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पिछले 20-22 साल से इस देश की हर सरकार ने राज्यों की सरकार ने इस पर व्यापक चर्चा की है।
Every government of this country has held wide-ranging discussions with the state governments in the last 20-22 years.
कम-अधिक सभी संगठनों ने इन पर विमर्श किया है।
Almost every organization has debated on these laws.
देश के किसान, किसानों के संगठन, कृषि एक्सपर्ट, कृषि अर्थशास्त्री, कृषि वैज्ञानिक, हमारे यहां के प्रोग्रेसिव किसान भी लगातार कृषि क्षेत्र में सुधार की मांग करते आए हैं।
Farmers of the country, farmers' organizations, agricultural experts, agricultural economists, agricultural scientists, progressive farmers of our country have also been continuously demanding reforms in the agriculture sector.
सचमुच में तो देश के किसानों को उन लोगों से जवाब मांगना चाहिए जो पहले अपने घोषणा पत्र में इन सुधारों की सुधार करने की बात लिखते थे, वकालत करते थे और बड़ी बड़ी बाते करके किसानों के वोट बटोरते रहे, लेकिन अपने घोषणा पत्र में लिखे गए वादों को भी पूरा नहीं किया।
In fact, the farmers of the country should demand answers from those who used to mention these reforms in their manifestos, advocate about these reforms and would make tall promises to seek votes of farmers, but they never implemented those promises made in their manifestos.
सिर्फ इन मांगों को टालते रहे। क्योंकि किसानों की प्राथमिकता नहीं था।
They kept on ignore these demands, because farmers were not their priority.
और देश का किसान, इंतजार ही करता रहा।
As a result, the farmers of the country kept waiting.
अगर आज देश के सभी राजनीतिक दलों के पुराने घोषणापत्र देखे जाएं, तो उनके पुराने बयान सुने जाएं, पहले जो देश की कृषि व्यवस्था संभाल रहे थे ऐसे महानुभावों की चिट्ठियां देखीं जाएं, तो आज जो कृषि सुधार हुए हैं, वो उनसे अलग नहीं हैं।
The agricultural reforms that have taken place now are not different from what was there earlier in the manifestos of all the political parties of the country, their earlier statements, and letters of those gentlemen who were in charge of the agriculture department.
वो जिन चीजों का वादा करते थे, वही बातें इन कृषि सुधारों में की गई हैं।
Whatever promises they talked about have found mention in these agricultural reforms.
मुझे लगता है, उनको पीड़ा इस बात से नहीं है कि कृषि कानूनों में सुधार क्यों हुआ।
I think they are not pained as much by the reforms in agricultural laws.
उनको तकलीफ इस बात में है कि जो काम हम कहते थे लेकिन कर नही पाते थे वो मोदी ने कैसे किया, मोदी ने क्यों किया।
The pain is in the fact that they could not do what they promised and how and why Modi has done it.
मोदी को इसका क्रेडिट कैसे मिल जाए?
Why should Modi get credit for it?
मैं सभी राजनीतिक दलों को हाथ जोड़कर कहना चाहता हूं- आप सारा क्रेडिट अपने पास रख लीजिए, आपके सारे पुराने घोषणा पत्रों को ही में क्रेडिट देता हूं।
I request all the political parties with folded hands to take its entire credit. I credit all your earlier manifestos. I don’t want any credit.
मुझे क्रेडिट नहीं चाहिए।मुझे किसान के जीवन में आसानी चाहिए, समृद्धि चाहिए, किसानी में आधुनिकता चाहिए।
I only want the ease of living and prosperity of farmers, and modernized farming.
कृपया, किसानों को बरगलाना और भ्रमित न करें।
Please, don’t misguide and confuse the farmers.
आधुनिक से आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल ये समय की मांग है।
The use of modern technology is the need of the hour.
अभी मुझे बिना ड्राइवर के चलनी वाले मेट्रो रेल का उद्घाटन करने का अवसर मिला है।
Now, I have got the opportunity to inaugurate the driver-less Metro Rail.
आज इस उपलब्धि के साथ ही हमारा देश दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है जहां इस तरह की सुविधा है।
With this achievement today, our country has joined the select countries of the world where there is such a facility.
हम ऐसे ब्रेकिंग सिस्टम का भी प्रयोग कर रहे हैं जिनमें ब्रेक लगाने पर 50 प्रतिशत उर्जा वापस ग्रिड में चली जाती है।
We are also experimenting on a braking system in which 50 per cent of the energy released on brakes goes back to the grid.
आज मेट्रो रेल में 130 मेगावाट सोलर पावर का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसे बढ़ाकर 600 मेगावाट तक ले जाया जाएगा।
Today, 130 MW solar power is being used in Metro Rail, which will be increased to 600 MW.
काम भी आधुनिक तकनीकों पर तेजी से प्रगति कर रहा है जैसे कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस प्लेटफॉर्म और स्क्रीनिंग दरवाजे।
Work is also progressing at a fast pace on modern technologies like platforms and screening doors equipped with Artificial Intelligence.
आधुनिकीकरण के लिए एक ही तरह के मानक और सुविधाएं उपलब्ध कराना बहुत जरूरी है।
It is very important to provide the same standards and facilities for modernisation.
राष्ट्रीय स्तर पर कॉमन मोबिलिटी कार्ड इस दिशा में एक प्रमुख कदम है।
The Common Mobility Card at the national level is a major step in this direction.
कॉमन मोबिलिटी कार्ड का लक्ष्य बिल्कुल स्पष्ट है।
The goal of the Common Mobility Card is very clear.
यह कार्ड आपको जहां भी यात्रा और सार्वजनिक परिवहन के किसी भी मोड का उपयोग करने के लिए एकीकृत पहुंच देगा।
This card will give you integrated access wherever you travel and use any mode of public transport.
यानी हर जगह एक कार्ड पर्याप्त है। यह हर जगह लागू होगा।
That is, one card is sufficient everywhere. It will be applicable everywhere.
मेट्रो में सफर करने वाले जानते हैं, किस तरह अक्सर सिर्फ एक टोकन लेने के लिए कितनी कितनी देर लाइन में लगे रहना होता था।
Those who travel in the Metro know how long one had to stand in a queue just to take a token.
दफ्तर या कॉलेज पहुँचने में देर हो रही है, और ऊपर से टिकट की परेशानी।
One is getting late to reach the office or college and then there is the hassle of a ticket.
मेट्रो से उतर भी गए तो बस का टिकट!
Once you are out of Metro, then one has to buy a bus ticket.
आज जब हर किसी के पास समय की कमी है तो रास्तों में समय नहीं गंवाया जा सकता।
Today, when everyone is running short of time, time cannot be lost in travel.
एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए ऐसी दिक्कतें अब देश के लोगों के सामने रुकावट न बनें, हम इस दिशा में काम कर रहे हैं।
We are working in the direction to ensure that such difficulties don’t create hindrance for the people of the country moving from one place to another.
देश के सामर्थ्य और संसाधनों का देश के विकास में सही इस्तेमाल हो, ये हम सभी की जिम्मेदारी है।
It is the responsibility of all of us to use the country's potential and resources properly in the development of the country.
आज तमाम व्यवस्थाओं को एकीकृत करके देश की ताकत को बढ़ाया जा रहा है.
Today, the strength of the country is being enhanced by consolidating all the systems.
एक भारत-श्रेष्ठ भारत को मजबूत किया जा रहा है।
Ek Bhart-Shresth Bharat is being strengthened.
वन नेशन, वन मोबिलिटी कार्ड की तरह ही बीते वर्षों में हमारी सरकार ने देश की व्यवस्थाओं का एकीकरण करने के लिए अनेक काम किए हैं।
Like the One Nation and the One Mobility Card, our government has done many things in the last few years to consolidate systems of the country.
वन नेशन, वन फास्टैग ने देश भर के राजमार्गों पर निर्बाध यात्रा सुनिश्चित की है।
One Nation, One FASTag has ensured seamless travel on highways across the country.
अनावश्यक रोकटोक रुकी है। जाम से मुक्ति मिली है, देश का समय और देरी से होने वाला नुकसान कम हुआ है।
Unnecessary interference has stopped. There has been relief from jams, the country’s time and losses caused due to delays have been reduced.
वन नेशन, वन टैक्स यानि जीएसटी से देशभर में टैक्स का जाम समाप्त हुआ है, डायरेक्‍ट टैक्स से जुड़ी व्यवस्था एक जैसी हुई है।
The One Nation, One Tax, i.e., GST has eliminated tax jams across the country; there is a uniform system of direct tax.
वन नेशन, वन पावर ग्रिड देश के हर हिस्से में बिजली की पर्याप्त और गैर-स्टॉप उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है।
One Nation, One Power Grid is ensuring adequate and non-stop availability of electricity in every part of the country.
बिजली का नुकसान कम हुआ है।
The loss of electricity has been reduced.
वन नेशन, वन गैस ग्रिड समुद्र से दूर देश के उन हिस्सों में निर्बाध गैस कनेक्टिविटी सुनिश्चित कर रहा है, जहां गैस आधारित जीवन और अर्थव्यवस्था एक सपना हुआ करती थी।
The One Nation, One Gas Grid is ensuring seamless gas connectivity to those parts of the country away from the sea, where gas-based life and economy used to be a dream.
लाखों लोग वन नेशन, वन हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम यानी आयुष्मान भारत का लाभ उठा रहे हैं, न केवल एक राज्य में बल्कि पूरे देश में।
Millions of people are taking advantage of the One Nation, One Health Insurance Scheme i.e., Ayushman Bharat, not only in one state but anywhere in the entire country.
वन नेशन, वन राशन कार्ड ने नागरिकों को नए राशन कार्ड बनाने से एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने से राहत दी है।
One Nation, One Ration Card has also relieved the citizens migrating from one place to another from making new ration cards.
एक राशन कार्ड से देश में कहीं भी सस्ते राशन की सुविधा संभव हो गई है।
One ration card has made it possible to facilitate cheap ration anywhere in the country.
इसी तरह, ई-एनएएम जैसे नए कृषि सुधारों और प्रणालियों के साथ, देश वन नेशन, वन एग्रीकल्चर मार्केट की ओर बढ़ रहा है।
Similarly, with new agricultural reforms and systems like e-NAM, the country is moving towards One Nation, One Agriculture Market.
देश का हर छोटा-बड़ा शहर, 21वीं सदी के भारत की अर्थव्यवस्था का बड़ा सेंटर होने वाला है।
Every small city in the country is going to be a big centre of India's economy of the 21st century.
हमारी दिल्ली तो देश की राजधानी भी है।
Our Delhi is also the capital of the country.
आज जब 21वीं सदी का भारत दुनिया में नई पहचान बना रहा है, तो हमारी राजधानी में वो भव्यता रिफ्लेक्ट होनी चाहिए।
Today, when India of the 21st century is making a new identity in the world, that grandeur should be reflected in our capital.
इतना पुराना शहर होने की वजह से इसमें चुनौतियां ज़रूर हैं लेकिन इन चुनौतियों के साथ ही हमें इसको आधुनिकता की नई पहचान देनी है।
Being such an old city, there are challenges, but with these challenges, we have to give it a new identity of modernity.
इसलिए आज दिल्ली को आधुनिक स्वरूप देने के लिए अनेकों प्रयास किए जा रहे हैं।
Therefore, a number of efforts are being made to give modern shape to Delhi today.
दिल्ली में बिजली की गतिशीलता बढ़ाने के लिए, सरकार ने उनकी खरीद पर कर में छूट दी है।
In order to increase electric mobility in Delhi, the government has also exempted tax on their purchases.
दिल्ली की सैकड़ों कॉलोनियों का नियमितिकरण हो या फिर झुग्गियों में रहने वाले परिवारों को बेहतर आवास देने के प्रयास।
Whether it is regularization of hundreds of colonies in Delhi or efforts to provide better accommodation to slum families...
दिल्ली की पुरानी सरकारी इमारतों को आज की जरूरतों के अनुसार पर्यावरण के अनुकूल बनाया जा रहा है।
The old government buildings in Delhi are being made environmental friendly as per today's needs.
पुराने बुनियादी ढांचे को आधुनिक तकनीक आधारित बुनियादी ढांचे से बदला जा रहा है।
The old infrastructure is being replaced with modern technology based infrastructure.
दिल्ली में पुराने टूरिज्ट डेस्टिनेशंस के अलावा 21वीं सदी के नए आकर्षण भी हों, इसके लिए काम जारी है।
In Delhi, apart from the old tourist destinations, work is in progress to have new attractions of the 21st century.
दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों, अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनियों और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने जा रहा है।
Delhi is going to be an important centre of international conferences, international exhibitions and international business tourism.
इसके लिए द्वारका में देश का सबसे बड़ा सेंटर बन रहा है।
For this, the country’s largest centre is coming up in Dwarka.
इसी तरह एक ओर जहां नई संसद भवन के निर्माण का काम शुरू हुआ है, वहीं एक बहुत बड़े भारत वंदना पार्क को भी तैयार किया जा रहा है।
Similarly, while the construction of the new Parliament House has started, a huge Bharat Vandana Park is also being developed.
ऐसे हर काम से दिल्ली वालों के लिए हज़ारों रोज़गार भी बन रहे हैं और शहर की तस्वीर भी बदल रही है।
Every such work is also creating thousands of jobs for the people of Delhi and the picture of the city is also changing.
दिल्ली 130 करोड़ से अधिक आबादी की, दुनिया की बड़ी आर्थिक और सामरिक ताकत की राजधानी है, उसी भव्यता के दर्शन यहां होने चाहिए।
Delhi is the capital of more than 130 crore population and the world's big economic and strategic power, and, therefore, the same grandeur should be reflected here.
मुझे विश्वास है कि हम सब मिलकर काम करते हुए, दिल्ली का नागरिकों का जीवन और बेहतर बनाएंगे, दिल्ली को और आधुनिक बनाएंगे।
I am confident that we will all work together to improve the lives of the citizens of Delhi and make Delhi more modern.
एक बार फिर नई सुविधाओं के लिए मैं देश को भी और दिल्लीवासियों को भी बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
Once again, I congratulate the country and also the people of Delhi for the new facilities.
प्रधानमंत्री ने प्रणालियों और प्रक्रियाओं के समेकन के माध्यम से 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' के बारे में विस्‍तृत जानकारी दी
PM Elaborates ‘Ek Bharat Shreshtha Bharat’ Through Consolidation of Systems and Processes
‘न्यूनतम सरकार-अधिकतम शासन’ का राष्ट्रव्यापी एकीकृत सेवाओं में विस्‍तार हो रहा है
‘Minimum Government-Maximum Governance’ is Taking Shape in Nationwide Integrated Services
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज पहली बिना ड्राइवर के चलने वाली मेट्रो रेल के परिचालन का उद्घाटन करते हुए दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन में नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का शुभारंभ भी किया।
The Prime Minister, Shri Narendra Modi, while inaugurating the first-ever driverless Metro operations today also launched the expansion of National Common Mobility Card to the Airport Express Line of Delhi Metro.
यह कार्ड पिछले साल अहमदाबाद में शुरू किया गया था।
The card was started in Ahmedabad last year.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने अपने ‘न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन’ मंत्र के एक महत्‍वपूर्ण पहलू अर्थात ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के विजन को मजबूत बनाने की प्रणालियों और प्रक्रियाओं के समेकन पर भी ध्यान केंद्रित किया।
During the launch Shri Modi dwelled on a very critical aspect of his mantra of ‘minimum government and maximum governance’ i.e. integrations of systems and processes to strengthen the vision of ‘Ek Bharat, Shreshth Bharat’.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आधुनिकीकरण के लिए समान मानक और सुविधाएं उपलब्‍ध कराना बहुत महत्वपूर्ण है।
The Prime Minister said that providing the same standards and facilities for modernization is very important.
यह एक कार्ड यात्रियों को जब भी वे यात्रा करते हैं या जिस भी सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करते हैं, वहां एकीकृत पहुंच प्रदान करेगा।
This one card will give integrated access to the commuters wherever they travel, whichever public transport they take.
प्रधानमंत्री ने दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर देश की पहली बिना ड्राइवर वाली ट्रेन का उद्घाटन किया
PM inaugurates India’s first-ever driverless train operations on Delhi Metro’s Magenta Line
साथ ही एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर पूरी तरह से परिचालन वाली नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड सेवा का उद्घाटन किया
Also inaugurates fully operational National Common Mobility Card service on the Airport Express Line
प्रधानमंत्री ने कहा कि शहरीकरण को एक चुनौती के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि इसका देश में बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण और जीवन की सुगमता को बढ़ाने के अवसर के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए
Urbanization should not be seen as a challenge but used as an opportunity to build better infrastructure in the country and enhance Ease of Living : PMWork is being carried out on different types of metro - RRTS, MetoLite, MetroNeo and Water Metro : PM
उन्‍होंने विभिन्न क्षेत्रों में सेवाओं के एकीकरण के उदाहरण दिए
Lists out instances of integration of services in various areas
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से दिल्ली मेट्रो की मैजेंटा लाइन पर भारत की पहली बिना ड्राइवर के चलने वाली मेट्रो ट्रेन के परिचालन का उद्घाटन किया।
Prime Minister Shri Narendra Modi inaugurated India’s first-ever driverless train operations on Delhi Metro’s Magenta Line today through a video conference.
आज नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की दिल्ली मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन में शुरुआत की गई।
Today the National Common Mobility Card was expanded to the Airport Express Line of Delhi Metro.
यह कार्ड पिछले साल अहमदाबाद में शुरू किया गया था।
This card was started in Ahmedabad last year.
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री हरदीप पुरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री श्री अरविंद केजरीवाल भी उपस्थित थे।
Union Minister Shri Hardeep Puri and Chief Minister of Delhi, Shri Arvind Kejriwal were present on the occasion.
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का यह आयोजन शहरी विकास को भविष्य के लिए तैयार करने का एक प्रयास है।
Speaking on the occasion, the Prime Minister termed today's event as an attempt to make urban development future ready.
उन्होंने कहा कि देश को भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करना शासन की एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
He said preparing the country for future needs is an important responsibility of governance.
उन्होंने इस तथ्य पर अफसोस जताया कि कुछ दशक पहले, जब शहरीकरण की मांग अनुभव की गई थी, तो भविष्य की जरूरतों पर अधिक ध्यान नहीं दिया गया, बल्कि आधे-अधूरे काम किए गए, जिनसे भ्रम की स्थिति बनी रही।
He lamented the fact that a few decades ago, when the demand of urbanisation was felt, there was not much attention given to the needs of the future, half-hearted work was done and confusion persisted.
उन्होंने कहा कि इसके विपरीत, आधुनिक सोच कहती है कि शहरीकरण को एक चुनौती के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए बल्कि देश में बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण के अवसर के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए, एक ऐसा अवसर जिससे हम आसानी से जीवनयापन को बढ़ा सकते हैं।
He said unlike this, modern thinking says that urbanization should not be seen as a challenge but used as an opportunity to build better infrastructure in the country, an opportunity through which we can enhance Ease of Living.
उन्होंने कहा कि सोच का यह अंतर अब शहरीकरण के हर आयाम में दिखाई दे रहा है।
He said this difference of thinking is seen now in every dimension of urbanization.
उन्होंने कहा कि 2014 में केवल 5 शहरों में मेट्रो रेल थी, लेकिन यह आज 18 शहरों में उपलब्ध है।
He added that in 2014, only 5 cities had metro rail and today, metro rail is available in 18 cities.
वर्ष 2025 तक हम इसका 25 से अधिक शहरों में विस्तार करने जा रहे हैं।
By the year 2025, we are going to expand it to more than 25 cities.
2014 में, देश में केवल 248 किमी मेट्रो लाइनें चालू थीं और आज यह लगभग तीन गुना, 700 किलोमीटर से अधिक है।
In 2014, only 248 km of metro lines were operational in the country and today it is about three times, more than 700 kilometers.
वर्ष 2025 तक, हम इसका 1700 किमी तक विस्तार करने का प्रयास कर रहे हैं।
By the year 2025, we are trying to expand it to 1700 km.
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये केवल आंकड़े ही नहीं हैं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के जीवन को सहज बनाने का प्रमाण भी हैं।
He stressed that these are not just figures, they are proof of ease of living in the lives of crores of Indians.
यह केवल ईंट, पत्थर, कंक्रीट और लोहे से बना बुनियादी ढांचा मात्रा ही नहीं है, बल्कि देश के मध्यम वर्ग, देश के नागरिकों की आकांक्षाओं को पूरा करने के प्रमाण भी हैं।
These are not just infrastructures made of brick and stone, concrete and iron, but are evidence of the fulfillment of the aspirations of the citizens of the country, the middle class of the country.
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने पहली बार मेट्रो नीति तैयार की है और उसे समग्र रणनीति के साथ लागू किया है।
The Prime Minister remarked that the government formulated the metro policy for the first time and implemented it with an all-round strategy.
स्थानीय मांग के अनुसार काम करने, स्थानीय मानकों को बढ़ावा देने, मेक इन इंडिया का विस्तार करने और आधुनिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करने पर जोर दिया गया है।
Emphasis was on working according to local demand, promoting local standards, Make in India expansion and use of modern technology.
उन्होंने यह भी कहा कि इस बात पर ध्‍यान दिया गया है कि मेट्रो और यातायात के आधुनिक साधनों का विस्‍तार शहर के लोगों की जरूरतों और व्‍यवसायिक जीवन शैली के अनुसार किया जाना चाहिए।
He said it was noted that the expansion of the metro, modern modes of transport should be used according to the needs of the people of the city and the professional lifestyle there.
यही कारण है कि विभिन्न शहरों में विभिन्न प्रकार की मेट्रो रेल पर काम किया जा रहा है।
This is the reason why work is being done on different types of metro rail in different cities.
प्रधानमंत्री ने विभिन्‍न प्रकार की मेट्रो रेल को सूचीबद्ध किया, जिन पर काम किया जा रहा है।
The Prime Minister listed different types of metro rail on which work is being carried out.
दिल्ली और मेरठ के बीच रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के बारे में प्रधान मंत्री ने कहा कि इससे दिल्ली और मेरठ के बीच की दूरी एक घंटे से भी कम हो जाएगी।
On the Regional Rapid Transit System (RRTS) between Delhi and Meerut, the Prime Minister said it will reduce the distance of Delhi and Meerut to less than an hour.
उन्होंने कहा कि जिन शहरों में यात्रियों की संख्या कम है, वहां मेट्रोलाइट रेल पर काम किया जा रहा है।
He said in cities where passenger numbers are less, work is being done on the MetroLite version.
मेट्रोलाइट रेल का निर्माण सामान्य मेट्रो की 40 प्रतिशत लागत पर किया जाएगा।
MetroLite version would be constructed at 40 percent cost of normal metro.
उन्होंने यह भी कहा कि मेट्रोनिओ का निर्माण उन शहरों में किया जा रहा है, जहां यात्रियों की संख्‍या कम है।
He further added that Metro Neo is being worked in cities where the ridership is less.
इस मेट्रो का निर्माण सामान्य मेट्रो की 25 प्रतिशत लागत पर हो जाएगा। इसी प्रकार, वाटर मेट्रो अलग सोच वाली होगी।
It would be built at the cost of 25 percent of the normal metro. Similarly, water metro would be an out of the box thinking.
इसका निर्माण उन शहरों में किया जा रहा है, जहां बड़े-बड़े जल निकाय हैं।
For cities where there are large water bodies, the water metro is now being worked on.
यह द्वीपों के पास रहने वाले लोगों को अंतिम छोर तक कनेक्टिविटी उपलब्‍ध कराएगी।
This will provide last mile connectivity to the people near the islands.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज मेट्रो केवल सार्वजनिक परिवहन का एक माध्यम मात्र ही नहीं है, बल्कि प्रदूषण को कम करने का एक बेहतर तरीका भी है।
The Prime Minister said the metro today is no longer just a medium of public transport but a great way to reduce pollution.