के माध्यम से है कि कोई भी देश अपने उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का उचित उपयोग कर सकता है; विनिमय संसाधनों के उचित उपयोग में मदद कर सकता है और यह आलस्य से बच सकता है।
लिविंग स्टैंडर्ड/जीवन स्तर में वृद्धि:
विनिमय की गतिविधियों ने लोगों के जीवन स्तर में वृद्धि की है; उपभोक्ताओं को सस्ते दाम पर सामान मिलता है और इससे जीवन स्तर को बढ़ाने में मदद मिलती है।
बाजार का विस्तार:
विनिमय करने के आसान तरीकों ने व्यापारियों को अपना व्यवसाय बढ़ाने में मदद की है; विनिमय की आसान प्रणाली के कारण ही अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का विस्तार संभव हो पाया है।
दक्षता में वृद्धि:
एक्सचेंज ने श्रमिकों में दक्षता बढ़ाई है; बाजार में प्रतिस्पर्धा से दक्षता बढ़ती है और यह तब संभव होता है जब सामान को लेकर उत्पादकों के बीच विचारों का आदान-प्रदान होता है।
दोनों पक्षों को लाभ:
विनिमय गतिविधियां दोनों पक्षों को एक फायदा देती हैं; यदि दोनों पक्ष लाभ प्राप्त नहीं करेंगे तो विनिमय की गतिविधियाँ नहीं बढ़ेंगी।
धन विनिमय के नुकसान (Money exchange disadvantages Hindi):
धन विनिमय के महत्वपूर्ण नुकसान इस प्रकार हैं:
आर्थिक निर्भरता:
विनिमय के कारण, एक व्यक्ति पूरी तरह से दूसरे पर निर्भर हो जाता है या एक देश कच्चे माल या खाद्य पदार्थों के लिए दूसरों पर निर्भर करता है; अगर किसी भी कारण से दोनों देशों के बीच टकराव होता है तो देश माल भेजना बंद कर देगा और इससे देश को परेशानी हो सकती है।
प्राकृतिक संसाधनों का दुरुपयोग:
विनिमय के कारण कमजोर राष्ट्र या छोटे देश परेशानी में डाल दिए जाते हैं और उन्हें मजबूरी के तहत सामग्रियों को बहुत मजबूत और प्रभावशाली देशों में निर्यात करना पड़ता है।
गलाकाट/प्राणलेवा प्रतियोगिता:
विनिमय के आधार पर, अपने उत्पादों को बेचने के लिए बाजार में प्राणलेवा प्रतियोगिता देखी जानी चाहिए; कभी-कभी इससे व्यक्ति या राष्ट्र को नुकसान हो सकता है।
युद्ध का डर:
दोनों देशों के बीच संघर्ष या मतभेद के कारण, आवश्यक वस्तुओं का आदान-प्रदान रुक जाता है और इससे युद्ध को बढ़ावा मिल सकता है। |
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने उत्तराखंड को अगल राज्य बनाया - News Way: Uttarakhand, Uttar Pardesh, Delhi News Portal
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी बाजपेयी ने उत्तराखंड को अगल राज्य बनाया। उनका सपना है उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने का था। जिसे भाजपा साकार कर रही है। प्राकृतिक और धार्मिक विरासत को केवल भाजपा ही बचा सकती है। केंद्र में भाजपा की सरकार है उत्तराखंड में भी बनानी है। तभी राज्य का चहुमुंखी विकास होगा।शनिवार को कपकोट के केदारेश्वर मैदान पर चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि 14 फरवरी को 78 वां मतदान दिवस है। लोगों को शतप्रतिशत मतदान करना है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार ने उत्तराखंड को बनाया है। उस सरकार में वह भी मंत्री थे। उत्तर प्रदेश का विभाजन हुआ और तब वह संयुक्त मुख्यमंत्री थे। यह उनका भी सौभाग्य था। इतना ही नहीं राज्य को विशेष राज्य का दर्जा भी मिला।
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता पर आए और राज्य लगातार विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि 1951 में भारतीय जनसंघ के रूप में पहला चुनाव पार्टी ने लड़ा। घोषणा पत्र में कश्मीर से 370 हटाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे भाजपा ने पूरा किया है। धार्मिक उत्पीड़न कम हुआ है। उत्पीड़न के कारण पाकिस्तान, बंगलादेश, अफगानिस्तान के लोगों को भी भारत की नागरिक देना का काम किया है अन्य दलों के कहने और करने पर अंतर है और वह भाजपा के लिए चुनौती है।भाजपा विचारधारा, दर्शन और कार्यक्रम है। राष्ट्र आगे बढ़े यह भाजपा का चरित्र है। जनता के प्रति संवेदनशील केवल भाजपा है। कांग्रेस ने जनता के आंखों में धूल झौंकने का काम किया है। उनके कार्यकाल में मंत्रियों पर भी भ्रष्टाचार के आरोप थे। मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल भी गए। लेकिन भाजप सरकार में किसी पर भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं है।
केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि व्यवस्था, सिस्टम में परिर्वतन लाकर भ्रष्टाचार पर चोट की है। कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री कहते थे कि सौ पैसे में 85 पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में सौ का सौ पैसा सीधे किसानों तक पहुंच रहा है। उत्तराखंड में तेजी से विकास होगा। पर्यावरण को भी विशेष ध्यान दिया जाएगा।राजनाथ सिंह ने कहा कि आतंकवाद एक चुनौती था। 2017 में पाकिस्तान के आतंकवादियों ने कश्मीर में हमला किया। जिसमें पैरामिलिट्री के जवान मारे गए। 56 इंच सीने वाले प्रधानमंत्री ने पांच मिनट में फैसला किया। सर्जिकल, एयर स्टाइक के जरिए ताकत दिखाइ। दुनिया को भी एक संदेश दिया। भारत कमजोर नहीं है जबकि ताकतवर है। ग्लवान घाटी में चीन से संघर्ष हुआ। जहां भारतीय सैनिकों ने अदम्य साहस और शौर्य का परिचय दिया।केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस के राहुल गांधी ने सैनिकों का मनोबल तोड़ा। उन्होंने भारत के अधिक सैनिक मारे जाने की बात की। आस्ट्रेलिया के खोजी पत्रकार ने ग्लवान में भारत-चीन के बीच हुए संघर्ष को प्रकाशित किया। बताया कि 38 से 50 सैनिक चीन के मारे गए। |
A man saved the life of a female driver by sacrificing his car | अनियंत्रित कार को रोकने के लिए अजनबी ने अपनी गाड़ी कुर्बान की, सोशल मीडिया पर VIDEO वायरल - Dainik Bhaskar
A Man Saved The Life Of A Female Driver By Sacrificing His Car
चलती कार में बेहोश हुई महिला ड्राइवर:अनियंत्रित कार को रोकने के लिए अजनबी ने अपनी गाड़ी कुर्बान की, सोशल मीडिया पर VIDEO वायरल
नीदरलैंड के ननस्पीट में कार चलाते समय एक महिला बेहोश हो गई। बेहोश महिला की जान बचाने के लिए एक शख्स अपनी कार कुर्बान करने से भी पीछे नहीं हटा। ऐसा करने के लिए उसने अपनी कार महिला की कार के आगे लगा दी। इस वजह से महिला की कार रुक गई।
यह घटना एक तीसरे कार ड्राइवर ने अपने डैशकैम मे रिकार्ड कर ली, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है।
कार हाईवे को छोड़ बगल की घास पर चल रही थी
महिला की जान बचाने वाले हेनरी टेमरमैन ने बताया कि शुक्रवार को घर जाते समय उसकी नजर एक कार पर पड़ी। कार में मौजूद महिला बेहोश थी और कार से कंट्रोल खो चुकी थी। महिला की कार हाइवे पर अलग- अलग डायरेक्शन में भाग रही थी। उस दौरान कार हाईवे के बगल की घास पर भी चली गई।
कुछ समय बाद कार हाइवे की रेलिंग में भी टकराने लगी। यह देखकर टेमरमैन अपनी कार तेजी से महिला की कार के आगे लगा दी।
सोशल मीडिया पर हो रही तारीफ
कार रोकने के बाद टेमरमैन ने महिला को बाहर निकाला और एम्बुलेंस को कॉल किया। टेमरमैन की कार क्षतिग्रस्त हो गई और चलाने की स्थिति में नहीं थी। थोड़ी देर बाद पुलिस वहां पहुंची और दोनों कार को टो कर ले गई। एक दूसरे कार ड्राइवर ने टेमरमैन को घर पहुंचाया। सोशल मीडिया पर टेमरमैन के इस काम की जमकर तारीफ हो रही है।
US में दहलाने वाला हादसा: क्रिसमस परेड में तेज रफ्तार SUV लोगों को रौंदती चली गई; 5 की मौत, 40 घायल
तालिबान का फरमान: अफगान टीवी चैनल वो प्रोग्राम न दिखाएं, जिनमें महिला कलाकार हों, वुमन जर्नलिस्ट का हिजाब पहनना भी जरूरी
दिल्ली इन शहरों से सीखे: बीजिंग से लेकर बैंकॉक और पेरिस से लेकर कोपनहेगन तक 7 शहरों ने प्रदूषण की समस्या से ऐसे निजात पाई |
विकासखण्ड स्तरीय बैठक आयोजित आगामी कार्यो एवं रणनीति पर चर्चा कर छात्रों को उपाधी प्रदान की
12/11/2021 at 9:45 AM IST
नीमच। म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा नीमच विकासखण्ड स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन जनपद पंचायत सभाकक्ष नीमच में किया गया। बैठक में उपस्थित संभाग समन्वयक उज्जैन शिवप्रसाद मालवीय का कोरोना वालेंटियर्स एवं सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्रसिंह चौहान, टीना गर्ग, श्रीमती अनिता सेन द्वारा स्वागत किया गया। जिला समन्वयक वीरेन्द्र सिंह ठाकुर द्वारा बैठक आयोजन की रूपरेखा पर प्रकाश डाला गया।
संभाग समन्वयक द्वारा बैठक में बताया कि म.प्र. जन अभियान परिषद द्वारा वृहद स्तर पर कार्य योजना तैयार कर नवीन कार्यो की शुरूआत की जा रही है जिसमे सभी सामाजिक कार्यकर्ताओं, कोरोना वालेंटियर्स एवं पूर्व की नवांकुर संस्थाओं एवं प्रस्फुटन समितियों की महित भूमिका रहेंगी। प्रत्येक ग्राम एवं शहर स्तर पर विभिन्न जोन एवं सेक्टर का गठन किया जाकर सामाजिक कार्यकर्ताओं की एक सशक्त टीम के माध्यम से आगामी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जायेगा साथ ही एवं वर्तमान में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत बोरी बंधान पखवाडा जन अभियान परिषद द्वारा आयोजित किया जा रहा है
जिसमें हमें अपने ग्राम व क्षेत्रों में बहने वाली नदियों एवं नालों पर बोरी बंधान कर जल संरक्षण करना है। संभागीय समन्वयक द्वारा वर्ष 2017- 18 एवं वर्ष 2018- 19 में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यकम अंतर्गत बीएसडब्ल्यू उत्तीर्ण विद्यार्थियेां को विश्वविद्यालय से प्राप्त उपाधी का वितरण किया गया एवं बताया गया कि बीएसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू पाठयक्रम का पुन: संचालन जनवरी 2022 से प्रारंभ किया जा रहा है जिसमें सामाजिक कार्यकर्ताओं को नेतृत्व क्षमता विकास का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण प्रदान किया जायेगा बैठक में चिरंजिव शर्मा, प्रकाश जैन, तुषार पुरोहित, समरथ सेन, शशि परिहार, दीपा राठौर, पुष्पा चौरसिया, अनीता सेन, आलोक शर्मा, रामेश्वर नागदा, कमलेश व्यास, ताराचंद पाईवाल, ज्योंति बैंस सहित समस्त सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित थे। आभार विकासखण्ड समन्वयक महेन्द्रपाल सिंह भाटी ने किया एवं संचालन पवन कुमरावत ने किया।
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HINDI QUIZ 07.01.2019 | Current Hunt
Home Quiz hunt HINDI QUIZ 07.01.2019
Posted By: Pratiyogita Kiranon: January 07, 2019 In: Quiz huntNo Comments
1. पूर्व न्यायमूर्ति चन्द्रशेखर शंकर धर्माधिकारी आपातकाल के दौरान मानवाधिकार के सम्बन्ध में अपने ऐतिहासिक फैसले के लिए विख्यात हुए थे.
2. न्यायमूर्ति धर्माधिकारी का 3 जनवरी 2019 को मुम्बई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया।
3. न्यायमूर्ति चन्द्रशेखर शंकर धर्माधिकारी ने कहा था कि संवैधानिक अधिकारों के अलावा भी जीने का अधिकार एक नैसर्गिक एवं मानवीय अधिकार है.
उपरोक्त दिया गया कौन सा कथन सही हैं ?
न्यायमूर्ति धर्माधिकारी का 3 जनवरी 2019 को मुम्बई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वे 91 वर्ष के थे। एक उच्च कोटि के न्यायविद के अलावा वे गाँधीवादी विचारक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी तथा सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। देश में 1975 में थोंपे गए आपातकाल के दौरान न्यायमूर्ति चन्द्रशेखर शंकर धर्माधिकारी ने अपना ऐतिहासिक फैसला दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि संवैधानिक अधिकारों के अलावा भी जीने का अधिकार (Right to Life) एक नैसर्गिक एवं मानवीय अधिकार है तथा आपातकाल लगा होने के बावजूद जीने के अधिकार के लिए कोई भी नागरिक उच्च न्यायालय जा सकता है। इस फैसले को मूर्तरूप करते हुए उन्होंने तमाम याचिकाओं की सुनवाई भी की थी तथा ऐसे याचिकाकर्ताओं को रिहा करने का आदेश भी दिया था जिनके खिलाफ कोई पुख्ता सबूत नहीं था तथा जिन्हें सतही कारणों से गिरफ्तार किया गया था।
1. भारतीय पैनोरमा फिल्म महोत्सव नई दिल्ली में शुरु हुआ
2. महोत्सव के दौरान कुल 20 फीचर फिल्म और 11 नॉन फीचर फिल्म दिखाई जाएंगी।
3. फिल्म महोत्सव का आयोजन फिल्म महोत्सव निदेशालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
सूचना एवं प्रसारण सचिव अमित खरे ने नई दिल्ली के सिरी फोर्ट ऑडिटोरियम में दस दिवसीय भारतीय पैनोरमा फिल्म महोत्सव का उद्घाटन किया। महोत्सव के दौरान कुल 26 फीचर फिल्म और 21 नॉन फीचर फिल्म दिखाई जाएंगी। फिल्म महोत्सव का आयोजन फिल्म महोत्सव निदेशालय, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है। प्रारंभिक फीचर फिल्म – ओलू के निर्देशक शाजी. एन करुण और नॉन-फीचर फिल्म खरवास के निर्देशक आदित्य सुहास जाम्भले इस अवसर पर उपस्थित होंगे। भारत के 49वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भारतीय पैनोरमा भाग के तहत चुनी गई सभी फिल्में महोत्सव के दौरान दिखाई जाएंगी।
3. निम्नलिखित कथनों पर विचार करें
1. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जे.एन.वी छात्रों की आत्महत्या पर नज़र रखने के लिए टास्क फोर्स का गठन किया
2. टास्क फोर्स का गठन मनोचिकित्सक डॉ. जितेंद्र नागपाल की अध्यक्षता में किया गया।
3. यह छात्रों की आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के तरीकों और उपायों पर सुझाव भी देगी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने जवाहर नवोदय विद्यालय (जे.एन.वी) आवासीय विद्यालयों में छात्रों की आत्महत्या के मुद्दों के अवलोकन के लिए एक टास्क फोर्स का गठन किया है। टास्क फोर्स का गठन मनोचिकित्सक डॉ. जितेंद्र नागपाल की अध्यक्षता में किया गया। यह छात्रों की आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के तरीकों और उपायों पर सुझाव भी देगी। एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2013 से वर्ष 2017 के बीच आवासीय जवाहर नवोदय विद्यालय के लगभग 49 छात्रों ने आत्महत्या की थी। जवाहर नवोदय विद्यालय पूर्ण आवासीय विद्यालय हैं जो मानव संसाधन विकास मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संगठन, नवोदय विद्यालय समिति द्वारा प्रबंधित और संचालित हैं।
4. ऑर्डनेन्स फैक्ट्री बोर्ड का चेयरमैन किसे नियुक्त किया गया?
A. अभिजित कुमार
B. सौरभ कुमार
C. सूंदर दास
D. डॉ.जी.एस.रेड्डी
सौरभ कुमार को हाल ही में कलकत्ता में ऑर्डनेन्स फैक्ट्री बोर्ड का नया महानिदेश नियुक्त किया गया। इंडियन ऑर्डनेन्स फैक्ट्रीज इंडियन ऑर्डनेन्स फैक्ट्रीज 41 आयुध निर्माणी फैक्ट्री का समूह है, इसका मुख्यालय कलकत्ता में स्थित है। यह रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। इन फैक्ट्रीज में स्वदेशी रूप से रक्षा उपकरणों का निर्माण किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश सशस्त्र सेनाओं को स्वदेशी रूप से निर्मित हथियार उपलब्ध करवाना है।
5. कौन सा भारतीय गेंदबाज़ 2018 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने?
B. आर.आश्विन
D. उमेश यादव
भारत के तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह 2018 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ बने। जसप्रीत बुमराह ने 9 टेस्ट मैच में 48 विकेट, 13 एकदिवसीय मैचों में 22 विकेट तथा 8 टी-ट्वेंटी मैचों में 8 विकेट लिए। उन्होंने 2018 में कुल 78 विकेट लिए। इस सूची में दूसरे स्थान पर दक्षिण अफ्रीका के कगिसो रबाडा रहे।
6. कैबिनेट ने किस राज्य की अनुसूचित जनजातियों की सूची में परिवर्तन करने को मंज़ूरी दी?
केन्द्रीय कैबिनेट ने अरुणाचल प्रदेश की अनुसूचित जनजातियों की सूची में संशोधन को मंज़ूरी दी। इसके पश्चात् संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) बिल, 2018 संसद में पेश किया जायेगा। संविधान (अनुसूचित जनजाति) आदेश (संशोधन) बिल, 2018 के द्वारा अरुणाचल प्रदेश की अनुसूचित जनजातियों की सूची में निम्नलिखित बदलाव किये जायेंगे :
नोकते, तंग्सा, तुत्सा और वांचो अनुसूचित जनजाति को अरुणाचल प्रदेश की अनुसूचित जनजाति की सूची में क्रम संख्या 10 में शामिल किया जायेगा।
"अबोर" को क्रम संख्या 1 से हटाया जायेगा, क्योंकि यह क्रम संख्या 16 में "आदि" के समान ही है।
क्रम संख्या 6 में खाम्प्टी के स्थान पर ताई खामती का उपयोग किया जायेगा।
क्रम संख्या 8 में मिश्मी-कमन (मिजू मिश्मी), इदु (मिश्मी) तथा ताराओं (दिगारू मिश्मी) को शामिल किया जायेगा।
क्रम संख्या 9 में "मोम्बा" के स्थान पर मोनपा, मम्बा, सारतंग और साजोलोंग को शामिल किया जायेगा।
7. पाकिस्तान में किस हिन्दू धार्मिक स्थल को राष्ट्रीय घोषित किया गया?
A. पंज तीरथ
B. गुरुद्वारा दरबार साहिब
C. हिंगलाज मंदिर
D. रामा पीर मंदिर
पश्चिमी पाकिस्तान में खैबर पख्तुनवा प्रांत की सरकार ने पेशावर में स्थित प्राचीन हिन्दू धार्मिक स्थल पंज तीरथ को राष्ट्रीय विरासत घोषित किया है. यहां स्थित पांच सरोवर के चलते इसका नाम पंज तीरथ पड़ा। इसके अलावा यहां मंदिर और खजूर के पेड़ों वाला उद्यान है. अब विरासत स्थल के पांचों सरोवर चाचा युनूस पार्क और खैबर पख्तुनवा चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्टरी के दायरे में आते हैं.खैबर पख्तुनवा पुरातत्व एवं संग्रहालय निदेशालय द्वारा अधिसूचना जारी करके केपी ऐन्टिक्वीटीज एक्ट 2016 के तहत पंज तीरथ पार्क की भूमि को विरासत स्थल घोषित किया है.सरकार ने इसके साथ ही इस ऐतिहासिक स्थल को क्षतिग्रस्त करने का दोषी पाये जाने वाले व्यक्ति पर 20 लाख रुपये का जुर्माना और पांच साल तक की सजा की घोषणा की है.
8. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने कितने स्मारकों को राष्ट्रीय महत्व के स्मारक घोषित किया?
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 6 स्मारकों को 2018 में राष्ट्रीय महत्व के स्मारक घोषित किया।
राष्ट्रीय महत्व के स्मारक
9. पाकिस्तान का नया मुख्य न्यायधीश किसे नियुक्त किया गया
A. मियां साकिब निसार
B. जस्टिस सैयद ताहिरा
C. तस्सदुक हुसैन जिलानी
D. आसिफ सईद खोसा
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने जस्टिस आसिफ सईद खोसा को पाकिस्तान का नया मुख्य न्यायधीश नियुक्त किया। मौजूदा प्रधान न्यायाधीश साकिब निसार 17 जनवरी को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। न्यायमूर्ति खोसा (64) दिसंबर 2016 से उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश हैं। वे 20 दिसम्बर, 2019 तक इस पद पर बने रहेंगे।
1. तुर्कमेनिस्तान ने अपना पहला मैसेजिंग ऐप 'बिज़ बारडे' (BizBarde) लॉन्च किया।
2. बिज़ बारडे ऐप मैसेज, फ़ाइलों, फोटो और वीडियो के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा।
तुर्कमेनिस्तान ने अपना पहला मैसेजिंग ऐप 'बिज़ बारडे' (BizBarde) लॉन्च किया। बिज़ बारडे ऐप मैसेज, फ़ाइलों, फोटो और वीडियो के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करेगा। इससे पहले, पूर्व सोवियत गणतंत्र राष्ट्र ने लोकप्रिय रूसी नेटवर्क 'ओडनोकलास्निकी' और 'वी कॉन्टक्टे' के साथ ट्विटर, फेसबुक, व्हाट्सएप और वाइबर सहित पश्चिमी सेवाओं को बंद कर दिया था। |
Ayurved के यह 4 नियम, आयुर्वेद के यह चार नियम अपना लो जड़ से खत्म हो जाएंगे बीमारियां
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Trrending news and health tips January 28, 2020 0 Comments
आयुर्वेद के 4 नियम!
नमस्कार दोस्तों आपका हमारे ayurved कि यह चार नियम आपकी जिंदगी बदल देंगे, आप यदि इन 4 नियमों का पालन करेंगे तो आपको पूरे जीवन में कोई भी बीमारी नहीं होगी!
Dosto आज की इस ब्लॉग में मैं आपको आयुर्वेद के उन 4 नियमों के बारे में बताऊंगा जो आपके लिए बहुत ही जरूरी है अगर आप इन 4 नियमों का पालन करते हैं तो आप जिंदगी भर बीमारियों का शिकार नहीं होंगे कोई भी बीमारी आपको छू नहीं पाएगी तो आइए जानते हैं आयुर्वेद के इन 4 नियमों के बारे में
स्वस्थ रहने के 4 जरूरी नियम!
1. पहला नियम-
भोजन के अंत में पानी बिल्कुल नहीं पीना 1 घंटे बाद पानी पीना है भोजन के तुरंत बाद अगर कुछ पीना है तो जूस, लस्सी पीजीए
सुबह भोजन के बाद जूस पीना है
दोपहर को भोजन के बाद लस्सी पीनी है
और रात को भोजन के बाद दूध पीना है
2. दूसरा नियम-
आप जब भी पानी पिएंगे, एकदम नहीं पिएंगे पानी को घुट घुट कर पिएंगे जिससे आपके मुंह की लार पेट में जाएगी " मुंह की लार छारीय होती है और हमारे पेट में Acid होता है जो अम्लीय होता है दोनों जब मिलेंगे तो न्यूट्रल हो जाता है" यही सबसे आदर्श स्थिति यदि आपका शरीर न्यूट्रल रहता है तो आपको कोई भी बीमारी नहीं आएगी इसलिए पानी जब भी पिएंगे तो थोड़ा रुक रुक कर पिएंगे
3. तीसरा नियम
जिंदगी में कभी भी ठंडा पानी नहीं पीना है ( फ्रिज में रखा हुआ पानी या बर्फ डाला पानी कभी भी नहीं पीना है) ठंडा पानी शरीर के लिए अनुकूल नहीं होता है
आप जब भी ठंडा पानी पीते हैं शरीर ठंडा ना हो इसलिए हमारा पेट कुछ ठंडे पानी को गर्म करता है आप कितना भी ठंडा पानी क्यों ना पिए वह पानी को पहले ठंडा करेगा फिर पचआएगा और पानी को गर्म करने में ऊर्जा लगती है और वह ऊर्जा है आपका रक्त
अगर आप ज्यादा ठंडा पानी पिएंगे तो शरीर उसे गर्म करने के लिए पूरे हिस्से से थोड़ा-थोड़ा रक्त खींचेगा उतनी देर के लिए शरीर को खून की कमी होने लगेगी, अगर शरीर को यह रक्त की कमी नियमित आने लगे तो यह अंग खराब होने लगेंगे और कभी भी हार्ट अटैक आ सकता है आपकी किडनी खराब हो सकती है Liver खराब हो सकता है तो Dosto आपको नॉर्मल या गर्म पानी हमेशा पीना चाहिए
4. चौथा नियम-
सुबह उठते ही आपको सबसे पहले पानी पीना है, दिन की शुरुआत आपको पानी पीने से ही करनी है और पानी हमेशा बैठ कर सिप कर कर पीना चाहिए जैसे चाय पीते हैं गर्म दूध पीते हैं वैसे ही धीरे-धीरे आपको पानी पीना है
आपको सबसे अच्छा मिट्टी के घड़े का पानी है अगर आप इन चारों नियम का पालन करते हैं तो आपको आश्चर्यजनक फायदे देखने को मिलेंगे जो परिणाम आएंगे उसे देख कर आपको विश्वास नहीं होगा
परिणाम क्या आएंगे-
जिनके भी पेट में गैस बनती है जलन होती है, खट्टी डकार आती है भोजन अच्छी तरह से नहीं पचता है, जिन को कब्ज हो गई है पेट अच्छी तरह से नहीं खुलता है यह सब लोग आपसे दूर हो जाएंगे
आपको भूख नहीं लगती आपको भूख लगेगी, Apko नींद नहीं आती apko नींद आने लगेगी, जिनको सुबह सुबह उठने से सिर में दर्द होता है उनको 6 से 7 दिन में यह दूर हो जाएगा
जिनको चक्कर आता है वह भी ठीक हो जाएगा. हर छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बीमारी बहुत जल्द ठीक हो जाएगी
तो दोस्तों आज से ही आयुर्वेद के इन 4 नियमों ko अपना आइए और सभी बीमारियों को दूर भगाए और शरीर को स्वस्थ रखें |
आप लोगो की एक्सपर्ट से expectation थी की वो फ्री में आपका काम कर के दे लेकिन एक सवाल है आप सभी से. आप ब्लॉग पर विजिट करते है पोस्ट को पढ़ते है और फिर चले जाते है. पोस्ट भी आप तभी पढ़ते है जब आपको लगे की इसमें आपके मतलब की कोई जानकारी शेयर की गई है. वर्ना आप क्यों पढोगे ? इसके अलावा कितने लोग है जिन्होंने पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर किया है या फिर सब्सक्राइब किया है ? 100 में से 5 लोग और जिन्होंने ऐसा किया है उन्हें हर संभव मदद भी मिली है.
दूसरा कदम था paid eBook on vashikaran and tantra mantra sadhna जो की लोगो को फ्री में ही चाहिए. क्यों भाई क्या यहाँ पर विजिट कर आपने किसी पर उपकार किया है. मेरी भाषा व्यावहारिक नहीं लग रही होगी लेकिन जब लोगो की मानसिकता ही ऐसी बन गई तो उन्हें ऐसी ही भाषा समझ में आएगी. आने वाले समय में पीडीऍफ़ बुक आपको फ्री में नहीं मिलेगी. ये हर कही से उठाकर बनाई गई बुक नहीं है जो फ्री में बाँट दी जाए इन्हें बनाने में मेहनत लगती है और उसी मेहनत के पैसे मांगे जाते है.
इंद्रजाल जो की एक सबसे पुरानी पुस्तक में से एक है. इसकी कीमत 500 रूपये लोगो से ली जा रही है. इसे मैंने पीडीऍफ़ में कन्वर्ट किया था ताकि लोगो को एक बढ़िया जानकारी मिल सके. लेकिन कुछ लोगो को इसकी कीमत बहुत ज्यादा लग रही है उन्हें एक बात साफ कर देना चाहता हूँ. ये वही पुस्तक है जिससे मंत्र को कॉपी कर अलग अलग पुस्तके बना कर 8-15 हजार तक बेचा जा रहा है.
फिर इस पूरी पुस्तक की कीमत तो महज 500 ही है. अब एक सवाल जो आपके मन में आ रहा है की इतने रूपये खर्च कर कौन खरीदता होगा तो बता दू की इसे ज्यादातर western country वाले ही खरीद रहे है. ये हवा में उड़ाई बाते नहीं है पुख्ता जानकारी है. जिसे भी सबूत चाहिए सवाल कर सकता है.
शर्त इतनी सी है की आपको इंद्रजाल की ये पुस्तक और हजारो रूपये में बिकने वाली वो दोनों पुस्तके खरीदकर पढनी पड़ेगी. ऐसा करने पर अगर आपको इनमे समानता ना मिले तो आपकी कंडीशन और फैसला हमें मंजूर होगा.
तीसरा कदम था लोगो से पर्सनल डोनेशन की मांग जो भी व्यक्ति एक्सपर्ट सर्विस के लिए कॉल करता है उनसे यही सवाल किया जाता है या फिर जिन्हें किसी फील्ड में सिर्फ guide चाहिए. लोगो का जवाब था सॉरी हमारी जेब से 100-200 रूपये भी नहीं निकल सकते क्यों की हम इसे जरुरी नहीं समझते. फिर आप लोग किसी को फोन कर उससे guide कैसे मांग सकते है ? शर्म आनी चाहिए ऐसे लोगो को.
जिन लोगो का काम एक्सपर्ट के पास आता है वो यही कहते है सर ये काम हो जाए तो आपका भी करेंगे मतलब जुआ समझकर दांव खेल रहे हो. यहाँ ब्लॉग पर लोगो तक जानकारी पहुंचाई जा रही है ये सोच कर नहीं की पहले हमें कुछ पैसे मिले लोगो को कुछ सही जानकारी दे बल्कि ये सोचकर की काम देखकर लोगो को खुद विश्वास होगा.
लोगो ने मुझ पर आरोप लगाये है sachhiprerna blog service fraud है. उन लोगो की या तो यादास्त कमजोर है या फिर वो ब्लॉग की privacy policy और agreement पढना जरुरी नहीं समझते है. ये दो पेज किसी शोकेस का काम नहीं करते है बल्कि ब्लॉग से जुड़ी क़ानूनी जानकारी होते है इसे पढना शुरू करे. |
दिग्गी के दौरे के दांव-पेंच - छत्तीसगढ़ खबर : खबर दुनिया भर
September 8, 2013 September 10, 2013 cgkhabar 0 Comments ajit jogi, chhattisgarh, digvijay singh, अजीत जोगी, छत्तीसगढ़, दिग्विजय सिंह
रायपुर | स्वामी क्रांति: कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह के छत्तीसगढ़ दौरे से फिर हलचल शुरु हो गई है. दिग्विजय सिंह 5 सितंबर से छत्तीसगढ़ प्रवास पर थे और 7 सितंबर की शाम लौट गए हैं. दिग्विजय सिंह कांग्रेस आलाकमान के चहेते नेताओं में गिने जाते हैं और छत्तीसगढ़ में लगभग पूरा कांग्रेस संगठन उनके अपने लोगों से बना है. ऐसे में दिग्विजय सिंह का छत्तीसगढ़ आना सामान्य लग सकता है पर हकीकत ये है कि दिग्विजय यहां सियासी समीकरण बिठाने के लिए आए थे और परिस्थितियों को देखकर तो यही लगता है कि वे कांग्रेस को एक नई तरह की जंग के लिए तैयार कर रहे हैं.
ये वो जंग है, जिसमें जो कल तक अपने थे वो अब पराए नजर आ सकते हैं. बदली परिस्थितियों में किस तरह क्या करना है ? कौन से मोहरे इसमें किस तरह की चाल चलेंगे ? दिग्विजय यही समझाने यहां आए थे और उनके दौरे के बाद कांग्रेस संगठन के नेताओं के चेहरे तो चीख चीखकर यही कह रहे थे कि वे अब किसी भी तरह की बदली परिस्थिति के लिए तैयार हैं.
कौन सी परिस्थितियां कांग्रेस के सामने आने वाली हैं, इसकी चर्चा के पहले हमें ये देखना होगा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी को दिग्विजय सिंह का छत्तीसगढ़ आना क्यों पसंद नहीं है. जोगी राज्य में कांग्रेस पर अपनी वैसी ही पकड़ चाहते हैं, जैसी पिछले 2 चुनावों के दौरान रही है. लेकिन अब मामला बदल चुका है.
जोगी से अलग लेकिन…
2008 के चुनाव में हार के बाद से अजीत जोगी हाशिए पर जाने लगे हैं. दो-दो हार के बाद संगठन में मन मसोसकर जोगी समर्थक बने बैठे नेताओं ने आलाकमान को ये समझाने में कामयाबी पायी है कि जोगी के कारण कांग्रेस हारती है. यही वजह थी कि कांग्रेस ने महेंद्र कर्मा की हार के बाद रविंद्र चौबे को नेता प्रतिपक्ष का पद सौंपा. अजीत जोगी ये पद अपने पाले में रखना चाहते थे पर ऐसा नहीं हुआ.
नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद चौबे ने जो पहला काम किया, वो ये था कि उन्होंने जोगी के आसपास मंडराने वाले विधायकों को अपने पाले में किया. उनकी इस कोशिश में शहीद का दर्जा पा चुके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल का भी साथ उन्हें मिला.
चौबे ऐसे विधायकों को ये समझाने में कामयाब हुए कि जोगी से कुछ दूरी बना लेने पर भी उनका कोई अहित नहीं होगा, अब ये अलग बात है कि जोगी को छोड़कर आए विधायक अभी भी जोगी को अनदेखा नहीं कर पाते. जोगी के एक फोन पर वे उनके घर पहुंच जाते हैं और जोगी को ये दिखाने का मौका मिल जाता है कि उनके साथ कितने विधायक हैं.
दिग्विजय सिंह जब 25 मई को जीरम घाटी नक्सली हमले में शहीद हुए अपने पुराने सहयोगी नेताओं को श्रद्धांजलि देने कांग्रेस भवन पहुंचे थे तो जोगी के विरोधी स्वर सभी ने सुने. ये स्वर दिग्विजय सिंह के खिलाफ थे. किसी ने सोचा न था कि इस मौके पर उन्हें ये सब सुनने मिलेगा, पर ऐसा हुआ.
इसके बाद जोगी ने एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष के शहीद होने के बाद खाली हुआ ये पद अपने पाले में करने की कोशिश की पर इस बार भी दिग्विजय सिंह समर्थक चरणदास महंत को ये पद दे दिया गया. हाल ही में जोगी ने सतनामी समाज की सभाओं में जिस तरह से अपने प्रत्याशी की तरह कुछ समर्थकों को पेश किया उससे भी संगठन खेमा उनसे नाराज है और हाईकमान को संगठन के नेताओं ने शिकायत भी भेजी है.
पिछले करीब दस दिनों से जोगी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और इस दौरान जिस तरह के घटनाक्रम हो रहे हैं, उनसे साफ दिख रहा है कि अब जोगी या तो कांग्रेस में ताकत के साथ वापस लौटेंगे या फिर कांग्रेस ही छोड़ देंगे. बहुत से जोगी समर्थक ऐसा मानते हैं कि जोगी खोई हुई ताकत वापस पाएंगे पर संगठन के नेताओं को ऐसा नहीं लगता.
दिग्गी के दांव
दिग्विजय सिंह अजीत जोगी की गैर मौजूदगी में छत्तीसगढ़ में करीब ढाई दिनों तक घूमते रहे हैं. जानकार ऐसा नहीं मानते कि दिग्विजय एक दो कार्यक्रमों के लिए ही आए थे. दिग्विजय हाईकमान के प्रमुख ताकतवर नेताओं में गिने जाते हैं और ऐसा लगता है कि हाईकमान ने ही उन्हें छत्तीसगढ़ में बिसात बिछाने के लिए भेजा है.
ये बिसात कैसी है और क्या चालें वे चल गए हैं इसके संकेत अगले कुछ दिनों में मिलने लगेंगे. फिलहाल तो यही लग रहा है कि दिग्विजय अपने समर्थक संगठन के नेताओं को जोगी की ताकतवर वापसी की स्थिति में कौन सी राह लेनी है ये सिखा गए हैं या फिर जोगी के बिना किस राह चलना है, ये बता गए हैं. इसमें दूसरी संभावना ही सबसे प्रबल नजर आ रही है.
तो क्या कांग्रेस कल के साथी को विपक्षी के रूप में मात दे पाएगी ? जरा कुछ दिनों तक इंतजार करें छ्त्तीसगढ़ की राजनीति अब नए रंग में नजर आने वाली है और जो रंग इस बार चुनावी हवा में घुलेंगे वे मुख्यमंत्री रमन सिंह के लिए इंद्रधनुषी तो नहीं ही होंगे. |
Al Jazeera Journalist Death: Israeli army was acting against terrorists, al-Jazeera journalist dead | आतंकियों के खिलाफ ऐक्शन ले रही थी इजरायली आर्मी, गोलीबारी में फंसी अल-जजीरा की पत्रकार, मौत - hindi news
Homehindi news liveAl Jazeera Journalist Death: Israeli army was acting against terrorists, al-Jazeera journalist dead | आतंकियों के खिलाफ ऐक्शन ले रही थी इजरायली आर्मी, गोलीबारी में फंसी अल-जजीरा की पत्रकार, मौत
Shireen Abu Akleh, a journalist for Al Jazeera network, and journalists surround the body.
यरुशलम: वेस्ट बैंक में स्थित शहर जेनिन में इजरायल की आर्मी के ऐक्शन के दौरान अल-जजीरा की एक पत्रकार की बुधवार को मौत हो गई। फिलीस्तीनी प्राधिकरण (PA) और कतर के नेटवर्क ने उनकी मौत के लिए इजरायल की आर्मी को जिम्मेदार ठहराया है। फिलीस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-जजीरा के लिए यरुशलम में कार्यरत पत्रकार शिरीन अबू अकलेह (51) को सिर में गोली लगी। मंत्रालय ने बताया कि एक अन्य पत्रकार अली समोदी को पीठ में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है। समोदी अल-कुद्स अखबार में कार्यरत हैं।
'सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी'
इजरायल ने इस बात से इनकार किया कि उसकी सेना ने पत्रकारों को निशाना बनाया और साथ ही कहा कि सच्चाई का पता लगाने के लिए जांच की जायेगी। सेना ने कहा कि इजरायली सेना जेनिन शरणार्थी शिविर और वेस्ट बैंक के कई अन्य इलाकों में 'आतंकवादी संदिग्धों' को पकड़ने के लिए अभियान चला रही थी। इजरायली रक्षा बलों (IDF) के मुताबिक, आतंकवादियों ने छापेमारी के दौरान इजरायली बलों पर गोलियां चलाईं और उन पर विस्फोटक फेंके। फिलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा कि वह शिरीन अबू अकलेह की मौत के लिए इजरायली बलों को 'पूरी तरह से जिम्मेदार' मानते हैं।
'इजरायली बलों की निंदा करें और जवाबदेही तय करें'
कतर के ब्रॉडकास्टर ने अपने चैनल पर जारी किए गए एक बयान में कहा, 'हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आह्वान करते हैं कि वह हमारी सहयोगी शिरीन अबू अकलेह को जानबूझकर निशाना बनाने और उनकी जान लेने के लिए इजरायली बलों की निंदा करें और उनकी जवाबदेही तय करें।' घटना के एक वीडियो में, अबू अकलेह नीले रंग की जैकेट पहने नजर आ रही हैं, जिस पर स्पष्ट रूप से 'प्रेस' लिखा हुआ है। वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि जेनिन में उनके बल पर भारी गोलीबारी की गई तथा विस्फोटकों से हमले किए गए और तब उसकी सेना ने जवाबी कार्रवाई की। सेना ने कहा, 'वह घटना की जांच कर रही है और हो सकता है कि पत्रकार फिलीस्तीनी बंदूकधारियों की गोलीबारी की चपेट में आ गई हों।'
1997 में अल-जजीरा के लिए काम शुरू किया था
इस बीच इजरायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने संयुक्त जांच की मांग की है। उन्होंने एक बयान में कहा, 'हमारी जानकारी के मुताबिक, फिलीस्तीनी उस समय अंधाधुंध गोलीबारी कर रहे थे और ऐसा लगता है कि वे पत्रकार की मौत के लिए जिम्मेदार हैं।' फिलीस्तीनी प्राधिकरण ने हमले की निंदा की और कहा कि यह इजरायली बल द्वारा किया गया एक 'चौंकाने वाला अपराध' है। फिलीस्तीनी प्राधिकरण, कब्जे वाले वेस्ट बैंक के कुछ हिस्सों पर शासन करता है और सुरक्षा मामलों पर इजरायल का सहयोग भी करता है। यरुशलम में जन्मी अबू अकलेह 51 वर्ष की थीं। उन्होंने 1997 में अल-जजीरा के लिए काम शुरू किया था और नियमित रूप से फिलीस्तीनी क्षेत्रों से रिपोर्टिंग कर रहीं थीं।
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सर्वश्रेष्ठ पैकेजिंग में, हम न केवल सबसे बड़े चयन कांच और प्लास्टिक पैकेजिंग के कहीं भी, लेकिन यह भी लगातार अपने उत्पाद विविधता को समृद्ध कर रहे हैं। त्वरित प्रतिक्रिया के साथ विशेषज्ञ ग्राहकों की सेवा के संयोजन से, हम भी शंघाई में अपने स्वयं के अंतरराष्ट्रीय व्यापार कंपनी है। हम गुणवत्ता नियंत्रण, अंतर्राष्ट्रीय विपणन, निर्यात, रसद में ज्यादा अनुभव है, इसलिए हम सबसे अच्छा मूल्य पर सुनिश्चित करें कि आप की आपूर्ति सही उत्पाद बनाने के लिए, कम से कम नेतृत्व समय के साथ चीन में अपनी आँखें और कान हो सकता है। |
कोरोना अपडेट-: अब राज्य में बचे 638 संक्रमित मरीज,धीरे-धीरे हो रहे हैं अब डिस्चार्ज,अपने जनपद का हाल जानने के लिए लिंक पर क्लिक करें ।। - Uttarakhand City News
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उत्तराखंड राज्य में वैश्विक महामारी नवल कोरोना वायरस कोविड-19 के आज 54 नए केस मिले हैं जबकि आज 50 लोग विभिन्न अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए साथ ही अब विभिन्न अस्पतालों में 638 लोग अपना इलाज करा रहे हैं।
उत्तराखंड राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी 6:00 बजे के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार आज अल्मोड़ा में छह बागेश्वर में तीन चमोली में दो देहरादून में आठ हरिद्वार में आठ नैनीताल में 10 पिथौरागढ़ में 3 रुद्रप्रयाग में छह टिहरी गढ़वाल में एक उधम सिंह नगर में छह उत्तरकाशी में एक मरीज कोरोना का पाया गया जबकि चंपावत पौड़ी गढ़वाल आज दो ही जनपद है जहां पर कोई भी मरीज नहीं मिला इस तरह आज 54 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ राज्य में आंकड़ा बढ़कर 341778 हो गया है लेकिन राहत भरी खबर यह है कि आज कहीं से भी कोई मरीज की मौत का समाचार नहीं है। |
July 15, 2019 July 15, 2019 by Naved Akhtar
बॉलीवुड अभिनेत्री श्रीदेवी अचानक इस दुनिया को छोड़कर चले जाना उनके फैंस के लिए किसी सदमे से कम नहीं था। श्रीदेवी की मौत दुबई के एक फाइव स्टार होटल में बाथ टब में डूब जाने की वजह से हुई थी। जिसके बाद से ही पूरा बॉलीवुड और श्रीदेवी के फैंस शोक में डूब गए थे।
केरल के डीजीपी ने श्रीदेवी की मौत पर दिया ये बयान
हाल ही में केरल के डीजीपी ऋषि राज सिंह ने श्रीदेवी की मौत को लेकर एक ऐसा बयान दिया है। जिसके बाद देशभर में एक बार फिर से खलबली मच गई है। केरल के डीजीपी ऋषि राज सिंह का कहना है कि दुबई के होटल में हुई श्रीदेवी की मौत एक एक्सीडेंटल डेथ नहीं बल्कि मर्डर का मामला है। उनका कहना है कि मेरे दोस्त फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉक्टर उमादाथन ने मुझे काफी दिन पहले बताया था कि श्रीदेवी की हत्या हुई थी।
कहा- ये मौत नेचुरल डेथ नहीं मर्डर
इस दौरान उन्होंने डॉक्टर उमादाथन द्वारा रखे गए कुछ तथ्य भी पेश किए डीजीपी ऋषि राज सिंह का कहना है कि कोई भी इंसान 1 फीट के बाथ टब में डूबकर नहीं मर सकता है। भले ही उसने कितनी भी शराब पी रखी हो। कोई भी शख्स बात तब के अंदर तभी मर सकता है। जब उसके दोनों हाथ और पैर पकड़कर सिर पानी में डुबोया जाए। इस मामले में अब श्रीदेवी के पति और जाने-माने फिल्म प्रोडूसर बोनी कपूर की प्रतिक्रिया सामने आई हैं।
बोनी कपूर ने बताया काल्पनिक कहानी
मीडिया द्वारा केरल के डीजीपी ऋषिराज सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों के सवाल पर जवाब देते हुए बोनी कपूर ने कहा कि वह ऐसी तथ्यहीन कहानियों पर प्रतिक्रिया नहीं देना चाहते। इसके अलावा उन्हें लगता है कि उन्हें इसपर कोई प्रतिक्रिया देने की आवश्यकता भी नहीं है। बोनी कपूर का कहना है कि श्रीदेवी के मौत के बाद से ही ऐसी कहानियां सामने आती रही हैं और आती रहेंगी। लेकिन यह सभी बातें मात्र कल्पनाएं हैंl |
बंगाल में दुर्गा पूजा पर राजनीति हावी, 'खेला होबे' की तर्ज पर भी बना है पंडाल
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Ishu verma13 Oct 2021 12:08 PM GMT
शक्ति की आराधना के लिए प्रसिद्ध बंगाल की दुर्गा की पूजा पर भी राजनीति हावी होती जा रही है। कोलकाता में कई स्थानाें पर विवादित और चर्चित मामलों की थीम बनाकर पंडाल बनाए गए हैं। इन्हें लेकर राजनीति भी खूब हावी हो रही है।
दमदम पार्क में किसान आंदोलन के समर्थन में बने पंडाल को जूते-चप्पलों से सजाया गया है। इसे लेकर हिंदू आस्था को ठेस पहुंचाने के आरोप में इसकी चौतरफा आलोचना हुई है। इसके बाद भी राज्य सरकार ने इस पूजा पंडाल को पुरस्कृत किया है। ऐसा ही बागुईहाटी में पूजा आयोजकों ने पंडाल में मां दुर्गा की जगह ममता बनर्जी की मूर्ति स्थापित की गई है। यहां ममता की मूर्ति के 10 हाथ बनाए गए हैं और उनमें राज्य सरकार की 10 योजनाओं की प्रतीकात्मक रूप से दर्शाया गया है।
दक्षिण कोलकाता में एक पंडाल विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी नारे "खेला होबे" की थीम पर बनाया गया है। इस थीम को मशहूर कलाकार सौमेन घोष ने डिजाइन किया है, जो सत्तारूढ़ पार्टी के करीबी माने जाते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि इसे हिंदू आस्था से जोड़ने की जरूरत नहीं है। "खेला होबे" का नारा इस बार पूरे देश को पसंद आया है। इसीलिए हमने इसका इस्तेमाल युवाओं को खेल के लिए प्रेरित करने के लिए किया है। घोष ने बताया कि आजकल बच्चे और युवा मोबाइल पर गेम खेलने और उसी दुनिया में सीमित रहते हैं। इस पूजा आयोजन के जरिए यह प्रेरणा देने की कोशिश की गई है कि बच्चों और युवाओं को मोबाइल गेम के बजाए आउटडोर खेलों पर ध्यान देना चाहिए, जो उनकी सेहत और सामाजिक समता के लिए बेहद जरूरी है। हालांकि मुख्यमंत्री के चुनावी नारे को आयोजन का थीम बनाए जाने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। |
गुड़ खाने से याद्दाश्त कमजोर नहीं होती, इसलिए अगर आप अपनी याद्दाश्त दुरुस्त रखना चाहते हैं, तो इसका नियमित सेवन करें.
अगर आपको कम भूख लगती है, तो इसका सेवन करें. इसका सेवन करने से भूख ज्यादा लगती है. हरड़ के चूर्ण में गुड़ मिलाकर खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है, और भूख ठीक से लगती है।
गुड़ में पोटैशियम होने के कारण यह हृदय रोगियों के लिये लाभकारी होता है, एवं कैल्शियम होने के कारण बच्चों के विकास में सहायक सिद्ध होता है।
नीम की छाल को पानी में उबाल लें जब आठवां हिस्सा शेष बचे तो उसमें गुड़ मिलाकर रात में सेवन करने से मल के साथ कृमि बाहर निकल जाते हैं।
पुराने गुड़ का लड्डू बनाकर खाने से दुर्बलता दूर होती है, स्त्रियों में गर्भाशय की सफाई होकर नयी स्फूर्ति पैदा होती है। |
Weather Forecast Today: UP-बिहार में बारिश के आसार, इन राज्यों में भी मौसम विभाग का अलर्ट - Weather forecast today live updates 11 july up rain delhi weather haryana cloud thunderstorm bihar assam flood imd alert lbs - AajTak
Weather Forecast Today: UP-बिहार में बारिश के आसार, इन राज्यों में भी मौसम विभाग का अलर्ट
Weather Forecast Today Live Updates, IMD Rain Alert: मौसम विभाग ने नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली, पानीपत, कटिहार, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, मोदीनगर, बिजनौर, बुलंदशहर, हापुड़, मुरादाबाद, संभल, अमरोहा, नरोरा और गाजियाबाद समेत आस-पास के इलाकों में बारिश की संभावना जताई है.
Weather Forecast Today Updates, Thunderstorm, Heavy Rain: मौसम का हाल
राजधानी दिल्ली में बदला मौसम का मिजाज
उत्तर प्रदेश, हरियाणा में बारिश की संभावना
Intense thunderstorm & lightning potential zone: Moderate to severe thunderstorm & lightning very likely over East Uttar Pradesh, Bihar, West Bengal and Jharkhand during next 24 hours.
UP-हरियाणा के कुछ इलाकों में बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब के अधिकतर इलाकों में शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने का अनुमान जताया है. वहीं, हरियाणा के कई इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है. इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश में भी अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का दौर चलेगा. राज्य में पिछले पांच दिनों से बारिश हो रही है.
अरुणाचल प्रदेश में गुरुवार और शुक्रवार को हुई भूस्खलन की घटनाओं में 7 लोगों की मौत हो गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन की घटनाओं में मारे गए लोगों के प्रति दुख जताया. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, मेरी संवेदनाएं हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ हैं. आपदा में प्रभावित लोगों को हर संभव मदद दी जा रही है. वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की.
असम में अभी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. असम में बाढ़ की स्थिति शुक्रवार को और बिगड़ गई तथा दो और जिलों के बड़े क्षेत्र में पानी फैल गया. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 जिलों के 32 राजस्व क्षेत्रों के 3,41,837 लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ का पानी उदलगिरी और डिब्रूगढ़ में भी फैल गया है. बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य भर में अब तक 64 लोगों की मौत हो चुकी है. इस बीच, क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र ने असम और मेघालय में बारिश का अनुमान जताया है. |
बिजनेस स्टैंडर्ड - महंगार्ई के लिए 2 से 6 फीसदी दायरा है उचित
Sunday, August 01, 2021 02:44 AM English | हिंदी
महंगार्ई के लिए 2 से 6 फीसदी दायरा है उचित
अनूप रॉय / मुंबई February 26, 2021
भारतीय रिजर्व बैंक आरबीआई मानता है कि मौद्रिक नीति के तहत 2 से 6 फीसदी के दायरे वाला मुद्रास्फीति लक्ष्य एकदम ठीक है और अगले पांच साल तक इसमें कोई तब्दीली नहीं होनी चाहिए। मार्च में मुद्रास्फीति के लक्ष्य की समीक्षा होनी है और उससे ऐन पहले आज केंद्रीय बैंक की रिसर्च टीम ने मुद्रा एवं वित्त पर जारी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही।
रिजर्व बैंक ने छह सदस्यों की मौद्रिक नीति समिति गठित कर मुद्रास्फीति के लक्ष्य का दायरा तय करने की व्यवस्था शुरू की। समिति की पहली बैठक अक्टूबर, 2016 में हुई। उसके बाद से 22 बैठकें हो चुकी हैं और रिपोर्ट में कहा गया है कि लक्ष्य तय करने से देश में महंगाई पर अंकुश लगाने में मदद मिली है।
मुद्रा एवं वित्त रिपोर्ट 2013 के बाद पहली बार प्रकाशित हुई है। पहली बार 1935 में प्रकाशित हुई यह रिपोर्ट सबसे पुरानी रिपोर्ट मानी जाती है। इस साल इस रिपोर्ट का विषय मौद्रिक नीति ढांचे की समीक्षा करना था। 2013 में प्रकाशित हुई पिछली रिपोर्ट वैश्विक ऋण संकट के बाद राजकोषीय एवं मौद्रिक नीति सहयोग पर केंद्रित थी।
हालांकि रिपोर्ट की प्रस्तावना रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लिखी है मगर यह केंद्रीय बैंक का आधिकारिक नजरिया नहीं है। रिजर्व बैंक ने मध्यम अवधि के लिए खुदरा महंगाई का लक्ष्य 4 फीसदी रखा है, जिसमें 2 फीसदी कमीबेशी की छूट है। अगर बैंक लगातार तीन तिमाही तक मुद्रास्फीति को इस दायरे में नहीं रख पाता है तो उसे इसका कारण सरकार को बताना पड़ता है। लेकिन 2020 में महामारी के कारण तीन तिमाही से अधिक समय तक महंगाई ऊपरी सीमा के भी परे रही थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं ने महंगाई का लक्ष्य 2 फीसदी पर अपरिवर्तित रखा है, इसलिए भारत में भी महंगाई का निचला स्तर 2 फीसदी से कम नहीं होना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम बताते हैं कि खुदरा मुद्रास्फीति में खाद्य की हिस्सेदारी अधिक होने के कारण महंगाई के ऊंचे लक्ष्य रखे जाते हैं और उसमें कमीबेशी का दायरा भी बड़ा होता है। यह भी कहा गया कि दीर्घ अवधि में मुद्रास्फीति का ऊपरी दायरा 6 फीसदी पाया गया और इससे अधिक महंगाई आर्थिक वृद्घि के लिए नुकसानदेह होती है। मार्च में खुदरा महंगाई लक्ष्य की समीक्षा होनी है और उसी समय खुदरा महंगाई के आधार, घरेलू उपभोक्ता व्यय सर्वेक्षण तथा जनगणना पर भी विचार होगा।
वैश्विक स्तर पर महंगाई का लक्ष्य तय करने वाली उभरती अर्थव्यवस्थाओं ने या तो लक्ष्य कम कर दिए हैं या उनमें कोई बदलाव नहीं किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, 'भारत में हालात अलग हैं। आपूर्ति व्यवस्था में आने वाली दिक्कतें, महंगाई को लेकर नजरिये और अनुमान से जुड़ी त्रुटियों के कारण मौजूदा लक्ष्य अगले पांच वर्षों के लिए अपरिवर्तित रखना जरूरी हो गया है।' |
Image source- @pnbindia
नई दिल्ली। सरकार ने 15 फरवरी से फास्टैग(Fastag) को पूरे देश में अनिवार्य कर दिया है। अब दो पहिया वाहनों को छोड़कर जिन गाड़ियों में फास्टैग नहीं लगे होंगे, उन वाहनों से टोल प्लाजा पर दोगुना चार्ज लिया जाएगा। सरकार ने पहले 1 जनवरी से फास्टैग को पूरे देश में लागू करने का फैसला किया था, लेकिन सरकार ने उस वक्त राहत देते हुए इसे 15 फरवरी तक के लिए बढ़ा दिया था। अब सड़क परिवहन मंत्रालय ने नेशनल हाईवे पर लगने वाले सभी टोल प्लाजाओं को 'फास्टैग लेन' घोषित कर दिया है।
डबल पैसा कट जाए तो क्या करें
एक तहफ जहां सरकार का ये कहना है कि हम डिजिटल तरीक से पेमेंट को बढ़ावा दने के लिए ये कदम उठा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ कुछ लोगों का कहना है कि डिजिटल तरीके से पेमेंट करने में कई बार तकनीकी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है। कई लोगों के पास्टैग से डबल चार्ज कट गए हैं। मालूम हो कि, फास्ट टैग को लागू करने से पहले ही इस बात की संभावना जताई गई थी। इसको लेकर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (national payments corporation of india, NPCI) ने बताया था कि अगर आपके फास्टैग अकांउट से डबल पैसे कट जाते हैं तो हमे सबसे पहले जिस बैंक का फास्टैग है उसके कस्टमर केयर से बात करनी चाहिए और बताना चाहिए कि स्टैग से डबल टोल टैक्स कट गया है।
इसे भी देखें:- FASTag: सरकार फास्टैग पर इतना जोर क्यों दे रही है, जानें इसके फायदे
छानबीन के बाद पैसे वापस कर दिए जाएंगे
अगर आप ऐसा करते हैं तो बैंक आपकी शिकायत को दर्ज करेगा और जरूरी छानबीन के बाद आपके फास्टैग खाते में डुप्लिकेट ट्रांजेक्शन का पैसा रिटर्न कर दिया जाएगा। यह कुछ ऐसा ही होगा जैसे हम किसी चीज के लिए ऑनलाइन पेमेंट करते हैं और खाते से पैसा कट जाता है। लेकिन दूसरे पार्टी के पास पैसा नहीं पहुंचता। फिर हम बैक में शिकायत करते हैं और तब जाकर डुप्लिकेट ट्रांजेक्शन का पैसा हमें लौटा दिया जाता है। हालांकि अभी तक इक्के दुक्के मामले ही सामने आए हैं फिर भी आपको सतर्क रहने की जरूरत है।
कस्टमर केयर में शिकायत के बाद भी अगर तय समय तक पैसे वापस नहीं किए गए हैं तो फिर आपको एनपीसीआई से संपर्क करना चाहिए। शिकायत के दौरान NPCI आपसे कुछ जानकारी मांगेगा। जैसे- गाड़ी का नंबर, टोल प्लाजा का नाम, यात्रा की तारीख, आपका ट्रांजेक्शन। साथ ही अगर ये ट्राजेक्शन कई बार फेल हुआ है तो आपको एनपीसीआई को अलग-अलग शिकायत करनी होगी। इसके लिए NPCI ने अपने ट्विटर हैंडल (@FASTag_NETC) का भी ऑप्शन दिया है। जहां आप अपनी बात रख सकते हैं। |
हिंदी में 'स्वच्छ' नहीं लिख पाईं सांसद मीनाक्षी लेखी, सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक - Nedrick News
हिंदी में 'स्वच्छ' नहीं लिख पाईं सांसद मीनाक्षी लेखी, सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक
2017/06/29 at 6:27 AM
in Top Headlines Today, दिल्ली
नई दिल्ली। देश में राष्ट्रभाषा हिंदी की क्या स्थिति है इसका अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि देश के सांसदों को हिंदी के आसान शब्द लिखने नहीं आते। मामला राजधानी दिल्ली के नई दिल्ली क्षेत्र से सांसद मीनाक्षी लेखी का है जिन्हें एक कार्यक्रम में बोर्ड पर 'स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत' लिखना था, सांसद महोदया ने लिखा तो पर इन चार शब्दों में दो गलतियां के साथ।
दिल्ली में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में सांसद मीनाक्षी लेखी कई सांसदों और पार्टी नेताओं के साथ मौजूद थीं। कार्यक्रम 'स्वस्थ सारथी अभियान' को वाहनों को प्रदूषण मुक्त बनाने और चालकों को स्वस्थ रखने हेतु जागरुक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम उद्घाटन के बाद सांसद मीनाक्षी लेखी से बोर्ड पर संदेश लिखने को कहा गया। मीनाक्षी लेखी ने अपने संदेश में स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत के स्थान पर 'सवच्छ भारत, सवस्थ भारत' लिखा। जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं।
BJP MP Meenakshi Lekhi could not write Swachya Bharat in Hindi. OMG….she is such a lol. pic.twitter.com/PAxqPeEqAd
— Manish Kumar (@manismba) June 29, 2017
सोशल मीडिया ट्विटर पर लोगों ने मजाक उड़ाते हुए लिखा कि भाजपा देश में हिंदी को बढ़ाने की बात करती है लेकिन उनके खुद के सांसदों को शुद्ध हिंदी लिखना नहीं आता है। आपको बता दें कि 2014 में देश के पीएम बनने के बाद मोदी ने बड़े स्तर पर हिंदी को बढ़ावा देने की बात कही थी, वह स्वयं अपने अधिकतर भाषण और संबोधन हिंदी भाषा में ही करते हैं।
सोशल मीडिया पर लोगों ने सांसद के गलत हिंदी लिखने को लेकर अनेक प्रतिक्रियाएं दी हैं। एक यूजर ने लिखा है कि खुद तो सही हिंदी लिखनी नहीं आती और दूसरों पर थोपने का प्रयास कर रहे हैं, वहीं एक और यूजर ने लिखा है कि जिन सांसदों को स्वच्छ लिखना नहीं आता है वह देश में क्या स्वच्छता लाएंगे?
ये @BJP4India के सांसदों का हिन्दी और देशप्रेम है । ये कोई और नहीं बल्कि नई दिल्ली की सांसद @M_Lekhi हैं ! https://t.co/GiEXHwHezv
— Ashok Tanwar (@AshokTanwar_INC) June 29, 2017
विरोधी पार्टी कांग्रेस के नेता अशोक तंवर ने भी चुटकी लेते हुए लिखा है कि यह है बीजेपी के सांसदों का देशप्रेम और हिंदी का स्तर। ये कोई और नहीं नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी हैं। |
सिंह राशि - जनवरी 2018 में 15 में से कोई 1 महाउपाय, 2018 में करोड़पति बनने से कोई नहीं रोक पाएगा !
सिंह राशि – जनवरी 2018 में 15 में से कोई 1 महाउपाय, 2018 में करोड़पति बनने से कोई नहीं रोक पाएगा !
राशि अनुसार किये जाने वाले उपायों से कुबेर देवता अत्यंत प्रसन्न होते है जानिये आपको कौन से उपाय करके उन्हें खुश करना है ….
दोस्तों नया साल शुरू हो चूका है जिसके लिए हम सभी काफी उत्सुक भी थे नये साल को लेकर हर व्यक्ति के मन में एक अच्छी शुरुआत की चाह थी क्योंकि नये साल से अच्छा अवसर एक अच्छी शुरुआत के लिए और कुछ भी नही है. ये हर कोई चाहता है कि उसे उन्नति प्राप्त हो उसे समाज में मान-सम्मान और उन्नति मिले. इसके साथ ही धन सम्पदा की भी उसे कोई कमी न हो. लेकिन किसी भी साल आपकी सभी इच्छाएं पूर्ण नही हो पाती है. या फिर ऐसा कह सकते है कि कुछ इच्छाएं भी मुश्किल से पूरी हो पाती है.
आपको हम एक बात बता दें कि सफलता उन्ही लोगो को मिलती है जो अपने लिए सही मौके बनाते है. न कि उनका इंतज़ार करते है और इस कुछ व्यक्ति वह बन सकते है को अपनी निराशा को लगाम लगाकर अपनी हर इच्छा को पूरी कर सके. आप जो भी मन्नत मांगे वह पूरी हो और आपको आपके द्वारा किये गये सभी कार्यो का फल मिले. ऐसा आप कर सकते है अपनी राशि अनुसार भगवान को प्रिय नववर्ष के प्रिय 15 महा-उपायों के द्वारा करना ही अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि मनुष्य का जीवन ग्रहों से बहुत प्रभावित होता है. उसके पुरे जीवन पर शुभ अशुभ का प्रभाव रहता ही है.
आपके ग्रह जबतक आपके साथ ही नही बनते है तो आपका सफल होना अत्यंत मुश्किल होता है. आप देवी-देवताओ की पूजा अपनी श्रद्दा अनुसार तो करते ही है किन्तु फिर भी काफी बार आपकी इच्छाएं पूरी नही हो पाती है. क्योंकि आप अपनी राशि अनुसार पूर्ण विधिपूर्वक सही उपाय नही कर पाते है.
सिंह राशि के जातको को आपको राशि अनुसार कौन से उपाय करने है ये जानने के लिए देखें नीचे दी गयी विडियो ! |
परवरिश स्कूल ने वार्षिकोत्सव के रूप में मनाया विश्व दिव्यांग दिवस - Unite Foundation
03-Dec-2018 | Views : 000297
परवरिश स्कूल ने वार्षिकोत्सव के रूप में मनाया विश्व दिव्यांग दिवस
Lucknow. राजधानी के परवरिश स्कूल में विश्व दिव्यांग दिवस को वार्षिकोत्सव के रूप में मनाया गया। इस दौरान कई रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। विशेष बच्चों द्वारा दी गयी सांस्कृतिक और संगीतबद्ध प्रस्तुतियों ने अभिभावकों और उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। वहीं परवरिश स्कूल की दिव्यांग दिवस पर इस पहल की सभी ने दिल से सराहना की।
इस अवसर पर स्कूल की निदेशक कुसुम कमल ने इस विशेष यात्रा की विभिन्न कठिनाइयों एवं सरकारी उपेक्षाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए अभिभावकों को हिम्मत न हारने की सलाह दी और आश्वस्त किया कि स्कूल परिवार हर दशा में उनके साथ है।
मुख्य अतिथि अमित कुमार अपर मुख्य अधिकारी नगर निगम ने इस अवसर पर कहा कि विशेष बच्चों , उनके अध्यापकों और अभिभावकों का सानिध्य प्रेरणादायक है। बहुत जगह हम भी कम हो गए हैं । किसी को प्यार, किसी को सम्मान, किसी को समय या यूं कहें कि जो समाज की अपेक्षाएं हैं उन पर खरा उतर सकू बस वही थोड़ा सा वापस करने आया हूँ।
वरिष्ठ पत्रकार भास्कर दुबे ने परवरिश परिवार को हर संभव योगदान देने का संकल्प लिया । उन्होंने कहा कि ये बच्चे भले ही आमजनों को दिव्यांग नजर आते हों लेकिन यह देवतुल्य हैं।
वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ प्रभात शिठोले ने सरकार से विशेष बच्चों से जुड़ें विभन्न जानकारियों से अवगत भर नहीं कराया बल्कि उपस्थित अभिभावकों के सवालों का जवाब एवं सुझाव भी दिया।
विधि सलाहकार रवि दुबे ने विस्तार से विश्व विकलांग दिवस के बारे में बताया। इंजीनियर संघ के मुखिया इं एस पी तिवारी ने परवरिश स्कूल के प्रयासों को अदम्य साहस बताते हुए आर्थिक योगदान भी दिया। डॉ राहुल मिश्रा ने इन दिव्यांग दिखने वाले बच्चों में असीम संभावनाओं की पुष्टि की। वहीं भाजपा नेता अशोक पांडेय ने स्कूल परिवार को हर संभव मदत करने का भरोसा दिलाया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से आरती दुबे, कश्मीर से आये डॉ फिरदौस मलिक, जयपुर से आये विशिष्ट अतिथि एवं 'री लाइफ' सेंटर के निदेशक डॉ अवतार डोई, परवरिश की संरक्षक डॉ अमरजीत कौर, प्रियंका मिश्रा, शिवम मिश्रा, रवि विश्वकर्मा, आयुष मिश्र विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों में सक्रिय स्वयंसेवी, बुद्धिजीवी, पत्रकार एवं वरिष्ठ जन सम्मिलित हुए। बच्चों, अभिभावकों एवं उपस्थित जनों की सुविधा हेतु लंच भी उपलब्ध था। दीपू जायसवाल, रवि दुबे ने संयुक्तरूप से संचालन कर कार्यक्रम को जीवंत बनाये रखा । |
नम्बर वन पर फोकस : रहाणे - Punjab Kesari (पंजाब केसरी)
कोलकाता : भारत के उपकप्तान अजिंक्य रहाणे ने आज कहा कि श्रीलंका के 9-0 से सफाये का वापसी सीरीज पर कोई असर नहीं पड़ेगा और टीम का फोकस टेस्ट में नंबर एक के ताज पर कब्जा बरकरार रखने पर है। भारत ने श्रीलंका दौरे पर सभी प्रारूपों में सारे मैच जीते थे। अब भारतीय टीम तीन टेस्ट, तीन वनडे और तीन टी20 मैचों में श्रीलंका की मेजबानी करेगी। रहाणे ने ईडन गार्डन पर अभ्यास सत्र से इतर कहा कि यह सीरीज पिछली सीरीज से बिल्कुल अलग है।
हम श्रीलंका को हलके में नहीं ले रहे हैं हालांकि हमारा वहां का दौरा बेहतरीन रहा। उन्होंने कहा कि फिलहाल अगर हमें टेस्ट में नंबर एक बने रहना है तो हर सीरीज महत्वपूर्ण है। हम हर सीरीज जीतना चाहते हैं। हमें वहां के हालात के बारे में जानकारी है। श्रीलंका दौरे के बाद भारत को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना है जहां तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी20 मैच खेले जायेंगे। रहाणे ने कहा कि हम सभी के लिये दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले हर मैच और हर सीरीज महत्वपूर्ण है। दक्षिण अफ्रीका के बारे में वहां जाने से पहले सोचेंगे। फिलहाल ध्यान इस सीरीज पर है। दक्षिण अफ्रीका दौरा एकदम अलग होगा। उन्होंने कहा कि श्रीलंका के लिये भी यह बहुत महत्वपूर्ण सीरीज है और उनकी तैयारी अच्छी है। हम उन्हें हलके में नहीं लेना चाहते।
हमारा फोकस इस सीरीज और यहां होने वाले पहले मैच पर है। हम उनकी रणनीति के बारे में सोचने की बजाय अपनी ताकत पर फोकस करेंगे। श्रीलंका में 12 से 14 अगस्त तक आखिरी टेस्ट के बाद से भारतीय टीम लगातार सीमित ओवरों के मैच खेल रही है जिसमें आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज शामिल है। रहाणे ने कहा कि सभी को पता है कि कैसे खुद को अलग-अलग प्रारूप के अनुसार ढालना है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई समस्या होगी। सारे खिलाड़ी पेशेवर हैं।
पहला टेस्ट लय हासिल करने के लिये अहम होगा। ओडिशा और बड़ौदा के खिलाफ पिछले दो रणजी मैचों में 49 और 45 रन पर आउट होने वाले रहाणे ने कहा कि वह उसे लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं अच्छी बल्लेबाजी कर रहा हूं। मैने लगातार चार अर्धशतक बनाये हैं। रणजी ट्राफी में 49 और 45 रन पर आउट हो गया लेकिन मेरे लिये ज्यादा से ज्यादा अभ्यास जरूरी था। टीम के लिये चार अर्धशतक भी काफी मायने रखते हैं।
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Covid-19 fourth wave in Delhi? New and more transmissible Omicron sub-variant BA 2.75 detected in majority of samples
Nupur Sharma comment row: SC clubs and transfers all FIRs against ex-BJP leader to Delhi Police
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‘Black Magic, Witchcraft can’t earn the TRUST…’: PM Modi ATTACKS Rahul Gandhi for THIS
Uday Umesh Lalit becomes 49th Chief Justice of India, to take oath on August 27
नए पाठ्यक्रमों की सहायता से संस्कृत की इस विशाल ज्ञान राशि को राष्ट्र उत्थान
शनि 2022 तक इस राशि वालों को सबसे अधिक करेंगे परेशान, क्योंकि चल रहा है शनि साढ़े साती का सबसे कष्टदायी चरण
रायपुर : मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में रिवेम्पड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम लागू करने दी सैद्धांतिक सहमति
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Home/राजनीति/भारत का सबसे बड़ा पोल, कौन होगा देश का अगला प्रधानमंत्री?
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भारत का सबसे बड़ा पोल, कौन होगा देश का अगला प्रधानमंत्री?
online indiaSeptember 7, 2022
0 2 minutes read
सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी को अपनी पसंद बताया तो कांग्रेस के राहुल गांधी को 9 फीसदी लोग ही पीएम देखना चाहते हैं। तीसरे नंबर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं।
भले ही देश में बेरोजगारी और महंगाई जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है, लेकिन आज भी देश का मूड पीएम नरेंद्र मोदी के साथ है। देश के प्रधानमंत्री के चेहरे के लिए हुए सर्वे में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सबसे बड़ी पसंद हैं। 53 फीसदी लोग एक बार फिर से पीएम नरेंद्र मोदी को ही देश का पीएम बनते देखना चाहते हैं। इंडिया टुडे और सी-वोटर की ओर से किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे में 53 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी को अपनी पसंद बताया तो कांग्रेस के राहुल गांधी को 9 फीसदी लोग ही पीएम देखना चाहते हैं। तीसरे नंबर पर अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्हें 7 पर्सेंट लोगों ने अपनी पसंद बताया है।
सर्वे के नतीजों से साफ है कि नरेंद्र मोदी का जादू अब भी देश पर कायम है और वह 2024 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को बहुमत के आंकड़ों तक ले जाने में सक्षम हैं। यही नहीं सर्वे में शामिल 25 फीसदी लोगों ने माना है कि केंद्र सरकार की बड़ी उपलब्धि है कि उसने कोरोना का अच्छे से मैनेजमेंट किया। इसके अलावा 14 फीसदी लोगों ने आर्टिकल 370 के खात्मे को एनडीए सरकार की उपलब्धि माना है। 8 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो विश्वनाथ कॉरिडोर और राम मंदिर को भी मोदी सरकार की उपलब्धि माना है।
आज हो लोकसभा चुनाव, तभी एनडीए है जीत की स्थिति में
इसी सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि यदि आज ही लोकसभा के चुनाव हों तो किसकी सरकार बनेगी। सर्वे के मुताबिक आज चुनाव होने की स्थिति में भी मोदी सरकार ही बनेगी। देश भर में 41.4 फीसदी वोट एनडीए को मिल सकते हैं। इसके अलावा 28.1 फीसदी वोट यूपीए के खाते में जा सकते हैं। वहीं अन्य के खाते में यूपीए से थोड़ा अधिक 30.6 फीसदी वोट जा सकते हैं। सीटों के आंकड़े की बात करें तो 1 अगस्त, 2022 को किए गए सर्वे के मुताबिक एनडीए को 307 सीटें मिल सकती हैं। इसके अलावा यूपीए को 125 और अन्य को 111 मत मिल सकते हैं।
नीतीश के पालाबदल से लगेगा बिहार में भाजपा को झटका
हालांकि बिहार में हुए बड़े बदलाव के बाद भाजपा और एनडीए का ग्राफ थोड़ा गिरा है। मूड ऑफ द नेशन सर्वे के मुताबिक एनडीए को मौजूदा स्थिति में 286 सीटें मिल सकती हैं। यानी बिहार में नीतीश के पालाबदल से उसे 21 सीटों का नुकसान हो सकता है। इसके अलावा यूपीए के खाते में 146 सीटें जा सकती हैं। इसके अलावा अन्य दलों के खाते में 111 सीटें जा सकती हैं। साफ है कि गैर-भाजपा और गैर-कांग्रेस दलों के खाते में भी इस बार के लोकसभा चुनाव में अच्छी खासी सीटें जा सकती हैं।
कांग्रेस को कौन आगे बढ़ सकता है, जानिए लोगों की राय
सर्वे में शामिल 40 फीसदी लोगों ने विपक्ष के तौर पर कांग्रेस के काम को अच्छा माना है, जबकि 34 फीसदी लोग कहते हैं कि उसका प्रदर्शन खराब रहा है। यही नहीं कांग्रेस के सुधार को लेकर भी लोगों ने अपनी राय जाहिर की है। 23 फीसदी लोग मानते हैं कि कांग्रेस को राहुल गांधी ही सुधार सकते हैं। इसके अलावा 16 फीसदी लोग इस भूमिका के लिए मनमोहन सिंह पर भरोसा जता रहे हैं। 14 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो मानते हैं कि राजस्थान के सीनियर नेता सचिन पायलट कांग्रेस की स्थिति बेहतर कर सकते हैं। वहीं 9 फीसदी लोग ही मानते हैं कि प्रियंका गांधी की लीडरशिप में कांग्रेस में सुधार हो सकता है।
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सलमान बट ने बताया कौन ले सकता है रविंद्र जडेजा की जगह ? -
सलमान बट ने बताया कौन ले सकता है रविंद्र जडेजा की जगह ?
अक्षर पटेल ने न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया।
by Justin Joseph November 24, 2021, 7:36 am 999 Views
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलमान बट ने टीम इंडिया के दो खिलाड़ियों को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उनका मानना है कि ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा की तुलना अक्षर पटेल से नहीं की जा सकती है। उन्होंने अक्षर पटेल की तारीफ की, लेकिन जडेजा को एक संपूर्ण खिलाड़ी बताया। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में कोई जडेजा की जगह ले सकता है तो वह अक्षर पटेल हैं।
हाल ही में अक्षर पटेल को न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टी-20 सीरीज में शामिल किया गया था, जहां उन्होंने 6 की इकोनॉमी से तीन मैच में 4 विकेट लिए। पटेल ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स में अंतिम टी-20 मैच में 9 रन देकर तीन विकेट चटकाये और प्लेयर ऑफ द मैच बने।
वहीं रविंद्र जडेजा को टी-20 सीरीज से आराम दिया गया था। लेकिन अब 25 नवंबर से शुरू हो रहे आगामी टेस्ट सीरीज के लिए जडेजा और पटेल दोनों टीम का हिस्सा हैं। दो मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच कानपुर और दूसरा मुंबई में खेला जायेगा।
अक्षर पटेल बेहद प्रतिभाशाली हैं
सलमान बट ने अपने आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर दोनों खिलाड़ियों के बारे बात करते हुए अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि अक्षर पटेल बेहद प्रतिभाशाली हैं, लेकिन रविंद्र जडेजा एक संपूर्ण खिलाड़ी हैं। चाहे वह बल्लेबाजी हो, गेंदबाजी हो या फील्डिंग, वह एक टीम मैन हैं। हां निश्चित रूप से जब एक खिलाड़ी जाता है, तो दूसरा उसकी जगह लेता है।
उन्होंने कहा यदि जडेजा नहीं है तो आपके पास अक्षर पटेल है, लेकिन इस समय मुझे नहीं लगता कि अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा एक लीग में है। अक्षर पटेल बहुत प्रतिभाशाली है और वह भविष्य में जगह ले सकते हैं, लेकिन जडेजा इस समय बेहतर विकल्प हैं।
लियोन और अश्विन की सराहना की
बट ने ऑस्ट्रेलिया के स्पिनर नॉथन लियोन और भारतीय स्पिनर आर अश्विन की तारीफ करते हुए कहा कि दोनों इस समय क्रिकेट जगत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से हैं। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान के यासिर शाह और दक्षिण अफ्रीका के केशव महाराज की भी सराहना की।
उन्होंने कहा मुझे लगता है कि 2-3 बहुत अच्छे स्पिनर हैं। अश्विन एक हैं, नाथन लियोन दूसरे हैं। वे उच्च कोटि के स्पिनर हैं। यासिर शाह ने ज्यादा नहीं खेला है, लेकिन उन्होंने बहुत जल्दी 200 विकेट लिए। मुझे लगता है कि अभी बहुत कम स्पिनर हैं जो दुनिया भर में टेस्ट क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। केशव महाराज भी एक बेहतरीन स्पिनर हैं। |
शार्लोट ने नस्लीय समानता की दिशा में शिक्षा, आवास और नौकरियों में $250 मिलियन के निवेश की घोषणा की – WSOC TV – News7todays
शार्लोट, नेकां – क्वीन सिटी में नस्लीय समानता की दिशा में एक बड़े कदम में, शार्लोट शहर ने सोमवार को शिक्षा, आवास और नौकरियों में $ 250 मिलियन के निवेश की घोषणा की।
कहा जाता है कि यह निवेश अभूतपूर्व है और अन्य बातों के अलावा, इंटरनेट का उपयोग प्रदान करेगा, जॉनसन सी। स्मिथ विश्वविद्यालय में सुधार करेगा और शहर के अवसरों जैसे कि बीट्टीज़ फोर्ड रोड को पुनर्जीवित करेगा।
जॉनसन सी. स्मिथ विश्वविद्यालय में की गई घोषणा बहुत बड़ी थी और इसमें शहर के दर्जनों शीर्ष अधिकारी, राजनेता और समुदाय के नेता शामिल हुए थे। प्रतिक्रिया जबरदस्त थी और यहां तक कि मेयर वी लाइल्स को भी भावुक कर दिया।
"मेरे माता-पिता ने मुझे विश्वविद्यालय जाने का अवसर दिया। मेरे पिता ने नहीं किया। क्या यह सुनिश्चित करने की मेरी ज़िम्मेदारी नहीं है कि शार्लोट के बच्चों में अब वह क्षमता है? लाइल्स ने कहा।
मेयर वी लाइल्स ने आज शार्लोट शहर के लिए एक "परिभाषित क्षण" कहा। यह निवेश जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के जवाब में किया गया है। घोषणा के बाद मेयर फूट-फूट कर रोने लगे। pic.twitter.com/j3E51E7yIg
– जो ब्रूनो (@JoeBrunoWSOC9) 1 नवंबर, 2021
पहल का जन्म जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या और चार्लोट और देश भर में हुए विरोध प्रदर्शनों के जवाब में हुआ था।
यह असमानता को दूर करने और अवसर बढ़ाने के लिए $250 मिलियन की सार्वजनिक-निजी भागीदारी है। अस्सी मिलियन डॉलर जॉनसन सी. स्मिथ विश्वविद्यालय को जाता है; अवसर के गलियारों के लिए $109 मिलियन, जैसे कि बीट्टीज़ फोर्ड रोड, और $ 3 मिलियन नियोक्ता जुड़ाव को चलाने के लिए, जिसमें कॉर्पोरेट बोर्डरूम में अधिक विविधता शामिल है।
डिजिटल डिवाइड को बंद करने के लिए अड़तालीस मिलियन डॉलर की योजना है। वर्तमान में, मेक्लेनबर्ग काउंटी में 55,000 घरों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है। यह फंडिंग एक्सेस और डिवाइस प्रदान करती है।
$250 मिलियन में से $196 मिलियन पहले ही जुटाए जा चुके हैं।
जॉनसन सी. स्मिथ विश्वविद्यालय के लिए अनुदान उनके वार्षिक बजट से लगभग दोगुना है। इसका उपयोग स्कूल को एक शीर्ष-स्तरीय कैरियर-उन्मुख HBCU में बदलने, छात्रवृत्ति और नए अध्ययन कार्यक्रम जैसे कि प्री-मेडिसिन, डेटा एनालिटिक्स और कंप्यूटर साइंस बनाने के लिए किया जाएगा।
जेसीएसयू के चांसलर क्लेरेंस आर्मब्रिस्टर ने कहा, "उनमें से कोई भी नियोक्ता जो इन छात्रों में से एक प्राप्त करता है, यह प्रदर्शित करने में सक्षम होगा कि वे न केवल योग्यता प्रदर्शित कर सकते हैं, बल्कि अपने चुने हुए क्षेत्र में उत्कृष्टता भी प्रदर्शित कर सकते हैं।"
जेसीएसयू के बाहर बीट्टीज फोर्ड रोड है। यह इस निवेश द्वारा लक्षित चार्लोट में छह गलियारों में से एक है।
निवासी टिफ़नी केपर्स ने कहा, "मैं आपको यह बताना भी शुरू नहीं कर सकता कि प्रौद्योगिकी में निवेश, अवसर में निवेश, उद्यमिता में निवेश गलियारे के लिए क्या करेगा।"
केपर्स बीट्टीज़ फोर्ड रोड पर रहते हैं और उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों में बहुत कुछ बदल गया है। उन्हें उम्मीद है कि यह निवेश आस-पास रहने वाले हजारों लोगों के लिए उत्साह और ऊर्जा पैदा करेगा।
"यह एक तरह का अतीत है जिसे बढ़ाया जाता है। बीटीज फोर्ड रोड अश्वेत समुदाय के लिए हुआ करता था। पहले यहां संसाधन थे। पहले यहां ट्रॉली थी। अब हम भविष्य में थोड़ा पीछे जा रहे हैं, यदि आप करेंगे, और यह सुनिश्चित करने के लिए कि शहर के इस तरफ के निवासियों को चार्लोट की सुंदरता का आनंद लेने के लिए हमेशा क्या करना है, "उसने कहा।
(नीचे देखें: रेस के बारे में बात करना: सामाजिक नेटवर्क आर्थिक गतिशीलता को कैसे प्रभावित कर सकते हैं) |
जानिए एंजाइना, हार्ट अटैक और कार्डिएक एरेस्ट के बारे में
| | 2015-07-31T12:05:20+05:30
आम लोगों को इन तीनों में अंतर, नहीं पता होता। उनके लिए तो दिल की बीमारी है बस। ये तीनों हैं तो दिल...
आम लोगों को इन तीनों में अंतर, नहीं पता होता। उनके लिए तो दिल की बीमारी है बस। ये तीनों हैं तो दिल की बीमारी से संबंधित पर इनमें अंतर है। आइए जानें इन तीनों के बारे में।
एंजाइना :-एंजाइना दिल की बीमारी की वह स्टेज है मानो आप गाड़ी चला रहे हैं और गाड़ी जाम की वजह से धीरे-धीरे, रूक-रूक कर चल रही है। यह एंजाइना है। एंजाइना में दिल की धमनियों में रूकावट की वजह से छाती के बीच भारी दबाव महसूस होता है, घबराहट होती है, सांस रूकी-रूकी महसूस होती है, दर्द जबड़े की तरफ बढ़ता है तो यह एंजाइना का दर्द है। एंजाइना का दर्द मेहनत का काम करने, सीढ़ियां उतरने चढ़ने, चलने फिरने व गुस्सा करने से बढ़ता है और आराम करने से ठीक लगता है।
) गुस्से पर काबू रखें।
) आराम से बैठ या लेट जाएं।
) अगर आफिस में हैं तो थोड़ा आराम कर किसी कलीग की सहायता लेकर घर या डाक्टर के पास जाएं।
) इस दर्द से एकदम कोई नुकसान नहीं होता पर यह दिल की गड़बड़ी को संकेत करता है। बार-बार ऐसा महसूस होने पर डाक्टर के पास जाएं और ई सीजी करवाएं।
हार्ट अटैक :-हार्ट अटैक में सीने के बीचो बीच तेज दर्द होते हुए बाई बाजू की तरफ बढ़ता महसूस हो, घबराहट भी काफी हो, बेचैनी के साथ पसीना आए, दर्द की गति कम न होकर बढ़ती जाए तो यह हार्ट अटैक की निशानी हो सकती है। आम भाषा में ऐसे समझ सकते हैं कि इंजन चल रहा हो और गाड़ी खराब हो जाए। ऐसा नहीं कि सारे लक्षण हों तो तभी हार्ट अटैक होता है। कई बार सारे लक्षण नहीं होते पर सिर्फ सीने में दर्द होता है जिसे हम एसिडिटी का दर्द समझ कर गंभीर नहीं होते। ऐसा होने पर डाक्टर को दिखाना चाहिए।
वैसे एसिडिटी के दर्द में एक विशेष बिंदु पर चुभन महसूस होती है पर सीने का दर्द बड़े एरिया में महसूस होता है और ऐसे भी लगता है जैसे किसी ने जोर से दिल को जकड़ लिया है। एसिडिटी के दर्द में कोई एंटाएसिड लेने में थोड़ी देर में राहत महसूस होती है। अगर एंटाएसिड लेने के बाद भी दर्द घटने के स्थान पर बढ़ता जाए तो हार्ट अटैक होने का शक होता है। ऐसे में बिना देर किए डाक्टर के पास ले जाएं तो बेहतर होता है। अटैक आने के तीन घंटों के भीतर सही इलाज हो जाए तो खतरा टल सकता है।
कार्डिएक अरेस्ट :-कार्डिएक अरेस्ट में पहले सब ठीक ठाक होता है। अचानक बीपी एकदम नीचे गिर जाता है, रोगी लड़खड़ाकर जमीन पर गिर जाता है, शरीर पीला पड़ जाता है। दिल की धड़कन एकदम तेज या अनियंत्रित होकर एकदम रूक जाती है। ऐसे में गाड़ी और इंजन दोनों बंद हो जाते हैं। अगर कार्डिएक अरेस्ट के 10 मिनट के बीच रोगी को सही उपचार मिल जाए तो रोगी को बचाने का प्रयास किया जा सकता है।
किन लोगों को कार्डिएक अरेस्ट का खतरा होता है :-
) अगर पहले हार्ट अटैक हो चुका हो।
) अगर दिल की बीमारी की फैमिली हिस्ट्री है तो ऐसे में आशंका 3 गुणा बढ़ जाती है।
) रोगी अगर डायबिटिज से ग्रस्त हो तो कार्डिएक अरेस्ट की आशंका 6 गुणा बढ़ जाती है।
) फैमिली हिस्ट्री और डायबिटिज के साथ अगर रोगी धूम्रपान करता हो तो आशंका 15 गुना बढ़ जाती है।
ऐसे में क्या करें :-
) रोगी का सिर अपने गोद में रख लें। मरीज को हवा आने दें।
)मरीज के सीने के बीचो बीच दाएं हाथ को सीने पर रखकर उस पर झटके से दबाव दें। इसे कार्डिएक पंप कहा जाता है। यह क्रिया दिल के डाक्टर से सीखी जा सकती है।
) ध्यान दें दबाते समय सीना एक डेढ़ इंच नीचे जाना चाहिए।
) 60 सेकंड में 100 बार सीने पर दबाव डालें।
) अगर कार्डिएक अरेस्ट अस्पताल में होता है डाक्टर्स इलेक्ट्रिक शॉक, लाइफ सपोर्ट, वेंटिलेटर आदि की सहायता से रोगी को बचाने का प्रयास करते हैं।
हार्ट अटैक और कार्डिएक अरेस्ट से बचाव कैसे करें :-
) धूम्रपान न करें।
) अपने पैरामीटर्स ठीक रखें जैसे नीचे का बी.पी. 85 से कम रखें, फास्टिंग शुगर 100 से कम रखें, कोलेस्ट्रॉल 200 से कम रखें।
) रोजाना 45 मिनट की सैर या एक्सरसाइज करें।
) किसी भी दिल के रोगी को बिना कॉडियोलॉजिस्ट की सलाह के शारीरिक व्यायाम नहीं करने चाहिए, न ही अपनी मर्जी से जिम जाना चाहिए।
) जिन लोगों के परिवार में हार्ट अटैक से अचानक मृत्यु हो, उन्हें 40 वर्ष की आयु के बाद अपनी जांच नियमित कराते रहनी चाहिए।
) हार्ट अटैक के बाद डाक्टर की सलाह अनुसार दवाइयों जीवन शैली, व्यायाम अपने खान पान पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
) हार्ट अटैक और अरेस्ट ज्यादा सुबह के वक्त होता है क्योंकि प्रात: ब्लड प्रेशर ज्यादा होता है। सर्दियों में नसें सिकुड़ जाने के कारण हार्ट के मामले बढ़ जाते हैं। सर्दियों में विशेष ध्यान रखें। |
Medical store operator's fatal attack, condition critical
मेडिकल स्टोर संचालक पर जानलेवा हमला, हालत गंभीर
पट्टी कोतवाली क्षेत्र के पूरेभीखा निवासी संतोष शुक्ला करैला बाजार में मेडिकल स्टोर चलाते हैं।
Publish Date:Thu, 25 Jun 2020 06:01 AM (IST)Author: Jagran
संसू मंगरौरा: पट्टी कोतवाली क्षेत्र के पूरेभीखा निवासी संतोष शुक्ला करैला बाजार में मेडिकल स्टोर चलाते हैं। बुधवार शाम घर जा रहे थे। तेरहमील मार्ग पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने डंडे व रॉड से उन पर हमला कर दिया। इससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। संतोष की गुहार पर आसपास के लोग उनके पास पहुंचे। बाजार के व्यापारी भी थोड़ी ही देर में इकट्ठा हो गए। आनन फानन उन्हें सीएचसी पट्टी भेजा गया। गौरतलब है कि संतोष के पास 21 हजार रुपये थे उसको हमलावरों ने नहीं लिया। इस दौरान पुलिस को फोन करने की कोशिश की गई लेकिन फोन नहीं लगा। रास्ते के विवाद में दो पक्षों में मारपीट, केस
संसू,डेरवा : जेठवारा थाना क्षेत्र के श्रीकांत का पुरवा गांव में सुशील कुमार उर्फ बबलू व बृजेंद्र उर्फ दिलीप तिवारी के बीच जमीन का विवाद काफी दिनों से चल रहा था। बीते 23 जून को सुबह सुशील कुमार मनरेगा द्वारा विवादित जमीन में रास्ते का काम करवा रहा था, इसी बीच दूसरे पक्ष के बृजेंद्र उर्फ दिलीप तिवारी व पपुलेश उर्फ पप्पू तिवारी मौके पर पहुंचे। कहासुनी के बाद देखते ही देखते दोनों पक्ष के लोग इकट्ठे हो गए और जमकर मारपीट हुई। सर्प दंश से युवक की मौत
संसू, दीवानगंज: जोगीपुर निवासी 25 वर्षीय दीपेंद्र को मंगलवार की रात सर्प ने डस लिया। सर्प बिस्तर में छुपा था। आनन फानन दीपेंद्र को निकट के एक निजी चिकित्सक को दिखाया गया आराम न मिलने पर प्रयागराज ले जाते समय उसकी मौत हो गई। करंट से मासूम की मौत
संसू, लालगंज: कोतवाली लालगंज के रामगढ़खास गांवगांव का सुनील कुमार (05) पुत्र बच्चा वर्मा बुधवार सुबह कमरे में खेल रहा था। अचानक वहां चल रहा पंखा गिर गया और सुनील उसमें उतरे करंट की चपेट में आ गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। |
समाज में एक सकारात्मक प्रभाव बना रही हैं यह महिलाएं
March 09, 2021 • Akram Choudhary
दिल्ली/नोएडा (अमन इंडिया)। महिला उद्यमिता और हर क्षेत्र में महिलाओं की उपस्थिति ने समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। लेकिन, यह तभी संभव था जब उसने खुद को धैर्य के साथ चलाया। इन महिलाओं केव्यक्तिगत अनुभवों ने उन्हें सिखाया और कुछ जोखिम भरे प्रभावशाली विकल्पों, करियर बनाने और समाज में एक छाप छोड़ने के द्वारा बेहतर बनाए रखने में मदद की। महिला उद्यमीपुरुष की तुलना में अधिक चुनौतियों का सामना करती है। ये महिलाएं जोखिम उठाती हैं, सामाजिक मानदंडों के साथ लड़ती हैं, अपने कर्मचारियों से सम्मान प्राप्त करती हैं और अपनेआस-पास के लोगों की नकारात्मक टिप्पणियां भी सुनती हैं।
जस्ट कुक हर कोई घर का बना खाना पसंद करता है। हालांकि, रसोई के लिए बहुत समय नहीं दिया जाता है जब जीवन तेज लेन में चलती है। दो उद्यमी दिमाग- आकांक्षा सतनालिका औरखुशबू मालू ने प्रामाणिक जस्ट कुक माल पाने के संघर्ष पर ध्यान दिया और 2020 में जस्टकुक शुरू किया था, जो रेडी-टू-कुक उत्पाद प्रदान करता है। आकांक्षा सतनालिका अपने वेंचरके बारे में बताती हैं- "हमने 2020 में जस्टकूक शुरू किया और हमारे अनुभव में एक बात निरंतर रही है- महिलाओं को व्यवसाय में गंभीरता से नहीं लिया जाता है। जब हमने जस्टकुककी शुरुआत की, तो हमारे आसपास के लगभग सभी लोगों ने हम पर शक किया। हमें इस तरह के प्रश्न मिले हैं- आप रेडी-टू-कुक में क्योंप्रवेश कर रहे हैं, आपको होम कुकिंग पर ध्यानदेना चाहिए। हालाँकि, हमने अपने आप को हर समय प्रेरित रखा और अंत में कई परीक्षणों के बाद अपने उत्पादों के लिए फार्मूला तैयार करने में सफल रहे। यह मार्च 2020 में था जबहमें अपने उत्पाद के लिए सही रचना मिली, लेकिन तब COVID तेज़ी से बढ़ रहा था। COVID से हारने के बजाय, हमने इसे एक अवसर बनाने के बारे में सोचा और आज हम एकउत्पाद कंपनी से पाँच उत्पादों तक बढ़े, लगभग 10,000 पैकेट 9 महीने से कम समय में बेच रहे हैं और हर महीने बढ़ते जा रहे हैं।
एडुफंड- महिलाओं को पहले निवेश में पुरुषों से पीछे समझा जाता था। एक समय था जब महिलाएं किसी भी वित्तेत योजना में भागीदार नहीं होती थी। एडुफ़ंड की संस्थापक ईला दुबे ने लोगोका यह ब्रह्म तोड़ एक भारत का पहला निवेश सलाहकार ऐप बनाया जो बच्चों कि उच्च शिक्षा में मददगार साबित हो। अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए ईला दुबे ने कहा "मैंने अपनेकरियर में वित्त क्षेत्र में काम किया है। मेरे अनुभव में एक बात निरंतर रही है - महिलाओं को इस सेगमेंट में नेताओं और निवेश प्रबंधकों के रूप में प्रतिनिधित्व नहीं किया जाता है। जबमैंने एडुफ़ंड शुरू किया, तो कहानी बहुत अलग नहीं थी- सबसे सफल फिनटेक पुरुषों द्वारा चलाए जाते हैं। ऐसी बहुत सी परिस्थितियाँ थीं जहाँ मुझे इसलिए मना कर दिया गया क्योंकिमैं एक महिला हूँ। लेकिन एक महिला होने के सकारात्मक पक्ष में से एक यह है कि हम दृढ़ता के लिए बने हैं। 1 साल बाद, एडुफ़ंड में महिलाओं और पुरुषों की समान संख्या है। यहउन सहयोगियों का घर है जो एक-दूसरे के प्रति दयालु हैं। हम एक स्टार्ट-अप हैं जिसे निवेशकों से अविश्वसनीय समर्थन मिला है और हम अपने लिए एक रोमांचक विकास कहानीलिखने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
750 ऐ.डी. हेल्थकेयर- कभी-कभी हम अपने सबसे बुरे दौर से बहुत कुछ सीख जाते हैं। यही कुछ हुआ बरेली कि शबनम खान के साथ। इन्होंने पिछले साल अपने पिता को एक अस्पताल में भर्ती कराने के घंटोंबाद खोदिया था। उनके लिए वह बहुत कठिन समय था। जब अस्पताल से निधन के संदर्भ में उन्हें सही जानकारी नहीं मिल रही थी वह बार-बार खुद से सवाल करती रही। वह बताती हैं"सर्वोत्तम सुविधाओंऔर रोगी देखभाल, रिपोर्टों में पारदर्शिता और एक सक्रिय दृष्टिकोण के साथ एक सहायक अस्पताल प्रबंधन खोजने के लिए भ्रम के उन क्षणों के संघर्ष के बाद मैंने- 750AD हेल्थकेयर प्राइवेटलिमिटेड की स्थापना की। 750AD हेल्थकेयर, एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ मरीज़ अपने आस पास सभी स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जान सकते हैं औरडॉक्टरों, नर्सों या अस्पतालों पर अपनी प्रतिक्रिया साझा कर सकते हैं।" |
ऑनलाइन लोन और एप के जरिए ठगी का खेल, कम ब्याज के बहकावे से बचें
लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन लोन एप का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. ऐसे में साइबर फ्रॉड भी एक्टिव हो गए हैं. साइबर ठग पहले लोगों को फोन पर कम ब्याज दरों को लालच देते हैं, जब लोन वापसी का समय आता है तो लोगों से बहुत ज्यादा इंट्रेस्ट वसूल किया जाता है.
देहरादून: साइबर ठगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं. बावजूद इसके राज्य सरकार लोगों को साइबर ठगी से जागरूक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा पा रही है. जिसकी मुख्य वजह है कि साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को अपने जाल में फांस लेते हैं. इन दिनों ऑनलाइन लोन एप के जरिए लोगों को शिकार बनाया जा रहा है. हालांकि, यह मामला सीधे तौर पर साइबर ठगी से जुड़ा हुआ नहीं है, लेकिन कहीं ना कहीं इसके तार साइबर ठगी से जुड़े हुए नजर आते हैं. आखिर क्या है ऑनलाइन लोन एप के जरिए ठगी का मामला, किस तरह से लोगों को बनाया जा रहा है ठगी का शिकार? कैसे इस ठगी के प्रति रह सकते हैं सजग?
ऑनलाइन लोन और एप के जरिए ठगी का खेल.
यूं तो साल 2000 के बाद आधुनिकरण का एक ऐसा दौर शुरू हुआ जिससे तमाम चीजें धीरे-धीरे ऑनलाइन होती चली गईं. हालांकि, इस आधुनिकरण के चलते लोगों को काफी सहूलियत भी हुई लेकिन जैसे-जैसे इसका प्रचलन तेजी से बढ़ने लगा उसी अनुसार साइबर क्राइम के मामले भी तेजी से बढ़ने लगे.
यही नहीं, साल 2020 में वैश्विक महामारी कोरोना के दस्तक के बाद डिजिटलाइजेशन पर इतना जोर दिया जाने लगा कि मोबाइल फोन इस्तेमाल करने वाले अधिकांश लोग डिजिटल की तरफ भागने लगे. हालांकि, इसका नतीजा जितना फायदेमंद हुआ उतना ही नुकसानदायक भी साबित हो रहा है. क्योंकि, कोरोना काल के दौरान जितनी तेजी से लोग डिजिटल की तरफ रुख करना शुरू हुए उतनी ही तेजी से साइबर ठग भी सक्रिय होते चले गए.
पढ़ें- सावधान! कहीं आपके किसी 'परिचित' ने कॉल कर पैसे तो नहीं मांगे?
कोरोना काल के दौरान बढ़ा ऑनलाइन लोन एप का चलन
वैश्विक महामारी कोरोना की दस्तक के बाद लाखों लोगों की नौकरियां चली गईं. यही नहीं, जो लोग नौकरी कर भी रहे थे, उन लोगों को समय पर तनख्वाह नहीं मिल पाई, जिसके चलते लोगों ने घर बैठे ही ऑनलाइन लोन एप का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया. हालांकि, ऑनलाइन लोन एप का उतना प्रचलन पहले नहीं था लेकिन लॉकडाउन के बाद ऑनलाइन लोन एप का प्रचलन तेजी से फैला और लोग, लोन लेने के लिए इन ऑनलाइन लोन ऐप का इस्तेमाल करने लगे.
ऑनलाइन लोन के नाम पर ठगी से बचें.
इन ऑनलाइन लोन एप में तमाम एप्लीकेशन तो कुछ बड़ी बैंक कंपनियों से जुड़े हुए थे. तो वही, तमाम ऐप ऐसे प्रचलन में आये जो भारत देश के नहीं बल्कि विदेशों के भी हैं. उस दौरान लोगों को ऑनलाइन लोन एप के जरिए कम प्रतिशत ब्याज दर पर लोन उपलब्ध करा दिया गया लेकिन अब जब लोन की रिकवरी हो रही है, तो उनसे अधिक ब्याज दर लिया जा रहा है.
ऑनलाइन लोन एप के जरिए ठगी
ऑनलाइन लोन एप के जरिए अभी फिलहाल उन लोगों को ही ठगी का शिकार बनाया जा रहा है, जिन लोगों ने लोन ऐप के जरिए ऑनलाइन माध्यम से लोन लिया है. हालांकि, कोरोना काल के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने घर बैठे ऑनलाइन लोन एप का फायदा उठाया. क्योंकि ऑनलाइन लोन एप के जरिए बिना कहीं जाए और समय गवाएं बिना, तत्काल लोन मिल जा रहा था.
उन्हें क्या पता था कि जब लोन रिकवरी का समय आएगा तो उस दौरान अधिक ब्याज दर के हिसाब से उन्हें भुगतान करना पड़ेगा? जिसके चलते तमाम लोग आए दिन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पहुंचकर, न सिर्फ इसकी शिकायत दर्ज करा रहे हैं, बल्कि पुलिस अधिकारियों से मदद मांग हैं.
पढ़ें- अगर आप करते हैं डिजिटल पेमेंट, हो जाइये सावधान! फ्रॉड से बचाएगी ये बातें
कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर ठगी
ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से कम ब्याज पर लोन दिलाने का झांसा देने के साथ ही इन दिनों तमाम साइबर ठग, कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. हालांकि मौजूदा समय में लोन की दरों की बात करें तो किसी भी बैंक में या फिर रेपुटेड निजी कंपनियों में कम से कम 9% ब्याज दर से कम पर कोई भी लोन उपलब्ध नहीं है, जिसका फायदा इन दिनों साइबर ठग उठा रहे हैं.
साइबर ठग पहले ऐसे लोगों को चिन्हित करते हैं, जिन्हें लोन की आवश्यकता है. फिर उन्हें फोन कर ऑनलाइन लोन कम ब्याज पर दिलाने की बात कहते हैं. इसके साथ ही उस व्यक्ति को अपने झांसे में लेकर ठग, तमाम तरह के शुल्क के नाम पर पैसे ठगते हैं.
कम ब्याज पर ऑनलाइन लोन के लालच में गवाएं ₹7 लाख
ऑनलाइन लोन का एक ऐसा ही मामला राजधानी देहरादून में सामने आया जिसमें देहरादून निवासी सीमा रावत (बदला हुआ नाम) ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन शिकायत दर्ज करायी कि उसके पास एक अज्ञात व्यक्ति ने स्वयं को रिलायंस कंपनी का कर्मचारी बताते हुए कम ब्याज पर लोन देने की बात कही. हालांकि, फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह मात्र 3 प्रतिशत की ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराता है.
जिसके बाद महिला उसके बहकावे में आकर ₹15 लाख का लोन लेने की बात कही और फिर महिला से पहचान पत्र संबंधित तमाम दस्तावेज मांगे. महिला को लोन स्वीकृत होने का एक लेटर भी दिया, लेकिन खाते में पैसा आने के नाम पर फाइल चार्ज, इंश्योरेंस चार्ज समेत अन्य तमाम शुल्क की बात कहकर करीब 7 लाख रुपये अपने खाते में जमा करा लिए, जिसके बाद साइबर पुलिस अधिकारियों ने शिकायत प्रार्थना पत्र के आधार पर धारा 420, 120बी भादवि व 66(डी) आईटी एक्ट का अभियोग दर्ज किया.
पढ़ें- साइबर ठगों के निशाने पर लग्जरी गाड़ियां
साइबर ठग ऋषिकेश से हुआ गिरफ्तार
पीड़ित महिला की शिकायत किए जाने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की और जांच में यह बात सामने आई कि ठग दो तीन राज्यों के सिम को इस्तेमाल कर रहा है. इसके साथ ही दो-तीन राज्यों के लोगों के खाते में इन पैसों को ट्रांसफर किया गया है, जिसके बाद मोबाइल नंबर और खातों की जानकारी ली गई और फिर तमाम प्रयासों के बाद शातिर ठग को ऋषिकेश से गिरफ्तार किया.
ठग से पूछताछ में पुलिस अधिकारियों को बताया कि वह ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर पहले भी ठगी कर चुका है. साथ ही अब वह समाचार पत्रों, फेसबुक समेत अन्य सोशल साइट पर कम ब्याज पर लोन दिलाने का विज्ञापन जारी करता है और लोगों को अपने जाल में फंसा कर ठगी करता है.
ऑनलाइन लोन लेने से पहले सावधानी बरतनी की है जरूरत
वहीं, ज्यादा जानकारी देते हुए साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के सीओ अंकुश मिश्रा ने बताया कि इन दिनों दो प्रकार के ऑनलाइन लोन के मामले सामने आ रहे हैं. पहला ऑनलाइन लोन एप के माध्यम से कम ब्याज पर लोन देने की बात कही जा रही है, लेकिन रिकवरी के समय अधिक ब्याज दरों पर भुगतान करने का दबाव बनाया जाता है.
इससे अतिरिक्त ठग, ऑनलाइन लोन दिए जाने को लेकर तमाम तरह के विज्ञापन जारी करते हैं, जिसमें कम ब्याज दरों पर लोन देने की बात कहकर लोगों को अपने ठगी का शिकार बना रहे हैं. ऐसे में ऑनलाइन लोन लेने से पहले लोगों को सावधानियां बरतने की जरूरत है.
आरबीआई की गाइडलाइन में ऑनलाइन लोन का है जिक्र
ऑनलाइन लोन दिलाने के नाम पर लोगों को ठगी से बचाने के साथ ही लोन देने में पारदर्शिता रखने को लेकर आरबीआई ने पहले ही एक गाइडलाइन जारी की हुई है, जिसमें इस बात का जिक्र है कि अगर आप ऑनलाइन लोन ले रहे हैं तो क्या कुछ सुरक्षा टिप्स को अपनाने की जरूरत है. इसके साथ ही जो आरबीआई की गाइडलाइन है उसके तहत अगर कोई भी लोन, ऑनलाइन लोन एप के जरिए दिया जाता है तो उसमें किस बैंक के माध्यम से लोन दिया जा रहा है, उसकी भी जिक्र करना होगा. |
विस्थापित मोर्चा ने सेल प्रबंधन से की वार्ता | विस्थापित मोर्चा ने सेल प्रबंधन से की वार्ता - Dhanbad News,धनबाद न्यूज़,धनबाद समाचार
विस्थापित मोर्चा ने सेल प्रबंधन से की वार्ता
Dhanbad News - सेल कोलियरी डीविजन के चासनाला महाप्रबंधक कार्यालय के सभागार में सोमवार को टासरा रोहराबांध विस्थापित मोर्चा की 9...
सेल कोलियरी डीविजन के चासनाला महाप्रबंधक कार्यालय के सभागार में सोमवार को टासरा रोहराबांध विस्थापित मोर्चा की 9 सूत्री मांगों को लेकर सेल टासरा प्रबंधन एवं मोर्चा के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता हुई। इसमें प्रबंधन ने लगभग सभी मांगों पर सहमति जताई तथा उच्च अधिकारी से वार्ता कर एक सप्ताह बाद सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। मोर्चा की मांगों में 224 एकड़ जमीन को एक साथ रैयतों का अधिग्रहण किया जाए एवं आर एंड आर पॉलिसी में किए गए सभी वादे को पूरा किया जाए। टासरा रोहड़ाबांध के ग्रामीणों को पुनर्वास करने के लिए जो स्थान चिन्हित किया गया है। उस स्थान का स्पष्टीकरण ग्रामीणों के बीच किया जाए आदि मांगें शामिल हैं। वार्ता में सेल प्रबंधन की ओर से टासरा प्रोजेक्ट महाप्रबंधक अनिल कुमार राय, प्रबंधक उपेंद्र कुमार सिंह, प्रबंधक पंकज मंडल, मोर्चा के ग्रामीणों में गोवर्धन मंडल, संतोष मंडल, कालीपदो मंडल, बबलू सिंह, सिद्धार्थ मंडल आदि थे। |
Posted By: poonam rajpoot facebook pages, screen short, Whatsapp alart, ऑनलाइन रिपोर्ट, जानिये किसी ने आपकी चैट का लिया है स्नैपशॉ, तो Whatsapp अलर्ट देगा या नहीं, नोटिफिकेशन्स, फेसबुक पेजेस, समाचार वेबसाइट, स्क्रीनशॉट
नई दिल्ली। एक ऑनलाइन रिपोर्ट में 23 जनवरी को दावा किया गया था कि जब भी कोई व्यक्ति आपके WhatsApp चैट की स्क्रीनशॉट लेगा, तो इसकी जानकारी यूजर को मिल जाएगी। हास्य आधारित वेबसाइट 8shit के मुताबिक, WhatsApp ने नया फीचर शुरू किया है।
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वेबसाइट ने सीईओ जैन कोम का फर्जी हवाला देते हुए लिखा- "इसकी फंक्शनिंग काफी सरल है, आपको सिर्फ नीले टिक को लाइक करना है। इसके बाद आपके पास डिफॉल्ट के जरिये एक्टिवेटेड ऑप्शन होगा। यदि इसे सेलेक्ट कर लिया है, तो यदि कोई आपकी बातचीत का स्क्रीनशॉट लेता है, तो उसकी जानकारी आपको मिल जाएगी।
वहीं, यदि आप किसी दूसरे की बातचीत का स्क्रीन शॉट लेते हैं, तो उसे आपकी जानकारी मिल जाएगी। यदि इसे अनचेक्ड कर दिया जाएगा, तो किसी के पास भी नोटिफिकेशन्स नहीं जाएंगे।
यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। लोग इसके बारे में जानकर हैरान हो गए थे और इसका स्नैपशॉट दूसरों के साथ शेयर करने लगे थे। कई अन्य वेबसाइटों और फेसबुक पेजेस पर इस खबर की वैधता की जांच किए बिना ही इसे शेयर कर दिया गया।
कई पाकिस्तानी वेबसाइटों में भी इस खबर को धड़ल्ले से दिखाया गया। हालांकि, सीईओ जैन कॉम की ओर से इसके बारे में कोई बयान नहीं जारी किया गया था। इसके अलावा, WhatsApp के आधिकारिक ब्लॉग पर भी इस तरह की कोई रिपोर्ट नहीं कर रहे हैं।
BSNL लाया दमदार ऑफर, 149 रुपये में करे रोज आधा घंटा मुफ्त कॉल
8shit पर यह घोषणा लिखी है- 8Shit एक व्यंग्य और हास्य समाचार वेबसाइट है। इसकी सभी सामग्री कल्पना पर ("गंभीर" श्रेणी के तहत लिखी खबरों को छोड़कर) आधारित है और इसे वास्तविक रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। सभी संदर्भ, नाम और निशान या संस्थानों को इस वेबसाइट में प्रासंगिक तत्वों के रूप में इस्तेमाल किया गया है, जैसा किसी नॉवेल या साइंस फिक्शन स्टोरी में होता है।
March 7, 2018 Somali Comments Off on रिलायंस जियो यूजर्स के लिए बड़ी खबर, आज से 18 मार्च तक जियो जी भर के |
महिलाएं 'रिश्ते' से नहीं बल्कि शादी के बाद 'इन' कारणों से हो जाती हैं मोटापे की शिकार, देखें नंबर 9 के कारण 90% महिलाओं का वजन बढ़ता है.
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महिलाएं ‘रिश्ते’ से नहीं बल्कि शादी के बाद ‘इन’ कारणों से हो जाती हैं मोटापे की शिकार, देखें नंबर 9 के कारण 90% महिलाओं का वजन बढ़ता है.
ByFact Baba
Jun 2, 2021
कुछ महिलाओं के शरीर में शादी से पहले और बाद में इतने बदलाव आ जाते हैं कि उन्हें पहचानना मुश्किल हो जाता है। सभी महिलाएं इन परिवर्तनों का अनुभव नहीं करती हैं। कुछ महिलाएं शादी से पहले मोटी होती हैं और ससुराल जाने के बाद पतली हो जाती हैं। कुछ महिलाएं शादी से पहले दुबली-पतली होती हैं और ससुराल जाने के बाद उनका शरीर बड़ा हो जाता है।
हम हमेशा अफवाहें सुनते हैं कि अमुक की बेटी शादी के बाद मोटापे से ग्रस्त हो गई और तमुक की बहू शादी के बाद मोटापे से ग्रस्त हो गई। इसलिए शादी के बाद मोटापा कई लोगों के लिए मनोरंजन का विषय बन जाता है। लोग इस मोटापे की ओर काफी आकर्षित होते हैं। इसलिए लड़कियां शादी के बाद मोटी हो जाती हैं। तो यह लेख ऐसे कई सवालों के जवाब खोजने में आपकी मदद करने वाला है.
1) इन हार्मोन्स में बदलाव :- शादीशुदा जिंदगी की शुरुआत में लड़कियां कई तरह के इमोशनल और दूसरे हॉर्मोनल बदलावों से गुजरती हैं। साडी के बाद कुछ हार्मोनल चेंज होते हैं जिससे वजन बढ़ जाता हैं । इसके अलावा लड़कियां खुद को प्रेग्नेंसी से बचाने के लिए गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल करती हैं। इससे मोटापा हो सकता है।
2) लापरवाही :- शादी से पहले लड़कियां अपने लुक और वजन पर खास ध्यान देती हैं। वे नियमित व्यायाम भी करते हैं। लेकिन शादी के बाद लड़कियां शादीशुदा जिंदगी में काफी व्यस्त हो जाती हैं। वे दूसरों की देखभाल करते समय खुद पर ध्यान नहीं देते हैं। खाने का सही समय न होना, शरीर में उपेक्षा के परिणामस्वरूप मोटापा हो सकता है.
3) नींद की कमी :- शादी के बाद लड़कियों के सोने का समय बदल जाता है। बदलती जीवनशैली के कारण लड़कियों को पर्याप्त नींद नहीं मिल पाती है।
4) सेल्फ एडजस्टेड बदलाव:- शादी के बाद लड़कियां खुद की आदत बदल लेती हैं। वे नहीं जानती कि वे कब अपने तरीके, रीति-रिवाज, परंपराएं बदल लेते हैं। इस कारण उनके लिए अपने लिए समय निकालना असंभव था। तो वजन बढ़ना शुरू हो जाता है।
5) हमेशा बाहर का खाना:- नवविवाहिता बाहर का खाना पसंद करती हैं। शरीर होटल का खाना खाने का आदी हो जाता है। नियमित रूप से बाहर खाने से शरीर में वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है और मोटापा बढ़ता है।
6) उम्र:- आजकल लड़के-लड़कियां इससे तुरंत बचते हैं अगर युवा मंडली करियर के मूड में खुद को साबित करने की होड़ में शादी का मुद्दा उठाती है। 28-30 साल के हैं लेकिन शादी के बारे में नहीं सोच रहे हैं। एक शोध के अनुसार 30 साल की उम्र के बाद शरीर में महत्वपूर्ण बदलाव होते हैं। शरीर की चयापचय दर कम हो जाती है और वजन भी बढ़ता है।
7) तनाव :- माँ का घर लड़कियों का सही घर होता है। शादी के बाद हर लड़की के लिए इसे छोड़कर अपनी सास के पास जाना मुश्किल होता है। अपने ससुराल जाने के बाद नए लोगों के साथ खुद को एडजस्ट करना बहुत मुश्किल होता हैं । साथ ही लोगो की उम्मीद पर खरे उतरना बड़ा तनाव भरा होता हैं। इस डर से भी कई लड़कियों को तनाव का सामना करना पड़ता है। इसका वजन बढ़ने पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ता है।
8) सामाजिक दबाव :- शादी से पहले लड़कियों को सुंदर, दुबले-पतले, फिट रहने और रहने की सलाह दी जाती है। और शादी के बाद सभी चीजों को नजरअंदाज कर दिया जाता है। अक्सर सामाजिक दबाव के कारण लड़कियों को एक साधारण जीवन शैली को अपनाना पड़ता है।
9) गर्भावस्था :- गर्भावस्था महिलाओं के वजन बढ़ने का एक महत्वपूर्ण कारण है। ज्यादातर लोग शादी के बाद फैमिली प्लान बनाते हैं। उन्हें एक या दो साल बाद बच्चा चाहिए था। बच्चे के जन्म के बाद महिलाएं अपने स्वास्थ्य की उपेक्षा करती हैं। यह वजन कम करने की कोशिश भी नहीं करता है।
10) दैनिक गतिविधियों में बदलाव :- शादी के बाद पति-पत्नी एक-दूसरे के साथ प्यार भरे पल बिताना चाहते हैं। वे सब कुछ एक साथ रखना चाहते हैं। मुझे एक साथ बाहर जाना, चैट करना, टीवी देखना, खाना पसंद है। यह भी मोटापे का कारण है।
11) आनुवंशिकता :- मोटापा आनुवंशिकता के कारण सबसे अधिक होता है। आनुवंशिकता का अर्थ है कि यदि माता-पिता दोनों मोटे हैं, तो उनका अजन्मा बच्चा भी मोटा होगा। तो चिंता करने का कोई कारण नहीं है। मोटापा कम करने के लिए व्यायाम करें, स्वस्थ आहार लें और समय-समय पर डॉक्टर से सलाह लें।
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By Fact Baba
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Video: वेस्टर्न लुक में सपना चौधरी, जंपसूट में फैन संग किया डांस - Sapna choudhary western look dances with fan in black jumpsuit video viral tmov - AajTak
Video: वेस्टर्न लुक में सपना चौधरी, जंपसूट में फैन संग किया डांस
बिग बॉस से निकलने के बाद सपना चौधरी का मेकओवर हुआ है. सपना देसी अवतार छोड़ ग्लैमरस लुक में दिखाई देती हैं.
बिग बॉस-11 में नजर आईं हरियाणा का स्टार सपना चौधरी अक्सर अपने डांस वीडियोज की वजह से चर्चा में रहती हैं. अब उनका एक नया वीडियो सामने आया है जिसमें वे अपनी फैन से साथ डांस करती नजर आ रही हैं. लेकिन सपना के शानदार डांस के अलावा भी एक और वजह है वीडियो के वायरल होने की.
दरअसल, इसमें सपना चौधरी का वेस्टर्न और मॉर्डन अंदाज देखने को मिल रहा है. सबकी चहेती सपना चौधरी ब्लैक जंपसूट में 'तेरी आख्या का यो काजल' सॉन्ग पर थिरकती हुई नजर आ रही हैं. उन्हें कम ही वेस्टर्न लुक में देखा जाता है. ब्लैक जंपसूट में सपना का हेयरडो भी क्लासी है. उन्होंने हाईबन बना रखा है. सपना का ये वीडियो फैंस के बीच छाया हुआ है.
Viral: मॉर्डन हुईं सपना चौधरी, इंडो-वेस्टर्न ड्रेस में लगाए ठुमके
सपना चौधरी बिग बॉस से निकलने के बाद पहले से ज्यादा पॉपुलर हो गई हैं. अब वे बड़े बड़े इवेंट्स में नजर आती हैं. सपना के गाने अब फिल्मों में भी सुनाई दे रहे हैं. कई फिल्मों में उन्होंने आइटम सॉन्ग किए हैं. सपना चौधरी पहले से ज्यादा फिट नजर आती हैं. बिग बॉस के घर से बाहर निकलकर उन्होंने अपना वजन भी घटाया है. वे अब पहले से स्लिम हो गई हैं.
PHOTOS: इतनी बदल गईं सपना चौधरी, अब पहचानना मुश्किल
बिग बॉस से निकलने के बाद उनका मेकओवर हुआ है. सपना देसी अवतार छोड़ ग्लैमरस लुक में दिखाई देती हैं. सपना का मेकओवर देखकर उन्हें पहचान पाना मुश्किल है. सलवार-कुर्ते में नजर आने वाली सपना चौधरी मैक्सी ड्रेस और गाउन में दिखती हैं. कुछ दिन पहले वे सलवार सूट छोड़ इंडो वेस्टर्न अटायर में डांस करते हुए नजर आई थीं.
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कॉटन बॉल की मदद से गन्ने के जूस को चेहरे पर लगाकर रातभर के लिए छोड़ दें और सुबह ठंडे पानी से साफ कर लें।
हेल्लो प्यारे भक्तो केसे हो आप सब, वेसे आज में आपको नवरात्रि के टोटके के बारे में बताने जा रहा हूँ की इस नवरात्रि एक झाड़ू आपको कैसे बना सकता है मालामाल.
जी हाँ दोस्तों आपने एकदम सही पड़ा. एक झाड़ू जिससे आप अपने घर की सफाई करते हैं वो आपको मालामाल भी बना सकता है. |
Raigarh: बैंक हड़ताल को ट्रेड यूनियन काउंसिल ने दिया समर्थन - CGCT NEWS
Raigarh: बैंक हड़ताल को ट्रेड यूनियन काउंसिल ने दिया समर्थन
hs91313 December 13, 2021 December 13, 2021
रायगढ़। Raigarh: सरकार द्वारा बैंकों के निजी करण के लिए संसद में बैंकिंग लॉ अमेंडमेंट बिल लाया जा रहा है। इस जनविरोधी बिल का का कड़ा विरोध करते हुए यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस ने 16 व 17 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का आह्वान किया है।
राष्ट्रीय ट्रेडयूनियनों, अर्थशास्त्रियों, समाज शास्त्रियों, प्रबुद्ध जनों एवं जनसंगठनों ने "बैंकिंग लॉ अमेंडमेंट बिल " को देश की अर्थव्यवस्था, बैंकिंग सिस्टम,एवं आम जनता के हितों के खिलाफ बताते हुए इस पर पुनर्विचार करने की मांग की है।
उन्होने इसे जन विरोधी और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने वाला बिल बतलाया है। ट्रेड यूनियन कौंसिल रायगढ़ ने यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के दिनांक 16 एवं 17 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पूर्ण समर्थन देते हुए केंद्र सरकार से मांग की है कि सरकार बैंकिंग लॉ अमेंडमेंट बिल " पर पुनर्विचार कर देश की अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने तथा जन हित में आवश्यक निर्णय ले।
ट्रेड यूनियन कौंसिल रायगढ़ के अध्यक्ष गणेश कछवाहा ,उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह (अध्यक्ष, छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ,जिला रायगढ़), सचिव – श्याम जयसवाल मंडलीय उपाध्यक्ष,बिलासपुर डिविजन इंश्योरेंस एम्प्लॉयज एसोसियेशन, रायगढ़ सहसचिव अनिता नायक अध्यक्ष आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला रायगढ़। खगेश पटेल सचिव एम आर एसोसियेशन रायगढ़ कोषाध्यक्ष सुनील मेघमाला, बिलासपुर डिविजन इंश्योरेंस एम्प्लॉयज एसोसियेशन, रायगढ़ साथी रवि गुप्ता विष्णु यादव छत्तीसगढ़ लघु वेतन चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी संघ काजल विश्वास, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला रायगढ़। सह कोषाध्यक्ष प्रवीण तंबोली, सचिव बिलासपुर डिविजन इंश्योरेंस एम्प्लॉयज एसोसियेशन रायगढ़, एस बी सिंह अध्यक्ष साथी खगेश पटेल एमआर एसोसियेशन रायगढ़ मोहम्मद शमीम, डी के सिह लोको रनिंग स्टाफ एसोसिएशन आदि संगठनों ने ट्रेड यूनियन कौंसिल रायगढ़ ने यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस के दिनांक 16 एवं 17 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी हड़ताल का पूर्ण समर्थन करते हुए समस्त साथियों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील की है। |
COSJARकॉस्मेटिक बोतल और जार का 2015 का आउटलुक | COSJARसमाचार और कार्यक्रम | Taiwan K. K. Corp.
किफायती सामग्री वायुहीन कॉस्मेटिक बोतल
धातुई, सफेद और स्प्रे रंगीन कॉस्मेटिक जार
घर »समाचार »COSJARकॉस्मेटिक बोतल और जार का 2015 का आउटलुक
COSJAR2015 का आउटलुक -
पर्यावरण के अनुकूल और सुंदर कॉस्मेटिक बोतल और जार
5/जनवरी/2015
COSJAR2014 में हमें बढ़ने देने के लिए समर्थन और देखभाल के लिए आप सभी का धन्यवाद! पिछले एक साल में हमारे पास कुछ दिलचस्प उत्पाद आए हैं, लेकिन हम यहीं नहीं रुकेंगे। अपने प्रिय मित्रों और ग्राहकों को नए विचार, नई छवियां और सर्वोत्तम संभव सेवा प्रदान करना कुछ ऐसा है जो हम लगातार करते रहेंगे।
2014 में,COSJARएक नया उत्पाद लॉन्च किया - 30 मिलीलीटर पीपी वायुहीन बोतल, एआरपी -30। इस नई अवधारणा के साथ, हमने प्रवास किया थाCOSJARएक अधिक किफायती सामग्री के लिए उच्च अंत गुणवत्ता। इस नई सामग्री के साथ भी, हम अभी भी अपने क्यूसी और गुणवत्ता को बनाए रखते हैं ताकि यह हमारे ग्राहकों के लिए स्किनकेयर कॉस्मेटिक्स पैक करने के उद्देश्य को पूरा कर सके। आर्थिक सामग्री पर नए डिजाइन में एक और प्रयास EP-150 श्रृंखला है। यह नई बोतल पंप या स्क्रू कैप के साथ आती है, और इंजेक्शन वाले रंगों में उपलब्ध है। एक और नया उत्पाद जिसे कई पूछताछ मिली है वह है नया आरडी जार। बेहतर जार कैप आकार के साथ; यह नया जार एक पूर्ण अपारदर्शी गुंबद के साथ आता है, जो धातुकरण, मूल सफेद और स्प्रे रंग की सजावट में उपलब्ध है। हम समग्र संयोजन को समृद्ध करने के लिए मूल आरडी जार बॉडी को अपने उत्पाद लाइन में रखते हैं।
अब, जैसा कि हम 2015 में कदम रखते हैं, हम 15ml और 50ml विकल्पों के साथ ARP श्रृंखला में जोड़ देंगे, इसलिए 15ml, 30ml और 50ml बोतलों की पूरी श्रृंखला पूरी हो जाएगी। नई क्षमता स्किनकेयर निर्माताओं को उन्हें व्यापक उत्पाद श्रृंखला में लागू करने की अनुमति देगी। इसके अलावा, अभी तक नामित नई श्रृंखला 2015 में भी लॉन्च की जाएगी, आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि वे क्रांति लाएंगेCOSJARकी वर्तमान पैकेजिंग उत्पाद लाइन। एक परंपरा के रूप में, यह नई लाइन कई लुक बनाने के लिए मौजूदा जार निकायों के साथ भी संगत होगी। और उपरोक्त अद्यतनों में कुछ अनपेक्षित परिवर्तन भी हो सकते हैं; शायद एक या दो नए आइटम भी सामने आ रहे होंगे? पता लगाने के लिए हमारे अपडेट नियमित रूप से देखना सुनिश्चित करें!
इसलिए, 2014 में बहुत कुछ हासिल करने के बाद भी, आने वाले वर्ष में,COSJARब्रांड और हमारी बिक्री टीम आपके उत्पाद को और अधिक मूल्य प्रदान करना जारी रखेगी, और आपको और भी अधिक संतुष्ट करने के लिए हमारी सेवा को बढ़ाएगी। कृपयासंपर्क करेंक्या आपके पास स्किनकेयर पैकेजिंग और हमारे उत्पादों के बारे में कोई प्रश्न या पूछताछ होनी चाहिए। आप किसी भी समय हम तक पहुंच सकते हैंpackage@taiwankk.com.tw.COSJARआपको मंगलमय और समृद्ध 2015 की शुभकामनाएं! |
कैसीन से व्युत्पन्न जैव सक्रिय पेप्टाइड्स और उनका मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव — Vikaspedia
कैसीन से व्युत्पन्न जैव सक्रिय पेप्टाइड्स और उनका मानव स्वास्थ्य पर प्रभाव
जैवसक्रिय पेप्टाइड्स
जैव सक्रिय पेप्टाइड निष्कर्षण की महत्ता
प्रोटीन हमारे भोजन का एक आवश्यक हिस्सा है। प्रोटीन पोषण, ऊर्जा और स्वास्थ्य के विकास के संदर्भ में एक आवश्यक स्रोत है। प्रोटीन विशालकाय अणु होते हैं जो कि एमिनो एसिड नामक ओटी इकाइयों के साथ बंधे होते हैं। एक या अधिक आपस के एमिनो एसिड की जंजीरों को एक प्रोटीन अणु कहते हैं जिसमें एमिनो एसिड एक विशिष्ट क्रम में व्यवस्थित रहते हैं। दूध प्रोटीन मुख्य रूप से दो प्रकार के हैं: कैसिइन और व्हेय प्रोटीन। कैसीन प्रोटीन दूध पीएच 4.6 के पास प्रेसिपिटेशन के रूप में परिभाषित किये गये हैं। दूध में कैसीन चार मोनोमर्स, अर्थात अल्फा एस-1, अल्फा एस-2, बीटा और कपा कैसीन द्वारा एकत्रित एक समुच्चय के रूप में मौजूद होते हैं।
कैसीन रोगाणुरोधी, ऑक्सीकरणरोधी, थ्रोम्बिन विरोधी, उच्चरक्तदोबरोधी और प्रतिरक्षण विक्षायक कार्यों के साथ-साथ महत्वपूर्ण जैव सक्रिय पेप्टाइड का एक प्रभावी स्रोत भी हैं।
जैव सक्रिय पैप्टाइड्स विशिष्ट जठरांत्र पथ में मौजूद प्रोटिनेस के द्वारा टूटने से उत्पन्न होते हैं और केवल प्रोटीन स्रोत से टूटने के बाद ही विशिष्ट जैव कार्यक्षमता प्रदान करते हैं। जैव सक्रिय पेप्टाइड्स में आमतौर पर अनु प्रति 3-20 अमीनो एसिड के अवशेष शामिल होता है। एक जैविक प्रतिक्रिया के लिए जैव सक्रिय पेप्टाइड्स को आंतों की उपकला को पार करना होगा और रक्त परिसंचरण में प्रवेश करना या विशिष्ट उपकला सेल रिसेप्टर साइटों पर सीधे बाँधना होगा। खाद्य पदार्थों का पेट और खाद्य प्रसंस्करण में उपस्थित एंजाइम प्रतिक्रिया निष्कर्षण विज्ञप्ति लघु श्रृंखला पेप्टाइड का निस्तार करता है जो जैव सक्रिया पेप्टाइड का एक प्रभावी स्रोत है।
कैसीन व्युत्पन्न जैव सक्रिया पेप्टाइड निष्कर्षण करने की विधि:
1. पाचन एंजाइमों द्वारा हाइड्रोलिसिस
2. प्रोटियोलिटिक स्टार्टर बैक्टीरिया द्वारा किण्वन
3. सूक्ष्मजीवों या पौधों से प्राप्त एंजाइमों द्वारा हाइड्रोलिसिस
4. पाचक एंजाइम द्वारा स्टार्टर बैक्टीरिया और हाइड्रीलिसिस द्वारा किण्वन के युग्म
कैसीन व्युत्पन्न जैव सक्रिया पेप्टाइड, उत्कृष्ट कार्यात्मक गुणों, प्राकृतिक प्रचुरता के कारण खाद्य उद्योग के लिए महत्वपूर्ण उपकरण बने हैं। इनका महत्व निम्न प्रकार है:
1. हृदय प्रणाली पर प्रभाव
हृदय प्रणाली पर प्रभाव मुख्य रूप से उच्च रक्त दाबरोधी और थ्रोम्बिन विरोधी और ऑक्सीकरणरोधी विशिष्ट गुणों के कारण है, जिसमें थ्रोम्बिन विरोधी सक्रियता मुख्यत: कपा कैसीन पेप्टाइड क्रम (106-116), (फिएट & जोल., 1989) मानव फाइब्रिनोजेन गामा-श्रृंखला में मेल खाता है। कपा कैसिइन प्लेटलेट एकत्रीकरण प्रतिबंध से रक्त के स्कंदन को रोकता है। रक्तचाप नियंत्रण आंशिक रूप से रेनिन एंजियोटेनसिन प्रणाली पर निर्भर करता है। रेनिन एंजियोटिनसिन-1 का निस्तार करता है, और यह एंजियोटेनसिन परिवर्तित एंजाइम (ऐस) द्वारा सक्रिय पेप्टाइड हार्मोन एंजियोटेनसिन द्वितीय में तब्दील हो जाता है जो कि रक्तवाहिनियों का सिकुड़न करता है। कैसिइन के ट्रीपटिक हाइड्रोलाइजेट इन विट्रो ऐस की गतिविधि को बाधित कर देते हैं, जिससे उच्च रक्तचाप समस्या पूर्ण रूप से समाप्त हो जाती है। ऑक्सीकरणरोधी जैव सक्रिय पेप्टाइड ऑक्सीडेटिव प्रक्रियाओं को कम करने के लिए मानव शरीर में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, प्रोटीन ऑक्सीडेटिव प्रक्रियाओं को तीन अलग तरीकों से संशोधित कर सकते हैं,1) एक विशिष्ट एमिनो एसिड का ऑक्सीडेटिव संशोधन, 2) मुक्त कर्णो की पेप्टाइड दरार की मध्यस्थता, 3) प्रोटीन क्रेस-लिंकेज। अल्फा एस-1 कैसिइन अंश 144-149 एवं बीटा कैसिइन अंश 98-105 मुख्यतः ऑक्सीकरणरोधी गतिविधि में वृद्धि करते हैं (मरथा फलां एट अल, 2009)
2. तंत्रिका तंत्र पर प्रभाव
विनियमन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिनमें मुख्यत: ओपिऑइड रिसेप्टर, स्तनधारियों में तंत्रिका अंत: स्रावी प्रणाली, आंत्र पथ में स्थित होते हैं। प्रमुख खोजों में सब से पहले ओपिऑइड पेप्टाइड्स में तथाकथित बीटा कसो मॉर्फिन, जो कि बीटा कैसिइन अपूर्णांक 60 और 70 वे अवशेष के बीच, मुख्या अंश (60-63), (60-64), (60-65), (60-70) (स्मच्ची और गब्बेत्तति, (2000), जिनका गामा-पेप्टाइड्स के रूप में विवरण किया गया है। जिनमें सबसे प्रबल पेंटा पेप्टाइड बीटा कैसिइन अंश (60-64) है (फिएट एट अल, 1993)। दूध से ओपिऑइड अल्फा एस-1, अल्फा एस-2, बीटा, और कपा कैसिइन के इन विट्रो असमर्थ हैं। प्रोटियोलिसिस से प्राप्त किये जा सकते हैं।
3. प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव
प्रतिक्रियाशील प्रतिरक्षा पेप्टाइड्स मैक्रोफेज की फगोसिटिक गतिविधि को प्रोत्साहित कर सकते है व ट्यूमर कोशिकाओं के विकास को निषेध कर सकते हैं। प्रतिरक्षा गतिविधि को अंतर्जात और बहिर्जात प्रतिरज्ञा प्रतिक्रिया केंद्र के विनियमन हैं, जिनमें इंटरफेरॉन, इंटरल्यूकिन, और बौदा-एंडोर्फिन शामिल है। मुख्य रूप से मानव दूध और दूध कैसीन से बहिर्जात पेप्टाइड. प्रतिरक्षा पेप्टाइड शारीरिक कार्यों की एक विस्तृत श्रृंखला है, यह केवल जानवरों में शरीर की प्रतिरक्षा विनियमन मे एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा वृद्धि नहीं कर सकते हैं, लेकिन यह भी लिम्फोसाइट प्रसार और बृहत भक्षकोशिका फगोसीटोसिस बढ़ाने के लिए शरीर को प्रोत्साहित करने के लिए शरीर में सुधार बाहरी रोगजनकों के लिए सामग्री का प्रतिरोध करते हैं।
4. जठरांत्र पथ पर प्रभाव
अल्फा एस-2 कैसीन की उपस्थिति में रोगजनक सूक्ष्म जीवो, के विकास में इन विट्रो अंतर्बाधा होती है। अल्फा एस-2 कैसीन का कटायनिक अंश (165-203), कसोसिडिन-1 के रूप में जाने जाते हैं, जो कि एस्केरिया कोलाई और एस-कार्नोसस 2,के विकास को बाधित कर सकते हैं (जुचत एट अल., 1995)। पेप्टाइड्स, तंत्रिका प्रणाली में एक सक्रिय भूमिका कइमोसिन की मध्यस्थता के द्वारा कैसीन के पाचन से प्राप्त "कसोसिद्धिन'' पहला रक्षा पेप्टाइड था जो शुद्ध किया गया यह स्टेफाइलोकोकस, स्ट्रप्टोकोकस, डिप्लोकॉमस निमोनिया, बेसिलस स्पीशीज की गतिविधि को रोकता है (लाहोव और रेगेल, 1996)। अंत में प्रोटीन का एंजाइम पाचन मुक्त अमीनों एसिड और पेप्टाइड्स रिलीज करने के लिए करते हैं। कई अध्ययनों में एमिनो एसिड के अलावा प्रोटीन और पेप्टाइड्स सीधे पशु शरीर, कुछ विशेष अतिरिक्त प्रभाव जिससे पशुओं का विकास किया जा सकता है। कम प्रोटीन आहर वैसे संतुलित एमिनो एसिड प्रोटीन आहार उत्पादन के स्तर को प्राप्त करने में असमर्थ है।
पाचन तंत्र के माध्यम से एंजाइम प्रोटीन की मानव घूस, कम पेप्टाइड़ रूपों के बहुमत के एक ओटे से अनुपात को अवशोषित पाच्य और मुक्त अमीनो एसिड के रूप में अवशोषित कर पा रही है। इसके अलावा परीक्षण दर्शाता है कि तेजी से पचाने और अधिक अवशोषित करने के लिए पेप्टाइड्स और मुक्त एमिनो एसिड से जैविक शक्ति, सक्रिया पेप्टाइड का अनंत आकर्षण पता चला है। अध्ययन में पाया गया कि सक्रिय पेप्टाइड को एक दवा के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। वर्तमान में, दवाओं, चिकित्सीय उपचार से संबंधित अधिकांश रोगों के लिए सैकड़ों पेप्टाइड्स का उत्पादन इन विट्रो हाइड्रोलिसिस से किया जा रहा है। |
नए साल की नयी सुबह में कुछ खास नहीं होता । वही सवेरा, वही सूरज ।वही ठण्ड, कुहासा और कोहरा । एक दिन का क्षणिक उल्लास, उमंग और उत्साह। कुछ पार्टियाँ और पिकनिक, कुछ घूमना -फिरना और सैर -सपाटा , कुछ खाना-पीना और नाचना -गाना, कुछ रंगीनियाँ और जश्न । फिर सब कुछ वैसा का वैसा ही । वही पुराना ढर्रा, पुराना रूटीन और पुराना जीवन । कैलेन्डर की तारीख बदलने से समय नहीं बदलता । मन बदलने से मौसम बदलता है । नज़र बदलने से नज़ारे बदल जाते हैं । ज़िंदगी के मायने और इशारे बदल जाते हैं । जिस तरह लिफ्ट हमें इमारत के सबसे ऊपरी मंजिल तक ले जाता है उसी तरह सही नजरिया हमें सफलता के शिखर तक ले जाता है। जीवन में हमारी हार या जीत हमारे दृष्टिकोण पर निर्भर करती है। जीवन को देखने, परखने और समझने का हमारा अंदाज़ ही हमें उपलब्धियों की ऊँचाइयों तक ले जाता है या हमें विनाश के गर्त में धकेल देता है । नजरिया बदलने से बहुत बड़ा अंतर उत्पन्न हो जाता है । यह खेल का रुख ही मोड़ देता है । जीवन और जगत में घटनाएँ तो घटती रहतीं हैं परंतु यह हमारी सोच पर निर्भर करता है कि हम उन्हें किस दृष्टिकोण से देखते हैं । अच्छाई या बुराई, खूबसूरती या बदसूरती वस्तु में नहीं, हमारी दृष्टि में होती है ।
मैंने एक कहानी सुनी थी । एक जूता कंपनी ने एक क्षेत्र विशेष में सर्वे के लिए अपने दो प्रतिनिधियों को भेजा । वापस लौट कर पहले ने अपने रिपोर्ट में लिखा कि वहाँ बिज़नेस की कोई संभावना नहीं है क्योंकि वहाँ कोई जूता पहनता ही नहीं है । दूसरे व्यक्ति ने अपने प्रतिवेदन में लिखा कि वहाँ व्यापार की सबसे ज्यादा संभावना है क्योंकि अभी तक वहाँ किसी ने जूता ख़रीदा या पहना ही नहीं है । सकारात्मक और नकारात्मक सोच में यही अंतर है । सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति असाधारण अवसरों की प्रतीक्षा नहीं करते। वे साधारण अवसरों का सदुपयोग कर उन्हें असाधारण बना देते हैं । वह उस निराशावादी की तरह नहीं होता जो हर अवसर में समस्या खोजता है । वह तो उस आशावादी की तरह होता है जो हर समस्या में समाधान ढूँढता है । उन्हें अपनी क्षमता पर गहरा विश्वास होता है और उनमें जीतने की जिद और ललक होती है । कोई भी बाधा उनके मार्ग को अवरुद्ध नहीं कर सकती । वे विषम से विषम परिस्थिति में भी हार नहीं मानते । वे सदा संघर्ष के मार्ग पर वीर योद्धा की भाँति डटे रहते हैं । वे तो समुद्र के गहरे और खारे पानी से भी मोती निकाल लाते हैं । ऐसे धुन के पक्के लोग ही जीवन और समाज में बदलाव लाते हैं ।
अतः आवश्यकता है अपने दृष्टिकोण को परिवर्तित करने का । गुब्बारे अपने विविध रंगों की वजह से ऊपर नहीं उठते हैं । उनमें भरी हुई गैस उन्हें ऊपर की ओर ले जाती है। दृष्टिकोण या नजरिया हमारे भीतर की गैस है जो हमें धरती के गुरुत्वाकर्षण से मुक्त कर अनंत की यात्रा पर ले जाता है ।
आइए, इस नए साल में सकारात्मक और रचनात्मक सोच का जादू जगाएं और अपनी जिंदगी को खुशियों की भीनी -भीनी खुशबू से भर दें । दुनिया को जरा हटकर देखो तो वह बहुत हसीन नज़र आएगी । |
ठंड में गर्म रहेगा संसद का शीतकालीन सत्र – The Lucknow Tribune
ठंड में गर्म रहेगा संसद का शीतकालीन सत्र
28/11/2017 2:38 PM लखनऊ ट्रिब्यून BJP, Congress, Parliament, session, session of Parliament, कांग्रेस, भाजपा, शीतकालीन सत्र, संसद, संसद का शीतकालीन सत्र
नई दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है। सरकार इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक लेकर आएगी। तीन तलाक, राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग को संवैधानिक दर्जा देने, वस्तु एवं सेवा कर विधेयक, दिवालिया संशोधन विधेयक, इत्यादि महत्वपूर्ण प्रस्ताव सरकार इस सदन में रखेगी।
15 दिसंबर को शुक्रवार है। सदन को बैठक् एक ही दिन चलेगी। इसमें भी श्रद्धांजलि के बाद कार्यवाही अगले दिन के लिए भी टल सकती है। संसद की दूसरी बैठक 18 दिसंबर सोमवार को होगी। इस दिन गुजरात और हिमाचल विधानसभा के चुनाव परिणाम भी आना है। चुनाव परिणाम तय करेंगे कि, शीतकालीन सत्र किस दिशा में जाएगा।
इस बार विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए काफी तैयारी कर रखी है। शीतकालीन सत्र में विपक्ष भी एकजुट होता दिख रहा है। नोटबंदी और जीएसटी की विफलता के बाद अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती, बेरोजगारी, महंगाई, राफेल सौदे का घोटाला, विपक्षी नेताओं पर सीबीआई और केंद्रीय प्रवर्तन निदेशालय का उत्पीड़न और झूठे मुकदमे के आरोपों से सरकार को घेरने का प्रयास विपक्ष करेगा।
विपक्ष होगा आक्रमक
गुजरात विधानसभा चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने अपनी सारी ताकत झोंक दी है। उसके बाद विपक्ष अपने आपको काफी मजबूत स्थिति में पा रहा है। इस शीतकालीन सत्र में गुजरात विधानसभा के चुनाव परिणाम मैं भाजपा थोड़ा सा भी कमजोर हुई तो इसका असर शीतकालीन सत्र में देखने को मिलेगा। पनामा और पैराडाइज मामले में भी विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में लगा हुआ है। विपक्ष के पास इस बार सरकार के खिलाफ मुद्दे बहुत भी हैं। पहली बार मोदी सरकार भ्रष्टाचार के आरोप में घिरती हुई दिख रही है।
भाजपा नेताओं के बगावती तेवर
पूर्व वित्त मंत्री तथा भाजपा के सांसद यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने जिस तरह हिमाचल और गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा नेतृत्व पर निशाना साधा है। उसके बाद भाजपा के कई नेताओं के बगावती तेवर देखने को मिलने लगे हैं। 2 राज्यों के चुनाव परिणाम के बाद भाजपा में जो शांति अभी दिख रही है। वह बगावत के रूप में परिवर्तित हो सकती है। लोकसभा के कई सांसद अपनी टिकट को लेकर चिंतित हैं। वहीं गुजरात विधानसभा चुनाव में जिस तरीके की तल्खी मतदाताओं के बीच देखने को मिली है। उससे भाजपा के नेता भी काफी चिंतित हो उठे हैं। इस शीतकालीन सत्र में सबसे ज्यादा प्रभाव गुजरात विधानसभा चुनाव का परिणाम डालेगा।
कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी एकता
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने जिस तरह से अकेले चुनाव प्रचार और टिकट वितरण की कमान संभाली है। भाजपा तथा नरेंद्र मोदी को घेरने का प्रयास किया है। गुजरात विधानसभा के चुनाव में भाजपा को पूरा केंद्रीय मंत्रीमण्डल झोंकना पडा। साधु संतों और प्रवचनकारों ने मोर्चा संभाला है।
सत्ता पक्ष की इस घबराहट से विपक्ष उत्साहित हुआ है। उससे विपक्षी दलों में राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता को लेकर एक नया विश्वास बना है। शीतकालीन सत्र में विपक्ष एकजुट हो रहा है। यह सरकार के लिए ठीक स्थिति नहीं है। |
संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 में दाखिले के लिए काउंसिलिंग आज से शुरू | PrimarykaTeacher
Primary ka Teacher » Latest News » संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 में दाखिले के लिए काउंसिलिंग आज से शुरू
primarykateacher 17 September 2021 17 September 2021 No Comments on संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 में दाखिले के लिए काउंसिलिंग आज से शुरू
लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की ओर से संयुक्त प्रवेश परीक्षा बीएड 2021-23 में दाखिले के लिए काउंसिलिंग के पंजीकरण शुक्रवार से शुरू हो जाएंगे, लेकिन मेरिट में शामिल बहुत से विद्यार्थी स्नातक अंतिम वर्ष के परिणाम न आने की वजह से परेशान हैं। बिना फाइनल रिजल्ट के पंजीकरण नहीं होगा। गुरुवार को बड़ी संख्या में अभ्यíथयों ने लखनऊ विश्वविद्यालय की हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर अपनी समस्या बताई।
प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों एवं कालेजों में शुक्रवार से बीएड दाखिले के लिए आनलाइन काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पहले चरण में एक से 75 हजार रैंक तक के अभ्यíथयों का 21 सितंबर तक पंजीकरण होगा। नौ विश्वविद्यालय ने स्नातक अंतिम वर्ष के नतीजे नहीं जारी किए हैं। |
झारखंड के जामताड़ा में खुलेगा मेगा स्किल सेंटर, मैन्यूफैक्चरिंग, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रोनिक्स-टेलिकॉम-आइटी में दिया जाएगा प्रशिक्षण - Skill Reporter
झारखंड के जामताड़ा में खुलेगा मेगा स्किल सेंटर, मैन्यूफैक्चरिंग, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रोनिक्स-टेलिकॉम-आइटी में दिया जाएगा प्रशिक्षण
जामताड़ा : जामताड़ा के कटंकी मौजा में मेगा स्किल सेंटर खुलेगा। इसके लिए भूमि का चयन कर लिया गया है। सरकार ने इस संबंध में जामताड़ा जिला प्रशासन को भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था।
सरकार के आदेश पर जामताड़ा जिला प्रशासन ने जामताड़ा के कटंकी मौजा में भूमि उपलब्ध कराया है। यहां जिला के शिक्षित युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। जामताड़ा जिले में मेगा स्किल सेंटर भवन निर्माण के लिए उच्च तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग द्वारा जमीन की मांग की गई थी। जिला राजस्व विभाग द्वारा कटंकी मौजा में 0.35 एकड़ भूमि उपलब्ध कराया गया है। उपलब्ध कराया गया जमीन पुरातन पतित किस्म की है। जमीन के उपलब्ध होते हीं मेगा स्किल सेंटर भवन निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।
आने वाले समय में जामताड़ा जिले के छात्र-छात्राओं को मेगा स्किल सेंटर का लाभ मिलना आरंभ हो जाएगा। मेगा स्किल सेंटर में इंटर पास युवक युवतियों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इंटर पास छात्र-छात्राएं स्नातक के बाद आगे की पढ़ाई किसी कारणवश छाेड़ देते है।
मैन्यूफैक्चरिंग, इलेक्ट्रोनिक्स-टेलिकॉम-आइटी से जुड़े उद्योग के लिए खुलेगा सेंटर
उच्चऔर तकनीकी शिक्षा विभाग की ओर से यह केंद्र, राज्य के बेरोजगार युवक-युवतियों के हुनर को विकसित करने के लिए स्थापित किया जाएगा। सरकार ने इसके लिए जिला से जमीन मांगी थी। सरकार को भूमि उपलब्ध करा दिया गया है। इन केंद्रों पर राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन की तरफ से मान्यता प्राप्त पाठयक्रमों का संचालन होगा। जिसमें मैन्यूफैक्चरिंग, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रोनिक्स-टेलिकॉम-आइटी और आइटी से जुड़े उद्योग, टेक्सटाइल डिजाइनिंग समेत बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर के लिए केंद्र खोले जाएंगे।
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राहुल गांधी का क्लिप्ड वीडियो शेयर करने वाले ट्विटर हैंडल 'नो द नेशन' की पड़ताल - Alt News
तिरंगे की पोशाक में मैच के दौरान गंदी हरकत करता हुआ व्यक्ति भारतीय है, पाकिस्तानी नहीं
क्या आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री ने ईसाई प्रचारक को तिरुपति मंदिर ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया?
मिस्र में 'बच्चे के साथ हिंसा' का वीडियो गुजरात, वलसाड के विभिन्न स्कूलों के नाम से वायरल
राहुल गांधी का क्लिप्ड वीडियो शेयर करने वाले ट्विटर हैंडल 'नो द नेशन' की पड़ताल
6 जनवरी को ट्विटर हैंडल नो द नेशन (@knowthenation) ने राफेल डील पर लोकसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी का एक वीडियो ट्वीट किया। 9 सेकंड की क्लिप में, कांग्रेस अध्यक्ष को यह कहते हुए सुना जा सकता है- "मेरे पास अब तक कोई सबूत नहीं है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि प्रधानमंत्री सीधे तौर पर शामिल हैं – (अनुवादित)।" इसने यह धारणा दी कि गांधी पीएम मोदी पर बिना सबूत भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे। इस लेख को लिखते समय, नो द नेशन के इस वीडियो को लगभग 10 लाख बार देखा गया था। इसके ट्वीट के आर्काइव संस्करण तक यहां पहुँचा जा सकता है।
"I have no proof so far, but I am very clear that the Prime Minister is directly involved"#RafaleDeal pic.twitter.com/54AUXcG7sz
— Know The Nation (@knowthenation) January 6, 2019
यह क्लिप विभिन्न भाषाओं में फेसबुक पर भी वायरल है। 'यूथ 4 बीजेपी' नाम के एक पेज ने इसे हिंदी में शेयर किया, जहां इसे केवल दो घंटे में 67,000 बार देखा गया। एक अन्य पेज 'हिंदुस्तान' ने इस क्लिप को तमिल में शेयर किया।
ट्विटर पर खूब शेयर किया गया यह वीडियो
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं द्वारा फॉलो किए जाने वाले कई यूजर्स द्वारा प्रसारित 9-सेकंड की यह क्लिप ट्विटर पर वायरल है। पीएम मोदी द्वारा फॉलो किए जाने वाले एक यूजर मोहन सिन्हा ने 'नो द नेशन' द्वारा ट्वीट किए गए इस वीडियो को उल्लेख करते हुए ट्वीट किया कि राहुल गांधी के "दिमाग में कुछ महत्वपूर्ण पेंचों की कमी है -(अनुवादित)।"
एक अन्य यूजर, जिसे दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा फॉलो करते हैं, ने यह वीडियो शेयर किया, जिसे 53,000 से अधिक बार देखा गया।
रेल मंत्री पीयूष गोयल का कार्यालय द्वारा फॉलो किए जाने वाले कई हैंडल्स ने भी 9 सेकंड की यह क्लिप (1, 2, 3) ट्वीट की। कुछ अन्य लोगों ने कथित उद्धरण के लिए कांग्रेस अध्यक्ष का मजाक उड़ाया (1, 2, 3)।
क्लिप्ड वीडियो
नो द नेशन ने एक लंबे वीडियो में से केवल 9 सेकेंड की क्लिप को ट्वीट करके राहुल गांधी के बयान को तरीके से रखा। यदि कोई उनके पूरे भाषण को सुने, तो गांधी यह नहीं कहते हैं कि,"मेरे पास अब तक कोई सबूत नहीं है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि प्रधानमंत्री सीधे तौर पर शामिल हैं – (अनुवादित)।" इसकी बजाय, उनका बयान रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को निर्देशित था। वह कहते हैं कि उनके पास अभी तक उनके(सीतारमण के) शामिल होने का कोई सबूत नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री सीधे घोटाले में शामिल हैं।
पूर्ण वीडियो में 4:26वें मिनट पर, गांधी को यह कहते सुना जा सकता है – "रक्षा मंत्री ने कहा कि हम उन पर आरोप लगा रहे हैं… महोदया मैं आप पर आरोप नहीं लगा रहा हूं और मैं श्री पर्रिकर पर आरोप नहीं लगा रहा हूं। मैं श्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगा रहा हूं। यह बिल्कुल स्पष्ट होने दें कि आपने झूठ की रक्षा करने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं किया है। इसलिए मुझे नहीं लगता कि आप राफेल घोटाले में शामिल हैं। मेरे पास अब तक यह कहने का कोई सबूत नहीं है कि आप इसमें शामिल हैं, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं कि प्रधानमंत्री सीधे राफेल घोटाले में शामिल हैं – (अनुवादित)।"
नो द नेशन ने गांधी के बयान के पिछले हिस्से को लिया (ऊपर हाइलाइट किया गया), और उस हिस्से को छोड़ दिया, जिसमें उन्होंने कहा था — "कहने के लिए कि आप शामिल हैं" और उनके दावे को इस रूप में प्रस्तुत किया, "मेरे पास अब तक कोई सबूत नहीं है, लेकिन मैं बहुत स्पष्ट हूं प्रधानमंत्री सीधे इसमें शामिल हैं।"
नो द नेशन दिसंबर 2017 से ट्विटर पर मौजूद है। 2,500 से कुछ ही अधिक जैसी छोटी संख्या में फॉलोअर्स होने के बावजूद, इसके फॉलोअर्स में रेल मंत्री पीयूष गोयल का कार्यालय और दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता तजिंदर पाल सिंह बग्गा भी शामिल है।
राहुल गांधी के भाषण के क्लिप किये गए वीडियो के पीछे का कारण इस ट्विटर हैंडल के पीछे का संगठन है।
ब्लूक्राफ्ट
पिछले साल ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन (BlueKraft Digital Foundation) नाम की एक कंपनी को द ट्रू पिक्चर (The True Picture) नामक एक वेबसाइट चलाने से जोड़ा गया था, जिसे अराजकतापूर्ण तरीके से 'डेटा जर्नलिज्म और फैक्ट-चेकिंग पोर्टल' कहा जाता है। कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई केंद्रीय मंत्रियों के लिए यह एक सहयोगी वेबसाइट है, जिसे पहले भी भ्रामक सूचना फैलाते हुए पाया गया था।
इंडियन एक्सप्रेस ने पाया था कि इस वेबसाइट ने अपने लैंडलाइन टेलीफोन नंबर को ब्लूक्राफ्ट के साथ साझा किया था, जो प्रधानमंत्री मोदी की किताब 'एग्जाम वारियर्स' (Exam Warriors) का "प्रौद्योगिकी और ज्ञान" भागीदार था। कंपनी ने पीएम मोदी के मासिक रेडियो प्रसारण, 'मन की बात' को "रेडियो पर सामाजिक क्रांति" की संज्ञा देते हुए, इस पर एक किताब भी प्रकाशित की थी।
अप्रैल 2018 की एक रिपोर्ट में, बूमलाइव (Boomlive) ने ब्लूक्राफ्ट के कई कर्मचारियों को सीधे द ट्रू पिक्चर से संबद्ध पाया था।
ब्लूक्राफ्ट का नेतृत्व, भाजपा सरकार की नागरिकों को ऑनलाइन जोड़ने की पहल 'MyGov India' के पूर्व निदेशक, अखिलेश मिश्रा कर रहे हैं। द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा संपर्क किए जाने पर, मिश्रा ने अपनी कंपनी और द ट्रू पिक्चर के बीच किसी भी संबंध से इनकार किया था।
भाजपा के साथ ब्लूक्राफ्ट का जुड़ाव यहाँ तक सीमित नहीं रहा है। तीन अन्य भाजपा समर्थक प्लेटफॉर्मों- न्यू इंडिया जंक्शन (New India Junction), अवमेजिंग वर्ल्ड (Awemazing World) और इस कहानी के नायक, नो द नेशन के साथ इस कंपनी के कनेक्शन के सबूत हैं।
ब्लूक्राफ्ट के वरिष्ठ क्रिएटिव डायरेक्टर, निलेश मिस्त्री ने अपनी जिम्मेदारियों के हिस्से के रूप में द ट्रू पिक्चर समेत कई हैंडल्स को सूचीबद्ध किया है और उन्हें 'इन-हाउस ब्लॉग' कहा है। उनका लिंक्डइन प्रोफाइल कहता है — "भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रिंट, आउटडोर और सोशल मीडिया विज्ञापन पर काम करना। इनहाउस ब्लॉग : न्यू इंडिया जंक्शन, नो द नेशन, अवमेजिंग वर्ल्ड, द ट्रू पिक्चर – (अनुवादित)।" सोशल मीडिया में इसका खुलासा हो जाने के बाद, उन्होंने अपने प्रोफाइल से इन संदर्भों (न्यू इंडिया जंक्शन को छोड़कर) को हटा दिया है।
मौजूदा प्रमाण कई प्रचार प्लेटफॉर्मों के साथ इस कंपनी का जुड़ाव प्रदर्शित करते हैं, जिनमें से कुछ भ्रामक सूचनाओं का प्रसार भी करते हैं। इसलिए, भाजपा और प्रधानमंत्री के साथ इसकी स्पष्ट निकटता चिंता का विषय है। ऑल्ट न्यूज़ ने अखिलेश मिश्रा से उनकी टिप्पणियों के लिए संपर्क किया है। प्रतिक्रिया मिलने पर हम अपनी कहानी अपडेट करेंगे। |
सरकार ने प्रत्यक्ष कर सुधारों को किया मजबूत, करदाताओं की संख्या हुई 8 करोड़ : सीबीडीटी - Tax Hindi News, India TV Hindi
Published on: February 06, 2018 16:13 IST
Number of Taxpayers, CBDT, CBEC
नई दिल्ली। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने मंगलवार को कहा कि सकार ने प्रत्यक्ष कर सुधारों को मजबूत किया है। इससे बड़ी संख्या में करदाताओं को कर के दायरे में लाया गया है और करदाताओं की संख्या 8 करोड़ पर पहुंच गई है। चंद्रा ने कहा कि कोई भी आयकर अधिकारी किसी मामले को सिर्फ अपनी मनमर्जी से जांच के लिए नहीं चुन सकता। वैसे भी आयकर विभाग कुल मामलों में से सिर्फ 0.5 प्रतिशत को ही जांच के लिए चुनता है।
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के ई-मेल से रहें सावधान, टैक्स रिफंड के नाम पर हो सकता है फर्जीवाड़ा
उद्योग मंडल एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चंद्रा ने कहा कि प्रत्यक्ष करों के मोर्चे पर कई सुधार किए गए हैं। हम प्रत्यक्ष सुधारों को मजबूत किया है। हमने बड़ी संख्या में करदाता जोड़े हैं। हमारे करदाताओं की संख्या अब 8 करोड़ हो गई है।
सीबीडीटी के प्रमुख ने कहा कि कर अधिकारी तथा करदाता के बीच आपसी संपर्क को आयकर विभाग समाप्त कर रहा है। कोई आयकर अधिकारी अपने विवेक का इस्तेमाल कर आपका मामला जांच के लिए नहीं उठा सकता है। सीबीडीटी के चेयरमैन के रूप में मैं भी कोई मामला खुद जांच के लिए नहीं चुन सकता।
उन्होंने बताया कि आयकर विभाग ने सितंबर 2017 में आयकर फार्म का ई-आकलन शुरू किया था। अभी तक 60,000 मामले ई-आकलन के जरिए पूरे किए गए हैं। चंद्रा ने बताया कि कुल पंजीकृत 15 लाख कंपनियों में से सिर्फ सात लाख कर रिटर्न दाखिल कर रही हैं।
केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) की चेयरमैन वन्जा एन सरना ने कहा कि सरकार ने आम बजट में 45 उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाया है, जबकि पांच वस्तुओं पर इसमें कमी की गई है। उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा समय है। इन सभी वस्तुओं का विनिर्माण भारत में हो सकता है। इनमें से ज्यादातर उत्पाद एमएसएमई क्षेत्र के हैं। |
पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन मुख्य रूप से बच्चों में अनिद्रा जैसी स्थितियों के अल्पकालिक इलाज में दिया जाता है. यह नींद को प्रेरित करके चिकित्सा प्रक्रिया से पहले दर्द और चिंता को कम करने में भी मदद करता है।
अपने बच्चे को पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन मुंह में दें, उसके सोने से पहले या तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार भोजन से पहले या बाद में दें. पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन की खुराक आपके बच्चे की स्वास्थ्य समस्या और इलाज की प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगी. चूंकि पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन कई घंटों तक शरीर में एक्टिव रहता है, इसलिए आपका बच्चा अगले दिन भी सुस्ती का अनुभव कर सकता है. पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन के सेवन के बाद आपके बच्चे को जी मिचलाने जैसा या असहज महसूस हो सकता है. यदि आपका बच्चा दवा के सेवन के 30 मिनट के भीतर उल्टी करता है, तो आपका बच्चा शांत होने पर दूसरी खुराक दें। हालांकि, सुनिश्चित करें कि खुराक को दोगुना न करें। यदि आपका बच्चा पहली खुराक लेने के बाद भी सोने में कठिनाई का अनुभव करता है या यदि आपका बच्चा रात में या सुबह जल्दी उठता है तो अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
सामान्य परिस्थितियों में अपने बच्चे को नियमित रूप से सुलाने के लिए पेडीक्लोरिल ओरल सोल्यूशन का उपयोग कभी न करें. इस दवा का उपयोग केवल तभी किया जाना चाहिए जब किसी बच्चे को एक चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरना पड़े जहां बेहोश करने की क्रिया की आवश्यकता हो। यह दवा आमतौर पर अल्पकालिक उपयोग के लिए उपयुक्त है। उच्च खुराक में या लंबे समय तक इसका उपयोग करने से निर्भरता हो सकती है। साथ ही, आपके बच्चे का शरीर इस दवा के प्रति सहनशील हो सकता है जिसके परिणामस्वरूप प्रभाव को प्राप्त करने के लिए उच्च खुराक की आवश्यकता हो सकती है। दवा को अचानक बंद न करें, भले ही आपका बच्चा सुधार के लक्षण दिखाना शुरू कर दे क्योंकि इसे अचानक बंद करने से वापसी के लक्षण हो सकते हैं।
इस दवा के सेवन से कुछ बच्चों में मामूली और अस्थायी साइड इफेक्ट हो सकते हैं.. इसमें मिचली आना , उल्टी, सुस्ती और मस्तिष्क और शारीरिक गतिविधियों के तालमेल में दिक्कत शामिल हैं. आमतौर पर ये साइड इफेक्ट आपके बच्चे के शरीर के दवा के प्रति अनुकूलित होते ही ठीक हो जाते हैं.. हालांकि, यदि ये साइड इफेक्ट लंबे समय तक बने रहते हैं या आपके बच्चे को परेशान करते हैं, तो आपको बिना किसी देरी के अपने बच्चे के डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए.
आपके बच्चे के डॉक्टर को आपके बच्चे के पूरे मेडिकल इतिहास की जानकारी होनी चाहिए, जिसमें पुरानी कोई एलर्जी, हृदय की समस्या, लिवर की खराबी और किडनी की खराबी शामिल है.. यह आपके बच्चे के संपूर्ण इलाज की योजना बनाने में डॉक्टर का मार्गदर्शन करेगा. |
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ⓘ बुलेट की सवारी, फिल्म - Wiki ..
ⓘ बुलेट की सवारी (फिल्म)
बुलेट की सवारी है एक 2004 हॉरर फिल्म में लिखा है, सह-निर्मित और निर्देशित द्वारा मिक Garris. यह एक अनुकूलन के स्टीफन किंग्स 2000 उपन्यास का एक ही नाम है । इस फिल्म को मिला है, जो एक सीमित सिनेमाघरों में रिलीज नहीं किया गया था, में सफल थिएटर; यह अर्जित की घरेलू सकल के 4.711.
सेट 1969 में, एलन पार्कर एक युवा कलाकार, अध्ययन मेन के विश्वविद्यालय में, जहां उनके प्रोफेसर का मानना है कि वह है के साथ जुनून सवार की मौत. 30 अक्टूबर को, अपने जन्मदिन पर, वह सोचता है कि उसकी प्रेमिका, बिग, की कोशिश कर रहा है के साथ तोड़ने के लिए उसे. एलन हो जाता है उच्च बाथटब में शुरू होता है और मनन करने के लिए आत्महत्या कर ली । ग्रिम लवन प्रकट होता है और कोशिश करता है को समझाने के लिए एलन खुद को मारने के लिए इतना है कि वह कर सकते हैं के लिए आते हैं । भित्ति चित्र के साथ लोगों को चित्रित दीवार पर भी प्रदर्शित किया जा करने के लिए उसे आग्रह करने के लिए खुद को मारने. एलन गलती से कटौती जब खुद जेसिका और मित्रों के एक समूह उसे डराना में आने से उसे आश्चर्य करने के लिए अपने जन्मदिन के लिए.
एलन जाग अस्पताल में. जेसिका का कहना है कि वह गुस्से में है के लिए उसके साथ "स्वार्थी" दृश्य में, वह करने का प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन यह भी बताता है Alan है कि वह उसे प्यार करता है. वह आश्चर्य के साथ उसे संगीत कार्यक्रम के टिकट देखने के लिए जॉन लेनन में टोरंटो, ओंटारियो, कनाडा. अगले दिन, जब एलन से जारी है अस्पताल, जेसिका उसे बताता है कि वह एक दीवार है, उसके आसपास और एलन पता चलता है कि जेसिका वास्तव में जा रहा था उसे छोड़ दें. एलन एक फोन कॉल है कि उसकी माँ, जीन है, एक स्ट्रोक था. वह योजना बनाता है, घर जाने के लिए उस रात दे रही है, संगीत कार्यक्रम के टिकट के लिए अपने ही कमरे में रहते.
के रूप में वह करने की कोशिश करता है hitchhike करने के लिए घर Lewiston, मेन, एलन याद का अंतिम संस्कार उसके पिता, जूलियन, जब वह 6 साल का था. वह कल्पना करते हैं, उसकी माँ की मृत्यु, और फिर, खुद के साथ एक तबाह जेसिका पर रो उसकी कब्र. वह है, के द्वारा उठाया एक वोक्सवैगन वैन द्वारा संचालित है फेरिस, एक सेना का भगोड़ा है. वे बाल याद आती है के साथ टकराने, एक आनेवाला कार, बाहर कताई और लैंडिंग में एक खाई है. एलन दूर चलता है इस घटना से हिल, लेकिन जिंदा है ।
एलन करने के लिए शुरू होता भ्रांत और कई अनुभवों के साथ जीवित और मृत. वह देखता है के लिए एक बोर्ड की सवारी "गोली" rollercoaster पर रोमांच गांव से चलाता है, जो एक स्मृति के उसे लाइन में खड़े अपनी माँ के साथ यह सवारी करने के लिए, जहां वह अंत में बाहर chickened. वह चलता है एक कब्रिस्तान के माध्यम से और भर में आता है की कब्र जॉर्ज Staub, जिसका कब्र मार्कर इंगित करता है कि वह मर गया 2 साल पहले की है । एलन देखता है एक प्रेत के साथ खुद को आने के माध्यम से जमीन है. प्रेत उसे बताता है कि वे बचत कर रहे हैं के लिए एक जगह है । वह फिर से उठाया, जो एक आदमी वह यह जानता है जॉर्ज Staub. अपने प्रेत के साथ जुडा हुआ था और उसे चेतावनी दी है नहीं करने के लिए अपने वास्तविक जानकारी है, क्योंकि वहाँ कुछ गड़बड़ है के साथ जॉर्ज ।
प्रेत बदबू आ रही है embalming तरल पदार्थ का संकेत देता है, जो एलन याद करने के लिए एक मुहावरा है कि वह था एक किताब में पढ़ा: "मृत तेजी से यात्रा". एलन सूचित नहीं करता है जॉर्ज है कि वह जानता है कि जॉर्ज मर चुका है । जॉर्ज के बारे में उससे पूछता रोमांच गांव और पूछता है अगर वह सवार "गोली", और एलन निहित है और कहा कि वह जाना था पर सवारी. जॉर्ज जानता है कि एलन झूठ बोल रही है, और वह एलन के नाम की. जॉर्ज बताते हैं कि वह था decapitated एक कार दुर्घटना में, जब वह करने की कोशिश करता है के पास एक ट्रक पर एक 2 लेन रोड है कि, और वह दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से एक ट्रक का उत्पादन जब वह से बचने के लिए swerved एक टकराव की किसी अन्य कार के साथ.
जॉर्ज कहता है Alan है कि वह लेने के लिए एक व्यक्ति उसके साथ है, और है कि एलन का चयन करने के लिए कि क्या यह हो जाएगा Alans माँ या एलन. अगर वह नहीं करता है एक विकल्प बनाने के लिए, जॉर्ज ने चेतावनी दी है कि वह उन्हें लेने के लिए होगा दोनों । में एक पल के आतंक और भय, एलन चुनता है उसकी माँ के लिए ले जाया जाएगा. जॉर्ज फेंकता एलन कार से बाहर है, और जब वह जाग, एलन वापस कब्रिस्तान में. वह hitches अगले सवारी और अंत में यह करने के लिए अस्पताल में । वह है के बारे में जाने के लिए अपनी मां को देखने, जब जॉर्ज प्रकट होता है और धड़क रहा है, उसे करने के लिए लिफ्ट.
Alan, अब में उनके 40s, कहते हैं, उसकी माँ की मृत्यु हो गई एक दिल का दौरा करते समय टीवी देख रहा है. वह शादी के बाद अपनी प्रेमिका जेसिका, लेकिन यह केवल एक चली । एलन बनाया कभी नहीं एक जीने के रूप में एक कलाकार है, लेकिन वह पेंट करने के लिए जारी है के रूप में एक शौक है. वह चला जाता है वापस करने के लिए रोमांच गांव और "गोली".
डेविड Arquette – जॉर्ज Staub
क्रिस Gauthier – हेक्टर Passmore
मैट Frewer – श्री क्लार्कसन
डेनिएल डन-मॉरिस – श्रीमती Janey McCurdy
जोनाथन जैक्सन एलन पार्कर
जैक्सन Warris – छह वर्षीय एलन
बैरी डब्ल्यू लेवी – जूलियन पार्कर
रॉबिन नीलसन – आर्ची हावर्ड
कीथ डलास – अर्दली
साइमन वेब – ग्रिम लवन
पीटर LaCroix – परिपक्व एलन
जेफ बेलार्ड – 12-वर्षीय एलन
Nicky Katt – फेरिस
क्लिफ रॉबर्टसन – किसान
Erika Christensen – जेसिका हैडली
बारबरा Hershey – जीन पार्कर
2.1. कास्ट राजा कास्टिंग कनेक्शन
बेन कपास खेला हांक मृत जोन में 2002 टीवी श्रृंखला.
सैंड्रा-जेसिका डिजाइनर खेला एक जूरी सदस्य मृत जोन में 2002 टीवी श्रृंखला.
मैट Frewer खेला कूड़ेदान में खड़े 1994 टीवी लघु श्रृंखला, डॉ चार्ल्स जॉर्ज में पारा राजमार्ग 1997 फिल्म, राल्फ Carver हताशा में 2006 टीवी मूवी, और सिड Noonan में हड्डियों के बैग 2011 टीवी लघु श्रृंखला.
सिंथिया Garris खेला लॉरी में Sleepwalkers 1992 फिल्म, सुसान कड़ी में खड़े 1994 टीवी लघु श्रृंखला, 217 में चमक 1997 टीवी लघु श्रृंखला है, और एलेन जॉर्ज में पारा राजमार्ग 1997 फिल्म है । |