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BJP MLA said in a national seminor of skill India that theif and pocket cutting is also skill Publish Date:Tue, 05 Feb 2019 12:50 PM (IST) बरेली, जेएनएन : भाजपा विधायक राजेश मिश्रा उर्फ पप्पू भरतौल जब भी बोलते हैं तो फिर पूरी रौ में बोलते ही चले जाते हैं। सोमवार को भी कुछ ऐसा ही हुआ। मौका था एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय में 'स्किल डेवलपमेंट इन इंडिया : चुनौती और अवसर' पर राष्ट्रीय सेमिनार का। बात हुनर पर हो रही थी। प्रोफेसरों के बाद विधायक को भी बोलने के लिए आमंत्रित किया गया। भारतीय हुनर का जिक्र करते हुए विधायक ने जो विधाएं बताई, उसे सुनकर कानून के जानकार और प्रोफेसर थोड़े असहज तो जरूर हुए मगर सभागार हंसी-ठहाकों से गूंज उठा। विधायक पप्पू भरतौल ने स्किल पर अपनी बात रखते हुए कहा- 'चोरी करना और जेब काटना भी एक कला है। यह भी एक तरह का हुनर है जो सबके बस का काम नहीं।' अपनी युवावस्था में जेल के घटनाक्रम का जिक्र करते हुए बताया- 'मैंने कप्तान से कहा कि अगर कोई बंदी जेब काटकर यहां आया है तो वो भी बड़ी हिम्मत का काम है। मैंने कहा कि आपके पास कोई सिपाही, अधिकारी ऐसा है जो किसी की जेब काट सकता है..?' इस पर सभागार में ठहाके गूंज उठे। फिर विधायक बोले- 'मैंने कप्तान से कहा कि ये वो स्किल है जिसका कोई जोड़ नहीं।' उन्होंने सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार भी वार किया। विधायक ने करीब पंद्रह मिनट तक अपनी बात रखी। इस दौरान हॉल ठहाकों से गूंजता रहा। युवा अफसरों के पास हर 15 मिनट में पत्नी का फोन विधायक ने कहा- 'जब भी कोई युवा अफसर हमसे मिलने आता है तो मैं देखता हूं कि हर 15 मिनट में सात बार उनकी पत्नी का फोन आ जाता है। पूछती हैं- कहां हो, कहां हो-कहां हो। यह है विश्वास की कमी है। अगर आपको विश्वास न हो तो मेरे ऑफिस आ जाइए। अधिकारी आएं तो खुद ही देख लेना..।' विधायक बोले- 'मैं तो अपने लड़के से भी कहता हूं कि तुम्हारी पत्नी ऐसी हो कि रात के दो भी बज जाएं तो फोन न आए..। ' मैं इस मंच के लायक नहीं विधायक ने अपनी बात की शुरुआत में ही कहा कि आपने मुझे इस मंच पर बुलाया, यह मेरा सौभाग्य है। मैं इस मंच के लायक नहीं था। उन्होंने कहा कि हम तो सभी विभागों के चक्कर काटकर थक गए अब सबसे खराब विभाग (राजनीति) में आए हैं। बोले कि हम तो 14 साल की उम्र से ही सबसे आगे चलते आ रहे। चाहें वह खुराफात ही क्यों न हो। मैच भी हमने कभी ईमानदारी से नहीं जीता था। शर्म छोड़ें, कोई काम छोटा नहीं विधायक ने विद्यार्थियों को काम के लिए प्रेरित भी किया। कहा कि कोई काम छोटा बड़ा नहीं होता। काम में शर्म न करें। सफलता की पहली शर्त यही है। कुलपति बोले- मुगलों ने संस्कृति, अंग्रेजों ने मेधा नष्ट की रुविवि के कुलपति प्रो. अनिल शुक्ल ने कहा कि मुगलों ने भारतीय संस्कृति और अंग्रेजों ने हमारी मेधा को नष्ट किया। हमें अपनी भाषा की किताबें पढ़ने की जरूरत है। तभी हमें सही ज्ञान और जानकारी मिलेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा और रोजगार सरकार के बजाय सामाजिक जिम्मेदार होनी चाहिए। कानुपर विवि की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने शोध कौशल को बढ़ाने पर जोर देने की जरूरत जताई। मुख्य वक्ता एसके सूरी ने अपने विचार रखे। देश में 2.2 फीसद लोग ही हुनरमंद सेमिनार की आयोजन सचिव डॉ. अनीता त्यागी कहा कि देश की जनसंख्या की महज 2.2 फीसद आबादी ही कुशल है। कौशल विकास से इसे बढ़ाने की जरूरत है। कार्यक्रम तकनीकी शिक्षा गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम-टीईक्यूआइपी के जरिये हुआ। समन्वयक डॉ. मनोज कुमार, डॉ. अमित कुमार वर्मा, डॉ. अजय, प्रो. पीबी सिंह, डॉ. कमल किशोर, डॉ. मदन लाल आदि मौजूद रहे।
2019/08/21 17:50:57
https://www.jagran.com/uttar-pradesh/bareilly-city-bjp-mla-said-in-a-national-seminor-of-skill-india-that-theif-and-pocket-cutting-is-also-skill-18920911.html
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मास्को वायरस आशंका के बीच छापे के साथ चीनी लक्ष्य | DropGalaxy मास्को वायरस आशंका के बीच छापे के साथ चीनी लक्ष्य मास्को: मास्को में बस चालकों वे चीन रूसी राजधानी में उनके साथ सवारी से हो सकता है जो यात्रियों को देखा तो क्या करें के बारे में सवालों के साथ इस सप्ताह गुलजार उनके समूह चैट रखा कुछ एशियाई दिखने (लोग) बस पर मिल गया है शायद चीनी मैं (पुलिस) को बुलाना चाहिए? एक ड्राइवर अपने साथियों को संदेश भेजा `वे चीनी कर रहे हैं अगर मैं यह पता लगाने कैसे करते हैं? मैं उन्हें पूछना चाहिए? एक सहयोगी सोच रहा था के befuddlement में परिलक्षित screenshots समूह के आदान-प्रदान के द्वारा देखा एसोसिएटेड प्रेस ने एक आम स्रोत - निर्देश मास्को से सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटर बुधवार ड्राइवरों के लिए कॉल करने के लिए एक डिस्पैचर अगर चीनी नागरिकों चढ़ा उनकी बसों रूसी मीडिया की सूचना दी मीडिया रिपोर्टों राज्य के स्वामित्व वाली परिवहन कंपनी द्वारा भेजा गया था ने कहा कि एक लीक ईमेल मोसगोरी पुलिस को सूचित करने के लिए इस तरह के कॉल ले लिया जो प्रेषकों को बताया ईमेल जो कंपनी तुरंत के रूप में नकली पर वर्णित एक एक शब्द विषय पंक्ति किया जाता है: 76000 से अधिक लोगों को संक्रमित और मुख्य भूमि चीन रूस में 2300 से अधिक की मौत हो गई है कि नए वायरस के फैलने के बाद से दो मामलों की सूचना दी है साइबेरिया में अस्पताल में भर्ती चीनी नागरिकों को जल्दी से बरामद दोनों रोगियों रूसी अधिकारियों को फिर भी महत्वपूर्ण करने के लिए जा रहे हैं _ कुछ फिर जाग उठा और प्रसार से वायरस रखने के लिए भेदभावपूर्ण _ लंबाई का तर्क मास्को अधिकारियों ने शहर में शेष चीनी लोगों के सिकुड़ने संख्या नीचे ट्रैक करने के लिए होटल शयनगृह अपार्टमेंट इमारतों और व्यवसायों की पुलिस छापे का आदेश दिया उन्होंने यह भी रूस में उनके आगमन पर एक 14 दिन आत्म संगरोध अवधि से बच रहा है के संदिग्ध लोगों को खोजने के लिए चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी के उपयोग के लिए अधिकृत छापे का आयोजन एक अप्रिय कार्य है लेकिन यह वायरस के संभावित वाहक के लिए आवश्यक है के रूप में अच्छी तरह से मास्को के मेयर सर्गेई सोबेयान ने कहा कि एक बयान में विभिन्न तरीकों रूपरेखा खोजने के लिए और चीनी लोगों को ट्रैक करने के लिए शहर के एक वायरस की रोकथाम रणनीति के रूप में मंजूरी दे दी प्रयास की पहचान करने के लिए चीनी नागरिकों को सार्वजनिक परिवहन पर लागू होता है न केवल करने के लिए बसों लेकिन भूमिगत ट्रेनों और ट्रामों में मास्को रूसी मीडिया की रिपोर्ट बुधवार मेट्रो कार्यकर्ताओं को चीन से सवार रोकने के लिए और उन्हें पूछने के लिए बाहर प्रश्नावली भरने पूछ क्यों वे रूस में थे और क्या वे दो सप्ताह के संगरोध मनाया निर्देश दिए थे रिपोर्टों ने कहा कि रूपों को भी उनके स्वास्थ्य की स्थिति और वे रह रहे थे जहां के पते के लिए उत्तरदाताओं पूछना येकातेरिनबर्ग में दूर स्थानीय चीनी समुदाय के यूराल पर्वत सदस्यों में मास्को से 1790 किलोमीटर (1112 मील) स्थित एक शहर भी घड़ी के तहत कर रहे हैं मजबूत सिफारिशों के साथ शहर के बाहर हाथ चिकित्सा मास्क में स्वयंभू बस्ता गश्ती चीनी निवासियों के लिए एक स्वास्थ्य क्लिनिक का दौरा करने के लिए मानवाधिकार अधिवक्ताओं नस्लीय रूपरेखा नहीं एक प्रभावी महामारी नियंत्रण रणनीति के रूप में चीनी नागरिकों के लक्ष्यीकरण की निंदा की है किसी भी गंभीर वायरस की रोकथाम के लिए यह एक फ्लू हो सकता है या नए राज्याभिषेक एक उचित जानकारी अभियान और अन्य लोगों के नहीं भेदभाव को शामिल करना चाहिए चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी के मास्को के उपयोग के एक साल के लंबे अदालत चुनौती में लगे एक कार्यकर्ता ने कहा रूसी सरकार चीन से रूस के लिए आने वाले यात्रियों के 90% अप करने के लिए ब्लॉक सकता है कि देश में प्रवेश चीनी नागरिकों पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध की शुरूआत के रूप में राजधानी में रोकथाम के उपायों आया रूस चीन के साथ देश की लंबी भूमि की सीमा को बंद करने से पहले सप्ताह दोनों देशों के बीच सभी ट्रेनों और सबसे अधिक उड़ानों को निलंबित कर दिया एसोसिएटेड प्रेस करने के लिए पुष्टि की है कि भूमिगत प्रणाली सक्रिय रूप से स्टेशनों की निगरानी `था और जो लोग हाल ही में चीन की पीपुल्स रिपब्लिक से लौट आए हैं के साथ निपटने के लिए जगह में एक प्रोटोकॉल है हम अपने दस्तावेज़ों को देखने के लिए और हमें दिखाने के लिए पूछना दस्तावेजों (साबित) है कि अगर वे हाल ही में चीन की पीपुल्स रिपब्लिक से लौट आए हैं वे एक संगरोध दो सप्ताह आया है अवधि यूलिया टेमीनिकोवा मास्को मेट्रो ग्राहक और यात्री सेवाओं के उप प्रमुख ने कहा अगर एक व्यक्ति को पूरा करने का सबूत नहीं दिखा है संगरोध मेट्रो श्रमिकों व्यक्ति पूछने के लिए बाहर फार्म भरने के लिए और एक एम्बुलेंस फोन टेमीनोवा कहा बस और ट्राम चालकों चीनी नागरिकों के लिए लग रही है और प्रेषण केंद्र के लिए उन्हें रिपोर्ट करने के निर्देश के बारे में उनके श्रम संघ से संपर्क किया ड्राइवरों पर अत्याचार किया गया था और पता नहीं क्या करना है सार्वजनिक परिवहन श्रमिक संघ के अध्यक्ष ने कहा `तो वह एक चीनी राष्ट्रीय देखा और फिर क्या?` Dashkov कहा उन्होंने कहा कि वह एक चीनी राष्ट्रीय या एक वियतनामी राष्ट्रीय या एक जापानी या (रूसी क्षेत्र से किसी को) याकूतिया देखा कि कैसे पता लगा सकते हैं? डेशकोव एपी ईमेल की एक तस्वीर से पता चला है कि मोसगोरी में अधिकारियों के लिए बाहर भेज दिया है कहा गया था उन्होंने यह भी चीनी नागरिकों गाड़ी में खोज कर रहे हैं अगर डिस्पैचर सूचित `पढ़ने पर बस इलेक्ट्रॉनिक प्रदर्शित की तीन तस्वीरें देखी गई एपी स्वतंत्र रूप से ईमेल और तस्वीरों की प्रामाणिकता की पुष्टि करने में असमर्थ था Dashkov साझा स्क्रीनशॉट दिखाई क्या की जा करने के लिए एक वास्तविक बस ड्राइवर में समूह चैट WhatsApp मास्को सार्वजनिक परिवहन ऑपरेटर मोजगोरी बुधवार को अपनी आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर नकली के रूप में ईमेल को खारिज कर दिया है जबकि कंपनी के दो दिन बाद यह `आचरण निगरानी करता है और `जब आवश्यक डॉक्टरों के लिए डेटा भेजता है कि एक बयान में एपी को बताया मास्को के मेयर से विस्तृत बयान जो शुक्रवार को शहर के वायरस नियंत्रण योजना में चीनी लोगों पर तेज ध्यान देने को स्वीकार करने के लिए अतिरिक्त प्रश्न भेजा अधिकारियों ने बताया कि दो सप्ताह के लिए खुद को अलग करने के लिए चीन से पहुंचने के लिए हर किसी को आदेश दिया है और संगरोध कदम को छोड़ जो लोग वीडियो निगरानी और चेहरे की पहचान प्रौद्योगिकी के माध्यम से पहचान की जाएगी सिस्टम अधिकारियों `लगातार प्रोटोकॉल के अनुपालन को नियंत्रित करने के लिए वह बयान में कहा की क्षमता दे महापौर कार्यालय टिप्पणी के लिए एक अनुरोध का जवाब नहीं था शहर की रोकथाम के दृष्टिकोण और आरोप है कि यह भेदभावपूर्ण है पर लेकिन अधिकार कार्यकर्ता पॉपोवा चेहरे की पहचान कार्यक्रम खोजों रूसी या चीनी चेहरे की मांग कर रहे हैं कि क्या गैर कानूनी है जोर देकर कहते हैं हम गोपनीयता और (अन्य देशों) के नागरिकों के लिए एक संवैधानिक अधिकार विदेशी और अंतरराष्ट्रीय कानूनी मानदंडों के अनुसार यह किया है उसने कहा मास्को मेट्रो से टेमीनिकोवा नस्लीय रूपरेखा के आरोपों को खारिज कर दिया सबवे कार्यकर्ताओं` मुख्य रूप से यात्री की (स्वास्थ्य) हालत को देखो `उसने कहा और दृष्टिकोण मदद की जरूरत है जो लोगों को बस चालकों चिंतित है कि लोगों की तरह पहचान सवालों को संबोधित करते हुए टेमुनिकोवा यह होना चाहिए ने कहा `चीन से आ सकता है जो स्पष्ट क्योंकि `यह स्पष्ट है येकातेरिनबर्ग की कॉसक्स - रूढ़िवादी में पुरुषों अक्सर समर्थक क्रेमलिन गर्व गार्ड जो रूसी साम्राज्य की सीमाओं की पुलिस के उत्तराधिकारियों होने का दावा समूहों - अपने ही हाथों में वायरस से लड़ने के तीन हफ्ते पहले लिया उन्होंने यह भी एक चिकित्सा पेशेवर देखने के लिए एक चेहरा मुखौटा और सलाह की जरूरत है जो तय करने के लिए एक तरह की एक प्रणाली है मुख्य रूप से चीन से (हम दृष्टिकोण) लोगों को यह मुकुटकायरस आया है कि उन लोगों से है क्योंकि वे यूराल स्वयंसेवक रूसाक कोर के मुख्य स्रोत इगोर गोर्बोव बड़े शुक्रवार ऐसे ही एक गश्ती के दौरान एपी को बताया कि कर रहे हैं ` लेकिन न केवल उन्हें गोर्बुनोव जारी रखा वहाँ विभिन्न राष्ट्रीयताओं एशियाई उपस्थिति के कई लोग हैं और यह सबसे अधिक बार प्रभावित कर रहे हैं जो उन्हें है क्योंकि वे इस रोग की चपेट में होने लगते हैं राज्याभिषेक कर रहे हैं गोरों अभी तक ज्यादा प्रभावित नहीं हैं
2022/05/20 13:07:18
https://dropgalaxy.com/625-moscow-targets-chinese-with-raids-amid-virus-fears.html
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छोटे घर को बड़ा दिखाने के सबसे आसान तारीके, ट्राय करके देखें | WeForNewsHindi | Latest, News Update, -Top Story अगर आपका घर छोटा है तो भारी फर्नीचर और गहरे रंग के पर्दे, कालीन, दरी का इस्तेमाल करने से बचें। घर को थोड़ा बड़ा व खुला-खुला सा दिखाने के लिए बहु-उद्देशीय (मल्टी पर्पस) फर्नीचर का इस्तेमाल करें। 'टैंजरीन' की डिजाइन हेड सोनम गुप्ता और 'सिटीफर्निश' के संस्थापक व सीईओ नीरव जैन ने घर को थोड़ा बड़ा दिखाने संबंध में ये सुझाव दिए हैं :
2019/03/20 15:31:34
http://www.wefornewshindi.com/try-the-easiest-date-to-show-the-small-house-big-try/
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Durg News: दुर्ग जिले में येलो अलर्ट जारी 61 मिमी हुई बारिश - Naidunia.com जिले में रविवार को बदला दिन भर बरसे। रुक-रुक कर देर रात तक बारिश होती रही। मौसम विभाग ने जिले में येलो अलर्ट जारी किया है। दुर्ग। जिले में रविवार को बदला दिन भर बरसे। रुक-रुक कर देर रात तक बारिश होती रही। मौसम विभाग ने जिले में येलो अलर्ट जारी किया है। बारिश की वजह से दुर्ग के कई मोहल्लों, बस्तियों में जलभराव की खबर भी आई। साथ ही जिले के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई। ट्विनसिटी में रविवार को अच्छी बारिश हुई। मौसम विभाग द्वारा समूचे दुर्ग संभाग के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया। 13 जून को शहर में दिन भर बारिश होती रही। बारिश की वजह से शहर के तापमान में गिरावट भी दर्ज की गई। वहीं तापमान लुढ़कने और बारिश की वजह से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार दुर्ग जिले में रविवार को 61.4 मिलीमीटर बारिश हुई। वहीं अधिकतम तापमान 30.2 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से नौ डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान 23.6 डिग्री दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान सामान्य से चार डिग्री तक कम दर्ज हुआ। रविवार को दिन भर बारिश से दुर्ग शहर के कई स्थानों पर बरसाती भर गया। घंटे भर की बारिश में दुर्ग के शंकरनगर, संतराबाड़ी, पद्मभानभपुर, सिंधी कालोनी क्षेत्र की गलियों में पानी भर गया। शंकरनगर के जागृति चौक, दुर्गा चौक सहित आसपास के करीब 40 से 50 घरों में पानी भर गया। वार्ड पार्षद शेखर चंद्राकर ने बताया कि पिछले साल की तुलना में इस साल शंकर नाला सफाई की स्थिति अच्छी नहीं है। इस कारण घरों में भी जलभराव की स्थिति निर्मित हो गई। संतराबाड़ी में गायत्री मंदिर क्षेत्र में सड़क में डेढ़ से दो फीट पानी बहते रहा। सिंधी कालोनी क्षेत्र की गली में भी जलभराव की स्थिति ऐसी ही है। पद्मभानभपुर वार्ड में भी सड़कों पर पानी भरा रहा।
2021/07/31 14:36:30
https://www.naidunia.com/chhattisgarh/durg-yellow-alert-issued-in-durg-district-61-mm-of-rain-6902477
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1990 के दशक में डॉट-कॉम बबल के दौरान, वेब अनुप्रयोगों के लिए एक सामान्य सॉफ्टवेयर स्टैक LAMP था, जो मूल रूप से Linux (OS), Apache (वेब ​​सर्वर), MySQL (रिलेशनल डेटाबेस) और PHP (सर्वर प्रोग्रामिंग भाषा) के लिए खड़ा था। MySQL ज्यादातर पसंदीदा डेटाबेस था क्योंकि यह मुक्त खुला स्रोत था और इसमें पढ़ने का अच्छा प्रदर्शन था, जो "वेब 2.0" ऐप के साथ अच्छी तरह से फिट बैठता है जो डेटाबेस से गतिशील रूप से उत्पन्न साइटें हैं। बाद में MEAN स्टैक, जो MongoDB (डॉक्यूमेंट डेटाबेस), एक्सप्रेस (वेब ​​सर्वर), AngularJS (फ्रंट-एंड फ्रेमवर्क), और Node.js (बैक-एंड जावास्क्रिप्ट रनटाइम) के लिए खड़ा था, प्रमुखता से आया। MEAN स्टैक अन्य कारणों से आकर्षक था, क्योंकि आपको केवल जावास्क्रिप्ट ही जानने की आवश्यकता थी। इसे समान LAMP स्टैक की तुलना में कम RAM की भी आवश्यकता होती है। MySQL/MariaDB क्या है? MySQL AB के मोंटी विडेनियस और डेविड एक्समार्क ने मूल रूप से 1994 में शुरू होकर MySQL को विकसित किया था। उत्पाद के नाम में "माई" का अर्थ विडेनियस की बेटी है, न कि अंग्रेजी शब्द "माई।" MySQL को एक SQL क्वेरी लेयर और एक ओपन सोर्स लाइसेंस (वास्तव में एक दोहरी लाइसेंस, मालिकाना और GPL दोनों) के साथ, mSQL (a.k.a. Mini SQL) के साथ API-संगत होने के लिए डिज़ाइन किया गया था। सार्वजनिक MySQL रिलीज़ 1996 के अंत में शुरू हुई, और हर साल या दो साल में जारी रही। MySQL वर्तमान में सबसे लोकप्रिय रिलेशनल डेटाबेस है। सन माइक्रोसिस्टम्स ने 2008 में (1 बिलियन डॉलर में) MySQL AB का अधिग्रहण किया, और Oracle ने 2010 में Sun का अधिग्रहण किया। MySQL के लिए Oracle के इरादों के बारे में व्यापक चिंता के बीच, Oracle के अधिग्रहण से ठीक पहले, विडेनियस ने MySQL 5.5 को MariaDB में फोर्क किया। MariaDB ने Oracle MySQL संस्करणों के साथ संगतता बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत की है। ओरेकल डेटाबेस, आईबीएम डीबी/2, और माइक्रोसॉफ्ट एसक्यूएल सर्वर जैसे अधिक सक्षम वाणिज्यिक रिलेशनल डेटाबेस की तुलना में MySQL काफी कम अंत रिलेशनल डेटाबेस के रूप में शुरू हुआ, हालांकि यह गतिशील वेबसाइटों के लिए बैकिंग स्टोर होने के लिए काफी अच्छा था। पिछले कुछ वर्षों में इसने लेन-देन, संदर्भात्मक अखंडता बाधाओं, संग्रहीत प्रक्रियाओं, कर्सर, पूर्ण-पाठ अनुक्रमण और खोज, भौगोलिक अनुक्रमण और खोज, और क्लस्टरिंग सहित एक रिलेशनल डेटाबेस से आपके द्वारा अपेक्षित अधिकांश सुविधाओं को जोड़ा है। MySQL अभी भी आमतौर पर छोटे से मध्यम आकार के परिनियोजन में उपयोग किया जाता है, हालांकि यह अब "बड़े डेटाबेस" सुविधाओं का समर्थन करता है जैसे कि मास्टर-स्लेव परिनियोजन, मेम्केड के साथ उपयोग, और क्षैतिज शार्डिंग। MySQL को कई स्लेव में स्केल करने से रीड परफॉर्मेंस में सुधार होता है, लेकिन केवल मास्टर ही राइट रिक्वेस्ट स्वीकार करता है। AWS MySQL को दो फ्लेवर, Amazon RDS और Amazon Aurora में एक सेवा के रूप में पेश करता है। उत्तरार्द्ध में बहुत अधिक प्रदर्शन है, डेटा के टेराबाइट्स को संभाल सकता है, प्रतिकृतियों को अपडेट करने के लिए कम अंतराल है, और सीधे ओरेकल डेटाबेस और एसक्यूएल सर्वर के साथ प्रतिस्पर्धा करता है। मोंगोडीबी क्या है? MongoDB खुले स्रोत और वाणिज्यिक उद्यम दोनों संस्करणों में उपलब्ध अत्यधिक स्केलेबल, परिचालन दस्तावेज़ डेटाबेस है, और इसे परिसर में या प्रबंधित क्लाउड सेवा के रूप में चलाया जा सकता है। प्रबंधित क्लाउड सेवा को MongoDB एटलस कहा जाता है। MongoDB NoSQL डेटाबेस में सबसे लोकप्रिय और दूर है। इसका दस्तावेज़ डेटा मॉडल डेवलपर्स को बहुत लचीलापन देता है, जबकि इसकी वितरित वास्तुकला महान मापनीयता की अनुमति देती है। नतीजतन, MongoDB को अक्सर उन अनुप्रयोगों के लिए चुना जाता है जिन्हें बड़ी मात्रा में डेटा का प्रबंधन करना चाहिए, जो क्षैतिज मापनीयता से लाभान्वित होते हैं, और जो डेटा संरचनाओं को संभालते हैं जो संबंधपरक मॉडल में फिट नहीं होते हैं। MongoDB एक दस्तावेज़-आधारित स्टोर है जिसके ऊपर एक ग्राफ़-आधारित स्टोर भी लागू किया गया है। MongoDB वास्तव में JSON को संग्रहीत नहीं करता है: यह BSON (बाइनरी JSON) को संग्रहीत करता है, जो अतिरिक्त प्रकार जैसे int, long, date, फ़्लोटिंग पॉइंट, दशमलव128 और भू-स्थानिक निर्देशांक को शामिल करने के लिए JSON प्रतिनिधित्व (स्ट्रिंग्स) का विस्तार करता है। MongoDB डेटा की एक ही कॉपी पर मल्टी-मोडल ग्राफ, जियोस्पेशियल, बी-ट्री और फुल टेक्स्ट इंडेक्स उत्पन्न कर सकता है, सही प्रकार के इंडेक्स को उत्पन्न करने के लिए डेटा के प्रकार का उपयोग कर सकता है। MongoDB आपको किसी भी दस्तावेज़ फ़ील्ड पर अनुक्रमणिका बनाने देता है। MongoDB 4 में बहु-दस्तावेज़ लेनदेन हैं, जिसका अर्थ है कि आप अभी भी ACID गुण प्राप्त कर सकते हैं, भले ही आपको अपने डेटा डिज़ाइन को सामान्य करना पड़े। डिफ़ॉल्ट रूप से, MongoDB डायनेमिक स्कीमा का उपयोग करता है, जिसे कभी-कभी स्कीमा-कम कहा जाता है। एक संग्रह में दस्तावेज़ों के लिए फ़ील्ड के समान सेट की आवश्यकता नहीं होती है, और किसी फ़ील्ड के लिए डेटा प्रकार एक संग्रह के भीतर दस्तावेज़ों में भिन्न हो सकता है। आप किसी भी समय डायनेमिक स्कीमा के साथ दस्तावेज़ संरचना बदल सकते हैं। हालाँकि, स्कीमा शासन उपलब्ध है। MongoDB 3.6 से शुरू होकर, MongoDB JSON स्कीमा सत्यापन का समर्थन करता है, जिसे आप अपने सत्यापनकर्ता अभिव्यक्ति में चालू कर सकते हैं। दीपक और माध्य ढेर LAMP और MEAN स्टैक पर बहुत सारी विविधताएँ मौजूद हैं। उदाहरण के लिए, Linux OS के बजाय, आप Windows (WAMP) या MacOS (MAMP) पर चला सकते हैं। विंडोज़ पर अपाचे वेब सर्वर के बजाय, आप आईआईएस (डब्ल्यूआईएमपी) चला सकते हैं। LAMP स्टैक में MySQL रिलेशनल डेटाबेस के बजाय, आप PostgreSQL या SQL सर्वर चला सकते हैं। यदि आपको वैश्विक वितरण की आवश्यकता है, तो आप कॉकरोचडीबी या गूगल क्लाउड स्पैनर चला सकते हैं। PHP भाषा के बजाय, आप पर्ल या पायथन में कोड कर सकते हैं। यदि आप जावा या सी # में कोड करना चाहते हैं, तो विचार करने के लिए ढेर के अलग-अलग परिवार हैं। MEAN स्टैक में MongoDB दस्तावेज़ डेटाबेस के बजाय, आप बेहतर वैश्विक वितरण के लिए Couchbase या Azure Cosmos DB चला सकते हैं। एक्सप्रेस के बजाय, आप एक दर्जन Node.js वेब सर्वर फ्रेमवर्क में से किसी का भी उपयोग कर सकते हैं। एंगुलरजेएस फ्रंट-एंड फ्रेमवर्क के बजाय, आप एंगुलर 2 या रिएक्ट चला सकते हैं। अपने आवेदन के लिए डेटाबेस कैसे चुनें जब आप डेटाबेस चुन रहे हों, तो पूछने के लिए सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न हैं: एप्लिकेशन के परिपक्व होने पर आप कितना डेटा स्टोर करने की उम्मीद करते हैं? आप पीक लोड पर एक साथ कितने उपयोगकर्ताओं को संभालने की उम्मीद करते हैं? आपके एप्लिकेशन को किस उपलब्धता, मापनीयता, विलंबता, थ्रूपुट और डेटा संगतता की आवश्यकता है? आपके डेटाबेस स्कीमा कितनी बार बदलेंगे? आपकी उपयोगकर्ता जनसंख्या का भौगोलिक वितरण क्या है? आपके डेटा का प्राकृतिक "आकार" क्या है? क्या आपके आवेदन को ऑनलाइन लेनदेन प्रसंस्करण (OLTP), विश्लेषणात्मक प्रश्नों (OLAP), या दोनों की आवश्यकता है? आप उत्पादन में पढ़ने और लिखने के किस अनुपात की अपेक्षा करते हैं? क्या आपको भौगोलिक प्रश्नों और/या पूर्ण-पाठ प्रश्नों की आवश्यकता है? आपकी पसंदीदा प्रोग्रामिंग भाषाएं कौन सी हैं? क्या आपका कोई बजट है? यदि हां, तो क्या इसमें लाइसेंस और समर्थन अनुबंध शामिल होंगे? इनमें से कई प्रश्न डेटाबेस के चयन को सीमित कर देंगे, लेकिन हमारे पास LAMP स्टैक तैयार किए जाने की तुलना में कई अधिक विकल्प उपलब्ध हैं। यदि आप एक ऐसा एप्लिकेशन बना रहे हैं, जिसे दुनिया भर के उपयोगकर्ताओं के लिए 99.999 प्रतिशत समय के लिए मजबूत स्थिरता के साथ उपलब्ध होने की आवश्यकता है, तो केवल कुछ डेटाबेस ही बिल में फिट होंगे। यदि आपके आवेदन का उपयोग एक देश में सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। सप्ताह के दिनों में और अंतिम स्थिरता को सहन कर सकते हैं, लगभग कोई भी डेटाबेस काम करेगा, हालांकि कुछ डेवलपर्स और ऑपरेटरों के लिए आसान होंगे और कुछ आपको आपके प्राथमिक उपयोग परिदृश्यों के लिए बेहतर प्रदर्शन देंगे। जबकि LAMP और MEAN स्टैक एक समय में वेब अनुप्रयोगों के लिए अच्छे समाधान थे, अब कोई भी इष्टतम नहीं है। एक या दूसरे को आँख बंद करके अपनाने के बजाय, आपको अपने उपयोग के मामलों के बारे में सोचना चाहिए और एक ऐसा आर्किटेक्चर खोजना चाहिए जो निकट भविष्य के लिए आपके आवेदन की सेवा करेगा। एसक्यूएल या नोएसक्यूएल? आप एक नए एप्लिकेशन के लिए MySQL जैसे रिलेशनल डेटाबेस कब चाहते हैं? मानक एसक्यूएल के लिए स्पष्ट समर्थन के अलावा, रिलेशनल डेटाबेस प्रति से डेटा को लगातार मजबूत टाइपिंग के साथ एक सारणीबद्ध स्कीमा में मजबूर करते हैं, और जब तक आप सामान्यीकरण का लाभ उठाते हैं, तब तक डेटा दोहराव से बचने में आपकी सहायता करते हैं। यदि आपको लापता डेटा से बचने की आवश्यकता है, तो आप फ़ील्ड घोषित कर सकते हैं अशक्त नहीं जब आप टेबल बनाते या संशोधित करते हैं। यदि आपको ओपन जियोस्पेशियल कंसोर्टियम द्वारा परिभाषित भौगोलिक प्रश्नों की आवश्यकता है, तो अधिकांश रिलेशनल डेटाबेस एक मजबूत कार्यान्वयन की आपूर्ति करते हैं। और यदि आपको पूर्ण-पाठ खोज की आवश्यकता है, तो अधिकांश संबंधपरक डेटाबेस आपको टेक्स्ट फ़ील्ड पर उल्टे सूची अनुक्रमणिका को परिभाषित करने की अनुमति देते हैं, जिन्हें कहा जाता है पूर्ण पाठ MySQL में अनुक्रमणिका। दूसरी ओर, यदि आपको कभी-कभी फ्री-फॉर्म दस्तावेज़ की आवश्यकता होती है, तो MySQL और कई अन्य रिलेशनल डेटाबेस भी JSON डेटा का समर्थन करते हैं जैसा कि RFC 7159 द्वारा परिभाषित किया गया है। और यदि आप XML दस्तावेज़ों और XPath या XSLT का भी उपयोग करना चाहते हैं, तो अधिकांश रिलेशनल डेटाबेस प्रदान करते हैं वह क्षमता। आप MongoDB जैसे दस्तावेज़ डेटाबेस कब चाहते हैं? यदि आपके प्राथमिक उपयोग के मामले में फ्री-फॉर्म डेटा, फ़ील्ड जो दस्तावेज़ से दस्तावेज़ में प्रकार बदलते हैं, एक स्कीमा जो समय के साथ बदलता है, या नेस्टेड दस्तावेज़ों को अनुमति देने की आवश्यकता है, तो एक नोएसक्यूएल डेटाबेस आवश्यकताओं को पूरा करेगा। इसके अलावा, यदि आपका आवेदन जावास्क्रिप्ट में लिखा गया है, तो दस्तावेज़ डेटाबेस का JSON प्रारूप स्वाभाविक रूप से फिट होगा।
2022-11-30T13:53:45Z
https://hi.digitalsignageinvestor.com/830-mongodb-vs-mysql-how-to-choose
OSCAR-2301
उस दिन पीएम किसान सम्मान निधि की एक और करोड़ों किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। भारत का किसान बदलते समय के साथ चलने के लिए, नया भारत बनाने के लिए मेरे देश का किसान चल पड़ा। नए संकल्पों के साथ नए रास्तों पर हम चलेंगे और यह देश सफल होगा। इस देश का किसान भी सफल होगा, इसी विश्वास के साथ एक बार मध्यप्रदेश सरकार का अभिनंदन करते हुए आज मध्य प्रदेश के लाखों लाखों किसानों के साथ मुझे अपनी बातें बताने का मौका मिला, इसके लिए सब का आभार व्यक्त करते हुए एक बार आप सबको बहुत-बहुत शुभकामना देता हूं, बहुत-बहुत धन्यवाद। सर एपी जे अब्दुल कलम. इनके नाम के आगे अगर मैं सर न लगाऊं तो मैं इनके नाम के साथ ही नहीं बल्कि अपने देश के साथ भी नाइंसाफी करूंगा. वो दिन था 27 जुलाई 2015 जब भारत ने अपना रत्न खो दिया. आज से चार साल पहले मेघालय के शिलांग अब्दुल कलम का निधन हो गया था. अब्दुल कलाम का बचपन गरीबी के छांव में गुज़रा और उस दौर में ये किसे मालूम था कि एक अख़बार बेचने वाला लड़का भारत का सबसे बड़ा वैज्ञानिक बन कर उभरेगा. जी हां कलाम साहेब की ज़िन्दगी में एक दौर ऐसा आया जब उन्हें अख़बार तक बेचना पड़ा था. कलाम साहेब का जन्म 15 अक्टूबर 1931 को रामेश्वरम, तमिलनाडु में हुआ था. वो एक मछुआरे के बेटे थे. उनका पूरा नाम अवुल पकिर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम हैं. मिसाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण कार्यों के कारण उन्हें मिसाइल मैन बुलाया जाने लगा. यही नहीं, कलाम साहेब को भारतीय गणतंत्र का ग्यारहवां निर्वाचित राष्ट्रपति भी चुना गया. भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति, जानेमाने वैज्ञानिक और अभियंता (इंजीनियर) के रूप में विख्यात हैं. अब्दुल कलाम को बच्चे बहुत पसंद थे, उन्हें जब भी मौका मिलता वह बच्चों से रूबरू ज़रूर होते. यहां तक कि दुनिया से कूच करने से पहले भी वह बच्चों को लेक्चर दे रहे थे. भारत की ‘अग्नि’ मिसाइल को पंख देने वाले मशहूर वैज्ञानिक अब्दुल कलाम IIM शिलॉन्ग में लेक्चर दे रहे थे तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ा. उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन वहां से कलाम साहेब नहीं बल्कि एक अफसोसजनक खबर आयी कि 83 वर्ष के कलाम दुनिया को अलविदा कह गयें. उनके निधन के बाद मानो पुरे देश में एक ख़ामोशी छा गयी हर राज्य में मातम पसर गया. दुनियाभर के वैज्ञानिकों की आंखें नम थी, क्यूंकि उन्हें भी मालूम था कि विज्ञान जगत का एक अनमोल सितारा इस दुनिया से विदा ले चूका था. करोड़ों युवाओं के प्रेरणास्रोत कलाम अपनी मीठी जुबान से हजारों की भीड़ को सम्मोहित कर लेते थे. कलाम साहेब ने दो दर्जन किताबें भी लिखीं. लेकिन इसके बावजूद भी अपने ट्विटर प्रोफाइल पर खुद को एक ‘लर्नर’ ही बताते थे. 1962 कलाम साहेब के लिए बहुत खास रहा, वो 1962 का ही साल था जब वह इसरो पहुंचे थे. कलाम साहेब के प्रोजेक्ट डायरेक्टर रहते भारत ने अपना पहला स्वदेशी उपग्रह प्रक्षेपण यान एसएलवी-3 बनाया. 1980 में रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के नज़दीक स्थापित किया गया और भारत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष क्लब का सदस्य बन गया. कलाम ने इसके बाद स्वदेशी गाइडेड मिसाइल को डिजाइन किया. उन्होंने अग्नि और पृथ्वी जैसी मिसाइलें भारतीय तकनीक से बनाईं. उन्होंने ने कई ऐसे बातें लिखी हैं, जिसे पढ़ कर बहुत से लोग प्रेरणा लेते हैं और उनके विचार किसी भी इंसान के लिए मोटिवेशन का कैप्सूल साबित होता है. चलिए ऐसी कुछ बातों पर हम नज़र डालते हैं. तब तक लड़ना मत छोड़ो जब तक अपनी तय की हुई जगह पर ना पहुँच जाओ- यही, अद्वितीय हो तुम। ज़िन्दगी में एक लक्ष्य रखो, लगातार ज्ञान प्राप्त करो, कड़ी मेहनत करो, और महान जीवन को प्राप्त करने के लिए दृढ रहो. कलाम साहेब के बारें फिलहाल इतना ही क्यूंकि अगर इनके बारे में लिखने बैठूं तो हफ्ता गुज़र जायेगा लेकिन मेरी लिखावट फिर भी अधूरी रह जाएगी.
2021-02-27T18:14:27Z
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OSCAR-2109
थाने के पास बीजेपी महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री के पति को पीटा, बचाने आए उपाध्यक्ष को बंधक बनाकर की पिटाई – CARE OF MEDIA Jun 24, 2021 BJP Mahila Morcha, crime news, hamirpur hindi latest news, hamirpur news, Latest others News, others Headlines, others News, others News in Hindi, up police news, अन्य Samachar, अपराध समाचार, बीजेपी महिला मोर्चा, यूपी पुलिस समाचार, हमीरपुर समाचार, हमीरपुर हिंदी लेटेस्ट समाचार उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में बुधवार को की प्रदेश मंत्री के शिक्षक पति को दिनदहाड़े पुलिस स्टेशन के बाहर दबंगों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। बीच-बचाव करने मौके पर पहुंचे पार्टी के युवा मोर्चा उपाध्यक्ष को घसीटकर घर में बंधक बनाकर पीटा गया। घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। गंभीर हालत में दोनों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने दो पिता और नाबालिग बेटे समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।हमीरपुर जिले के कुरारा कस्बे की रहने वाली आशा रानी कबीर बीजेपी (BJP) की महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री हैं। उनके पति हरिशंकर दोपहर अपने निजी काम से सरकारी अस्पताल जा रहे थे। जैसे ही वह पुलिस स्टेशन (Police Station) के पास पहुंचे तो पहले से घात लगाए बैठे चार लोगों ने उन पर लाठी-डंडे से हमला कर दिया। थाने के बाहर दौड़ा-दौड़ाकर पीटे जाने पर बीजेपी युवा मोर्चा के उपाध्यक्ष सुभाष पाण्डेय मौके पर पहुंचे तो उन्हें भी पीटते हुए घसीटकर घर ले जाया गया, जहां बंधक बनाकर उन्हें बुरी तरह पीटा गया। घटना की सूचना पाते ही थाने से पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। घायलों को आननफानन इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। पुलिस ने घायलों का मेडिकल परीक्षण कराने के बाद मुकदमा भी एससी, एसटी ऐक्ट और मारपीट की धाराओं में दर्ज कर लिया है।
2021/10/20 19:59:04
https://careofmedia.in/2021/06/24/%E0%A4%A5%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A4%BE%E0%A4%B8-%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%9C%E0%A5%87%E0%A4%AA%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%B2%E0%A4%BE-%E0%A4%AE/
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इंडियन रेलवे के बाद अब एयर इंडिया और गोएयर ने भी हटाई पीएम मोदी की तस्वीर | 🇮🇳 LatestLY हिन्दी देश Dinesh Dubey| Mar 26, 2019 07:58 PM IST पीएम नरेन्द्र मोदी (Photo Credit: IANS) नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर देशभर में राजनीति चरम पर है. सभी दल और नेता जीत पक्की करने के लिए तैयारियों में दमखम के साथ जुटे है. इस बीच आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगने के बाद एयर इंडिया और किफायती एयरलाइन गोएयर ने अपने बोर्डिंग पास पर से पीएम मोदी की तस्वीर हटाने का फैसला लिया है. आपको बता दें कि इसके पहले आलोचना होने पर इंडियन रेलवे ने पीएम मोदी की तस्वीर वाले टिकटो को बंद कर दिया था. चुनाव आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद देश में आचार संहिता लग गई है. इस वजह से एयर इंडिया और गोएयर ने पीएम मोदी और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की तस्वीरों वाले बोर्डिंग पास वापस लेने का फैसला किया है. एयर इंडिया के प्रवक्ता धनंजय कुमार ने कहा, ''एयर इंडिया ने उन बोर्डिंग पास को वापस लेने का फैसला किया है जिनमें प्रधानमंत्री और गुजरात के मुख्यमंत्री की तस्वीरें थीं.'' एयरलाइंस ने पहले कहा था कि तस्वीरों वाले बोर्डिंग पास तीसरे पक्ष के विज्ञापन के रूप में जारी किए गए है. इससे एयर इंडिया से कोई लेना देना नहीं है. यह भी पढ़े- अखिलेश यादव का समर्थन करने पर बीजेपी नेता आईपी सिंह पर गिरी गाज, पार्टी ने दिखाया बाहर का रास्ता पंजाब के पूर्व डीजीपी शशि कांत ने सोमवार को नई दिल्ली हवाई अड्डे पर अपने बोर्डिंग पास की तस्वीर ट्वीट करते हुए सवाल पूछा था कि दोनों नेताओं की तस्वीरें इस पर कैसे हो सकती हैं. यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था. सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आरोप लगाया कि यह आगामी चुनावों से पहले बीजेपी को बढ़ावा देने की कोशिश है. कुछ दिनों पहले रेलवे को वे टिकट वापस लेने पड़े थे जिन पर पीएम मोदी की तस्वीर थी. दरअसल तृणमूल कांग्रेस की शिकायत पर रेलवे को यह कदम उठाना पड़ा था. दरअसल तृणमूल ने आरोप लगाया था कि इससे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता है. रेलवे ने उस वक्त सफाई में कहा था कि यह तीसरे पक्ष के विज्ञापन हैं और एक साल पहले छपे टिकटों के पैकेट से बचे हुए हैं. Air India Boarding Pass GoAir PM Modi आम चुनाव आम चुनाव 2019 एयर इंडिया गोएयर पीएम मोदी लोकसभा चुनाव 2019
2020/05/25 04:28:00
https://hindi.latestly.com/india/air-india-and-goair-withdraws-boarding-passes-with-photos-of-pm-modi-170948.html
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भ्रष्टाचारमुक्त बिहार का संकल्प ले डालिए वोट: स्मृति Homeबिहारभ्रष्टाचारमुक्त बिहार का संकल्प ले डालिए वोट: स्मृति yuvashakti 10/15/2015 11:31:00 PM केंद्रीय शिक्षा मंत्री स्मृति ईरानी ने गुरुवार को छपरा को स्नेह व संस्कार की भूमि बताते हुए आह्वान किया कि भ्रष्टाचारमुक्त बिहार के लिए वोट दीजिए। 28 अक्टूबर को घर से बाहर निकलिए और कमल का बटन दबाइए। दिल्ली से बिहार तक विकास का सेतु बनेगा, तभी राज्य आगे बढ़ेगा। बिहार के प्रति नरेंद्र मोदी के मन में गहरी श्रद्धा है। यहां उनका बार-बार अपमान किया गया। उनकी थाली छीन ली गई। फिर भी यहां के प्रति उनकी रुचि कम नहीं हुई। लोस चुनाव में चाय बेचने वाले को भाजपा ने प्रधानमंत्री का उम्मीदवार बनाया तो विपक्षी कटाक्ष कर रहे थे, लेकिन बिहारियों ने दिल खोलकर समर्थन दिया और वे पीएम बन गये। मोतिहारी विवि का नामकरण महात्मा गांधी के नाम पर किये जाने को मोदी सरकार की उपलब्धि करार दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए की दस साल की सरकार नामकरण नहीं करने पर अड़ी थी तो लोस चुनाव में भाजपा ने वायदा किया और छह माह के भीतर इस वायदे को पूरा किया। करीब 20 मिनट के संबोधन में उन्होंने छह बार छपरा के संस्कार की चर्चा की और इसे पुख्ता करने के लिए इतिहास के पन्नों को भी उकेरा। इसी माह 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की पुण्यतिथि हर्षोल्लास से मनाये जाने की चर्चा करते हुए कहा कि पं. नेहरू ने सरदार पटेल के अंतिम संस्कार में कांग्रेसियों को शामिल होने से मना किया था। लेकिन राजेंद्र बाबू ने कहा था अंतिम संस्कार में राजनीति नहीं होनी चाहिए और वे शामिल हुए। यही है छपरा का संस्कार। उन्होंने छपरा के प्रत्याशी डॉ सीएन गुप्ता को सुशासन व संस्कार का प्रतीक बताया और कहा कि यहां के लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने के लिए भी भाजपा ने एक डॉक्टर को टिकट दिया है।
2019/10/15 06:16:40
https://www.yuvashaktinews.com/2015/10/blog-post_15.html
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एर्विनमेरिटर के बॉडी सिस्टम्स व्यवसाय को खरीदने के लिए इंटेवा प्रोडक्ट्स का अनुबंध ट्रॉय, मिशिगन, 3 अगस्त 2010 – रेंको ग्रुप, इंकॉ. की पूर्णस्वामित्व वाली सहयोगी कंपनी इंटेवा प्रोडक्ट्स, एलएलसी ने आज अल सुबह एर्विनमेरिटर के बॉडी सिस्टम्स व्यवसाय को खरीदने के लिए अनुबंध किया। यह व्यवहार नियामक स्वीकृतियों और अन्य विशिष्ट समापन शर्तों के अधीन हुआ है। "एर्विनमेरिटर के बॉडी सिस्टम्स व्यवसाय का जुड़ना हमारी वैश्विक उपस्थिति, उत्पाद पेशकश, और हमारी क्षमताओं को अच्छी तरह पूर्ण करता है," इंटेवा प्रोडक्ट्स के अध्यक्ष व सीईओ लॉन ऑफेंशर ने कहा। "हमारे विनिर्माण और तकनीकी विस्तार के अलावा, हम अपने ग्राहकों को पेश किए जाने वाले उत्पादों और सेवाओं में इजाफा करते हुए रूफ सिस्टम्स और मोटर्स के विशेषज्ञों की एक टीम भी अधिगृहीत कर रहे हैं।" इस अधिग्रहण में चार महाद्वीपों के 14 देशों में संयंत्र शामिल हैं। इंटेवा प्रोडक्ट्स, एलएलसी के बारे में इंटेवा प्रोडक्ट्स, एलएलसी को 90 वर्ष से अधिक का अनुभव और महारथ हासिल है, जिसके पास तीन महाद्वीपों में 18 संयंत्रों में एक टीम द्वारा समर्थित वैश्विक संसाधनों के साथ उद्योग के कुछ बेहतरीन दिमाग हैं। इंटेवा दुनिया के अग्रणी OEMs के लिए इंटीरियर सिस्टम, कॉकपिट, लैच, क्लोजर सिस्टम, डोर मॉड्यूल एवं विंडो लिफ्ट सिस्टम्स को डिज़ाइन, इंजीनियर, निर्माण, और असेम्बल करती है। इंटेवा की अनुकलन क्षमताएँ कलपुर्जों से लेकर पूर्णतः एकीकृत व्हीकल सबसिस्टम तक हर चीज उपलब्ध कराती हैं। इंटेवा सभी ग्राहकों के लिए उच्चतम संभव स्तर पर ऐसे समाधानों का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो समय पर एवं बजट में रहते हुए गुणवत्ता एवं तकनीकी विनिर्देशों पर खरे उतरते हैं। अधिक जानकारी के लिए www.intevaproducts.com पर जाएँ। एर्विनमेरिटर के बारे में एर्विनमेरिटर, इंकॉ. मूल उपकरण निर्माताओं और पश्चविपणन परिवहन एवं औद्योगिक क्षेत्र के लिए इंटीग्रटेड सिस्टम्स, मॉड्यूल्स और कलपुर्जों की विस्तृत श्रृंखला के मुख्य वैश्विक आपूर्तिकर्ता हैं। कंपनी ने वर्ष 2009 में 'आगे की सोच' का लंबा इतिहास रचाते हुए अपनी सौवी सालगिरह मनाई। कंपनी निर्माताओं एवं कुछ पश्चविपणन, और हल्के वाहन निर्माताओं को कॉमर्शियल ट्रक, ट्रेलर और विशेष मूल उपकरण जैसी सेवाएँ प्रदान करती है। एर्विनमेरिटर का सामान्य स्टॉक टिकर प्रतीक एआरएम के अंतर्गत न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज में कारोबार करता है। कंपनी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी के लिए, कंपनी की वेबसाइट http://www.arvinmeritor.com पर जाएँ। .
2019/02/22 16:36:19
https://www.intevaproducts.com/media/news/%E0%A4%8F%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A5%89%E0%A4%A1%E0%A5%80-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A4%AE%E0%A5%8D%E0%A4%B8-%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%B5%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%AF-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%96%E0%A4%B0%E0%A5%80%E0%A4%A6%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%8F-%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A5%87%E0%A4%B5%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%8B%E0%A4%A1%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B8-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%85%E0%A4%A8%E0%A5%81%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A7
mC4
whatsapp Archives - पुणे समाचार Pune | अब हमेशा के लिए दुनिया छोड़ रहा हूँ! व्हाट्सएप स्टेटस रख युवक लापता, पुणे पुलिस ने रात भर की… पुणे (Pune News) : पुणे (Pune) के कर्वेनगर (Karve Nagar) इलाके में रहने वाला एक युवक व्हाट्सएप (whatsapp) पर सुसाइड नोट (Suicide Note) पोस्ट कर लापता हो गया है। सोशल मीडिया (Social Media) पर संबंधित व्हाट्सएप स्टेटस का स्क्रीनशॉट वायरल होने… Pune Crime | पुणे की 21 साल की लड़की को पता चला मां का चल रहा हैं अफेयर, बॉयफ्रेंड की मदद से किया… पुणे (Pune News) - पुणे (Pune Crime) में 21 साल की लड़की को पता चला कि उसकी मां का किसी आदमी से प्रेम प्रसंग चल रहा है। इसका फायदा उठाकर युवती द्वारा प्रेमी की मदद से अपनी मां को फोटो वायरल करने की धमकी देने का चौंकाने वाला मामला पुणे (Pune… Honey Trap Racket Pune | शॉकिंग! सेवानिवृत्त एयर फोर्स अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसाकर लूटने की… पुणे : Honey Trap Racket Pune | चंदन नगर स्थित एक सेवानिवृत्त एयर फोर्स के अधिकारी को हनी ट्रैप (honey trap) में फसाकर लूटने (Honey Trap Racket Pune) की घटना सामने आई। इस मामले में विमानतल पुलिस (airport police) ने तीन को गिरफ्तार… Chandrapur Crime | WhatsApp पर 'ये' स्टेटस लगाकर 25 वर्षीय युवक ने की आत्महत्या, कुछ दिन… चंद्रपुर : पुणे समाचार ऑनलाइन (Punesamachar Online) - Chandrapur Crime | WhatsApp पर 'बाय बाय' का स्टेटस लगाकर एक युवक ने घर में ही फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली। मृतक का नाम संदीप चौधरी (25) है। मृतक चंद्रपूर जिले के चिमूर तालुका… Maharashtra: Jalgaon Youth Suicide! मेरी वजह से लोगों का मूड ऑफ हुआ, अब मैं खुद ऑफ होता हूँ, ऐसा… जलगांव : ऑनलाइन टीम- 'मेरी वजह से लोगों का मूड खराब है लेकिन मैं खुद को इस दुनिया से ऑफ कर रहा हूं। साथ ही अगर किसी को कुछ गलत कहा हो तो मैं माफी मांगता हूं', इस तरह का दो स्टेटस लगा कर जलगांव के अयोध्या नगर में आज सुबह एक नवविवाहित युवक… नई दिल्ली: विश्व में इंस्टेंट मैसेजिंग एप व्हाट्सएप का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है। इसकी नई पॉलिसी के कारण व्हाट्सएप पर बहुत विवाद हुआ। ऐसे में कुछ नए इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म जैसे कि टेलिग्राम आया। हालांकि टेलीग्राम को व्हाट्सएप…
2022/07/05 03:21:03
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Love Jihad Law| बरेली में 'लव जिहाद' के आरोप में पहली FIR, युवती से जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश| Bareilly First 'Love Jihad' case registered under the new law against forced conversion | Times Now Navbharat Hindi News Bareilly First 'Love Jihad' case registered under the new law against forced conversion Updated Nov 29, 2020 | 12:57 IST उत्तर प्रदेश के बरेली में यूपी सरकार के नए नए कानून के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है जिसमें एक युवक पर आरोप है कि उनसे लड़की पर शादी के लिए जबरन धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाया। बरेली: युवती से जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश, FIR दर्ज | &nbspतस्वीर साभार:&nbspBCCL उत्तर प्रदेश के बरेली में युवती से जबरन धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश यूपी सरकार के नए कानून के तहत राज्य में पहली एफआईआर दर्ज आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं मे केस, फरार हुआ आरोपी बरेली: योगी सरकार द्वारा लाए गए विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम-2020 को राज्यपाल से मंजूरी मिलने के बाद यूपी के बरेली में इस कानून के तहत पहली एफआईआर दर्ज की गई है। बरेली के देवरनिया इलाके में रहने वाले टीकाराम ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कर आरोप लगाया है कि गांव का ही रहने वाला ओवैस अहमद उनकी बेटी पर जबरनर धर्म परिवर्तन का दबाव बना रहा है। लड़की के पिता टीकाराम ने आरोप लगाया कि परिवार की मर्जी के खिलाफ इस्लाम अपनाने के लिए ओवैस ने उसकी बेटी को फंसाया और उस पर दबाव बनाया। टीकाराम ने आरोप लगाया कि विरोध जताने पर ओवैस के परिवार द्वारा उन्हें धमकी भी दी जा रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया, 'जो मुकदमा दर्ज हुआ है। उसमें एक लड़का एक लड़की को पहले भगा ले गया था, यानि अपहरण कर लिया था। उस लड़की पर आरोपी धर्म परिवर्तन करने और शादी करने का दबाव बना रहा था। उसी को लेकर लड़की के पिताजी ने मुकदमा दर्ज कराया है। आरोपी पर उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म परिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 3/5 की धारा में मुकदमा दर्ज कर लिया है इसके अलावा आईपीसी की भी धाराएं लगाई गई हैं। लड़का फरार है और उसकी गिरफ्तारी के प्रय़ास तेज किए जा रहे हैं।' धमकी दे रहा था आरोपी आरोप के मुताबिक ओवैस ने पढ़ाई के दौरान लड़की से दोस्ती कर ली थी और बाद में बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन करने के लिए दबाव बना रहा था। पीड़िता द्वारा मना किए जाने के बावजूद भी ओवैस लगातार दबाव बना रहा था और धमकी दे रहा था। परिवार द्वारा इसे लेकर जब मना किया गया तो ओवैस धमकी देने पर उतर आया। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार द्वारा प्रस्तावित धर्मांतरण संबंधी बिल को शनिवार को राज्यपाल ने मंजूरी दे दी है। राज्यपाल से मंजूरी मिलते ही यह अध्यादेश के रूप में यूपी में लागू हो गया है और अब ऐसा अपराध गैर जमानती माना जाएगा। अध्यादेश के अनुसार, किसी एक धर्म से अन्य धर्म में लड़की का धर्म परिवर्तन सिर्फ एकमात्र प्रयोजन शादी के लिए किया जाता है तो ऐसा विवाह शून्य (अमान्य) की श्रेणी में लाया जा सकेगा। राज्यपाल की मंजूरी मिलने के बाद अब इस अध्यादेश को छह माह के भीतर विधानमंडल के दोनों सदनों में पास कराना होगा। इसके साथ ही धर्म परिवर्तन कराने वालों को 10 वर्ष तक जेल भी भुगतनी पड़ सकती है। गैर जमानती अपराध के मामले में प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट के न्यायालय में मुकदमा चलेगा। दोष सिद्ध हुआ तो दोषी को कम से कम एक वर्ष और अधिकतम पांच वर्ष की सजा भुगतनी होगी।
2022/05/26 06:08:23
https://www.timesnowhindi.com/india/article/bareilly-first-love-jihad-case-registered-under-the-new-law-against-forced-conversion/323678
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बीड - विकिपीडिया निर्देशांक: 18°59′N 75°46′E / 18.99°N 75.76°E / 18.99; 75.76निर्देशांक: 18°59′N 75°46′E / 18.99°N 75.76°E / 18.99; 75.76 बीड ज़िला 1,46,709 बीड के पास बालाघाट पहाड़ों में कपिलधारा जलप्रपात बीड भारत के महाराष्ट्र राज्य के मध्य भाग में स्थित बीड ज़िले का एक शहर है। यह जिले का प्रशासनिक मुख्यालय है।[1][2] 4 स्थापत्य, कार्यालय और शिक्षा 5 स्थलाकृति और जलवायु 6.1 ऐतिहासिक लेखा 6.2 ऐतिहासिक घटनाओं 6.3 कालक्रम 7 ऐतिहासिक इमारत 11.1 स्वास्थ्य 14 कृषि और खनिज 15 उद्योग और व्यापार 16 पर्यटन 17 इस क्षेत्र के कुछ प्रसिद्ध व्यक्ति 2001 की जनगणना के अनुसार, यह 138,091 की आबादी के साथ जिले में सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। 2010 की गणना की आबादी 161,604 है। यह भारत की जनसंख्या में 295 स्थान पर है। जिले के लगभग 36% शहरी आबादी अकेले शहर में रहता है। यहाँ 1991-2000 के दशक के दौरान लगभग 23 प्रतिशत जनसंख्या वृद्धि देखी गई है। बीड़ नगर 'भिर' भी कहलाता है। इससे पहले चंपावतीनगर कहलाने वाले इस शहर का नाम संभवत: फ़ारसी के भिर (पानी) शब्द से लिया गया है। इसका आधिकारिक नाम बीड है, हालांकि, भीर और बीर भी आधिकारिक और अनधिकृत दस्तावेजों में कभी कभी देखा जा सकता है। एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका जैसे कुछ संदर्भों में इसका भीर और बीर के रूप में उल्लेख है। महाराष्ट्र में शिवसेना की सरकार के दौरान 1990 के दशक में बीड शहर का नाम "चंपावतीनगर" के रूप में नाम का प्रस्ताव किया गया, जो इसका पुराना नाम भी था। बीड के प्रारंभिक इतिहास अस्पष्ट है। इतिहासकार पुरातात्विक अवशेषों के आधार पर कहते हैं कि शहर देवगिरि के यादव (1173-1317) शासकों (अब दौलताबाद) द्वारा स्थापित किया गया हो सकता है। बीड शहर हैदराबाद (आसफ जाही वंश) के निजाम के राज्य का एक हिस्सा था। आजादी के बाद राज्य को सितंबर 1948 में एक सैन्य कार्रवाई के बाद भारत के कब्जे में लिया गया था। बीड हैदराबाद राज्य में 1956 तक बना रहा, जब यह बॉम्बे प्रेसीडेंसी में शामिल किया गया था। 1 मई 1960 को महाराष्ट्र राज्य भाषाई आधार पर बनाया गया और मराठी-प्रमुख बीड शहर महाराष्ट्र का हिस्सा बन गया है। स्थापत्य, कार्यालय और शिक्षा[संपादित करें] यहाँ कई ऐतिहासिक इमारतें हैं जिनमें से कंकलेश्वर मंदिर सबसे प्रसिद्ध है। गढ़ दीवार के अवशेष पुराने शहर के एक हिस्से की रक्षा कर रहे हैं, लेकिन बिन्दुसरा नदी में हिंसक बाढ़ से इन्हें हानि आई थी। जिला मुख्यालय के रूप में, शहर में जिला और नगरपालिका परिषद, जिला और सत्र अदालत और जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक के कार्यालय सहित कई जिले और स्थानीय प्रशासनिक कार्यालय है। अस्पताल, स्कूल, व्यावसायिक प्रशिक्षण महाविद्यालय और कॉलेज भी शहर में स्थित हैं। बीड दक्कन के पठार पर बेन्दसुरा नदी के तट पर है, जो बिन्दुसार नदी भी कहलाती है और गोदावरी नदी की सहायक नदी है। बालाघाट रेंज, 30 किमी Waghira के गांव के पास शहर के दक्षिण - पश्चिम की पहाड़ियों में निकलती है। छोटे पूर्वी और बड़ा पश्चिमी भागों में नदी शहर में बिताते हैं। बालाघाट रेंज बहुत करीब फैला है, करने के लिए 10 किमी की दूरी पर शहर के दक्षिण इलाके बनाने, मुख्य रूप से पूर्वी भाग में, undulating. मिट्टी मोटे और चट्टानी काफी हद तक बेसाल्ट से मिलकर है। उपजाऊ काली मिट्टी की पतली परत भी Bendsura के पश्चिमी तट पर उत्तरी भाग में और दक्षिण में देखा. शहर अर्ध - शुष्क, गर्म और शुष्क जलवायु है मुख्य रूप से तीन सत्रों से मिलकर. ग्रीष्मकाल लंबे होते हैं, मध्य फरवरी से जून तक लगभग पांच महीने से लेकर. 31 के बीच गर्मियों में गिरावट में तापमान °C (87.8 °F) - 40 डिग्री सेल्सियस (104 °F) (1997 औसत). हालांकि, यह गर्मियों खोज में 40 से अधिक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। मई 42 के एक औसत दिन के तापमान के साथ एक वर्ष की सबसे महीना है डिग्री सेल्सियस (107.6 °F) जिले में. विंटर्स 12 के भीतर लेकर तापमान के साथ कम कर रहे हैं डिग्री सेल्सियस (° फा 53.6) - 20 °C (68 °F). दिसम्बर एक वर्ष में coldest महीने है। कभी कभी, उत्तरी ठंड तरंगों तापमान के कारण के रूप में 3 के रूप में कम गिर सकता °C (° फा 37.4) या 4 °C (39.2 °F). सर्दियों में सापेक्ष आर्द्रता कम है और दिसंबर के रूप में 30% के रूप में कम सापेक्ष आर्द्रता के साथ एक वर्ष में driest महीने है। बारिश दुर्लभ हैं और मध्य जून से सितंबर तक मानसून के दौरान ही होते हैं। वार्षिक औसत वर्षा 66.6 सेमी (26.22 इंच) औसत वर्षा 1900s के दौरान दर्ज की औसत से 9.6 सेमी की एक बूंद मिला है [1] [5] एक साल में बरसात के दिनों की औसत संख्या 41 है। सितम्बर एक वर्ष में अधिकतम वर्षा हो जाता है, जबकि जुलाई अधिकतम बरसात के दिनों की है। उच्चतम वर्षा 24 घंटे (19.18 सेमी) में दर्ज की गई 17 अगस्त 1887 को हुई। [6] Bendsura एक तेजी से और मौसमी नदी है। शहर के लिए सिंचाई और पीने के पानी की आपूर्ति के लक्ष्य, एक जलाशय Bendsura परियोजना (mm3 क्षमता 7.106) नदी पर गांव पाली के पास 1955 में निर्माण किया गया था, के बारे में शहर के 10 किमी दक्षिण [7] शहर में कुछ स्थानों पर. नदी संकीर्ण है और एक धारा की तरह लग रहा है। वनस्पति और चट्टानी और undulating इलाके की कमी भारी बारिश में हिंसक बाढ़ के लिए योगदान देता है। ये बार बार शहर के इतिहास में संपत्ति और जीवन के काफी नुकसान का कारण है, सबसे हाल ही में 23 जुलाई 1989 को जब शहर में तीन बस्तियों के एक बड़े पैमाने पर बाढ़ लाखों रुपए की मृत या लापता और संपत्ति के नुकसान की एक संख्या के कारण होता है। [ 8] बीड भूकंपी हैज़र्ड जोन-III के तहत नए भूकंपी खतरा भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा वर्ष 2000 में अद्यतन नक्शे के अनुसार भारत में गिर जाता है। यह अद्यतन करने से पहले, शहर क्षेत्र के तहत किया गया था। [9] बीड़ का प्रारंभिक इतिहास यह है कि चालुक्य और यादव हिन्दू राजवंशों से इसका संबद्ध रहा था। 14वीं शाताब्दी में बीड़ को तुग़लक़ मुस्लिम राजवंश द्वारा जीत लिया गया था और 1947 तक यह मुस्लिम राज्य का ही एक भाग बना रहा था। किंवदती के अनुसार महाभारत काल में इस नगर का नाम दुर्गावती था। कुछ समय पश्चात यह नाम बलनी हो गया। तत्पश्चात विक्रमादित्य की बहिन चंपावती ने यहाँ विक्रमादित्य का अधिकार हो जाने पर इसका नाम चंपावत रख दिया था। 1660 ई. में बनी जामा मस्जिद भी यहाँ का ऐतिहासिक स्मारक है। बीड संभवतः मध्ययुगीन मूल के एक ऐतिहासिक शहर है, महाराष्ट्र, भारत में है। कुछ इतिहासकारों का यह उल्लेख किया है के रूप में यह महत्व के एक जगह कभी नहीं बने। शासकों, लगभग हमेशा, यह शायद नजरअंदाज कर दिया अपनी महत्वहीन स्थान की वजह से. ऐतिहासिक लेखा[संपादित करें] शहर का पहला ऐतिहासिक उल्लेख (मूल नाम गुलशन ए Ibrahimi) Tārīkh ई - Firishta मुहम्मद कासिम (1560-1620) Firishta, एक 17 वीं सदी फ़ारसी भारतीय इतिहासकार द्वारा संकलित में आया था। भारत में जॉन ब्रिग्स द्वारा Mahomedan पावर का उदय के इस पुस्तक इतिहास के प्रसिद्ध अंग्रेजी अनुवाद भारत में और विदेशों में किया गया है कई बार प्रकाशित किया। Firishta शहर के बारे में अपने समय के छोटे लेकिन बहुमूल्य जानकारी दे दी है। उन्होंने यह भी विस्तार में प्रसिद्ध Kankaleshwar मंदिर का उल्लेख किया गया है। 1317 आह में (1898), काजी मुहम्मद Qutbullah और बीड के निवासी काजी उर्दू में बीड (Tārīkh ई - बीर) शहर है कि समय पर उपलब्ध खातों के आधार पर की एक विस्तृत इतिहास लिखा था। हैदराबाद में, इस पुस्तक की प्रति, अब केवल राज्य अभिलेखागार, सालार जंग संग्रहालय और उस्मानिया विश्वविद्यालय के पुस्तकालय के पुस्तकालय में पाया जा सकता है। हालांकि, शहर रियाज - उल - अबरार (पुण्य का गार्डन) की पहली विस्तृत इतिहास काजी मुहम्मद फखरुद्दीन द्वारा 1152, आह (1739) में लिखा गया था। दुर्भाग्य से इस किताब को संदर्भ के लिए पुस्तकालयों में उपलब्ध नहीं है। हालांकि, Qutbullah अपने Tārīkh ई - बीर (बीड का इतिहास) में इस पुस्तक को उद्धृत किया गया है और खातों के लिए भी भेजा गया है। 1361 आह में (1942) सैयद बासित अली, बीड के एक निवासी, जो हैदराबाद के सिटी कॉलेज में मध्यवर्ती के एक छात्र था, एक संक्षिप्त इतिहास उर्दू में Tārīkh ई - बीर लिखा था। इसकी प्रतियां उस्मानिया विश्वविद्यालय के पुस्तकालय में पाया जा सकता है। हाल के समय में अब्दुल हमीद Nathapuri जिला उर्दू में बीर की (बीड जिले के इतिहास) Tārīkh लिखा है जो 1998 में मुंबई से प्रकाशित है। उनकी पुस्तक मुख्य रूप से बीड शहर के खातों देता है और काफी हद तक Qutbullah खातों और मौखिक परंपरा पर आधारित है। कुछ ऐतिहासिक खातों भी बीड बीड जिले के Gazetteers विभाग द्वारा 1969 में प्रकाशित जिले के राजपत्र में पाया जा सकता है। यह राजपत्र अब बाहर महाराष्ट्र वेबसाइट की सरकार में प्रिंट लेकिन उपलब्ध ऑनलाइन. इम्पीरियल गैज़िटीर ऑफ इंडिया, ब्रिटिश शासन के दौरान संकलित भी शहर और जिले के कुछ महत्वपूर्ण जानकारी देता है। फाउंडेशन और नाम शहर की नींव के इतिहास अज्ञात है। पौराणिक कथा के अनुसार, बीड दुर्गावती के रूप में कौरवों और पांडवों की अवधि में एक निवास स्थान था। इसका नाम बाद में Balni के लिए बदल गया था। Champavati, जो विक्रमादित्य की बहन थी, पर कब्जा करने के बाद यह Champavatinagar के रूप में नाम है। उसके बाद शहर के मुसलमानों के शासन में कटाई से पहले (चालुक्य) Calukya Rashtrkuta यादव और राजवंशों गिर गया। हालांकि, कुछ विद्वानों का कहना है कि यह संभवतः देवगिरि के यादव शासकों (अब दौलताबाद) द्वारा स्थापित किया गया था। [4] Tārīkh ई - बीर (बीड के इतिहास) का उल्लेख है कि मुहम्मद बिन तुगलक में एक किला और कई कुओं के निर्माण के बाद और शहर के आसपास नाम बीर (अरबी 'ठीक है'). [8] [10] हाल के समय तक, कुओं शहर में प्रचुर मात्रा में थे। पानी की आपूर्ति के आधुनिक सुविधाओं की वजह से वे कम महत्वपूर्ण बन गया है और बाद में उनमें से ज्यादातर भर रहे थे। यह स्पष्ट नहीं है कि कैसे वर्तमान नाम बीड के रूप में प्रयोग में आया। वहाँ कम से कम दो विभिन्न परंपराओं हैं। 1 परंपरा का कहना है कि जब से जिला बालाघाट रेंज के पैर पर स्थित है के रूप में अगर यह एक छेद में है, यह अरब (छेद के लिए मराठी) है जो भ्रष्ट समय के पाठ्यक्रम में बोली के रूप में नामित किया गया था। प्राचीन भारत के 2 परंपरा के अनुसार एक Yavana शासक, यह एक बहुत ही कम गहराई पर पानी खोजने के बाद Bhir (पानी के लिए फ़ारसी) नाम दिया है [4] और Bhir समय के पाठ्यक्रम में बीड हो गया हो सकता है। 1 परंपरा झूठ हो सकता है, क्योंकि कोई कोण के साथ, पूरे जिले में एक 'छेद' बुलाया जा सकता है लगता है। केवल जिले के उत्तर पूर्वी भाग में कम ऊंचाई और 10,615 किमी का एक विशाल क्षेत्र में है ² सिर्फ मामूली अवसाद की वजह से एक 'छेद' नहीं कहा जा सकता है। इसके अलावा मराठी में अरब (छेद) नहीं एक मामूली अवसाद के लिए एक गहरी और संकीर्ण छेद के लिए बात की है। हालांकि, कुछ विरूपण है, 2 परंपरा को सच और की Tārīkh Quazi मुहम्मद Qutbullah (1898) ई - बीर के साथ समझौते में होना होता है। प्राचीन भारतीय साहित्य में शब्द 'Yavana' एक यूनानी या किसी विदेशी का मतलब है। एक बहुत बाद की तारीख में यह अक्सर भारत के मुस्लिम आक्रमणकारियों के लिए लागू किया गया था। [11] यह बहुत संभव है कि मुहम्मद बिन तुगलक इस परंपरा Yavana शासक के रूप में भेजा गया हो सकता है। मुसलमानों पर आक्रमण पर शासन किया और सदियों के लिए डेक्कन और उनकी अदालत की भाषा के रूप में लगभग सभी मुस्लिम शासकों फारसी था। ऐसा लगता है कि अरबी 'वीर' के अंत में भारतीय भाषाओं में किया गया था में 'Bhir सुनाया और लोगों को गलती फ़ारसी के रूप में शासकों की अदालत भाषा के लिए इस अरबी शब्द फारसी ले लिया था। हाल के समय तक आजादी के बाद शहर के 'वीर' और सरकारी दस्तावेजों में Bhir 'कहा जाता था। बीड जिला तालुका होने: 1.Ashti 2.Beed 3.Kaij 4.Ambajogae 5.Gevrai 6.Majalgaon 7.Parali वैद्यनाथ ऐतिहासिक घटनाओं[संपादित करें] प्राचीन गढ़ और उसके Burjs के degenerating दीवार भाग्यशाली शहर के निवासियों के लिए Bendsura के हिंसक बाढ़ के लिए एक दुर्भाग्यपूर्ण ढाल. कथा, जब रावण, श्रीलंका के राक्षस राजा (श्रीलंका), सीता (हिंदू देवता राम की पत्नी) का अपहरण कर लिया गया था और उसे श्रीलंका के लिए ले जा रहा है के अनुसार, Jatayu (ईगल) उसे रोकने की कोशिश की। रावण अपने पंख में कटौती और घायल Jatayu जमीन पर गिर गया। जब राम अपनी प्यारी पत्नी की खोज में वहाँ पहुँच गए, Jatayu उसे पूरी कहानी को बताया गया और मर गया। जगह है जहाँ वह मर गया बीड शहर में होने के लिए कहा है और Jatashankar मंदिर की जगह पर खड़ा है, जो है, विद्वानों के अनुसार, संभवतः देवगिरि के यादवों द्वारा बनाया [4] एक अन्य कथा भी अवधि में सुनाते हैं कि बीड दुर्गावती बुलाया गया था। पांडवों और कौरवों जो महाभारत का एक विनाशकारी युद्ध लड़ा. प्रारंभिक इतिहास शहर का प्रारंभिक इतिहास अस्पष्ट है जब तक यह तुगलक के शासन के अधीन आया। यदि शहर यादव युग में स्थापित किया गया था तो संभवतः यह राजा Singhana अवधि (1210-47) में हुआ, जब यादव वंश अपनी ऊंचाई पर पहुंच गया। वह शहर और Kankaleshwar मंदिर का निर्माण हो सकता है के रूप में अच्छी तरह से. बीड 1317 में पहली बार के लिए मुस्लिम शासन के अधीन आया जब कुतुब - उद - दीन मुबारक शाह (1316-1320), पिछले खिलजी, देवगिरी पर कब्जा कर लिया और यादव वंश खिलजी वंश कब्जा कर लिया था। बीड 1320 तक खिलजी के तहत रह जब Ghiyas - उद - दीन तुगलक (1320-1325) में पदभार संभाल लिया है। 1327 मुहम्मद बिन तुगलक (1325-1351) ने अपनी राजधानी दौलताबाद. तुगलक और उसकी सेना 1341 (एएच 742 इस्लामी कैलेंडर) में दौलताबाद वारंगल से वापस यात्रा पर है जबकि शहर में डेरे डाले। सम्राट उसके दांत में से एक खो दिया है, जिसमें उन्होंने बहुत समारोह के साथ दफन हो और एक कब्र की जगह में किया गया निर्माण का आदेश दिया [12] कब्र अभी भी गांव Karjani के पास बहुत ही खराब हालत में मौजूद शहर के 13 किलोमीटर दक्षिण में है। . जूना खान तुगलक साम्राज्य के राज्यपालों के बीड में कुछ समय के लिए रहता है कहा जाता है और शासन के कल्याण के लिए कई सुधारों की शुरुआत की। वह शहर के चारों ओर एक सुरक्षा दीवार के निर्माण से पश्चिम से पूर्व की Bendsura के पाठ्यक्रम के लिए भेज दिया। अपने समय से पहले शहर के लिए ऐसी कोई सुरक्षा थी और यह नदी के पूर्वी तट पर स्थित था। उसके बाद जनसंख्या काफी हद तक पश्चिमी भाग के लिए स्थानांतरित कर दिया गया। [10] 1347 में बीड Bahmanid शासन के अधीन आया जब हसन (1347-1358) Gangu, Bahmanid सल्तनत के संस्थापक, तुगलक शासन और दौलताबाद चढ़ा सिंहासन के खिलाफ विद्रोह के रूप में. आला - उद - दीन बहमन शाह. मुहम्मद तुगलक सख्ती काम किया और डेक्कन को विद्रोहियों को वश में करने के लिए आया था। वह पुनः कब्जा दौलताबाद के प्रांत है, जो, बीड एक हिस्सा था। हसन गंगू और अन्य विद्रोहियों बीदर और गुलबर्ग के लिए भाग गया। इससे पहले कि बात पूरी तरह से बसा हुआ है एक विद्रोही गुजरात में तोड़ दिया और सुल्तान गुजरात डेक्कन के राज्यपाल के रूप में इमाद - उल - मुल्क की नियुक्ति करने के लिए संपर्क किया। इस बीच हसन गंगू दौलताबाद पर हमला किया और बीड की ओर मार्च किया और कब्जा कर लिया। उसके बाद शहर Bahmanid शासन के अधीन रहा है और फ़िरोज़ शाह बहमनी शासन (1397-1422) के तहत विकास के चरम पर होने के लिए कहा. हुमायूं शाह (1451-1461) बहमनी, Zālim (क्रूर) के रूप में प्रसिद्ध के शासनकाल के दौरान उसके भाई हसन शाह विद्रोह कर दिया और बीड के लिए आया था। बीड के एक जागीरदार (सामन्ती), हबीबुल्ला शाह अपने समर्थक थे। हुमायूं शाह एक सेना भेजी और Kankaleshwar मंदिर के मैदान में एक भीषण लड़ाई के बाद, विद्रोह सेनाओं हुमायूं की सेना को हरा दिया। हुमायूं उग्र हो गया और दूसरे को विद्रोहियों को हराने के लिए सेना भेजी. इस समय विद्रोहियों की हार गए, हबीबुल्ला शाह को मार डाला गया था और कब्जा कर लिया हसन शाह पूंजी के लिए लिया गया था और एक भूखे शेर से पहले रखा गया था [8]. 1600 1858 CE CE के लिए Bahmanid सल्तनत की गिरावट के बाद शहर में अहमदनगर के निजाम शाही शासकों को गिर गया। कई युद्धों निजाम शाही और बीजापुर के आदिल शाही शासकों के बीच बीड बीड के नियंत्रण लेने में लड़े थे। 1598 मुगलों अहमदनगर चांद बीबी से बीड पर कब्जा कर लिया। एक साल बाद निहंग खान retook लेकिन जल्द ही यह मुगलों के फिर से गिर गया। मुगल सेना ने कुछ समय के लिए यहाँ डेरे डाले। जहाँगीर के शासनकाल (1569-1627) के दौरान, जनवरी Sipar खान बीड शहर का प्रबंध किया गया था। वह 1036 आह (1627) में बीड के जामा मस्जिद का निर्माण किया गया है। औरंगजेब (1658-1707), नायब-e-सूबेदार (राज्यपाल के सहायक) के रूप में बीड में हाजी सदर शाह को नियुक्त किया है। सदर शाह अच्छा शहर में कुछ परिवर्तन और निर्माण किया। उन्होंने कहा कि ईद गाह (ईद प्रार्थना की जगह) 1702 में और 1703 में गाजी पुरा (इस्लाम पुरा) के रूप में पूर्वी भाग में ऊंचाई पर एक नई बस्ती का निर्माण किया। यह की बनी हुई है अभी भी दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने यह भी पुराने बड़े गढ़ के अंदर एक छोटे से (1703) गढ़ जो कई सौ साल के लिए खड़े करने के बाद बाहर पहना था, तुगलक काल से निर्माण किया गया है। जामा मस्जिद के मुख्य प्रवेश पर फारसी लिपि में एक पत्थर प्लेट गढ़ के वर्ष 1115, आह (1703) में सदर हाजी शाह द्वारा निर्माण के वर्ष सेट. अपने शहर की अवधि की अर्थव्यवस्था में भी निखरा है। Chhagal (पानी कंटेनर) चमड़े के बने, (लकड़ी की छड़ी में छिपा तलवार) Gupti आदि बीड में किए गए क्षेत्र में लोकप्रिय थे। [10] Shahinshah वली कब्र के मुख्य प्रवेश द्वार अमीर नवाज जंग के द्वारा 1830 में बनाया गया था। बीड Bahmanid और मुगलों के दौरान काफी एक खूबसूरत शहर था। Tārīkh ई- बीर कई बागानों और इन अवधियों की सुविधाओं का उल्लेख है। 1960 के दशक तक शहर में दो अच्छी तरह से बनाए रखा उद्यान थे। 1724 में निज़ाम-उल-मुल्क आसफजाह ने आसफ़ जाही राजवंश के राज्य की स्थापना की, मुगल बादशाह मोहम्मद शाह (1719-1748) के शासन के खिलाफ डेक्कन कब्जा. 'निजाम युग में कोई प्रमुख इसके अलावा या निर्माण के गढ़ के लिए किया गया था क्योंकि पुरानी इमारत के उद्देश्य सेवारत था और किलों की आधुनिक तकनीक से लड़ के आगमन के साथ महत्व खो रहे थे। ग्वालियर के मराठा शासक, Mahadji सिंधिया (1761-94) को पराजित किया गया था और 1761 में पानीपत के तीसरे युद्ध में गंभीर रूप से घायल हो गया था और लापता. उनकी पत्नी, जो बीड से कहा जाता है कि बीड मंसूर शाह की एक मुस्लिम सूफी के पास गया और उसे Mahadji की वापसी के लिए शिकार करने के लिए कहा था। ग्वालियर Mahadji लौटने के बाद ग्वालियर मंसूर शाह को फोन किया, लेकिन उसने मना कर दिया और अपने बेटे हबीब शाह बजाय भेजा. Mahadji अपने जीवन के सभी के लिए शाह मंसूर आभारी बने रहे। उसकी कब्र पूर्वी बीड में है। 6 निजाम मीर महबूब अली खान (1869-1911) के शासनकाल बीड के इतिहास में घटनापूर्ण साबित कर दिया। महान अकाल और बाढ़ उनके शासनकाल में हुआ। अपने पिता के शासनकाल और रतनजी Jivanji आया के पहले कलेक्टर के रूप में 1865 में बीड में अव्वल Taluqdars (कलेक्टर) Jagirdars प्रतिस्थापित किया गया। जिले बनाए गए थे और बीड जिले के औपचारिक रूप से 1883 में बस गया था[कृपया उद्धरण जोड़ें] वह एक बस्ती और बाजार महबूब गंज Bendsura के पूर्वी तट पर (अब हीरालाल चौक) का निर्माण किया है, कि अभी भी देखा जा सकता है रहता है। लगातार तीन 1897-99 वर्ष में एक बहुत ही दुर्लभ वर्षा के बाद, महान अकाल 1900 में बीड में हुई। पशुओं और मनुष्यों के सैकड़ों के हजारों भुखमरी की मृत्यु हो गई और हजारों देश के पड़ोसी भागों के लिए चले गए। 1901 में जनगणना के बीड जिले की जनसंख्या में +१,५०,४६४ की उल्लेखनीय कमी की रिपोर्ट [5] मीर उस्मान अली खान (1911-1948) अपने पिता की मृत्यु के बाद आया है। Kotwalis, पुलिस स्टेशनों, स्कूलों, अस्पतालों और औषधालयों उसकी अवधि के दौरान बनाया गया था। [13] निजाम भारत में ब्रिटिश साम्राज्य के सहयोगी थे। स्वतंत्रता के लिए देशव्यापी आंदोलन के दौरान, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी में वे राष्ट्रवाद की भावनाओं को जो स्वतंत्रता सेनानियों की राष्ट्रव्यापी प्रयासों के कारण फैल रहे थे को दबाने की कोशिश की। हैदराबाद राज्य में राष्ट्रवादियों अत्याचारी ब्रिटिश साम्राज्य के साथ निजाम दोस्ती पसंद नहीं किया था। बीड निजाम सिकंदर जह 1 (1803-1829) विद्रोही Dharmaji प्रताप राव के नेतृत्व में बीड में बाहर तोड़ दिया की शासन के दौरान 1818 में मराठवाड़ा क्षेत्र में पहली जगह है जहां स्वतंत्रता संघर्ष 1818 में शुरू किया था। [14] निजाम ब्रिटिश लेफ्टिनेंट जॉन सदरलैंड के आदेश के तहत Navab मुर्तजा यार जंग की Risala भेजा. विद्रोही नेता और उसकी परेशान कब्जा कर लिया गया बीड में एक लंबे समय तक आंदोलन विद्रोह का अंत हो गया। 1858 पेश करने के लिए CE हैदराबाद सुंदरलाल report.jpg की स्थिति में सैन्य कार्रवाई एक अन्य विद्रोही 1858 में तोड़ दिया और सभी विद्रोहियों कब्जा कर लिया गया। अवज्ञा की है कि कई छोटी घटनाओं के बाद ब्रिटिश शासन के खिलाफ हुआ है, लेकिन सब बल द्वारा दबा दिया गया। एक प्रमुख विद्रोही बाबा साहब उर्फ ​​राव साहब के नेतृत्व में 1898 में तोड़ दिया। इस आंदोलन के महत्वपूर्ण नेताओं बीड के ब्राह्मणों थे और पुलिस और न्यायपालिका में ब्राह्मण अधिकारियों ने भी आंदोलन का समर्थन किया। वे ब्राह्मण शासन का सपना देख रहे थे और हथियारों के लिए जिले के विभिन्न हिस्सों में लूटपाट और दान के द्वारा पैसे इकट्ठा करना शुरू कर दिया। लेकिन एक छोटी लड़ाई के बाद विद्रोहियों पर कब्जा कर लिया और आंदोलन को समाप्त करने के लिए आया था। लेकिन अवज्ञा की भावनाओं और दबा नहीं स्वामी रामानंद तीर्थ और गोविंद भाई श्रॉफ के नेतृत्व के तहत विभिन्न आंदोलनों मराठवाड़ा और राज्य में जारी हो सकता है। आजादी के बाद, मीर उस्मान अली खान को भारतीय संघ में शामिल करने के लिए अनिच्छुक था। अंत में, 12 सितंबर 1948 को एक सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन पोलो शुरू किया गया था और राज्य में आसानी से छह दिनों के भीतर कब्जा कर लिया गया था के रूप में निजाम की सेना थोड़ा विरोध. हालांकि ऑपरेशन पोलो अपेक्षाकृत कुछ हताहतों की संख्या के कारण होता है, तो निम्न सांप्रदायिक नरसंहार सभी को और अधिक भयानक था। बीड आठ राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों के एक था। बाद शांत हो जाओ, भारत सरकार की ओर से एक टीम शहर का दौरा किया और केंद्र को एक रिपोर्ट भेजी है। सरकारी, सुंदरलाल की रिपोर्ट के अनुसार, 27,000-40,000 मुसलमानों को राज्य भर में मारे गए थे। महिलाओं और लड़कियों, लूट, आगजनी, मस्जिदों की अपवित्रता के अपहरण और बलात्कार के भयानक अपराधों, जबरन रूपांतरण और घरों और भूमि की जब्ती रिपोर्ट में उल्लेख किया गया था। [16] कुछ अनौपचारिक रिपोर्टों, तथापि, हत्याओं का आंकड़ा डालता 50,000 से. और कुछ भी कुछ सौ हजार [17] एक जनमत संग्रह सैन्य कार्रवाई है जिसमें जनसंख्या भारतीय संघ में शामिल होने के पक्ष में भारी मतदान के बाद शीघ्र ही आयोजित किया गया था। दौरान और बाद में 1948 कई मुसलमान पाकिस्तान चले गए। शहर के आधुनिक भारत में सांप्रदायिक संघर्ष में कई बार देखा गया है। 1949 में Bendsura परियोजना के लिए शहर और आसपास के गांवों के लिए पीने और सिंचाई के पानी की आपूर्ति प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। इस परियोजना को 1956 में पूरा किया गया। बीड नगर पालिका (नगर परिषद) 1952 में अविभाजित हैदराबाद राज्य के तहत स्थापित किया गया था। 1962 में, महाराष्ट्र राज्य के निर्माण के बाद एक साल, बीड जिला परिषद (जिला परिषद) सभी स्थानीय निकायों को भंग करने के बाद अस्तित्व में आया था। [4] 13 वीं सदी (संभवतः) बीड शहर में स्थापित किया गया था। 13th/14th सेंचुरी (संभवतः) - Kankaleshwar मंदिर बनाया गया था। 1317 - बीड खिलजी के लिए जाता है के रूप में कुतुब - उद - दीन मुबारक शाह देवगिरी कब्जा. 1327 - बीड Tughluqs के तहत आया है। 1341 - सम्राट मुहम्मद तुगलक शहर में आए। अपने आदेश पर गढ़ बनाया गया था, Bendsura के प्रवाह को दक्षिण, कई कुओं के लिए कर दिया गया था और शहर के आसपास खोदा गया और शहर बीर नामित किया गया था। 1347 - बीड आला - उद - दीन बहमन शाह founds बहमनी सल्तनत के रूप में Bahmanid शासन के अधीन आता है। १,४५५ (लगभग) एक भयंकर युद्ध हुमायूं शाह Zālim और हसन शाह के बीच Kankaleshwar मंदिर के मैदान में लड़ा गया था। शासक हुमायूं हराया था। हुमायूं एक और सेना भेजी और विद्रोही कब्जा कर लिया था। 1499 - बीड दौलताबाद के कब्जा करने के बाद अहमदनगर के निजाम शाही राजवंश कब्जा कर लिया था। 1583 - खजाना ही Dhnora गांव में Bhasker Construkter द्वारा निर्माण. है कि Phutkanal रोड बनाया 1598 मुगल कब्जा अहमदनगर चांद बीबी से बीड. 1627 - जामा मस्जिद Jan Sipar खान द्वारा निर्मित किया गया था। 1702 - ईद गाह (ईद प्रार्थना की जगह) बनाया गया था। 1703 - पुराने किले के अंदर नई गढ़ और पूर्वी ऊंचाइयों पर एक नई बस्ती औरंगजेब के शासन के दौरान बनाया गया था। 1724 - बीड निज़ाम - उल - मुल्क जह मैं डेक्कन को जब्त आसफ रूप आसफ Jahi किंगडम (हैदराबाद राज्य) का हिस्सा बन गया। 1739 - काजी मुहम्मद फखरुद्दीन नाम उर्दू में '(पुण्य का गार्डन) रियाज - उल - अबरार' बीड शहर की एक विस्तृत इतिहास लिखते हैं। 1818 - Dharmaji प्रताप राव के नेतृत्व में विद्रोही ब्रेक. ब्रिटिश लेफ्टिनेंट जॉन सदरलैंड सेना के साथ आता है और विद्रोही कब्जा. 1835 - बड़े पैमाने पर बाढ़ शहर हिट. कोतवाली गेट और बगल की दीवार अक्सर हिंसक बाढ़ से सुरक्षा के रूप में निर्माण किया गया था। Katba - एक पत्थर कोतवाली गेट पर फ़ारसी में खुदी हुई थाली बाढ़ की तारीख और सुरक्षा दीवार के निर्माण 1251 आह (1835) के रूप में राज्यों. 1858 - एक छोटा सा विद्रोही टूटता है, लेकिन सभी विद्रोहियों कब्जा कर लिया गया। 1865 - Jivanji रतनजी बीड जागीरदारी प्रणाली के रूप में निजाम के द्वारा समाप्त कर दिया गया था 1 कलेक्टर बन गया। 1883 - बीड जिले औपचारिक रूप से निपटारा किया गया। 1898 - एक विद्रोही बाबा साहब उर्फ ​​राव साहब के नेतृत्व के तहत तोड़ दिया। विद्रोहियों पर कब्जा कर लिया गया। 1898 - काजी मुहम्मद Qutbullah और बीड के निवासी काजी उर्दू में बीड शहर के एक विस्तृत इतिहास (Tārīkh ई - बीर) लिखा था। 1898 - 1900 - ग्रेट अकाल बीड में होता है। मानव और पशुओं के हजारों की सैकड़ों मर जाते हैं। 1942 - सैयद Basit अली उर्दू में बीड शहर के एक संक्षिप्त इतिहास लिखा था। 1947 - भारत में आजादी के लाभ. 1948 - ऑपरेशन पोलो के लिए 12 सितंबर को भारतीय संघ में हैदराबाद राज्य के लिए शुरू किया गया था। आपरेशन के दौरान सांप्रदायिक संघर्ष विराम और हजारों नरसंहार में मारे गए। 1949 - Bendsura परियोजना को शुरू किया गया था। 1952 - बीड नगर पालिका (नगर परिषद) की स्थापना की। 1956 - Bendsura परियोजना के पूरा हो। 1962 - बीड जिला परिषद (जिला परिषद) अस्तित्व में आया। 1969 - पहले बीड जिले के तहत आधुनिक भारत के राजपत्र में प्रकाशित किया गया था। 1982 - टेलीविजन प्रसारण स्टेशन का निर्माण किया गया था। 1982 - बीड जिले से 43 गांवों के क्षेत्र में एक नव निर्मित लातूर जिले के लिए दिया गया था। 1989 - शहर में तीन बस्तियों को बाहर बड़े पैमाने पर बाढ़ पोंछे. कई मारे गए हैं या लापता, नष्ट रुपए की करोड़ों की संपत्ति. 1994 - बीड Bubonic प्लेग के breakout के बाद सुर्खियों में व्यापक दुनिया में आया था। 1998 - अब्दुल हमीद Nathapuri उर्दू में बीड जिले (जिला बीर KI Tārīkh) के एक इतिहास लिखा था। 2002 - 23 राष्ट्रीय जूनियर खो - खो चैम्पियनशिप आयोजित की गई थी। 2004 - पहले मोबाइल फोन सेवा शहर में शुरू कर दिया। 2011 - Phutkanal जो 1583 में बनाया द्वारा नए सिरे से है ऐतिहासिक इमारत[संपादित करें] Kankaleshwar मंदिर यह शायद सबसे पुराना है और शहर में सबसे खूबसूरत इमारत है। इतिहासकारों इस मंदिर के निर्माण की अवधि के बारे में सुनिश्चित नहीं हैं। स्थापत्य शैली से पता चलता है कि यह यादव की अवधि के दौरान किया गया है का निर्माण हो सकता है। [4] सबसे शायद शासनकाल के दौरान Singhana (1210-1247), जो भी देवगिरी (दौलताबाद) की स्थापना की। इस मंदिर के डिजाइन एलोरा की प्रसिद्ध गुफाओं पर मंदिरों के लिए कुछ करीबी समानताएं हैं। शहर के पूर्वी हिस्से में एक छोटी सी झील के बीच में स्थित इस मंदिर में काले पत्थर के साथ बनाया गया है और उत्कृष्ट मानव और परमात्मा के आंकड़े के साथ खुदी हुई है। एक निष्पक्ष 'Mahashivratri.It देवा Di देव महादेव (शिवजी) की एक tample के दौरान मंदिर के मैदान में आयोजित किया जाता है। जामा मस्जिद (मस्जिद) 1036 आह (1627) में अपने बीड जनवरी Sipar खान में अधिकारी द्वारा मुगल सम्राट जहांगीर (1605-27) की अवधि के दौरान निर्मित, यह एक बीड की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है। किला (गढ़) में शहर के केंद्र में स्थित यह तीन विशाल गुंबदों और चार मीनारों है। [8] Shahinshah वली कब्र - Shahinshah वली कब्र सूफी Shahinshah वली की कब्र पर गुंबद. Shahinshah वली 14 वीं सदी के एक सूफी था। वह मुहम्मद तुगलक के शासन के दौरान बीड आया। उसकी कब्र और आसपास के क्षेत्रों में 1385 से 1840 के लिए अलग अलग समय में बनाया गया था। विवरण बीड के इतिहास में देखा जा सकता है। यह पूर्वी उन्नयन पर स्थित है। हर साल एक उर्स (मेला) यहाँ 'रबी अल अव्वल, इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने के 2 दिन पर आयोजित किया जाता है [8]. Khandoba मंदिर Khandoba मंदिर अक्सर बीड शहर में पूर्वी पहाड़ियों पर एक बुरी हालत में शहर के स्टैंड के प्रतीक के रूप में माना जाता है। यह पूर्वी पहाड़ियों पर स्थित है। Hemadpanti शैली में निर्मित है, यह अक्सर शहर के प्रतीक के रूप में माना जाता है। दो सममित, अष्टकोणीय (प्रकाश के टावर) dīpmal बढ़ती 21.33 मीटर (70 फुट) के मंदिर के सामने खड़े हैं। टावर्स मनुष्यों और पशुओं के आंकड़े खुदी हुई है, उनमें से ज्यादातर अब विरूपित. इस मंदिर के निर्माण के बारे में दो कहानियाँ हैं। एक का कहना है कि यह Sultanji निजाम युग के एक जागीरदार निंबालकर के द्वारा बनाया गया था। अन्य का कहना है कि यह सिंधिया द्वारा Mahadji बनाया गया था। Tārīkh ई - बीर (बीड का इतिहास) निंबालकर के साथ उल्लेख किया है। [10] मंदिर Ashwaling यह शायद बड़े और शहर में अधिक सुंदर इमारत. मंदिर Ashwaling एक शिव मंदिर है। यह बीड में एक अमीर Tempal है। यह Pimpalwandi क्षेत्रों में है। Dhopatwadi गांव (वाल्मीकि एम जेधे गांव) 7 किमी की दूरी पर है। दूर मंदिर Ashwaling से. मंसूर शाह कब्र बीड शहर के पूर्वी भाग में मंसूर शाह कब्र. मंसूर शाह ने 18 सदी सूफियों की Suharwardy कबीले के सूफी था। वह Mahadji सिंधिया के एक धर्म गुरु (आध्यात्मिक शिक्षक) कहा जाता है। उसकी कब्र Khandeshwari मंदिर के पास बीड के पूर्वी भाग में है। मंदिर के गुंबद संगमरमर से बना है [8]. खजाना खैर यह ऐतिहासिक और प्रसिद्ध अच्छी तरह से शहर के दक्षिण के बारे में 6 किमी की दूरी पर स्थित है। यह 991 आह (1583) में Salābat खान, के एक जागीरदार constructer Bhasker AhmadnagarBy के मुर्तजा निजाम शाह की अवधि में बीड द्वारा बनवाया गया था। यह कहा जाता है कि इस कुएं में पानी का स्तर सूखे में भी अपरिवर्तित बनी हुई है [8] अच्छी तरह से, दो धाराओं से पानी की शुरू की तीन धाराओं के कुंए में पानी रखने के लिए और एक इसे बाहर ले और Barg ओ ZAR की जमीन सिंचाई (अर्थ ' पत्तियां और फूल शहर धनोरा के आसपास Balguzār के रूप में बोल - चाल का में स्पष्ट). शहर की नगर पालिका सूखे के दौरान इस कुएं से पानी लेने के लिए और यह शहर और आसपास के गांवों के कुछ भागों के लिए आपूर्ति. Salābat खान भी karanja (फव्वारे) और शहर के केंद्र में एक उद्यान का निर्माण किया गया है। Karanja के टॉवर अभी भी एक बहुत ही बुरी हालत में शहर के बीच में खड़ा है। एक चालू है जो पानी से बाहर ले phutka Nall के रूप में कहा जाता है। 1583 वहां से एक सड़क है जो कुछ ग्रामीणों द्वारा बंद कर दिया है। ऐतिहासिक गेट्स Bāb (सफलता के गेट) uz - जफर - 1835 में अब कोतवाली Ves (कोतवाली गेट) के रूप में जाना जाता है Bendsura के पश्चिमी किनारे पर बनाया गया था। फाटक खराब हालत में अब और बाईं तरफ आसन्न फतह बुर्ज लगभग चला गया है। शहर के अतीत में कई फाटकों और एक छोटा सा किला था [8] अब चार ही शेष हैं और खराब हालत में हैं। एक कई के बाहर केवल महबूब गंज (अब हीरालाल चौक) में पूर्वी हिस्से में बनाया गया था। कोतवाली गेट (कोतवाली Ves के रूप में जाना जाता है) Bendsura नदी के पश्चिमी तट पर स्थित है। यह अपने नाम मिल गया है क्योंकि एक पुलिस स्टेशन (कोतवाली) फाटक के निकट स्थित था। एक अन्य गेट, जो एक बुरी हालत में भी है Milliya परिसर के निकट किला में पाया जाता है। चौथा गेट बशीर गंज क्षेत्र में है और शायद अन्य फाटक, सबसे शायद अपने बुर्ज पर गंभीर जो कुछ सूफी बुलंद शाह के होने के लिए कहा जाता है के कारण की तुलना में एक छोटे से बेहतर हालत में है। 2001 की जनगणना के अनुसार बीड़ शहर की जनसंख्या 1,38,091 है और बीड़ ज़िले की कुल जनसंख्या 21,59,84 है। 2001 भारत की जनगणना के रूप में, [18] बीड शहर 138,091 की आबादी थी। पुरुष जनसंख्या 71,790 है और महिलाओं के 66,301 गठन. शहर में प्रति हजार पुरुषों 923.54 महिलाएं हैं। जन्म दर 15.9 है जो 22 के राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है। मृत्यु दर 3 जो 8.2 के राष्ट्रीय औसत की तुलना में कम है। शिशु मृत्यु दर 71 प्रति हजार जीवित जन्मों पर जो हजार जीवित जन्मों के लिए 54.6 मौतों के राष्ट्रीय औसत की तुलना में बहुत अधिक है। तथापि, मातृ मृत्यु दर 1 जो 540 के राष्ट्रीय औसत की तुलना में बेहद कम है। [19] बीड जिले महाराष्ट्र राज्य में सबसे कम लिंग अनुपात मिला है। बीड (1000 पुरुष बच्चों के खिलाफ 801) 0-6 वर्ष के आयु समूह में 2011 की जनगणना के अनुसार के रूप में सबसे कम सेक्स पुरुष - महिला अनुपात है। महाराष्ट्र के 0-6 वर्ष के आयु समूह में लिंग अनुपात 1000 लड़कों के खिलाफ के रूप में 883 लड़कियों है। [20] यहां तक ​​कि इस छोटे से शहर में भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक विविधता का एक सबूत है। भूमि का 69.15 किमी ² हिंदू, मुस्लिम, बौद्ध, जैन, ईसाई और सिख समुदाय के लिए घर है। 41% - एक गणना शहर में हिंदू आबादी लगभग 40% शामिल हैं। 12,307 हिंदुओं को शहर में 1901 में रह रहे थे, जो तत्कालीन जनसंख्या का 69.64% थी। [5] यह अनुपात दलितों के एक बड़े पैमाने पर बौद्ध धर्म और ईसाई धर्म के लिए रूपांतरण के बाद कम हो गया था। इसके अलावा, जैन आबादी उस समय हिंदू के रूप में माना जाता है। बीड में जनसंख्या का लगभग 25% शामिल मुसलमानों [21] [22] 4993 मुसलमानों को जो तब की आबादी का 28.25% थी 1901 में शहर में रह रहे थे। [5] के रूप में प्रति वर्ष 2001 की जनगणना में 34522 तक पहुँचता है बीड में मुस्लिम आबादी की गणना. जिले में दलित (अनुसूचित डाले और अनुसूचित जनजाति) का प्रतिशत जनसंख्या 2001 की जनगणना में 14.13% (अनुसूचित जाति 13.01% अनुसूचित जनजाति 1.12%) है [1] के रूप में 2001 की जनगणना के अनुसार परिकलित शहर में दलित की जनसंख्या 19512 है। धर्म, लगभग सभी दलितों बौद्ध हैं, लेकिन कुछ अभी भी हिंदू रिवाज का पालन करें। एक बौद्ध मंदिर माली चौक क्षेत्र में स्थित है। धर्मयुद्ध वॉच के अनुसार वहाँ +६६२ 2000 साल जो तब जनसंख्या का 0.5% था में शहर में रहने वाले ईसाइयों थे [23] 1901 में शहर में 68 केवल ईसाइयों के रहने वाले थे और उनमें से ज्यादातर देशी थे। [5] प्रोटेस्टेंट (भगवान की विधानसभाओं) और रोमन कैथोलिक चर्च (सेंट एन) शहर में स्थित हैं। एक मिशनरी सेंट एन स्कूल अभिजात वर्ग के उत्कृष्ट बुनियादी सुविधाओं के साथ एक प्रतिष्ठा है। जैन समुदाय (दोनों Svetambar और दिगंबर जैन) भी दोनों समुदायों के मंदिरों के साथ उपस्थिति है। दिगंबर जैन मंदिर जूना बाजार, लगभग पूरी तरह से मुस्लिम क्षेत्र में स्थित है। सिखों शायद शहर में सबसे छोटी इकाई धार्मिक हैं लेकिन उनके गुरुद्वारा जो 1895 में निर्मित होने के लिए कहा है। [8] उर्दू (Deccani एक्सेंट) मुसलमानों के लिए मातृभाषा है। है। हिंदुओं और दलितों मराठी बोलते हैं। अन्य समुदायों संचार की एक विधा के रूप में मराठी और हिंदी का उपयोग करें। आधिकारिक तौर पर मराठी, हिन्दी और अंग्रेजी भाषा के उपयोग में हैं। बशीर गंज में नगर परिषद की नई इमारत नगरपालिका परिषद (1952 में स्थापित) शहर है जो शहर की सीमा के भीतर जो वर्तमान में 69.15 वर्ग किलोमीटर है मामलों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है के लिए प्रशासनिक निकाय है। शहर के 40 वार्डों में बांटा गया है, प्रत्येक वार्ड में अपने निर्वाचित प्रतिनिधि 'पार्षद' कहा जाता है। पार्षदों परिषद के 'राष्ट्रपति' जो हमेशा पार्टी है जो परिषद में बहुमत से चुनाव. नगरपालिका चुनाव हर पांच साल के बाद आयोजित की जाती हैं। जिले के पुलिस अधीक्षक जो कार्यालय शहर में है। दो पुलिस स्टेशनों शहर के पूर्वी और पश्चिमी भागों को कवर के पुलिस अधीक्षक के तहत परिचालन कर रहे हैं। बिरयानी - एक सबसे आम मांसाहारी पकवान की। संस्कृति, हालांकि ठेठ नहीं है, मुख्य रूप से महाराष्ट्र के है। सीमा शुल्क धार्मिक विवाह और अन्य कार्यों में पीछा कर रहे हैं। परिवार, सीमा शुल्क और धर्म अभी भी समाज में महत्व रखती है। खाद्य मोटे तौर पर शाकाहारी है, लेकिन मसालेदार मांसाहारी भोजन भी लोकप्रिय है। कई रेस्तरां, ढाबों और सड़क के किनारे खाद्य दुकानों मांसाहारी भोजन प्रदान करते हैं। चिकन शायद समाज के सभी संप्रदायों में सबसे लोकप्रिय गैर शाकाहारी भोजन है। (अचार) Achar पापड़ (poppadom) और मसाले एक आम उच्च मिर्च आहार का हिस्सा हैं। नई पीढ़ी, विशेष रूप से पुरुषों, पश्चिमी कपड़े पहनने. Shalwar खामिस युवा लड़कियों में लोकप्रिय है। विवाहित महिलाओं (रंगीन कपड़े का एक लंबा टुकड़ा) साड़ी और चोली पहनती हैं। पारंपरिक संगठनों लोकप्रिय हैं, यदि कोई हो, केवल बुजुर्ग में. दीवाली, होली, Dasehra, ईद - उल - फितर, ईद - उल - अधा और बुद्ध जयंती प्रमुख त्यौहार है। नई आवास निर्माण मुख्य रूप से ठोस आधारित हैं, लेकिन गरीबों में, धातु शीट की छतों के साथ कीचड़ और मोर्टार घरों आम हैं। सिनेमा हॉल और एक छोटे, छोटे बनाए रखा उद्यान को छोड़कर शहर में कोई सुविधाओं के हैं। जो 'अशोक' सबसे पुराना है, कुछ साल पहले सात सिनेमा हॉल थे, अब चार शेष हैं। दो पार्क 1969 तक नगर परिषद द्वारा बनाए रखा गया [4] एक छोटी लेकिन अच्छी तरह से बनाए रखा एक छोटा सा चिड़ियाघर सहित उद्यान Bendsura के पूर्वी तट पर स्थित था। 23 जुलाई 1989 को एक बड़े पैमाने पर बाढ़ यह कोई निशान छोड़ने से साफ हो। हाल ही में एक छोटे से बगीचे के सह चिड़ियाघर खास बाग क्षेत्र में निर्माण किया गया है, लेकिन यह बहुत सुधार की जरूरत है। शहर के सड़क मार्ग से ही पहुँचा जा सकता है। राष्ट्रीय राजमार्ग 211, सोलापुर धुलिया जोड़ने शहर के माध्यम से गुजरता है। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) एक राज्य के स्वामित्व वाली परिवहन कंपनी महाराष्ट्र और पड़ोसी राज्यों में प्रमुख शहरों के लिए बस का उपयोग प्रदान करता है। कुछ निजी पर्यटन एजेंसियों को भी राज्य के प्रमुख शहरों के लिए सेवा है। निकटतम घरेलू हवाई अड्डे (133 किमी) औरंगाबाद, निकटतम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों (418 किमी) मुम्बई, हैदराबाद (428 किमी) और पुणे (250 किमी) हैं। नजदीकी रेलवे स्टेशनों जलना (110 किमी), परली (120 किमी) औरंगाबाद (133 किमी) और अहमदनगर (145 किमी) हैं। ऑटो रिक्शा शहर के भीतर सार्वजनिक परिवहन का एकमात्र साधन है। शहर के अंदर सड़क औसत चौड़ाई और औसत से नीचे गुणवत्ता के हैं। रेलवे लाइन का उपयोग शायद शहर के लोगों के लिए सबसे बहुप्रतीक्षित बात है। बीड एक नगण्य वृद्धि के साथ एक पिछड़े अर्थव्यवस्था है। सरमा समिति 1997 में भारत में 100 सबसे पिछड़े जिलों में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया गया है बीड [19] इस लिस्टिंग के बाद भारत की सरकार और महाराष्ट्र की सरकार ने 'डी' के क्षेत्र के रूप में बीड शहर निर्दिष्ट कर छुट्टी और रियायतों की घोषणा के लिए आकर्षण है। निवेशकों को जिले में [24] पानी की आपूर्ति और परिवहन की सुविधा की समुचित व्यवस्था के बिना, इस घोषणा नहीं हुई। आर्थिक पिछड़ेपन प्राकृतिक संसाधनों, लगातार सूखा, अच्छा परिवहन सुविधाओं और भ्रष्टाचार की कमी की कमी को जिम्मेदार ठहराया है। [21] अर्थव्यवस्था पूरी तरह से मानसून निर्भर कृषि, सेवा क्षेत्र और छोटे व्यवसायों पर निर्भर करता है। बीड के साथ 15,303 रुपये प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में महाराष्ट्र के सबसे गरीब जिलों में से एक के बारे में (380 डॉलर) जो महाराष्ट्र राज्य औसत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) १७,०७९ रुपये के बारे में (427 डॉलर) की तुलना में कम है। [21] [25] के कुछ लघु उद्योगों ओटाई, पीवीसी और प्लास्टिक पाइप, लकड़ी काटने और स्थानीय आधारित शीतल पेय. व्यापार के क्षेत्र में दैनिक कपड़ा की जरूरत है और ऑटोमोबाइल के छोटे और मध्यम पैमाने खुदरा और थोक कारोबार शामिल हैं। लघु व्यवसाय सब्जियों, मसालों, खाद्य और नमकीन, कपड़ा और खिलौने आदि बीड कपड़ा और पड़ोसी शहरों और जिलों से छोटे दुकानदारों का एक अच्छा थोक बाजार यहाँ खरीद के लिए दृष्टिकोण है सड़क के किनारे की दुकानों और विक्रेताओं शामिल हैं। Milliya परिसर - एक अल्पसंख्यक शिक्षा केंद्र और शहर के सबसे बड़े परिसरों में से एक 1959 में मीर रौनक अली द्वारा स्थापित किया गया था। बहुउद्देशीय हाई स्कूल - निजाम मीर उस्मान अली खान द्वारा 1921 में स्थापित किया गया है, बीड में सबसे पुराना उच्च विद्यालय, अब एक कचरे का ढेर है। बीड़ शहर में मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालय हैं। अंग्रेजी, मराठी और उर्दू शिक्षा के माध्यमों हैं। कई स्कूलों और कॉलेजों में बहुत अच्छा बुनियादी ढांचे और सुविधाओं है। प्राथमिक शिक्षा जिला परिषद (जिला परिषद), बीड में मुख्यालय द्वारा प्रबंधित किया जाता है। सभी माध्यमिक स्कूलों और जूनियर कॉलेजों महाराष्ट्र माध्यमिक और पुणे में उच्च माध्यमिक शिक्षा के स्टेट बोर्ड से संबद्ध हैं। एक इंजीनियरिंग संस्थान, आदित्य इंजीनियरिंग कॉलेज. यह एक निजी कॉलेज aditya भाऊ uddheshiya संस्था द्वारा 2001 में स्थापित है। यह अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) नई दिल्ली द्वारा मंजूरी दे दी है। प्रवेश एआईईईई और राज्य आयोजित सीईटी परीक्षा के आधार पर किया जाता है कॉलेज कंप्यूटर, सूचना प्रौद्योगिकी और ELECTRNICS और telecommucination इंजीनियरिंग की शाखाओं में इंजीनियरिंग प्रदान करता है। एक डेयरी टेक्नोलॉजी कॉलेज, एक डेंटल कॉलेज, एक आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज, दो डिप्लोमा इंजीनियरिंग (एक राज्य को चलाने का है) कालेजों, एक होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज, एक डिप्लोमा फार्मेसी कॉलेज और एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान शहर में व्यावसायिक शिक्षा की पेशकश कर रहे हैं। अन्य कॉलेजों में कला, विज्ञान, वाणिज्य और व्यावसायिक संकायों की पेशकश करने के लिए स्नातक स्तर के बाद. सभी कॉलेजों को डॉ॰ बाबासाहेब औरंगाबाद में अम्बेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय से संबद्ध हैं। शहर मे अनेक प्रसिद्ध मराठी माध्यम स्कूल उपलब्ध है जिन मे संस्कार माध्यमिक शाळा , शिवाजी माध्यमिक शाळा,चंपावती हायस्कुल, शाहू माध्यमिक शाळा, भगवान माध्यमिक शाळा ,राजस्थानी माध्यमिक शाळा व इतर उल्लेखनीय है, इसी प्रकार उर्दू माध्यम के भी अनेक स्कुल है जिन मे अल हुदा उर्दू हायस्कुल, मिल्लिया बायज हायस्कुल, इंदिरा गांधी हायस्कुल, सर सय्यद प्रायमरी स्कुल उल्लेखनीय है . बीड शहर जिले के शहरी क्षेत्रों में सबसे ज्यादा साक्षरता दर है [1]. महिला साक्षरता = 65.26% लिंग अनुपात 2001 के रूप में भारत की जनगणना = 923.54 प्रति हजार पुरुषों महिलाओं, [18] अपने स्वास्थ्य नीति के तहत राज्य सरकार शहर में एक 300 बिस्तर (जिला अस्पताल) गणना टोमोग्राफी स्कैन (सीटी स्कैन) जैसे कुछ आधुनिक सुविधाओं के साथ अस्पताल चलाता है। अस्पताल औसत 18,000 रोगियों को प्राप्त करता है और 250 एचआईवी परीक्षण मासिक प्रदर्शन [26] विभिन्न निजी क्लीनिकों और अस्पतालों और एक राज्य को चलाने का पशु अस्पताल भी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। इनमें Vithai अस्पताल है, जो सबसे बड़ा चैरिटेबल जिले में मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल में 200 बिस्तरों वाले है। एक होम्योपैथिक अस्पताल 'Sonajirao Kshirsagar होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज' के साथ चल रहा है। कोई सुविधाओं न्यूरोलॉजी तरह सुपर विशेषता में उपलब्ध हैं, कैंसर आदि बीड Bubonic प्लेग के फैलने के लिए अगस्त 1994 में दुनिया भर में सुर्खियों में था। कुछ शोधकर्ताओं, हालांकि, यहां का पता चला बीमारी प्लेग मची लेकिन जो मानदंडों. [27] के रूप में प्रति पुष्टि नहीं सकता क्रिकेट undisputedly है, शहर में सबसे लोकप्रिय खेल है। वहाँ कई छोटे क्लब क्रिकेट खेलने हैं। राज्य स्तरीय फुटबॉल हाल के दिनों में आयोजित प्रतियोगिताओं में भी फुटबॉल और कुछ फ़ुटबॉल क्लब के लिए प्यार है शह भी उभरा किया गया है। वहाँ एक अच्छी खरीदारी जटिल है, लेकिन गरीब खेल सुविधाओं के साथ एक मध्यम आकार के शहर में जिला स्टेडियम है। 23 राष्ट्रीय जूनियर खो - खो चैम्पियनशिप 2002 में स्टेडियम में आयोजित किया गया। राज्य स्तरीय वालीबाल और कबड्डी प्रतियोगिताओं भी 90 के दशक के अंत में आयोजित की गई। तायक्वोंडो की तरह खेल की लोकप्रियता प्राप्त कर रहे हैं। जिले में भी 2008 में 22 राज्य ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का आयोजन किया। आकाशवाणी रेडियो प्रसारण टावर औद्योगिक क्षेत्र (एमआईडीसी) में बीड. अधिक से अधिक एक दर्जन मराठी और दो उर्दू Dailys शहर से प्रकाशित कर रहे हैं। बीड (समाचार पत्र) रिपोर्टर, Champavati Patr (समाचार पत्र), लोक Prashn (समाचार पत्र), Lokasha (समाचार पत्र), Parshv भूमि (समाचार पत्र) और Zunjar Neta प्रमुख मराठी दैनिक समाचार पत्रों हैं। स्थानीय और क्षेत्रीय समाचार, स्थानीय मुद्दों और राजनीति पर अपराध और कहानियों लेख दैनिक समाचार पत्रों के सामान्य विशेषताएं हैं। मराठी, उर्दू, हिन्दी और अंग्रेजी दैनिक समाचार पत्रों सहित भारत के विभिन्न शहरों से प्रकाशन राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्रों में भी प्रवेश किया है। शहर नहीं पत्रिकाओं में प्रकाशित कर रहे हैं, लेकिन सभी प्रमुख राष्ट्रीय पत्रिकाओं के पाठकों है। 1961 में वहाँ बीड विनिमय में केवल 51 काम कर रहे टेलीफोन कनेक्शन थे। आज भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल), एक राज्य के स्वामित्व वाले टेलीफोन सेवा प्रदाता, 15,000 से अधिक ग्राहकों है। यह भी ब्रॉडबैंड इंटरनेट लाइन शुरू की है। 2004 में जिले की पहली मोबाइल फोन सेवा 'आइडिया' द्वारा शहर में शुरू किया गया था। कि बीएसएनएल, एयरटेल, वोडाफोन, बीपीएल, टाटा इंडिकॉम और रिलायंस के बाद भी बढ़ते बाजार में कूद गया। 1982 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने स्थलीय टेलीविजन रिले केंद्र की नींव का पत्थर, पूर्वी पहाड़ियों पर स्थित है डाल दिया। केवल दूरदर्शन 1990 तक उपलब्ध था जब उपग्रह चैनलों और केबल ऑपरेटरों के कारोबार शुरू कर दिया। कुछ उत्साही एक स्थानीय केबल चैनल 'बीड न्यूज' शुरू कर दिया है। यह स्थानीय समाचार कवरेज और नाटकों समय की फिल्मों को आराम प्रदान करता है।सोशल मीडिया के इस दौर मे आॅनलाईन न्युज पोर्टल और युट्यूब न्युज चॅनल का महत्व बढ गया है,सरकार एक्सप्रेस आॅनलाईन न्युज पोर्टल और सरकार एक्सप्रेस युट्यूब न्युज चॅनल बीड जी़ले मे महत्वपूर्ण स्थान रखते है। ऑल इंडिया रेडियो एफएम 102.9 मेगाहर्ट्ज पर बीड, [28] प्रसारण समाचार, फिल्म और लोक संगीत, विविध भारती और कार्यक्रमों के कार्यक्रमों में कृषि और स्वास्थ्य शिक्षा पर आधारित है। 21 वीं सदी में और मुद्दों और चुनौतियों एक पूरे के रूप में बीड जिले - गरीबी रेखा से नीचे की आबादी = 32.4% साक्षरता = 68.48% साक्षर महिलाओं = 55.38% सुरक्षित पीने के पानी (बस्तियों को) = 66.1% की अनुमानित कवरेज गांवों पक्की सड़कों से नहीं जुड़ा हुआ = 52.82% [29] बीड़ क्षेत्र मुख्यत: कृषि पर आश्रित है। यहाँ पर ज्वार, कपास, तिलहन और दलहन प्रमुख फ़सलें हैं। गन्ना और तरबूज़, अंगूर व आम जैसे फलों की खेती का क्षेत्रफल भी यहाँ पर बढ़ रहा है। बीड़ में सिंदफाना नदी पर हाल ही में निर्मित माजलगाँव परियोजना और केज के समीप मांजरा नदी परियोजना जैसी सिंचाई योजनाओं ने वर्षा की कमी को पूरा किया है। इससे कृषि-उत्पादन, जिसमें कपास और ज्वार प्रमुख फ़सलें हैं, इनको को सुदृढ़ किया है। सहायक नदियों पर बनी बहुत सी छोटी-छोटी सिंचाई परियोजनाओं से भी कृषि-उत्पादकता में वृद्धि हुई है। बीड़ शहर को चमड़े के काम के लिए जाना जाता है। यहाँ पर काफ़ी बड़ी संख्या में भूमिहीन मज़दूर, मौसमी तौर पर पास के औरंगाबाद ज़िले की चीनी मिलों में काम करने के लिए जाते हैं। बीड एक उपेक्षित और पिछड़े क्षेत्र के रूप में एक लंबा इतिहास है। 1960 के दशक में औद्योगिक और आर्थिक पिछड़ेपन, अच्छी परिवहन सुविधा की कमी, बिजली और साक्षरता मुद्दों थे और आज वे भी एक ही हैं। [21] [30] कई रेलवे लाइन की सुविधा के मुद्दे के साथ चुनाव लड़ा गया है। हाल के दिनों में मुद्दों की सूची को पीने के पानी की आपूर्ति और बिजली, लगातार सूखे, असफल फसलों और किसानों, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और बढ़ती अपराधों की आत्महत्या की कमी के साथ चला गया है। [21] बीड भी रिकॉर्ड महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बिजली चोरी. लगभग 60% करने के लिए जिले के लिए बिजली की आपूर्ति से पहले यह उपभोक्ताओं को जो इसके लिए भुगतान करने के लिए पहुँच सकते हैं चोरी की है। इसके अलावा, अवैतनिक बिजली के बिल को लगभग 4540 करोड़ रुपए ($ 113 के बारे में एम) चलाता है। [31] सामाजिक और पर्यावरण के मुद्दों पर पूरे देश की तुलना में अलग नहीं हैं। मानव अधिकार (विशेषकर महिलाओं और बच्चों के), बाल श्रम, गरीबी, बढ़ती एचआईवी संक्रमण, धार्मिक संघर्ष, मानव तस्करी और यौन शोषण के बीड में कुछ प्रमुख सामाजिक चिंता के मुद्दों हैं। शहर में लिंग अनुपात में गिरावट पर भी है के रूप में महिला शिशुओं की भ्रूण हत्या की वजह से पूरे देश का मामला है। जिले IndianNgos.com अनुसंधान और भारत भर में 586 जिलों के विश्लेषण पर आधारित है। [32] [33] मानव विकास सूचकांक (एचडीआई), 30 जिलों के बाहर यूएनडीपी विधि, बीड रैंकों 18 का उपयोग कर राज्य में भारत में साक्षरता में 143 रैंक महाराष्ट्र के 0.47 HDI साथ. यह 7 21.21 के मानव गरीबी सूचकांक (HPI) के साथ राज्य में सबसे गरीब जिला है। [25] वनों की कटाई, बंजर, लगातार सूखा, जलाशयों और पीने के पानी की चरम कमी सिकुड़, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में प्रमुख मुद्दे हैं जो तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार बीड जिले, केवल 2.47 प्रतिशत वन क्षेत्र है कि कम गुणवत्ता का भी है। [1] बीड़ सुदंर कंकालेश्वर मंदिर के लिए जाना जाता है। कहा जाता है कि यहाँ एक ग़रीब ब्राह्मण ने अपनी गहन उपासना के पुरस्कारस्वरूप सोने से भरे 1,000 पात्र प्राप्त किए थे।
2021/09/28 15:20:24
https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%AC%E0%A5%80%E0%A4%A1
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बड़ा साइबर अटैक, बिल गेट्स, एलन मस्क, बराक ओबामा, जेफ बेजोस के ट्विटर अकाउंट हैक कर… – The Chaupal बड़ा साइबर अटैक, बिल गेट्स, एलन मस्क, बराक ओबामा, जेफ बेजोस के ट्विटर अकाउंट हैक कर… No Comments on बड़ा साइबर अटैक, बिल गेट्स, एलन मस्क, बराक ओबामा, जेफ बेजोस के ट्विटर अकाउंट हैक कर… बुधवार की रात ट्विटर पर हाहाकार मच गया. दुनिया भर के दिग्गजों के अकाउंट हैक हो गए और सभी अकाउंट पर एक जैसे ट्वीट किये गए. लोगों बिटकॉइन के रूप में पैसे मांगे गए और कहा गया कि दोगुने कर के लौटाए जायेंगे. कुछ देर के लिए ही ये ट्वीट लोगों को दिखाई दिए और उतनी देर में ही हैकरों ने 1 लाख डॉलर के बिटकॉइन निकाल कर लोगों को चूना लगा दिया. ये देख कर ट्विटर पर हड़कंप मच गया. ट्विटर ने कुछ देर के लिए सभी ब्लू टिक वाले एकाउंट्स को बंद कर दिया. अमेरिकी डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बिडन, टेसला के सीईओ एलन मस्क, माइक्रोसॉफ्ट के सहसंस्थापक बिल गेट्स, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतनयाहू, अमेजन के जेफ बेजोस समेत एपल और उबर जैसी कंपनियों के अकाउंट हैक कर लिए गए. सभी अकाउंट एक साथ हैक किये गए और सभी एकाउंट्स पर एक जैसे ट्वीट किये गए. बिल गेट्स के अकाउंट से ट्वीट किया गया – 'हर कोई मुझसे कह रहा है कि ये समाज को वापस देने का वक्त है, तो मैं कहना चाहता हूं कि अगले तीस मिनट में जो पेमेंट मुझे भेजी जाएगी मैं उसका दोगुना लौटाऊंगा. आप 1000 डॉलर का बिटकॉइन भेजो, मैं 2000 डॉलर वापस भेजूंगा.' ट्वीट के साथ एक लिंक दिया गया. इस लिंक का इस्तेमाल बिटकॉइन की लेनदेने के लिए किया जा सकता है. बाकी हैक्ड ट्वीट अकाउंट से भी इसी तरह के ट्वीट किये गए. हालाँकि कुछ ही देर में यव ट्वीट डिलीट कर दिए गए लेकिन तब तक हैकर 1 लाख डॉलर के बिटकॉइन निकाल चुके थे. ट्विटर के सीईओ जैक ने इस पूरे मामले पर कहा कि आज ट्विटर में बहुत ही मुश्किल भरा दिन था, जो हैकिंग हुई उसे हमने रोकने का प्रयास किया. ये हैकिंग कैसे हुई और इसके पीछे कौन था, इसकी जांच जारी है. ← विकास दुबे ए'नकाउंट'र पर उठ रहे सवाल के बीच बोली शहीद सीओ देवेंद्र मिश्र की बेटी 'वो इसी…' → संजय झा के बाद अब संजय निरुपम पर भी गिर सकती है गाज़
2021/05/15 09:16:56
https://bizlegends.com/twitter-ciber-attack/
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SBI भर्ती : युवा जल्द से जल्द करें अप्लाई, विशेषज्ञ कैडर अधिकारी के पद खाली | NewsTrack Hindi 1 Mar 07 2019 07:56 AM स्टेट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा विशेषज्ञ कैडर अधिकारी के रिक्त पदों को भरने के लिए योग्य एंव अनुभवी उम्मीदवारों से आवेदन मांगे जा रहे हैं. पात्र और योग्य उम्मीदवार इस नौकरी के लिए 24 मार्च 2019 तक आवेदन कर सकते हैं. बता दें कि यह आवेदन करने की अंतिम तिथि है. इस नौकरी के लिए आप जल्द से जल्द आवेदन कर दें. नौकरी के लिए पात्र और इच्छुक उम्मीदवार आवेदन करने की अंतिम तिथि, आवेदन शुल्क, नौकरी के लिए चयन प्रक्रिया, नौकरी के लिए आयु सीमा, जिन पदों पर भर्ती निकली उनका विवरण, पदों के नाम, नौकरी के लिए शैक्षणिक योग्यता, कुल पदों की संख्या जैसी नौकरी से जुड़ी बेहद महत्वपूर्ण जानकारी नीचे विस्तार से प्राप्त कर सकते हैं... पद का नाम - विशेषज्ञ कैडर अधिकारी अन्तिम तिथि - 24 मार्च 2019 उम्मीदवार की न्यूनतम आयु सीमा 28 वर्ष एंव अधिकतम आयु सीमा विभाग के अनुसार 55 वर्ष ही मान्य होगी एंव विशेष वर्ग के उम्मीदवारों को आयु सीमा में विभाग के नियमानुसार छूट दी जायेगी. उम्मीदवार ने किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से सम्बंधित विषय में एमबीए या स्नातकोत्तर पास कर ली हो एंव सम्बंधित विषय में अनुभव हो.
2021/10/24 04:02:48
https://www.newstracklive.com/news/state-bank-of-india-state-bank-of-india-jobs-201-sc8-nu-1278594-1.html
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भारतीय चित्र साधना दे रहा भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा – हेमा मालिनी चित्र भारती फिल्मोत्सव – 2022 नई दिल्ली। प्रख्यात अभिनेत्री एवं सांसद हेमा मालिनी ने भारतीय चित्र साधना के अखिल भारतीय फिल्म समारोह, चित्र भारती फिल्मोत्सव-2022 (CBFF 2022) के शुरू होने की घोषणा की। यह फिल्मोत्सव का चौथा संस्करण है। भारतीय चित्र साधना के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रो. बी.के. कुठियाला, वरिष्ठ टेलीविजन पत्रकार उमेश उपाध्याय तथा सतपुड़ा चलचित्र समिति के सचिव आशीष भवालकर भी उपस्थित रहे। चित्र भारती फ़िल्मोत्सव की घोषणा करते हुए हेमा मालिनी ने कहा कि चित्र भारती युवाओं को आगे बढ़ने के लिए अवसर उपलब्ध करवा रही है। आज का सिनेमा पश्चिम की नकल कर रहा है। सिनेमा में भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है। भारतीय चित्र साधना भारतीय मूल्यों को बढ़ावा देने वाले सिनेमा को बढ़ावा दे रहा है। सिनेमा तेजी से लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने वाली इन्डस्ट्री है। उन्होंने कहा कि बदलते समय में ओटीटी जैसा नया प्लेटफॉर्म भी युवाओं को सिनेमा से जोड़ने में कारगर साबित हुआ है। भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष प्रो. बृज किशोर कुठियाला ने कहा कि आज का समय स्क्रीन का है। हमारा जीवन स्क्रीन के कंटेंट से प्रभावित हो रहा है। स्क्रीन ने समाज को नई दिशा दी है। इसने समाज को सामाजिकता से जोड़ा है। प्रत्येक दो साल पर होने वाला यह समारोह इस बार मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 18 से 20 फरवरी 2022 तक होना तय है। चित्र भारती फिल्मोत्सव छह साल के अंतराल के बाद मध्यप्रदेश लौट रहा है। पहली बार यह 2016 में राज्य के बहु-सांस्कृतिक वाणिज्यिक केंद्र इंदौर में आयोजित किया गया था। वरिष्ठ टीवी पत्रकार उमेश उपाध्याय ने कहा कि भारत 22 भाषाओं का घर है और फिल्मों का निर्माण लगभग हर भाषा में किया जाता है। हाल ही में ऑनलाइन पोर्टल्स और ओटीटी सहित डिजिटल प्लेटफार्मों ने ऑडियो-विजुअल कंटेंट के उत्पादन को तेजी दी है। भारतीय चित्र साधना भारत की परंपराओं और विविधता का सम्मान करती है और मानती है तथा ऑडियो-विजुअल क्षेत्र में भी इसे संरक्षित और बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयासरत है। सीबीएफएफ का प्रत्येक संस्करण सामाजिक और राष्ट्रीय प्रासंगिकता के विषयों पर प्रविष्टियां आमंत्रित करता है। विषयों का निर्णय पारंपरिक और समसामयिक मुद्दों को ध्यान में रखकर किया जाता है। CBFF फिल्म उद्योग के अग्रणी पेशेवर के साथ अपने प्रत्येक फेस्टिवल के दौरान मास्टर कक्षाएं आयोजित करता है। 2016 में राजपाल यादव, मनोज तिवारी, मधुर भंडारकर, के.वी विजयेंद्र प्रसाद जैसी हस्तियों ने प्रतिभागियों और दर्शकों के साथ अपने अनुभव साझा किए थे। वर्ष 2020 के पिछले संस्करण में अन्य दिग्गजों के साथ-साथ सुभाष घई और अब्बास-मस्तान की भी मास्टर क्लास थी। कोरोना महामारी और उसके निरंतर बाद का काल न सिर्फ फिल्म और टेलीविजन उद्योग के लिए, बल्कि सामान्य रूप से सभी वर्गों के लोगों के लिए बहुत चुनौतीपूर्ण रहा है। पूरी दुनिया को कोरोना के खतरे का सामना करना पड़ा। फिल्म इंडस्ट्री को भी बंद का सामना करना पड़ा। आर्थिक गतिविधियों के पुनः आरंभ होने के बावजूद फिल्म उद्योग को लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि इसमें करीबी शारीरिक निकटता शामिल है। लेकिन चीजें धीरे सामान्य हो रही हैं। लॉकडाउन अवधि के दौरान फिल्म निर्माण गतिविधि को सक्रिय रखने की आवश्यकता को महसूस करते हुए और Covid स्वास्थ्य प्रोटोकॉल पर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिहाज़ से भारतीय चित्र साधना ने एक ऑनलाइन कोविड-19 लघु फिल्म समारोह का भी आयोजन किया था। हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में भी फिल्म और संबंधित गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र की सेवा जारी रहेगी। CBFF-2022 फिल्म निर्माताओं से दस विषयों पर फिल्में आमंत्रित कर रहा है…. 75 वर्ष स्वतंत्र भारत अन-लॉकडाउन खुशहाल गांव, समृद्ध देश भारतीय संस्कृति और मूल्य इनोवेशन – क्रिएटिव वर्क शिक्षा और कौशल विकास Tags: CBFF, ओटीटी कंटेंट, चित्र भारती फिल्म महोत्सव, फिल्में, भारतीय चित्र साधना, भारतीय मूल्य, सिनेमा, हेमा मालिनी
2021/04/14 01:56:10
https://patheykan.com/%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4%E0%A5%80%E0%A4%AF-%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%BE%E0%A4%A7%E0%A4%A8%E0%A4%BE-2/
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vishwa hindi diwas 2022 this day is very special for hindi lovers know interesting facts related to hindi language tvi | Vishwa Hindi Diwas 2022:हिंदी प्रेमियों के लिए बेहद खास है यह दिन जानें हिंदी भाषा से जुड़े राेचक फैक्ट्स vishwa hindi diwas 2022 this day is very special for hindi lovers know interesting facts related to hindi language tvi Vishwa Hindi Diwas 2022:हिंदी प्रेमियों के लिए बेहद खास है यह दिन जानें हिंदी भाषा से जुड़े राेचक फैक्ट्स विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस भाषा के प्रयोग को प्रोत्साहित करना है. हिंदी भाषा प्रेमियों के लिए यह बहुत ही खास दिन है. Updated Date Mon, Jan 10, 2022, 12:50 PM IST Vishwa Hindi Diwas 2022: विश्व हिंदी दिवस 1975 में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए प्रतिवर्ष 10 जनवरी को मनाया जाता है. 1975 से विभिन्न देशों जैसे संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, मॉरीशस, त्रिनिदाद और टोबैगो ने विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया था. हिंदी प्रेमियों के लिए यह दिन खास है. हिंदी को अंरराष्ट्रीय भाषा के रूप में पहचान दिलाना भी इस दिन का मुख्य उद्देश्य है. हिंदी दिवस पर जानें हिंदी के इतिहास और मूल के बारे में रोचक फैक्ट्स. 1. हिंदी एक इंडो-यूरोपीय भाषा है (Hindi is an Indo-European language) हिंदी भाषा के रोचक फैक्ट्स आज हिंदी दिवस पर जानें हिंदी के मूल और इतिहास के बारे में. यहां पढ़ें हिंदी भाषा के कुछ रोचक फैक्ट्स. हिंदी उर्दू के साथ हिंदुस्तानी से मानकीकृत (standardised) है. हिंदी सीधे उत्तर भारत में हिंदुस्तानी से ली गई है और 19वीं शताब्दी में इसका मानकीकरण (standardised) किया गया था. हिंदी और उर्दू में महत्वपूर्ण समानताएं हैं, और उन्हें अभी भी भाषाई रूप से हिंदुस्तानी के दो रूप माना जाता है. 2. दुनिया भर में 366 मिलियन लोगों द्वारा हिंदी बोली जाती है (Hindi is spoken by 366 million people across the world) हिंदी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है और ज्यादातर भारत के उत्तरी भाग में बोली जाती है. हिंदी मॉरीशस, फिजी, गुयाना, सूरीनाम, त्रिनिदाद और टोबैगो और नेपाल में भी बोली जाती है. दुनिया भर में 366 मिलियन लोगों द्वारा हिंदी बोली जाती है. यह 5वीं सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है. 3. अंग्रेजी ने हिंदी से बहुत से शब्द उधार लिए हैं (English has borrowed a great number of words from Hindi) अंग्रेजी ने हिंदी से बहुत से शब्द उधार लिए हैं. हिंदी से अंग्रेजी में उधार लिए गए शब्दों के उदाहरण के तौर पर- अवतार, बंदना, बंगला, डिंगी, गुरु, जंगल, खाकी, कर्म, लूट, मंत्र, निर्वाण, पंच, पजामा, शर्बत, शैम्पू, ठग, आंधी और योग शामिल हैं. 4. प्रत्येक अक्षर की अपनी स्वतंत्र और विशिष्ट ध्वनि होती है (Each letter has its own independent and distinct sound) हिंदी वर्णमाला के प्रत्येक अक्षर की अपनी स्वतंत्र और विशिष्ट ध्वनि होती है परिणामस्वरूप, हिंदी शब्दों का उच्चारण ठीक वैसे ही किया जाता है जैसे वे लिखे जाते हैं, जिससे हिंदी भाषा सीखना आसान हो जाता है. 5. 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है (Hindi Diwas is celebrated on 14 September) भारत के हिंदी भाषी क्षेत्रों में प्रतिवर्ष 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिंदी दिवस 1965 में भारतीय संविधान सभा द्वारा हिंदी को आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने की याद दिलाता है. 6. आधुनिक देवनागरी लिपि (Modern Devanagari script) 7. कुछ प्रमुख हिंदी लेखक (Some prominent Hindi writers) काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त, हजारी प्रसाद द्विवेदी, सेठ गोविंददास जैसे कई लेखकों ने हिंदी को राजभाषा बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया. 8. 26 नए भारतीय अंग्रेजी शब्द ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जोड़े गए (26 new Indian English words added to Oxford Dictionary) आधार, डब्बा, हड़ताल, शादी जैसे 26 अंग्रेजी शब्द ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में जोड़े गए. जनवरी में लॉन्च हुए ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी के 10वें संस्करण में 384 भारतीय अंग्रेजी शब्द हैं. 9. हिंदी अपनाने वाला बिहार पहला राज्य (Bihar first state to adopt Hindi) वर्ष 1881 में, बिहार ने उर्दू को हिंदी के साथ अपनी एकमात्र आधिकारिक राज्य भाषा के रूप में बदल दिया, इस प्रकार बिहार हिंदी को अपनी आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाने वाला भारत का पहला राज्य बन गया. 10. हर संज्ञा का अपना लिंग (Every noun has its own gender) हिंदी के बारे में सबसे दिलचस्प फैक्ट में से एक यह है कि हर संज्ञा का अपना लिंग होता है, चाहे वह पुल्लिंग हो या स्त्रीलिंग.
2022/01/20 09:12:34
https://www.prabhatkhabar.com/life-and-style/vishwa-hindi-diwas-2022-this-day-is-very-special-for-hindi-lovers-know-interesting-facts-related-to-hindi-language-tvi
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Fact Check: Sourav Ganguly is still Fortune's brand ambassador, only advertising is banned - Fact Check : सौरव गांगुली अभी भी हैं फॉर्च्यून के ब्रांड एंबेसडर, सिर्फ विज्ञापन पर लगी है रोक Fact Check : सौरव गांगुली अभी भी हैं फॉर्च्यून के ब्रांड एंबेसडर, सिर्फ विज्ञापन पर लगी है रोक नई दिल्‍ली (Vishvas News)। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ अध्यक्ष और भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली को दिल का दौरा पड़ने के बाद अब कुछ लोग सोशल मीडिया में दावा कर रहे हैं कि उन्‍हें फॉर्च्‍यून ऑयल के ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया गया है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल दावा झूठा है। हार्ट अटैक के बाद फॉर्च्‍यून ऑयल बनाने वाली कंपनी ने सौरव गांगुली के विज्ञापनों को जरूर रोक दिया है, लेकिन उन्‍हें ब्रांड एंबेसडर से नहीं हटाया गया है। फेसबुक यूजर जीशान हुसैन पाशा ने 5 जनवरी को एक पोस्‍ट करते हुए दावा किया कि सौरव गांगुली को द‍िल की बीमारी के लिए फॉर्च्‍यून ऑयल के ब्रांड एंबेसडर से हटा दिया है। यूजर ने लिखा : 'फॉर्चून ऑयल से दिल की बीमारी नहीं होती' कहने वाले सौरव गांगुली को आया हार्ट अटैक, अडानी ने हटाया विज्ञापन "सौरव गांगुली को दिल की बीमारी के कारण Fortune oil के Brand ambassador से हटा दिया है। Fortune के बारे में कहा जाता है कि यह आपके ह्रदय को स्वस्थ रखता है।' इसी तरह दूसरे यूजर्स भी फर्जी मैसेज वायरल कर रहे हैं। फेसबुक यूजर सुभाष कुमार सोजातिया ने लिखा : 'उलटा चोर कोतवाल को डाटे-सौरव गांगुली को दिल की बीमारी के कारण Fortune oil के Brand ambassador से हटा दिया है! Fortune के बारे में कहा जाता है कि यह आपके ह्रदय को स्वस्थ रखता है।' विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले गूगल में संबंधित कीवर्ड टाइप करके सौरव गांगुली से जुड़ी खबरों को खोजना शुरू किया। हमें टाइम्‍स ऑफ इंडिया की एक खबर मिली। 5 जनवरी 2021 को पब्लिश खबर में अडानी व‍िल्‍मार के ड‍िप्‍टी सीईओ अंग्शु मलिक के हवाले से कहा गया कि सौरव गांगुली हमारे ब्रांड एंबेसडर बने रहेंगे। हमने अपने टीवी विज्ञापनों पर अस्थायी रोक लगाई है। हम फिर उनके साथ काम करेंगे। पूरी खबर को आप यहां पढ़ सकते हैं। यही खबर हमें दैनिक जागरण की वेबसाइट जागरण डॉट कॉम पर भी मिली। इसे आप यहां पढ़ सकते हैं। सच की गहराई में जाने के लिए विश्‍वास न्‍यूज ने अडानी विल्‍मार कंपनी के कॉरपोरेट कम्‍युनिकेशन टीम से ईमेल के जरिए संपर्क किया। उनकी ओर से हमें बताया गया कि हम सौरव गांगुली को ब्रांड एंबेसडर से नहीं हटा रहे हैं। ये आगे भी हमारे साथ काम करते रहेंगे। अब बारी की थी उस यूजर की जांच करने की, जिसने फर्जी पोस्‍ट वायरल की। हमें पता चला फेसबुक यूजर Er Zeeshan Hussain Pasha मुरादाबाद का रहने वाला है, लेकिन फिलहाल चंडीगढ़ में रहता है। एक निजी कंपनी में कार्यरत यह यूजर सोशल मीडिया में काफी सक्रिय है। निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि सौरव गांगुली को फॉर्च्‍यून ऑयल के ब्रांड एंबेसडर से नहीं हटाया गया है। द‍िल का दौरा पड़ने के कारण उनके व‍िज्ञापनों को रोकने की बात सही है।
2021/04/11 03:51:21
https://www.vishvasnews.com/society/fact-check-sourav-ganguly-is-still-fortunes-brand-ambassador-only-advertising-is-banned/
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ओह! यस, अभी! – (व्यंग्य) | तिरछी नजरिया ओह! यस, अभी! – (व्यंग्य) मई 12, 2013 · द्वारा हितेन्द्र अनंत · में व्यंग्य (Satire) · 2s टिप्पणियाँ गर्मियों के दिन हैं, कभी ये छुट्टी के दिन हुआ करते थे। श्रीमतीजी चूँकि कॉलेज में पढ़ाती हैं अतः उन्हें गर्मियों में छुट्टियाँ मिल जाती हैं। पिछले सप्ताह वे मायके चली गयीं। उन्हें ट्रेन में बिठा कर घर लौटा और टीवी चलाया। एक शीतल पेय का विज्ञापन आ रहा था – "पेप्सी! ओह! यस, अभी"! अर्थात् जो करना है कर डालो, यही समय है। मैंने भी सोचा इस एक-दो सप्ताह की स्वतंत्रता को यूँ ही नहीं खोने दूँगा। जी लिया जाय अपने पुराने कुँवारेपन के दिनों को! यही समय है, जो करना है कर डालो! मैंने झट रैक्स को फोन लगाया। मेरा मित्र रैक्स अब तक अविवाहित है। पुणे में ही एक सॉफ़्टवेयर कंपनी में काम करता है और अकेला रहता है। सोचा इसके साथ उसके ही फ्लैट में कुछ दिन रहा जाय और अपनी "खोयी हुई जवानी" के दिनों को फिर से जी लिया जाय! ओह! यस, अभी! फोन लगाया, तो रैस्क ने कहा, "अभी के अभी आ जाओ। जो करना है कर डालो, यही समय है!" मैंने पूछा रैक्स, क्या तुम भी शीतल पेय के उसी क्रांतिकारी विज्ञापन से प्रेरित हो जिसके विप्लवकारी वचनों को सुनकर मैंने तुम्हें फोन लगाया है? रैक्स ने कहा, "नहीं यार, वो तो कारण है ही, लेकिन यह भी कि मैं अब एक महीने बाद शहर छोड़कर दिल्ली जा रहा हूँ। लेकिन तुम पूरी कहानी आकर सुनना अभी फोन पर शुरू न हो जाना।" समाचार तो चौंकाने वाला था ही , सवाल भी अनेक आये मन में, किंतु मैंने किसी प्रकार स्वयं को संयत किया और सोचा कि इन सवालों को रैक्स के घर जाकर ही पूछना चाहिये। सात दिन उसके साथ पुराने दिनों की तरह जीने का जो उत्साह था, वह उसके जाने की खबर सुनकर थोड़ा फीका पड़ गया। रैक्स के घर पहुँचने पर दरवाजे की घंटी बजायी। मुझे देखते ही रैक्स हँस पड़ा, "अबे तुम फिर से धोती में! आये हो कुँवारेपन के दिन जीने और फिर से यह धोती!" मैंने कहा "पुरानी बहस फिर से न शुरू करो, धोती का उम्र से क्या लेना-देना?" "अरे छोड़ो धोती को, अंदर आओ, पहले कुछ खाते हैं।" रैक्स ने मुझे अंदर कुछ इस जल्दी में खींचा मानों वह डरा हो कि उसकी बिल्डिंग के लोग मुझे धोती में न देख लें! खाना मेज पर तैयार था। मेज के बींचो-बीच एक बड़ा पिज़्ज़ा, और शीतल पेय की वह बोतल जिस पर पीली रंग की तिरछी एक पट्टी पर अंग्रेजी में लाल रंग में लिखा था "ओह यस! अभी!!"। पिज़्ज़ा के अपने एक हिस्से पर मैंने टमाटर की चटनी का लेप लगाया और लाल मिर्च के कुछ टुकड़े बिखराये। फिर रैक्स से पूछा "इतनी अच्छी नौकरी छोड़कर दिल्ली क्यों जाना चाहते हो? कुछ बड़े वेतन का मामला है, या वह कंपनी तुम्हें विदेश भेज रही है?" "भाई साहब! दिल्ली जा रहा हूँ मुखर्जी नगर में रहने, और बैनर्जी सर की आईएएअस कोचिंग क्लास में पढ़ने के लिये! अब हम आईएएस की तैयारी करेंगे!" "हैं! आईएएस? सॉफ़्टवेयर की नौकरी है इतनी बढ़िया, इतना वेतन जो तुम्हें आज मिला रहा है, सरकारी नौकरी में संभवतः कभी न मिले! हाँ, अगर तुम्हारी ऊपर की कमाई वाला इरादा है, तो बात अलग है!" मैंने कहा?" "तुम क्या हर काम पैसे के लिये करते हो बे! मैं देश की सेवा करना चाहता हूँ। देश की व्यवस्था सड़ चुकी है। देख रहे हो क्या हो रहा है? मंत्री पर मंत्री त्यागपत्र दे रहे हैं। उच्चतम न्यायालय से झूठ बोला जा रहा है, न्यायालय सीबीआई को पिंजरे में कैद तोता कह रहा है। घोटालों पर घोटाले हो रहे हैं। पूरा का पूरा सिस्टम ही खराब है। मैं तो बचपन से ही देश की सेवा करना चाहता था। अब आईएएस बनूँ तो बात आगे बढ़े।" रैक्स ने उत्तर दिया। "मेरे भाई रैक्स उर्फ राम कृष्ण सावंत जी! देश की सेवा का तुम्हारा सपना अच्छा है। लेकिन क्या तुम आज भी देश की सेवा नहीं कर रहे हो? तुम पूरी निष्ठा से आयकर देते हो, सॉफ़्टवेयर में तुम्हारी कंपनी करोड़ों डॉलरों का निर्यात करती है, यह सब भी तो देश की सेवा ही है मित्र!" "तुम नहीं समझोगे, विवाह के बाद से तुम ज़रा संभलकर चलने लगे हो! अरे, कर देने मात्र से सेवा नहीं हो जाती देश की! पूरी व्यवस्था बदलनी होगी! फिर मैं तो व्यवस्था का अंग बनकर भीतर से उसे बदलना चाहता हूँ, माओवादियों की तरह व्यवस्था को उखाड़ने की बात तो नहीं कर रहा ना! फिर तुम्हें क्या आपत्ति है?" "अच्छा यह बताओ, तुम कहते हो कि बचपन से ही यह देश-सेवा का तुम्हारा सपना था। फिर इतने दिन तुम क्या कर रहे थे बंधु? यह सॉफ़्टवेयर की नौकरी की ही क्यों तुमने? सीधे आईएएस ही कर लेते?" "चाहता तो मैं यही था कि बारहवीं के बाद ही आईएएस की तैयारी करूँ, लेकिन मैं एक निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से हूँ। आईएएस की तैयारी में कभी-कभी अनेक वर्ष लग जाते हैं। मेरे पिता इतने लंबे समय तक मेरी तैयारी का खर्च नहीं उठा सकते थे। तो मैंने सोचा कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई करूँ। इंजीनियरिंग करने पर आम डिग्रियों की अपेक्षा नौकरी की संभावना बढ़ जाती है। एक सरकारी इंजीनियरिंग महाविद्यालय में मुझे प्रवेश मिल गया। छात्रवृत्ति तो थी ही, मैं शुरू से ही अच्छे नंबर लाया करता था। लेकिन इंजीनियरिंग के दौरान मैंने देखा कि सभी इंजीनियरिंग पढ़ने वालों को नौकरी मिले यह आवश्यक नहीं। तो मैंने सोचा कि क्यों न इंजीनियरिंग के बाद किसी आईआईटी से एम.टेक. कर लिया जाय। कम से कम एम.टेक. के बाद तो नौकरी तय ही होगी"। रैक्स उत्तर देते हुए कहीं खो गया। उसके हाथ में रखा पिज़्ज़े का टुक़ड़ा वैसे ही लटका हुआ था जैसे नो पार्किंग हटाने वाली पुलिस की क्रेन में दोपहिया गाड़ियाँ लटकी रहती हैं। दूसरे हाथ में शीतल पेय से भरा काँच का गिलास था। "अरे भाई! खाते-खाते बात करो!" मैंने उसे टोका। "अच्छा यह बताओ कि तुम जब आईएएस ही करना चाहते थे, तो यह एम.टेक. क्यों? इंजीनियरिंग के बाद ही कोई छोटी-मोटी नौकरी कर लेते, और साथ ही आईएएस की तैयारी! जो करना है उसी समय कर लेना था, ओह! यस, अभी! है ना?" "आईएएस की तैयारी दिल्ली में होती है हितेन्द्र भाई! वहाँ जैसी तैयारी होती है वैसी कहीं और संभव नहीं। तगड़ी प्रतियोगिता है। सफल होने वाले दिन रात पढ़ते हैं, तब जाकर होती है तैयारी। तुम तो जानते होगे, आईएएस की चयन परीक्षा के लिये खूब रटना और खूब पढ़ना पड़ता है। यह सब तभी हो सकता है जब आपके पास अच्छी कोचिंग की फीस भरने के लिये और दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में रहने के लिये पैसे हों, जहाँ इसी तरह के लोग रहते हैं। कितने ही लोग सालों तैयारी करते हैं और फिर हारकर लौट आते हैं। तो, इन सब बातों के लिये पैसा चाहिये था, जो मेरे पास नहीं था। सो मैंने यह सोचा कि दो-तीन साल कोई बड़ी नौकरी करूँ और खूब पैसे बचाऊँ। फिर आराम से दो-तीन साल तैयारी के लिये दूँ। यदि असफल भी हो गया, तो मेरे पास होगी एम.टेक. की डिग्री और तीन साल का सॉफ़्टवेयर में काम करने का अनुभव। कम से कम वापस आने पर कहीं "सेटल" तो हो जाउंगा!" रैक्स ने उत्तर देकर शीतल पेय को गले का रास्ता दिखाया। "चार साल इंजीनियरिंग की पढ़ाई, दो साल एम.टेक. और तीन साल की नौकरी। यानी कुल नौ साल"। मैंने कहा। "हाँ यार, नौ साल! नौ साल से इस सपने को दिल में दबाये रखा है। अब समय आ गया है। अब तुम संभालो पुणे, हम तो चले दिल्ली!" रैक्स ने काव्यात्मक अंदाज़ में कहा। "अच्छा एक बात बताओ रैक्स, तुम्हारे जीवन का सबसे बड़ा सपना क्या है? जीवन का उद्देश्य क्या है?" "बताया ना भाई! देश की सेवा करना, इस सड़ी-गली व्यवस्था को बदलना, देश के गरीबों की आँखों में जो आँसूँ हैं, उन्हें पोंछना। मैंने यह सपना नहीं देखा कभी, कि विवाह करूँ, बच्चे पैदा करूँ, बंगला-गाड़ी खरीदूँ।" "तुम्हारे लिये देश की सेवा कितनी महत्वपूर्ण है?" मैंने पूछा। "अपने प्राणों से भी ज़्यादा, समझे! मैं देश के लिये प्राण भी दे सकता हूँ। मैं अपने देश से उतना ही प्यार करता हूँ जितना गांधी, सुभाष, खुदीराम बोस और भगत सिंह करते थे। इसीलिये मैंने अबतक विवाह भी नहीं किया, और न करूंगा। मेरा पूरा जीवन देश को समर्पित है।" रैक्स ने भावुकता में उत्तर दिया। "अच्छा, जब बारहवीं पास की तुमने, तब क्या आयु रही होगी तुम्हारी?" "यही कोई सोलह वर्ष, क्यों?" रैक्स ने पूछा। "यानी बचपन से जो तुम्हारा स्वप्न था, उसे नौ वर्षों के लिये तुमने स्थगित किया। अब तुम्हारी आयु पच्चीस वर्ष है। आईएएस बन जाने में और कितने वर्ष लगेंगे तुम्हें?" रैक्स ने कोई उत्तर न दिया, वह टीवी देख रहा था, टीवी पर वही विज्ञापन आ रहा था, रणवीर कपूर के हाथ में शीतल पेय की बोतल, और अंत में रणवीर ने कहा, "पेप्सी! ओह! यस, अभी!" विज्ञापन खत्म हुआ, आईपीएल का मैच शुरू हुआ। मैंने दुबारा प्रश्न किया। "रैक्स, बचपन से जो तुम्हारा स्वप्न था, उसे नौ वर्षों के लिये तुमने स्थगित किया। अब तुम्हारी आयु पच्चीस वर्ष है। आईएएस बन जाने में और कितने वर्ष लगेंगे तुम्हें?" "भाई, प्रथम प्रयास में भी चयन हो गया तब भी दो वर्ष न्यूनतम, फिर चयन के पश्चात दो वर्ष का मसूरी में प्रशिक्षण। फिर असली काम शुरू होगा।" "अच्छा यह बताओ, देश की सेवा के लिये आईएएस ही एक रास्ता क्यों है?" "रास्ता नहीं, वह तो सीढ़ी है हितेन्द्र! इतनी मजबूत शक्तियाँ जो देश को लूट रही हैं, उनसे हम और तुम लड़ नहीं सकते। उनसे लड़ने के लिये हमें शक्ति चाहिये, सत्ता की शक्ति, आवश्यक हुआ तो पैसे की भी शक्ति। तो आईएएस वह सीढ़ी है जिससे हमें यह सब हासिल होगा।" मैं हैरान था! आखिर रैक्स चाहता क्या है? आईएएस भी मात्र एक सीढ़ी है? तो फिर रैक्स की मंज़िल आखिर है क्या? "भाई रैक्स, आईएएस अगर सीढ़ी है, तो तुम आखिर चाहते क्या हो भाई?" "अरे हितेन्द्र! सभी आईएएस अधिकारी आखिर हैं क्या? राजनेताओं के इशारे पर नाचने वाले नौकर ही ना! मेरी योजना है कि मैं एक लोकप्रिय आईएएस आधिकारी बनूँ, फिर अपनी लोकप्रियता के बलबूते एक दिन चुनावी राजनीति में उतरकर वास्तविक सत्ता पर अधिकार जमाऊँ। असली देश सेवा तो तब शुरू होगी यार!" थोड़ी देर के लिये हम शांत हो गये। इधर टीवी पर क्रिकेट खिलाड़ी क्रिस गेल छक्के पर छक्के लगा रहा था। रैक्स के उत्साह की सीमा न थी। सैंतीस गेंदों में शतक! कोई मामूली बात नहीं। "कुछ भी कहो भाई, ट्वंटी-ट्वंटी ही असली क्रिकेट है। क्या गति है, क्या तेज़ी है, क्या जोश है! और फिर समय भी कम लगता है। तीन घंटे में मैच खत्म!" रैक्स ने कहा। "गति ही जीवन है, क्यों रैक्स?" "बिलकुल, गति ही जीवन है।" "हमारे देश की वर्तमान व्यवस्था कितनी सुस्त है! कोई गति नहीं! है ना रैक्स?" "और क्या, सुस्त, पस्त व्यवस्था है यार। इसी व्यवस्था को तो बदलना है।" रैक्स ने कहा। "यही तुम्हारा सपना है?" "सपना नहीं हितेन्द्र, यही मेरी योजना है।" "तेरह साल बर्बाद करने की योजना बनाकर तुम अब भी इस सुस्त व्यवस्था को बदलने की योजना बना रहे हो?" "मतलब!" "मतलब, जो बचपन से देश सेवा का तुम्हारा सपना है., उसकी केवल तैयारी के लिये जवानी के नौ साल तो तुम लगा ही चुके हो, अभी तीन-चार साल और बाकी हैं तुम्हारी, उसके बाद भी तुम कहते हो कि आईएएस केवल सीढ़ी है, व्यवस्था परिवर्तन तो तब होगा जब तुम्हारे हाथ में सत्ता आयेगी! याने तब, जब तुम कम से कम चालीस वर्ष के हो चुके होगे"। "तुम्हारा आशय क्या है भाई?" रैक्स ने पूछा। "तुम कहते हो कि तुम देश के लिये उसी तरह प्राण दे सकते हो जैसे खुदीराम बोस ने दिये थे। जब वे शहीद हुए, उनकी आयु सत्रह वर्ष थी! गांधी, सुभाष, भगत सिंह ने कितनी डिग्रियों और कितनी नौकरियों के लिये प्रतीक्षा की थी देश-सेवा के लिये?" रैक्स कुछ कहना चाहता था, पर मैंने उसे बीच में ही रोक दिया। "रैक्स मेरे भाई, जिस देश के लिये तुम प्राण तक दे देना चाहते हो, उसके लिये यह चिंता कैसी कि डिग्रियाँ हों, अनुभव हो, ताकि एक अदद नौकरी मिल सके! अरे भाई. जिन्हें प्राणों की भी चिंता नहीं वे भला कभी नौकरी की चिंता किया करते हैं? और फिर यह देखो कि तुम अपने जीवन के कितने वर्ष देश्-सेवा की तैयारी मात्र में लगा रहे हो, न जाने कब वह समय आयेगा, जब तुम देश की सेवा आरंभ भी करोगे! तब तक तुम अपने जीवन के सबसे ऊर्जावान दिनों को खो न चुके होगे? देश को ईश्वर से कम तो न मानते होगे? ईश्वर को भी ताज़े पुष्प चढ़ाये जाते हैं भाई, बासी और मुरझाये हुए नही!" रैक्स इन बातों को सुनकर चुप हो गया। उसने कोई उत्तर न दिया। टीवी बंद कर दिया। कुछ देर के लिये वह विचारमग्न हो गया। इस सन्नाटे को देखकर मैंने अपने हिस्से के बचे हुए पिज़्ज़े को खत्म किया। थोड़ा शीतल पेय पिया, और बची हुई बोतल रैक्स की ओर बढ़ाई। रैक्स ने मुझसे बोतल ली। और बोतल के रैपर को ध्यान से देखा। पीले रंग की तिरछी पट्टी में लाल रंग से अंग्रेजी में लिखा था – "ओह! यस, अभी!"। अचानक रैक्स के चेहरे पर चमक आई। पूरी बोतल गिलास में खाली करने की बजाय सीधे गटक कर रैक्स ने कहा – "हितेन्द्र भाई! तुम्हारी बात में दम है यार! जो करना है कर डालो, यही समय है! तुम्हारी बात पर सोचना पड़ेगा मुझे। लगता है मेरे सपने क्या हैं और उनको पूरा करने की मैंने क्या योजना बना रखी है, इन सब बातों पर फिर से सोचना होगा!" "मैं तुम्हें हतोत्साहित नहीं करना चाहता रैक्स!" मैंने कहा। "अरे छोड़े इन बातों को भाई, चलो, रेल्वे स्टेशन चलते हैं!" "है! रेल्वे स्टेशन? अब वहाँ क्यों?" मैंने पूछा। "अरे मेरे धोती वाले विवाहित काकाजी! भूल गये पुराने दिन! जब आधी रात को स्टेशन जाया करते थे चाय और बन-मस्का का मज़ा लेने? अरे तुम यहाँ अपने पुराने दिन जीने आये हो ना! तो चलो भाई, जी लो उन दिनों को फिर से मेरे साथ। मेरा तो जो देश सेवा का फैसला है वह कर ही लेंगे, पर भाभीजी के आने से पहले, तुम्हारी सेवा तो हो ही जाय! अब धोती संभालो और चलो!" तेज़ी से उठकर रैक्स ने दरवाजे का रूख किया। मैंने एक बार फिर शीतल पेय की बोतल को ध्यान से देखा। पीले रंग की तिरछी पट्टी में लाल रंग से अंग्रेजी में लिखा था – "ओह! यस, अभी!"। मेरे अन्य व्यंग्य पढ़ने के लिये इस लिंक पर जायें: https://hsonline.wordpress.com/category/%E0%A4%B5%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%AF-satire/
2018/06/18 19:01:16
https://hsonline.wordpress.com/2013/05/12/oh_yes_abhi/
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आई-एलएलएम एलपीसी - अंशकालिक, ब्रिटेन ऑनलाइन, ग्रेट ब्रिटन (यूके) 2020 हमारे 22 महीने के ऑनलाइन पाठ्यक्रम (कभी-कभी उपस्थिति की आवश्यकता के साथ) अन्य प्रतिबद्धताओं के साथ अपनी पढ़ाई को संतुलित करें * यह आवश्यकता या तो मिलती है: ए) योग्यता कानून की डिग्री का पुरस्कार। अर्हता प्राप्त करने के लिए आपकी कानून की डिग्री कुछ अकादमिक मानकों को पूरा करनी चाहिए। इसमें कानूनी ज्ञान की सात नींव - सार्वजनिक कानून, दायित्व I (अनुबंध), दायित्व II (टोर्ट), आपराधिक कानून, भूमि कानून, इक्विटी में पर्याप्त रूप से उत्तीर्ण आकलन शामिल होना चाहिए ऑनलाइन। प्रेरण के लिए अनिवार्य उपस्थिति आवश्यक है और लंदन ब्लूम्सबरी, बर्मिंघम और मैनचेस्टर परिसरों की पसंद पर। एक विकल्प पर मूल्यांकन: बर्मिंघम, ब्रिस्टल, चेस्टर, गिल्डफोर्ड, लीड्स, लंदन ब्लूम्सबरी, मैनचेस्टर।
2020/04/04 21:10:23
https://www.lawstudies.in/%E0%A4%86%E0%A4%88-%E0%A4%8F%E0%A4%B2%E0%A4%8F%E0%A4%B2%E0%A4%8F%E0%A4%AE-%E0%A4%8F%E0%A4%B2%E0%A4%AA%E0%A5%80%E0%A4%B8%E0%A5%80-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%B6%E0%A4%95%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A4%BF%E0%A4%95/%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%9F-%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%9F%E0%A4%A8-(%E0%A4%AF%E0%A5%82%E0%A4%95%E0%A5%87)-/The-University-of-Law-Postgraduate-Programmes/
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भाजपा के विभाजनकारी नीति का परिणाम है नागरिकता संशोधन बिल – शैलेष नितिन | Delhibulletin Home छत्तीसगढ़ रायपुर भाजपा के विभाजनकारी नीति का परिणाम है नागरिकता संशोधन बिल – शैलेष... भाजपा के विभाजनकारी नीति का परिणाम है नागरिकता संशोधन बिल – शैलेष नितिन रायपुर। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि राजनीतिक फायदे के लिए धर्म से धर्म को लड़ाना भाजपा की नीति बन चुकी है। जिसका बचाव करने का असफल प्रयास रमन सिंह ने किया है। भारतीय जनता पार्टी ने नोटबंदी के तर्ज पर नागरिकता संशोधन कानून लाया है। नोटबंदी करके लोगों को लाईन में लगाकर खड़ा किया था। मोदी सरकार अब नागरिकता संशोधन बिल लाकर नागरिकता के लिए भी पूरे देश को वैसे ही लाइन में खड़ा करना चाहती है। रमन सिंह बताएं कि देश को लाइन में खड़े करके भाजपा को क्या मिलेगा ? मोदी सरकार नागरिकता संशोधन बिल लाकर क्या करना चाहती है ? फिर से भारतीय जनता पार्टी ने मोदी सरकार ने जैसे नोटबंदी के समय पूरे देश के लोगों को लाईन में खड़ा कर दिया था, नोट बदलवाने के लिए। नागरिकता संशोधन बिल के द्वारा ये पूरे देश में नागरिकता के लिए वैसे ही लाईन में खड़े करेंगे। नोटबंदी से 14 लोगों की मौत हुई थी। नागरिकता संशोधन बिल विधेयक पर आप देख ही रहे हैं पूरे देश में इसके प्रति नाराजगी है। पूरा पूर्वोत्तर भारत अशांत है, बंगाल अशांत है। असम, बंगाल, बिहार देश में चौरतरफा आग लग गई है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे का भारत दौरा रद्द हुआ है। बांग्लादेश के गृह मंत्री और विदेश मंत्री का भारत प्रवास रद्द हो गया है। देश में इस अराजकता और हिंसा के लिए मोदी और शाह और उनके द्वारा लाया गया नागरिक संशोधन बिल जवाबदार है। बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाया गया हमारा संविधान आर्टिकल 5, आर्टिकल 10, आर्टिकल 14 कहता है, धर्म के आधार पर कोई भेदभाव नहीं हो सकता। लेकिन भाजपा धर्म के नाम पर एक दूसरे को सारे देशवासियों को लड़ाना चाहती है और धर्म से धर्म की लड़ाई का राजनैतिक फायदा उठाना चाहती है। सांप्रदायिकता फैलाना चाहता है। बेहद आपत्तिजनक है। असम, बंगाल, बिहार में अशांति की स्थिति बनी हुई है। इस अशांति एवं हिंसा के लिए जिम्मेदार भाजपा की विभाजनकारी नीतियों का व्यापक विरोध हो रहा है। भाजपा और आरएसएस राजनीतिक फायदे के लिये देश के सामाजिक ताने-बाने को और परस्पर सद्भाव को नष्ट करने का काम किया है। पूरा देश जानता है कि भाजपा की मोदी सरकार ही इसके लिये दोषी मान रहा है।
2020/08/14 17:22:36
https://delhibulletin.in/citizenship-amendment-bill-is-the-result-of-bjps-divisive-policy-shailesh-nitin/
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DOWNLOAD PT Tupolev Tu-154B-2 v1.1 FSX और P3D - रिकू आकार 145 एमबी डाउनलोड 89 314 बनाया गया 18-03-2013 बदला हुआ 08-01-2015 एक और संस्करण के लिए उपलब्ध है FS2004 यहां क्लिक करे एक शब्द: "वाह!"आप एक ऐड-ऑन नहीं देखेंगे जहां सिमुलेशन इतनी जल्दी कभी भी, निश्चित रूप से सबसे विकसित और सभी फ्रीवेयर-ऑन के लिए सबसे जटिल है FSX तथा P3D। एक उत्कृष्ट कृति जो ध्यान देने योग्य हो। सीखना स्पष्ट रूप से आवश्यक है क्योंकि आप इस मशीन के पायलट को बिना मैनुअल के खुद को नहीं सुधार पाएंगे ... हालांकि, क्या प्रसन्नता है! टुपोलेव टीयू 154 (रूसी: Туполев Ту-154) (नाटो कोड लापरवाह) एक सोवियत विमान मध्य 1960s में बनाया गया ट्राईजेट है। विमान का बड़े पैमाने पर उत्पादन फ़रवरी 2013 में पूरा किया गया
2019/08/25 12:32:09
https://www.rikoooo.com/hi/downloads/viewdownload/110/628
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पत्रकार उत्पीड़न मामले में एसएसपी से मिला आइएनजेएफ का प्रतिनिधि मंडल - Ballia Express || Khabar Har Kimat Par Home About Us Contact Us अंतराष्ट्रीय राष्ट्रीय क्राइम खेल-खिलाडी मनोरंजन संपादकीय राजनीति धर्म - कर्म जिला - जवार संपर्क करे हमारे बारे में Breaking News Home / Injf प्रयागराज / पत्रकार उत्पीड़न मामले में एसएसपी से मिला आइएनजेएफ का प्रतिनिधि मंडल पत्रकार उत्पीड़न मामले में एसएसपी से मिला आइएनजेएफ का प्रतिनिधि मंडल Ballia Express October 03, 2022 Injf प्रयागराज प्रयागराज।। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ तहसील अध्यक्ष सोरांव के उत्पीड़न के मामले में पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल आज प्रयागराज एसएसपी से मिला। पत्रकार उत्पीड़न मामले की शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने न्यायोचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। सोमवार को दोपहर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के राष्ट्रीय संयोजक डॉक्टर भगवान प्रसाद उपाध्याय के नेतृत्व में प्रदेश महासचिव शिवाशंकर पाण्डेय, जिलाध्यक्ष रमाकांत त्रिपाठी, मण्डल महासचिव राकेश शुक्ला, जिला सचिव मंगलेश्वर पांडेय, जिला उपाध्यक्ष अलीम उद्दीन, तहसील कोषाध्यक्ष जय कुमार राजा, पूर्वांचल स्वर संपादक राहुल भारतीयआदि सहित एक दर्जन से अधिक पत्रकारों ने एस एस पी शैलेश पांडेय से मिलकर महासंघ सोरांव तहसील इकाई के अध्यक्ष रिजवान सैफ खान के उत्पीड़न की शिकायत करते हुए शिकायती पत्र सौंपा। बताया कि मोहम्मदपुर नौगवां में फर्जी पट्टे और भ्रष्टाचार का मामला उजागर करने पर ग्राम प्रधान के पति और उनके गुर्गों ने पत्रकार के घर में घुसकर तोड़फोड़, मारपीट करते हुए जान से मारने की धमकी दी। भुक्तभोगी पत्रकार ने मामले की रिपोर्ट सोरांव थाना में दर्ज कराई। मामले में लीपापोती देख केस ट्रांसफर होलागढ़ हुआ। आरोप है कि दरोगा ने मामले में लीपापोती कर मामले में फाइनल रिपोर्ट लगा दी। प्रतिनिधि मंडल ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एसएसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। पत्रकार उत्पीड़न मामले में एसएसपी से मिला आइएनजेएफ का प्रतिनिधि मंडल Reviewed by Ballia Express on October 03, 2022 Rating: 5 Share This Facebook Twitter Google+ Injf प्रयागराज Social Counter facebook count=3.5k; Followers twitter count=1.7k; Followers gplus count=735; Followers youtube count=2.8k; Followers pinterest count=524; Followers dribbble count=7.3m; Followers instagram count=849; Followers rss count=286; Followers Editor Ballia Express View my complete profile Popular Posts Last 30 Days थाना प्रभारी के गैर जनपद तबादले के बाद भी नही बदली उभाँव थाने की कार्यशैली, दरोगा का सार्वजनिक रूप से शिकायत कर्ता को गाली देने का वीडियो वायरल भृगु काम्प्लेक्स (लोहिया मार्केट ) बलिया की नीलामी पर उच्च न्यायालय की रोक, नीलाम हो चुकी दुकानों को कब्जा देने पर भी रोक यूपी में 6 IAS और 11 पीसीएस अफ़सरों का तबादला पूर्व प्रधान की गला रेत कर हत्या Recent Posts Comments Popular Posts थाना प्रभारी के गैर जनपद तबादले के बाद भी नही बदली उभाँव थाने की कार्यशैली, दरोगा का सार्वजनिक रूप से शिकायत कर्ता को गाली देने का वीडियो वायरल बलिया।। उभाँव थाना के प्रभारी निरीक्षक अविनाश सिंह के गैर जनपद के लिये हुई रवानगी के बाद भी यहां की कार्य संस्कृति मे बदलाव नजर नही आ रहा ह... भृगु काम्प्लेक्स (लोहिया मार्केट ) बलिया की नीलामी पर उच्च न्यायालय की रोक, नीलाम हो चुकी दुकानों को कब्जा देने पर भी रोक मधुसूदन सिंह बलिया।। आ गामी 12 दिसंबर को समाप्त हो रहे नगर पालिका परिषद बलिया के द्वारा पिछले अक्टूबर माह मे तथाकथित बोर्ड की बैठक करके ल... यूपी में 6 IAS और 11 पीसीएस अफ़सरों का तबादला लखनऊ।। यू पी मे 6 आईएएस और 11 पीसीएस का तबादला हुआ है। आईएएस अफसरों को ये मिली नई जिम्मेदारी -- एस राज लिंगम डीएम वाराणसी दीपा रंजन डीएम बा... Followers Top 5 in 7 Days प्रदेश में 16आईपीएस अफसरों के हुए तबादले लखनऊ।। प्रदेश में 16आईपीएस अफसरों के हुए तबादले लक्ष्मी सिंह- पुलिस कमिश्नर नोएडा अजय मिश्रा- पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद प्रीतिंदर सिंह- पुलि... पूर्व प्रधान का हत्यारा हुआ गिरफ्तार, पंचायत मे हत्यारें के भाई का पक्ष लेना पूर्व प्रधान को पड़ा महंगा मधुसूदन सिंह सुखपुरा बलिया।। पूर्व प्रधान हृदय नारायण सिंह को पंचायत मे एक पक्ष का समर्थन करना और दूसरे पक्ष को परेशान कराना बहुत महंगा पड़ा... 02 दिसम्बर से होगी सुरक्षा सैनिक व सुपरवाइजर की भर्ती 17 विकास खण्डों पर सुरक्षा सैनिक व सुपरवाइजर की होगी भर्ती बलिया।। जिला मजिस्ट्रेट सौम्या अग्रवाल ने बताया है कि जनपद के सभी विकास खण्ड मुख्...
2022-11-30T13:46:24Z
https://www.balliaexpress.in/2022/10/patrakar-utpidan-k-mamle-m-ssp-se-mila-injf-ka-pratinidhi-mandal.html
OSCAR-2301
कराटे सीख कर खुद के रक्षण की तैयारी कर रहे हैं फरीदाबाद के होनहार बिरवान फरीदाबाद क्षेत्र में बच्चों को कराटे का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। क्षेत्र के सेक्टर 17 स्थित बुडोकन कराटे डोजो में विद्यार्थियों को कराटे सिखाए जा रहे हैं। आपको बता दें कि फरीदाबाद के बच्चों को बुडोकन कराते अकैडमी में कराते से जुड़े सभी गुण सिखाए जाते हैं। ख़ास बात यह है कि इन बच्चों को लेवल के हिसाब से कराटे में प्रशिक्षित किया जा रहा है। हर किसी को बेल्ट से नवाज़ कर उत्तीर्ण किया जाता है और कराटे की कला शिखाई जाती है। ख़ास बात यह है कि यहां इस अकैडमी में कराते सीखने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से काफी ज्यादा है। यहां कराटे का शिक्षण कर रही लड़कियां हर आयु वर्ग की है जो अलग अलग लेवल पर कराटे सीख रही हैं। किसी के पास पीली बेल्ट है तो किसी को ब्लैक बेल्ट से नवाज़ा गया है। बुडोकन कराटे में कराटे कला में निपुण किए जाने वाले बच्चों को अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भी भाग दिलवाया जाता है। अकैडमी के बहुत सारे बच्चे ऐसे हैं जिन्हे रूस, जापान, चीन जैसे बड़े देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा जा चुका है। बुडोकन कराटे डोजो में बच्चों को कराटे कला में सशक्त बनाने वाले कोच गणेश राजपूत का कहना है कि यह युद्ध कला सेल्फ डिफेन्स के लिए काफी जरूरी है। इससे हर कोई अपना रक्षण कर सकता है। लड़कियों के लिए आजकल के समय में कराटे युद्ध कला को सीखना आवश्यक हो गया है। कई वर्षों से बच्चों को कराटे कला में उत्कृष्ट बनाने वाले गणेश राजपूत का कहना है कि वह अपने शिष्यों को पूर्ण रूप से विकसित होता देखना चाहते हैं। ऐसे में बच्चों को कमर तोड़ मेहनत करवाते हैं ताकि वह युद्ध कला को प्रखर रूप से सीख सकें। आपको बता दें कि हाल फिलहाल ही बुडोकन कराटे डोजो में शिक्षण करने वाले बच्चों को सामान से नवाज़ा गया। यहां पर कोच गणेश राजपूत की अगुआई में बच्चों के बीच अवार्ड्स का वितरण किया गया। साथ ही साथ लम्बे समय से शिक्षण करने वाले अभ्यार्थियों को ब्लैक बेल्ट से नवाज़ कर उत्तीर्ण किया गया। बुडोकन में कराटे सीखने वाले 2 बच्चों का नाम इंडिया बुक ऑफ़ रेकॉर्ड में दायर हो चुका है। आपको बता दें कि इन बच्चों ने शिक्षण पूरा होने की समय अवधि से पहले ही अपना अभ्यास पूरा करने का रेकॉर्ड बनाया है। कोच ने बताया कि अब इन बच्चों का नाम गिनीस वर्ल्ड बुक ऑफ़ रेकॉर्ड्स में दायर होने की बात की जा रही है।
2020/11/25 13:35:57
https://pehchanfaridabad.in/30099/karate-kids-in-faridabad/
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ऊर्जा मंत्री ने यूपीनेडा के कार्यों की समीक्षा कीऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी Sudha Mishra 10:30 pm 0 टिप्पणियाँ ऊर्जा मंत्री ने यूपीनेडा के कार्यों की समीक्षा की ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी लोगों की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए अतिरिक्त ऊर्जा को जन-जन तक पहुॅचा कर इससे लाभान्वित किया जाए-श्री ए0के0 शर्मा लखनऊ: 12 मई, 2022 प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्रोत मंत्री श्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि वैकल्पिक ऊर्जा का अधिक से अधिक उपयोग कर पर्यावरण संरक्षण के साथ हम अपने जीवन को भी और अधिक उपयोगी बना सकते हैं। ऊर्जा उत्पादन के साथ-साथ ऊर्जा संरक्षण करना भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऊर्जा संरक्षण एक पवित्र कार्य है, जिसमें सभी की सहभागिता जरूरी है। बिना वजह ऊर्जा व्यय से देश एवं प्रदेश को आर्थिक क्षति होती है साथ ही लोगों को आवश्यक ऊर्जा की उपलब्धता मंे भी कमी हो जाती है। ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा आज उ0प्र0 नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) कार्यालय में विभागीय कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमें बिजली पैदा करने के साथ-साथ इसके समुचित वितरण और संरक्षण के कार्य को भी करना है। सौर ऊर्जा सुदूर क्षेत्रों में भी आसानी से उपलब्ध कराई जा सकती है, इसके लिए विभाग पूरे सामर्थ्य के साथ कार्य करे और लोगों को योजनाओं का लाभ पहुंचाये। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आने वाली जटिलताओं को दूर कर आसानी से इसे सुलभ कराया जाये, जिससे अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो सकें और वे अपनी ऊर्जा जरूरतों को आसानी से पूरा कर सके। इस दौरान उन्होंने विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण भी देखा और अधिकारियों का परिचय लिया। यूपीनेडा के निदेशक श्री भवानी सिंह खंगारौत ने इस दौरान विभागीय कार्यों का प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया और उन्होंने मंत्री जी को बताया कि विभाग में सौर ऊर्जा नीति-2017 चल रही है, जिसके माध्यम से अब तक लगभग 02 हजार मेगावाट विद्युत का उत्पादन हो रहा है, साथ ही विभिन्न कम्पनियों के साथ अनुबन्ध कर इसे और अधिक बढ़ाने के प्रयास किये जा रहे हैं। इसी प्रकार प्रदेश के 06 हजार घरों में सोलर रूफटाप प्लान्ट स्थापित कर 251 मेगावाट बिजली पैदा की जा रही है। सोलर रूफटॉप कार्यक्रम में लाभार्थियों को भारत सरकार द्वारा 01 से 03 किलोवाट पर 40 प्रतिशत तथा 03 से 10 किलोवाट पर 20 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार राज्य सरकार द्वारा 15 हजार रूपये प्रति किलोवाट तथा 30 हजार रूपये प्रति उपभोक्ता अधिकतम अनुदान मिल रहा है। उन्होंने बताया कि गॉवों और बाजारों में भी सोलर लाइट लगाई जा रही है तथा पीएम कुसुम योजना के माध्यम से किसानों को भी सोलर पम्प का लाभ प्रदान किया जा रहा है। आफग्रिड सौर ऊर्जा संयंत्र की स्थापना की जा रही है। सौर ऊर्जा के अलावा जैव ऊर्जा पर भी कार्य किया जा रहा है। बैठक में प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत श्री एम0 देवराज, सचिव यूपीनेडा श्री अनिल कुमार, वरिष्ठ परियोजना अधिकारी श्री अशोक श्रीवास्तव के साथ अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
2022/05/22 13:19:40
https://www.hindisamvad.com/2022/05/blog-post_991.html
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चीन का प्रस्ताव, कहा भारत-पाकिस्तान के सम्बंध सुधारने में करेगा दोनो की मदद - Newstrend चीन का प्रस्ताव, कहा भारत-पाकिस्तान के सम्बंध सुधारने में करेगा दोनो की मदद August 23, 2018 Pradeep Kumar यह बात किसी से छुपी हुई नहीं है कि भारत-पाकिस्तान दोनो पड़ोसी होने के साथ ही कट्टर दुश्मन भी हैं। भारत ने कई बार पाकिस्तान से दोस्ती करने की कोशिश की, लेकिन हर बार पाकिस्तान की तरफ़ से दोस्ती के प्रस्ताव को ठुकरा दिया गया। अब जब पाकिस्तान की सत्ता पर इमरान खान क़ाबिज़ हो गए हैं तो उन्होंने अपने पहले ही भाषण में कहा कि बिना पड़ोसी देश भारत से सम्बंध सुधारे पाकिस्तान का विकास नहीं हो सकता है। इमरान खान के भाषण से यह लग रहा है कि अब दोनो देशों के बीच एक बार फिर से रिश्ता सुधर सकता है। पाकिस्तान के साथ ही चीन की भारत पर हमेशा बुरी नज़र रही है। चीन भी भारत के कई हिस्सों पर ज़बरदस्ती अपना क़ब्ज़ा ज़माने की फ़िराक़ में रहता है। हालाँकि चीन अपनी इस कोशिशों में नाकाम भी हो जाता है। कुछ समय पहले भारत और चीन के रिश्ते डोकलाम विवाद की वजह से काफ़ी ख़राब हो गए थे। लेकिन अब चीन के संकेत दिया है कि वह भारत के साथ अपने रिश्ते सुधारना चाहता है। चीन शायद समझ चुका है कि पाकिस्तान की तरह ही उसका भी विकास बिना भारत की मदद के सम्भव नहीं है। सम्बंध सुधारने के लिए निभाना चाहता है रचनात्मक भूमिका: भारत की विदेश यात्रा पर आए चीन के विदेश मंत्री ने दोनो देशों के बीच सम्बंध सुधारने की बात कही है। इसके साथ ही इमरान खान और प्रधानमंत्री नेरेंद्र मोदी की सकारात्मक टिप्पणियों का स्वागत करते हुए चीन ने कहा है कि वह दोनो देशों में सम्बंध सुधार के लिए रचनात्मक भूमिका निभाना चाहता है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने बुधवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के सम्बन्धों में सुधार क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए बहुत ज़रूरी है। दोनो ही देश हैं दक्षिण एशिया के लिए महत्वपूर्ण: पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के नेताओं ने शांति प्रक्रिया को लेकर जो बयान दिए हैं, हम उसका स्वागत करते हैं। दोनो ही देश भारत और पाकिस्तान दक्षिण एशिया के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। भारत और पाकिस्तान दोनो का पड़ोसी होने के नाते चीन उनके बीच के मतभेदों को सुलझाने के लिए बातचीत शुरू करने का समर्थन करता है। हम उम्मीद करते हैं कि दोनो देश क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए प्रतिबद्ध बने रहेंगे। चीन दोनो ही देशों के रिश्ते में सकारात्मक भूमिका निभाना चाहता है। जब लू कांग से पूछा गया कि सकारात्मक भूमिका से उनका मतलब महीन भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता करना तो नहीं है, इसके जवाब में लू कांग ने कहा कि यह पहले से तय नहीं है कि चीन किस तरह से काम करेगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 20 अगस्त को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को पत्र लिखकर कहा था कि दिल्ली, इस्लामाबाद के साथ सकारात्मक और सार्थक सम्बंध के पक्ष में है। पीएम मोदी के पत्र के जवाब में इमरान खान ने भी मंगलवार को ट्वीट किया कि उनका देश फिर से शांति प्रक्रिया शुरू करना चाहता है। ← Previous शंख बजाने के अलावा भी कई तरह से उपयोगी होता है, यकीन नहीं होता तो पढिए ये खबर अगर आपको भी आती है दिन भर उबासी तो हो सकती हैं ये 7 खतरनाक बीमारियां, जानिए इसके घरेलू उपचार Next → दबंग साध्वी ने 'पद्मावती' फिल्म को लेकर दिया विवादित बयान, बोली-फिल्म रिलीज हुई तो पूरे देश में January 2, 2018 Dinesh 0 April 1, 2017 Pradeep Kumar 0 राहुल का कर्नाटक मिशन 'फिर चलेंगे सॉफ्ट हिंदुत्व की राह पर' 3000 करोड़ की संपत्ति का मालिक है ये सुपरस्टार, इस बॉलीवुड एक्ट्रेस को करते थे डेट September 2, 2018 Ashish Singh Comments Off on 3000 करोड़ की संपत्ति का मालिक है ये सुपरस्टार, इस बॉलीवुड एक्ट्रेस को करते थे डेट पंजाब को हराने के बाद धोनी ने बच्चों संग मैदान में लगाई रेस, वायरल हुआ वीडियो April 7, 2019 Shreya Pandey Comments Off on पंजाब को हराने के बाद धोनी ने बच्चों संग मैदान में लगाई रेस, वायरल हुआ वीडियो
2019/08/20 19:47:37
https://www.newstrend.news/157845/china-offer-to-help-for-build-india-pakistan-relation/
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WEF: दावोस में बोले मोदी- जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद के खतरे से कम गंभीर नहीं - International News - Samay Live 23 Jan 2018 05:00:11 PM IST Last Updated : 23 Jan 2018 06:18:17 PM IST WEF: दावोस में बोले मोदी- जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद के खतरे से कम गंभीर नहीं समयलाइव डेस्क/भाषा/वार्ता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की 48वीं सालाना बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व के सामने सुरक्षा, शांति और स्थिरता बड़ी चुनौतियां हैं. मोदी ने कहा कि 1997 में पहली बार कोई भारतीय प्रधानमंत्री दावोस आए थे. उस समय कि स्थिति आज से अलग थी. उस समय ना कोई लादेन को जानता था और ना हैरी पॉटर को. उस समय ना गूगल का अवतार हुआ था और ना ही एमेजॉन सामने आया था. उस जमाने में चिड़िया ट्वीट करती थी आज मनुष्य ट्वीट करता है. तब अगर आप एमेजॉन इंटरनेट पर डालते तो नदियों और जंगलों की तस्वीर आती. उन्होंने कहा कि मौजूदा दौर में तकनीक का महत्व काफी बढ़ा है, यह हमारे तौर तरीकों, राजनीति और जीवन के विभिन्न पहलुओं को गहराई से प्रभावित कर रही है: मोदी ने कहा कि भारत में अनादि काल से हम मानव को जोड़ने में विश्वास करते आए है. उसे तोड़ने या बांटने में नहीं. 'वसुधैव कुटुम्बकम्' यानि पूरी दुनिया एक परिवार है का भारतीय दर्शन आज दुनिया में खिंची दरारों को पाटने की दृष्टि में अधिक प्रासंगिक है. चिंता का विषय है कि हमारी दूरियों ने इन चुनौतियों और भी कठिन बना दिया है. विश्व के सामने इस समय तीन प्रमुख चुनौतियां हैं पहली जलवायु परिवर्तन, दूसरी आतंकवाद और तीसरी आत्मकेंद्रित होना. प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद में भी अच्छे आतंकवाद और बुरे आतंकवाद में भेद करना पूरे विश्व के लिए सबसे ज्यादा खतरनाक है. आतंकवाद को लेकर भारत के रुख से हर कोई परिचित है पूरी दुनिया को जलवायु परिवर्तन के खतरों के प्रति आगाह करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह आतंकवाद के खतरे से कम गंभीर नहीं है. यह मानव सभ्यता के लिए सबसे गंभीर खतरा है जिससे निबटने के लिए सबको साथ आना पड़ेगा और प्राकृतिक संसाधनों के तर्कसंगत इस्तेमाल पर ध्यान देना होगा. मोदी ने कहा, "आज हम प्रकृति का अपने लालच के लिए दोहन कर रहे हैं. हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए कि क्या यह हमारी प्रगति है या फिर यह हमारा लालच है. समय आ गया है कि हम इस बारे में महात्मा गांधी जी के ट्रस्टीशिप के सिद्धांत पर चलें." 'प्राचीन भारतीय परंपरा में प्रकृति के साथ गहरे तालमेल का जिक्र ' उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से ध्रुवीय क्षेत्रों की बर्फ तेजी से पिघल रही है. कई द्वीप डूब रहे हैं या फिर डूबने वाले हैं. अत्यधिक गर्मी या अत्यधिक ठंड जैसे मौसम का प्रभाव दिन-ब-दिन बढ़ रहा है. कहीं सूखा पड़ रहा है तो कहीं बाढ़ आ रही है. जलवायु परिवर्तन से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय समझौतों और संधियों का पालन नहीं करने वाले देशों पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उन्होंने सवाल किया कि आज हर कोई कहता है कि कार्बन उत्सर्जन कम होना चाहिए लेकिन ऐसे कितने देश या लोग हैं जो सही मायने में विकासशील देशों और समाजों को उपयुक्त तकनीक उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना चाहते हैं. यह एक गंभीर समस्या है जिससे निबटने के लिए सबको साथ आना ही होगा. सीमित सोच और सीमित प्रयासों से कुछ नहीं होगा. प्राचीन भारतीय परंपरा में प्रकृति के साथ गहरे तालमेल का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हजारों साल पहले भारतीय शास्त्रों में भूमि को माता और मनुष्य को पृथ्वी का पुत्र बताया गया है. आज भी इसी सोच को कायम रखते हुए भारत ने सौर ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रभावी कदम उठाया है. वातारण को बचाने और जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निबटने के लिए सरकार ने 2022 तक देश में 175 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा के उत्पादन का लक्ष्य रखा है. पिछले तीन वर्षों में 60 गीगावाट यानी लक्ष्य का एक तिहाई हिस्सा हासिल किया जा चुका है. इसके साथ ही भारत ने फ्रांस के साथ मिलकर 2016 में अंतर्राष्ट्रीय सौर संगठन बनाया है जिसकी बैठक मार्च में होगी.
2018/02/26 01:26:30
http://www.samaylive.com/international-news-in-hindi/391830/world-is-facing-challenges-in-maintaining-peace-stability-and-security-pm-modi-at-wef-davos.html
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सावधान! खड़े होकर पानी पीने से किडनी पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है - Live Samachar सावधान! खड़े होकर पानी पीने से किडनी पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है Live Samachar July 14, 2021 मानव के शरीर का तकरीबन 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है। यही कारण है की जिंदा रहने के लिए पानी पीना बहुत आवश्यक है। इसको पीने से शरीर के विषैले पदार्थ बहुत ही आसानी से बाहर निकल जाते हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से सेहत पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। अगर आप भी प्रतिदिन फ्रिज से बोतल निकालकर एक ही घूंट में खड़े-खड़े पानी पी लेते हैं तो आज से एेसा करना बंद कर दें। नहीं तो आपकी यही आदत आपके लिए बहुत ही खतरनाक बन सकती है। आज हम आपको खड़े होकर पानी पीने से सेहत को होने वाले नुकसान के बारे में बताएंगे। खड़े होकर पानी पीने से किडनी पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है। इस तरह पानी पीने से वह बिना छने ही गुर्दे से निकल जाता है। इससे किडनी खराब होने के साथ यूरीन मार्ग में इंफैक्शन भी हो सकता है। इसके साथ ही दिल की बीमारियां होने का भी डर बना रहता है। बैठकर पानी पीने से मांसपेशियां के साथी ही नर्वस सिसटम भी बहुत आराम से काम करता है। मगर जब आप खड़े होकर पानी पीते हैं तो यह सीधा पेट की दीवारों पर गिरता है जो आसपास के अंगों को बुरी तरह प्रभावित करता है। इससे पाचन तंत्र कमोजर होना शुरू हो जाता है। अगर आपका भी पाचन तंत्र बहुत कमजोर है तो इसके पीछे का एक कारण खड़े होकर पानी पीना भी हो सकता है। खड़े होकर पानी पीने से जोड़ों के तरल पदार्थों में कमी होने लगती है, जिससे जोड़ों में दर्द और गठिया जैसी गंभीर समस्या पैदा हो जाती है। प्यास नहीं बुझती हमेशा बैठकर ही पानी पीना चाहिए। इस तरह पानी पीने से प्याज जल्दी बुझ जाती है। जबकि खड़े होकर पानी पीने का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि एेसा करने से प्यास नहीं बुझती। Previous लगवाई है कोरोना वैक्‍सीन की दोनों डोज, तो महाराष्‍ट्र जाने वाले यात्रियों नहीं दिखानी पड़ेगी ITPCR रिपोर्ट
2021/07/23 18:19:00
https://livesamachar.live/2021/07/14/drinking-water-while-standing-has-a-very-bad-effect-on-the-kidney/
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फ़ेसबुक वाली गर्लफ्रेंड की होटल में चुदाई - Antarvasna मई 12, 2017 पर प्रकाशित किया गया antarvasna द्वारा हाय फ्रेंड्स, मेरा नाम Antarvasna सचिन है और मेरी उम्र 24 साल की है. मैं मुंबई का रहने वाला हूँ. दोस्तों कामलीला डॉट कॉम वेबसाइट पर मैं भी आप सभी की तरह सेक्सी कहानियाँ पढ़ता आ रहा हूँ. और आज मैंने भी अपने साथ हुई एक चुदाई से भरी हुई घटना को इस वेबसाइट के माध्यम से आप सभी के सामने रखने का एक छोटा सा प्रयास किया है. और मैं आशा करता हूँ कि, आप सभी को मेरा यह प्रयास जरूर पसन्द आएगा।
2018/03/18 09:34:38
https://antarvasna1.com/5324-2/
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मुंबई, (वार्ता) भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने निर्देशक आनंद डी घटराज की आने वाली फिल्म बल और बलिदान में विनोद यादव और सुदीक्षा झा की जोड़ी नजर आयेगी। अन्नी फिल्म्स प्रोडक्शन्स के बैनर तले बन रही फिल्म बल और बलिदान में विनोद यादव के अपोजिट सुदीक्षा झा नजर आने वाली हैं। फिल्म ‘बल और बलिदान’ के निर्देशन की कमान अवार्ड विनर निर्देशक आनंद डी घटराज ने संभाल रखी है। आनंद घटराज ने कहा, “हमारी फिल्म आम भोजपुरी फिल्मों से अलग है।बल और बलिदान की कहानी सही मायनों में एक दम हटके है। फिल्म के पहले ही शॉट में विनोद यादव बता दिया है कि वे वन टेक आर्टिस्ट हैं। उन्होंने पहला ही टेक ओके दिया है। इसे देखकर मैं कह सकता हूँ कि यह अभिनेता लंबी रेस का घोड़ा है।” विनोद यादव ने कहा कि मेरे आगामी फिल्म बहुत ही रोमांचक होने वाली है। क्योंकि इस फिल्म का हीरो मैं नहीं हूं। बल्कि हमारी फिल्म की कहानी है। फिल्म में आनंद घटराज के साथ काम करने में बहुत ही मजा आ रहा है। वे बहुत अच्छे निर्देशक हैं। Posted in मनोरंजन, लेटेस्ट न्यूजTagged #a well-known director of Bhojpuri cinema #Anand D Ghatraj नव भारत न्यूज http://navabharat.com/nbwp Next Post सतना एवं विंध्य ललितपुर-सिंगरौली परियोजना में किसी के साथ नहीं होने दूंगी अन्याय: रीती Wed Nov 24 , 2021 सिंगरौली : मंगलवार को जबलपुर में आयोजित सांसद गणों की बैठक में सीधी-सिंगरौली सांसद रीती पाठक ने ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना में तीव्रता लाने तथा 11 नवम्बर 2019 के पूर्व जिनकी भूमि अधिग्रहित की गई है उन्हे शीघ्र रोजगार उपलब्ध कराने को कहा। उक्ताशय की जानकारी सांसद कार्यालय सीधी के जनसंपर्क […] You May Like October 17, 2021 अब यूजी पीजी के प्रवेश लेने के लिए अंतिम मौका और November 2, 2021 सशस्त्र सेनाओं के लिए आठ हजार करोड़ रूपये के रक्षा खरीद प्रस्तावों को मंजूरी September 12, 2021 स्मार्ट सिटी सीईओ सोच विकास आधारित होना चाहिए: मंत्री श्री सिंह September 4, 2021 भाजपा की उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर, गोवा में फिर से वापसी, पंजाब में आप को बढ़त : सर्वे October 26, 2021 अमेरिका में कोरोना संक्रमितों की संख्या 4.55 करोड़ से अधिक हुई November 8, 2021 कोलम्बिया में खाड़ी कबीले के हमले में चार सैनिकों की मौत विडिओ https://www.youtube.com/watch?v=xVu_I6WCsto दैनिक राशिफल सूर्य कर्क राशि मे, मंगल सिंह राशि में, बुध कर्क राशि में, बक्रीं गुरूकंुभ राशि में,शुक्र सिंह राशि में, शनि मकर राशिमें, राहु वृषभ राशि में, केतु वृश्चिक राशि में और चन्द्रमा वृष मिथुर और सिंह राशि में संचरण करेगा। ग्रहयोगों का प्रभावः– यहां सूर्य बुध पर शनि की दृष्टि है, इसके प्रभाव से अनावृष्टि दुर्भिक्ष की स्थिति बनेगी. साप्ताहिक राशिफल दिनांक- 15 से 21 अगस्त-2021 तक ज्योतिषाचार्य पं0 नारायणशंकरनाथूराम व्यास, कोतवाली बाजार, जबलपुर (म0प्र0) मो0नं0 098266-21998 साप्ताहिक ग्रहस्थितिः– इस सप्ताह सूर्य कर्क राशि में 3/32 दिन से सिंह राशि में, मंगल सिंह राशि में, बुध सिंह राशि में, बक्री गुरू क्रुंभ राशिमें शुक्र कन्या राशि में, बक्री शनि मकर राशि में, राहु वृषभ्रा राशि में केतु वृश्चिक राशि में, और चन्द्रमा वृश्चिक धनु और मकर राशि में संचरएा करेगा। Read More
2021-12-02T07:09:43Z
https://navabharat.com/?p=20730
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crime News : डॉक्टर के घर चोरी, किराएदार पर शक - doctor's house stolen, tenant suspected | Navbharat Times doctor's house stolen, tenant suspected Navbharat Times | Updated: 15 May 2020, 09:00:00 AM विभूतिखंड का मामला, अयोध्या में तैनात डॉक्टर ने दर्ज करवाई रिपोर्ट विकासनगर में होटल संचालक का नौकर घर से ~52 हजार लेकर फरार एनबीटी, लखनऊ : विभूतिखंड निवासी डॉक्टर के घर की ग्रिल काटकर घुसे चोर नकदी, एलईडी टीवी, डीवीडी और म्यूजिक सिस्टम उठा ले गए। पीड़ित ने किरायदार सहित दो लोगों को चोरी का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं, विकासनगर में होटल संचालक का नौकर घर से 52 हजार रुपये चुरा ले गया। पुलिस ने 18 दिन टरकाने के बाद रिपोर्ट दर्ज की है। विभूतिखंड के विशेषखंड-ए निवासी डॉ. ओमप्रकाश सिंह अयोध्या में तैनात हैं। 12 मई की सुबह मकान के ऊपरी हिस्से में रहने वाले सीतापुर निवासी किराए दिनेश कुमार ने फोन पर चोरी की सूचना दी। जानकारी होते हुए डॉक्टर उनका बेटा दिव्यांश और भाई अतुल घर पहुंचे। खिड़की का दरवाजा और ग्रिल काटकर घुसे चोर 40 हजार रुपये, एलईडी टीवी, डीवीडी और म्यूजिक सिस्टम उठा ले गए थे। पीड़ित ने किरायदार और वर्ष 2015 में घर में चोरी कर चुके विवेक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। वहीं, विकासनगर में टेढ़ी पुलिया स्थित सब्जी मंडी निवासी होटल संचालक गोपी लाल गुप्ता के घर से 52 हजार रुपये चोरी हो गए। पीड़ित के अनुसार होटल पर बिहार का नागेंद्र होटल पर काम करता था। 21 अप्रैल की दोपहर नागेंद्र घर पहुंचा और किचन में रखे रुपये लेकर भाग निकला। इसके बाद से उसका फोन भी नहीं मिल रहा। तीन दिन इंतजार के बाद 24 अप्रैल को विकासनगर पुलिस को तहरीर दी। 18 दिन टरकाने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है।
2020/09/23 19:29:08
https://navbharattimes.indiatimes.com/metro/lucknow/crime/doctors-house-stolen-tenant-suspected/articleshow/75746688.cms
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छतरपुर | मुलतापी समाचार Tag Archives: छतरपुर छतरपुर में खुला महिला पोस्ट ऑफिस, घर-घर डाक भी पहुंचाएगी महिला डाकिया छतरपुर: महिला दिवस पर जिले में महिला पोस्ट ऑफिस का शुभारंभ किया गया! पोस्ट ऑफिस में अनुपमा जैन को पोस्टमास्टर बनाया गया है ,और शिवानी गुप्ता को डाक सहायक बनाया गया है! अनुपमा जैन मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग में नायब तहसीलदार के पद पर चयनित हैं किंतु अभी वे एक्सटेंशन लेकर डाक विभाग में अपनी सेवाएं दे रही हैं! अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह ने बताया, छतरपुर डाक विभाग के अंतर्गत 4 जिले आते हैं जिसमें निवाड़ी,छतरपुर, पन्ना और टीकमगढ़ है! यह छतरपुर जिले का सौभाग्य है कि छतरपुर में प्रथम महिला डाकघर खुला है! इस डाकघर में सभी कर्मचारी महिलाएं रहेंगी! Honey trap case in MP: हनी ट्रैप मानव तस्करी मामले में सामने आए नामों की भूमिका पर रहस्य का पर्दा हाईप्रोफाइल हनी ट्रैप से जुड़े मानव तस्करी मामले की एफआईआर में फरियादी की बेटी के बयानों में जिन लोगों के नाम सामने आ चुके हैं, उन पर चालान पेश हो जाने के बाद भी अब तक रहस्य का पर्दा पड़ा है। बयानों में जिस व्यक्ति के यहां राशि के लेन-देन की बात कही गई, उसके बारे में एसआईटी ने मौन साध रखा है। इसी तरह छतरपुर कांग्रेस जिला अध्यक्ष के वीडियो से ब्लैकमेल की जानकारी होने तथा महिलाओं को इससे रोकने वाले छतरपुर के टीआई के नाम तक का खुलासा नहीं हो सका है। पुलिस अधिकारी का स्थानीय अधिकारी का नाम या पता छिपा रहे हैं तो कांग्रेस ने अभी तक जिला कांग्रेस अध्यक्ष से सवाल-जवाब भी नहीं किया है। हनी ट्रैप मामले के चालान पेश हुए करीब दो सप्ताह हो चुके हैं, लेकिन उसमें फरियादी की बेटी मोनिका यादव के बयानों में जिन लोगों के नाम आए थे, आज तक उनकी भूमिका पर से पर्दा नहीं हट सका है। एसआईटी की जांच पर सवाल भी उठे हैं, जिसमें बयानों में जिन लोगों के नाम आए व जिनके घर में लेन-देन हुआ या जिन लोगों के बीच राशि का बंटवारा हुआ, उनकी प्रकरण में भूमिका क्या थी। साथ ही छतरपुर में जिस पुलिस अधिकारी को कांग्रेस नेता के वीडियो महिलाओं के पास होने की जानकारी थी, वह अधिकारी कौन था और उसने जानकारी के बाद भी कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। इन सवालों के जवाब भी अब तक नहीं मिल सके हैं। कांग्रेस नेता पर पार्टी ने नहीं की कार्रवाई मोनिका ने बयान में छतरपुर जिले में कांग्रेस नेता और उसके दो साथियों के ब्लैकमेल को लेकर जो बातें कहीं, उनमें पार्टी के जिम्मेदार नेता बचाव जैसी बातें कह रहे हैं। पीसीसी के एक पदाधिकारी ने यहां तक कहा है कि केवल किसी के आरोप लगा देने से कोई दोषी नहीं बन जाता। इसी तरह मोनिका यादव द्वारा छतरपुर के जिस टीआई के बारे में बयान दिया गया था कि उसने कांग्रेस नेता को ब्लैकमेल करने से रोक दिया था। उसे वीडियो की पूरी जानकारी होने की बात भी मोनिका ने बयान में कही है। इस टीआई के बारे में अब तक क्षेत्रीय अधिकारियों एसपी, डीआईजी, आईजी तक को जानकारी नहीं है।
2021/03/08 11:38:40
https://multapisamachar.com/tag/%E0%A4%9B%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0/
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दिल्ली: BSP संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती का बयान – SahetMahet दिल्ली: BSP संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती का बयान एक्सक्लूसिव दिल्ली बड़ी खबर दिल्ली। आज कांशीराम जी के जयंती पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने उन्हें याद करते हुए मीडिया को सम्बोधित किया। उन्होंने कांशीराम जी को उनके पुण्यतिथि पर उन्हें नमन किया और कांशीराम जी को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा की, कांशीराम गरीब व बिछड़ों को आगे लाना चाहते थे, 'कांशीराम ने दलित,वंचितों की आवाज उठाई वो कांशीराम दलितों के हितैषी थे। बाबा साहेब के बताए रास्ते पर चलते हुए दलित-पिछड़ों को एकजुट होना होगा। बिना नाम लिए भीम आर्मी पर बोला हमला: अपनी बात को आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा की 'BSP के मूवमेंट को कमजोर करने की कोशिश हो रही है। इसके लिए विरोध पार्टियां पैसा बहा रहीं हैं, ऐसे संगठन, पार्टियों के पास पैसा कहां से आता है? 'विरोधी पार्टियों से चंदा लेते हैं ऐसे संगठन', ऐसे लोगों से सजग और सचेत रहें। कांग्रेस-बीजेपी के लोग हथकंडे अपना रहे, दलितों, पिछड़ों को ये पार्टियां बहका रहीं, 'कांशीराम चाहते थे दलित सत्ता तक पहुंचे हाथरस मामले पर मायावती का बयान, दलितों पर जुल्म हो रहा, हर स्तर पर दलितों का शोषण- माया: हाथरस मामले पर बयान देते हुए उन्होंने कहा की बीजेपी-कांग्रेस के लोग एक हैं, अंदर से दोनों पार्टियां एक हैं, 'संकीर्ण मानसिकता की पार्टियां से सचेत रहें' BSP को बदमान करने का साजिश, 'हमें सत्ता तक पहुंचने से रोकने की साजिश, 'BSP को आर्थिक रूप से कमजोर करने की कोशिश', किसी की पिछलग्गू नहीं है। 'राजनीतिक स्वार्थ के लिए होते हैं गठबंधन', उपचुनाव में बीएसपी को फायदा होगा। Tags: Bahujan Samaj Party, bsp, BSP Supreemo, Death Anniversary, Delhi, Kanshiram Jayanti, Mayawati, Uttar Pradesh
2022/05/18 04:20:36
http://sahetmahet.com/delhi-bsp-supremo-mayawatis-statement-on-the-death-anniversary-of-bsp-founder-kanshi-ram/
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बंशीधर भगत ने किया 26 करोड़ के प्रोजेक्ट का शुभारंभ , जानिए निकायों की आय बढोतरी पर क्या बोले – Jagrat Janta News नैनीताल : झील विकास प्राधिकरण की ओर से सूखा ताल झील को टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। गुरुवार को झील विकास प्राधिकरण की ओर से आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शहरी विकास कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत ने करीब 26 करोड़ के प्रोजेक्ट का भूमि पूजन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा यह प्रोजेक्ट झील के पुनर्जीवन और क्षेत्र में पर्यटन के नए आयाम स्थापित करने के लिए कारगर साबित होगा। उन्होंने बताया सूखाताल को नैनी झील की लाइफ लाइन भी कहा जाता है। प्रदेश में पर्यटन गतिविधियों के विस्तार को लेकर भाजपा सरकार लगातार कार्य योजनाएं तैयार कर रही है। जिससे क्षेत्र का विकास हो। साथ ही सरकार क्षेत्र को विकसित करने की ओर प्रतिबद्ध है। बंशीधर भगत ने कहा क्षेत्रीय विधायक संजीव आर्य इसको लेकर सराहनीय कार्य कर रहे हैं। जहां एक ओर इस योजना से नैनी झील का रिचार्ज जोन पुनर्जीवित होगा। वहीं दूसरी तरफ सूखाताल क्षेत्र में अनेक प्रकार कि गतिविधियां विकसित होने पर यहां पर्यटन के नए द्वार भी खुल जायेंगे। कार्यक्रम के इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य, पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी, जिला पंचायत अध्यक्ष बेला तोलिया, प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय, एसडीएम प्रतीक जैन और जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ समेत कई भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। वही निकायों की आय में बढ़ोत्तरी को लेकर पूछे गए सवाल पर शिरकत करने पहुंचे कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत से कहा कि अभी तो बच्चा पैदा हुआ है। कुछ ही समय बीता है उन्हें शहरी विकास मंत्री का दायित्व मिला है। निकायो की बढ़ोतरी को लेकर लगातार कार्य योजनाए तैयार की जाएगी और जल्द ही सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। Tags: Banshidhar bhagatbjpJJN newsjjn news haldwaninainital newsuttarakhand nainital newsझील विकास प्राधिकरणनैनीतालबंशीधर भगतसूखा ताल झील
2021/04/20 23:10:54
https://jjnnews.com/uttarakhand/nainital/banshidhar-bhagat-inaugurated-26-crore-project-know-what-to-say-about-increasing-income-of-bodies/
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Road Safety World Series 2021: भारत लीजेंड्स की पहले बल्लेबाजी, सचिन, सहवाग या युवराज? किसका बल्ला मचाएगा तूफान-Road Safety World Series 2021: India Legends first bat, Sachin, Sehwag or Yuvraj? Whose bat will storm | News24 Pushpendra Sharma Last Updated : March 21, 2021, 6:50 p.m. नई दिल्ली: रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज 2021 (Road Safety World Series) का फाइनल कुछ ही देर में मुंबई के मैदान पर खेला जाएगा। ये मुकाबला भारत और श्रीलंका लीजेंड्स की टीमों के बीच होगा। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की कप्तानी में भारतीय टीम पूरे आत्मविश्वास के साथ डॉक्टर डीवाई पाटिल स्पोर्ट्स एकेडमी मैदान पर उतरने के लिए तैयार है। इधर, श्रीलंका की टीम भी पूरे जोश में है। भारत लीजेंड्स टीम की बात करें तो सचिन तेंदुलकर, नमन ओझा, नोएल डेविड, यूसुफ पठान, मोहम्मद कैफ, युवराज सिंह, वीरेंद्र सहवाग, मुनाफ पटेल, प्रज्ञान ओझा, एस बद्रीनाथ, मनप्रीत गोनी, विनय कुमार, रवि गायकवाड और इरफान पठान शामिल हैं। रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज 2021 में सिक्सर किंग युवराज ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उनका कोई मुकाबला नहीं है। युवराज सिंह ने इस सीरीज के अभी तक 6 मैचों में 13 छक्के ठोंक गदर मचा रखा है। युवराज सिंह छक्के लगाने के मामले में इस सीरीज में टॉप पर हैं। युवराज सिंह ने 183.56 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। हालांकि सबसे ज्यादा रनों की बात करें तो श्रीलंका के बल्लेबाज टीएम दिलशान सबसे ऊपर हैं। उन्होंने 7 मैचों में 250 रन बनाए हैं। जबकि युवराज ने 6 मैचों में 134 रन बनाए हैं। पिछले दो मैचों में युवराज ने एक के बाद एक छक्के ठोंक मैदान पर बवाल मचा दिया। युवराज ने पिछले मैच में 6 और क्वार्टर फाइनल में लगातार 4 छक्के ठोंक डाले थे। दर्शकों की निगाहें आज युवराज, सचिन, सहवाग और यूसुफ पठान जैसे बल्लेबाजों पर रहेंगी। वहीं, शुक्रवार को खेले गए सेमिफाइनल मुकाबले की जीत में गेंदबाज नुवान कुलसेकरा का बड़ा योगदान रहा। कुलसेकरा की घातक गेंदबाजी ने 5 विकेट चटकाए। देखना दिलचस्प होगा कि आखिर इस सीरीज पर कौन कब्जा जमाता है।
2021/07/24 01:20:25
https://hindi.news24online.com/news/sports/road-safety-world-series-2021-india-legends-first-bat-sachin-sehwag-or-yuvraj-whose-bat-will-storm-294a828b/
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Best Smile अवार्ड विजेता विकास चौधरी को किया सम्मानित - Legend News: Hindi News, News in Hindi , Hindi News Website,हिन्‍दी समाचार , Politics News - Bollywood News, Cover Story hindi headlines,entertainment news March 23, 2017 Master@2017 0 Comments agra, Best Smile award, himani saran, myce mantra, Vikas chaudhary आगरा। Best Smile अवार्ड विजेता विकास चौधरी को सम्मानित किया गया। ताज नगरी का दिल्ली मे नाम रोशन कर यमुना पार निवासी विकास चौधरी ने शहर का मान बढ़ाया| बीते दिल्ली मे हुए रूबरू मिस्टर इंडिया के कॉन्टेस्ट मे विकास चौधरी को बेस्ट स्माइल अवार्ड से सम्मानित किया गया था| इसी कड़ी मे डिवाइन पब्लिक स्कूल मे बेस्ट स्माइल अवार्ड विजेता विकास चौधरी को स्कूल के निर्देशक चौधरी श्रीपाल सिंह ने माला पहना कर सम्मानित किया और उनके उजवाल भविष्य की शुभकामनाए भी दी| कार्यक्रम मे अद्भुत स्टुडियो की हिमानी सरन बतौर मुख्यातिथि शामिल हुई| माइस मंत्रा इवैंट कंपनी के निर्देशक शिवेंदु दीक्षित ने सभी का धन्यबाद ज्ञापन किया| इस अवसर पर प्रमुख रूप से दारोगा दलवीर सिंह मौजूद रहे| Mr India Contest में आगरा के विकास चौधरी को मि. बेस्ट स्माइल अवार्ड मिला। आज सोमवार को राजधानी दिल्ली मे आगरा का परचम लहराने के लिए आगरा के यमुना पार निवासी श्रीपाल सिंह के पुत्र विकास चौधरी ने नई दिल्ली मे हुए रूबरू मि० इंडिया मेगा मॉडल कॉन्टेस्ट के फाइनल मे मिस्टर बेस्ट स्माइल अवार्ड 2017 मिला| 15 राज्यो से आए अलग अलग आए प्रतिभागी अपने राज्य व शहर का प्रतिनिधित्व कर रहे थे | वही उत्तर प्रदेश से सेमी फाइनल मे आगरा के विकास चौधरी ने टॉप 15 मे अपनी जगह बनाते हुए ये अवार्ड हासिल किया| इस अवार्ड का श्रेय वो अलीगढ़ निवासी माइस मंत्रा इवैंट कंपनी के निर्देशक शिवेंदु दीक्षित व अपने माता-पिता को देते है| मिस्टर इंडिया कॉन्टेस्ट मे पहली बार आगरा के युवक ने अपनी उपस्थिती दर्ज करा कर ताज नगरी को गौरवान्वित किया है|
2017/09/25 18:39:17
http://legendnews.in/best-smile-award-winner-vikas-chaudhary-honored-2/
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उत्पादन: आरएफआईडी कार्ड-निर्माता-प्रदाता आरएफआईडी Prelam Shenzhen XCC RFID Technology Co., Ltd. - अलीबाबा-चीन Shenzhen XCC RFID Technology Co., Ltd. [सत्यापित] होटल कार्ड आरएफआईडी जड़ना/prelam आरएफआईडी कुंजी एफओबी Shenzhen XCC RFID Technology Co., Ltd. आपूर्तिकर्ता से संपर्क करें उत्पाद/सेवा (हम बेच): उत्पादन: आरएफआईडी कार्ड, आरएफआईडी Prelam, आरएफआईडी टैग, बिक्री: आरएफआईडी कुंजी एफओबी, आरएफआईडी Wristband मुख्य बाजार: उत्तर अमेरिका,घरेलू बाजार,दक्षिण अमेरिका,दक्षिण पूर्व एशिया,पश्चिमी यूरोप उत्पाद प्रमाणपत्र: Quality Management System Certificate,Business license,RoHS,RoHS,RoHS,CE,CE,FDA,CE शेन्ज़ेन XCC आरएफआईडी प्रौद्योगिकी कं, लिमिटेड है एक के सबसे बड़े निर्माताओं में आरएफआईडी हार्डवेयर गुआंग्डोंग प्रांत है। यह 1996 में स्थापित किया गया था के रूप में एक उच्च तकनीक कंपनी, और वर्तमान में दो दशकों से अधिक के साथ हाय-तकनीक के बड़े पैमाने पर उत्पादन डिजाइन में अनुभव और उत्पादन के दसियों आरएफआईडी Prelam के लाखों, आरएफआईडी कार्ड, और घरेलू और वैश्विक बाजार के लिए आरएफआईडी टैग प्रत्येक वर्ष से पता चलता यह भी एक के सबसे महत्वपूर्ण आईसी वितरकों की जी. टी. (चीन में ISSI) दक्षिणी चीन में. मूल रूप से शेन्ज़ेन में स्थित शहर, एक पेशेवर के रूप में XCC आरएफआईडी स्मार्ट कार्ड फैक्टरी 2013 में 300 से अधिक कार्यकर्ताओं के साथ इसके उत्पादन विभाग था मजबूर करने के लिए का विस्तार करने के लिए सक्षम होने के लिए आदेश में स्थानांतरित करने के लिए कारण उच्च संस्करणों के आदेश, करने के लिए Dongguan शहर में अपनी वर्तमान स्थान है जो कम से कम एक एक घंटे की ड्राइव शेन्ज़ेन से. इस पुनर्वास उत्पादन क्षमता में सुधार, अधिक उत्पादन लाइनों और सुधार के लिए अनुमति देकर कर्मचारी काम और में रहने वाले वातावरण है। हमारे विनिर्माण सुविधा वर्तमान में एक उत्पादन कमरे के साथ 10,000 से अधिक वर्ग मीटर के क्षेत्र का विस्तार करने के लिए. के रूप में के रूप में अच्छी तरह से अनुभवी और पेशेवर कर्मचारियों को आकर्षित करने के लिए और रखने में सक्षम किया जा रहा है। हमारे जनादेश है करने के लिए लगातार आगे अनुसंधान और नए उत्पादों के विकास में निवेश को पूरा करने के क्रम में और रखने आगे की असली, विभिन्न, और संभावित वर्तमान और भविष्य घरेलू स्तर पर ग्राहकों की आवश्यकताओं और सहायता.
2021/05/11 05:17:44
https://hindi.alibaba.com/supplier_wc4BAALF2LvRB1A41sf2WHSV3yzM
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क्या आपकी गर्लफ्रेंड भी है चश्मिश, तो आप उसके साथ कभी नहीं कर सकते ये काम ! - Fir Post Home / जवानी-दीवानी / रोचक बाते / क्या आपकी गर्लफ्रेंड भी है चश्मिश, तो आप उसके साथ कभी नहीं कर सकते ये काम ! क्या आपकी गर्लफ्रेंड भी है चश्मिश, तो आप उसके साथ कभी नहीं कर सकते ये काम ! आजकल दिनभर मोबाइल और लैपटॉप पर चिपके रहने की वजह से अधिकतर लड़कियों को कम उम्र से ही चश्मा लग जा रहा है। यदि आप भी किसी लड़की से प्यार करते हैं और आपकी गर्लफ्रेंड चश्मिश है तो आपको कुछ मामलों में कॉम्प्रोमाइज़ करना होगा। क्योंकि चश्मिश गर्लफ्रेंड के साथ आप बहुत से काम नहीं कर पाएंगे। # 3डी फिल्में : अगर आपकी पार्टनर चश्मिश है,तो आप उसके साथ कभी भी 3डी मूवीज नहीं देख सकते। जाहिर है वो अपने चश्मे के ऊपर 3डी चश्मा तो नहीं पहन सकती है। # किस करना : किसिंग के समय पहले तो नाक रोड़ा बनती है। ऊपर से यदि आपकी पार्टनर चश्मिश है तो आपकी मुश्किल और बढ़ जाएगी, क्यंकि किस के वक़्त चश्मा बीच में आ जाता हा है। # नाईट आउट में परेशानी : अगर आपकी गर्लफ्रेंड चश्मा पहनती है,तो आपको नाईट-आउट प्लान बनाने के पहले कई बार सोचना पड़ सकता है। अगर प्लान बनता भी है,तो उसे अपने पास कॉन्टैक्ट लेन्स रखना बहुत जरूरी है। # वाटर गेम्स या स्पोर्ट्स : अगर आपकी पार्टनर हाई पावर ग्लासेज पहनती है,तो उसके साथ स्विमिंग, झील या समुद्री बीच पर लहरों के साथ खेलना मुश्किल हो सकता है। जाहिर है ऐसी शानदार जगहों का आप तो मजा ले सकते हैं लेकिन वो वंचित रह सकती है, क्योंकि पानी में चश्मा पहनकर नहीं जा सकते और वो बिना चश्मे के गई तो शायद उसे कुछ दिखाई न दे। - लड़कियों से बात करने में आती है शर्म तो अपनाएं ये टिप्स ! क्या आपकी गर्लफ्रेंड भी है चश्मिश, तो आप उसके साथ कभी नहीं कर सकते ये काम ! Reviewed by Fir Team on 15:40:00 Rating: 5
2018/12/15 22:35:18
http://www.firpost.com/2018/03/girlfriend-with-spectables.html
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शिक्षा प्रणाली में होगा अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल - Home देश शिक्षा प्रणाली में होगा अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल शिक्षा प्रणाली में होगा अब तक का सबसे बड़ा फेरबदल हिमाचल प्रदेश में सीबीएसई की तर्ज पर दो बार फाइनल परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने सीबीएसई की तर्ज पर 50-50 फीसदी सिलेबस के दो बार एग्ज़ाम करवाने की रणनीति बनाई है। जिसके लिए शिक्षा बोर्ड ने नौवीं, दसवीं, जमा एक व जमा दो कक्षा के लिए दो बार की फस्र्ट व सेकेंड टर्म परीक्षा प्रणाली लागू करने की योजना पर कार्य करने को महत्त्वपूर्ण बैठक भी की है। नौवीं-दसवीं पर विचार करने के साथ ही गुरुवार को जमा एक व जमा दो को लेकर भी विषय विशेषज्ञों से रणनीति बनाकर फाइनल कर दिया जाएगा। सीबीएसई द्वारा शैक्षणिक सत्र 2021-22 की परीक्षाएं साल में दो बार टर्म-एक व टर्म-दो में 50:50 प्रतिशत पाठ्यक्रम के आधार पर आयोजित करवाए जाने का निर्णय लिया है। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सीबीएसई की तर्ज पर नौवीं व दसवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में कटौती करने, बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार-बार टर्म-एक व टर्म-दो में करवाने, सीबीएसई के अनुरूप प्रश्न पत्र तैयार किए जाने तथा आठवीं कक्षा के प्रश्नपत्रों में संशोधन करने के उद्देश्य से बोर्ड कार्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया। हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी ने कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 वैश्विक ज्ञान अर्थव्यवस्था के शीर्ष पर पहुंचाने का एक साधन है। इस संबंध में प्रबुद्ध विषय विशेषज्ञों के साथ कार्यशालाएं आयोजित कर जो भी सुझाव प्राप्त होंगे, उनके अनुरूप प्रारूप तैयार करके मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर से विस्तृत विचार-विमर्श करके कार्यान्वित किया जाएगा। गुरुवार को जमा-एक व जमा-दो कक्षाओं के पाठ्यक्रम में कटौती करने, बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार टर्म-एक व टर्म-दो में करवाने तथा सीबीएसई के अनुरूप प्रश्न पत्र तैयार किए जाने बारे कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। Previous articleमणिमहेश यात्रा: छड़ी के साथ जाएंगे सिर्फ 25 भक्त Next articleअब नही जाऊंगा विदेश, अपने देश में करूंगा नौकरी, अफगानिस्तान से सरकाघाट लौटे राहुल ने साझा किया दर्द
2022/01/29 10:09:24
https://khabarhp.com/%E0%A4%B6%E0%A4%BF%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A4%BE-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A3%E0%A4%BE%E0%A4%B2%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%97%E0%A4%BE-%E0%A4%85/
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राबड़ी देवी ने जांच एजेंसियों को दी चेतावनी, भाजपा नेता के बयान पर किया पलटवार 9:27:13 AM Updated: 22 Nov, 2017 01:39 PM पटनाः बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद पर जांच एजेंसियों ने अपना शिकंजा कसा हुआ है। इसी बीच बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने जांच एजेंसियों को खुली चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा कि हम किसी जांच एजेंसी से डरते नहीं हैं और अगर किसी को हमसे कुछ भी पूछना है तो वह पटना में आकर पूछे।राबड़ी देवी का कहना है कि सीबीआई, आईटी, ईडी को जितने नोटिस भेजने हैं वह भेज सकती है। भाजपा नेता के बयान पर पलटवार बिहार भाजपा अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि अगर उनमें हिम्मत हैं तो मोदी की तरफ उंगली उठाने वाले का हाथ काट के दिखाएं। अगर भाजपा के लोग ऐसा कर सकते हैं तो बहुत से लोग नरेंद्र मोदी का हाथ और गला भी काट सकते हैं।
2018/06/18 03:57:38
https://www.punjabkesari.in/national/news/rabri-devi-warned-to-investigating-agencies-710146
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मनी लॉन्ड्रिंग मामला: भावुक हुए रॉबर्ट वाड्रा, फेसबुक पर लिखी ऐसी पोस्ट | NewsTrack Hindi 1 मनी लॉन्ड्रिंग मामला: भावुक हुए रॉबर्ट वाड्रा, फेसबुक पर लिखी ऐसी पोस्ट Feb 24 2019 01:11 PM जयपुर: मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ का सामना कर रहे सोनिया गाँधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट लिख कर राजनीति में आने के संकेत दिए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से अब तक ईडी कई दफा पूछताछ कर चुकी है। उन्होंने कहा है कि यह सब सियासी बदले की भावना से किया जा रहा है। एक लंबी पोस्ट के माध्यम से उन्होंने अपनी भावनाएं व्यक्त की और जांच समाप्त होने के बाद राजनीति में जुड़ने का संकेत दिया है। वाड्रा ने यूपी में कार्य करने के अनुभव को विशेष बताया है। उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी को भी पूर्वी यूपी का ही प्रभार सौंपा गया है। वाड्रा ने बगैर नाम लिए राजनीतिक दुर्भावना के तहत उन्हें बदनाम करने का षड्यंत्र करने की बात कही। उन्होंने लिखा है कि, 'देश के वास्तविक मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए एक दशक से ज्यादा वक़्त से विभिन्न सरकारों ने मुझे बदनाम करने का प्रयास किया। देश के लोगों को धीरे-धीरे यह अहसास हुआ है कि इन आरोपों में सच्चाई नहीं है। जनता इस झूठ से बाहर निकली और उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया, एक बेहतर भविष्य की शुभकामनाओं के लिए आप सभी का दिल से शुक्रिया।' वाड्रा ने अपनी पोस्ट में केरल, नेपाल में आई त्रासदी के दौरान किए अपने कार्यों की फोटो भी शेयर की। हिंदी और अंग्रेजी में लिखे गए इस पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि इन सबके दौरान उन्होंने काफी कुछ सीखा है। खुद वाड्रा के शब्दों में, 'मैं जिन बच्चों के बीच जाता था वहां से लेकर नेत्रहीन विद्यालय तक, मदर टेरेसा के विचारों से और विभिन्न धर्मों के पूजा स्थलों पर जाकर, अनाथालयों में सेवा करने से, अस्पतालों, मंदिरों के बाहर भूखे और गरीब लोगों को खाना खिलाने के दौरान बहुत कुछ सीखा और खुद को मजबूत बनाए रखा।' ROBERT VADRA IN MONEY LAUNDERING CASE ROBERT VADRA FACEBOOK POST ROBERT VADRA ENFORCEMENT DIRECTORATE INVESTIGATING ROBERT VADRA
2021/10/20 07:11:18
https://www.newstracklive.com/news/robert-vadra-post-on-facebook-over-money-laundering-case-mc23-nu-1276019-1.html
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UP Assembly Elections: Lalu Yadav meets Mulayam Singh and his son, there is a political stir 02 Aug 2021 16:38 PM बिहार के पूर्व सीएम एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव काफी लंबे वक्त तक सियासी गतिविधियों से दूर रहे हैं। जो अब धीरे-धीरे राजनीति में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में सोमवार को लालू प्रसाद यादव ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक एवं यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव से दिल्ली स्थित उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। इस दौरान दोनों दिग्गज नेताओं के साथ यूपी के पूर्व सीएम एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव उपस्थित नजर आए। लालू यादव ने अपनी इस मुलाकात की तस्वीरें और जानकारी स्वयं ट्विटर के माध्यम से शेयर की हैं। इस ट्वीट में लालू यादव द्वारा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ भी जोरदार हमला बोला गया है। कई वर्ष तक जेल में रहने व बेल पर जेल से बाहर आने के बाद से ही लालू प्रयाद यादव दिल्ली स्थित बेटी मीसा यादव के आवास पर रह रहे हैं। लालू यादव यहीं पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। बीते सप्ताह में भी ममता बनर्जी के दिल्ली पहुंचने पर लालू यादव से मुलाकात करने के लिए कई विपक्षी नेता दिल्ली मीसा भारती के आवास पर पहुंचे थे। इस दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार और कांग्रेस नेता अखिलेश प्रताप सिंह और सपा नेता राम गोपाल यादव ने लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जेल से बाहर आने के बाद पहली बार स्वयं लालू प्रयाद यादव किसी से मुलाकात करने के लिए पहुंचे हैं। वहीं इस मुलाकात के बाद से ही सियासी गलियारे में हलचल उत्पन्न हो गई है। लालू प्रयाद यादव पूर्व में केंद्र और बिहार की सरकारों के किंग मेकर रहे हैं। इसलिए इस मुलाकात को लेकर कई तरह की अटकलबाजी शुरू हो गई हैं। लोकसभा चुनाव में बेशक अभी 3 वर्ष का समय शेष बचा हुआ है। लेकिन विपक्षी पार्टियां अभी से केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद होनी शुरू हो गई हैं। बीते काफी दिनों से कांग्रेस, राजद, टीएमसी समेत अन्य विपक्षी पार्टियों के नेता आपस में लगातार मिल रहे हैं। वहीं अखिलेश यादव की मौजूदगी में लालू प्रसाद यादव और मुलायम सिंह यादव के बीच आज हुई मुलाकात को लोकसभा चुनाव के साथ ही अगले वर्ष होने यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन के तौर पर देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में लालू यादव और मुलायम सिंह के बीच इस मुलाकात के दौरान करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई। लालू यादव ने इस मुलाकात की सूचना खुद ट्वीट कर शेयर की हैं। साथ ही केंद्र सरकार को भी अपने निशाने पर लिया है। लालू ने अपने ट्वीट में लिखा कि देश के वरिष्ठतम समाजवादी साथी आदरणीय मुलायम सिंह जी से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। खेत-खलिहान, गैर-बराबरी, अशिक्षा, किसानों, गरीबों और बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएं और लड़ाई है। वहीं लालू यादव ने केंद्र सरकार के खिलाफ निशाना साधते हुए यह लिखा कि आज देश को पूंजीवाद और सम्प्रदायवाद नहीं बल्कि लोकसमता एवं समाजवाद की अत्यंत जरूरत है।
2021/12/08 07:03:47
https://www.jantatv.com/news/up-assembly-elections-lalu-yadav-meets-mulayam-singh-and-his-son
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Samar Shesh Hai | 9788173159121 | Prabhat Prakashan ISBN : 9788173159121 ISBN 9788173159121 मुश्किल यह है कि गाँव में पुराने खयाल का जो आम चेहरा है, उसका स्वभाव है कि भीतर गरीबी की आग जल रही हो तब भी ऊपर से हँसता रहेगा। किंतु नए जमान का नया चेहरा है कि सुख-सुविधा और नए धन की खुशहाली भीतर छिपाकर बाहर से रोता फिरेगा—'सरकार यह नहीं करती, वह नहीं करती। हम तो मर गए, उजड़ गए।' एक ओर हिंदुस्तान में गगनानंद और उनके महागुरु शून्यानंद जैसे धर्म गुरुओं और स्वयंभू भगवानों के पीछे विराट् पूँजी लगी है। नाना प्रकार की चकाचौंध और उच्चाटन के सहारे ये लोग बुद्धिजीवियों को भरमाने में लगे हैं। दूसरी ओर विज्ञान के द्वारा ईश्वर को धकियाकर व आधुनिक जीवन के मुहावरों को विचारों में ढालकर वैज्ञानिक पद्धति से नपुंसक बनाने का कारोबार चलने लगा है। सुराज उन बाधाओं को हटाना चाहता है, जो उसे अपनी जनता से नहीं मिलने देतीं। वह हुमाच भर-भरकर अपनी अनन्दायिनी ग्राम्य देवी के पास जाना चाहता है; लेकिन क्या स्टेशन से आगे कहीं बढ़ पाता है? यह निराश होकर लौट आता है। कुछ दिन बाद फिर आशा जगती है शायद अब सड़क बन गई हो। मगर अफसोस! सपना सपना रह जाता है। बिना सड़क के जनता तक जाने का सवाल ही नहीं।...क्या जनता ही अब हिम्मत कर सुराज तक पहुँचेगी? बकबक बोलूँगा तो क्रांति कैसे होगी?...भाषण, अखबार, रेडियो, दूरदर्शन, प्रचार, पार्टी, प्रस्ताव, तंत्र और नाना प्रकार की आधुनिक समझदारियों ने देश को नरक बना दिया है। नरक अवांछित है, मगर हम ढो रहे हैं। यह असह्य है, पर हम सह रहे हैं।...गुरुदेव! आप क्या सोच रहे हैं?
2018/10/20 13:14:29
https://www.prabhatbooks.com/samar-shesh-hai.htm
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एमनेस्टी इंटरनैशनल: Latest एमनेस्टी इंटरनैशनल News & Updates,एमनेस्टी इंटरनैशनल Photos & Images, एमनेस्टी इंटरनैशनल Videos | Navbharat Times - Page 19 September,18,2019, 07:31:02 एमनेस्टी इंटरनैशनल टीएचए के स्केटर्स लेंगे इंटरनैशनल स्पीड चैंपियनशिप में भाग Dec 13, 2018, 08.00 AM एनबीटी न्यूज ,वसुंधरा नागपुर महाराष्ट्र में होने वाली सेकंड इंटरनैशनल स्पीड स्केटिंग चैंपियनशिप के लिए वसुंधरा के स्केटर्स का चयन हुआ है। चयन ... इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में दिख रही आधुनिक तकनीक एनबीटी न्यूज, गुड़गांव सेक्टर-29 स्थित हूडा ग्राउंड में हो रही इंटरनैशनल ट्रेड-फेयर में अलग-अलग देशों की चमक देखने को मिल रही है। इसमें भारत के ... इंटरनैशनल ट्रेड फेयर में पहुंची 30 देशों की 750 कंपनियां Dec 12, 2018, 08.00 AM एनबीटी न्यूज, गुड़गांव सेक्टर-29 के हूडा ग्राउंड में नैशनल स्किल डिवेलपमेंट काउंसिल की ओर इंटरनैशनल ट्रेड फेयर शुरू हुआ। इसमें 30 देशों की 647 ... 24 साल बाद लखनऊ में इंटरनैशनल क्रिकेट मैच, जानें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम की खास बातें Nov 06, 2018, 02.37 PM ​करीब 24 साल बाद लखनऊ किसी इंटरनैशनल क्रिकेट मैच की मेजबानी के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को 'भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनैशनल क्रिकेट स्टेडियम' का उद्घाटन Labour Day 2019 Wishes: इस इंटरनैशनल वर्कर्स डे पर भेजें ये वॉट्सऐप मेसेज और एसएमएस May 01, 2019, 07.54 AM आज दुन‍ियाभर में May day यानी लेबर डे मनाया जा रहा है। इस दिन से ही दुनिया के मजदूरों के अनिश्चित काम के घंटों को बदलकर आठ घंटे क‍िया गया था। रायन इंटरनैशनल स्कूल में शुरू हुए एशियन गेम्स रायन इंटरनैशनल स्कूल का चार दिवसीय वार्षिक खेलोत्सव बुधवार से शुरू हो गया। खेलोत्सव के पहले दिन कई इवेंट हुए। खेलोत्सव की थीम एशियन गेम्स रखी गई है ... कुलगाम में नागरिकों की मौत की एमनेस्टी इंडिया ने 'निष्पक्ष जांच' की मांग की Oct 25, 2018, 01.20 PM नयी दिल्ली, 25 अक्टूबर (भाषा) एमनेस्टी इंडिया ने बुधवार को कहा कि दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में हाल ही में एक विस्फोट में सात लोगों की मौत की घटना की ' स्वतंत्र और निष्पक्ष' जांच होनी चाहिए और इस मामले के जिम्मेदार लोगों को न्याय के कठघरे में खड़ा करना चाहिए। दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम जिले में 21 अक्टूबर को एक मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए थे। आतंकवादियों द्वारा यहां छोड़े गए विस्फोटकों में विस्फोट होने से सात नागरिकों की मौत हो गई। एमनेस्टी इंडिया के कार्यकारी निदेशक आकार पटेल ने CBSE 10वीं रिजल्ट: आया की बेटी टॉपर, टेलर की लाडो को 88% May 30, 2018, 02.57 PM सीबीएसई 10वीं के रिजल्ट में कुछ बच्चों की सफलता सबके लिए मिसाल है। स्कूल में मां आया का काम करती है और उसी स्कूल की निशा को 95.4 फीसदी मार्क्स मिले। निशा ने स्कूल में टॉप किया है। एमिटी इंटरनैशनल स्कूल के सार्थक ने कैंसर से लड़ते हुए 83 फीसदी मार्क्स हासिल किए। रायन इंटरनैशनल स्कूल गाजियाबाद ने जीता खिताब रायन इंटरनैशनल स्कूल में अंतररायन फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन किया गया। अंडर-16 और 18 के बालिका वर्ग में दिल्ली-एनसीआर के रायन स्कूलों की टीमों ने ... टी20: नए स्टेडियम में बांग्लादेश से भिड़ेगा अफगानिस्तान Jun 02, 2018, 03.36 PM अफगानिस्तान की टीम तीन टी20 मैचों की सीरीज के पहले मैच में रविवार को जब यहां बांग्लादेश के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें दो हफ्ते के भीतर होने वाले अपने ऐतिहासिक टेस्ट पदार्पण की तैयारी पर भी टिकी होंगी। वर्ल्ड कप: सेमीफाइनल में मैदान पर उतरते ही धोनी ने हासिल की उपलब्धि, 350 वनडे इंटरनैशनल मैच पूरे टीम इंडिया को अपनी कप्तानी में 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप दिला चुके धोनी इस मैच में विकेटकीपिंग करने उतरे और उन्होंने यह उपलब्धि हासिल कर ली।​ रूस से बॉन्डेड आधार पर हो सकता है गोल्ड का इंपोर्ट Jun 01, 2018, 08.38 AM जेम एेंड जूलरी एक्सपोर्टर्स की मदद के लिए केंद्र सरकार रूस से गोल्ड का इंपोर्ट करने के प्रपोजल पर विचार कर रही है। बास्केटबॉल टूर्नामेंट में जेकेजी इंटरनैशनल स्कूल जीता एनबीटी न्यूज, एनएच 24गुरुकुल द स्कूल में आयोजित दूसरी ईश्वर बास्केटबॉल टूर्नामेंट में तीसरे दिन मेजबान टीम को हार का सामना करना पड़ा वहीं उत्तम ... रनवे बंद होने से 325 विमान सेवाएं प्रभावित May 27, 2018, 05.40 AM ​छत्रपति शिवाजी इंटरनैशनल एयरपोर्ट का मुख्य रनवे मरम्मत के लिए बंद होने से 325 हवाई सेवाओं को देरी का सामना करना पड़ा। इस वजह से यात्रियों को खासी दिक्कतें पेश आईं। जानें, इंटरनैशनल मैच में धोनी आईपीएल वाली गलती करते तो क्या होता Apr 14, 2019, 09.30 AM कोई प्लेयर अंपायर के फैसले से नाराजगी जताता है या अंयायर से सीधे तौर पर बदजुबानी करता है तो यह लेवल 2 अपराध है। महेंद्र सिंह धोनी पर लेवल 2 का ही मामला बनता है। यही नहीं कोड में स्पष्ट है कि यदि अंपायर अपने फैसले पर गलत भी है तब भी इसे खिलाड़ी के बचाव के लिए तर्क नहीं माना जा सकता। आखिर एक गोल्ड मेडलिस्ट इंटरनैशनल खिलाड़ी ने क्यों किया स्यूसाइड? Nov 15, 2018, 08.00 AM विशेष संवाददाता, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियमसाई हॉस्टल के रूम में एक इंटरनैशनल गोल्ड मेडेलिस्ट एथलीट संदिग्ध परिस्थितियों में पंखे से लटका मिला। ... DSP हेल्थकेयर से निवेशकों को मिलेगा इंटरनैशनल एक्सपोजर Nov 23, 2018, 09.50 AM डीएसपी हेल्थकेयर फंड ICICI प्रूडेंशल और मिराए एसेट की तरफ से इस साल फार्मा ऐंड हेल्थकेयर सेगमेंट में लाई गई स्कीमों के बाद तीसरा न्यू फंड ऑफर (NFO) है। यह एनएफओ 26 नवंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला हुआ है। इसमें आने वाली 25% रकम अमेरिकी हेल्थकेयर स्टॉक में लगाई जाएगी। इंटरनैशनल वॉलीबॉल टूर्नामेंट में इंडिया को बॉन्ज एनबीटी न्यूज, गुड़गांवसाउथ अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में आयोजित ब्रिक्स टूर्नामेंट के तहत वॉलीबॉल चैंपियनशिप में इंडिया की टीम ने ब्रॉन्ज मेडल आने ... ICC क्रिकेट कमिटी की मीटिंग: टॉस का फ्यूचर होगा तय May 17, 2018, 04.39 PM ICC की क्रिकेट कमिटी की मुंबई में 28 और 29 मई को होने वाली बैठक में टॉस की प्रांसगिकता और निष्पक्षता पर चर्चा की जाएगी। टॉस का क्रिकेट से शुरू से नाता रहा है, लेकिन अब टेस्ट क्रिकेट इसके उपयोग पर सवाल उठ रहे हैं। IGI एयरपोर्ट पर ₹1.2 करोड़ का सोना जब्त May 12, 2018, 02.43 PM दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय (आईजीआई) एयरपोर्ट पर दो अलग-अलग लोगों से कस्टम डिपार्टमेंट ने 1.20 करोड़ रुपये का सोना जब्त किया है। फिलहाल दोनों यात्रियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे पूछताछ जारी है। पहला यात्री दुबई और दूसरा चेन्नै से आया था।
2019/09/18 02:01:04
https://navbharattimes.indiatimes.com/topics/%E0%A4%8F%E0%A4%AE%E0%A4%A8%E0%A5%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%80-%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%9F%E0%A4%B0%E0%A4%A8%E0%A5%88%E0%A4%B6%E0%A4%A8%E0%A4%B2/19
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इस समय सोशल मीडिया में एक वीडियो बहुत ज्यादा वायरल हो रहा है ,जिसमे 2 लड़कियां एक मनचले को पीटते हुए नजर आरही है , जानकारी के अनुसार पीटने वाला यह सख्श कांग्रेस नेता बताया जा रहा है जो लड़कियों को लगातार छेड़ रहा था , इस मनचले को सबक सिखाने के लिए इन लड़कियों ने इस कांग्रेस नेता को घसीट – घसीट के पीटा । लड़कियों के हाथों जम के पीटने वाले इस सख्श का नाम अनुज मिश्रा है और यह यूपी के जालौन से कांग्रेस का जिलाध्यक्ष है, और इस समय अनुज मिश्रा और प्रियंका वाड्रा की साथ मे एक तस्वीर भी काफी वायरल हो रही है इससे पता चलता है कि यह सख्श प्रियंका वाड्रा का बेहद करीबी है। मिली जानकारी के अनुसार यह कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनुज मिश्रा दो लड़कियों को लगातार छेड़ता था और यही नही यह मनचला उन्हें गंदी – गंदी गालियाँ भी देता था , इस कांग्रेसी की हरकत से परेशान होकर इन लड़कियों ने चप्पलों से अनुज मिश्रा की कुटाई की,कपड़े फाड़े और इससे नाक रगड़वाकर कर माफी भी मागवाई इस समय यह वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है और इस कांग्रेसी को पीटने वाली लड़कियों का कहना है कि हम इसकी हरकत से परेशान हो गए थे ,और हमने इसकी शिकायत कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नेता अजय कुमार लल्लू से भी की लेकिन लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. Tags India Viral Facebook Twitter Post a Comment 0 Comments Trending This Week बिहार में सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों की अब खैर नहीं, सभी DM को नीतीश का आदेश, सीधे जेल भेजो बिहार आईटीआई प्रवेश परीक्षा 2021 का रिजल्ट जारी, छात्र-छात्राएं इस डाइरेक्ट लिंक से डाउनलोड करें रैंक कार्ड
2021-11-28T05:25:12Z
https://www.gazabviral.site/2020/11/video.html
OSCAR-2201
श्री कृष्ण सिंह कुशवाह: जौरा Constituency, मध्यप्रदेश Madhya Pradesh श्री कृष्ण सिंह कुशवाह's Profile पार्टी से जुड़ने के बाद निरंतर पार्टी की गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं। वर्तमान में पार्टी के मुरैना जिले के सचिव हैं एवं जौरा विधानसभा के प्रभारी हैं। सामाजिक क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय रहते हैं। कुशवाह जागृति मंच के जिला उपाध्यक्ष एवं अखिल भारतीय पूर्व सैनिक संघ के भी जिला उपाध्यक्ष हैं।
2018/08/21 00:46:51
http://candidates.aamaadmiparty.org/profile-detail.php?id=185&name=%E0%A4%B6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%A3-%E0%A4%B8%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%B9-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B6%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B9
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मेरा संघर्ष: दो दशक पहले से कैराना के सच से वाकिफ थे नौकरशाह! दो दशक पहले से कैराना के सच से वाकिफ थे नौकरशाह! लखनऊ: शामली के कैराना और कांधला कस्बे से एक विशेष समुदाय के लोगों के पलायन करने की खबरों ने प्रदेश की सियासत को गर्मा दिया है। कैराना में हिन्दुओं के पलायन पर सियासत सुर्ख हुई तो प्रशासन की पेशानी पर बल पड़ गए हैं। जांच में जुटी प्रशासनिक टीम के अपने दावे हैं। तर्क हैं। यह और बात है कि वह विश्वसनीय नहीं लगते। क्योंकि उनका आधार ठोस नहीं लगता। प्रशासन का कहना है कि पलायन के पीछे अर्थ का शास्त्र है। लोग व्यवसाय के चक्कर में पलायित हुए, या फिर भवन स्वामियों की मौत हो गई तो परिवारीजन व्यवसाय के लिए पड़ोसी राज्य हरियाणा अथवा दिल्ली कूच कर गए। जबकि सूत्र बता रहे हैं कि सच्चाई इसके विपरीत है। रंगदारी और हत्या की घटनाओं ने ही लोगों को अपना घर-बार छोड़ने को मजबूर किया। गुंडों-बदमाशों ने पहले जुबान पर फिर मकान पर ताला लगाने को मजबूर कर दिया। पलायन पर सियासत के दावे कुछ भी हों, लेकिन सूबे की ब्यूरोक्रेसी दो दशक पहले से कैराना के सच से वाकिफ रही है। तत्कालीन डीएम विनोद शंकर चौबे ने बाकायदा शासन को गोपनीय रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें एक जाति और धर्म विशेष के अफसरों की जिले में तैनाती नहीं करने तक के लिए कह दिया था। खौफ के संदर्भ में ऐसा ही इशारा पूर्व डीएम एसपी सिंह भी कर चुके हैं। कैराना का लावा भले ही अब फूटा हो, मगर जमीनी हकीकत से अफसर पहले भी अनभिज्ञ नहीं रहे हैं। शामली जब पृथक जिला नहीं था। मुख्यालय से कैराना की दूरी 50 किलोमीटर से ज्यादा रही। यही वजह है कि तहसील होने के बावजूद भी डीएम और एसएसपी के लिए कैराना के लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखना चुनौती बना रहा। नकली नोट, हथियारों की तस्करी से लेकर रंगदारी, हत्या, दुष्कर्म, अवैध कब्जे और अन्य संगीन अपराधों ने यहां के जनजीवन को तबाह कर दिया। यहां अपराधियों को सियासत की पनाह मिलती रही। कृषि आधारित इस इलाके में अपराध के बाद जरायम के कारिंदे हरियाणा के पानीपत, करनाल, सोनीपत और कुरुक्षेत्र में छिपते रहे हैं। कुख्यात मुकीम काला के गुर्गों की इन्हीं शहरों से हुई गिरफ्तारी बात को पुख्ता करती है। पुलिस प्रशासन ने कैराना की हकीकत पर परदा डालते हुए सियासतदाओं की चाकरी में ही नौकरी गुजार दी। शासन तक कभी कैराना का सच पहुंच नहीं पाया। तत्कालीन डीएम विनोद शंकर चौबे ने हिम्मत की तो सूबे में बवाल खड़ा हो गया। फरवरी 1999 में चौबे ने शासन को एक गोपनीय रिपोर्ट भेजी, जिसमें जिले की कानून व्यवस्था के लिए एक जाति और विशेष धर्म के अफसरों एवं पुलिस कर्मियों की तैनाती नहीं करने के लिए कहा। अब सवाल यह आखिर शामली प्रशासन ने अपने स्तर पर कोई जांच करने की जहमत क्यों नहीं उठाई? क्या बंद घरों-दुकानों के ताले भी सवालों का जवाब देने में सक्षम हैं? क्या ताले ही यह बता रहे हैं कि हमारे मालिक इस-इस कारण अन्य कहीं जा बसे हैं? सवाल और भी हैं। क्या शामली प्रशासन ने कैराना से अन्यत्र जा बसे लोगों से बात की? क्या किसी ने यह जानने की कोशिश की कि जो लोग कैराना में रहकर ही ठीक-ठाक कमाई कर रहे थे उन्हें दूसरे शहर जाकर कारोबार करने की जरूरत क्यों पड़ी? बेहतर आय और जीवन की लालसा में गांव से कस्बे और फिर वहां से पड़ोस के बड़े शहर जाने की प्रवृत्ति नई नहीं है। ऐसा हर कहीं होता है, लेकिन इस क्रम में मोहल्ले वीरान नहीं होते। लगता है कि कैराना में कुछ अस्वाभाविक हुआ है। चूंकि यह अस्वाभाविक घटनाक्रम कथित सेक्युलर दलों और उनके जैसी प्रवृत्ति वालों के एजेंडे के अनुरूप नहीं इसलिए उनके पास सबसे मजबूत तर्क यही है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव करीब आ रहे हैं इसलिए भाजपा यही सब तो करेगी ही। इसमें दोराय नहीं कि भाजपा कैराना सरीखे मसलों पर विशेष ध्यान देती है, लेकिन क्या ऐसे मसलों पर अन्य किसी राजनीतिक दल को ध्यान नहीं देना चाहिए? नि:संदेह कैराना कश्मीर नहीं है, लेकिन इन दिनों कश्मीरी पंडितों की वापसी के सवाल को लेकर भाजपा पर खूब कटाक्ष हो रहे हैं? आपको बता दें कि कैराना, भारत के ऐतिहासिक जगहों में से एक है और बेहद ही खूबसूरत है। कैराना के फिजाओं में जहां एक तरफ संगीत की मधुर लहरें तरंगित होती हैं, वहीं उसकी मिट्टी में नृत्य कला की छाप है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का यह क्षेत्र भारतीय शास्त्रीय संगीत के मशहूर किराना घराना के लिए जाना जाता था। जिसकी स्थापना महान शास्त्रीय गायक अब्दुल करीम खां ने की थी। ये भी मान्यता है कि अपने समय के महान संगीतकार मन्ना डे भी इस कैराना की मिट्टी का सम्मान अपने दिल में रखते थे। क्योंकि जब एक बार उन्हें वहां जाना हुआ तो वो कैराना की मिट्टी में पांव रखने से पहले उन्होनें अपना जूता उतार कर हाथ में रख लिया था। वहीं दूसरी ओर भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी भी कैराना घराने के गायक हैं। वहीं अगर धर्म की दृष्टि से देखा जाए तो भी कैराना एक संगम से कम नहीं है। क्योंकि यहां मसहूर ईदगाह, ऐतिहासिक देवी मंदिर, जैन बाग, बारादरी नवाब तालाब आज भी मौजूद है। ऐसा इतिहास होने के बावजूद भी ये जमीन आज बंजर हो गई है। क्योंकि इस जमीन को छोड़ कर लोग जा रहे है। अब मुद्दा ये है कि ये लोग यहां से कहां जा रहे हैं और क्यों जा रहे हैं?
2018/12/10 04:26:19
https://merashangharsh.blogspot.com/2016/06/blog-post_37.html
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14-Apr-2021 08:02 AM NEW DELHI : सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को हाईकोर्ट की भूमिका को लेकर मंगलवार को महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि हाई कोर्ट को पुलिस की प्रारंभिक जांच में किसी प्रकार की दखलंदाजी नहीं करनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कानून के तहत पुलिस को संघीय अपराध की जांच करने का विधायी अधिकार है। ऐसे में हाईकोर्ट को f.i.r. अपराधिक मामला रद्द करने की शक्ति का बहुत ही कम और अपवाद स्वरूप सावधानी से प्रयोग करना चाहिए। उन्हें रुटीन में एफआईआर रद्द करने का आदेश नहीं जाना चाहिए। जांच शुरुआती दौर में बाधित नहीं की जा सकती जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ एमआर और संजीव खन्ना की तीन सदस्यीय पीठ ने सीआरपीसी की धारा 482 और संविधान के अनुच्छेद 226 के तहत हाईकोर्ट को प्राप्त f.i.r. और अपराधिक मामला रद्द करने की शक्ति का इस्तेमाल करने के बारे में यह फैसला दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे मामले में कोर्ट के लिए दिशानिर्देश जारी कर आदेश का पालन करने को कहा है और फैसले की प्रति सभी हाईकोर्ट में भेजने के निर्देश दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर कोर्ट को लगता है कि मामला ऐसा है जिसमें अभियुक्त के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई पर रोक लगानी चाहिए तो ऐसा आदेश देते वक्त उसके कारण भी दर्ज करनी चाहिए ताकि पता चल सके कि हाईकोर्ट में सोच विचार कर आदेश दिया है।
2021/05/11 08:06:25
https://news4nation.com/news/supreme-court-edict-high-court-should-not-interfere-in-initial-police-investigation-766459
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Is Huma Qureshis Heart Broken In Love | क्या प्यार में टूटा हुमा कुरैशी का दिल? एक्ट्रेस हुमा कुरैशी ने हाल ही में, अपने इंस्टा हैंडल से 'धोखे' के बारे में बात की है। उनके हालिया पोस्ट ने एक्ट्रेस के प्रशंसकों को चिंतित कर दिया है। आइए आपको इस बारे में बताते हैं। Tags: Huma Qureshi Celeb Breakup Social media By Shivakant Shukla Last Updated: Jan 26, 2022 | 12:35:33 IST फिल्म 'गैंग्स ऑफ वासेपुर' से लोगों के दिलों में खास पहचान बनाने वाली बॉलीवुड एक्ट्रेस हुमा कुरैशी (Huma Qureshi) सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। वह अक्सर अपनी खूबसूरत तस्वीरें शेयर कर फैंस का दिल जीतती नजर आती हैं। लेकिन एक्ट्रेस के हालिया पोस्ट ने उनके फैंस को ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि, क्या हुमा का दिल टूट चुका है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं। पहले तो ये जान लीजिए कि, हुमा कुरैशी ने बेहद कम समय में बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनके पिता सलीम कुरैशी कई रेस्टोरेंट्स के मालिक हैं। हुमा कुरैशी का नाम बाॅलीवुड के दबंग खान यानी सलमान खान के भाई और एक्टर सोहेल खान के साथ जोड़ा जा चुका है। सलमान की बहन अर्पिता और हुमा एक समय में अच्छी दोस्त हुआ करती थीं। ऐसे में हुमा का उनके घर आना जाना था। लेकिन सोहेल और उनके अफेयर की अफवाहें सामने आने के बाद एक्ट्रेस ने उनकी फैमिली से दूरी बना ली थी और इसे महज एक अफवाह करार दिया था। हुमा कुरैशी का नाम डायरेक्टर मुदस्सर अजीज के साथ भी जोड़ा जा चुका है। 'पिंकविला' के मुताबिक, दोनों के करीबी दोस्त इस बारे में जानते हैं और वह इसके लिए बहुत खुश हैं। ऐसी चर्चा थी कि, हुमा और मुदस्सर शादी करने की तैयारी कर रहे थे। हुमा ने एक बार 'पिंकविला' से बातचीत में कहा था कि, 'लोगों को अटकलें लगाने दीजिए। बस मैं इतना ही कहूंगी कि, मुझे अपने लोगों से घिरे रहना अच्छा लगता है। इसमें दोस्त और परिवार के नाम शामिल हैं।' अब आइए आपको एक्ट्रेस का लेटेस्ट पोस्ट दिखाते हैं, जिससे उनके ब्रेकअप की अफवाह को हवा मिल रही है। दरअसल, 25 जनवरी 2022 को हुमा कुरैशी ने अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर कुछ मायूसी भरे पोस्ट शेयर किए हैं। एक्ट्रेस ने एक के बाद एक कुछ स्टोरीज पोस्ट कीं, जिन्हें देख कर कयास लगाए जा रहे हैं कि, कहीं हुमा का किसी ने दिल तो नहीं तोड़ दिया। एक्ट्रेस ने अपने इंस्टा से दिल टूटने वाले और धोखे वाले पोस्ट शेयर करते हुए लिखा है, ''कभी न खत्म होने वाले झूठ में फंस गई हूं। अगर आप चाहें तो इसे धोखा कह सकते हैं, इससे थक गई हूं।'' इसके साथ ही उन्होंने एक टूट हुए दिल की इमोजी भी बनाई है। एक्ट्रेस के हालिया पोस्ट ने उनके प्रशंसकों को इस बात से चिंतित कर दिया है कि, उन्होंने दिल टूटने और झूठ पर इटेंस पोस्ट क्यों शेयर किया है? क्या वह कठिन वक़्त से गुजर रही हैं? हालांकि, पोस्ट के बाद से हुमा ने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया है कि, उन्हें इस तरह से महसूस करने का क्या कारण है। वर्क फ्रंट की बात करें तो, हुमा कुरैशी अगली बार बहुप्रतीक्षित तमिल फिल्म 'वलीमाई' में दिखाई देंगी, जिसका नेतृत्व लोकप्रिय अभिनेता अजित कुमार कर रहे हैं। इसके अलावा उनके पास नेटफ्लिक्स ओरिजिनल के प्रोजेक्ट 'मोनिका', 'ओ माय डार्लिंग' भी हैं। अभिनेता ने राजश्री त्रिवेदी की 'डबल एक्सएल' की शूटिंग भी पूरी कर ली है। हुमा कुरैशी को आखिरी बार अक्षय कुमार की पीरियड फिल्म 'बेलबॉटम' में देखा गया था, जिसका निर्देशन रंजीत एम तिवारी ने किया था। फिल्म में लारा दत्ता, वाणी कपूर और आदिल हुसैन भी थे। (ये भी पढ़ें: युवराज सिंह बने पिता: पत्नी हेजल कीच ने बेटे को दिया जन्म, कपल ने शेयर की खुशखबरी) फिलहाल, एक्ट्रेस के इस लेटेस्ट पोस्ट की असलियत क्या है? ये तो आने वाले समय में ही पता चल सकेगा। वैसे, आपकी इस बारे में क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।
2022/05/21 22:52:07
https://hindi.bollywoodshaadis.com/articles/is-huma-qureshis-heart-broken-in-love-actress-posted-a-sad-post-on-social-media-8153
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Next Job Previous Job पश्चिम बंगाल राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति (WBSHFWS) भर्ती 2015 – – भर्ती नोटिस NO.SHFWS-55 पश्चिम बंगाल राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति (WBSHFWS) भर्ती अधिसूचना के माध्यम से प्रयोगशाला तकनीशियन की भर्ती के लिए एक भर्ती अधिसूचना जारी की है। 12 वीं कक्षा पूरा करने वाले उम्मीदवारों को पश्चिम बंगाल राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण समिति (WBSHFWS) से नई भर्ती की अधिसूचना के लिए आवेदन कर सकते हैं। Prev JobNext Job Related Posts कैबिनेट सेक्रेटेरिएट भर्ती 2016 – अधिकारी रिक्ति – 10 वीं, 12 वीं, डिप्लोमा, आईटीआई, इंजीनियरिंग, स्नातक – 39,100 वेतन इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी खरगपुर (IIT Kharagpur) भर्ती 2016 और अधिक पढ़ें – 03 रिक्ति – जूनियर / सीनियर रिसर्च फैलो – 28,000 वेतन – B.Tech चंडीगढ़ एडमिनिस्ट्रेशन भर्ती अधिसूचना 2016 – 02 – सुपरिन्टेन्डेन्ट और अधिक रिक्तियों – 20,000 वेतन – Graduate, M.Sc भाग लेने पर वॉक-इन इंटरव्यू इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ केमिकल बायोलॉजी (IICB) और रखा गया हो – अब बाहर की जाँच करें
2016/12/03 23:55:39
https://www.rojgarlive.com/sarkari-jobs/%e0%a4%aa%e0%a4%b6%e0%a5%8d%e0%a4%9a%e0%a4%bf%e0%a4%ae-%e0%a4%ac%e0%a4%82%e0%a4%97%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%b0%e0%a4%be%e0%a4%9c%e0%a5%8d%e0%a4%af-%e0%a4%b8%e0%a5%8d/
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अगर मुझे बाहर जाना है और 10 मिनट में मेकप करना है तो कैसे करेंगे? » Agar Mujhe Bahar Jana Hai Aur 10 Minute Mein Makeup Karna Hai Toh Kaise Karenge - Download the Vokal App अगर मुझे बाहर जाना है और 10 मिनट में मेकप करना है तो कैसे करेंगे?... नमस्कार मैं उमा मेकअप एंड मोर से आप का सवाल है मुझे बाहर जाना है और 10 मिनट मेकअप करने के लिए हैं तो कैसे करें तो देखिए मेकअप तो आप करती ही रहती हैं इसीलिए आपने 10 मिनट वाला मेकअप पूछा है और मौसी लेडीज मेकअप के बारे में जानती ही हैं तो आपका जो भी भेज अपना फेस पर यूज करती हैं तो उसको आप फटाफट पर अप्लाई कर ले चाहे वह फाउंडेशन में हो या फिर तो आपके पास जो भी है वह कोटकपूरा अपने प्रेस को अच्छे से मतलब मोटा करने ऐसा नहीं चाहिए फेस को तो पटा कोई भी पाउडर से उसको 110 ट्राई कर ले और अपना काजल अच्छे से फिल करें काजल फिर करने में सबसे ज्यादा टाइम लगता है इसलिए फटाफट एक लड़का दूं कि पहले लगा ले तब तक लाइनर काजल को दोबारा लगा ले ऐसी काजल कम से कम दो या तीन कोण में लगाना पड़ता है आइब्रो पेंसिल को आप अपना आईपीओ को जो भी है टाइम चेक दे और उसके बाद कोई भी क्लास जो लिप लॉक जाते इंस्टेंट वाले आप आउटलाइन है वह चक्कर में ना रहे आरोप लगाते ना सके वह लगाएं और यह आपका इंस्टा प्यार हो जाता 10 मिनट कम ही समय लगता है namaskar main uma makeup and mor se aap ka sawaal hai mujhe bahar jana hai aur 10 minute makeup karne ke liye hain toh kaise kare toh dekhiye makeup toh aap karti hi rehti hain isliye aapne 10 minute vala makeup poocha hai aur mausi ladies makeup ke bare me jaanti hi hain toh aapka jo bhi bhej apna face par use karti hain toh usko aap phataphat par apply kar le chahen vaah foundation me ho ya phir toh aapke paas jo bhi hai vaah kotakapura apne press ko acche se matlab mota karne aisa nahi chahiye face ko toh pata koi bhi powder se usko 110 try kar le aur apna kajal acche se fill kare kajal phir karne me sabse zyada time lagta hai isliye phataphat ek ladka doon ki pehle laga le tab tak liner kajal ko dobara laga le aisi kajal kam se kam do ya teen kon me lagana padta hai eyebrow pencil ko aap apna ipo ko jo bhi hai time check de aur uske baad koi bhi class jo lip lock jaate instant waale aap autalain hai vaah chakkar me na rahe aarop lagate na sake vaah lagaye aur yah aapka Insta pyar ho jata 10 minute kam hi samay lagta hai
2021/07/30 10:46:35
https://www.vokal.in/question/8IBI-agar-mujhe-bahar-jana-hai-aur-10-minute-mein-makeup-karna-hai-toh-kaise-karenge
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KYC अपडेट नहीं होने पर भी SBI बंद नहीं करेगा खाता, अब बैंक जाने की भी जरूरत नहीं - Times News Updates <p style="text-align: justify;"><strong>नई दिल्लीः&nbsp; </strong>कोरोना वायरस महामारी के बीच देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक ने अपने कस्टमर्स को बड़ी राहत दी है. बैंक ने कहा कि केवाईसी डिटेल अपडेट करने के लिए ब्रांच में जाने की आवश्यकता नहीं है. बैंक कस्टमर अपने केवाईसी मानदंडों को अपडेट कराने के लिए डाक या रजिस्टर्ड ईमेल से आवश्यक डिटेल भेज सकते हैं. इसके साथ ही बैंक ने कहा कि केवाईसी डिटेल अपडेट नहीं पर 31 मई तक खाता बंद नहीं होगा.<br />&nbsp;<br />बैंक ने एक ट्वीट में कहा, 'कई राज्यों में जगह-जगह लॉकडाउन के साथ-साथ कोविड-19 मामलों के बढ़ने के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है कि पोस्ट या ईमेल से प्राप्त डॉक्यूमेंट के आधार पर अपडेशन किया जाएगा."&nbsp; बैंक ने आगे कहा कि ग्राहक को केवाईसी अपडेशन के लिए व्यक्तिगत रूप से ब्रांच में जाने की आवश्यकता नहीं होगी.</p> <p style="text-align: justify;">[tw]https://twitter.com/TheOfficialSBI/status/1388372068685602819[/tw]</p> <p style="text-align: justify;">एसबीआई ने कहा कि 31 मई तक केवाईसी दस्तावेजों को अपडेट नहीं किया है तो बैंक खातों को फ्रीज नहीं करेगा. बैंक ने आगे कहा कि केवाईसी अपडेशन के कारण सीआईएफ का आंशिक फ्रीज 31 मई 2021 तक नहीं किया जाएगा.<br /><strong>&nbsp;</strong><br /><strong>कस्टमर की पहचान के लिए होता है केवाईसी अपडेशन</strong><br />नो योर कस्टमर एक ऐसी प्रक्रिया है जहां बैंक अपने ग्राहकों की पहचान के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं जिससे यह सुनिश्चित होता है कि बैंक सर्विसेज का दुरुपयोग नहीं किया जा रहा है. बैंक समय-समय पर अपने ग्राहकों के केवाईसी डिटेल को अपडेट करते हैं. केवाईसी दस्तावेजों को अपडेट करने के लिए एसबीआई ग्राहकों को पासपोर्ट, &nbsp;मतदाता पहचान पत्र, &nbsp;ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड, &nbsp;मनरेगा कार्ड, पैन कार्ड में से कोई एक डॉक्यूमेंट जमा करना होगा. 10 वर्ष से कम आयु के नाबालिग ग्राहकों के लिए अकाउंट को ऑपरेट करने वाले व्यक्ति का आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट (आईडी) प्रूफ बैंक को जमा करना होगा. &nbsp;</p> <p style="text-align: justify;"><strong>&nbsp;यह भी पढ़ें-</strong><br /><strong>&nbsp;</strong><br /><strong><a href="https://www.abplive.com/business/auto-sale-may-down-in-april-2021-more-than-ten-percent-slide-is-possible-1907983">गाड़ियों की बिक्री पर लॉकडाउन का असर, अप्रैल में खराब रह सकता है आंकड़ा&nbsp;</a></strong><br /><strong>&nbsp;</strong><br /><strong><a href="%20https://www.abplive.com/business/google-saves-7400-crore-rupees-in-one-year-due-to-work-from-home-1907965">वर्क फ्रॉम होम से गूगल को जबरदस्त फायदा, एक साल में ही बचा लिए 7400 करोड़ रुपये&nbsp;</a></strong></p>
2021/09/19 01:14:50
https://timesnewsupdates.in/2021/05/kyc-%E0%A4%85%E0%A4%AA%E0%A4%A1%E0%A5%87%E0%A4%9F-%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82-%E0%A4%B9%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A4%B0-%E0%A4%AD%E0%A5%80-sbi-%E0%A4%AC%E0%A4%82%E0%A4%A6/
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ज्योतिषियों की गणना अनुसार भगवान हनुमानजी का जन्म 1 करोड़ 85 लाख 58 हजार 112 वर्ष पहले त्रेतायुग में चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में सुबह 6:03 बजे हुआ था । अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा संचालित एक पत्रकारिता विश्वविद्यालय में भगवान हनुमानजी पर इंटरनेशनल सेमिनार का आयोजन हो रहा है । विश्वविद्यालय चाहता है कि, यहां के छात्र भगवान हनुमानजी से जीने की कला सीखें । भगवान हनुमानजी का लाइफ मैनेजमेंट उन्हें बताया जाएगा । वर्तमान परिदृश्य में उनके लाइफ मैनेजमेंट की व्याख्या की जाएगी । इन सब के साथ यहां कम्यूनिकेशन स्किल पर भी बात होगी । इसके लिए पूरे विश्व से रिसर्च पेपर आमंत्रित किए गए हैं । सेमिनार का थीम “हनुमानजी जी का लाइफ मैनेजमेंट” और “हनुमानजी जी का वर्तमान और प्राचीन स्वरूप” है । विश्वविद्यालय के कुलपति एम.एस. परमार कहते हैं, “इस कार्यक्रम का आयोजन अयोध्या रिसर्च इंस्टीट्यूट और कल्चर डिपार्टमेंट के द्वारा उत्तर प्रदेश के कल्चर डिपार्टमेंट के इंडोलॉजी एंड हेरिटेज मैनेजमेंट विभाग के साथ मिलकर किया जा रहा है । इसमें शामिल होने के लिए विदेश से भी लोग आ रहे हैं । पूरे विश्व से हमने लगभग 60 रिसर्च पेपर प्राप्त किए हैं ।” बता दें कि एक ऋषि और भगवान विष्णु के भक्त नारद मध्य प्रदेश के भोपाल स्थित मखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल है । वहां उन्हें पहले पत्रकार के रूप में वर्णित किया गया है, जिन्हें समाचार एकत्र करने की कला में महारत प्राप्त थी । स्त्रोत : जनसत्ता 4. लघिमा: इस सिद्धि से हनुमानजी स्वयं का भार बिल्कुल हल्का कर सकते हैं और पलभर में वे कहीं भी आ-जा सकते हैं । 5. प्राप्ति: इस सिद्धि की मदद से हनुमानजी किसी भी वस्तु को तुरंत ही प्राप्त कर लेते हैं। पशु-पक्षियों की भाषा को समझ लेते हैं, आने वाले समय को देख सकते हैं । 6. प्राकाम्य: इसी सिद्धि की मदद से हनुमानजी पृथ्वी गहराइयों में पाताल तक जा सकते हैं, आकाश में उड़ सकते हैं और मनचाहे समय तक पानी में भी जीवित रह सकते हैं । इस सिद्धि से हनुमानजी चिरकाल तक युवा ही रहेंगे । साथ ही, वे अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी देह को धारण कर सकते हैं । इस सिद्धि से वे किसी भी वस्तु को चिरकाल तक प्राप्त कर सकते हैं । ईशित्व के प्रभाव से हनुमानजी ने पूरी वानर सेना का कुशल नेतृत्व किया था । इस सिद्धि के कारण ही उन्होंने सभी वानरों पर श्रेष्ठ नियंत्रण रखा । साथ ही, इस सिद्धि से हनुमानजी किसी मृत प्राणी को भी फिर से जीवित कर सकते हैं । वशित्व के कारण हनुमानजी किसी भी प्राणी को तुरंत ही अपने वश में कर लेते हैं । हनुमान के वश में आने के बाद प्राणी उनकी इच्छा के अनुसार ही कार्य करता है। इसी के प्रभाव से हनुमानजी अतुलित बल के धाम हैं । 1. पद्म निधि : पद्मनिधि लक्षणों से संपन्न मनुष्य सात्विक होता है तथा स्वर्ण चांदी आदि का संग्रह करके दान करता है । 3. नील निधि : नील निधि से सुशोभित मनुष्य सात्विक तेज से संयुक्त होता है । उसकी संपत्ति तीन पीढ़ी तक रहती है । 4. मुकुंद निधि : मुकुन्द निधि से लक्षित मनुष्य रजोगुण संपन्न होता है वह राज्यसंग्रह में लगा रहता है । 7. कच्छप निधि : कच्छप निधि लक्षित व्यक्ति तामस गुणवाला होता है, वह अपनी संपत्ति का स्वयं उपभोग करता है । ईसाई मिशनरियों द्वारा भोले-भाले लोगों को बहकाया जाता है कि हनुमानजी एक बंदर हैं, पशु हैं, किंतु सत्य तो ये है कि वे भी अगर ईमानदारी से उनकी शरण हो जाएं तो हनुमानजी की प्रत्यक्ष कृपा का अनुभव कर सकते हैं और फिर वे आरोग्यता का दान लेकर, अपने गले से क्रॉस का चिह्न हटाकर सुंदर, सुखद, विनयमूर्ति, प्रेममूर्ति, पुरुषार्थमूर्ति, सज्जनता तथा सरलता की मूर्ति श्री हनुमानजी को ही गले में धारण करेंगे । श्री हनुमानजी को बंदर कहकर भारत की संस्कृति पर आस्था रखनेवालों के प्रति अपराध करनेवालों ! तुम्हारे अपराध के फलस्वरूप रोग, पीड़ा, अशांति आती है । अतः सावधान हो जाओ । श्रीरामजी और हनुमानजी की कृपा आप भी पाइए और भारतवासियों को धर्मान्तरित मत कीजिए । आप इस देव की शरण आइए, इसीमें आपका भला है।
OSCAR-2019
इंडेन रीफिल बुकिंग के लिए नया आईवीआरएस नंबर 7718955555 है।इंडेन गैस बुकिंग , इंडेन एक ब्रांड है जिसकी परिकल्पना 1964 में करी थी,तथा सर्वप्रथम कोलकाता में 22 अक्टूबर 1965 में इसकी शुरुआत हुई व शुरुआत में इस योजना में लगभग 2000 परिवार जोड़े गए थे |जहाँ शुरुआत में सिर्फ 2000 लोग परिवार थे वहां अब […] Read More नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल 2022? Last Date, (NSP Login) Status yojana in hindi October 31, 2022 November 1, 2022 ScholarshipScholarship National Scholarship Last Date 2022-23: भारत सरकार ने एक पोर्टल बनाया है जहां पर इंडिया लेवल और स्टेट लेवल स्कालरशिप एक ही पोर्टल विद्यार्थी अलग-अलग स्कॉलरशिप स्कीम्स मे, अप्लाई करके स्कॉलऱशिप प्राप्त कर सकते हैं। नेशनल स्कॉलरशिप पोर्टल इसमें आपको अप्लाई करने के लिए 3 कंडीशन मिलती है | जिन संस्थानों के पास लॉगिन क्रेडेंशियल […] Read More हरियाणा राशन कार्ड लिस्ट | Haryana Ration Card List APL/BPL yojana in hindi October 15, 2022 November 7, 2022 Madhya Pradesh Haryana Ration Card List 2022 पीडीएस हरियाणा राशन कार्ड लिस्ट: यदि आप हरियाणा राज्य से है और नए राशन कार्ड के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर आये हैं, यहां आप समझेंगे कि Haryana Ration Card योजना क्या है, Haryana Ration Card की सूची में अपना नाम कैसे देखे और नये […] Read More [PMAY] प्रधानमंत्री आवास योजना 2022 | लिस्ट देखें, ऑनलाइन आवेदन, Eligibility, लाभ yojana in hindi October 14, 2022 November 7, 2022 pm scheme प्रधानमंत्री आवास योजना 2022 PMAY: यह केंद्र सरकार द्वारा चलाई गए योजना है जिसका मकसद यह है कि 2022 तक सभी लोगो का खुद का अपना पक्का मकान हो । आप अपना घर बनाने के लिए बैंक से लोन ले सकते हैं और बैंक उस लोन पर इंटरेस्ट चार्ज करता है जोकि 9% होता है। इस […]
2022-12-06T11:55:38Z
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OSCAR-2301
मृदा एवं जल संरक्षण विधियां | Hindi Water Portal Submitted by admin on Mon, 09/08/2008 - 22:44 भूक्षरण समस्यामृदा एवं जल संरक्षण विधियों द्वारा वर्षा की बूंदों को भूमि की सतह पर रोककर मृदा के विखराव को रोका जा सकता हैं। इसमें सतही अपवाह को रोककर भूमि में निस्तारण भी शामिल है। मृदा संरक्षण की व्यवहारिक विधियों को कृष्य एवं अकृष्य दोनों प्रकार की भूमि पर अपनाना चाहिए। इन विधियों द्वारा उपजाऊ ऊपरी मृदा परत के संरक्षण के साथ-साथ भूमि में जल का संरक्षण भी हो जाता है। ये विधियॉं वानस्पतिक या सस्य विज्ञानात्मक तथा अभियांत्रिक या यांत्रिक भी होती है, जिनका विवरण निम्नवत्‌ है – कृष्य भूमि पर वानस्पतिक विधियॉं - • समोच्च-रेखीय कृषि कार्य अर्थात सभी कृषि कार्य जैसे जुताई, बुवाई, निराई-गुड़ाई आदि को समोच्च रेखाओं पर या भूमि के ढाल के विपरीत दिशा में करना (विशेषकर अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में)। • एक खेत में विभिन्न फसलों की क्रमशः पट्टियां बनाकर खेती करना (स्ट्रिप क्रोपिंग)। इसमें भूक्षरणकारी फसलों (मक्का, कपास, आलू आदि) तथा भूक्षरणरोधी फसलों (सोयाबीन, बाजरा, मूंग आदि) को क्रमशः पट्टियों में बोया जाता है। फसलों को भूमि के ढाल के विपरीत दिशा में पट्टी बनाकर भी बोया जाता है, जिसे क्षेत्र-पट्टीदार खेती कहते हैं। कहीं पर समोच्च रेखीय पट्टियों की चौड़ाई समान रखी जाती है, जिसे बफर-पट्टीदार खेती कहते हैं तथा इसमें पट्टियों के बीच के स्थान पर घास या फलीदार फसलें बोयी जाती है। समोच्च रेखीय पट्टीदार खेती समोच्च रेखीय पट्टीदार खेती समोच्च रेखीय पट्टीदार खेती पलवार जुताई हेतु खेत में पूर्व फसलों के अवच्चेषों पर जुताई की जाती है ताकि भूक्षरण रोका जा सके। पूर्व फसलों के अवशेष खेत में पलवार का काम करते हैं जिससे भूमि संरक्षण के साथ नमी संरक्षण भी हो जाता है। कृष्य भूमि पर यांत्रिक विधियॉं- • छः प्रतिशत तक ढालू भूमि पर जहॉं भूमि की जल-शोषण क्षमता अधिक हो तथा 600 मिमी प्रतिवर्ष से कम वर्षा वाले क्षेत्रों में समोच्च-बन्ध बनाकर खेती की जानी चाहिए ताकि एक समान ढाल की लम्बाई कम की जा सके तथा दो बन्धों के बीच की भूमि पर खेती की जा सके। इस प्रकार भूमि एवं नमी संरक्षण साथ-साथ हो जाते हैं। • 600 मिमी0/वर्ष से अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में बन्धों को लम्बाई के अनुरूप थोड़ा ढालू बनाया जाता है ताकि अतिरिक्त अपवाह सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जा सके। • अधिक ढालू भूमि के ढाल की लम्बाई को कम करने की संरचना वेदिका कहलाती है तॉकि भूक्षरण न हो सके। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में ढाल की लम्बाई के साथ ढाल की तीव्रता भी कम की जाती है, ऐसी संरचना को बैंच वेदिका कहते हैं। बैंच वेदिका के चार भाग होते है- चबूतरा, राइजर, निकास नाली तथ कंधा-बन्ध। चबूतरे पर खेती की जाती है जिसका ढाल अन्दर की ओर (अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में) या बाहर की ओर (कम वर्षा वाले क्षेत्रों में)। बैंच वेदिका अकृष्य भूमि पर संरक्षण विधियां - जलागम क्षेत्र से बड़ी मात्रा में बहने वाले अपवाह को बिना भूक्षरण किए सुरक्षित निकास हेतु संरक्षण संरचनाओं की आवश्यकता होती है। अकृष्य भूमि का निम्नीकरण रोकने हेतु स्थान विशेष की आवश्यकतानुसार वानस्पतिक एवं यांत्रिक विधियॉं अपनायी जा सकती है ताकि इस भूमि की उपयोगिता पेड़ (लकड़ी, फल व चारा हेतु) लगाकर बढ़ाई जा सके। इस कार्य हेतु निम्नलिखित विधियॉं शामिल हैं - समोच्च-रेखीय गड्ढे • समोच्च-रेखीय गड्ढे खोदना जो एक लाइन में या अलग भी हो सकते हैं। • वनस्पति-रहित व क्षरित भूमि पर वृक्षारोपण करना ताकि आगे भूक्षरण न हो सके। • गदेरों में स्थानीय वस्तुओं (वनस्पति, पत्थर, लकड़ी आदि) को प्रयोग करके लगभग 5 वर्षो तक अस्थाई संरचनाएं बनाकर भूक्षरण रोका जा सकता है ताकि प्राकृतिक व रोपित पौधों का विकास हो सके। ये संरचनाएं मुख्यतः हैं झाड़ी-लकड़ी डैम, पत्थर-डैम, लकड़ी-पट्टा डैम, जाली-पत्थर डैम आदि। भूक्षरण नियन्त्रण संरचना • जिन स्थानों पर अस्थाई संरचनाएं अपर्याप्त हैं तथा वहॉ भूक्षरण नियन्त्रण आर्थिक व सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक है, वहॉं स्थाई संरचनाएं बनायी जाती हैं, जिनकी कार्यावधि 25 वर्ष से अधिक है। इन संरचनाओं की बनावट गत कई वर्षो के आंकड़ों, गदेरे की नाम व आकार, ढाल, मृदा बनावट पर निर्भर करती है। • स्थाई संरचनाएं मुख्यतः है - ड्राप संरचना (3 मी0 ऊंचाई से पानी गिराने हेतु), ड्राप-प्रवेश संरचना (3-4 मी0 ऊंचाई से पानी गिराने हेतु) तथा शूट संरचना (6 मी0 ऊंचाई से पानी गिराने हेतु)। अपवाह नियंत्रण - जलागम में खेतों के ऊपरी भाग पर अनियंत्रित अपवाह द्वारा सम्भावित भूक्षरण से खेतों को बचाने की दृष्टि से नालों का निर्माण आवश्यक है ताकि भूसंरक्षण के साथ-साथ निचले भाग में संरचनाओं की भी सुरक्षा हो सके। इनकी कार्यावधि लगभग 10 वर्ष है।
2022/07/07 01:51:31
https://hindi.indiawaterportal.org/content/mardaa-evan-jala-sanrakasana-vaidhaiyaan/content-type-page/196
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psbloansin59minutes.com पीएसबी 59 मिनट 1 करोड़ तक लोन योजना Home PM-Schemes psbloansin59minutes.com पीएसबी 59 मिनट 1 करोड़ तक लोन योजना www.psbloansin59minutes.com Pradhan Mantri PSB 59 Minutes Loan Scheme Portal - Official Website Registration, Eligibility, Login Process Up To Rs 1 Crore Loan Here About What is PSB Loans in 59 minutes -: 59 मिनट में पीएसबी लोन एक ऑनलाइन मार्केटप्लेस है, जो बिजनेस पर्सन को 8.50% की ब्याज दर पर बिजनेस लोन के लिए आवेदन करने में सक्षम बनाता है। यह पहल एमएसएमई व्यवसाय को आसान बनाने और बैंक में ऋण अनुमोदन प्रक्रिया और लंबी कतारों को कम करके भारत में स्व-नियोजित व्यवसाय मॉडल को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। 59 मिनट में पीएसबी ऋण का उद्देश्य 59 मिनट में व्यवसाय ऋण को मंजूरी देना है और इस तरह इसे 30 दिनों की लंबी प्रक्रिया से काफी कम कर दिया गया है और यदि अनुमोदित हो तो 7-8 कार्य दिवसों में वितरित होने की उम्मीद है।
2020/07/09 23:59:57
https://www.hindireaders.in/2019/09/psbloansin59minutes-com-psb-59-minuts-loan-registration-eligibility_3.html
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विपुल गोयल ने ग्राम मछगर में 97 वर्षीय आई.एन.ए. स्वतंत्रता सेनानी श्री जगराम को किया सम्मानित - Newsstudio18 Home Breaking News विपुल गोयल ने ग्राम मछगर में 97 वर्षीय आई.एन.ए. स्वतंत्रता सेनानी श्री... विपुल गोयल ने ग्राम मछगर में 97 वर्षीय आई.एन.ए. स्वतंत्रता सेनानी श्री जगराम को किया सम्मानित Faridabad News : नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती के अवसर पर हरियाणा सरकार के निर्णय के फलस्वरूप आजाद हिन्द फौज के सवतंत्रता सेनानियों अथवा उनके परिवारजनां को प्रदेश में उनके घर-पर जाकर सम्मानित करने की कड़ी में हरियाणा के उद्योग मंत्री विपुल गोयल ने आज यहां ग्राम मछगर में जिला के एक मात्र जीवित 97 वर्षीय आई.एन.ए. स्वतंत्रता सेनानी श्री जगराम को उनके घर पर जाकर सम्मानित किया। श्री गोयल ने उन्हें सरकार की ओर से स्मृति चिन्ह, रेडियो, शाल, सम्मान-पत्र व बुक्के भेंट किया। इसी प्रकार उन्होंने गांव-अटाली में भी आई.एन.ए. स्वतंत्रता सेनानी स्व0 चन्दन सिंह की धर्म पत्नी शांति देवी को भी उनके घर पर जाकर सम्मानित किया। इस मौके पर उद्योग मंत्री के साथ पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा, उपायुक्त अतुल कुमार द्विवेदी तथा वरिष्ठ भाजपा नेता राजेश नागर विशेष रूप से उपस्थित थे। श्री विपुल गोयल ने इस मौके पर मौजूद ग्रामवासियों को सम्बोधित करते हुए हुए कहा कि आजाद हिन्द फौज के स्वतंत्रता सेनानियों ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के नेतृत्व में देश को ब्रिटिश कुशासन के चंगुल से आजाद कराने की लम्बी जंग लड़ी। इसके लिए उन्हें जापान व सिंगापुर जाकर भी इस संग्राम की नींव को मजबूत किया। उनके संघर्ष, बलिदान व देशभक्ति के अटूट जज्बे के फलस्वरूप ही आज हम सभी देशवासी आजाद भारत की खुल हवा में सांस ले रहे हैं। उद्योग मंत्री ने कहा कि आज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दिशा-निर्देशानुसार प्रदेश में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की गरिमा बढ़ाने सहित उनके सभी साथी सेनानियों को ईमानदारी से सम्मान देने का कार्य किया जा रहा है। जबकि कांगे्रस ने इस सम्बन्ध में अनदेखी करते हुए उनकी छवि को धूमिल करने का कृत्य किया। श्री गोयल ने गांव मछगर में स्वतंत्रता सेनानी श्री जगराम के सुपुत्र दलबीर सिंह धनखड़ व ग्रामवासियों की मांग पर गांव की पुरानी चैपाल का जीर्णोद्धार अपने सम्बन्धित उद्योग विभाग द्वारा आईएमटी के माध्यम से करके इसका नाम भी श्री जगराम स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर ही रखने की घोषणा की। इसी प्रकार उन्होंने अटाली गांव में खेल स्टेडियम की पहचान भी स्वतंत्रता सेनानी चन्दन सिंह के नाम से करने की घोषणा की। इस अवसर पर बल्लबगढ़ के एसडीएम अमरदीप जैन, तहसीलदार बिजेन्द्र सिंह राणा, खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूजा शर्मा व जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के सचिव मेजर आर.के. शर्मा सहित जिला के कई अन्य अधिकारियों के अलावा गावांे के अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
2022/06/25 19:38:19
https://www.newsstudio18.com/breaking-news/vipul-goyal-97-year-old-ina-in-village-fish-freedom-fighter-shri-jagaram-honored/
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अघोष चतुर्वेदी रिलीज़ की तारीख - जुलाई 16, 2020 ब्याज दर हीरे और प्लैटिनम बचत जमा खाते के लिए त्रैमासिक विश्राम पर देय है इसके अलावा, प्राच्य दोहरे जमा योजना के लिए अमरीकी डालर मुद्रा जोड़ी ब्याज की दर 8.75% से 10.25% प्रति वर्ष कहीं भी जाती है जो कि खाताधारक की श्रेणी के अनुसार भिन्न हो सकती है। समीक्षा का हमारा निष्कर्ष: क्या रोबोफॉरेक्स सबसे अच्छा विदेशी मुद्रा ब्रोकर है? हेलो दोस्तो मेरा नाम कामरान ज़ैदी है! मैं Zaiditech blog का कंटेंट राइटर और Admin हुँ. इस blog पर मैं आपके लिए ऑनलाइन पैसा कमाने और ब्लॉगिंग से related नये-नये आर्टिकल्स लाता रहता हूं. आप मेरे ब्लॉग के बारे मे अपना कीमती विचार कमेंट बॉक्स में ज़रूर दे। चाहे वह डामर लिनोलियम निर्माता या किसी भी उद्योग में कोई व्यवसाय हो, यदि आप वास्तव में बड़ा और मजबूत बनना चाहते हैं, तो आपके पास एक मजबूत प्रतिभा आरक्षित और वित्तीय ताकत होनी चाहिए, खासकर लकड़ी का दरवाजा उद्योग जो परिवर्तन का सामना करना पड़ रहा है, और इसके कार्यान्वयन के लिए उपरोक्त तीन पहलुओं, यह प्रतिभा और धन के समर्थन से भी अविभाज्य है। बाहरी मिलान घरेलू उद्योग का एक प्रमुख विकास प्रवृत्ति है, डामर लिनोलियम टाइल निर्माताओं को बाह्य मिलान स्वयं विकसित करने का अधिकार सही और गलत नहीं है, कुंजी अब भी कैसे विकसित होती है। आंकड़ा दिखाता है कि औसत एमएसीडी को पार करने के बाद दूसरी मोमबत्ती पर चार्ट के ऊपर परवलयिक स्थित है। चित्रण सौदा खोलने के लिए एक सफल संकेत दिखाता है। येवोव. ने यूएसएसआर और मैत्रीपूर्ण देशों के बीच संबंधों में वृद्धि को उकसाया और जापान के साथ यूएसएसआर के सैन्य संघर्ष को तेज करने की कोशिश की। केवल 1937-1938 में येझोव के आदेशों के अनुसार एनकेवीडी अधिकारियों द्वारा किए गए कार्यों के परिणामस्वरूप। "1.5 मिलियन से अधिक नागरिकों को दमन के अधीन किया गया था, जिनमें से लगभग आधे को गोली मार दी गई थी।"। जैसा कि मैंने हाल ही में उस अनुभव पर वापस प्रतिबिंबित किया था, मुझे एहसास हुआ कि जो पाठ मैंने सीखा है और जो रणनीति मैं अपने परिवार को कर्ज से बाहर ले गई थी, वह मेरी स्थिति से परे लागू थी। आप उन्हें भी उपयोग कर सकते हैं। इसी कारण चीन चाहता है कि उसकी मुद्रा वैश्विक विदेशी मुद्रा बाज़ार में व्यापार के लिए पूरे तरीक़े से इस्तेमाल हो. यह ऐसा होगा जैसे डॉलर की जगह यूआन को वैश्विक मुद्रा के रूप में इस्तेमाल किया जाए. इसके लिए चीन अपनी अर्थव्यवस्था को सुधार रहा है। डिस्क का कोई भी कंपनी निर्माता अधिक महंगा और सस्ता डिस्क है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कंपनियां बाजी मार रही हैं। राज्य के कर्मचारियों के लिए सिर्फ एक उत्पाद, और अधिक संपन्न के लिए दूसरा उत्पाद। दोनों डिस्क सद्भाव में बनाई गई हैं, लेकिन भागों विभिन्न सामग्रियों से बने होते हैं जिनमें अलग-अलग पहनने की अवधि होती है। यदि आप सही बाज़ार स्थितियों से लाभ प्राप्त करना चाहते हैं, तो किसी विशेष बाज़ार के खुलने का समय महत्वपूर्ण अमरीकी डालर मुद्रा जोड़ी है। खासकर शेयर मार्केट में निवेश को लेकर काफी सतर्क और प्लानिंग की जरूरत है. हालांकि, अमीर बनने के लिए सिर्फ बचत और निवेश ही काफी नहीं है। इसके अलावा, साइट ऑटोसर्फिंग के लिए एक उपकरण प्रदान करती है: आप बस बटन पर क्लिक करते हैं, और प्रोग्राम आपके लिए पैसा बनाता है। सामान्य तौर पर, एक शुरुआत के लिए एक उपयोगी सेवा। मुख्य बात यह है कि तैयार व्यापार करना, प्रशिक्षण पास करना और पहले डेमो-अकाउंट पर बलों की कोशिश करना था। अन्यथा, आप अपने व्यापार दिनों में विक्टर समोइलोव जैसे परिणामों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं। ii) बारह प्रतिशत [31 मार्च, 2001 को अमरीकी डालर मुद्रा जोड़ी या उससे पहले और उसके बाद,]1। बाइनरी विकल्पों में समर्थन और प्रतिरोध के स्तर - Wedges और त्रिभुज चार्ट पैटर्न के बीच अंतर Google ऐप निर्माता इस राउंडअप में दिखाया गया सबसे नया कम-कोड टूल है, लेकिन यहां तक ​​कि इसके सुसंगत, सीधे डिजाइन और फॉर्म बिल्डरों के व्यापक सेट और ड्रैग-एंड-ड्रॉप क्षमताओं में पसंद करने के लिए बहुत कुछ है। औसत व्यावसायिक उपयोगकर्ता के लिए- विशेष रूप से मटेरियल डिज़ाइन से परिचित-प्लेटफ़ॉर्म व्यावसायिक प्रक्रिया एप्लिकेशन बनाने के लिए एक आसान निर्देशित अनुभव प्रदान करता है जो पेशेवर दिखता है, अन्य Google ऐप और सेवाओं के साथ एकीकृत होता है, और सबसे महत्वपूर्ण बात, मज़बूती से काम करना चाहिए। कॉपीराइटर स्टॉक एक्सचेंजों पर अपना करियर शुरू करते हैं। विशिष्ट साइटें मध्यस्थ सेवाएं प्रदान करती हैं। वे आदेशों को खोजने में मदद करते हैं और विनिमय पर संपन्न लेनदेन की सुरक्षा की गारंटी देते हैं। हम सबको पता है कि इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छुट मिलती है, मगर हम यह निर्णय नहीं ले पाते हैं कि इसके लिए कहां इन्वेस्टमेंट करें| ELSS एक अच्छा टैक्स सेविंग विकल्प हो सकता है, मगर इसके चयन के लिए भी बहुत सी बातों का ध्यान रखना होता है|। Stochastic थरथरानवाला में तेजी विचलन जब यह एक लंबे स्थिति के लिए ओवरसोल्ड जोन में है। पेश किए गए महत्वपूर्ण विचारों के आधार पर, मैं यह कह सकता हूं कि सॉफ़्टवेयर नुकसान से अधिक लाभ प्रदान करता है। अंतिम फैसला आपके भीतर उपयोगकर्ताओं के रूप में निहित है, लेकिन मेरे लिए जैसा कि मैंने कोशिश की है और उत्पाद का उपयोग किया है, और यह एक "बड़ा लेस" है।
2021/05/06 22:33:08
https://fmhax.xyz/kat-3/page-486601.html
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मुख्यमंत्री से नहीं संभल रहा बिहार कृपया आप सावधानीपूर्वक घर से बाहर निकलिए: तेजस्वी यादव - NTC NEWS MEDIA January 15, 2021 Nakul KumarLeave a Comment on मुख्यमंत्री से नहीं संभल रहा बिहार कृपया आप सावधानीपूर्वक घर से बाहर निकलिए: तेजस्वी यादव मोतिहारी। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट के माध्यम से बिहार सरकार पर तंज कसा है। इसमें उन्होंने बिहार की वर्तमान विधि व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए वर्तमान सरकार को अनैतिक और समर्थ सरकार कहा है। अपने ट्वीट में आगे तेजस्वी यादव कहते हैं कि मुख्यमंत्री से बिहार संभल नहीं रहा। अधिकारी उनकी सुन नहीं रहे क्योंकि RCP टैक्स योजना के तहत उनका पदस्थापन होता है। अधिकारी जनप्रतिनिधियों का फ़ोन नहीं उठाते। भ्रष्टाचार चरम पर है और कुर्सीवादी सिद्धांतहीन जोड़-तोड़ की सरकार अपना-अपना हिस्सा बाँट गहरी निंद्रा में है। जनहित में जारी 🙏 कृपया आप सावधानीपूर्वक घर से बाहर निकलिए। बिहार की अनैतिक असमर्थ सरकार में विधि व्यवस्था समाप्त है। सत्ता संरक्षित अपराधी कभी भी कहीं भी तांडव कर, किसी को भी लूट, अपहरण कर, गोली मार देते है। बलात्कारी सरेआम माँ, बहन, बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर रहे है।
2021/03/06 14:35:03
https://www.ntcnewsmedia.com/%E0%A4%AE%E0%A5%81%E0%A4%96%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%AE%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%80-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%A8%E0%A4%B9%E0%A5%80%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AD%E0%A4%B2/
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स्ट्राबेरी और गुड़ महोत्सव के बाद अब सिद्धार्थनगर में तीन दिनीं कालानमक चावल महोत्सव - Prahar Live पता नहीं फिर कब छीनी जायेगी योगी की कुर्सी? चेयरमैन की पहल : जल्‍द दूर हो जायेगी नगरवासियों के पेयजल… लालजी टंडन के निधन के बाद कार्यकर्ताओं उम्‍मीद बन रहे हैं… विंध्‍यांचल,चित्रकूट समेत पांच धर्म स्‍थलों का होगा काया कल्‍प स्ट्राबेरी और गुड़ महोत्सव के बाद अब सिद्धार्थनगर में तीन दिनीं कालानमक चावल महोत्सव : सीएम योगी आदित्यनाथ आज महोत्सव का वर्चुअली उद्घाटन : महोत्सव में ले सकेंगे काला नमक चावल के लजीज व्यंजनों का स्वाद : स्वाद के साथ ले सकेंगे नामचीन कलाकारों की प्रस्तुतियों का आनंद : उत्कृष्ट व्यंजन बनाने और स्टॉल लगाने वालों को मिलेगा सम्मान : लखनऊ। झांसी के स्ट्राबेरी और लखनऊ के गुड़ महोत्सव की तर्ज पर शनिवार से सिद्धार्थनगर में तीन दिवसीय 'कालानमक चावल महोत्सव' आयोजित होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार सुबह 11.30 बजे इसका वर्चुअली उद्घाटन करेंगे। राजकीय इंटर कालेज, नौगढ़ के प्रांगण में आयोजित इस तीन दिवसीय (13 से 15 मार्च) महोत्सव में कालानमक चावल से निर्मित व्यंजनों के स्टाल लगाने के साथ इसका उम्दा व्यंजन लगाने वालों को सम्मानित भी किया जाएगा। महोत्सव में आने वाले लोग कालानमक चावल से बने व्यंजन का स्वाद लेने के साथ कालानमक धान के बीज और चावल के स्टॉल से खरीददारी भी कर सकेंगे। उन्हें केंद्र एवं प्रदेश सरकार के एक जिला-एक उत्पाद योजना (ओडीओपी) में शामिल कालानमक की खेती के बारे में जागरूक करने के साथ कालानमक चावल की आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक खूबियों से विषय विशेषज्ञ अवगत कराएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान एवं लोकल फॉर वोकल अभियान के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद के रूप में चयनित उत्पादों के प्रमोशन, मार्केटिंग एवं ब्रांडिंग के क्रम के लिए मिले निर्देशों के क्रम में यह आयोजन किया जा रहा है। कालानमक चावल महोत्सव में कालानमक चावल के विभिन्न व्यंजन प्रदर्शित होंगे। महोत्सव में कालानमक चावल के विविध व्यंजन जैसे खीर, पुलाव, जीरा राइस, चावल, दाल, सब्जी, चावल-छोला, पोहा, खिचड़ी, फरा, इडली आदि के स्टाल लगेंगे। रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन: कालानमक चावल महोत्सव में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे जिसमें स्थानीय कलाकारों एवं छात्रों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम में प्रगतिशील किसानों, एफपीओ और स्वयं सहायता समूहों को भी कालानमक चावल की खेती और उसके प्रसंस्करण संबंधी जानकारी प्रदान की जाएगी। कालानमक धान की खेती की बढ़ेगी लोकप्रियता: कालानमक चावल बुद्ध के महाप्रसाद के रूप में प्रतिष्ठित है।भौगौलिक सम्पदा (जीआई) घोषित कालानमक अकेले सिद्धार्थनगर ही नहीं बल्कि समान कृषि जलवायु ( एग्रो क्लाइमेटिक ज़ोन) वाले जनपदों गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, बहराइच, बलरामपुर, गोंडा और श्रावस्ती का भी एक जिला एक उत्पाद है। कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने खेतीबाड़ी के संबन्ध में ओडीओपी की जो सूची जारी की थी उसमें सिद्धार्थनगर के साथ बाकी जिलों को भी शामिल किया गया है। इसके पहले मुख्यमंत्री झांसी के स्ट्रॉबेरी महोत्सव का वर्चुअल रूप से और लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय गुड़ महोत्सव का भी उद्घाटन कर चुके हैं। आगे ड्रैगन फ्रूट महोत्सव का भी आयोजन होना है। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम तथा निर्यात प्रोत्साहन विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. नवनीत सहगल ने बताया कि सरकार की मंशा खेतीबाड़ी के जो भी उत्पाद ओडीओपी में शामिल हैं। जिनके प्रसंस्करण की संभावना है, उन सबके लिए ऐसा ही महोत्सव आयोजित करने की है। इससे ये उत्पाद ब्रांड के रूप में और मजबूती से स्थापित होंगे। मांग बढ़ेगी तो किसानों की आय बढ़ेगी। सरकार का मकसद भी किसानों की आय बढ़ाना है। इसके लिए चार साल पहले सरकार बनने के पहले दिन से ही मुख्यमंत्री इसके लिए पूरी शिद्दत से लगे हैं। उनके प्रयासों से बहुत कुछ बदला भी है। ऐसे आयोजनों से यकीकन बदलाव की यह प्रक्रिया और तेज होगी।
2021/09/26 06:05:41
https://praharlive.com/three-day-kalanamak-rice-festival/
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देशघातक स्वयंसेवी संगठनों का सच | पाथेय कण देशघातक स्वयंसेवी संगठनों का सच देश में ऐसे कई भारतीय पासपोर्ट धारक हैं, जो हमारे समाज का हिस्सा तो हैं- किंतु प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से भारत-विरोधी शक्तियों की कठपुतली बनकर सामने आते हैं। कभी पर्यावरण, तो कभी मानवाधिकार आदि का मुखौटा पहनकर वे देश की वांछनीय विकास गति को कुंद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे ही एक नकाब को सर्वोच्च न्यायालय ने नोचकर उसके 'छिपे एजेंडे' को उजागर किया है। अदालत ने 14 दिसंबर को 12,000 करोड़ रुपये की लागत से बन रही 889 किलोमीटर लंबी चार धाम सड़क परियोजना को हरी झंडी दे दी। पांच वर्ष पहले इसका शिलान्यास हुआ था। सभी मौसम में उत्तराखंड के चार नगरों- बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री को जोड़ने वाला यह प्रकल्प देश की सामरिक जरूरतों को पूरा करने के साथ देश की सांस्कृतिक एकता को भी मजबूत करता है।आधी परियोजना पूरी हो चुकी है। जब मोदी सरकार ने चीन सीमा तक सड़कों को 10 मीटर चौड़ा करने के लिए सर्वोच्च न्यायालय से स्वीकृति मांगी, तो स्वयंसेवी संगठन- 'सिटीजन फॉर ग्रीन दून' ने इसका विरोध करते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल जाने के बाद शीर्ष अदालत पहुंचकर इसके विरुद्ध याचिका दाखिल कर दी। तब अदालत ने अपने द्वारा नियुक्त प्रो.रवि चोपड़ा समिति की रिपोर्ट पर सितंबर 2020 को चार धाम परियोजना में तीन राजमार्गों की चौड़ाई 5.5 मीटर तक सीमित रखने का निर्णय दिया। याची एनजीओ का तर्क था- 'यह परियोजना पर्यावरण विरोधी है, इससे हिमालय पर दुष्प्रभाव पड़ेगा। सेना को चौड़ी सड़कों की जरूरत नहीं। सड़कों का वास्तविक उद्देश्य केवल तीर्थयात्रा है।' जब केंद्र सरकार ने शीर्ष अदालत को सीमा पार चीन द्वारा किए जा रहे प्रचुर निर्माण-कार्यों का सीलबंद लिफाफा दिया, तब न्यायालय ने अपने पुराने निर्णय में संशोधन करते हुए चार धाम परियोजना में सड़क चौड़ीकरण को स्वीकृति दी और कहा- "हम परियोजना की न्यायिक समीक्षा में सशस्त्रबलों की आधारभूत आवश्यकता का अनुमान नहीं लगा सकते। हाल के समय में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां उत्पन्न हुई हैं।" साम्यवादी चीन की कुटिलता सर्वविदित है। वर्ष 1962 के युद्ध में भारत को चीन के हाथों मिली शर्मनाक पराजय का एक बड़ा कारण तत्कालीन राजनीतिक इच्छाशक्ति, साहस और दूरदर्शिता की कमी के साथ सीमा पर आधारभूत संरचना का नितांत अभाव भी था, जिसे दशकों तक नहीं सुधारा गया। वर्ष 2013 में, संप्रगकाल में रक्षा मंत्री रहे ए.के. एंटनी ने संसद में कहा था- "स्वतंत्र भारत की कई वर्षों से नीति थी कि सीमा का विकास नहीं करना सबसे अच्छा बचाव है… विकसित सीमा से अधिक सुरक्षित अविकसित सीमा है। इस कारण भारत, सीमा पर आधारभूत ढांचे आदि मामले में चीन से पिछड़ता गया।" वर्ष 2014 के बाद इसमें व्यापक सुधार हुआ है, जो साम्राज्यवादी चीन की डोकलाम-गलवान घाटी प्रकरण में बौखलाहट और भारत की कूटनीतिक विजय से स्पष्ट है। मोदी सरकार ने चीन सीमा पर और पांच बड़ी सड़क परियोजनाओं को शुरू किया है। यह कोई पहला मामला नहीं है, जब देश में राष्ट्रहित परियोजनाओं को पर्यावरण-मानवाधिकार मुखौटाधारियों द्वारा बाधित करने का प्रयास हुआ है। इसकी एक लंबी सूची है। देश की परमाणु ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भारत-रूस का संयुक्त उद्यम- कुडनकुलम परमाणु संयंत्र (तमिलनाडु) के साथ भी वर्षों तक यही हुआ था। तब इसके खिलाफ अमेरिकी वित्तपोषित स्वयंसेवी संगठनों के साथ चर्च के बिशपों और कार्डिनलों की भूमिका भी खुलकर सामने आई थी। इस पर वर्ष 2012 में तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह ने कहा था- "कुडनकुलम परमाणु परियोजना और कृषि क्षेत्र में वृद्धि के लिए जेनेटिक इंजीनियरिंग के प्रयोग का विरोध करने के पीछे विदेशी वित्त सहायता पाने वाले स्वयंसेवी संगठनों (NGO) का हाथ है।" वास्तव में, चारधाम परियोजना, कुडनकुलम या फिर महाराष्ट्र स्थित जैतापुरा विद्युत संयंत्र आदि का पर्यावरण के नाम पर विरोध करने वाले अधिकांश लोग और संगठन वस्तुतः भारत के विकास को बाधित करने वाली देशविरोधी अंतरराष्ट्रीय शक्तियों द्वारा वित्तपोषित हैं। इसी प्रकार ढाई दशक तक 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' के नाम पर सरदार सरोवर बांध परियोजना को अधर में लटकाने का प्रयास किया गया था। यह घटनाक्रम उस दुखद पहलू को भी रेखांकित करता है, जिससे हमें जानकारी मिलती है कि आखिर क्यों भारत, जिसका प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद वर्ष 1985 में चीन के बराबर 293 डॉलर था- वह कैसे चीन से पिछड़ गया? यांगत्जी नदी पर चीनी बांध बनने से 13 नगर, 140 कस्बे, 1,350 गांव डूब गए, तो 13 लाख लोग विस्थापित हो गए और इस बांध को पूरा करने में चीन को केवल दशकभर लगा। इसके विपरीत नर्मदा नदी पर बना सरदार सरोवर बांध, जिससे चीनी बांध की तुलना में मात्र 178 गांव प्रभावित और बहुत ही कम लोग विस्थापित हुए- उसे पूरा करने में भारत को 56 वर्ष लग गए। इस बांध की नींव 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पं.जवाहरलाल नेहरू ने रखी थी। वर्ष 1985 में विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषण की सहमति के बाद जैसे ही नर्मदा बांध का निर्माण-कार्य प्रारंभ हुआ, मानवाधिकार-पर्यावरण संरक्षण के नाम पर 'नर्मदा बचाओ आंदोलन' (एनबीए) ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया। 1995 में एनबीए ने सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया और इस पर चार वर्षों तक अदालती रोक लगी रही। इस सुनियोजित बांध विरोधी आंदोलन पर कई फिल्में भी बनी, जिसमें 'ए नर्मदा डायरी' को 1996 में सर्वश्रेष्ठ वृत्तचित्र के लिए प्रतिष्ठित फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। वर्ष 1999 में एनबीए की संचालक मेधा पाटकर को 'पर्सन ऑफ द ईयर बीबीसी' सहित कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिले, तो इस आंदोलन को भारत-हिंदू विरोधी अरुंधति रॉय के साथ फिल्म अभिनेता आमिर खान आदि का समर्थन प्राप्त हुआ। इस तरह स्वयंभू पर्यावरणविदों-उदारवादियों की अड़चनों, अदालती चक्करों और अन्य अवरोधकों को पार करके नर्मदा बांध 2017 में पूरी क्षमता के साथ शुरू हुआ- जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। सरदार सरोवर बांध विरोधी आंदोलन का नाम 'नर्मदा बचाओ' था। क्या बांध पूरा होने के बाद मां नर्मदा समाप्त हो गई? सच तो यह है कि इस परियोजना के कारण नर्मदा नदी वह काम कर रही है, जिससे प्रत्येक मां गौरव और संतोष का अनुभव कर सकती हैं। इस बांध से मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में बिजली के अतिरिक्त 9,490 गुजराती गांवों को स्वच्छ पेयजल मिल रहा है। 3,112 गुजराती गांवों में 18 लाख हेक्टेयर से अधिक, राजस्थान के बाड़मेर-जालौर में 2.46 लाख हेक्टेयर और महाराष्ट्र में आदिवादी क्षेत्र के 37,500 हेक्टर भूखंड को सिंचाई हेतु पानी प्राप्त हो रहा है। इस प्रकार की एक लंबी सूची है। चारधाम परियोजना पर सुनवाई के दौरान सर्वोच्च न्यायालय ने टिप्पणी करते हुए कहा था- क्या संवैधानिक अदालत देश की रक्षा हेतु सैन्य आवश्यकताओं की अवहेलना करके यह कह सकती है कि पर्यावरण की सुरक्षा, रक्षा जरूरतों पर भारी है? इस तथ्य की अनदेखी नहीं कर सकते कि एक शत्रु है, जिसने सीमा तक बुनियादी ढांचा विकसित कर लिया है और सेना को सीमा तक बेहतर सड़कों की जरूरत है, जहां 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद से कोई व्यापक परिवर्तन नहीं हुआ है। इस पृष्ठभूमि में प्रश्न उठता है कि चीन से सटी सीमा पर पर्यावरण के नाम पर सड़क परियोजना रुकवाकर वह स्वयंसेवी संगठन- आखिर किसे लाभ पहुंचाने का प्रयास कर रहा था? Tags: अरुंधती राय, एनजीओ, चार धाम परियोजना, चीन, तीर्थयात्रा, नर्मदा बचाओ आंदोलन, पर्यावरण, मानवाधिकार, स्वयंसेवी संगठनों का सच
2022/01/19 10:44:50
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फरीदाबाद(abtaknews.com)फरीदाबाद व हरियाणा की शान और हमारी राष्ट्रीय धरोहर राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम को खंडहर में तब्दील करने में पूर्व व वर्तमान खट्टर सरकार का हाथ है। उक्त उद्गार पूर्व हरियाणा रणजी क्रिकेटर व आलोचक संजय भाटिया ने कहे। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार से भी दो कदम आगे निकलते हुए खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार, जो खेलों व खिलाडिय़ों के उत्थान की बात करती है, को खस्ताहाल स्टेडियम के पुननिर्माण में एक ईट भी लगाना तो दूर बल्कि अपने व राज्यपाल के हैलीकॉप्टर स्टेडियम में उतारकर खिलाडिय़ों व खेल प्रेमियों के जले पर नमक छिडक़ने का काम कर रही है। इससे भी दुखद यह है कि सरकार के एमपी, मंत्री व विधायक चुपचाप इस अति निंदनीय कार्य को होते हुए देखकर भी कुछ नहीं बोल पा रहे है। मौजूदा सरकार का कोई भी बड़ा व छोटा नेता स्टेडियम की बदहाली को लेकर एक भी शब्द बोलने को तैयार नहीं है। जहां एक तरफ खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खेल व खिलाडिय़ों के उत्थान की बात करते है वहीं अपने बदहाल स्टेडियम को नजरअंदाज करके शहर की एक निजी क्रिकेट अकादमी का उद्घाटन करने तो चले जाते है, लेकिन स्टेडियम की बदहाल दशा को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। श्री भाटिया ने कहा कि वह किसी भी निजी क्रिकेट अकादमी के खिलाफ नहीं है परंतु मुख्यमंत्री का अपने घर में बने खंडहर बने स्टेडियम को देखने की सुध तक नहीं है। जहां एक तरफ हरियाणा क्रिकेट संघ की गंदी राजनीति का शिकार हमारा यह स्टेडियम सन् 2006 के बाद अंतर्राष्ट्रीय मैच तो दूर जिलास्तर के मैचों के लिए भी तरस रहा है वहीं हरियाणा क्रिकेट संघ के घोटालों के खिलाफ जो विजिलेंस इंक्वायरी सरकार द्वारा चल रही है, उसमें अब लगता है कि सरकार ने उसे भी अब ठंडे बस्ते में डाल दिया है। यही सबसे बड़ा कारण है कि हरियाणा क्रिकेट के सर्वेसर्वा अपनी खुली मनमानी करने पर उतारु है। एमपी चुनाव से पहले एक पत्र कृष्णपाल गुर्जर ने क्रिकेट स्टेडियम बचाओ संघर्ष समिति को लिखकर दिया था और उसमें उन्होंने लिखा था कि अगर वह एमपी बने तो स्टेडियम के पुनर्निमाण के लिए अपना हरसंभव प्रयास करेंगे परंतु अफसोस अभी तक उन्होंने स्टेडियम की बदहाली को दूर करने के लिए कोई भी कदम नहीं उठाया। दूसरी तरफ खुद मुख्यमंत्री मनोहर लाल को बुलाकर एक सेलिब्रेटी मैच करवाकर वाहवाही लूटने वाले तब के विधायक व अब के उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने भी इस स्टेडियम को सिर्फ व सिर्फ राजनीति के लिए उपयोग किया, उसके बाद स्टेडियम के पुर्ननिर्माण के लिए कोई भी कोशिश नहीं की। पिछले साल खेल मंत्रालय के द्वारा भेजी गई 5 करोड़ की राशि जो जिला प्रशासन के पास नाहर सिंह स्टेडियम को दोबारा अंतर्राष्ट्रीय मानकों के स्तर का स्टेडियम बनाने के लिए अग्रिम राशि के तौर पर भेजी गई थी, लेकिन अफसोस अभी तक उस राशि का इस्तेमाल किसी भी मद में नहीं किया गया। हमारी सब खिलाडिय़ों की मुख्यमंत्री मनोहर लाल से पुरजोर अपील है कि वह आइंदा कभी भी हमारे राजा नाहर सिंह क्रिकेट स्टेडियम पर अपना व किसी और का हेलीकॉप्टर न उतरने दें और क्रिकेट स्टेडियम को लेकर जो राशि भेजी गई है, उसे स्टेडियम को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के स्वरुप जो स्टेडियम बनना है, उसके लिए अमल में लाने की कार्यवाही जल्द से जल्द शुरु की जाए।
OSCAR-2019
कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने दिया इस्तीफा | Hindi News Live, Breaking News In Hindi, हिंदी न्यूज़- UPUKLive कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने दिया इस्तीफा मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह पार्टी को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका निभाने की आशा करते हैं। देवड़ा ने इस साल के आखिर में होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव तक नगर पार्टी इकाई के कामकाज की देखरेख के लिए कांग्रेस के तीन वरिष्ठ नेताओं की सदस्यता वाली एक अस्थायी सामूहिक नेतृत्व (समिति) गठित करने की सिफारिश की है। ऐसे में देवड़ा का इस्तीफा कांग्रेस के लिए खासा बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा, मैं मुंबई कांग्रेस को दिशानिर्देश देना और एकजुट करना जारी रखूंगा। देवड़ा के कार्यालय ने रविवार को एक बयान जारी किया और कहा कि भाजपा-शिवसेना का मुकाबला करना और 'वंचित बहुजन आघाडी' (प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाला समूह) के प्रभाव को अस्वीकार करना एक चुनौती है। Hindi News Live, Breaking News In Hindi, हिंदी न्यूज़- UPUKLive: कांग्रेस मुंबई अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा ने दिया इस्तीफा https://1.bp.blogspot.com/-1NpuxfwMXWk/XSHQqndnGbI/AAAAAAAEP7g/heEcc4-JMOMLY8_Yw1Y8Cto4Xxu8T2UpACLcBGAs/s640/000a%2B%25281%2529%2B%25281%2529.jpg https://1.bp.blogspot.com/-1NpuxfwMXWk/XSHQqndnGbI/AAAAAAAEP7g/heEcc4-JMOMLY8_Yw1Y8Cto4Xxu8T2UpACLcBGAs/s72-c/000a%2B%25281%2529%2B%25281%2529.jpg
2019/08/22 13:26:44
http://www.upuklive.com/2019/07/milind-deora-resign.html
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कलम बोलती है..: "भगवा" कूचे में येदियुरप्पा की दस्तक जिस समय भाजपा अपने चुनावी प्रबंधको को साथ लेकर "आप "की रेड कार्पेट का तोड़ ढूंढने में लगी हुई थी उसी समय भाजपा की कर्नाटक इकाई बेंगलूरु में अपने राष्ट्रीय महासचिव अनंत कुमार और राज्य इकाई अध्यक्ष प्रहलाद जोशी के साथ अपने बिछड़े साथी और पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की भाजपा में विलय की पटकथा लिख रही थी । बहुप्रतीक्षित विलय की पटकथा ठीक उस समय लिखी गई, जब कर्नाटक भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने येदियुरप्पा से विलय के निमंत्रण के लिए मुलाकात की। इस आमंत्रण को उन्होंने सहर्ष स्वीकार करते हुए केजीपी के भाजपा में विलय के फैसले पर अपनी हामी भरने में देरी नहीं लगायी । हमेशा अपनी शर्तो के आसरे कर्नाटक में सियासत करने वाले येदियुरप्पा इस बार खामोश नजर आये । शायद इसकी बड़ी वजह कर्नाटक में उनकी पार्टी केजीबी का बुरा हश्र हो , लेकिन "नमो" को प्रधानमंत्री बनाने के संकल्प के साथ उन्होंने अपनी पार्टी केजेपी का भाजपा में विलय कर ही दिया। दक्षिण में भाजपा की पहली सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाने वाले येद्दयुरप्पा की वापसी के लिए आधार पहले ही तैयार हो गया था। दरअसल, विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की करारी हार ने येदियुरप्पा की भावी राजनीती पर ग्रहण सा लगा दिया था और उसी समय से उन्होंने "नमो मंत्र" की माला जपनी शुरू कर दी थी जिसके बाद मोदी की तारीफो में कसीदे पड़कर चीजो को अपने पक्ष में करने की कोशिशे कर्नाटक में तेज हो गयी थी लेकिन भ्रष्टाचार के मसले पर कोई समझौता ना करने वाली भाजपा को लिंगायत वोट बैंक के चलते अब येदियुरप्पा की सेवाएं लेने को मजबूर होना पड़ रहा है । भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को भी जल्द यह महसूस हो गया कि प्रभावी लिंगायत समुदाय के सर्वमान्य नेता के रूप में येद्दयुरप्पा ही राज्य में भाजपा का आधार बढ़ा सकते हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद उन्हें दो बरस पहले मुख्यमंत्री पद से हटाया गया था। बाद में नाराज येद्दयुरप्पा ने पार्टी छोड़ दी थी जिसके बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनायी और कर्नाटक के विधान सभा चुनावो में महज छह सीटें पायी लेकिन भाजपा के खेल को उन्होंने पूरी तरह बीते बरस ख़राब कर दिया था । राज्य इकाई की ओर से भी केंद्रीय नेतृत्व को आशंका जताई गई थी कि विधानसभा चुनाव की तर्ज पर ही अगर दोनों पार्टिया चुनाव लड़ी तो लोकस भा चुनाव में भी भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो सकता है लिहाजा पार्टी ने अपने मिशन 272 के तहत उनको साथ लेने की ठानी ।वैसे भी पिछले लोक सभा चुनाव में राज्य में येदियुरप्पा की मदद से ही भाजपा ने 18 सीटें जीती थी । येदियुरप्पा को समझने के लिए हमें बीते दो बरस की तरफ रुख करना होगा जब उन्होंने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा 30 नवम्बर ,2011 को ही दे दिया था लेकिन उन्होंने अपनी खुद की पार्टी ' कर्नाटक जनता पार्टी ' को राज्य के सियासी अखाड़े में उतारकर पहली बार आरएसएस और भाजपा की ठेंगा दिखाते हुए भाजपा को येदियुरप्पा होने के मायने बता दिए । भाजपा में येदियुरप्पा अपने को पद से हटाए जाने के बाद से लगातार अपने को असहज महसूस कर रहे थे और समय समय पर संगठन को पार्टी छोड़ने की घुड़की देते रहते थे ।सदानंद गौड़ा के राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद पार्टी ने येदियुरप्पा के कहने पर राज्य के विधान सभा अध्यक्ष जगदीश शेट्टार को 12 जुलाई 2012 में मुख्यमंत्री पद के लिए प्रमोट किया लेकिन येदियुरप्पा की दाल उनके साथ भी नहीं गल पाई क्युकि सत्ता सुख भोगते भोगते येदियुरप्पा की पार्टी में ठसक लगातार बढती ही गई और आये दिन वह आलाकमान के सामने अपनी मांगे मनवाने के लिए अपना शक्ति प्रदर्शन करते रहते थे । यही वजह थी उन्हें पार्टी में मुख्यमंत्री पद से इतर कोई पद नहीं चाहिए था । औरंगजेब की बीजापुर और गोलकुंडा विजय ने दक्षिण भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना का रास्ता तैयार किया था इसी तर्ज पर कर्नाटक में कमल खिलाने में येदियुरप्पा की भूमिका किसी से छिपी नहीं थी लिहाजा पार्टी ने येदियुरप्पा को मनाने की लाख कोशिशे की लेकिन मोहन भागवत से लेकर सुरेश सोनी और अरुण जेटली से लेकर वेंकैया नायडू सबका प्रबंधन डेमेज कंट्रोल के लिए काम नहीं आ सका । रही सही कसर उनके धुर विरोधी रहे भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अनंत कुमार ने पूरी कर दी जिन पर येदियुरप्पा सरकार को अस्थिर करने के आरोप उस दौर में लगे जिनका येदियुरप्पा के साथ खुद छत्तीस का आंकड़ा जगजाहिर रहा। कर्नाटक की पूरी राजनीती वोक्कलिक्का और लिंगायत के इर्द गिर्द ही घूमती है जिसमे लिंगायत की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है । जहाँ एक दौर में विधान सभा चुनावो में इसी लिंगायत समूह के व्यापक समर्थन के बूते येदियुरप्पा के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ़ हुआ था वहीँ जब येदियुरप्पा द्वारा शेट्टार को नया मुख्यमंत्री बनाया गया था तो वह भी उनकी बिरादरी से ही ताल्लुक रखते थे । आने वाले लोक सभा चुनाव में यही लिंगायत वोट एक बार फिर हार जीत के समीकरणों को प्रभावित करेंगे । कर्नाटक में येदियुरप्पा के प्रभाव को हम नकार नहीं सकते । राज्य की तकरीबन 7 करोड़ की आबादी में लिंगायतो की तादात 17 फीसदी है तो वहीँ वोक्कलिक्का 15 फीसदी हैं जिन पर येदियुरप्पा की सबसे मजबूत पकड़ है । गौर करने लायक बात यह होगी कर्नाटक के आने वाले चुनावो में इन दोनों समुदायों का कितना समर्थन भाजपा में वापस आने के बाद येदियुरप्पा अपनी पार्टी के लिए जुटा पाते हैं । हालाँकि कुछ समय पूर्व येदियुरप्पा की कांग्रेस में शामिल होने की अटकले भी मीडिया में खूब चली क्युकि भाजपा से नाराज येदियुरप्पा ने कई मौको पर जहाँ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और उनकी पार्टी के विषय में तारीफों के पुल बांधे वहीँ बीते बरस सोनिया की येदियुरप्पा के गुरु से हुई मुलाकात के राजनीतिक गलियारों में कई सियासी अर्थ निकाले जाने लगे थे लेकिन येदियुरप्पा अपने संगठन के बूते कर्नाटक की सियासत में अपना खुद का मुकाम बनाना चाहते थे जो भाजपा और कांग्रेस से इतर एक अलग दल के रूप में ही उन्हें नजर भी आया लेकिन कर्नाटक सरीखे बड़े दक्षिण के दुर्ग में के जी पी की करारी हार के बाद येदियुरप्पा बैक फुट पर चले गये जिसके बाद से वह सार्वजनिक मंचो से नमो नमो का गान करते रहे । भाजपा से बाहर रहकर भी उन्होंने प्रधानमंत्री पद के लिए नमो को अपना पूर्ण समर्थन देने और तन , मन ,धन न्योछावर करने की घोषणा की जिसके बाद से ही उनकी पार्टी में वापसी की अटकलें तेज हो गई थी । राजनीती संभावनाओ का खेल है । यहाँ किसी भी पल कुछ भी संभव हो सकता है । इसी सियासत के अखाड़े में बगावत और फिर वापसी की भी पुरानी अदावत रही हैं । कर्नाटक की राजनीती में येदियुरप्पा का एक बड़ा नाम है उनका साथ भाजपा को फिर मिलने से आने वाले लोक सभा चुनावो में भाजपा जरुर कुछ उम्मीद कर सकती है लेकिन भ्रष्टाचार के जिस आरोप के चलते उनकी कुर्सी गई उससे पार्टी की साख पर जो बट्टा लगा उसकी भरपाई इतनी आसान होती हो कम से कम हमें नहीं दिखायी देती । पार्टी छोड़ते समय येदियुरप्पा की आंखो से आंसू जरुर छलके लेकिन उनकी समझ में यह नहीं आया कि उनकी कुर्सी भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते चली गई । इसके बाद उत्तराखंड में घोटालो की गंगा बहाने के आरोप ने रमेश पोखरियाल "निशंक" की भी उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से विदाई कराई थी । रेड्डी बंधुओ को लाभ पहुचाने के आरोप में लोकायुक्त जस्टिस संतोष हेगड़े की एक रिपोर्ट ने कर्नाटक में खनन के कारपोरेट गठजोड़ को न केवल सामने ला दिया बल्कि इसमें सीधे तौर पर येदियुरप्पा के साथ रेड्डी बंधुओ को कठघरे में खड़ा किया । येदियुरप्पा पर अपने रिश्तेदारो को सरकारी जमीन सस्ते में अलॉट करने , अपनी करीबी मंत्री शोभा करंदलाजे को एक बिल्डर से छह करोड़ रुपये दिलवाने और खनन लाबी से अपनी " प्रेरणा एजुकेशन सोसाइटी" के लिए बीस करोड़ रुपये की रिश्वत के आरोप लगे जिनकी जांच अभी भी जारी है । इसी के साथ येदियुरप्पा की भावी राजनीती पर ग्रहण लग गया । अपने दामन को पाक साफ़ बताने वाले येदियुरप्पा शायद यह भूल गए राजनीती जज्बातों से नहीं चलती । वह पार्टी के वफादार सिपाही जरुर थे लेकिन इसका यह मतलब नहीं था पार्टी उन्हें करोडो के वारे न्यारे करने की खुली छूट देती । बहरहाल यह कोई पहला मौका नहीं है जब सियासत के अखाड़े में किसी जनाधार वाले नेता ने पार्टी को गुडबाय बोलकर फिर पार्टी में वापसी की है । भाजपा में इससे पहले कल्याण सिंह ने एक दौर में भाजपा छोड़ी । 2010 में राष्ट्रीय क्रांति पार्टी बनाई लेकिन कुछ कर नहीं पाए । मौलाना मुलायम नेताजी का भी दामन थामा लेकिन भाजपा छोड़ने के बाद से उनका राजनीतिक करियर समाप्त ही हो गया और अब आखरी पारी में भाजपा में वापस आने के बाद कल्याण सिंह का पुराना करिश्मा तो गायब है ही साथ में विश्वसनीयता में भी भारी कमी आयी है । मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को ही लीजिए । राष्ट्रीय जनशक्ति पार्टी बनाई लेकिन कुछ खास करिश्मा वह भी नहीं कर पाई और मजबूर होकर डेढ़ बरस पहले यू पी के चुनावो से ठीक पहले उनकी दुबारा भाजपा में वापसी हुई । दिल्ली में भाजपा की सियासी जमीन तैयार करने वाले मदन लाल खुराना को ही देख लें एक दौर में उनका भी पार्टी से मोहभंग हो गया था लेकिन अपने खुद के दम पर वह सियासत में कुछ खास करिश्मा नहीं कर पाए । गुजरात में केशुभाई पटेल को ही देख लें मोदी का बाल बाका आज तक नहीं कर पाए । गुजरात के अखाड़े में अपनी अलग पार्टी बनाकर मोदी के विरुद्ध वह कदम ताल भी किये लेकिन नतीजा सिफर ही हुआ और अब उनकी भी भाजपा में वापसी का माहौल बन रहा है । केशुभाई ने अगस्त 2012 में भाजपा से अलग होकर गुजरात जनता पार्टी (जीपीपी) बनाई थी और गुजरात विधानसभा चुनाव में दो सीटें जीती थीं। एक साल पहले गुजरात में भाजपा से नाराज होकर अलग पार्टी बनाने वाले केशुभाई पटेल अब फिर से भाजपा में शामिल हो सकते हैं।शंकर सिंह बाघेला को ही देखें भाजपा छोड़ने के बाद कांग्रेस में जाकर कुछ ख़ास करिश्मा नहीं कर पाए ।2006 में अर्जुन मुंडा ने भी भाजपा को अलविदा कहा था लेकिन आज तक वह झारखण्ड में अपने बूते कोई बड़ा आधार अपने लिए तैयार नहीं कर सके हैं ।येदियुरप्पा के भविष्य के साथ अगर हम इन सबको जोडें तो एक बात साफ़ है जिन लोगो ने भी पार्टी से किनारे जाकर बगावत का झंडा थामा वह सफल नहीं हो पाए और लोगो के बीच उनकी साख और विश्वसनीयता को लेकर पहली बार सवाल उठे । यही नहीं दूसरी पार्टियों में जाने के बाद भी उन्हें वो सम्मान नहीं मिल पाया जो उनकी मूल पार्टी में मिला करता था । मसलन अगर कांग्रेस के पन्ने टटोलें तो राजगोपालाचारी से लेकर जगजीवन राम , चौधरी चरण सिंह से लेकर कामराज , मोरार जी देसाई से लेकर नारायण दत्त तिवारी, अर्जुन सिंह से लेकर नटवर सिंह तक सभी ने एक दौर में पार्टी छोड़ी लेकिन अपना अलग मुकाम नहीं बना सके । इन सबके बीच क्या येदियुरप्पा कर्नाटक के कीचड़ में कमल को आने वाले समय में क्या खिला पाएंगे यह एक बड़ा सवाल जरुर है जो जेहन में आता जरुर है लेकिन लेकिन येदियुरप्पा की गिनती कर्नाटक में एक बड़े नेता के तौर पर होती है जिसने " नमस्ते प्रजा वत्सले मातृभूमे " से लेकर इमरजेंसी के दौर और संगठानिक छमताओ से लेकर दक्षिण में भाजपा के सत्तासीन होने के मिजाज को बहुत निकटता से बीते 42 बरस में महसूस किया है । यही नहीं येदियुरप्पा ने सरकार से लेकर संगठन हर स्तर पर लोहा अपने बूते मनवाया है । जहाँ 2004 में तत्कालीन कांग्रेसी सीं एम धरम सिंह की सरकार से समर्थन वापस लेने के लिए जनता दल सेकुलर को उन्होंने ही राजी किया वहीँ जेडीएस के आसरे कर्नाटक की राजनीती में गठबंधन की बिसात बिछाई । यही नहीं उस दौर को अगर याद करें तो जब कुमारस्वामी बारी बारी से सरकार चलाने के गठबंधन के फैसले से मुकर गए तो येदियुरप्पा ही वह शख्स भाजपा में थे जिन्होंने अकेले चुनाव में कूदने का मन बनाया और 2008 में पहली बार भाजपा को अपने दम पर जिताया । लेकिन सी एम बनने के बाद से येदियुरप्पा लगातार विवादों में घिरे रहे । उस दौर में सरकारी जमीन अपने रिश्तेदारों को डिनोटिफाई करवाने के आरोपों से उनकी जहाँ खूब भद्द पिटी वहीँ अपनी बेहद करीबी मंत्री शोभा करंदलाजे को एक बिल्डर से करोडो की घूस दिलवाने के आरोपों के साथ ही उन पर अपने एनजीओ के लिए खनन माफिया से भारी भरकम रिश्वत लेने के आरोप भी लगे । इसके बाद लोकायुक्त संतोष हेगड़े की एक रिपोर्ट ने 30 जुलाई 2011 को उनकी मुख्यमंत्री पद की कुर्सी छीन ली । उसके बाद कर्नाटक में भाजपा के दो मुख्यमंत्रियों के हाथ राज्य में कमान आयी जिनमे सदानंद गौड़ा , जगदीश शेट्टार शामिल रहे जिनको आगे कर भाजपा अभी हाल में सत्ता में वापसी नहीं कर पायी । अब कर्नाटक में के जी पी का बुरा हश्र देखकर येदियुरप्पा बिना शर्तो के साथ भाजपा में वापसी कर रहे हैं । मायने साफ़ हैं अब सबको साथ लेकर चलना है और 2014 की "नमो" वाली बिसात को अपने बूते ही बिछाना है । कर्नाटक में रीजनल पार्टियों में बंगारप्पा और रामकृष्ण हेगड़े की पार्टियों का नाम जेहन में उभरता है लेकिन यह दोनों दल अभी तक कर्नाटक में कुछ खास करिश्मा नहीं कर पाए हैं । कांग्रेस राज्य में सत्ता में जरुर है लेकिन हाल के विधानसभा चुनावो के ट्रेंड को देखते हुए लोक सभा चुनावो का पिछला इतिहास दोहराना उसके लिए आसान नहीं होगा क्युकि पूरी देश में कांग्रेस के खिलाफ जबरदस्त सत्ता विरोधी लेकर कमोवेश हर राज्य में देखी जा सकती है । हालांकि कर्नाटक की सीधी लड़ाई इस बार भी भाजपा और कांग्रेस में ही है लेकिन राज्य में येदियुरप्पा के कार्यकाल में जो भाजपा कई गुटो में बट गयी थी अब उसी के कई नेता येदियुरप्पा को कितना पचा पाएंगे यह देखने वाली बात होगी । साथ में बाद सवाल यह भी है भ्रष्टाचार के आरोपो में लोकायुक्त जांच में घिरे येदियुरप्पा को साथ लेकर भाजपा राज्य में लोक सभा की कुछ सीटें जरुर ले आये लेकिन उसकी साख को जो धक्का लगा है उसकी भरपाई कर पाना इतना आसान नहीं होगा वह भी ऐसे दौर में जब बीते एक दो बरस में पूरे देश में भष्टाचार विरोधी लहर ने एक पार्टी को दिल्ली में सत्ता तक पंहुचा दिया है और जिसने पारम्परिक राजनीती के मुह पर ऐसा तमाचा मारा है जिसकी टीस पारिवारिक विरासत को सम्भालने वाले हमारे राजनेताओ को इस चुनावी बेला में सबसे ज्यादा सता रही है । ऐसे में लाख टके का सवाल यह है क्या येदियुरप्पा अपने बूते राज्य में नमो के लिए सियासी बिसात बिछा पाएंगे फिलहाल कुछ कहा पाना मुश्किल है क्युकि इसके लिए जून 2014 तक का तो इन्तजार हमें करना ही होगा ।
2022/01/26 20:55:33
http://boltikalam.blogspot.com/2014/01/blog-post_7.html
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सम्बलपुर. 27 अक्टूबर से 2 नवम्बर, 2020 तक एमसीएल मुख्यामलय सहित सभी क्षेत्रों में सतर्कता जागरूता सप्ता ह का आयोजन किया जा रहा है. इस वर्ष के लिए सतर्कता जागरूकता सप्ताह का विषय “सतर्क भारत, समृद्ध भारत” है. इस सतर्कता जागरूकता सप्ताह का शुभारंभ एमसीएल के अध्याक्ष सह प्रबंध निदेशक बीएन शुक्लाे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया. इस अवसर पर एमसीएल के सभी कार्यकारी निदेशक एवं मुख्यर सतर्कता अधिकारी बीपी शर्मा उपस्थित थे. एमसीएल के अध्य क्ष सह प्रबंध निदेशक भोला नाथ शुक्लाक की अनुपस्थिति में माननीय ओपी सिंह, निदेशक तकनीकी (संचालन) इस समारोह में मुख्यी अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि एमसीएल के निदेशक (वित्तस) केआर वासुदेवन, निदेशक (कार्मिक) केशव राव, निदेशक तकनीकी (योजना एवं परियोजना) बबन सिंह विशिष्टव अतिथि के रूप में उपस्थित रहे. मुख्यक अतिथि ओपी सिंह, निदेशक तकनीकी (संचालन) ने सर्वप्रथम सतर्कता झंडा व मशाल प्रज्व् लन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और अखंडता की प्रतिज्ञा एमसीएल के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दिलाई. इस अवसर पर आम जनता के बीच सतर्कता जागरूकता पैदा करने के लिए एमसीएल के सभी कार्यकारी निदेशक द्वारा एक सतर्कता रथ को भी रवाना किया गया. ओडिशा के सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा और अनुगूल जिलों में फैले कंपनी के सभी क्षेत्रों व इकाइयों में इसी तरह के कार्यक्रम आयोजन किए जायेंगे. आम लोगों के जीवन में भ्रष्टाचार जैसे बीमारी को खत्म करने के लिए केंद्रीय सतर्कता आयोग के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए एमसीएल ने बड़े ही उत्साह और उद्दीपना के साथ विभिन्न कार्यक्रम संचालन कर रहा है. इस सतर्कता जागरूकता सप्ताह के दौरान गतिविधियों के माध्यम से पारदर्शिता, भ्रष्टाचार मुक्त भारत बनाने के लिए सतर्कता जागरूकता करने का प्रयास किया जा रहा है व सार्वजनिक इंटरफ़ेस वाले स्थानों पर बैनर और पोस्टर प्रदर्शित किया गया है. “सतर्क भारत, समृद्ध भारत” पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताओं, वाद-विवाद, निबंध लेखन और स्लोरगान लेखन एमसीएल मुख्याषलय और सभी क्षेत्रों में आयोजन किया जा रहा है, ताकि भ्रष्टाचार के दुष्प्रभाव और इसकी रोकथाम करने के साथ साथ देश की समृद्धि व विकास में योगदान दे सकेंगे. Tags news of sambalpur About desk Previous पूर्व तट रेलवे में सतर्कता जागरुकता सप्ताह शुरू, अधिकारियों व कर्मचारियों ने ली सत्यनिष्ठा की शपथ Next एनटीपीसी सीएमएचक्यू ने सतर्कता जागरूकता सप्ताह मनाया Related Articles हीराकुद बांध क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरु 2020/11/26 एमसीएल लखनपुर क्षेत्र को मिला स्‍वच्‍छता पुरस्कृत 2020/10/07 संबलपुर रेल मंडल में चलाया गया स्वच्छ नीर अभियान 2020/09/29 Check Also बालेश्वर में पके धान को नुसकान पहुंचना तय 120 ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर लाया गया 30 गर्भवती महिलाओं को स्थानीय अस्पतालों में … Leave a Reply Cancel reply Your email address will not be published. Required fields are marked * Comment Name * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. Advertisement Advertisement Advertisement Advertisement Advertisement Please follow & like us :) Recent Posts राशिफल – जानिए क्या कहते हैं आपके सितारे कमजोर पड़ा चक्रवात, डीप डिप्रेशन हुआ तब्दील, ओडिशा को राहत बालेश्वर में पके धान को नुसकान पहुंचना तय कोरोना को लेकर देश की तुलना में ओडिशा की स्थिति अच्छी सुंदरगढ़ में ट्रैक्टर के पलटने से दम्पति की मौत जमनकीरा लैम्प्स के प्रबंध निदेशक गिरफ्तार 2.31 करोड़ से अधिक की संपत्ति के मालिक निकले नयागढ़ के एसीएसओ फरार कुख्यात ड्रग्स तस्कर एसके अजबहार जोधपुर से गिरफ्तार ओडिशा में कोरोना ने बजायी खतरे की घंटी, खुर्दा समेत छह जिलों में मामले बढ़े ओडिशा के लोग ओमीक्रॉन संस्करण से घबराएं नहीं – नवकिशोर दास Recent Comments Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on भुवनेश्वर में फिर फर्जी पत्रकार गिरफ्तार Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on बालेश्वर उपचुनाव में सरकारी मशीनरी का सत्तारुढ़ पार्टी कर रही है दुरुपयोग – प्रदीप्त नायक Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on जबरन वसूली करने के आरोप में छह पत्रकार गिरफ्तार Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on ओडिशा में शास्त्रीय हिंदी शिक्षक निकला लगभग पांच करोड़ का मालिक Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on कटक में मास्क न पहनने पर 178 लोगों से वसूला जुर्माना Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on हथरस घटना को लेकर कांग्रेस विधायकों का ओडिशा विधानसभा में हंगामा जीत गयी श्रीराम की सेना, विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपित बरी – Indo Asian Times on सत्य और न्याय की विजय हुई – विहिप सत्य और न्याय की विजय हुई – विहिप – Indo Asian Times on जीत गयी श्रीराम की सेना, विवादित ढांचा विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपित बरी Parveen Solanki on सांसद अपराजिता षड़ंगी ने की उमेश खंडेलवाल फाउंडेशन की तारीफ Gobind Narayan Agrawal Advocate Sambalpur Odisha on बारिश के कहर की पुरी में दूसरी झलक, नाले का पानी समुद्र में मिला
2021-12-06T05:14:13Z
https://indoasiantimes.com/index.php/news-5108/
OSCAR-2201
Devendra Jhajharia| Tokyo Paralympics| Devendra Jhajharia Family and Village Celebrate His Tokyo Paralympics Silver| VIDEO: देवेंद्र झाझरिया की जीत से झूम उठा उनका गांव, जश्‍न में डूबा परिवार और जमकर बटीं मिठाइयां Devendra Jhajharia Family and Village Celebrate His Tokyo Paralympics Silver Updated Aug 30, 2021 | 14:38 IST राजस्थान के चुरु जिले के रहने वाले भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया ने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर अपने नाम किया। उनके मेडल जीतने पर परिवार और गांव में जमकर जश्न मनाया गया। देवेंद्र झाझरिया | &nbspतस्वीर साभार:&nbspTwitter एथलीट देवेंद्र झाझरिया ने सिल्व मेडल जीता उन्होंने भाला फेंक में कामयाबी हासिल की झाझरिया पहले दो गोल्ड मेडल जीत चुके हैं भंवर पुष्पेंद्र, जयपुर: टोक्यो पैरालंपिक में भाला फेंक एथलीट देवेंद्र झाझरिया ने भले ही स्वर्ण पदक ना जीता हो लेकिन 40 वर्ष की उम्र में चांदी पर निशाना लगाकर अपने देश का नाम रोशन कर दिया। लगातार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने वाले झाझरिया ने सोमवार को जन्माष्टमी पर्व पर जैसे ही रजत पदक जीता तो उनके गांव और सादुलपुर शहर सहित जिलेभर में लोगों ने मिठाई वितरण कर खुशी मनाई। वहीं उनके गांव में महिलाओं ने लोकगीत गाकर अपनी खुशी जाहिर की। इसके अलावा गांव के लोगों ने जमकर आतिशबाजी की। देवेंद्र के भाई जोगिंदर सिंह ने बताया कि लगातार पैरा ओलंपिक खेलों में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया इस बार रजत पदक जीता है तथा यह है खुशी उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण है लगातार 7 घंटे तक अभ्यास करने एवं देश के तिरंगे को विश्व में फहराने के सपने को साकार किया है। गौरतलब है कि झाझरिया 2004 एथेंस पैरालंपिक के एफ-46 वर्ग में अपना पहला गोल्ड मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की थी। इसके बाद साल 2016 में आयोजित रियो ओलंपिक में भी देवेंद्र झांझरिया ने अपने प्रदर्शन को दोहराकर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। झाझरिया 2004 एथेंस पैरालंपिक के एफ-46 जानकारी के अनुसार देवेंद्र जब नौ साल के थे तब उनका एक हाथ बिजली के झटके के कारण गंभीर तरीके से प्रभावित हो गया था। जब देवेन्द् अपने स्कूल में भाला फेंकना शुरू किया तो देवेन्द् को लोगों के ताने झेलने पड़े।
2021/09/18 22:51:45
https://www.timesnowhindi.com/sports/video/devendra-jhajharia-family-and-village-celebrate-his-tokyo-paralympics-silver/360857
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16 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ, अखिलेश दौड़ाएंगे अपना रथ - On November 16, PM Modi will inaugurate Purvanchal Expressway, Akhilesh will run his chariot | Dailynews 16 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शुभारंभ, अखिलेश दौड़ाएंगे अपना रथ विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से सौगातों की बारिश हो रही है। 16 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करेंगे। Nov 12, 2021, 9:57:45 PM IST विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से सौगातों की बारिश हो रही है। 16 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूर्वांचल (PM Modi will inaugurate Purvanchal Expressway) एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करेंगे। लखनऊ से गाजीपुर तक बने एक्सप्रेसवे का जिस दौरान पीएम मोदी सुल्तानपुर से शुभारंभ कर रहे होंगे, उसी समय सपा प्रमुख अखिलेश यादव गाजीपुर से आजमगढ़ तक इस पर रथ दौड़ा रहे होंगे। समाजवादी विजय रथयात्रा के चौथे चरण का शुभारंभ सपा ने 16 नवंबर को ही गाजीपुर से करने का फैसला किया है। अखिलेश यादव गाजीपुर से आजमगढ़ तक पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से ही जाएंगे। यही नहीं, गाजीपुर में उनकी जनसभा भी एक्सप्रेसवे पर ही होगी। गाजीपुर से आजमगढ़ तक रथ यात्रा के जरिये अखिलेश पूर्वांचल के लोगों को सपा से जोड़ने का कार्य करने के साथ ही भाजपा की सुल्तानपुर रैली का सियासी जवाब भी देंगे। सुभासपा से गठबंधन और मुख्तार के भाई सिबगतुल्लाह अंसारी के शामिल होने के बाद गाजीपुर में सपा का यह पहला कार्यक्रम होगा। मुख्तार अंसारी भले ही मऊ सदर सीट से विधायक हैं लेकिन उनका गृह इलाका गाजीपुर ही है। लगभग 70 किलोमीटर समाजवादी विजय रथयात्रा के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर ही जनसभा भी होगी। एक तरफ जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की सौगात प्रदेश की जनता को देंगे तो वहीं दूसरी तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक्सप्रेस-वे के आखिरी छोर गाजीपुर में विशाल जनसभा कर रहे होंगे। पीएम के एक्सप्रेस वे जनता को सौंपेंने के ठीक बाद ही अखिलेश पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से ही आजमगढ़ जाएंगे। माना जा रहा है कि अखिलेश का कार्यक्रम बेहद सोची समझी रणनीति के तहत ही बनाया गया है। अखिलेश की जनसभा को लेकर जिले के सपा नेताओं के साथ ही अंसारी बंधुओं और सुभासपा ने ताकत झोंक दी है। समाजवादी पार्टी ने पीएम मोदी के लोकार्पण कार्यक्रम से बड़ा कार्यक्रम करने की जिम्मेदारी नेताओं को सौंप दी है। शनिवार को भी योगी और अखिलेश एक दूसरे के गढ़ में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। सीएम योगी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शनिवार को अखिलेश के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ में यूनिवर्सिटी की सौगात देने के साथ ही जनसभा करेंगे। उधर, अखिलेश यादव योगी के क्षेत्र गोरखपुर से कुशीनगर तक रथयात्रा करेंगे। आजमगढ़ में भाजपा को लगातार मायूसी मिली है। 2014 और 2019 के संसदीय चुनाव में भी भाजपा को यहां हार का मुंह देखना पड़ा। 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा दस में से केवल एक सीट जीत सकी थी। #PM Modi will inaugurate Purvanchal Expressway # Samajwadi Vijay Rath Yatra उप्र में भाजपा, उत्तराखंड में कांग्रेस से कांटे की टक्कर: सर्वे नीतीश सरकार ने दिया न्यू ईयर गिफ्ट, 3.5 लाख शिक्षकों का 15% वेतनवृद्धि का रास्ता साफ, मिलेगी बढ़ी हुई सैलरी झारखंड पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, एक करोड़ के इनामी नक्सली का किया ऐसा हाल कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल हुआ क्रिकेट, भारत vs पाकिस्तान के बीच फिर होगा मैच, यहां देखें पूरा शेड्यूल
2022/05/24 09:53:04
https://dailynews360.patrika.com/trending-now/on-november-16-pm-modi-will-inaugurate-purvanchal-expressway-akhilesh-will-run-his-chariot-92526.html
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सेलेब्रिटी मैनेजमेंट एजेंसी क्वान के सह-संस्थापक अनिर्बान ब्लाह पर यौन शोषण का आरोप लगा था जिसके बाद बीते दिन ही ये खबर सामने आई थी कि उन्होंने वाशी के ब्रिज के पास सुसाइड करने की कोशिश की. सुसाइड से पहले उन्होंने एक नोट भी लिखा था, जिसकी कॉपी अब हाथ लग चुकी है. इस नोट के मिलने के बाद मुंबई पुलिस को इसकी सूचना दी गई. क्वान के सह-संस्थापक अनिर्बान ब्लाह ने शुक्रवार को ही खुदकुशी की कोशिश की थी जिसके बाद अब उनका सुसाइड नोट मिला है. जब अनिर्बान सुसाइड करने जा रहे थे, उसी वक्त ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया. पुलिस को दिए गए बयान में अनिर्बान ने बताया कि वो यौन शोषण के आरोप की वजह से तनाव में थे इसीलिए उन्होंने आत्महत्या करने की कोशिश की. टाइम्स ऑफ इंडिया को अनिर्बान का सुसाइड नोट मिला है जिसमें अपना पक्ष रखते हुए खुद की जिंदगी को खत्म करने के बारे में लखा और अपनी पर्सनैलिटी से जुड़े कई राज खोले. उन्होंने लिखा कि, ‘शायद मैं बाइपोलर हूं, क्योंकि मुझे पता है कि मेरे पास अपने परिवार और दोस्तों को देने के लिए कितना प्यार है. मैंने बेस्ट फ्रेंड, बेस्ट सहकर्मी और बेस्ट इंसान बनने की कोशिश की लेकिन मेरे अंदर का मॉन्सटर बार-बार बाहर आता रहा और मैं उसे दबाने की कोशिश करता रहा पर उसे मार न सका.’ अनिर्बान ने आगे अपने नोट में कहा कि, ‘मैं शायद ज्यादा अच्छा शख्स नहीं था. इसलिए सिर्फ मैं ही जिम्मेदार हूं. मुझे पता है कोई यकीन नहीं करेगा लेकिन जितना वो मॉन्सटर मेरा हिस्सा है उतनी ही अच्छाई और दया भी मेरी पर्सनैलिटी का हिस्सा है. मैंने जिस किसी व्यक्ति को ह्रट किया है उससे मैं माफी मांगता हूं. मैं जो कदम उठा रहा हूं, वो आपसे बदला लेने के लिए नहीं बल्कि न्याय के लिए है. आपको मेरी बॉडी वाशी क्षेत्र में कहीं मिलेगी. मेरी पहचान के लिए मेरे पास लाइसेंस रहेगा. साथ ही मेरा टैटू भी देखा जा सकता है. मैं ब्लू जींस और टी-शर्ट पहना हुआ हूं. मेरे अंदर मौजूद मॉन्सटर मुझमें मौजूद दूसरे हिस्सों पर जीत हासिल कर चुका है और अब इसे हमेशा के लिए खत्म करने का समय आ चुका है.’
OSCAR-2019
होम उत्पादएयर बबल फिल्म मशीन मॉडल संख्या: DYF - 1200 / DYF - 1600 / DYF - 2000 लकड़ी के पैलेट के साथ लकड़ी के कार्टन 50-100 सेट करें स्वचालित पीई एयर बबल लपेटें फिल्म बनाने की मशीन 1200 - 2000 मिमी फिल्म चौड़ाई के साथ मॉडल नंबर DY-1600 यह एयर क्रू डिस्पोजेबल शेपिंग क्राफ्ट को अपनाता है। यह हमारी फैक्ट्री है जो घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उन्नत तकनीक को बड़े पैमाने पर तैयार करती है, जिसमें बड़ी संख्या में उत्पादन के साधनों के माध्यम से साधारण लैस होते हैं। मूल रूप से, विकसित, डिजाइन, उत्तराधिकार में पॉलीथीन यौगिक बुलबुला (कुशन) झिल्ली का उत्पादन कर सकता है। डिजाइन विज्ञान, व्यावहारिक। मशीन की संरचना में तर्कसंगत। मुख्य और सहायक बाहर निकालना पेंच व्यास Φ70 मिमी Φ55 मिमी मुख्य और सहायक एक्सट्रूडर विद्युत शक्ति 18.5KW 11KW ♦ बबल व्रैप मैन्युफैक्चरिंग मशीन एक बार-आकार देने की तकनीक को अपनाती है, इस प्रकार उच्च दक्षता और उत्कृष्ट उत्पाद की गुणवत्ता होती है। ♦ बबल व्रैप मैन्युफैक्चरिंग मशीन सेट में साइंटिफिक और वाजिब स्ट्रक्चर डिजाइन, स्मूथ और विश्वसनीय रनिंग और सुविधाजनक संचालन और रखरखाव जैसी विशेषताएं हैं। Ⅲ। आवेदन बबल लपेट विनिर्माण मशीन LDPE सामग्री से बना है। इसका उपयोग विभिन्न पैकेजिंग उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है जैसे नमी साबित करना, धूल साबित करना, झटका साबित करना और स्थैतिक रोकथाम। यह एल्युमिनाइज्ड फिल्म के साथ लैमिनेटेड फिल्मों में भी बना सकता है, जिनका नाम पीई शीट है, और पेपर सन शेडिंग, हीट इंसुलेशन और पैकेजिंग के अनुप्रयोग हैं। 1) वारंटी समय: 1 वर्ष, इस अवधि के भीतर हम स्वतंत्र रूप से स्पेयर पार्ट प्रतिस्थापन की पेशकश करते हैं अगर उन पर कोई गैर-कृत्रिम क्षति होती है। 3) तकनीकी सेवाएं: हम मशीन को बेचने के बाद हर समय अपने ग्राहकों से संपर्क करते रहेंगे। यदि आपको मशीनों पर किसी सहायता की आवश्यकता हो तो बिना किसी हिचकिचाहट के हमसे संपर्क करें। 4) फ़ाइल सेवाएँ: हम आपको मशीन और मशीन का उपयोग करने का तरीका सिखाने के लिए निर्देश पुस्तिका और वीडियो प्रदान करते हैं।
2019/11/17 00:15:57
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क्या विदेशी भी बनवा सकते हैं भारत का PAN कार्ड, ये नियम जानकर रह जाएंगे हैरान - pan card not proof of citizenship of India foreigner can get it | Dailynews Jun 24, 2021, 4:17:10 PM IST भारत में पैन कार्ड एक अहम डॉक्यूमेंट जो आजकल लगभग सभी लोगों के पास होता है। पैन कार्ड की बैंक से जुड़े जरूरी कामों के लिए जरूरत होती है। साथ ही इनकम टैक्स रिटर्न भरने, जमीन खरीदने या बेचने, बैंक अकाउंट खुलवाने में इसका इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अक्सर लोगों के मन में ये सवाल पैदा होता है कि, क्या पैन कार्ड से किसी कि नागरिकता साबित होती है, या फिर कोई विदेशी नागरिक और विदेशी कंपनी पैन कार्ड रख सकती है। जी हां, हम आपको बता रहे ऐसे ही नियम के बारे में... PAN Card दस अंकों का महत्वपूर्ण दस्तावेज है जिसे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जारी करता है। पैन कार्ड किसी भी व्यक्ति या फिर कंपनी के फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन को ट्रैक करने में मदद करता है। इसके अलावा इनकम टैक्स रिटर्न में भी इसकी अहम भूमिका होती है। पैन कार्ड नागरिकता का सबूत होता है या नहीं अगर आपको भी लगता है कि पैन कार्ड किसी कि नागरिकता का सबूत हो सकता है तो ये गलत है। पैन कार्ड किसी की भी नागरिकता का सबूत नहीं होता है। इसे कोई भी विदेशी नागरिक या फिर विदेशी कंपनी रख सकती है जो कि टैक्स देती हो। PAN Card के लिए ऐसे करें आवेदन — सबसे पहले NSDL की वेबसाइट पर जाएं। — इतना करने के बाद आपसे कुछ डिटेल मांगी जाएगी। यहां आपको PAN, Aadhar Number और Date of Birth भरनी होगी। — इसके बाद GSTN नंबर को आप छोड़ भी सकते हैं और T and C को एक्सेप्ट करना होगा। — अब इसमें केप्चा कोड एंटर करके सबमिट पर क्लिक कर देंगे। — सबमिट पर क्लिक करने के बाद आपके सामने नई विंडो खुलेगी जिसमें आपकी सारी डीटेल दी गईं होंगी। — यहां आप अपना एड्रेस और पिन कोड कंफर्म कर सकते हैं जहां आपका नया पैन कार्ड आएगा। — एड्रेस वैरिफिकेशन के बाद आपको ओटीपी हासिल करना होगा। आप ओटीपी फोन नंबर या फिर ईमेल के जरिए हासिल कर सकते हैं। — अब OTP जनरेट पर क्लिक करना होगा। इतना करने के बाद आपके फोन पर एक ओटीपी आएगा। — ओटीपी एंटर करने के बाद आपको 50 रुपये का भुगतान करना होगा। इसके लिए आपके सामने कई ऑप्शंस आएंगे, जैसे Credit Card, Debit Card, UPI. — इसके बाद आपको पेमेंट प्रोसेस पूरा करना होगा। इसके लिए आपको मांगी गई डीटेल सबमिट करनी होंगी। — पेमेंट करने के बाद आप वापस पैन की वेबसाइट पर रिडायरेक्ट हो जाएंगे। — यहां आपको Continue पर क्लिक करना होगा। — यहां आपको स्लिप लेने के लिए जेनरेट एंड प्रिंट पर क्लिक करना होगा। — इतना करने के बाद आपकी स्लिप जेनरेट हो जाएगी। आप चाहें तो इसका प्रिंट ले सकते हैं या फिर अपने फोन में सेव भी कर सकते हैं।
2022/07/05 19:08:05
https://dailynews360.patrika.com/news/pan-card-not-proof-of-citizenship-of-india-foreigner-can-get-it-77031.html
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 महिला टी-20 विश्‍व कप जीतने के लिए श्रीलंका में करना होगा अच्‍छा प्रदर्शन | CricketCountry.com हिन्दी भारतीय पुरुष टीम भले ही इस वक्‍त इंग्‍लैंड की धरती पर अच्‍छा प्रदर्शन कर रही हो, लेकिन इन दिनों महिला टीम बेहद खराब दौर से जूझ रही है। हाल ही में एशिया कप में भारतीय महिला टीम को पहली बार बांग्‍लादेश के सामने हार का सामना करना बड़ा। इस हार के साथ ही भारतीय टीम के हाथ से एशिया कप टाइटल भी निकल गया। इससे पहले भारत में ही ऑस्‍ट्रेलिया की महिला टीम ने भारत को 3-0 से क्‍लीन स्‍वीप किया। इसके अलावा ऑस्‍ट्रेलिया और इंग्‍लैड के साथ टी-20 ट्राई सीरीज में भी भारतीय टीम तीसरे नंबर पर रही। द हिंन्‍दू अखबार से बातचीत के दौरान भारतीय टीम की कप्‍तान मिताली राज ने कहा, “महिला टी-20 विश्‍व कप नवंबर में वेस्‍टइंडीज में खेला जाना है। ये सही समय है जब हम एक टीम की तरह संगठित होकर श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में उतरें। श्रीलंका सीरीज हमारे लिए इस बड़े टूर्नामेंट से पहले काफी अहम है। हमारे साथ इस टूर पर नए कोच रमेश पोवार भी होंगे। उनकी गाइडेंस में हमें काफी मदद मिलेगी।” मिताली राज से क्रिकेट से संन्‍यास के संबंध में भी सवाल किया गया। उन्‍होंने कहा, “जब तक मैं खुद को फिट महसूस कर रही हूं और टीम के लिए योगदान देने की स्थिति में हूं, मैं क्रिकेट खेलती रहूंगी। ” बात दें कि हाल ही में तेज गेंदबाज झुलन गोस्‍वामी ने भी टी-20 क्रिकेट से संन्‍यास ले लिया है। ऐसे मे महिला क्रिकेट टीम के लिए आगे की राह आसान नहीं होने वाली है।
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अमीर बनना चाहते हैं तो धनतेरस पर जरूर करें ये 9 चमत्कारिक उपाय धनतेरस पर लोग अमीर बनने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. इन्हीं में से कुछ खास उपाय के बारे में आप यहाँ जानेंगे. By विजय काशिव Last updated Nov 2, 2021 688 0 दीपावली से दो दिन पहले हम सभी धनतेरस का त्योहार मनाते हैं. इस दिन लक्ष्मीजी, कुबेरजी और धनवंतरी जी की पूजा होती है. मान्यता है कि इस दिन इन्हें खुश करने से आपको सालभर धन की कमी नहीं रहती. आपके घर में, व्यापार में, नौकरी में बरकत आती है. धनतेरस पर लोग अमीर बनने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. इन्हीं में से कुछ खास उपाय के बारे में आप यहाँ जानेंगे. धनतेरस पर धनिया क्यों खरीदते हैं? धनतेरस के दिन अधिकतर लोग खड़ा धनिया खरीदते हैं. इस दिन खड़ा धनिया खरीदना बेहद शुभ माना गया है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन धनिया खरीदने से आपको पैसों का नुकसान नहीं होता है. इस दिन धनिया माँ लक्ष्मी और भगवान धनवंतरी को अर्पित करना चाहिए. उसके बाद उसका प्रसाद बनाकर वितरित करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति खूब तरक्की पाता है. धनतेरस पर झाड़ू क्यों खरीदते हैं? धनतेरस और दिवाली के दिन झाड़ू खरीदने की प्रथा सदियों से चली आ रही है. इस दिन नई झाड़ू की पूजा की जाती है. धनतेरस के दिन नई झाड़ू खरीदकर उसमें एक सफ़ेद धागा बांधना चाहिए, फिर उसकी पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहती है. घर से दरिद्रता का नाश होता है और आपकी आर्थिक स्थिति सुधरती है. कौड़ी के उपाय घर में समृद्धि आए और धन की कमी न रहे इसलिए लोग कौड़ियों की भी पूजा करते हैं. धनतेरस के दिन आप कौड़ियाँ खरीदें, संभव हो तो आप पीले रंग की कौड़ियाँ खरीदे. यदि न मिले तो उन्हें हल्दी के घोल में पीला कर लें. इनकी पूजा करें और इन्हें अपनी तिजोरी में रखें. धनतेरस के दिन तेरह दीपक जलाए और घर के सभी कोने में रख दें. आधी रात के बाद सभी दीपकों के पास एक-एक पीली कौड़ियाँ रख दें. बाद में इन कौड़ियों को जमीन में गाड़ दें. ऐसा करने से आपके यहाँ धन वृद्धि होगी. धनतेरस पर हल्दी का उपाय धनतेरस के दिन आपको हल्दी के ख़रीदारी भी करना चाहिए. शुभ मुहूर्त में बाजार से पीली हल्दी की गांठ को घर लाये. इसे कोरे कपड़े पर रखकर स्थापित करें और फिर षडोशपचार से पूजन करें. यह उपाय आपके घर में धन की वृद्धि करेगा और आपको कभी भी धन की कमी नहीं आने देगा. धनतेरस पर क्या दान करें? धनतेरस पर दान भी महत्वपूर्ण माना गया है. इस दिन आप सफ़ेद वस्तुएँ जैसे चीनी, खीर, बताशे, चावल, सफ़ेद कपड़े आदि दान कर सकते हैं. ऐसा करने से आपकी जमा पूंजी बढ़ेगी और कार्यों में आ रही बाधाएँ दूर होंगी. धनतेरस पर नमक का उपाय धनतेरस पर आपको नमक का उपाय भी करना चाहिए. इस दिन बाजार से नई नमक की थैली लाएँ और उसी का उपयोग करें. इसके अलावा थोड़ा खड़ा नमक खरीदकर लाएँ और इसे घर के पूर्व और उत्तर की दिशा में एक कटोरी में रख दे. इससे आपके घर के सभी वास्तुदोष दूर हो जाएंगे. और धन समृद्धि भी होगी. धनतेरस पर चावल के उपाय धनतेरस पर चावल दान करने के साथ-साथ आपको ये उपाय भी करना चाहिए. इस दिन सबूत चावल के 21 दाने ले. उनकी पूजा करें और उन्हें लाल कपड़े में बांधकर घर की तिजोरी में रख दें. इससे आपके घर में हो रही धन के तंगी की समस्या से छुटकारा मिलेगा. आमतौर पर लोगों के पास समस्या रहती है कि उनके पास धन तो होता है लेकिन वो टिकता नहीं है. धनतेरस के दिन आप माँ लक्ष्मी की पूजा के दौरान लौंग का एक जोड़ा माँ लक्ष्मी जी को चढ़ाएँ. इससे धन के न टिकने की समस्या से मुक्ति मिलेगी. धनतेरस पर आपको इन सभी उपायों को करना चाहिए ताकि आपके घर में धन की वृद्धि हो और आर्थिक तंगी की समस्या दूर हो. Dhanteras : कब है धनतेरस, धनतेरस की कहानी एवं पूजा विधि?' Dhanvantari Stotram Hindi: धनतेरस पर करें धनवंतरी स्तोत्र का पाठ Dhanteras totke hindiDhanteras upay in hindidiwali 2021अमीर बनने के उपायअमीर बनने के टोटकेधनतेरस के उपायधनतेरस के टोटके
2022/01/17 15:38:50
https://www.indiareviews.com/dhanteras-ke-totke-upay/
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उशीका सिंह रिलीज़ की तारीख - जून 30, 2018 यह हमें इन सभी सर्वश्रेष्ठ फॉरेक्स ब्रोकर का चयन को पूरा करने के लिए समय (और आदमी के घंटों) का भार लेता था, लेकिन जब हमने निन्जाऑटरेच का निर्माण और उपयोग किया, तो हम इन सभी चीजों को तेजी से और पैमाने पर करने में सक्षम थे। इससे पहले कि हमने अन्य उपयोगकर्ताओं के लिए एक पेड टूल के रूप में औपचारिक रूप से NinjaOutreach को खोलने का निर्णय लिया था। हाइड्रोलिक लॉकिंग क्षैतिज रील आंदोलन को सिंक्रनाइज़ करने में भी कार्य करता है। पिछले ब्लॉक के विपरीत तथ्य यह है कि दूसरे सवार सिलेंडर पिस्टन सिलेंडर का उपयोग कर के बजाय है। विश्व कप में विभिन्न कार्यक्रम डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में 23 फरवरी से शुरू होंगे और 27 फरवरी को समाप्त होंगे। गली नुक्कड़ की दुकानें खुलेंगी, बाजार रहेंगे बंद मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस ने स्पष्ट किया कि संक्रमण मुक्त क्षेत्रों में केवल गली-नुक्कड़ की दुकानें खुलेंगी. जबकि बाजार पहले की तरह बंद रहेंगे. यह सभी कलेक्टर्स सुनिश्चित कर लें. अधिक संक्रमित जिलों एवं संक्रमित क्षेत्रों में केवल आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। पेशेवरों: अच्छी प्रतिष्ठा, सभ्य विनिमय दर, कम लेनदेन शुल्क, न्यूनतम जमा शुल्क, अमीर, महान उपयोगकर्ता समर्थन, सुरक्षित, दुनिया भर में समर्थित सुविधा। निवेश विशेषज्ञों का मानना \u200b\u200bहै कि स्टॉक एक्सचेंज पर ट्रेडिंग, स्टार्टअप्स और व्यवसायों में निवेश करने की तुलना सर्वश्रेष्ठ फॉरेक्स ब्रोकर का चयन में रियल एस्टेट निवेश बहुत कम जोखिम भरा है। स्पष्टीकरण सरल है: अचल संपत्ति बहुत कम ही सस्ती है। Architect Admission 2020: शिक्षा मंत्रालय की इस पहल के बाद अब आर्किटेक्ट में ग्रेजुएशन करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को बिना किसी दिक्कत के प्रवेश परीक्षाओं में शामिल होने का मौका मिल सकता है। और आखिरी वाला। बाजार के समय का एक सख्त पालन व्यापारी को एक व्यापार पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति नहीं देगा, लेकिन अपने समय की सही योजना बनाने के लिए, एक अच्छे आराम के साथ व्यापार का संयोजन। बैंकों द्वारा अपने स्थानीय फेडरल रिजर्व बैंक के नियंत्रण में रखी गई नकदी शेष। अब 27 जुलाई से इस वैक्सीन का सबसे अहम पड़ाव शुरू होगा. तीस हज़ार लोगों पर इसका परीक्षण किया जाएगा और पता किया जाएगा कि क्या ये वैक्सीन वाक़ई कोविड-19 से सर्वश्रेष्ठ फॉरेक्स ब्रोकर का चयन मानव शरीर को बचा सकती है। फिलहाल, कैप्सूल एक चिकनी उड़ान शुरू होता है, लेकिन पहले की तरह तेज और स्थिर नहीं होता है। ऐसा कोई भी दिन जब उस देश के मुख्य वित्तीय केंद्र में व्यावसायिक बैंक शनिवार या रविवार के अलावा व्यापार के लिए खुले हों जिसकी मुद्रा पर पॉजिशन बनाई जाती है। यदि आपके पास पहले से ही एक व्यावसायिक वेबसाइट है, तो आप एक निश्चित योजना के साथ फंस सकते हैं जो केवल मुट्ठी भर ईमेल पतों के लिए अनुमति देता है। उस स्थिति में, अतिरिक्त ईमेल खातों के लिए अपग्रेड करने का कोई कारण नहीं है। आपको बस जोहो जाना है। यह वास्तव में मुफ्त व्यापार ईमेल खातों को प्राप्त करने के लिए केवल संभव तरीकों में से एक है, क्योंकि वे आपको सेवाओं के लिए कुछ भी चार्ज नहीं करते हैं। अगर आप समझ नहीं पा रहे हैं कि इनमें से कौन सा चुनें तो इनमें से सर्वश्रेष्ठ फॉरेक्स ब्रोकर का चयन कोई भी एक चुनकर, करके देखिये। देखिये क्या परिणाम होता है। आपका ज्यादा पैसा नहीं लगने वाला। बस समय देना होता है। थोड़ा समय लगेगा पर आपको समझ आ जाएगा कि कौन सा आपके लिए सबसे उपयुक्त है। ''दो माह बाद बोनस की घोषणा का क्या मतलब नहीं है। किसानों के पास धान थे तो खरीद नहीं हुई। किसानों ने धान बेच दिया है तो व्यापारी को लाभांवित करने के लिए बोनस की घोषणा की गई है।''। इस्पात कार्बाइड ग्रेड एक उपकरण के रूप में मुख्य रूप से प्रयोग किया जाता है, और व्यवहार में अक्सर वेल्डिंग और निर्माण में इन स्टील्स के एक वेल्डिंग और काटने के उपकरण की वसूली, मर जाता है और एम। पी अधिकांश भाग के लिए इन स्टील्स के preheating और बाद में थर्मल उपचार के साथ नहीं निपटने के लिए आवश्यक हैं । इलेक्ट्रोड छड़ एलॉयड स्टील्स चाप वेल्डिंग और निर्माण, माता पिता धातु के समान गुण, साथ ही कम कार्बन इस्पात की छड़ मिश्र धातु फेरो उचित युक्त कोटिंग्स के साथ के लिए उपयोग किया जाता है। वेल्डिंग या सर्फिंग के अंत में, गर्मी उपचार आमतौर पर किया जाता है, जिसमें सख्त और एनीलिंग शामिल होता है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार अमरीकी सरकार घुटने और हृदय प्रत्यारोपण में लगने वाले उपकरणों से 'प्राइस कंट्रोल' भी हटवाना चाहती है। अपने ट्रेडिंग इतिहास को देखने के लिए, बस अपने बाएं पैनल पर पहला विकल्प चुनें।
2021/04/13 09:36:14
https://onlinesbi.website/kat-8/page-48704.html
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जिला अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के नेता तथा कार्यकर्ता जन संघ काल से ही सेवा और समर्पण के साथ राजनीति को स्वीकार किया है।सत्ता पाना पार्टी के लक्ष्य और उद्देश्य कभी भी नहीं रहा है।बल्कि आम आदमी की समस्या समाप्त हो सरकार की नीतियों एवं योजनाओं का लाभ समाज के कमजोर एवं वचिंत लोगों को मिले इसके लिए सदैव जमीनी प्रयास किया है।
2021-03-01T22:16:04Z
https://www.indiaspeaksdaily.com/tag/food-suppliments/
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सिर्फ 1 दिन में आएगा इनकम टैक्स रिफंड! बदलने वाला है ऑनलाइन सिस्टम- Now You Will Get Income Tax Refund In One Day Cabinet Approves Online Return Filing Project – News18 Hindi सिर्फ 1 दिन में आएगा इनकम टैक्स रिफंड! बदलने वाला है ऑनलाइन सिस्टम IT रिटर्न की प्रक्रिया होगी तेज, अब 63 दिन के बदले 1 दिन ही रिटर्न हो जाएगा प्रोसेस, नया पोर्टल बनाने की तैयारी. Last Updated : January 17, 2019, 03:59 IST लक्ष्मण रॉय. कैबिनेट ने सबसे अच्छा फैसला इनकम टैक्सपेयर्स के लिए लिया है. इनकम टैक्सपेयर्स जहां रिफंड के लिए अबतक कम से कम 63 दिन तक इंतजार करते थे. अब उनको मुश्किल से एक दिन या दो दिन तक इंतजार करना पड़ेगा. ये ऐसा इसलिए होगा क्योंकि कैबिनेट ने एक ऐसा पोर्टल बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. इस पोर्टल के जरिए सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ऑनलाइन फाइलिंग व्यवस्था को इंटीग्रेट कर दिया जाएगा. (ये भी पढ़ें: मोदी सरकार ला रही है नई योजना, अब ATM से FREE में निकाल सकेंगे दवा) 63 दिन के बदले 1 दिन में हो जाएगा प्रोसेस आप इनकम टैक्स विभाग में जो भी जानकारी देंगे, उसको सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट के जरिए तुरंत प्रोसेस कर दिया जाएगा. अभी जहां इस प्रोसेसिंग में 63 दिन का वक्त लगता था, अब सिर्फ एक दिन का वक्त लगेगा. यानी आपका जो इनकम टैक्स रिफंड बनता है वो तुरंत आपको दे दिया जाएगा. तुरंत कर सकेंगे भूल सुधार इनकम टैक्स रिटर्न में अगल कोई गलत जानकारी गलती से डालते हैं उसमें तुरंत भूल सुधार कर सकेंगे और इनकम टैक्स रिटर्न में आपने जानबूझकर कोई गलत जानकारी दी है उसे भी इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी तुरंत पकड़ में ले आएंगे. ये भी पढ़ें: PF और पेंशनर्स का पैसा डूबने का खतरा! घट सकता है मुनाफा 21 महीने में तैयार होगा नया पोर्टल इसके लिए जो खास पोर्टल बनाया जाएगा उस पर करीब 4241 करोड़ रुपये खर्च होंगे और पोर्टल बनाने की जिम्मेदारी इंफोसिस को दी गई है. सरकार का दावा है कि 21 महीने के भीतर-भीतर ये पोर्टल काम करना शुरू कर देगा. (इकोनॉमिक एंड पॉलिसी एडिटर, सीएनबीसी-आवाज़) business news in hindi central government central government minister File ITR Online filing income tax return governments meeting Income tax income tax department income tax return itr file online ITR filing
2021/09/18 00:16:15
https://hindi.news18.com/news/business/now-you-will-get-income-tax-refund-in-one-day-cabinet-approves-online-return-filing-project-1656288.html
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WEEM Abrasives उच्च गुणवत्ता वाले लेपित अपघर्षक का एक पेशेवर निर्माता है।WEEM एब्रेसिव्स को पहली बार गुआंगज़ौ में स्थापित किया गया है, दशकों के विकास और व्यवसाय की वृद्धि के साथ, हम व्यापारी से जंबो रोल निर्माता तक स्थानांतरित करते हैं। उद्देश्य:दुनिया को चमकाने वाली रेत एक सुंदर जीवन जीती है विजन: एक अच्छा और भरोसेमंद उद्यम बनें जो 127 वर्षों से अधिक समय तक चल सके। प्रीमियम सामग्री, अग्रणी विनिर्माण उपकरण और परिष्कृत उत्पादन तकनीकों की हमारी सावधानीपूर्वक पसंद हमें उच्च गुणवत्ता वाले सैंडिंग उत्पादों का निर्माण करने में सक्षम बनाती है। जीटी इंजीनियरिंग की अग्रणी कोट अपघर्षक उत्पादन लाइन और तकनीक जंबो की गुणवत्ता सुनिश्चित करती है। हमारे कपड़ा उत्पादों की स्थिरता को बढ़ाने के लिए क्लॉथ फिनिशिंग लाइन और तकनीक का भी उपयोग किया जा रहा है। हमारे अपघर्षक उत्पाद जंबो रोल, बेल्ट, रोल, डिस्क, शीट के रूप में उपलब्ध हैं और यहां तक ​​कि अनुकूलित अपघर्षक भी हैं। लेपित अपघर्षक उद्योग में वर्षों का सफल अनुभव, हमें प्रतिस्पर्धी कीमतों पर पैनल / बोर्ड सतह सैंडिंग, वुडवर्किंग, धातु, ऑटो सैंडिंग उत्पादों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले अपघर्षक प्रदान करने पर गर्व है। ब्रांड : WEEM वार्षिक बिक्री : >50 Million We are a self-learning manufacturer of high-quality coated abrasives. हम उच्च गुणवत्ता वाले लेपित abrasives का एक स्व-शिक्षण निर्माता हैं। Market first, client need-oriented R&D leading us to develop our product, and growth path. बाजार पहले, ग्राहक की जरूरत उन्मुख आर एंड डी हमारे उत्पाद, और विकास पथ विकसित करने के लिए हमें अग्रणी। Step by step, we are growing, started as a trader then upgrade to convertor, finally become a manufacturer. कदम से कदम, हम बढ़ रहे हैं, एक व्यापारी के रूप में शुरू किया गया, फिर कनवर्टर में अपग्रेड करें, अंत में एक निर्माता बनें। At first, we imported high-quality abrasives from German to China, and started a market, then move to the convertor. सबसे पहले, हमने जर्मन से चीन में उच्च-गुणवत्ता वाले abrasives का आयात किया, और एक बाजार शुरू किया, फिर कनवर्टर में चले गए। We invited specialists from Germany to train us to convert the sanding belt and be the first in China to be able to convert high-quality wide sanding belts and segmented belts. हमने सैंडिंग बेल्ट को बदलने के लिए जर्मनी से विशेषज्ञों को आमंत्रित किया और उच्च गुणवत्ता वाले विस्तृत सैंडिंग बेल्ट और खंडित बेल्ट को बदलने में सक्षम होने के लिए चीन में पहला स्थान प्राप्त किया। पुरानी परिवर्तित फैक्ट्री With our infield experience getting richer, and our knowledge of coated abrasives getting deeper, we jointed force with leading coated abrasive manufacturers in China. हमारे infield के अनुभव समृद्ध होने के साथ, और लेपित abrasives के बारे में हमारा ज्ञान गहरा हो रहा है, हमने चीन में अग्रणी लेपित अपघर्षक निर्माताओं के साथ संयुक्त बल लगाया। OEM our own brand - WEEM. OEM हमारे अपने ब्रांड - WEEM। Years' dedication in the field working, we getting a better understanding of the abrasive in the client's need. कार्य क्षेत्र में वर्षों का समर्पण, हमें ग्राहक की आवश्यकता में अपघर्षक की बेहतर समझ हो रही है। We have worked very closely with clients to develop and tune the final product. हमने अंतिम उत्पाद को विकसित करने और ट्यून करने के लिए ग्राहकों के साथ मिलकर काम किया है। By doing so we have done and continue doing a very good job in this field. ऐसा करके हमने इस क्षेत्र में बहुत अच्छा काम किया है। To fully pursue our idea, we have set up our own jumbo factory located in Ruyuan Town, Guangdong. अपने विचार को पूरी तरह से आगे बढ़ाने के लिए, हमने Ruyuan Town, ग्वांगडोंग में स्थित अपना खुद का जंबो कारखाना स्थापित किया है। Right from the beginning, we set it to be a high standard, by introducing heavy-coated abrasive production line शुरुआत से ही, हम इसे उच्च-मानक होने के लिए सेट करते हैं, भारी-लेपित अपघर्षक उत्पादन लाइन की शुरुआत करके प्रीमियम सामग्री, अग्रणी विनिर्माण उपकरण और परिष्कृत उत्पादन तकनीक के बारे में हमारी सावधानीपूर्वक पसंद हमें उच्च गुणवत्ता वाले सैंडिंग उत्पादों का निर्माण करने में सक्षम बनाती है। हम लेपित अपघर्षक निर्माण करते हैं: जंबो रोल, बेल्ट, रोल, डिस्क, शीट और यहां तक ​​कि सैंडिंग, पीस, सम्मिश्रण, परिष्करण और पॉलिशिंग अनुप्रयोगों में उपयोग के लिए विशेष आवश्यकताओं के लिए अनुकूलित abrasives। But using the combination of several minerals, resin systems, and backings results in a wide variety of products to meet requirements for use on most surfaces. लेकिन अधिकांश सतहों पर उपयोग के लिए आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कई खनिजों, राल सिस्टम और बैकिंग के संयोजन के उपयोग से उत्पादों की एक विस्तृत विविधता प्राप्त होती है। Available as: Aluminum oxide, Ceramic, Silicon carbide, Zirconia, etc. के रूप में उपलब्ध: एल्यूमीनियम ऑक्साइड, सिरेमिक, सिलिकॉन कार्बाइड, जिरकोनिया, आदि। हम इन-फील्ड एडवाइजर भी प्रदान करते हैं, जिनके पास सैंडिंग में समृद्ध अनुभव है, ताकि सैंडिंग, या सतह की गुणवत्ता पर समस्या से निपटने में ग्राहक की मदद की जा सके। हम अपने ग्राहकों की सेवा करने के लिए एक कुशल और समर्पित आर एंड डी टीम, एक युवा और ऊर्जावान उत्पादन टीम, एक सक्रिय और अनुभवी बिक्री टीम है। हमारा लक्ष्य: दुनिया भर में हमारे ग्राहकों को उच्च-गुणवत्ता वाले उत्पाद और बेहतर सेवाएं प्रदान करना। Our sales team led by Mr. Raymond Dong, who is the founder and decades of experience in coated abrasives. हमारी बिक्री टीम का नेतृत्व श्री रेमंड डोंग ने किया, जो लेपित अपघर्षक में अनुभव के संस्थापक और दशकों हैं। Our key sales personnel is all into abrasive for over a decade. हमारे प्रमुख बिक्री कर्मियों को एक दशक से अधिक के लिए सभी अपघर्षक में हैं।
2022/05/23 14:56:58
https://hindi.weem-abrasives.com/aboutus.html
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- होटलों के चार सौ कमरे बुक - Amar Ujala होटलों के चार सौ कमरे बुक जम्मू (ब्यूूरो)। सचिवालय मूव के दौरान शहर के होटलों के चार सौ कमरे सरकार ने बुक कराए हैं। इन कमरों में उन कर्मचारियों को ठहराया जाएगा, जिन्हें सरकारी क्वार्टर नहीं मिला है। होटल एंड लाज एसोसिएशन का दावा है कि कई सालों से चली आ रही इस प्रक्रिया के कारण होटल व्यापारियों को राहत मिलती है। इस बुकिंग से अन्य यात्रियों के ठहरने की सुविधा कम नहीं होगी। जम्मू शहर में तीन सौ के करीब होटल मौजूद हैं। जिसमें रोजाना करीब पांच हजार कमरे हैं। इन कमरों में से चार सौ कमरे सरकार ने सचिवालय मूव के कर्मचारियों के लिए बुक कराए हैं। जम्मू में अब इतने होटल बन चुके हैं कि लोगों के लिए पर्याप्त सुविधा है। होटल एंड लाज एसोेसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत खजूरिया के अनुसार बेशक सरकार इन कमरों के लिए कम पैसे देती है। लेकिन होटल वाले स्वेच्छा से कमरे सरकार को देती है। छह महीने के लिए कम से कम होटल के कमरे तो बुक रहते हैं। बाद में अकसर होटल के कमरे खाली रहने से होटल इंडस्ट्री पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। इसमें सरकार यह फैसला उनके लिए राहत देता है। सरकारी क्वार्टर की कमी और सचिवालय के करीब होने के कारण होटल का कमरा लेना भी उनके लिए सुविधाजनक होता है। सचिवालय के करीब के होटलोें में कश्मीर से आने वाले अन्य लोग भी अकसर इनमें ठहरते हैं। सचिवालय से भी कई होटल दूर हैँ। जिनमें अन्य यात्री ठहर सकते हैं। उनके लिए काफी अच्छी सुविधा दी जा जा रही है। इन यात्रियों को सचिवालय में कोई काम नहीं होता है। इसलिए सचिवालय से दूर होटल उनके लिए सुविधाजनक रहते हैं और उनका रेट भी नार्मल होता है।
2017/12/12 04:42:08
https://www.amarujala.com/jammu-city/Jammu-25115-27
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Arnab goswami claims- One media house threatens me, if you will use the phrase Nation Wants to Know we will put you behind bar throug law - अरनब गोस्वामी का दावा- एक मीडिया हाउस ने दी धमकी, नेशन वांट्स टु नो बोला तो करवा दूंगा गिरफ्तार - Jansatta अरनब गोस्वामी का दावा- एक मीडिया हाउस ने दी धमकी, नेशन वांट्स टु नो बोला तो करवा दूंगा गिरफ्तार अर्नब गोस्वामी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज जारी किया किया है। इस मैसेज में उन्होंने कहा है,' जेल भेजने की धमकी से मैं रुकने वाला नहीं हूं। जनसत्ता ऑनलाइन April 18, 2017 10:33 AM अंग्रेजी मीडिया के देश के चर्चित चेहरे अर्नब गोस्वामी को एक मीडिया हाउस से अंग्रेजी का एक मुहावरा इस्तेमाल ना करने की धमकी मिली है। अर्नब गोस्वामी जब अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ में थे तो इस चैनल पर उनका सबसे पसंदीदा वाक्य था 'नेशन वांट्स टु नो'। अर्नव गोस्वामी अपने शो 'द न्यूज ऑवर' में कई बार इस लाइन का इस्तेमाल करते थे। दरअसल ये लाइन उनकी पहचान के साथ जुड़ गया था। लेकिन अर्नब गोस्वामी के मुताबिक अब एक मीडिया हाउस ने कानूनी नोटिस भेजकर अर्नब गोस्वामी को धमकी दी है कि वे इस लाइन का इस्तेमाल ना करें अन्यथा उनके ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें जेल भिजवा दिया जाएगा। अर्नब गोस्वामी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज जारी किया किया है। इस मैसेज में उन्होंने कहा है,' जेल भेजने की धमकी से मैं रुकने वाला नहीं हूं, अपने पैसे भरे बैग और वकीलों को ले आओ, मेरे खिलाफ 'नेशन वांट्स टु नो' फ्रेज का इस्तेमाल करने के लिए आपराधिक मुकदमा दर्ज कर दो। तुम जो चाहो वो कर सकते हो, तुम्हारे पास जितना भी पैसा है खर्च कर लो और मुझे गिरफ्तार करवा दो, मैं अभी अपने स्टुडियो में इंतजार कर रहा हूं, आओ अपनी धमकी पर अमल कर लो।'इस ऑडियो मैसेज में अर्नब गोस्वामी बताते हैं कि आखिर 'नेशन वांट्स टु नो' मुहावरा है किसका। अर्नब आगे कहते हैं कि दर्शकों ये मुहावरा 'नेशन वांटस टु नो' आपका है, आपसे जुड़ा है। ये बताता है कि हम क्या करते हैं, कौन से मुद्दे उठाते हैं, कौन सा सवाल उठाते हैं और कैसे जवाबदेही तय करते हैं। अर्नब के मुताबिक वह पिछले 20 साल से अपने रिपोर्टिंग और डिबेट शो में इस मुहावरे का गर्व के साथ इस्तेमाल करते आए हैं। अर्नब कहते हैं कि वे उन लोगों के आभारी हैं जिन्होंने उनकी पत्रकारिता को जनहित का प्रतिनिधित्व करने के लायक समझा है। देखिए संबंधित ऑडियो Source-Facebook/Republic हालांकि अर्नब ने ये नहीं बताया कि उन्हें ये कानूनी नोटिस कहा से आया है, पर उन्होंने इतना जरुर कहा कि इस मीडिया ग्रुप का मकसद किसी तरह से रिपब्लिक टीवी का लॉन्च देर करवाना और रुकवाना है। आपको बता दें कि टाइम्स नाउ का साथ छोड़ने के बाद अर्नब गोस्वामी रिपब्लिक नाम का ये नया चैनल ला रहे हैं। 1 वीडियो: मगरमच्छ ने जल में रहकर ले लिया हाथी के बच्चे से बैर, देखिए क्या हुआ नतीजा 2 दिल्ली: 10 साल की बच्ची के रेप मामले की जांच कर रही महिला सब-इंस्पेक्टर पर दर्ज होगी उसी बच्ची के रेप की FIR 3 कश्‍मीर: युवक को सेना की जीप के आगे बांधने को अटार्नी जनरल ने सही ठहराया, कहा- हालात की मांग यही थी
2020/10/22 03:21:22
https://www.jansatta.com/national/arnab-goswami-claims-one-media-house-threatens-me-if-you-will-use-the-phrase-nation-wants-to-know-we-will-put-you-behind-bar-through-law/302064/
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पुर्तगाल "देरी के बिना कार्रवाई" के लिए कॉल करने के लिए यूरोपीय पर्यटन को बचाने - The Portugal News Homeसमाचारपुर्तगाल "देरी के बिना कार्रवाई" के लिए कॉल करने के लिए यूरोपीय पर्यटन को बचाने यूरोपीय संघ (ईयू) के पुर्तगाली राष्ट्रपति पद ने सदस्य राज्यों और यूरोपीय संघ के संस्थानों से आग्रह किया है कि संकट से उबरने के लिए यूरोपीय पर्यटन का समर्थन करने के लिए "देरी के बिना कार्य करें", डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट के निर्माण में तेजी से प्रगति के लिए बुला रहा है। द्वारा TPN/Lusa, in समाचार, पर्यटन, राजनीति · 29 Month4 2021, 10:00 · 0 टिप्पणियाँ " कोविड-19 संकट ने इस क्षेत्र को गंभीर आर्थिक दबाव में डाल दिया है और छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों पर विशेष रूप से गंभीर प्रभाव पड़ा है, जो पर्यटन में सक्रिय व्यवसायों के विशाल बहुमत को बनाते हैं, और इसलिए हमें आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए देरी के बिना कार्य करना चाहिए कई पर्यटन व्यवसायों की तरलता की कमी को कम करने, प्रमुख नौकरी के नुकसान को रोकने के लिए और मंदी से बाहर क्षेत्र में मदद करने के लिए," एना पाउला Zacarias, यूरोपीय मामलों के लिए राज्य के सचिव ने कहा। पर बहस में परिषद के पुर्तगाली राष्ट्रपति पद की ओर से बोलते हुए "गर्मियों में पर्यटन के मौसम की बचत - होटल क्षेत्र के लिए यूरोपीय संघ के समर्थन," ब्रसेल्स में यूरोपीय संसद के पूर्ण सत्र में, उन्होंने कहा कि चर्चा "समय पर" थी के रूप में यह था "एक महत्वपूर्ण क्षण में निर्णायक कार्रवाई करने के लिए पर्यटन के यूरोप में गर्मी के मौसम की शुरुआत से ठीक पहले, पक्ष। " हमें ध्यान रखना चाहिए कि, पर्यटन पारिस्थितिकी तंत्र के लिए, संकट से वसूली अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक समय लगेगा, क्योंकि बड़ी संख्या में कंपनियां - जैसा कि मैंने कहा, ज्यादातर एसएमई - तैयार नहीं थे," एना पाउला ज़करियास ने कहा। इस वसूली को सक्षम करने के लिए, राज्य सचिव ने यूरोपीय विधानसभा से भी आग्रह किया कि डिजिटल लाइसज़-पासर के निर्माण पर आगे बढ़ने की वसूली, परीक्षण या एंटी-कोविड -19 टीकाकरण साबित करने के लिए, एक दिन पहले एमईपी ने डिजिटल ग्रीन प्रमाण पत्र के लिए यूरोपीय आयोग के प्रस्ताव पर चर्चा की, एक कदम के बाद जो सदस्य राज्यों के साथ वार्ता शुरू करते हैं। " यूरोपीय संसद अनुमोदन में खेलने के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका है, परिषद के साथ, यूरोपीय संघ के भीतर यात्रियों के मुक्त आंदोलन की सुविधा के लिए डिजिटल ग्रीन प्रमाण पत्र पर विनियमन, जितनी जल्दी हो सके और सुरक्षित परिस्थितियों में", एना पाउला ज़कारिया ने कहा। दांव पर विधायी मार्च के मध्य में यूरोपीय संघ के कार्यकारी द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव एक द्विभाषी दस्तावेज़ के निर्माण के बारे में और QR कोड है कि जून तक बल में आने के लिए गर्मियों में यूरोपीय संघ के भीतर मुक्त आंदोलन की बहाली की अनुमति देना चाहिए के साथ है। अप्रैल के मध्य में, यूरोपीय संघ के सदस्य राज्यों यूरोपीय संसद के साथ प्रस्ताव पर बातचीत करने के लिए परिषद के पुर्तगाली राष्ट्रपति पद के लिए एक जनादेश को मंजूरी दी। गुरुवार, 29 अप्रैल को, यह यूरोपीय असेंबली तक मतदान करने और अपनी बातचीत की स्थिति को अपनाने के लिए होगा, जिसके बाद अंतःसंस्थागत वार्ता शुरू हो सकती है। " मुझे विश्वास है कि यह प्रमाण पत्र, यदि गैर-भेदभाव और व्यक्तिगत डेटा संरक्षण की आवश्यक गारंटी के साथ ठीक से सुसज्जित है, तो इस लक्ष्य में बहुत योगदान देगा।" यात्रा प्रतिबंधों पर, सचिव ऑफ स्टेट ने "यूरोपीय संघ के भीतर और तीसरे देशों के संबंध में यात्रा प्रतिबंधों के लिए समन्वित दृष्टिकोण" का बचाव किया। पर्यटन की वसूली के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है, एना पाउला ज़करियास के अनुसार, महामारी विज्ञान की स्थिति को पीछे करने और कोरोनाविरस के प्रसार को कम करने, टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाने में तेजी लाने की उपलब्धि। उन्होंने एमईपी को बताया, "इसके लिए टीकों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने और सभी सदस्य राज्यों में उनकी उपलब्धता सुनिश्चित करने की आवश्यकता है, जिसके परिणामस्वरूप यूरोप भर में सुरक्षित गतिशीलता की तेजी से बहाली होगी।"
2022/07/03 15:29:10
https://www.theportugalnews.com/hi/hi-news/2021-04-29/portugal-calls-for-action-without-delay-to-save-european-tourism/59598
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Powerlord Gaurav helped the needy, know about it ! Home खेल पावरलिप्टर गौरव ने की जरूरतमंदों की मदद कोरोनावायरस महामारी के कारण पूरा विश्व रुका हुआ है और खिलाड़ी गरीब तथा जरूरतमंदों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहे हैं और ऐसा ही एक नाम है पॉवरलिफ्टर गौरव शर्मा का। गौरव केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए लॉकडाउन में गरीबों को खाना और पानी वितरित कर रहे हैं। गौरव इस दौरान सभी तरह की स्वास्थ गाइडलाइंस का ख्याल भी बखूबी रख रहे हैं। उन्होंने कहा, "इस समय स्थिति काफी खराब है। लॉकडाउन के कारण कई लोग परेशान हो रहे हैं। मैं जानता हूं कि लॉकडाउन जरूरी है लेकिन साथ ही यह सड़क पर रह रहे लोगों को प्रभावित कर रहा है।" गौरव ने कहा, "सड़क पर रह रहे लोगों की मदद के लिए मुझसे जो हो सकता है मैं वह कर रहा हूं। छोटे बच्चों को भूख के कारण रोता देख दुख होता है। मैंने दूसरे लोगों से भी मदद करने को कहा है।" गौरव ने बताया, "मैंने मास्क, शील्ड और ग्लव्स भी बांटे हैं।"
2020/07/14 22:47:12
http://www.samacharnama.com/powerlord-gaurav-helped-the-needy/
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तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी अन्नाद्रमुक की निष्कासित सांसद शशिकला पुष्पा के पति और वकील पर बुधवार को चेन्नई स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर पार्टी समर्थकों ने हमला कर दिया। सांसद शशिकला के चार वकीलों की टीम चेन्नई में पार्टी मुख्यालय पर एक चिट्ठी सौंपने गई थी। इसी दौरान एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं ने एक वकील पर हमला बोल दिया।
2021-02-25T07:39:26Z
https://www.gainwgkguru.com/2020/02/ssc-Stenographer-Grade-C-and-D-Syllabus.html
OSCAR-2109
Howdy Modi:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे ह्यूस्टन,'हाउडी मोदी' कार्यक्रम को लेकर लोग कर रहे बेसब्री से इंतजार Prime Minister Narendra Modi arrives in Houston for Howdy Modi program Howdy Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंचे ह्यूस्टन, साथ आएंगे ट्रंप, लोग कर रहे हैं बेसब्री से इंतजार Updated Sep 22, 2019 | 00:32 IST PM Modi in USA:'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी मौजूद रहेंगे और 50,000 से ज्यादा भारतीय-अमेरिकी शिरकत करेंगे,टेक्सास इंडिया फोरम द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पीएम मोदी 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के लिए शनिवार को अमेरिका पहुंचे | &nbspतस्वीर साभार:&nbspTwitter प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के लिए शनिवार को अमेरिका पहुंचे टेक्सस के सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन के जॉर्ज बुश इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर उनका प्लेन उतरा संडे को एनआरजी फुटबॉल स्टेडियम में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का आयोजन होगा ह्यूस्टन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम के लिए शनिवार को यहां पहुंचे और भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया। टेक्सस के सबसे बड़े शहर ह्यूस्टन के जॉर्ज बुश इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर उनका प्लेन उतरा। प्लेन से उतरने पर ट्रेड ऐंड इटरनैशनल अफेयर्स के डायरेक्टर क्रिस्टफर ओल्सन ने पीएम मोदी का स्वागत किया। संडे को एनआरजी फुटबॉल स्टेडियम में 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम का आयोजन होगा। पोप को छोड़कर, किसी निर्वाचित विदेशी नेता के अमेरिका दौरे पर लोगों का यह सबसे बड़ा जमावड़ा होगा। प्रधानमंत्री मोदी ह्यूस्टन में स्थानीय समयानुसार शाम 6 बजे (भारतीय समयानुसार रविवार सुबह 4:30 बजे) तेल क्षेत्र के CEO's के साथ एक बैठक करेंगे। वहीं इस मीटिंग के बाद पीएम मोदी ह्यूस्टन के समय के मुताबिक शाम 7:35 बजे भारतीय मूल के लोगों (PIOs) के साथ बातचीत करेंगे और फोटो खिंचवाएंगे। अमेरिका रवाना होने से पहले मोदी ने एक बयान में कहा था कि ह्यूस्टन के कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति की उपस्थिति बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा पहली बार होगा कि मोदी के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति भारतीय-अमेरिकी समुदाय के कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं। ह्यूस्टन में मोदी भारत-अमेरिका ऊर्जा भागीदारी को बढ़ावा देने के मकसद से अग्रणी अमेरिकी ऊर्जा कंपनियों के सीईओ के साथ संवाद भी करेंगे। इस कार्यक्रम का शीर्षक 'साझा सपने, उज्ज्वल भविष्य' है। टेक्सास इंडिया फोरम द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जो भारतीय समयानुसार रविवार रात 8.30 बजे शुरू होगा। इससे पहले जब पहली बार प्रधानमंत्री बनने के बाद 2014 में नरेंद्र मोदी अमेरिका आए थे तो उन्होंने न्यूयॉर्क के मेडिसन सक्वायर गार्डन में 19 हजार से ज्यादा लोगों को संबोधित किया था। इसके बाद अगले साल इसी तरह का कार्यक्रम सेन जोस में आयोजित किया गया था। ऑनलाइन देख सकते हैं हाउडी मोदी हाउडी मोदी कार्यक्रम को आप ऑनलाइन भी देख सकते हैं। यह कार्यक्रम हमारे चैनल टाइम्स नाउ और उसके फेसबुक पेज पर भी उपलब्ध रहेगा। प्रधानमंत्री के भाषणों के अंश टाइम्स नाउ के ऑफिशियल ट्वीटर पेज पर उपलब्ध रहेंगे। इसके अलावा इस कार्यक्रम का लाइव प्रसारण पीएम नरेंद्र मोदी के यूट्यूब चैनल पर भी उपलब्ध रह सकता है, हालांकि इसे लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। हालिया इतिहास में यह पहली बार होगा जब दो सबसे बड़े लोकंतत्रों के नेता एक संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। एनआरजी स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम 'हाउडी मोदी! शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर' के लिए रिकॉर्ड संख्या में 50,000 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। कहां से आया 'हाउडी' शब्द और क्या हैं इसके मायने 'हाउडी' शब्द का प्रयोग 'आप कैसे हैं?' के लिए किया जाता है। इस कार्यक्रम का नाम 'हाउडी मोदी! शेयर्ड ड्रीम्स, ब्राइट फ्यूचर्स' है। बता दें कि हाउडी का मतलब 'हाउ डू यू डू है?'दक्षिण पश्चिम अमेरिका में अभिवादन के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने एक बयान में कहा, 'यह (मोदी-ट्रम्प की साझा रैली होगी) अमेरिका और भारत के लोगों के बीच संबंधों को मजबूत करने, दुनिया के सबसे पुराने एवं सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच रणनीतिक साझेदारी की पुन: पुष्टि करने और उनकी ऊर्जा तथा व्यापारिक संबंधों को गहरा करने के तरीकों पर चर्चा करने का बेहतरीन मौका होगा।'
2020/08/15 09:08:42
https://hindi.timesnownews.com/world/article/prime-minister-narendra-modi-arrives-in-houston-program-will-start-from-4-30-am-tremendous-enthusiasm-about-howdy-modi/492947?utm_source=widget&utm_medium=popup&utm_campaign=exitintent
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MP employees got compassionate appointment together, collector issued order नए साल से पहले MP के इन कर्मचारियों को मिला बड़ा तोहफा, आदेश जारी Home BREAKING NEWS नए साल से पहले MP के इन कर्मचारियों को मिला बड़ा तोहफा,... MP Employees : इसके लिए आदेश भी जारी किए हैं। बड़वानी, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में नए वर्ष में कर्मचारियों (employees) को बड़ा तोहफा दिया गया है। दरअसल आवेदकों को अनुकंपा नियुक्ति (compassionate appointment) के आदेश जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही नवनियुक्त कर्मचारी 1 जनवरी 2022 से शुरू हो रहे नव वर्ष में अपनी सेवा शुरू कर सकेंगे। ज्ञात हो कि प्रदेश के बड़वानी में आवेदकों को अनुकंपा नियुक्ति देने का प्रावधान रखा गया है। अपनी कार्य सेवा के बीच किसी वजह से सेवा छोड़ देने वाले कर्मचारी अधिकारी के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाती है। वही बड़वानी जिले के कलेक्टर ने नए वर्ष से पहले साल के अंतिम दिन आदेश जारी किए हैं। बड़वानी कलेक्टर (barwani collector) के आदेश के मुताबिक 8 आवेदकों को एक साथ अनुकंपा नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं। वही बड़वानी कलेक्टर ने नवनियुक्त कर्मचारियों को कल से शुरू हो रहे नववर्ष में अपनी सेवा शुरू करने के लिए शुभकामनाएं भी दी है। बड़वानी जिले के आश्रित आवेदक को सहायक ग्रेड 3 के पद पर नियुक्त किया गया है। इनमें 7 अनुसूचित जनजाति जबकि एक अनारक्षित वर्ग के आवेदकों को नियुक्ति दी गई है। वही इन सभी को सहायक ग्रेड 3 पद के साथ महिला एवं बाल विकास के जिला कार्यक्रम अधिकारी के कार्यालय में नियुक्त किया गया है। कलेक्टर ने इसके लिए आदेश भी जारी किए हैं। आज मेरे द्वारा उल्लेखित 8 आवेदकों को एक साथ अनुकम्पा नियुक्ति का आदेश जारी किया गया. सभी नवनियुक्त कर्मचारी कल से प्रारम्भ हो रहे वर्ष 2022 में अपने सेवा की शुरुआत कर सकेंगे. सभी को बहुत बहुत शुभकामनाएँ .#JansamparkMP pic.twitter.com/sbGBDqIZjg — Collector Barwani , MP (@CollectrBarwani) December 31, 2021 Previous articleमनरेगा में लाखों का घोटाला करने वाले CEO, इंजीनियर, सरपंच के खिलाफ FIR, कोर्ट में चालान पेश
2022/01/23 03:29:50
https://mpbreakingnews.in/breaking-news/big-relief-to-these-employees-of-mp-before-new-year-2022-got-appointment-order-issued-mkt/
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देश में बढ़ रहे अंधत्व को रोका जा सकता है आधुनिक तकनीकों सेः डा.महिपाल सचदेव | ISMA TIMES देश में बढ़ रहे अंधत्व को रोका जा सकता है आधुनिक तकनीकों सेः डा.महिपाल सचदेव Posted by isma times On September 22, 2017 0 Comment नई दिल्लीः देश में दिन-प्रतिदिन अंधत्व की बढ़ती समस्या को देखते हुए देश और विदेश के वरिष्ठ चिकित्सकों का मानना है कि नेत्र विज्ञान में हो रही आधुनिक तकनीकी विकाशों को अपनाकर इसे काफी कम किया जा सकता है। इस ज्वलंत समस्या का सामना करने के लिए मिशन के रूप में काम करना होगा, क्योंकि शहरी और ग्रामीण अंतर के कारण भारत में यह समस्या काफी विकराल रूप ले रही है। इंट्राकलर इम्पलांट एंड रेफ्रेक्टिव सोसायटी (आईआईआरएसआई) के नई दिल्ली (जे डब्लू मेरिएट होटल) में 23 और 24 सितम्बर 2017 को आयोजित होने जा रहे वार्षिक सम्मेलन में जुटे देश-विदेश के नेत्र रोग चिकित्सक इसी विषय पर चर्चा करेंगे। आईआईआरएसआई की तकनीकी कमेटी के अध्यक्ष और भारत में नेत्र चिकित्सा संस्थानों की सबसे बड़ी श्रंखला सेंटर फॉर साइट के सीएमडी पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित डॉ.महिपाल एस. सचदेव ने कहा कि 'भारत में 11.2 प्रतिशत जनता बचाई जा सकने वाली अंधता से पीड़ित है और दुनिया में तीसरा अंधा व्यक्ति भारत से होता है। ऐसे में यह ऐसा विषय है, जिसके बारे में युद्धस्तर पर कुछ किया जाना जरूरी है। हर वर्ष बीस लाख नए रोगी इस रोग से पीड़ित होते है। ऐसे में इस बात में कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए कि समस्या के पीड़ितों के कारण आना वाला आर्थिक और सामजिक भार देश के सम्पूर्ण विकास को प्रभावित कर रहा होगा। जो प्रभावित हैं, उनके जीवन की गुणवत्ता तो प्रभावित हो रही होगी। दिल्ली के लेफ्टिनेंट गर्वनर महामहिम श्री अनिल बैजल सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन में दो दिन के दौरान नेत्र चिकित्सा के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ 300 चर्चाएं करेंगे। इसके अलावा सर्जिकल स्किल ट्रांसफर सेशन भी होगा। इसमें नेत्र चिकित्सा प्रोसीजर्स के सर्जिकल परिणाम बेहतर करने के लिए तकनीक और अनुभवों का आदान-प्रदान किया जाएगा। यह बैठक इस मायने मे अनूठी है कि इसमे ऑप्थोलमिक मैन्यूफेक्चरिंग इंडस्ट्री से जुडे बड़े नाम भी शामिल हो रहे है। इनका नेतृत्व जॉनसन एंड जॉनसन के ग्लोबल हैड (सर्जिकल) टॉम फ्रि जी का करेंगे। इंडस्ट्री और नेत्र चिकित्सकों को उम्मीद है कि तकनीक की लागत को कम करने, आधुनिक मशीनों पर काम करने की ट्रेनिंग और विशाल ग्रामीण जनता तक इसका लाभ पहुंचानेे के बारे में सार्थक चर्चा हो सकेगी। डॉ. सचदेव ने कहा कि अंधता से बचाव और इसे रोकने के लिए दूरस्थ गांव में बैठे अंतिम आदमी तक तकनीक को पहुंचाना ही एक मात्र उपाय है। इस बात को हम जितना जल्दी समझ लें, उतना ही अच्छा है। नेत्र रोगों के उपचार के लिए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने से न सिर्फ मरीज जल्दी ठीक होता है बल्कि मानव श्रम दिवस बचते हैं और प्रभावित व्यक्ति जल्द अपने काम पर लौट पाता है। इसके साथ ही एक निश्चित समय में दृष्टि ठीक करने के ऑपरेशन करने की संख्या भी बढ़ती है। इस तकनीक को ग्रासरूट लेवल तक पहुंचाना और दूरस्थ अस्पतालों में नेत्र चिकित्सकों, टेक्नीशियन्स को इन तकनीकों के प्रयोग के बारे में प्रशिक्षित करना सबसे बड़ी चुनौती है। आईआईआरएसआई के वार्षिक सम्मेलन में 250 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय नेत्र रोग विशेषज्ञ और भारत व दुनिया भर से 1200 प्रतिनिधि शामिल होंगे। यह सम्मेलन इस एजेंडा को आगे बढ़ाने और लागू करने में सहयोग प्रदान करेगा।
2018/12/12 19:56:07
http://www.ismatimes.com/2017/09/%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AC%E0%A5%9D-%E0%A4%B0%E0%A4%B9%E0%A5%87-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%A7%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B5-%E0%A4%95%E0%A5%8B-%E0%A4%B0%E0%A5%8B/
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69 दिन में बिके 10 लाख से ज्याद कंडोम - Janhit Khabar Home लाइफस्टाइल 69 दिन में बिके 10 लाख से ज्याद कंडोम भारत में फ्री का नाम सुनते ही लंबी कतारें लग जाती हैं। कुछ ऐसा ही हमें देखने को मिला है। इस दुनिया में कंडोम का इस्तेमाल इतना बढ़ गया है कि कोई लोगों को फ्री में कंडोम लेने के लिए लंबी कतारें लग जाती हैं। आपने देखा ही होगा कि नोटबंदी के समय बैंकों में बैंकों में लंबी लंबी कतारें लग गई थी। जिस का विरोध विपक्ष ने जमकर किया था। बाद में जियो सिम के लिए जियो स्टोरों पर काफी लंबी कतारें देखने को मिली थी और कुछ ऐसा ही देखने को मिला फ्री कॉन्डोम स्टोर पर, जहां पर कुछ ही दिनों में लाखों की तादात में कंडोम लेने के लिए लोगों लंबी लाइनें लगा ली। एड्स एसोसिएशन द्वारा खोले गए फ्री कंडोम इस्तेमाल पर इतनी लंबी-लंबी कतारें लग गई। मात्र 69 दिनों के अंतराल में 9 लाख 56 हजार कंडोम लोगों को फ्री में बांटे जा चुके हैं। ऑनलाइन कंडोम मंगवाने वाले लोगों की तादाद दिल्ली और कोलकाता में सबसे ज्यादा आ गई। भारत में मैं अभी भी कुछ लोग आम दुकानों से कंडोम जैसी चीजें खरीदने में हिचकिचाते हैं और वही सबसे ज्यादा कंडोम जैसी चीजों का इस्तेमाल होता है।
2018/10/23 13:27:41
https://janhitkhabar.com/lifestyle-2/ten-lakh-condom-sell-in-just-sixty-nine-days/753/
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Flipkart Big Bachat Dhamal Sale Offering 5G Smartphones with Huge Discount | Flipkart पर इन 5G Smartphones को आधी कीमत में खरीदने का बेहतरीन मौका! | Hari Bhoomi Home > ऑटो गैजेट > Flipkart पर इन 5G... Flipkart पर इन 5G Smartphones को आधी कीमत में खरीदने का बेहतरीन मौका! Flipkart Big Bachat Dhamal Sale: अगर आप स्मार्टफोन खरीदने का प्लान बना रहें है, तो आपके पास सस्ती कीमत में 5G फोन (Cheapest 5G Smartphones) खरीदने का बेहतरीन मौका है। Simran SinghCreated On: 4 Feb 2022 9:59 AM GMT फ्लिपकार्ट (Flipkart) पर बिग बजत धमाल सेल (Big Bachat Dhamal Sale) चल रही है। इसका फायदा उठाकर आप कई सामानों को भारी छूट के साथ खरीद सकते हैं। अगर आप स्मार्टफोन (Smartphones Sale 2022) खरीदने का प्लान बना रहें है, तो आपके पास सस्ती कीमत में 5G फोन (Cheapest 5G Smartphones) खरीदने का बेहतरीन मौका है। फ्लिपकार्ट बिग बजत धमाल (Flipkart Big Bachat Dhamal) सेल में कई स्मार्टफोन को आधी कीमत में बेचा जा रहा है, आइए आपको 5 स्मार्टफोन के बारे में बताते हैं जिन्हें आधी कीमत में खरीदा जा सकता है... फ्लिपकार्ट बिग बजत धमाल सेल में पोको का 5जी स्मार्टफोन कम कीमत में मिल रहा है। 15,999 रुपये वाला ये फोन 9 प्रतिशत छूट के साथ 14,499 रुपये में मिल रहा है। 64GB के स्टोरेज वाले इस फोन पर 13,900 रुपये का एक्सचेंज ऑफर भी दिया जा है। ऐसे में अगर आप इस ऑफर को भी अप्लाई करते हुए फोन खरीदते हैं तो ये आपको केवल 599 रुपये का पड़ेगा। हालांकि, एक्सचेंज ऑफर के लिए आपके पास एक अच्छे कंडीशन वाला स्मार्टफोन होना चाहिए, जिसके बदले आपको पोको का 5जी फोन केवल 599 रुपये में मिल सकेगा। फ्लिपकार्ट पर 17,999 रुपये की कीमत वाला Motorola 5G Smartphone 14,999 रुपये में खरीदा जा सकता है। इस पर 14,350 रुपये का एक्सचेंज ऑफर भी मिल रहा है। इस ऑफर के तहत आप मोटोरोला के इस फोन को केवल 649 रुपये में खरीद पाएंगे। फ्लिपकार्ट पर रियलमी का फोन 16,999 रुपये की जगह 16,499 रुपये में मिल रहा है। इसका 128GB वैरिएंट वाला फोन एक्सचेंज ऑफर में भी मौजूद है। अगर आप इस ऑफर का यूज करेंगे तो आपको 15,850 रुपये की और छूट मिल जाएगी। जिसके बाद रियलमी का ये फोन आपको सिर्फ 649 रुपये का पड़ेगा। फ्लिपकार्ट पर आप 23,999 रुपये के सैमसंग स्मार्टफोन को केवल 20,999 रुपये में खरीद सकते है। इस पर 15,850 रुपये का एक्सचेंज ऑफर दिया जा रहा है, जिसके बाद इसकी कीमत 5,149 रुपये हो जाती है। इस ऑफर को अप्लाई कर आप 23,999 रुपये वाला फोन सिर्फ 5,149 रुपये में खरीद पाएंगे। ओप्पो का ये फोन 29,990 रुपये में मिलता है, जिसे फ्लिपकार्ट सेल में डिस्काउंट के साथ 25,990 रुपये में बेचा जा रहा है। साथ में एक्सचेंज ऑफर भी दिया जा रहा है जिसे अप्लाई कर आप 15,850 रुपये बचा सकते हैं। इसके अलावा एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड से पेमेंट कर 1,300 रुपये का कैशबैक भी पा सकते हैं। ऐसे में इन सब ऑफर को अप्लाई करने पर ये फोन आपको सिर्फ 8,840 रुपये का पड़ेगा। Flipkart Flipkart Sale Big Bachat Dhamaal Flipkart Big Bachat Dhamaal Sale Big Bachat Dhamaal Offers smartphone cheapest smartphone
2022/07/04 02:06:52
https://www.haribhoomi.com/automobiles-and-gadget/flipkart-big-bachat-dhamal-sale-2022-5g-smartphone-price-cut-poco-samsung-motrola-oppo-realme-412358
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पहला टेस्ट: कुलदीप यादव को उम्मीद मत दिलाओ – वसीम जाफर कहते हैं कि वह चीनी गेंदबाज के लिए 'दुख' महसूस करता है – ShoutMeGeeks भारत के पूर्व स्टार्टर वसीम जाफर ने कहा कि वह कुलदीप यादव के लिए दुखी हैं, जो अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका दिए बिना एक बायोबबल से दूसरे में जा रहे हैं। भारत के स्पिनर कुलदीप यादव (एएफपी इमेज) कुलदीप यादव को पहले टेस्ट बनाम इंग्लैंड के लिए खेल इलेवन में शामिल नहीं किया गया है उम्मीद मत छोड़ो कुलदीप यादव: वसीम जाफर कुलदीप यादव ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ four टेस्ट मैचों में से किसी में भी खेलने में असमर्थ थे पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर ने भारत के लिए टेस्ट मैचों में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिलने पर कुलदीप यादव के साथ सहानुभूति जताई है। जाफर ने रविवार को एक ट्वीट में कहा, चीनी बिना समय बिताए एक बायोबुलेंट से दूसरे में जा रहे हैं। "मैं मदद नहीं कर सकता, लेकिन @ imkuldeep18 के लिए दुखी महसूस कर सकता हूं। अगस्त से, वह एक बायोबबल से दूसरे में यात्रा कर रहा है, लेकिन उसके पास वास्तव में अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं है। लेकिन आशा, कुलदीप को मत छोड़ो।" यह पहले किया है और मुझे यकीन है। कि मौका दिया है, आप इसे फिर से करेंगे। #INDvsENG, "वसीम जाफ़र ने ट्वीट किया। मैं मदद नहीं कर सकता लेकिन दुखी महसूस कर रहा हूं@ imkuldeep18 अगस्त के बाद से, वह एक बायोबबल से दूसरे में यात्रा कर रहा है, लेकिन वास्तव में उसे अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका नहीं मिला है। लेकिन कुलदीप ने उम्मीद नहीं खोई। आपने इसे पहले किया है और मुझे यकीन है कि, इस अवसर को देखते हुए, आप इसे फिर से करेंगे।#INDvENG – वसीम जाफ़र (@ WasimJaffer14) 7 फरवरी, 2021 कुलदीप यादव से एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिंक-बॉल टेस्ट मैच में हिस्सा लेने की उम्मीद थी, लेकिन रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की स्पिनिंग जोड़ी ने उनसे आगे की राह पकड़ी। बाद में, 26 वर्षीय रवींद्र जडेजा के टूटे हुए अंगूठे के साथ आउट होने के बाद four वें टेस्ट में भाग लेने की उम्मीद थी। हालांकि, एक शुद्ध घड़े के रूप में ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करने वाले वाशिंगटन सुंदर को गाबा टेस्ट के लिए खेल XI में शामिल किया गया था। चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट से पहले इसी तरह की घटना हुई थी। शाहबाज नदीम, जिन्हें पहले दो परीक्षणों के लिए भारत की टीम में नामित नहीं किया गया था, को एक्सआई गेम में शामिल किया गया था, जब एक्सर पटेल को घुटने की चोट के कारण बाहर किया गया था। अनुभवी रविचंद्रन अश्विन और नदीम के साथ, वाशिंगटन सुंदर को पार्टी के तीसरे स्पिनर के रूप में चुना गया। "कुलदीप में थोड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे लगा कि उन्हें कुलदीप को इंग्लैंड के खिलाफ चुनना चाहिए था। कताई कलाई एक दुर्लभ वस्तु है। वह टीम के साथ रहे हैं, उन्होंने कोई क्रिकेट नहीं खेला है, इसलिए कुलदीप एक महान खिलाड़ी रहे होंगे।" ; सक्रिय है, " गौतम गंभीर ने कुलदीप को पहले ट्रायल से बाहर करने के बाद कहा था।
2021/06/12 23:40:17
https://shoutmegeeks.com/%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A4%B2%E0%A4%BE-%E0%A4%9F%E0%A5%87%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%9F-%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B2%E0%A4%A6%E0%A5%80%E0%A4%AA-%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%B5-%E0%A4%95%E0%A5%8B/
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हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम स्टार अनावरण में एलबीडी में हाले बेरी स्टन्स - प्रसिद्ध व्यक्ति सेक्सी एलबीडी में दोस्त केविन हार्ट के रूप में हाले बेरी स्टन्स हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम पर स्टार प्राप्त करते हैं हाले बेरी सचमुच में बाहर निकल गए (or पर ) हॉलीवुड सोमवार को जब वह हॉलीवुड वॉक ऑफ फेम पर दोस्त केविन हार्ट के स्टार के अनावरण में शामिल हुईं। डेमी लोवाटो टूर 2018 50 वर्षीय अभिनेत्री (कोई मजाक नहीं, 50) ने स्टार-स्टडेड इवेंट को ऑफ-द-शोल्डर छोटी काली पोशाक में ड्रेपिंग केप जैसी आस्तीन के साथ मारा, जो उसके कूल्हों से नीचे लटकी हुई थी, और जाहिर है, जेब। बेरी ने पेटेंट चमड़े तमारा मेलन मैरी जेन पंप ($ 695; tamaramellon.com) की एक जोड़ी के साथ अपने कौफमैन फ्रैंको एलबीडी को पूरक किया और एक tousled 'जो उसके टुकड़े-वाई बैंग्स और कारमेल हाइलाइट्स पर ध्यान आकर्षित किया। हाले बेरी - 10/10/2016 क्रेडिट: लियोनेल हैन/अबाकासा/स्टार्ट्रक्स फोटो ऑस्कर-विजेता और उनके कॉमेडियन सह-कलाकार ने हार्ट की आगामी कॉमेडी टूर डॉक्यूमेंट्री पर एक साथ काम किया, केविन हार्ट: अब क्या? बेरी और हार्ट पिछले रविवार को एक फेसबुक लाइव कार्यक्रम में सहयोग करने के लिए तैयार थे, लेकिन हार्ट ने आखिरी मिनट रद्द कर दिया, जिससे बेरी ने अपने दोस्त को इंस्टाग्राम पर पक्षी को फ्लिप करने के लिए प्रेरित किया, कैप्शन लिखा: मुझे लगता है कि स्टैंड अप कॉमेडियन का मतलब है कि आप एक कॉमेडियन द्वारा खड़े हो जाते हैं ? बस केविन का इंतजार है। जो सवाल पूछता है... #WHATNOWKEVIN!?!? मुझे लगता है कि स्टैंड अप कॉमेडियन का मतलब है कि आप कॉमेडियन द्वारा खड़े हो जाते हैं? बस केविन का इंतजार है। जो सवाल पूछता है... #WHATNOWKEVIN!?!? 😑🕞 हाले बेरी (@halleberry) द्वारा 9 अक्टूबर 2016 को शाम 5:57 बजे पोस्ट की गई एक तस्वीर PDT हमेशा एक सज्जन, हार्ट ने बाद में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से बेरी से माफी मांगी, उन्होंने लिखा: 'आई एंड एपोस; एम सो सॉरी @हेलेबेरी ..... मेरा पूरा दिन पीछे धकेल दिया गया। मैं अभी भी अपने फोटोशूट में हूँ....कृपया मुझे मत मारो। मैं कल आपको और फिर एक अद्भुत फेसबुक लाइव सत्र देकर इसे आपके और आपके प्रशंसकों के लिए बनाऊंगा !!!! #WhatNow#DontBeMadAtMe #MeLovesYa।' घटना के बावजूद, ऐसा लगता है कि सभी कठिन भावनाएं बीत चुकी हैं। बेरी ने कल हॉलीवुड समारोह में अपने दोस्त का समर्थन किया, हार्ट की तरफ से खुश दिख रही थी।
2022/01/24 10:39:51
https://hi.face2face2020.at/halle-berry-stuns-sexy-lbd
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पहले डोनर के रूप में संजीवनी बन कर आये नौसेना के जवान मुकेश — Shakti News Home उत्तरप्रदेश पहले डोनर के रूप में संजीवनी बन कर आये नौसेना के जवान... उत्तरप्रदेश। हमीरपुर जिले में पहले डोनर के रूप में संजीवनी बन कर आये नौसेना के जवान मुकेश। गंभीर रुप से बीमार सपना पत्नी राजा सुमेरपुर निवासी जिनका ब्लड मात्र 1.6 ही बचा था जिसके कारण उन्हे कल भर्ती नही कराया जा सका व बुंदेलखंड रक्तदान समिति & कोविड फाइटर्स टीम कल से लगी हुई थी रक्त दिलाने के लिये तथा आज उनको A पॉजिटिव के रूप मे पहला यूनिट देने सुमेरपुर से सुबह ही मित्र पवन जी अपने मित्र मुकेश जो नौसेना के जवान हैं को लेकर आये जिला अस्पताल व 1 यूनिट रक्तदान किया। संजीवनी बने रक्तवीर योद्धा मुकेश जी को। रक्त उपलब्ध हो जाने पर अब महिला को जिला अस्पताल मे भर्ती कर इलाज शुरू कराया जायेगा। बुंदेंलखंड रक्तदान समिति व कोविड फाइटर्स टीम बहुत बहुत आभार व्यक्त करती है। Previous articleप्रधानमंत्री मोदी के करीबी एके शर्मा को डिप्टी सीएम बनाए जाने की चर्चा, उत्तरप्रदेश सरकार में हो सकता है बड़ा फेरबदल, मंत्रिमंडल में आ सकते है 5 नए चेहरे, 7 मौजूदा मंत्रियों को दिखाया जा सकता है बाहर का रास्ता
2021/10/21 10:43:21
https://shaktinews.in/%E0%A4%AA%E0%A4%B9%E0%A4%B2%E0%A5%87-%E0%A4%A1%E0%A5%8B%E0%A4%A8%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B0%E0%A5%82%E0%A4%AA-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%9C%E0%A5%80%E0%A4%B5/
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पुरुषों में क्यों बढ़ रहा है स्तंभन दोष? कारण हैं बेहद चौंकाने वाले! स्तंभन दोष यानी कि इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन एक ऐसी समस्या है, जिसे पुरुष किसी से शेयर भी नहीं करते हैं। posted on 06/24/2019 21:06:54 पुरुषों में आज कई तरह की बीमारियाँ हो रही हैं। हालाँकि ज़्यादातर पुरुष इस ख़तरे से बिल्कुल ही अनजान हैं। उन्हें इस ज़िन्दगी की भागदौड़ में न तो अपने शरीर का कुछ पता रहता है और न ही उन्हें अपनी दिनचर्या का ही कुछ भान होता है। ऐसे में कभी-कभी उन्हें ऐसी बीमारी घेर लेती है, जिसका उन्हें अंदाज़ा ही नहीं होता है। यही कारण है कि आज बदलती हुई लाइफस्टाइल के चलते पुरुषों में इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन यानी कि स्तंभन दोष की समस्या बढ़ रही है। सबसे बड़ी समस्या यह भी है कि लोग इसके बारे में किसी से बात नही करते। वो हर हाल में इसे छिपा लेना चाहते हैं। ऐसे में जो पुरुष इसे अपने शरीर में पाले रहता है या किसी से शेयर नहीं करता है, वो धीरे-धीरे कुढ़ने लगता है एक दिन ऐसा भी आता है जब वह इससे इतना अधिक कुंठित हो जाता है कि उसे आत्महत्या का मूड तक होने लगता है। आपको बता दें कि यद्यपि लोगों को इसके बारे में पता होना चाहिए कि यह गंभीर बीमारी है, इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कई बार इसे छिपा लेने से आपको अपने जीवन तक से हाछ धोना पड़ सकता है। ऐसे में आपकी लाइफ़स्टाइल आपकी जान ले ले तो कोई अतिश्योक्ति नहीं। क्या है पुरुषों का स्तंभन दोष? ग़ौरतलब है कि इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन यानी कि स्तंभन दोष में लिंग में पर्याप्त उत्तेजना न होने के कारण कड़ापन नहीं आ पाता है, जिससे कि शारीरिक संबंध नहीं बन पाता है। बता दें कि यह दवाइयों के साइड इफेक्ट्स की वजह से भी हो सकता है। हालाँकि स्तंभन दोष या इरेक्‍टाइल डिसफंक्‍शन की समस्या का समाधान है, यदि इससे पीड़ित व्यक्ति सही समय पर सलाह लेकर उपचार कराए।
2020/05/26 16:27:18
http://www.lopscoop.com/content?id=151953
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जिंदा रहा तो रणबीर के बच्चों संग जरूर काम करूंगा- प्रेम चोपड़ा राघव नय्यर के रूप में भोजपुरी इंडस्ट्री को मिलेगा अगला... माधुरी की 'बकेट लिस्ट' की स्पेशल स्क्रीनिंग, वरुण-आलिया समेत पहुंचे... अगर आपको लगता है की जिंदगी सच में छोटी होती है तो एक बार आप हिंदी सिनेमा के जिंदादिल लीजेंड सर प्रेम चोपड़ा जी से बात करिए आपको जिंदगी बड़ी लगने लग जाएंगी जी हां इंडियन सिनेमा के एकलौते एक्टर जिन्होंने कपूर खानदान के लगभग हर एक्टर संग काम किया और 82 साल की उम्र में वो दावा करते है कि मैं रणबीर के बच्चों संग भी काम करूंगा। उनकी ये बातें सुनकर और उनसे बात करके भई मुझे अपनी छोटी जिंदगी जरूर बड़ी लगने लगी है। हाल ही में एक फिल्म के सिलसिले में हुई उनसे हुई टेलिफॉनिक बातचीत के अंश कुछ इस प्रकार है। भोजपुरी फिल्म 'हल्फा मचाके गईल' में काम करके आपको कैसा लगा, आपके अलावा भी इसमें कई दिग्गज एक्टर्स एकसाथ नजर आ रहे हैं ? – वो क्या है कि रमेश नय्यर जो मेरा बहुत पुराना दोस्त है तो उसका लड़का कर रहा है ना राघव बतौर हीरो डेब्यू तो उसने कहा आप फिल्म कर रहे हैं तो मैंने फिर हां कर दी फिर रंजीत भी आ गया रजा मुराद भी आ गया तो हम लोगों ने फिर गाने में एकसाथ डांस किया है बस इतना ही था हमारा काम। सर क्या ये आपकी पहली भोजपुरी फिल्म है ? जी हां ये पहली भोजपुरी फिल्म लेकिन मेरा इसमें एक छोटा सा अपीयरेंस ही है इस फिल्म से राघव नय्यर पहली बार डेब्यू कर रहे हैं, उनके बारे में आप क्या कहेंगे ? राघव बड़ा मेहनती लड़का है और अच्छा एक्टर भी हैं मैंने देखा थोड़ा बहुत ट्रेलर बड़ा अच्छा काम किया है वो बहुत जल्दी हिंदी फिल्मों जगह बना लेगा। आपके लगभग 60 साल के करियर में आपकी कोई ऐसी फिल्म जो यादगार रही हो ? देखिए हमारी हर फिल्म यादगार होती है हम पूरी ईमानदारी से काम करते हैं कोई फिल्म होती है हमें बहुत पसंद आती है हम ये सोचते हैं कि यह फिल्म धमाका कर देगी लेकिन वही पिक्चर नही चलती जो पिक्चरे चलती है वो ऑडियंस के वजह से चलती है तो इसलिए हमारी च्वॉइस नही होती है च्वॉइस होती है ऑडियंस की। सर आपने कभी राजनीति में जाने के बारे में नहीं सोचा आपके कई साथी कलाकार पॉलिटिक्स में किस्मत अजमा चुके है कुछ अभी सक्रिय है ? मुझे ऑफर हुए थे मुझे ऑफर हुए है लेकिन मैं नहीं जाना जाता मैं एक दो दफा गया था प्रचार करने के लिए और जहां-जहां प्रचार किया वहां से वो कैंडिडेट जीते और बाद में फिर ऑफर भी मिले उन्होंने कहा आ जाइए फिल्मों में काफी काम कर लिया लेकिन मैंने ये कहकर मना कर दिया मैं इस उम्र में आकर राजनीति नहीं करना चाहता मैं आराम से अपनी जिंदगी बसर करना चाहता हूं। कोई अपकमिंग फिल्म्स ? भई आनेवाली फिल्म है एक तो पहलाज निहलानी की फिल्म है 'रंगीला राजा' इस फिल्म में गोविंदा के गुरू का रोल कर रहा हूं बहुत अच्छी पिक्चर है ये। दूसरी एक अमेरिकन फिल्म है 'द फील्ड' उसमें अमेरिकन एक्टर्स भी है इंडियन एक्टर्स भी है इस फिल्म में गॉडफादर का रोल कर रहा हूं बतौर इंडियन एक्टर्स और चार-पांच पिक्चरें और है अब देखो कौन-सी मुक्कमल होती है और कौन-सी कामयाब। आप किस तरह के रोल करना पसंद करते हैं ? मैं हर किस्म के रोल करना पसंद करता हूं आजकल मैं जो भी रोल कर रहा हूं वो पॉजिटिव कैरेक्टर जैसे सेंटर कैरेक्टर है भी है। और आगे कोई अच्छा रोल मिलता है तो मैं आपको जरूर बताऊंगा। क्या आपको लगता है अब लोग डिफरेंट स्टोरी देखना पसंद करते हैं ? जी बिल्कुल अब ट्रेंड चेंज हुआ है जैसे हाल ही रिलीज हुई है ना 102 नॉट आउट कामयाब हुई है अब कंटेट चेंज हो रहा अब कंटेट ही देखना पसंद करते हैं लोग और ये बहुत जरूरी भी था। पहले के कलाकारों और आज कलाकारों में क्या फर्क, क्या आज के कलाकारों को पहले के कलाकारों से ज्यादा हार्डवर्क करना पड़ता है ? देखिए उन दिनों में तो हम बहुत जुट कर काम किया करते थे क्योंकि हमें मालूम था आपका काम ही आपको आगे काम दिलाएगा आजकल इतना कॉम्पिटिशन है पहले हाथों में स्क्रिप्ट नहीं होती थी नक्शा होता था आजकल लोग स्क्रिप्ट लेकर जाते हैं और ये अच्छी है पॉजिटिव है जहां तक आज के आर्टिस्टों का सवाल है तो टेक्निकली क्वालिफाइड है और वैसे भी कोई भी आर्टिस्ट परफॉर्म करता है तो चलता है कोई यहां एहसान नहीं करता यहां बाप बेटे को चांस देता लेकिन बेटा नही चलता है तो हेल्पलेस हो जाता है फिर दूसरा सेटअप बनाना पड़ता है। सर आपने कपूर खानदान के हर एक्टर के साथ काम किया और आपने 'रॉकेट सिंह सेल्स मेन ऑफ द इयर' करते वक्त रणबीर कपूर से कहा था की देखना मैं तुम्हारे बच्चों के साथ भी फिल्म करूंगा इस बारे में आप क्या कहना चाहेंगे ? भई बहुत बढ़िया है पृथ्वीराज कपूर टू रणबीर कपूर, पृथ्वीराज कपूर फिर शम्मी कपूर, राजकपूर, शशि कपूर फिर नीचे आ जाइए ये डब्बू कपूर (रणधीर कपूर) चिंटू (ऋषि कपूर) वो आपने करिश्मा-करीना के साथ काम किया करीना के साथ एजेंट विनोद की उसके बावजूद नीतू सिंह और बबीता के साथ भी कई पिक्चरे की उनकी फैमिली से छोड़ा नहीं मैंने कोई अभी देखिए रणबीर कपूर बचा वो भी हो गया अभी देखो जब तक जिंदा है कुछ ना कुछ होगा ही। आपको के.आसिफ सर हीरो बनाना चाहते थे लेकिन उनकी तबीयत दुरुस्त नहीं रहती थी इसलिए आपने निगेटिव किरदार निभाने शुरू कर दिए ? हां आसिफ से मेरी बात हुई थी उन्होंने कहा था में तुम्हें ब्रेक दूंगा अब नया-नया शिमला से आया था यहां नौकरी वौकरी की तलाश में नौकरी मुझे मिल गई थी तो वो बोले शाम को तुम आ जाया करो यहां पर तो मैं शाम चला जाया करता था लेकिन मैंने देखा उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो रही है तो मुझे लगा पता नहीं पिक्चर बना पाएंगे या नही वो तो मुझे अपनी नौकरी का डर था और उस दौरान मुझे फिल्म ऑफर हो रही थी तो मुझे जो रोल ऑफर हुए मैंने वो कर लिए। अब एक पिक्चर थी उसका नाम था वो कौन थी इस फिल्म में मेरा रोल तो बहुत छोटा था बहुत सस्पेंस पिक्चर थी महमूद साहब गेस्ट थे इत्तेफाक से उनके यहां ही में शूटिंग कर रहा एक पंजाबी पिक्चर की तो वो सेट पर खासतौर पर मुझसे मिलने आए और बोले मैंने तुम्हें कहा था काम नहीं करना कर दी न गड़बड़ अब तुम विलेन बन गए हो विलेन का ही रोल ही किया करोगे मैंने कहा मेरा मजबूरी है फिर उन्होंने कहा चलो देखेंगे आगे।
2021/12/05 18:11:25
https://mayapuri.com/if-i-am-alive-i-will-definitely-work-with-ranbirs-children-prem-chopra/
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शशिकला को झटका, 'जया टीवी' के कार्यालय पर चेन्नई में इनकम टैक्स की छापेमारी | India News in Hindi शशिकला को झटका, 'जया टीवी' के कार्यालय पर चेन्नई में इनकम टैक्स की छापेमारी Updated Nov 09, 2017 | 09:56 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल इनकम टैक्स अधिकारियों ने बताया कि आय को छिपाने और कर चोरी के बारे में जानकारी के आधार पर खोज की जा रही है। मीडिया से बातचीत में आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जया टीवी के कार्यालय में छापेमारी की बात स्वीकार की है | &nbspतस्वीर साभार:&nbspTimes Now चेन्नई: आयकर अधिकारियों की एक टीम ने गुरुवार की सुबह चेन्नई में जया टीवी कार्यालय की तलाश शुरू की, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के करीब 10 अधिकारियों ने सुबह करीब छह बजे इक्कटथुथंगल स्थित टीवी चैनल के कार्यालय में प्रवेश कर तलाशी लेना शुरू किया। आईटी अधिकारी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'हमने आय और कर चोरी के बारे में जानकारी की पुष्टि की है। हम टीवी चैनल के साथ-साथ इसके वरिष्ठ अधिकारियों की गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं।' जया टीवी का नियंत्रण भी वीके शशिकला के परिवार के पास ही है फिलहाल आय से अधिक संपत्ति के मामले में शशिकला जेल में बंद हैं, आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक कर चोरी की जानकारी मिलने के बाद ये छापेमारी की जा रही हैं। और पढ़ें-बीमार पति से मिलेंगी शशिकला, पैरोल पर आएंगी जेल से बाहर अभी तक आयकर विभाग जया टीवी के कार्यालय समेत 21 ठिकानों पर छापेमारी कर चुका है। इनमें टी नगर स्थित इलावारसी हाउस भी शामिल हैं। पैरोल पर जेल से बाहर रहने के दौरान शशिकला यहीं पर रहती थीं। जिन 21 ठिकानों पर आयकर विभाग छापेमारी कर रहा है, उसमें शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरन के मन्नारगुड़ी स्थित घर भी शामिल है। यह छापेमारी ऐसे वक्‍त हुई है जब अन्‍नाद्रमुक के चुनाव चिन्‍ह का केस चुनाव आयोग के पास लंबित है। इस चैनल को अन्‍नाद्रमुक का माउथपीस माना जाता रहा है। लेकिन पिछले महीनों में अन्‍नाद्रमुक में जारी आंतरिक कलह और पार्टी के शशिकला एवं मुख्‍यमंत्री पलानीस्‍वामी खेमे में पार्टी के विभाजित होने के बाद यह चैनल सरकार का विरोधी हो गया। किसी समय में शशिकला के करीबी पलानीस्‍वामी ने जब विरोधी खेमे ओ पनीरसेल्‍वम के साथ हाथ मिला लिया और उनको उपमुख्‍यमंत्री बनाया गया तब से ही चैनल और सत्‍तारूढ़ दल के बीच खटास बढ़ती गई। मीडिया से बातचीत में आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जया टीवी के कार्यालय में छापेमारी की बात स्वीकार की है सूत्रों के मुताबिक पलानीस्‍वामी के नेतृत्‍व में अन्‍नाद्रमुक ने पिछले दिनों जया टीवी और पार्टी के अखबार माने जाने वाले नमाधु एमजीआर पर पार्टी के नियंत्रण संबंधी प्रस्‍ताव पारित किया था। जया टीवी मैनेजमेंट ने उस वक्‍त इसको स्‍वतंत्र मीडिया पर हमला करार दिया था. जया टीवी नेटवर्क के पास न्‍यूज चैनल, इंटरटेनमेंट चैनल और एक मूवी चैनल है। इस छापेमारी की कार्रवाई में कुल 150 अधिकारी शामिल हैं, जिसमें से आठ अधिकारी जया टीवी के कार्यालय में मौजूद हैं। विवेक रेजिडेंस और जाज सिनेमा पर भी तलाशी अभियान चलाया यह चैनल मुख्यमंत्री पलनीस्वामी और पूर्व मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम के धड़े के एक होने के बाद एआईए़डीएमके सरकार के कामकाज की कड़ी आलोचना कर रहा था। ये भी पढ़ेंःAIADMK में अब कोई नहीं होगा महासचिव, पद से हटाई गईं शशिकला इसके बाद इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की टीम ने शशिकला के परिवार के स्वामित्व वाले शहर के विवेक रेजिडेंस और जाज सिनेमा पर भी तलाशी अभियान चलाया। मीडिया से बातचीत में आयकर विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जया टीवी के कार्यालय में छापेमारी की बात स्वीकार की है। हालांकि उन्होंने इस बाबत विस्तार से जानकारी देने से इनकार कर दिया, उन्होंने कहा कि कालेधन के खिलाफ कार्रवाई के तहत ये छापेमारी की जा रही हैं।
2020/08/08 07:15:42
https://hindi.timesnownews.com/india/article/jaya-tv-jaya-tv-income-tax-raid-income-tax-red-income-tax-department-vk-shsikalachennaittv-dinakaran/121704
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सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि कुछ अचानक प्रदर्शन हो सकते हैं लेकिन लंबे समय तक असहमति या प्रदर्शन के लिए सार्वजनिक स्थानों पर लगातार कब्जा नहीं किया जा सकता है जिससे दूसरे लोगों के अधिकार प्रभावित हों | पिछले साल 7 अक्टूबर को अमित साहनी बनाम दिल्ली पुलिस कमिश्नर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया था | इस फैसले में कोर्ट ने कहा था कि शाहीन बाग में CAA विरोधी प्रदर्शन के लिए जिस तरह से लंबे समय के लिए सार्वजनिक सड़क को रोका गया, वह गलत था | विरोध प्रदर्शन के नाम पर सड़क को इस तरह से नहीं बाधित किया जा सकता है | कनीज फातिमा समेत कई लोगों ने इस फैसले पर दोबारा विचार की मांग की थी | भारत के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित, आंध्र प्रदेश अपनी विशिष्ट संस्कृति और ललित कलाओं के लिए प्रतिष्ठित है। राज्य में जो स्थान पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हैं, उनमें तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर मंदिर, नागार्जुनसागर में नागार्जुन कोंडा, विशाखापट्टनम में अराकू घाटी और बोर्रा गुफाएं, विजयवाड़ा में अमरावती शामिल हैं। भारत में सबसे आकर्षक राज्य के रूप में सूचीबद्ध, अरुणाचल प्रदेश में उदात्त पहाड़ों और बर्फ से ढकी चोटियों की विशेषता है। कई जनजातियों और उप-जनजातियों के लिए घर, अरुणाचल प्रदेश की आबादी में ज्यादातर एशियाई मूल के लोग शामिल हैं। असम की आबादी कई जनजातियों से बनी है जो सभी धार्मिक त्योहारों को समान उत्साह के साथ मनाने में विश्वास करते हैं।
2021-02-26T03:49:54Z
https://www.newsindiahost.com/2016/06/up-5.html
OSCAR-2109
ब्रेकिंग :उत्तराखंड में मौसम का गर्म मिजाज अभी दो दिन और सतायेगा, 40 डिग्री तक चढ़ सकता है पारा, 27 मई से बारिश की संभावना – Shabddoot – शब्द दूत ब्रेकिंग :उत्तराखंड में मौसम का गर्म मिजाज अभी दो दिन और सतायेगा, 40 डिग्री तक चढ़ सकता है पारा, 27 मई से बारिश की संभावना देहरादून । मौसम विभाग की मानें तो उत्तराखंड में अभी दो दिन और सताएगी गर्मी। पारा 40 डिग्री तक पहुंच सकता है। हालांकि 27 मई से राज्य के कुछ इलाकों में बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। आज उत्तराखंड में इस साल का सबसे गर्म दिन रहा है। मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक विक्रम सिंह के मुताबिक 27 और 28 को प्रदेश में बारिश की संभावना जताई गई है। प्रदेश में आने वाले दो दिन तक लोगों को गर्मी से निजात नहीं मिल पायेगी। इस दौरान मौसम साफ और शुष्क रहेगा। लेकिन 27 मई से प्रदेश में मौसम में बदलाव की संभावना है जिससे लोगों को राहत मिल सकती है। मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुमानों के अनुसार 27 मई को आंशिक रूप से बादल रहेंगे। उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि मैदानी इलाकों का मौसम शुष्क रहेगा। अगले दिन 28 मई को प्रदेश के अनेक स्थानों में हल्की से मध्यम स्तर तक बारिश हो सकती है। आज राज्य के अनेक स्थानों पर पारा 39.2 डिग्री के आसपास पहुंचने से लोग उमस से परेशान रहे।
2021/06/14 16:17:03
http://shabddoot.com/%E0%A4%AC%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A5%87%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%89%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%82%E0%A4%A1-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AE/
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ग्वालियर। मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह पर एक व्यक्ति का अपहरण करने का मामला दर्ज किया गया है। मामला दर्ज करवाने वाले का कहना है कि उसकी मां जनपद सदस्य का चुनाव जीती है अपने फेवर में अध्यक्ष के लिए मतदान कराने के लिए उसका अपहरण किया गया था। बाद में जौरा पुलिस ने उसे अपहरणकर्ताओं से छुड़ाया है। दीवान सिंह परिमाल सिंह कुशवाह, उम्र 30 वर्ष, निवासी मुन्दावजा ने अपने चाचा आदिराम कुशवाह के साथ जौरा थाने में उपस्थित होकर सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उसने बताया है कि 16 जुलाई 2017 को रात 10 बजे उसके घर के बाहर एक सफेद स्कार्पियों गाड़ी आकर रुकी। सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह व मानवेन्द्र सिंह सिकरवार के साथ दो लोग और उतरे। उन्होंने उसके छोटे भाई दरोगा कुशवाह को चुनावी रंजिश पर जबरदस्ती स्कार्पियों में बैठाया और अपहरण करके ले गए थे। बाद में मुरैना पुलिस ग्वालियर गई और अपहरणकर्ता युवक को गोला का मंदिर स्थित एक होटल से छुड़ा कर लाई। Tags: Crime Gwalior Facebook Twitter You may like these posts कृपया हमें फॉलो/सब्सक्राइब कीजिए Google News Telegram Twitter Youtube Popular News Posts मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती वर्ग 3- सभी आयु उम्मीदवार काउंसलिंग में शामिल किए जाएं, हाई कोर्ट का ऑर्डर- MP NEWS November 30, 2022 मध्य प्रदेश में 13000 से ज्यादा अतिथि शिक्षकों की भर्ती एवं सेवा समाप्ति के आदेश - MP Rojgar Samachar
2022-12-06T17:04:52Z
https://www.bhopalsamachar.com/2022/07/gwalior-news-fir_19.html
OSCAR-2301
जयप्रभ विजयजी (जेपी महाराज) की निश्रा में योग दिवस पर जैन योग | Shatabdi Gaurav Home News जयप्रभ विजयजी (जेपी महाराज) की निश्रा में योग दिवस पर जैन योग मुंबई। जैन समाज के क्रांतिकारी संत जयप्रभ विजयजी जी महाराज के मार्गदर्शन में अतंरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भायखला के सेठ मोतीशा आदिश्वरजी जैन मंदिर में जैन योग का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग शामिल हुए। इसमें नमस्कार महामंत्र आधारित 'पंचपरमेष्ठि नमस्कार महायोगÓ कराया गया। इस अवसर पर संत जयप्रभ विजयजी जी महाराज ने जीवन में योग का महत्व बताते हुआ कहा कि जो मिटाए शरीर के रोग, उसका नाम है योग। जो मिला दे आत्मा से परमात्मा, उसका नाम है ध्यान और जो भूला दे सारे संसार को उसका नाम है साधना। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन योग और ध्यान से मनयोग का शुद्धिकरण होता है। वचन का शुद्धिकरण होता है और काया का स्थिरीकरण होता है। इन तीनों से जीवन उज्जवल होता है। भक्तियोग से मुक्ति की ओर बढ़ा जा सकता है। ज्ञानयोग से अंहकार से मुक्त हुआ जा सकता है। मन की शांति चाहिए तो इनके साध ध्यान जरूरी है।
2019/06/24 12:01:26
http://shatabdigaurav.com/index.php/2018/07/11/jayprabh-vijay-jp-maharaj-organizes-jain-yoga-session/
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BJP संसदीय बोर्ड की बैठक में फैसला, उपराष्ट्रपति पद के लिए नायडू के नाम पर मुहर गाँव कनेक्शन 17 July 2017 7:37 PM GMT लखनऊ। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार पर फैसला बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में ले लिया गया है। एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार शहरी विकास मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू को बनाया है। इस बीच केंद्रीय मंत्री नायडू का बयान आया था कि पार्टी जो निर्णय करेगी वो उन्हें मंजूर होगा. हालांकि नायडू के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव और पश्चिम बंगाल के गवर्नर केसरी नाथ त्रिपाठी का नाम भी चर्चाओं में था। पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक के बाद एनडीए के सभी सांसदों और नेताओं की बैठक होगी। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद होंगे। एनडीए की यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि गठबंधन के सदस्य की राज्यसभा में संख्या कम है। लिहाजा एनडीए की कोशिश सभी दलों को स्वीकार्य उम्मीदवार चुनने की है. Maharashtra Governor C Vidyasagar Rao सी विद्यासागर राव M Venkaiah Naidu एम.वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति चुनाव 2017 Vice Presidential Election 2017 दक्षिण भारत उपराष्ट्रपति केशरी नाथ त्रिपाठी
2022/01/28 20:26:11
https://www.gaonconnection.com/desh/bjp-parliamentary-board-meeting-vice-presidential-candidate-will-be-venkaiah-naidu
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you are fourth husband of your wife - Dharma Karma News in Hindi - हर स्त्री के होते हैं चार पति, आपका है चौथा नंबर जानिए कैसे | Patrika Hindi News Tanvi Sharma | Publish: Sep, 08 2018 04:27:18 PM (IST) धर्म कर्म जब एक लड़का और लड़की विवाह बंधन में बंधने जाते हैं तो सबकी ख्वाहिश होती है की जिससे उसकी शादी हो रही है वो पूरे तन-मन-धन से उसी का रहे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपसे शादी करने से पहले ही आपकी पत्नी अन्य तीन लोगों से शादी कर चुकी है। जी हां आप भले ही अपनी कुंवारी लड़की से शादी करें लेकिन आपकी शादी होने से पहले वह तीन बार शादी के बंधन में बंध जाती है। लेकिन यह कैसे संभव है हम आपको बताते हैं कि आखिर आपसे शादी से पहले कौन हो चुके होते हैं उनके पति और किन तीन लोगों से शादी कर चुकी होतीं हैं महिलाएं। दरअसल, पंडित के द्वारा पढ़े जा रहे मंत्रों का अर्थ सही तरह से जानने पर आपको पता चलेगा कि शादी के समय जब आप मंडप में बैठे होते हैं, तो आप से पहले किसी भी दुल्हन का अधिकार तीन लोगों को सौंपा जाता है। विवाह प्रणाली में फेंरो के समय जो मंत्रोचार किए जाते हैं, उनमें आपकी होने वाली पत्नी को आपसे पहले से इंद्र, चंद्रमा और मित्र वरुण के साथ शादी करनी होती है। इस तरह महिला के पहले पति इंद्र, चंद्रमा और वरुण होते हैं, फिर वर का नंबर आता है। क्यों करवाए जाते हैं चार विवाह दरअसल वैदिक परंपरा के अनुसार एक महिला को चार पति रखने का अधिकार दिया गया है। लेकिन इससे समाज में फैलती अव्यवस्था को देखकर ऋषि श्वेतकेतु ने इस रिवाज को शुरू किया कि विवाह के दौरान महिला का विवाह देवों से करा दिया जाए। इससे उनके 4 पतियों की पत्नी होने का अधिकार भी सुरक्षित रहेगा और समाज में व्यवस्था भी बनी रहेगी। तब से यह प्रथा शुरु हुई जिसके कारण हर पुरुष अपनी पत्नी का चौथा पति होता है। दरअसल, वर्तमान विवाह प्रणाली के निर्माता उद्दालक ऋषि के पुत्र श्वेतकेतु थे। एक पौराणिक कथा के अनुसार, ये आर्यवर्त के प्रथम समाज सुधारक थे। उस समय महिला और पुरुष को यौन संबंधों के मामले में मिली आजादी पर इन्होंने ही प्रतिबंध लगाया और एकल पत्नी-पति विवाह की प्रथा को जन्म दिया। वैदिक परंपरा को जीवित रखने के लिए महिला का विवाह तीन देवताओं से करा दिया जाता है। इसमें सबसे पहले किसी भी कन्या का पहला अधिकार चन्द्रमा को सौंपा जाता है, इसके बाद विश्वावसु नाम के गंधर्व को और तीसरे नंबर पर अग्नि को कन्‍या का अधिकार सौंपा जाता है। आखिर में कन्‍या का अधिकार उसके पति को सौंपा जाता है। तो अब आपको पता चल गया न कि आपसे पहले भी आपकी पत्‍नी के तीन पति और मौजूद हैं।
2019/04/18 20:43:14
https://www.patrika.com/dharma-karma/you-are-fourth-husband-of-your-wife-3380469/
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नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 16 मार्च 2019 को राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली में नागरिक अलंकरण समारोह में भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी गौतम गंभीर को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया।
2021-03-02T14:42:14Z
https://www.swatantraawaz.com/photogallery/1268.htm
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lucknow rape boy: Latest lucknow rape boy News & Updates,lucknow rape boy Photos & Images, lucknow rape boy Videos | Navbharat Times August,11,2020, 10:57:08 lucknow rape boy LAST UPDATED: Jun 29, 2020, 03.13 PM IST Jun 29, 2020, 03.13 PM लखनऊ: भाई ने 2 साल तक किया मौसेरी बहन का यौन शोषण राजधानी लखनऊ के ग्रामीण हिस्से में एक युवती ने अपने ही मौसेरे भाई पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। आरोप है कि युवक ने दो साल तक पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। 'गैंगरेप की बातें करने वाले को रोक रहा था एक लड़का' May 08, 2020, 02.27 PM पुलिस इन लड़कों को भी ढूढ रही है। पुलिस का कहना है कि जांच में स्नैपचैट का भी एक स्क्रीनशॉट मिला था, जिसमें दो लड़कों के बीच रेप, गैंगरेप जैसी बातें हो रही थीं।
2020/08/11 05:27:10
https://navbharattimes.indiatimes.com/topics/lucknow-rape-boy
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